>>: कैसे मिलेगी महंगाई से राहतः 1 हजार 668 बुजुर्ग कर रहे पेंशन का इंतजार, यहां अटका है मामला

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

आऊ। जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में इन दिनों संचालित मंहगाई राहत शिविर में लोगों को राहत मिलने के दावे किए जा रहे है, लेकिन आऊ पंचायत समिति क्षेत्र के 1 हजार 668 लोगों की वृद्धावस्था पेंशन बन्द पड़ी होने से राहत के लिए गुहार लगा रहे है। बड़ी संख्या में लोगों को वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने का एक प्रमुख कारण आधार, जनआधार व पीपीओ नम्बर मैच नहीं होना बताया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- 'मुर्गी' ने बस 7 मिनट में तोड़े मकान के तीन ताले, पुलिस ने 72 घंटे में ही दे दिया बड़ा झटका

कनिष्ठ लिपिक तनवीर खान ने बताया कि ई-मित्रों पर ईयरली पेंशन भौतिक सत्यापन के दौरान अधिकांश क्षेत्र के पेंशन धारको का भौतिक सत्यापन सहीं नहीं होने पर महंगाई राहत शिविर से पूर्व कस्बे की पंस क्षेत्र में 2168 लोगों की पेंशन बन्द पड़ी थी। महंगाई राहत शिविरों में 500 सौ से अधिक वृद्धजनों की रूकी हुई पेंशन का भौतिक सत्यापन कर फिर से चालू किया गया। आधार-जन आधार-पीपीओ नम्बर और पंजीकृत मोबाइल नम्बर चालू नहीं होने से जो लाभार्थी 75 साल से अधिक आयु वर्ग के और उनके थम्ब नहीं लगने पर विभाग की ओर से जारी किया गया फ्रेश एप भी कागजातों से मैच होने पर भौतिक सत्यापन करता है, अन्यथा वो भी सत्यापन नहीं कर पाता है।

यह भी पढ़ें- Weather Alert: मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी, इन शहरों में कहर बरपाएगा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, होगी मूसलाधार बारिश

भौतिक सत्यापन करने में ई-मित्र संचालकों ने लापरवाही बरतते हुए आधार कार्ड में अधिकांश लोगों की जन्म की तारीख व माह एक जैसा ही लिखकर तैयार कर दिया था। फिर जन आधार कार्ड में अलग जन्म तारीख व माह लिख दिया। ऐसे में कार्य प्रभावित हो रहा हैं। पुरानी पेंशन अधिकांश मतदाता परिचय पत्र की आयु के आधार पर स्वीकृत हुई है और नई पेंशन आधार कार्ड पर स्वीकृत हुई है। लेकिन पुराने पेंशनधारकों की आधार में यह गलतियां अधिक रही हैं। आऊ तहसीलदार बाबुलाल ने बताया कि यदि बार-बार लाभार्थियों की ओर से अपने जरूरी पेंशन भौतिक सत्यापन के कागजातों में करेक्शन करवाया जाता रहेगा तो उनकी पेंशन हमेशा के लिए बन्द कर दी जाएगी।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanss63@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.