>>: Digest for July 11, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

करौली में जनसहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम प्रगति पर
राजस्थान पत्रिका की मुहिम

करौली। राजस्थान पत्रिका के महामारी से महामुकाबला अभियान के तहत जनसहयोग से शहर के राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन संयत्र स्थापित करने का काम प्रगति पर है।
ऑक्सीजन संयन्त्र सहयोग समिति के सदस्य सत्येन चतुर्वेदी ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए प्लेटफार्म निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। संयत्र के लिए शैड निर्माण का काम दो-तीन दिन में शुरू करा दिया जाएगा।


इसी क्रम में समिति के मदनमोहन शर्मा ने जानकारी दी कि गुडगांव की कम्पनी को संयत्र के लिए आदेश दिए हुए हैं। कम्पनी द्वारा 20 जुलाई तक संयत्र भेज दिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि अगस्त के पहले सप्ताह में ऑक्सीजन संयत्र काम शुरू कर देगा।
समिति के सदस्यों ने ऑक्सीजन प्लांट की प्रगति से जिला कलक्टर को भी अवगत कराया। साथ ही चिकित्सालय के अन्य जरूरतों के बारे में चर्चा की।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी की समस्या सामने आने पर राजस्थान पत्रिका के महामारी से महामुकाबला अभियान में करौली के चिकित्सालय में 15 घन मीटर के ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए 54 लाख रुपए से अधिक धनराशि एकत्र की गई थी जिससे यह संयत्र स्थापित किया जा रहा है।

वन क्षेत्र में जब्त पत्थर को बेचने ले जा रहे ट्रक को पकड़ा
गिरफ्तारी के बाद ट्रक चालक जमानत पर रिहा

करौली। वन क्षेत्र से जब्त किए गए पत्थर (सैण्ड स्टोन) को भरकर ले जा रहे ट्रक को वनकर्मियों ने जब्त करने के साथ ट्रक चालक को भी गिरफ्तार कर लिया। उसे बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
रेंजर देवेन्द्र सिंह ने बताया कि लगभग एक सप्ताह पहले ककरदा वनक्षेत्र में विलौना नामक स्थान पर वन भूमि में से खनन किए गए सैण्ड स्टोन को जब्त किया था। जब्त करने की कार्रवाई के दौरान सभी पत्थरों पर लाल निशान लगा दिए गए जिससे जब्त माल की जरूरत पडऩे पर पहचान की जा सके।
इस जब्त सैण्ड स्टोन को बेचने के लिए रात में ट्रक में भरकर ले जाने की सूचना वन अधिकारियों को मिली थी। इस पर वे स्वयं वनकर्मियों के साथ ट्रक की तलाश में रवाना हुए और पुलिस लाइन के समीप जब्त माल को लेकर आ रहे ट्रक को पकड़ लिया गया। देवेन्द्र सिंह ने बताया कि ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया जबकि सैण्ड स्टोन से भरे ट्रक को वन कार्यालय में जब्ती में रखा गया है।

फर्जी रवन्ना की खुली पोल

खास बात यह है कि अवैध पत्थर को जब्त करने की कार्रवाई के दौरान ट्रक चालक ने एक ठेकेदार की ओर से जारी रवन्ना भी पेश किया। यह रवन्ना खनिज विभाग द्वारा पत्थर ठेकेदारों को उनके क्षेत्र से खनिज सम्पदा निकाले जाने पर रॉयल्टी सहित अन्य शुल्क वसूली के लिए जारी किए जाते हैं। रवन्ना यह भी प्रमाणित करते हैं कि सैण्ड स्टोन किस एरिया से कितनी मात्रा में निकाला गया है। इस मामले में वन एरिया से निकाले गए सैण्ड स्टोन को वन विभाग ने जब्त भी किया हुआ था। ऐसे में ट्रक चालक के पास मिले रवन्ना को वन विभाग ने कथित तौर पर फर्जी मानते हुए ठेकेदार के खिलाफ खनिज विभाग को कार्रवाई करने के लिए लिखा है। गौरतलब है कि वन क्षेत्र से निकाले गए पत्थर के भी ठेकेदार रवन्ना जारी करके अवैध खनन करते रहते हैं। ऐसे कई आरोप लगते रहे हैं। लेकिन इसका प्रमाण इस मामले में सामने आया है।

दिनेश शर्मा
करौली. करौली की जीवनदायिनी माने जाने वाली भद्रावती नदी क्षेत्र का इलाका आगामी वर्षों में हरियाली से लखदक नजर आएगा। नदी तट की भूमि में पेड़-पौधों की हरियाली छाने के साथ ही फलों के बगीचे भी लहलहाएंगे। जी हां इसके लिए विभिन्न विभागों की ओर से तैयारियां की जा रही है। जिला प्रशासन के निर्देशन में विभाग नदी क्षेत्र के करीब 30 गांवों में पौधरोपण की तैयारियों में जुटा है। इस वर्ष 65 हजार से अधिक पौधे इलाके में लगाए जाएंगे। मानसून के दौरान पौधरोपण होने की उम्मीद है।

करीब तीन चार दशक पहले तक सदानीर रहने वाली करौली की भद्रावती नदी पिछले कई वर्षों से दुदर्शा का शिकार हो रही है। नदी की बदहाली होने से शहवासी आहत रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने भद्रावती नदी के जीर्णोद्धार के लिए इस वर्ष बजट में 30 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी, जिससे आगामी वर्षों में एक बार फिर भद्रावती नदी की सूरत संवरने की उम्मीद है। भद्रावती नदी प्रोजेक्ट के तहत ही नदी क्षेत्र में पौधरोपण की तैयारियां की जा रही हैं। ताकि नदी क्षेत्र हरियाली से आच्छादित होने के साथ नदी में एक बार फिर कलकल पानी बह सकेगा।

उल्लेखनीय है कि करीब तीन दशक पहले तक भद्रावती नदी में पानी की हिलोरें उठती रही, लेकिन बीते कुछ वर्षों से नदी के पेटे में गंदा पानी और कचरा लगातार पहुंचने से यह नदी, नाला बनकर रह गई है। केवल बारिश के दौरान ही नदी में पानी नजर आता है, लेकिन नदी में बेशुमार कचरा और नालों से गंदा पानी गिरने से इसकी दुर्दशा हो रही है।

विभागों को यह दिए लक्ष्य
भद्रावती नदी प्रोजेक्ट के तहत जीर्णोद्धार के विभिन्न कार्यों के अलावा पौधरोपण के लिए जिला प्रशासन की ओर से विभागों को अलग-अलग लक्ष्य आवंटित किए गए हैं। इसमें वन विभाग द्वारा 12 हजार 500 पौधे वन भूमि में लगाए जाएंगे, वहीं उद्यानिकी विभाग की ओर से लगभग 10 हजार नींबू के पौधों का किसानों को वितरण कर बगीचे लगाए जाएंगे। वहीं जलग्रहण विभाग को 22 हजार पौधों का लक्ष्य दिया गया है, जबकि ग्रामीण विकास जिला परिषद को 20 हजार पौधों का लक्ष्य निर्धारित है। अधिकारियों के अनुसार यह पौधे वन भूमि, किसानों के खेतों आदि में लगवाए जाएंगे। विभागों की ओर से किसानों को पौधों का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही वन विभाग की ओर से बीजारोपण भी किया जाएगा।

बगीचों से रोजगार की आस
उद्यानिकी विभाग की ओर से इलाके में बगीचे लगवाए जाएंगे। विशेष रूप से नीबू के बगीचे के लिए विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। इसके अलावा जामून, कटहल, आवंला आदि के पौधे भी लगाए जाएंगे। बगीचे लगाने से एक ओर जहां क्षेत्र में हरियाली तो छाएगी ही साथ ही किसानों की आय भी बढ़ सकेगी। वहीं अन्य विभागों द्वारा विभिन्न किस्मों के अलग-अलग पौधे वितरित किए जाएंगे।

ये गांव हैं शामिल
भद्रावती नदी के कैचमेंट एरिया में करौली सहित चैनपुर, बिचपुरी, हरनगर, महू, पाराशरी, खूबनगर, बिनेगा, कोटाछाबर, दीपपुरा, ससेड़ी, भोडेर, कोसरा, मकनपुर, सौरया, माडीभाट, भांकरी, बुगडार, गढ़ीकागांव, कंचनपुर, लांगरा, डोयलेपुरा, श्यामपुर, तीन पोखर,बहरदा, मकनपुर स्वामी, बाटदा सहित 30 गांव शामिल हैं।

यह भी होगा फायदा
विभागीय अधिकारियों के अनुसार पौधरोपण से एक तो पर्यावरण बेहतर होकर हरियाली छाएगी, वहीं दूसरी ओर पेड़-पौधों के माध्यम से नदी में मिट्टी का कटाव भी रुकेगा।

इनका कहना है.....
भद्रावती नदी प्रोजेक्ट के तहत फल, फूल, छायादार पौधे लगवाए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। विभागों को पौधों का लक्ष्य आवंटित कर दिया है। मानसून के दौरान काश्तकारों के लिए पौधों का वितरण किया जाएगा। इससे क्षेत्र में हरियाली बढऩे के साथ फलों के बगीचे भी विकसित हो सकेंगे।
सिद्धार्थ सिहाग, जिला कलक्टर, करौली

करौली. जिला चिकित्सालय के नवनियुक्त प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूरणमल वर्मा ने पदभार संभालने के साथ ही चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों में पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा। स्टाफ से चर्चा की। साथ ही रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए। अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव पेटिका लगाई जाएगी, जिसके माध्यम से मिलने वाले सुझाव-शिकायतों के अनुसार उनका निस्तारण किया जाएगा।

शनिवार को सुबह डॉ. पूरणमल वर्मा ने पीएमओ का कार्यभार संभाला। कार्यभार संभालने के बाद पीएमओ डॉ. वर्मा ने आईसीयू सहित अन्य वार्डों का जायजा लिया। उन्होंने रोगियों व उनके परिजनों से उपचार को लेकर जानकारी ली। इसके बाद मण्डरायल मार्ग स्थित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संस्थान (एमसीएच) व सामान्य चिकित्सालय के नवीन भवन पहुंचकर निरीक्षण किया। इससे पहले सामान्य चिकित्सालय में चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों ने नवनियुक्त पीएमओ का स्वागत किया। इस दौरान डॉ. ऋषिराज शर्मा, डॉ. डीएन शर्मा , वरिष्ठ नर्सिंगकर्मी जयसिंह मीना, नर्सेज एसोसिएशन जिलाध्यक्ष विक्रम मीना, सतीश अरहेला, रंगीलाल सहित अन्य मौजूद थे।

व्यवस्थाएं बनाएंगे बेहतर
पदभार संभालने के बाद पीएमओ डॉ. पूरणमल ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि सभी को साथ लेकर चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जाएगा। ताकि रोगियों को बेहतर उपचार मिलने के साथ सुविधाएं मिल सकें। अस्पताल में सुझाव पेटिका लगाने की नई व्यवस्था की जाएगी। साथ ही आउटडोर में निर्धारित समय तक चिकित्सक मिलें, एमसीएच में ही गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। वहीं एमसीएच की लैब की व्यवस्थाएं भी बेहतर की जाएंगी।

चार बच्चों के डूबने से मौत, 20 घंटे बाद चारों बच्चों की अंत्येष्टि


विधायक की समझाइश से बनी बात
गड्ढ़ा करने वाले के्रशर संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी
प्रत्येक बच्चे को एक लाख की सहायता मुख्यमंत्री कोष से
विधायक सहित अन्य ने सौंपी 5.30 लाख की दी सहायता

कैलादेवी/ करौली। कैलादेवी थानान्तर्गत मनोहरपुरा गांव के समीप नयावास्या की ढाणी में शुक्रवार शाम चार बच्चों की गहरे गड्ढे में डूबने से हुई मौत के बाद शनिवार दोपहर गमगीन माहौल के बीच एक साथ अंत्येष्टि कर दी गई। इससे पहले सुबह 11 बजे तक विभिन्न मांगों को लेकर बच्चों के पोस्टमार्टम तथा अंतिम संस्कार में गतिरोध बना रहा। क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा की समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए सहमत हुए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को बकरी चराकर लौट रहे चार बच्चों लवकेश व शिवकेश पुत्र बबलू जाटव, काजल पुत्री सुमेर, पूजा पुत्री राजू की गहरे गड्ढ़े में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद परिजन तथा ग्रामीण आर्थिक सहायता दिए जाने, गड्ढा करने वाले अवैध क्रेशर को बंद करने तथा इसके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर शवों के साथ धरना देकर बैठ गए थे।
मामले में गतिरोध खत्म करने के लिए विधायक रमेश मीणा ने समझाइश करने की प्रभावी पहल की। वे सुबह जयपुर से सीधे कैलादेवी चिकित्सालय पहुंचे और फिर पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों से चर्चा की। इस बीच उन्होंने पीडि़त परिजनों को ढांढस बंधाया और ग्रामीणों तथा मामले में पीडि़त परिजनों का संग दे रहे भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों से उनकी मांगों के बारे में जानकारी लेने के साथ अधिकारियों से की।

इन मांगों पर बनी बात

मृतक बच्चों के परिजनों, ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधकारियों की विभिन्न मांगों के कारण पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार में गतिरोध था। इस पर विधायक की समझाइश से कुछ मांग मान ली गई जबकि कुछ पर आश्वासन देकर उनको राजी किया गया। इसी क्रम में कैलादेवी ग्रिट उद्योग के संचालकों के खिलाफ दो मृतक बालकों के पिता बबलू जाटव की ओर से हत्या के आरोप की प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में ऋषभ अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, विपिन अग्रवाल, राजेश सिंह, अज्जू मीणा आदि नामों का उल्लेख है। प्राथमिकी में आरोप है कि अवैध संचालित क्रेशर के आसपास क्षेत्र में खनिज खुदाई के कारण पोखर नुमा गहरा गड्ढ़ा हुआ, जिसमें नलकूप से पानी भर दिया गया। इस जल भराव के कारण ही बच्चों के डूबने से मौत का हादसा हुआ।
इसके अलावा प्रत्येक मृतक के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का एलान विधायक रमेश मीणा ने किया। मृतक बच्चों के परिजनों को संविदा पर नौकरी देने, अवैध खनन में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध क्रेशर संचालकों के की गिरफ्तारी आदि मांगों पर प्रभावी कार्रवाई करने और राज्य सरकार स्तर की मांगों पर सरकार को लिखने का पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने भरोसा दिलाया गया। इसी दौरान उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र परमार ने कहा कि पीडि़त परिवारों को सभी सरकारी योजनाओं में लाभान्वित किया जाएगा। प्राथमिकी में प्रभावी कार्रवाई जल्दी होगी। विभिन्न मांगों को लेकर परिजनों के साथ देने वालों में भीम आर्मी जिलाध्यक्ष अजय सिंह, भीम आर्मी विधानसभा अध्यक्ष टोडाभीम लक्ष्मण दास, हरिसिंह बैरवा सरपंच, रक्खी पूर्व सरपंच, हरी पटेल, केशरिया पटेल, कुलदीप खिऱखिड़ा, हरेन्द्र भीलपाडा, राजकुमार आदि शामिल थे।

एसपी की समझाइश से देर रात कैलादेवी लाए शव

बच्चों के शवों के साथ विरोध जता रहे ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों को समझाइश करने शुक्रवार रात पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार, कैलादेवी पुलिस उपाधीक्षक महावीर सिंह पहुंचे। इन अधिकारियों से ग्रामीणों ने अवैध क्रेशर के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी जिनके अवैध खनन से गहरा गड्ढ़ा होने से ये हादसा हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि दो वर्ष पहले कैलादेवी ग्रिट उद्योग क्रेशर के खिलाफ शिकायत और प्राथमिकी पर कार्रवाई नहीं की गई। एक युवा नेता ने एसपी से कहा कि इस शिकायत पर कार्रवाई हुई होती तो ये हादसा नहीं होता। इस पर एसपी ने क्रेशर संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और पांच दिन में क्रेशर बंद कराने की कार्रवाई का भरोसा दिलाया। एसपी की समझाइश से परिजन बच्चों के शवों को कैलादेवी चिकित्सालय की मोर्चरी में ले जाने देने को सहमत हुए।

20 घंटे नहीं जले चूल्हे

हादसे के बाद से नयाबास की ढाणी में शोक छाया है। किसी घर में शुक्रवार शाम से 20 घंटे तक चूल्हा नहीं जला और रुदन सुनाई दिया। शनिवार दोपहर में गमगीन माहौल में एक साथ चार अर्थियों के उठने पर पूरे इलाके में रुदन को सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गई। अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा, बहुजन समाज पार्टी के हंसराज मीणा बालौती सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा राजनीतिक लोग शामिल हुए।
अंतिम संस्कार में शामिल होने से पहले विधायक ने मृतक बच्चों के घर जाकर स्वयं सहित इलाके के सरपंचों की ओर से संकलित किए गए 5 लाख 30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता पीडि़त परिजनों को सौंपी।


क्रेशरों की कराएंगे जांच

क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा उस स्थान पहुंचे जहां डूबने से बच्चों की मौत हुई थी। उनके साथ पुलिस-प्रशासन तथा खनिज अधिकारी भी थे। इलाके में संचालित क्रेशरों के आसपास खनिज खुदाई के कारण बने गड्ढ़ों को बंद कराने के बारे में विधायक ने अधिकारियों से चर्चा की।
इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक से निर्धारित एरिया से बाहर जाकर अवैध खनन की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि इन क्रेशरों के संचालन के कारण जगह-जगह गहरे गड्ढ़े बने हैं, जिनसे हादसे की आशंका रहती है। शुक्रवार को जिस गड्ढे में बच्चों के डूबने का हादसा हुआ, वो भी खनिज लीज से बाहर चारागाह एरिया में है। इस पर विधायक ने भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में संचालित अवैध क्रेशर और लीज एरिया से बाहर खनन की जांच कमेटी से कराई जाएगी और अवैध खनन रोकने की प्रभावी कार्रवाई करेंगे।


हिण्डौनसिटी. बदमाशों की धरपकड़ कर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए जिला पुलिस की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन 'क्लीन स्वीप' के तहत शनिवार को कोतवाली थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने बाईपास पर हनुमान मंदिर के समीप घेराबंदी कर चार बदमाशों को दबोचा लिया। जिनके कब्जे से दो पिस्टल, दो देशी कट्टा और चार जिंदा कारतूसों के अलावा बाइक को जब्त की हैं। पकड़े गए बदमाश किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे।


पुलिस अधीक्षक करौली मृदुल कच्छावा ने बताया कि आरोपी श्यामपुर मूंडरी गांव निवासी नमोनारायण मीना, सपोटरा के लेदिया गांव निवासी हरीनारायण मीना, सिंघान निवासी बलराम मीना एवं भरतपुर के निठार गांव निवासी रामराज मीना हैं। जो महवा-कराली बाइपास पर हनुमान मंदिर के पास वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। मुखबिर की सूचना मिलने पर डीएसपी किशोरी लाल के निर्देशन में कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने वहां खड़े चार जनों को देख टोका तो उन्होंने मोटरसाइकिल छोड़कर भागने का प्रयास किया। लेकिन पुलिसकर्मियों ने पीछा कर चारों को दबोच लिया। संदेह होने पर आरोपियों की तलाशी ली गई, तो उनके पास दो अवैध पिस्टल, दो देशी कट्टे व चार जिंदा कारतूस मिले। जिनको पुलिस ने जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

थानाप्रभारी ने संभाली टीम की कमान-
बाईपास पर आपराधिक वारदात को अंजाम देने आए बदमाशों की सूचना पर स्वयं थानाप्रभारी गिर्राज प्रसाद जाटव ने टीम की कमान संभाली। थानाप्रभारी के साथ एएसआई सीताराम, कांस्टेबल राजेन्द्र, अनिल कुमार, नरेन्द्रसिंह, रामनारायण, श्याम नारायणदो सरकारी गाड़ी के अलावा एक प्राईवेट वाहन से मौके पर पहुंचे। दो अलग-अलग दिशाओं से पड़ी पुलिस की दबिश को देख बदमाश घबरा गए। उन्होंने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। एसपी कच्छावा द्वारा पुलिस टीम को नकद ईनाम व प्रशस्ती-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।

'क्लीन स्वीप' में बदमाशों की गिरफ्तारी की शतक-
एसपी ने बताया कि ऑपरेशन 'क्लीन स्वीप' चलाकर पुलिस ने जिलेभर में बदमाशों का सूपड़ा साफ कर गिरफ्तारी का शतक पूरा किया है। जिला पुलिस द्वारा अवैध हथियारों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए इस साल जनवरी से जुलाई माह तक आम्र्स एक्ट के 91 प्रकरण दर्ज किए हैं। इनमें 100 बदमाशों को गिरफ्तार कर 96 अवैध हथियार और 202 कारतूस जब्त किए हैं। इन बदमाशों में गुंडे-मवाली से लेकर हथियार तस्कर तक दबोचे गए हैं।


हिण्डौनसिटी.
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को न्यायालय परिसर में आयोजित द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में राजीनामा से 330 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में लगी तीन बैंचों में कुल 1173 प्रकरण विचारणार्थ रखे गए। इसके दौरानऋण व बकाया सहित कई प्रकरणों में 1 करोड़ 37 लाख 17 हजार 324 रुपए का अवार्ड जारी हुआ।


ताल्लुका विधिक सेवा समिति के सचिव छुट्टन लाल शर्मा ने बताया कि लोक अदालत में एडीज दिनेश कुमार जलुथरिया, एसीजेएम शैला फौजदार व न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार सांवरिया की अध्यक्षता में तीन बैंचों को गठन किया गया। इनमें क्रमश: अशोक कुमार शर्मा, शांति लाल करसौलिया व प्यारेलाल पोहिया पैनल अधिवक्ता रहे। वहीं एडीजे प्रथम सीताराम मीणा ने प्रकरणों के निस्तारण में बैंचों का सहयोग किया।

लोक अदालत में एनआई एक्ट के 12, बैंक रिकवरी के 11 प्रकरणों , मोटर वाहन दुर्घटना दावा के 26, वैवाहिक विवाद के 37 व 34 सिविल प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसके अलावा प्रिलिटीगेशन में बैंक व दूरभाष के 20 प्रकरणों को निस्तारण किया गया। लोक आदालत में विभिन्न बैंक शाखाओं के प्रबंधक, बीएसएनएल के उपमण्डल अधिकारी संजय मीणा, अभिभाषक संघ अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह गुर्जर सहित अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे।


हिण्डौनसिटी.दो दिन से जिले में वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने से कोविड टीकाकरण बंद है। लेकिन लोगों को मोबाइल पर निर्धारित अवधि पूरी होने पर दूसरे डोज की वैक्सीन लगवाने के संदेश मिल रहे हैं। इससे लोग वैक्सीन के लिए टीकाकरण केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं। मौके पर ताला लगा देख निराश लौटना पड़ रहा है।
टीकारकरण केन्द्र के बाहर बैठे लोगों ने बताया कि वे सुबह मोबाइल पर मिले दूसरे डोज का संदेश के आधार वैक्सीन लगवाने आए है। लेकिन टीकाकरण पर कोई नहीं है। इस दौरान कई अन्य लोग भी मोबाइल पर आए संदेश पर वैक्सीन लगवाने आए। जो टीकाकरण केन्द्र पर चस्पा वैक्सीन नहीं होने की सूचना को पढ़ कर लौट गए।

इधर कोविड वैक्सीनेशन के नोडल प्रभारी डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि अभी वैक्सीन नहीं है। सोमवार तक जिले में वैक्सीन की खेप मिलने की उम्मीद है। इसके बाद टीकाकर सत्र निर्धारित होने के आधार वैक्सीन सत्र लगाए जाएंगी। उन्होंने बताया कि पहला टीका लगने के 84 दिन बाद सॉफ्टवेयर से स्वत: ही लाभार्थियों को ऑटोमैटिक लाभार्थियोंं को वैक्सीन के दूसरे डोज लगवाने के अलर्ट मैसेज पहुंच जाते हैं।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanss63@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.