>>: अतिक्रमण हटाने के तैयार टीम को रोका, जमीन की हुई रजिस्ट्री

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भीलवाड़ा. नगर परिषद जिस भूमि को अपनी मान रही है उस भूमि की तीन दिन पहले ही रजिस्ट्री के माध्यम से बेचान हो गया। उस पर रातों-रात तारबंदी कर दी गई। अवैध कब्जे की शिकायत पूर्व पार्षद ने नगर परिषद को की इस पर जांच कराई गई तो उसे अवैध कब्जा माना गया। उसे तत्काल हटाने के आयुक्त ने आदेश दिए।

 

अतिक्रमण हटाओ दस्ता रवाना होने ही वाला था लेकिन उसे रोक दिया गया। अब ये बड़ा पेच खड़ा हो गया है कि रजिस्ट्री सही है या फिर नगर परिषद की करोड़ों रुपए की जमीन पर कब्जा हुआ है। जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। कांग्रेस नेता मनोज पालीवाल ने नगर परिषद आयुक्त को एक शिकायती पत्र दिया जिसमें कहा गया है कि आजाद नगर मैन रोड पर किसान वाटिका के सामने आराजी नंबर 211 के एक बड़े भूखंड पर तारबंदी कर अतिक्रमण किया गया है। इस पर आयुक्त ने अपनी टीम को मौका निरीक्षण के लिए भेजा। पटवारी ने बताया कि आराजी नंबर 211 का रकबा 0.4173 आबादी नगर परिषद के नाम दर्ज है। मौके पर नई वायर फैंसिंग की हुई है और भूमि पर अतिक्रमण पाया गया है। आयुक्त हेमाराम ने टीम को भेजकर अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। टीम रवाना होती इससे पहले ही किसी ने इस कार्रवाई को रुकवा दिया। बताया जा रहा है कि 12 जून को जलदाय विभाग के पास रहने वाली 72 वर्षीय जस्सू पत्नी धर्म जाट ने इस जमीन को अपना बताते हुए हरिनारायण पिता गोपाल जाट के नाम रजिस्ट्री करवा दी। रजिस्ट्री की बख्शीश की हुई है। इस भूखंड की सफाई कुछ दिन पहले ही अन्य विभाग ने कराई थी और इसके बाद ही वहां तारबंदी की गई है। इस मामले में आयुक्त हेमाराम ने बताया कि अतिक्रमण की शिकायत मिली थी जिसकी जांच करवाई गई थी, दस्तावेजों में जमीन नगर परिषद के नाम दर्ज है। अतिक्रमण करने वाले की ओर से कुछ दस्तावेज पेश किए गए हैं जिनकी जांच करवाई जा रही है।

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