>>: Digest for August 08, 2021

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नागौर. जिले में चारागाह, जोहड़, तालाब, श्मशान, कब्रिस्तान आदि की जमीनों पर होने वाले अवैध खनन व अतिक्रमण को लेकर नागौर का खनन विभाग एवं प्रशासन पूरी तरह उदासीन बना हुआ है। आगे चलकर कार्रवाई करना तो दूर शिकायत होने के बावजूद अधिकारी कार्रवाई करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। अधिकारियों की उदासीनता का आलम यह है सांसद एवं विधायक द्वारा की गई शिकायत के बाद कलक्टर कार्यालय से जारी हुए निर्देशों को भी गंभीरता से नहीं लिया गया और न ही शिकायत करने वाले व्यक्ति को वापस प्रगति से अवगत कराया गया। इसका खुलासा विधानसभा में मांगी गई जानकारी के जवाब में हुआ है। जनप्रतिनिधियों एवं आमजन की शिकायतों पर कलक्ट्रेट से भी अधीनस्थ अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश देते हुए केवल पत्र लिखे गए। पत्र लिखने के बाद न तो शिकायतकर्ता को कोई सूचना दी और न ही अधीनस्थ अधिकारी से प्रगति रिपोर्ट पूछी गई। अधिकारियों के ढुलमुल रवैये का फायदा उठाकर अतिक्रमी लगातार अंगोर व गोचर भूमि पर अवैध खनन कर रहे हैं।

सरकार लगातार जारी कर रही है निर्देश
नागौर व जोधपुर जिले में सीमेंट फैक्ट्रियों व अन्य औद्योगिक इकाइयों द्वारा गोचर, अंगोर, तालाब, जोहड़ आदि श्रेणी की भूमि पर खनन या निर्माण से जुड़े प्रकरणो को लेकर लिखित में तथा सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायतों एवं उन पर की गई कार्रवाई को लेकर खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने करीब डेढ़ वर्ष पूर्व विधानसभा में प्रश्न लगाकर जानकारी मांगी। सरकार ने विधायक बेनीवाल के सवाल का डेढ़ साल बाद 22 जुलाई 2021 को जवाब दिया है, जिसमें बताया कि राजस्थान भू राजस्व अधिनियम, 1956 की धारा 91 में राजकीय भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के प्रावधान हैं। जवाब में बताया कि चारागाह भूमि व अन्य शामलात भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए समय-समय पर सभी जिला कलक्टर्स को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।

हाईकोर्ट के निर्देश पर तीन पत्र जारी किए
राजस्व विभाग ने बताया कि उच्च न्यायालय जयपुर में दायर डीबी सिविल रिट याचिका संख्या 10819/2019 जगदीश प्रसाद मीणा एवं अन्य बनाम राजस्थान सरकार से 30 जनवरी 2019 को पारित आदेश की पालना में जिला कलक्टर की अध्यक्षता में पीएसपीसी का गठन कर ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक भूमियों एवं सार्वजनिक भूमियां व सार्वजनिक स्थलों यथा चारागाह, जोहड़, तालाब, नदी, श्मशान आदि पर अतिक्रमण के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतों के समुचित निस्तारण एवं अतिक्रमण हटाने के सम्बन्ध में राजस्व विभाग ने 24 अप्रेल 2019, 26 दिसम्बर 2019 एवं 27 जनवरी 2021 को सभी जिला कलक्टर को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी बताया कि अतिक्रमण के बावजूद कार्रवाई नहीं करने पर मामलों में नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

शिकायतें हुई तो पत्र लिखकर कर ली इतिश्री

  • विधानसभा में सरकार द्वारा दी गई जानकारी में सामने आया है कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मेड़ता तहसील के धनापा में गोचर भूमि पर हो रहे अवैध खनन की शिकायत की थी, जिस पर कलक्ट्रेट से मेड़ता उपखंड अधिकारी को 4 सितम्बर 2019 को आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा गया। इसके बाद क्या हुआ, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।
  • खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने मारवाड़ मूण्डवा में निर्माणाधीन अम्बुजा सीमेंट प्लांट के नियम विरुद्ध भू-रूपातंरण, पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए कम्पनी द्वारा पेश किए गए तथ्यों सहित अन्य अनियमितताओं की जांच की शिकायत की, जिस पर कलक्ट्रेट से 17 फरवरी 2020 को अतिरिक्त जिला कलक्टर, खनि अभियंता नागौर एवं महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र को शिकायत की जांच करने के निर्देश दिए गए, लेकिन न कार्रवाई हुई और न ही इस सम्बन्ध में प्रगति पूछी गई।
  • इसके बाद विधायक बेनीवाल ने फिर अम्बुजा सीमेंट लिमिटेड द्वार विधि विरुद्ध कार्य करने की शिकायत की, जिस पर जिला कलक्टर कार्यालय से 17 फरवरी 2020 को अतिरिक्त जिला कलक्टर, खनि अभियंता नागौर एवं महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र को शिकायत की जांच कर संयुक्त रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
  • इसी प्रकार मूण्डवा निवासी अर्जुनराम, रामनिवास, मूलाराम, माउराम, जितेन्द्र आदि की ओर से जनवरी 2020 को अम्बुजा सीमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर शिकायत की, लेकिन उसमें भी अधीनस्थ अधिकारियों को केवल पत्र लिखे गए।

न कार्रवाई, न सूचना दी
जिले में गोचर व अंगोर भूमियों पर अतिक्रमण कर अवैध खनन करने व नियम विरुद्ध फैक्ट्री बनाने को लेकर समय-समय पर शिकायतें की गईं, लेकिन अधिकारियों ने न तो कार्रवाई की और न ही शिकायतों का जवाब दिया, जबकि राज्य सरकार कई बार निर्देश दे चुकी है कि सांसद व विधायकों के पत्रों का प्रगति रिपोर्ट के जवाब दिया जाए।
- नारायण बेनीवाल, विधायक, खींवसर

कुचामनसिटी (नागौर). नागौर जिले के कुचामन सिटी के पास से गुजर रहे मेगा हाइवे पर शनिवार की शाम को करीब साढ़े 7 बजे अजमेर जा रही एक कार को सामने से आ रहे ट्रक ने चपेट में ले लिया। कार को टक्कर लगने से 5 जनों की मौत हो गई, वहीं 3 जने गंभीर घायल हुए हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शनिवार की शाम को राजलदेसर से अजमेर जा रही एक कार के सामने काला भाटा की ढाणी के पास अचानक सामने से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। इसके चलते कार में सवार तीन महिला व दो पुरूषों की मौत हो गई। दुर्घटना में 16 साल की किशोरी समेत 3 जने गंभीर घायल हो गए। सूचना पर सहायक थानाधिकारी सीताराम मीणा और जगराम मीणा पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे तथा घायलों को कुचामन के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। चिकित्सकों ने घायलों का उपचार शुरू किया। पुलिस के अनुसार दुर्घटना में राजलदेसर निवासी मुस्कान (19) पुत्री इस्माइल छीपा, तमन्ना (17) पुत्री इस्माइल छीपा, आशा (6) पुत्री मोहम्मद छीपा गंभीर घायल हुए हैं। वहीं इस्माइल पुत्र नाथू खान छीपा, मोहमद हुसैन पुत्र नाथू खान, जरीना पत्नी इस्माइल, नसीम पत्नी मोहम्मद हुसैन, नाजमीन पुत्री मोहम्मद हुसैन की मौत हो गई, जिनके शव राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाए हैं। सभी मृतक और घायल एक ही परिवार के हंै।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने जताया गहरा दु:ख
नागौर संसदीय क्षेत्र के कुचामन में हुए सडक़ हादसे में चूरू जिले के 5 लोगों की मृत्यु हो जाने की दुर्घटना को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने गहरा दु:ख व्यक्त किया है। सांसद ने घटना संज्ञान में आते ही दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के समुचित इलाज के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को दूरभाष पर निर्देश दिए। सांसद ने बढ़ते सडक़ हादसों को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की है।

नागौर. बिजली चोरों के खिलाफ चल रहे अभियान में डिस्कॉम ने शनिवार को 233 उपभोक्ता एवं गैर उपभोक्ताओं की चोरी पकड़ी। खींवसर उपखण्ड में एक एवं नागौर के ग्रामीण उपखण्ड नेणाऊ में दो अवैध रूप से बिजली ट्रांसफार्मर पकड़े। अधीक्षण अभियंता आर. बी. सिंह ने बताया कि कुल 42.52 लाख का जुर्माना लगाया। अधिकारियों ने बताया कि यह झाडियों में छिपाकर रखे गए थे।
दिव्यागों एवं वरिष्ठ नागरिकों को मिलेंगे नि:शुल्क सहायक उपकरण
नागौर. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से भारतीय कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण संगठन के माध्यम से जिले के सभी दिव्यांगजनो को एडिप योजना के तहत एवं वरिष्ठ नागरिकों को वयोश्री योजना के तहत नि:शुल्क आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। पात्र व्यक्तियों को उनकी आवश्यकता अनुसार टाई.साईकिलए व्हील चेयरए श्रवण यंत्रए स्मार्ट केनए ब्रेल स्लेटए केलीपरए वॉकींग स्टीकर, चश्में, एवं आवश्यकता अनुसार अन्य उपकरण नि:शुल्क प्राप्त करने के लिए सभी पात्र व्यक्तियों का अपने नजदीकी ई.मित्र आदि सीएससी केन्द्र के माध्यम से बिना किसी प्रकार का शुल्क दिये रजिस्टेशन करवा सकते है। इसका लाभ लेने के लिये रजिस्टेशन के समय सक्षम अधिकारी द्वारा जारी नि:शक्तता प्रमाण पत्रए 1.80 लाख से कम वार्षिक आय होने का प्रमाण पत्रए अपना एक फोटोग्राफ तथा कोई भी एक पहचान दस्तावेज ;जैसे आधार कार्डध्वोटर कार्डए राशन कार्ड लगाना होगा। पहले चरण में पात्र सभी व्यक्तियों काए उन्हे किस उपकरण की आवश्यकता है का निर्धारण शिविर लगाकर किया जाएगा। इसके पश्चात दूसरे चरण में चिहिन्त सभी पात्र दिव्यांगजनों एव वरिष्ठ नागरिकों को शिविर लगाकर उपकरणों का नि:शुल्क वितरण किया जायेगा।
न्यास का शिक्षा में सुधार का अभियान यज्ञ के रूप में रुकने वाला नहीं है
नागौर. शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की दो दिवसीय राष्ट्रीय शैक्षिक कार्यशाला दिल्ली में हुई। इसमें में चीनी कोरोना महामारी के दौरान भारतीय शिक्षा् एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति की प्रथम वर्षगांठ पर क्रियान्वयन की समीक्षा" विषय पर प्रस्ताव पारित किए गए। इसें शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने कार्यशाला की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि विकट परिस्थितियों में भी न्यास का शिक्षा में सुधार का अभियान यज्ञ के रूप में रुकने वाला नहीं है। कार्यशाला में सभी प्रांतों के द्वारा विगत एक वर्ष में किए गए कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ तीन महत्वपूर्ण सत्रों में न्यास के कार्यों, लक्ष्य, कार्यपद्धति एवं विभिन्न विषयों, आयामों तथा कार्य विभागों पर विस्तार से चर्चा हुई। कोरोना महामारी के दौरान भारत की शिक्षा-व्यवस्था में जिस वैकल्पिक व्यवस्था की आवश्यकता है, उस पर केंद्रित दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों को चर्चा एवं विमर्श के तदुपरांत सर्व-सम्मति से पारित किया गया। कार्यशाला में राजस्थान सहित 28 प्रांतों के 500 से अधिक प्रतिभागी आभासी वर्चुअल माध्यम से जुड़े हुए हैं। उद्घाटन सत्र में एनसीईआरटी के सचिव मेजर हर्ष कुमार ने भी मार्गदर्शन किया । प्रथम दिवस कार्यशाला का संचालन राजस्थान क्षेत्र के संयोजक डॉ. चंद्रशेखर कच्छावा बीकानेर ने किया ।

नागौर. जयमल जैन पौषधशाला में जयमल जैन श्रावक संघ के तत्वावधान में शनिवार को प्रवचन में साध्वी बिंदुप्रभा ने कहा कि संसार में हर पल हर क्षण अनेक मनुष्यों का जन्म एवं मरण होता रहता है। जन्म और मरण के बीच का काल जीवन कहलाता है। जीवन तो हर व्यक्ति जीता है लेकिन जीने के तरीके में बहुत अंतर होता है। जीवन जीने की कला जानने वाला मनुष्य ही इस अमूल्य जीवन का सदुपयोग करते हुए उसे सार्थक बना सकता है। जीवन को वन नहीं, अपितु उपवन बनाना चाहिए। जो हमेशा हरा भरा एवं कुशाल रहता है। यह मनुष्य जन्म उस उपजाऊ भूमि की तरह है जहां धर्म का बीज बोने पर सद्गुण रूपी फल की प्राप्ति हो सकती है। साध्वी ने कहा कि मनुष्य जन्म का लक्ष्य मात्र जीवन को बिताते हुए निर्वाह करने का ही नहीं होना चाहिए, अपितु इस जीवन का निर्माण किस प्रकार किया जा सकता ह। इस पर भी चिंतन करना चाहिए। जीवन का निर्वाह तो संसार का प्रत्येक प्राणी करता है लेकिन कुछ विरले ही साधक जीवन का निर्माण कर पाते हैं। जिस प्रकार जीवन के निर्वाह के लिए रोटी, कपड़ा, मकान आवश्यक है। उसी प्रकार जीवन के निर्माण के लिए ज्ञान, दर्शन, चरित्र का आराधन जरूरी है। मात्र आजीविका पर ही ध्यान ना केंद्रित करते हुए आत्म कल्याण के लिए भी सतत चिंतन करना चाहिए। मनुष्य जन्म धर्म आराधना करने के लिए ही प्राप्त हुआ है। जिनवाणी का श्रवण करने से ही व्यक्ति कल्याण का मार्ग जान सकता है। श्रवण से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। और उसी सम्यक ज्ञान से जीवन का निर्माण हो सकता है।
विजेता पुरस्कृत
प्रवचन में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर हरकचंद ललवानी, प्रेमलता ललवानी, अवनी ललवानी एवं के.रेखा सुराणा ने दिए। दोपहर में महाचमत्कारिक जयमल जाप का अनुष्ठान किया गया। प्रवचन की प्रभावना, जय जाप की प्रभावना एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लाभार्थी उमरावदेवी, मेघराज, सुभाष चौरडिय़ा थे। आगंतुकों के भोजन का लाभ महावीरचंद, पारस भूरट ने लिया। संचालन संजय पींचा ने किया। इस मौके पर सुशीला नाहटा, रेखा मोदी, शारदा ललवानी, सुशीलादेवी चौरडिय़ा आदि मौजूद थीं।

नागौर. आत्मा शासी परिषद की शुक्रवार को कलक्ट्रेट के सभागार में बैठक हुई। इस दौरान वार्षिक कार्ययोजना पर चर्चा कर अनुमोदन किया गया। इसमें जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा ने कहा कि कृषि प्रसंस्करण उपरान्त तकनीकी, जैविक खेती व कृषक उत्पादक समूह के गठन की जानकारी कृषक प्रशिक्षण, गोष्ठी व अन्य गतिविधियों मे भाग लेने वाले कृषकों को अधिक से अधिक उपलब्ध कराई जाए। विधायक नारायण बेनीवाल ने आत्मा योजनान्तर्गत समस्त जिले हेतु 360.06 लाख़ रूपए का आवंटन हेतु असंतोष जताते हुए आत्मा योजनान्तर्गत गतिविधियों यथा कृषक प्रशिक्षण, भ्रमण, प्रदर्शन हेतु पात्र व युवा कृषकों का चयन किया जाने व इसके साथ ही आत्मा योजनान्तर्गत गतिविधियों एवं कृषि विभाग की प्रसार गतिविधियों में जिले की सहकारी समितियों के समावेशन किए जाने हेतु सुझाव दिया। नाबार्ड प्रबंधक मोहित कुमार ने इसमें वेयरहाउस बनाने की नाबार्ड योजना की जानकारी दी। कृषि उपनिदेशक शंकराराम बेड़ा ने ब्लॉक तकनीकी दल, ब्लॉक कृषक सलाहकार समिति व जिला कृषक सलाहकार समिति के गठन की प्रगति के बारे में सदन को अवगत कराया गया। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जगदीश बरवड़, साईलेज चारा प्रदर्शन प्रगति व पशुपालन विषय पर फार्म स्कूल करवाने जाने की जानकारी दी आत्मा परियोजना निदेशक गुंजन आसवानी ने योजनान्तर्गत गत वर्ष में 192.50 लाख रूपये व्यय कर 93.91 प्रतिशत की अर्जित प्रगति तथा वर्ष 2021-22 हेतु 360.06 लाख रूपये की वार्षिक कार्य योजना से सदन को अवगत कराया।
यह गतिविधियां होंगी
आत्मा परियोजना निदेशक ने बताया कि योजना के तहत तीन अंतरराज्यीय कृषक प्रशिक्षण, आठ अन्तरा-राज्य कृषक प्रशिक्षण, 30 अन्त: जिला प्रशिक्षण संस्थागत व 30 अन्त: जिला प्रशिक्षण असंस्थागत, 1875 फसल प्रदर्शन, 750 सम्बद्ध क्षेत्र के प्रदर्शन दो अन्तर राज्यीय कृषक भ्रमण, छह अन्तरा राज्य कृषक भ्रमण, 15 अन्त: जिला भ्रमण, कृषक मेला, 30 कृषक रूचि समूह प्रशिक्षण, 30 महिला खाद्य सुरक्षा समूह का प्रशिक्षण, 75 कृषक पुरस्कार, 2 कृषक वैज्ञानिक संवाद 30 कृषक गोष्ठियां, 30 फार्म स्कूल प्रदर्शन व प्रशिक्षण, 15 पंचायत समितियों के लिए नवाचार प्रदर्शन तथा अन्य गतिविधियों का आयोजन होगा। इस कार्य योजना का अनुमोदन कर दिया गया। इसमें कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि अनुसंधान केन्द्र, पशुपालन, कृषि विभाग, जिला उद्योग केन्द्र, सरस डेयरी, राजस्थान राज्य बीज निगम लि. एवं आईसीडीएस आदि विभागों के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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