>>: Digest for August 14, 2021

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Table of Contents

भीलवाड़ा. माण्डल थाना क्षेत्र के एक गांव में धर्मस्थल पर बीमार नानी का इलाज कराने को रूकी किशोरी से सामूहिक बलात्कार का मामला झूठा निकला। मामा के जबरन ससुराल भेजने के दबाव से तंग आकर पीडि़ता ने बलात्कार की झूठी कहानी बनाई। माण्डल पुलिस ने गुरुवार रात मामले का खुलासा किया। पीडि़ता का मेडिकल कराने पर न बलात्कार की पुष्टि हुई और न जिन तीन लोगों पर आरोप लगाए, उनकी मोबाइल लोकेशन घटनास्थल पर मिली। पुलिस मामले की तह में गई तो स्थिति साफ हुई। पीडि़ता को फिलहाल सखी सेंटर पर रखा है।
थानाप्रभारी राजेन्द्र गोदारा के अनुसार चौदह साल की किशोरी धार्मिक स्थल पर इलाज के लिए बीमार नानी को लेकर चार-पांच दिन से रह रही थी। पीडि़ता ने आरोप लगाया था कि वे मंगलवार शाम आरती के समय लघुशंका के लिए पीछे जंगल में गई। धर्मस्थल के निकट भवन की रंगाई-पुताई कर रहे तीन जने उसके मुंह में कपड़ा ठूसकर बाइक पर बिठाकर दूर जंगल में ले गए। वहां सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया।

भीलवाड़ा. आसींद थाना क्षेत्र के लाछुड़ा के निकट क्वाट्र्ज फेल्सपार पत्थर की चालीस फीट गहरी अवैध खदान का एक हिस्सा ढहने से सात श्रमिकों की हुई मौत ने कै मरी गांव को स्तब्ध कर दिया। हादसे में जान गंवाने वाले छह श्रमिकों की गुरुवार को एक साथ अर्थियां उठी तो कैमरी गांव रो पड़ा। सात में से छह मृतक इसी गांव के थे। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार हुआ। एक महिला की क्षेत्र का लापलिया खेड़ा (मालास) में अंत्येष्टि की गई। घटना से गांव में दिनभर मातम पसरा रहा।
जानकारी के अनुसार लाछुड़ा के निकट चालीस फीट गहरी अवैध खदान बुधवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे ढह गई थी। उसमें काम कर रहे सात श्रमिक मलब में दब गए। इनके शव करीब दस घण्टे के अभियान में निकाले जा सके। शव करेड़ा मोर्चरी ले जाए गए, जहां रात में ही पोस्टमार्टम हुआ। करेड़ा अस्पताल से सुबह छह श्रमिकों के शव दो ट्रैक्टरों में कैमरी लाए गए।

भीलवाड़ा।
शहर में पिछले छह साल में अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं होने से खफा भाजपा पार्षद अपने ही सभापति और अधिकारियों के खिलाफ १८ अगस्त को नगर परिषद कार्यालय के बाहर धरना देंगे।
वार्ड २५ से भाजपा पार्षद राजेशसिंह सिसोदिया ने इस बारे में नगर परिषद आयुक्त को ज्ञापन दिया। सिसोदिया का कहना है कि १६ मई २०१८ से लेकर २७ जुलाई २०२१ तक उन्होंने अवैध निर्माण को लेकर २३ शिकायतें नगर परिषद में की, लेकिन अधिकारियों ने एक के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की। जबकि परिषद के रिकार्ड के अनुसार अब तक कई लोगों को २७० बार से अधिक नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन अवैध निर्माण नहीं हटाया गया है। अवैध निर्माण से नगर परिषद को राजस्व हानि हो रही है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
१५ अगस्त के बाद करेंगे कार्रवाई
''अवैध निर्माण करने वाले को दो से अधिक नोटिस जारी हो चुके है। अब उनके खिलाफ १५ अगस्त के बाद कार्रवाई की जाएगी। पार्षद ने किसको ज्ञापन दिया, यह मेरी जानकारी में नहीं है। अभी जयपुर में मीटिंग में आई हूं।
दुर्गाकुमारी, आयुक्त नगर परिषद
गाइड लाइन के अनुसार करेंगे कार्रवाई
नए अवैध निर्माण को प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा। अब तक जो निर्माण हो चुके है, उनके बारे में सरकार की क्या गाइडलाइन आती है, उसके अनुरूप निर्णय किया जाएगा। पार्षद ने १४५ अवैध कॉम्पलेक्स की सूची बनाई हैं, उन्हें एक साथ सीज नहीं किया जा सकता है।
राकेश पाठक, सभापति नगर परिषद भीलवाड़ा

भीलवाड़ा।
कोरोना के चलते डेढ़ साल से स्कूलें बंद है। बच्चे घरों में 'कैद होकर रह गए। इसका बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर विपरीत असर पड़ा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढऩे के कारण २१ मार्च, २०२० से सरकारी और निजी स्कूलें बंद हंै। ऑनलाइन क्लास शुरू होने के बाद कई छात्रों को मोबाइल की लत लग गई। पहले महज 5 प्रतिशत बच्चे मोबाइल यूज करते थे लेकिन कोरोना में बंदिशों के चलते 30 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे मोबाइल पर अधिक समय बिताने लगे हैं। बच्चों की परीक्षाएं भी ऑनलाइन हो रही है। घरों से बाहर निकलना बंद है। उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
हालांकि भीलवाड़ा जिला कोरोना से २ अगस्त को ही मुक्त हो चुका है। कोरोना के केस कम होने पर राज्य सरकार ने पहले २ अगस्त से स्कूल खोलने की घोषणा की थी, लेकिन विरोध होने के कारण अब स्कूल १६ अगस्त या १ सितम्बर से स्कूले खोलने की योजना है।

गुस्सैल हो रहे बच्चे
जानकारों के अनुसार, लॉकडाउन में स्कूलों में ऑनलाइन क्लास शुरू हुई तो दुष्परिणाम सामने आने लगे। बच्चे मोबाइल एडिक्शन की चपेट में आ रहे हैं। एमजीएच में मनोचिकित्सक के पास बच्चों में मोबाइल और इंटरनेट की लत के कई मामले आ रहे हैं। बच्चों के व्यवहार में बदलाव आने लगा है। पेरेंट्स की शिकायत है कि बच्चों को समझाते हैं तो वे चिड़चिड़े और गुस्सैल हो रहे हैं। इस तरह के औसत हर दूसरे दिन एक बच्चा आ रहा है।
मानसिक विकास रूका
छोटी उम्र में गुस्सा या चिढऩा आम बात है, क्योंकि इस उम्र में चीजों को समझना आसान नहीं होता। मोबाइल की लत के कारण ये और बढ़ रहा है। अगर बच्चे को फोन का इस्तेमाल करने से रोका जाए तो गुस्से की प्रवृति बढ़ रही है। ये बच्चों को पहले से ज्यादा चिड़चिड़ा बना रही है। मोबाइल ही उनकी दुनिया हो गई है। लॉकडाउन चुनौती है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वे सब्र से काम लें और बच्चों के मानसिक विकास को ध्यान में रखें। भविष्य में इन्ट्रक्शन की बड़ी समस्या आने वाली है। वह सब कुछ मोबाइल से सीख रहे हैं। मोबाइल पर क्या आता है, यह किसी से छिपा नहीं है।
डॉ. वीरभान चंचलानी, मनोरोग विशेषज्ञ, एमजीएच भीलवाड़ा

भीलवाड़ा।
आरबीएसई के 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम के बाद जिलेभर के शिक्षकों ने भी राहत की सांस ली है। इस बार परिणाम घोषित होने के बाद विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों के चेहरों पर भी दोगुनी खुशी दिखाई दे रही है। 99 फीसदी से अधिक रिजल्ट रहने से इस बार गुरुजी को चार्जशीट की टेंशन नहीं रहेगी। उनका इंक्रीमेंट भी नहीं रुकेगा और न प्रमोशन में देरी होगी। ऐसा पहली बार होगा कि किसी शिक्षक के खिलाफ परिणाम को लेकर कार्रवाई नहीं होगी।
दरअसल 10वीं व12वीं का बोर्ड परीक्षा परिणाम निर्धारित मापदंड से कम रहने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से हर साल संस्था प्रधान और शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाते हैं। विषय व्याख्याताओं को 70 प्रतिशत से कम रिजल्ट रहने पर नोटिस दिए जाते हैं। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर संबंधित शिक्षक और संस्था प्रधान के खिलाफ 17 सीसी में कार्रवाई होती है। उनका एक इंक्रीमेंट या प्रमोशन भी रुक सकता है लेकिन इस बार सभी स्कूलों का रिजल्ट 99 प्रतिशत से अधिक रहने के कारण शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं होगी।
यह है मापदंड
शिक्षा विभाग ने न्यून परीक्षा परिणाम को लेकर मापदंड निर्धारित कर रखे हैं। इसमें व्याख्याताओं के लिए 12वीं में विषय का परिणाम 70 प्रतिशत या उससे न्यून होने तथा 10वीं का परिणाम 60 प्रतिशत या उससे न्यून होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। संस्था प्रधान के लिए 10वीं का परिणाम 50 प्रतिशत या उससे न्यून रहने एवं 12वीं का परिणाम 60 प्रतिशत या उससे कम रहने पर नोटिस जारी किया जाता है।


भीलवाड़ा। आसीन्द के लाछूड़ा में बुधवार को सीज मांइस में अवैध खनन के दौरान मलबा ढहने से हुई सात श्रमिकों की मौत की घटना को लेकर गुरुवार को जिला कलक्टर शिवप्रसाद नकाते ने आसींद उपखंड अधिकारी छोटूलाल शर्मा को कार्य मुक्त कर दिया। शर्मा का तबादला गत सप्ताह होने के बावजूद वह कार्य मुक्त नहीं हुए थे। Aasind SDM was not leaving the chair despite being transferred आसीन्द के लाछूड़ा में बुधवार को सीज मांइस में अवैध खनन के दौरान मलबा ढहने से हुई सात श्रमिकों की मौत की घटना को लेकर गुरुवार को जिला कलक्टर शिवप्रसाद नकाते ने आसींद उपखंड अधिकारी छोटूलाल शर्मा को कार्य मुक्त कर दिया। शर्मा का तबादला गत सप्ताह होने के बावजूद वह कार्य मुक्त नहीं हुए थे।


नकाते ने तहसीलदार बेनी प्रसाद व पटवारी नंदलाल गुर्जर को भी चार्जशीट थमाई है। वही जिला कलक्टर नकाते के आदेश पर गठित विशेष संयुक्त प्रशासनिक टीमों ने गुरुवार को जिले में कई स्थानों पर अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान टीमों ने अवैध खनन में प्रयुक्त जेसीबी, डम्पर समेत कई वाहन व संसाधान जब्त किए। पुलिस ने अवैध खनन के मामले में एक जने को गिरफ्तार किया। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने मृतक आश्रितों को एक-एक लाख रुपए की और सहायता मंजूर की है। इधर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री व जिला प्रभारी डॉ. रघु शर्मा ने जिला व पुलिस प्रशासन को अवैध खनन ऐसी घटनाओं की भविष्य में पुनरावृत्ति ना हो तथा जिले में अवैध खनन पर रोक लगे। इसके निर्देश दिए हैं।

नहीं दिखाई गंभीरता, विभागीय कार्रवाई

कलक्टर नकाते ने बताया कि लाछूड़ा में अवैध खनन के दौरान ढही खदान सीज है। यहां पहले भी अवैध खनने की शिकायत आई थी, इस पर तहसीलदार व पटवारी ने कार्रवाई की थी। इस दौरान अवैध खनन में लिप्त चार जने गिरफ्तार हुए और अवैध खनन में प्रयुक्त संसाधन जब्त किए थे। उन्होंने कहा कि तहसीलदार व पटवारी की जिम्मेदारी थी की वह क्षेत्र में नजर रखते और अवैध खनन नहीं होने देते, लेकिन उन्होंने जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाई, दोनों को विभागीय कार्रवाई के तहत चार्जशीट दी गई है।

बदनोर एसडीएम को जिम्मेदारी

उन्होंने बताया कि आसींद उपखंड अधिकारी छोटूलाल शर्मा का गत दिनों बांसवाड़ा जिले में तबादला हो गया था, इसके बावजूद वह कार्य मुक्त नहीं हुए। ऐसे में उन्हें गुरुवार को कार्य मुक्त कर दिया गया। उनके स्थान पर बदनोर उपखंड अधिकारी घनश्याम शर्मा को कार्यभार सौंपा गया।

विशेष टीम गठित, कार्रवाई जारी

कलक्टर ने बताया कि लाछूड़ा में हुए हादसे को लेकर आसींद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें प्रभावी कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के निर्देशन में स्थानीय पुलिस कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए विशेष टीमें गठित की गई, जोकि उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी व खनिज विभाग के साथ कार्रवाई कर रही है।

सहायता राशि के चेक दिए

नकाते ने मृतक आश्रित परिवारों को गुरुवार मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक एक लाख रुपए के चेक दिए गए। सीएमओ ने गुरुवार को एक-एक लाख रुपए की और आर्थिक सहायता मंजूर की है।

प्रभारी मंत्री ने जताया शोक, कार्रवाई के निर्देश

प्रभारी मंत्री रघु शर्मा ने जिले के आसींद थाना क्षेत्र के लाछुड़ा में अवैध खनन के दौरान हुए हादसे में मारे गए मजदूरों के प्रति शोक व्यक्त किया है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं की भविष्य में पुनरावृत्ति ना हो तथा जिले में अवैध खनन पर रोक लगे। इसके लिए उन्होंने जिला एवं पुलिस प्रशासन को आवश्यक निगरानी तंत्र एवं सतर्कता व्यवस्था बनाने के भी निर्देश दिए हैं।

सुरेश जैन. अरविंद हिरण
भीलवाड़ा।
जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर अवैध खनन हो रहा है, जो संबंधित महकमे को छोड़कर हर किसी को नजर आता है। यहां से चंद किमी के फासले पर पांसल की डांग, समोड़ी व दरीबा में चुनाई पत्थर का खनन क्षेत्र है, जहां खनिज विभाग ने मात्र ११ लीज जारी की लेकिन मौके १०० से अधिक खनन पीट बने हुए हैं। यह अवैध खनन की निशानियां है। प्रतिदिन ५०० से अधिक टै्रक्टर व डम्पर चुनाई पत्थर निकलते हैं। यह बात और है कि खनिज अधिकारियों को नजर नहीं आते।
पत्रिका की टीम ने गुरुवार को दरीबा व समोडी खनन क्षेत्र का जायजा लिया तो कई लीज बंद मिली लेकिन आसपास अवैध खनन के लिए एलएनटी, डम्पर, व ट्रैक्टर कम्प्रेशर लगे थे। जैसे ही फोटो खिंचने लगे दर्जनों टै्रक्टर बिन पत्थर लिए इधर-उधर हो गए। एक खनन क्षेत्र में ट्रैक्टर कम्प्रेशर से ड्रील कर विस्फोट की तैयारी थी लेकिन पत्रिका टीम को देखकर चालक कम्प्रेशर को लेकर चलता बना। अन्य युवक फ्यूज वायर, ईडी व अन्य विस्फोटक सामग्री छोड़कर बाइक से भाग गया। यहीं हालात अन्य अवैध खनिज क्षेत्र के थे।
खनिज विभाग के अनुसार जिले में १२० चुनाई पत्थर की लीज है लेकिन सैकड़ों पीट से पत्थर निकाले जा रहे हैं। जिले में २२ मार्च से रॉयल्टी ठेका भी नहीं है। इसके बाद भी जिले में चुनाई पत्थर का अवैध खनन बेरोकटोक हो रहा है। सरकार खजाने को करोड़ों रुपए का घाटा हो रहा है। अवैध खनन मंगरोप, कारोई, हमीरगढ़, तख्तपुरा व समोड़ी, दरीबा, पांसल की डांग में हो रहा है। खनिज विभाग के चेकपोस्ट बनाने के बावजूद चोरी छिपे पत्थर निकासी हो रही है। चुनाई पत्थरों का अवैध खनन से ही जिले के क्रेशर प्लांट चल रहे हैं।
२२ मार्च से ठेके बंद
जिले में जितने भी चुनाई पत्थर के ठेके थे, वे विभाग ने २२ मार्च को खण्डित कर दिए थे। इसका मुख्य कारण दो माह का कोरोना लॉकडाउन था। इस दौरान की रॉयल्टी भी विभाग मांग रहा था। जिसे ठेकेदार ने जमा कराने से मना कर दिया। ठेका खण्डित करने के बाद विभाग ने सभी खदानें अपनी अधीन ले ली। विभाग अब तक १६ बार ठेके के टैण्डर जारी कर चुका लेकिन कोई लेने नहीं आया। इसके चलते अवैध खनन से सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है।
खदान बंद, फिर भी रवन्ना बुक जारी
सूत्रों का कहना है कि जिले में कई खदानें बंद होने के बाद भी विभाग पेड रवन्ना बुक जारी कर रहा है। इससे अवैध खनिज को वैध बताया जा रहा है। भीलवाड़ा मुख्यालय पर अधीक्षण खनि अभियन्ता, अधीक्षण खनि अभियन्ता विजिलेंस, खनिज अभियन्ता, खनिज अभियन्ता विजिलेंस, फोरमैन, सर्वेयर व पुलिस जाप्ता हर समय तैयार रहता है। उसके बाद भी अवैध खनन नहीं रूक रहा है। हालांकि यह सभी लीजे जिन्दल सॉ लिमिटेड के खनन क्षेत्र में है।
समोड़ी में तीन ट्रैक्टर जब्त
समोड़ी क्षेत्र में अवैध खनन की जानकारी मिलने पर वहां पर भी कार्रवाई करते तीन ट्रैक्टर पकड़े हैं। यहां लगातार कार्रवाई की जाएगी।
एलएन कुमावत, खनिज अभियन्ता भीलवाड़ा

भीलवाड़ा । चाचा-चाची की शुक्रवार तड़के नोहरे में फरसे से हत्या के बाद कातिल भतीजे ने हमीरगढ़ पुलिस थाने में आत्म समर्पण कर दिया। खून से लथपथ कातिल को देख कर यहां मौजूद पुलिस थाने का जाप्ता सन्न रह गया। पुलिस ने आरोपित को बाद में हिरासत में ले लिया।


भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत कीरो की झोपडिय़ां गांव में शुक्रवार तड़के बाड़े में दूध निकालने गए दंपत्ति की गला रेत कर हत्या कर दी गई। रक्त रंजित शव देखकर वहां पहुंचे लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। पुलिस उपाधीक्षक रामचन्द्र चौधरी ने मौका देखा।

भीलवाड़ा जिले के कीरो की झोपडिया गांव में दंपत्ति की हत्या के पीछे उन्हीं के रिश्ते में लगने वाला भतीजा शामिल है। आरोपी देवीलाल कीर ने नोहरे में दंपति की हत्या के बाद हमीरगढ़ थाने आकर समर्पण कर दिया। आरोपी उस समय खून से लथपथ था और हत्या में काम में लिया गया फ रसा उसके हाथ में था। हत्या के पीछे आपसी रंजिश व जमनी विवाद सामने आ रहा है। मृतक के पिता का वर्ष 2016 में निधन हो गया था।

आरोपी का मानना था कि उसके पिता को मृतक नारू कीर ने इंजेक्शन देकर मारा। इसी का बदला लेने के लिए उसने वारदात को अंजाम दिया।

भीलवाड़ा. मंगरोप क्षेत्र के पीपली में शुक्रवार दोपहर बजरी माफिया ने दुस्साहस दिखाया। खनिज विभाग के दस्ते पर हमला कर ट्रैक्टर छुड़ा लिया। आरोपियों ने खनिज कर्मचारियों की पिटाई की और सरकारी गाड़ी में तोडफ़ोड़ की। विभाग ने हमले और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने मामले में पांच जनों को गिरफ्तार कर लिया। शेष आरोपियों की तलाश है।
थानाप्रभारी मोतीलाल रायका ने बताया कि दोपहर में पीपली क्षेत्र में संविदा पर लगी खनिज विभाग की जीप से आरएसी और पुलिसकर्मियों के साथ खनिज अधिकारी बनास नदी क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। पीपली के निकट बजरी से भरा ट्रैक्टर मिला। चालक बजरी खाली करके भागने लगा। टीम ने पीछा किया। चालक ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया। ट्रैक्टर जब्त कर मंगरोप थाने ला रहे थे। गांव से कुछ दूर पीपली निवासी छोटूसिंह, भूपेन्द्रसिंह राजपूत, पप्पूसिंह राजपूत, पृथ्वीपालसिंह राजपूत ने सरकारी गाड़ी रुकवा ली और आरएसी और पुलिस के जवानों की पिटाई कर दी। पास में ही गांव से अन्य परिजन भी आ गए। ये धक्का-मुक्की कर ट्रैक्टर छुड़ा ले गए। सरकारी गाड़ी में तोडफ़ोड़ भी की। पता चलने पर थानाप्रभारी पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी लेकर आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने मामले में पीपली निवासी पप्पूसिंह, पृथ्वीपालसिंह, कालूसिंह, सुरेन्द्रसिंह तथा ट्रैक्टर चालक फलौदी (गंगरार) निवासी देवराज रेगर को गिरफ्तार किया गया।

भीलवाड़ा. बड़लियास कस्बे से चार किलोमीटर दूर खारों का खेड़ा में शुक्रवार दोपहर लुटेरों ने महिला से लूटपाट की। मवेशी चरा रही महिला से मोटरसाइकिल सवार दो लुटेरे मारपीट कर करीब डेढ़ लाख के गहने छीनकर भाग गए। लुटेरों की तलाश में पुलिस ने नाकाबंदी कराई लेकिन लुटेरों का पता नहीं लगा। मारपीट और छीना-झपट्टी में महिला जख्मी हो गई। उसका प्राथमिक उपचार कराया गया। पुलिस ने लूट का मामला दर्ज किया है।
थानाप्रभारी राजेन्द्र ताड़ा ने बताया कि खारों का खेड़ा निवासी संतोष (५२) पत्नी सोलाल गुर्जर तालाब के पास मवेशी चरा रही थी कि दोपहर करीब सवा बारह बजे बाइक पर दो जने आए। दुपहिया सवार एक व्यक्ति ने संतोष से कहा कि उनकी भैंस चोरी हो गई और कहीं देखी क्या? संतोष ने मना किया। इस दौरान बाइक खड़ी कर दोनों जने उस पर टूट पड़े। मारपीट कर गले से दो रामनामी, एक मांदलिया और नाक से नथ छीन ली। संतोष जख्मी हो गई। लूटे गहनों का वजन करीब साढ़े तीन तोला था। लुटेरे धोलाभाटा-बड़लियास की ओर भाग गए। महिला ने शोर मचाया तो आसपास से लोग आए। जख्मी संतोष को अस्पताल ले गए। पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी ली।

भीलवाड़ा. माण्डलगढ़ थाना क्षेत्र के महुआ में गुरुवार रात चोरों ने दिगम्बर जैन मंदिर और दो मकानों को निशाना बनाया। यहां ताले तोड़कर करीब 15 लाख कीमत के सोने-चांदी के गहनों पर हाथ साफ किया। माण्डलगढ़ क्षेत्र में चोरों ने तीसरे जैन मंदिर में वारदात को अंजाम दिया। महुआ में जैन समाज ने आक्रोश जताते हुए विरोध में प्रतिष्ठान बंद रखे। पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भेजकर वारदात का शीघ्र राजफाश करने की मांग की।
सहायक उपनिरीक्षक फूलचंद मीणा ने बताया कि महुआ निवासी दिगम्बर जैन मंदिर कमेटी अध्यक्ष मुकेश कुमार सेठिया ने रिपोर्ट दी कि रात में जैन मंदिर के तीन गेट के ताले तोड़कर चोर अंदर आए। प्रतिमाओं पर लगे चांदी के २८ छत्र, एक भामण्डल, दो जारी, चार कलश तथा दानपात्र से तीन से चार हजार की नकदी ले गए। दानपात्र अवली नदी किनारे फेंक गए। मंदिर से करीब १३ लाख कीमत के गहने चोरी हुए। तड़के पांच बजे पूजा करने पुजारी कैलाश चन्द्र साद मंदिर आए तो घटना का पता लगा। पुजारी ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। बड़ी संख्या में समाज के लोग जमा हो गए। मंदिर के जगदीश चन्द्र शर्मा और कैलाश चन्द्र गुर्जर के मकान से नकदी समेत कीमत सामान ले गए। गृहस्वामी कैलाश के अहमदाबाद होने से चोरी माल का पता नहीं चल पाया। जगदीश चन्द्र के यहां से तीन तोला सोना और एक किलोग्राम चांदी के गहने चोरी हुए। सूचना पर माण्डलगढ़ डीएसपी ज्ञानेन्द्रसिंह ने मुआयना किया। जिला मुख्यालय की एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए। गौरतलब है कि माण्डलगढ़ में प्राचीन किला ओर स्टैच्यू सर्किल जैन मंदिर पर एक पखवाड़े पूर्व भी चोरी हुई थी। एेसी ही वारदात पिछले दिनों बेगूं जैन मंदिर में भी हुई।

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