>>: Digest for August 15, 2021

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Table of Contents

कोटा. भामाशाह मंडी में शुक्रवार को विभिन्न कृषि जिंसों की 18 हजार बोरी आवक हुई। सोयाबीन 400, धनिया 100, गेहूं 30 रुपए प्रति क्विंटल भाव मंदे रहे वहीं मैथी में 200 रुपए की तेजी रही। लहसुन की आवक करीब 6,000 कट्टे की रही। लहसुन 1800 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल बिका। किराना बाजार में खाद्य तेलों में तेजी रही।

भाव : गेहूं मील 1650 से 1750, गेहूं टुकड़ी एवरेज 1760 से 1850, गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1850 से 1910, सोयाबीन 6500 से 8650, सरसों 6550 से 7050, धान सुंगधा 1800 से 2200, धान (1509) 1800 से 2300, धान पूसा वन 2300 से 2530, धान (1121) 2100 से 2601, मक्का 1600 से 1840, अलसी 6800 से 7300, तिल्ली 6500 से 7850, ग्वार 3000 से 4000, मैथी 5700 से 6700, कलौंजी 16000 से 19100, जौ 1500 से 1800, ज्वार 1300 से 3000, मसूर 5000 से 5400, मूंग हरा 5500 से 6250, चना 4400 से 4675, चना गुलाबी 4200 से 4575, चना मौसमी 4200 से 4500, चना कांटा 4200 से 4450, उड़द 3000 से 6550, धनिया पुराना 4500 से 6000, धनिया नया बादामी 6200 से 6400, धनिया ईगल 6400 से 6600, धनिया रंगदार नया 6800 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल रहे।

खाद्य तेल (भाव 15 किलो प्रति टिन): सोया रिफाइंड: फॉच्र्यून 2435, चम्बल 2415, सदाबहार 2370, किचन लाइट 2250, दीपज्योति 2390, सरसों स्वास्तिक 2660, अलसी 2540 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली: ट्रक 2820, स्वास्तिक निवाई 2570, कोटा स्वास्तिक 2530, सोना सिक्का 2620 रुपए प्रति टिन।
देसी घी: मिल्क फूड 5900, कोटा फ्रेश 5800, पारस 5900, नोवा 5900, अमूल 6250, सरस 6550, मधुसूदन 6400 रुपए प्रतिटिन।
वनस्पति घी: स्कूटर 1750, अशोका 1750 रुपए प्रतिटिन।
चीनी: 3550-3600 प्रति क्विंटल।

चावल व दाल: बासमती चावल 5600-7200, पौना 4500-5200, डबल टुकड़ी 3800-4300, टुकड़ी 2400-3000, गोल्डन बासमती साबुत 5200-7000, पौना 3000-3800, डबल टुकड़ी 2500- 3000, कणी 2000-2500, तुअर 8500-9900, मूंग 7000-7400, मूंग मोगर 7500-8400, उड़द 7500-8400, उड़द मोगर 7500-9500, मसूर मलका 7400-8000, चना दाल 6000-6200, पोहा 2700-3800 रुपए प्रति क्विंटल।

चांदी मंदी, सोना तेज
कोटा. स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को चांदी में मंदी रही वहीं सोने के भावों में तेजी रही। चांदी 100 रुपए मंदी के साथ 64,700 रुपए प्रति किलो बोली गई, जबकि जेवराती सोना 100 रुपए तेजी के साथ भाव 48,250 रुपए प्रति दस ग्राम रहे।
भाव: चांदी 64,700 रुपए प्रति किलोग्राम, कैडबरी सोना प्रति 10 ग्राम 48,250 रुपए, शुद्ध सोना प्रति 10 ग्राम 48,500 रुपए बिका। टैक्स व अन्य खर्चे अलग।

अंडा बाजार
कोटा. अंडा कारोबार में फार्मी अंडा 440 रुपए प्रति सैकड़ा, 140 रुपए प्रति प्लेट, 70 रुपए दर्जन।

के. आर. मुण्डियार

कोटा.

दस दिन पहले कोटा संभाग (हाड़ौती) में बाढ़ के बाद प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के घर से बाहर नहीं निकलने को लेकर भाजपा ने बयानों की बौछार कर रखी है। वहीं इस बार हाड़ौती में आई बाढ़ की तुलना पांच साल पहले 2016 की जोधपुर की बाढ़ से की जाए तो यह साफ हो जाता है कि बाढ़ हो या आपदा, राजनीति में केवल चेहरे बदलते हैं, राजनीति नहीं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में 2016 की बाढ़ एवं वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के गृह क्षेत्र हाड़ौती में इस साल आई बाढ़ के हालात व राजनीति एक जैसी ही है। तब की सरकार में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) विपक्ष में थे और अब वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) विपक्ष (2016 में मुख्यमंत्री) में हैं। तब और अब की बाढ़ में केवल चेहरे बदले हैं, लेकिन बयानबाजी वैसी ही है।

Politrics : पहले राजे जोधपुर नहीं गई, अब गहलोत हाड़ौती नहीं आए

राजनीति की बाढ़ में नेता केवल एक-दूसरे के पुराने हिसाब का ध्यान रखते हैं। पीडि़त लोगों को जुमलों, वादों व आधी-अधूरी मुआवजा राशि से ही खुश करने के प्रयास किए जाते हैं। प्रदेश में बाढ़ फिर से कहर नहीं बरपाए। इसलिए बरसाती नालों, पानी निकासी व बहाव रास्तों में पनपे अतिक्रमण हटाए जाने चाहिए। लेकिन इस दिशा में बीते पांच साल में सरकार न तो जोधपुर में साहस दिखा पाई और न अब हाड़ौती में सुधार की कोई योजना है।

Politrics : पहले राजे जोधपुर नहीं गई, अब गहलोत हाड़ौती नहीं आए

जोधपुर में अगस्त 2016 की बाढ़ में क्या हुआ-

-बरसात से बनी बाढ़ से जोधपुर की बीजेएस कॉलोनी, सुल्ताननगर, डर्बी कॉलोनी सहित कई बस्तियां पानी में डूब गई थी। सेना व आपदा दलों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा।
-तीन घंटे में 6 इंच बरसात ने जोधपुर की हालात बिगाड़ दी, तब 16 लोगों की जान चली गई। बाढ़ से भारी नुकसान हुआ था।

-अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) बाढग़्रस्त क्षेत्रों में पहुंच गए थे और बाढ़ पीडि़तों के लिए सरकार से विशेष पैकेज की मांग की थी।
-गहलोत ने तब यह बयान दिया था कि बाढ़ पीडि़तों का दर्द जानने के लिए मुख्यमंत्री को जोधपुर आना चाहिए। मुख्यमंत्री के डर के कारण मंत्री भी बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने नहीं आ रहे हैं।

-गहलोत के आग्रह के बावजूद मुख्यमंत्री राजे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने जोधपुर नहीं आई थीं।
-तब सरकार ने कुछ दिन बाद तत्कालीन प्रभारी मंत्री व अफसरों की टीम भेजकर आपदा का आंकलन करवाया था।

-जोधपुर में बरसात से बनी बाढ़ का अहम कारण भी अतिवृष्टि की बजाय पानी के निकासी मार्ग नालों पर अतिक्रमण होना था

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कोटा संभाग में अगस्त 2021 की बाढ़ में क्या रहा-

-कोटा शहर की अनंतपुरा, प्रेम नगर, माला रोड सहित कई बस्तियां पानी में डूब गई। चम्बल की सहायक नदियों के उफान से कई गांव टापू बन गए। सेना व आपदा दलों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा। कोटा जिले में ही 508 गांव बाढ़ से घिर गए।

-करीब एक सप्ताह तक लगातार बरसात ने पूरे हाड़ौती की हालात खराब कर दी। 30 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। क्षेत्र में करोड़ों का नुकसान हो चुका है।
-वसुंधरा राजे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गई, हवाई व ग्राउंड सर्वे किया। दौरे में बयान दिया कि मुख्यमंत्री जयपुर से बाहर निकले और जनता की सुध लें।

-राजे के बयान के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने पलटवार जरूर किया, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दौरे का अभी तक कार्यक्रम तय नहीं किया है।
-सरकार ने अपने मंत्री लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया आदि को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजा। लेकिन यूडीएच मंत्री कोटा नहीं पहुंचे।

-हाड़ौती में बरसात से बनी बाढ़ का अहम कारण भी अतिवृष्टि की बजाय पानी के निकासी मार्ग नालों पर अतिक्रमण ही है।

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कोटा. देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी इन दिनों असमंजस में हैं। अगस्त के दूसरे पखवाड़े में जहां उसे आईआईएससी बेंगलूरु, बिट्स पिलानी, डब्ल्यूबी जेईई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की एडमिशन काउंसलिंग में भाग लेना है, वहीं दूसरी ओर देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के अंतिम चतुर्थ चरण में भी अपनी सर्वश्रेष्ठ परफोरमेंस के लिए तैयार होना है। साथ ही, 12वीं सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट कुछ प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आगामी बोर्ड परीक्षा में भी सम्मिलित होना है।

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 16 अगस्त को डब्ल्यूबी जेईई के प्रथम राउंड की काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन व चॉइस फिलिंग का अंतिम दिन है। 19 अगस्त प्रथम राउंड काउंसलिंग का परिणाम जारी कर दिया जाएगा। बिटसेट स्कोर के आधार पर बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस बिट्स पिलानी, गोवा, हैदराबाद के इंटीग्रेटेड फ स्र्ट डिग्री पाठ्यक्रमों बीटेक, बी फर्मा में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 21 अगस्त घोषित की गई है।

23 अगस्त को प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस आईआईएससी बेंगलूरु के बीएस रिसर्च पाठ्यक्रमों में केवीपीवाय के आधार पर प्रवेश के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग का आयोजन किया जाना है। 26 अगस्त से प्रारंभ हो रहे जेईई मेन के चतुर्थ व अंतिम चरण में भी अपनी सर्वश्रेष्ठ परफोरमेंस देने के लिए सम्मिलित होना है। क्योंकि जेईई मेन का परीक्षा परिणाम चारों चरणों में विद्यार्थी की सर्वश्रेष्ठ परफोरमेंस के आधार पर घोषित किया जाएगा। सीबीएसई 12वीं बोर्ड की 25 अगस्त से प्रारंभ होने जा रही बोर्ड परीक्षाओं में भी सम्मिलित होना है।

कोटा. 15 अगस्त की तैयारियों के मद्देनजर व सुरक्षा की दुष्टि ने पुलिस प्रशासन ने एक दिन पहले शनिवार को मॉकड्रिल का आयोजन किया। मॉकड्रिल के तहत विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में चार आतंककारियों द्वारा 2 छात्रों सहित चार जनों का अपहरण कर उन्हें झालावाड़ रोड स्थित एक कोचिंग संस्थान में बंधक बना लिया गया। पुलिस, स्पेशल कमांडो फोर्स, बीडीएस, एटीएस की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन कर चारों जनों को आतंककारियों से छुड़ा लिया।

एडिशनल एसपी प्रवीण जैन ने बताया कि आतंकी गतिविधि की जानकारी जैसे ही जिला प्रशासन व पुलिस को लगी तो सब सतर्क हो गए। जिला प्रशासन, एटीएस, बीडीएस एवं सेंट्रल आईवी सहित अन्य एजेंसियां पांच मिनट के भीतर ही कोचिंग संस्थान पहुंच गई। कोचिंग संस्थान को खाली करवा कर उसे चारों तरफ से घेर लिया। आसपास एक किलोमीटर क्षेत्र को सील कर दिया गया। मौके पर एडिशनल एसपी प्रवीण जैन, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अनुराग भार्गव सहित सभी वृताअधिकारी व थानाधिकारी पहुंच गए। नगर निगम अग्निशमन केंद्र के अधिकारियों को भी अलर्ट कर दिया।

कोचिंग संस्थान का तीसरा माला रहा टार्गेट

दोपहर 12 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में झालावाड़ रोड पर स्थित सिटी मॉल के पास एक कार में आए चार आतंककारियों ने 2 स्टूडेंट सहित चार जनों का अपहरण कर बंधक बना लिया। महिला सहित चारों आतंककारी पास ही स्थित एक कोचिंग संस्थान में घुस गए। संस्थान के तीसरे माले पर एक कमरे में हैं। कोचिंग संस्थान को खाली कराने के बाद स्पेशल संयुक्त ऑपरेशन कर करीब दो घंटे चली कार्रवाई में टीम ने आतंककारियों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया। उधर न्यू मेडिकल कॉलेज व एमबीएस अस्पताल में पुलिस जाप्ता लगा दिया गया। वृताधिकारी भगवत सिंह हिंगड़ के नेतृत्व में एमबीएस अस्पताल मैं कुछ थानाधिकारियों को तैनात कर दिया गया। अस्पतालों में डॉक्टरों की विशेष टीम को लगा दिया गया।

कोटा. भामाशाह मंडी में शनिवार को विभिन्न कृषि जिंसों की 18 हजार बोरी आवक हुई। सोयाबीन 400, सरसों 150, उड़द 150रुपए प्रति क्विंटल भाव तेज रहे। लहसुन की आवक करीब 4,000 कट्टे की रही। लहसुन 1800 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल बिका। किराना बाजार में सरसों व सोया वायदा बढऩे से खाद्य तेलों में तेजी रही।

भाव : गेहूं मील 1650 से 1750, गेहूं टुकड़ी एवरेज 1760 से 1850, गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1850 से 1910, सोयाबीन 6500 से 9050, सरसों 6800 से 7200, धान सुंगधा 1800 से 2200, धान (1509) 1800 से 2300, धान पूसा वन 2300 से 2530, धान (1121) 2100 से 2601, मक्का 1600 से 1840, अलसी 6800 से 7300, तिल्ली 6500 से 7850, ग्वार 3000 से 4000, मैथी 5700 से 6700, कलौंजी 16000 से 19100, जौ 1500 से 1800, ज्वार 1300 से 3000, मसूर 5000 से 5400, मूंग हरा 5500 से 6250, चना 4400 से 4675, चना गुलाबी 4200 से 4575, चना मौसमी 4200 से 4500, चना कांटा 4200 से 4450, उड़द 3000 से 6900, धनिया पुराना 4500 से 6000, धनिया नया बादामी 6200 से 6400, धनिया ईगल 6400 से 6600, धनिया रंगदार नया 6800 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल रहे।

खाद्य तेल (भाव 15 किलो प्रति टिन): सोया रिफाइंड: फॉच्र्यून 2445, चम्बल 2420, सदाबहार 2385, किचन लाइट 2260, दीपज्योति 2405, सरसों स्वास्तिक 2710, अलसी 2540 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली: ट्रक 2830, स्वास्तिक निवाई 2570, कोटा स्वास्तिक 2540, सोना सिक्का 2610 रुपए प्रति टिन।
देसी घी: मिल्क फूड 5900, कोटा फ्रेश 5800, पारस 5900, नोवा 5900, अमूल 6250, सरस 6550, मधुसूदन 6400 रुपए प्रतिटिन।
वनस्पति घी: स्कूटर 1750, अशोका 1750 रुपए प्रतिटिन।
चीनी: 3570-3620 प्रति क्विंटल।

चावल व दाल: बासमती चावल 5600-7200, पौना 4500-5200, डबल टुकड़ी 3800-4300, टुकड़ी 2400-3000, गोल्डन बासमती साबुत 5200-7000, पौना 3000-3800, डबल टुकड़ी 2500- 3000, कणी 2000-2500, तुअर 8700-10,000, मूंग 7100-7600, मूंग मोगर 7600-8300, उड़द 7700-8600, उड़द मोगर 7500-9800, मसूर मलका 7600-8400, चना दाल 5800-6000, पोहा 2700-3800 रुपए प्रति क्विंटल।

सोने-चांदी में तेजी
कोटा. स्थानीय सर्राफा बाजार में शनिवार को सोने-चांदी के भावों में तेजी रही। चांदी 600 रुपए तेजी के साथ 65,300 रुपए प्रति किलो बोली गई, जबकि जेवराती सोना 350 रुपए तेजी के साथ भाव 48,600 रुपए प्रति दस ग्राम रहे।
भाव: चांदी 65,300 रुपए प्रति किलोग्राम, कैडबरी सोना प्रति 10 ग्राम 48,600 रुपए, शुद्ध सोना प्रति 10 ग्राम 48,850 रुपए बिका। टैक्स व अन्य खर्चे अलग।

अंडा बाजार
कोटा. अंडा कारोबार में फार्मी अंडा 440 रुपए प्रति सैकड़ा, 140 रुपए प्रति प्लेट, 70 रुपए दर्जन।

कोटा.

राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कोटासीकर जिले में राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में विकास शुल्क वसूली के मामले में बच्चों व उनके अभिभावकों को राहत मिलना शुरू हो गई है।
राजस्थान पत्रिका ने प्राथमिक शिक्षा के बच्चों से विकास शुल्क वसूली के मामले को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद शिक्षा मंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा ने गंभीरता दिखाई और निदेशालय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। मंत्री के निर्देश के बाद कोटा के विद्यालयों ने बच्चों को शुल्क लौटाना (Fees Refunding ) शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत नोडल स्कूल गुमानपुरा से की गई है। अन्य स्कूलों को भी वसूला गया शुल्क लौटाने के निर्देश दिए गए हैं।

शनिवार को कोटा में नोडल स्कूल गुमानपुरा अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर वसूले गए शुल्क के बतौर रिफंड के चेक सौंपे गए। विद्यालय प्रशासन ने बच्चों से लिए शुल्क को लौटाने के लिए अभिभावक-शिक्षकों की बैठक बुलाई गई। बैठक में प्रिन्सीपल ने अपने हाथों से यह राशि लौटाई। प्रिंसिपल राहुल शर्मा ने बताया कि स्कूल में प्रथम कक्षा के 27 बच्चों से 3-3 हजार रुपए का शुल्क लिया था। बैठक में 19 बच्चों के अभिभावक आए थे। उन्हें 57 हजार रुपए चेक लौटा दिए। कुछ अभिभावक स्कूल नहीं आ पाए, उन्हें भी बुलाकर यह शुल्क लौटा दिया जाएगा।


पत्रिका ने उठाया था मामला-

राजस्थान पत्रिका के 9 अगस्त के अंक में 'यह कैसी नि:शुल्क शिक्षा: बच्चों से वसूल रहे 3000 रुपए तक शुल्क' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर मामले को प्रमुखता से उठाया था। खबर में बताया गया था कि नि:शुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE ACT) के तहत इस तरह की वसूली नहीं की जा सकती है। ज्ञात है कि जयपुर, कोटा व सीकर में बच्चों से मनमाने तरीके से विकास शुल्क की वसूली की गई। अन्य जिले भी इस वसूली की तैयारी में थे।


निदेशक कर रहे मॉनिटरिंग-

बीकानेर शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी खुद इस मामले की पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कोटा के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) प्रदीप चौधरी से शुल्क वसूली की पूरी जानकारी ली। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक केके शर्मा ने गुमानपुरा अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के नोडल अधिकारी के जरिए कोटा जिले के सभी 6 विद्यालयों से बच्चों से वसूले गए शुल्क को लेकर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी। विद्यालयों की ओर से विभाग को यह रिपोर्ट सोमवार को सबमिट की जाएगी। इसके बाद शिक्षा विभाग अग्रिम कार्रवाई करेगा।

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कोटा. बच्चों की मौत के मामले में सुर्खियों में रहने वाले जेके लोन अस्पताल के हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे है। बीते सालों बच्चों की मौतों के मामले में राज्य सरकार की टीम ने भी माना था कि अस्पताल में गायनिक व शिशु रोग विभाग में सामांजस्य नहीं है। इसी कारण ऐसे हालात बनते है। ऐसे ही हालात फिर सामने आ रहे है। अस्पताल प्रशासन ने गायनिक विभाग के तीन वार्ड बंद कर देने से 68 बेडों की कमी हो गई है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को भर्ती करने में खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। गायनिक डॉक्टर तो अब महिलाओं को यहां तक कहने लगे है कि जहां बेड खाली मिल जाए, वहां भर्ती हो जाओ, हम इलाज कर देंगे। ऐसे में मजबूरन महिलाओं को बैंचों तक पर इलाज करवाना पड़ रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन व्यवस्था सुधारने में कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

सिजेरियन वार्ड रेनोवेशन के नाम से एक माह से बंद

गायनिक विभाग का 28 बेड का सीजेरियन वार्ड एक माह से रिनोवेशन के नाम से बंद कर रखा है। जबकि यहां टाइलें सही थी, लेकिन फिर भी नीचे फर्श की टाइलें बदली जा रही है, लेकिन अजीब कार्य देखिए एक माह बाद भी टायलों को नहीं बदला गया है। इस कारण यह वार्ड बंद पड़ा है।

दो पोस्ट नेटेल वार्ड भी शिशु रोग विभाग को दे दिए

गायनिक के 20-20 बेडों के दो पोस्ट नेटेल वार्ड शिशु रोग विभाग को दे दिए। पहले इन वार्डों में डिलेवरी के बाद महिलाओं को भर्ती किया जाता था, लेकिन अब महिलाओं को जहां जगह मिल रही है, वहीं भर्ती किया जा रहा है। वहीं, उनका इलाज किया जा रहा है।

अब 180 बेड ही बचेगा

यनिक विभाग के पास कुल 250 बेड है। इनमें से 68 बेड नहीं है। ऐसे में अब गायनिक विभाग के पास 182 बेड बचे है। जबकि अस्पताल में सबसे ज्यादा डिलेवरी जुलाई से सितम्बर के बीच होती है।

अस्पताल में सीजेरियन वार्ड का रिनोवेशन का काम होने के बाद गायनिक विभाग को सौंपा जाएगा। पुराने भवन में भी शिशु रोग विभाग के वार्डों का कार्य चल रहा है। ऐसे में उच्च स्तर के आदेश के बाद ही गायनिक के दो पोस्ट नेटेल वार्ड भी शिशु रोग विभाग को सौंपे है। 156 बेड का नया भवन तैयार हो रहा है। उसके बाद व्यवस्था सुधरेगी।

- डॉ. एचएल मीणा, अधीक्षक, जेके लोन अस्पताल कोटा

कोटा.
दिल्ली से मुंबई की ओर जा रही कंटनेटर मालगाड़ी शनिवार को दो भागों में बंट गई। कपलिंक टूटने के कारणइंजन के साथ चार डिब्बे चले गए और शेष डिब्बे पीछे रहे गए। यह घटना दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर रामगंजमंडी-मोड़क स्टेशन के बीच हुई। इसके बाद पीछे छूटे डिब्बों को और इंजन के साथ गए डिब्बों को रामगंजमंडी स्टेशन पर लाया गया। यहां उन्हें पुन: जोड़कर रवाना किया गया। उधर, रेल प्रशासन की ओर से मालगाड़ी के दो भागों में बंटने की जांच शुरू की गई है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि मालगाड़ी की कपलिंक टूटने के कारण ऐसा हुआ। इस कारण अप लाइन दो घंटे बाधित रही। घटना के दौरान कई गाडिय़ां प्रभावित रही। मालगाड़ी के इंजन का पार्ट आगे चले जाने पर पीछे के कंटेनर डिब्बे में ड्यूटी पर मौजूद गार्ड ने लोको पायलट को इसकी सूचना दी। तब बाधित सेवा को सुचारू करने के लिए शेष डिब्बों को रामगंजमंडी स्टेशन पहुंचाया गया।

दिल्ली से मुम्बई जा रही मालगाड़ी बीच रास्ते दो भागों में बंटीदिल्ली से मुम्बई जा रही मालगाड़ी बीच रास्ते दो भागों में बंटी
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