>>: राजस्थान के 20 हजार निर्माण श्रमिकों को देंगे ऑन साइट कौशल प्रशिक्षण, 500 रुपए मिलेगा मानदेय

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जयपुर। प्रदेश के 20 हजार निर्माण श्रमिकों को ऑन साइट कौशल प्रशिक्षण मिलेगा। राजस्थान आवासन मंडल (हाउसिंग बोर्ड) की ओर से प्रदेश के निर्माण श्रमिकों को केंद्रीय एजेंसी नेशनल रियल एस्टेट डवलपमेंट काउंसिल (नरेडको) के सहयोग से यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। 2 वर्षों में 'निपुण' (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर प्रमोशन ऑफ अपस्किलिंग ऑफ निर्माण वर्कर्स) कार्यक्रम के तहत निर्माण श्रमिकों को यह प्रशिक्षण मिलेगा। इसके लिए दोनों संस्थाओं ने मंगलवार को एक एमओयू साइन किया।

नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट अशोक पाटनी ने बताया कि इस प्रशिक्षण के लिए काउंसिल ने राजस्थान आवासन मंडल को नोडल एजेंसी बनाया है। मंडल के सहयोग से पहले चरण में मंडल के अधीन प्रदेश भर में चल रही 150 से अधिक परियोजनाओं से जुड़े हजारों श्रमिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश की अन्य संस्थाओं को जोड़ा जाएगा। डिप्टी डायरेक्टर नीलाभ गंगवार ने 'निपुण' के तहत दिए जा रहे अन्य फायदों को भी पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के बाद निर्माण श्रमिकों को 3 साल के लिए 2 लाख रुपए का निःशुल्क दुर्घटना बीमा भी करवाया जाएगा।

निर्माण कार्य भी नहीं होगा बाधित
आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि नवाचारों की कड़ी में आवासन मंडल ने ऐसी संस्था बन जाएगा जो सरकारी, गैर सरकारी, देहाड़ी पर आने वाले, बिल्डरों के निर्माण श्रमिकों को नरेडको के सहयोग से प्रोफेशनल तरीके से प्रशिक्षित कराएगा। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण चल रहे काम के दौरान ऑन साइट ही दिया जाएगा, जिससे निर्माण कार्य भी बाधित नहीं होगा।

कुशल श्रेणी में आ जाएंगे श्रमिक
आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि प्रशिक्षण समाप्ति पर श्रमिकों को नरेडको की ओर से प्रमाण पत्र और 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। इसमें मंडल पर कोई भी वित्तीय भार नहीं आएगा। इस प्रशिक्षण की सबसे बड़ी खास बात यह है कि प्रशिक्षण लेने के बाद श्रमिक अकुशल से कुशल की श्रेणी में आ सकेंगे, जिससे उनके मानदेय में भी बढ़ोतरी होगी।

हाउसिंग बोर्ड और नरेडको के बीच हुआ एमओयू
आवासन मंडल मुख्यालय में हुए इस खास एमओयू के दौरान नरेडको के वाइस प्रेसिडेंट अशोक पाटनी, डिप्टी डायरेक्टर नीलाभ गंगवार और आवासन मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा, सचिव अल्पा चौधरी, वित्तीय सलाहकार संजय शर्मा आदि मौजूद रहे।

 

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प्रशिक्षण से यह होगा श्रमिकों को लाभ
— प्रशिक्षण में सफल उम्मीदवारों को सरकार द्वारा दिया जाएगा सर्टिफिकेट
— प्रशिक्षण के बाद निर्माण श्रमिकों के आत्मसम्मान में होगी बढ़ोतरी
— अकुशल से कुशल श्रेणी में आने से मिलने वाला पारिश्रमिक भी बढ़ेगा
— प्रशिक्षण के दौरान मिले सर्टिफिकेट को दिखाकर अन्य कार्यों में भी मिलेगी प्राथमिकता
— प्रशिक्षण समाप्ति पर श्रमिकों को नरेडको द्वारा प्रमाण पत्र एवं 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी
— प्रशिक्षण लेने वाले निर्माण श्रमिक निशुल्क दुर्घटना बीमा योजना से भी होंगे लाभान्वित।
— प्रशिक्षित श्रमिकों को नई स्किल सीखने के साथ नए उपकरणों और तकनीकों की भी मिलेगी जानकारी
— ऑनसाइट प्रशिक्षण से बिना काम रूके मिल सकेगा प्रशिक्षण
— व्यक्तिगत सुरक्षा की जानकारी से निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटनाओं में हो सकेगी कमी

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