>>: Digest for June 10, 2023

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कोटा। Vivah Muhurat 2023: दो माह से चल रही मांगलिक आयोजनों की धूम देव शयनी एकादशी पर 29 जून से थम जाएगी। इसके बाद विवाह योग्य युवक-यवुतियों को करीब 4 माह इंतजार करना पडेगा। देव प्रबोधिनी एकादशी से ही मांगलिक आयोजन शुरू होंगे। इस वर्ष देवप्रबोधिनी एकादशी 23 नवम्बर को मनाई मनाई जाएगी। इससे पहले देव प्रबोधिनी एकादशी तक विवाह के 6 मुहूर्त रहेंगे।


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उधर भी होगी देरी
14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही मांगलिक आयोजन बंद हो गए थे। 14 अप्रेल को मलमास पूर्ण होने के बावजूद विवाह के प्रमुख कारक बृहस्पति के 31 मार्च से 29 अप्रेल तक अस्त रहने के कारण मांगलिक आयोजन नहीं हो सके थे। अब इस वर्ष देव प्रबोधिनी भी गत वर्ष की अपेक्षा देरी से है। इससे इधर भी सावों के लिए अधिक इंतजार करना होगा।

इनमें शादी वर्जित
अबूझ मुहूर्तों को छोड़ दिया जाए तो विवाह के प्रमुख कारक गुरु तथा भौतिक सुख सुविधाओं के कारण शुक्र के अस्तकाल, मलमास व देवशयन काल के दौरान मांगलिक आयोजन नहीं होते।


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ब्रेक से पहले व बाद में ये मुहूर्त
ज्योर्तिविद लक्ष्मीकांत शुक्ला के अनुसार जून में 2, 3, 5, 7, 11, 12, 13, 23, 25 व 27 जून को शादियां होंगी। 29 जून से देवशयन पर चले जाएंगे। चार माह शादी ब्याह नहीं होंगे। 23 नवम्बर को देव प्रबोधिनी एकादशी पर देव जागेंगे। इसके साथ ही मांगलिक आयोजनों की बयार चलेगी। दिसम्बर मध्य तक जमकर शादियां होंगी। देवउठनी से लेकर नवम्बर माह में 23, 28, 29 व दिसम्बर में 4, 6, 7, 8 व 14 दिसम्बर को मांगलिक आयोजनों की धूम रहेगी।

कोटा. शहर में यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वाहन चालक न हेलमेट लगा रहे, न सीट बेल्ट लगा रहे। रॉन्ग साइड चलने वालों की भी कमी नहीं है। इसके अलावा रौब दिखाने के लिए वाहनों की नम्बर प्लेट में छेड़छाड़ कर वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। शहर की सड़कों पर स्टाइलिश नंबर प्लेट वाली गाडिय़ां सरपट दौड़ रही हैं। नंबर प्लेट के साथ नए-नए प्रयोग करने वालों की तादाaद खूब है। वाहन को अलग दिखाने की चाहत में नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की जा रही है। चालक अपने मुताबिक आकार और प्रकार में नंबर प्लेट बनवा रहे हैं। गाड़ी के नंबर को कुछ इस तरह से लिखवाते हैं कि उसके मायने बदल जाते हैं। उदाहरण के लिए 8055 नम्बर बॉस जैसा, 0214 राम तथा 4141 पापा लिखा जैसा नजर आता है। ऐसी नंबर प्लेट देखकर अक्सर लोग भ्रमित होते हैं। आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ऐसे भ्रमित कर फायदा उठाते हैं, जबकि वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना जरूरी है। पुलिस व प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। उधर यातायात पुलिस उप अधीक्षक कालूराम वर्मा ने कहा कि गलत व स्टाइलिश नम्बर प्लेट लगाने वाले वाहनों को जब्त किया जाता है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

यह है मापदण्ड : प्रत्येक वाहन के उपयोग व उपभोग के अनुसार उसकी नम्बर प्लेट पर नम्बर की साइज तय है। इसमें बाइक के लिए नम्बर की लम्बाई 30 एमएम जबकि चौड़ाई पांच एमएम तथा अक्षर के मध्य 2.5 एमएम खाली जगह होनी चाहिए। वाहन की क्षमता बढऩे के साथ नम्बर की साइज भी बढऩे लगती है।

वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाए जाने का कानून प्रभाव में है। अन्य नम्बर प्लेट लगाना नियम विरुद्ध है। मोटर यान कानून का मुख्य उद्देश्य यही है कि वाहन सवार व्यक्ति एवं रोड का उपयोग व उपभोग कर रहा व्यक्ति दोनों ही सुरक्षित रहें। आपराधिक तत्व वाहन की वास्तविक पहचान छिपाने के लिए फर्जी नम्बर प्लेट का सहारा लेने के अनेक प्रकरण सामने आ चुके हैं। इसलिए वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ही होनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति वाहन पर अन्य नम्बर प्लेट लगाता है या उस पर छोटे-बड़े नम्बर व नाम आदि लिखवाता है तो कानून की अवहेलना है। मनमर्जी की नम्बर प्लेट व नम्बर लिखवाने पर पांच हजार रुपए के जुर्माने का प्रावधान है।

कोटा, सांगोद. सांगोद पंचायत समिति कार्यालय में धरना देने एवं तालाबंदी करने के मामले में सांगोद पुलिस ने भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष मुकुट बिहारी नागर समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार को क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में वार्षिक टेंडर प्रक्रिया के अंतिम दिन कई पंचायतों में टेंडर कॉपी नहीं लेने का आरोप लगाते हुए भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंचायत समिति कार्यालय पहुंचकर हंगामा कर दिया। कार्यकर्ताओं ने खंड विकास अधिकारी के कार्यालय में मौजूद नहीं मिलने पर ताला लगाकर धरना देकर बैठ गए। बाद में खंड विकास अधिकारी के पहुंचने पर उन्हें भी ताले में बंद कर दिया। धरने के बाद खंड विकास अधिकारी द्वारा क्षेत्र की 4 ग्राम पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया। इस मामले में सांगोद पंचायत समिति के अधिकारियों ने पुलिस थाने में राजकार्य में बाधा पहुंचाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। थानाधिकारी बजरंग लाल मीणा ने बताया कि मामले में भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर, जिला उपाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर समेत अन्य कई लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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मुकदमों से डरेंगे नहीं : नागर

उधर देहात अध्यक्ष मुकुट नागर ने कहा कि विकास अधिकारी ने राजनीति दबाव और द्वेश्ता से मुकदमा दर्ज करवाया है। मुकदमों से डरेंगे नहीं, जनहित और जनता की समस्याएं उठाते रहेंगे। टेंडर में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए धरना दिया था, इसमें गलत क्या था। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

 

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