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Table of Contents
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सरकारी विभागों के बिजली बिल के करोड़ों बकाया, टेंशन में डिस्कॉम अभियंता Tuesday 03 August 2021 03:50 AM UTC+00 नागौर. जिले में डिस्कॉम अभियंताओं के लिए बिजली बिलों की राशि वसूलना काफी भारी पड़ रहा है। एक ओर आम उपभोक्ता बिल की राशि जमा कराने से गुरेज कर रहे हैं, वहीं सरकारी विभाग भी पीछे नहीं हैं। जिले में लगातार बढ़ रही डिस्कॉम की उधारी के चलते अभियंताओं का सर्विस रिकॉर्ड (एसआर) बिगड़ रहा है, वहीं कई अधिकारियों तो इस बार तनख्वाह भी रोक दी है। अपनी जान जोखिम में डालकर राजस्व वसूली करने के साथ बिजली चोरी पकडऩे वाले अधिकारी तनख्वाह नहीं मिलने से तनाव में हैं। निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सरकारी विभागों में बिजली बिलों के करीब 80 करोड़ रुपए बकाया हैं, जिनमें जनता जल योजना (जेजेवाई), जलदाय विभाग व सरपंचों के करीब 60 करोड़ रुपए तो लम्बे समय से बकाया हैं। जिले में जलदाय विभाग (पीएचईडी) के 28 करोड़ 43 लाख बकाया हैं तो जेजेवाई के 11.96 करोड़ तथा सरपंचों 21.04 करोड़ रुपए बकाया हैं। एक माह पूर्व हुई जिला परिषद की बैठक में जिला परिषद की ओर से जानकारी दी गई कि जेजेवाई व अन्य स्कीम का बकाया बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन करने की प्रक्रिया चल रही है, जबकि हकीकत यह है कि पिछले एक महीने में जनता जल की राशि 7.30 करोड़ से बढकऱ 11.96 करोड़ हो गई है। जिले में डिस्कॉम का कुल बकाया 374 करोड़ रुपए हो गया है। हालांकि निगम द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों के परिणामस्वरूप गत वर्ष 26 प्रतिशत राजस्व बढ़ोतरी भी हुई है। पुलिस व प्रशासन भी नहीं भर रहे बिल मकराना व नागौर ग्रामीण के अधिकारियों पर गिरी गाज पांच महीने में 98.88 करोड़ बढ़ गया बकाया |
गिनाणी की आड में दो महीने बाद फिर अतिक्रमण, नगर परिषद ने जेसीबी से तोड़ा Tuesday 03 August 2021 03:59 AM UTC+00 नागौर. शहर के ऐतिहासिक गिनाणी तालाब की आड में अतिक्रमियों ने रविवार रात को अंधेरे का फायदा उठाकर एक बार फिर अतिक्रमण करने का प्रयास किया। सोमवार को जानकारी मिलने पर जागरूक नागरिकों ने जिला कलक्टर को सूचना दी, जिस पर कलक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को मौके से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। कलक्टर के निर्देश पर नगर परिषद की टीम ने मौके पर पहुंचकर आड में किए गए पक्के निर्माण को तोडकऱ नगर परिषद की सम्पति का बोर्ड लगाया है। |
संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने के निर्देश Tuesday 03 August 2021 03:22 PM UTC+00 नागौर. जिला कलक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में राज्य सरकार के विभागों के कार्य, प्रक्रिया, योजना, बजट घोषणाओं की क्रियान्वयन से संबंधित साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कलक्टर डा. सोनी ने विभागीय अधिकारियों से संपर्क पोर्टल पर लंबित अपने अपने विभाग से संबंधित प्रकरणों का निस्तारण अतिशीघ्र करने का निर्देश दिया। जिला कलक्टर ने कहा कि शहीदों के नामकरण से संबंधित शाला, चिकित्सालय के नाम करने आदि प्रकरणों का अतिशीघ्र और संवेदनशीलता से निस्तारण किया जाए। राज्य सरकार की बजट घोषणा की क्रियान्विति के संदर्भ में एक अगस्त से प्रारंभ हुए घर घर औषधि वितरण से संबंधित अभियान की भी समीक्षा की गई। बैठक में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 1585 ग्रामीण व शहरी परिवारों को पौध वितरण किया गया। कलक्टर ने वन विभाग को प्रतिदिन वितरित किए जाने वाले पौधों की संख्या को कम्प्यूटर डाटाबेस पर संधारित कर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय को भेजने की प्रक्रिया सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में जिला कलक्टर ने उद्यान व कृषि विभाग को अपने-अपने विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा प्रगतिशील किसानों के नवाचार, उनसे प्राप्त आर्थिक लाभ आदि की जानकारी विभागीय स्तर पर और अन्य माध्यम से प्रचारित प्रसारित करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक तरीके से खेती व नकदी फसलों पर भी जोर दिया जाना चाहिए। बारिश से हुई क्षति की रिपोर्ट भेजें बैठक में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल एमके शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, सहायक जिला कलक्टर रामजस विश्नोई, उपखंड अधिकारी सुनील पंवार, पीएमओ डॉ. शंकरलाल सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। |
कलयुग में राम नाम का ही आधार है Tuesday 03 August 2021 03:27 PM UTC+00 नागौर. रामपोल सत्संग भवन में रामनामी महंत मुरलीराम महाराज ने प्रवचन में कहा कि राम नाम कलयुग में कल्याण का घर है। गोस्वामी महाराज मानस में ही कहते हैं कि भगवान राम स्वयं अपने नाम की बड़ाई नहीं कर सकते। संतों का मत है कि सबसे बड़ा पुण्य का फल राम के चरणों में स्नेह करना है। सतयुग में ध्यान की तथा त्रेता युग में यज्ञ की प्रधानता थी। कलयुग में न ध्यान की जरूरत है ना ही यज्ञ की जरूरत है। इस कलिकाल में तो राम के सुमिरन की जरूरत है। कलयुग में केवल एक राम नाम का ही आधार है। राम नाम सभी दृष्टि से ं मंगल को प्रदान करने वाला है। भगवान राम का नाम लेने वाला व्यक्ति यदि सौ बार गलती करता है तो भी प्रभु उनकी गलतियों को देखते नहीं है। इसलिए राम नाम को प्रेम और स्नेह से स्मरण करना चाहिए। इस दौरान कथावाचक संत रमताराम ने रामायण की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। प्रवचन के दौरान माता सीता एवं हनुमान की जीवंत झांकी आस्था का केन्द्र बनी रही। इसमें साध्वी मोहनीबाई, बाल संत रामगोपाल महाराज, नंदकिशोर बजाज, आनंद, ,ा महेश कंसारा, नंदलाल प्रजापत, कांतिलाल कंसारा, मदनमोहन बंग, राजाराम तोषनीवाल आदि मौजूद थे। |
सीबीएसई दसवीं के परिणाम में नागौर का बेहतर प्रदर्शन Tuesday 03 August 2021 03:36 PM UTC+00 नागौर. सीबीएसई 10वीं की परीक्षा के परिणाम के लिए छात्रों का इंतजार जल्द खत्म हो गया है। सीबीएसई 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद 10वीं के छात्र अपने रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नें दसवीं का रिजल्ट घोषित कर दिया है। सीबीएसई की घोषणा के बाद छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट सीबीएसई डॉट इन पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। गत शुक्रवार को ही सीबीएसई ने 12वीं कक्षा का परिणाम घोषित किया था। इसमें नागौर के विद्यार्थियों का औसत भी शतपप्रतिशत रहा। प्रधानाचार्य राधाकृष्ण ने बताया कि नागौर जिले के सभी मॉडल विद्यालयों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। मेरिट इस बार भी सीबीएसई द्वारा जारी नहीं की गई है, क्योंकि कोरोना के चलते परीक्षा करवाए बिना ही इंटरनल असेसमेंट और साल भर में हुए अलग-अलग टेस्ट के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है । इस बार परीक्षाएं नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को रिचेकिंग या रिवॉल्यूशन का मौका नहीं मिलेगा। जो स्टूडेंट्स अपने माक्र्स से संतुष्ट नहीं होंगे वे बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही इंप्रूवमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। सीबीएसई इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा का आयोजन 16 अगस्त अगस्त से लेकर 15 सितंबर तक किया जाएगा। विद्यार्थी अपना रिजल्ट देखने के लिए सीबीएसई की अधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें। इस पर होम पेज खुलेगा। होम पेज पर दसवीं का रिजल्ट वाले कॉलम में जाकर क्लिक करना पड़ेगा। इसके बाद एक नई विंडो खुलेगी। इस पर आवश्यक जानकारी एवं कैप्चा आदि डाल कर ऑनलाइन देखने के लिए इसे सबमिट कर दें। अपना परिणाम ऑनलाइन देखने के लिए सबमिट दबाएं। छात्र अपनी सीबीएसई 10वीं की मार्कशीट डिजिलॉकर से डाउनलोड कर सकते हैं। डिजिलॉकर से सीबीएसई की मार्कशीट और रिजल्ट डाउनलोड करने का तरीका यहां देखें। छात्र मुद्रित मार्कशीट और अन्य जानकारी के लिए अपने स्कूल से भी जुड़ सकते हैं। |
धर्म के बिना धन में स्थायित्व नहीं रहता Tuesday 03 August 2021 03:44 PM UTC+00 नागौर. जयमल जैन पौषधशाला में श्वेतांबर स्थानकवासी जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में प्रवचन में साध्वी बिंदुप्रभा ने कहा कि मन की भूमिका जब सदभावों से मैत्री, प्रमोद, करुणा एवं मध्यस्थ भावनाओं से धर्म के योग्य बन जाती है तो उसमें व्रत, त्याग, नियम आदि के बीज बड़ी सरलता व शीघ्रता से अंकुरित हो सकते हैं। जीवन में व्यवस्था, उत्तरदायित्व एवं आनन्द होना चाहिए। न्यायपूर्वक आजीविका करना गृहस्थ का प्रथम धर्म है। गृहस्थ जीवन के लिए अर्थ और काम आवश्यक है परन्तु दोनों पर न्याय और नीति का नियंत्रण रहना चाहिए। नहीं तो, आज के इस अर्थ प्रधान युग में लोग मानते हैं कि अर्थ के बिना सब व्यर्थ है। धर्म से अनुबंधित अर्थ और काम जीवन विकास में सहायक बनते हैं। साध्वी ने कहा कि धन के बिना यदि धर्म नहीं टिक सकता तो, धर्म के बिना धन भी नहीं टिक सकता। नीतिपूर्वक अर्जित धन ही मनुष्य के आध्यात्मिक विकास में सहायक हो सकता है। बेईमानी से दूसरों का हक मारकर रिश्वत या चोर - बाजारी से, दूसरों को धोखा देकर या उनकी मजबूरी का अनुचित लाभ उठाकर धन कमाना पाप है। अधर्म का मूल है। ऐसा धन बाद में दारुण दुख देकर चला जाता है। अनीति का धन अपने साथ अनेक विपत्तियां लाता है। इसलिए अन्याय, अनीति से दूर रहना चाहिए। जीवन में सुख धन से नहीं, मन से मिलता है। मन में समता, नीति है तो निर्भयता रहेगी। निर्भयता शांति दिलाती है जिससे जीवन सुखी हो जाता है। |
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