>>: Digest for August 06, 2021

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Table of Contents

पलाई. कस्बे के एनएच 148डी के पास रैगर बस्ती के लोगों द्वारा कई बार पानी निकासी को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने के बावजूद भी पानी निकासी नहीं करवाने के चलते हुए परेशान रैगर बस्ती लोगों ने मगंलवार शाम को नेशनल हाइवे 148 डी को जाम कर दिया।


प्रशासन को कई बार अवगत करवाने के वावजूद भी रैगर बस्ती के पानी की निकासी नहीं करवाने तथा लगातार बारिश के चलते हुए मकानों में पानी घुस गया। समस्याओं से परेशान लोगों ने नेशनल हाइवे 148 डी को आधा घंटे तक जाम कर दिया। जाम की सूचना पर एएसआई महावीर प्रसाद शर्मा मय जाप्ते मौके पर पहुंचे और आश्वासन देकर जाम को खुलवाया।

इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। पुलिस ने भीड़ को हटा वाहनों की आवाजाही सुचारू करवाई। बाद में देर शाम तक ग्राम पंचायत प्रशासन एवं नेशनल हाइवे के कर्मचारी जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंचे। वहां पर अवरुद्ध पानी की निकासी जेसीबी मशीन की सहायता से की गई। जिसके बाद में रैगर बस्ती के लोगों ने राहत की सांस ली।


विधायक ने दिए निर्देश
दूनी. देवली-उनियारा विधायक हरीशचन्द्र मीणा ने सरोली तालाब का निरीक्षण कर ओवरफ्लो होने के बाद ग्रामीणों को आवाजाही में आ रही परेशानी का निराकरण करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश देकर देवली प्रधान गणेशराम जाट से क्षेत्र के हालातों की जानकारी ली।

निजी सहायक असलम रंगरेज ने बताया की विधायक मीणा ने सरोली तालाब का निरीक्षण किया। इसके बाद ग्रामीणों ने तालाब के ओवरफ्लो पानी की निकासी कराए जाने की मांग की। इस पर मौजूद एसडीओ भारतभूषण गोयल सहित पंचायत समिति के अधिकारियों को एनएचएआइ के अधिकारियों को बुलाकर समस्या समाधान के निर्देश दिए।

इसके बाद विधायक ने देवली पंचायत समिति प्रधान जाट से क्षेत्र में हो रही बारिश सहित विभिन्न समस्याओं की जानकारी लेकर लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। इस मौके पर देवली पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीणा सहित जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।

निवाई. सिरस गांव में एसडीआरएफ टीम के चल रहे सर्च ऑपरेशन के तहत बुधवार को एंबुलेंस के साथ पानी में बहे व्यक्ति को करीब 32 घंटे बाद ढूंढ लिया, जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली। एसडीआरएफ टीम के साथ मौके पर मौजूद बरोनी थानाधिकारी दातारसिंह ने बताया कि मंगलवार को एसडीआरएफ टीम के 20 सदस्यीय दल ने करीब 15 घंटे सिरस के खाळ में एम्बुलेंस के साथ पानी के तेज बहाव में बहे रामजीलाल बैरवा की तलाश की गई थी, लेकिन वह नहीं मिला।

मंगलवार शाम को मूसलाधार बारिश से खाल में अत्यधिक पानी आवक व अंधेरा होने पर सर्च ऑपरेशन को रोक दिया गया। बुधवार सुबह 6 बजे ही एसडीआरएफ टीम के जवान बोट लेकर पानी में उतरे और पानी में रामजीलाल की तलाश में जुट गए। आखिर बुधवार को 7 घंटे के प्रयास के बाद एक झाड़ी में रामजीलाल का हाथ नजर आया। झाड़ी के पास जमा कचरे को हटाकर जवानों ने देखा तो मृतक का शव नजर आ गया। शव को बाहर निकालकर नाव में रखा और पानी के बाहर आए।

झाड़ी में कचरे फंसा था शव
पानी में बही एम्बुलेंस से करीब 50 फीट दूर एक झाड़ी में रामजीलाल का शव फंसा हुआ मिला। उसके शव के ऊपर कचरा आ गया था, जिससे ढूंढने में परेशानी हो रही थी।


लापता वृद्ध चरवाह की नाले में तलाश
अलीगढ़. क्षेत्र के बामणिया गांव के वृद्ध चरवाहा का दो दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। बामणिया निवासी गिर्राज गुर्जर (65) सोमवार दोपहर करीब 12 बजे मवेशियों को चराने गया था। वह शाम तक भी वापस नहीं लौटा तो परिजनों को किसी अनहोनी की चिंता सताने लगी।

रातभर परिजनों ने उसे आस पास बरसाती नालों में तलाशा,लेकिन कहीं और पता नहीं लगा। मौके पर पहुंचे जिला प्रमुख सरोज बंसल व भाजपा नेता नरेश बंसल ने उपखंड प्रशासन के मौके पर नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताई। जिला प्रमुख बंसल ने कलेक्टर से बात कर रेस्क्यू टीम को वृद्ध की तलाश करवाने को कहा। इधर, कलेक्टर ने दोपहर करीब 1 बजे रेस्क्यू टीम को मौके पर भेजा, लेकिनकरीब 6 बजे तक भी वृद्ध का कोई सुराग नहीं लगा।

पचेवर. ग्राम पंचायत नगर में सीतापुरा जाने वाले आम रास्ते से अतिक्रमण को सरपंच किस्मत कंवर के नेतृत्व में जेसीबी मशीन की सहायता से हटवाया गया। सरपंच किस्मत कंवर ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा लगातार ग्राम पंचायत से सीतापुरा जाने वाले रास्ते पर से अतिक्रमण को हटाने की मांग की जा रही थी।

ग्रामीणों की इस समस्या को देखते हुए पंचायत प्रशासन ने जेसीबी से आम रास्ते से अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई। सरपंच ने बताया कि पिछले पच्चीस सालों से इस रास्ते पर गांव के ही लोगों ने अतिक्रमण कर रास्ते को अवरुद्ध कर दिया था। अतिक्रमण होने से रास्ते संकीर्ण हो गए थे, जिससे लोगों को आने जाने के साथ कीचड़ से होकर गुजरना पड़ रहा था।


अतिक्रमण होने की वजह से वाहन चालक आए दिन कीचड़ में गिरकर चोटिल हो रहे थे। लोगों द्वारा नालियों पर अतिक्रमण करने से गंदा पानी सडक़ पर बह रहा था। रास्ते को भी लोगों द्वारा मिट्टी डालकर अवरुद्ध कर दिया था, जिसके कारण ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब ग्रामीणों को आने जाने में सुविधा मिलेगी।

सरपंच किस्मत कंवर का कहना है कि पंचायत प्रशासन द्वारा लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रभावी रहेगी। रास्तों पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के प्रति पंचायत प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई अमल में लाएगी जाएगी।

स्थायी समाधान के दिए निर्देश

निवाई. चौधरी कॉलोनी में भरे पानी की निकासी को लेकर ढाणी जुगलपुरा सरपंच शीला मीणा के नेतृत्व में कॉलोनी वासियों ने जयपुर पहुंच कर विधायक प्रशांत बैरवा को ज्ञापन सौंपा। पप्पूलाल मीणा, सुमेरसिंह, घनश्याम जांगिड़, रामजीलाल जाट, गोपाल, दयाराम, नारायण, शाहिद, हंसराज ने विधायक को बताया कि 7 वर्ष से बारिश में चौधरी कॉलोनी में एकत्रित हो जाता है।

नाला नहीं होने से पानी की निकासी नहीं हो पाती है और कॉलोनी वासियों को पानी में होकर ही घरों जाना पड़ता है। बारिश में घरों में पानी घुस गया है, जिससे नुकसान हुआ है। विधायक ने अधिकारियों को दूरभाष पर समस्या निस्तारण के निर्देश दिए।

मालपुरा. उपखण्ड के धौली ग्राम पंचायत के भीपुर ग्रांव में श्मशान भूमि में टीन शेड नही होने के चलते मृतका के अंतिम संस्कार बरसात में ही करना पड़ा। वही दाह संस्कार में गए लोगंों को तिरपाल के सहारे खडें रहकर समय बिताना पड़ा।

उपखंड के ग्राम पंचायत धोली के भीपुर ( गणेशपुरा) बैरवा की ढाणी में मृतका नोरती देवी पत्नी हरिशंकर बैरवा की मृत्यु होने पर, ग्रामीणों के द्वारा मृतका को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर ले जाया गया जहां पर भारी बरसात के दौर में मृतका के अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

मृतका के शव को जलाने के लिए बैरवा समाज श्मशान घाट पर टिन सेट नहीं होने के कारण तिरपाल के द्वारा शव को ढककर ग्रामीणों के द्वारा बरसात के रुकने का इंतजार करना पडा। इस सबंध में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा सार्वजनिक उपयोगी की जगहों पर ध्यान नही देने के चलते आम नागरको को वर्षा के मौसम में भारी परेशानी उठानी पड़ती है।

बुजुर्ग का कराया अंतिम संस्कार
टोंक. नगर परिषद ने बाड़ा जेरे किला में एक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कराया है। नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट ने बताया कि बाड़ा जेरे किला में किसी बुजुर्ग की मौत होने की सूचना मिली थी। गांव के लोग अंतिम संस्कार कराने से बच रहे थे। ऐसे में नगर परिषद की टीम बाड़ा जेरे किला पहुंची और ससम्मान बुर्जुग का अंतिम संस्कार कराया गया। इसके परिवार में कोई नहीं था।


आग से दो झुलसे
पचेवर. आवड़ा गांव के एक मकान में घरेलू सिलेण्डर में आग लगने से सामान जल गया, वहीं दो जने झुलस गए। ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। गोपाल चौधरी के मकान में सिलेण्डर ने आग लग गई। इससे पास ही बैठी मंशा पुत्री गोपाल व गोपाल का दोहित गुड्डू झुलस गए, जिनको दूदू ले गए, जहां से जयपुर रेफर किया गया है।

दूनी. देवली-उनियारा विधायक हरीशचन्द्र मीणा ने बुधवार सरोली तालाब का निरीक्षण कर ओवरफ्लो के बाद ग्रामीणों को आवाजाही में आ रही परेशानी का निराकरण करने को लेकर मौजूद अधिकारियों को दिशा-निर्देश देकर देवली पंचायत समिति प्रधान गणेशराम जाट से क्षेत्र के हालातों की जानकारी ली।

निजी सहायक असलम रंगरेज ने बताया की विधायक मीणा ने सरोली तालाब का निरीक्षण किया, इसके बाद ग्रामीणों ने तालाब के ओवरफ्लो पानी की निकासी कराए जाने की मांग की, इस पर मौजूद एसडीओ भारतभूषण गोयल सहित पंचायत समिति के अधिकारियों को एनएचएआइ के अधिकारियों को बुलाकर समस्या समाधान के निर्देश दिए।

इसके बाद विधायक ने देवली पंचायत समिति प्रधान जाट से क्षेत्र में हो रही बरसात सहित विभिन्न समस्याओं की जानकारी लेकर लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। इस मौके पर देवली पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीणा सहित जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण भी मौजूद थे।

नो गांवों में हाई अलर्ट
उनियारा. उपखंड क्षेत्र में हो रही भारी बारिश से चारों ओर पानी ही पानी हो जाने पर प्रशासन द्वारा क्षेत्र के नो गांवों में हाई अलर्ट करवाया गया है।वहीं प्रशासनिक अधिकारी पूरे क्षेत्र पर नजर बनाए हुए हैं।उपखंड क्षेत्र में पिछले 6 दिनों से लगातार दिनरात बारिश कदर जारी रहने के चलते गलवा बांध को छोड़ सभी बांध तालाब लबालब भर कर उनपर चादर चलने से चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है।

बुधवार को गलवा बांध शाम 4 बजे तक 19 फीट भर गया ।20 फीट की भराव क्षमता वाले बांध की चादर चलने की संभावना के मध्यनजर पानी के बहाव क्षेत्र में आने वाले बालीथल, कुंडीया, खोहल्या, बामनिया, सहादत नगर सहित नो गांवों में उपखंड प्रशासन की ओर से हाई अलर्ट जारी कर पंचायत एवं पुलिस के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है ।

जबकि जिला प्रशासन की ओर से भेजे गए राजस्व अपील अधिकारी परशुराम धानका एवं उपखंड अधिकारी रजनी मीणा भी लगातार पूरे क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक हरीश मीणा ने भी बुधवार को हैदरी पूरा पंचायत के बराना गांव में दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।

यहां मंगलवार को बराना बांध का पानी गांव में घुस गया था। उपखंड अधिकारी रजनी मीणा ने आदेश जारी कर अतिवृष्टि के मद्देनजर पंचायत सचिवों, पटवारी एवं गिरदावरों, चिकित्सा कर्मियों को अपने मुख्यालय पर रहने तथा किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में चौबीस घंटे प्रशासन से सम्पर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उपखंड अधिकारी ने बताया कि जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम बुलवाकर उसका मुख्यालय उनियारा में रखा गया है। साथ ही बामनिया गांव में लापता हुए एक व्यक्ति की तलाश करवाई जा रही है।


फोटो-डीएन0508सीएम
दूनी के सरोली में तालाब का निरीक्षणकर "्रामीणों की समस्याएं सुनते विधायक हरीशचन्द्र मीणा एवं प्रधान "णेशराम जाट।

दूनी. तहसील क्षेत्र में मंगलवार शाम ढाई घंटे तक चली मुसलाधार बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ चारों ओर पानी ही पानी हो गया। तेज गति एवं आवाज के साथ पानी देर रात दरिया बनकर गांव-कस्बे के घरों, सडक़ों एवं गलियों को नापता रहा। उल्लेखनीय है की बारिश के बाद खेतों से आया पानी सरोली चौराहे पर जमा हो गया इससे देर रात तक दूनी मार्ग की आवाजाही बंद रही।

वही बारिश से दीवार क्षतिग्रस्त होने के बाद दूनी पुलिस थाना परिसर एवं थानाप्रभारी आवास में घुटनों तक पानी भर गया, वही पानी में अचानक सर्प निकल आने से अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को रात दशहत में गुजारनी पड़ी। इधर, राज्यमार्ग स्थित दूनी-घाड़ मार्ग के डाटून्दा खाळ की पुलिया जलमग्न हो गई, इससे दर्जनों गांवों का सम्पर्क कट गया।

घाड़ निवासी रोहित मीणा ने बताया की पुलिया के उपर गुजर रहे पानी के बावजूद दुपहियां एवं चौपहियां वाहन चालक दुर्घटना की परवाह किए बगैर गुजरते रहे। दूनी के घाड़ मार्ग एवं आवां मार्ग पर बारिश का पानी सडक़ों पर आ जाने से कुछ घंटों के लिए आवागमन बंद होने के साथ ही घरों में पानी घुस गया।

हालांकि एसडीओ भारतभूषण गोयल के निर्देश पर तहसील एवं पंचायत समिति के अधिकारी मौके पर पहुंचे मगर राहत देने के बजाय खानापूर्ति कर ही चले गए। धुवांकला स्थित सतरह फिट भराव क्षमता वाला प्रसिद्ध मोतीसागर बांध बुधवार सुबह पांच बजे लबालब सवा पांच बजे चादर शुरूहो गई।

बीसलपुर परियोजना के सहायक अभियंता श्रीपत सोलंकी ने बताया की बांध में सोमवार को 13 फिट पानी आया था मगर मंगलवार को हुई मुसलाधार बारिश के बाद एक ही दिन में बांध लबालब हो चादर चलना शुरू हो गई। वही बारिस के बाद ग्यारह फिट भराव क्षमता वाले दूनी सागर में बुधवार दोपहर बाद तक सात फिट पानी की आवक दर्ज की गई।

देवली में बरसा साढ़े तीन इंच पानी
देवली. बीते 24 घटे में बुधवार प्रात: 8 बजे तक चले बारिश के दौर में शहर में बीसलपुर परियोजना के बाढ़ नियंत्रण कक्ष पर साढ़े तीन इंच (88 मिमी)बारिश दर्ज की गई है। बारिश से क्षेत्र के नाले चल गए तथा नाड़ी एवं तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई है इसके चलते चांदली तालाब की चादर चलने लगी है।

नाले पर निर्माण, ठहरा पानी का निकास

नाले भी गंदगी से भरे

हर साल हो जाता है शहर जलमग्न

टोंक. 'सूत न कपास, फिर भी लठ्म लठ्ठाÓ वाली कहावत हर साल बरसात के मौसम में नगर परिषद पर सठीक बैठती है। दरअसल नगर परिषद मानसून पर नालों की सफाई तो कराती है, लेकिन यह सफाई हर बार फोरी तौर पर होती है। नतीजन बरसात के पानी का निकास नहीं हो पाता और पानी बाजार व मकानों में भर जाता है।


ऐसे में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के दबाव में सड़कों और पुलिया को तोड़कर पानी का निकास हर साल कराना पड़ता है।

जबकि इसका निस्तारण नालों पर किए गए अतिक्रमण और रियासतकाल में बने नालों को मूलरूप तक साफ नहीं करना है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि शहर के कई इलाके तो ऐसे हैं जहां नाला कहां से कहां तक है, इसे देखना तक मुश्किल है।


इसका कारण है कि उन पर या तो सीसी सड़क बना दी गई या फिर कई जगह तो स्थायी अतिक्रमण हो गए हैं। ऐसे में इनकी सफाई नहीं हो पाती और पानी का निकास नहीं हो पाता। इसके चलते शहर के बड़े इलाके में पानी भर जाता है। यह स्थिति कई सालों से शहर में बनी हुई है।

मानसून पूर्व सालों से नालों की सफाई होती है और कीचड़ निकाला जाता है, लेकिन पुलिया, सड़क तथा निर्माण के नीचे दबे नाले की सफाई नहीं हो पाती। वहीं कई नाले तो संकरे हो चुके हैं। ऐसे में पानी पूरे दबाव से नहीं बह पाता। वहीं पुरानी टोंक से आने वाले पानी के मुख्य नाले में बीसलपुर परियोजना की मुख्य लाइन, जलदाय विभाग की लाइन और बीएसएनएल की केबल डाली गई है। ऐसे में यहां कचरा जम जाता है और पानी का निकास रुक जाता है। नाले में आगे भी अवरोधक आ जाते हैं।

ऐसे आता है पानी
सिविल लाइन रोड स्थित रेडियावास तालाब में आधे शहर का पानी आता है। यह पानी यहां से बनास नदी में जाता है। इसमें कालीपलटन, सुभाष बाजार, घंटाघर, बड़ाकुआं, पांचबत्ती समेत अन्य बड़े इलाकों का बरसात का पानी नालों के जरिए रेडियावास में पहुंचता है।


इसके अलावा मोतीबाग, कालीपलटन, कृषि मण्डी समेत आस-पास के इलाकों का पानी धन्नातलाई में आता है। यहां से हाउसिंग बोर्ड होते हुए हाइवे पर निकल जाता है।


इसके अलावा छावनी, कैप्टन कॉलोनी समेत हाइवे से जुड़ी एक दर्जन कॉलोनियों का पानी अन्नपूर्णा तालाब में आता है। पुरानी टोंक का पानी छोटा बाजार, महाराणा प्रताप, बाबरों का चौक, मालपुरा दरवाजा, काला बाबा होते हुए मोरिया के नाले से होकर बहीर की ओर जाता है। यहां से वह श्मशान मार्ग होते हुए बनास नदी में जाता है।

रियासत काल में 7 फीट थी गहराई
शहर में पानी निकास की व्यवस्था रियासत काल में काफी बेहतर थी। पुरानी टोंक और नई टोंक में रियासत काल के समय तीन दर्जन से अधिक कदमी नाले बनाए गए थे।

इनकी गहराई 5 से 7 फीट के करीब थी। इसकी नियमित सफाई होती थी। ऐसे में पानी का निकास सही होता था। अब कई नालों की गहराई महज दो से तीन फीट ही रह गई है।

व्यापारी परेशान हैं
नालों पर अवरोधक व अतिक्रमण हटाया जाए। नाले थे पहले अब नालियां बन गई है। सुभाष बाजार से लेकर नौशे मियां का पुल तक सड़क लबालब हो जाती है। ऐसे में पानी दुकानों में भर जाता है। इससे व्यापारियों को हर साल नुकसान होता है।
- मनीष बंसल, अध्यक्ष श्रीव्यापार महासंघ टोंक

सही है जल्द ही उचित कदम उठाएंगे
कई जगह नाले छपे हुए हैं और कई जगह अतिक्रमण भी है। जल्द ही इनके लिए उचित कदम उठाया जाएगा।
- धर्मपाल जाट, आयुक्त नगर परिषद, टोंक

श्रद्धालु हो गए भाव विभोर
सांखना में चल रही है भागवत कथा
टोंक. सांखना गांव में चल रही भागवत कथा में गुरुवार को कई प्रसंगों का वर्णन हुआ। दोपहर बाद श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया गया तो कस्बे समेत आसपास के गांवों से आए श्रद्धालु भाव विभोर होकर नाचने लगे।

कथा की शुरुआत आयोजक एवं पूर्व सरपंच शिवनंदन चौधरी सांखना की ओर से भागवत कथा का पूजन करने के साथ हुई। इसके बाद कथावाचन हुआ। इस मौके पर कथवाचक पंडित नाथूलाल शर्मा ने वामन अवतार, श्री राम सीता विवाह समेत कृष्ण जन्मोत्सव आदि के प्रसंग सुनाए।


उन्होंने कहा कि जब जब संसार में पाप बढऩे लगता है तब तब भगवान अवतार लेते हैं। उन्होंने कहा कि भागवत कथा श्रवण से मनुष्य भवसागर पार हो जाता है। शाम को प्रसादी वितरण हुआ। इस मौके पर आसपास के कई गांवों से आए श्रद्धालु मौजूद रहे।

सहस्त्रघट का हुआ आयोजन
टोंक. मालपुरा उपखण्ड के सोडा गांव स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में गुरुवार को सहस्त्रघट का आयोजन किया गया।

आयोजनकर्ता रामकिशोर जोशी व हनुमान प्रसाद जोशी की ओर से सुबह 9 बजे माला जाप, दोपहर 2 बजे 4 बजे मंत्र जाप और जलाभिषेक किया। शाम 5 बजे झांकी सजाकर आरती की गई।


अंहिसा पर चलने से ही जीवन का कल्याण:-विज्ञमति
मालपुरा. श्रीपाŸवनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में विशुद्धमति के सान्निध्य में चल रहे गणधर वलय स्त्रोत सेमिनार में छठे दिन गुरुवार को शिविरार्थियों की धर्मसभा को संबोधित करते हुए विज्ञमति ने कहा कि मनुष्य को संसार में भगवान महावीर के बताए गए सिद्धान्तों का पालन करना चाहिए।

अहिंसा पर चलकर ही मनुष्य अपने जीवन का कल्याण कर सकता है।विज्ञमति ने कहा कि इंसान को अपने जीवन में अहिंसा का महत्व समझना चाहिए। हिंसा अराजकता फैलाती है।


अहिंसा जीवों में दया का भाव सिखाती है अहिंसा से इंसान को मानसिक व शारीरिक शंाति मिलती है। अहिंसा बचेगी तो धरती पर जीवन का अस्तित्व बचेगा इसके बिना मानव संस्कृति व सभ्यता को बचाना संभव नहीं है। हिंसा विनाश है और अहिंसा विकास है प्रगती के नए शिखर को छूने के लिए मनुष्य को अपने जीवन में अहिंसा का पालन करना होगा।

विज्ञमति ने कहा कि गांधी ने अहिंसा के पथ पर चलकर देश को आजादी दिलवाई। उनके सत्य व अहिंसा के मार्ग को आज भी लोग मानते हैं। शिविर के दौरान शिविरार्थियों को विज्ञमति द्वारा सेमिनार में प्रतिदिन गणधर वलय स्त्रोत के प्रतिक्रमण के श्लोकों में भक्तों की अतिविनम्रता युक्त भक्ति प्रभु की समिपता के बारे में जानकारी दी जाकर उनका अध्ययन कराया गया। रात्रि में प्रश्नोतरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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