Farmers of Rajasthan : राजस्थान के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। गिरते भूजल स्तर को देखते हुए कृषि विभाग ने लघु सिमांत व एससीएसटी और सामान्य किसान को मिलने वाले अनुदान में 30 हजार रुपए की बढ़ोतरी की है। इससे करीब 25 हजार किसानों को फायदा हो सकेगा। उधर, फार्म पौंड के लक्ष्य को भी करीब दोगुना कर दिया है। विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं ताकि किसानों को मानसून सीजन से पहले ही फार्म पौंड बनाने का समय मिल सकेगा और किसान आसानी से बरसाती पानी को सहेज सकेंगे।
यूं मिलेगा फायदा
राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत कृषि विभाग की ओर से फार्म पौंड अनुदान की राशि बढ़ाने से किसानों की लागत में काफी कमी आएगी। प्लास्टिक लाइनिंग का एक फार्म पौंड बनाने पर डेढ़ लाख रुपए की लागत आती है। लघु सिमांत व एससीएसटी किसान को पहले 1 लाख 5 हजार का अनुदान मिल रहा था, जिसे बढ़ाकर एक 1,35000 किया गया है। उधर, सामान्य किसानों को पहले 90 हजार का अनुदान मिल रहा था, जिसे 1,20000 कर दिया है। मिशन के तहत किसानों को अब लागत राशि का 90 प्रतिशत तक अनुदान मिल सकेगा। उधर, कच्चे फार्म पौंड बनाने पर भी अनुदान बढा़या गया है।
भूजल स्तर में डेढ़ मीटर तक गिरावट
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार मौसम में परिवर्तन और मानसून की कम बरसात के कारण हर साल भूजल स्तर में एक से डेढ़ मीटर तक की गिरावट आ रही है कई जगह तो किसानों के खेत भी बंजर हो चुके हैं ऐसे में फार्म पौंड किसानों के लिए वरदान साबित होगा। लागत राशि में से 90 प्रतिशत तक अनुदान मिलने से किसानों का रुझान तेजी से बढ़ेगा और बारिश के पानी को सालभर सहेज सकेगा।
फार्म पौंड के लक्ष्य (वर्ष 2023-24)
जिला--------कच्चा--------------प्लास्टिक लाइनिंग
अजमेर-------650---------------725
अलवर-------150---------------270
वांसवाड़ा------190---------------120
बारां---------190---------------100
बाड़मेर-------130---------------705
भरतपुर------100----------------70
भीलवाड़ा-----240----------------135
बीकानेर-----130-----------------170
बूंदी--------90------------------45
कोटा--------70-----------------45
चित्तौड़गढ़----115-----------------105
चूरू---------140----------------1080
दौसा-------350-----------------370
धौलपुर-----70-------------------65
हनुमानगढ़--45-------------------155
जैसलमेर---90--------------------200
झालावाड़---250------------------130
झुंझुनूं----50--------------------300
जोधपुर---150-------------------680
जालोर----150------------------280
करौली---185--------------------205
कोटा-----65--------------------45
पाली-----400-------------------345
प्रतापगढ़--110-------------------100
राजसमंद--110------------------130
सवाईमाधोपुर-270----------------260
सीकर-----435-----------------2200
सिरोही-----110----------------135
श्रीगंगानगर--110----------------140
टोंक-------630-----------------420
उदयपुर-----170----------------150
जयपुर-----2000---------------3000
नागौर------2000--------------2000
भूजल स्तर में आएगा सुधार
फार्म पौंड की अनुदान राशि 90 प्रतिशत तक रहना किसानों के लिए बेहतर साबित होगा। इस बार प्रदेशभर में लक्ष्य से ज्यादा डिमांड रहेगी और बरसाती पानी को सहेजा जा सकेगा। उधर, भूजल स्तर में भी सुधार दिखाई देने की संभावना है।
-कैलाशचंद, कृषि अधिकारी, मिशन, पाली