>>: Digest for July 14, 2021

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भरतपुर. नगर सुधार न्यास ने 12 साल पहले जिन किसानों से खेती करने का हक छीना, वो किसान आज भी मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। आठ हजार आवेदक भूखंड आवंटन के लिए आवेदन कर भूल चुके हैं, लेकिन जिनके परिवार दशकों से जिस जमीन के सहारे जीवन यापन कर रहे थे। आज उन्हें अपने हक के लिए खुद की ही जमीन को लेकर आंदोलन करना पड़ रहा है। सरकारी सिस्टम की इतनी बड़ी लापरवाही का मामला जुड़ा हुआ है सेक्टर नंबर 13 की स्कीम से...जहां किसान आज भी मुआवजे का इंतजार करते हुए सात दिवस में समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं।
नगर सुधार न्यास ने 2002 नेशनल हाईवे स्थित सेक्टर नंबर 13 स्कीम का अधिगृहण कर लिया। इसके बाद राज्यपाल की अनुमति के लिए उन्होंने भेज दिया फिर सेटलमेंट की रिपोर्ट एक्वायर कर नगर विकास न्यास के नाम खातेदारी चला दी। भूखंडों की रिजर्व प्राइज नौ हजार रुपए वर्गमीटर रखी गई थी। इसकी प्लानिंग 21 सितंबर, 2005 को हुई थी। जबकि एक सितंबर, 2011 को सरकार से स्वीकृति मिली। इसके बाद 3 सितंबर 2014 को 2200 बीघा भूमि पर कब्जा लिया गया। इसे लेकर तमाम तरह के भू स्वामियों से विवाद चलते रहे। इस कारण 19 नवंबर 2017 को वन एवं पर्यावरण विभाग की ओर से मंजूरी मिल सकी। योजना में 4 करोड़ रुपए की लागत से अप्रोच रोड बनाई जा चुकी हैं। इसमें मलाह मोड से सेवर रोड तक का दाएं क्षेत्र, सेवर रोड से हीरादास और काली की बगीची तिराहे तक का अंदरूनी हिस्सा शामिल है। 2006 में यूआईटी ने रजिस्ट्री पर रोक लगवा दी। इसके बाद 2010 में किसानों के खेती करने पर रोक लगा दी। कुछ किसानों ने फसल की थी तो प्रशासन ने ट्रेक्टर चलवा कर फसल को नष्ट कर दिया। इसके बाद किसान यूआईटी के चक्कर लगाते रहे। न तो किसानों को 25 प्रतिशत जमीन मिली न कोई मुआवजा। दर्जनभर गांव के किसान मुआवजे के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। इसमें बरसो का नगला, सोनपुरा, विजय नगर, तेरही नगला, जाट मड़ौली, श्रीनगर, मलाह, अनाह आदि के किसान शामिल हैं। किसानों का कहना है कि हमारी जमीन होते हुए भी हम दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। हम दिहाड़ी मजदूर बन गए हैं हम पर खाने तक को नहीं हैद्ध बाजार से किलो के हिसाब से गेहूं खरीदना पड़ रहा है। बच्चों को पढ़ा भी नहीं सकते।

शहर के बाहर दो लाख की आबादी बसाने का है प्लान

नगर विकास न्यास की ओर से जयपुर-आगरा राजमार्ग पर बहुप्रतिक्षित आवासीय योजना सेक्टर-13 को भरतपुर का उप नगर माना जाता है। इसमें दो लाख की आबादी को बसाने का प्लान किया गया है। यहां मिनी सचिवालय, कॉलेज, अस्पताल, स्पोटर्स काम्पलेक्स, मार्केट, सामुदायिक भवन, दो स्कूल, आठ पार्क सहित तमाम सुविधाओं का प्रावधान किया गया है।

फैक्ट फाइल

-346.86 हेक्टेयर में है सेक्टर -13 योजना

-2980 किसानों की जमीन हुई थी अवाप्त

-8892 आवेदन लॉटरी के लिए हुए

-5023 लोगों ने आवेदन वापस लिए

-1110 किसानों को नहीं मिले आरक्षण पत्र नहीं मिले


जानिए...


-वर्षों गुजर गए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगाते-लगाते, अगर सात दिन के अंदर किसानों को पट्टे नहीं दिए गए तो जेसीबी से सड़क खोदकर खेती करेंगे। किसान आंदोलन करेंगे। कोरोनाकाल में अगर कोई भी घटना घटित होती है तो प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
वीरी सिंह, बरसों का नगला


-सेक्टर नंबर 13 नगर सुधार न्यास की ओर से अधिग्रहण कर ली गई है। वहां न तो खेती कर सकते हैं और न ही कोई मुआवजा मिला है। हमारी जमीन होते हुए भी हम एक-एक पैसे तो मोहताज हो रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को तो कोई चिंता है नहीं है।
घनश्यामदास बरसों का नगला

-हमारा मकान खेत के बीचों बीच में आ रहा है। हमेशा तलवार लटकी रहती है। कोई तोडऩे की कहता है तो थोड़ा तो हमें मुआवजा दिया जाए। सालों से बना हुआ मकान है हमारा।
हरि सैनी, श्रीनगर


-मैं किसान हूं और मैं खेती पर ही आश्रित हूं। यूआईटी ने जमीन अधिगृहण कर ली। इसके बाद अब मैं किस तरह से अपने परिवार का पालन पोषण करूं। अधिकारियों के पास जाते हैं तो कोई सुनता नहीं है। नए-नए अधिकारी आते हैं और चले जाते हैं। कोई सुनने वाला नहीं है।
बसंता, बरसों का नगला


-हमारी जमीन अधिगृहण कर उस पर रोड बना दी है। खेती से वंचित कर दिया है। 25 प्रतिशत जमीन दें या फिर मुआवजा दें। कुछ नहीं दिया है। वर्षों से चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं। लोगों पर कर्ज हो रहा है। मजदूरी भी नहीं मिल रही है आखिर कैसे चलेगा जीवन।
बने सिंह, विजय नगर


-जमीन में रोड डाल दी है। जमीन से वंचित कर दिया है। अधिकारियों के चक्कर पर चक्कर लगाते हैं। आश्वासन देते रहते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हमारी जमीन हमें वापस दें या फिर मुआवजा दें। हम एक-एक पैसे को मोहताज हो गए हैं। हम अपना भरण-पोषण तो कर सके।
अमर सिंह, बरसो का नगला

-जमीन है नहीं, खेती कहां से करें। गेहूं के लाले पड़ गए हैं। एक बार गेहूं की बुवाई तक की थी। नगर सुधार न्यास के ठेकेदार के कर्मचारी ट्रेक्टर से पूरी फसल को नष्ट कर गए, या तो हमारी 25 प्रतिशत जमीन हमें वापस कर दो और नहीं तो हमें खेती करने दें।
उदय सिंह, बरसो का नगला

-मेरे पास मात्र दो बीघा खेत है। अकेला कमाने वाला हूं। कोई साधन नहीं है। कृषि पर आधारित हूं बरसों बीत गए खाने के लिए अनाज तक नहीं है। मजदूरी कर बच्चों का पेट पालन कर रहा हूं। कोरोना के दौरान तो मजदूरी भी नहीं मिली। बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे नहीं है। इसलिए घर पर ही रह रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाओ तो संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है। आपके पास गए थे तो कह रहे थे लडऩे आए हो क्या।
लालाराम, गांव सोनपुरा


-सालों बीत गए, न तो फसल कर पा रहे हैं न जमीन को ही बेच पा रहे हैं। हमारे लिए यूआइटी लिखकर कर दे दे तो हम बेचकर अन्य जगह जमीन ले लें और अपने बच्चों का लालन-पालन कर सकें।
मुरारीलाल, गांव सोनपुरा

इनका कहना है

-नेशनल बोर्ड ऑफ वाइल्ड लाइफ से कुछ स्वीकृति आनी बाकी है। हम दस्तावेज आदि भी भेज चुके हैं। बाकी स्कीम को लेकर अब क्या-क्या होना बाकी है। यह फाइल देखकर ही पता चल सकता है।

केके गोयल, कार्यवाहक सचिव यूआईटी

-स्कीम नंबर 13 यूआईटी व प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है कि आज तक खातेदार चक्कर काट रहे हैं। मेरे कार्यकाल में इस स्कीम में तीव्र गति से काम हुआ था। मंत्रीजी सिर्फ जुबानी भाषण में देने में व्यस्त है। उन्हें धरातल पर आकर देखना चाहिए कि जो काम रुका हुआ है, उसे गति देकर खातेदारों को राहत देने के अलावा आमजन को भी सुविधा प्रदान की जाए।

विजय बंसल
पूर्व विधायक

भरतपुर. अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बीना महावर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर महावर ने जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्राथमिकता से पेयजल कनेक्शन की व्यवस्था के साथ पेयजल से वंचित क्षेत्रों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जननी सुरक्षा एवं राजश्री योजना की पहली एवं दूसरी किश्त से वंचित लोगों की लम्बित सूची का अभियान चलाकर प्राथमिकता से निस्तारण करें साथ ही दिव्यांगजनों एवं सिलकोसिस रोगियों के प्रमाण पत्र मेडिकल बोर्ड से जारी कराएं। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों में अध्ययनरत पालनहार के पात्र छात्र-छात्राओं का सत्यापन कराकर योजना से लाभान्वित करायें तथा विधवा महिलाओं के किए गए सर्वे के आधार पर उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से जोड़कर आर्थिक सम्बल प्रदान करें। उन्होंने सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्थानीय ग्राम सेवा सहकारी समिति को आर्थिक आधार पर खाद-बीज एवं उर्वरक वितरण के लिए लाइसेंस जारी करें इससे कृषकों को स्थानीय स्तर पर ही सामग्री उपलब्ध हो सके तथा सहकार जीवन बीमा के तहत अधिक से अधिक काश्तकारों का जीवन बीमा कराकर लाभान्वित कराएं। उन्होंने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राजस्थान सम्पर्क पोर्टल एवं 181 पर लम्बित जन शिकायतों का निर्धारित समयसीमा एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण करें। बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ रजत श्रीवास्तव, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ जिज्ञासा साहनी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ असित श्रीवास्तव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता हेमन्त कुमार, श्रम विभाग के संयुक्त श्रम आयुक्त ओपी सहारण आदि उपस्थित थे।

नगरपालिका कामां के भवन निर्माण के लिए किया भूमि आवंटन

भरतपुर. तहसील कामां में नगरपालिका कामां के भवन निर्माण हेतु नगरपालिका कामां को भूमि आवंटित कर दी गई है। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि तहसील कामां स्थित आराजी खसरा नंबर 2709 रकबा 1.05 हैक्टेयर में से 0.40 हैक्टेयर किस्म मकबूजा चारागाह भूमि को राजस्थान काश्तकारी अधिनियम 1955 के नियम 7 के अनुसार वर्गीकरण परिवर्तन कर सिवायचक में दर्ज कर एवं राज्य सरकार की ओर से प्रदत्त शक्तियों के तहत नगपालिका कामां के भवन निर्माण हेतु नगरपालिका कामां को आवंटित कर दी गई है। साथ ही चारागाह भूमि की क्षतिपूर्ति हेतु तहसील कामां के ग्राम बिलौंद स्थित खसरा नम्बर 994/1 रकबा 2.51 हैक्टेयर में से 0.40 हैक्टेयर किस्म बंजर भूमि को चारागाह में दर्ज किए जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

भरतपुर/रारह. शहीद की जिस प्रतिमा को लगाने के बाद विवाद हो रहा था, अब उस मामले में सोमवार को नया मोड आ गया। 10 दिन तक चले विवाद का निस्तारण भी हो गया। डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने प्रतिमा का अनावरण किया। अचानक सरपंच कुसुम मोहन रारह ने पहुंच कर विवाद की इतिश्री कर दी। क्योंकि कुछ दिन पूर्व प्रतिमा स्थापित करने के बाद ग्राम पंचायत की जमीन बताते हुए विवाद हो रहा था। शहीद का परिवार उसी जगह प्रतिमा का अनावरण कर शहीद स्मारक बनाना चाहता था। जहां उसका शरीर पंचतत्व में विलीन किया गया। मगर सरपंच कुसुम और भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष मोहन रारह ने उस जगह को ग्राम पंचायत की बताकर अन्य जगह स्मारक बनवाना चाहते थे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं डीग कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने रारह ग्राम पंचायत में शहीद वीरेंद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व पशु चिकित्सालय रारह के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। विधायक सिंह ने कहा कि शहीद के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए वह एक पार्टी के लिए नहीं है देश के लिए कुर्बान होते हैं। शहीद किसी व्यक्ति विशेष का नहीं होता इसलिए शहीद के नाम पर कभी राजनीति नहीं होनी चाहिए। जनता का निरंतर विकास जी मेरा लक्ष्य है। शहीद हमारी सुरक्षा के लिए सीमाओं पर अपनी जान न्यौछावर कर देते हैं। ऐसे देश भक्तों के लिए हमारे दिल में सम्मान होना चाहिए न कोई राजनीति। विधायक ने शहीद स्थल के लिए ढाई लाख और रारह ग्राम पंचायत के विकास के लिए 10 लाख की घोषणा की और सीएचसी में सुविधा मुहैया कराने के लिए दो करोड़ रुपए की राशि जारी कराई है। विधायक सिंह ने कहा कि अब ग्रामीणों को अन्य स्थानों पर इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा। सारी जांचें और बेहतर इलाज अब रारह सीएचसी पर उपलब्ध होगा। सरकार ने प्रत्येक सीएचसी और पीएचसी पर समान उपचार के इंतजाम किए हुए हैं। बेहतर सुविधा मरीजों को मिले इसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है।इस मौके पर एसडीएम वर्षा मीणा, विकास अधिकारी अरविंद फौजदार, सीएमएचओ कप्तान सिंह, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष गंगाराम पाराशर, कुम्हेर नगर पालिका अध्यक्ष राजीव सिंघल, डीग नगर पालिका अध्यक्ष निरंजन टकसालिया, वीरांगना सुमन देवी, डॉ. कल्पना फौजदार बीसीएमओ, डॉ. करतार सिंह, डॉ. दिनेशचंद चिकित्सा अधिकारी, डॉ. महेंद्र जाट व डॉ. सुरेेंद्र चौधरी आदि उपस्थित थे।

नगरीय निकाय उपचुनाव का मतदान 26 जुलाई को

भरतपुर. जिले में नगरीय निकाय उपचुनाव 2021 के तहत नगर निगम के वार्ड संख्या 4 के रिक्त वार्ड सदस्य पद के उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। निर्वाचन अधिकारी नगर निगम एवं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर केके गोयल ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नगर निगम के वार्ड संख्या चार अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के पार्षद पद के उपचुनाव हेतु 12 जुलाई को अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही नामांकन पत्र प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि नामांकन भरने की अन्तिम तिथि 16 जुलाई रखी गई है। उन्होंने बताया कि कोई भी अभ्यर्थी अपना नाम निर्देशन पत्र सार्वजनिक अवकाशों को छोड़कर कार्य दिवस में सुबह साढ़े 10 बजे से शाम तीन बजे तक की अवधि में कलक्ट्रेट के कमरा नम्बर-16 न्यायालय अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट में प्रस्तुत किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 17 जुलाई को सुबह साढ़े 10 बजे से कलक्ट्रेट सभागार में की जाएगी। उन्होंने बताया कि नाम वापसी की अन्तिम तिथि 19 जुलाई को दोपहर तीन बजे तक, चुनाव चिन्हों का आवंटन 20 जुलाई को, मतदान 26 जुलाई को सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक तथा मतगणना 28 जुलाई को सुबह आठ बजे से की जाएगी।

भरतपुर. उच्चैन कस्बे में पीएनबी शाखा में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे काउंटर पर रखे 1.50 लाख रुपए की थैली को एक नाबालिग लेकर भाग निकला। भनक लगते ही बैंक चपरासी कपिल शोर मचाता हुआ दौड़ा। बैक परिसर से करीब पांच सौ मीटर दूर बालक ने अन्य लोगों से घिरने पर नकदी भरी थैली को सड़क पर फेंक दी। नाबालिग को बाद में ग्रामीणों की मदद से पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। शाखा प्रबन्धक भूपेन्द्रसिंह मीणा ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे एक बैंक उपभोक्ता राशि जमा कराने आया था, उपभोक्ता ने रुपयों से भरी थैली को काउंटर पर रखकर जमा रसीद भरने में लग गया। इस बीच 14 वर्षीय बालक नकदी भरी थैली को लेकर भाग निकला। नजर पडऩे पर चपरासी ने शोर मचा दिया और उसके पीछे भागा। नाबालिग को कुछ दूरी पर ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ लिया। इससे पहले उसने नकदी भरी थैली को सड़क पर फेंक दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे निरुद्ध किया है।


चारदीवारी के अंदर बंधी दो भैंस चोरी


नदबई. कस्बा क्षेत्र में चोरियों का सिलसिला लगातार जारी है। चोर आए दिन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सोमवार की मध्य रात्रि को अज्ञात चोर चारदीवारी के अंदर बंंधी दो भैंसों को गेट का ताला तोड़कर चोरी कर ले गए। कस्बा क्षेत्र के रेलवे स्टेशन चैनपुरा के समीप रहने वाले कमलसिंह मीणा पुत्र अमरसिंह मीणा की चारदीवारी के अंदर बंधी दो भैसों को चोर चुरा ले गए। पीडि़त के भाई शेर सिंह ने बताया कि सोमवार की मध्यरात्रि को रोजाना की तरह सभी गेट का अंदर से ताला लगाकर सो गए थे।रात में मकान के चारों तरफ बनी करीब 10 फीट ऊंची दीवार को फांदकर अज्ञात चोर अंदर घुस आए। तथा गेट का अंदर से ताला तोड़कर चारदीवारी के अंदर बंधी छोटे भाई की दो भैंसों को चोरी कर ले गए। सुबह जागने पर भैंस चोरी होने की जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि भैंसों के पैरों के निशान बायपास मेन रोड तक मिले हैं। लगता है उसके बाद भैंसों को किसी वाहन में ले जाया गया है।

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