>>: Digest for August 05, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

जोधपुर।
राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में निर्यात उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जहां एक ओर हैण्डीक्राफ्ट पॉलिसी लाने की तैयारियां चल रही है। वहीं दूसरी ओर से सरकार ने प्रदेश में निर्यातक तैयार करने के लिए 'मिशन निर्यातक बनोÓ कार्यक्रम लांच किया है। सरकार के इस प्रदेशव्यापी कार्यक्रम का जोधपुर को विशेष लाभ मिलेगा और जोधपुर प्रदेश में निर्यात के लिए रोल मॉडल बनेगा। निर्यात के लिए जोधपुर में प्रचुर संभावनाएं है। इसके साथ ही, सरकार के 'मिशन निर्यातक बनोÓ भी निर्यात क्षेत्र को गति देने में भूमिका निभाएगा।प्रदेश के निर्यात कारोबार में जोधपुर व जयपुर बड़े हब है। इसके अलावा उदयपुर से प्रमुख रूप से मार्बल व भिवाड़ी से ऑटोमोबाइल उपकरण, इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स आदि निर्यात होते है। जयपुर से जेम्स एण्ड ज्वैलरी, टेक्सटाइल व हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का निर्यात होता है। वहीं हैण्डीक्राफ्ट विशेषकर लकड़ी के हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों ने जोधपुर को विश्वभर में पहचान दिलाई है। इसके अलावा, जोधपुर से एग्रो प्रोडक्ट्स, टेक्सटाइल व स्टोन आदि निर्यात हो रहे है।
-
प्रदेश में 3 आइसीडी केवल जोधपुर में
निर्यात के लिए जोधपुर की महत्ता इस बात से भी साबित होती है कि प्रदेश में इनलेण्ड कंटेनर डिपो (आइसीडी) केवल जोधपुर में ही है। राजसीको की ओर से संचालित, रेलवे की ओर से कॉनकोर व निजी क्षेत्र का ड्राइ थार पोर्ट संचालित हो रहा है। वहीं, जयपुर में केवल एक ही आइसीडी है।
--
3 हजार करोड़ का हैण्डीक्राफ्ट निर्यात
जोधपुर से सबसे ज्यादा हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का निर्यात होता है। यहां से सालाना करीब 3 हजार करोड़ के हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों का निर्यात होता है। इसके अलावा हैण्डीक्राफ्ट निर्यात प्रोत्साहन के लिए कार्य रही इपीसीएच संस्था का भी जोधपुर में कार्यालय व पकड़ है। हैण्डीक्राफ्ट निर्यात की सपोर्टिंग एजेन्सी के रूप में इसीजीसी सहित अन्य संस्थाएं भी यहां सक्रिय रूप से कार्य कर निर्यात कारोबार को आगे बढ़ाने में भूमिका निभा रही है।
---
हैण्डीक्राफ्ट उद्योग
- 3 हजार करोड़ का सालाना टर्न ओवर
- 750 हैण्डीक्राफ्ट निर्यातक
- 2000 से ज्यादा फैक्ट्रियां
- 2 लाख लोगों को प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से दे रही रोजगार
- 100 से अधिक देशों में निर्यात हो रहा जोधपुरी हैण्डीक्राफ्ट
---
आमुखीकरण कार्यशाला 6 को
उद्योग विभाग व रीको 'मिशन निर्यातक बनोÓ कार्यक्रम के तहत संभावित निर्यातकों की पहचान कर उन्हें आयात-निर्यात कोड, जीएसटी पंजीयन आदि आवश्यक औपचारिकताओ की जानकारी देने के साथ मौके पर ही ऑनलाइन स्वीकृतियां प्रदान कराएगा। इसके लिए 6 अगस्त को स्टील भवन में आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की जाएगी। संभावित निर्यातक को आयात निर्यात कोड जारी वहीं सोमवार को उद्योग विभाग व रीको अधिकारियों की बैठक के दौरान कुशल कामगार व संभावित निर्यातक रमेश जांगिड़ व मुकेश दिवराया को आयात-निर्यात कोड जारी करवाकर मिशन का शुभारंभ किया गया। बैठक के दौरान रीको बोरानाडा के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक विनीत गुप्ता, रीको जोधपुर के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबन्धक संजय झा, उद्योग विभाग की सहायक निदेशक पूजा मेहरा एवं जिला उद्योग अधिकारी प्रीति गुर्जर भी उपस्थित थी।
--
सरकार की यह अनूठी पहल है। इसमें जोधपुर में करीब 1 हजार लोगों की आइइसी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं लोगों को निर्यात लाइसेंस बनाने से लेकर उत्पाद निर्यातक होने तक मदद की जाएगी।
एसएल पालीवाल, महाप्रबंधक
जिला उद्योग केन्द्र
--
योजना का सही क्रियान्वयन हो तो यह कार्यक्रम जोधपुर व प्रदेश के लिए माइलस्टोन होगा। साथ ही, हैण्डीक्राफ्ट उद्योग की सफलता के लिए भी नए द्वार खुलेंगे।
डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन

जोधपुर।
स्प्रिंट आर्चरी एकेडमी के तत्वावधान में जिला स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता शिकारगढ़ में आयोजित की गई। समापन समारोह के मुख्य अतिथि शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हापुराम चौधरी ने विजेता खिलाडिय़ों को पदक पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया। तीरंदाजी प्रशिक्षक घनश्याम खींची ने बताया कि 10, 14, 17 व 19 आयु वर्ग (छात्र व छात्रा) जिसमें 30 और 10 मीटर इंडियन राउंड और 70 मीटर रिकर्व राउंड इवेंट का आयोजन कराया गया।
परिणाम इस प्रकार रहे-
- 10 मीटर इंडियन राउंड छात्र वर्ग में भविष्यकुमार वैष्णव पहले व छात्रा वर्ग में मनु पहले व लव्या दूसरे स्थान पर रही।
- 14 वर्ष छात्र वर्ग 30 मीटर इंडियन राउंड में कीर्तनकिशोर सोनी पहले, अहमद दूसरे व शोभित तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग में 20/30 मीटर में एकता वैष्णव पहले, महक दूसरे स्थान पर रही।
- 17 वर्ष छात्र वर्ग 30/ 40 मीटर इंडियन राउंड में अमरदीप पहले, अहमद दूसरे व कीर्तनकिशोर तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग में 30/40 मीटर इंडियन राउंड में युक्ता पहले स्थान पर रही।
- 19 वर्ष रिकर्व राउंड छात्र वर्ग 70 मीटर हितेश जैन पहले व कृष्णपाल दूसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग में लक्षिता परिहार पहले स्थान पर रही।
---

जोधपुर।
बांद्रा-हिसार स्पेशल ट्रेन में मंगलवार को एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। गर्भवती की डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार बांद्रा-हिसार स्पेशल ट्रेन में रविकांत व उनकी पत्नी पूजा स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे थे। ट्रेन के लाडनू निकलने पर गर्भवती महिला के पति ने टीटीई को बताया कि उसकी पत्नी को डिलीवरी पैन हो रहा है। इस पर टीटीई ने रेलवे प्रशासन को सूचित किया, जिस पर रतनगढ में रेलवे प्रशासन ने महिला चिकितिसक को भेजा, जिसने महिला की ट्रेन के कोच में सुरक्षित डिलीवरी करवा दी।
-
उद्यमियों ने बोरानाड़ा औद्योगिक क्षेत्र में पानी आपूर्ति की मांग की
जोधपुर।
लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम ओझा ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री बीडी कल्ला को पत्र लिखकर बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में पीने की पानी का वितरण जलदाय विभाग को सौपने का आग्रह किया। बोरानाडा इकाई अध्यक्ष बाबूलाल शाह ने बताया कि बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या है। वर्तमान में जलदाय विभाग रीको को पानी की आपूर्ति करता है व रीको आगे उद्योगों को पानी का वितरण करता है। जोधपुर अंचल महासचिव महावीर चौपड़ा ने बताया कि जितना पानी जलदाय विभाग में बोरानाडा के उद्योगों के लिए आवंटन कर रखा है। उतना पानी उद्योगों को मिलता नहीं है। उद्यमी पीने के पानी की पूर्ति के लिए टैंकर से पानी मंगवाने को मजबूर है।

जोधपुर.
राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने मां वैष्णो विहार में किराणा दुकान में चोरी करने के मामले में एक युवक को गिरफ्तार व दो बाल अपचारियों को संरक्षण में लिया। आरोपियों से चोरी का सामान भी बरामद किया गया।

थानाधिकारी मूलसिंह भाटी ने बताया कि मां वैष्णो विहार निवासी जयकुमार सिंधी की किराणा दुकान के ताले तोड़कर चोरों ने किराणा सामान और गल्ले से रुपए चुरा लिए थे। सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी पहलूओं से जांच कर चौपासनी गांव में सुंदर बालाजी कॉलोनी की गली-8 निवासी नरपतराम पुत्र केसाराम ओड को गिरफ्तार किया गया। वारदात में साथ रहे दो बाल अपचारियों को भी संरक्षण में लिया गया। इनकी निशानदेही से चोरी का किराणा सामान भी बरामद किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने दुकान के अलावा अलकोसर नगर में एक अन्य दुकान के ताले तोडऩा, शिक्षक कॉलोनी की गली 6 स्थित मकान में चोरी, चौहाबो थानान्तर्गत हरिओम नगर में घर से सोने-चांदी के आभूषण व कपड़े चुराने के साथ ही देवनगर थाना क्षेत्र से एक मोपेड चोरी करना कबूल किया है। आरोपी नरपत को रिमाण्ड पर लिया गया है।

जोधपुर.
महामंदिर थानान्तर्गत मानसागर में सोशल मीडिया पर मित्रता करने के बाद एक युवक ने इंलैण्ड से उपहार भेजने का झांसा देकर युवती से 18500 रुपए ऐंठ लिए। कूरियर करने के लिए 75 हजार रुपए और मांगने युवती को ठगी का पता लगा।
पुलिस के अनुसार मानसागर निवासी एक युवती की फेसबुक पर गत 17 जुलाई को चार्ली रॉबर्ट नामक व्यक्ति की फ्रेण्ड रिक्वेस्ट आई थी। जिसे युवती ने स्वीकार कर ली। फिर युवक ने व्हॉट्सऐप नम्बर भी ले लिए और युवती से चैट करने लगा। पारिवारिक जानकारी भी हासिल कर ली। खुद को इंग्लैण्ड से होने का बताकर उपहार भेजने की बात की। 26 जुलाई को अंंजलि का कॉल आया और खुद को कूरियर कम्पनी से बताया। उसने इंग्लैण्ड से पार्सल आने व कस्टम चार्जेज के नाम पर 18500 रुपए एक खाते में ऑनलाइन जमा कराने का आग्रह किया। झांसे में आई युवती ने उसे खाते में 18500 रुपए जमा करा दिए। इतना ही नहीं, वह युवती विभिन्न चार्जेज के नाम पर 75000 हजार रुपए और जमा कराने का दबाव डालने लगी, लेकिन पीडि़ता को ठगी का आभास हो गया। उसने 75 हजार रुपए जमा नहीं कराए और पुलिस को शिकायत की। रॉबर्ट अभी भी चैट कर रहा है।

जोधपुर.
महामंदिर थानान्तर्गत भदवासिया में 80 फुट रोड पर गुरु राजाराम नगर प्रथम में बैंक मैनेजर के सूने मकान के ताले तोड़ चोरों ने 31 तोला सोना व 11 लाख रुपए चुरा लिए। आश्चर्यजनक रूप से चोरों ने चांदी वहीं छोड़ दी। सीसीटीवी फुटेज में नजर आए दो संदिग्धों के आधार पर तलाश की जा रही है।

पुलिस के अनुसार मूलत: पाली जिले में देवलिया कला हाल गुरु राजाराम नगर प्रथम निवासी रवि पुत्र प्रकाश कालानी निजी बैंक में मैनेजर है। पिता के निधन पर परिवार सहित गत 24 जुलाई को पैतृक गांव गए थे। पीछे मकान सूना था। घर में पौधों को पानी पिलाने के लिए सोमवार दोपहर पड़ोसी वहां आए तो अंदर का दरवाजा खुला देखा। चोरी का संदेह होने पर उन्होंने बैंक मैनेजर को फोन कर सूचना दी।
अपराह्न में बैंक मैनेजर जोधपुर आए तो ताले टूटे व सामान बिखरा मिला। चोरों ने अलमारी से 31 तोला सोने की चार चुडिय़ां, दो कंगन, नेकलेस, पेंडेंट सैट, 8 अंगूठियां, ब्रेसलेट, कानों के टोपस व सोने की चेन और 11 लाख रुपए चुरा लिए।

युवक कमरे में सोता रहा, मोबाइल-रुपए चुराए
उधर, चोरी की एक अन्य वारदात पृथ्वीपुरा रसाला रोड पर किराए के मकान में हुई। पुलिस ने बताया कि लोहावट थाना क्षेत्र में हंसादेश निवासी सुरेश कुमार बिश्नोई पृथ्वीपुरा में किराए के कमरे में रहता है। मंगलवार सुबह छह बजे मकान मालिक से पूछकर एक युवक कमरे में आया। सुरेश के नींद में होने का फायदा उठाकर चोर ने मोबाइल, पर्स, अलमारी से 2500 रुपए, सोने का कंठफूल चुरा लिया।

जोधपुर. आज से शुरू हो रहा अगस्त का महीना ज्योतिष और ग्रहों की दृष्टि से बहुत ही खास रहने वाला है । अगस्त माह में तीन ग्रह बुध, सूर्य और शुक्र ग्रह अपनी राशि परिवर्तन करेंगे। इसके साथ ही शनि अपनी मकर राशि में, राहु वृषभ राशि में और केतु वृश्चिक राशि में गोचर करते हुए सभी राशियों को प्रभावित करेंगे।

ज्योतिषियों के अनुसार इनमें बुध ग्रह अगस्त माह में दो बार अपनी राशि बदलेंगे। माह की शुरूआत में पहले तो बुध सूर्य ग्रह की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे फिर इसी माह बुध देव अपनी उच्च राशि कन्या में प्रवेश कर जाएंगे। सूर्य देव इस महीने अपनी उच्च राशि सिंह में जाएंगे। शुक्र ग्रह कन्या राशि में गोचर करेंगे।

ग्रहों के गोचर का प्रभाव

शुक्र बुध और सूर्य के राशि परिवर्तन से व्यापार में तेजी आएगी। प्राकृतिक आपदा की घटनाएं होगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। राजनीति में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलेगा। कीमती धातुओं में बढ़ोतरी होगी। जनाक्रोश बढ़ेगा। ज्योतिष अनीष व्यास ने बताया कि आषाढ़ महीने के दौरान ग्रहों की चाल में बदलाव का असर देश-दुनिया सहित 12 राशियों पर भी होगा। गुरु कुंभ राशि में और शनि अपनी ही राशि मकर में वक्री रहेंगे। इन दो ग्रहों की टेढ़ी चाल की वजह से कुछ राशि के जातकों को अनचाहे बदलाव का सामना करना पड़ेगा।

बुध का सिंह व शुक्र का कन्या राशि में गोचर

अगस्त माह में पहला गोचर बुध ग्रह का होने जा रहा है। बुध देव इस महीने की 9 तारीख को देर रात 1.23 मिनट पर कर्क से सिंह राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में बुध 26 अगस्त को सुबह 11.08 बजे तक रहेंगे। बुध ग्रह के राशि परिवर्तन से कन्या राशि के जातकों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। शुक्र देव 11 अगस्त सुबह 11.20 मिनट सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि में 6 सितंबर को रात्रि 12.39 मिनट तक रहेंगे। इसके बाद ये तुला राशि में चले जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र देव को इस संसार के समस्त भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। सूर्य देव 17 तारीख को देर रात 1.05 बजे कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। बनेगा बुधादित्य योगसिंह राशि में सूर्य और बुध के मिलने से बुधादित्य योग बनेगा। इस माह 9 अगस्त को बुध का और 17 अगस्त को सूर्य का सिंह राशि में गोचर होगा। जिससे 17 से 26 अगस्त तक सिंह राशि में बुधादित्य योग बनेगा।

NAND KISHORE SARASWAT

जोधपुर. जोधपुर के विभिन्न क्षेत्रों की अलग अलग बस्तियों में निवास कर रहे नागरिकता व गैर नागरिकता प्राप्त 1846 पाक विस्थापित कोविड संक्रमण के खतरे से दूर होकर वैक्सीन के प्रथम सुरक्षा चक्र में पहुंच चुके है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निवासरत पाक विस्थापितों में 220 लोग अभी भी प्रथम डोज नहीं लेने के कारण संक्रमण के सुरक्षा घेरे से बाहर है। जबकि कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज भी अभी तक सिर्फ 347 लोगों तक ही पहुंच सकी है।

पत्रिका के समाचार के बाद जागा प्रशासन

कोरोना की दूसरी लहर में जोधपुर की विस्थापित बस्तियों से मृत्यु के मामले सामने और लोगों में सांस की दिक्कत या कुछ में कोविड से मिलते जुलते लक्षण मिलने पर राजस्थान पत्रिका ने 5 मई को 'जोधपुर की पाक विस्थापित बस्तियों में कोरोना की घुसपैठÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जोधपुर डॉ. बलवंत मांडा की ओर से जारी आदेश में पत्रिका में विस्तार से प्रकाशित समाचार का हवाला देते हुए जिले के ग्रामीण, नगर निगम उत्तर व दक्षिण व अरबन क्षेत्र में अवस्थित पाक विस्थपित बस्तियां का चिह्नीकरण , संबंधित वार्ड , अनुमानित घर संख्या एवं जनसंख्या , स्थानीय कार्यकर्ता का नाम एवं मोबाइल आदि का विवरण तैयार करवाया गया। कोविड वैक्सीन आने के बाद बस्तियों में टीकाकरण शुरू किया गया । जोधपुर में अब 220 को प्रथम डोज और 1719 विस्थापित लोगों को दूसरी डोज का इंतजार है।

पाक विस्थापित बस्तियों में वैक्सीन

स्थित नाम-------------पहली डोज--- सैकेन्ड डोज

गंगाना-----------252----------0

आंगणवा --------281 --------190

बनाड़-----------150---------0

अलकोसर -------500--------0

काली बेरी ------442---------157

चोखा -----------150---------0

गायत्री नगर--------0-----------0

प्रताप नगर -------71-----------0

रीको-------------0------------0

कुल----------1846--------347

चिह्नित 220 विस्थापितों को अब तक प्रथम डोज भी नहीं लगी

गायत्री नगर में व रीको सहित अन्य क्षेत्रों में करीब 220 लोगों तक प्रथम डोज नहीं पहुंच सकी है। इसके अलावा गंगाणा में 252, आंगणवा में 91, बनाड़ क्षेत्र में 150, अलकोसर में 500, कालबेरी में 285, चोखा में 150, गायत्री नगर में 10, प्रतापनगर में 71 व रीको में 10 तथा अन्य क्षेत्रों के 200 विस्थापितों सहित 1719 लोगों को दूसरी डोज लगने का इंतजार है।

जोधपुर. गत एक सप्ताह से प्रदेश में झमाझम हो रही बारिश ने पूर्वी राजस्थान के सूखे को धो डाला। करीब एक पखवाड़े पहले पूरे प्रदेश में 25 फीसदी कम बारिश थी। पूर्वी राजस्थान के 23 में से 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश के कारण सूखे की स्थिति हो रही थी। सप्ताह भर पहले बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम ने समूचे पूर्वी राजस्थान को भिगोया। मंगलवार सुबह तक पूरे प्रदेश में अब 7 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड हो चुकी थी। पूर्वी राजस्थान के 23 में से केवल 6 जिलों में ही औसम से कम बारिश का आंकड़ा रह गया है।
दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान बारिश को तरस गया है। यहां 10 जिलों में से 7 जिलों में औसम से कम बारिश हुई। नागौर जिले को छोडकऱ पूरा मारवाड़ लगभग सूखा है। नागौर में एक पखवाड़े पहले तक औसत से पचास फीसदी कम बारिश थी जो अब केवल सात फीसदी ही बची है।

14 दिन में ऐसे बदला मौसम, प्रदेश में बारिश का प्रतिशत
स्थान ---------- 20 जुलाई ----- 3 अगस्त
राजस्थान ------- (-25 फीसदी)------- 7 प्रतिशत
पूर्वी राजस्थान---- (-37 फीसदी) ----- 14 प्रतिशत
प. राजस्थान ----- (-7 फीसदी) ------ (-4 फीसदी)
(प्रदेश में 1 जून से 3 अगस्त तक सामान्य बारिश का औसत 219.1 मिलीमीटर है, जबकि अब तक 234.9 मिमी हो चुकी है। पूर्वी राजस्थान में 308.3 मिमी की तुलना में 350.8 मिमी पानी बरस चुका है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में 148.2 मिमी की तुलना में 142.8 मिमी बरसात हुई है।)
.........................

सवाई माधोपुर में सर्वाधिक 104 फीसदी बारिश
अब तक प्रदेश में सर्वाधिक बारिश सवाई माधोपुर में 104 फीसदी हुई है। यहां 310.1 की तुलना में 633.7 मिमी पानी बरस चुका है। दूसरे स्थान पर हालांकि जैसलमेर है जहां सामान्य से 72 फीसदी अधिक बारिश हुई है लेकिन यह बारिश एक-दो दिन में ही हो गई। वैसे यहां बारिश का औसत भी कम है। जैसलमेर में 89.9 की तुलना में 154.2 मिमी बारिश हुई है। सबसे कम बारिश सिरोही में है जहां 48 फ़ीसदी कम बरसात हुई है। अब तक माउंट आबू में सूखा है।

सामान्य से अधिक बारिश वाले जिले
- 104 फ़ीसदी सवाई माधोपुर में
- 52 फ़ीसदी बारां में
- 51 फीसदी करौली में
- 45 फ़ीसदी बारिश चूरू में
- 36 फीसदी बारिश अलवर-भरतपुर में
- 38 फीसदी बारिश बूंदी में
- 32 फ़ीसदी बारिश कोटा, दौसा व जयपुर में
(यह 1 जून से 3 अगस्त तक सामान्य से अधिक बारिश का आंकड़ा है।)

......................................
यहां सबसे कम बारिश
- 48 फ़ीसदी कम बारिश सिरोही में
- 41 फीसदी कम बारिश जालौर में
- 31 फ़ीसदी कम बारिश जोधपुर में
- 38 फ़ीसदी कम बारिश बाड़मेर व उदयपुर में
- 33 फ़ीसदी कम बारिश डूंगरपुर में
- 29 फ़ीसदी कम बारिश श्रीगंगानगर में
.......................
इन जिलों में सामान्य बारिश
प्रदेश के धौलपुर (+19), झालावाड़ (+19), चित्तौडगढ़़ (-14), भीलवाड़ा (+1), राजसमंद (-18), बांसवाड़ा (-17), पाली (-14), नागौर (-7), झुंझनू (+2) और बीकानेर (-15) में सामान्य बारिश हुई है। मौसम विभाग 20 फ़ीसदी अधिक या कम बारिश को सामान्य बारिश में गिनता है।

जोधपुर।
रेलवे से देश के विभिन्न हिस्सों में माल ढुलाई अन्य साधनों से सस्ती है। रेलवे ने उद्यमियों को ट्रेनों से माल ढुलाई के प्रोत्साहित करने के लिए आज से ठीक एक साल पहले जोधपुर मण्डल सहित पूरे उत्तर पश्चिम रेलवे में जोनल व मण्डल स्तर पर बिजनेस डवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) का गठन किया । बीडीयू ने उद्यमियों को प्रोत्साहित किया, परिणामस्वरूप ट्रेनों से माल ढुलाई बढी और बीडीयू के गठन के बाद रेलवे को एक साल में 11 करोड़ रुपयों की आय हुई। गौरतलब है कि रेलवे की ओर से वर्ष 2024 तक माल यातायात को दुगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। बीडीयू ने व्यवसायियों और उद्यमियों को रेलवे की आकर्षक योजनाओं से अवगत कराया। जोधपुर मण्डल में मण्डल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय के निर्देशन में बीडीयू काम कर रही है।
--
देशभर में जा रहा माल
जोधपुर मण्डल के विभिन्न स्टेशनों से देशभर में माल सप्लाई किया जा रहा है। इसमें भदवासी से लाइम स्टोन, थयात हमीरा से जिप्सम, बनियासांड़ा धोरा से बेंटोनाइट, सॉनू से लाइम स्टोन, गोटन से सभी तरह का माल, लूणी से बजरी तथा मेड़ता सिटी, खजवाणा आदि से माल ढुलाई की जा रही है।
---
जोधपुर रेलवे को हुई आय
सामान--- आय लाखों में
गुड्स---- 941.57
पार्सल यान- 256.4
---------------------------
कुल-------1197.97
----------------------------
रेलवे से माल ढुलाई अन्य साधनों से सस्ती
रेलवे की ओर से पारंपरिक वस्तुओं की माल ढुलाई तंत्र को मजबूत करने के साथ ही अन्य गैर पारंपरिक माल लदान को भी आकर्षित किया गया। परिणामस्वरूप रेलवे से माल लदान बढऩे लगा। रेलवे से माल ढुलाई अन्य परिवहन साधनों से बेहतर और विश्वसनीय होने के साथ ही सस्ती है।
----
पूरे उत्तर पश्चिम रेलवे में यूनिट का गठन, अधिकारियों की बनाई टीम
जोधपुर मण्डल के अलावा उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय व जयपुर के साथ अजमेर और बीकानेर मण्डलों में बिजनेस डवलपमेंट यूनिट का गठन किया गया । इस यूनिट में परिचालन, वाणिज्य, यांत्रिक, इंजीनियरिग व वित्त विभाग से एक-एक वरिष्ठ अधिकारी सहित पांच अधिकारी शामिल किए गए है। मुख्यालय स्तर पर मुख्य माल यातायात प्रबंधक (सीएफटीएम) व मंडल स्तर पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक (सीनियर डीओएम) इन यूनिटों में समन्वयक का कार्य कर रहे है।
---
रेलवे से माल यातायात को दुगुना करने के लिए अनूठी पहल है। एक साल पहले कोरोना काल में बीडीयू का गठन किया गया था, अब तक बीडीयू से 11 करोड़ की आय हुई है।
गोपाल शर्मा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी
जोधपुर रेल मण्डल
=

जोधपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की ओर से पांच दिन पहले घोषित कृषि व्याख्याता (स्कूली शिक्षा) परीक्षा परिणाम में परीक्षा में औने-पौने अंक हासिल करने वाले स्कूलों में लेक्चरर बनेंगे। ओबीसी महिला वर्ग में कटऑफ 12.53 अंक गई है यानी 450 अंक के प्रश्न पत्र में करीब 12 अंक हासिल करने वाला अभ्यर्थी स्कूल में पढ़ाएगा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शिक्षा विभाग ने भर्ती की योग्यता कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर के साथ बीएड रखी। पूरे देश में कृषि विज्ञान में बीएड पाठ्यक्रम नहीं होता है इसलिए 370 में से 256 सीटे ही चार-पांच काउंसलिंग के बाद बमुश्किल से भर पाई। सूत्रों के अनुसार ये 256 अभ्यर्थी भी जैसे-तैसे सामान्य विज्ञान अथवा कला विषय से बीएड की डिग्री लेकर आए हैं। आरपीएएसी ने यह भर्ती 1991 के बाद यानी तीस साल बाद निकाली है।

बीटैक, एमबीबीएस की तरह प्रोफेशनल डिग्री
देश में कृषि विज्ञान शिक्षा का नियामक संस्थान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) है। आईसीएआर ने 6 अक्टूबर 2016 को नोटिफिकेशन जारी करके कृषि विज्ञान स्नातक को एमबीबीएस, बीटैक, कम्प्यूटर साइंस की तरह प्रोफेशनल डिग्री घोषित कर दिया था। राज्य सरकार ने 2018 में कृषि व्याख्याता भर्ती निकाली, बावजूद इसके शिक्षा विभाग ने योग्यता में कोई संशोधन नहीं किया, जिसका खामियाजा अभ्यर्थियों और स्कूलों में पढऩे वाले सैंकड़ों बच्चों को अब भुगतना पड़ेगा। देश के अन्य राज्यों बिहार, तेलगांना, महाराष्ट्र कर्नाटक सहित कई राज्यों ने इसमें संशोधन कर दिया, लेकिन राजस्थान सरकार ने कृषि विश्वविद्यालयों की एक्सपर्ट कमेटी राय के बावजूद इसे सामान्य डिग्री ही मान रही है।

जब बीएड होती ही नहीं, तो हम कहां से करें
परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी अंजलि जीनगर, प्रकाश चंद्र, देवेंद्र चंदेल, हुक्मसिंह, नैनाराम, राजीव परिहार, कुलवंत सहित दर्जनों अभ्यर्थियों ने मंगलवार को जोधपुर में प्रेस कॉन्फ्रैंस करके पत्रकारों को अपनी पीड़ा बताया। अभ्यर्थियों ने कहा कि मामला न्यायालय में है, बावजूद इसके परिणाम जारी कर दिया गया। आरपीएससी और शिक्षा विभाग दोनों ही उनकी नहीं सुन रहा। पीटीईटी के जरिए बीएड में प्रवेश नहीं ले सकते क्योंकि बीएड केवल स्नातक के विषयों में होती है। यहां शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में प्रवेश ही नहीं दिया जाता। जब कृषि विज्ञान के अभ्यर्थी बीएड कर ही नहीं पा रहे हैं तो उनके लिए यह योग्यता किस आधार पर रखी गई है?
............................

कृषि विज्ञान के अभ्यर्थी बीएड नहीं कर सकते
बीएड में विषयों का समूह होता है। केमेस्ट्री के साथ बायोलॉजी अथवा फिजिक्स, आट्र्स में भी इसी तरह के विषय के समूह होते हैं। कृषि विज्ञान के विषय बीएड में नहीं है। ऐसे में कृषि विज्ञान में बीएड नहीं होती।
-डॉ शिरीष बालिया, प्रिंसिपल, शाह गोवद्र्धन लाल काबरा बीएड प्रशिक्षण महाविद्यालय
................
आरपीएससी सचिव शुभम चौधरी से बातचीत
प्रश्न- परीक्षा में 12 अंक प्राप्त करने वाला स्कूल में लेक्चरर बनेगा और बच्चों को पढ़ाएगा?
उत्तर- मैं इसमें कुछ नहीं कह सकती। परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक तय नहीं है।
प्रश्न- कृषि विज्ञान में बीएड होती ही नहीं है तो योग्यता क्यों रखी?
उत्तर- योग्यता हम नहीं रखते। शिक्षा विभाग योग्यता बनाकर हमें भेजता है। हम केवल भर्ती करते हैं। हमनें केवल बीएड मांगी थी, चाहे किसी भी विषय में हो।

जोधपुर।
जोधपुर व अजमेर के वैज्ञानिक मिलकर बीजीय मसालों के उत्पादन वृद्धि पर काम करेंगे। साथ ही, मारवाड़ की प्रमुख मसाला फसल जीरा सहित अन्य मसालों की नई किस्मों की उत्पादकता पर शोध करेंगे। बीजीय मसालों की उत्पादन वृद्धि के लिए कृषि विश्वविद्यालय व राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र तबीजी अजमेर के बीच करार हुआ है। इस करार का उद्देश्य बीजीय मसाला उत्पादन के क्षेत्र में परस्पर अनुसंधान, शिक्षा व प्रसार को बढ़ाना है। एमओयू के तहत नए शोध व तकनीकों का हस्तांतरण, विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं का क्रियान्वयन, बीजीय मसालों की विभिन्न किस्मों के जर्म प्लाज्म के वैज्ञानिक संरक्षण, विश्वविद्यालय के प्रसार केन्द्रों के उन्नयन के लिए नवीन तकनीकियों के हस्तांतरण कार्य होगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय के शोधार्थी राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र की उत्कृष्ट प्रयोगशालाओं व प्रक्षेत्र फ ार्म पर बीजीय मसालों पर शोध का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
--
मसालों की नई किस्में विकसित होंगी
इन दोनो संस्थानों के परस्पर एमओयू होने से जीरे की नई किस्म विकसित किए जाने के लिए नई दिशा मिलेगी, जिससे इस क्षेत्र के जीरा उत्पादक किसानों की उत्पादकता तथा आय में बढ़ोतरी हो सकेगी। वहीं अन्य मसाला फ सलों की नई किस्मों पर काम होगा।
---
दोनों संस्थानों ने किए हस्ताक्षर
एमओयू पर विश्वविद्यालय कुलपति प्रो बीआर चौधरी व अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ एसएन सक्सेना ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर संकायध्यक्ष व अधिष्ठाता डॉ भारतसिंह भीमावत, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ ईश्वर सिंह,निदेशक अनुसंधान डॉ सीताराम कुम्हार, सूचना व जनसंपर्क अधिकारी डॉ एमएल मेहरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों तथा जोधपुर मसाला बोर्ड के अधिकारियों ने विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र फार्म का भ्रमण कर अनुसंधान कार्यो का अवलोकन किया।

जोधपुर. कोरोना संक्रमण किस कदर घरों को बर्बाद किया यह मंजर अप्रेल-मई माह में देखा। लेकिन अफसोस कि जोधपुर में 70 प्रतिशत युवा भी अभी वैक्सीनेटेड नहीं हुए है। जोधपुर में 18 से 44 आयुवर्ग वाले युवाओं की संख्या 16 लाख 36 हजार 8 सौ 75 हैं, इसमें 4 लाख 97 हजार 99 ने प्रथम डोज और केवल 71 हजार 2 सौ 97 ने द्वितीय डोज लगवा रखी है। प्रथम डोज में 30.37 प्रतिशत युवा वैक्सीनेटेड हैं और दूसरी डोज में 14.34 प्रतिशत ही वैक्सीनेटेड हुए हैं। ये आंकड़े संभावित तीसरी लहर को लेकर अनहोनी की आशंका प्रकट करते हैं। सर्वाधिक प्रथम डोज शहर के युवाओं ने 50.29 फीसदी लगवा ली है और लेकिन द्वितीय डोज का आंकड़ा 20.83 प्रतिशत है। युवाओं का इतना कम वैक्सीनेटेड होना बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहा है।

बड़ा कारण वैक्सीनेशन की कमी भी

एक कारण ये भी हैं कि सरकार के पास बहुत कम संख्या में वैक्सीन आ रही है। ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग भी कई जनों की नहीं हो रही है। इस कारण भी कई युवा वैक्सीनेशन नहीं करवा पा रहे हैं। कभी प्रथम डोज तो कभी द्वितीय डोज के लिए वैक्सीनेशन होता है। वहीं गांवों में स्लॉट बुकिंग नहीं होती, उसके बावजूद ग्रामीण युवा टीका नहीं लगवा रहे है। कोरोना की द्वितीय लहर ने गांवों में सर्वाधिक लोगों को प्रभावित किया था। उसके बावजूद गांवों में कम टीकाकरण होना भारी पड़ सकता है।

ब्लॉक अनुसार जानिए प्रतिशत में कहां कितने वैक्सीनेटेड
ब्लॉक नाम- प्रथम डोज- द्वितीय डोज ( आंकड़े प्रतिशत में)

बालेसर-19.96-10.69
बावड़ी-25.94-11.66

बाप-25.27-5.23
भोपालगढ़-29.46-9.51

बिलाड़ा-21.44-8.31
लूणी-20.86-8.86

मंडोर-25.02-8.44
ओसियां-17.31-8.06

फलोदी-16.26-12.37
शेरगढ़-21.49-7.04

शहर के सरकारी व प्राइवेट सेंटर- 50.29-20.83
---------

45 प्लस वैक्सीनेशन की स्थिति

45 प्लस आयुवर्ग की बात करें तो प्रथम डोज लेने वालों की संख्या 64.99 प्रतिशत है और द्वितीय डोज लेने वालों की संख्या 52.10 फीसदी है। सौ प्रतिशत इनका भी वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, जो खतरे की घंटी है। संभावित तीसरी लहर आने की बातें अब शुरू हो चुकी हैं। जोधपुर शहर में 1 लाख 2 हजार 1 सौ 85 का वैक्सीनेशन 45 प्लस में होना शेष हैं। जोधपुर में 45 प्लस आयुवर्ग वालों की जनसंख्या 10 लाख 58 हजार 75 हैं।

.....................

ब्लॉक वाइज वैक्सीनेशन होना बाकी

बालेसर- 22534
बावड़ी- 16496

बाप- 22557
भोपालगढ़- 12735

बिलाड़ा- 23980
लूणी- 36497

मंडोर- 19154
ओसियां- 41606

फलोदी- 47175
शेरगढ़-25507

जोधपुर शहर-102185

जोधपुर. कोरोना संक्रमण पिछले एक माह में सातवीं बार शून्य आ चुका है। जुलाई माह तो कोरोना के लिहाज से अच्छा रहा ही, साथ ही अब अगस्त माह से भी उम्मीद हैं कि कोरोना संक्रमण धीमा रहे। इससे पहले जुलाई माह में पांच बार कोरोना आंकड़ा शून्य आया था। जिले में बुधवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण शून्य आया। जबकि इससे पहले कभी भी लगातार दो दिन तक कोरोना संक्रमण शून्य नहीं आया। यदि अब गुरुवार को भी संक्रमण शून्य आ गया तो हैट्रिक हो सकती है। एक रोगी डिस्चार्ज किया गया। अगस्त माह के 4 दिनों में 4 पॉजिटिव, 4 डिस्चार्ज व शून्य मौत हैं। इस साल 71208 पॉजिटिव, डिस्चार्ज 67460 और 12 सौ की मौत हो गई है।

आज लगेगी कोविशिल्ड की प्रथम-द्वितीय डोज

जोधपुर. जोधपुर में गुरुवार को कोविशिल्ड वैक्सीन की प्रथम-द्वितीय दोनों डोज लगेगी। वैक्सीनेशन उम्मेद, एम्स, एमजीएच व एमडीएम अस्पताल में होगा। इसके लिए बुधवार शाम ऑनलाइन सेशन स्लॉट बुकिंग हुई।

जोधपुर।
मैं तसलीम बानो जोधपुर में रहती हूं। शादी कर ससुराल आई और गृहिणी के रूप में काम करने लगी। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। परिवार की दशा सुधारने के लिए मैं भी कुछ काम कर पति की मदद करना चाहती थी लेकिन पढ़ी-लिखी नहीं होना रोजगार में बाधा बना हुआ था। मेरे पति मंजूर खान रात को घर में कपड़ों पर आरीतारी हस्तकला का काम करते थे व सुबह कपड़ों की दुकान पर जॉब करते थे। मेरे ससुर की मृत्यु के बाद परिवार के भरण पोषण का जिम्मा पति पर आ गया। ऐसे में, मैने अपने पति से आरीतारी का काम सीखा और काम करना शुरू किया, जिसमें पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं था। आज अपनी कला के दम पर प्रतिमाह 20 से 25 हजार रुपए कमा रही हूं।
--
खाली समय का सदुपयोग किया
गृहणी होने के बावजूद घर के कामकाम व जिम्मेदारियों को निभाते हुए घर पर खाली समय का सदुपयोग किया व खुद को स्वावलंबी बनाया। इसके अलावा घर पर अपने तीन बच्चों को भी संभालना व घर की जिम्मेदारियां बखूबी निभा रही हूं।
----
बाजार से खुद लाती है जॉब वर्क
मुझे यह काम करते हुए करीब 5-6 साल हो गए है। अब मैं खुद बाजार से जॉब वर्क लेकर आती हूं। घर के कामकाज के बाद आरीतारी का काम शुरू करती हूं। साथ में सिलाई का काम भी करती हूं। अब जोधपुर के आसपास के गांवों से भी ऑर्डर मिलते है।
--
रोजगार भी दे रही
शुरुआत धीमी हुई लेकिन बाद में काम बढऩे लगा तो मेरी जैसी मोहल्ले की अन्य महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ा। आज 8-10 भी मेरे साथ जुड़कर काम कर रही है।

जोधपुर।

पश्चिमी राजस्थान में वर्षा की विषम परिस्थितियों में आपात कृषि योजना तैयार करने के लिए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बीआर चौधरी के निर्देशानुसार बुधवार को कृषि विवि के प्रसार शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय के तत्वावधान में आपात बैठक आयोजित की गई। जिसमें जोधपुर संभाग के कृषि विस्तार, उद्यानिकी, बीज व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में पश्चिमी राजस्थान में अकाल व कम वर्षा की स्थिति को देखते हुए किसानों को सलाह जारी करने के लिए आकस्मिक योजना का प्रारूप तैयार किया गया। कुलपति डॉ चौधरी ने कृषि अधिकारियों को क्षेत्र विशेष की परिस्थितियों को देखते हुए कृषि तकनीक व अन्य सलाह जारी करने का आह्वान किया। तकनीकी स़त्र की अध्यक्षता प्रसार शिक्षा के निदेशक डॉ. ईश्वर सिह व निदेशक अनुसंधान डॉ. सीताराम ने की। निदेशक प्रसार शिक्षा ईश्वर सिंह ने बताया कि बैठक में जोधपुर संभाग फ सल, उद्यानिकी, पशुधन व समन्वित कृषि प्रणाली को बचाने के लिए सिफ ारिशें भी जारी की गई।

जोधपुर।

जोधपुर डिस्कॉम के तीन जोन मुख्यालय बिना मुख्य अभियंता के पद के ही चल रहे हैं। जोधपुर-बाड़मेर जोन में मुख्य अभियंता हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं तो बीकानेर में जिन अधीक्षण अभियंता के पास अतिरिक्त चार्ज था उनको निलंबित कर दिया गया। दूसरी ओर अतिरिक्त मुख्य अभियंता पद पर पदोन्नत हुए अधिकारी को अब तक कार्यभार भी नहीं सौंपा गया है।

जोधपुर जोन के मुख्य अभियंता पद से इम्तियाज बेग और बाड़मेर जोन से मांगीलाल जाट दोनों पिछले माह सेवानिवृत्त हो गए। ऐसे में दोनों पद रिक्त हैं। यहां नई नियुक्ति फिलहाल डिस्कॉम प्रबंधन नहीं कर पाया है। इसी प्रकार बीकानेर अधीक्षण अभियंता अशोक गोयल के पास ही जोन मुख्य अभियंता का चार्ज था, बीते दिनों इनको निलंबित कर दिया गया। ऐसे में इन जोन की कमान भी रिक्त हो गई।

पदोन्नत के बाद जिम्मेदारी नहीं दी

दूसरी ओर इंजीनियर आसाराम जांगिड़ की पदोन्नति 9 जुलाई को अधीक्षण अभियंता से अतिरिक्त मुख्य अभियंता पद पर हो गई। जांगिड़ अधीक्षण अभियंता सतर्कता के पद पर कार्यरत थे, जिसका कार्यभार अशोक मीणा को दे दिया गया है। लेकिन जांगिड़ को अब तक कुर्सी नहीं दी गई। पिछले दिनों अधिशासी अभियंताओं से अधीक्षण अभियंता बने कुछ इंजीनियर्स को भी इसी प्रकार कार्यभार मिलने का इंतजार है।

फैक्ट फाइल
- 2 किमी एयरपोर्ट से पाबुपुरा जयपुर मार्ग तक सडक़

- 700 मीटर फोरलेन सडक़ बनेगी
- 1.3 किमी मेगा हाइवे की तर्ज पर सडक़

- 3.98 करोड़ है कुल बजट
- 9 माह में पूरा करना है काम

जोधपुर. शहर से बिलाड़ा-अजमेर-जयपुर जाने के बाद अब नया विकल्प मिलने वाला है। एयरपोर्ट रोड को विकसित कर इसे शहरवासियों को उपलब्ध करवाया जाएगा। ऐसे में बनाड व सैन्य क्षेत्र से होकर जाने के अलावा अब तीसरा वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा। इसके लिए करीब 4 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।
अभी तक एयरपोर्ट के मुख्य द्वार तक ही इस सडक़ की स्थिति सुधरी हुई है। इसके आगे जो 2 किमी की सडक़ है वह पिछले कई दशकों से इसी हालत में है। किसी भी विभाग ने इसकी सूरत बदलने की कोशिश नहीं की है। अब जोधपुर विकास प्राधिकरण ने इस ओर कदम बढ़ाया है। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। फुटपाथ, डिवाइडर के साथ एयरपोर्ट से आगे पहले 700 मीटर तक फोरलेन सडक़ और आगे मेगा हाइवे की तर्ज पर सडक़ का विकास किया जाएगा।

तीसरा विकल्प होगा
वर्तमान में पावटा, बनाड होकर डांगियावास के जरिये जयपुर रोड और दूसरा डिफेंस लैब-शिकारगढ़ मार्ग से जयपुर के लिए जाया जा सकता है। लेकिन बनाड मुख्य रोड पर सडक़ निर्माण कार्य होने और सडक़ की स्थिति भी काफी बिगड़ी हुई होने के कारण परेशानी होती है। सैन्य क्षेत्र से होकर शिकारगढ़ की ओर जाने वाले मार्ग पर अब काफी भार बढ़ गया है। ऐसे में एयरपोर्ट रोड अच्छा विकल्प हो सकता है। वर्तमान में इस सडक़ का उपयोग महज एयरपोर्ट तक ही होता है।

कई वर्षों बाद याद आई
इस सडक़ का निर्माण कई वर्षों पहले डामरीकरण के जरिये हुआ। लेकिन इसके बाद अब यहां से वाहन लेकर निकलना भी मुश्किल है। इसी कारण बहुत कम शहरवासी जानते हैं कि इस एयरपोर्ट के आगे का रास्ता शिकारगढ रोड पर मिलता है।

यह होगा फायदा
- एयरपोर्ट से निकल कर जोधपुर के आस-पास के शहरों को जाने वाले लोगों को शहर में से नहीं निकलना होगा।

- रातानाडा-एयरफोर्स क्षेत्र के लोगों को यह नया वैकल्पिक माग मिल जाएगा।
- वीआइपी विजिट के दौरान एयरपोर्ट रोड पूरी तरह से बंद होती है, ऐसे में इसे विकल्प के तौर पर उपयोग किया जा सकेगा।

महिला थाने में स्वागत कक्ष का लोकार्पण
जोधपुर.
रातानाडा पुलिस लाइन के बाहर स्थित महिला थाना (पूर्व) में नवनिर्मित स्वागत कक्ष का लोकार्पण बुधवार को किया गया। पुलिस ने विधायक का माल्याणर्पण व शॉल पहनाकर अभिनंदन किया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) भुवन भूषण यादव की मौजूदगी में विधायक मनीषा पंवार ने फीता काटकर स्वागत कक्ष की शुरूआत की। विधायक मनीषा पंवार ने विधायक कोष से 7.50 लाख रुपए से स्वागत का निर्माण कराया था। विधायक ने बताया कि थाने का अवलोकन करने के दौरान स्वागत कक्ष की कमी महसूस की गई थी। तब स्वागत कक्ष बनाने के लिए विधायक कोष से राशि स्वीकृत की गई थी। कक्ष का निर्माण पूर्ण होने पर एक सादे कार्यक्रम में फीता काटकर आमजन के उपयोग के लिए सुपुर्द किया गया। इस अवसर पर डीसीपी (पूर्व) भुवन भूषण यादव, एडीसीपी (पूर्व) भागचंद मीणा व थाना प्रभारी मंजू चौधरी मौजूद रहे। पुलिस ने विधायक का माल्याणर्पण व शॉल पहनाकर अभिनंदन किया।

बेलवा (जोधपुर) देवगढ गांव के मृत लोगों के नाम से मनरेगा में रोजगार के आवेदन करने के मामले में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. इंद्रजीत यादव ने संज्ञान लिया है।

गौरतलब है कि मनरेगा योजना में घोटाला करते हुए पंचायत में कार्यरत ग्रामसेवक, सरपंच व अन्य कर्मचारियों की कथित मिलीभगत से गांव के कई मृत लोगों के मनरेगा जॉब कार्ड से आवेदन किए थे।

मामले को राजस्थान पत्रिका में 3 अगस्त के अंक में 'मृतक भी कर रहे मनरेगा में मजदूरीÓ शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर सिस्टम की पोल खोली। पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद बालेसर पंचायत समिति के अधिकारियों के साथ कर्मचारी भी हरकत में आए। समाचार पर संज्ञान लेते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. इंद्रजीत यादव ने कहा कि एक गांव के कई मृत लोगों का नरेगा में आवेदन करना गंभीर कृत्य है।

नरेगा के ऐसे प्रकरण में ग्रामसेवक व सरपंच की भूमिका पर सवाल खड़े होते है। इनकी निगरानी में मनरेगा कार्य होते है। लोगों की मौत के बाद नरेगा में आवेदन के कई मामले सामने आए है।

बालेसर बीडीओ को निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है। प्रकरण में दोषी ग्रामसेवक व अन्य कर्मचारियों के विरुद्ध मनरेगा कानून के तहत उचित जुर्माने के साथ ही सख्त विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले की जांच रिपोर्ट बालेसर पंचायत समिति से मिली है।


बालेसर विकास अधिकारी बाबूसिंह राजपुरोहित ने बताया कि देवगढ़ में मौत के बाद ग्रामीणों के मनरेगा में किए फर्जी आवेदन पत्रों की जांच की जा रही है। उन्होंने सहायक अभियंता को प्रकरण के सम्पूर्ण तथ्यों की जांच के निर्देश दिए है। राजपुरोहित ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामले में फर्जी आवेदन में ग्रामसेवक की मानवीय भूल से होना पाया है। मृत नामों को मनरेगा जॉब कार्ड व कार्यस्थल से हटवा दिया है। वही मृत लोगों के नाम पर रोजगार प्राप्त कर कोई भुगतान नहीं हुआ है।

गांवों में नरेगा से पनपे घोटालेबाज

गांवों के लोगों को रोजगार मुहैया करवाने के लक्ष्य से शुरू मनरेगा योजना से भ्रष्टाचार बढ़ गया है। गांवों में चल रहे नाडी खुदाई कार्य हो या अपना खेत अपना काम योजना, मेट लोगों के बिना कार्यस्थल पर आए फर्जी हाजिरी करते है। जिसके बाद पखवाड़े में आई रोजगार राशि का आधा हिस्सा रिश्वत के रूप में हड़प कर सरकारी धन का दुरुपयोग करते है। इसमें कई अधिकारी भी शामिल होते है। वहीं नाडी या अन्य किसी नरेगा स्थल पर एक टके का भी कार्य नहीं हो पाता है। गांवों में चारों तरफ यही हाल है लेकिन लोग भी बिना काम पैसे के लालच में शिकायत नहीं करते है।

बेलवा (जोधपुर). देवगढ गांव के मृत लोगों के नाम से मनरेगा में रोजगार के लिए आवेदन करने के मामले में बालेसर पंचायत समिति के विकास अधिकारी बाबूसिंह राजपुरोहित ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. इंद्रजीत यादव को जांच रिपोर्ट भेजी है। बीडीओ ने सम्बंधित ग्रामसेवक व कनिष्ठ सहायक के लिखित में बयान दर्ज करने के साथ मनरेगा एमआइएस के आधार पर जांच की तथ्यात्मक रिपोर्ट सीइओ को सौंपी है।


गौरतलब है कि मनरेगा योजना में घोटाला करते हुए पंचायत में कार्यरत ग्रामसेवक, सरपंच व अन्य कर्मचारियों की कथित मिलीभगत से गांव के कई मृत लोगों के मनरेगा जॉब कार्ड से आवेदन कर दिए थे।

मामले को राजस्थान पत्रिका में 3 अगस्त के अंक में 'मृतक भी कर रहे मनरेगा में मजदूरीÓ शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित करते हुए सरकारी सिस्टम की पोल खोली। नरेगा के ऐसे प्रकरण में ग्रामसेवक व सरपंच की भूमिका पर सवाल खड़े होते है, क्योंकि इनकी निगरानी में मनरेगा कार्य होते है।

इस गंभीर प्रकरण में पंचायत समिति की जांच रिपोर्ट में मानवीय भूल से डिमांड होना पाया। समिति की जांच रिपोर्ट में पाया कि भूलवश मृत नाम पर नरेगा में आवेदन करने के बाद पंचायत समिति द्वारा खाली मस्टररोल जमा कर दिए। उन्हें कोई भुगतान नहीं किया है।

हालांकि बालेसर बीडीओ बाबूसिंह राजपूरोहित ने पत्रिका को बताया कि प्रकरण की जांच रिपोर्ट सीइओ को भेजी है। गुरुवार तक मामले में दोषी कार्मिक के विरुद्ध मनरेगा एक्ट के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई या नोटिस देने को लेकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

जॉब कार्ड अपडेट करने के निर्देश

मृत लोगों के मनरेगा में आवेदन करने के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए बालेसर पंचायत समिति ने ब्लॉक के समस्त ग्राम विकास अधिकारियों, कनिष्ठ सहायकों व रोजगार सहायकों को निर्देशित करते हुए अपडेट करने के सख्त आदेश दिए है।

बीडीओ ने कहा कि ग्राम पंचायतों में मृत व्यक्तियों, नाबालिग, फर्जी जॉब कार्ड, डबल जॉब कार्ड के श्रमिकों को चिह्नित कर नरेगा सॉफ्ट से हटाने की कार्रवाई के निर्देश जारी किए है। वहीं श्रमिकों के बैंक खातों को जांच को लेकर भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए है।


अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी

देवगढ में मृत लोगों के नाम मनरेगा में दर्ज करना गंभीर प्रकरण है। बालेसर बीडीओ से 30-35 पेज की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट पर मंथन करके जल्द अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. इंद्रजीत यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद जोधपुर

जोधपुर.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बाड़मेर जिले के रामसर में म्युटेशन भरने की एवज में पच्चीस सौ रुपए रिश्वत लेने पर पटवारी को बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। सरकारी आवास में अलमारी के अंदर अखबार के नीचे रखवाई रिश्वत राशि बरामद की गई।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत ने बताया कि बाड़मेर जिले में गडरा रोड निवासी घनश्याम (80) पुत्र रामचन्द्र माहेश्वरी ने अपनी भाभी राणीदेवी पत्नी रामचन्द्र झामनदास से पुत्रवधू पूजा पत्नी मुकेश कुमार के नाम 16 बीघा जमीन खरीदी थी। जिसका म्युटेशन भरने के लिए उसने रामसर तहसील में बूठिया पटवार मण्डल के पटवारी अशोक कुमार से सम्पर्क किया। जिसके पास रामसर पटवार मण्डल का अतिरिक्त चार्ज भी है।

पटवारी अशोक कुमार जाट ने म्युटेशन के लिए 5-6 हजार रुपए रिश्वत लेने और वृद्ध से 1000-500 रुपए कम लेने की जानकारी दी। इस पर वृद्ध ने एसीबी की बाड़मेर चौकी में शिकायत की। गत 29 जुलाई को शिकायत का गोपनीय सत्यापन कराया गया। जिसमें पटवारी ने तीन हजार रुपए रिश्वत मांगी। परिवादी के आग्रह पर 25 सौ रुपए लेना तय हुआ। जो काम होने से पहले देने का दबाव बनाया। साथ ही कहा कि काम होने में 10-12 दिन लगेंगे।
शिकायत की पुष्टि होने पर एसीबी ने बुधवार को ट्रैप कार्रवाई तय की। वृद्ध घनश्याम को पटवारी के रामसर स्थित सरकारी आवास भेजा, जहां उन्होंने पटवारी को 25 सौ रुपए दिए, लेकिन पटवारी ने कमरे की दीवार में बनी अलमारी में रखे अखबार के नीचे रिश्वत राशि रखवाई। तभी इशारा मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश दी और सीकर जिले में अजीतगढ़ थानान्तर्गत श्रीमाधोपुर में तिलोकपुरा निवासी पटवारी अशोक कुमार (29) पुत्र रामेश्वरलाल जाट को पकड़ लिया। अलमारी से रिश्वत राशि जब्त की गई। फिर उसे गिरफ्तार किया गया।

काम चार दिन पहले ही किया, स्वीकृति शेष
रिश्वत राशि लेने के दौरान आरोपी पटवारी अशोक जाट ने परिवादी से कहा कि उसका कार्य 31 जुलाई को कर दिया था, लेकिन फिलहाल उच्चाधिकारियों की स्वीकृति मिलना बाकी है। मौके से वृद्ध के पैंडिंग कार्य संबंधी दस्तावेज भी जब्त किए गए।

जोधपुर.
एटीएस-एसओजी ने आकर्षक ब्याज का लालच देकर आमजन से करोड़ों रुपए ऐंठने के मामले में चार साल से फरार कॉ-ऑपरेटिव मालिक को गिरफ्तार कर बुधवार को रिमाण्ड पर लिया। उसके खिलाफ राज्य के कई जिलों में दस मामले दर्ज हैं।

एटीएस-एसओजी सूत्रों के अनुसार अमरदीप क्रेडिट कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी के संचालक हनुमानसिंह सिसोदिया के खिलाफ वर्ष 2017 में ओसियां थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। तब से वह फरार था। मामले की जांच एटीएस-एसओजी को सौंपी गई थी। जांच अधिकारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश उज्ज्वल ने संभावित ठिकानों पर तलाश के बाद मंगलवार देर रात कॉ-ऑपरेटिव संचालक मूलत: पाली जिले में जैतारण के सांगावास हाल ओसियां निवासी हनुमानसिंह पुत्र सोहनसिंह सिसोदिया को गिरफ्तार किया। उसे बुधवार को ओसियां की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए।
आकर्षक ब्याज के लालच में गंवाए थे करोड़ों रुपए

एटीएस-एसओजी का कहना है कि आरोपी हनुमानसिंह ने वर्ष 2014-15 में अमरदीप क्रेडिट क्रॉ-ऑपरेटिव सोसायटी शुरू की थी। जोधपुर, ओसियां, सिरोही, नागौर, पाली व बीकानेर में ऑफिस खोले गए थे। आकर्षक ब्याज का लालच देकर आमजन से करोड़ों रुपए निवेश के नाम पर जमा किए थे। फिर वह सारी राशि

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanss63@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.