>>: Digest for August 06, 2021

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Table of Contents

सिरोही/शिवगंज। कुटुंब कॉलोनी में निवास करने वाले स्वर्ण व्यवसायी लक्ष्मण सोनी के 11 वर्षीय पुत्र मीत सोनी को पूरे घटनाक्रम के दौरान इस बात का अहसास भी नहीं हुआ कि उसका अपहरण हो गया है। पुलिस की ओर से अपहरणकर्ता को पकड़े जाने के बाद उसे पता चला कि वह जिस अंकल के साथ घूम रहा है। उसने उसका अपहरण कर लिया। यह सुनकर वह सहम गया था।

मीत के पिता लक्ष्मण सोनी ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मीत का अपहरण किया था। उससे हमारे परिवार के सभी सदस्य परिचित थे। इस वजह से जब भी वह यहां आता मीत से भी बात करता था। मंगलवार की शाम को वह मीत को पार्सल लाने का बहाने मोटरसाइकिल पर बैठकर रवाना हो गया। साढ़े पांच बजे जब उसका अपहरण हुआ उस समय से रात को डेढ़ बजे तक जब पुलिस ने अपहरणकर्ता को पकड़ा, उस समय तक मीत का इस बात का अहसास ही नहीं था कि जिस अंकल के साथ वह आया है। उन्होंने उसका अपहरण कर उसके पिता से उसे छोडऩे के एवज में डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी है।

रोहट तक मोटरसाइकिल पर जाकर आया
अपहरण काल के दौरान मीत ने अपने कथित अंकल देवेश के साथ शिवगंज से रोहट तक का सफर किया। वह उसके साथ घूमता रहा। इस दौरान एक दो बार मीत ने उससे घर चलने के लिए कहा तो उसने कहा कि अभी बाद में चलेंगे। इस दौरान अपहरणकर्ता ने उसके पिता से मोबाइल पर बात कर फिरौती मांग मीत से बात करवाने से पूर्व इस बात की धमकी भी दी कि मीत को इसका अहसास नहीं हो। जिस पर उसके पिता ने उससे बात कर इतना ही कहा कि वे उसे लेने आ रहे हैं।

रोहट जाकर ढोला लौटा
मीत का अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ता देवेश उसे मोटरसाइकिल पर घुमाता रहा। इस दौरान वह रोहट तक गया। वहां से वापस ढोला लौटा तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया। जिस समय पुलिस ने उसे दबोचा तो मीत घबरा गया और उसने पुलिस से कहा इन्हें क्यों पकड़ रहे हो ये मेरे अंकल है।

मां अभी भी बात करने की स्थिति में नहीं
मीत की मां पिंकी सोनी को जब इस बात का पता चला कि उसके बेटे का अपहरण हो गया है और अपहरणकर्ता ने उसे छोडऩे के एवज में डेढ़ करोड़ रूपए की फिरौती मांगी है तो वह सहम गई। बेटे के सदमे में उसका रो रोकर बुरा हाल हो गया। पूरी रात वह अपने बेटे के इंतजार में नहीं सोई। अब जब उसका बेटा घर लौट आया है तब भी वह पूरी तरह से सदमें से बाहर नहीं आ सकी है। पत्रिका संवाददाता ने जब उससे बात करने की कोशिश की तो वह कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं थी।

पाली/बाबरा/रास। जिले के रास कस्बे में स्थित तालाब में डूबने से दो सगे भाइयों सहित चार मासूमों की मौत से हर कोई शोक में है। गांव में शोक छा गया। जिन मासूमों की मौत हुई, वहां शाम को चुल्हें नहीं जले। भंवरू मेघवाल के दोनों मासूम बेटे जगदीश व अजय घर से निकले, उनके पिताजी मजदूरी पर गए हुए थे। रास्ते में दो दोस्त आसिफ व अजान को भी साथ ले लिया। चारों दोस्त हमेशा साथ रहते थे। वे नहाने के लिए तालाब पर गए और एक-दूसरे को बचाने के फेर में चारों डूब गए। भंवरू मेघवाल के दोनों मासूम बच्चे इस दुनिया में नहीं रहे। अजय व जगदीश ने कुछ दिन पहले ही अपनी बहन से कहा था कि इस बार पन्द्रह दिन बाद आने वाले राखी के त्योहार पर वे अपनी पसंद की राखी बंधवाएंगे, लेकिन वे चल बसे। मासूम बहन व माता पिता का रो रोकर बुरा हाल है। जगदीश पांचवीं व अजय तीसरी कक्षा में प्रमोट हुआ था। यहीं हाल आसिफ व अजान के परिवार वालों का है। शोक में तीनों परिवारों की आंख से आंसू नहीं टूट रहे हें।

बचाने का प्रयास किया, लेकिन देर हो गई
शाम को जब तालाब के पास चारों मासूमों के कपड़े ग्रामीणों देखे और मासूम नहीं दिखे तो उन्हें संदेह हुआ। कुछ देर बाद मशक्कत से चारों को शव निकाले गए, शव बाहर निकालकर ग्रामीणों ने काफी देर पम्पिंग की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। परिजन अपने मासूमों के शव देख बेसुध हो गए।

एक मासूम के पिता विदेश में, दादा के भरोसे थे
रास निवासी सलाम बाइक रिपेयरिंग की दुकान पर हैल्पर का काम करते है। उसका पुत्र आसिफ (10) की मौत पर परिवार व मोहल्ले में मातम छा गया। वहीं मृतक अजान (12) अपने दादा के पास रास में रहता है। पिता फरमान खाड़ी देश में काम करते है। मृतक बालक अजान दादा मिर्जा मंजूर बेग के पास रहता था। दादा ऑटो चालक का काम करते है। मृतक अजान 7 वीं कक्षा तथा आसिफ 5 वींकक्षा में प्रमोट हुआ था।

तालाब के हिस्से के आठ फीट गहरे खड्डे में डूबे
रास तालाब के मुख्य भाग से सटे छोटे-छोटे खड्डे बने हुए है। तालाब की खुदाई के दौरान जगह जगह खड्डों में बरसाती जमा पानी के साथ चीकनी मिट्टी भी जमा हो रखी। इसमें स्नान करते समय चारों बालक आठ फीट की गहराई में खुदे खड्डे के पानी में फंस गए और उनकी मौत हो गई।

पत्रिका अपील- परिजन व प्रशासन बरते सावचेती
- अपने बच्चों पर नजर रखे, तालाब, नाडी व नालों से रखे दूर
- बच्चें गहरे पानी में नहीं नहाए
- ग्राम पंचायत, प्रशासन इन तालाबों व नाडों के पास सुरक्षा प्रबंध करें, ताकि नजर रखी जा सकें।
- बच्चों को अकेले खेलने नहीं जाने दे, उन्हें जागरूक करें कि वे गहरे पानी में नहाने नहीं उतरे।
- हर गांव पंचायत में गोताखोरों की सूची बनाई जाए, ताकि जरूरत पडऩे पर तुरंत काम आ सके।

पाली/गुंदोज। पाली जिले का ग्रामीण पुलिस सर्कल का गुड़ा एंदला थाना भवन पूरा जर्जर हो चुका है। बारिश में यहां छत टपकती है। भवन में दरारें आ चुकी है। नए भवन के लिए जमीन भी आवंटित हो गई, लेकिन बजट जारी नहीं होने से नया भवन नहीं बन सका। फिलहाल पुलिसकर्मी इस सौ साल पुराने थाना भवन में बैठकर ही कामकाज कर रहे हैं और रह रहे है। बाढ़ के हालात में यह भवन खतरे से कम नहीं है। बारिश में खतरे के बीच यहां पुलिसकर्मियों को रात रुकने से भी डर लगता है।

रोचक इतिहास इस थाने का
गुड़ा एन्दला थाना देश के उन ऐतिहासिक थानों में शुमार है, जिनकी स्थापना ब्रिटिश इस्ट इंडिया कंपनी के दौर में हुई थी। इस थाने की स्थापना कंपनी ने सन 1836 में गांव के आक्रामक प्रवृत्ति के लोगों पर नियंत्रण करने करन के लिए की थी। बताते है कि राजस्थान में आदिवासी जनजातियों द्वारा ब्रिटिश कंपनी का जमकर विरोध किया जा रहा था, उसी विद्रोह को दबाने के लिए कंपनी ने गुड़ा एंदला थाने की स्थापना की थी, उस समय मीणा जनजाति का प्रमुख गढ़ गुड़ा एन्दला गांव हुआ करता था। गुड़ा एंदला के निवासी बीजारामजी मीणा (रिटायर्ड अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) के अनुसार इस थाने की शुरुआत एक शिव मंदिर से हुई थी, जो आज भी मौजूद है। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने थाना संचालन के लिए भवन निर्माण करवाया था, जो करीब सौ साल पहले की बात है। तब से आज तक इसी इमारत में यह थाना चल रहा है। अब यह भवन जर्जर हो चुका है।

इसलिए महत्वपूर्ण है यह थाना
गुड़ा एंदला थाना क्षेत्र के अंतर्गत 50 से अधिक गांव आते हैं। फोरलेन भी इसी थाना क्षेत्र से गुजरता है। सडक़ हादसे, मादक पदार्थों की तस्करी, माइनिंग एरिया, गांवों का क्राइम आदि रोकने के लिए यहां थाना जरूरी है। आजादी के बाद से आज तक राज्य सरकारों द्वारा इस थाने की अनदेखी की गई और थाने में नए निर्माण के लिए किसी भी तरह का कोई बजट नहीं दिया गया। यह तो समय-समय पर थानाधिकारियों के प्रयासों से भामाशाहों द्वारा जीर्णोद्धार करवाया गया।

गुंदोज चौकी के निकट जमीन मिली, बजट नहीं
गुड़ा एन्दला थाने को गुंदोज गांव पास हाइवे पर गुंदोज पुलिस चौकी के निकट जमीन आवंटित की गई है। लेकिन बजट नहीं मिला, इस कारण नए भवन का काम शुरू नहीं हो पाया। हाइवे पर सडक़ हादसे व अन्य क्राइम की स्थिति में पुलिस को मौके पर पहुंचने से समय भी लगता है, साथ ही परिवादियों को भी गुड़ा एन्दला गांव में आने जाने में दिक्कतें होती है। ऐसे में जल्द से जल्द हाइवे पर नए भवन के निर्माण की मांग उठ रही है।

जीर्णोद्धार की जरूरत
इमारत काफी पुरानी है और जीर्णोद्धार की आवश्यकता है। भामाशाहों के आर्थिक सहयोग से यहां प्रमुख कार्यालय कक्ष और कुछ सुधार जरूर हुआ है। नए थाना भवन के लिए गुंदोज पुलिस चौकी के निकट पांच बीघा भूमि आवंटित की गई है, जहां उम्मीद है कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। - रविंद्रपाल सिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी, गुड़ा एन्दला, पाली

पाली। शहर के रामदेव रोड क्षेत्र में गुस्साए पति ने अपने घर में आग लगाकर घरेलू सामान सहित एक स्कूटी जला दी। घटना की जानकारी पर रामदेव रोड चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे। जब तक पति घर से फरार हो चुका था।

जानकारी के अनुसार खेतारामजी की प्याऊ रामदेव रोड निवासी श्रवण जोशी, जो आए दिन शराब पीकर अपने घर में उत्पात मचाता रहता है। बीती रात शराब के नशे में उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट करते हुए घर में आग लगा दी। उसने घर के बाहर खड़ी स्कूटी को भी जला डाला। स्कूटी में आग लगते देख बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग जमा हुए।

उन्होंने अपने स्तर पर स्कूटी पर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक स्कूटी पूरी तरह जल चुकी थी। सूचना पर रामदेव रोड चौकी प्रभारी नारायणराम ने मौके पर पहुंचे। नशे में धुत पति श्रवण जोशी फरार हो गया था। मोहल्लेवासियों ने बताया कि पूर्व में भी कई बार घरेलू सामान तोडऩे के साथ मकान को भी तोड़ चुका है।

पाली/बाबरा/रास। जिले रास कस्बे में रास तालाब के गड्डे में भरे पानी में डूबने से चार मासूम बालकों की हुई मौत के बाद देर रात को जिला पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत मौके पर पहुंचकर मृतक परिजनों से घटना पर जानकारी ली। गुरुवार को जोधपुर संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा प्रशासनिक अमले के साथ रास पहुंचे।

संभागीय आयुक्त डॉ शर्मा ने मृतक रास निवासी आसिफ (10) पुत्र सलाम तेली, अजान (12)पुत्र फरमान खान, जगदीश (10) पुत्र भंवरूराम मेघवाल व उसका छोटा भाई अजय (8) पुत्र भंवरूराम मेघवाल सहित चारों मृतक बालकों के परिजनों को सांत्वना देकर आश्रितों को जल्द से जल्द मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। मौके पर प्रकरण पर कार्रवाई को लेकर उपखण्ड प्रशासन को निर्देश दिए। जिसके बाद संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा प्रशासनिक अमले के साथ रास तालाब के घटना स्थल पर पहुंचकर हादसे की जानकारी ली।

मुख्य तालाब के बाहरी क्षेत्र से सटे अनावश्यक खुदे गड्डों का समतलीकरण कराने, तालाब की पाल पर चेतावनी बोर्ड लगाने, तालाब पर तारबंदी करने व जन जागरूकता को लेकर रास गांव में रैली निकाले जाने का प्रशासनिक अमले को निर्देश दिए। इस दौरान संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा के साथ जैतारण उपखण्ड अधिकारी भास्कर विश्नोई, तहसीलदार सुरेश कुमार हरसोलिया, रास थानाधिकारी सुरेन्द्र कुमार दुगस्तावा, सरपंच ज्योति महावर, ग्राम विकास अधिकारी मुकेश सैनी, शिक्षाविद, हजारीलाल तिगाया, अमृत कुमार आर्य, पंचायत समिति सदस्य दयालराम गुर्जर,सहायक अभियंता श्याम सुन्दर शर्मा, आरआई हापुराम पटेल सहित पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी व कार्मिक व ग्रामीण मौजूद रहे।

पत्रिका की अपील पर प्रशासन सक्रिय
इस घटनाक्रम को लेकर राजस्थान पत्रिका के गुरुवार के अंक में प्रकाशित समाचार के साथ राजस्थान पत्रिका ने पत्रिका अपील के तहत 'परिजन व प्रशासन बरतें सावचेती' शीर्षक से विशेष कॉलम में प्रकाशित कर प्रशासन से अपील की। इसके बाद जोधपुर संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा प्रशासनिक अमले के साथ रास तालाब के घटना स्थल पर पहुंचकर जानकारी लेकर निरीक्षण सभी निर्देश दिए।

निर्देश पर तुरंत दिखा असर, समतलीकरण के लिए चला बुलडोजर
संभागीय आयुक्त शर्मा के दिए निर्देशों की पालना को को लेकर प्रशासन सक्रिय नजर आया। जिसके बाद तालाब स्थल के बाहरीय क्षेत्र से सटे अनावश्यक गड्डों को भरने के लिए बुलडोजर से समतलीकरण का कार्य तुरंत शुरू करवा दिया।

देर रात मां की बिगड़ी तबीयत
घटना में रास के एक परिवार के दो सगे भाइयों की मौत की वेदना पर बेसुध हुई मासूम की मां मंजू देवी की देर रात अचानक तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने आनन-फानन में उसे रास के सीएचसी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। रास सीएचसी प्रभारी डॉ.जितेन्द्र सिंह ने बताया कि रास निवासी मंजू (30) पत्नी भंवरूराम मेघवाल को अस्पताल के सामान्य महिला वार्ड में भर्ती किया है।

पाली। पोक्सो एक्ट न्यायालय संख्या.1 के विशिष्ठ न्यायाधीश प्रहलादराय शर्मा ने 15 साल की एक नाबालिग को शादी की नीयत से बहला-फुसला कर भगाकर ले जाने एवं उसक साथ बलात्कार करने के मामले की सुनवाई पूरी करते हुए गुरुवार को अभियुक्त ताराचंद बावरी को दोषी मानते हुए 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। साथ ही 26 हजार के अर्थदंड से दंडित किया।

विशिष्ठ लोक अभियोजक संदीप नेहरा ने बताया कि रास थाना क्षेत्र निवासी एक युवक ने 29 अक्टूबर 2019 को रिपोर्ट दी। इसमें अपनी 15 साल की नाबालिग बेटी को सुमेल गांव के चौकीदारों की ढाणी रास निवासी निवासी 22 वर्षीय ताराचंद पुत्र पोकरराम बावरी द्वारा शादी की नीयत से बहला फुसलाकर भगाकर ले जाने एवं बलात्कार करने की रिपोर्ट दी।

मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया। विशिष्ठ न्यायाधीश प्रहलादराय शर्मा ने दोनों पक्षों के अधिवक्तओं की बहस व गवाहों के बयान सुनने के बाद अभियुक्त ताराचंद पुत्र पोकरराम बावरी को बीस साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई।

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