>>: WEF की चौंका देने वाली रिपोर्ट, अगले 5 साल में दुनिया में हो सकता है 1.4 करोड़ नौकरियों का नुकसान

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दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं की स्टडी और इनके आँकड़ों के अनुसार वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum - WEF) रिपोर्ट्स बनाता है। इस संस्था का काम दुनियाभर के इकोनॉमिक मामलों पर नज़र रखने के साथ ही जॉब्स वर्ल्ड के ट्रेंड पर भी ध्यान रखना है। साथ ही मौजूदा डाटा के आधार पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम आने वाले समय में जॉब्स वर्ल्ड में होने वाले बदलाव के साथ ही इकोनॉमिकल अप्स और डाउन्स के बारे में भी जानकारी देता है। हाल ही में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने एक नै रिपोर्ट पेश की है जो काफी चौंका देने वाली है।


अगले 5 साल में हो सकती है 1.4 करोड़ नौकरियाँ खत्म

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने हाल ही में फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2023 रिपोर्ट पेश की है। यह रिपोर्ट दुनियाभर में 800 से ज़्यादा कंपनियों के सर्वेक्षणों के आधार पर प्राप्त आँकड़ों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में एक चौंका देने वाली बात कही गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में अगले 5 साल में 1.4 करोड़ नौकरियाँ खत्म हो सकती हैं।

नई नौकरियों का होगा सृजन, पुरानी कई नौकरियों का होगा अंत

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की फ्यूचर ऑफ जॉब्स 2023 रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 5 साल में दुनियाभर में करीब 6.9 करोड़ नई नौकरियों का सृजन होगा। वहीं 8.3 करोड़ नौकरियाँ ऐसी भी हैं जो पूरी तरह से खत्म हो सकती हैं। इसी आधार पर 1.4 करोड़ नौकरियों का नुकसान होगा, जो वर्तमान रोजगार के 2% के बराबर है।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की होगी बड़ी भूमिका


आने वाले समय में जॉब्स वर्ल्ड में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence - AI) की बड़ी भूमिका होगी। दुनियाभर में धीरे-धीरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पॉपुलर हो रहा है। साथ ही इसका डेवलपमेंट भी हो रहा है। आने वाले कुछ साल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा और बढ़ेगा। इसका जहाँ सकारात्मक असर होगा, तो नकारात्मक असर भी देखने को मिलेगा।

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जहाँ इसे लागू करने और प्रबंधित करने के लिए नई नौकरियाँ तैयार होंगी, तो वहीँ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बढ़ने से कई नौकरियों में इंसानों की जगह कम्प्यूटर्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड दूसरी मशीन्स ले लेंगी।

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