>>: Digest for July 23, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

भीलवाड़ा।
कोरोना से मृत्यु के मामले में आरटीपीसीआर रिपोर्ट ही आर्थिक मदद का आधार मानी गई है। रिपोर्ट नेगेटिव होने के आधार पर कई आवेदन अटक गए। सीटी स्कैन में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद प्राइवेट अस्पतालों ने मरीजों का कोविड गाइडलाइन के अनुसार इलाज किया। इसमें कुछ लोगों की मौत हो गई। इन अस्पतालों ने मृत्यु प्रमाण पत्र में वजह भी कोरोना लिखी पर सरकार इसे अपर्याप्त मान रही है। राज्य सरकार ने कोरोना से मौत में पीडि़त परिवारों को आर्थिक सहयोग की घोषणा की और लोगों ने आवेदन किया तो यह खुलासा हुआ कि आर्थिक सहायता तभी मिलेगी, जब आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव हो।
मिली जानकारी के अनुसार, बिन आरटीपीसीआर रिपोर्ट के आवेदनों पर विचार ही नहीं किया गया। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे आदेश हैं कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट वाले आवेदन पर विचार कर जिला स्तरीय कमेटी के सामने रखें। जिले में सरकारी आंकड़ों के अनुसार १५६ जनों की कोरोना से मौत हुई जबकि असलियत में एमजीएच में ही कोरोना का इलाज कराने वाले ८२० जनों ने दम तोड़ दिया। इसके अलावा निजी अस्पताल, जयपुर, अजमेर, उदयपुर, अहमदाबाद, मुम्बई, चेन्नई तक भीलवाड़ा के लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
इसलिए चुने निजी अस्पताल
कोरोना की दूसरी लहर में सरकारी अस्पतालों में बेड नहीं मिलने पर मरीज निजी अस्पतालों में गए। निजी अस्पतालों ने भी सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर कोरोना गाइडलाइन के अनुसार इलाज किया। सीटी रिपोर्ट के आधार पर इलाज हुआ और जिन्होंने दम तोड़ा, उनके मृत्यु प्रमाण पत्र में भी जिक्र किया गया। अंतिम संस्कार भी कोविड गाइडलाइन के अनुसार हुआ।
स्कोर कितना भी हो
सीटी स्कैन डॉक्टर इसलिए कराते हैं ताकि पता चल सके कि कोरोना कितने प्रतिशत है और मरीज को किस दवाई की आवश्यकता है। लेकिन सरकार अपने आंकड़ों में सीटी रिपोर्ट के आधार पर कोरोना पॉजिटिव नहीं मानती। आरटीपीसीआर के बिना सीटी स्कैन कराने पर स्कोर २० से अधिक है और आरटीपीसीआर नेगेटिव है तो भी उसे कोरोना पॉजिटिव नहीं माना जा रहा है। वहीं आरटीपीसीआर सरकार कोरोना की जांच के लिए कराती है। जिले में यह जांच केवल सरकारी अस्पताल या सरकारी केन्द्रों पर ही की गई।
अब तक २५९ आवेदन
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को कोरोना मृतकों के परिजनों को सहायाता के लिए नोडल विभाग बनाया है। अब तक २५९ आवेदन मिले हंै। इसमें १४० विधवा महिला, ११० विधवा महिला के बच्चे तथा ९ आवेदन अनाथ बच्चों के आए। इनमें २२६ आवेदन स्वीकार कर २.२६ करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया। हालांकि कई लोग मृत्यु प्रमाण पत्र को लेकर अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं।

भीलवाड़ा।
जिला परिषद की साधारण सभा गुरुवार सुबह 11 बजे जिला प्रमुख बरजीबाई भील की अध्यक्षता में होगी। नई परिषद के गठन के सात माह बाद तथा १८ दिसम्बर २०१९ के बाद पहली बैठक होगी। बैठक में ३७ जिला परिषद सदस्य, १४ प्रधान, ७ विधायक, एक सांसद तथा पांचों विभागों के अधिकारी समेत अन्य लोग हिस्सा लेंगे।
सीईओ रामचन्द्र बैरवा ने बताया कि गत बैठक की कार्रवाई की अनुपालना एवं अनुमोदन पर चर्चा, विद्युत वितरण व्यवस्था, पेयजल एवं सड़क पर चर्चा, जिला परिषद एवं पंचायत समितियों के आय व्यय अनुमान वर्ष 2021-22 पर चर्चा के बाद अनुमोदन पर चर्चा होगी। पंचायती राज विभाग में शामिल विभाग ग्रामीण विकास प्रकोष्ठ एवं पंचायत राज विभाग, समाज कल्याण, सिंचाई, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मत्स्य विभाग तथा स्वच्छ भारत मिशन की गतिविधियों पर चर्चा होगी। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की लम्बित समस्याएं भी उठाएंगे। चिकित्सा व्यवस्था को लेकर हंगामे के आसार हैं।
परिषद सदस्य नन्दलाल गुर्जर ने बताया कि क्षेत्र में पानी, बिजली व चम्बल योजना के अलावा कोरोना से मारे गए लोगों के परिजनों को सहायता राशि के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा। जिले में अब तक कितने लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। तीसरी लहर को लेकर क्या तैयारी है, इस पर भी चर्चा होगी।
जिला परिषद सदस्य अंकित तिवारी ने बताया कि पहली बैठक है। इसमें परिचय करने के साथ सरकार की हर योजना पर चर्चा की जाएगी। विकास के मुद्दे रखे जाएंगे। कोरोना गाइडलाइन की पालना में नवनिर्वाचित प्रतिनिधि के परिजनों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। गौरतलब है कि नगर परिषद की पहली बोर्ड बैठक में परिवार के सदस्य सभागार के पीछे की और बेठे थे जिसे पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

भीलवाड़ा।
आचार्य महाश्रमण बुधवार सुबह सात बजे आदित्य विहार से पैदल जमुना विहार से होते हरणी महादेव की पहाड़ी पहुंचे। करीब एक घंटे क्षेत्र का भ्रमण कर आदित्य विहार लौटे। सुबह की सैर पर निकले लोगों ने आचार्य के दर्शन किए। अन्य मुनि भी साथ थे। बाहर से आए श्रावकों ने आचार्य व अन्य मुनियों के दर्शन किए।
आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया ने बताया कि आचार्य के दर्शन के लिए सुबह से देर शाम तक श्रद्धालु आते रहते हैं। सभागार में श्रावकों को ज्यादा देर नहीं रूकने दिया गया।
इधर, महाश्रमण सभागार में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि जैन दर्शन के मुख्यत: तीन आयाम है। आत्मवाद, कर्मवाद और लोकवाद। ये तीनों परस्पर संबंधित है। आत्मा के शाश्वत अस्तित्व को स्वीकारा है। आत्मा ही अपनी सुख दुख की कर्ता होती है। जो आत्मा राग-द्वेष से मुक्त हो जाती है वह फिर परम अवस्था को प्राप्त कर वन्दनीय बन जाती है। कर्मवाद के अनुसार पुण्य-पाप अपने होते है। कर्मो का फल व्यक्तिको स्वयं ही भोगना पड़ता है। हमारे जीवन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को कर्मवाद से आंका जा सकता है। आठ कर्मों के द्वारा ही जीवन में अनुकूलता.प्रतिकूलता होती रहती है। व्यक्ति को हमेशा गलत कार्यों से बचते हुए शुभ योग में रहने का प्रयास करना चाहिए। साधना में आगे बढ़कर हम अपनी आत्मा का कल्याण कर सकते है।
मुनि शांतिप्रिय, साध्वी सोमयशा ने भावनाएं व्यक्त की। टीपीण्फ उपाध्यक्ष पंकज ओस्तवाल, अशोक सिंघवी, नवीन बागरेचा, लक्ष्मीलाल गांधी, गौतम दुगड़, बलवंत रांका, विनोद पितलिया, अभिषेक कोठारी, विमल पितलिया, कुलदीप मारू, मनीषा हिरण, नीतू ओस्तवाल एवं हिरेन चोरडिया ने अपने विचार व्यक्त किए।
आचार्य भिक्षु का 296वां जन्मोत्सव
आषाढ़ शुक्ला त्रयोदशी (गुरुवार)को तेरापंथ के आचार्य भिक्षु का जन्मोत्सव एवं बोधि दिवस हर्षोल्लास से मनाया जाता है। विक्रम संवत 1783 में जोधपुर संभाग के कंटालिया ग्राम में आचार्य भिक्षु का जन्म हुआ। अध्यात्म जगत में क्रांति कर उन्होंने धर्म की नई अलख जगाई।
चतुर्दशी से चातुर्मास शुरू
आषाढ़ शुक्ला चतुर्दर्शी से आचार्य महाश्रमण का भीलवाड़ा चातुर्मास का प्रारंभ होगा। सन् 2010 में आचार्य बनने से लेकर अभी तक आचार्य ने सरदारशहर, केलवा, जसोल, लाडनूं, दिल्ली, नेपाल, गुवाहटी, कलकत्ता, चेन्नई, हैदराबाद में चातुर्मास किए है। केलवा के बाद मेवाड़ में आचार्य का दूसरा चातुर्मास है।
२५ को नागरिक अभिनन्दन
सुतरिया ने बताया कि २५ जुलाई को आचार्य महाश्रमण का नागरिक अभिनन्दन किया जाएगा। इसे लेकर सभी समाज से भी चर्चा की जा रही है। तेरापंथ नगर में १० एलईडी व जगह-जगह माइक व स्पीकर लगाए जा रहे हैं।
कोरोना जांच
प्रवास व्यवस्था समिति के मेडिकलसंयोजक गौतम दुगड़ ने बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम चातुर्मास प्रवास स्थल पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का आरटीपीसीआर नियमित कर रही है। रिपोर्ट आने तक होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दे रहे हैं।
अमलप्रज्ञा समणी नियोजिका नियुक्त
आचार्य महाश्रमण ने बुधवार को समणी अमलप्रज्ञा (पाली) को समणी नियोजिका के पद पर नियुक्त किया है।

भीलवाड़ा।
आचार्य महाश्रमण के दर्शन के लिए आने वाले श्रावकों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए तेरापंथ नगर में तीन हजार लीटर प्रति घंटा क्षमता का एक आरओ प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट से तैयार पानी को ही पूरे तेरापंथ नगर व आदित्य नगर में सप्लाई किया जा रहा है। आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया ने बताया कि मुम्बई के महावीर कोठारी की ओर से यह आरओ प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट को चलाने के लिए ५-५ हजार लीटर क्षमता की पांच पानी की टंकिया लगा रखी है। वेस्ट पानी को पार्क में या अन्य काम में लिया जा रहा है। जबकि आरओ के लिए पानी की सप्लाई २ लाख लीटर क्षमता की पानी की टंकी, ३.५ लाख लीटर पानी स्टोरेज टैंक बना रखे है। इसके अलावा ३ बोरिंग भी है। उसके माध्यम से तेरापंथ नगर में रहने वाले व आने वाले लोगों के लिए पानी की व्यवस्था की गई है। सुतरिया ने बताया कि प्रतिदिन ५०० से ७०० केन पानी की काम में आ रही है। इस प्लांट के पास ही एक छोटा प्लांट और लगाया गया है जो केवल संतों के लिए है।
2 रुपए में कचोरी व 2 रुपए में चाय
तेरापंथ नगर में एक कैटिंन की शुरूआत की गई है। यहां लोगों को नाश्ता व चाय मिल सके। इसके लिए यह कैटिंग तेरापंथ युवक परिषद की ओर से संचालित की जा रही है। यहां पर २ रुपए में कचौरी व २ रुपए में ही चाय दी जा रही है। यह केवल मात्र लोगों की सेवा करने के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है। ताकि लोगों को आसानी से चाय व नाश्ता मिल सके।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajisthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.