>>: Digest for June 10, 2023

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Table of Contents

नागौर. राजू ठेहट हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी रोहित गोदारा को विदेश से लाने का सरकार पर दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ही नहीं सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल को भी फोन किया था। गडकरी का तो फोन मिल नहीं पाया ,जबकि मेघवाल ने 'हैलो-हैलो' कहकर फोन बंद कर दिया। इन्होंने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी समेत कुछ और प्रतिष्ठित लोगों को फोन पर धमकी देने की बात स्वीकारी है।

आरोपी पवन गोदारा (28) व संजय चौधरी उर्फ संजय कुमार (44) को दो दिन के और पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा है। तीन दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर बुधवार को जसवंतगढ़ थाना प्रभारी अजय मीणा ने आरोपियों को अदालत में पेश किया था। इस मामले में लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने लाडनूं थाने में धमकी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी । सूत्रों का कहना है कि लाडनूं सीओ राजेश ढाका व सीआई अजय मीणा की पूछताछ में आरोपियों ने धमकी देने वाले कुछ और नाम भी कबूले हैं।

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आरोपी पवन गोदारा ने फेसबुक के जरिए कई और नेताओं के नंबर सर्च कर रखे थे, जिनको उसे धमकी देनी थी। सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेट कॉल पर धमकी देने का क्रम रोजाना जारी रखता था। मास्टर माइण्ड संजय चौधरी उर्फ संजय कुमार ने इसका सारा जिम्मा कुवैत में रह रहे पवन गोदारा को सौंप रखा था। इसी के चलते सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल को टॉप पर रखा था। सीकर में राजू ठेहट के मर्डर के बाद विदेश में रह रहे रोहित गोदारा समेत कुछ अन्य आरोपियों पर प्रेशर बढ़ाने के लिए पवन गोदारा ने धमकी के लिए मनोज को भी फोन किया था। उसने फोन उठा भी लिया था पर आवाज साफ नहीं आने अथवा अन्य किसी कारण से दो बार हैलो-हैलो कहकर मनोज मेघवाल ने फोन काट दिया। मनोज को फोन करने के पीछे भी इनका उद्देश्य यही था कि सरकार के विधायकों को मिल रही धमकी और बार-बार रोहित गोदारा का नाम आने पर उसे गिरफ्त में लिया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार आरोपी पवन गोदारा ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक को धमकी देने के लिए सिम बॉक्स के जरिए फोन मिला दिया। दो-तीन बार फोन मिलाने के बाद भी उनसे सम्पर्क नहीं हुआ। साथी संजय की रणनीति के तहत गडकरी को फोन करने के पीछे भी उनकी यही सोच थी कि इसका मीडिया में व्यापक प्रचार-प्रसार होगा तो राज्य सरकार फजीहत से बचने के लिए रोहित गोदारा को गिरफ्तार करने का काम करेगी। खास बात यह रही कि गडकरी को धमकाने के लिए पवन गोदारा ने फिर से फोन करने की जहमत नहीं उठाई।

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रोजाना संपर्क में थे संजय-पवन
सूत्र बताते हैं कि कुवैत में करीब डेढ़ साल की मजदूरी के बाद पवन गोदारा भारत आया और मार्च में यहां से वापस रवाना हुआ। इसके बाद से संजय व पवन रोजाना सम्पर्क में रहे। राजू ठेहट हत्या के मुख्य आरोपी रोहित गोदारा को किसी तरह भारत लाने के लिए नए-नए तरह की रणनीति तय करते रहे। सिम बॉक्स/ऐप के जरिए धमकी देने का नया आइडिया भी पुलिस के लिए चौंकाने वाला रहा। कुवैत में रहकर इस तरह की प्लानिंग से फोन पर धमकी से पीड़ित कुछ और नामों का भी पुलिस को पता चला है।

नागौर. शहर के बीकानेर रोड पर जेएलएन अस्पताल के सामने निर्माणाधीन राजकीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय व घुमंतू जातियों के लिए निर्माणाधीन छात्रावास का बुधवार को एडीएम मोहनलाल खटनावलिया ने भौतिक निरीक्षण किया।

एडीएम ने निर्माणाधीन भवन की कार्यकारी एजेंसी, राजस्थान कृषि विपणन बोर्ड के सहायक अभियंता निर्मल मोदी से भवन निर्माण में प्रयोग में ली जा रही सामग्री की गुणवत्ता और कार्य पूर्ण होने की समय सीमा के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान सहायक अभियंता मोदी ने खटनावलिया को बताया कि निर्माण कार्य आवश्यक सामग्री का उपयोग लेते हुए निर्धारित समय में पूरा करवा लिया जाएगा। यह भवन 15 करोड से निर्मित होगा, जिसका कार्य 18 महीनों में पूर्ण किया जाना है। साथ ही उन्होंने बताया कि घुमंतू जातियों के लिए भवन 2.80 करोड़ की लागत से बनाया जाना है और इसे भी समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
इस दौरान जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी राजेश कालवा ने बताया कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में नागौर शहर में राजकीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के भवन निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। इसके लिए 25 बीघा जमीन आवंटित की गई।

विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक के अल्पसंख्यक समाज यथा मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी, जैन, बौद्ध के छात्र नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। यह विद्यालय पूर्ण रूप से आवासीय होगा, जो नवोदय विद्यालय की तर्ज पर स्थापित है। विद्यालय भवन में लाइब्रेरी, प्रशासनिक हाल, छात्रावास, एकेडमिक भवन, छात्रावास व अध्यापक आवास भी होंगे। वर्तमान में राजकीय अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय राजपूत कॉलोनी नागौर में किराए के भवन पर संचालित है। गत वर्ष इस विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक 64 विद्यार्थियों का नामांकन था और इस बार कक्षा नवी में प्रवेश हो सकेगा। इस दौरान एडीएम खटनावलिया ने बालवा रोड पर निर्मित राजकीय अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास का भी भौतिक निरीक्षण किया।

बोरावड़ . नागौर जिले के ग्राम सबलपुर के शिव गोशाला व बगीची में बेटियों की चहल-पहल नजर आई। सबलपुर ग्राम से ब्याही सैकड़ों बेटियां अपनी सहेलियों से मिलने एक दिन के लिए गांव लौटीं तो गांव का माहौल तीज-त्योंहार सा नजर आया। मौका था बेटियों के सामूहिक स्नेह मिलन का। पूरे गांव की शादी के बाद विदा हुई बेटियों को गांव लौट कर एक दिन के जश्न में शामिल होने का न्योता दिया गया था। इसके बाद अनेक जिलों व राज्यों में ब्याही गांव की करीब 50 बेटियां इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंची।

एक साथ मिलने का मिलता है मौका
सहलियों की समिति की सदस्य कल्पना राठौड़ ने बताया कि गांव के हर समाज की कई शादीशुदा बहनें राजस्थान समेत देश के अलग अलग राज्यों में रहती हैं। उन्हें ऐसा मौका नहीं मिलता कि वे अपने बचपन की सहेलियों और गांव की बहनों से एक साथ मिल सके। ऐसे में स्नेह मिलन समारोह का आयोजन करके सभी को एकत्रित किया गया। कल्पना ने बताया कि वह इस कार्यक्रम में भाग लेने प्रतापगढ जिले के धरियावद से आई है। गांव में बचपन की सहेलियों और परिवार के लोगों से मिलकर बहुत खुशी हुई।

पहली बार हुआ ऐसा आयोजन
पाली में ब्याही कमला कंवर ने बताया कि गांव की बहनों, बेटियों ने मिलकर पहली बार इस प्रकार का जो कार्यक्रम आयोजित किया, उससे बहुत खुशी हुई। अपने गांव आई तो कई सहेलियां वर्षों बाद इस कार्यक्रम में मिली। अपने परिवार के लोगों से मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

समारोह बना सहेलियों के मिलने का अवसर
नोखा, बीकानेर से आयी किरण कंवर ने बताया कि मेरे गांव की कई बहनें पिछले कई सालों से अपने परिवार के साथ देश के अलग-अलग राज्यों में रहती है। इस कार्यक्रम का आयोजन करने से हम सब सहेलियां आपस में मिल पाई। एक दूसरे के साथ दो दिन बिताए। गांव की शिव गौशाला में भजन संध्या, राधे कृष्ण के भजनों पर डांस का भी खूब आनंद उठाया।

गोशाला में किया सहयोग
कार्यक्रम में आई बेटियों ने बताया कि इस गांव की बहनों ने सोशल मीडिया के माध्यम से ग्रुप बनाकर ये निर्णय लिया कि हमें एक सामूहिक स्नेह मिलन करना चाहिए। सभी सहलियों की मंजूरी के बाद गांव की बहनों ने इस स्नेह मिलन समारोह की रूप रेखा तैयार की। इसे भव्य बनाने के लिए वो पिछले काफी दिनों से मेहनत कर रही थी। साथ ही सभी सहलियों ने मिलकर गांव की शिव गोशाला में लगभग एक लाख 46 हजार रुपए गोसेवा के लिए दान किए। गांव के भाईयों ने भी बहनों के इस आयोजन का खर्च उठाया।

नागौर. राजू ठेहट हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी रोहित गोदारा को विदेश से लाने का सरकार पर दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ही नहीं सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल को भी फोन किया था। गडकरी का तो फोन मिल नहीं पाया ,जबकि मेघवाल ने हैलो-हैलो कहकर फोन बंद कर दिया। इन्होंने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी समेत कुछ और प्रतिष्ठित लोगों को फोन पर धमकी देने की बात स्वीकारी है।

आरोपी पवन गोदारा (28) व संजय चौधरी उर्फ संजय कुमार (44) को दो दिन के और पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा है। तीन दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर बुधवार को जसवंतगढ़ थाना प्रभारी अजय मीणा ने आरोपियों को अदालत में पेश किया था। इस मामले में लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने लाडनूं थाने में धमकी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी । सूत्रों का कहना है कि लाडनूं सीओ राजेश ढाका व सीआई अजय मीणा की पूछताछ में आरोपियों ने धमकी देने वाले कुछ और नाम भी कबूले हैं। आरोपी पवन गोदारा ने फेसबुक के जरिए कई और नेताओं के नंबर सर्च कर रखे थे, जिनको उसे धमकी देनी थी। सिम बॉक्स के जरिए इंटरनेट कॉल पर धमकी देने का क्रम रोजाना जारी रखता था। मास्टर माइण्ड संजय चौधरी उर्फ संजय कुमार ने इसका सारा जिम्मा कुवैत में रह रहे पवन गोदारा को सौंप रखा था। इसी के चलते सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल को टॉप पर रखा था। सीकर में राजू ठेहट के मर्डर के बाद विदेश में रह रहे रोहित गोदारा समेत कुछ अन्य आरोपियों पर प्रेशर बढ़ाने के लिए पवन गोदारा ने धमकी के लिए मनोज को भी फोन किया था। उसने फोन उठा भी लिया था पर आवाज साफ नहीं आने अथवा अन्य किसी कारण से दो बार हैलो-हैलो कहकर मनोज मेघवाल ने फोन काट दिया। मनोज को फोन करने के पीछे भी इनका उद्देश्य यही था कि सरकार के विधायकों को मिल रही धमकी और बार-बार रोहित गोदारा का नाम आने पर उसे गिरफ्त में लिया जाएगा।

गडकरी से नहीं हो पाया संपर्क

सूत्रों के अनुसार आरोपी पवन गोदारा ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक को धमकी देने के लिए सिम बॉक्स के जरिए फोन मिला दिया। दो-तीन बार फोन मिलाने के बाद भी उनसे सम्पर्क नहीं हुआ। साथी संजय की रणनीति के तहत गडकरी को फोन करने के पीछे भी उनकी यही सोच थी कि इसका मीडिया में व्यापक प्रचार-प्रसार होगा तो राज्य सरकार फजीहत से बचने के लिए रोहित गोदारा को गिरफ्तार करने का काम करेगी। खास बात यह रही कि गडकरी को धमकाने के लिए पवन गोदारा ने फिर से फोन करने की जहमत नहीं उठाई।

रोजाना संपर्क में थे संजय-पवन

सूत्र बताते हैं कि कुवैत में करीब डेढ़ साल की मजदूरी के बाद पवन गोदारा भारत आया और मार्च में यहां से वापस रवाना हुआ। इसके बाद से संजय व पवन रोजाना सम्पर्क में रहे। राजू ठेहट हत्या के मुख्य आरोपी रोहित गोदारा को किसी तरह भारत लाने के लिए नए-नए तरह की रणनीति तय करते रहे। सिम बॉक्स/ऐप के जरिए धमकी देने का नया आइडिया भी पुलिस के लिए चौंकाने वाला रहा। कुवैत में रहकर इस तरह की प्लानिंग से फोन पर धमकी से पीडि़त कुछ और नामों का भी पुलिस को पता चला है।

अब कॉल डिटेल खंगाल रही है पुलिस

सूत्रों का कहना है कि संजय चौधरी के साथ मिलकर फोन पर धमकी देने वाले पवन गोदारा की पुलिस कॉल डिटेल खंगाल रही है। पूछताछ के दौरान इनके बताए नामों पर कॉल कब-कब की, किनको धमकी मिली? पुलिस की मुश्किल इस बात को लेकर भी है कि आरोपी तो एक दर्जन से अधिक विधायक/मंत्री को फोन पर धमकी देने का दावा कर रहे हैं पर पुलिस के पास लाडनूं व रतनगढ़ विधायक की ही शिकायत पहुंची। भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ भी इसी फेहरिस्त में शामिल हैं।

इनका कहना

आरोपी पवन गोदारा व संजय चौधरी को दो दिन और पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कुछ और नाम पूछताछ में सामने आए हैं। कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। इनका मोटिव सिर्फ रोहित गोदारा को भारत लाना था।

-राजेश ढाका, सीओ लाडनूं, नागौर

नागौर. करीब तीन साल पहले हुई महिला की हत्या के आरोप में पति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-2 के न्यायाधीश डॉ. नरेंद्र सिंह राठौड़ ने साथ ही बीस हजार रुपए जुर्माना की सजा भी सुनाई। अभियुक्त मांगू सिंह सदर थाना इलाके के बसवाणी गांव का रहने वाला है।

अपर लोक अभियोजक घनश्याम मेहरड़ा ने बताया कि मांगू सिंह का विवाह सीता के साथ हुआ था। वो ससुराल में घर जवांई बनकर रहा। कुछ साल बाद सीता से उसका झगड़ा हो गया और वो अपने गांव नागड़ी चला गया। चार-पांच दिन ही गुजरे थे,18 जुलाई 2020 की रात सीता व उसका छोटा बेटा विक्रम सो रहे थे, जबकि बड़ा बेटा महेंद्र सिंह खेत पर गया हुआ था। तड़के मांगू सिंह आया और लोहे के सरिए से सीता पर जानलेवा हमला कर भाग गया। बाद में सीता की मौत हो गई। मामले की रिपोर्ट सदर थाने में दर्ज हुई। न्यायालय में चालान पेश किया गया। लंबी सुनवाई के दौरान गवाह और दस्तावेज पेश किए गए। न्यायाधीश राठौड़ ने अभियोजन की कहानी को संदेह से परे मानते हुए मांगू सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। बीस हजार का जुर्माना नहीं भुगतने पर उसे दो वर्ष का कठोर कारावास भुगतना होगा।

करंट से युवक की मौत
नागौर. सदर थाना इलाके के इंदास में बुधवार को करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस के अनुसार सुबह करीब दस बजे सूचना मिली कि इंदास के एक खेत में युवक करंट की चपेट में आ गया। इस पर हैड कांंस्टेबल चैनाराम मय टीम मौके पर पहुंचे और करंट से झुलसे भागीरथ (38) को अस्पताल पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना था कि सुबह खेत में काम करने के दौरान भागीरथ करंट से झुलस गया था।

Nagaur. नगरपरिषद की ओर से गुरुवार को पट्टों का वितरण किया गया। परिषद में 69 क के 29, कृषि भूमि रूपांतरण के 20 एवं कच्ची बस्ती नियमन के आठ व 20 पट्टों का वितरण किया गया। इस मौके पर सभापति पायल गहलोत ने कहा कि पट्टा मिलने के बाबत आमजन उनसे सीधा संपर्क कर सकते हैं। इस दौरान उपसभापति सदाकत सुलेमानी और पार्षद मनीष कछावा, पार्षद धर्मेंद्र पवांर, पार्षद मुजाहिद, पार्षद अजीज, पार्षद नोसाद, राकेश सेन, प्रणय गहलोत, सराफत, पवन पारिक आदि मौजूद थे।
नागौर. नगरपरिषद में पट्टा देते हुए उपसभापति सदाकत अली सुलेमानी व अन्य


आवारा कुत्तों के चंगुल से हरिण को बचाया
नागौर. ग्राम पंचायत कालड़ी में गत बुधवार की रात्रि आवारा कुत्तों के चंगुल से हरिण को मुक्त कराकर उसका उपचार कराया गया। सवाई गोशाला अध्यक्ष दुर्गाराम शर्मा ने बताया कि मादा हरिण पानी की तलाश में भटकते हुए आ गया था। इस दौरान कुत्तों ने घेरकर उस पर हमला कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पहुंचे ग्रामीणों ने हरिण को बमुश्किल कुत्तों के चंगुल से उसे छुड़ाया। हरिण को छुड़ाने में जयराम नाथ, सिंबुराम, दीपाराम, प्रेम मोदी, कानमल सोनी आदि शामिल थे।

नवोन्मेष कार्यक्रम की तैयारियां हुई तेज
नागौर. शारदा बाल निकेतन के खेल मैदान में नवोन्मेष कार्यक्रम 18 जून को आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर सांस्कृतिक संध्या में भजनों की प्रस्तुति गायक प्रकाश माली की ओर से की जाएगी। इसके साथ ही पचास से ज्यादा विद्यार्थी समवेत स्वरों में गायन व वादन करेंगे। कार्यक्रम में शाला के विद्यार्थियों की ओर से घोषदल विभिन्न रचनाओं की प्रस्तुतियां देगा। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है। इसके लिए जिला मुख्यालय को 16 बस्तियों में बांटने के साथ ही इनको चार-चार मंडल में विभक्त कर दिया गया है। प्रत्येक कार्यकर्ता इस संबंध में घर-घर संपर्क करेगा। प्रत्येक बस्ती में कम से कम तीन सौ परिवारों से सपंर्क कर उनकेा आमंत्रण पत्र दिया जाएगा। 11 जून से संपर्क अभियान शुरू होगा। शुक्रवार को पूर्व छात्र परिषद की शारदा बाल निकेतन में रात्रि आठ बजे बैठक होगी। कार्यक्रम पर इसमें चर्चा करने के साथ ही समितियों का निर्धारण किया जाएगा।

Rajasthan Mega Job Fair 2023: कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग की ओर से 13 जून को जिला स्टेडियम में लगने वाले एक दिवसीय मेगा जॉब फेयर की आवश्यक तैयारियों को लेकर गुरुवार को एडीएम मोहनलाल खटनावलिया ने कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में एडीएम खटनावलिया ने मेगा जॉब फेयर को लेकर कानून व्यवस्था, सफाई, दमकल वाहन, पेयजल व्यवस्था, बिजली व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा एवं प्रचार-प्रसार के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देस दिए। बैठक में जिला रोजगार अधिकारी ने बताया कि जिले के बेरोजगार आशार्थियों को मेगा जॉब फेयर में देश की निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित कम्पनियों में रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें। बैठक में बीकानेर से आए रोजगार विभाग के उपनिदेशक हरगोविन्द मित्तल ने विभागीय अधिकारियों से विचार विमर्श किया। मित्तल ने बताया कि मेगा जॉब फेयर के दौरान आने वाले युवाओं को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए व्यवस्था की जा रही हैं।

कराना होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
जॉब फेयर में 30 से अधिक कंपनियां हिस्सा लेंगी, जिसमें 5000 से अधिक में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसमें भाग लेने वाले युवाओं को योग्यता के आधार पर नौकरी ऑफर दिया जाएगा। इस जॉब फेयर के लिए अभ्यर्थियों को पहले क्यूआर कोड के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा तथा जॉब फेयर में पहुंचने पर अभ्यर्थी को क्यूआर कोड के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी होगी। इसके पश्चात अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया जाएगा। वहीं पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी कर लिया जाएगा। अभ्यर्थियों को इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के आधार पर ऑफर लेटर दिया जाएगा।
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जॉब फेयर पूर्णतया नि:शुल्क
इस मेगा जॉब फेयर के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं, 12वीं, आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर, अनुभवी या फ्रेशर कोई भी अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। उपनिदेशक ने बताया कि मेगा जॉब फेयर के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी सबसे पहले कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन के लिए जारी किए गए क्यूआर कोड को गूगल लेंस अथवा किसी भी क्यूआर कोड स्कैनर एप से स्कैन करके मेगा जॉब फेयर के ऑफिशल पेज पर क्लिक करके अपनी डिटेल्स भरकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन सबमिट करने के बाद अभ्यर्थी इसका प्रिंट आउट निकाल कर तीन प्रतियां साथ में लेकर आएं।

लाडनूं. उपतहसील निम्बीजोधां में सूने मकान में घुसकर चोर ५०हजार नकद व जेवरा चुराकर ले गए। वारदात के समय मकान में रहने वाला परिवार शादी में गया हुआ था।

पुलिस अनुसार अनिल कुमार जाट निवासी रोजा हाल निवासी निम्बीजोधां ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह निम्बीजोधा में किराये के मकान में रहता है। ५ जून को वह परिवार के साथ अपने पैतृक गांव रोजा में शादी समारोह में शामिल होने गया था। दूसरे दिन सुबह साढ़े ८ बजे वापस लौटे तो मकान के ताले टूटे हुए थे। अंदर कमरों, अलमारियों एवं बक्सों के भी ताले टूटे मिले। चारों तरफ सामान बिखरा हुआ था। हमनें सामान संभाला तो बक्से में रखी दो जोड़ी चांदी की पायजेब, सोने की चेन एवं सोने की कानों की झुमकियां तथा आलमारी में रखे ५० हजार रुपए गायब थे। रात्रि में चो ताले तोडक़र घर में घुसे तथा चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच हेड कांस्टेबल टोडाराम को सौंपी है। थानाधिकारी रामनिवास मीणा ने निम्बीचौकी प्रभारी को भेजकर मौका मुआयना करवाया।
गौरतलब है कि पिछले लम्बे समय से क्षेत्र में हो रही चोरी एवं लूट की वारदातों का खुलासा करने में पुलिस की नाकामयाबी से चोरों के हौंसले बुलंद हैं। इससे आए दिन चोरी की घटनाएं बढ़ रही है।

भैरव मंदिर में हुई चोरी का भी नहीं हुआ खुलासा

पिछले हफ्ते में शहर के मध्य स्थित गढ़ेश्वर भैरवनाथ मंदिर में चोरों ने रात्रि में ताला तोड़कर मंदिर में चढ़ाए गए चांदी के छत्र चुरा लिए थे। इस संबंध में पुजारी ने पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी,लेकिन पुलिस मामले की जांच में शिथिल नजर आई। मंदिर परिसर में तथा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में चोर साफ नजर आ रहे हैं, न घटना के दूसरा दिन बीतने के बाद पुलिस को सीसीटीवी फुटेज देखने की फुर्सत नहीं मिली। मंदिर में हुई चोरी से लोगों में रोष व्याप्त है। दूसरी तरफ पुलिस के उच्चाधिकारी मौका देखने भी नहीं पहुंचे। हेड कांस्टेबल ने मौके पर जाकर केवल खानापूर्ति कर मामले में इतिश्री कर ली। इसके अलावा एलआईसी एजेंट के साथ हुई करीब डेढ लाख रुपए की लूट तथा सोना-चांदी के व्यापारी मालचंद सोनी के साथ दिनदहाड़े बस स्टेण्ड के पास २५ हजार की लूट के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं।

-मुंडवा, मेड़ता, लाडनू के साथ खींवसर के खेत पी रहे सबसे ज्यादा पानी
-इससे बिगड रहा जिले का भूजल संतुलन का ढांचा
-जिले के नागौर, जायल, रियाबड़ी, डीडवाना व मकराना भी भूजल का दोहन की होड़ लगी
-औसतन धरती का सीना फाडकऱ 200 गुना ज्यादा निकाला जा रहा भूजल
-जिले में मेड़ता, खींवसर, रियाबड़ी एवं मूण्डवा में कृषि कार्यों में भूजल का दोहन करने वाले नहीं कर रहे रिचार्ज


नागौर. अधिकाधिक उत्पादन के लिए खेतों को सींचने की होड़ में धरती सीना पूरी तरह से सूखता जा रहा है। कृषि कार्यों में सर्वाधिक दोहन करने वाले ब्लॉकों में मेड़ता जहां पहले नंबर पर है, वहीं खींवसर दूसरे नंबर पर, जबकि मूण्डवा तीसरे और रियाबड़ी चौथे नंबर पर है। फसलों को पानी पिलाने की होड़ में इन पंचायत समितियों की ओर से रिचार्ज करने का प्रतिशत औसत से भी कमतर है। ध्यान नहीं दिए जाने की वजह से भूजल का उपयोग पिछले चार से पांच सालों में कई औसतन चार से पांच गुना की रफ्तार से प्रतिवर्ष बढ़ा है। बताते हैं कि इसमें नलकूपों की भूमिका भी अहम रही है।
भूजल के स्तर के आंकड़ों पर ब्लॉकवार एक नजर ( हेक्टर मीटर में)
पंचायत समिति कृषि उपयोग कुल उपयोग
डेगाना 6807.50 8073.10
डीडवाना 1559.75 2575.25
जायल 4567.25 6111.25
खींवसर 11782.10 13242.11
कुचामन 4382.50 4790.34
लाडनूं 3145.75 4644.70
मकराना 3123.25 4668.85
मेड़ता 14853.75 15952.15
मौलासर 3753.75 4665.75
मूण्डवा 11184.75 12521.55
नागौर 2441.32 2991.72
नावां 4549.75 4758.55
परबतसर 2972.50 3707.22
रियाबड़ी 7151.00 7505.56

जिले में कुल 82274.92 हेक्टर मीटर कृषि कार्यों में किया जा रहा है कि यानी कि 47384.4 हेक्टर मीटर ज्यादा का उपयोग किया जा रहा है। यह औसत रिचार्ज होने के वाले औसत से कई गुना ज्यादा है। इसके कारण जिले में भूजल की स्थिति औसत 197.05 मीटर तक पहुंच गई है। भूजल विभाग ने इसे अतिगंभीर बताया है। संवेदनशील ब्लॉकों में खींवसर पहले नंबर पर रहा है। इसका भूजल स्तर नौ मीटर से भी ज्यादा नीचे चला गया है। दूसरे नंबर पर जायल है। यहां पर भूजल स्तर सात मीटर से भी ज्यादा नीचे गया है। कुचामन तीसरे नंबर पर है। इसका भूजल स्तर भी छह मीटर से ज्यादा घटा है। इसके बाद क्रमश: मूण्डवा, डेगाना, मकराना, नावां एवं मौलासर आदि हैं। अधिकारियों का मानना है कि पिछले आठ से दस सालों के अंतराल में भूजल उपयोग करने में तेजी आई है। इसके चलते स्थिति विकट होने लगी है।
इनका कहना है...
भूजल के उपयोग का औसत पिछले तीस सालों के अंतराल में काफी तेजी से बढ़ा है। इसके लिए व्यवसायिक उपयोग करने वालों को उपयोग से ज्यादा के औसत में जमीन को पानी से रिचार्ज करने की व्यवस्था के लिए पाबंद करने के साथ ही अन्य आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
आर. के. गोदारा, सहायक अभियंता भूजल विभाग

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