>>: Digest for July 16, 2021

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Table of Contents

जयपुर। केंद्र की मोदी सरकार के बाद अब राज्य की गहलोत सरकार ने भी प्रदेश के प्रदेश के करीब साढ़े आठ लाख कर्मचारियों और लगभग 3 लाख पेंशनर्स का महंगाई भत्ता बढ़ा दिया है, कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का फैसला गहलोत सरकार ने लिया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का निर्णय किया है।

1 जुलाई 2021 से महंगाई भत्ते की यह दर मान्य होगी , कोविड की कठिन परिस्थितियों के बावजूद कर्मचारियों को संबल देने के लिए इस फैसले पर राज्य सरकार लगभग 4000 करोड़ रु सालाना व्यय करेगी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने भी बुधवार को ही कर्मचारियों के महंगाई भत्ता को 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी करने का निर्णय लिया था।

कर्मचारी संगठनों ने किया स्वागत
राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि कोविड जैसी विकट परिस्थितियों के बावजूद भी राज्य सरकार ने महंगाई भत्ता बढ़ाकर बड़ी राहत प्रदान की है। दऱअसल महंगाई भत्ता सैलरी का एक हिस्सा होता है। यह कर्मचारी के बेसिक सैलरी का एक निश्चित परसेंट होता है। देश में महंगाई के असर को कम करने के लिए सरकार अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देती है। इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता है। रिटायर्ड कर्मचारियों को भी इसका फायदा मिलता है।

जयपुर. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी कर कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने 'हम दो हमारे दोÓ नीति को लागू कर जनसंख्या नियंत्रण करने की कोशिश की थी, उस समय संघ, जनसंघ और भाजपा ने विरोध किया था। ऐसा विरोध था कि चुनाव में इन लोगों ने जीत हासिल कर ली थी। उस समय भाजपा के नेता जनसंख्या नीति को स्वीकार कर लेते तो देश की जनसंख्या 130 करोड़ नहीं होती।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को राजनीति छोडकर इंदिरा गांधी के रास्ते पर चलकर केन्द्रीय जनसंख्या नियंत्रण नीति लागू करनी चाहिए। भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा हर मुद्दे को राजनीतिक चश्मे से देखती है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में हार के डर में भाजपा जनसंख्या नीति को राजनीति से जोड़क रही है। जो पार्टी सिर्फ वोट के लिए नीतियां बनाती हो, वह देश का भला नहीं सकती। राजस्थान में जनसंख्या नियंत्रण कानून पहले से लागू है। आज भी दो बच्चों से ज्यादा होने पर राजस्थान में निकाय पार्षद, पंचायत में सरंपच का चुनाव लडऩे पर प्रतिबंध है। दो बच्चों से ज्यादा होने पर अधिकारियों को प्रमोशन नहीं मिलता है।

यूपी में भाजपा ने कुछ नहीं किया
खाचरियावास ने कहा कि यूपी में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव हैं। भाजपा को हार का डर है। इसी वजह से जनसंख्या नीति को राजनीति से जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा यूपी में जो नाटक कर रही है, वो बंद करके राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाकर देश हित में फैसला लेना चाहिए।

जवाहर सर्किल में 3 हेक्टेयर में जेडीए लगा रहा 5 हजार पौधे
— खाली जमीन में विकसित होगा ऑक्सीजोन
— फलदार, फूलदार व छायादार पौधे लगाना शुरू
— 5 से 10 फुट बड़े पौधे लगाना शुरू

जयपुर। जेडीए इस बार मानसून में सघन पौधारोपण कर ऑक्सीजोन विकसित कर रहा है। इसी कड़ी में वीवीआईपी रोड जेएलएन मार्ग पर जवाहर सर्किल (Jawahar Circle) पर भी करीब 3 हेक्टेयर में ऑक्सीजोन विकसित (develop oxygen Zone) किया जाएगा। इसके लिए यहां करीब 5 हजार पौधे लगाना शुरू कर दिया गया है।

जेडीए की विद्यान शाखा ने जवाहर सर्किल पर रोज गार्डन के पास खाली पड़ी करीब 3 हेक्टेयर जमीन पर ऑक्सीजोन विकसित करने के लिए सघन पौधारोपण शुरू कर दिया है। इस जमीन पर तीन से पांच फुट की दूरी पर ही सघन पौधारोपण किया जा रहा है, जिसमें छायादार, फलदार व खुशबूदार पौधे लगाए जा रहे है। जेडीए के वरिष्ठ उद्यानविज्ञ महेश तिवाड़ी ने बताया कि जवाहर सर्किल पर ऑक्सीजोन विकसित करने के लिए 5 हजार पौधे लगाए जा रहे है। ये पौधे पास—पास लगाए जा रहे है, जिससे सघन वन तैयार हो सकेगा। सभी पौधे 5 से 10 फुट के है, जो जल्दी ही तैयार हो जाएंगे। इन पौधों में छायादार होने के साथ फलदार और फूलदार भी होंगे। फूलदार पौधे खुशबू फैलाएंगेे।

ये पौधे लगाए जाएंगे
नीम, करंज, जामुन, कचनार, शीशम, मोलश्री, काइजेलिया पिन्नाटा, अशोक, गूलर, सिरस, बड़, पीपल, अमलताश, गुलमोहर, केशियाश्यामा, पेल्टाफार्म, शहतूत लगाए जा रहे है।

जयपुर। अभाव भले ही लाख हों, ठान लिया जाए तो व्यक्ति क्या नहीं कर सकता। आरएएस 2018 में परचम फहराने वाले होनहारों ने इसी जुनून में अपने संघर्ष को मुकाम पर पहुंचाया है। यहां पेश हैं ऐसे ही होनहारों के संघर्ष की कहानियां।


हनुमानगढ़: पहले 2 बहनें, अब शेष तीन बहनें भी बनीं आरएएस

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हनुमानगढ़ जिले में रावतसर तहसील क्षेत्र के भैरूसरी गांव निवासी किसान सहदेव सहारण के पांच बेटियां हैं। इनमें से 2 बेटियां रोमा और मंजू पहले ही आरएएस में चयनित हो चुकी थीं। अब शेष 3 बेटियों अंशु, सुमन व ऋतु का आरएएस परीक्षा-2018 में चयन हुआ है। इससे गांव में खुशी का माहौल है। सहारण का परिवार गुरुवार को जयपुर से गांव पहुंचेगा तो ग्रामीण स्वागत करेंगे। सहदेव आठवीं तक पढ़े हैं और उनकी पत्नी लक्ष्मी निरक्षर हैं। रोमा झुंझुनूं के सूरजगढ़ और मंजू नोहर के को-ऑपरेटिव बैंक में पदस्थ हैं। सहदेव के सीकर निवासी दामाद महेश कुमार का भी आरएएस परीक्षा 2018 में चयन हुआ है। रोमा कहती हैं, सफलता के लिए किसी कोचिंग की नहीं बल्कि मेहनत, लगन व ईमानदारी से पढ़ाई की जरूरत है।

बाड़मेर: बचपन में भेड़-बकरियां चराते, मेहनत कर बने अफसर

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बाड़मेर जिले के बायतु क्षेत्र के कानोड़ गांव निवासी देराजराम डूगेर के पिता भी किसान हैं। गरीब परिवार के देराजराम स्कूल में पैदल पढऩे जाते। बचपन में भेड़-बकरियां चरातते। परिवार चलाने में मदद करने के लिए हम्माली और हॉकर का काम तक किया। लेकिन हौसले के धनी देराजराम सतत मेहनत करते रहे। गांव के पास धोरों के बीच तलहटी में कच्चे मकान में रहने वाले देराजराम बीएसटीसी कर 2011 में पटवारी बने। वर्ष 2012 में तृतीय श्रेणी शिक्षक पद पर चयन हुआ लेकिन जुनून आरएएस बनने का था। वर्ष 2013 और 2016 में साक्षात्कार में विफल रहने के बावजूद संघर्ष जारी रखा और अब आरएएस-2018 में 302 वीं रैंक लाकर मुकाम पर पहुंचे।


जालोर: तीन भाई बने अफसर

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जालोर जिले में सांचौर क्षेत्र के करावड़ी गांव निवासी अध्यापक आसुराम सारण को अपना पहला गुरु मानने वाले उनके 3 पुत्र दिनेश, अनिल व विकास अफसर बन गए हैं। अनिल का आरपीएस एवं विकास का आरटीएस में चयन 2016 की भर्ती में हुआ जबकि बड़े भाई दिनेश का चयन इस बार 322 रैंक से हुआ है।

प्रदेश में ऊर्जा दक्षता बढ़ाकर ऊर्जा बचत की बनेगी दीर्घकालीन कार्ययोजना
— प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल बनाएंगे एक्शन प्लान
— अक्षय ऊर्जा निगम के सीएमडी ने दिए अधिकारियों को निेर्देश

जयपुर। प्रदेश में व्यावसायिक परिसरों, परिवहन साधनों, कृषि और उद्योगों आदि में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा बचत (energy saving) की दीर्घकालीन कार्ययोजना तैयार की जाएगी। केन्द्र सरकार के पावर मंत्रालय के ब्यूरो आॅफ एनर्जी एफिसिएंसी (Bureau of Energy Efficiency) (बीईई) की गाईड लाइन व प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम (Rajasthan Renewable Energy Corporation) के सीएमडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए।

सीएमडी ने इसे लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने बताया कि अधिकारियों का दल एक माह में एक्शन प्लान तैयार कर पेश करेगा। समन्वित प्रयासों व समझाइस से मॉल्स, सरकारी कार्यालयों व व्यावसायिक स्थानों और औद्योगिक कारखानों में ऊर्जा की बचत कर विद्युत लागत को आसानी से कम किया जा सकता है। अधिकारियों की समिति इन छोटे उपायों सहित दीर्घकालीन एक्शन प्लान प्रस्तुत करेगी, जिसका अध्ययन कर लागू किया जाएगा। बैठक में अधिकारियों ने कम्प्यूटर प्रजेटेंशन भी देकर प्रगति की जानकारी दी।

यूं की जा सकती है बिजली बचत
— जरुरत नहीं होने पर बिजली बंद रखने
— रोड लाइट पर अधिक समय तक लाल बत्ती की स्थिति में वाहन को बंद करने
— पांच सितारा विद्युत उपकरणों के उपयोग

जयपुर. वैशाली नगर स्थित अमर जैन रिलीफ सोसाइटी को आवंटित जमीन को निरस्त करने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत हुई। बुधवार को वैशाली नगर व्यापार मंडल ने कॉलोनियों में जाकर लोगों से हस्ताक्षर करवाए। वैशाली नगर व्यापार मंडल समिति के अध्यक्ष ललित सिंह सांचौरा ने बताया की 50,000 से अधिक हस्ताक्षर अगले 20 दिन में प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि जब जेडीए ने जमीन आवंटित कर दी तो अब तक अस्पताल शुरू क्यों नहीं किया गया।
इससे पहले व्यापार मंडल की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल और जेडीसी गौरव गोयल को भी ज्ञापन दिया जा चुका है।
हस्ताक्षर अभियान में गजेंद्र पचलंगी,अरविंद कौशिक, मुकेश यादव, जितेंद्र महला, ओमप्रकाश बढ़ाया, शैलेंद्र रावत, राजीव शर्मा, जितेंद्र खंडेलवाल, दिलीप सिंह आदि ने भाग लिया।

इसलिए विरोध
अमर जैन रिलीफ सोसाइटी को जेडीए ने 20 वर्ष पहले सस्ती दरों में जमीन आवंटित की थी। कुछ वर्ष पहले अस्पताल का निर्माण करवा दिया गया, लेकिन अब तक इजाल शुरू नहीं हुआ है। यदि इलाज शुरू होता तो वैशाली नगर और आस—पास की कॉलोनियों के लोगों को सहूलियत मिलती।

शैलेन्द्र अग्रवाल / जयपुर। कोरोना से राज्य की आर्थिक स्थिति तंग होने के कारण एक साल से महंगाई भत्ता बढ़ने का इंतजार कर रहे राज्य के अधिकारी—कर्मचारी व पेंशनरों के लिए खुशखबरी है। केन्द्र की तर्ज पर राज्य सरकार ने महंगाई भत्ता 11 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय किया है। इसका लाभ 1 जुलाई 2021 से दिया जाएगा। हालांकि पिछले बकाया पर अभी कोई खुलासा नहीं किया।


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को महंगाई भत्ते में 11 प्रतिशत बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी। इससे पहले महंगाई भत्ता पिछले साल मार्च में बढ़ा, जिससे महंगाई भत्ता 12 से बढ़ाकर 17 प्रतिशत किया। उसका लाभ जुलाई 2019 से दिया, लेकिन फरवरी 2020 तक की राशि जीपीएफ में जमा कराई और बाद का नकद लाभ दिया।

एक जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक महंगाई भत्ता बढ़ोतरी स्थगित रही। अब कोविड़ की परिस्थितियों को देखते हुए कर्मचारियों को संबल देने के लिए सरकार ने बुधवार को केन्द्र की तर्ज पर तुरंत घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि मार्च 2020 के बाद कोरोना व लॉकडाउन के कारण राज्य की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई, जिससे पिछले साल कर्मचारियों का वेतन तक स्थगित किया और कटौती भी की। स्थगित राशि का इस साल भुगतान किया, लेकिन अप्रैल में लॉकडाउन और वैक्सीनेशन का अतिरिक्त भार आने से 8 सेवाओं के अधिकारियों की सहमति से उनके वेतन से कटौती की गई।


— महंगाई भत्ता 17 से बढ़कर 28 प्रतिशत
— लगभग 15 लाख अधिकारियों-कर्मचारियों एवं पेंशनरों को लाभ
— बढ़ोतरी वर्क चार्ज कर्मचारियों, पंचायत समिति तथा जिला परिषद के कर्मचारियों के लिए भी
— राज्य सरकार पर लगभग 4000 करोड़ रु सालाना का अतिरिक्त भार आने का अनुमान

जयपुर। प्रदेश में बढ़ते अपराध और पिछले दिनो कलक्ट्रेट सर्किल पर भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शहर भाजपा ने बुधवार को जमकर प्रदर्शन किया। कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए भाजपा नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रैली के रूप में सिविल लाइन्स फाटक पहुंचे। ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने मास्क भी उतारा हुआ था। इस बीच फाटक से पहले ही पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को रोक लिया। आगे बढ़ने की होड़ में कार्यकर्ता पुलिस से उलझते नजर आए। कुछ कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
हालांकि, प्रदर्शन में विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, भाजपा नेता मोहन लाल गुप्ता, कैलाश वर्मा नहीं पहुंचे। जबकि, विधायक अशोक लाहोटी भी अंत में पहुंच औपचारिकता निभाते नजर आ। भाजपा नेता अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, राजपाल सिंह शेखावत, सुरेंद्र पारीक प्रदर्शन में शामिल हुए। विधायक राजवी के पुत्र अभिमन्यु राजवी जरूर प्रदर्शन में आगे रहे।

'सरकार झगड़े में उलझी हुई, जनता भुगत रही'
शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने बयान दिया कि गहलोत सरकार में अपराध चरम पर है और आमजन में भय है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार अपने अंदरूनी झगड़ों में उलझी हुई है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।

प्रदेश प्रभारी के दौर के बाद ये भी हुए सक्रिय
पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के दौरे के बाद शहर के वे भाजपा नेता भी इस प्रदर्शन भी में सक्रिय रहे। ऐसा कुछ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे के माने जाते हैं।



जयपुर, 14 जुलाई
जिन्हें माता पिता ने ठुकरा दिया,उनके लिए सरकार ने परिवार की भूमिका निभाई और राज्य महिला सदन से बुधवार को तीन बेटियां शादी के बाद धूमधाम से अपने ससुराल विदा हुई। इन बेटियों की बारात दौसा, सवाई माधोपुर और जयपुर से आई।
सभी रस्में निभाई
हाथों में साजन के नाम की मेहंदी, मांग में सिंदूर और गले में सुहाग का मंगलसूत्र पहनकर जहां बेटियां बेहद खुश नजर आई वहीं ससुराल के लिए विदाई होने पर उनकी रुलाई फूट पड़ी। उन्हें वैवाहिक जीवन की मंगल कामना व आशीर्वाद देने पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों की आंखें भी बेटियों की विदाई पर नम हो गई। महिला सदन की सहायक निदेशक अंजना मानव पिछले तीन महीने से शादी की तैयारियों में जुटी हुई थीं बेटियों की विदाई होने पर रो पड़ी। उत्साह और उमंग से सजाया गया शादी का पांडाल और यहां मौजूद लोग इस भावनात्मक रिश्ते के साक्षी बनें।
इससे पूर्व वैवाहिक रस्मों की कड़ी में वर पक्ष के सभी लोग सदन में बारातियों के साथ गाजे बाजे के साथ झूमते नाचते हुए पहुंचे। जैसे ही दूल्हों ने तोरण मारा वधु पक्ष की ओर से पीहर वालों की भूमिका में विभाग के अधिकारी उनका परिवार और सदन की बालिकाओं ने उनका स्वागत फूल और इत्र डालकर किया। इसके बाद सदन के सभी लोग बारातियों की खातिरदारी में लग गए। बेटियों की तरफ से बारात का स्वागत विभागीय अधिकारियों ने किया। धूमधाम के बीच दूल्हा दुल्हन का पाणिग्रहण संस्कार हुआ। उपस्थित सभी लोगों ने नवदम्पत्ती को आशीर्वाद दिया। शादी को लेकर जितनी खुश बेटियां दिखी, उनसे अधिक खुश बाराती नजर आए।
लोगों की सोच बदलने का प्रयास
इस अवसर पर अंजना मानव ने कहा कि भले ही इनकी शादी हो गई हो लेकिन महिला सदन इनकी नियमित रूप से सार संभाल करता रहेगा। उनका कहना था कि इस प्रयास से लोगों की सोच बदलेगी और समाज में बेटियों की लोग इज्जत करेंगे।
बारातियों के स्वागत की विशेष तैयारी
सदन की सहायक निदेशक अंजना मानव ने बताया कि विवाह समारोह पूरे पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ संपन्न कराया गया है। इसके लिए सभी जरूरी चीजों का इंतजाम किया गया था। खासतौर पर बारातियों के स्वागत की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ की गई इसमें सदन की बालिकाओं की मदद ली गई थी, जिससे बारातियों को किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
बुधवार को सोना गुप्ता की शादी दौसा के अजय, अनीषा का विवाह सवाई माधोपुर के राहुल शर्मा और संजीदा का विवाह जयपुर के जगदीशपुरी गोस्वामी के साथ पूरे विधि विधान के साथ हुआ। 15 जुलाई को बारां के उमेश शर्मा केसाथ सेजल, सवाई माधोपुर के शिव शंकर के साथ सुम्मी और अलवर के विक्रम सिंह के साथ चांदनी का शादी समारोह आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार 16 जुलाई को जसपुर के अंकित अग्रवाल के साथ सुनीति, जयपुर के राकेश कुमार के साथ नीरू और बारां के महेंद्र नागर के साथ प्रियंका का विवाह सम्पन्न होगा। आमतौर पर महिला सदन में एक ही दिन में सभी विवाह किए जाते रहे हैं लेकिन इस बार कोविड को ध्यान में रखते हुए तीन दिन में 9 आवासनियों के विवाह समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया गयाए जिससे भीड़ एकत्र ना हो और कोविड गाइडलाइन की पालना की जा सके।
विभाग ने वर वधु को महिला सदन की इन बेटियों को शादी के बाद विदाई के दौरान घर गृहस्थी बसाने के लिए 50 तरह के सामान उपहार में दिए। इनमें टीवी, फ्रिज, पंखा, पंलग, ड्रेसिंग टेबिल, गद्दे, अलमारी, मिक्सी, सीलिंग फेन, सिलाई मशीन, बर्तन, चूल्हा, खाना बनाने के बर्तन आदि शामिल हैं।


जयपुर। राज्य में व्यावसायिक परिसरों, परिवहन साधनों, कृषि और उद्योगों आदि में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा बचत की दीर्घकालीन कार्य योजना तैयार की जाएगी। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के सीएमडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बुधवार को अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम जहां प्रदेश में सौर व विण्ड एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए योजनावद्ध तरीके से सोलर व विण्ड पार्क विकसित करने, गैर परंपरागत ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने और इस क्षेत्र में निवेश व रोजगार को बढ़ावा दे रहा है। वहीं केन्द्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय की और से प्रदेश में ऊर्जा दक्षता व ऊर्जा बचत के लिए नोडल संस्था होने के नाते प्रदेश में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा की बचत की कार्ययोजना बनाकर उसके क्रियान्वयन में प्रमुख भूमिका हो जाती है।

उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को केन्द्र सरकार के पावर मंत्रालय के ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशिएंसी बीईई की गाइडलाइन व प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह दल एक माह में एक्शन प्लान तैयार करेंगे। उन्होंने बताया कि समन्वित प्रयासों व समझाइश से माल्स, सरकारी कार्यालयों व व्यावसायिक स्थानों और औद्योगिक कल कारखानों में ऊर्जा की बचत कर विद्युत लागत को आसानी से कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जरुरत नहीं होने पर बिजली बंद रखने, रोड लाइट पर अधिक समय तक लाल बत्ती की स्थिति में वाहन को बंद करने, पांच सितारा विद्युत उपकरणों के उपयोग आदि से बिजली की आसानी से बचत की जा सकती है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों की समिति इन छोटे उपायों सहित दीर्घकालीन एक्शन प्लान प्रस्तुत करेगी जिसका अध्ययन कर लागू किया जाएगा।

सीएमडी डा. अग्रवाल ने बताया कि बिजली की बचत ही बिजली का उत्पादन है को देखते हुए प्रदेश में ऐसे विद्युत उत्पादों की उपलब्धता व उपयोग को बढ़ावा देना है जो बिजली की बचत करने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल हो। उन्होंने बताया कि विद्युत लागत को कम करना और पर्यावरण संरक्षण हमारी सबकी जिम्मेदारी है। अब कम विद्युत खर्च में बेहतर सर्विस देने वाले उपकरण बाजार में उपलब्ध होने के साथ ही छोटे छोटे प्रयासों से ही बिजली की खपत को कम किया जा सकता है। इससे विद्युत खर्च में कमी होने से सीधे उपयोगकर्ता को राहत मिलेगी वहीं अनावश्‍यक बिजली की खपत कम होने से बिजली की खरीद लागत में कमी आएगी। बैठक में अधिकारियों ने कम्प्यूटर प्रजेटेंशन भी देकर प्रगति की जानकारी दी। कारियों ने हिस्सा लिया।


जयपुर, 14 जुलाई
चिकित्सा स्नातक पाठ्यक्रम (Medical Bachelor's Course) में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा 2021 (neet exam 2021) पहली बार पंजाबी और मलयालम के साथ 13 भाषाओं में संचालित होगी। इन 13 भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी, असमिया, बंगला, ओड़यि़ा, गुजराती, मराठी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल हैं। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक ट्वीट में कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 (new education policy 2020) के तहत क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप यह निर्णय लिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नीट स्नातक 2021 के लिए पंजीकरण कल शाम पांच बजे से शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा के इतिहास में पहली बार और मध्य.पूर्व में भारतीय विद्यार्थियों की सुविधा के लिए कुवैत में परीक्षा केन्द्र स्थापित किया गया है। राष्‍ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा. नीट की पोस्‍ट ग्रेजुएट परीक्षा 11 सितम्‍बर को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा मेडिकल के पोस्‍टग्रेजुएट पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी और परीक्षा में बैठने वालों को शुभकामनाएं दीं।


जयपुर, 14 जुलाई

प्रदेश के छह जिलों के असाक्षरों को साक्षर बनाने का काम अब साक्षरता और सतत शिक्षा विभाग (Department of Literacy and Continuing Education) एसकेआरयू (SKRU) के साथ मिलकर करेगा। एसकेआरयू के प्रभार क्षेत्र वाले छह जिलों के लगभग एक लाख निरक्षरों को साक्षर बनाने तथा विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षणों के माध्यम से इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बुधवार को विश्वविद्यालय और साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग के बीच एक एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के किसी विश्वविद्यालय के साथ किया गया पहला एमओयू है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर पी सिंह ने कहा कि साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग द्वारा पढऩा लिखना अभियान के माध्यम से प्रदेश के 4 लाख से अधिक असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है। विभाग द्वारा इसके तहत गांव.गांव में विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। विश्वविद्यालय का इस अभियान से जुडऩा बड़ी उपलब्धि है। विश्वविद्यालय द्वारा अभियान की भावना के अनुरूप अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के प्रयास होंगे।
प्रो.सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा गृह विज्ञान महाविद्यालय तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से विभिन्न प्रशिक्षण आयोजित करवाए जाएंगे। इन कार्यक्रमों की रूपरेखा का निर्धारण शीघ्र ही कर लिया जाएगा। सर्वप्रथम बीकानेर में इसका क्रियान्वयन होगा तथा चरणबद्ध रूप से श्रीगंगागनर, जैसलमेर, हनुमानगढ़, चूरू और झुंझुनूं को भी इससे जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि यह एमओयू विश्वविद्यालय के सामाजिक उत्तरदायित्व के लिहाज से मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय की रैंकिंग सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा विश्वविद्यालय में सोलर प्लांट एवं रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की प्रगति से अवगत करवाया।

तीन साल के लिए हुआ एमओयू
साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक कैलाश चंद्र कलाकार ने बताया कि विभाग द्वारा पहली बार ऐसा एमओयू किया गया है। इसके तहत चिन्ह्ति असाक्षरों को साक्षर करने के लिए पढ़ाने के लिए अध्ययन सामग्री, स्थान,प्रशिक्षक तथा मॉनिटरिंग की व्यवस्था विभाग करेगा। वहीं इन नवसाक्षरों को व्यावसायिक प्रशिक्षणों के माध्यम से स्वावलम्बी बनाने का काम विश्वविद्यालय करेगा। उन्होंने बताया कि यह एमओयू तीन साल तक प्रभावी रहेगा।

साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने कहा कि विभाग और विश्वविद्यालय के बीच हुआ यह करार किसानों के लिए दोहरा लाभदायक साबित होगा। इस एमओयू से निरक्षर किसानों को अक्षर ज्ञान हो पाएगाए वहीं कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा इन्हें कृषि एवं इससे सम्बद्ध तकनीकों का प्रशिक्षण भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि दोनों संस्थाओं द्वारा एक.एक समन्वय अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा ने शिक्षा विभाग तथा गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ.विमला डुंकवाल ने विश्वविद्यालय की ओर से आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन विशेषाधिकारी इंजीनियर विपिन लढ्ढा ने किया। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आईपी सिंह, अनुसंधान निदेशक डॉ. पीएस शेखावत,भू सदृश्यता एवं राजस्व सृजन निदेशालय के निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र तथा सहायक निदेशक जनसंपर्क हरि शंकर आचार्य मौजूद रहे

जयपुर। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh, Chairman and Managing Director of Rajasthan State Road Transport Corporation) ने बुधवार को राजस्थान रोडवेज मुख्यालय(Rajasthan Roadways Headquarters) में पौधरोपण (plantation) किया। उनका कहना था कि इन्हीं से हमें ऑक्सीजन मिलती है इसलिए कोविड काल (covid period) में इनका महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर डिपो में 151 और बस स्टेंड्स पर 51 पौधे लगाए जाऐ जो कम से कम छह फीट के हो। इसके साथ ही इनकी देखभाल के लिए कर्मचारियों को भी पाबंद किया जाए, जिससे पौधे सूख कर खराब ना हो। मुख्यालय में पौधरोपण के समय कार्यकारी निदेशक यातायात लोकेश सहल, वित्तीय सलाहकार वीना गुप्ता, उप महा प्रबंधक प्रशासन ममता यादव तथा कार्यकारी निदेशक यांत्रिक रवि सोनी ने भी पौधरोपण किया।

राज्यपाल से सांसद भोला सिंह और प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने की मुलाकात

जयपुर, 14 जुलाई। राज्यपाल कलराज मिश्र से बुलन्दशहर उत्तर प्रदेश के लोकसभा सांसद भोला सिंह ने बुधवार को यहां राजभवन में मुलाकात की। राज्यपाल मश्र से प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त राजस्थान टी टोनसिंह प्रसाद ने भी प्रदेश में कार्यग्रहण के बाद मुलाकात की। राज्यपाल मिश्र से इनकी यह शिष्टाचार भेंट थी।

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जयपुर, 14 जुलाई।
आरएसएलडीसी के चेयरमैन डॉ. नीरज के पवन (Dr. Neeraj K Pawan, Chairman, RSLDC) का कहना है कि स्किलिंग जो पहले शहरों तक सीमित थी, उसे गांव के स्तर तक पहुंचना चाहिए। इस संबंध में राज्य सरकार का लक्ष्य हर ग्राम पंचायत समिति में एक स्किल डवलपमेंट सेंटर (skill development center) स्थापित करके समाज के विभिन्न वर्गों के एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित करना है। फिक्की राजस्थान (FICCI Rajasthan) की ओर से आयोजित फ्यूचर ऑफ स्किल्स (future of skills) पर वेबिनार को संबोधित करते हुए उनका कहना था कि राज्य में 11 हजार ग्राम पंचायतें और 352 ग्राम पंचायत समिति हैं। विश्व युवा कौशल दिवस की पूर्व संध्या पर कोविड के बाद दुनिया में कौशल विकास की रूपरेखा को फिर से तैयार करना विषय पर आयोजित वेबिनार में उनका कहना था कि राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम वर्तमान में इस प्रोजेक्ट के लिए ट्रेनिंग पार्टनर्स को खोजने में लगा हुआ है। अगर हर समिति 200-400 युवाओं को प्रशिक्षित करती है, तो एक लाख युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है। आरएसएलडीसी पहले ही लगभग 4 लाख छात्रों और उनके साथ नामांकित इंटर्न को प्रशिक्षित कर चुका है। इसमें से 2 लाख से अधिक स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री में प्लेस किया गया है।
पेपरलेस सर्विस और सेल्स को बढ़ावा
ऑटोमोटिव स्किल्स डवलपमेंट काउंसिल के प्रेसिडेंट निकुंज सांघी ने कहा कि महामारी के बाद दुनिया इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आधारित प्रौद्योगिकी को तेजी से अपना रही है। अधिकांश डीलरशिप अब कस्टमर और डीलरशिप स्टाफ के बीच न्यूनतम संपर्क के साथ पेपरलेस सर्विस और सेल्स को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं भारतीय कौशल विकास विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. अचिंत्य चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति औपचारिक शिक्षा के साथ व्यावसायिक शिक्षा और इसे लागू करने के प्रयास पर बहुत जोर देती है। हालांकि, नीति की सफलता के लिए उद्योगों के लिए यह आवश्यक है कि वे कुशल शिक्षा की आवश्यकता को पहचानें और जरुरी कौशल वाले लोगों को नियुक्त करें। चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर जयपुर रग्स प्राइवेट लिमिटेड एनके चौधरी ने जयपुर रग्स को एक वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित करने के अपनी जर्नी को साझा किया। उन्होंने कहा कि कार्य के माध्यम से 70 प्रतिशत, साथियों से 20 प्रतिशत और कक्षा के माध्यम से 10 प्रतिशत सीखने को मिलता है। हमारा उद्देश्य बुनकरों के साथ सीधे काम करके समाज के कमजोर वर्गों का उत्थान करना है।


जयपुर्र 14 जुलाई
राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan university) के स्नातक अंतिम वर्ष (UG final year) के छात्रों की परीक्षाएं 29 जुलाई से प्रारंभ होगी। इन परीक्षाओं में प्रविष्ट होने वाले कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र 22 जुलाई से विश्वविद्यालय (University) की वेबसाइट (Website) से डाउनलोड (Download) कर सकेंगे। इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं। परीक्षाओं का आयोजन दो पारियों में होगा। पहली पारी की परीक्षा सुबह 7 बजे से 8.30 बजे तक और 8.30 बजे से 10 बजे तक होगी। जिसमें एक विषय के दोनों पेपर्स होंगे। इसी प्रकार दूसरी पारी दोपहर तीन बजे से 4.30 बजे और 4.30 बजे से 6 बजे तक होगी। इसमें भी एक विषय के दोनों पेपर एक साथ आयोजित करवाए जाएंगे। परीक्षाओं का समापन 4 सितंबर को होगा।

पुस्तक का विमोचन
राजस्थान विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय की पूर्व डीन एवं संगीत विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ धु्रवपद गायिका, डॉ. मधु भट्ट तैलंग द्वारा संपादित पुस्तक भारतीय ललित कलाएं: समसमायिक अनुशीलन' का विमोचन हुआ। विमोचन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजीव जैन ने किया। डॉ. भट्ट के संपादन में इस पुस्तक में वर्तमान में संगीत के व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक रूप में होने वाले परिवर्तनों, नवीन प्रयोगों, नए सृजनों, रचनाओं आदि को प्रस्तुत किया गया है।

जयपुर. लिंगल विंडोज एंड डोर्ज टेक्नॉलोजीज राजस्थान के मुख्य फेनेस्ट्रेशन ब्रांड ने पिछले सप्ताह जयपुर में अपना पहला अनुभव केन्द्र शुरू किया। टीएसडीपीएल के प्रधान आर्किटेक्ट तुषार सोगानी इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। लिंगल का यह शोरूम जयपुर के क्रिस्टल पाम मॉल में है। इस अवसर पर लिंगल विंडोज के प्रबंध निदेशक डॉ. एचसी मारीओ स्मिथ ने कहा यह एक बहुप्रतीक्षित शोरूम है महामारी के कारण हम इसे पहले शुरू नहीं कर सके। हमें आशा है की जयपुर के लोग विविध विकल्पों के साथ उपलब्ध हुए हमारे डिजाइनर डोर्ज के कलेक्शन को और अन्य कस्टमाईज़ उत्पादों को देखने आयेंगे। हम भारत में पिछले 15 वर्षों से विंडोज और डोर्ज बेच रहे हैं और भारत के सभी मुख्य शहरों में हमारी कंपनी के खुद के शोरूम्स हैं। टीएसडीपीएल के सोगानी ने कहा कि कंपनी के पास अन्तर्राष्ट्रीय गुणवत्ता और पेशकश करने के लिए वर्गों के सुंदर समाधानों की विस्तृत शृंखला है।


जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्‍वविद्यालय (Jagadguru Ramanandacharya Rajasthan Sanskrit University) ने प्री शिक्षा शास्त्री टेस्ट (पीएसएसटी) के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि प्री शिक्षाशास्त्री, प्री शास्त्री, शिक्षाशास्त्री चार वर्षीय एवं प्री शिक्षाचार्य 2021 टेस्ट के लिए विद्यार्थी 15 जुलाई से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 12 अगस्त 2021 रखी गई है।

प्रेमराज वर्मा ने किया पदभार ग्रहण
सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा के पद पर हुए पदस्थापित

14 जुलाई। राजस्थान सरकार शिक्षा ग्रुप 6 डी विभाग ने आदेश जारी कर प्रेमराज वर्मा को सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग के रिक्त पद पर पदस्थापित किया है। विभागीय आदेश की अनुपालना में प्रेमराज वर्मा ने बुधवार को निदेशालय में पहुंचकर सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा का पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वह संस्कृत शिक्षा के प्रचार.प्रसार के साथ साथ राजकीय विद्यालयों में संचालित होने वाली सरकार की शिक्षा विभाग से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन करने का प्रयास करेंगे साथ ही संस्कृत शिक्षा विभागीय विद्यालयों में अधिकाधिक नामांकन बढ़ाने पर जोर देंगे। वर्मा पूर्व में प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय शिवसिंहपुरा जयपुर में पदस्थापित थे, इसके बाद ये सम्भागीय संस्कृत शिक्षाधिकारी अजमेर संभाग के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे

महिला साक्षरता के मामले में जालौर सबसे पीछे है ऐसे में मैं उम्मीद करती हूं कि मेरी सफलता वहां की महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी। चूंकि मेरी नियुक्ति सब.डिविजनल मजिस्ट्रेट के पद पर होगी इसलिए मेरी कोशिश रहेगी कि मैं महिला साक्षरताए सशक्तिकरण एवं सुरक्षा पर काम करूं। यह कहना है आई आई एस डीम्ड विश्वविद्यालय की छात्रा बीनू देवल का जिन्होंने आरएएस परीक्षा २०१८ में ८वीं रैंक हासिल क है। विश्वविद्यालय में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए बीनू बताती हैं कि आरएएस बनने का बीज आईआईएस विश्वविद्यालय में ही पनपा था जब वो एमबीए.एचआर का कोर्स कर रही थीं। शिक्षकों ने बीनू की काबीलियत को देखते हुए विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिविल सर्विस प्रेपरेटरी क्लासेस में दाखिला लेने की सलाह दी। बीनू का मानना है कि यह विश्वविद्यालय के शिक्षकों का उनपर भरोसा व उनके द्वारा दिए गए सही मार्गदर्शन का ही नतीजा था कि उन्होंने पहले ही प्रयास में सिर्फ एक माह की तैयारी में ही प्री.लिम्स उत्तीर्ण कर लिया था।
यह उनकी दूसरा प्रयास है। बीनू ने कहा कि पहले प्रयास में मैंने ज़्यादा अच्छे से तैयारी नहीं की थी तो सोचा क्यों न इस बार पूरी लगन के साथ तैयारी करके देखूं और अंतत: मेरी मेहनत रंग लाई। उनका कहना है कि उन्होंने वीकली टाईमटेबल बनाकर टॉपिक के अनुसार पढ़ाई की और टेस्ट सीरीज पर फोकस किया। मेरा लक्ष्य अब आईएएस बनना है।



जयपुर, 14 जुलाई।
सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार मुक्तानन्द अग्रवाल (Muktanand Agrawal, Registrar of Cooperatives) ने कहा कि बीमा कंपनी (Insurance company) किसानों के दुर्घटना बीमा और सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना (Accident Insurance and Sahakar Jeevan Suraksha Bima Yojana) के लिए किसानों के खारिज बीमा क्लेम (insurance claim) दावों का सत्यापन करेगा। उन्होंने कहा कि किसान परिवार को कठिन परिस्थितियों में मदद के लिए बीमा की व्यवस्था की गई है। ऐसे में किसी भी किसान के साथ दस्तावेजों के अभाव में यदि बीमा क्लेम खारिज हुआ है तो इसका सत्यापन करवाकर क्लेम दिलवाया जाएगा। अग्रवाल बुधवार को बीमा कंपनियों के साथ वर्ष 2016-17 से वर्ष 2020-2021 तक बीमा कंपनी को प्रस्तुत दावों, क्लेम भुगतान और कंपनी द्वारा खारिज दावों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि कंपनी किसानों के लंबित क्लेम का त्वरित निस्तारण करे और किसान को राहत दे। उन्होंने बैंक के प्रतिनिधियों बीमा से संबंधित सभी प्रकरणों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
प्रतिनिधि नहीं आने पर जताई नाराजगी
न्होंने बैठक में एचडीएफसी के प्रतिनिधि नहीं आने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अपेक्स बैंक एमडी को निर्देश दिए कि वह एचडीएफसी के प्रतिनिधि से वार्ता कर बीमा क्लेम से संबंधित तथ्यों की जानकारी ले। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सल शैम्पों द्वारा वर्तमान में बड़ी संख्या में लंबित दावों की सूची में जिन दस्तावेजों की कमी है, उसे केन्द्रीय सहकारी बैंकों के साथ साझा करें।

राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (Rajasthan Skill and Livelihood Development Corporation) की ओर से गुरुवार को विश्व युवा कौशल दिवस (world youth skills day) वर्चुअली मनाया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) राज्यभर से चयनित किए गए स्किल आइकन, स्किल एम्बेसडर, एनसीवीटी टॉपर और ब्रांड एम्बेसडर्स (Skill Icons, Skill Ambassadors, NCVT Toppers and Brand Ambassadors) को सम्मानित करेंगे। आरएसएलडीसी के शासन सचिव और अध्यक्ष डॉ. नीरज के पवन ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कौशल प्रशिक्षण की महत्ता बताई जाएगी और कौशल अर्जित कर बेहतर रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सफलता पूर्वक रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त कर चुके प्रशिक्षार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का विश्व युवा कौशल दिवस कोरोना काल में सभी आवश्यक सेवाओं में कार्य करने वाले सेवाकर्मियों को समर्पित किया गया है।
डॉ. पवन ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी जिला मुख्यालयों पर युवाओं को एक साथ संबोधित करेंगे। जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर चयनित स्किल आइकन्स को सम्मानित करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद निगम की ओर से एक वेबिनार भी आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्यमंत्री अशोक चांदना करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी उपस्थित रहेंगे।



जयपुर, 14जुलाई
प्रदेश में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही बारिश का दौर शुरू हो गया है।बुधवार को चूरू में 28 मिमी, पिलानी में 28.4 मिमी और सीकर में 60.0 मिमी, अजमेर में 4 मिमी, जोधपुर में 5 मिमी, चित्तौडगढ़़ में 7 मिमी, फलौदी में 1.2 मिमी, सवाई माधोपुर में 0.5 मिमी, नागौर में 12.5 मिमी बरसात हुई। बरसात होने से लोगों को उमस से कुछ हद तक राहत मिली। राजधानी जयपुर में सुबह से शाम तक गर्मी और उमस ने आमजन को परेशान किए रखा। शाम को तेज हवा चलने के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग ने 18 जुलाई तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में तेज बरसात के साथ वज्रपात का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक 17 और 18 जुलाई को भरतपुर, धौलपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, झुंझुनू, सीकर, टोंक, जयपुर, नागौर, बीकानेर, हनुमानगढ़ जिलों में भारी बरसात का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं 15 और 16 जुलाई को अलवर, भरतपुर, सीकर, कोटा, बूंदी, बारां, जयपुर, बाड़मेर और जालौर जिलों में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी है। प्रदेश के अधिकांश जिलों का दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। फलौदी में 40.2 डिग्री, धौलपुर में 40.3 डिग्री, करौली में 41.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

आगामी चार दिनों के मौसम का पूर्वानुमान
15 जुलाई: कोटा, बारां, सिरोही, सवाई माधोपुर, टोंक, बाड़मेर, पाली,नागौर जिलों में कहीं कहीं मेघगर्जन और वज्रपाम की संभावना।
16 जुलाई: अलवर, भरतपुर, झुंझुनू, सीकर, कोटा, जयपुर, बारां, बूंदी, बाड़मेर, जालौर, पाली, नागौर, चूरू, बीकानेर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना
17 जुलाई : भरतपुर, धौलपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, जोधपुर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।
18 जुलाई : झुंझुनू, सीकर, टोंक, बूंदी, जयपुर, नागौर,बीकानेर, हनुमानगढ़ जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़,जयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, नागौर, जोधपुर जिलों में मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना है।
प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 37.7 27.4
जयपुर 37.4 27.9
कोटा 37.6 29.2
डबोक 34.6 25.6
बाड़मेर 38.7 27.5
जैसलमेर 39.0 27.9
जोधपुर 38.4 29.0
बीकानेर 39.7 28.0
चूरू 35.7 23.7
श्रीगंगानगर 39.0 26.8
भीलवाड़ा 36.9 26.6
वनस्थली 39.2 27.2
अलवर 33.8 27.2
पिलानी 32.9 24.9
सीकर 37.0 24.5
चित्तौडगढ़़ 36.0 25.7
फलौदी 40.2 29.4
सवाई माधोपुर 40.2 29.5
धौलपुर 40.3 29.9
पाली 38.9 31.5
नागौर 39.3 27.3
टोंक 39.2 28.0
बूंदी 39.3
करौली 41.9



जयपुर, 14 जुलाई

राजस्थान विश्वविद्यालय में एबीवीपी की ओर से अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों पर हो रहे अत्याचार, झालरापाटन में हुए कृष्ण वाल्मीकि हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने और भर्तियों को लेकर हंगामा किया।
इस दौरान उन्होंने मुख्य गेट पर एकत्रित होकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जब, एबीवीपी के कार्यकर्ता बाहर आने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने विश्वविद्यालय में आने और जाने वाले गेट बंद कर दिए। जिससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और गेट पर चढ़ कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उनकी पुलिसकार्मिकों के साथ धक्कामुक्की और हाथापाई भी हुई जिससे कई कार्यकर्ताओं को चोट आई और पुलिस ने परिषद के प्रदेश मंत्री होशियार मीणा को गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे और उन्हें अपना ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन में विभाग संयोजक रोहित गौतम, महानगर मंत्री शौर्य, जिला संयोजक अखिल दाधीच इकाई अध्यक्ष लेखराज समोसा, इकाई सचिव राजेंद्र प्रजापत आदि शामिल थे। जिनका कहना था कि प्रदेश में आदिवासियों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं, उनका धर्मांतरण कराया जा रहा है। इतना ही नहीं एक तरफ राज्य सरकार संविदा पर भर्ती नहीं करने की बात कह रही है, दूसरी ओर कंप्यूटर भर्ती में संविदा पर भर्ती निकाली जा रही है। इसके अलावा 689 व्याख्याताओं के पदों पर भर्ती की घोषणा के बावजूद भी पद नहीं भरे जा रहे हैं। परिषद कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो परिषद बड़ा आंदोलन करेगी।

जयपुर। सरकारी तेल कंपनियों ने एक बार फिर आम आदमी को झटका दिया। तेल कंपनियों ने दो दिन की शांति के बाद एक बार फिर पेट्रोल के दाम 37 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम 17 पैसे प्रति लीटर तक बढ़ाए दिए हैं। इस बढ़ोत्तरी के बाद जयपुर में अब पेट्रोल 108.40 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 99.02 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गए है। इस बढ़ोतरी के बाद जुलाई माह के 15 दिनों में ही जयपुर में पेट्रोल 2.86 रुपए और डीजल 73 पैसे महंगा हो चुकाहैं। तेल कंपनियों ने इस साल 66 बार में पेट्रोल के दाम 19.83 रुपए और 63 बार में डीजल 18.71 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए है। श्रीगंगानगर में अब डीजल 103.15 रुपए और पेट्रोल 112.90 रुपए प्रति लीटर हो चुका है। जिले के रूप में पूरे देश में ये पेट्रोल और डीजल के सबसे अधिक भाव हैं। आपकों बता दें कि तेल कंपनियों ने इस साल 5 बार में पेट्रोल के दाम 95 पैसे घटाए भी हैं और पांच बार में डीजल के दाम 92 पैसे कम किए है।
देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल
दिल्ली में पेट्रोल के दाम 101.54 रुपए व डीजल के दाम ८9.87 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 107.54 रुपए व डीजल के दाम 97.45 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 101.74 रुपए और डीजल 93.02 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.23 रुपए और डीजल के दाम 94.39 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।
प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत
बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

जयपुर। दालों पर स्टॉक लिमिट लगाने के विरोध में भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के आह्वान पर 16 जुलाई को भारत की सभी मंडियां/कृषि बाजार एवं दाल मीलें अपना व्यापार बंद रखकर विरोध दर्ज करेगी। भारत सरकार ने एक अध्यादेश जारी कर दाल (मंूग को छोड़कर) के थोक व्यापारी, रिटेल व्यापारी, आयातक/मिलर के लिए स्टॉक सीमा प्रभावी की गई है। थोक विक्रेता के लिये स्टॉक सीमा 200 मीट्रिक टन (जिसमें एक किस्म की मात्रा 100 मीट्रिक टन) लागू करते हुए प्रभावी की गई है। खुदरा विकेता के लिए सीमा 5 मीट्रिक टन रखी गई है। मिलर के लिए स्टॉक सीमा विगत 3 माह के उत्पादन अथवा वार्षिक संस्थापित क्षमता का 25 प्रतिशत इनमें से जो अधिक होगी। आयातक के लिए स्टॉक सीमा 200 मीट्रिक टन ही रखी है। 30 दिन में व्यापारी को अपना स्टॉक सीमा में लाना होगा। यह आदेश 31-अक्टूबर तक के लिए प्रभावी रहेगा। भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल की बुधवार को हुई बैठक में 17 प्रांतों के सदस्य शामिल हुए। राजस्थान का नेतृत्व बाबूलाल गुप्ता ने किया।
भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के सभी सदस्यों ने एकमत से निर्णय लिया कि यह अध्यादेश व्यापारी विरोधी है, किसान विरोधी है, उद्योग विरोधी है और उपभोक्ता विरोधी है। इसका विरोध सांकेतिक रूप से एक दिन का बंद रखकर किया जाएगा। 16 जुलाई शुक्रवार को देश की सभी 7000 मंडियां तथा 12,000 दाल मीलें अपना व्यापार बंद रखकर विरोध दर्ज करेगी। भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि सभी प्रांतों के मण्डियों के अध्यक्ष/मंत्रियों को सूचना दे दी गई है और सभी ने अपने स्तर पर व्यापार बंद करने के निर्णय कर लिए हैं। सभी मण्डियों में धरने-प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे तथा केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल के नाम ज्ञापन प्रेषित किए जाएंगे।

6 और 7 जुलाई को भी बंद रही थी राज्य की 247 मंडिया
डेली न्यूज, जयपुर। दालों पर स्टॉक लिमिट लगाने के विरोध में बुधवार को लगातार दूसरे दिन प्रदेश की सभी 247 कृषि उपज मंडियां और 600 से अधिक दाल मिलें बंद रही। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि दो दिन चली इस हड़ताल से करीब 3400 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ। इससे व्यापारियों को करीब 68 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, साथ ही सरकार को भी राजस्व का करीब 120 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। बुधवार को भी राज्य की सभी मंडियों में धरने-प्रदर्शन किए गए। गुरुवार से मंडियां और दाल मिलें फिर खुलेंगी। गुप्ता ने बताया कि केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री को ई-मेल भेजकर समय मांगा गया है, लेकिन अभी तक उनके कार्यालय से समय प्राप्त नहीं हुआ है। इस वार्ता के बाद ही आगामी रणनीति पर विचार-विमर्श होगा।

जयपुर। वाणिज्यिक कर विभाग के मुख्य आयुक्त रवि जैन ने संभाग में पदस्थापित कर अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र के सभी बाजारों में जाकर जागरूकता कैम्प लगाए और व्यवहारियों को एमनेस्टी स्कीम के लाभ लेने के लिए प्रेरित करें। आयुक्त बुधवार को विभाग के समस्त संभागो में पदस्थापित अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) एवं मुख्य कर निर्धारण अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। आयुक्त ने कहा कि एमनेस्टी स्कीम-2021 में देय आकर्षक छूटों का बकायादारों को लाभ देने के उद्देश्य से विभाग द्वारा 16 से 31 जुलाई तक 'एमनेस्टी जनसम्पर्क पखवाड़ाÓ मनाया जाना प्रस्तावित है। पखवाड़े को सफल बनाने के लिए सभी कर अधिकारी प्राथमिकता से फील्ड में जाकर व्यवहारियों से संपर्क करें और उन्हें स्कीम से जोड़े। अधिकारी बाजारों में कैम्प लगाए और व्यापारिक संगठनों से चर्चा करें ताकि अधिकतम व्यवहारी स्कीम से जुड़े। कर अधिकारी इन कैम्प की फोटो व प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को भी प्रेषित करें। साथ में कर अधिकारी व्यवहारियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क का भी संचालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों में राज्य सरकार की प्राथमिकता एमनेस्टी स्कीम के माध्यम से व्यवहारियों को आर्थिक राहत देना है। स्कीम की अत्यधिक आकर्षक छूटों का लाभ प्रथम चरण के अंतर्गत 31 जुलाई तक देय है, जिसके लिए विशेष 'एमनेस्टी जनसम्पर्क पखवाड़ाÓ की योजना बनाई गई है। मुख्?यालय पर आयोजित समीक्षा बैठक में आयुक्त ने जीएसटी राजस्व अर्जन, विभिन्न मदों में बकाया मांग के निष्पादन, जीएसटी ऑडिट एवं एंटी-इवेजन की विस्तृत समीक्षा की और आवश्यक निर्देश भी प्रदान दिए।

जयपुर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) की ओर से आज विश्व युवा कौशल दिवस वर्चुअली मनाया जाएगा। दोपहर 12:30 बजे वीसी के माध्यम से सीएम अशोक गहलोत उद्घाटन करेंगे। गहलोत राज्यभर से चयनित किए गए स्किल आइकन, स्किल एम्बेसेडर, एनसीवीटी टॉपर और ब्रांड एम्बेसेडर्स को ऑनलाइन माध्यम से सम्मानित करेंगे।

आरएसएलडीसी के शासन सचिव डॉ. नीरज के पवन ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कौशल प्रशिक्षण की महत्ता बताई जाएगी एवं कौशल अर्जित कर बेहतर रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सफलता पूर्वक रोजगार एवं स्वरोजगार प्राप्त कर चुके प्रशिक्षार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष का विश्व युवा कौशल दिवस कोरोना काल में सभी आवश्यक सेवाओं में कार्य करने वाले सेवाकर्मियों को समर्पित किया गया है।

वेबिनार भी होगी आयोजित—
डॉ. पवन ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सभी जिला मुख्यालयों पर युवाओं को एक साथ संबोधित करेंगे। जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर चयनित स्किल आइकन्स को सम्मानित करेंगे। इस कार्यक्रम के पश्चात निगम की ओर से एक वेबिनार भी आयोजित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्यमंत्री अशोक चांदना करेंगे। विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री टीकाराम जूली एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी भी रहेंगे। गौरतलब है कि विश्व में एक बेहतर सामाजिक-आर्थिक स्थिति स्थापित करने तथा युवाओं को बेरोजगारी एवं अल्परोजगार की समस्या से निजात दिलाने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के रूप में मनाने हेतु चिन्हित किया है।

जयपुर। कांग्रेस की ओर से महंगाई को लेकर पूरे देश में मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल अभियान जारी है। इसी के तहत बड़े नेता अलग अलग प्रदेशों में प्रेसवार्ता कर रहे है। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कल देहरादून के दौरे पर रहेंगे।

पायलट करेंगे आंकडेबाजी—
पायलट कल कांग्रेस की ओर से महंगाई के खिलाफ मीडिया से बात करेंगे। पार्टी ने इन नेताओं को निर्देश देकर भेजा हुआ है कि वे मोदी सरकार के खिलाफ सात साल में कितनी महंगाई बढ़ी है, ये बताए और साथ ही ये आंकड़े भी जनता के सामने रखे कि पेट्रोल और डीजल के भाव सात साल पहले कितने थे और आज के हालात क्या है। पायलट के साथ उत्तराखंड के प्रभारी देवेन्द्र यादव भी मौजूद रहेंगे। राजस्थान में महंगाई को लेकर मीडिया से बात करने की जिम्मेदारी आनंद शर्मा को दी गई है। इसी तरह राजस्थान के प्रभारी अजय माकन कल भोपाल में थे और उन्होंने महंगाई को लेकर पार्टी के आंदोलन की जानकारी दी थी।
सत्ता मेे भागीदारी के सवाल को ऐसे टाला माकन ने—
कांगेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन कल भोपाल में सचिन पायलट को सत्ता में भागीदारी देने के मुद्दे पर सवाल को टाल गए। मीडिया ने जब उनसे पायलट की मांगों को लेकर सवाल पूछा तो वे जवाब देने की बजाय खुद ही उल्टे सवाल करने लगे। माकन ने सत्ता में भागीदारी देने के सवाल करने पर मीडिया से कहा कि क्या पायलट ने सत्ता में भागीदारी के लिए कोई शिकायत की है। माकन ने ये भी कहा कि ये बात मैं आपको क्यों बताऊं कि पायलट को भागीदारी मिलेगी या नहीं। मुझे जो मुझे कहना होगा वो मैं सचिन पायलट से बात करूंगा। माकन ने इसके साथ ही ये भी कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की अंदरुनी खीचतान अब संभल गई है। वहीं माकन ये कहने से भी नहीं चूके कि ऐसा कौनसा प्रदेश हैं जहां किसी भी राजनीति दल में नेताओं के बीच अंदरुनी खींचतान नहीं हैं। ये तो हर जगह रहती है। माकन ने कहा राजस्थान में जो दिक्कत थी वो एक साल पहले थी। अब नहीं है।

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में 16 जुलाई को वैश्विक महामारी तथा लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियों पर एक दिवसीय सेमिनार होगी। राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ राजस्थान शाखा के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार दो सत्रो में होगी। इस सेमिनार में कोेरोना को लेकर लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियों पर सभी वक्ता अपने अपने विचार रखेंगे। साथ ही बताएंगे कि आने वाले वक्त में हमें इनसे कैसे मुकाबला करना है।

राजस्थान विधानसभा के सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि उदघाटन सत्र 16 जुलाई को प्रात 11 बजे से शुरू होगा। इस सत्र के मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व वित्त मंत्री और सांसद पी. चिदम्बरम होंगे। सत्र को राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डाॅ. सी.पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चन्द कटारिया और राजस्थान शाखा के सचिव संयम लोढ़ा सम्बोधित करेंगे।
दो बजे से समापन सत्र—
दोपहर दो बजे से आयोजित समापन सत्र के मुख्य अतिथि सांसद डाॅ. विनय सहस्त्रबुद्धे होंगे। सेमिनार में राज्य के सभी विधायक ,पूर्व विधायक और गणमान्य नागरिक हिस्सा लेंगे।

राहुल सिंह

जयपुर। मंहगाई को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ किए जा रहे कांग्रेस के आंदोलन के तहत आज प्रदेश भर के जिला और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की ओर से धरने प्रदर्शन किए जा रहे है। पार्टी की ओर से सात जुलाई से ये आंदोलन शुरु किया हुआ है और 17 जुलाई तक ये चलेगा। एआईसीसी के निर्देश पर पार्टी की ओर से धरने और मोदी सरकार के खिलाफ जनता से हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।


राजधानी में हुए ये कार्यक्रम— जयपुर जिला कांग्रेस कमेटी के सभी ब्लाकों की ओर से अपने अपने इलाकों में ये कार्यक्रम किए जा रहे है। विधायक और विधानसभा प्रत्याशियों के नेतृत्व में ये कार्यक्रम हो रहे है। सिविललाइन विधानसभा के बनीपार्क ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का कलेक्ट्री सर्किल बनीपार्क पर धरना देकर कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। धरने में परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास,हैरिटेज नगर निगम जयपुर महापौर मुनेश गुर्जर, पार्षद मनोज मुदगल सहित ब्लाक कांग्रेस के नेता, पार्षद मौजूद रहे। इसी तरह विद्याधर नगर, हवामहल, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर, सांगानेर और बगरू के ब्लाकों में भी धरने प्रदर्शन किए जा रहे है। इनमें स्थानीय विधायक या विधानसभा का चुनाव लड़े नेता, पूर्व पदाधिकारी और अन्य जन प्रतिनिधियों ने जनता से हस्ताक्षर भी कराए और जन समर्थन जुटाया।

मोदी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी—
आज के प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके साथ कार्यकर्ताओं ने तख्तियों पर पोस्टर लगा रखे थे। इसमें पिछले सात साल के दौरान बढे पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों को बताया गया था। रैली के दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जाहिर किया और महंगाई और मोदी का विरोध किया।

साईकिल रैली और पैदल मार्च— कांग्रेस की ओर से कल सुबह गांधी सर्किल पर साईकिल यात्रा निकाली जाएगी और 17 मार्च को परकोटे में पैदल मार्च किया जाएगा। इसमें बड़ेे नेता और जन प्रतिनिधि सहित पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे।

जयपुर। जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चप्पे चप्पे की सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाले डॉग स्कवायड के छह डॉग बुधवार को सेवानिवृत हो गए। सीआईएसएफ के सुरक्षा दस्ते में 2011-12 में इन सभी को शामिल किया गया था। दस साल बाद इन्हें सेवानिवृत कर दिया गया है।

इसमें डॉग बारियो, इडाना, एडिसन, बेंसन, जेना और क्रिसी शामिल है। इस कार्यक्रम में हवाईअडडे की सुरक्षा के लिए पांच डॉग्स का शामिल भी किया गया। इन डॉग्स प्रिंस, मैक्स, ब्रिटो, रॉकी और मॉली हैं। इन्हें सीआईएसएफ ने ही ट्रेंड किया है।

इस मौके पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह मुख्य अतिथि के तौर पर हवाई अडडे के निदेशक जयदीप सिंह बलहारा, विशिष्ट अतिथि बीसीएएस के क्षेत्रीय निदेशक राकेश कुमार शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआईएसएफ कमांडेंट वाईपी सिंह ने की। इन सभी डॉग्स के रथ को हवाईअडडा निदेशक सहित अन्य अधिकारियों ने रस्सी से खींचकर कर विदाई दी।

सीआईएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि अब इन डॉग्स को गुरुवार को ही जयपुर हवाईअडडे पर नीलाम कर दिया जाएगा। इनकी न्यूनतम बोली करीब 2500 रुपए के आसपास रखी गई है। इन्हें रखना बेहद ही खर्चीला है। एक डॉग पर ही 11000 रुपए प्रतिमाह से अधिक का खर्चा है। यह डॉग्स विस्फोटक सामग्री के पकड़ने में माहिर हैं।

इन सभी डॉग्स की ट्रेनिंग आईटीबीपी केंद्र पंचकूला में हुई थी। डॉग बारियों सितंबर 2019 में ऑल इंडिया पुलिस मीट में शामिल हुआ था। इडाना को इंटर सेक्टर काम्पिटिशन RTC बहरोड़ में शामिल किया गया था। इसके अलावा इडाना को आंतरिक सुरक्षा के लिए श्रीनगर एयरपोर्ट पर भी लगाया गया था। इसने 16 फरवरी 2020 से 17 जनवरी 2021 तक लगाया गया श्रीनगर एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था संभाली थाी। बेन्सन ने दिल्ली में 70वीं रिपब्लिक परेड में हिस्सा लिया था।

जयपुर। राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में मानसून की बेरुखी दौर खत्म होने को है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून प्रदेश के सभी हिस्सों में पहुंच चुका है। अब 17 जुलाई से प्रदेश में फिर से मानसून की गतिविधियां बढ़ने के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग ने इस सप्ताह के अंत तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में मेघगर्जन के वज्रपात और एक दो स्थानों तेज बरसात की संभावना जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है।

बारिश शुरू होने पर गर्मी और उमस से भी प्रदेशवासियों को राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने 17 और 18 जुलाई को भरतपुर, धौलपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, झुंझुनूं, सीकर, टोंक, जयपुर, नागौर, बीकानेर, हनुमानगढ़ जिलों में भारी बरसात का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं 15 और 16 जुलाई को अलवर, भरतपुर, सीकर, कोटा, बूंदी, बारां, जयपुर, बाड़मेर और जालोर जिलों में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी है।

यहां बरसे मेघ:
अलवर के सोडवास में 110, अलवर के मंडावर में 106, अलवर के बहरोड में 67, अलवर के टपूकडा में 66, अलवर में 82, अजमेर के रुपनगढ में 44, बांसवाडा के ग्राही में 56, बांसवाडा के जगपुरा में 54, भरतपुर के बयाना में 182, भीलवाडा के बडनोर में 53, दौसा के रे डिया डेम में 38, हनुमानगढ़ के भादरा में 53, जयपुर के मौजमाबाद में 50, जयपुर के चापरवाडा में 50, जैसलमेर के पोकरण में 39, जैसलमेर में 34, झालावाड के पिरवा में 59, जोधपुर के फलौदी में 41, नागौर में 90, नागौर के खींवसर में 31, पाली के काना में 47, प्रतापगढ के अरनोद में 62, राजसमंद के नाथद्वारा में 20, सीकर के फतेहपुर में 82, मालपुरा में 53, बीसलपुर में 58, टोंक के टोडारायसिंह में 64 एमएम बारिश दर्ज की गई।

प्रमुख जगहों का पारा:
प्रदेश में बीते दिन बुधवार को दिन का सबसे अधिक पारा करौली का 471.9, गंगानगर का 39, फलौदी का 40.2, पाली का 38.9, जयपुर का 37.4, सीकर का 37, वनस्थली का 39.2, बूंदी का 40.2, जैसलमेर का 39, बाड़मेर का 38.7, बीकानेर का 39.7, कोटा का 37.6 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया।

जयपुर
जिसके पास हम लोग जा रहे हैं... वहां शात बैठना। कुछ बोलना मत... बस जो वे बोलें वह सुनते रहना। सचिन पायलेट के खास आदमी हैं वो... हर तरह की नौकरी लगवाते हैं। कई बड़े नेताओं से सीधे ताल्लुक रखते हैं। ऐसा कहकर तीन ठगों ने चार छात्रों को बातों में फंसाया और हैड ठग के पास ले गए। वहां पर प्रतियोगी परीक्षाएं दिए बिना ही सीधे ही सरकारी नौकरी दिलाने की बात की और ग्यारह लाख रुपए एडवांस में ठग लिए।

लेकिन न तो नौकरी मिली और न ही रुपए वापस मिले तो पीडित पुलिस के पास पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराया। करधनी थाना पुलिस उक्त मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कुछ छात्रों ने अपने ही साथी छात्र समेत अन्य चार पर ठगी का आरोप लगाया है। मुकदमा दर्ज कराने वाले चैमू निवासी चेतन प्रकाश यादव ने धमेन्द्र मीणा, बनवारी लाल, श्याम सुंदर और नवीन दुबे पर केस दर्ज कराया है।

चेतन ने पुलिस को बताया कि वह 2019 में निकली जेवीवीएनएल की हैल्पर परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके साथ ही कई अन्य छात्र भी लाइब्रेरी जाकर पढाई कर रहे थे। इस दौरान बनवारी और श्याम सुंदर की मुलाकात उनसे हुई। उन्होनें नवीन से मिलाया और नवीन ने कहा कि तैयारी करने की जरुरत नहीं है। सीधे नौकरी दिला देंगे। जयपुर मे कालवाड निवासी धमेन्द्र मीणा हैं जो सीधे सचिन पायलेट के खास आदमी हैं। कई बड़े नेताओं से संपर्क रखते हैं।

आप तो उन लोगों को ले आओ जो सीधे नौकरी चाहते हैं। इस पर चेतन ने लाइब्रेरी में आने वाली ज्योति, महेन्द्र और ममता इस बारे में बात की। सभी ने हांमी भर दी। बाद में बनवारी, श्याम सुंदर और नवीन चारों छात्रों को लेकर कालवाड निवासी धमेन्द्र से मिलाने ले गए। धमेन्द्र ने कई बड़े नेताओं के साथ अपने फोटो छात्रों को दिखाए और उनको भरोसा जीत लिया। हेल्पर, लैब टैक्नीशियन, लैब असिटेंट और सैकेंट ग्रेड शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रहे चारों छात्रों ने जब महेन्द्र से बात की तो उसने हैल्पर के चार लाख और बाकि भर्तियों के छह लाख मांगे। आधा एडवांस और आधा काम हो जाने के बाद तय हुआ।

तय बातों के अनुसार चारों छात्रों ने कुछ दिनों में महेन्द्र एवं अन्य को ग्यारह लाख रुपए दे दिए। लेकिन उसके बाद भर्ती नहीं हुई। बाद मे जब रुपए वापस मांगे तो रुपए भी नहीं मिले उल्टे जान से मारने की धमकियां मिली। आखिर चेतन समेत चारों छात्र पुलिस की शरण में पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराया है।


जयपुर
नकली नोट छापने वाले प्रथम और ब्रजेश से पूछताछ जारी है। पूछताछ में कुछ अहम जानकारियों एसओजी के हाथ लगी हैं और इसी के आधार पर अब पुलिस मुख्यालय के जरिए प्रदेश भर में एक साथ बड़े स्तर पर छापेमारी की तैयारी की जा रही है। प्रथम और ब्रजेश से जानकारी जुटाई जा रही है कि उन्होनें नकली नोट छापने के कितने आॅर्डर लिए और उसके बाद इनको कहां कहां डिलेवर किया। गौरतलब है कि पिछले दिनों करणी विहार में एक निजी बैंक में एटीएम के जरिए दो दो हजार रुपए के 25 नोट जमा कराए गए थे। सभी का सीरियल नंबर एक ही था सभी को एक ही नोट की मदद से छापा गया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद बैंक ने पुलिस को सूचना दी थी और बैंक प्रबंधन ने ही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस जानकारी के बाद ही एसओजी जयपुर शहर में सक्रिय हुई थी।

शहर नहीं ग्रामीण इलाकों में ज्यादा नोट भेजे गए
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि प्रथम और ब्रजेश ने शहर नहीं ग्रामीण इलाकों को टारगेट किया। इन क्षेत्रों से आने वाले लोगों को ही नोट दिए गए या नोट देने के बाद सख्त हिदायत दी गई कि इनको शहरी क्षेत्रों में नहीं चलाएं। पूछताछ में ये भी सामने आया है कि शेखावटी क्षेत्र में नोटो की सप्लाई कई बार की गई है। यह काम वे काफी समय से कर रहे थे और हर कुछ दिन में जगह बदल देते थे ताकि भेद खुलने का डर ही नहीं रहे। मकान मालिक को भी समय पर किराया दे दिया जाता था जिससे वह भी बार बार परेशान नहीं करता था। प्रथम और ब्रजेश से कुछ मोबाइल नंबर एसओजी ने बरामद किए हैं हांलाकि इनमें से अधिकतर नंबर खबर छपने के बाद से ही बंद हैं। ये नंबर उनके सप्लायर्स के हैं।

आॅर्डर पर ही बनाते थे माल, दो दिन में ही नकली नोटों की डिलेवरी
एसओजी अफसरों ने बताया कि प्रथम और ब्रजेश सिर्फ आॅर्डर पर ही काम करते थे। पहले पार्टी को सैंपल दिया जाता था और कई बार तो पार्टी के साथ ही खुद ही सैंपल लेकर बाजार में उसे चलाने जाते और जब नोट आसानी से चल जाता था तो आॅर्डर बुक नोट छापने का काम शुरु हो जाता था। एसओजी ने जो करीब छह लाख रुपए के जाली नोट बरामद किए हैं। ये भी किन्हीं दो जनों का आॅर्डर बताया जा रहा है। हांलाकि इस बारे में पूछताछ लगातार जारी है।

हूबहू नोट छापने के बाद भी कई कमियां, खुद ध्यान दें और बचें
पुलिस अफसरों का कहना है कि पांच सौ और दो सौ के हूबहू नोट छापने के बाद भी नोटों में बहुत सी कमियां हैं। सबसे बड़ी कमी है कागज की जिस पर नोट छापा गया है। यह कागज सरकार ही उपलब्ध कराती है और इसी पर नोट छापे जाते हैं। नोट छापने के अलावा इस विशेष प्रकार के कागज को अन्य किसी काम में नहीं लिय जाता। सामान्य कागज से यह कागज पतला होता हैं वहीं नोट मे वाटर मार्क और चांदी की रेखा को भी इस तरह से छापा जाता है कि उसे काॅपी नहीं किया जा सके और आसानी से असल और नकल में फर्क किया जा सके। साथ ही नोट को नीली रोशनी में रखकर देखने से उसमें धातु के टुकडों की चमक दिखाई देती है।

जयपुर
आरएएस इंटरव्यू में घूसकांड के खुलासे के बाद अब एसीबी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। दो दिन पहले ही इंटरव्यू पूरे हुए हैं और उसके बाद अब कमेटी के सदस्यों से पूछताछ की तैयारी है। इसके लिए सबसे पहले कमेटी की सदस्य राजकुमारी के पति भैरोसिंह को बुलाया गया है। भैरोसिंह दिल्ली पुलिस से रिटायर हैं और उनके बारे में जानकारी हाल ही में गिरफ्तार सज्जन कुमार एवं नरेन्द्र पोसवाल से एसीबी को मिली है। एसीबी ने भैरोंिसह को नोटिस जारी कर आज बुलाया है और उनके लिए सवालों की लंबी सूची तैयार है। बताया जा रहा है कि भैरोसिंह को नरेन्द्र एवं सज्जन कुमार के सामने बैठाकर भी पूछताछ की जा सकती है। इससे पहले एसीबी ने बुधवार को नरेन्द्र एवं सज्जन को कोर्ट में पेश कर उनका दो दिन का रिमांड लिया था।

चालीस लाख रुपए में आरएएस बनाने का वादा किया था सज्जन कुमार ने
एसीबी अफसरों ने बताया कि आरपीएएसी में आरएएस के लिए इंटरव्यू जारी थे। लेकिन इससे पहले ही सज्जन कुमार ने एक व्यक्ति से संपर्क किया था और उन्हें चालीस लाख रुपए का लालच दिया था कि उन्हें इंटरव्यू में पास करा दिया जाएगा और सर्वोत्म रैंक दी जाएगी। इस पर संबधित व्यक्ति ने एसीबी को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद एसीबी ने आरोपी के फोन टेप करना शुरु कर दिया था और तकनीकी तरीके से उस पर नजर रखना जारी रखा था।

इस बीच एसीबी को कई सबूत मिले और इन्हीं के आधार पर एसीबी ने पिछले सप्ताह सज्जन को दबोच लिया। चालीस लाख का सौदा पच्चीस लाख तक आ गया था। इसके बाद पीडित ने एक लाख रुपए कैश दिए और बाकि एसीबी ने पहली बार 23 लाख रुपए के डमी नोट रखे। जैसे ही सज्जन ने रुपए संभाले एसीबी ने उसे दबोच लिया। उसके बाद नरेन्द्र को उठाया गया। इन दोनो से जानकारियों के बाद अब भैरोसिंह को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

जयपुर
राजधानी में पुलिस खौफ कम होता जा रहा है और बदमाशों का दखल तेजी से बढ़ता जा रहा है। बदमाशों के खिलाफ वैसे तो पुलिस ने पांच जुलाई से अभियान चला रखा है लेकिन उसके बाद भी अपराध कम होने की जगह तेजी से बढ़ रहे हैं। फिर चाहे मोबाइल या पर्स लूट हो, घर या कार्यालय के बाहर खड़ा वाहन हो या फिर सूना मकान हो। बदमाशों के निशाने तय हैं और वे लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। हांलाकि लगातार हो रही वारदातों के बीच जनता भी कुछ जागरुक हो रही है और इसी कार परिणाम है कि दो जगहों पर वारदातों को अंजाम देने से पहले ही बदमाशों को दबोच भी लिया गया है। इन बदमाशों में दो महिलाएं शामिल हैं।

रोज की बात हो गई पर्स लूटना और मोबाइल छीनना
राजधानी में पर्स और मोबाइल लूटने वाली गिरोह सक्रिय है। वारदातें रोज हो रही हैं लेकिन पुलिस इन वारदातों पर गंभीर नहीं है। चैबीस घंटे के दौरान ही शहर के थानों में चार केस दर्ज हुए हैं पर्स और मोबाइल छीनने के। मालवीय नगर थाने में दर्ज वारदात के बारे में पुलिस ने बताया कि मूल रुप से आसाम और वर्तमान में जयपुर निवासी जादव दास के पास से बाइक सवार दो बदमाशों ने मोबाइल छीन लिया। जादव ने मोबाइल नहीं छोड़ा तो उसे पीटा और धक्का देकर फोन ले गए। वहीं सांगानेर निवासी रेखा सैनी से सांगानेर क्षेत्र में ही बाइक सवार तीन बदमाश पर्स लूट ले गए। रेखा की स्कूटी के आगे उन्होनें बाइक रोकी और रेखा के कंधे पर लटका पर्स लूट लिया। पर्स में कैश, मोबाइल और अन्य सामान था। वहीं मानसरोवर निवासी राजेश और शिप्रापथ निवासी प्रवीण का मोबाइल फोन भी बदमाश छीनकर भाग गए।

कुछ देर के लिए मकान सूना क्या छोड़ा, साफ हो गया
मकानों में चोरी की वारदातें भी तेजी से बढ़ रही है। आदर्श नगर निवासी बुजुर्ग ने सिर्फ एक घंटे के लिए अपना मकान सूना क्या छोड़ा दिन दहाड़े साढे बारह से डेढ़ बजे के बीच मकान से सामान साफ हो गया। कानोता थाना क्षेत्र में रहने वाले कमलेश शर्मा ने भी एक रात के लिए अपना मकान सूना छोडा था। मकान के लाॅक लगा होने के बाद भी चोर मकान में घुसे और करीब बीस हजार रुपए एवं चार मोबाइल फोन चोरी कर ले गए। उधर करणी विहार निवासी लक्ष्मण जलथूरिया के सूने मकान से चोरों ने सोने चांदी के जेवर और अन्य कीमती सामान चोरी कर लिया। चोरी गए सामान की कीमत करीब एक लाख रुपए हैं। वहीं सदर थाना निवासी भगवान स्वामी के मकान में घुसे चोरों ने तीन एटीएम, तीन मोबाइल फोन, जेवर और हजारों रुपए कैश चोरी कर लिए।

घर, कार्यालय के बाहर बाइकें खड़ी की, चोर ले गए, बच्चे की साइकिल तक नहीं छोड़ी
उधर वाहन चोरों ने तो शहर की पुलिस के नाक में दम कर दिया है। शहर से हर रोज औतसन पंद्रह वाहन चोरी हो रहे हैं। चोरी की इन वारदातों के बाद अगर बरामदगी की बात की जाए तो उसकी संख्या बेहद कम है। चैबीस घंटे के दौरान चोरों ने कानोता से घनश्याम सैनी की, जवाहर नगर से विक्रम की, बगरु से सुरेश यादव की, करणी विहार से बच्चे की गियर वाली साइकिल, बनीपार्क से सलीम खान का ई रिक्शा, करणी विहार से गोविंद राम की बाइक , गलता गेट से दीपक, अब्दुल वाजीद और अमर सिंह की बाइक चोरी हो गई। वहीं शिप्रापथ से शुभम जैन की, सांगानेर सदर से बुद्धि प्रकाश की, मानसरोवर से कुलदीप और दाउ सिह की, मुहाना थाना क्षेत्र से रमाकांत की, सुनील यादव की, आकाश और हरीश की बाइक वाहन चोर ले गए।

यहां जनता ने दिखाई बहादुरी, चोरों को पकड़ा, दो महिला जेब तराश भी शामिल
लगातार हो रही वारदातों के बीच जनता ने भी अब बदमाशों को सबक सिखाना शुरु कर दिया हैं। दो घटनाएं शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से सामने आई है। माणक चैक थाना क्षेत्र में हुई वारदात के बारे में पुलिस ने बताया कि झोटवाड़ा निवासी सुमन ई रिक्शा से बड़ी चैपड़ की ओर आ रही थी और पुरोहित जी के कटले में जाने के लिए जैसे ही उतरी तो रिक्शा में बैठी दो महिलाएं उसने पहले उतरकर जाने लगीं। दोनो ने बुर्का पहना था। इस दौरान सुमन की नजर खुद के पर्स पर गई तो पता चला कि पर्स में चीरा लगा दिया गया है और रुपए चोरी कर लिए गए हैं। सुमन ने उनमें से एक महिला को पकड लिया और मदद के लिए शोर मचाया। आसपास मौजूद सैंकड़ों लोग तुरंत ही मौके पर जमा हो गए और दोनो महिलाओं को पकडकर लिया। दोनो को बाद में पलिस के हवाले कर दिया गया। इसी तरह आदर्श नगर क्षेत्र में कई दिनों से बंद मकान के मालिक कृष्ण कुमार ने आदर्श नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। सात दिन के दौरान कृष्ण के बंद मकान में दो बार चोरी हो गई। दूसरी बार चोर आए तो उनमें से एक को आसपास रहने वाले लोगों ने दबोच लिया। उसके तीन साथी भाग छूटे। आरोपी मोहम्मद शाकिर को बाद में आदर्श नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

— जनसंख्या नियंत्रण जरूरी, अब समय हम दो हमारे एक का - रघु शर्मा
- मुझे विश्वास, चिकित्सा मंत्री नहीं मुकरेंगे, लाएंगे वन चाइल्ड पॉलिसी - राजेन्द्र राठौड़

जयपुर। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश पॉपुलेशन (कंट्रोल, स्टेबलाइज़ेशन एंड वेलफेयर) बिल का मसौदा तैयार कर जनता से रायशुमारी करने के बीच बुधवार को राजस्थान में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच बयानों के तीर चले। रघु शर्मा ने जनसंख्या नियंत्रण का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी देश के लिए चिंता का विषय है। महामारी के दौर में वैक्सीनेशन, विकास सभी पहलुओं पर अधिक जनसंख्या से प्रतिकूल असर पड़ता है। एक जमाना था जब कहा जाता था...हम दो हमारे दो..., लेकिन अब समय हम दो हमारे एक का समय आ गया है। यही नारा देश में होना चाहिए। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि चिकित्सा मंत्री अपने इस बयान से मुकरेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार इसी मानसून सत्र में वन चाइल्ड पॉलिसी लेकर आए, जिसका विपक्ष पूरा समर्थन करेगा। राठौड़ ने आरोप लगाया कि रघु शर्मा की पार्टी ने 52 साल हम 5 हमारे 25 की नीति पर काम किया है।

शर्मा ने बुधवार को मीडिया की ओर से जनसंख्या नियंत्रण पर सवाल पूछे जाने पर रघु शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है, जब देश को यह सोचना पड़ेगा कि हमारे देश की आबादी को हम कैसे नियंत्रित रखेंगे। ताकी आने वाली पीढ़ी को हम बेहतर शिक्षा, चिकित्सा और बेहतर जीवन यापन के साधन उपलब्ध करवा सकें। शर्मा ने कहा कि वे कई प्लेटफार्म पर यह बात कह चुके हैं।

जनसंख्या नियंत्रण के समर्थन में बयान आने के बाद राजेन्द्र राठौड़ ने वन चाइल्ड पॉलिसी को लेकर राजस्थान की कैबिनेट मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर राजस्थान विधानसभा में इसी मानसून सत्र में विधेयक लाने की मांग की है। राठौड़ ने कहा कि हमारे संविधान की मूल आत्मा कलेक्टिव रेस्पांसिबिलिटी है, उस आधार पर चिकित्सा मंत्री का यह बयान पूरे मंत्रिमंडल का बयान है। उन्होंने कहा कि भैरोंसिंह शेखावत देश के पहले मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने परिवार नियोजन को लेकर कानून बनाया था।

जयपुर।

प्रदेश भाजपा नेतृत्व की ओर से चले अनुशासन के डंडे के बाद पूर्व विधायक डॉ रोहिताश शर्मा के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं। अपनी ही पार्टी के कामकाज पर सवाल उठाने वाले डॉ रोहिताश ने अब अपने ही पूर्व में दिए बयान पर यू-टर्न लिया है। पूर्व विधायक ने अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया के अलवर दौरे से ठीक पहले एक बयान जारी करते हुए उनका ज़ोर-शोर से स्वागत करने की बात कही है।

 

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट के माने जाने वाले डॉ रोहिताश ने चौंकाने वाला बड़ा बयान देते हुए कहा कि डॉ सतीश पूनिया भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं और उनका जितना स्वागत और सम्मान किया जाए उतना कम है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से डॉ पूनिया का बढ़-चढ़कर स्वागत-अभिनंदन करने का आह्वान भी किया।

 

'भ्रामक प्रचार के खिलाफ करूंगा कार्रवाई'
लगभग एक मिनिट की वीडियो प्रतिक्रिया जारी करते हुए डॉ रोहिताश ने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व उनके नाम का ज़िक्र करते हुए भ्रामक प्रचार और अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कुछ लोग फ़र्ज़ी अकाउंट बनाकर उनके नाम से डॉ पूनिया का स्वागत नहीं किए जाने की अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का मन बनाया है।

 

मिल चुका है नोटिस, भेज चुके हैं जवाब
गौरतलब है कि पूर्व विधायक रोहिताश्व शर्मा को प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने पार्टी विरोधी अनर्गल बयानबाज़ी करने को लेकर नोटिस जारी कर जवाब माँगा था। जिसके जवाब में क्या लिखा गया, इसे लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ। वहीं जवाब मिलने के बाद पार्टी स्तर से कोई अग्रिम कार्रवाई भी अब तक नहीं हुई।

 

इसलिए आये थे निशाने पर
पूर्व विधायक रोहिताश शर्मा वसुंधरा खेमे के माने जाते रहे हैं। वे पूर्ववर्ती राजे सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वे उन बयानवीर नेताओं में शामिल रहे जो संगठन विरोधी बयान देने में सुर्ख़ियों में रहे। हाल ही में उनके के दो ऑडियो वायरल हुए, जिसमें से एक ऑडियो में वे अलवर के भाजपा नेता को गाली देते हुए सुनाई पड़े। कथित ऑडियो में डॉ रोहिताश कह रहे हैं कि वसुंधरा राजे ही नेता बनेंगी, ये मूर्ख क्या राज चलाएंगें।

जयपुर। राजस्थान के कई जिलों में टुकड़ों में चल रहा बारिश का दौर अगले दिन इसी तरह जारी रहेगा। उसके बाद अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उधर, इस दौरान वज्रपात की भी संभावना जताई जा रही है।

बता दें कि मानसून के इस सीजन के दौरान वज्रपात के चलते पिछले दिनों राजस्थान में 25 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान में मौसम का मिजाज लगातार बदलता रहेगा और ऐसे में कुछ संभाग में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।

मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि राजस्थान के कई जिलों में छिट-पुट बारिश होने की संभावना है। शनिवार को उत्तर-पूर्वी हिस्से में मौसम में बदलाव दिखाई देगा, जिसके चलते भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश होगी। विभाग के अनुसार 17 जुलई को भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग में भारी बारिश का अलर्ट है।

18 व 19 जुलाई को भरतपुर और जयपुर संंभाग में भारी से अतिभारी बारिश की संभावना है। इन दो दिनों के भीतर ही भरतपुर और जयपुर संभाग में वज्रपात भी हो सकता है। प्रदेश में गुरुवार को तापमान में फिर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। जिन इलाकों में बारिश नहीं हुई, वहां लोग दिनभर ऊमस और गर्मी से परेशान रहे। प्रदेश के कुछ इलाकों में आज शाम तक मध्यम दर्जे की बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर, नागौर और अजमेर जिले में कहीं-कहीं तेज व मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। दो दिन तक तापमान में बढोतरी और गिरावट दर्ज होती रहेगी और उसके बाद अगले तीन-चार दिनों तक भारी बारिश का सिलसिला चलेगा।

गुरुवार सवेरे 8.30 बजे तक दर्ज बारिश (पिछले 24 घंटे के दौरान)
अजमेर-3.7 एमएम
भीलवाड़ा-6.0 एमएम
वनस्थली-3.1 एमएम
पिलानी-28.4 एमएम
सीकर-60 एमएम
कोटा-10.3 एमएम
सवाई माधोपुर-1.0 एमएम
बूंदी-7.0 एमएम
चित्तौड़गढ़-8.0 एमएम
जैसलमेर-27.8 एमएम
जोधपुर-5.1 एमएम
फलौदी-45.6 एमएम
चूरू-39.2 एमएम
नागौर-25.5 एमएम

जयपुर।

रामकथा मर्मज्ञ मुरारी बापू की रामकथा को सुनने के लिए आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल कलराज मिश्र और विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी सहित अन्य गणमान्य लोग उदयपुर के नाथद्वारा पहुंचे। रामकथा का आयोजन संतकृपा सनातन संस्था की ओर से राबचा स्थित एक गौशाला में बीते 10 जुलाई से शुरू हुआ था जो 18 जुलाई तक जारी रहेगा।

 

इधर, नाथद्वारा जाने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज सुबह विशेष विमान से पहले जयपुर और फिर उदयपुर पहुंचे। डबोक एयरपोर्ट पहुँचने पर उनका स्वागत किया गया जिसके बाद वे सड़क मार्ग से सीधे नाथद्वारा के लिए रवाना हुए। वहीं राज्यपाल कलराज मिश्र भी आज सुबह राजकीय विमान से जयपुर से उदयपुर पहुंचे और फिर सड़क मार्ग से नाथद्वारा के लिए रवाना हुए।

 

मुरारी बापू का कथा वाचन सुनने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यपाल कलराज मिश्र का अलग-अलग कार्यक्रमों में भी शिरकत करने का कार्यक्रम है। बिरला जहां मुरारी बापू के कार्यक्रम में शरीक होने के बाद ओडन गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और श्रीनाथ मंदिर के दर्शन करेंगे, तो वहीं राज्यपाल मिश्र का नाथद्वारा में ही रहकर सिर्फ श्रीनाथ मंदिर दर्शन का ही कार्यक्रम है।

 

जानकारी के अनुसार बिरला नाथद्वारा में विभिन्न कार्यक्रमों के बाद आज शाम कोटा पहुंचेंगे जबकि राज्यपाल कलराज मिश्र भी आज को ही शाम 5 बजकर 10 मिनट पर उदयपुर एयरपोर्ट से रवाना होकर जयपुर लौट आएंगे।

 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि अध्यात्म में यदि आपका ध्यान चला जाता है तो सभी चुनौतियां समाप्त हो जाती है। बिरला आज नाथद्वारा के राबचा स्थित आदर्श गो संरक्षण संस्थान में संत मुरारी बापू की रामकथा कार्यक्रम में अतिथि के रूप में संबोधित रहे थे। उन्होंने कहा कि बापू ने लोगों ने आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया है।

 

इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष बिरला के यहां पहुंचने पर मिराज समूह के चेयरमैन मदन पालीवाल, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित, जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी आदि ने अगवानी की। बिड़ला ने मोरारी बापू को प्रणाम किया और पौथी पर पुष्प भी चढ़ाये।

 

कथा आयोजक की ओर से बिरला को बापू ने स्मृति चिह्न भी प्रदान किया। कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, मंत्री लालचंद कटारिया, विधायक संयम लोढ़ा भी उपस्थित थे। लोकसभा अध्यक्ष बिरला का आज दोपहर साढ़े 3 बजे प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने जाने का कार्यक्रम है।

जयपुर।

जयपुर विकास प्राधिकरण ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय, जयपुर को करीब एक लाख वर्ग मीटर भूमि का पट्टा जारी किया गया। जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा ग्राम दहमी कलां संस्थानिक योजना में सृजित भूखण्ड संख्या 8 क्षेत्रफल 100482.70 वर्ग मीटर भूमि डॉ. भीमराव अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय को निशुल्क पट्टा जारी किया गया है।

 

गोयल ने बताया कि नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांति धारीवाल के निर्देशानुसार डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय को करीब एक लाख वर्ग मीटर भूमि का पट्टा जारी किया गया है।


उन्होंने बताया कि दहमीकला सांस्थानिक योजना मुख्य अजमेर रोड पर स्थित है एवं मुख्य अजमेर रोड से 60 मीटर का मार्गाधिकार है। राज्य सरकार के आदेशानुसार दहमी कलां संस्थानिक योजना में हरदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, उप-तहसील बगरू को नवीन कार्यालय भवन एवं आवास निर्माण के लिए, नवीन सामुदायिक केन्द्र बगरू के लिए एवं नवीन राजकीय महाविद्यालय बगरू को भवन निर्माण के लिए भी भूमि आवंटित की जा चुकी है।


जेडीए जमीन से कमाएगा 'धन'
जेडीए अपना खजाना भरने के लिए विभिन्न आवासीय योजनाओं में खाली पड़ी जमीनों को नीलाम करेगा। इसके लिए जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने सभी जोन उपायुक्तों को ऐसे भूखंडों को नीलाम करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही नई आवासीय योजना के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश जारी किए है।

 

जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने सभी जोन उपायुक्तों को राजस्व अर्जित करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने जोन उपायुक्तों को विकासकर्ताओं की ओर से समय अवधि में जवाब प्रस्तुत नहीं किए जाने पर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इससे रहन रखे गये भूखण्डों की नीलामी कर योजनाओं में विकास कार्य करवाने की बात कही। आकेड़ा चौड में वेयर हाउस स्कीम के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

 

 

यहां से करेंगे धन इकठ्ठा
- रिंग रोड परियोजना में स्थित कॉर्नर भूखण्डों को नीलामी किया जाएगा।
— उपायुक्त जोन-1 को विनोबा नगर में भूखण्ड के प्रकरण में कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
— जोन-8 में पत्रकार कॉलोनी में उपलब्ध, रिक्त भूखण्डों का चिहिन्करण कर शीघ्र नीलाम किए जाएंगे।
जोन-9 में निलय कुंज विस्तार, महल योजना, रामनगरिया विस्तार, सेन्ट्रल स्पाईन में स्थित कॉर्नर भूखण्डों का चिन्हिकरण कर नीलाम किया जाएगा।

 

इनकी होगी प्लानिंग
— जोन-2 में फौजी कच्ची बस्ती की रिक्त भूमि की प्लानिंग की जाएगी।
— जोन उपायुक्त 4 की ओर से बताया गया कि जोन 4 में बी-2 बायपास के पास 4 हजार वर्गमीटर भूमि पर नवीन योजना सृजित करने का प्रस्ताव निदेशक आयोजना को भिजवाया गया है।
— जोन-7 में सिरसी में जेडीए स्वामित्व की भूमि के संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत करने और चित्रकूट योजना में स्थित कॉर्नर भूखण्डों का चिन्हिकरण कर शीघ्र नीलाम करने की योजना
— जोन-3 में लालकोठी विधायक आवास की भूमि की प्लानिंग होगी



ये भी निर्देश
— जोन-12 में सरना चौड में बंजारा, मीरासी, गाड़िया लुहार एवं अर्द्धघुमन्तु जातियों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास से पिछड़े परिवारों को निःशुल्क भूखण्ड आवंटन कर करने के लिए योजना विकसित की जाएगी।

 

जयपुर।

मानसरोवर सेक्टर 42 के पार्क में बुधवार रात हाईमास्ट लाइट के पोल के तार की चपेट में आने से 10 साल के बच्चे गौरव केसवानी की मौत हो गई। मामले को लेकर गुरुवार को सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने पार्षदों के साथ महापौर व नगर निगम ग्रेटर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और मृतक बच्चे के परिवार को मुआवजा देने की मांग की। उधर, मृतक बच्चे के परिवार जन बच्चे का शव लेकर स्वर्ण पथ चौराहे पर धरने पर बैठ गए।

ज्ञापन के बाद कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने कहा कि दुख की इस घड़ी में नगर निगम परिवार मरने वाले बच्चे के परिवार के साथ है। मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करेगा चाहे वह निगम का कर्मचारी हो या रखरखाव करने वाली कंपनी। जहां तक मुआवजे की बात है। हम सरकार स्व बात कर रहे हैं। बच्चे के परिवार को ज्यादा से ज्यादा सहायता दिलवाएंगे। आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव ने कहा कि मामले की जांच चल रही है रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारियों को निलंबित किया जाएगा। अगर कंपनी की गलती है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे। मुआवजे के लिए हमने कलेक्टर से बात की है। नियमानुसार जो भी हो सकेगा परिवार को मुआवजा दिलवाया जाएगा।

हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए

विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि यह घटना नगर निगम कर्मचारियों की गलती से हुई है इसलिए उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्षद और स्थानीय लोगों ने लाइट इंस्पेक्टर और जेईएन को लगातार मामले की शिकायत की थी, लेकिन उन्हें फोन उठाना ही बंद कर दिया। हमने महापौर से मांग की है कि एलआई और jen को सस्पेंड करने के साथ संबंधित फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाए और मृतक बच्चे के परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिलवाया जाए।

दोपहर तक नहीं हुई अंत्येष्टि

दुर्घटना में मृत हुए बच्चे की गुरुवार दोपहर तक अंत्येष्टि नहीं हो पाई थी। बच्चे के परिवार जन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बच्चे का शव लेकर स्वर्ण पथ चौराहे पर धरने पर बैठे। इस दौरान स्थानीय पार्षद आशीष शर्मा सहित कई नेता उन्हें मनाने के लिए पहुंचे हैं।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
जयपुर. प्रदेश में मानसून के प्रवेश को एक महीने पूरा होने को है लेकिन मेघ पूरी तरह से मेहरबान नहीं हुए। ऐसे में कई बांध सूखने के कगार पर है। शुुरुआती दौर में मानसून बेहद धीमा रहा लेकिन अब बीते सात दिनों में एक बार फिर मानसून पूरे प्रदेश में छा चुका है। अब इसके आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां भी अनुकूल बनी हुई हैं। इस बीच चिंता की बात यह है कि प्रदेश के 70 प्र तिशत बांध अब पूरी तरह से खाली हो चुके हैं।

यही हालात राजधानी जयपुर समेत अन्य जिलो के लोगों की पानी की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध के हैं। जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीसलपुर बांध में अब महज 9 टीएमसी पानी ही शेष रह गया है। इस पानी से आगामी 180 दिन ही जयपुर शहर की पेयजल आपूर्ति हो सकती है। मानसून की चाल यही रही तो जल्द ही जयपुर शहर जलदाय विभाग को पेयजल व्यवस्था के लिए अन्य वैकल्पिक उपाय खोजने पड़ेगे। हालांकि जलदाय विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जुलाई तक स्थितियां पूरी तरह से सामान्य होने की उम्मीद है। विभिन्न जगहों पर बारिश के आने से कैचमेंट एरिया से पानी पूरी तरह से बांधों में पहुंचेगा।

छह बांधों में ही पानी
प्रदेश के कुल 727 छोटे-बड़े बांधों में से 514 पूरी तरह खाली हैं। अब तक सिर्फ 6 बांध ऐसे हैं जिनमें पानी है, जबकि 185 बांधों में कम मात्रा में पानी भरा हुआ है। बाकी बचे हुए 22 बांधों की सूचना जलदाय विभाग के पास नहीं है। 28 दिन के बारिश के आंकड़ों की बात की जाए तो प्रदेश में सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि जयपुर जिले में यही आंकड़ा सामान्य से 38.3 फीसदी कम है। प्रदेश के 33 जिलों में से 7 में ही सामान्य बारिश हुई है, जबकि एक जिले जैसलमेर में अतिवृष्टि की स्थिति है।

ऐसे समझें पानी की गणित
बीते साल 14 जुलाई को जहां प्रदेश के 22 बड़े बांधों में 5096 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बचा था। वहीं इस महीने की 14 जुलाई को 4300 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी ही शेष बचा है। इससे कमजोर मानसून की तस्वीर साफ हो रही है और बांधों में पिछले साल के मुकाबले लगभग 6 फीसदी कम पानी की आवक हुई। बीसलपुर बांध 24 फीसदी पानी शेष है।

अलवर जिले की बानसूर तहसील के गांव बलबाकाबास में गरीब परिवार में जन्में गोवर्धन की कक्षा छठीं में आखें खराब हो गई। यह पढ़ाई के दौरान मजदूरी करता रहा और दसवीं कक्षा पास करने के बाद इसने नेत्रहीनों के लिए बने स्कूल में प्रवेश लिया और आगे बढ़ता गया।

देवेन्द्र की जब आंखें खराब हुई तो ग्रामीणों ने उनके पिता को उसे मथुरा या गोवर्धन छोड़ आने की सलाह दी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। जयपुर में नेत्रहीनों के विद्यालय में प्रवेश इसके जीवन का टर्निंग पाइंट बना। नेत्रहीन स्कूल जयपुर में जाने के बाद वहां से कम्प्यूटर व ब्रेल सीखी और 12 वीं पास करने के बाद पंचायत राज में लिपिक के लिए चयन हुआ। इसके मन में अफसर बनने का सपना था। और आगे की पढाई कर कोटपूतली से ग्रेजुएशन किया।

आरएएस परीक्षा 2018 में तीन सगे भाइयों का एक साथ चयन, इस तरह रची सफलता की इबारत

इनका रेलवे में चयन हुआ और इसके बाद शादी हुई। पत्नी अंकिता चौहान ने इनका पूरा साथ दिया। अंकिता चौहान व भाई नरेन्द्र सिंह चौहान से किताबों की रिकार्डिंग करवाई व पढ़ाई में इन दोनों ने पूरा सहयोग किया और आरपीएएससी की परीक्षा दी। बुधवार को आएं आरपीएससी के परिणाम ने देवेन्द्र की दुनिया बदल दी और देवेन्द्र वह बन गया जो उसका सपना था। बुधवार को परिणाम आया तो माता-पिता को पता नहीं, उनका बेटा क्या बन गया। ग्रामीणों ने कहा तुम्हारा बेटा अफसर बन गया तो माता पिता की आंखों में भफ खुशी के आंसू छलक गए।

देवेन्द्र ने पत्रिका को बताया कि सफलता का श्रेय माता-पिता एवं पत्नी सहित गुरुजनों को देते हैं। देवेन्द्र वर्तमान में रतलाम में रेलवे में क्लर्क है। रेलवे की ओर से भी बेस्ट क्लर्क का दो बार अवार्ड भी जीत चुके हैं। देवेन्द्र बताया कि उनका सपना आईएएस बनने का हैं।

RAS 2018 Results: किसान की 5 बेटियां, पांचों बनीं आरएएस अफसर, जानें होनहारों के संघर्ष की कहानी

जयपुर।

स्मार्ट सिटी योजना की ऑनलाइन रैंकिंग में राजस्थान को पहला स्थान मिला है। मिशन के तहत 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की गुरुवार को केंद्र सरकार ने रैंकिंग जारी की।

केंद्र की ओर से जारी सूची में देश के 100 शहरों की रैंकिंग में उदयपुर 5वें, कोटा 10वें, अजमेर 22वें और जयपुर 28वें स्थान पर हैं। इससे पहले राजस्थान दूसरे स्थान पर था। स्मार्ट मिशन कार्यो की प्रभावी माॅनिटरिंग के चलते राजस्थान ने आंध्र प्रदेश और गुजरात से अधिक अंक प्राप्त करते पहला स्थान प्राप्त किया है। रैंकिंग के लिए केंद्र ने कुछ मापदंड तय किए थे। इसमें कितनी योजनाएं पूरी हुई, कितनी योजनाएं चल रही हैं और उन पर कितना पैसा खर्च हुआ। इसी तरह तरह केंद्र से मिलने वाले फंड का उपयोग और केंद्र को समय-समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को रैंकिंग का आधार बनाया गया है।

स्मार्ट सिटी के कार्यों का राजस्थान में हाल

मिशन के तहत प्रदेश के चार शहरों को अब तक कुल 1997 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। अब तक 1700 करोड़ का व्यय विभिन्न परियोजनाओं में खर्च किया गया है। केन्द्र सरकार से मिले 1078 करोड़ के विरुद्ध राज्य के 30 प्रतिशत राज्यांश के रूप में 660 करोड़ रुपए चारों शहरों को जारी कर दिए गए है। प्रदेश के चार शहरों में प्रगतिरत 370 परियोजनाओं के लिए 3811 करोड़ जारी किए गए हैं। इसमें 718 करोड़ रुपए के 161 काम पूर हो चुके हैं। वहीं 2660 करोड़ रुप के 168 कार्य चल रहे हैं। 269 करोड़ रुपए के 24 कामों की निविदा प्रक्रियाधीन है।

जयपुर फिर फिसड्डी

प्रदेश के चार शहरों में स्मार्ट सिटी का सबसे धीमा काम जयपुर में चल रहा है। यही वजह है कि देश के 100 शहरों में जयपुर को 28वां स्थान मिला है। जयपुर के कामों पर नजर डालें तो गणगौरी हाॅस्पिटल का काम जल्द शुरू होगा। एसएमएस अस्पताल में 400 करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले आईपीडी ब्लाॅक में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 125 करोड़ की भागीदारी होगी। इसके अलावा राजस्थान विधानसभा में डिजीटल संग्रहालय का निर्माण, ठोस कचरा प्रबंधन के लिए आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय, महाराजा लाईब्रेरी, मंदिरों और विद्यालयों का जीर्णाे़द्धार व मरम्मत कार्य, रामनिवास बाग पार्किंग, हैरिटेज वाॅक-वे का कार्य किया जा रहा हैं। साथ ही चौगान स्टेडियम में खेलकूद सुविधाओं का विकास तथा विभिन्न स्थलों पर बहुमंजिला पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा हैं।

Jaipur राज्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता इसी महीने से 11 प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा के बाद गुरुवार को नर्सिंग कर्मचारियों ने सवाई मानसिंह चिकित्सालय में लड्डू बांटे और एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाकर खुशी का इज़हार किया। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्यारे लाल चौधरी ने बताया कि 'पिछले डेढ वर्ष में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस सहित आवश्यक वस्तुएं महंगी हो जाने के कारण कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई से लेकर रसोई तक का बजट गड़बड़ा गया था। राज्य कर्मचारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे। अब 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता इसी माह से बढ़ा देने से राज्य कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। इस घोषणा पर कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है। इस अवसर पर कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश संयोजक शशिकांत शर्मा, प्रदेश महामंत्री सुनील शर्मा, रमेश सैनी, प्रेमलता चौधरी, आरयूएचएस के नर्सिंग संकाय के डीन नवीन पारीक, आरयूएचएस नर्सिंग कॉलेज के प्रिंसिपल मुकेश टेतरवाल, ताराचंद जांगिड़, अशोक गुप्ता सहित कई नर्सिंग कर्मी मौजूद रहे।

माता-पिता नाजायज हो सकते, पर बच्चे नहीं
कर्नाटक हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
जयपुर। कर्नाटक हाईकोर्ट की एक पीठ ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले में कहा है कि कानून को इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि नाजायज माता-पिता हो सकते हैं, लेकिन बच्चे कभी भी नाजायज नहीं हो सकते।
न्यायाधीश बीवी नागरत्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस संबंध में कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (केपीटीसीएल) के निर्धारित खंड का जिक्र करते हुए बुधवार को यह टप्पणी की है। केपीटीसीएल के 2011 के सर्कुलर में उल्लेखित क्लॉज में कहा गया है कि अगर दूसरी शादी, पहली पत्नी और समाज की जानकारी के बिना गुपचुप तरीके से हुई हो तो दूसरी पत्नी या उसके बच्चे अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने के योग्य नहीं हैं। याचिकाकर्ता को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति से वंचित कर दिया गया था, क्योंकि केपीटीसीएल ने कहा था कि दूसरी पत्नी या उसके बच्चे अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने के योग्य नहीं थे। याचिकाकर्ता के पिता एक लाइनमैन थे, जिकी जून 2014 में मृत्यु हो गई थी। अनुकंपा के आधार पर नौकरी की मांग करने वाले उनके आवेदन को केपीटीसीएल ने खारिज कर दिया था।

जयपुर।

मानसरोवर सेक्टर 42 के पार्क में बुधवार रात करंट से 10 साल के बच्चे गौरव केसवानी की मौत के मामले में नगर निगम ग्रेटर ने एलआई राजेंद्र बैरवा और जेईएन हिमांशु शर्मा को निलंबित कर दिया है, वहीं ठेका फर्म को नोटिस दिया गया है। उधर, गौरव के परिजनों ने उसका शव स्वर्ण पथ चौराहे पर रखकर प्रदर्शन किया। जिसके बाद शाम को उसका अंतिम संस्कार किया गया। मामले को लेकर सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने पार्षदों के साथ महापौर को ज्ञापन सौंपा।

नगर निगम ग्रेटर प्रशासन ने एईएन विकास शर्मा को मामले की जांच सौंपी थी। जांच में सामने आया कि राजेंद्र बैरवा का फोन सुबह 7 बजे तक स्विच आॅफ था, वहीं हिमांशु शर्मा अवकाश पर थे। वहीं फर्म पर काम में लापरवाही व मिथ्या रिपोर्ट देने की बात जांच रिपोर्ट में दी गई है। हालांकि रिपोर्ट में हवाला दिया गया है कि मौके पर फ्यूज बॉक्स को तोड़ने की बात सामने आई है। खुले तारों पर टेपिंग की बात फर्म ने कही थी। इसके अलावा कोरोना गाइडलाइन में पार्क रात 8 बजे बंद कर दिए जाते हैं, जबकि यह घटना रात 9 बजे के आसपास की है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही दोनों कार्मिकों को निलंबित व फर्म को नोटिस दिया गया है।

दो घंटे शव रखकर दिया धरना

गौरव की मौत से नाराज परिजन उसके शव को लेकर स्वर्ण पथ चौराहे पर बैठ गए। परिजनों ने दोषियों पर कार्रवाई और 5 लाख रुपए मुआवजे की मांग की। करीब दो घंटे तक चले घटनाक्रम के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। आपसी खींचतान भी देखने को मिली। इसके बाद उपायुक्त हेमाराम चौधरी मौके पर पहुंचे और मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए

मामले को लेकर विधायक अशोक लाहोटी ने महापौर शील धाभाई को ज्ञापन दिया। लाहोटी ने एलआई और जेईएन को सस्पेंड करने के साथ संबंधित फर्म के खिलाफ कार्रवाई करने और मृतक बच्चे के परिवार को पांच लाख का मुआवजा दिलाने की मांग की। लाहोटी ने निगम कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। ज्ञापन के बाद कार्यवाहक महापौर शील धाभाई ने कहा कि दुख की इस घड़ी में नगर निगम परिवार मरने वाले बच्चे के परिवार के साथ है। मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नगर निगम कार्रवाई करेगा। आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव ने कहा कि मुआवजे के लिए हमने कलेक्टर से बात की है। नियमानुसार जो भी हो सकेगा परिवार को मुआवजा दिलवाया जाएगा।

जयपुर। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के विरोध में प्रदेश कांग्रेस की ओर से 7 से 17 जुलाई तक होने वाले विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है गुरूवार को को भी जयपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों में ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की ओर से विरोध प्रदर्शन किए गए।

इस दौरान कई स्थानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया तो कहीं ऊंट गाड़ी और बैलगाड़ी चलाकर विरोध दर्ज कराया गया। राजधानी जयपुर में गुरूवार को शास्त्री नगर स्थित कांवटिया अस्पताल सर्किल और कलेक्ट्रेट सर्किल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल डीजल की दरें कम करने की मांग की। इधर कावंटिया अस्पताल सर्किल से शास्त्री नगर सर्किल तक हवामहल से विधायक और मुख्य सचेतक में जोशी के नेतृत्व में मार्च निकाला गया, जिसमें ऊंट गाड़ी, बैलगाड़ी और साइकिल पर सवार होकर लोगों ने महंगाई का विरोध जताया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्य सचेतक में जोशी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बेतहाशा वृद्धि से हर चीज महंगी हो गई है, आमजन का घर परिवार को पालना मुश्किल हो गया है। बेरोजगारी चरम पर है, लोगों की काम धंधे ठप्प पड़े हैं। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दाम नियंत्रित करें या फिर गद्दी खाली करे।

कलेक्ट्रेट पर फूंका प्रधानमंत्री का पुतला
वहीं बनीपार्क ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की ओर से कलेक्ट्रेट पर कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन से विधायक और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के नेतृत्व में जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पेट्रोल डीजल की दरें कम करने और महंगाई कम करने की मांग केंद्र सरकार से की।

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि महंगाई कम करने का वादा कर जनता के वोट लेकर सत्ता में आए लोग अब महंगाई कम करने के नाम पर चुप हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दाम होने के बावजूद पेट्रोल-डील के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, परिवहन मंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार को माफ नहीं करेगी। इधर घाटगेट के नवाब के चौराहे पर भी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की ओर से महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया।

 

जयपुर। टोंक रोड स्थित शर्मा कॉलोनी में एक तीन मंजिला मकान में किराए से रहने वाली सीमा मीणा (25) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। एफएसएल ने आशंका जताई कि घटनास्थल का मौका मुआयना करने के बाद बताया मृतका ने हत्यारे का विरोध किया, लेकिन अचानक हमला होने से संभल नहीं सकी। गौर करने वाली बात है कि तीन मंजिला मकान में भूतल पर मकान मालिक का परिवार रहता है और ऊपर की दो मंजिल पर 16 कमरों में किराएदार रहते हैं।

दूसरी मंजिल पर एक कमरे में सीमा अपने भाई अमन के साथ रहती थी। प्रताप नगर थाना पुलिस ने बताया कि मूलत: दौसा के मंडावर निवासी सीमा और अमन दोनों सीतापुरा स्थित अलग-अलग गारमेंट फैक्ट्री में काम करते थे। मकान में रहने वाले लोगों ने बताया कि दोनों भाई-बहन दो माह पहले ही यहां रहने आए थे। अमन गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ नौ बजे अपने काम पर चला गया था।

कमरे के बाहर बहकर आया खून तो पता चला

सीमा गुरुवार को काम पर नहीं गई थी। मकान मालिक घर में बोरिंग खुदा रहा था। बोरिंग की मशीन चल रही थी। तभी दोपहर 12 बजे सीमा के कमरे के गेट के बाहर खून बहकर आया मकान में रहने वाले दहशत में आ गए। इस संबंध में प्रताप नगर थाना पुलिस और अमन को सूचना दी गई। सीमा कमरे में मृत पड़ी थी। उसके गला रेता गया था, कान के ऊपर और सिर के पीछे चोट का निशान था। कमरे में गला रेतने में काम लिया गया चाकू या अन्य धारदार हथियार भी नहीं मिला।


एक युवक बैग लेकर जा रहा था

मकान में रहने वाले लोगों ने बताया कि मकान में एक अनजान युवक आया था। इतने किराएदार रहते हैं, किसके पास युवक आया, इसकी तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। युवक को बैग लेकर जाते देखा गया। वारदात के समय बोरिंग की मशीन चलने के कारण आवाज भी नहीं आई। घर के आस-पास सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लग रहे हैं। पुलिस ने हत्यारे के परिचित होने पर मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई है।

जयपुर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की तैयारियों के बीच राजस्थान में भी गहलोत सरकार के कई मंत्री-विधायक भी अब जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्ष में खड़े हो गए हैं। हालांकि परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जहां जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता बताई तो वहीं भाजपा और आरएसएस पर भी निशाना साधा।

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि 1975 में देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहती थी, लेकिन उस वक्त जनसंघ और आरएसएस ने उसका जमकर विरोध किया था। अगर यह लोग उस वक्त जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध नहीं करते तो आज देश में जनसंख्या विस्फोट नहीं होता।


खाचरियावास ने गुरुवार को महंगाई के खिलाफ पूरे प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि 1975 में इंदिरा गांधी पूरे देश में हम दो हमारे दो का नारा देते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहती थी, लेकिन तब जनसंघ और आरएसएस के लोग इसके विरोध में उतर आए और इन्होंने इंदिरा गांधी को बदनाम किया। अगर उस समय जनसंख्या नियंत्रण कानून बन जाता तो आज देश में जनसंख्या विस्फोट की स्थिति नहीं होती।

ऑल पार्टी मीटिंग बुलाएं प्रधानमंत्री
खाचरियावास ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून का कोई विरोध नहीं कर रहा है लेकिन भाजपा कानून बनाने की बजाए धर्म और जाति के आधार पर वोटों की राजनीति करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र की मोदी सरकार देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहती है तो उसके लिए ऑल पार्टी मीटिंग बुलाए और देश के तमाम भाजपा शासित और गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करके कानून पर चर्चा करें।

जनसंख्या नियंत्रण के नियम राजस्थान में पहले से लागू
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के नियम तो राजस्थान में पहले से लागू हैं, चाहे वे सरकारी भर्तियों का मामला हो, पदोन्नति का मामला हो या फिर निकाय और पंचायत राज में चुनाव लड़ने का मामला हो, अगर किसी के भी 2 से ज्यादा बच्चे होते हैं तो उन्हें पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पाता और ना ही वह निकाय-पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ पाते हैं।

गौरतलब है कि गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी 'हम दो हमारा एक' कानून की वकालत करते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून को देश की जरूरत बताया था तो वहीं कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा के बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी जनसंख्या नियंत्रण कानून को देश की जरूरत बताया है।

 

महापौर बोली, ...फिर भी सफाई व्यवस्था जीरो
— हेरिटेज नगर निगम महापौर का जलमहल का दौरा

जयपुर। पर्यटन स्थल जलमहल पर सफाई व्यवस्था के साथ वहां के विकास कार्यों को लेकर हेरिटेज नगर निगम (Heritage Municipal Corporation) प्रशासन कितना चितिंत है, इसकी सच्चाई गुरुवार को महापौर मुनेश गुर्जर (Mayor Munesh Gurjar) के सामने आ गई। महापौर शाम को जलमहल (Jal Mahal) का दौरा करने पहुंची तो वहां जगह—जगह कचरा—गंदगी नजर आया। दीवार और फुटपाथ टूटा हुआ मिला। वहीं नाले की सफाई की गई, लेकिन उसमें कचरा गंदगी मिली। इस पर महापौर ने अधिकारियों को फटकार लगाई। वहीं जलमहल की सफाई व्यवस्था को जीरो बताया।

महापौर ने मौके पर ही अधिकारियों को सफाई व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए, साथ ही खुद मॉनिटरिंग करने की बात कही। अगर सफाई व्यवस्था बेहरत नहीं हुई तो अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। महापौर मुनेश गुर्जर ने बताया कि जलमहल के लिए अलग से 20 कर्मचारी लगाए हुए है, लेकिन सफाई व्यवस्था जीरो है। नाले की भी पूरी तरह सफाई नहीं की गई। महापौर ने कहा कि नाले की सफाई अब मानसून के बाद ही हो पाएगी।

40 लाख रुपए के हो रहे विकास कार्य
जलमहल पर करीब 40 लाख रुपए के विकास कार्य हो रहे है। महापौर ने इन विकास कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलमहल का सौन्दर्य का काम इमानदारी से होना चाहिए।

ग्राम जल व स्वच्छता समितियों के गठन में प्रदेश अग्रणी
— जल जीवन मिशन की प्लानिंग और इम्पलीमेंटेशन पर कॉन्फ्रेंस
— राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के मिशन निदेशक भरत लाल हुए शामिल

जयपुर। राजस्थान पूरे देश में ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों (वीडब्ल्यूएससी) (Village Water and Sanitation Committees) के गठन में अग्रणी प्रदेशों में शामिल है। राजस्थान ने वीडब्ल्यूएससी में 97 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर ली है। यह जानकारी राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (एनजेजेएम) के मिशन निदेशक भरत लाल ने गुरुवार को सचिवालय में 'प्लानिंग एंड इम्प्लीमेंटेशन ऑफ जल जीवन मिशन इन राजस्थान' पर आयोजित एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस में दी।

इस आयोजन में मिशन निदेशक ने स्थाई जल स्रोत विकसित करने, स्रोतों के संवर्द्धन तथा सोर्स को प्रमोट एवं प्रोटेक्ट करने के बारे में गांवों के स्तर पर सामूहिक सोच विकसित करने जैसे कार्यों की जरूरत जताई। उन्होंने कहा कि गांवों में लोगों की जरूरत के हिसाब से योजनाएं बने। सभी गांवों में 5 साल की अवधि के लिए बनने वाले 'विलेज एक्शन प्लान' जेजेएम की महत्वपूर्ण कड़ी है, हर गांव में सक्रियता से कार्य करने वाले 20-25 लोगों की टीम तैयार कर कार्यो को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन (जेजेएम) के माध्यम से गांवों में 'हर घर नल कनेक्शन' की मुहिम को साकार करने में अभियंताओं की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी अभियंता इस भावना से कार्य करे कि 'मैं एक पब्लिक यूटिलिटी मैनेजर हूं और मुझे पूरी शिद्दत से अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए चुनौती और जवाबदेही की हर कसौटी पर खरा उतरना है।'

जल स्रोतों के रिचार्ज पर भी फोकस
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत ने कहा कि प्रदेश में जेजेएम के कार्यों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ जल स्रोतों के रिचार्ज पर भी पूरा ध्यान देने की जरूरत है।

मुख्य सचिव बोले... 'हर घर नल कनेक्शन' देना सरकार की प्राथमिकता
— मुख्य सचिव से मिले राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के मिशन निदेशक
— प्रदेश में जेजेएम को लेकर की चर्चा

जयपुर। मुख्य सचिव निरंजन आर्य (Chief Secretary Niranjan Arya) से गुरुवार को भारत सरकार में जल शक्ति मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (Additional Secretary in the Ministry of Jal Shakti) और राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (एनजेजेएम) के मिशन निदेशक भरत लाल ने सचिवालय में मुलाकात की। उन्होंने जल जीवन मिशन की गतिविधियों के बारे में चर्चा की। इस दौरान जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत तथा एनजेजेएम की निदेशक रूपा मिश्रा भी मौजूद रहे।

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों को वर्ष 2024 तक समयबद्ध रूप से पूरा कर ग्रामीण क्षेत्रों में लक्ष्य के अनुरूप 'हर घर नल कनेक्शन' देना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। सभी जिला कलक्टर्स एवं सम्भागीय आयुक्त को भी फील्ड में कार्यों की गति बढ़ाने के लिए सतत मॉनिटरिंग के लिए निर्देश जारी किए गए है। जिला कलक्टर्स की नियमित वीसी में जल जीवन मिशन की प्रगति के बारे में फीडबैक लिया जा रहा है।

Jaipur Corona Vaccine गुरुवार को प्रदेशभर में कोरोना टीकाकरण (corona vaccination) बंद रहने के बाद अब शुक्रवार को इसके सुचारू होने की उम्मीद है। गुरुवार शाम प्रदेश के लिए केंद्र सरकार की ओर से 4 लाख 53 हजार 80 टीके भिजवाए गए। इनमें से कोविशील्ड (Covishield) के 3 लाख 73 हजार टीके प्रदेश को मिले हैं। एयरपोर्ट पर 32 बॉक्स में कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield) की यह डोज पहुंची। जयपुर एयरपोर्ट पर आई इस डोज को सेठी कॉलोनी स्थित सीएमएचओ प्रथम कार्यालय में बने कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है। यहां से शुक्रवार सुबह राज्य के विभिन्न केंद्रों पर टीके पहुंचाए जाएंगे। उसके बाद टीकाकरण हो सकेगा।

को-वैक्सीन की खेप भी पहुंची
कोविशील्ड के साथ प्रदेश को कोवैक्सीन (Co-vaccine) की डोज भी मिली। एयर एशिया की फ्लाइट से गुरुवार शाम को हैदराबाद से यह जयपुर एयरपोर्ट भेजी गई। यहां कुल 16 बॉक्स में को-वैक्सीन (Co-vaccine) की 80,580 डोज पहुंची। एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से इसे चिकित्सा विभाग को सौंपा गया।

विजय शर्मा / जयपुर। सातवीं कक्षा में थी, जब याद है मैं सड़क पार कर लेती थी। लेकिन डॉक्टर ने मेरे लिए कह दिया था कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ेगी मेरी आंखों की रोशन कमजोर होती जाएगी। आठवीं कक्षा के बाद मुझे दिखना बंद हो गया। इसके बाद मैंने नौवीं से लेकर कॉलेज की पढ़ाई यहां तक कि पीएचडी पूरी की। मैंने अपने इरादों को कमजोर नहीं होने दिया। आरएएस बनना मेरा सपना था। इसीलिए मैंने कभी कोई दूसरा फॉर्म नहीं भरा।

तीसरी बार प्रयास में मेरा चयन हो गया। यह कहना राजधानी में गोपालपुरा निवासी दृस्टिबाधित प्रगति सिंघल का। प्रगति ने दृस्टिबाधित महिला श्रेणी में पहली रैंक पाई है। प्रगति के अनुसार इस मुकाम तक पहुंचने में उनके परिवारजनों और स्कूल समय से पढ़ाने में मदद करने वाले शिक्षक केशव देव का योगदान रहा है।


अरुणिमा सिंहा की जीवनी से हुई प्रेरित
2011 में अरुणिमा सिंहा की जीवनी सुनी। पैर नहीं होने के बाद भी उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर पहुंच गई। वहीं से प्रेरणा मिली। सोचा मैं सिर्फ देख नहीं सकती लेकिन सुन सकती हूं और चल सकती हूं। तभी से किताब को रेकॉर्ड कर सुनकर पढ़ाई की। आरएएस बनकर अपना सपना पूरा किया है।

जयपुर। राज्य में व्यावसायिक परिसरों, परिवहन साधनों, कृषि और उद्योगों आदि में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा बचत की दीर्घकालीन कार्य योजना तैयार की जाएगी। एसीएस माइंस एवं पेट्रोलियम व सीएमडी राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम जहां प्रदेश में सौर व विण्ड एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से सोलर व विण्ड पार्क विकसित करनेए गैरपरंपरागत ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने और इस क्षेत्र में निवेश व रोजगार को बढ़ावा दे रहा है, वहीं केन्द्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय की और से प्रदेश में ऊर्जा दक्षता व ऊर्जा बचत के लिए नोडल संस्था होने के नाते प्रदेश में ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और ऊर्जा की बचत की कार्ययोजना बनाकर उसके क्रियान्वयन में प्रमुख भूमिका हो जाती है।
उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को केन्द्र सरकार के पावर मंत्रालय के ब्यूरों ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी बीईई की गाइड लाइन व प्रदेश की परिस्थितियों के अनुकूल एक्सन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। यह दल एक माह में एक्सन प्लान तैयार कर पेश करेंगे। समन्वित प्रयासों व समझाइस से माल्स, सरकारी कार्यालयों व व्यावसायिक स्थानों और औद्योगिक कल कारखानों में ऊर्जा की बचत कर विद्युत लागत को आसानी से कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जरुरत नहीं होने पर बिजली बंद रखने, रोड लाइट पर अधिक समय तक लाल बत्ती की स्थिति में वाहन को बंद करने, पांच सितारा विद्युत उपकरणों के उपयोग आदि से बिजली की आसानी से बचत की जा सकती है। अधिकारियों की समिति इन छोटे उपायों सहित दीर्घकालीन एक्सन प्लान प्रस्तुत करेगी, जिसका अध्ययन कर लागू किया जाएगा।
सीएमडी डॉ. अग्रवाल ने बताया कि बिजली की बचत ही बिजली का उत्पादन है को देखते हुए प्रदेश में ऐसे विद्युत उत्पादों की उपलब्धता व उपयोग को बढ़ावा देना है, जो बिजली की बचत करने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल हो। विद्युत लागत को कम करना और पर्यावरण संरक्षण हमारी सबकी जिम्मेदारी है। अब कम विद्युत खर्च में बेहतर सर्विस देने वाले उपकरण बाजार में उपलब्ध होने के साथ ही छोटे छोटे प्रयासों से ही बिजली की खपत को कम किया जा सकता है। इससे विद्युत खर्च में कमी होने से सीधे उपयोगकर्ता को राहत मिलेगी ,वहीं अनावश्यक बिजली की खपत कम होने से बिजली की खरीद लागत में कमी आएगी। बैठक में अधिकारियों ने कम्प्यूटर प्रजेटेंशन भी देकर प्रगति की जानकारी दी। बैठक में निदेशक तकनीकी सुमित माथुर, निदेशक वित्त केसी कुमावत, ओएसडी नवीन शर्मा, महाप्रबंधक केसी सोनी सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

जयपुर। राजस्थान के कई जिलों में 17 जुलाई से तेज बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। नए साइक्लोनिक सिस्टम बनने से भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, कोटा, झालावाड़, बारां जिलों में भारी बरसात हो सकती है। वहीं 18 जुलाई को भी झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, टोंक, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर, करौली जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने दिया है।

प्रदेश के कुछ जिलों में अच्छी बारिश हो रही है। नागौर जिले में गुरुवार को फिर मेघ बरसे। करीब आधे घंटे तक हुई तेज बरसात से नागौर जिला मुख्यालय पर 26 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। शेखावटी इलाके में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है। वहीं जयपुर में लोग सुबह से ही गर्मी और उमस से बेहाल रहे। राजधानी का दिन का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं बाड़मेर,बीकानेर, पाली, धौलपुर, सवाई माधोपुर का दिन का पारा 40 डिग्रर से अधिक रहा। सबसे अधिक तापमान पाली का 43.8 डिगी सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

यहां बरसे बादल
प्रदेश में गुरुवार को सर्वाधिक बारिश चित्तौडग़ढ में 41 मिमी दर्ज की गई। चित्तौडगढ के अलावा सीकर में 21 मिमी बारिश हुई। वहीं स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक नागौर में आधे घंटे में 26 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं चुरू में 1.8 मिमी बारिश हुई।

नागौर में दूसरे भी बरसे मेघ
नागौर जिले में बुधवार को अच्छी बारिश के बाद गुरुवार को जिला मुख्यालय पर फिर मेघ बरसे। करीब आधे घंटे तक हुई तेज बरसात से नागौर जिला मुख्यालय पर 26 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। नागौर के साथ जायल, खींवसर व डीडवाना तहसील में हल्की बारिश हुई, जबकि जिले की अन्य तहसीलों में गुरुवार को बारिश नहीं हुई। जुलाई आधा बीत चुका है, जिले के कई ग्रामीण इलाके अब भी सूखे हैं। नागौर में गुरुवार सुबह से ही गर्मी व उमस ने परेशान करना शुरू कर दिया। दोपहर तक तेज गर्मी के चलते आमजन परेशान रहा। दोपहर करीब साढ़े 3 बजे तेज हवा के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ। करीब आधे घंटे तक अच्छी बारिश हुई।

सीकर में तेज बरसात
सीकर. जिले में अल सुबह फतेहपुर में भारी बरसात के बाद बादल दोपहर में सीकर शहर में बरसे। करीब 15 मिनट तक तेज गति से हुई बरसात से यहां भी जगह जगह जलभराव हो गया। नवलगढ़ रोड, राधाकिशनपुरा, बजाज रोड, सिटी डिस्पेन्सरी नम्बर दो के पीछे व फतेहपुर रोड सहित कई इलाकों में पानी भराव लोगों के लिए भारी परेशानी बन गया। बरसाती पानी कई घरों में घुस गया तो कई वाहन उसमें फंस गए।

Jaipur प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) अभियान की हालत खस्ता है। सप्ताह में दो दिन वैक्सीनेशन सुचारू चलता है तो पांच दिन अधिकांश केंद्र बंद रहते हैं। इसी सप्ताह की बात करें तो सोमवार को प्रदेश में वैक्सीनेशन नहीं हो सका था, क्योंकि राज्य में वैक्सीन खत्म हो चुकी थी। इसी दिन शाम को केंद्र सरकार की ओर से 8 लाख 35 हजार की डोज भेजी गई। इसके बाद मंगलवार और बुधवार को राज्यभर में वैक्सीन लगाई गई और गुरुवार आते-आते फिर केंद्रों पर वैक्सीनेशन का काम बंद हो गया। वैक्सीन की कमी के चलते कई केंद्रों के बाहर वैक्सीन ना होने के बोर्ड टंगे दिखाई दिए। यह देख लाभार्थी मायूस लौटे।

जयपुर में भी नहीं हुआ वैक्सीनेशन
जयपुर शहर और ग्रामीण के लोगों को इन दो दिनों में एक लाख डोज भी नहीं मिली। आपूर्ति नहीं होने के चलते तीसरे दिन यहां फिर केंद्रों को बंद करना पड़ा है। अब केंद्र की ओर से भेजी जाने वाली वैक्सीन का इंतजार हो रहा है। अगर आज रात तक वैक्सीन पहुंचती है तो कल फिर से टीके लगाए जा सकेंगे। इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत टीकों की पर्याप्त आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।

इनका कहना है
वैक्सीन की किल्लत के चलते गुरुवार को जयपुर में सभी केंद्रों पर टीकाकरण बंद करना पड़ा। अब वैक्सीन मिली है तो शुक्रवार को केंद्रों में टीके उपलब्ध होने के बाद यह लगाए जा सकेंगे।
डॉ. नरोत्तम शर्मा, सीएमएचओ प्रथम, जयपुर

Jaipur प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की दूसरी लहर खत्म होने की उम्मीद अब रंग लाने लगी है। लगातार प्रदेश में 50 से कम नए मरीज मिल रहे हैं। वहीं ऐसे जिलों की संख्या भी कम हो रही है, जहां से नए मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 33 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यह भी सिर्फ 9 जिलों में दर्ज किए गए हैं। बड़ी राहत यह भी है कि इस दिन कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। वहीं एक्टिव केस घटकर 522 रह गए हैं।

यहां मिले संक्रमित
कोरोना के जयपुर में 12, उदयपुर में 7, जोधपुर में 4, अजमेर 3, बीकानेर 2, श्रीगंगानगर 2, अलवर, भरतपुर, कोटा में एक-एक नया मरीज (corona positives) मिला है।

यहां संख्या रही शून्य
बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक में कोई नया मरीज नहीं मिला है।

Jaipur विश्व युवा कौशल दिवस पर जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने आरएसएलडीसी (RSLDC) की ओर से चुने गए जयपुर जिले के पांच स्किल आइकन (Skill Icon) को सम्मानित किया। इस मौके पर स्किल आइकन को ब्लैजर, सर्टिफिकेट्स और 11 हजार रूपए की राशि का चैक दिया गया। जिला कलक्टर ने सभी सम्मानित स्किल आइकन को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय स्वरोजगार से जुड़ने और स्वावलम्बी बनने का है। हाथ का हुनर जरूरी है, जिससे युवाओं स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। स्किल आइकन के रूप में सम्मानित होने वालों में पिंकी कुमारी वर्मा, रवि शंकर अग्रवाल, अनामिका जोशी, कविता शर्मा, प्रियंका सैनी शामिल हैं। सभी स्किल आइकन ट्रेनिंग कर विभिन्न सेक्टर में अच्छी सैलेरी पैकेज पर काम कर रहे हैं।

बाल संरक्षण से जुड़े पहलु पर हुई चर्चा
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिला बाल संरक्षण इकाई की त्रैमासिक बैठक हुई। इसमें जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने राजकीय सम्प्रेषण गृह, शिशु गृह, बालिका गृह की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से इस पर चर्चा की और मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना के तहत कोरोना की वजह से माता-पिता खो चुके बच्चों को इसका लाभ देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर दक्षिण शंकर लाल सैनी, जिला बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निदेशक रोहित जैन, शिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

जयपुर।

राज्य सरकार ने गुरुवार को एक आदेश निकालकर जयपुर हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी में वाइस चैयरमेन बनाया है। स्मार्ट सिटी के अधिकतर काम है हैरिटेज निगम क्षेत्र में हैं, इस वजह से गुर्जर को प्राथमिकता दी गई है। हैरिटेज नगर निगम के आयुक्त के पास ही स्मार्ट सिटी का कार्यभार है।

वहीं कोटा उत्तर नगर निगम महापौर मंजू मेहरा को कोटा स्मार्ट सिटी कंपनी का वाइस चैयरमेन बनाया गया है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा उत्तर से विधायक हैं। कोटा स्मार्ट सिटी का ज्यादातर काम इसी क्षेत्र होने के कारण महापौर को यह पद दिया गया है। आपको बता दें कि स्मार्ट सिटी के कार्यों को लेकर जारी ऑनलाइन रैंकिंग में राजस्थान पूरे देश में अव्वल रहा है। ऐसे में राजस्थान सरकार चाहती है कि काम में तेजी बनी रहे। इस वजह से संबंधित इलाके की महापौर को वाइस चेयरमैन बनाया गया है।

चारों स्मार्ट सिटी कंपनियों में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति

प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। राज्य सरकार ने गुरुवार को एक आदेश जारी करके चारों स्मार्ट सिटी कंपनियों में स्वतंत्र निदेशकों के पदों नियुक्ति दी है। आदेश के अनुसार जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी में जय आकड़ और डॉ.पूनम शर्मा को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है, जबकि कोटा स्मार्ट सिटी में रविन्द्र त्यागी और रजनी गुप्ता, उदयपुर स्मार्ट सिटी में सज्जन कटारा और अजमेर स्मार्ट सिटी कंपनी में डॉ. गोपाल बाहेती व राजकुमार जयपाल को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है।

विजय शर्मा / जयपुर। जरूरी नहीं कि हम आरएएस बनने के लिए बड़ी कोचिंग करें। अगर आत्मविश्वास हो तो सेल्फ स्टडी से ही सफलता हासिल की जा सकती है। यह कहना है कि मानसरोवर में रहने वाली भारती गौतम का। भारती ने आरएएस 2018 में 472 वीं रैंक हासिल की हैं। भारती के अनुसार उन्होंने 12 वीं में राजस्थान टॉप किया। इसके बाद से ही आरएएस बनने का ठान लिया।


महारानी कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद आरएएस की तैयारी की। पहली बार में ही चयन हुआ। भारती ने बताया कि आरएएस के लिए कोई कोचिंग नहीं की। आॅनलाइन के जरिए सेल्फ पढ़ाई की। भारती ने अपनी सफलता का श्रेय माता—पिता और परिजनों को दिया है। पिता बाबूलाल शर्मा एलआईसी एजेंट हैं। माता अनिता शर्मा सरकारी अध्यापिका हैं। भारती के अनुसार हमे इधर—उधर भटकने की बजाय लक्ष्य बनाकर सेल्फ पढ़ाई करनी चाहिए। सफलता जरूर मिलती है।


मोनिका ने पाई 11 वीं रैंक

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आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 के परीक्षा परिणाम में जयपुर के कई अभ्यर्थियों ने अपना परचम लहराया है। जयपुर के जिले के चक हनुतपुरा गांव निवासी और हाल निवास झोटवाड़ा की रहने वाली मोनिका सामोर ने आरएएस भर्ती परीक्षा में 11 स्थान हासिल किया है। मोनिका सामोर ने बताया कि कोई भी काम मेहनत और लगन से किया जाए तो सफलता जरूर हासिल होती है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और मेंटर को दिया। उन्होंने कहा आगेे यूपीएससी सेवा में जाना चाहती हैं। मोनिका ने बताया उनके परिवार में पिता प्रॉपर्टी के व्यवसाई है माता गृहणी है वही उनका भाई भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा है।

दृस्टिबाधित प्रगति का आरएएस में चयन

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सातवीं कक्षा में थी, जब याद है मैं सड़क पार कर लेती थी। लेकिन डॉक्टर ने मेरे लिए कह दिया था कि जैसे—जैसे उम्र बढ़ेगी मेरी आंखों की रोशन कमजोर होती जाएगी। आठवीं कक्षा के बाद मुझे दिखना बंद हो गया। इसके बाद मैंने नौवीं से लेकर कॉलेज की पढ़ाई यहां तक कि पीएचडी पूरी की। मैंने अपने इरादों को कमजोर नहीं होने दिया। आरएएस बनना मेरा सपना था। इसीलिए मैंने कभी कोई दूसरा फॉर्म नहीं भरा। तीसरी बार प्रयास में मेरा चयन हो गया। यह कहना राजधानी में गोपालपुरा निवासी दृस्टिबाधित प्रगति सिंघल का। प्रगति ने दृस्टिबाधित महिला श्रेणी में पहली रैंक पाई है। प्रगति के अनुसार इस मुकाम तक पहुंचने में उनके परिवारजनों और स्कूल समय से पढ़ाने में मदद करने वाले शिक्षक केशव देव का योगदान रहा है।

यूडी टैक्स... टारगेट 45 हजार संपत्तियों का, वसूल पाए सिर्फ 2 हजार से ही
— हेरिटेज नगर निगम के हाल : ठेके पर भी नहीं कर पाए वसूल
— 32 करोड़ रुपए हैं यूडी टैक्स वसूली का टारगेट , वसूल पाए सिर्फ 4.48 करोड़

जयपुर। शहरी सरकार ने अपना खजाना भरने के लिए नगरीय विकास कर (Urban Development Tax) (यूडी टैक्स) वसूली का काम ठेके पर दिया, लेकिन ठेके की यह योजना भी फेल साबित होती नजर आ रही है। हेरिटेज नगर निगम ने करीब 45 हजार संपत्तियों से यूडी टैक्स वसूली का टारगेट दिया, लेकिन 12 जुलाई तक सिर्फ 2 हजार संपत्तियों से ही यूडी टैक्स वसूल कर पाए। ऐसे ही हाल हाउस टैक्स के है, हाउस टैक्स भी सिर्फ 74 लोगों से ही वसूल पाए है। वहीं कोरोनाकाल के चलते यूडी टैक्स के नया सर्वे भी अटक गया है।

हेरिटेज नगर निगम ने इस साल 45 हजार संपत्तियों से करीब 32 करोड़ रुपए यूडी टैक्स वसूली का लक्ष्य तय किया, लेकिन 12 जुलाई तक सिर्फ 2039 संपत्तियों के मालिकों से सिर्फ 4.48 करोड़ रुपए ही वसूल कर पाए। इनमें में भी सबसे कम आदर्श नगर जोन में वसूली हो पाई है, यहां 358 संपत्तियों से सिर्फ 41.60 लाख रुपए ही वसूल हुए है। वहीं हवामहल—आमेर जोन में 308 संपत्तियों से सिर्फ 59.12 करोड़ रुपए ही वसूल हो पाए है। सिविल लाइंस जोन में जरूर इनसे दुगना काम हुआ और यहां 926 संपत्तियों से 2.63 करोड़ रुपए वसूले गए है। किशनपोल जोन क्षेत्र में 447 संपत्तियों से 84.62 लाख रुपए यूडी टैक्स के वसूल कर पाए है।

हाउस टैक्स में भी फिसड्डी
हाउस टैक्स में भी वसूली के मामले में फिसड्डी ही रहे। हेरिटेज नगर निगम में इस साल अभी तक सिर्फ 74 संपत्तियों से सिर्फ 9.68 लाख रुपए ही वसूल कर पाए है। इनमें भी हवामहल जोन सबसे पीछे रहा, यहां सिर्फ 11 लोगों से 46 हजार रुपए ही वसूल कर पाए है। वहीं किशनपोल जोन में 19 लोगों से 56 हजार रुपए वसूले है। हाउस टैक्स वसूली के मामले भी सिविल लाइंस जोन क्षेत्र थोड़ा ठीक रहा। यहां 26 लोगों से 7.69 लाख रुपए वसूले गए। जबकि आदर्श नगर जोन क्षेत्र में 18 लोगों से 95 हजार रुपए हाउस टैक्स के वसूले गए।

जयपुर। राज्य सरकार ने निकायों से जुड़ी एजेंसियों में राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला फिर शुरू कर दिया है। प्रदेश की चारों स्मार्ट सिटी कंपनियों में स्वतंत्र निदेशकों के पद पर राजनीतिक नियुक्ति की गई है। सरकार ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी में जय आकड़ और डॉ.पूनम शर्मा को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है। इसी तरह कोटा स्मार्ट सिटी में रविन्द्र त्यागी व रजनी गुप्ता, उदयपुर स्मार्ट सिटी में सज्जन कटारा और अजमेर स्मार्ट सिटी कंपनी में डॉ.गोपाल बाहेती व राजकुमार जयपाल को स्वतंत्र निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी है।

फंडिंग लेने में पीछे
निर्धारित समय पर फंडिंग लेने में हम लगातार पीछे हैं। प्रदेश के चार शहर जयपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल है। केन्द्र सरकार से अब तक 52 प्रतिशत और राज्य सरकार से केवल 45 प्रतिशत ही फंडिंग ले पाए हैं। काम में कोताही, धीमी गति और लगातार राजनीतिक हस्तक्षेप से ये हालात बने हैं। चारों शहरों में फंडिंग लेने में उदयपुर अव्वल है और स्मार्ट सुविधाओं पर राशि खर्च करने में तो जयपुर फिर से तीसरे पायदान पर लुढक गया है।

सीकर। प्रदेश में सरकारी भर्तियों (government recruitment) की कछुआ चाल बेरोजगारों (unemployed) की मुसीबत बढ़ा रही है। नौ साल पहले चिकित्सा विभाग (medical Department) की ओर से एएनएम (ANM) के 12278 पदों पर बोनस अंकों (bonus points) के आधार पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे। विभाग ने चयनित अभ्यर्थियों की सूची भी जारी कर दी। परिणाम की खुशियों में अभ्यर्थियों ने मिठाई भी बांट (distributed sweets) दी। लेकिन अभी तक नियुक्ति (appointment) नहीं दी है। पिछले नौ साल से बेरोजगार अभ्यर्थियों की ओर से सरकारी सिस्टम से लगातार नौकरी की जंग लड़ रही है, लेकिन कही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब बेरोजगार महिलाओं ने सरकार को नौकरी या इच्छा मृत्यु देने की मुहिम शुरू करने का ऐलान किया है।
बोनस अंक की वजह से न्यायालय तक पहुंची भर्ती

सरकार ने इस भर्ती में अधिकतम अनुभव के आधार पर 30 अंक देने का निर्णय लिया था। इसमें एक साल के लिए न्यूतनम दस, दो साल के लिए बीस व तीन साल के अनुभव पर 30 अंक देने का प्रावधान था। लेकिन कुछ अभ्यर्थियों के अनुभव प्रमाण पत्रों को नहीं मानने की वजह से मामला न्यायालय तक पहुंच गया था। हालांकि बाद में न्प्यायालय ने भर्ती को हरी झंडी दे दी थी।
भाजपा ने लगभग छह हजार को दी नियुक्ति

एएनएम आंदोलन के बीच में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया। इसके बाद भाजपा ने लगभग छह हजार महिलाओं को नौकरी भी दे दी। लेकिन आधी महिलाओं को अभी भी नौकरी का इंतजार है।
कांग्रेस ने फिर सत्ता में आने पर बना दी कमेटी

पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बेरोजगारों से सत्ता में आने पर सभी को नियुक्ति देने का वादा कर दिया। इस पर सरकार ने पहले साल चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में कमेटी बना दी, लेकिन इस कमेटी की रिपोर्ट पर अब तक अमल नहीं हुआ है। बेरोजगार महिलाओं का आरोप है कि उनके समर्थन में अब तक 100 से अधिक विधायक भी सरकार को पत्र लिख चुके है।
केस एक: नौकरी के इंतजार में ओवरएज

सुनीता ख्यालिया ने बताया कि वर्ष 2013 की भर्ती में नंबर आ गया था। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना भी छोड़ दिया। एक तरफ सरकार की ओर से कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के लिए अस्थाई तौर पर कोविड सहायक लगाए जा रहे हैं, लेकिन पहले से चयनित अभ्यर्थियों की सुध नहीं ली जा रही है। इस कारण प्रदेश की लगभग छह हजार महिलाएं ओवरएज हो गई है।
केस दो: नौकरी या इच्छामृत्यु कुछ तो दो सरकार

अभ्यर्थी संतरा का कहना है कि भाजपा सरकार के समय आधे अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई, लेकिन कांग्रेस का ढाई साल का कार्यकाल गुजरने के बाद भी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है। अब एएनएम की ओर से सरकार से आर-पार की जंग लड़ी जाएगी। सरकार या तो नौकरी दें नहीं सभी चयनित महिलाओं को इच्छा मृत्यु की अनुमति दें।

केस तीन: चहेतों को गुपचुप तरीके से नियुक्ति भी दी

एएनएम भर्ती 2013 में चहेतों को मनमर्जी से नौकरी देने पर भी सवाल उठ रहे हैं। अभ्यर्थी सरिता ने बताया कि कई चहेतों पर विभाग ने मेहरबानी दिखाते हुए नियुक्ति दी है। उनका कहना है कि सरकार के पास फिलहाल दस हजार से अधिक रिक्त भी है। ऐसे में सरकार यदि कमेटी की रिपोर्ट को लागू करें तो आसानी से नियुक्ति दे सकती है।

जयपुर। राज्य सरकार ने जयपुर हैरिटेज नगर निगम महापौर को जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी में वाइस चैयरमेन बनाया है। हैरिटेज नगर निगम में अभी महापौर मुनेश गुर्जर है जो कांग्रेस पार्टी से है। सरकार ने इस संबंध में गुरुवार को आदेश जारी किए। सरकार का तर्क है कि स्मार्ट सिटी का अधिकतर हिस्सा इसी नगर निगम सीमा में है। इसी कारण हैरिटेज नगर निगम को प्राथमिकता दी गई है। हैरिटेज नगर निगम के आयुक्त के पास ही स्मार्ट सिटी का कार्यभार भी है। गौरतलब है कि महापौर मुनेश गुर्जर कांग्रेस पार्टी से जीतकर आई है। विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास के विधानसभा क्षेत्र से हैं और उन्हीं की तरजीह पर वे महापौर के लिए चुनी गईं।
इसी तरह कोटा उत्तर नगर निगम महापौर मंजू मेहरा को कोटा स्मार्ट सिटी कंपनी का वाइस चैयरमेन बनाया गया है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा उत्तर से विधायक हैं। कोटा स्मार्ट सिटी का ज्यादातर काम इसी क्षेत्र होने के कारण महापौर को यह पद दिया गया है।

जयपुर। सांसद रामचरण बोहरा ने द्रव्यवती नदी के विकास की धीमी गति पर चिंता जताई है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर द्रव्यवती नदी के हालात को जनता के साथ छलावा बताया है। उन्होंने लिखा है कि बजट (वर्ष 2019-20) में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करके 70 एमएलडी का नया संयत्र लगाने की घोषणा की याद दिलाई। डेढ़ सौ करोड़ लागत का यह काम अब भी अधूरा है। नदी में साफ पानी छोड़ने के लिए जेडीए की ओर से 5 एसटीपी प्लांट लगा रखे हैं तथा नगर निगम द्वारा देहलावास में ट्रीटमेंट प्लांट संचालित है। दोनों जगह सीवरेज का 200 एमएलडी गन्दा पानी आ रहा है और इसमें से 75 एमएलडी गन्दा पानी बिना परिशोधित किए हुए ही नदी में छोड़ा जा रहा है। यह जनता के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

यह दिलाई याद
सांसद बोहरा ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार में जयपुर के सौंदर्यीकरण एवं जयपुरवासियों को दूषित पानी से मुक्ति दिलाने के लिए करीब 1676 करोड़ की लागत से द्रव्यवती नदी सौंदर्यन प्रोजेक्ट शुरू किया गया। लेकिन यह लिखते हुए अत्यंत कष्ट हो रहा कि दुर्भाग्यवश और राजनीति के चलते यह नदी आज बदबूदार नाले में परिवर्तित हो रही है। राजनीति से उपर उठकर आमजन की सुविधा के लिए प्रोजेक्ट का काम जल्द पूरा होना जरूरी है।


जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को स्वायत्त शासन भवन में रूडसिको बोर्ड की बैठक हुई। इसमें रूडसिको (राजस्थान अरबन ड्रिकिंग वाटर एण्ड सीवरेज कॉर्पोरेशन) के वित्तीय वर्ष 2018-19 के वार्षिक लेखों की स्वीकृति प्रदान की गई।
इस दौरान धारीवाल ने कोरोनाकाल में स्मार्ट सिटी मिशन योजना, अमृत योजना, आरयूआईडीपी योजना के तहत हुए विकास कार्यों और उसके जरिए श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की सराहना की। आरयूआईडीपी ने पिछले वित्तीय वर्ष में एतिहासिक प्रदर्शन किया है। कोरोना महामारी के बावजूद 800 करोड़ रुपए से अधिक के सीवरेज और जलप्रदाय के काम कराए। उन्होंने निर्देश दिए कि 2000 करोड़ रुपए के आरयूआईडीपी चतुर्थ चरण ट्रांच द्वितीय के तहत एशियन विकास बैंक से जल्द लोन राशि प्राप्त की जाए। बैठक में जलदाय विभाग, स्वायत्त शासन विभाग, वित्त विभाग, आरयूआईडीपी सहित अन्य विभागों के अफसर शामिल हुए।

आवासीय कार्यों को गति देने के निर्देश
रूडसिको (हाउसिंग) के अधिकारियों को निर्देश दिया कि आवासीय कार्यों एवं विभिन्न विभागों के डिपोजिट कार्य की गति बढ़ाए। साथ ही अलवर मिनी सचिवालय का काम भी जल्द पूरा हो। धारीवाल जल्द ही प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत, आरयूआईडीपी की ओर से किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करेंगे।

जालूपुरा थाना पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से होमगार्ड में नौकरी करने वाली महिला को पकड़ा हैं। आरोपिया ने फर्जी दस्तावेजों से वर्ष 2008 से वर्ष 2017 तक राजस्थान होमगार्ड में नौकरी की हैं।
डीसीपी (उत्तर) ऋचा तोमर ने बताया कि 11 फरवरी 2020 को गृह रक्षा प्रशिक्षण केन्द्र जयपुर के कमाण्डेन्ट ने थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि पूनम सहाय पत्नी रामजीलाल बैरवा ने पूनम भारती पुत्र राजेन्द्र कुमार के शिक्षा संबंधित दस्तावेजों का दुरुपयोग कर जयपुर होमगार्ड में वर्ष 2008 में भर्ती हो गई। इस संबंध में पूनम सहाय पत्नी रामजीलाल बैरवा और पूनम भारती पुत्री राजेन्द्र कुमार पत्नी दौलत सिंह कर्मावत को होमगार्ड कार्यालय में बुलाकर उनके शिक्षा संबंधी एवं दस्तावेजों की गहन जांच की। पूनम सहाय पत्नी रामजीलाल बैरवा ने दस्तावेजों की रंगीन फोटो कापी प्रस्तुत की। जिसमें यह साफ स्पष्ट पाया कि पूनम सहाय पत्नी रामजीलाल बैरवा द्वारा पूनम भारती पुत्र राजेन्द्र कुमार पत्नी दौलत सिंह कर्मावत के शिक्षा संबंधित परिवार राशन कार्ड जैसे दस्तावेजों को दुरुपयोग कर वर्ष 2008 में होमगार्ड जयपुर में भर्ती हो गई। मामला दर्ज होने के बाद पूनम गिरफ्तारी से बचने के लिए बार बार ठिकाना बदलती रही। टीम ने गुरुवार को महेश नगर हाल कालवाड़ा स्टैण्ड वाटिका रोड शिवदासपुरा निवासी पूनम सहाय बैरवा उर्फ मीनू (40) पत्नी रामजीलाल बैरवा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ थाना महेश नगर में पूर्व में भी दो प्रकरण दर्ज हैं।

भवनेश गुप्ता
जयपुर। स्मार्ट सिटी रैंकिंग में राजस्थान ने बाजी मारते हुए देश में पहले पायदान पर पहुंच गया है। प्रोजेक्ट्स में काम की गति, उसमें पर खर्च राशि और कुल योजनाओं के मामले में यह केन्द्र सरकार ने यह रैंकिंग आॅनलाइन जारी की है। इसमें 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के कार्यों का आकलन किया गया। दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश और तीसरे पायदान पर गुजरात रहा। दो माह पहले राजस्थान इसमें दूसरे स्थान पर था। वहीं, देश के 100 शहरों की सूची में जयपुर 28वें स्थान पर रहा है। उदयपुर 5वें, कोटा 10वें और अजमेर 22वें स्थान पर रहा है। राज्य में 4 ही शहर स्मार्ट सिटी में शामिल हैं, जयपुर इस बार भी इनमें आखिरी सीढ़ी पर रहा है। हालांकि, देश में शहरों की रैंकिंग में लगातार बदलाव होता रहा है।

रैंकिंग के ये आधार
परियोजना का क्रियान्वयन यानी कितना काम पूरा किया और प्रोजेक्ट निर्धारित समय से चल रहा है या नहीं। निविदाधीन कार्य, प्राप्त फंड का उपयोग एवं केंद्र को समय-समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने जैसे मापदंड शामिल।

इस तरह पहले स्थान पर पहुंचा राजस्थान
-राज्य के 4 शहरों को अब तक कुल 1997 करोड़ रुपए प्राप्त हुए। इनमें से अब तक 1700 करोड़ का काम विभिन्न परियोजनाओं में कराया।
-केन्द्र सरकार से मिले 1078 करोड़ के अनुपात में राज्य का 30 प्रतिशत हिस्सा यानि 660 करोड़ रुपए चारों शहरों को जारी कर दिए गए।
-चार शहरों में 718 करोड़ रुपए के 161 प्रोजेक्ट पूरे किए गए और अभी 2660 करोड़ रुपए लागत के 168 कार्य चल रहे हैं।
-269 करोड़ रुपए के 24 प्रोजेक्ट्स की निविदा प्रक्रियाधीन है।

उदयपुर फिर अव्वल, जयपुर अब भी फिसड्डी
शहर————2020———मई2021———जुलाई 2021
जयपुर————42—————36—————— 28
उदयपुर———27—————8——————— 5
कोटा—————12—————11—————— 10
अजमेर————18————29—————— 22
(जयपुर में काम की धीमी गति कारण बनी)


-राज्य सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है, इसीलिए कोरोना काल में भी हमने स्मार्ट सिटी के तहत बेहतर काम किया। कार्य के आधार पर राजस्थान का पहले पायदान पर पहुंचना, सभी संबंधितों की भागीदारी से संभव हो पाया है।
-शांति धारीवाल, नगरीय विकास मंत्री

राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) में अंक बढ़ाने के नाम पर 23 लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी ने आरपीएससी सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति रिटायर्ड आईपीएस भैरोसिंह को पूछताछ के लिए बुलवाया था। लेकिन भैरोसिंह एसीबी के समक्ष उपस्थित नहीं हो सके। इस मामले में एसीबी ने बुधवार को मानसरोवर स्थित अग्रवाल फार्म और अजमेर आवास पर भैरोसिंह गुर्जर को अनुसंधान अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस चस्पा किया था।

वकील के जरिए भिजवाया पत्र
आरपीएससी सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति भैरोसिंह गुर्जर ने अपने वकील के जरिए गुरुवार को एसीबी अनुसंधान अधिकारी बजरंग सिंह शेखावत को पत्र भिजवाया। पत्र में बताया कि इंटरनेट और अन्य माध्यम से पता चला है कि उन्हें एसीबी ने बुलाया है। मैं बाहर यात्रा पर गया हुआ हूं। भैरोसिंह के वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल रिटायर्ड पुलिस अधिकारी है और एसीबी के अनुसंधान में पूरी मदद करना चाहते है। इसलिए यात्रा जैसे ही पूरी होगी वह अनुसंधान अधिकारी के समक्ष उपस्थित हो जाएंगे। हालांकि यात्रा समाप्ति का समय नहीं बताया गया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तत्कालीन सहायक पुलिस आयुक्त महिला अपराध अनुसंधान सेल, जयपुर पूर्व एवं पदच्युत आरपीएस अधिकारी कैलाश चंद बोहरा के खिलाफ सक्षम न्यायालय में अभियोग चलाने के लिए अभियोजन स्वीकृति के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया हैं। बोहरा को भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने महिला उत्पीडन के प्रकरण में गिरफ्तार किया था। बाद में राज्य सरकार ने उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया था।
इसके साथ ही अन्य प्रकरण में गहलोत ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के निलंबित अधिकारी मनीष अग्रवाल के निलंबन की अवधि अगले 180 दिनों तक बढ़ाने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन कर दिया हैं। अग्रवाल एसीबी द्वारा भष्ट्राचार तथा अवैध वसूली के प्रकरण में फरवरी 2021 में गिरफ्तार किए जाने के बाद से लगातारपुलिस अथवा न्यायिक अभिरक्षा में रहे हैं।
गौरतलब है कि निलंबन अवधि समिति ने पूर्व में अग्रवाल का निलंबन 120 दिन तक बढ़ाया था। यह अवधि 31 जुलाई को पूरी हो रही हैं। अब समिति ने निलंबन अवधि अगले 180 दिन तक बढ़ाने की अभिशंसा की है, जिसका मुख्यमंत्री ने अनुमोदन कर दिया हैं।


जयपुर, 215 जुलाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने प्रदेश की नई इको टूरिज्म पॉलिसी लॉन्च (New eco tourism policy launched) कर दी है। गुरुवार को स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक (State Wildlife Board meeting) में गहलोत ने पॉलिसी लॉन्च की। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से राज्य में पारिस्थितिकी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य मंत्रिमंडल ने हाल ही में राजस्थान इको-टूरिज्म पॉलिसी (Rajasthan Eco-Tourism Policy) का अनुमोदन किया है। उन्होंने राज्य में एक विशेष वेटरनरी लैब (veterinary lab) की स्थापना के लिए परीक्षण करने के निर्देश दिए। जिससे वन्यजीवों और अन्य पशु-पक्षियों से संबंधित नमूनों, रोग परीक्षण आदि की शीघ्र जांच संभव हो सकेगी।
विशेषज्ञों का पैनल बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की 12वीं बैठक ((State Wildlife Board meeting) ) को संबोधित करते हुए उन्होंने विशेषज्ञों का एक पैनल बनाने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि यह पैनल रणथम्भौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore Tiger Reserve) में बाघों की बढ़ती संख्या के कारण उन्हें अन्य अभयारण्य क्षेत्रों में शिफ्ट करने तथा मुकुन्दरा हिल्स एवं रामगढ़ टाइगर रिजर्व को विकसित करने के संबंध में अध्ययन कर सुझाव देगा।
बैठक में उनका कहना था कि सरकार प्रदेश में बाघों के सरंक्षण के लिए नए टाइगर रिजर्व विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने बंूदी के रामगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को हाल ही में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने टाइगर रिजर्व के रूप में स्वीकृति प्रदान करने पर खुशी जताई और कहा कि अब हमारा प्रयास कुंभलगढ़ अभयारण्य सहित अन्य वन क्षेत्रों में बाघों एवं दूसरे वन्यजीवों के संरक्षण को बढ़ावा देना है।

उनका कहना था कि वन और वन्यजीवों के साथ वेटलैण्ड्स और ग्रासलैण्ड्स आदि का संरक्षण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार वन्यजीव प्रेमियों, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ, डब्ल्यूआईआई, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी जैसी संस्थाओं के साथ मिलकर काम कर रही है। बैठक में वाइल्ड लाइफ बोर्ड के स्तर पर वाइल्ड लाइफ क्लीयरेंस के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। साथ ही, राष्ट्रीय वन्यजीव मंडल के क्षेत्राधिकार से जुड़े प्रकरणों को राष्ट्रीय मंडल के समक्ष भेजने का निर्णय किया गया। साथ ही, राज्य बजट में की गई विभागीय घोषणाओं की प्रगति पर भी चर्चा की गई। इस दौरान प्रोजेक्ट लेपर्ड, मानव और वन्यजीव संघर्ष, वन क्षेत्रों में जल प्रबंधन, अभयारण्य क्षेत्रों से मानव आबादी के पुनर्वास, तालछापर में वन्यजीव प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि नम एवं दलदली भूमि क्षेत्र के संरक्षण एवं इन क्षेत्रों के विकास के लिए विभाग प्रयासरत है। वन्य जीव बोर्ड के सदस्य पूर्व मंत्री एवं विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने वन विभाग में विभिन्न पदों पर रिक्तियों को शीघ्र भरने, चंबल, परवन, कालीसिंध आदि नदियों में घडिय़ालों के संरक्षित प्रजनन तथा मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में चीता लाने की संभावनाओं पर सुझाव दिया। बैठक में बोर्ड के सदस्य एनटीसीए के पूर्व निदेशक डॉ. राजेश गोपाल, जैसल सिंह, सुनील मेहता, धीरेन्द्र गोधा, सनी सेबेस्टियन, सिमरत संधू, हरसहाय मीणा, नीकाराम गरासिया भी शामिल हुए और सुझाव दिए। बोर्ड की बैठक में विशेषज्ञ के तौर पर शामिल वल्र्डवाइड फंड फॉर नेचर के वि सिंह, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के विभाष पांडव, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि डॉ. वाईवी झाला, बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि विनोद मैना, डॉ. केएस गोपीसुन्दर आदि ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बैठक में वन विभाग के उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे।



जयपुर, 15 जुलाई

गर्मी और उमस से परेशान प्रदेश वासियों को एक बार फिर राहत मिलने वाली है। प्रदेश के कई जिलों में दो दिन बाद 17 जुलाई को तेज बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। नए साइक्लोनिक सिस्टम बनने से भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, झालावाड़, बारां जिलों में भारी बरसात हो सकती है। वहीं 18 जुलाई को भी झुंझुनू, सीकर, जयपुर, टोंक, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर, करौली जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने दिया है।
गर्मी और उमस ने किया बेहाल
गुरुवारको राजधानी जयपुर में लोग सुबह से ही गर्मी और उमस से बेहाल रहे। राजधानी का दिन का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं बाड़मेर,बीकानेर, पाली, धौलपुर, सवाई माधोपुर का दिन का पारा 40 डिग्रर से अधिक रहा। सबसे अधिक तापमान पाली का 43.8 डिगी सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
यहां बरसे बादल
पिछले 24 घंटों में चूरू में 1.8 मिमी,सीकर में 21.0मिमी,चित्तौडगढ़़ में 41.0मिमी बरसात दर्ज की गई।

मौसम विभाग के मुताबिक चार दिनों के मौसम का पूर्वानुमान
16 जुलाई: उदयपुर संभाग में अगले 24 घंटों में कहीं कहीं तीव्र मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। बाड़मेर, पाली, जैसलमेर, जालौर, अलवर, बांसवाड़ा, चित्तौडगढ़़,डूंगरपुर, जयपुर, प्रतापगढ़, झुंझुनू, सीकर, सिरोही,
उदयपुर, राजसमंद जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन संभव।
17 जुलाई : भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, झालावाड़, बारां जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। नागौर, अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात संभव।
18 जुलाई: झुंझुनू, सीकर, जयपुर, टोंक, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर, करौली जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट। बाड़मेर, जालौर, चूरू, नागौर, पाली, जोधपुर, अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, बूंदी, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, सिरोही, उदयपुर में कहीं कहीं मेघगर्जन और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट।
19 जुलाई : नागौर, चूरू, भरतपुर, अलवर, दौसा,धौलपुर, करौली, सवाई माधोुर, टोंक, जयपुर, झुंझनू में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझनू और उदयपुर में कहीं कही मेघगर्जन की संभावना।
प्रदेश के विभिन्न शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 37.3 26.4
जयपुर 37.9 27.4
कोटा 38.3 26.8
डबोक 36.4 25.6
बाड़मेर 41.1 29.0
जैसलमेर 38.0 24.7
जोधपुर 39.8 27.9
बीकानेर 40.9 27.6
चूरू 34.7 22.8
श्रीगंगानगर 39.9 27.0
भीलवाड़ा 36.6 23.9
वनस्थली 38.8 26.5
अलवर 36.8 27.0
पिलानी 35.0 24.4
सीकर 35.5 22.7
चित्तौडगढ़़ 34.5 25.2
फलौदी 39.6 27.8
सवाई माधोपुर 41.1 28.5
धौलपुर 40.2 29.0
पाली 43.8 31.5
नागौर 37.6 24.5
टोंक 39.9 27.5
बूंदी 38.9 25.9



जयपुर, 15 जुलाई
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रुति शर्मा (Principal Chief Conservator of Forest Shruti Sharma) ने मुख्य वन संरक्षक (Chief Conservator of Forests) और उप वन संरक्षकों (Deputy Conservators of Forests) को कैम्पा कार्यों को ई-ग्रीनवॉच पोर्टल (e-Greenwatch Portal) पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। शर्मा ने निर्देश दिए कि जिन उप वन संरक्षकों द्वारा ई. ग्रीनवॉच पोर्टल पर गत वर्षो में हुए पौधरोपण की सूचना अपलोड नहीं की है, वे तत्काल सूचना अपलोड करवाएं। अरण्य भवन में राजस्थान प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण कैम्पा राजस्थान की वर्चुअल बैठक में उन्होंने उनका कहना था कि कैंपा योजना के तहत थर्ड पार्टी द्वारा किए गए मूल्यांकन में असफल पौधरोपण के संबंध में शीघ्र कार्रवाई की जाए। वन संरक्षण अधिनियम के तहत प्रकरणों में बकाया एसीए और पीसीए के तहत पौधरोपण के लिए प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कैंपा एक्ट, रूल्स, गाइडलाइंस, नोटिफिकेशन, गवर्नमेंट ऑर्डर और सर्कुलर से जुड़ी जानकारी पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक कैंपा शिखा मेहरा ने बताया कि कैंपा एक्ट, रूल और गाइडलाइंस की जानकारी एक स्थान पर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। इस अवसर पर सभी मुख्य वन संरक्षक और उप वन संरक्षक ऑनलाइन बैठक से जुड़े।


जयपुर, 15 जुलाई
संयुक्त अभिभावक संघ ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विधायक रफीक खान से मुलाकात कर मांग की है कि फीस वसूली को लेकर सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करवाए। मांगें नहीं माने जाने पर अभिभावकों ने सड़क पर उतरने की चेतावनी भी दी। संघ के प्रदेश महामंत्री संजय गोयल बताया कि गुरुवार को सेंट एन्सलम निवारू रोड और मानसरोवर, मयूरा स्कूल, एमपीएस, सेंट जेवियर्स सहित अन्य स्कूलों के अभिभावक जुटे और निजी स्कूलों द्वारा बरती जा रही हठधर्मिता की तथ्यों के साथ जानकारी दी खाचरियावास और रफीक खान को देते हुए उन्हें सात सूत्रीय मांगों को ज्ञापन दिया साथ ही कहा कि मांगें नहीं माने पर अभिभावकों को मजबूर होकर सड़क पर उतरकर राज्य सरकार और सरकार के प्रतिनिधियों के खिलाफ खड़ा होना होगा। संघ के जयपुर जिलाध्यक्ष युवराज हसीजा ने कहा कि निजी स्कूलों के बर्ताव अब सिर से ऊपर आ चुका है कानून के खिलाफ जाकर स्कूलों में फीस बिल्कुल भी जमा नहीं करवाई जाएगी। हमारी राज्य सरकार से मांग है जो अधिकार अभिभावकों को कानून के तहत मिले हैं उनकी पालना सुनिश्चित होनी चाहिए।

यह है संयुक्त अभिभावक संघ की मुख्य मांगें
: 03 मई 2021 को सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए आदेश की पालना सुनिश्चित करवाई जाए।
: फीस एक्ट 2016 की पालना सुनिश्चित करवाई जाए व वर्ष 2021-22 की फीस भी स्कूल फीस एक्ट 2016 की अनुपालना के अनुसार दिलवाने के आदेश सरकार द्वारा प्रसारित किए जाएं।
: निजी स्कूलों द्वारा जिन छात्र.छात्राओं की पढ़ाई और रिजल्ट रोके गए है उन्हें उनके रिजल्ट दिए जाएं
: जो अभिभावक किसी कारण फीस जमा नहीं करवा पा रहे है उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उन्हें समय उपलब्ध करवाया जाए।
: जो अभिभावक फीस के चलते स्कूलों से टीसी प्राप्त करना चाहता है उन्हें टीसी तत्काल उपलब्ध करवाई जाए जिससे बच्चे के भविष्य को बचाया जा सके।
: स्कूल फीस एक्ट 2016 को जीएसआर नोटिफिकेशन संख्या 114 के तहत 14-02-2017 को राज्य सरकार ने लागू किया था। प्रदेश में जिन निजी विद्यालयों में इस एक्ट को लागू होने के बाद भी स्कूल फीस एक्ट 2016 की पालना न करते हुए भी फीस बढ़ाई गई है उसे गैर कानूनी घोषित कर सत्र 2016-17 की फीस को ही एक्ट की पालना करने तक मान्य करवाई जावे व एक्ट की पालना करने तक सत्र 2016-17 की फीस की वसूली के आदेश राज्य सरकार से प्रसारित करवाए जाएं।
: इन सभी मांगों के लिए सरकार विशेष समिति बना कर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अक्षरश: पालना करना सुनिश्चित करे।

जयपुर. प्रदेश में बुनकरों के प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार ने बुनकर पुरस्कारों की आवेदन की प्रक्रिया शुरु की है। यह पुरस्कार राज्य एवं जिला दोनों स्तर पर दिए जाएंगे। उद्योग आयुक्त अर्चना सिहं ने जिला उद्योग केंद्रो को पत्र भेजकर 31 अगस्त तक आवेदन मांगे हैं।

उद्योग केन्द्र 15 सितंबर तक जिला स्तरीय पुरस्कारों के चयन करेंगे। जिला स्तर पर प्रथम और द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले बुनकरों के आवेदन उत्पाद के साथ राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए मुख्यालय भेजे जाएंगे, जिनमें से उद्योग आयुक्त की समिति चयन करेंगी।

पिछले 3 सालों से हाथकरघा पर बुनाई करने वाले बुनकर राज्य व जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। हालांकि पिछले तीन साल के दौरान पुरस्कार प्राप्त बुनकर नकद पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। राज्य स्तर पर पहला पुरस्कार 21 हजार रुपए, दूसरा 11 हजार रुपए, तीसरा 7100 रुपए और दो बुनकरों को सांत्वना पुरस्कार के रुप में 3100-3100 रुपए दिए जाएंगे। जिला स्तर पर पहला पुरस्कार 5100 रुपए, दूसरा 3100 रुपए, तीसरा 2100 रुपए और दो सांत्वना पुरस्कारों में 1100 -1100 रुपए दिए जाएंगे।



जयपुर, 15 जुलाई
जेईएन सिविल डिप्लोमा भती का परिणाम जारी करने की मांग को लेकर गुरुवार को बेरोजगार युवाओं ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। युवा पिछले दो माह से परिणाम जारी करने की मांग कर रहे हैं। राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बेरोजगार एकत्रित हुए। प्रदर्शन के बाद महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में बोर्ड अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा को ज्ञापन सौंपा। शर्मा ने उन्हें परिणाम जल्द जारी करने का आश्वासन दिया। साथ ही स्टेनोग्राफर भर्ती के परिणाम को लेकर भी बोर्ड अध्यक्ष से बात की। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही बोर्ड की मीटिंग आयोजित करवाई जाएगी और स्टेनोग्राफर भर्ती का परिणाम जारी किया जाएगा।
वहीं महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि सिविल डिप्लोमा और स्टेनोग्राफर भर्ती परिणाम की मांग को लेकर बोर्ड अध्यक्ष से मुलाकात की है, जिन्होंने सकारात्मक आश्वासन दिया है। स्टेनोग्राफर भर्ती का परिणाम जहां बोर्ड की मीटिंग के बाद जारी करने की बात कही गई है तो वहीं जेईएन सिविल डिप्लोमा का परिणाम भी इसी महीने जारी करने का आश्वासन दिया गया है। यादव ने कहा कि यदि इस माह परिणाम जारी नहीं किया गया तो फिर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

जयपुर. स्थान आधारित सामाजिक नेटवर्क पब्लिक एप के राजस्थान में 5 मिलियन उपयोगकर्ता हो गए है। इन 5 मिलियन उपयोगकर्ताओं द्वारा हर माह 90,000 वीडियो अपलोड किए जा रहे है। जयपुर, जोधपुर और उदयपुर एप पर सबसे सक्रिय क्षेत्र बन गए। पब्लिक एप के संस्थापक और सीईओ अजहर इकबाल ने कहा कि कोविड-19 के प्रकप के दौरान पब्लिक ने राजस्थान में सत्यापित जानकारी के प्रसार में राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, मीडिया और नागरिक पत्रकारों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम किया। राज्य में एप पर बनाई और अपलोड की गई अधिकांश सामग्री अपराध, राजनीति या फिर कोरोना वायरस से संबंधित जानकरी पर है। चार महीने की अवधि में पब्लिक अब तक 50 स्थानीय ब्रांडों के साथ जुड़ चुकी है। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के लिए, पब्लिक ने डॉक्टरों के सहयोग से टीकाकरण के लाभों के बारे में शिक्षित करने वाले विज्ञापनों को राजस्थान के दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को लक्षित कर चलाए।

जैसलमेर/जयपुर. जैसलमेर के एक दिवसीय दौरे पर आए थलसेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने गुरुवार को पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सेना की आर्टिलरी गन्स की फायरिंग का जायजा लिया। इस दौरान उनके साथ दक्षिणी कमान के आर्मी कमांडर ले.जनरल जे.एस.नैन मौजूद रहे।
फायरिंग रेंज में आर्मी चीफ ने अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर गन, एम-777, बोफोर्स, शारंग और धनुष तोपों भारत में बन रहे कई युद्धक उपकरणों की क्षमता को देखा।
इसके बाद जनरल नरवणे सेना की दक्षिणी कमान के अधीन जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने सैनिकों को सेना के उच्च प्रशिक्षण मानदंड बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने सेना की ओर से कोविड प्रबंधन में सरकारों और प्रशासन को दी जा रही सहायता की सराहना की। इस दौरान सेना की कोणार्क कोर और इसके अधीन विभिन्न सैन्य विन्यासों के उच्चाधिकारी जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन में मौजूद रहे। गौरतलब है कि पाक सीमा से सटे जैसलमेर जिले की पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज में युद्ध हथियारों की क्षमता को आंकलन करने के लिए परीक्षण किया जाता है, साथ ही सैन्याभ्यास के लिहाज से भी यह फायरिंग रेंज महत्वपूर्ण मानी जाती है।



जयपुर, 15 जुलाई
राज्य सरकार ने अभी स्कूल खोले जाने को लेकर कोई निर्णय नहीं किया है लेकिन बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है। विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि स्कूल नहीं शुरू होने तक बच्चों का आंकलन क्विज के जरिए किया जाए। विभाग के यह निर्देश स्कूल शिक्षकों के लिए परेशानी बन गए हैं और अब इन आदेशों का विरोध भी शुरू हो गया है।
अपना काम करें या बच्चों का करवाएं
विभाग के निर्देश हैं कि जिन बच्चों या उनके अभिभावकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं हैं उनकी मदद शिक्षकों को करनी होगी। शिक्षक अपने मोबाइल से उनकी पढ़ाई में मदद करें। विभाग के निर्देश शिक्षकों के लिए सिरदर्द बन गया है। वजह है कि शिक्षकों को मिले हुए अन्य दायित्व।
शिक्षकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षण कार्य, गृह कार्य वितरण और संकलन करने का कार्य, पोषाहार योजना में खाद्यान्न और कॉम्बो पैक के वितरण का कार्य करना होता है। साथ ही नामांकन बढ़ाने,डाक भेजने,प्रतिदिन बालकों व अभिभावकों को कॉलिंग करने, छात्र के गृहकार्य की ऑनलाइन मैपिंग करने,विद्यालय के अन्य समस्त कार्यो को ऑनलाइन करने आदि का काम भी है। ऐसे में उन्हें बच्चों की क्षमता का आंकलन क्विज के जरिए किए जाने की जिम्मेदारी भी गई है।
बच्चों के पास नहीं एंड्राय्ॉड मोबाइल
परेशानी यह है कि अधिकांश बच्चों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है, ऐसे में क्विज सॉल्व करवाने के लिए यदि शिक्षक अपना मोबाइल बच्चों को देते हैं तो खुद शिक्षक का काम इससे प्रभावित होता है। जिन अभिभावकों के पास एंड्राय्ॉड मोबाइल है वह इसे अपने साथ काम पर ले जाते हैं। सभी अभिभावकों के लिए संभव नहीं कि वह हर बच्चे को अलग मोबाइल दिलवा सके। उस पर ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधा नहीं होने, सर्वर डाउन होने, बिजली कटौती रहने से मोबाइज चार्जिंग, प्रिंटिंग और फोटोकॉपी करने की समस्या बनी रहती है। ऐसे में अब शिक्षक मांग कर रहे हैं क्विज के जरिए बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता का आकलन बंद करवाया जाना चाहिए।
स्कूलों में नहीं सुविधाएं
क्विज में चित्रात्मक प्रश्नों के साथ उत्तर के ऑप्शन विकल्पात्मक दिए गए हैं। ऐसे में शिक्षक के लिए जरूरी होता है कि बच्चों को इसकी कलर फोटोकॉपी ही दी जाए। यह काम भी शिक्षक को करना होता है । पहले क्विज शीट की कलर्ड फोटोकॉपी निकाली जाए फिर उसे अपने मोबाइल से साल्व करवाए, इसमें शिक्षक के पैसे और समय का नुकसान हो रहा है क्योंकि स्कूलों में कलर्ड फोटो कॉपी मशीन, बिजली जनरेटर का भी अभाव है। क्विज आंकलन प्रश्नपत्रों के लिए एक माह के 4 सप्ताह में 4 बार कम्प्यूटर प्रिंट और हर बच्चे के लिए उसकी अलग रंगीन फोटो कॉपी निकलवानी होती है जिसके लिए स्कूलों को बजट कम पड़ रहा है।
शिक्षकों की भी है कमी
स्कूलों में अब तक निशुल्क पाठ्यपुस्तिका और कार्य पुस्तिका नहीं पहुंची हैं। राज्य में कई उप्रावि में 8 कक्षाओं के लिए मात्र 4 शिक्षक या इससे कम शिक्षक हैं, प्राथमिक विद्यालयों में 5 तक की कक्षाओं के लिए 1से 2 शिक्षक कार्यरत हैं। कक्षा 1 से 5 के लिए 18 शिक्षण विषय तथा कक्षा 6 से 8 के भी 18 विषयों के लिए क्विज करवाना तथा मावि व उमावि में बड़ी संख्या में बालकों के लिए क्विज आंकलन को अल्प शिक्षकों के सहारे ऑनलाइन व ऑफलाइन करवाना अव्यवहारिक है।
इस क्विज में प्रति सप्ताह दो विषय के 16 प्रश्नों को पढ़कर समझकर उत्तर देने होते हैं। अगर नेट व सर्वर सही काम करे तो इन 16 प्रश्नों को हल करने में हर बच्चे को 30 मिनट लगते है। ऐसे में 50 बच्चों को कम से कम 1500 मिनट यानी 25 घंटों की आवश्यकता होगी। यदि शिक्षक बिना प्रिंट दिए ऑफलाइन उनके घर जाकर अपने मोबाइल से इसे सॉल्व करवाता है तो 6 घंटों के एक कार्य दिवस में प्रति सप्ताह उसे 4 दिन यह कार्य करना पड़ेगा। शेष रहे दो दिनों में गृहकार्य, वितरण,संकलन,जांच,कार्यंपत्रक को पोर्टफोलियो में लगाने ,अगले कार्य पत्रक को तैयार करने ,पोषाहार व कॉम्बो पैक वितरण इत्यादि कार्य करने होंगे।
संगठन ने की मांग
राजस्थान शिक्षक संगठन राष्ट्रीय ने मांग की है कि जिन बच्चों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं उनका आंकलन क्विज से नहीं हो। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सम्पत सिंह का कहना है कि क्विज के प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी के लिए हर बच्चे पर न्यूनतम 50 रुपए के हिसाब से 50 हजार रुपए का अतिरिक्त बजट जारी करवाया जाए।
स्कूलों में शिक्षकों की अतिरिक्त व्यवस्था हो।
स्कूली विद्यार्थियों को एंड्रॉयड मोबाइल सिम और नेट पैक भरवाने की सुविधा दी जाए।
स्कूलों में बिजली कनेक्शन,जनरेटर व बड़ी रंगीन फोटो कॉपी मशीन, कागज, इत्यादि उपलब्ध करवाए जाएं।

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने चाइल्ड केयर संस्थानों की दशा सुधारने को फंड आवंटित करने और किशोर न्याय बोर्ड के मजिस्ट्रेटों को संवेदनशीलता की ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा बाल कल्याण समितियों की मॉनिटरिंग की कार्ययोजना बनाने को भी कहा है।
न्यायाधीश संदीप मेहता और न्यायाधीश मनोज कुमार गर्ग की खंडपीठ ने स्वप्रेरित प्रसंज्ञान के आधार पर दर्ज जनहित याचिका पर यह आदेश दिया। कोर्ट ने बाल अधिकारता विभाग को किशोर न्याय बोर्ड में तैनात प्रधान मजिस्ट्रेटों को 45 दिन के भीतर संवेदनशीलता का प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। सुनवाई के दौरान यह भी सामने आया कि राज्य व जिला मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट के फंड का बच्चों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पर कोर्ट ने कहा कि फंड के उपयोग का विभाग प्रस्ताव तैयार करे। सुनवाई के दौरान बाल अधिकार विशेषज्ञ गोविंद बेनीवाल ने बाल कल्याण समितियों के कामकाज की निगरानी के लिए कोई नियामक संस्था नहीं है। इस पर कोर्ट ने बेनीवाल से कहा कि बाल अधिकारिता सचिव से मुलाकात प्रभावी निगरानी के लिए कार्ययोजना तैयार करवाएं।

जयपुर। सेवानिवृति के बाद दिवगंत हुए कर्मचारियों की पत्नियों को पेंशन नहीं मिलने की सूचना में देरी के दो मामले राज्य सूचना आयोग पहुंचे। उन पर आयोग ने सूचना नहीं देने का कारण पूछा, तो अधिकारियों ने पेंशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया। आयोग ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के आश्रितों को पेंशन के लिए आवश्यक दस्तावेज मुहैया कराने में देरी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पेंशन न केवल सहारा है, बल्कि कर्मचारी की सेवा के प्रति सम्मान भी है।
राज्य सूचना आयुक्त नारायण बारेठ ने दिवंगत कर्मचारी की पत्नी को सूचना नहीं मिलने के मामलों पर यह टिप्पणी की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों की कार्यशैली पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि यह स्थिति बेहद दुखद है, कर्मचारी उम्र भर सेवा करता है और उसकी मौत के बाद पत्नी को पेंशन के दस्तावेजों के लिए आयोग तक आना पड़े।
मामला दो साल तक लंबित रहना दु:खद
अलवर जिले की 80 वर्षीय रेवती देवी के पति चंदगीराम पहले सेना में रहे और बाद में राज्य सेवा में आए। चन्दगी राम का नवंबर 2018 में निधन हो गया। उन्होंने पेंशन से संबंधित इस मामले में अधिकारियों को दो बार चिट्ठी भेजी। इस मामले में उन्होंने विभाग से सूचना का अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी। जानकारी नहीं मिलने पर मामला सूचना आयोग पहुंचा। आयोग ने नोटिस जारी किया तो विभाग हरकत में आया और रेवती देवी की पारिवारिक पेंशन शुरू कर दी। सूचना आयुक्त बारेठ ने टिप्पणी की कि मामला दो साल तक लंबित रहना दुखद है। ऐसे मामले में अधिकारियों से संवेदनशीलता की अपेक्षा की जाती है।
सुनवाई के दौरान दी 147 पेज की सूचना
महर्षि दयानंद सरस्वती विवि के सूचना नहीं देने का मामला भी सूचना आयोग पहुंचा। इस मामले में शशिबाला शर्मा ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत विवि से दिवंगत पति दिनेश शर्मा की वेतन स्लिप सहित कुछ जरुरी सूचनाएं देने का आग्रह किया। सूचना नहीं मिलने पर आयोग ने विवि से जवाब मांगा, जिस पर विवि हरकत में आया और सुनवाई के दौरान ही 147 पृष्ठो की सूचना उपलब्ध करवा दी गई। इस मामले में सूचना आयुक्त बारेठ ने कहा कि विवि उच्च शिक्षा का सबसे बड़ा संस्थान है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने विवि को मानवता के लिए कटिबद्ध संस्था बताया। वेतन निर्धारण के बकाया की सूचना के लिए दिवंगत कर्मचारी की पत्नी को आयोग आना पडे, यह खेदजनक है। विवि को अपने इस कार्य व्यवहार पर सोचना चाहिए।

जयपुर। प्रदेश में सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए टीसी की बाध्यता नहीं रखने के पैटर्न को गुरुवार को दिल्ली सरकार ने अपना लिया, लेकिन राजस्थान में सरकार खुद ही अपने फैसले से पीछे हट रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वहां सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए बच्चों को टीसी लाने को बाध्य नहीं करने का निर्देश दिया है। दिल्ली सरकार ने निजी स्कूलों के छात्रों को टीसी के लिए परेशान करने पर आवश्यक कार्रवाई के लिए भी कहा है।
टीसी के मामले में निजी स्कूलों के दबाव में राजस्थान में सरकार ने यू—टर्न लिया। पहले बिना टीसी अस्थाई प्रवेश के आदेश जारी किए, लेकिन अब निर्धारित समय में टीसी लाने की बाध्यता की है। हालांकि अभी इसके आदेश जारी नहीं किए हैं। लेकिन यू टर्न लेने से फीस के कारण या स्कूल बंद होने से निजी स्कूल छोड़ रहे करीब तीन लाख बच्चों के सामने संकट खड़ा हो गया है।
शिक्षा मंत्री बोले— टीसी जरूरी नहीं की तो दो जगह होगा नामांकन
शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने कहा है कि हमने बच्चों के प्रवेश के लिए टीसी की बाध्यता नहीं रखी है। बच्चों को ड्राप आउट से बचाने के लिए बिना टीसी अस्थाई प्रवेश दे रहे हैं। लेकिन बाद में टीसी देनी होगी। अगर ऐसा नहीं किया गया तो बच्चों के नामांकन दो—दो जगह रहेंगे। बच्चा कहीं भी इधर—उधर प्रवेश ले सकता है। बच्चों को पढ़ाई से वंचित नहीं किया जाएगा।

निजी स्कूलों का विरोध : सरकारी खुले तो हम भी स्कूल खोलेंगे
राजस्थान में सरकारी स्कूलों के खुलने के वीडियो वायरल होने के बाद निजी स्कूल संचालकों ने शुक्रवार से स्कूल खोलने की चेतावनी दी है। स्कूल शिक्षा परिवार समिति के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि जहां सरकारी स्कूल खुले हैं, वहां निजी स्कूल खोलेंगे। दूसरे दिन गुरुवार को भी प्रदेश में सरकारी स्कूल खुलने के वीडियो वायरल हुए। इधर, जयपुर में सरकारी स्कूल खुलने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बस्सी सीबीईओ से रिपोर्ट मांगी है।

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