>>Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment! |
You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself. |
सभी प्राणियों में भगवान का दर्शन करना चाहिए Monday 02 August 2021 04:06 PM UTC+00 नागौर. रामद्वारा केशव दास महाराज बगीची में चातुर्मास की कथा में प्रवचन करते हुए मंहत जानकीदास ने कहा कि भागवत शास्त्र कहता है कि भक्तों की दृष्टि जहां भी जाती है, वहां उनको भगवान का ही दर्शन होता है । मानव शरीर में भगवान न हो तो मानव बोल नहीं सकता। मानव को बोलने की शक्ति भगवान देते हैं। आंख को देखने की शक्ति भगवान देते हैं । इसलिए सभी को भगवत् भाव से देखना चाहिए। जगत के स्त्री-पुरुषों में जो भगवान का दर्शन करता है, उसको बहुत शांति मिलती है । सनातन धर्म तो कहता है पशु पक्षियों में भी भगवान का दर्शन करो । पृथ्वी परमात्मा की शक्ति है। सुबह वैष्णव पृथ्वी माता का वंदन करके फिर अपना पृथ्वी पर पांव रखता है। पृथ्वी सभी की मां है। पृथ्वी के पति परमात्मा नारायण है। पृथ्वी में गंध रूप से भगवान की सत्ता है । पानी की मिठास व शीतलता में प्रभु का स्वरूप है। पानी में परमात्मा की सत्ता है। संत ने बताया कि पानी का अनादर नहीं करना चाहिए । पानी का दुरुपयोग करना बड़ा पाप है । सत्संग से विवेक मिलता है भागवत की कथा मानव को निर्भय बनाती है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के सह मंत्री मेघराज राव ने भजन "ऐसी करी गुरुदेव दया मेरे मोह का बंधन तोड़ दिया "भजन प्रस्तुत किया । संत मि_ूराम, संत मांगूदास, लक्ष आनंद, संत कल्याणदास ,सत्यनारायण सेन, सत्यनारायण माहेश्वरी, भंवरदास वैष्णव, सोहनलाल कच्छावा ,कालूराम तेली ,दयाराम तेली, मदनलाल कच्छावा ,अक्षय कुमार आदि मौजूद थे।
|
वस्तु का यथार्थ स्वरूप धर्म कहलाता है- साध्वीबिंदुप्रभा Monday 02 August 2021 04:14 PM UTC+00 नागौर. जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में जयमल जैन पौषधशाला में में चल रहे प्रवचन में श्वेतांबर स्थानकवासी साध्वी बिंदुप्रभा ने कहा कि व्यवहार धर्म के बिना निश्चय धर्म की साधना हो ही नहीं सकती। बिना व्यवहार के धर्म का ही उच्छेद हो जाता है। धर्म के दो रूप बताए गए हैं, जो कि निश्चय धर्म और व्यवहार धर्म से जाने जाते हैं। निश्चय के अनुसार आत्मा का स्वभाव धर्म है, स्वरूप परिणति धर्म है । वस्तु का यथार्थ स्वरूप धर्म कहलाता है। व्यवहार धर्म की अपेक्षा चार भावनाएं है जो इस प्रकार है - मैत्री भावना, प्रमोद भावना, करुणा भावना और माध्यस्थ भावना। प्राणी मात्र पर मैत्री भाव, गुणाधिकों पर प्रमोद भाव, दुखितों पर करुणा भाव एवं अविनीत जनों पर माध्यस्थ भाव रखना चाहिए। जीवन में इन योग भावनाओं का विकास मनुष्य को मनुष्यता के श्रेष्ठतम शिखर पर पहुंचा देता है। आध्यात्मिक और व्यवहारिक जीवन में बहुत उपयोगी है। इन भावनाओं के अभाव के कारण ही द्वेष, ईष्र्या, संघर्ष, कलह आदि जन्म ले लेते हैं। साध्वी ने कहा कि आज कल की समस्याएं मानवकृत है। संसार की समस्याओं की जड़ है - राग द्वेष अहंकार और स्वार्थ बुद्धि। अगर ये सारी नकारात्मक अशुभ भावनाएं दूर हो जाए तो 90 प्रतिशत समस्याएं सुलझ जाए। संसार में जहां कहीं भी कोई अच्छाई, कोई सद्गुण दिखाई दे, तो उन्हें देखकर प्रसन्न होना चाहिए। अच्छाई का स्वागत करना चाहिए। जो प्रशंसा करता है उसके जीवन में सद्गुण धीरे धीरे प्रवेश करते जाते हैं। वह किसी भी स्थिति में प्रसन्नता का अनुभव करता है। करुणा भावना के अन्तर्गत कहा कि अहिंसा को भी दया बताया। जीवन के समस्त गतिविधियों में हमारे द्वारा किसी को कोई पीड़ा न हो, यही लक्ष्य रखने की जरूरत है। अनेकों बार होने वाली उलझनों में मध्यस्थ वृत्ति ही शांति की अनुभूति करा सकेगी। मध्यस्थ वृत्ति जागृत होने से जीवन में कलह, विवाद के प्रसंग कम हो जाएंगे। इसी प्रकार कुशल साधक धर्म का बीज जीवन में अंकुरित करने से पहले मनोभूमि को तैयार करता है। |
पौधे लगाने के साथ पर्यावरण रक्षा का लिया संकल्प Monday 02 August 2021 04:24 PM UTC+00 नागौर. जिला मुख्यालय के बहुउद्देशीय चिकित्सालय में पौधरोपण किया गया। इसमें विभिन्न प्रकार के छायादार पौधे लगाए गए। इस मौके पर पशु चिकित्सक महेन्द्र छंगाणी ने पर्यावरण में पेड़ों की महत्ता पर प्रकाश डाला। छंगाणी ने कहा कि पेड़ों के बिना मानव जीवन के संतुलन की संकल्पना भी नहीं की जा सकती है। सभी का कर्तव्य है कि वह पेड़ों को संरक्षित करें, तो पेड़ भी मानव को संरक्षित करने का काम करेंगे। इसमें पशुधन सहायक नरसीराम, राधेश्याम, मुकेश बोहरा, सुनील फरड़ोदा आदि मौजूद थे।
|
कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने को तैयार नागौर जिला Monday 02 August 2021 04:31 PM UTC+00 नागौर. नागौर जिले में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने बरपाए कहर के बाद अलर्ट हुए चिकित्सा विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत बना लिया है, ताकि तीसरी लहर में आमजन को ऑक्सीजन सहित अन्य चिकित्सा सुविधाओं के लिए तरसना नहीं पड़े। वर्तमान में नागौर जिला कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए पूरी तरह है। चिकित्सकों के 420 में से 375 पद भरे खड़ी कर दी सीएचए की फौज खींवसर के अलावा ज्यादातर प्लांट अंतिम चरण में जिले को मिले 900 सिलेण्डर हर दृष्टि से मजबूत हैं हम |
Nagaur जिले में 4 केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत होने की जगी उम्मीद Monday 02 August 2021 04:45 PM UTC+00 नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक तथा नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को संसद भवन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से उनके कार्यालय में मुलाकात की। सांसद ने नागौर संसदीय क्षेत्र के खींवसर, परबतसर व डीडवाना में तथा नागौर जिले के ही मेड़ता मुख्यालय पर नवीन केंद्रीय विद्यालयों की स्वीकृति जल्द से जल्द करवाने की मांग की। राजस्थान सरकार के व्यवहारिक प्रस्ताओ को केंद्र ने किया अनुमोदित |
You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription. |