>>: Digest for August 05, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

जयपुर। नकली अथवा जहरीली शराब की बिक्री रोकने के लिए मध्यप्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी फांसी की सजा की मांग उठ रही है। प्रदेश में उम्रकैद तक सजा है, लेकिन पुलिस की ढिलाई से शीघ्र सजा नहीं मिल पा रही है। भरतपुर में 7 माह पहले नकली शराब से 9 लोगों की मौत का मामला इसका उदाहरण है, जो ट्रायल तक अटका है और जोधपुर के 10 साल पुराने मामले में अब तक सजा नहीं हुई है।
प्रदेश में 2007 में नकली शराब के मामलों में आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान जोड़ा गया। इन 13 वर्षों में 7—8 जगह बड़ी शराब दुखान्तिका हो चुकी हैं और नकली शराब बिकने के मामले तो अनेक सामने आ चुके हैं। इन मामलों में सजा और सख्त करने को लेकर पड़ताल की गई तो कहा गया कि बड़े मामलों में फांसी की सजा होनी चाहिए, लेकिन इन मामलों में कार्रवाई की रफ्तार बढ़े बिना सिलसिला रुकने वाला नहीं है।
2007 में जोड़ी थी उम्रकैद की सजा
आबकारी अधिनियम में 2007 में संशोधन कर धारा 54—बी जोड़ी गई, जिसके तहत जहरीली शराब पीने से मौत होने पर दो साल से लेकर उम्रकैद और एक लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान जोड़ा गया। इसी तरह जहरीली शराब से गंभीर हानि या विकलांगता होने पर दो साल से लेकर उम्रकैद तथा 50 हजार से 5 लाख रुपए तक जुर्माना और अन्य मामलों में एक से 10 साल तक सजा व 50 हजार से ढाई लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान किया गया। कानून में प्रभावितों को क्षतिपूर्ति दिलाने का भी प्रावधान है, जो मौत के मामले में कम से कम
तीन लाख रुपए है।
12 साल में आए ये प्रमुख मामले
दिसम्बर 2008— जयपुर के शाहपुरा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में जीत के जश्न में पीने वालों की मौत।
2011— पाली व जोधपुर में अनेक मौत। जोधपुर के मामले में अब तक सजा नहीं हुई।
जनवरी 2021— भरतपुर जिले के रूपवास क्षेत्र में 9 लोगों की मौत। अब तक चालान ही पेश हुआ, सजा नहीं हुई।
इस बीच सांगानेर, अलवर और बाड़मेर में भी शराब दुखान्तिका हो चुकी है।
यह कहते हैं विशेषज्ञ
जहरीली शराब से मौत भी हत्या है, इसमें फांसी होनी चाहिए। लेकिन सजा जल्दी होगी तो उसका भी प्रभाव होगा।

जयपुर। पत्रिका और फोर्टी वीमन विंग ओर से मासिक लेट्स टॉक शो का आयोजन बुधवार दोपहर ढाई से चार बजे तक वीआईटी कैम्पस, जगतपुरा में किया जाएगा। शो का विषय 'अन्नोन डार्क सीक्रेट्स ऑफ लाइमलाइट' रखा गया हैं।

फोर्टी वीमन विंग की वाइस प्रेसीडेंट डॉ. सुनीता शर्मा ने बताया कि हर महीने आयोजित किए जाने वाले लेट्स टॉक शो में यंग जनरेशन से चर्चा करेंगे कि उन्हें ग्लैमर और लाइमलाइट में रहने के लिए क्या कीमत अदा करनी पड़ती हैं। साथ ही लाइमलाइट के पीछे के ऐसे क्या सीक्रेट्स हैं जो दुनिया के सामने नहीं आ पाते।

टॉक शो की मुख्य वक्ता आईपीएस और डीसीपी हैडक्वार्टर जयपुर पुलिस डॉ. अमृता दुहान, मिसेज इंडिया 2019 श्वेता मेहता मोदी, फाउंडर एंड सीईओ जीसीईसी परेश होंगे। इसके अलावा फोर्टी वीमन विंग की प्रेसीडेंट नेहा गुप्ता, सैकेट्री अलका अग्रवाल, आरएएस अजय असवाल और पब्लिशर प्रशान्त गुप्ता भी शामिल होंगे।

लेट्स टॉक शो को पत्रिका टीवी, पत्रिका फेसबुक पेज और यूट्यूब पर लाइव किया जाएगा। प्रोग्राम का मॉडरेशन डॉ. सुनीता शर्मा और शैलेंद्र शर्मा करेंगे। टॉक शो के दौरान कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा।

जयपुर। राजस्थान में सियासी घमासान के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जयपुर लौट आए। वे सात दिन तक दिल्ली में थे। पायलट के दिल्ली से लौटते ही उनके जयपुर स्थित बंगले में समर्थक पहुंचने लगे और राजनीतिक हलचलें तेज हो गई। पायलट एक दो दिन जयपुर में ही रहेंगे। आज कई विधायकों की उनसे मुलाकात के दौरान मंत्रणा होगी।

कई दिन बाद मिले रमेश मीणा — पायलट समर्थक पूर्व मंत्री रमेश मीणा कई दिनों से सियासी चुप्पी साधे हुए थे। वे अपने विधानसभा सपोटरा में ही व्यस्त थे और उनका कोई बयान भी सामने नहीं आया था। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे थे। कल उनकी पायलट के निवास पर मुलाकात हुई और करीब एक घंटे तक दोनों नेताओं ने बातचीत की और राजनीतिक हालातों को लेकर रणनीति बनाई। इसके अलावा करीब आधा दर्जन विधायकों व बड़ी संख्या में समर्थकों ने भी पायलट से मुलाकात की।

ये विधायक भी मिले— पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट से युवा विधायक रामनिवास गावडिय़ा, इन्दरराज गुर्जर, वेदप्रकाश सोलंकी आदि ने भी मुलाकात कर बातचीत की। अजय माकन के दौरे से एक दिन पहले सचिन पायलट दिल्ली चले गए थे और अब वे एक सप्ताह रूक कर आए है। दिल्ली पहुंचकर पायलट ने माकन से मुलाकात की थी। वहीं विधायकों के दो दिन के संवाद के दौरान उनके समर्थक विधायकों मुकेश भाकर, राम निवास गावडिया, राकेश पारीक आदि ने माकन से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी। माकन ने भी पायलट की भूमिका को लेकर कहा था कि आलाकमान अपने हिसाब से सब नेताओं की भूमिका तय करता है और पायलट के लिए भी ये बात लागू होती है।

जयपुर। कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सियासी मुलाकात कई अहम सवाल छोड़ गई है। राजनीतिक गलियारों में राजनेता इसके अलग अलग मायने निकाल रहे है, लेकिन ये तय है कि शिवकुमार की यह यात्रा सिर्फ निजी यात्रा ही नहीं थी वे इस मुलाकात को लेकर जो भी बातचीत हुई है उसकी रिपोर्ट वे आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को सौंपेंगे। इसके बाद राजस्थान की राजनीति को लेकर फैसले हो सकते है। ये भी तय है कि जो भी फैसले होंगे उसमें सीएम गहलोत की बड़ी भूमिका रहेगी। कांग्रेस हाईकमान गहलोत के फार्मूले को ज्यादा वरीयता देगा। गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सर्वाधिक विश्वासपात्र नेताओं में हैं और जी 23 जैसे गुट की हवा गहलोत ने ही निकाली थी।

सहमति का फार्मूला — पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान सहमति का फार्मूला बनाना चाहता है और इसी को लेकर एक के बाद एक नेता दिल्ली से जयपुर आ रहे है। पहले वेणुगोपाल और अजय माकन आए थे। दोनों नेताओं ने दो बार सीएम गहलोत से मुलाकात कर सहमति बनाने की कोशिशें की थी। इसके बाद माकन फिर आए और तीन दिन तक विधायकों और अन्य नेताओं से मिले। सीएम गहलोत से मिलकर उनसे चर्चा की। रविवार की रात को हरियाणा की पीसीसी अध्यक्ष कुमारी शैलजा जयपुर आई और अब कल डी के शिव कुमार आए और गहलोत से मंथन किया। गांधी परिवार के नजदीक माने जाने वाले शिव कुमार की गहलोत से पुरानी दोस्ती है और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद सीएम गहलोत कर्नाटक गए थे और वहां पर कांग्रेस और जनता दल देवगौडा के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सूत्रों के अनुसार गहलोत बड़ी संख्या में मंत्रियों को हटाने के पक्ष में नहीं लग रहे। वे बचे हुए स्थानों को भरने के पक्ष में है। यानि वे विस्तार चाहते हैै। वहीं सूत्रों का कहना है कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन बड़े फेरबदल की पैरवी कर रहे हैं ताकि नए सिरे से मंत्री बनाए जा सके और उन्हें विभाग दिए जा सके। अजय माकन तो मीडिया के सामने भी कह चुके है कि पुनर्गठन किया जाएगा। इससे पहले रविवार को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने मख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। वे रात को जयपुर आई थी और मुलाकात के बाद सोमवार सुबह दिल्ली लौट गई थी।

जयपुर। राजस्थान में भारी बारिश के दौर के बीच दर्जनों गांव पानी में डूबकर टाबू बन गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा स्थानीय टीमों ने मोर्चा संभाल रखा है। धौलपुर में चंबल का जलस्तर बढ़ गया है और जलस्तर खतरे के निशान से 12.21 मीटर ऊपर है जिसके चलते आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुराना पुल डूब गया है। चंबल का गेज 143.30 मीटर पर है, उधर बाढ़ से 40 गांव प्रभावित हो सकते हैं।

कोटा संभाग में जल का जलजला सा आ गया है। करीब 100 गांव टापू बन गए हैं। कोटा बैराज के 5 गेट खोलने पड़े हैं। चंबल के बांधों में भारी पानी की आवक लगातार जारी है। इसी तरह करौली में पांचना बांध में पानी की आवक बढ़ रही है। बीती रात पांचना बांध के तीन गेट खोले गए और 40-40 सेंटीमीटर तक पानी की निकासी की गई। राजस्थान के अन्य स्थानों की बात की जाए तो वहां भी स्थिति खराब है। कई गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। कई गांवों में हालात बेकाबू होने के बाद स्थानीय स्तर पर रेस्क्यू का काम जारी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

राजस्थान में पिछले कई दिनों से बारिश का दौर जारी है, जो 8 अगस्त तक चलेगा। इस बीच कहीं अति भारी तो कहीं भारी बारिश की चेतावनी मिल रही है। बारिश का जोर पूर्वी राजस्थान पर ज्यादा रह सकता है। जबकि पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी नहीं मिली है। बारिश की बात करें तो कोटा संभाग में पिछले सप्ताहभर से जोरदार बारिश दर्ज हो रही है।

जल संसाधन विभाग की माने तो प्रदेश की सबसे अधिक बारिश भी कोटा संभाग में ही दर्ज की गई है। बुधवार को पूर्वी राजस्थान में भरतपुर, करौली, बूंदी, चित्तौडगढ़़, झालावाड़, धौलपुर, कोटा, बारां, दौसा जिले में एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसी प्रकार अजमेर, जयपुर, अलवर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, टोंक जिले में एक दो स्थानों पर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

आगरा-मुंबई पुल डूबा
हाड़ौती क्षेत्र सहित अन्य इलाकों में लगातार हो रही बारिश से धौलपुर जिले में एक बार फिर से चंबल नदी उफान पर आ गई है। धौलपुर में आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुराना पुल डूबा गया है। चंबल का गेज 143.30 मीटर पर आ गया है, जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। नदी का जलस्तर बढ़ने से सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन धौलपुर के अधिकारी हरकत में आ गए और उन्होंने चंबल के किनारे निचले क्षेत्रों में बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया है। बाढ़ से करीब 40 गांव प्रभावित हो सकते हैं।

यूं रहेग मौसम का मिजाज
4 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में भरतपुर, करौली, बूंदी, चित्तौडगढ़़, झालावाड़, धौलपुर, कोटा, बारां, दौसा जिले में एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश का आरेंज अलर्ट। अजमेर, जयपुर, अलवर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, टोंक जिले में एक दो स्थानों पर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

5 अगस्त को सवाई माधोपुर, बारां, दौसा, करौली, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा, झालावाड़ जिले में एक दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट। अजमेर, जयपुर, अलवर, धौलपुर, भरतपुर, सीकर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा जिले में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

6 अगस्त को अलवर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, करौली जिले में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

7 अगस्त को अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर जिले में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट जारी किया गया है।

जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने एक बयान में कहा है कि कोटा, बारां, बूंदी एवं झालावाड़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में निर्देश दे दिए हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ,एसडीआएफ और सिविल डिफेंस की टीमें मदद कार्य कर रही हैं। सेना से भी संपर्क किया गया है और जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जाएगी।
गहलोत ने कहा कि धौलपुर में भी चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और भरतपुर में अधिक बारिश के कारण के कुछ इलाकों में भी बाढ़ के हालात बन सकते हैं। भरतपुर एवं धौलपुर में भी प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। गहलोत ने आमजन से अपील की है कि सावधानी बरतें एवं परेशानी होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। गौरतलब है कि प्रदेश के कोटा, बारां, करौली, टोंक, भीलवाड़ा, दौसा, सीकर, सवाई माधोपुर सहित विभिन्न जिलों में अतिवृष्टि के कारण जन-जीवन प्रभावित हो गया है। कई जगह कच्चे मकानो के गिरने की, तो कई स्थानों पर खेतों में पानी भर जाने की ख़बरें आ रही हैं।

फिरोज सैफी/जयपुर।

मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल में एक बार फिर पेंच फंसता नजर आ रहा है। अब मंत्रिमंडल फेरबदल होगा या नहीं इस पर संशय के बादल मंडराने लगे हैं। दरअसल मंत्रिमंडल फेरबदल में नया पेंच मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर है जिसे मानने को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजी नहीं है।

यही वजह है कि सीएम गहलोत को मनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले जहां कुमारी शैलजा को भेजा तो वहीं मंगलवार को कांग्रेस आलाकमान के करीबी डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री से मुलाकात करने भेजा। डीके शिवकुमार ने मंगलवार को जयपुर पहुंचते तकरीबन डेढ़ घंटे तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लंबी मंत्रणा की और उसके बाद दिल्ली चले गए जहां वे बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे।

मंत्रिमंडल पुनर्गठन को राजी नहीं है गहलोत
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान और सचिन पायलट कैंप की मंशा मंत्रिमंडल पुनर्गठन है जिसे मानने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजी नहीं हैं। सीएम गहलोत चाहते हैं कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन की बजाए मंत्रिमंडल का विस्तार हो और मंत्रिमंडल में जो रिक्त पद हैं उन्हें भरा जाए।

मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए पहले जहां कांग्रेस आलाकमान ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा को अचानक जयपुर भेजा तो मंगलवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार आलाकमान के संदेशवाहक बनकर सीएम गहलोत से मिले।

पुनर्गठन हुआ तो सबके होंगे इस्तीफे
दरअसल मंत्रिमंडल पुनर्गठन पेंच फंसने की एक वजह यह भी है कि अगर मंत्रिमंडल पुनर्गठन होता है तो सभी मंत्रियों के इस्तीफे हो जाएंगे, ऐसे में सीएम गहलोत नहीं चाहते हैं कि सभी मंत्रियों का इस्तीफा हो, चूंकि इससे सियासी संकट के दौरान सीएम गहलोत का साथ देने वाले मंत्रियों में नाराजगी बढ़ सकती है। इसीलिए सीएम गहलोत पुनर्गठन नहीं करनी की बात पर अड़े हुए हैं।

7 दिन में 5 बड़े नेता पहुंचे जयपुर
इधर मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की सुगबुगाहट के बीच पार्टी के 5 बड़े नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने जयपुर पहुंचे। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल अजय माकन पहुंचे थे और मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। उसके बाद घोषणा पत्र समिति के चेयरमैन ताम्रध्वज साहू, कुमारी शैलजा और डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने पहुंचे थे।

पायलट कैंप को मंत्रिमंडल फेरबदल में अहमियत देना चाहते हैं आलाकमान
सूत्रों की माने कांग्रेस आलाकमान मंत्रिमंडल फेरबदल में पायलट कैंप के नेताओं को भी अहमियत देकर सचिन पायलट को कुछ करना चाहते हैं कि जिससे 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरे इसी के चलते कांग्रेस आलाकमान सीएम गहलोत से लगातार मंत्रिमंडल पुनर्गठन का संदेश देकर अपने संदेशवाहक ओं को जयपुर भेज रहे हैं

जयपुर।

प्रदेश में जहां एक तरफ अत्यधिक बारिश से कुछ ज़िलों में बाढ़ के हालात बन रहे हैं, तो वहीं झमाझम बरसात से सामने आ रही अव्यवस्थाओं को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। सूबे के शहरों से लेकर गाँवों तक में आफत की बरसात से शासन-प्रशासन की तैयारियों की पोल खुलने पर भाजपा के नेता सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। साथ ही प्रभावित गाँवों के किसानों की सुध लेने और उन्हें तुरंत प्रभाव से आर्थिक सम्बल दिए जाने की मांग उठाने लगे हैं।

 

 

कुर्सी बचाने की जुगत में सरकार: डॉ पूनिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने 'मॉनसूनी आफत' पर सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार फिलहाल अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक बरसात से शहरों से लेकर गाँवों तक में सरकार का कुप्रबंधन नज़र आ रहा है, जिसका खामियाज़ा प्रदेशवासियों को उठाना पड़ रहा है।

 

 

डॉ पूनिया ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि शहरों में स्थानीय निकायों को और प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीमों को सक्रीय करें ताकि आमजन को राहत मुहैया हो सके।

 

 

राहत-बचाव कार्य में तेज़ी लाये सरकार: वसुंधरा
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी प्रदेश में लगातार हो रही बरसात और इससे बन रही विपरीत परिस्थितियों को लेकर चिंता ज़ाहिर की है। राजे ने गहलोत सरकार से अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी लाने और प्रभावित किसानों को नुक्सान का उचित मुआवज़ा तत्काल पहुंचाने की अपील की है।

 

 

राजे ने एक ट्वीट प्रतिक्रिया जारी करते हुए कहा, 'मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ समय तक प्रदेश में मौसम ऐसा ही बना रहेगा, जिससे भारी बारिश का अनुमान है। अतः आमजन को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन से अनुरोध है कि जहां बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, वहां राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए।'

अत्यधिक बारिश से जनजीवन हो रहा प्रभावित
प्रदेश के बारां, कोटा, करौली, टोंक, भीलवाड़ा, दौसा, सीकर, सवाई माधोपुर सहित विभिन्न जिलों में अतिवृष्टि के कारण जन-जीवन प्रभावित हो रहा है। जल बहाव के चलते कई जगह कच्चे मकानो के गिरने की, तो कई स्थानों पर खेतों में पानी भर जाने की ख़बरें आ रही हैं। अत्यधिक बरसात से फसलों को भी नुकसान हो रहा है।

जयपुर। राजस्थान में मानसून की झमाझम बारिश के बीच बीसलपुर बांध ने खुश खबर दी है। बांध में दो दिन से पानी की आवक में इजाफा हो रहा है, जिसके चलते बांध से आस बंधी है। विभाग की माने तो बांध का जलस्तर बुधवार सवेरे तक 309.89 मीटर पहुंचा गया। ऐसे में पिछले 24 घंटे के दौरान 26 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई है। उधर, बांध के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी नदी का जलस्तर 2.20 मीटर पंहुच गया है और माना जा रहा है कि अगले दो दिन के भीतर बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेजी से बढ़ सकती है। जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि दो दिन से बांध में पानी की आवक बढ़ रही है। मंगलवार सवेरे तक बांध का जलस्तर 309.63 था, जो बुधवार सवेरे 309.89 मीटर पहुंच गया है। 24 घंटे के भीतर 26 सेंटीमीटर पनी की आवक ज्यादा हो गई है। भीलवाड़ा में अच्छी बारिश के चलते त्रिवेणी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। नदी 4.20 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। बीसलपुर बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है।

बांध में 31 जनवरी तक का पानी
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सुभांशु दीक्षित ने बताया कि बीसलपुर बांध का जलसतर बुधवार सवेरे 309.89 मीटर पर आ गया। वर्तमान जलस्तर से जयपुर और अजमेर को 31 जनवरी, 2022 तक पेयजल आपूर्ति की जा सकती है। बांध का जलस्तर मानसून से पूर्व 309.35 मीटर तक चला गया था और अब 309.89 मीटर हो गया है। यानि बांध में एक टीएमसी पानी की आवक हो चुकी है। दीक्षित ने बताया कि बांध का जलस्तर इस मानसून 312 मीटर तक भी पहुंचता है तो अगले एक साल तक जयपुर के लाखों उपभोक्ताओं की प्यास बुझाई जा सकती है।

पिछले साल 313.28 मीटर था जलस्तर

बीसलपुर में पानी की आवक की बात करें तो पिछला मानसून बांध को लबालब नहीं कर सका था। लेकिन इस बार आस जग रही है कि बांध में अच्छा पानी आ सकता है। पिछले साल एक सितंबर को बांध का जलस्तर 313.28 मीटर था, जिससे जयपुर, अजमेर और अन्य स्थानों को लगातार जलापूर्ति हो रही है। पिछले मानसून बांध में कुल 6 टीएमसी पानी की आवक ही हो सकी थी। जलदाय विभाग का मानना है कि त्रिवेणी में आगामी दिनों में पानी की आवक बढ़ेगी और ऊंचाई पर चलने के बाद बांध में तेजी से पानी की आवक होगी।

बांध पर पांच बार चली चादर
बीसलपुर बांध पर अब तक पांच पार चादर चल चुकी है। बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकालना पड़ा था।

जयपुर।

राज्य के जैसलमेर जिले में जीएसआई की नई खोज में सीमेंट ग्रेड लाइमस्टोन के विशाल भण्डार मिले हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल को सचिवालय में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने जैसलमेर के चार स्थानों में सीमेंट ग्रेड लाइमस्टोन भंडारों की खोज रिपोर्ट सौंपी।


डॉ. अग्रवाल ने बताया कि जीएसआई की खोज में जैसलमेर के चार ब्लॉकों में 315.235 मिलियन टन सीमेंट ग्रेड लाइमस्टोन के भंडार मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अब राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट का परीक्षण कर इन क्षेत्रों में प्लॉट विकसित कर नीलामी की कार्यवाही की जाएगी। ख़ास बात ये है कि जिन चार जगहों पर लाइमस्टोन के भंडार मिले हैं वे गांव और ढाणियों में स्थित हैं। ऐसे में ये कहा जाए कि ये गांव-ढाणियां इन भंडारों के ज़रिये करोड़ों रूपए का राजस्व दिलवाएंगी तो कहना गलत नहीं होगा।

 

एसीएस माइंस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राज्य में खनिज खोज और खनन कार्यों में गति लाने पर जोर है। मुख्यमंत्री ने ही केन्द्रीय खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी सेे पिछले दिनों 22 जुलाई को वर्चुअल बैठक के दौरान खनिज खोज कार्य में गति लाने और समय पर रिपोर्ट जारी करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया था।


डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जीएसआई ने जैसलमेर के 13 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में लाइम स्टोन के भण्डारों की खोज की है। रिपोर्ट के अनुसार जैसलमेर के लखमानोंं की ढ़ाणी में 4.60 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में करीब 18.012 मिलियन टन, जैसलमेर के ही कुइंयाला साउथ में 3.20 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मेेंं 29.82 मिलियन टन, जैसलमेर की ही मियाें की ढ़ाणी ईस्ट ब्लॉक ए के 2.50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 67.033 मिलियन टन और मियों की ढ़ाणी नार्थ में 200.37 मिलियन टन सीमेंट ग्रेड लाइम स्टोन के भण्डार होने की संभावना रिपोर्ट दी है।

 

डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से प्राप्त रिपोर्ट का अध्ययन कराकर विभाग द्वारा खनन के लिए ऑक्शन के लिए ब्लॉक विकसित किए जाएंगे। वहीं उन्होंने बताया कि राज्य में खान एवं भूगर्भ निदेशालय, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया, एमईसीएल आदि द्वारा खनिज एक्सप्लोरेशन गतिविधियां जारी है।

जयपुर।

सामान्य प्रशासन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए राठौड़ ने विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करते हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां तय समय पर पूरी करने के निर्देश दिए। राठौड़ बुधवार को यहां शासन सचिवालय में 15 अगस्त 2021 को सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर रही थीं।

 

प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि सभी विभाग बरसात के मौसम एवं कोविड को ध्यान में रखते हुए समय पर तैयारियां सुनिश्चित करें। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग को टैंट, बेरिकेडिंग एवं सिटिंग व्यवस्था तथा सड़कों की जरूरी मरम्मत कराने के निर्देश दिए। बिजली विभाग को विद्युत व्यवस्था एवं सरकारी भवनों पर सजावटी रोशनी कराने के लिए भी निर्देशित किया। पुलिस विभाग को समय पर सुरक्षा पास जारी करने एवं कार्यक्रम में पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखें तथा नियमित रूप से सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करावें।


गायत्री ए राठौड़ ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, जयपुर विकास प्राधिकरण, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग एवं जिला प्रशासन सहित अन्य संबंधित विभागों के लिए तय कार्यों की समीक्षा कर बेहतर तैयारियां करने के निर्देश दिए। सामान्य प्रशासन विभाग के उप मुख्य प्रोटोकॉल अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह शेखावत ने संबंधित विभागों के लिए तय जिम्मेदारियों की बिन्दुवार जानकारी देते हुए अब तक की गई प्रगति की समीक्षा की।


इस दौरान संबंधित विभागीय अधिकारियों ने कहा कि समारोह से संबंधित तैयारियां शुरू कर दी हैं और आपसी सामंजस्य के साथ तय समय पर सभी व्यवस्थाएं बेहतर ढंग से पूरी कर दी जाएगी।


बैठक में जयपुर पुलिस आयुक्त आनन्द श्रीवास्तव, पुलिस महानिरीक्षक (आरएसी) लता मनोज कुमार, पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर (दक्षिण) हरेन्द्र कुमार महावर, अतिरिक्त जिला कलक्टर जयपुर (पूर्व) राजीव कुमार पाण्डेय तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक अरूण जोशी सहित अन्य विभागीय उच्च अधिकारी उपस्थित थे।

जयपुर।

नई दिल्ली में गुरुवार को राजस्थान भाजपा की अहम समीक्षा बैठक होगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां यह समीक्षा बैठक करेंगे, जिसमें राजस्थान से जुड़े सभी मुद्दों को लेकर चर्चा होगी।

बैठक में प्रदेश की दो सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भी चर्चा होने संभावना है। अगस्त में उदयपुर की वल्लभनगर और प्रतापगढ़ की धरियावाद सीटों पर चुनाव कार्यक्रम घोषित होने की संभावना है। पार्टी इन चुनावों को लेकर सांसदों की भूमिका तय कर सकती है। इसके अलावा राजस्थान सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ किस तरह से आवाज उठानी है। किस तरह धरने—प्रदर्शन किए जा सकते हैं। इसे लेकर भी बैठक में चर्चा होने की संभावना है। बैठक में सांसदों के साथ कोविड-19 में पार्टी के सेवा ही संगठन के सेवा कार्य, मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार—प्रसार और लाभार्थियों तक पहुंच, विकास कार्यों की समीक्षा पर भी बिन्दुवार चर्चा होगी। बैठक में शामिल होने के लिए पूनियां बुधवार को दिल्ली रवाना हो गए। राजस्थान की यह दूसरी समीक्षा बैठक है।

सभी सांसद लेंगे हिस्सा

बैठक में सभी सांसद हिस्सा लेंगे। इनके अलावा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और राजस्थान से राष्ट्रीय पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

जयपुर। राजस्थान में बारिश का आंकड़ा सामान्य से भी 12 प्रतिशत आगे निकल गया है। इसमें भी पूर्वी राजस्थान में 22 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है जबकि पश्चिमी राजस्थान सामान्य बारिश से 4 प्रतिशत पीछे चल रहा है। दूसरी तरफ मानसून की झमाझम के चलते राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान नौ जिलों में 9 स्थानों पर अत्यंत भारी और 28 स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई।

मौमम विभाग की माने तो पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का दौर लगातार जारी रह सकता है। पिछले 24 घंटों में बारां, सवाई माधोपुर, कोटा और बूंदी जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश 280 एमएम खातोली, कोटा में दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र में धीमा पड़ गया है, लेकिन उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश व आसपास के क्षेत्र के ऊपर अभी भी बना हुआ है। कम दबाव के क्षेत्र के धीरे-धीरे कमजोर होने से पूर्वी राजस्थान में बुधवार से ही बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है। हालांकि कोटा संभाग के जिलों में अगले 48 घंटों तक कहीं-कहीं भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है।

सवाई माधोपुर में 113 प्रतिशत अधिक
मौसम विभाग की माने तो सवाई माधोपुर में सामान्य आंकड़े से प्रदेशभर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहां समान्य बारिश का आंकड़ा 320.6 एमएम है, जबकि 4 अगस्त तक 681.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो 113 प्रतिशत अधिक है। दूसरे नबर पर बारां है जहां सामान्य बारिश का आंकड़ा 408.8 एमएम है और अब तक 749.9 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है, जो 84 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार तीसरे नंबर पर बूंदी रहा है, जहां सामान्य से 76 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सामान्य बारिश का आंकड़ा 338.7 एमएम है जबकि अब तक 597 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है।

कहां कितनी बारिश दर्ज (पिछले 24 घंटे के दौरान)
बारां के शाहबाद में 208 एमएम
बारां के किशनगढ़ में 188 एमएम
बारां के अटरू में 180 एमएम
बारां के मांगरोल में 166 एमएम
बारां के छबड़ा में 142 एमएम
बारां में 138 एमएम
बारां के अंता में 138 एमएम
बारां के छीपाबड़ौद में 126 एमएम
टोंक के दूनी में 188 एमएम
टोंक में 111 एमएम
टोंक के अलीगढ़ में 93 एमएम
सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 116 एमएम
सवाई माधोपुर 215 एमएम
सवाई माधोपुर के देवपुरा में 205 एमएम
सवाई माधोपुर के आईएमडी में 128 एमएम
सवाई माधोपुर के पांचोलास 180 एमएम
सवाई माधोपुर 110 एमएम
कोटा के खातोली में 280 एमएम
कोटा के लाडपुरा में 225 एमएम
कोटा के दिगोद में 169 एमएम
कोटा के पीपलदा में 167 एमएम
कोटा एयरपोर्ट में 167 एमएम
कोटा के सांगोद में 143 एमएम
कोटा के कानवास में 122 एमएम
कोटा के मंदाना में 107 एमएम
कोटा के चेचट में 82 एमएम
कोटा की रामगंजमंडी में 78 एमएम
टोंक के दूनी में 188 एमएम
टोंक में 111 एमएम
टोंक के अलीगढ़ में 78 एमएम
झालावाड़ के बकानी में 79 एमएम
झालावाड़ के रायपुर में 75 एमएम
झालावाड़ के अकलेरा में 65 एमएम
झालावाड़ के झालरापाटन में 65 एमएम

जयपुर। राजस्थान में बारिश का आंकड़ा सामान्य से भी 12 प्रतिशत आगे निकल गया है। इसमें भी पूर्वी राजस्थान में 22 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है जबकि पश्चिमी राजस्थान सामान्य बारिश से 4 प्रतिशत पीछे चल रहा है। दूसरी तरफ मानसून की झमाझम के चलते राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान नौ जिलों में 9 स्थानों पर अत्यंत भारी और 28 स्थानों पर अति भारी बारिश दर्ज की गई।

मौमम विभाग की माने तो पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का दौर लगातार जारी रह सकता है। पिछले 24 घंटों में बारां, सवाई माधोपुर, कोटा और बूंदी जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश 280 एमएम खातोली, कोटा में दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र में धीमा पड़ गया है, लेकिन उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश व आसपास के क्षेत्र के ऊपर अभी भी बना हुआ है। कम दबाव के क्षेत्र के धीरे-धीरे कमजोर होने से पूर्वी राजस्थान में बुधवार से ही बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है। हालांकि कोटा संभाग के जिलों में अगले 48 घंटों तक कहीं-कहीं भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है।

सवाई माधोपुर में 113 प्रतिशत अधिक
मौसम विभाग की माने तो सवाई माधोपुर में सामान्य आंकड़े से प्रदेशभर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहां समान्य बारिश का आंकड़ा 320.6 एमएम है, जबकि 4 अगस्त तक 681.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो 113 प्रतिशत अधिक है। दूसरे नबर पर बारां है जहां सामान्य बारिश का आंकड़ा 408.8 एमएम है और अब तक 749.9 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है, जो 84 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार तीसरे नंबर पर बूंदी रहा है, जहां सामान्य से 76 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सामान्य बारिश का आंकड़ा 338.7 एमएम है जबकि अब तक 597 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है।

कहां कितनी बारिश दर्ज (पिछले 24 घंटे के दौरान)
बारां के शाहबाद में 208 एमएम
बारां के किशनगढ़ में 188 एमएम
बारां के अटरू में 180 एमएम
बारां के मांगरोल में 166 एमएम
बारां के छबड़ा में 142 एमएम
बारां में 138 एमएम
बारां के अंता में 138 एमएम
बारां के छीपाबड़ौद में 126 एमएम
टोंक के दूनी में 188 एमएम
टोंक में 111 एमएम
टोंक के अलीगढ़ में 93 एमएम
सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 116 एमएम
सवाई माधोपुर 215 एमएम
सवाई माधोपुर के देवपुरा में 205 एमएम
सवाई माधोपुर के आईएमडी में 128 एमएम
सवाई माधोपुर के पांचोलास 180 एमएम
सवाई माधोपुर 110 एमएम
कोटा के खातोली में 280 एमएम
कोटा के लाडपुरा में 225 एमएम
कोटा के दिगोद में 169 एमएम
कोटा के पीपलदा में 167 एमएम
कोटा एयरपोर्ट में 167 एमएम
कोटा के सांगोद में 143 एमएम
कोटा के कानवास में 122 एमएम
कोटा के मंदाना में 107 एमएम
कोटा के चेचट में 82 एमएम
कोटा की रामगंजमंडी में 78 एमएम
टोंक के दूनी में 188 एमएम
टोंक में 111 एमएम
टोंक के अलीगढ़ में 78 एमएम
झालावाड़ के बकानी में 79 एमएम
झालावाड़ के रायपुर में 75 एमएम
झालावाड़ के अकलेरा में 65 एमएम
झालावाड़ के झालरापाटन में 65 एमएम

समवर्ती सूची में शामिल होगा पर्यटन
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को मिलेगा विशेष प्रोत्साहन
जयपुर। पर्यटन को समवर्ती सूची में शामिल करने के प्रस्ताव से आतिथ्य क्षेत्र की रिकवरी को बढ़ावा मिलने की संभावना है, जो कोविड -19 महामारी के बीच सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है। यह हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की एक बड़ी मांग रही है। पर्यटन मंत्रालय ने एक संसदीय स्थायी समिति के जवाब में कहा है कि मंत्रालय ने संबंधित मंत्रालय के साथ पर्यटन को समवर्ती सूची में शामिल करने का मुद्दा उठाया है, ताकि पर्यटन को राष्ट्रीय एजेंडे में रखा जा सके।
होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचएआई) के अनुसार यदि प्रस्ताव लागू किया जाता है तो क्षेत्र की महामारी से उबरने में मदद मिलेगी। एचएआई का कहना है कि हम पर्यटन मंत्रालय द्वारा संविधान की समवर्ती सूची में पर्यटन को शामिल करने के प्रस्ताव का स्वागत करते हैं। एक बार लागू होने के बाद, यह कोविड के बाद की रिकवरी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पर्यटन गतिविधियां और उत्पाद एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होते हैं। पर्यटन को समवर्ती सूची में रखने से सहज समन्वय की सुविधा होगी, यह कहते हुए कि यह शायद योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन को बढ़ावा देगा और भारतीय पर्यटन का एक अखिल भारतीय चेहरा पेश करेगा। गौरतलब है कि इस क्षेत्र में पिछले एक साल में कई व्यवसाय बंद हो गए हैं और नौकरी छूट गई है।

फिरोज सैफी/जयपुर।

प्रदेश में सत्ता और संगठन में शुरू हुए सियासी उठापटक में कांग्रेस का महंगाई के खिलाफ अभियान पीछे छूट गया है। पार्टी को महंगाई के खिलाफ अभियान का गांव-ढाणियों में भी शुरू करना था। पार्टी बड़े स्तर पर इसकी तैयारियों में भी जुटी थी। लेकिन इसी बीच हुई सियासी उठापटक में पार्टी का पूरा प्लान धरा रह गया।

खुद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि पार्टी अब महंगाई के मुद्दे को गांव-ढाणी तक लेकर जाएगी और 29 जुलाई को इसकी पूरी रूपरेखा का ऐलान किया जाएगा। दरअसल 29 जुलाई को गोविंद सिंह डोटासरा ने पीसीसी चीफ के तौर पर कार्यभार संभालने का 1 साल पूरा किया है इस दिन उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे कार्यक्रम का ऐलान करना था।

लेकिन इसी बीच दिल्ली से नेताओं के दौरे शुरू हो गए और पूरी पार्टी सियासी असमंजस में उलझ गई। अभी भी मंत्रिमंडल पुनर्गठन, राजनीतिक नियुक्ति और संगठनात्मक नियुक्तियों जैसे मसलों को लेकर असमंजस की स्थितियां चल रही है लिहाजा महंगाई जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर पार्टी का ध्यान नहीं है।

जबकि पिछले दिनों पार्टी ने महंगाई के मुद्दे पर पार्टी ने सघन अभियान चलाया था और इस पर जनता का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला था। इसी से उत्साहित पार्टी ने अभियान का विस्तार करने की बात कही थी।

रोडमैप तैयार लेकिन मंजूरी नहीं
दरअसल महंगाई के खिलाफ गांव-ढाणियों में शुरू होने वाले अभियान का रोडमैप तो पार्टी नेताओं ने तैयार कर लिया है, लेकिन सत्ता और संगठन में सियासी उठापटक होने के चलते महंगाई के खिलाफ गांव-ढाणियों में शुरू किए जाने वाले अभियान को मंजूरी ही नहीं मिल पा रही है, आगे ये अभियान शुरू भी पाएगा या फिर नहीं इसे लेकर भी संशय बना हुआ है, पार्टी नेता भी इसपर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं चर्चा ये भी है कि जब तक सियासी उलझनें सुलझ नहीं जाती हैं तब तक संगठन के स्तर पर महंगाई के खिलाफ अभियान को शुरू करने का फैसला नहीं लिया जाएगा।

संगठन विस्तार भी लगा ब्रेक
इधर मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चल रही खींचतान के चलते संगठन विस्तार पर भी ब्रेक लग गया है। पार्टी में जिलाध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों व प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार कब होगा इसे लेकर भी अब संशय बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो पहले माना जा रहा था कि मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले संगठन का विस्तार हो जाएगा लेकिन इन दिनों मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चल रही खींचतान में संगठन विस्तार के काम को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है, जिससे पार्टी के हजारों कार्यकर्ता संगठनात्मक कामकाज से दूरी बनाए हुए हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस में 39 जिलाध्यक्षों, 400 ब्लॉक अध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार होना है, कांग्रेस हलकों में चर्चा है कि संगठन विस्तार का मामला ठंडे बस्ते में जाने से विधानसभा उपचुनाव और पंचायत चुनाव प्रभावित हो सकते हैं साथ ही 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को संगठन विस्तार में देरी का खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।

जयपुर। प्रदेश में वल्लभनगर और धरियावाद विधानसभा उपचुनाव के लिए भले ही अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ हो लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने अभी से ही चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

वल्लभनगर और धरियावाद दरियाबाद उपचुनाव के लिए पार्टी की ओर से सात-सात सदस्यों वाली कमेटी की घोषणा 16 जुलाई को ही हो चुकी है, अब चुनावी तैयारियों को लेकर गुरुवार को धरियावाद और वल्लभनगर चुनाव समिति की बैठक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित हो,गी जिसमें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा दोनों समितियों के सदस्यों के साथ चुनावी मंथन करेंगे।

साथ ही चुनाव में किस रणनीति के तहत उतरना है इस पर भी मंथन होगा। दोनों कमेटियों की घोषणा होने के बाद ये पहली बैठक है। वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं तो वहीं धरियावाद में भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के चलते उपचुनाव होगा।

समिति की राय से तय होगा प्रत्याशी
इधर प्रदेश कांग्रेस की ओर से वल्लभनगर और धरियावाद उपचुनाव के लिए घोषित कमेटी की रिपोर्ट पर ही प्रत्याशी तय किए जाएंगे। वल्लभनगर उप चुनाव समिति में परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को चेयरमैन बनाया गया है तो वहीं धरियावाद उपचुनाव में मंत्री अर्जुन लाल बामणिया को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है।


वल्लभ नगर उपचुनाव के लिए ये है कमेटी
वल्लभ नगर में प्रताप सिंह खाचरियावास चेयरमैन,मंत्री प्रमोद जैन भाया, उदयलाल आंजना, विधायक गणेश घोगरा, दयाराम परमार, लाखन मीणा और पूर्व मंत्री पुष्कर डांगी को सदस्य बनाया गया है।


धरियावाद उपचुनाव
समिति में अर्जुन लाल बामणिया चेयरमैन, मंत्री अशोक चांदना, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल मीणा कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया और धर्मेंद्र राठौड़ को समिति का सदस्य बनाए गया है।

जयपुर. जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने बुधवार को दो अवैध इमारतों पर कार्रवाई की। इस दौरान एक इमारत को सील कर दिया और दूसरी इमारत के अवैध हिस्से को ढहा दिया। इसके अलावा सहकार मार्ग पर ग्रीन बेल्ट से अतिक्रमण और अवैध कब्जे भी हटाए।
प्रवर्तन शाखा के मुख्य नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन पांच के गुर्जर की थड़ी स्थित प्रेम नगर, प्रथम में आवासीय भूखंड संख्या 50 में बिल्डिंग बाइलॉज के विरुद्ध जाकर ढाई फुट की बालकानी निर्माणकर्ता ने सड़क पर निकाल ली थी। बेसमेंट के अलावा चार मंजिल का निर्माण पूर्ण हो चुका था। साथ ही पांचवीं मंजिल पर आंशिक निर्माण कर लिया गया था। 13 जून को अवैध निर्माण रोकने का नोटिस भी जारी किया, लेकिन निर्माणकर्ता ने निर्माण जारी रखा। इसी तरह निर्माण नगर के पास संतोष नगर कॉलोनी में भूखण्ड संख्या 172 में बिन अनुमति के निर्माण कार्य चल रहा था। यहां बेसमेंट और तीन मंजिल का काम पूरा हो चुका था। चौथी मंजिल पर पिलर बनाए जा रहे थे। यहां पांच फ्लैट बनाए जा रहे थे। इमारत को सील कर दिया गया।

जयपुर। कई राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर के संकेत मिलने पर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिंता जताई है। सीएम ने जनता के नाम एक अपील जारी करते हुए सभी से कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है।

कई राज्यों में तीसरी लहर के संकेत देखने को मिल रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के फैलने की स्थिति को जांचने का वैज्ञानिक पैमाना रिप्रोडक्टिव फैक्टर है। आर फैक्टर से पता चलता है कि एक संक्रमित मरीज कितने अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है। इस आर फैक्टर का 1 से नीचे रहने पर वायरस का प्रसार धीमा माना जाता है।


सीएम ने लिखा कि फिलहाल देश के आठ राज्यों और केन्द्र प्रशासित प्रदेशों में यह आर फैक्टर 1 से अधिक है। पूरे देश में आर फैक्टर 1.2 है। यह दिखाता है कि कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। बीते दिनों में देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ रही है, यह चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कई रिपोर्ट्स का दावा है कि अगस्त के आखिर तक भारत में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो जाएगी।

सीएम ने लिखा कि राजस्थान में अभी स्थिति पूरी तरह काबू में है। प्रदेश में फिलहाल सिर्फ 220 एक्टिव केस हैं, यह संख्या लगातार कम हो रही है। यहां आर फैक्टर 0.5 है। प्रदेश में प्रतिदिन रोगियों की संख्या भी 10 से 50 के बीच है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस ने जिस तरह अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे पश्चिमी देशों में दोबारा रफ्तार पकड़ी है, उसे देखकर पूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अभी हमें सख्ती से कोविड प्रोटोकॉल की पालना कर तीसरी लहर को आने से रोकना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल्कुल लापरवाही न करें, मास्क लगाएं, दो गज की दूरी का पालन करें और वैक्सीन लगवाएं।

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल की ओर से मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत राजधानी के अलावा अलवर के भिवाड़ी में 2558 फ्लैट बनवाएगा। इसके अलावा प्रताप नगर में निर्माणाधीन कोचिंग हब के पास 300 स्टूडियो फ्लैट बनाए जाने का निर्णय मंडल की 247 वीं बोर्ड बैठक में हुआ। एक अपार्टमेंट 425 वर्ग फीट में निर्मित किया जाएगा। इसकी कीमत 8.50 लाख रुपए निर्धारित की गई है। इन अपार्टमेंट के बनने से कोचिंग हब में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को रहने की समस्या का समाधान होगा। मंडल अध्यक्ष शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई निर्णय हुए। निर्माण कार्य तय समय पर पूरे हों, इसके लिए मंडल संविदा पर 22 जेईन (सिविल) भर्ती करेगा। कार्य विभाजन और कार्मिकों के बेहतर उपयोग के लिए मंडल के वृत्त व खंड कार्यालयों के पुर्नगठन का भी निर्णय लिया गया।
आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि पांच पदों पर पदोन्नति में कार्यअनुभव में छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में नगरीय विकास एवं आवासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा, मुख्य नगर नियोजक आर. के. विजयवर्गीय, मुख्य अभियंता के. सी. मीणा आदि बैठक में उपस्थित थे।


सात लाख रुपए में मिलेगा फ्लैट
—मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत जयपुर में प्रताप नगर के सेक्टर—08 में ईडब्लूएस के 177 फ्लैट और एलआईजी के 130 फ्लैट बनेंगे। इनकी कीमत 7.11 लाख और 11.11 लाख रुपए होगी।
—प्रताप नगर के सेक्टर—26 में ईडब्लूएस के 726 और एलआईजी के 620 फ्लैट बनाए जाएंगे। इनकी कीमत 7.65 लाख और 11.10 लाख रुपए होगी।
—भिवाड़ी के अरावली विहार योजना में 808 फ्लैट बनेंगे। इनकी कीमत 7 लाख और 10.42 लाख रुपए होगी। फ्लैट जी+12 और भिवाड़ी के फ्लैट जी+3 होंगे।

जयुपुर. प्रदेश के लिए बुधवार को कोविशील्ड की 52 हजार डोज की खेप पहुंची। इससे पहले दिन भर में 1.80 लाख डोज लगाई गई। जिनमें 1.28 लाख पहली और 52.36 हजार दूसरी डोज शामिल है। अब तक 2.29 करोड़ पहली और 79.19 लाख दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। प्रदेश को कोविशील्ड की डोज कई दिनों बाद मिली है, हालांकि अब भी वैक्सीन की बेहद कम मात्रा मिली है। ऐसे में अगले कुछ दिन इस वैक्सीन की गति कुछ धीमी ही रहने की संभावना है।

्रदेश में मिले 18 नए कोविड संक्रमित

प्रदेश में बुधवार को कोविड—19 के 18 नए मामले मिले और को ई मौत दर्ज नहीं की गई। 24 घंटे के दौरान 30364 नई जांचों पर संक्रमण दर 0.059 प्रतिशत रही। 27 नए रिकवर के साथ रिकवरी दर 99.039 प्रतिशत है।

उदयपुर 5, जयपुर 4, नागौर और पाली 2—2 सहित बांसवाड़ा, बाड़मेर, सवाईमाधोपुर और सीकर में 1—1 नया मामला मिला है।
कुल संक्रमित 953733, कुल मृतक 8954 और एक्टिव केस 211 हैं।

प्रदेश में अब तक
नमूने लिए 13037838
कुल पॉजिटिव 953733
रिकवर एवं डिस्चार्ज 944568
कुल मौत 8954

...

जयपुर। भारी बारिश के कारण कोटा-बूंदी-बारां-धौलपुर सहित अन्य जिलों में बाढ़ के हालत बन गए हैं। बारां जिले में कई दिनों से लगातार दो सौ मिमी से अधिक बारिश हो रही है। अब कोटा संभाग के कई जिलों में ऐसी स्थिति हो चुकी है कि जहां देखो, वहां पानी ही पानी नजर आ रहा है।

बात करें कोटा की तो 230 लोगों को तो एसडीआरएफ की टीम ने 400 से अधिक ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बड़ोद में कालीसिंध नदी की पुलिया पर करीब 4 फीट की चादर चल रही है। भारी बारिश के कारण कोटा-इटावा मार्ग बंद हो गया। मारवाड़ा चौकी में रेलवे अंडर ब्रिज के नाले में पानी की आवक होने से आवागमन बंद है।

rain2.jpg

वहीं बूंदी जिले में जैतसागर झील के बरसाती नाले में आए उफान से शहर दो हिस्सों में बंट गया। मेज नदी पर लाखेरी के निकट पापड़ी पुलिया पर पानी आने के बाद कोटा-दौसा मेगा स्टेट हाईवे पर आवागमन बंद हो गया। पिछले 24 घंटों में बारां, सवाई माधोपुर, कोटा और बूंदी जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश 280 मिमी खातोली, कोटा में दर्ज की गई है।

चंबल खतरे के निशान से 14.60 मीटर ऊपर
धौलपुर जिले में चंबल का पानी करीब 120 गांव व ढाणियों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। गांवों के लोगों को ऊंचे स्थानों पर भेजा गया। बुधवार देर शाम चंबल का जलस्तर 144.60 पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान से करीब 14.60 मीटर ऊपर है। यह पानी गुरुवार तक धौलपुर पहुंच जाएगा। बाढ़ प्रभावित 23 ग्राम पंचायतों के 65 राजस्व गांवो में 21 मेडिकल टीमें तैनात अलर्ट मोड़ पर कार्य करते हुए दवा वितरण कार्य कर रही है।

rain1.jpg

कोटा बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी की निकासी
मंगलवार देर रात 3 बजे चम्बल नदी पर बने कोटा बैराज बांध के 10 गेट खोलकर एक लाख क्सूसेक पानी की निकासी की गई। देर रात 3 बजे कोटा बैराज के दस गेट खोलकर 1 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की गई। उसके बाद बुधवार को दिन तक 10 गेट खोलकर 78,760 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। शाम को पानी की आवक कम होने से 4 गेट खोलकर 11 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई।

rain_in_rajasthan.jpg

आगे क्या
पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना अति कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में परिर्वितत हो गया। यह अभी भी उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश व आसपास के क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है। इसी कारण मध्यप्रदेश कुछ जिलों एवं उससे लगते राजस्थान के इलाकों में भी भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव के क्षेत्र के धीरे-धीरे कमजोर होने से पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है। हालांकि कोटा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना आगामी 24-48 घंटों के दौरान बनी रहेगी। 5 अगस्त को करौली, बूंदी, कोटा, बारां व सवाईमाधोपुर में एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश हो सकती है। वहीं 6 और 7 अगस्त सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर में भारी बारिश हो सकती है।

हाउसिंग बोर्ड जयपुर व भिवाड़ी में बनाएगा 2558 आवास
— राजस्थान आवासन मंडल के संचालक मंडल की 247वीं बोर्ड बैठक
— प्रतापनगर में कोचिंग हब के पास बनेंगे 300 स्टूडियो अपार्टमेंट

जयपुर। राजस्थान आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) प्रताप नगर, सेक्टर 8 आवासीय योजना (housing scheme) और अलवर के भिवाड़ी में मुख्यमंत्री जन आवास योजना (Chief Minister Jan Awas Yojana) के तहत 2558 फ्लैट्स बनाएगा। इसके साथ ही कोचिंग हब के पास स्टूडियो अपार्टमेंट के रूप में 300 फ्लैट बनाए जाएंगे। हाउसिंग बोर्ड के संचालन मंडल की बुधवार को मंडल अध्यक्ष शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई 247वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया। वहीं बैठक में मंडल में संविदा पर 22 जेईन (सिविल) संविदा पर भर्ती करने, मंडल के वृत्त व खंड कार्यालयों के पुर्नगठन सहित कई निर्णय लिए गए।

आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत जयपुर में सेक्टर-8 प्रताप नगर में ईडब्लूएस के 177 फ्लैट और एलआईजी के 130 फ्लैट बनेंगे। इनकी कीमत क्रमशः 7 लाख 11 हजार और 11 लाख 11 हजार रहेगी। इसी तरह मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत ही सेक्टर 26, प्रताप नगर में ईडब्लूएस के 726 और एलआईजी के 620 फ्लैट सहित कुल 1346 फ्लैट बनेंगे। इनकी कीमत क्रमशः 7 लाख 65 हजार और 11 लाख 10 हजार रहेगी। भिवाड़ी के अरावली विहार योजना में मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत ही 808 फ्लैट बनेंगे। इनमें ईडब्लूएस के 536 और एलाईजी के 272 फ्लैट बनेंगे। इनकी कीमत क्रमशः 7 लाख 1 हजार और 10 लाख 42 हजार रहेगी। जयपुर में बनने वाले फ्लैट जी+12 और भिवाड़ी के फ्लैट जी+3 होंगे।

कोचिंग हब के पास बनेंगे स्टूडियो अपार्टमेंट
उन्होंने बताया कि जयपुर के प्रताप नगर योजना में बन रहे कोचिंग हब के पास सेक्टर-8 में 300 स्टूडियो अपार्टमेंट बनाए जाएंगे। एक अपार्टमेंट 425 वर्ग फीट में निर्मित किया जाएगा। इसकी कीमत 8 लाख 50 हजार रूपये रखी जाएगी।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ शुक्रवार को नीति आयोग की प्रस्तावित बैठक में रखे जाने वाले 21 बिंदुओं को लेकर बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक कर जरुरी दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री के साथ शुक्रवार को होने वाली इस बैठक में नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद, वरिष्ठ सलाहकार डॉ. योगेश सूरी और सलाहकार राजनाथ राम भी शामिल होंगे। बैठक में मुख्य सचिव को जानकारी देते हुए आयोजना विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि राज्य के साथ सहकारी संघवाद को फिर से मजबूत करने को लेकर नीति आयोग के साथ मुख्यमंत्री की बैठक के लिए 21 बिंदु तैयार किए गए हैं।

नीति आयोग के साथ बैठक के प्रमुख बिंदू
जल जीवन मिशन में केन्द्र और राज्य की हिस्सेदारी 90ः10 करने एवं पूर्वी राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा देने, फसल खराबे के लिए केंद्र का अनुदान गिरदावरी रिपोर्ट के आधार से देने, आपदा के समय गौशाला को कैटल कैंप के रूप में मान्यता देने, रतलाम-डूंगरपुर-बांसवाड़ा रेल लाइन, नसीराबाद-चौथ का बरवाड़ा रेल लाइन, भीलवाड़ा के गुलाबपुरा में मेमू कोच फैक्ट्री लगाने, कोटा में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना, जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना सहित कई योजनाओं से जुड़े बिंदू शामिल हैं।

जयपुर।

प्रशासन शहरों के संग अभियान में आईटी एप्लीकेशन को लेकर जल्द ही यूडीएच-एलएसजी का डीओआईटी से एमओयू होगा। पिछले दिनों यूडीएच सलाहकार जी.एस. संधु की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया है।

दरअसल पहले यूडीएच-एलएसजी एप्लीकेशन तैयार करने के लिए निविदा जारी करने वाले थे। इसके लिए निविदा प्रपत्र भी तैयार कर लिया गया था। मगर इस काम पर मोटी राशि खर्च हो रही थी। जिस पर स्टेट लेवल स्टेयरिंग कमेटी ने डीओआईटी की मदद लेने का फैसला किया था। अब निकायों में पहले से चल रही कम्प्यूटर एप्लीकेशन को ही डीओआईटी के माध्यम से डवलप किया जाएगा। इस पर यूडीएच-एलएसजी को एक धेला भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। विभाग अपने बजटीय प्रावधान से ही यह एप्लीकेशन विकसित करेगा।

आपको बता दें कि इस बार कोरोना की वजह से अभियान का ज्यादातर काम आॅनलाइन होगा। ऐसे में सरकार सोशल मीडिया पर ज्यादा जोर दे रही है। पहले नई आईटी एप्लीकेशन बनाई जानी थी, लेकिन समय ज्यादा लगने और खर्चा ज्यादा होने की वजह से सरकार ने वर्तमान में चल रही आईटी एप्लीकेशन से ही काम करवाने का निर्णय किया है।

एमआई रोड पर व्यापारियों का पैदल-मार्च
- बाजार की समस्याओं को लेकर व्यापारियों में आक्रोश
- बाजार में जगह-जगह भरा पानी, नालों की सफाई नहीं

जयपुर। राजधानी के प्रमुख बाजार एमआई रोड की समस्याओं (problem) को लेकर बुधवार को व्यापारियों ने बाजार में पैदल मार्च कर समस्याओं को देखा। इस दौरान जगह-जगह बाजार में पानी भरा मिला, नालों के ऊपर फेरो कवर टूटे और फुटपाथ की टाइल्स टूटी मिली। इस पर व्यापारियों ने आक्रोश जताया।

व्यापार मंडल महामंत्री सुरेश सैनी ने बताया कि एमआई रोड राजधानी का प्रमुख बाजार है। जहां रोजाना हजारों लोग व कई पर्यटक आते हैं, लेकिन दो विधानसभा, दो नगर निगमों व दो थानों के बीच फंसकर रह गया। बाजार में सड़क जगह—जगह टूटी हुई है। बाजार में बिजली के पोल लगे है, लेकिन लाइट बंद पड़ी है। लाइटें पोल तीस—तीस फुट ऊंचे लगे है, जिससे सड़क पर अंधेरा रहता है। एमआई रोड व्यापार मंडल अध्यक्ष एच.एस. पाली का कहना है कि नालों की सफाई नहीं हुई। बारिश होते ही कचरा गंदगी सड़क पर फैल जाती है। फुटपाथ जगह जगह से टूटे पड़े है। महामंत्री सैनी ने बताया कि दोनों नगर निगम महापौर और दोनों आयुक्तों को ज्ञापन देकर समस्याओं से अवगत करा चुके, अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो यूडीएच मंत्री से मिलेंगे।

जयपुर. हवासड़क एलिवेटेड रोड का काम पूरा होने के बाद उस पर रंग रोगन करने की बजाय उसे रंग—बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा। बुधवार को देर शाम जेडीसी गौरव गोयल ने दौरा किया और इसके निर्देश अधिकारियों को दिए। इसका फीडबैक भी वहां मौजूद लोगों से लिया। उन्होंने बताया कि रंगीन लीनियर एलईडी आरिटेक्चरल लाइट्स लगाकर रोशनी की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुंबई और अमृतसर की गई एलिवेटेड रोड रात को लीनियर एलईडी एनर्जी एफिशिएंट आरिटेक्चरल लाइट रोशन होती है। करीब चार किमी की लम्बाई में इन लाइट्स से रोशनी की जाएगी।


ऐसे होगी सजावट
एक्सपर्ट की मानें तो इस लाइट को कहीं से भी वाईफाई और इंटरनेट के माध्यम से डीएमएस कंट्रोलर से संचालित किया जा सकेगा। इन लाइट्स को त्योहार के अवसर पर बदला भी जा सकेगा।
पिंकसिटी कलर, होली, दिवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी त्योहारों के हिसाब से रंगों को बदला भी जा सकेगा।

जयपुर। आमतौर पर माना जाता है कि घुटनों की समस्याओं के इलाज के लिए जॉइंट रिप्लेसमेंट कराने के कुछ समय बाद ही मरीज चलना-फिरना शुरू कर पाता है। लेकिन अब शॉर्ट स्टे सर्जरी विद फास्टट्रैक रिहेबिलिटेशन तकनीक से टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी करने के तीन घंटे बाद ही मरीज चलना-फिरना शुरू कर सकता है। इस तकनीक से होने वाली सर्जरी के बाद मरीज को मानसिक व शारीरिक दोनों रूप से तैयार किया जाता है।

क्या है शॉर्ट स्टे सर्जरी विद फास्ट ट्रैक रिहैबिलिटेशन तकनीक
विशेषज्ञों के अनुसार शॉर्ट स्टे सर्जरी विद फास्टट्रैक रिहैबिलिटेशन तकनीक से जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के बेहतर परिणाम मिलते हैं। शैल्बी हॉस्पिटल के जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. धीरज दुबे ने बताया कि इसमें सर्जरी करने से पहले किसी प्रकार का कैथेटर और ड्रेनेज नहीं लगाया जाता, जिससे मरीज को भी मानसिक रूप से यह महसूस कराने का प्रयास किया जाता है कि वह बीमार नहीं है और उसे सर्जरी के बाद चलना है। इस मिनिमल इनवेसिव सर्जरी में मरीज को छोटा चीरा लगाया जाता है और न ही मांसपेशी को नहीं काटा जाता है। इससे सर्जरी में कम रक्त रहता है और 15 से 20 मिनट में ही सर्जरी हो जाती है। सर्जरी से मरीज के घुटने से ऊपर जांघ पर कसकर बांधे जाने वाली पट्टी का इस्तेमाल भी नहीं होता है, क्योंकि जब यह पट्टी खुलती है तो मरीज को तेज दर्द होता है, जिससे वह चल-फिर नहीं पाता है।

ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद ही चलना शुरू
इस तकनीक से सर्जरी होने के कई फायदे हैं। सर्जरी के तीन घंटे बाद मरीज को वॉकर की सहायता से चलना शुरू हो जाता है और दो दिनों में वह सीढिय़ां चढ़ सकता है व बिना सहारे के चल सकता है। अधिक उम्र के लोगों में रिप्लेसमेंट सर्जरी होने के बाद फास्ट ट्रैक तकनीक से उनमें डीवीटी या इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है और दवाओं में भी कमी आ जाती है। इस तकनीक से मरीज सर्जरी के परिणाम तेजी से सामने आते देख मानसिक रूप से भी जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।

मुहाना थाना पुलिस ने शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की थार बरामद की हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। डीसीपी (दक्षिण) हरेन्द्र महावर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मुकेश उर्फ बोदू यादव हैं।
पुलिस ने बताया कि 1 अगस्त को परिवादी राजश्री विहार माचडा सीकर हरमाड़ा निवासी प्रेम सिंह शेखावत ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि 29 जुलाई को उसने अपनी थार जीप टावर ऑफिस परेवा टावर मुहाना बस स्टैण्ड के पास खड़ी थी। दूसरे दिन उसने गाड़ी संभाली तो वह गायब मिली। इस पर थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर वारदात के आस-पास के घटनास्थल में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पता चला कि वारदात शातिर वाहन चोर मुकेश उर्फ बोदू यादव द्वारा की जा रही हैं। आरोपी मुकेश वारदात करने से पहले अपने गांव रामसिंहपुरा से मुहाना मंडी में काम करने आते जाते समय रात में अंधेरे में मौका देखकर वाहन चुराता हुआ पाया गया। इस पर पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी की जीप बरामद कर ली।

पहले भी हो चुके है मामले दर्ज-
पुलिस ने बताया कि आरोपी वाहन चोरी की घटनाओं में पूर्व में थाना बगरू जयपुर, भांकरोटा में गिरफ्तार हो चुका हैं। आरोपी के खिलाफ पूर्व में एक दर्जन से अधिक प्रकरण दर्ज हैं।

इस तरह करते है वारदात-
पुलिस ने बताया कि आरोपी दिन में रैकी कर रात में अंधेरे में मकानों के बाहर खड़ी चौपहिया वाहन चोरी कर अपने गांव खेतों में ले जाकर खड़ी कर देता हैं। कुछ दिन बाद मामला शांत हो जाने पर उसे दूसरे स्थान पर ले जाकर बेच देता हैं। आरोपी शराब पीने का आदि हैं। शराब की लत पूरी करने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देता हैं।

जवाहर नगर थाना पुलिस ने बुधवार को एक और नकबजनी की वारदात का खुलासा कर शातिर नकबजन को पकड़ा हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से ३० हजार रुपए की नकदी बरामद की हैं। पुलिस ने तीन दिन पूर्व इस नकबजन को गिरफ्तार कर चोरी के चार लाख रुपए बरामद किए थे।
पुलिस उपायुक्त पूर्व प्रहलाद कृष्णियां ने बताया कि परिवादी उमेश सारस्वत निवासी एयरपोर्ट रोड सांगानेर ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि 19 जुलाई 2021 को दस बजे 4 ज 7 जवाहर नगर शिव मन्दिर मार्ग स्थित कार्यालय पहुंचा तो उसके गैराज स्थित कार्यालय व साथ वाले खाली पड़े रिहायशी पोर्शन के ताले टूटे हुए मिले। उसकी टेबल का सामान बिखरा हुआ था। उसमें से 45 हजार रुपए चोरी हो गए। साथ वाले पोर्शन के सारे नल तोड़कर थैले से भरे हुए मिले जो बाहर गार्डन में पड़े थे। इस पर टीम ने नकबजन साबिर उर्फ नदीम (25) पुत्र यासीन निवासी सत्य साईं कॉलेज के पास टीपी नगर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसके कब्जे से चार लाख रुपए नकद बरामद किए और अब इसकी निशानदेही पर ३० हजार रुपए नकद बरामद किए हैं।

नशे का शौकीन है आरोपी-
पुलिस ने बताया कि आरोपी नशा करने का आदि है और पैसे के लिए रात के समय सूने मकानों की रैकी कर चोरी करता है। मकान से कीमती सामान जेवरात और रुपए चुराने के बाद अपने घर ले जाकर रख देता है और चोरी किए रुपए से मौज मस्ती और नशा करता हैं।

मुम्बई की तर्ज पर सोडाला एलिवेटेड रोड पर फसाड की जगह लाइटिंग
— सोडाला एलिवेटेड रोड पर होगी फसाड की जगह लाइटिंग
— जयपुर में पहली बार सोडाला एलिवेटेड रोड पर होगी कलरफुल लाइटिंग

जयपुर। मुम्बई और अमृतसर की तर्ज पर सोडाला एलिवेटेड रोड (Sodala Elevated Road) रात को रंग—बिरंगी रोशनी से जगमग होगा। इस एलिवेटेड रोड पर फसाड की जगह लाइटिंग (elevated road lighting) की जाएगी। जेडीसी गौरव गोयल ने बुधवार को निर्माणाधीन सोडाला एलिवेटेड रोड का दौरा कर लाइटिंग का ट्रायल देखा। यहां लीनियर एनर्जी एफिशिएंट कलरफुल लाइट लगाई जाएगी।

जेडीसी ने बताया कि जेडीए की ओर से मुंबई, अमृतसर की तर्ज पर जयपुर शहर में एलीवेटेड रोड़ और ओवरब्रिज पर रंग रोगन के स्थान पर लीनियर एलईडी एनर्जी एफिशिएंट आरिटेक्चरल लाइट्स लगाई जाएगी। लीनियर एलईडी एनर्जी एफिशिएंट लाइट्स को कही से भी वाईफाई, इंटरनेट एक्सेस के माध्यम से संचालित किया जा सकेगा। इन लाइट्स को फेस्टिवल अवसर के अनुसार भावनाओं, रात्रि के पहरों के अनुसार, पिंकसिटी कलर, होली, दिवाली, ईद, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी आदि त्योहारो के अनुसार विभिन्न रंगों में बदला जा सकेगा।

जयपुर. मानसून आने के साथ ही शहर भर में पौधारोपण की शुरुआत हो गई है। बुधवार को शहर की विभिन्न कॉलोनियों में पौधारोपण किया गया। इसी के तहत ग्रेटर नगर निगम के वार्ड—61 की डॉक्टर्स कॉलोनी और शालीमार बाग कॉलोनी में लोगों ने पौधारोपण किया। इस मौके पर उद्यान समिति की अध्यक्ष राखी राठौड़ ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने सभी से पौधे लगाकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बरसात में अधिक से अधिक पौधे लगाओ और फिर उनकी देखभाल करो। इससे पर्यावरण को फायदा होगा। कार्यक्रम में वेद प्रकाश शर्मा, डीएस चौहान, अनिल शर्मा, मालचंद कुमावत, दीपक जैन, राधामाधव शर्मा, पंकज जैन, सुभाष टंडन उपस्थित थे।


मानसून में 1000 पौधे लगाने का लक्ष्य
ग्रेटर नगर निगम के वार्ड 12 में पौधारोपण की शुरुआत हुई। रमेश विहार कॉलोनी में कार्यक्रम के दौरान विद्युत शाखा की अध्यक्ष रश्मि सैनी ने कहा कि मानसून में 1000 पौधे लगाए जाएंगे। इनकी नियमित रूप से देखरेख हो सके, इसके लिए विकास समितियों को जिम्मेदारी दी है। उद्यान समिति की चेयरमैन राखी राठौड़ बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहीं। इस मौके पर उन्होंने पौधारोपण के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। शहर भाजपा जिला उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश सैनी, पूर्व चेयरमैन दिनेश अमन, पूर्व मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।


जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह सिंघवी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व जिला कलक्टर बारां को पत्र लिखा है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र छबड़ा सहित बारां जिले में पिछले कई दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने के कारण क्षेत्र में हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है। सिंघवी ने कहा कि भारी बारिश होने से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए है। मूसलाधार बारिश से पार्वती, रेणुका, अंधेरी, परवन व ल्हासी नदी उफान पर चल रही है और बैंथली, हिंगलोट व ल्हासी डैम पर चादर चल रही है। छबड़ा-छीपाबड़ौद क्षेत्र में लगातार बारिश होने से किसानों की फसले खराब हो गई है। में पशुधन का भी बहुत नुकसान हुआ है। कस्बे में कई जगह विद्युत पोल गिरने से विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है। सिंघवी ने विधान सभा क्षेत्र छबड़ा में भारी बारिश से किसानों की फसलों में हुए नुकसान, कच्चेप, क्के मकान गिरने एवं पशुधन के हुए नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की है।

नमी से गुल हो रही बिजली

Wednesday 04 August 2021 06:01 PM UTC+00


भवनेश गुप्ता
जयपुर। मौसम में नमी (ह्यूमिडिटी) के कारण शहर में बिजली गुल होने का आंकड़ा बढ़ गया है। बारिश के बीच नमी बढ़ने के कारण लगातार फॉल्ट बढ़ रहे हैं। हालात यह है कि एक ही इलाके में दिन में 4 से 5 बार बिजली गुल हो रही है। यह स्थिति रात में ज्यादा बढ़ती जा रही है। पिछले दस दिन में ऐसे मामले 1300 से ज्यादा हैं। अफसरों का तर्क है कि फॉल्ट व ट्रिपिंग बढ़ने का कारण केवल विद्युत लोड बढ़ना ही नहीं है। मानसून में बिजली खपत और विद्युत लोड घटने के बावजूद फॉल्ट बढ़े हैं। जयपुर डिस्कॉम प्रशासन ने ऐसे मामलों को कम करने के लिए ट्रांसफार्मर और विद्युत लाइनों में पानी जाने से रोकने की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

इस तरह हो रहे फॉल्ट
विभागीय अफसरों के मुताबिक मानसून के दौरान हवा में नमी की मात्रा 90 से 95 प्रतिशत तक हो जाती है। हवा में इन्सोलेशन (सूर्यताप) लेवल कम और कनेडेक्टिविटी (चालकता) बढ़ जाती है। बिजली की एलटी लाइन में एक इंसूलेटर लगा होता है। नमी के कारण इस इंसूलेटर में नमी आ जाती है और लाइन में फॉल्ट होता है। स्पार्किंग की समस्या भी बढ़ जाती है। नमी की वजह से पिछले दस दिनों में टेक्निकल फॉल्ट की संख्या तीन गुना बढ़ गई है।

दिन————फॉल्ट
25 जुलाई— 1100
26 जुलाई— 1525
27 जुलाई— 800
28 जुलाई— 925
29 जुलाई— 815
30 जुलाई— 825
31 जुलाई— 1150
1 अगस्त— 710
2 अगस्त— 870
3 अगस्त— 690
(इसमें बिजली बंद, करंट और फॉल्ट समस्या शामिल है)

पिछले एक साल में 523 नए ट्रांसफार्मर लगाए
जयपुर सिटी सर्किल में 983 फीडर और 15340 ट्रांसफार्मर हैं। 857 फीडर की मेंटीनेंस और 523 नए ट्रांसफार्मर लगाए। 11 केवी की 80 प्रतिशत लाइनें भूमिगत हैं। इनके अलावा एलटी के पिलर में केबल चैक करने का काम भी चला।

इन 9 माध्यम से दर्ज करा सकते हैं शिकायत
-टोल फ्री नम्बर 18001806507
-लैंडलाइन टेलीफोन नम्बर 2203000
-1912 नम्बर पर शिकायत भेजें
-9414037085 मोबाइल नम्बर मैसेज से शिकायत होगी दर्ज
-Twitter — @JVVNLCCARE
-Email - helpdesk@jvvnl.org
-Messenger - @JVVNLCCARE
-energy.rajasthan.gov.in/jvvnl
-बिजली मित्र मोबाइल एप्लीकेशन



जयपुर, 4 अगस्त
प्रदेश के कोटा जिले में बुधवार को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक 35 मिमी बरसात दर्ज की गई जबकि पिछले 24 घंटों में कोटा के खातोली में 280 मिमी, बूंदी में 264 मिमी,बूंदी के चंदा के तालाब में 258 मिमी, पाटन में 247 मिमी, लाडपुरा कोटा में 225 मिमी, शाहबाद बारां में 208 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी कोटा संभाग को बरसात से राहत नहीं मिलेगी। कोटा, बूंदी और बारां में अगले 24 से 48 घंटे में भारी से अति भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक गत पांच दिनों में शाहबाद में 1030 मिमी बरसात हुई। वहीं राजधानी जयपुर में बुधवार को राहत की धूप खिली, हालांकि बरसात नहीं होने से उमस भी महसूस हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर बना अति कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया। यह अभी भी उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है। इसी कारण मध्यप्रदेश कुछ जिलों एवं उससे लगते राजस्थान के इलाकों में भी भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव के क्षेत्र के धीरे धीरे कमजोर होने से पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है। हालांकि कोटा संभाग के जिलों में कहीं.कहीं भारी बारिश व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना आगामी 24 से 48 घंटों के दौरान बनी रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को करौली, बूंदी, कोटा, बारां और सवाईमाधोपुर में एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश हो सकती है। वहीं झालावाड़, दौसा, भीलवाड़ा, टोंक, भरतपुर, धौलपुर में एक दो स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है। इसी प्रकार 6 और 7 अगस्त सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर में भारी बारिश हो सकती है जबकि 8 अगस्त को चित्तौडगढ़़, राजसमंद और उदयपुर जिलों में एक दो स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है।
फिर बढ़ा तापमान
बुधवार को कई शहरों में बरसात थमने के बाद तापमान में भी कुछ बढ़ोतरी हुई। राजधानी जयपुर का दिन का तापमान भी मंगलवार की तुलना में अधिक रहा। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस बीकानेर में रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के विभिन्न शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 29.7 22.7
जयपुर 31.5 25.6
कोटा 26.4 24.4
डबोक 31.0 23.4
बाड़मेर 37.8 27.3
जैसलमेर 38.4 26.0
जोधपुर 34.9 26.2
बीकानेर 40.0 28.6
चूरू 36.4 25.7
श्रीगंगानगर 39.0 28.1
भीलवाड़ा 29.0 23.6
वनस्थली 30.8 24.8
अलवर 31.2 27.4
सीकर 33.5 23.0
चित्तौडगढ़़ 29.8 23.6
सवाई माधोपुर 29.2 24.6
धौलपुर 29.2 24.3
नागौर 35.3 24.7
टोंक 29.9 25.2
बूंदी 26.7 24.0

जयपुर। तमिलनाडू में आॅनलाइन खेलों पर पाबंदी को लेकर जारी विवाद के बीच सामने आया है कि राजस्थान में आॅनलाइन खेलों के बजाय खेलों सहित सभी तरह की आॅनलाइन सट्टेबाजी को रोकने के लिए विधेयक नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। उधर, आॅनलाइन खेलों से जुड़ी कंपनियां कानून में बदलाव रोकने के लिए दवाब बना रही हैं। इसके चलते तमिलनाडू की तरह ही यहां भी विधेयक अधर में है, लेकिन इन खेलों को लेकर बहस में हर आदमी उलझा है।
ब्लू व्हेल्स के बाद से ही राजस्थान सहित देशभर में आॅनलाइन खेलों को लेकर बहस होती रही है, लेकिन कोर्ट ऐसे खेलों को स्किल से जुड़ा मानते हुए इन पर रोक लगाने को तैयार नहीं है। सोमवार को राजस्थान के आॅनलाइन खेलों से जुडे एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फिर दखल से इंकार कर दिया और मंगलवार को मद्रास हाईकोर्ट आॅनलाइन खेलों पर रोक लगाने वाले तमिलनाडू सरकार के कानून को रद्द कर चुका। आॅनलाइन खेलों को लेकर बहस इसलिए भी रोचक है कि सुप्रीम कोर्ट पिछले साल ही आॅनलाइन खेलों को स्किल से जुड़ा मानते हुए रोक लगाने से इंकार कर चुका है। उधर, बुधवार को तमिलनाडू सरकार के विधि मंत्री एस रघुपति ने फिर सेे आॅनलाइन खेलों को रोकने के लिए नए सिरे से विधेयक लाने का बयान देकर बहस को गर्म कर दिया है।
इस बीच जानकारी में आया है कि राजस्थान में सरकार जुआ और ऑनलाइन सट्टेबाजी को सामाजिक बुराई मानते हुए राजस्थान पब्लिक गैंबलिंग ऑर्डिनेंस-1949 के स्थान पर नया विधेयक लाने की तैयारी कर रही है। करीब 6 माह पहले विधानसभा सत्र के दौरान विधेयक सर्कुलेशन के जरिए मंजूरी के लिए केबिनेट को भेजा गया, लेकिन कुछ आपत्तियों के साथ लौट आया। बताया जाता है कि इसके पीछे आॅनलाइन खेलों से जुड़ी कंपनियों का भी हाथ है। हालांकि गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार आॅनलाइन जुआबाजी रोकने के लिए विधेयक के प्रारूप पर काम चल रहा है, लेकिन अभी यह अंतिम रूप नहीं ले पाया है। राजस्थान पब्लिक गैंबलिंग (प्रिवेंशन) विधेयक 2021 में ऑनलाइन जुआबाजी और जुआ-सट्टे को संज्ञेय अपराध बनाया जा रहा है। नया विधेयक राजस्थान पब्लिक गेम गैंबलिंग ऑर्डिनेंस 1949 का स्थान लेगा।
महाराष्ट्र से शुरुआत, वहां सरकार ले रही टैक्स
आॅनलाइन खेलों को लेकर विवाद महाराष्ट्र से शुरु हुआ और वहां ये खेल जीएसटी के दायरे में भी है। इन खेलों को लेकर अब तक मामला बॉम्बे हाईकोर्ट, मद्रास हाईकोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका, लेकिन सुप्रीम कोर्ट तक ने रोक से इंकार कर दिया।
दो कानूनी विवाद जुडे हैं खेलों से
— कोर्ट और कंपनियों का कहना है कि आॅनलाइन खेल स्किल को बढ़ावा देने के लिए हैं और यह जुआ नहीं है, लेकिन विरोध करने वालों का कहना है कि यह जुआ और सट्टा है। बच्चों पर इन खेलों के विपरीत प्रभाव की भी शिकायत है।
— राज्यों के स्तर पर इन खेलों को रोकने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं, लेकिन कंपनियों व विधि विशेषज्ञों के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत कोई भी पाबंदी केन्द्र सरकार ही लगा सकती है।
अब तक यह रहा
1968— सुप्रीम कोर्ट ने रमी को स्किल से जुडा खेल माना
1996— सुप्रीम कोर्ट ने हॉर्स रेसिंग को भी वैध करार दिया
2020— सप्रीम कोर्ट ने आॅनलाइन खेलों को स्किल से जुडा खेल माना
2 अगस्त 2021— सुप्रीम कोर्ट ने आॅनलाइन खेल रोकने को लेकर दायर याचिका खारिज करने के राजस्थान हाईकोर्ट के निर्णय पर दखल से इंकार किया।
3 अगस्त 2021— मद्रास हाईकोर्ट ने आॅनलाइन खेलों पर रोक लगाने वाले 2021 के तमिलनाडू के कानून को रद्द कर दिया। यह भी कहा कि यह संविधान में दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंतता से जुड़ा मामला है
4 अगस्त 2021— तमिलनाडू के विधि मंत्री एस रघुपति ने बयान दिया कि आॅनलाइन खेलों पर रोक के लिए नए सिरे से विधेयक लाया जाएगा

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.