>>: Digest for June 10, 2023

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Table of Contents

चीन (China) और ताइवान (Taiwan)....इन दोनों एशियन देशों के बीच विवाद जगजाहिर है और किसी से छिपा नहीं है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से टेंशन का माहौल रहा है, पर पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच टेंशन का माहौल काफी ज़्यादा बढ़ गया है। पिछले साल रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से ही कई लोगों ने इस बात की संभावना जताना शुरू कर दी थी कि चीन भी ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए उस पर हमला कर सकता है। हालांकि अमरीका की तरफ से ताइवान को पूरा समर्थन मिला हुआ है, जिसका चीन ने विरोध भी किया है। चीन कई बार ताइवान बॉर्डर के पास युद्धाभ्यास भी कर चुका है। चीन के खतरे के बीच हाल ही में ताइवान ने एक बड़ा फैसला लिया है।


ताइवान ने एक्टिवेट किया अपना डिफेंस सिस्टम

हाल ही में ताइवान ने अपना डिफेंस सिस्टम एक्टिवेट कर लिया है। ताइवान ने यह कदम आज ही उठाया है। ताइवान की मिलिट्री ने अपने एयरक्राफ्ट्स और शिप्स को अलर्ट कर दिया है और हर हलचल पर नज़र रखने के लिए कहा है।


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क्या है ताइवान के इस फैसले की वजह?


ताइवान के अचानक से अपने डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट करने की खबर बिलकुल भी हैरान नहीं करती। इस तरह का कदम उठाने की उम्मीद ताइवान से पिछले कुछ समय से की जा रही थी। ताइवान की डिफेंस मिनिस्ट्री ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में उन्होंने चीन के करीब 37 फाइटर जेट्स को ताइवान के एयर-स्पेस में पाया था। और यह पहला ऐसा मौका नहीं है जब चीन के फाइटर जेट्स ने ताइवान के एयर-स्पेस में घुसपैठ की है। ऐसा पहले भी अलग-अलग मौकों पर हो चुका है।

इतना ही नहीं, चीन अब तक एक से ज़्यादा बार ताइवान की बॉर्डर के पास सैन्याभ्यास भी कर चुका है। अप्रैल में चीन की आर्मी ने ताइवान बॉर्डर के पास वॉर गेम्स का अभ्यास किया था।

ऐसे में ताइवान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपने डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट करना ही उचित समझा। हालांकि ताइवान के इस कदम पर चीन की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की गई है।

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JEECUP 2023 Date Extension : संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (Joint Entrance Examination Council Uttar Pradesh) ने जेईईसीयूपी 2023 (JEECUP 2023) की रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम तिथि को आगे बढ़ा दिया है। जो उम्मीदवार अभी तक इस परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सके हैं, वे अब 10 जून तक आवेदन कर सकते हैं। आधिारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEECUP 2023) की तिथि भी जल्द जारी कर दी जाएगी।

परीक्षा शुल्क
परीक्षा के लिए आवेदन करने के इच्छुक सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवारों को 300,जबकि एससी, एसटी अभ्यर्थियों को 200 रुपए भरने होंगे। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़े।

ऐसे करना होगा आवेदन
-JEECUP की ऑफिशियल वेबसाइट jeecup.admissions.nic.in पर लॉगिन करें

-होमपेज खुलने पर JEECUP 2023 link पर क्लिक करें

-लिंक खुलने के बाद मांगी गई डिटेल्स भरने के बाद सबमिट पर क्लिक करें

-आवेदन फॉर्म भरें और परीक्षा शुल्क का भुगतान करें

-पूरी प्रक्रिया होने के बाद फिर से सबमिट करें

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बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को दावा किया कि भाजपा नेताओं को पता नहीं है कि देश में मजबूत विपक्षी एकता का मुकाबला कैसे किया जाए। भाजपा के इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कि तेलंगाना और ओडिशा के मुख्यमंत्री 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक के लिए पटना नहीं आ रहे हैं, तेजस्वी ने कहा, वे बेकार बयान दे रहे हैं। वे 2024 के लोकसभा चुनावों से डरे हुए हैं। भाजपा हाल ही में कर्नाटक और उससे पहले हिमाचल प्रदेश में हारी है। वे मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव भी हारेंगे।

विपक्षी एकता मजबूत है और नेता 23 जून को बैठक के लिए आ रहे हैं। विपक्षी खेमे में कांग्रेस सहित 15 राजनीतिक दल होंगे और उनके सबसे वरिष्ठ नेता बैठक के लिए यहां आ रहे हैं। वे प्रतिनिधि नहीं भेज रहे हैं। तेजस्वी और जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को घोषणा की थी कि विपक्ष की बैठक, जो पहले 12 जून को होने वाली थी और फिर स्थगित कर दी गई थी, अब 23 जून को गांधी मैदान में ज्ञान भवन में आयोजित की जाएगी।

राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, वामपंथी नेता डी. राजा, सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और भाकपा-माले के राष्ट्रीय सचिव दीपांकर भट्टाचार्य बैठक के लिए पहले ही अपनी सहमति दे चुके हैं।

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इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसके लिए सभी पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं। बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने भी इस चुनाव के लिए कमर कस ली है और उनके भतीजे आकाश आनंद राजस्थान चुनाव के लिए रणनीति बना रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कर्नाटक चुनाव में हार के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP)अपनी रणनीति पर नए सिरे से मंथन कर रही है। जिसके लिए राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को दिल्ली बुलाया गया है।

विधानसभा चुनाव 2018 में बीएसपी के टिकट पर 6 विधायक चुनाव जीते थे। लेकिन बाद में पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। आकाश आनंद की इस बार रणनीति ये है कि बसपा का कोई भी विधायक कांग्रेस में शामिल नहीं पाए। आकाश आनंद की टीम का फोकस जिताऊ उम्मीदवारों पर है। राजस्थान में चुनावी मुद्दे क्या है। बसपा की राज्य में क्या स्थिति है। किन सीटों पर बसपा के उम्मीदवार जिताऊ है। इन तमाम बिंदुओं को लेकर आकाश आनंद की टीम ने हाल ही में सर्वे कराया है।

वहीं भाजपा चुनाव में सीधी लड़ाई की मजबूत रणनीति बनाने में जुटी है। राष्ट्रीय मुख्यालय में भाजपा नेतृत्व के साथ बैठक में वसुंधरा राजे की उपस्थिति में राजस्थान चुनाव अभियान के लिए किसी को चेहरा बनाया जाए या केंद्र की योजनाओं और पीएम के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाए, इस पर विचार-मंथन फिर से शुरू किया गया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे के दौरान वसुंधरा राजे ने मंच साझा किया था।

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Signs of increasing cholesterol in the body : शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से कई प्रकार की परेशानियां आ जाती हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल को साइलेंट किलर भी माना जाता है। बता दें कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल एक वसा या मोम जैसा पदार्थ होता है जो शरीर में कोशिकाओं, कुछ हार्मोन और विटामिन डी बनाने के लिए जरूरी होता है. लेकिन अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का स्तर 200 मिलीग्राम प्रति डेसी लीटर बढ़ जाए तो वो इंसान के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे हार्ट अटैक का भी खतरा रहता है।

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कोलेस्ट्रॉल का स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव
बता दें कि हाई कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। वहीं हाई कोलेस्ट्रॉल के शुरुआती लक्षणों को लोग जल्दी से पहचान नहीं पाते। इसके शुरुआती लक्षण बहुत हल्के होते हैं, जिसकी वजह से लोग इन पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। वहीं कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) धीरे धीरे शरीर में बढ़ने लगता है। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) ज्यादा बढ़ जाता है तो और हमें इसका पता चलता है तब तक इसका पता चलता है तब तक यह शरीर का भारी नुकसान कर चुका होता है। हालांकि अगर सावधानी बरती जाए और ध्यान दिया जाए तो हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ लक्षणों को आसानी से पहचाना जा सकता है। जानते हैं इनके बारे में।

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इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए
क्लाउडिकेशन खून के बहाव में कमी की वजह से होने वाला दर्द है जो हाई कोलेस्ट्रॉल के ( symptoms of high cholesterol) सबसे महत्वपूर्ण लक्षणों में से एक है। ऐसा होने पर पैरों की मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और थकान होने लगती है। हालांकि कुछ देर आराम करने के बाद यह दर्द ठीक भी हो जाता है। क्लाउडिकेशन का दर्द ज्यादातर तांगों, जांघों, नितंबों, कूल्हों और पैरों में महसूस होता है। पैरों में मिलने वाले इन संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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पैरों का ठंडक और कंपन्न महसूस होना
अगर ज्यादा तापमान में भी आपको पैरों में ठंडक और कंपन्न महसूस हो रही है तो यह पेरिफेरल आर्टरी डिसीस का संकेत हो सकता है। हालांकि हो सकता है कि शुरुआत में आपको इससे ज्यादा परेशानी ना हो लेकिन यह समस्या लंबे समय तक रहने पर परेशानी हो सकती है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

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त्वचा के दिखें इस रंग में बदलाव तो
हाई कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol ) की वजह से रक्त वाहिकाओं में प्लाक जमा होने लगता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होने लगता है। ऐसे में जब कुछ जगहों पर खून की आपूर्ति कम होती है तो वहां पर त्वचा के रंग में बदलाव दिखने लगते हैं। ऐसे में अगर आपको अपने पैरों की त्वचा के रंग और बनावट में कुछ बदलाव दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि हाई कोलेस्ट्रॉल के अलावा इसके पीछे और भी कई कारण या वजह हो सकती हैं।

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जयपुर। राजस्थान की सियासत गर्माई हुई है। ईडी के छापों के चलते भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार को घेर रहे हैं और कह रहे हैं कि संजीवनी घोटाले पर ईडी की नजर क्यों नहीं जाती है ? उधर भाजपा नेता कह रहे हैं कि ईडी से सरकार को इतनी घबराहट क्यों हो रही है ?

इसी बीच दोनों पार्टियों के नेताओं की निगाहें 11 जून पर टिकीं हैं। अब आप सोचेंगे कि इस तारीख को आखिर क्या होने जा रहा है ? तो हम आपको बताते हैं कि 11 जून को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि है। इस दौरान दौसा में कार्यक्रम रखा गया है। पायलट दौसा के भंडाना में पुण्यतिथि कार्यक्रम में आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद दौसा के गुर्जर छात्रावास में राजेश पायलट की प्रतिमा का भी अनावरण होगा।

चर्चाओं का बाजार गर्म

निगाहें सचिन पायलट के अगले कदम पर रहेगी। पायलट के नई पार्टी बनाने की चर्चा जोरों पर है। हालांकि उनके समर्थक मंत्री मुरारी लाल मीणा कह चुके हैं कि पायलट कोई नई पार्टी नहीं बना रहे हैं। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी पायलट के नई पार्टी बनाने की चर्चा को सिरे से नकारते कह चुके हैं कि यह कोरी अफवाह है। पायलट कोई पार्टी नहीं बना रहे हैं। पायलट का न तो पहले पार्टी बनाने का मन था और न ही अब है। केवल कुछ लोग ऐसी बातें मीडिया के सामने उछाल रहे हैं।


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11 तारीख का गजब संयोग

11 तारीख का गजब संयोग बना है। 11 अप्रेल को सचिन पायलट ने जयपुर में अनशन किया था। इसके बाद 11 मई को अजमेर से जयपुर पदयात्रा का आयोजन किया। अब एक बार फिर 11 तारीख आने वाली है, जिसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि रंधावा साफ कर चुके हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सुलह हो चुकी है और सुलह का फॉर्मूला भी दोनों नेताओं को पता है।

55 करोड़ की दी प्रोत्साहन राशि
इसके तहत 17 दिसंबर 2018 से मार्च 2023 तक अध्ययनरत इन छात्राओं को 55 करोड़ 17 लाख 87 हजार रुपए का प्रोत्साहन दिया जा चुका है। इससे न केवल छात्राएं कृषि के क्षेत्र में नवाचार कर रही हैं बल्कि देश में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही हैं।

स्कूली छात्राओं के लिए राशि हुई तीन गुनी
कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि छात्राओं के उत्साह को देखते हुए राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवद्र्धन मिशन के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में हाल ही में बढ़ोतरी की है। राज्य में कृषि विषय लेकर अध्ययन करने वाली 11वीं और 12वीं की छात्राओं के लिए राशि 5 से बढ़ाकर 15 हजार प्रतिवर्ष की गई है। कृषि विज्ञान से स्नातक व पीजी करने वाली छात्राओं को 12 की बजाय 25 हजार रुपए एवं पीएचडी छात्राओं की राशि को भी 15 से बढ़ाकर 40 हजार रुपए प्रतिवर्ष किया गया है। यह तीन साल के लिए होगी।

छात्राओं के लिए लाभकारी
राज्य सरकार की यह मुहिम छात्राओं को कृषि संकाय चुनने के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है।

छात्राओं को संबल
जोबनेर स्थित एसकेएन कृषि विवि में एमएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा दिव्या गुर्जर का कहना है कि उन्हें बीएससी के चारों वर्ष व एमएससी के दो वर्षों में 12 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि मिली थी। बीएससी चतुर्थ वर्ष की छात्रा कंचन गंगानी का कहना है कि इस योजना के कारण उन्हें कृषि विषय पढऩे के लिए प्रोत्साहन मिला है। अब वे घर में सब्जियां उगाती हैं, जिससे उन्हें शुद्ध ताजी सब्जियां उपलब्ध होती हैं।

कैसे करें आवेदन
इच्छुक छात्राएं ई-मित्र या एसएसओ आईडीे अथवा राज किसान साथी पोर्टल पर प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर सकती हैं। किसान सेवा केंद्र पर कृषि पर्यवेक्षक या सहा. कृषि अधिकारी, जिला स्तर पर उपनिदेशक कृषि विस्तार से भी छात्राएं सम्पर्क कर सकती हैं।

आवश्यक दस्तावेज
कृषि में अध्ययनरत छात्राओं को राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवद्र्धन मिशन में आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज जैसे जन आधार कार्ड, गत वर्ष की अंकतालिका और मूल निवास प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड करना होता है।

राखी हजेला — जयपुर

अगर आपका बच्चा भी खाना खाने के समय या अन्य समय में भी मोबाइल से चिपका रहता है। तो यह बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। आपको इसपर सतर्क होने की जरूरत है। दरअसल मोबाइल का अधिक यूज बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, मोबाइल बहुत ज्यादा यूज करने से बच्चों में डिप्रेशन, अनिद्रा व चिड़चिड़ापन जैसी मानिसक समस्याएं बढ़ जाती है। इसके अलावा मोबाइल की लत से बच्चों में सिर दर्द, भूख न लगना, आंखों की रोशनी कम होना, आंखों में दर्द, गर्दन में दर्द जैसी समस्या भी हो सकती हैं।

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मोबाइल की लत छुड़ाने के 8 उपाय


वैसे बच्चों की मोबाइल को छुड़ाना आपके लिए आसान नहीं होगा लेकिन अगर आप बच्चे को इन मुसीबतों से दूर रखना चाहते हैं, तो इन 8 तरीके कारगर हो सकते हैं।

बच्चों को सबसे ज्यादा मां-बाप के प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए आप बच्चे के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। इससे बच्चा मोबाइल का इस्तेमाल धीरे-धीरे बंद कर देगा।

खाली समय में बच्चे की क्षमता के हिसाब से घरेलू कामों में उसको शामिल करें, इससे बच्चा आत्मनिर्भर बनने के साथ कुछ व्यवहारिक चीजें भी सीखेगा।

बच्चों के इंटरेस्ट के हिसाब से बच्चे को पेंटिंग, डांसिंग, म्यूजिक व अन्य क्लासेज जॉइन करावा सकते हैं।

बच्चे को नेचर की तरफ आकर्षित करें। साथ ही उन्हें आउटडोर गेम्स के लिए भी प्रोत्साहित करें।

अपने बच्चे को ऐसा टास्क दें, जिससे उसकी रचनात्मक क्षमता बेहतर हो।


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बच्चे को मोबाइल की जगह कोई पालतू पशु लाकर दें, इससे बच्चे आपस में बातचीत करना और इमोशंस को जाहिर कर पाएगा।

अगर आपका बच्चा बहुत जिद्दी है और आसानी से नहीं मान रहा, तो आप एक ऐप की मदद से भी उसकी मोबाइल की लत छुड़ा सकते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद Cracked Screen
Pranked नाम का ऐप डाउनलोड करें। इस ऐप में स्क्रीन क्रैक्ड की टाइमिंग सेट कर दें। इससे आपके मोबाइल की स्क्रीन क्रैक्ड नजर आएगी और बच्चा उसे छोड़ देगा।

इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आप जो करेंगे वही बच्चा भी करेगा। आप मोबाइल ज्यादा इस्तेमाल करेंगे तो यह देखकर बच्चा भी मोबाइल यूज करने की जिद करेगा। इसलिए बच्चों के सामने कम से कम मोबाइल का इस्तेमाल करें।

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ये गलती बिल्कु ना करें
अक्सर देखने में आता है कि मां-बाप अपने बच्चों से कहते हैं कि अगर तुम अपना होमवर्क या अन्य कोई काम जल्दी से कर लोगे तो तुम्हें मोबाइल देंगे। इससे बच्चा सारा ध्यान मोबाइल पर लगा देता है। वह मोबाइल के लालच में काम जल्दी जल्दी कर लेता है। इसलिए ऐसी बातों से बचें।

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पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान में हुए जी -7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे और आमंत्रित देश के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। गौरतलब है कि भारत 2023 में जी -20 और शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता कर रहा है। हाल ही अमेरिका ने भारत को नाटो प्लस में शामिल करने की वकालत की है। वैश्विक स्तर पर बढ़ते भारत के कद को देखते हुए इंटरनेशनल रिलेशन्स के जानकारों का कहना है कि जी-7 और नाटो प्लस के लिए भारत बहुत जरूरी हो गया है और उसके कई कारण हैं।

चार कारण

  1. भारत पर बढ़ी यूरोप की तेल निर्भरता
  2. भारत के रूस और वेस्ट, दोनों से अच्छे संबंध
  3. सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था है भारत
  4. इंडो पैसिफिक क्षेत्र में चीन की चुनौती

भारत पर बढ़ी यूरोप की तेल निर्भरता

रूस यूक्रेन युद्ध के दौरान पूरे यूरोप में तेल-गैस का संकट छा गया था। भारत ने इस आपदा को अवसर में बदला और अप्रेल 2023 तक भारत ने तेल निर्यात में सऊदी को पीछे छोड़ दिया। युद्ध से पहले यूरोप अपनी जरूरत के 40 प्रतिशत तेल और गैस का आयात रूस से करता था लेकिन युद्ध के दौरान लगे बैन से यूरोप में हाहाकार मच गया। इधर बैन से हो रहे नुकसान से उबरने के लिए रूस ने भारत को कम रेट पर तेल निर्यात करना शुरू कर दिया। भारत रूस से तेल खरीदता और रिफाइन कर यूरोप को सप्लाई करने लगा। यूरोप की भारत पर तेल निर्भरता बढ़ने लगी। ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि भारत के जरिए कई यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था गिरने से बच गई।

भारत के रूस और वेस्ट, दोनों से अच्छे संबंध

भारत, उन कुछ देशों में से एक है जिसके रूस और पश्चिम दोनों के साथ ही अच्छे संबंध हैं। एक साल से ज्यादा वक्त से चल रहे युद्ध ने कई पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्थाओं और सप्लाई चेन को तोड़ कर रख दिया है। इस दौरान भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से निकट भविष्य में देशों के बीच मध्यस्थता निभा सकता है। युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत या कूटनीति को किसी भी संभावना के मामले में रूस और पश्चिमी देशों के बीच भारत का दृष्टिकोण महत्वपूर्ण रहने वाला है।

सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था है भारत

सबसे बड़ा कारण भारत की अर्थव्यवस्था है। इंडिया की जीडीपी 2.66 ट्रिलियन डॉलर है जो कि जी-7 से तीन सदस्य देश फ्रांस, इटली और कनाडा से ज्यादा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि आइएमएफ का कहना है कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ती इकॉनोमी है। विश्व बैंक के आंकड़े भी यही कह रहे है कि सात सबसे ज्यादा उभरते मार्केट्स और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में भारत की विकास दर सबसे ज्यादा है।
दरअसल पश्चिमी देशों की आर्थिक विकास की उम्मीदें और संभावनाएं एक स्तर पर आकर स्थिर हो चुकी हैं। आइएमएफ के अनुसार इंडिया निकट भविष्य में इंवेस्टमेंट और बिजनेस में वैश्विक विकास का नेतृत्व करने में सक्षम है। भारत के अन्य देशों के बढ़ते निवेश के पीछे भारतीय बाजार की क्षमता, कम लागत और अच्छी व्यापारिक नीतियों जैसे कई कारण हैं।

इंडो पैसिफिक क्षेत्र में चीन की चुनौती

इंडो पैसिफिक रीजन में अनेकों आर्थिक अवसर हैं, जिनके लिए अमरीका, जापान के अलावा अन्य यूरोपीय देश अपनी नीतियां बना रहे हैं। सर्वविदित है कि हिंद प्रशांत महासागर विश्व का जिओपोलिटिकल और इकॉनोमिकल केंद्र बन चुका है। लेकिन यहां इन दोनों से संगठनों से पहले चीन अपने पैर पसार रहा है जो कि पूरे विश्व के खतरे की घंटी है। श्रीलंका के हंबनटोटा पोर्ट का अधिग्रहण चीन के इरादों को जगजाहिर करता है। पिछले कुछ समय में विश्व ने देखा है कि भारत आर्मी, बेहतरीन रणनीति और अच्छी ब्यूरोक्रेसी के दम पर चीन को कई मोर्चों पर नियंत्रित करने में सफल रहा है। चीन को रोकने के लिए जी -7 के सदस्य देशों में कई देश भारत से संबंधों को बेहतर कर रहे हैं।

नाटो प्लस में शामिल होने से भारत को फायदे नुकसान दोनों


अमरीका भारत को नाटो प्लस का सदस्य बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। सयुंक्त राष्ट्र ने खुद भारत को नाटो प्लस में शामिल होने का बुलावा दिया है। लेकिन भारत के इस ग्रुप में शामिल होने के अपने फायदे नुकसान हैं। दरअसल नाटो प्लस का हिस्सा बनने पर भारत चीन के मोर्चे पर तो ताकतवर हो जाएगा लेकिन भारत को उन्नत हथियारों आपूर्ति के लिए हमें अमरीका और अन्य देशों पर निर्भर होना पड़ सकता है । इससे भारत - रूस संबंधों पर फर्क पड़ सकता है। भारत - रूस के बीच स्थापित एस-400 की डील भी इस ग्रुप में शामिल होने पर बर्खास्त हो सकती है। दूसरा ये एक सैन्य संधि है और भारत की हमेशा से ही स्वतंत्र विदेश नीति रही है। अगर भारत इस ग्रुप का हिस्सा बनता है तो उसे दूसरे देशों में संकट के समय अपनी सेना मदद के लिए भेजनी होगी जबकि भारत अभी विश्व में महाशक्ति बनकर उभर रहा है।

जी-7 और नाटो प्लस का उद्देश्य क्या है..

जी-7 यानि ग्रुप ऑफ सेवन दुनिया के सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों का संगठन है जिसका उद्देश्य मानवाधिकारों की रक्षा, कानून बनाए रखना और वैश्विक विकास के मुद्दों के समाधानों को चर्चा करना है। इधर नाटो प्लस अमरीका द्वारा संगठित एक ग्रुप है जिसका उद्देश्य वैश्विक रक्षा और शांति को बढ़ावा देना है। ये संगठन चीन जैसे देशों को अन्य छोटे देशों पर हमला करने से रोकने और बड़े देशों से छोटे देशों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है।

जी - 7 के सदस्य देश
अमरीका
ब्रिटेन
फ्रांस
कनाडा
जापान
जर्मनी
इटली

नाटो प्लस के सदस्य देश
दक्षिण कोरिया
जापान
इजरायल
न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रेलिया

जी -7 फिर से जी -8 होता है या नहीं, भारत नाटो प्लस का 6वां सदस्य बनता है या नहीं, ये तो समय ही बताएगा। लेकिन ये साफ है कि भारत हिंद प्रशांत महासागर में और रूस एवं पश्चिम के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए एक बेहद जरूरी कड़ी है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर डिस्कॉम क्षेत्र में 1 लाख 15 हजार 383 अविद्युतिकृत घरों को आरडीएसएस योजना के तहत विद्युतीकृत करने के लिए स्वीकृति प्रदान की है। ये घर सौभाग्य योजना की समाप्ति के उपरांत विद्युतीकरण से वंचित रह गए थे। इसमें 322.61 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

विद्युतीकृत होने वाले घरों में बाड़मेर जिले के 41 हजार 396, जोधपुर जिले के 20 हजार 993, जैसलमेर जिले के 16 हजार 853, बीकानेर जिले के 14 हजार 458, चूरू जिले के 6379, जालौर जिले के 5368, सिरोही जिले के 4981, हनुमानगढ़ जिले के 2057, श्रीगंगानगर जिले के 1675 तथा पाली जिले के 1223 घर शामिल हैं।
जल संसाधन योजना के लिए वित्तीय मंजूरी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जल संसाधन विभाग से संबंधित 5 विकास कार्यों हेतु 156.13 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति दी है। इस राशि से झालावाड़ जिले में राजगढ़ मध्यम सिंचाई परियोजना में फव्वारा पद्धति के विकास कार्य, घुघवा लघु सिंचाई परियोजना में निर्माण कार्य तथा गागरीन सिंचाई परियोजना में आवश्यक सिंचाई सुविधा के कार्य कराए जाएंगे। इसके साथ ही बूंदी जिले में उतराना माइक्रो लिफ्ट सिंचाई परियोजना में निर्माण कार्य तथा बांसवाड़ा जिले के कूपड़ा गांव में अनास नदी पर एनिकट का निर्माण कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने राज्य बजट वर्ष 2023-24 में इस संबंध में घोषणा की थी।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 6 नवीन कार्यालय खोलने एवं इन कार्यालयों के संचालन हेतु 52 नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति दी है।

प्रस्ताव के अनुसार नागौर जिले के कुचामन में वृत्त (अधीक्षण अभियंता) कार्यालय, जायल में खण्ड (अधिशाषी अभियंता) कार्यालय तथा डेह में उपखण्ड (सहायक अभियंता) कार्यालय खोला जाएगा। इसके साथ ही सीकर जिले के खण्डेला में खण्ड (अधिशाषी अभियंता) कार्यालय एवं अजमेर के सावर तथा अलवर के भिवाड़ी में उपखण्ड (सहायक अभियंता) कार्यालय खोले जाने की स्वीकृति दी गई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा राज्य बजट 2023-24 में इस संबंध में घोषणा की गई थी।


मुख्यमंत्री से सचिवालय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी मिले
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इसमें संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सीताराम चौधरी, राजस्थान सचिवालय सेवा अधिकारी संघ के अध्यक्ष डॉ. के.के. स्वामी, सचिवालय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष कपिल देव, शिवजी राम जाट, रामस्वरूप विश्नोई, सहायक शासन सचिव आविद हसन, सहायक अनुभागाधिकारी विरेन्द्र प्रताप सिंह राणावत आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। गहलोत ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी।

अधिकतर मरीजों को यह नहीं पता होता कि ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के बाद क्या खाएं और क्या न खाएं। ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के बाद, मरीजों को हमेशा देखभाल करने वाले की जरूरत होती है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि उपचार से कोई प्रभाव पड़ता है या नहीं। पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल के लिए एक रोगी को अपनी दैनिक आदतों और गतिविधियों में परिवर्तन करना चाहिए। इसके अलावा ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के बाद रोगी को एक उपयुक्त पोषण आहार की जरूरत होती है।

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ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के बाद पौष्टिक आहार Healthy Diet after Brain Tumor Surgery
ब्रेन ट्यूमर सर्जरी के बाद, रोगियों को एक पौष्टिक आहार खाना चाहिए जिसमें अंडे, सब्जियां, फल आदि जैसे समृद्ध खाद्य पदार्थ शामिल हों। क्योंकि सर्जरी के बाद ठीक होने के लिए शरीर को प्रोटीन और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। प्रोटीन युक्त आहार घाव को तेजी से भरने में मदद करता है। इस बात का ध्यान रखें कि रोगियों को मांस नहीं खाना चाहिए।

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फोलिक एसिड Take Folic Acid
माना जाता है कि फोलिक एसिड में मेटास्टेसिस और ब्रेन ट्यूमर के प्रसार को रोकने और धीमा करने की क्षमता होती है। इसलिए, फोलिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पालक, संतरे, चावल और बीन्स के साथ-साथ फोलिक एसिड की खुराक लेने से रोगियों को ब्रेन ट्यूमर सर्जरी से उबरने में मदद मिलती है।

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एंटीऑक्सीडेंट फूड का सेवन
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ ट्यूमर के विकास को धीमा करने के साथ- साथ इससे से लड़ने में भी मदद करते हैं। सेब, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर और अन्य एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ ब्रेन ट्यूमर से लड़ने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा ब्रोकली, पालक, गाजर और आलू सभी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए इफेक्टिव होते हैं।


ब्रेन ट्यूमर के असर को कम करने के लिए यह टिप्स आजमाएं

थोड़ा-थोड़ा भोजन बार-बार करें
तीन बार ज्यादा भोजन के बजाय पूरे दिन में छह से आठ बार थोड़ा थोड़ा भोजन करें। इससे आपके पेट में दर्द नहीं होगा और रात जो चैन की नींद ले सकेंगे।

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पानी की कमी न होने दें
दिन भर तरल पदार्थों का सेवन करें ताकि डिहाइड्रेशन से बच सकें।

अगर आपको ब्रेन ट्यूमर है तो जाने स्वस्थ, संतुलित आहार के फायदे
आपके शरीर में ताकत और ऊर्जा बनी रहती है
आपके शरीर का वजन और पोषक तत्व बैलेंस में रहते हैं
संक्रमण का खतरा कम होता है
सही ढंग से भोजन करने से आपके शरीर को उपचार के दुष्प्रभावों से उबरने में मदद मिलती है।

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15 महीने से ज़्यादा समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) में दो दिन पहले एक नया मोड़ आया, जब रूस के हमले में यूक्रेन का सबसे बड़ा काखोवका बांध (Kakhovka Dam) तबाह हो गया। काखोवका बांध सिर्फ पानी के लिए नहीं, न्यूक्लियर एनर्जी के हिसाब से भी काफी अहम था। यूक्रेन का सबसे बड़ा बांध होने की वजह से यह बड़ी मात्रा में पानी को रोकता था। पर इसके तबाह होने से सारा पानी ज़मीन पर आ गया और आस-पास के इलाकों में घुस गया। इससे आस-पास बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। खेरसन (Kherson) का कुछ इलाका भी इसमें शामिल है।


जायज़ा लेने के लिए पहुंचे यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की

खेरसन के एक इलाके में बाढ़ की वजह से पैदा हुए हालात का जायज़ा लेने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy मौके पर पहुंचे। बांध के तबाह होने के बाद ज़ेलेन्स्की ने तुरंत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इस समय यूक्रेन के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ऐसे में ज़ेलेन्स्की ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरी स्थिति और खतरे की मॉनिटरिंग की जा रही है।

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हज़ारों लोग पहुंचे सुरक्षित स्थान


काखोवका बांध के तबाह होने की वजह से आस-पास के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ऐसे में बाढ़ से बचने के लिए लोग सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं। अब तक हज़ारों लोग अपनी जान बचाने के लिए अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। इसके लिए ज़्यादातर लोगों नांवों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

रूस ने यूक्रेन पर लगाया बांध को तबाह करने का आरोप

काखोवका बांध को तबाह करने के लिए सभी जहाँ रूस पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं इस मामले में रूस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया है। यूनाइटेड नेशंस (UN) के कोर्ट में रूस के एक डिप्लोमैट ने आज बयान देते हुए कहा है कि काखोवका बांध को तबाह करने में रूस का हाथ नहीं है, बल्कि यूक्रेन ने इस हरकत को अंजाम दिया है। साथ ही उसने इस मामले की जांच कराने की भी मांग की है।

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जयपुर। बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर राजस्थान में सक्रिय होने जा रही है। इस बार पार्टी सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने राजस्थान की कमान संभाली है। पार्टी इस बार चुनाव में फूंक—फूंककर कदम रखेगी। टिकट उसे ही दिया जाएगा जो वफादार होगा। ताकि चुनाव जीतने के बाद वो दूसरी पार्टी में शामिल नहीं हो।

दरअसल बसपा को राजस्थान में दो बार धोखा मिल चुका है। 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के 6 विधायक जीतकर आए थे। पार्टी को भरतपुर और अलवर में 2 और झुंझुनूं व करौली जिले में 1-1 सीटपर जीत मिली थी, लेकिन सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए और अशोक गहलोत का समर्थन दे दिया। इससे पहले भी 2009 में बसपा के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। दोनों बार बसपा विधायकों के दम पर ही सरकार बनी। यही वजह है कि इस बार पार्टी कोई रिस्क नहीं लेगी और चुनाव से पांच महीने पहले ही बसपा राज्य में सक्रिय हो गई है। आपको बता दें कि आकाश आनंक मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे है। वे इस समय पार्टी में नंबर दो की पॉजिशन है।

तीसरा मोर्चा हो रहा है सक्रिय

राजस्थान में तीसरा मोर्चा सक्रिय हो रहा है। आम आदमी पार्टी भी प्रदेश में पूरा दमखम लगा रही है, वहीं हनुमान बेनीवाल की रालोपा भी राजस्थान में सक्रिय नजर आ रही है। यही वजह है कि दो बार 6-6 विधानसभा सीट जीत चुकी बसपा इस बार भी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। पार्टी अब तक भरतपुर, अलवर, करौली, झुंझुनूं में अपनी जीत दर्ज कर चुकी है। इस बार भी पार्टी को कई सीटों पर जीत की उम्मीद है।


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पाला नहीं बदले, ऐसे नेताओं पर नजर

बसपा का राजस्थान में प्रदर्शन अच्छा रहा है। मगर हर बार जीतकर आए विधायकों के पाला बदल लेने की परंपरा को इस बार पार्टी तोड़ना चाहती है। यही वजह है कि जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवारों पर पार्टी इस बार दाव खेलेगी। 2018 में झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से राजेंद्र गुढ़ा, भरतपुर के नगर से वाजिब अली, भरतपुर के नदबई से जोगिंद्र अवाना, अलवर के तिजारा से संदीप यादव, अलवर के किशनगढ़ बास से दीपचंद खेरिया और करौली से लाखन सिंह विधायक बने थे, जो सभी कांग्रेस में शामिल हो गए।

NHPC Ltd Recruitment 2023 : केंद्र सरकार के अधीन एनएचपीसी लिमिटेड (NHPC Limited) ने जूनियर इंजीनियर सिविल, जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिकल, जूनियर इंजीनियर मैकेनिकल, जूनियर इंजीनियर ई एंड सी, पर्यवेक्षक आइटी, पर्यवेक्षक सर्वे, हिंदी अनुवादक, ड्राफ्ट्समैन (सिविल), ड्राफ्ट्समैन (इलेक्ट्रिकल/मैकेनिकल) और वरिष्ठ लेखपाल के कुल 388 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 9 जून (सुबह 10 बजे) से शुरू होगी। कुल पदों में से 15 पद दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं। चयनित अभ्यर्थियों को एनएचपीसी के देशभर में स्थित प्रोजेक्ट्स/पावर स्टेशन/कार्यालयों में नियुक्ति दी जाएगी। अंतिम वर्ष/सेमेस्टर में शामिल होने वाले अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन करने के लिए पात्र नहीं हैं।

वेकेंसी डिटेल्स
-जूनियर इंजीनियर सिविल : 149

-जूनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिकल : 74

-जूनियर इंजीनियर मैकेनिकल : 63

-जूनियर इंजीनियर ई एंड सी : 10

-पर्यवेक्षक आइटी : 9

-पर्यवेक्षक सर्वे : 19

-हिंदी अनुवादक : 14

-ड्राफ्ट्समैन (सिविल) : 14

-ड्राफ्ट्समैन (इलेक्ट्रिकल/मैकेनिकल) : 8

-वरिष्ठ लेखपाल : 28

आयु सीमा
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु 30 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एससी, एसटी, ओबीसी, पूर्व सैनिक और दिव्यांग अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढें।

आवेदन शुल्क
सामान्य, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी (नॉन क्रीमी लेयर) अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 295 रुपए (जीएसटी सहित) भरने होंगे। एससी/एसटी, दिव्यांग और पूर्व सैनिक अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

चयन प्रक्रिया
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन ऑनलाइन परीक्षा (सीबीटी) के आधार पर किया जाएगा। सीबीटी में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को कोई टीए/डीए नहीं दिया जाएगा। परीक्षा 3 घंटे की होगी और जयपुर, कोलकाता, भोपाल, अहमदाबाद, नई दिल्ली, बेंगलूरुर सहित विभिन्न शहरों में आयोजित की जाएगी।

शैक्षणिक योग्यता
10वीं उत्तीर्ण से लेकर मास्टर डिग्रीधारक अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं।

ऐसे करें आवेदन
अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट https://www.nhpcindia.com/पर लॉगिन कर 30 जून (रात 11.55 बजे) तक आवेदन कर सकते हैं।

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Remedies for Hair Fall : कम उम्र में ही बाल झड़ना और गंजापन (baldness) आम समस्या हो गई है। युवाओं में असमय गंजेपन से तनाव और डिप्रेशन (Stress and depression) भी देखा जा रहा है। जानते हैं कैसे इस आसान उपाय से आप बालों का झड़ना रोक सकते हैं।

पहले गंजापन बढ़ती उम्र की समस्या मानी जाती थी लेकिन अब तो भारत में 20 से 25 साल के युवाओं में भी तेजी से बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या (problem of hair loss) देखी जा रही है। वैसे कम उम्र में गंजेपन की कई वजह मानी जाती हैं जिनमें खराब लाइफस्टाइल, बिगड़ता खानपान, घर की तुलना में बाजार की मिर्च मसालेदार और तली-भुनी चीजें या जंक फूड, फास्ट फूड और रेडी टू ईट फूड ज्यादा खाना प्रमुख हैं।

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बाल झड़ने की एक बड़ी वजह (reason for hair loss) जेनेटिक भी होती है। लेकिन यदि समय पर बाल झड़ने का पता चल जाए तो समुचित इलाज से काफी हद तक इसे रोका जा सकता है। इसके लिए आयुर्वेद में कई तरह के नुस्खे बताए गए हैं लेकिन यहां हम आपको दो खास उपाय बता रहे हैं। इस उपाय से न केवल बाल झड़ना रुकेगा बल्कि पतले हो रहे बालों की समस्या भी दूर की जा सकती है।

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Hair loss treatment : हालांकि आयुर्वेद के नुस्खों के साथ कुछ परहेज करना चाहिए और इस इलाज के साथ घर में बना भोजन का ही सेवन करें। बाहर के मसालेदार, ऑयली और रेडिमेड या जंक-फास्ट फूड से परहेज करें। अपने खानपान में फाइबर यानी रेशेदार हरी सब्जियां और फल जरूर शामिल करें।


घर पर ही बनाएं बालों के लिए खास चूर्ण Make special powder for hair at home
आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार बालों का झड़ना रोकने के लिए आप घर में ही यह खास चूर्ण बना सकते हैं। इसके लिए आपको भृंगराज रसायन (Bhringraj Rasayan) बनाकर उसका नियमित रूप से सेवन करना होगा। भृंगराज रसायन बनाने के लिए 100 ग्राम भृंगराज चूर्ण, 100 ग्राम आंवला चूर्ण, 100 ग्राम काला तिल का पाउडर और 200 ग्राम मिश्री को पीसकर चूर्ण तैयार कर लें। इसे रोज दूध के साथ पांच ग्राम की मात्रा में लें। इसके साथ ही नीलिभृंगादि तेल से सिर की मालिश करें।

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रोज गाय का घी (cow's ghee ) या अणु तेल से नस्य करें। नस्य का मतलब है कि आप गाय के घी या अणु तेल की 2-2 बूंदें रोजाना सुबह -शाम अपनी नाक में डालें। यह उपाय कुछ महीनों तक करेंगे तो धीरे-धीरे इससे लाभ मिलेगा। यदि आपको उम्मीद के अनुसार फायदा नहीं हो रहा है या कोई समस्या हो रही है तो आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।


अन्य उपायः बाजर में मिल रहे कच्चे आंवला रोज कम से 2-3 किसी भी रूप में खाएं। आंवला भी बालों की ग्रोथ बढ़ाने में असरदार माना जाता है। कच्चा आंवला खाने में दिक्कत है तो इसका मरब्बा या अचार अथवा सब्जी बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।

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(डिसक्लेमरः इस जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। इसलिए दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें)।

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अधेड़ावस्था में प्रोस्टेट ग्रंथि का बढऩा एवं इससे संबंधित अन्य समस्याओं का सही समय पर इलाज न होने से स्थिति बिगडऩे पर कैंसर भी हो सकता है। पुरुषों को होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर में प्रोस्टेट कैंसर का दूसरा स्थान है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की नॉर्थ वेस्ट (कोलकाता) शाखा के सचिव एवं वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ.अमित कुमार अग्रवाल के मुताबिक सही जीवनशैली व खानपान से इसकी रोकथाम संभव है।

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डेयरी प्रोडक्ट कम लें
वसायुक्त भोजन विशेषतौर पर ऐसे डेयरी उत्पाद जो कि पाश्चुरीकृत हों, उन्हें न खाएं। इस प्रकार का फूड प्रोस्टेट कैंसर के साथ-साथ हृदय संबंधित बीमारियों का कारण भी बन सकता है।

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नियमित एक्सरसाइज करने की आदत बनाएं। भोजन जीभ के स्वाद के लिए नहीं ब्लकि अपनी सेहत के लिए करें। मांसाहार से बचें क्योंकि रेड मीट का ज्यादा मात्रा में सेवन प्रोस्टेट के लिए हानिकारक हो सकता है। शराब या बीयर का सेवन न करें। अधिक चाय-कॉफी न पिएं क्योंकि इनसे डिहाइड्रेशन होता है और ब्लैडर में विषैले पदार्थों का जमाव होने लगता है।

एक्सपर्ट ज्यादा नमक युक्त भोजन से दूर रहने के साथ-साथ पके भोजन में ऊपर से नमक डालने की प्रवृत्ति से बचने की हिदायत देते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड से समृद्ध भोजन का चयन समझदारी की बात है, यह सूखे मेवों मे प्रचुर मात्रा में मिलता है। चिप्स, एगरोल, फै्रंचफ्राई आदि से दूर रहें। रोजाना मिठाई खाने की आदत से भी बचना चाहिए।

 

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खूब पिएं पानी
रोजाना दिन में कम से कम तीन-चार लीटर सादा पानी पीने की आदत डालनी चाहिए ताकि शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ पेशाब के जरिए आसानी से निकल जाएं।

(डिसक्लेमरः इस जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। इसलिए दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें)।

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28 मई को भारत के प्रद्यानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) द्वारा नए संसद भवन के लोकार्पण के बाद उसमें लगी 'अखंड भारत' की तस्वीर के चलते पड़ोसी देशों में काफी विवाद हुआ। पाकिस्तान, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश जैसे देशों ने इस तस्वीर पर आपत्ति जताई थी। इसकी वजह थी इसमें दिखाया गया भारत का पुराना नक्शा, जिसमें भारत के कई ऐसे हिस्से जो अब दूसरे देशों में हैं, भी दिखाई गए थे। इस बात को भारत की विस्तारवादी मानसिकता बताकर इन देशों के राजनीतिक दलों के साथ ही कई अन्य लोगों ने चिंता जताई थी। पाकिस्तान ने तो इस बात की काफी आलोचना भी की थी। अब इस मामले में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर (Dr. S. Jaishankar) ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।


पाकिस्तान के पास नहीं है समझने की शक्ति

आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर से जब इस बारे में पूछा गया कि नए संसद भवन में लगी 'अखंड भारत' की तस्वीर पर पड़ोसी देशों की चिंता जताने पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है। ऐसे में डॉ. जयशंकर ने जवाब देते हुए कहा, "संसद में लगी अखंड भारत की तस्वीर सम्राट अशोक के साम्राज्य की सीमा को दर्शाती है। हमने यह बात उन्हें बता दी है और नेपाल, भूटान और बांग्लादेश इस बात को समझ भी गए हैं। वहीं पाकिस्तान की बात करें, तो उन्हें छोड़ ही दीजिए। उनके पास समझने की शक्ति नहीं है।"

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Viral News : इस धरती पर एक ऐसा गांव हैं, जहां आज तक एक बूंद भी बारिश नहीं हुई। यह खबर एकदम सच है कि इस गांव की धरती पर एक भी बूंद बारिश नहीं हुई है। महशूर गीतकार और कवि गोपालदास नीरज की यह पंक्तियां एक दम सटीक बैठती है कि "अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई, मेरा घर छोड़ के पूरे शहर में बरसात हुई।" गीतकार ने लिखने से पहले कभी सोचा भी नहीं होगा कि यह कविता हकीकत के जैसे हकीकत में देखने को भी मिलेगा। इस धरती पर ऐसा एक गांव भी है जहां बादल ऐसे रूठे हैं कि वहां आजतक बरसात की एक बूंद भी नहीं गिरी है। इस चमत्कार को आजतक तक कोई नहीं जान पाया और ना ही इसके पीछे के विज्ञान को समझ पाया। आपको सुनने में ये जरूर अटपटा लग रहा होगा लेकिन सच यह हैं कि यहां पर आज तक एक बूंद भी बारिश नहीं गिरी हैं। लेकिन फिर भी यहां लोग और जीव-जंतु बड़े आराम से अपना जीवन यापन करते हैं।

किस गांव में नहीं हुई आज तक बारिश?

मध्यपूर्व एशिया के देश यमन में अल-हुतैब नाम का गांव है जहां आजतक एक बूंद भी बारिश नहीं हुई है। अल-हुतैब गांव यमन की राजधानी सना के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल सबके मन में एक ही आता है कि आखिर इस गांव में बारिश क्यों नहीं होती? और अगर बारिश नहीं होती तो फिर यहां के लोग अपना जीवन यापन कैसे करते हैं?

क्या कारण है इस गांव में बरसात नहीं होने का?

अगर देखा जाए तो इस गांव में बारिश नहीं होने के कई बड़े वैज्ञानिक कारण हैं। सबसे मुख्य कारण समुद्रतल से इस गांव की ऊंचाई है। जैसा कि हमने पहले भी इसके बारे में बात की थी कि यह गांव लगभग 3200 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। अगर हम विज्ञान की बात करें तो बादलों के बनने की प्रकिया लास्ट 2000 मीटर की ऊंचाई तक संभव है। अगर अनुमान लगाया जाए तो बादल इस गांव से काफी नीचे बनते हैं। और यही सबसे महत्पूर्ण कारण है कि इस गांव में बरसात का नामोनिशान नहीं है।

कैसे करते हैं गांववासी अपना जीवन यापन?

इस गांव में रहने वाले लोगों को बिना बारिश के अपना जीवन यापन करने में कोई मुश्किल नहीं होती। उनके अनुसार वो अपने गांव में बेहद खुश है और उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके गांव में बारिश नहीं होती।

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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

Aaj Ka Rashifal 9 june : कैसा रहेगा आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्योतिषाचार्य

ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश भारद्वाज

अंकगणित में आज का मूलांक 9 है और भाग्यांक 4 है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में तनाव सहने की क्षमता काफी कम है। अपने भावों को थोड़ा अग्रेशन के साथ रखने के कारण छोटी-छोटी बातों पर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आशंका जनित व्यवहार के कारण अकारण ही तनावपूर्ण वार्ता होने की संभावना रहेगी। अपने इनट्यूशन पर भरोसा करना आज के दिन समस्या में डाल सकता है। व्यापारिक तौर पर भविष्य के सौदा करना ठीक नहीं रहेगा। मूलांक 2, 4, 6, 8 और 9 वालों के लिए बहुत संभलकर वार्ता करना आवश्यक रहेगा। वहीं मूलांक 1,3,5,7 वाले दूसरों की गलतियों का लाभ उठाते हुए फायदे में रह सकते हैं।

टैरो कार्ड मैं आज का कार्ड स्ट्रैंथ के साथ किंग ऑफ कप्स है। इसके मायने यह है कि आज आपको अपने कार्यों में अपनी आंतरिक और सामूहिक शक्ति का प्रदर्शन करना पड़ सकता है। धैर्य के साथ दिखावा आपका कंपैशन सफलता और प्रतिष्ठा दोनों दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।
कार्ड्स आज संदेश देते हैं की अपने आसपास के लोगों को शक्ति विश्वास और प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देने का कार्य आपको करना होगा।

सनसाइन के अनुसार आज का दिन उत्साह और एनर्जी से भरा हुआ रहेगा। जो लोग अपने कार्यों के प्रति थोड़े लापरवाह या कम ऊर्जा महसूस करते हैं वह भी आज अपने कार्यों में पूरी लगन और पूरी इच्छाशक्ति से जुटे हुए हो सकते हैं। इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं लेकिन सावधान उन लोगों का रहना है जो हमेशा अपने कार्यों के प्रति उत्साह और एनर्जी से भरे रहते हैं। आज उनके पास अधिक उर्जा होने से हो सकता है की उनकी आक्रामकता का स्तर न सिर्फ कार्य में बल्कि व्यवहार में भी दिखाई दे और इसके परिणाम स्वरूप आसपास के लोगों से या उच्च अधिकारियों से तनावपूर्ण स्थिति का निर्माण ना हो जाए। अगर आज के दिन की ऊर्जा का सही उपयोग किया गया तो व्यक्तिगत तल की सामूहिक रूप से भी बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद रहेगी। एरीज और स्कॉर्पियंस को छोड़कर बाकी सभी लोग आज के दिन का सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा।

मूनसाइन के अनुसार आज का दिन भावनात्मक रूप से अपनी बात स्पष्ट रूप से साथी से कहने का रहेगा फिर हो सकता है कि वार्तालाप थोड़ा अधिकार वादी ता पूर्ण दिखाई दे और अपनी बात मनवाने या दिन की किसी खास घटनाक्रम को अपने अनुसार निर्धारित करने के लिए थोड़ा ज्यादा संघर्ष करते दिखाई दे और इसी कड़ी में अगर साथी भी आपके प्रोग्राम से सहमत हैं तो आनंद का स्तर दुगना या असहमत हैं तो तनाव का स्तर दुगना रहने की संभावना है। इसलिए वार्तालाप की शुरुआत में ही सहज रहने की कोशिश करें।

कैसा रहेगा इस सप्ताह आपका रिश्ते संबंधो का राशिफल?
नौकरी पेशा लोगों के लिए यह वीक मिलाजुला असर लिए हुए है एक तरफ जहां जॉब में बदलाव के लिए प्रयत्नशील लोगों को अवसर मिलेंगे वही पूर्व में किए अच्छे कार्यों के आधार पर आकस्मिक पदोन्नति के अवसर भी आ सकते हैं सप्ताह आरंभ के 2 दिन जॉब परिवर्तन करने वालों के लिए बेहतर संदेश देने वाले हो सकते हैं वही सप्ताह का मध्य भाग वर्तमान जॉब में सफलता देने वाला रहेगा सप्ताह के अंत का भाग ऑफिस पॉलिटिक्स में सावधानी से अपने आप को व्यक्त करने का रहेगा

प्रश्न: आचमन क्रिया क्यों की जाती है? इसका क्या महत्व है?
उत्तर: किसी भी पूजा में बैठने के बाद सबसे पहले शुद्धि के लिए आचमन कराया जाता है। यह क्रिया आत्मिक शुद्धि के लिए और पूजा आरंभ से पहले मन कर्म वचन से अपने आप को ईश्वर से जोड़ने का एक माध्यम है। जिसमें हमारी सभी इंद्रियां ईश्वरीय कार्य के लिए पूर्ण तरह समर्पित हो जाती हैं। आचमन की प्रक्रिया में तांबे के पात्र से तांबे की चम्मच द्वारा तुलसी मिला हुआ जल सीधे हाथ की हथेली पर दिया जाता है। ऐसा करने के बाद प्रथम आचमन से ऋग्वेद और द्वितीय से यजुर्वेद और तृतीय से सामवेद की तृप्ति होती है। आचमन करके जलयुक्त दाहिने अंगूठे से मुंह का स्पर्श करने से अथर्ववेद की तृप्ति होती है। आचमन करने के बाद मस्तक को अभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं। दोनों आंखों के स्पर्श से सूर्य, नासिका के स्पर्श से वायु और कानों के स्पर्श से सभी ग्रंथियां तृप्त होती हैं। माना जाता है कि ऐसे आचमन करने के बाद पूजा आरंभ की जाती है और उसका पूर्ण फल हमें मिलता है।

Aaj Ka Rashifal 9 june : कैसा रहेगा आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्योतिषाचार्य

आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष : संतान के विवाह के लिए आये प्रस्ताव पर गहन विचार करें फिर उन्हें जवाब दें। आपका दिन कुछ भिन्न तरीके से बीतेगा। स्वयं के लिए आप समय निकाल पाएंगे। मित्रों से वार्तालाप सुख देगा।

वृषभ: अपने लोगों से मन की बात कहने का अवसर मिलेगा। नए संपर्क होंगे। आप के लिए आर्थिक लाभ का दिन है। घर में शांति और आनंद का वातावरण रहेगा, जो कि आपके मन को प्रसन्न रखेगा।

मिथुन: कारोबार विस्तार के योग हैं। पितृ कार्य में समय बीतेगा। मन चिंताग्रस्त और दुविधायुक्त रहेगा। ऐसी मनोदशा में आप किसी भी कार्य में दृढ़ निश्चय नहीं रह पाएंगे। आज कोई भी महत्त्वपूर्ण कार्य न करें क्योंकि आज भाग्य साथ नहीं देगा।

कर्क: स्वास्थ्य पर ध्यान दें और अपने पुराने विचारो को त्यागें। आज आप के स्वभाव में प्रेम दिखेगा। इस कारण मानसिक रूप से व्याकुलता का अनुभव होगा। संतान की भावनाओ को समझें। उन्हें खूब स्नेह करें ।

सिंह : किसी की बुराई न करें। पहले ही सम्बन्ध कमजोर हैं और कमजोर न करें। दिन मध्यम है।अपना व्यवहार सुधारें और अपनी बात पर कायम रहें। सम्पति लाभ सम्भव है।

कन्या: परिवार के लोग आप को गलत साबित करने में लगे हैं। भाइयों द्वारा सहयोग न मिलने से दुखी रहेंगे। वाहन सुख मिलेगा। कार्यस्थल पर कार्य सुचारु रूप से चलेंगे। आर्थिक तंगी का सामनाकरना पड़ेगा।

तुला: आप की कार्य शैली में आए परिवर्तन से लोग अचंभित होंगे। आज का दिन शुभ फलदायी है। आपकी रचनात्मक और कलात्मक शक्तियों में वृद्धि होगी।

वृश्चिक: कई अनुभव आज काम आने वाले हैं। आज का दिन शारीरिक और मानसिक अस्वस्थता के साथ व्यग्रतापूर्ण तरीके से बीतेगा। शारीरिक कष्ट, विशेषकर आंखों में पीड़ा होने की संभावना है।

धनु: आप के द्वारा कोई परमार्थिक कार्य होने वाला है। आज का दिन आपके लिए बहुत लाभकारी है। आपकी आय में वृद्धि होगी। किसी अन्य तरीके से भी आर्थिक लाभ होगा।

मकर: दूसरों की निंदा से बचें। आप के व्यवसाय हेतु आज का दिन बहुत शुभ है। आज हर काम सफलतापूर्वक संपन्न होगा। बच्चों की जरुरतों को पूरा करने में लगे रहेंगे।

कुम्भ: जो लोग आप की निंदा करते थे वे आज आप की तारीफ करते नहीं रुकेंगे। आज आपका दिन अच्छा रहेगा। सगे-संबंधी के साथ प्रवास का आयोजन हो सकता है। किसी महिला मित्र से लाभ होना संभव है।

मीन: वाहन पर खर्च बढ़ेगा। आज आपको नए कार्य की शुरुआत नही करना चाहिए। भाषा और व्यवहार पर संयम रखना आपके हित में होगा।

Aaj Ka Rashifal 9 june : कैसा रहेगा आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्योतिषाचार्य

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-19
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज धनिष्ठा नक्षत्र में विवाह का अतिआव. में (वैधृति व भौम वेध दोष) तथा गृहारम्भ का अतिआवश्यकता में (वैधृति दोष युक्त) मुहूर्त है। षष्ठी नन्दा संज्ञक तिथि सायं 04-21 तक, तदुपरान्त सप्तमी भद्रा संज्ञक शुभ तिथि है। षष्ठी तिथि में काठ की दातुन, यात्रा, उबटन व चित्रकारी के कार्यों को छोडक़र विवाहादि मांगलिक कार्य और वास्तु विषयक कार्य करने योग्य हैं। सप्तमी तिथि में समस्त शुभ व मांगलिक कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से पूर्वाह्न 10-44 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत, दोपहर 12-26 से दोपहर बाद 02-08 तक शुभ तथा सायं 5-33 से सूर्यास्त तक चर के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं 11-58 से दोपहर 12-53 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

दिशाशूल: शुक्रवार को पश्चिम दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्रमा प्रात: 06-02 तक मकर राशि में, जिसका वास दक्षिण दिशा में तथा इसके बाद कुम्भ राशि के चंद्रमा का वास पश्चिम दिशा में होगा। यात्रा में सम्मुख चंद्रमा लाभदायक व शुभप्रद रहता है।

राहुकाल: प्रात: 10-30 बजे से दोपहर 12-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

चंद्रमा: चंद्रमा प्रात: 06-02 तक मकर राशि में व इसके बाद कुम्भ राशि में होगा।

नक्षत्र: धनिष्ठा ''चर व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र सायं 05-09 तक, तदन्तर शतभिषा भी ''चर व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। धनिष्ठा नक्षत्र में यथाआवश्यक मुण्डन, जनेऊ, घर, बाग, गृहारम्भ व प्रवेश, विवाह व अलंकार सम्बन्धी कार्य और शतभिषा नक्षत्र में वास्तु, वाहन व उपनयन आदि विषयक कार्य करने चाहिए।

योग: वैधृति नामक अत्यन्त दुद्र्धर्ष व बाधा कारक योग अपराह्न 03-46 तक तदुपरान्त विष्कु म्भ नामक नैसर्गिक अशुभ योग है।

विशिष्ट योग: राज योग नामक शुभ योग सायं 4-21 से सायं 05-09 से है।

करण: गर नामकरण प्रात: 5-40 तक, तदन्तर वणिज नामकरण सायं 4-21 तक, तदुपरान्त अंतरात 3-11 तक भद्रा है।

व्रतोत्सव : वैधृति पुण्यं व पंचक प्रारम्भ प्रात: 06-02से।


आज जन्म लेने वाले बच्चे

आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (गि, गु, गे, गो, सा, सी) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। प्रात: 06-02 तक जन्मे जातकों की जन्म राशि मकर व इसके बाद जन्मे जातकों की जन्म राशि कुम्भ है। मकर व कुम्भ दोनों ही राशियों के स्वामी शनि देव है। इनका जन्म ताम्रपाद से है। सामान्यत: ये जातक साहसी, धनी, एनकेन प्रकारोण इनका सरकारी काम से सम्बन्ध रहता है। ये सत्यप्रिय और माननीय होते हंै। इनका भाग्योदय लगभग 30 वर्ष की आयु के बाद ही होता है। मकर राशि वाले जातकों के आवश्यक कार्य विघ्न बाधा के बाद सफल सिद्ध होंगे। यथोचित धन-लाभ भी होगा।

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जयपुर। राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीना ने गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत के पुत्र और पुत्रवधु पर सीधा हमला बोला और उनपर गंभीर आरोप लगाए है। सांसद किरोड़ी लाल ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि पांच सितारा होटलों में बेनामी व्यवसाय किया जा रहा है। सांसद ने कहा कि काले धन को मॉरिशस की कम्पनी से सफेद करा रहे है। हालांकि किरोड़ी लाल ने दस्तावेज और सबूत ईडी को सौंपने का दावा किया है।

सांसद किरोड़ी लाल ने आरोप लगाया है कि गहलोत के पुत्र व पुत्रवधु की जयपुर सहित अन्य जिलों में 4 पांच सितारा होटलों में बेनामी हिस्सेदारी है। इतना ही नहीं सांसद ने मॉरीशस की कंपनी के जरिए ब्लैक मनी को एक जोधपुर के एनआरआई डॉक्टर मार्फत व्हाईट करने के आरोप लगाए है। सांसद ने कहा कि पहले यहां से हवाला के जरिये पैसा मॉरीशस भेजा जाता है, फिर उसी पैसे को फर्जी कंपनी सिवनार होल्डिंग्स लिमिटेड के नाम से यहां पर निवेश किया जाता है। सांसद ने पनामा पेपरर्स लीक में लिप्त हवाला कंपनी से मिलीभगत के भी आरोप लगाए है।

सांसद ने प्रदेश के चार बडे होटलों उदयपुर के रैफल्स होटल, ताज अरावली होटल, माउंट आबू के निमडी पैलेस और जयपुर के फेयर माउंट होटल में अवैध भूमि रूपांतरण, निर्माण, विदेशी शैल कंपनियों के जरिये मॉरीशस और लंदन का पैसा निवेश करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सीएम के पुत्र व पुत्रवधु की डमी कंपनी सनलाइट कार रेंटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई सम्पत्ति को स्थानांतरित किया जा रहा है।

सांसद ने कहा कि गहलोत के पुत्र लंबे समय तक होटल फेयरमाउंट में कानूनी सलाहकार रहे हैं। उन्होंने कहा कि होटल फेयर माउंट के अन्य पार्टनर रतनकांत शर्मा गहलोत के कारोबार का प्रबंधन करते है, और होटल फेयर माउंट जयपुर और रैफल्स उदयपुर होटल के मालिक भी हैं।

अब मंत्रियों के घोटाले उजागर करने का दावा
सांसद किरोड़ी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में इस बार भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा बनेगा। बीजेपी लगातार अब गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठा रही है। अब एक—एक मंत्री के घोटाले उजागर करने का पार्टी ने तय किया है। इसके लिए बीजेपी अभियान चला चुकी है। यह अभियान आचार संहिता तक चलता रहेगा।

Rajasthan weather update : जयपुर। राजस्थान में दो दिन से हो रही तेज गर्मी के बाद गुरुवार दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया। शाम को आंधी व बारिश से गर्मी से राहत मिली। प्रदेश में सुबह से मौसम साफ रहा। दिन में तेज धूप के कारण अधिकतम तापमान बढ़ोतरी हुई। दिनभर साफ मौसम के बाद शाम को बादल छा गए और नम हवाएं चलने लगी। इसके बाद नागौर, झालावाड़, अजमेर, कोटा और बूंदी सहित कई जगहों पर तेज हवा से साथ झमाझम बारिश हुई और ओले भी गिरे। वहीं मौसम विभाग के माने तो प्रदेश में शुक्रवार को अधंड संग मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार तीस से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।

कोटा में तेज हवा संग बूंदाबांदी, बारां में तूफानी बारिश
कोटा में सुबह तेज तपन रही। दिन में लू के थपेड़े चले। गर्म हवा झुलसाती रही। भीषण गर्मी के चलते बाजारों व सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। शाम को मौसम में बदलाव आया और तेज आंधी चली। उसके बाद बूंदाबांदी हुई। इससे मौसम में ठंडक लौट गई।

तूफान से उड़े टीन-टप्पर, कई पेड़ धराशाई
बारां जिले में धूप का असर तेज रहा। शाम होते-होते आंधी चलने से तापमान में कमी आई और लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। मांगरोल, कवाई में हल्की बौछारें गिरने से उमस का असर बढ़ गया। मऊ क्षेत्र के कराडिया गांव में तूफान से कई मकानों के टीन टप्पर उड गए। पेड के नीचे बालिका दबने से बच्ची चोटिल हुई। अंधड में कई पेड व खंभू भी टूट गए।

छबड़ा क्षेत्र में तूफान से खांकरा, कडैयानोहर सहित कई गांवों में कई कच्चे मकान ढ़ह गए और टीन-टप्पर उड गए। कस्बे के वार्ड 20 में कुशवाह बस्ती में भी 8-10 कच्चे मकान ढहने की सूचना है। तेज हवा से विद्युत पोल व सैकड़ों पेड़ भी धाराशायी हो गए।

अंता में भी कुछ देर बारिश हुई। झालावाड़ जिले के खानपुर कस्बे में हवा के साथ तेज बारिश का दौर जारी रहा। बूंदी जिले के केशवरायपाटन में तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। खटकड़ में तेज हवा के साथ बरसात हुई और बेर के आकार के ओले भी गिरे।

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अजमेर में बारिश के साथ गिरे ओले
अजमेर. शहर में गुरूवार को तेज बारिश के साथ चने के आकार के ओले भी गिरे। हालांकि बारिश का सिलसिला करीब 15 से 20 मिनट ही चला। बारिश से तापमान में गिरावट आई व लोगों को गर्मी से राहत मिली। मुख्य मार्गों संग कई निचल इलाकों में पानी भर गया। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

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बारिश का यलो अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को अधंड संग मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार तीस से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। केन्द्र के ओरेंज अलर्ट के अनुसार शुक्रवार को अलवर, भरतपुर, झुंझुनूं, चूरू, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में मेघगर्जना के साथ बारिश, आकाशीय बिजली गिर सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान कमजोर सरंचनाएं, हल्की व ढीली बंधी वस्तुएं आदि को आंशिक नुकसान हो सकता है। ऐसे में मेघगर्जना के समय पेड के नीचे शरण लेने की बजाए सुरक्षित स्थान पर जाएं।

जयपुर। परकोटा के चौगान स्टेडियम के पीछे हठे सिंह की बगीची में विदेशी मेहमानों का आना आम बात है। हालांकि वे यहां किसी पर्यटन स्थल के लिए नहीं, बल्कि देशी अखाड़ा पद्धति को देखने-समझने और सीखने आते हैं। शॉर्ट फिल्म मेकर्स, डॉक्यूमेंट्री और फिल्म के लिए अखाड़े के संचालक और गुरु सुमेर सिंह राठौड़ कई बार कैमरे का सामना कर चुके हैं। हाल ही हॉलीवुड की प्रोडक्शन कंपनी कोलंबियां पिक्चर्स ने अपनी एक फिल्म का सीन भी इनके साथ फिल्माया है। आधुनिकता के इस दौर में अखाड़ों, पहलवानी, लाठीबाजी और कुश्ती के दांव-पेंच आज भी इन अखाड़े में सांस लेते हुए नजर आते हैं।

अहम दृश्य फिल्माया
राठौड़ ने बताया कि कोलंबिया पिक्चर्स की इस डॉक्यूमेंट्री में जो सीन फिल्माया गया, वह अखाड़े में ही फिल्माया गया। फीमेल लीड कैरेक्टर को कुछ लोग परेशान करते हैं और हीरो अपनी प्रेमिका के लिए लड़ता है। फिल्म के एक अन्य खास सीक्वेंस को फिल्माने के लिए टीम सितंबर में फिर अखाड़े में उतरेगी। राठौड़ ने अपने अनुभव से अब तक जयपुर समेत, करौली, महवा, इंदौर समेत उत्तर भारत में 42 अखाड़ों की स्थापना कर चुके हैं। हठेसिंह की बगीची स्थित बलवंत व्यायामशाला करीब 250 साल पुरानी है। यहां गुरु-शिष्य परंपरा के तहत गुरु पदासीन होते हैं। सुमेर सिंह राठौड़ इस परंपरा में अखाड़े के पांचवे गुरु हैं। वर्तमान में उनके बेटे भगत सिंह अखाड़े के पदासीन छठे गुरु हैं। नए गुरु बनाए जाने के समय 150 साल पुरानी लाठी सौंपकर नेतृत्व का जिम्मा अगली पीढ़ी को दिया जाता है।

लड़कियां भी ले रही हैं प्रशिक्षण
लाठी चलाना, कराटे, बॉक्सिंग, अखाड़ा, कुश्ती समेत आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रहे हैं। अखाड़े में 10 से 15 लड़कियां भी प्रशिक्षण लेने आ रही हैं। 2005 में ग्लोबल लेवल पर बनी संस्था फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्पोट्र्स स्टिक एसोसिएशन के ग्लोबल चीफ टेक्निकल डायरेक्टर भी सुमेर सिंह रह चुके हैं। सुमेर सिंह ने बताया कि मार्च में भावनगर के पूर्व राजघराने से युवराज जयवीर राज सिंह गोहिल ने भी उनसे देशी अखाड़ा पद्धति के गुर सीखने की इच्छा जताई है। नीदरलैंड के रहने वाले फिटनेस ट्रेनर हर्बर्ट ने भी यहां से मुगदर चलने की शिक्षा ली है और उसे पूरी दुनिया में अपने इंस्टाग्राम चैनल और सोशल मीडिया के ज़रिये भारत की अनोखी अखाडा पद्धति को पहुंचा रहे हैं।

कोलंबिया पिक्चर्स की रोम कॉम फिल्म में नजर आएंगे 'स्टिक मास्टर' राठौड़कोलंबिया पिक्चर्स की रोम कॉम फिल्म में नजर आएंगे 'स्टिक मास्टर' राठौड़कोलंबिया पिक्चर्स की रोम कॉम फिल्म में नजर आएंगे 'स्टिक मास्टर' राठौड़

जयपुर। राजस्थान रोडवेज की बसों में जोनल मैनेजर्स के नेतृत्व में 6 विशेष निरीक्षण टीमें बनाकर तीन दिन तक विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। निरीक्षण में राज्य में विभिन्न मार्गों पर 129 बसें चैक की गई, जिसमें 22 बसों में 190 यात्री बिना टिकट पाए गए।
राजस्थान रोडवेज प्रबन्ध निदेशक नथमल डिडेल ने बताया कि राजस्व के रिसाव को रोकने के लिए मुख्यालय स्तर पर जोनल मैनेजरों के नेतृत्व में अजमेर, बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर, कोटा एवं उदयपुर जोन के क्षेत्रों में निगम की बसों का निरीक्षण करवाया गया। बिना टिकट यात्रा कर रहे लोगों से 11,448 रूपए किराया एवं 22,060 रुपए जुर्माना राशि वसूली गई।
जानकारी के अनुसार जिन 22 बसों में लोग बिना टिकट यात्रा करते मिले, उनमें 8 में रोडवेज के कंडक्टर व 14 में बस सारथी थे। बस सारथियों को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई। साथ ही कंडक्टरों का दूरस्थ स्थान पर तबादला कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात रोडवेज प्रशासन ने कही है। रोडवेज की ओर से समय-समय पर इस तरह का अभियान चलाया जाता है।

जयपुर। जलदाय मंत्री महेश जोशी की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है। झोटवाड़ा थाने में एक व्यक्ति ने नित्तम शर्मा पर महेश जोशी के नाम पर 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। यह पैसे उसने अपने पार्षद भाई को बोर्ड चेयरमैन के नाम पर लेने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने बताया कि विलायत हुसैन मूलतः फतेहपुर शेखावाटी हाल संजय नगर डी झोटवाड़ा का रहने वाला हैं। वर्ष 2021 में उसकी मुलाकात देहरादून में रहने वाले नित्तम शर्मा से हुई। नित्तम शर्मा ने उसके भाई आबिद अली परिहार जो फतेहपुर में कांग्रेस पार्टी से जो कई बार पार्षद रह चुका है। उसे बोर्ड का चेयरमैन बनाने का ऑफर दिया। विलायत हुसैन ने पुलिस को बताया कि नित्तम शर्मा ने उसे बताया कि जलदाय मंत्री महेश जोशी उसके रिश्तेदार है और वह उनसे मुलाकात करवा सकता है।

इस तरह लिया झांसे में
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में विलायत ने बताया कि वर्ष 2021 में नित्तम शर्मा ने उसे बनीपार्क होटल उम्मेद पैलेस में फोन कर बुलाया। वह अपने भाई आबिद अली को लेकर उससे मिला। वहां चेयरमैन बनाने को लेकर सारी बातचीत हुई। इसक बाद वह उसे महेश जोशी के रेल्वे स्टेशन के पास वाले घर पर ले गए जहां नित्तम शर्मा ने महेश जोशी से उसे मिलवाया और उसके भाई आबिद अली का परिचय करवाया। महेश जोशी ने आबिद का बायोडाटा मांगा और कहा कि वह इसे सीएम साहब तक पहुंचा देंगे। इस दौरान महेश जोशी से पैसे को लेकर कोई बात नहीं हुई। इसके बाद वह वहां से निकल गए। नित्तम ने उसे बताया कि एक करोड़ लेंगे बाद में 50 लाख रुपए में मामला तय हो गया।

पैसे देने के बाद नहीं बनाया चेयरमैन
विलायत ने आरोप लगाया है कि नित्तम शर्मा ने दिसम्बर 2021 में 50 लाख रुपए लेकर देहरादून लाने के लिए कहा। इस पर वह देहरादून गया वहां नित्तम को 35 लाख रुपए दे दिए। 15 लाख रुपए बांकी मांगने पर मई जून 2022 में नित्तम झोटवाड़ा उसके घर पहुंच गया जहां से उसे 15 लाख रुपए दे दिए। पैसे देने के बाद जब बोर्ड चेयरमैन की दो तीन लिस्ट आ गई और उसके भाई आबिद अली का नाम नहीं आया तो उसने नित्तम से सम्पर्क किया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इस पर वह महेश जोशी के घर पहुंचे और कहा कि नित्तम शर्मा आपके समधी है उन्होंने पचास लाख रुपए ले लिए। तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं मालूम तुम पुलिस से शिकायत करो। पीड़ित का कहना है कि नित्तम शर्मा उसका फोन नहीं उठा रहा है और उसके पचास लाख रुपए उसने हड़प लिए।

 

जयपुर। वर्तमान समय में ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ रहा है, ये एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही आमजन के मन में डर बैठ जाता है। मणिपाल हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन सर्जन डॉ शंकर बासंदानी ने बताया कि अगर समय पर ब्रेन ट्यूमर का पता लग जाए तो इसका पूरी तरह से इलाज करवाया जा सकता है। आजकल ब्रेन ट्यूमर के उपचार के लिए कई विकल्प मौजूद है। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग इसके इलाज में किया जाने लगा है ।

डॉ बासंदानी ने बताया कि भारत देश में हर साल ब्रेन ट्यूमर के करीब 28 हजार मामले सामने आते है। अधिकांश मामलों में मरीजों की मौत हो जाती है। क्योंकि इन मरीजों को देरी से मालुम चलता है कि वह ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रसित है। ऐसे में इलाज में देरी होने से मौत हो जाती है। लेकिन अगर समय रहते ब्रेन ट्यूमर का मालुम चल जाए तो सफल इलाज संभव है।

नारायणा हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन डॉ सुरेंद्र सिंह धायल ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के कारणों का एग्जेक्ट तौर पर पता अब तक नहीं लगाया जा सका है। माना जाता है कि या तो परिवार दर परिवार यह बीमारी होती है। या फिर रेडियेशन वाले इलाके में काम करने वालों को यह बीमारी होती है।

मस्तिष्क में होने वाला ट्यूमर अत्यंत घातक बीमारी है। यदि सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। मनुष्य के मस्तिष्क में कोशिकाओं और ऊतकों की गांठ बन जाती है और यह ब्रेन ट्यूमर कहलाती है। हालांकि ब्रेन ट्यूमर किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है परंतु यदि किसी के परिवार में पहले से ब्रेन ट्यूमर का इतिहास है तो उन्हें यह बीमारी होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। वही यह समस्या वृद्ध लोगों में अधिकतर देखने को मिलती है। भारत में ब्रेन ट्यूमर की समस्या को लेकर एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ट्यूमर 10 वीं सबसे आम बीमारी बताई गई है। ब्रेन ट्यूमर से निदान की संख्या की सालाना दर बहुत अधिक नहीं है परंतु इसकी मृत्यु दर अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। ब्रेन ट्यूमर का इलाज अत्यंत कठिन है परंतु यदि समय पर इसका इलाज शुरू किया जाए तो काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न हो सके, इसलिए विश्व भर में 8 जून को विश्व ब्रेन दिवस यानी वर्ल्ड ब्रेन टयूमर डे मनाया जाता है। इस लेख में हम ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, इलाज और सावधानियों के बारे में जानने का प्रयास करेंगे।

ब्रेन ट्यूमर के वह मरीज, जो जी रहे अब सफल जीवन..

मुझे सिरदर्द होता था। डॉक्टर को दिखाया तो मालुम चला की मेरे ब्रेन ट्यूमर है। मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूं। मम्मी पापा ने हौसला दिलाया। अब तक मेरे दो आपरेशन हो चुके है। पहले से अब बहुत आराम है।

प्रज्ञान चौधरी, राजावास, जयपुर

मेरी उम्र 70 से ज्यादा है। साल 2016 में मुझे ब्रेन ट्यूमर का मालुम चला। इससे पहले सिर दर्द होता था। एक दिन अचानक तेज दर्द के साथ बेहोश हो गई। डॉक्टर ने जांच कराने के बाद ब्रेन ट्यूमर बताया। फिर आपरेशन किया। अब दवाईयां चल रही है। पहले से अब बहुत फायदा है।

कविता वरधानी, जयपुर

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि अधिकतर समस्याएं इसी लापरवाही के चलते बढ़ती हैं और देरी होने पर सफल उपचार भी नहीं मिल पाता। ब्रेन ट्यूमर के मुख्य लक्षण सिर में दर्द बना रहना, उल्टी और मतली की समस्या होना, ढंग से नींद ना आने की समस्या, आंखों से धुंधला दिखाई देना, दूर की नजर का कमजोर होना, याददाश्त कमजोर होना, चलते-चलते अचानक लड़खड़ा जाना, मांसपेशियों में ऐंठन है, इन लक्षणों पर ध्यान देते हुए समय पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, तभी जाकर इन लक्षणों का स्पष्ट कारण पता लग सकेगा।

ब्रेन ट्यूमर से बचाव के लिए जीवनशैली..

ब्रेन ट्यूमर से बचाव के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिसमें नियमित योगाभ्यास, भरपूर नींद, स्वास्थ्य आहार के साथ धूम्रपान व शराब से दूरी बनाकर आप एक स्वस्थ जीवन शैली का आनंद ले सकते हैं।

एक असाधारण घटनाक्रम में पाकिस्तान की सेना की ओर से एक प्रेस रिलीज के जरिए स्पष्ट कर दिया गया है कि 9 मई के हिंसक विरोध के आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ असीम मुनीर की अध्यक्षता में हुई फॉर्मेशन कमांडर्स की पहली बैठक के बाद पाक सेना की मीडिया विंग की ओर से जारी किए गए इस बयान को पाकिस्तान की सेना की आम राय मानी जा रही है। सेना मुख्यालय रावलपिंडी में बुधवार को हुई इस बैठक में सभी कोर कमांडर, प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर और सेना के सभी फॉर्मेशन कमांडर शामिल हुए। पाक मीडिया के अनुसार इस बयान में भले ही यह स्पष्ट नहीं कहा गया हो, लेकिन आशय यही है कि 9 मई को सैन्य और सत्ता प्रतिष्ठानों पर हमले के आरोपियों को न तो भूलेंगे और न ही माफ करेंगे। पाक सेना का ये बयान पूर्व के बयानों से इस मायनों में अलग था कि ये असामान्य रूप से विस्तृत और मुख्य रूप से 9 मई की हिंसा पर केंद्रित था।

अराजकता पैदा करने की साजिश रचने वाले भी बख्शे नहीं जाएंगे
पाक सेना के इस बयान से साफ इंगित है कि इमरान समेत तहरीक ए इंसाफ पार्टी की लीडरशिप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन पर सैन्य अदालत में मुकद्मा चलाया जाएगा। बयान में कहा गया है कि, 'इस बात पर जोर दिया गया कि फिलहाल 9 मई की हिंसा को अंजाम देने वालों और भड़काने वालों पर मुकद्मा चलना शुरू हो गए हैं, अब जरूरत है कि देश में अराजकता पैदा करने के इस नापाक कृत्य की योजना बनाने और साजिशकर्ताओं पर भी कानून का फंदा भी कस दिया जाए, जिसकी वजह से राज्य और राज्य के संस्थानों के खिलाफ नफरत से भरे और राजनीति से प्रेरित विद्रोह को बढ़ावा मिला।'

न्यायपालिका को भी दिया सख्त संदेश
बयान में कहा गया है कि 9 मई की हिंसा के दोषियों को कुचलने में जो भी लोग अड़चनें पैदा करेंगे, उनसे भी पूरी सख्ती से निपटा जाएगा। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार यहां इशारा न्यायपालिका को ओर है, जो लगातार इमरान को सभी मामलों में जमानत दिए जा रही है।

इमरान को फांसी देने की है तैयारी
पाकिस्‍तानी मीडिया के अनुसार, सेना ने खुलासा किया है कि इमरान खान ने लाहौर के कोर कमांडर के घर पर हमले के दौरान अपने नेताओं को 400 से ज्यादा कॉल की थीं। इस बीच बुधवार को इमरान खान के खिलाफ हत्‍या के मामले में भी अब मामला दर्ज हो गया है। अब तक इमरान पर ऐसा कोई केस नहीं था। ऐसे में अब ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि क्‍या इमरान खान का जुल्फिकार अली भुट्टो की तरह से फांसी देने की तैयारी हो रही है या उन्‍हें नवाज शरीफ की तरह से देश को छोड़कर जाना होगा।

इमरान का एंड गेम, इस तरह तैयार हुई जमीन

-पीएम पद से हटाए जाने के बाद लगातार सेना को बनाया निशाना
-खान की सोशल मीडिया टीम ने सेना और उसके शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ चलाया अभियान
-9 मई की हिंसा की आलोचना करने से बनाई दूरी
-हिंसा के लिए दूसरों पर दोषारोपण की कोशिशें
-9 मई की हिंसा के बाद भी सेनाध्यक्ष पर लगाए उनके खिलाफ साजिश रचने के आरोप

कुरैशी भी छोड़ सकते हैं इमरान का साथ
पाकिस्तान में इमरान खान पूरी तरह अकेले पड़ते जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनकी कहासुनी अपनी ही पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महूमद कुरैशी से भी हुई है। सूत्रों के मुताबिक इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी के बीच तीखी झड़प हुई है, जिसमें दोनों नेताओं ने ही एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाई और जिसके बाद शाह महमूद कुरैशी अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए कराची रवाना हो गए और अपने सारे नंबर बंद कर दिए। कुरैशी उन कुछेक बड़े नेताओं में हैं जो अब तक इमरान के साथ खड़े दिख रहे थे। लेकिन अब अटकलें हैं कि वे भी इमरान का साथ छोड़ सकते हैं।

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Weather Alert: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दक्षिण-पश्चिमी मानसून गुरुवार को केरल पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने मानसून आगमन की घोषणा करते हुए कहा कि अगले तीन-चार दिन में इसके कर्नाटक और तमिलनाडु पहुंचने के आसार हैं। गोवा और मुंबई में यह 17 जून तक दस्तक दे सकता है। दिल्ली में इसके जून के आखिर तक या जुलाई के पहले हफ्ते में पहुंचने की उम्मीद है। वहीं केरल के 25 दिन बाद मानसून राजस्थान में प्रवेश करता है। ऐसे में राजस्थान में मानसून 3 जुलाई तक प्रवेश कर सकता है।

आमतौर पर मानसून केरल के तट पर एक जून को पहुंच जाता है। इस बार अल नीनो और चक्रवाती तूफान के कारण सात दिन देर से पहुंचा है। मानसून पहुंचने की खबर से आम लोगों के साथ किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। वे खरीफ सीजन के लिए बुआई की तैयारी शुरू करने वाले है। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि व डॉ. नरेश कुमार ने बताया कि इस बार मानसून झमाझम के साथ केरल पहुंचा। मानसून की देरी का बारिश पर कोई असर नहीं होगा। विभाग पहले ही मानसून सामान्य रहने का अनुमान जता चुका है। विज्ञानियों ने पहले बताया था कि चक्रवात 'विपारजॉय' मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है, इसलिए केरल में इसकी शुरुआत हल्की होगी। केरल में दो दिन से मानसून पूर्व की झमाझम बारिश हो रही है।
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जयपुर-बारां में अंधड़ बारिश, अजमेर में ओले, दो दिन अलर्ट
प्रदेश में गुरुवार को ज्यादातर जिलों में भीषण गर्मी रही। कोटा और टोंक में तापमान 43 डिग्री व उससे अधिक दर्ज किया गया। हालांकि जयपुर समेत कुछ जिलों में शाम को मौसम बदला। जयपुर में रात करीब 10.15 बजे अंधड़ के साथ कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई। बारां जिले के मऊ क्षेत्र के कराडिया गांव में शाम को तूफानी बारिश से कई मकानों के टीन-टप्पर उड़ गए। अंधड़ से कई पेड़ व खंभे भी टूट गए। छबड़ा क्षेत्र में कई गांवों में कच्चे मकान ढह गए। अजमेर शहर में शाम को अचानक तेज बारिश के साथ ओले गिरे।

13 जिलों में आज अंधड़ व बारिश का अलर्ट: मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में दो दिन अधेड़ के साथ मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। केन्द्र ने शुक्रवार को जयपुर, अजमेर, नागौर, टोंक, सीकर, दौसा, भरतपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, धौलपुर, सवाईमाधोपुर जिले में बारिश, आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है।


48 घंटों में और तीव्र होगा 'बिपारजॉय'
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' अगले 48 घंटों के दौरान और तीव्र होगा। तीन दिन में इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के आसार हैं। इस दौरान 118 से 166 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने का अनुमान है। हालांकि आइएमडी ने भारत, ओमान, ईरान और पाकिस्तान समेत अरब सागर से सटे देशों पर इसके किसी बड़े प्रभाव को लेकर कोई पूर्वानुमान नहीं जताया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाडी और अरब सागर में चक्रवाती तूफान तीव्र हो रहे हैं। जलवायु परिवर्तन के कारण ये लंबे समय तक सक्रिय बने रह सकते हैं।
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उत्तर-पूर्वी भारत में झमाझम संभव
आइएमडी के मुताबिक उत्तर-पूर्वी भारत के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के आसार हैं। उम्मीद है कि अगले 48 घंटे में मानसून केरल को कवर कर लेगा। वहीं एक-दो दिन में पूर्वी भारत के इलाकों में तापमान में गिरावट का अनुमान है।

सुविचार
अच्छाई एकमात्र ऐसा निवेश है जो कभी विफल नहीं होता,... इसलिए जितना हो सके अच्छाई में निवेश करते रहिए, इसका फल देर से ही सही पर मिलता ज़रूर है

 

आज क्या ख़ास
- राजस्थान के 13 ज़िलों में आज अंधड़ और बारिश का अलर्ट, जयपुर, अजमेर, नागौर, टोंक, सीकर, दौसा, भरतपुर, करौली, बूंदी, कोटा, बारां, धौलपुर, सवाई माधोपुर ज़िलों में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना

- सीएम अशोक गहलोत आज रहेंगे सीकर ज़िले के दौरे पर, खंडेला में करेंगे 'महंगाई राहत कैंप' का अवलोकन, कई प्रोजेक्ट्स का करेंगे शिलान्यास-उद्घाटन

- फेडरेशन ऑफ फ्रेट फारवर्डर एसोसिएशन इन इंडिया (FFFAI) का डायमंड जुबली समारोह आज, नई दिल्ली के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

- प्रमुख बंदरगाहों पर आज से काम करने लगेंगे 'सागर समृद्धि ऑनलाइन ड्रेजिंग मॉनिटरिंग सिस्टम', केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल करेंगे इस हाईटेक सिस्टम को लॉन्च

- केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह आज नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मीडिया सेंटर पर होंगे मीडिया से रु-ब-रु, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की नौ साल की उपलब्धियों के बारे में देंगे जानकारी

- अंतरराष्ट्रीय अभिलेखागार दिवस आज, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अभिलेखागार में 'हमारी भाषा, हमारी विरासत' विषय पर शुरू होगी प्रदर्शनी, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी करेंगी उद्घाटन

- आंध्र प्रदेश सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी आज टाउनशिप एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के 8 हज़ार 900 घरों का करेंगे वितरण

- तेलंगाना में आज से शुरू हो रही पिछड़े वर्गों के कारीगरों-शिल्पकारों को 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने की योजना, सीएम चंद्रशेखर राव आज लाभार्थियों को व्यक्तिगत रूप से सौंपेंगे चेक

- गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी 'जीवा' की पत्नी पायल माहेश्वरी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, अंतिम संस्कार में शामिल होने की मांगी गई है अनुमति

- कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट- सीयूईटी यूजी 2023 आज से, 11 जून तक जारी रहेगी परीक्षा

- बंगाली फिल्म निर्माता बुद्धदेव दासगुप्ता के सम्मान में कोलकाता में दो दिवसीय फिल्म महोत्सव होगा शुरू

- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के ओवल में डब्ल्यूटीसी फाइनल का तीसरा दिन आज, दोपहर 3 बजे से शुरू होगा मैच

- आदिवासी नेता और लोकनायक बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि आज

 

 

काम की खबरें

- केरल पहुंचा मानसून, 7 दिन देरी से दस्तक, अब कर्नाटक की ओर रुख, राजस्थान में तीन जुलाई तक हो सकती है एन्ट्री

- पेपर लीक मामले में मानी लॉन्ड्रिंग की आशंका पर ईडी की कार्रवाई जारी, आरपीएससी अध्यक्ष और पूर्व सचिव सहित 23 लोगों को नोटिस- अब होगी पूछताछ, कुछ नेताओं और अफसरों से दिल्ली तलब कर हो सकती है पूछताछ

- किसी भी देश में अब पेमेंट करना होगा आसान, बैंक जारी करेंगे रुपे फॉरेक्स कार्ड, मौद्रिक नीति समिति बैठक में बड़े फैसले, रेपो रेट में लगातार दूसरी बार नहीं किया गया बदलाव

- राजस्व खुफिया विभाग निदेशालय (डीआरआई) ने जयपुर रेलवे स्टेशन पर दो यात्रियों से जप्त किया करीब डेढ़ करोड़ कीमत का 2.2 किलो सोना

- सुप्रीम कोर्ट में 17 जून के बाद नहीं रहेगा राजस्थान का प्रतिनिधित्व, वरिष्ठ न्यायाधीश अजय रस्तोगी का शीर्ष अदालत में पूरा हो रहा कार्यकाल

- डब्ल्यूएफआई प्रमुख व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को एक और बड़ी राहत, नाबालिग पहलवान के पिता ने माना कि यौन उत्पीड़न की दर्ज कराई थी झूठी शिकायत

- कोयला घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से ED ने की 4 घंटे तक पूछताछ

- बिहार में पकड़ा गया मुंबई से फरार हुआ रेप का आरोपी, यूपीआई पेमेंट से लोकेशन का चला पता

- गुरुद्वारे में फिल्माया एक्टर सनी देओल और अमीषा पटेल की 'गदर-2' का रोमांटिक सीन हुआ वायरल, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आलोचना पर डायरेक्टर अनिल शर्मा ने मांगी माफी, फुटेज को बताया अनएडिटेड सीन का हिस्सा

- मदर डेयरी ने अपने खाद्य तेल ब्रांड धारा के तेल कीमतों में 10 रुपये प्रति लीटर तक कटौती की घोषणा की, नई MRP के साथ अगले हफ्ते से बाजार में मिलेगा तेल

- नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल Agni Prime का सफल परीक्षण, ओडिशा तट के एक द्वीप से हुआ सफल परीक्षण

- ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे के लावारिस मृतकों के शवों की अब AI और सिम कार्ड तकनीक की मदद से हो रही पहचान, 288 मृतकों में से 83 शव अब भी लावारिस

- सादे समारोह में हुई वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बेटी परकला वांगमयी की शादी, कोई राजनीतिक दिग्गज नहीं हुआ शामिल, करीबी दोस्त और रिश्तेदार ही रहे मौजूद

- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम 469 रन बनाकर ऑल आउट, जवाब में 151 रन पवेलियन लौटी आधी टीम इंडिया

Cyber Crime : राजस्थान इंटेलिजेंस की सूचना पर जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने चार थाना क्षेत्रों में फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर 40 युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया। अमरीकी (यूएस) नागरिकों से ठगी होने पर एफबीआई की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। आरोपी कॉल सेंटर से अमरीकी नागरिकों का डेटा लेकर उनसे ऑनलाइन ठगी कर रहे थे।

पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि भांकरोटा, करणी विहार, चित्रकूट व रामनगरिया क्षेत्रों में चार फर्जी कॉल सेंटर की सूचना मिली। चारों कॉल सेंटर पर विभिन्न वेबसाइट से अमरीकी नागरिकों का डेटा लेकर उन्हें आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी देते। फिर केसों से बचने के बदले रकम वसूल रहे थे। पकड़े गए आरोपी राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, नागालैंड और उत्तर प्रदेश निवासी हैं।

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फर्जी न्यायिक आदेश भेजकर डराते
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर संचालित करने वाला गिरोह राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से युवक-युवतियों को जयपुर लाया था। गिरोह ने ही इनके रहने और खाने की व्यवस्था कर रखी थी। रामनगरिया व चित्रकूट थाना क्षेत्र में पकड़े गए आरोपी ऑनलाइन टू पीपल, सर्च डॉट कॉम व फास्ट पीपल सर्च वेबसाइट पर रेंडमली कस्टमर सर्च करते ओर फिर उन्हें कॉल करते थे। अमरीकी नागरिकों को उनके खिलाफ लीगल शिकायत मिलने की कहते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी करने की धमकी देते। टैक्सास से जारी फर्जी न्यायिक आदेश लगने वाला नोटिस भी भेज देते। इसके बाद कस्टमर को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए बिटकॉइन के रूप में ठगी की रकम वसूलते।

 

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पहचान पत्र को अपराध में काम लेने की धमकी देते
एडिशनल डीसीपी सुलेश चौधरी ने बताया कि भांकरोटा व करणी विहार थाना क्षेत्र में पकड़े गए आरोपी अमरीकी नागरिकों को पीसी पर हैकिंग का मैसेज भेज उनके पहचान पत्र को अपराध में काम में लेने की धमकी देकर ठगी कर रहे थे। चारों थानाधिकारी गिरोह से बरामद लैपटॉप व मोबाइल की जांच कर रहे हैं।

जयपुर।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज तीन ज़िलों के दौरे पर हैं। वे आज जयपुर, सीकर और झुंझुनूं ज़िलों के दौरे पर कई कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। साथ ही इन तीनों ज़िलों में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर स्थानीय जनता को सौगात भी दे रहे हैं।

 

जारी हुए कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री का दौरा आज सुबह सीकर से शुरू होकर देर शाम को जयपुर में संपन्न होगा। मुख्यमंत्री सबसे पहले सुबह 11 बजे सीकर के खंडेला में महंगाई राहत कैम्पों का जायज़ा लेंगे और वहां आमजन से संवाद करेंगे। यहां ग्राम पंचायत दूल्हेपुरा स्थित राजकीय बालिका महाविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम कई विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।

 

सीकर के बाद मुख्यमंत्री दोपहर 1 बजे तक झुंझुनूं पहुंचेंगे, जहां वे खेतड़ी की ग्राम पंचायत बबाई में महंगाई राहत कैंप का अवलोकन करने के बाद कई विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे।

 

झुंझुनूं के बाद मुख्यमंत्री दोपहर 3 बजे तक जयपुर के कोटपूतली पहुंचेंगे, जहां भी वे महंगाई राहत कैंप का अवलोकन करेंगे और कई विकास कार्यों की सौगात देंगे। कोटपूतली दौरे के बाद मुख्यमंत्री शाम 5 बजे तक जयपुर लौट आएंगे।

 

जारी रहेंगे ज़िलों के दौरे

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ज़िलों के दौरे रविवार और सोमवार को भी जारी रहेंगे। जारी हुए कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री 11 जून रविवार को चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा जिलों के दौरे पर रहेंगे। चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ में जहां वे महंगाई राहत कैंप और प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविरों का जायजा लेंगे और विकास कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण करेंगे, तो वहीं इसी दिन शाम को वे बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के दर्शन और पूजा-अर्चना करेंगे। रात्रि विश्राम त्रिपुरा सुंदरी में ही रहेगा।


इसी तरह से अगले दिन 12 जून सोमवार को मुख्यमंत्री बांसवाड़ा-डूंगरपुर में ही महंगाई राहत कैंपों का अवलोकन और जन-संवाद कार्यक्रमों में व्यस्त रहेंगे। इस दिन रात्रि विश्राम उदयपुर में रहेगा।

Tomato Pickle Recipe : अचार की बात की जाए तो भारत के हर क्षेत्र में कई तरह के अचार बनाकर खाए जाते हैं जिनका स्वाद गजब का होता है। भारत के लगभग प्रत्येक घर में अलग-अलग चीजों से अचार तैयार किए जाते हैं। अचार के बिना भोजन का स्वाद अधूरा लगता है। इसीलिए हम आपको को एक अनोखी अचार रेसिपी बता रहे हैं। यह टमाटर का अचार बनाने की झटपट रेसिपी है जिसके तहत आप तुरंत अचार तैयार कर सकते हैं। इस रेसिपी से Tomato Pickle टमाटर, सरसों, जीरा, मेथी दाना, नमक, लाल मिर्च पाउडर से तैयार किया जाता है। यह अचार दक्षिण भारत में बहुत ही फेमस है जिसको गोज्जू कहा जाता है। इसका स्वाद ऐसा होता है कि देखते ही मुंह में पानी आ जाता है। इस विधि से बनाए गए Tomato Pickle को आप कई महीनों तक संभाल कर रख सकते है क्योंकि वो जल्दी खराब नहीं होता। तो आइए जानते हैं कि घर पर ही इंस्टेंट टमाटर का आचार तैयार करने की सरल विधि

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टमाटर का अचार बनाने के लिए जरूरत के अनुसार सामग्री(instant tomato pickle ingredients)
चिली पाउडर
कच्ची मूंगफली
जीरे के बीज
नमक
लहसुन
सरसों के बीज
मेथी के बीज
3 छोटी चम्मच चीनी

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ऐसे बनाएं टमाटर आचार (Tomato Pickle making recipe)
स्टेप 1:
सबसे पहले एक कढ़ाई ले, कढ़ाई को अच्छी तरह से गर्म कर लें। अब इसमें मेथी डालकर कुछ मिनटों तक भून ले। जब मेथी ठंडा हो जाए इसमें सरसों मिला दे। अब इसे मिक्सर ग्राइंडर में डालकर इसका पाउडर तैयार कर ले।

स्टेप 2:
एक दूसरा पैन ले, पैन को गर्म करें। इसमें तेल डालें जब तेल गरम हो जाए। इसमें टमाटर के कटे हुए बड़े-बड़े टुकड़े डालें और अच्छी तरह से चम्मच चलाते हुए पका ले।

स्टेप 3:
टमाटर में ऊपर से चीनी डालें और इस मिश्रण को तब तक पकाएं जब तक कि शक्कर अच्छी तरह से पिघल ना जाए। इसके बाद इसमें स्वादानुसार नमक डालें और सारी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला ले।

स्टेप 4:
इसके बाद इसमें पिसा हुआ सरसों और मेथी का पाउडर डालें ऊपर से लाल मिर्च डाले और चम्मच की सहायता से अच्छी तरह से मिला लें। आपका आचार तैयार हो चुका है इसे एक एयर टाइट डिब्बे में स्टोर करके रखें।

(डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें)।

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RLP Hanuman Beniwal Latest News and Updates : प्रदेश में जहां कांग्रेस पार्टी सत्ता बरकरार रखने के लिए और भाजपा सत्ता में लौटने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही हैं, वहीं अन्य राजनीतिक दल भी सरकार बनाने या किंगमेकर की भूमिका में आने की कोशिशों में हैं। तीन विधायक दे चुकी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी इसी 'मिशन' में जुटी हुई है।

 

फोकस पर युवा और किसान वर्ग
सांसद हनुमान बेनीवाल की अगुवाई में आरएलपी युवाओं और किसानों को फोकस कर अपने चुनावी मिशन में आगे बढ़ रही है। खुद सांसद इस बात को स्वीकारते हैं कि आरएलपी पार्टी की कोशिश युवाओं और किसानों की मांगों को पुरज़ोर तरीके से उठाकर उन्हें न्याय दिलाना है।

 

किसान महापंचायत में भरेंगे हुंकार
किसानों के मुद्दे उठाकर इस वर्ग पर पैठ बनाये रखने के लिए आरएलपी प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में किसान महापंचायतें कर रही है। इसी क्रम में आज बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में किसान महापंचायत बुलाई गई है। इसमें बीकानेर संभाग के किसानों को ज़्यादा से ज़्यादा पहुंचने की अपील सांसद बेनीवाल कर चुके हैं।

 

सांसद बेनीवाल इस किसान महापंचायत संबोधित करेंगे और कांग्रेस-भाजपा सहित अन्य विरोधी दलों को निशाने पर लेंगे।इस महापंचायत में आरएलपी के तीन विधायक नारायण बेनीवाल, पुखराज गर्ग और इंदिरा देवी बावरी भी मौजूद रहेंगे।

 

इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की किसान महापंचायत में किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी, भ्रष्टाचार मुक्त राजस्थान, स्टेट हाइवे को टोल फ्री करने, फसली बीमा का समय पर पूरा क्लेम दिलवाने, सरकारी महकमों में रिक्त पदों पर पारदर्शिता से भर्तियां करने, बेरोज़गारों को समय पर भत्ता देने, लम्बे समय से लंबित कृषि कनेक्शंस जारी करने सहित विभिन्न मांगों को उठाया जाएगा।

 

जारी रहेगी आरएलपी की 'हुंकार'
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में आज किसान महापंचायत के बाद इसी तरह के आयोजन का सिलसिला जारी रहेगा। अब 12 जून को नागौर के रिया में, 15 जून को बीकानेर के ही कोलायत में, 17 जून को टोंक में, 20 जून को भीलवाड़ा में और 22 जून को हनुमानगढ़ के नोहर में किसान महापंचायत, रैली और सभा का आयोजन किया जाएगा।

Reason of tiredness : कई लोगों को अक्सर ही थकान और सुस्ती (fatigue and lethargy) की शिकायत रहती है। इसकी वजह से किसी भी काम में मन नहीं लगता है। इस थकान के पीछे नींद पूरी ना होना (lack of sleep) , अंदर से एनर्जी महसूस ना होना, खराब डाइट जैसी कई वजहें हो सकती हैं। हर वक्त थकान रहना इस बात का भी संकेत देता है कि शरीर में किसी जरूरी चीज की कमी है।

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जब हम पूरे दिन के थके हुए ऑफिस से घर आते हैं तो लगता है बस अच्छी सी नींद मिल जाए और दिनभर की सारी थकान (Reason of tiredness) दूर हो जाए। लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सुबह से लेकर शाम तक (Reason of your constant tiredness) सुस्त,आलस में रहते हैं। वे थकी के कारण अपना काम भी पूरा नहीं कर पाते हैं और उनका काम सबसे धीरे होता है। यदि आपको भी ऐसे लक्षण अपने में या किसी भी करीबी व्यक्ति में दिखते हैं तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि नींद न पूरी होना,खराब लाइफस्टाइल (poor lifestyle) की वजह से, डाइट को सही से न फॉलो करने के पीछे आदि। वहीं शरीर में कुछ चीजें ऐसी हैं जिसके कमी के कारण भी ऐसी दिक्कतें हो सकती हैं। जिनके बारे में आपको भी पता होना चाहिए।

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कैल्शियम की कमी calcium deficiency
कैल्शियम कि कमी जल्दी थकान (Reason of tiredness) की बड़ी वजह हो सकती है । इसलिए इसे अनदेखा न करें। क्योंकि कैल्शियम का सेवन हमारे शरीर के लिए अच्छा होता है। ये शरीर के ऊर्जा प्रदान करने का काम करता है। वहीं इनके सेवन से हड्डियां भी मजबूत बनी रहती है। इसके सेवन से दातों की समस्या दूर रहती है और ये दातों को मजबूत रखने का काम करते हैं।

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कैल्शियम की कमी को दूर कैसे करे how to cure calcium deficiency

- कैल्शियम की कमी (calcium deficiency) को दूर करने के लिए आप सोयाबीन की बड़ी, चना, दूध-दही का सेवन कर सकते हैं।
- मैग्नीशियम की कमी (magnesium deficiency) के कारण हो सकती है थकान
- मैग्नीशियम का सेवन सेहत के लिए बहुत आवश्यक है। इसके सेवन से शरीर को बहुत फायदा पहुंचता है। वहीं ये डायबिटीज,हार्ट की बीमारियां (diabetes, heart diseases) और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां दूर होती हैं।
- इसलिए आप अपनी डाइट में ड्राई फ्रूट्स,डार्क चॉकलेट,सब्जियां और फलों को शामिल कर सकते हैं।

आयरन की कमी Iron deficiency
शरीर में आयरन की कमी से आप कमजोर या थका हुआ महसूस (Reason of tiredness) कर सकते हैं। इसकी कमी से लोगों को एनेमिया जैसी बीमारी हो सकती है। आयरन की कमी को दूर करने के लिए आप डाइट में मछली,दूध,हरी सब्जी , रेड मीट को शामिल करना चाहिए।

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अधिक मात्रा में मोटापे का बढ़ने Increase in obesity
यदि शरीर में मोटापा बढ़ जाता है तो व्यक्ति को अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, मोटापे के बढ़ने से यदि आप ज्यादा चाल-फेर करते हैं तो इससे आप जल्दी-जल्दी थक (Common Reason of tiredness) जाते हैं, इसलिए मोटापे को कंट्रोल करने कि आवश्य्कता होती है, ताकि आप स्वस्थ रहें और वहीं शरीर से जुड़ी की समस्याएं भी दूर रहें।

नींद के पूरी न होने से हो सकती है थकान की समस्या Fatigue can be caused by lack of sleep

यदि शरीर में थकान की समस्या बनी रहती है तो आपको इसकी कमी नींद की कमी भी हो सकते हैं, नींद की कमी के कारण शरीर में थकी बनी रहती है, वहीं नींद का पूरा होना इसलिए भी आवश्यक होता है, कि डिप्रेशन के जैसे गंभीर बीमारी से बचें रहे, और वहीं आपका माइंड भी फ्रेश रहे।

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विटामिन बी12 की कमी Vitamin B12 deficiency

शरीर में रक्त कोशिकाओं और डीएनए को बनाने के लिए विटामिन बी12 की जरूरत पड़ती है. मजबूत नर्वस सिस्टम के लिए भी विटामिन बी12 बहुत जरूरी है. शरीर में विटामिन बी12 की कमी से हर समय थकान और कमजोरी बनी रहती है.

(डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें)।

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High Cholesterol Symptoms: कोलेस्ट्रोल (cholesterol) खून में पाया जाने वाला एक लिक्विड होता है जिसका निर्माण लिवर में होता है जो स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर को बहुत जरुरी घटक है। अगर खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाए तो ह्रदय रोग (Heart diseases) का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि रक्त वाहिकाओं में चिकना, चरबीदार, वसा-संबंधी पदार्थ जमा होने लगता है। ।

लेकिन बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल आपके पैरों की आर्टरीज में जमा हो जाता है, जो कई परेशानियों का कारण बनता है। कॉलेस्ट्रॉल (cholesterol) लेवल बहुत ज्यादा बढ़ने से कई घातक बीमारियां जैसे हार्ट अटैक(Heart attack) , हार्ट फेल्योर, कार्डिअक अरेस्ट (cardiac arrest) और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है।

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High Cholesterol Symptoms: जीवनशैली की खराब आदतें (bad lifestyle habits) कई स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताओं को जन्म देती हैं। इनमें से एक है हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) । कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है। इसका निर्माण लिवर में होता है। कोलेस्ट्रॉल का मुख्य काम शरीर में हॉर्मोंस, पित्त, विटामिन डी (vitamin D) , कोशिकाओं के निर्माण, बाइल जूस आदि का निर्माण करना होता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के सभी हिस्सों में रक्त पहुंचाने का कार्य करता है। ये दो प्रकार का होता है, लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन को बैड कोलेस्ट्रॉल और हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन को गुड कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है।

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हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) के लक्षण सामने नहीं आते हैं, हालांकि जब मस्तिष्क या हृदय में रक्त संचार अवरुद्ध हो जाता है तो शरीर में इसके कुछ संकेत जरूर देखे जाते हैं। वैसे कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाए, तो हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। लेकिन बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल आपके पैरों की आर्टरीज में जमा हो जाता है, जो कई परेशानियों का कारण बनता है। आइए जानते हैं हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण के बारे में।

हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत : Signs of high cholesterol
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण आपको बहुत जल्दी नजर नहीं आते, बल्कि इनका अहसास तब होता है, जब कोलेस्ट्रॉल लेवल जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए। लेकिन कुछ संकेत में आपके पैर की उंगलियों या निचले अंगों की त्वचा ठंडी और सुन्न हो जाती है, लाल हो जाती है और फिर काली हो जाती है, या सूजने लगती है और बदबूदार मवाद पैदा करती है, जिससे गंभीर दर्द होता है। इसके कुछ अन्य गंभीर संकेत हैं जैसे

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- पैरों में दर्द होना leg pain
- पैरों में ऐंठन होना leg cramps
- त्वचा और नाखूनों के रंगों में बदलाव Change in color of skin and nails
- पैरों का हमेशा ठंडा रहना feet always cold


- आपके पैरों और पैरों पर घाव और अल्सर (खुले घाव) जो ठीक नहीं होते हैं
- आपके पैरों में तेज जलन का दर्द जो आराम करने के बाद भी बना रहता है
- कुछ मामलों में, कोलेस्ट्रॉल आंखों के आसपास फैटी, पीले रंग की गांठ बनाने के लिए जमा हो सकता है।

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हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के उपाय : Ways to avoid high cholesterol
हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) होने की समस्या आज के दिनों में बेहद कॉमन होती जा रही है। इसे सही समय पर कंट्रोल नहीं करने से हार्ट से संबंधित बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। आप हेल्दी डाइट के सेवन, नियमित रूप से एक्सरसाइज करके, वजन को कंट्रोल में रखकर, एल्कोहल और स्मोकिंग से परहेज करके हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल से बचा जा सकता है। और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

(डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें)।

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जयपुर. भाजपा की चुनावी रणनीति में पार्टी के अन्य राज्यों के संगठन महामंत्रियों की भूमिका भी होगी। यह संगठन महामंत्री संभाग स्तर पर भाजपा संगठन का काम संभालेंगे। ऐसे संगठन महामंत्रियों को जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है, जो किसी न किसी रूप से राजस्थान या पड़ौसी राज्यों से जुड़े हों। भाजपा में आरएसएस से जुड़े प्रचारक को संगठन महामंत्री के पद की जिम्मेदारी दी जाती है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अलग-अलग संभागों में दूसरे राज्यों के भाजपा के संगठन महामंत्रियों को संगठन संभालने की जिम्मेदारी दी थी और यह रणनीति काम भी आई थी। इस रणनीति के तहत इन संगठन महामंत्रियों का पूरा फोकस चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखने के साथ-साथ हर उस राजनीतिक स्थिति पर नजर रखने का होता है, जिससे पार्टी का नुकसान हो या फिर फायदा हो। नाराज नेताओं को मनाने से लेकर संगठन के पदाधिकारियों के कामकाज पर नजर रखने का काम ये संगठन महामंत्री करेंगे।

पार्टी ऐसा कर उन कमजोर सीटों पर भी अपना प्रदर्शन अच्छा करना चाहती है, जहां संगठन कमजोर या गुटबाजी ज्यादा हो। सूत्रों के अनुसार मोटे तौर पर अभी बड़े संभागों में संगठन महामंत्रियों को लगाने पर विचार चल रहा है। पहले चरण में दो से तीन संगठन महामंत्रियों को जिम्मेदारी मिल सकती है। जुलाई अंत तक या फिर अगस्त में ये संगठन महामंत्री राजस्थान आकर काम शुरू कर देंगे।

इसलिए महत्वपूर्ण है राजस्थान

कर्नाटक चुनाव में मिली हार के बाद अब इस साल पांच राज्यों में चुनाव हैं। इनमें राजस्थान भी शामिल है। इन चुनावों के तुरन्त बाद ही लोकसभा चुनाव होने हैंं। राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं। ऐसे में विधानसभा चुनावों में जीत पार्टी लोकसभा चुनावों में भी राजस्थान में मजबूत स्थिति चाहती है। इसलिए यह संगठन महामंत्री लगाए जा रहे हैं, जो पार्टी को मजबूती देने का काम कर सके।

जयपुर/अजमेर।

राजस्थान में पेपर लीक प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री के बाद से हड़कंप और खलबली सी मची हुई है। दरअसल, ईडी अब इस चर्चित प्रकरण का दायरा बढ़ाते हुए इसकी तह तक जाने के 'मिशन' पर काम कर रही है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि ईडी ने आते ही पहले दिन से धड़ाधड़ छापे मारने शुरू कर दिए। जांच एजेंसी की कई टीमों ने आरोपियों और संदिग्धों के ठिकानों पर रेड मारकर सबूत जुटाए हैं और ऐसी कार्रवाई अभी जारी है।

 

 

इस बीच अब केंद्रीय जांच एजेंसी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग पर भी 'निगाह' रखना शुरू कर दिया है। आरपीएससी अध्यक्ष संजय कुमार श्रोत्रिय व पूर्व सचिव हरजीलाल अटल सहित अन्य 23 जनों को नोटिस जारी किए हैं। अब ईडी इनसे पूछताछ करेगी। आयोग अध्यक्ष श्रोत्रिय गुरुवार को अजमेर स्थित आयोग कार्यालय नहीं आए। माना जा रहा है शुक्रवार या शनिवार को श्रोत्रिय व अटल ईडी के समक्ष अपना पक्ष रख सकते हैं।

 

 

उधर, ईडी की टीम गुरुवार को पेपर लीक मामले की कार्रवाई पूरी कर दिल्ली रवाना हो गई। ईडी सूत्रों के अनुसार 12 जून से ईडी प्रदेश के दो नेताओं और कुछ अफसरों से दिल्ली तलब कर पूछताछ कर सकती है। एजेंसी ने इस मामले में पिछले तीन दिन में 36 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं।

 

 

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200 करोड़ से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग!

सूत्रों की मानें तो ईडी टीम को पेपर लीक मामले में अब तक की कार्रवाई में 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका है। छापेमारी में मिले दस्तावेज में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं से संबंधित लिंक भी मिले हैं। ऐसे में इन नेताओं को सोमवार तक समन जारी हो सकता है। ईडी को आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, फरार आरोपी सुरेश ढाका और सुरेश विश्नोई के घर से कई दस्तावेज मिले है, जिसके बाद ईडी ने इन सभी के घर-ऑफिस सीज कर दिए।

 

 

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कई बड़े राजनेताओं को सता रहा डर

ईडी की अचानक रेड ने प्रदेश के कई बड़े अफसरों और राजनेताओं की नींद उड़ा दी है। हालांकि ईडी नोटिस देकर पूछताछ तो कर सकती है, लेकिन जब तक पेपर लीक के आरोपी सुरेश ढाका की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक इस कार्रवाई को अंजाम देना मुश्किल लग रहा है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि ढाका के ठिकानों से जो पेन ड्राइव, हार्ड disk और डिजिटल पेमेंट्स की रिसिप्ट बरामद हुई है, उसकी प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह काफी समय से देश से बाहर है।

 

कब्ज का मुख्य कारण तैलीय और मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन, शराब और सिगरेट पीने, कम मात्रा मात्रा में पानी पीने और रात में देर से भोजन करना है। यह बीमारी काफी परेशान करती है। आज के समय में लगभग 90 प्रतिशत लोगों को कब्ज की समस्या है। वरिष्ठ आर्युर्वेद एवं पंचकर्म विशेषज्ञ डॉक्टर सीताराम गुप्ता के अनुसार हमें प्रतिदिन 4-5 लीटर पानी का सेवन करना चाहिए। साथ ही हमें अपनी वजन के अनुसार प्रति 10 किलोग्राम हमे 100 ग्राम ताजे फाल और सब्जी का सेवन करना चाहिए। जिसमें फाइवर की मात्रा अधिक हो। इसके साथ ही हमें भोजन करते समय हर निवाले को दांतों की संख्या के अनुसार 32 बार चबाना चाहिए। भोजन से 30 मिनट पूर्व और 90 मिनट बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।

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डॉक्टर सीताराम के अनुसार भोजन के बाद छाछ में अजवाईन, सौफ, काली मिर्च मिलाकर के प्रयाप्त मात्रा में छाछ का सेवन हमें करना चाहिए। तो हमें कब्ज की समस्या नहीं होगी। हमें आंवले और त्रिफला चूर्ण का सेवन भी करना चाहिए। इससे कब्ज की समस्या दूर (immediate constipation relief) हो जाएगी।

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डॉक्टर के अनुसार कब्ज किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह अधेड़ उम्र के लोगों में देखा जाता है। कब्ज होने पर आप नियमित रूप से मल त्याग नहीं कर पाते हैं या पूरी तरह से आपका पेट साफ नहीं हो पाता है। कम मात्रा में पानी पीने से कब्ज की शिकायत होती है। हालांकि, कब्ज के मुख्य कारणों में उम्र बढ़ना, कुछ खास दवाओं का सेवन और शारीरिक गतिविधि कम या नहीं करना शामिल है।

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कब्ज की गंभीरता हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकती है। कुछ लोगों को कब्ज की शिकायत मात्र कुछ दिनों के लिए होती है, लेकिन दूसरों के लिए कब्ज क्रोनिक यानी पुरानी हो सकती है जिसके कारण उन्हें दर्द और दूसरी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कब्ज का सबसे बड़ा लक्षण है पेट में गैस होना, पेट फूलना और भूख न लगना। इसके अलावा, कब्ज के दूसरे भी अनेक लक्षण हो सकते हैं।

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कब्ज के कारण होने वाली समस्याएं

पेट में भारीपन महसूस करना
मतली आना और उल्टी होना
भूख न लगना
छाती में जलन होना
आंतों में जख्म और सूजन होना
बवासीर, भगंदर और फिशर रोग का खतरा बढ़ना
अगर आप कब्ज और कब्ज से होने वाली जटिलताओं से बचना चाहते हैं तो अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में सुधर करने की आवश्यकता है।

 

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए
अगर अपने जीवनशैली एवं डाइट में बदलाव लाने और दवाओं का सेवन करने के बाद भी कब्ज में कोई सुधार न दिखे और आपको कब्ज के कारण पेट में भारीपन, मरोड़ या दर्द अनुभव हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। ताकि किसी गंभीर समस्या से बच सकें।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क/जयपुर/बस्सी। सरकार शिक्षा विभाग में हर वर्ष बड़ी संख्या में भर्ती कर ही है, फिर भी जयपुर जिले में शिक्षा विभाग के बेड़े में बड़ी तादात में पद खाली है। अकेले जयपुर जिले में शिक्षा विभाग में शिक्षकों एवं अन्य पदों के 32 हजार 413 पद स्वीकृत है, जिनमें से 7 हजार 389 पद खाली है। यानि 25 हजार 24 पद ही भरे हुए है। जिले में स्कूली शिक्षकों से लेकर अन्य स्टाफ के यही कारण है कि कई स्कूलों में विषय अध्यापकों के पद खाली है तो कईयों में प्राचार्य, उप प्राचार्य, अध्यापकों, शारीरिक शिक्षकों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद खाली है।

यह है स्थिति
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जयुपर जिले में प्राचार्य के 1064 पद स्वीकृत है, जिनमें से 1000 पद ही भरे हुए है। वहीं वाइस प्रिंसिपल के 759 पद स्वीकृत है, जिनमें से 190 पद ही भरे हुए हैं, शेष पद खाली है। इसी प्रकार व्याख्याताओं के 3720 पदों में से 3417 पदों पर व्याख्याता कार्यरत है। यानि 303 पद खाली है। इसी प्रकार सरकारी स्कूलों में यदि सीनियर टीचरों की बात की जाए तो हिन्दी, अंग्रेजी, मैथमैक्टिक्स, समाज शास्त्र, संस्कृत, ऊर्दू सिंधी व स्पेशल एजुकेशन के 6195 पद स्वीकृत है। इनमें से 590 पद खाली है।

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सहायक कर्मचारियों 1135 पद खाली
सरकारी स्कूलों अध्यापकों के तो फिर भी पद कम खाली है, लेकिन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भारी टोटा है। जिले में सरकारी स्कूलों में 1616 पद स्वीकृत है, जिनमें से मात्र 481 पद ही भरे हुए हैं यानि 1135 पद खाली है। हालात यह है कि अधिकांश सरकारी स्कूलों में तो कई बार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी के कारण बालकों को ही स्कूलों में घंटियां बजानी पड़ती है।

शारीरिक शिक्षकों के बिना खेल अधूरे
शारीरिक शिक्षकों के 1224 में 920 पदाें पर ही शारीरिक शिक्षक भरे हुए हैं, जबकि 304 पद खाली है। इसी प्रकार कम्प्यूटर लैब प्रभारी, सीनियर लैब असिस्टेंट, पुस्तकालयध्यक्ष, लैब ब्वाॅय, प्रबोधक सहित कई पदों पर पद खाली है।

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बस्सी की स्थिति
बस्सी ब्लॉक में प्रिंसिपल के पद ही ऐेसे हैं, जिनके पद खाली नहीं है। जबकि वाइस प्रिंसिपल के 33 पदों में से 25, शिक्षकों के 1126 में से 147 खाली, शारीरिक शिक्षकों के 64 में से 48 व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 79 में से 56 पद खाली है।


स्कूलों में शिक्षकों के तो फिर भी कम पद खाली है, लेकिन सहायक कर्मचारियों के पद अधिक रिक्त है। सहायक कर्मचारियों की कई वर्षाें से भर्ती ही नहीं हुई है।
लल्लूराम मीना, सीबीईओ बस्सी

जयपुर। उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां ने भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार को घेरा है। उन्होंने अपने आवास पर जनसुनवाई के बाद कहा कि गहलोत सरकार के शासन में भ्रष्टाचार गहरी जड़े जमा चुका है, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा होगा, जो कांग्रेस की हार का कारण बनेगा।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार की पांच साल का लेखाजोखा रखे। किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारी सहित कई मुद्दे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है। सीएम जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, लेकिन जनता को काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। राजस्थान इस समय भ्रष्टतम राज्यों में शुमार हैं। राजस्थान में लगभग 1500 से ज्यादा मामले भ्रष्टाचार से जुड़े हैं। यही वजह है कि चुनाव में यह बड़ा मुद्दा होगा।

Honey Trap: जयपुर के जमवारामगढ़ थाना इलाके में हनी ट्रैप मामले में थाना पुलिस व जयपुर ग्रामीण महिला पुलिस ने गुरुवार को संयुक्त कार्रवाई कर दो युवतियों को गिरफ्तार किया है। जमवारामगढ़ निवासी रोहिताश कुमार अटल ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि कुछ दिनों पहले एक अनजान नम्बर से एक महिला का फोन आया तो उसने गलत नम्बर बताकर काट दिया।

फिर महिला बार-बार फोन करने लगी। प्यार भरी बातें करके प्रेम जाल में फांस लिया। महिला के साथियों ने बलात्कार के मुकदमे से बचने के लिए 50 हजार की मांग की। राशि नहीं देने पर मुकदमा दर्ज करवाकर बदनाम करने व जेल भिजवाने की धमकियां देने लगे। इससे परेशान युवक ने थाने में आरोपियों की शिकायत कर दी। इस पर महिला थाना व जमवारामगढ़ थाने की एक विशेष टीम का गठन किया।

महिला थाने की थानाधिकारी सीता यादव, जमवारामगढ़ थाना प्रभारी रामपाल शर्मा व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने पिंकी (30) पत्नी राधेश्याम बावरिया निवासी सिलीसेढ भगतापुरा, जिला अलवर व कोमल बावरिया (25) पत्नी पुरण बावरिया, निवासी मांजीपुरा थाना रायसर को दर्ज परिवाद में पचास हजार की राशि लेते हुए रंगे हाथों हनी ट्रैप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हनी ट्रैप का शिकार बनाने वाली महिलाएं सॉफ्ट टार्गेट को निशाना बनाते है। इनके साथ पुरुष सदस्य भी होते है। जो महिला से बातचीत की ऑडियो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग वायरल करने की धमकी देकर ठगी करते है।

जयपुर/बस्सी। Road Accidents : जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जुगाड़ वाहन सरपट दौड़ रहे है। इन वाहन चालकों को ना पुलिस का भय है और ना ही हादसों डर सताता है।जानकारी के अनुसार गुरुवार को एक जुगाड़ वाहन चालक ओवरलोड सवारियां भरकर बस्सी से दौसा की ओर तेजगति में जा रहा था।


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ऐसा एक ही नहीं बल्कि दिनभर में कई जुगाड़ सवारियों से भर कर निकलते है। लेकिन पुलिस व परिवहन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिससे ऐसे वाहन चालकों के हौसले बुलंद है।


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गौरतलब है कि हाल ही में गत दिनों जटवाड़ा पुलिस चौकी के समीप एक कार की टक्कर से जुगाड़ वाहन चालक घायल हो गया था और ई-रिक्शा चालक की मौत हो गई थी। वह तो कार का एयर बैग खुल गया नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता।

जयपुर/बस्सी। Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में यह वर्ष चुनावी वर्ष होने से नेता अभी से ताल ठोक रहे है। नेताओं में कहीं पर जनता की नब्ज टटोलने तो कहीं दीवारों पर विज्ञापन लिखवाने की होड़ मची हुई है। नेता अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों व लोगों के निजी मकानों एवं प्रतिष्ठानों की दीवारों पर राजनीतिक पार्टियों के विज्ञापन लिखवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।

ऐसा ही नजारा जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस्सी स्थिति डेयरी फार्म की दीवारों पर देखने को मिला। दीवारों पर नेताओं के विज्ञापनों के अलावा कोई दूसरी चीज नजर नहीं आएगी। इस फार्म की दो दीवारों पर आबादी के कारण आमजन की नजर नहीं पड़ती है। लेकिन इस फार्म की उत्तर से दक्षिण की एक किलोमीटर व पश्चिम से पूर्व की ओर दो किलोमीटर की लम्बाई में केवल राजनीतिक पार्टियों के नेताओं विज्ञापन ही नजर आएंगे। यही नहीं बस्सी विधानसभा इलाके में गांव या कस्बों में भी सार्वजनिक दीवार व लोगों के दुकान व मकानों की दीवारों पर भी इसी प्रकार विज्ञापन लिखे नजर आएंगे। इधर, डेयरी फार्म प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
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नगरपालिका का राजस्व पर नहीं ध्यान
नगरपालिका इलाके में नगरपालिका होर्डिंग्स के करीब एक दर्जन स्थान है। यदि कोई नेता नगरपालिका से अनुमति लेकर इन पर होर्डिंग्स लगाता है तो उसकी आय नगरपालिका को होती है। लेकिन शहर में ऐसे अधिकांश इस्तेहार बोर्ड टूटे पड़े है। इन पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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सम्पत्ति निरूपण की होती है कार्रवाई
यदि सार्वजनिक एवं किसी निजी स्थानों पर कोई नेता या फर्म बिना नगरपालिका की अनुमति विज्ञापन लगवाता है या लिखवाता है तो व्यक्ति या फर्म के खिलाफ सम्पत्ति निरूपण एक्ट में कार्रवाई होती है। बस्सी में अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
- नवरत्न शर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका बस्सी

जयपुर.राजधानी की दोनों शहरी सरकारों के बजट को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। इस बार बजट में 15वें वित्त आयोग की गाइडलाइन की झलक दिखाई दे रही है। यही वजह है कि घर-घर कचरा संग्रहण पर यूजर चार्ज और नगरीय विकास कर वसूली पर सख्ती होगी। ग्रेटर निगम ने मालवीय नगर और मुरलीपुरा जोन में तो यूजर चार्ज वसूलना शुरू भी कर दिया है। दरअसल, आगामी तीन वर्षों में केंद्र से 800 करोड़ रुपए से अधिक मिलने हैं। ये पैसा तभी मिलेगा, जब निगम अपने राजस्व को बढ़ाएंगे।

नगरीय विकास कर पर फोकस:

केंद्र से मिलने वाले अनुदान की वजह से दोनों ही शहरी सरकारों का ध्यान नगरीय विकास-कर की वसूली पर है। पिछले वित्तीय वर्ष में दोनों शहरी सरकारों ने मिलकर 103 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया था। इसमें से 34 करोड़ रुपए हैरिटेज नगर निगम का है। यही वजह है कि इस वित्तीय वर्ष में हैरिटेज नगर निगम ने 66 करोड़ रुपए और ग्रेटर निगम ने 117 करोड़ रुपए यूडी टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा है।

ऐसे मिलेगा केंद्र से पैसा:

वित्तीय वर्ष राशि (करोड़ में)

2023-24 274

2024-25 290

2025-26 295

किसका कितना बजट

इस वित्तीय वर्ष पिछला बजट

हैरिटेज 1082 879

ग्रेटर 1006 895

(राशि करोड़ में।)

---जनता के होंगे ये सीधे काम

मद ग्रेटर हैरिटेज

सडक़ निर्माण 35 ------ 30

सीवर लाइन 15 ------ 32

अन्य निर्माण कार्य 33 ------ 32

सडक़-नाली रखरखाव 40 ------ 40

(राशि करोड़ में है।)

यहां से आएगा पैसा

-30 करोड़ रुपए होर्डिंग की नीलामी से कमाने का लक्ष्य ग्रेटर निगम का

- 20 करोड़ रुपए यूजर चार्ज वसूली का लक्ष्य रखा ग्रेटर निगम ने

- 06 करोड़ रुपए पार्किंग स्थल से कमाएगा हैरिटेज निगम

- 24 करोड़ रुपए होर्डिंग से कमाने का लक्ष्य लेकर चल रहा हैरिटेज निगम

ये प्रावधान भी

- पार्षदों को घुमाने के लिए 50 लाख रुपए का बजट प्रावधान रखा हैरिटेज निगम ने

- आठ करोड़ रुपए से हैरिटेज निगम की सीमा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी बजट में प्रावधान

ढाई वर्ष के बोर्ड में एक साधारण सभा की बैठक होना इस बात का परिचायक है कि महापौर को पार्षदों से डर लगता है। वार्डों में विकास कार्य ठप हैं। निगम की आर्थिक स्थिति खराब है। अच्छा होता पहले बजट बैठक बुलाई और उसमें चर्चा होती।

- रेखा राठौड़, पार्षद भाजपा, हैरिटेज निगम

साधारण सभा की यदि बैठक होती तो उसमें वार्डों के विकास कार्यों पर चर्चा होती। पिछली बोर्ड बैठक में भी जब वार्डों की बात आई तो महापौर ने सभा स्थगित कर दी। इससे साबित होता है कि विकास कार्यों से भाजपा बोर्ड का कोई लेना-देना नहीं है।

- राजीव चौधरी, नेता प्रतिपक्ष, ग्रेटर निगम

अक्सर लोग महंगे भाव के फल व सब्जियां लाते हैं और उन्हें खा लेते हैं, लेकिन उपयोगिता से अनजान होने के कारण हम उनके बेहद गुणकारी छिलकों को (Fruits Rind Use) या तो कचरे में फेंक देते हैं या फिर जानवरों को खिला देते हैं। अगर आपको इन फलों व सब्जियों के छिलकों में छिपे गुणों का पता चल जाए तो आप शायद ही उन्हें फेंकने की गलती करें। तो आइए जानते हैं कि ये कितने फायदेमंद होते हैं।

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सेब (Apple Rind Use)
सेब में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। लेकिन गूदे से पांच गुना ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट इसके छिलके में होता है। जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड कैमिस्ट्री के शोधकर्ताओं ने पाया कि इसके छिलकों में एंटी डिजीज व एंटी कैंसर जैसे गुण होते हैं। इसलिए सेब को छिलके समेत ही खाएं।

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केला (Banana Rind Use)
ताईवान के वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि केले का छिलका डिप्रेशन से मुकाबला करता है। इसलिए कच्चे केले की सब्जी बनाते समय छिलका न हटाएं।

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अनार (Pomegranate rind use)
जिन महिलाओं को अधिक मासिक स्राव होता है, वे अनार के सूखे छिलकों को पीसकर एक चम्मच पानी के साथ लें। इससे रक्तस्राव कम होगा। बवासीर की शिकायत हो तो अनार के छिलकों को कूटकर इसके पाउडर को गुड़ में मिलकार बारीक-बारीक गोलियां बना लें। कुछ दिन तक इनका प्रयोग करें, आराम मिलेगा।

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अंगूर, बेरी (Graps Rind Use)
अमरीकी वैज्ञानिक व कैमिस्ट वालेस एच.योकोयामा ने अध्ययन में पाया कि अंगूर और बेरी के छिलकों में कोलेस्ट्रॉल घटाने की क्षमता होती है। अमरूद के छिलकों में एंटीऑक्सीडेंट गूदे से कहीं ज्यादा होते हैं। इसलिए अंगूर या बेरी का जूस बनाने की बजाय इन्हें साबुत ही खाना चाहिए।

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सब्जियां (Vegetables Health Benefits)
छिलके सहित सब्जियां खाने से कब्ज व डायबिटीज कंट्रोल होती है

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New District In Rajasthan: कोटपूतली बहरोड़ को नवीन जिला घोषित करने पर आमजन की ओर से मुख्यमंत्री का आभार प्रदर्शित करने के लिए शुक्रवार को राजकीय एलबीएस महाविद्यालय के खेल मैदान में आमसभा होगी। इसमें भीड़ जुटाने के लिए 250 से अधिक बसों व अन्य वाहनों की व्यवस्था की गई है। सभा में आने वाले लोगों के बैठने के लिए 36 हजार वर्ग फुट का विशेेष जर्मन डूम बनाया गया है। यह वाटर प्रूफ होने के अलावा 50 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के दबाव को झेलने में सक्षम रहेगा। गर्मी से बचाव के लिए कूलर, पंखे लगाए है। आवागमन की सुचारू व्यवस्था के लिए बेरिकेड्स लगाए है।

विधायक व गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने गुरुवार को सभा स्थल का दौरा कर मंच सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सभा के अलावा महंगाई राहत कैम्प का निरीक्षण करेंगे और लाभार्थियों से सीधा संवाद करेंगे। राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोटपूतली दौरे के दौरान क्षेत्रीय जनता से कोटपूतली को जिला बनाने का मुद्दा उन पर छोड़ने की बात कही थी। जिसे मुख्यमंत्री ने कोटपूतली को नवीन जिला घोषित कर जनता से किया वादा पूरा किया है।

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प्रवेश व निकास के लिए होंगे अलग द्वार
सभा के दौरान वाहनों के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग बनाई है। सभा स्थल पर आमजन के प्रवेश के लिए राजकीय महाविद्यालय की चारदीवारी को तोड़कर दो अस्थाई प्रवेश द्वार बनाए है। महाविद्यालय के मुख्य द्वार से वीआईपी के लिए आरक्षित किया है। सर्विसलेन पर जाम की स्थिति नहीं हो इसके लिए सर्विसलेन पर व डाबला रोड पर वाहनों का प्रवेश कुछ समय के लिए प्रतिबंधित रहेगा।

इन परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीमकाथाना बायपास सड़क निर्माण, कस्बे में राजमार्ग से चिमनपुरा तक एमडीआर सड़क निर्माण व कालूहेड़ा में डीटीओ कार्यालय भवन निर्माण का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं की निविदाएं स्वीकृत हो गई है। इसके अलावा पानदेवी मोरीजावाला कन्या महाविद्यालय में महात्मा ज्योतिबा फुले व माता सावित्री बाई फुले की प्रतिमाओं का अनावरण करेंगे। सीवरेज लाइन निर्माण कार्य, कस्बे के लिए दस करोड़ रुपए की पेयजल योजना के साथ-साथ अन्य कई सड़कों के निर्माण कार्य का भी शिलान्यास करेंगे।

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हेलीकॉप्टर से आएंगे सीएम
मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से दोपहर 3 बजे कोटपूतली पहुंचेंगे। इसके लिए राजकीय एलबीएस महाविद्यालय में निर्मित हेलीपेड को भी दुरुस्त किया है। आमसभा एवं राहत शिविर को लेकर महाविद्यालय परिसर में अलग-अलग टैंट लगाए है। शिविर के टैण्ट में विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों के पंजीयन के लिए अलग-अलग काउण्टर बनाए है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष घेरा रहेगा। डूम पाण्डाल के अलावा खुला टैंट लगाया है।

Treatment of dizziness : अपने आसपास की चीजों को घूमता हुआ महसूस करने या चक्कर आने पर हम अपना संतुलन खो बैठते हंै और बेहोश हो जाते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक दिमाग के पिछले हिस्से, कान के बीच या पैरों से मिलने वाले संवेदीतंत्र में खराबी होने से चक्कर आते हैं। दिमाग को ऑक्सीजन व ग्लूकोज (brain needs oxygen and glucose) की जरूरत होती है और जब शरीर में इनकी कमी होने लगती है तो हमें चक्कर आते हैं।

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शरीर में पानी की कमी Body dehydration
जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो व्यक्ति बेहोश हो सकता है। इसमें उल्टी, दस्त होना या लू लगना (vomiting, diarrhea or heatstroke) भी शामिल है। तेज धूप में अधिक देर तक खड़े रहने से भी व्यक्ति बेहोश हो सकता है। ऐसा शरीर से पसीना निकलने और पानी की कमी से होता है।

ये करें : रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएं (Drink at least 8 glasses of water daily) । घर से बाहर जाएं तो पानी की बोतल और सिर कवर करने के लिए स्कार्फ या कैप जरूर साथ लेकर जाएं। ऐसी सब्जियां खाएं जो प्राकृतिक रूप से पानी से समृद्ध हों जैसे पालक, मटर, मैथी आदि।

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मिर्गी से भी परेशानी Problem with epilepsy

मिर्गी रोग होने पर व्यक्ति को कभी भी चक्कर आ सकता है। इसमें उसके हाथ-पैर टेढ़े और मुंह से झाग निकलने लगते हैं।
ये करें: चक्कर आने पर मरीज को बाईं करवट से लिटा दें। उसके आसपास भीड़ इक_ी न करें ताकि वह खुली हवा में सांस ले सके। ऐसे में मरीज की जीभ कटने का डर रहता है इसलिए उसके मुंह में कपड़ा आदि डाल दें। जब व्यक्ति सामान्य हो जाए तो फौरन किसी न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाएं।

डॉक्टरी सलाह से ही करें उपवास Fasting only with medical advice

लंबे समय तक उपवास करने या समय पर भोजन नहीं लेने से भी यह समस्या हो सकती है।
ये करें : Keep the glucose level normal ग्लूकोज लेवल सामान्य रखने के लिए आप फल खाएं और डॉक्टरी सलाह से ही उपवास करें।

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डायबिटीज में दें ध्यान Pay attention to diabetes
रोगी यदि अधिक समय तक भूखा रहे तो उसके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर काफी गिर जाता है और वह बेहोश हो सकता है।

ये करें :

- थोड़े-थोड़े अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहें।
- घर से बाहर जाएं तो चॉकलेट या टॉफी अपने पास जरूर रखें।
- सूजन या सिर पर चोट
- कई बार सिर पर लगी चोट भी बेहोशी का कारण बन सकती है। ब्रेन ट्यूमर, दिमाग में सूजन या मस्तिष्क में अन्य विकृति भी इसका कारण हो सकती है।


ये करें : सिर पर चोट से चक्कर आएं या दो साल के अंदर मिर्गी का दौरा पड़े तो न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाकर पूरा इलाज कराएं। उनके द्वारा बताई गई जांचें कराएं ताकि सही इलाज हो सके। कई बार ब्लड प्रेशर तेजी से गिरने और गंभीर स्तर पर आने से भी व्यक्ति बेहोश हो सकता है।
-डॉ. एस. अरोड़ा

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चक्कर आने के कारण Causes of Dizziness : सिर चकराने और चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं। वे इस प्रकार हैं -

- रक्तचाप में कमी के कारण मस्तिष्क को रक्त या ऑक्सीजन की अस्थायी अपर्याप्त आपूर्ति।
- उल्टी, दस्त, बुखार और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण गंभीर निर्जलीकरण।
- पार्किंसंस रोग और मल्टीपल स्केलेरोसिस
- ऊंचाई की बीमारी
- सामान्य जुकाम और फ्लूएलर्जी
- कम रक्त दबाव(हाइपोग्लाइसीमिया) निम्न रक्त शर्करा
- तनाव या पैनिक अटैक
- असामान्य हृदय ताल
- आघात
- आंतरिक रक्तस्राव
- गंभीर खून की कमी
- दवाओं के दुष्प्रभाव
- निकोटीन या तंबाकू उत्पाददवाओं का उपयोग
- भीतरी कान की समस्या

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चक्कर आने का इलाज dizziness treatment
- चक्कर आने की समस्या को नीचे दिए गए विकल्पों से दूर किया जा सकता है
- बहुत सारा पानी या अन्य तरल पदार्थ पीना। पानी का नशा होने पर पानी के सेवन से बचें।
- इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त तरल पदार्थ पिएं
- यदि मतली या उल्टी की भावना के कारण शराब पीना संभव नहीं है, तो रिंगर्स लैक्टेट जैसे अंतःशिरा तरल पदार्थों की सिफारिश की जाती है।
- कुछ मीठा खाने या पीने की कोशिश करें और कुछ देर लेट जाएं या आराम करें।
- बैठने या लेटने के दौरान आसन में अचानक बदलाव से बचनाचमकदार रोशनी से बचना

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हल्केपन के अधिक गंभीर मामलों के लिए, या यदि चक्कर की भावना लंबे समय तक रहती है; तो निम्न उपचार की आवश्यकता हो सकती है -

- चिंता, मतली या माइग्रेन के लिए दवाएं
- पानी की गोलियाँ
- कम नमक वाला आहार
- बैलेंस थेरेपी जैसे वेस्टिबुलर रिहैबिलिटेशन (आपके शरीर की संतुलन प्रणाली को उचित और अचानक गति के प्रति कम संवेदनशील रखने के लिए व्यायाम)।
- चिंता विकार को कम करने के लिए मनोचिकित्सा
- कई बार भीतरी कान की समस्या भी संतुलन की समस्या पैदा कर सकती है।
- समस्याग्रस्त आंतरिक कान के लिए एंटीबायोटिक इंजेक्शन का सुझाव दिया जाता है।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Rajasthan Road Accident: जयपुर-सीकर हाईवे पर शहर के नजदीक भोजलावा कट पर गुरुवार दोपहर में जयपुर की तरफ जा रही कार ने आगे चल रही एक स्कूटी के टक्कर मार दी। हादसे में स्कूटी सवार की मौत हो गई और कार में सवार लोग भी चोटिल हुए है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्कूटी व कार को थाने में लाकर खड़ा किया। थाना पुलिस ने शाम को युवक के शव का जयपुर एसएमएस अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया।

थाना प्रभारी विक्रांत शर्मा ने बताया कि खाटूश्यामजी के शनि मंदिर के पास निवासी 30 वर्षीय ललित सोनी पुत्र मूलचंद सोनी दोपहर करीब 2 बजे स्कूटी से जयपुर की तरफ जा रहा था। भोजलावा कट के पास पहुंचने पर पीछे से कार ने स्कूटी के टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि युवक स्कूटी से उछलकर दूर जा गिरा।

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हादसे में गंभीर रूप् से घायल युवक को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे हालत गंभीर देखते हुए जयपुर एसएमएस के लिए रैफर कर दिया। जयपुर ले जाने के दौरान युवक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इधर, कार में सवार यूपी के भी दो-तीन जने चोटिल हो गए, लेकिन बाद में कार सवार लोग दूसरी कार से जयपुर के लिए रवाना हुए। पुलिस ने दोनों दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को थाने में लाकर खड़ा किया है।

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हाल ही में हुई थी सगाई:
मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक युवक के परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। हाल ही में युवक की सगाई हो चुकी थी और दिसंबर में शादी होनी थी। मृतक के पिता ज्वैलरी का काम कर परिवार चला रहा है। मृतक दो भाई और एक बहन हैं।

उल्टी, दस्त, अपच, पेटदर्द, जुकाम, टायफाइड, पीलिया और त्वचा रोग आदि ऐसे कई रोग हैं जो दूषित पानी की वजह से फैलते हैं। इन रोगों से लडऩे के लिए जरूरी है कि हम साफ पानी पिएं (Drink Clean Water)। पानी साफ (Water Clean) करने के लिए लोग घरों में ARO लगवाते हैं जो काफी महंगा पड़ता है। आरो से पानी की गुणवत्ता घटने के साथ ही इससें पानी की बर्बादी भी काफी होती है जो ठीक नहीं। लेकिन हम आपको ऐसे तरीके बता रहे हैं जिनसें आप बिना पैसा खर्च किए पानी को साफ कर सकते हैं।

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धूप से करें साफ करें पानी (Clean Water From Sunlight)
पानी को कांच की बोतल में भरकर 8 घंटे के लिए धूप में रखने से भी यह साफ होता है।

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उबालकर साफ करें पानी (Clean Water From Boil)
अक्सर लोग गर्म पानी के नाम पर उसे हल्का गुनगुना करके पी लेते हैं। ऐसा करना गलता है। पानी को साफ करने के लिए इसे पीतल, तांबे या मिट्टी के बर्तन में 100 डिग्री सेल्सियस पर उबालें और पीने लायक होने पर ही प्रयोग में लें। ध्यान रहे कि एक बार उबाले गए पानी को आप आठ घंटे के भीतर प्रयोग कर लें वर्ना इसमें वातावरण में मौजूद बैक्टीरिया की वजह से फिर से अशुद्धियां आ जाती हैं।

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पानी साफ करने का आयुर्वेदिक प्रयोग (Clean Water From Alum)
हाथों को अच्छे से धोकर फिटकरी को पानी में घुमा दें। फिटकरी को साफ, सफेद कपड़े में लपेटकर भी ऐसा कर सकते हैं। निर्मली के बीजों को घिसकर पानी में डालने से भी पानी साफ हो जाता है। ये आपको पंसारी की दुकान से मिल जाएंगे।

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फ़िरोज़ सैफी / जयपुर।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन में कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व का ही दखल होने का फार्मूला हिट होने के बाद अब प्रदेश में भी इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में यह फार्मूला लागू किया जा रहा है। इस फॉर्मूले से शीर्ष नेतृत्व को राजस्थान में भी जीत की उम्मीदें हैं।

 

सूत्रों की मानें तो राजस्थान में अगर यह फॉर्मूला लागू हो गया तो फिर प्रदेश के शीर्ष नेता अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए जोर आजमाइश नहीं कर पाएंगे। दरअसल कर्नाटक फॉर्मूले के तहत स्टेट लीडरशिप की बजाए केंद्रीय नेतृत्व की मर्जी से ही टिकट तय होंगे। पार्टी हाईकमान की इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से भी चर्चा हो चुकी है।

 

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सिर्फ राय ही दे पाएगी स्टेट लीडरशिप

दरअसल, कर्नाटक फॉर्मूले के तहत प्रत्याशी चयन में प्रदेश के शीर्ष नेताओं से केवल राय ही ली जाएगी। प्रत्याशी का फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा। जानकारों का कहना है कि प्रत्याशी चयन के लिए होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में भी स्टेट लीडरशिप अपने-अपने समर्थकों के लिए ज्यादा प्रयास नहीं कर पाएंगे।

 

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर होंगे टिकट तय

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रत्याशी चयन में इस बार नेताओं की सिफारिश नहीं बल्कि सर्वे रिपोर्ट प्रमुख आधार होगी। अगर सर्वे में मौजूदा विधायकों की ग्राउंड रिपोर्ट सही नहीं है तो उन विधायकों का टिकट काटकर सर्वे में सामने आए मजबूत चेहरे को टिकट दिया जाएगा।

 

एआईसीसी की ओर से लगातार विधायकों और जिताऊ चेहरों को लेकर सर्वे करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी रंधावा भी कई बार कह चुके हैं कि इस बार सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट तय होगा।

 

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सख्ती से लागू होगा या नहीं, इस पर भी सवाल

प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर कर्नाटक फॉर्मूला सख्ती से लागू होगा या नहीं इसे लेकर कांग्रेस गलियारों में चर्चाएं हैं। दरअसल उदयपुर में हुए पार्टी के नव संकल्प शिविर में लिए गए फैसले भी सख्ती के साथ लागू नहीं हो पाए। परिवार में एक टिकट, एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत, महिलाओं को 33 फीसदी टिकट जैसे नियम बनाए गए थे लेकिन कर्नाटक में ही इन फॉर्मूलों को सख्ती से लागू नहीं किया गया।

 

आधा दर्जन नेताओं के साथ ही उनके पुत्र-पुत्रियों को भी टिकट दिया गया था। वहीं महिला प्रतिनिधित्व के तौर पर 224 सीटों में से केवल 11 टिकट महिलाओं को दिए गए थे। वहीं, डीके शिवकुमार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं और डिप्टी सीएम भी हैं।

पाकिस्तान (Pakistan) में सिर्फ महंगाई ही नहीं बढ़ रही, एक और चीज़ भी है जो बढ़ रही है। और वो है गधों की संख्या। पाकिस्तान में बड़ी संख्या में गधे पाए जाते हैं और यह आज से नहीं, काफी समय से है। पर पिछले कुछ समय में पाकिस्तान में गधों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हुआ है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पिछले एक साल में तेज़ी से गधे बढ़े हैं। आज के इस समय में पाकिस्तान में कई लोगों के पास गधे पाए जाते हैं और इसे काफी सामान्य भी माना जाता है।


पाकिस्तान में कितने हैं गधे?

पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण ने हाल ही में खुलासा करते हुए जानकारी दी कि पिछले एक साल में पाकिस्तान में गधों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हुआ है। सिर्फ एक साल में ही पाकिस्तान में 1 लाख गधे बढ़ गए हैं। ऐसे में जहाँ पहले पाकिस्तान में गधों की संख्या 57 लाख थी, वो अब बढ़कर 58 लाख हो गई है। सिर्फ गधे ही नहीं, पाकिस्तान आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार देश में दूसरे मवेशियों की संख्या भी पिछले एक साल में तेज़ी से बढ़ी है।

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अर्थव्यवस्था में गधों का योगदान


रिपोर्ट के अनुसार गधों का पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में भी योगदान है। ऐसा समय जब पाकिस्तान कर्ज़ के बोझ तले दबा हुआ है और देश की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, गधों की वजह से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को मामूली ही सही, कुछ योगदान मिल रहा है। सामन के साथ ही लोगों के ट्रांसपोर्ट के लिए भी पाकिस्तान में गधों का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा एग्रीकल्चर में भी गधों का इस्तेमाल किया जाता है। सेक्टर्स से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में गधों की एक भूमिका रहती है, जिसे देश में अहम माना जाता है।

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जयपुर। राजधानी जयपुर में शुक्रवार को दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन पर बम की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। सबसे पहले रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। साथ ही पुलिस और एटीएस की टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर बैग की तलाशी ली। इसके साथ रही स्टेशन पर सभी जगह तलाशी ली।

मामला दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन कार्यालय के बाहर का है। जहां शुक्रवार सुबह कार्यालय के बाहर संदिग्धवस्था में एक बैग मिला। बैग में बम होने की सूचना पर अफरा तफरी मच गई। मामले की सूचना बम निरोधक दस्ते को दी गई। बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर बैग की जांच की। वहीं पुलिस व एटीएस ने भी समय पर रेस्पांस किया। यह पूरा मामला मॉकड्रिल का था। समयानुसार मॉकड्रिल को पूरा किया गया। जब लोगों को मॉकड्रिल का मालुम चला तो लोगों ने राहत की सांस ली।

जयपुर। शहर में बदलते मौसम के साथ अब फैशन का ट्रेंड बदल रहा है। गोल्ड, सिल्वर, पर्ल और मेटल से बनी ज्वैलरी के साथ अब फैब्रिक, जूट और थ्रेड से बनी ज्वैलरी का ट्रेंड देखने को मिल रहा हैं। यह ज्वैलरी न सिर्फ एक नया ट्रेंड है बल्कि एक सस्टेनबल एनवायरमेंट भी क्रिएट कर रही है। यह सिर्फ शहर में ही नहीं बल्कि विदेश (फ्रांस) में भी महिलाओं को खुब लुभा रहा है।

Sustainable fabric jewelerySustainable fabric jewelery

Sustainable fabric jewelery कपड़े से बनी अलग-अलग डिजाइन की ज्वैलरी में बनारसी, रेशम, सिल्क, और स्क्रीन प्रिंट, जॉर्जेट, प्रिंटेड कॉटन, जूट, शिफॉन, टिशू, ऑरगेंजा का फैब्रिक का इस्तेमाल किया जाता है। इससे हार्टपिन, नेकलेस, ईयररिंगस, बैंग्लस, किचेन, बच्चों के टॉयज, मास्क, हेयरपिन, पर्स, और कल्च आदि बनाते हैं। बीडेड पैटर्न स्टाइल में बनी फैब्रिक ज्वैलरी युवतियां सबसे ज्यादा पसंद की जा रही है। महिलाएं ऑफिस ड्रेसअप में इस तरह की ज्वैलरी को टीमअप कर रही हैं।

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कोरोना में आया आइडिया

प्रीति ने बताया लॉकडाउन में मास्क बनाने के साथ यह काम शुरू किया। लॉकडाउन में कम सोर्स के साथ जीरो से शुरूआत करना बहुत मुश्किल था। घर में वेस्ट फैब्रिक से ही मुझे यह आइडिया आया। जब काम अच्छे से चलने लगा तो इसमें आसपास की महिलाओं को काम सिखाकर अपने साथ जोड़ा। अभी उनके साथ 8 से 10 महिलाएं काम कर रही है। इसी के साथ कॉलेज के स्टूडेंट्स को भी इन्टर्नशिप करवाती है। प्रिति ने बताया कि इस काम में एक भी पुरूष नहीं है आॅनलाइन से लेकर आॅफलाइन तक सारा काम महिलाएं ही करती है।

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सस्टेनबल एनवायरमेंट

Sustainable fabric jewelery: यह काम सब तरह से सस्टेनबल है। ज्वैलरी को बनाने में वेस्ट फैब्रिक की कतरन का भी यूज किया जाता है इससे हमारा कोई भी सामान वेस्ट नहीं होता है। इन ज्वैलरी को आप अलग अलग तरह से इस्तेमाल कर पहन सकते हैं। यह पूरा हेंडमेड प्रोसेस है इसमें मशीन का बिल्कूल इस्तेमाल नहीं होता है। इस तरह के काम के लिए महिलाओं को घर से बाहर नहीं पड़ता है। वो घर रहकर काम और परिवार दोनों को अच्छे से सम्भाल सकती है। तो इसी सेन्स में सस्टेनबलिटी कि घर पर ही सबको काम मिल रहा है उन्हें कही जाना भी नहीं पड़ रहा है।

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महिलाओं के रिव्यू

Sustainable fabric jewelery फैब्रिक से बने होने की कारण यह बहुत लाइट होती है, लेकिन इन्हें कुछ इस तरह डिजाइन किया जाता है कि दिखने में हैवी लगती हैं। यही वजह है कि हर उम्र की महिलाएं इन्हें खूब पसंद कर रही हैं।
इस ज्वेलरी का रख-रखाव भी आसान है। जब भी ज्वेलरी का फैब्रिक गंदा हो तो इसे धो लें और सुखाकर फिर इस्तेमाल कर लें।

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एड़ी दर्द की समस्या आज के समय में बहुत ही आम है। इसका मुख्य कारण हैं कब्ज का रहना, शरीर में कैल्शियम की कमी होना या हमारा पोस्चर गलत तरीके से रहना। गलत तरीके से खड़े रहना। हमारा पंजा और पैर बिल्कुल सीध में रहना चाहिए ताकि हमारे पैरों पर बैलेंस बराबर हो। साथ ही कब्ज की समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके लिए रिच फाइवर डाइट लेना चाहिए।

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हमारे चलने फिरने जैसे अनेकों कार्यों में एड़ी सहायक होती है। फिर भी हम उनका ध्यान नहीं रखते। ऐसे ही कुछ कारणों से एड़ी का दर्द उत्पन्न हो सकता है, और इस दर्द से आप के दैनिक कार्यों में बाधा आ सकती है, और अत्यंत पीड़ा का अनुभव हो सकता है।

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आयुर्वेद के अनुसार यह दर्द उत्पन्न होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे की चलते समय पांव का तिरछा हो जाना, या खेलते समय चोट लग जाना।

एड़ी में दर्द के कारण

एड़ी की हड्डी का बढ़ जाना
धातु में सूजन होने के कारण
एड़ी के पीछे द्रव से भारी थैली बर्सा में सूजन के कारण
इस के अलावा, अनुचित भोजन करने से और अनुचित प्रकार से चलने के व्यसन से भी एड़ी का दर्द हो सकता है।

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एड़ी के दर्द के लिए घरेलू नुस्ख़े
छोटे-मोटे दर्द से निजात पाने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही आजमाते हैं।

हल्दी दूध से एड़ी के दर्द से मिलेगा आराम
हल्दी का एंटी इंफ्लैमटोरी गुण शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती है। इसलिए हल्दी का यह गुण एड़ियों के दर्द में बहुत फायदेमन्द होती है। इसलिए अपने आहार में हल्दी का इस्तेमाल जरूर करें साथ ही दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी लाभ मिलता है।

बर्फ का सेंक
दिन में लगभग चार से पांच बार प्रभावित जगह पर बर्फ का टुकड़ा लगाएं। इसके लिए एक कपड़े में बर्फ के टुकड़े को लपेटकर दर्द वाली जगह पर लगाने से दर्द से जल्दी आराम मिलता है।

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अदरक का काढ़ा
अदरक को बारीक काटकर दो कप पानी में डालकर उबालें। अच्छी तरह उबल जाने पर जब पानी एक कप ही रह जाए तब गुनगुना होने पर इसमें दो से तीन बूंद नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें। अदरक दर्द एवं सूजन दोनों से ही राहत दिलाने में मदद करता है।

सिरका से दर्द से मिलेगी राहत
सिरका सूजन, मोच और ऐंठन जैसे लक्षणों को ठीक करने में मदद करता है। गर्म पानी की एक बाल्टी में दो बड़े चम्मच सिरका और एक छोटा चम्मच नमक या सेंधा नमक मिलाएं फिर इसमें अपने पैरो को लगभग बीस मिनट के लिए डुबा कर रखने से दर्द से आराम मिलेगा।

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सेंधा नमक
गर्म पानी के एक टब में दो से तीन बड़े चम्मच सेंधा नमक मिलाकर इसमें अपने पैरों को 10 से 15 मिनट के लिए डाल दें, इससे एड़ी के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।

लौंग का तेल
लौंग के तेल से धीरे-धीरे दर्द वाली जगह पर मालिश करें। इससे रक्त प्रवाह तेज होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। पैरों में किसी भी तरह का दर्द होने पर लौंग का तेल बहुत लाभदायक होता है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। प्रदेश में इस बार गर्मी के मौसम में लू का असर बेअसर रहने वाला है। बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रहे चक्रवाती तंत्र से प्रदेश तक पहुंच रही समुद्री हवाओं ने गर्मी के तेवर नरम कर दिए हैं। वहीं माना जा रहा है कि आगामी दिनों में भी प्रदेश के कई इलाकों में अंधड़ चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। ऐसे में पारे की बढ़ती रफ्तार भी इस बार गर्मी में सुस्त रहने वाली है।

लू बेअसर, पारे में उतार चढ़ाव
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदेश में अब तक दर्जनभर से ज्यादा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए हैं। बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही समुद्री हवा से आर्द्रता मिलने पर प्रदेश में बारिश- अंधड़ का दौर सक्रिय रहा है। हवा में नमी बढ़ने पर दिन और रात के तापमान भी सामान्य या उसके आस पास ही दर्ज हो रहा है। अंधड़- बारिश के चलते इस बार प्रदेश में लू का दौर सुस्त है। हालांकि माना जा रहा है कि अगले पखवाड़े में एक दो बार अधिकतम तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच रहने की आशंका है। लेकिन मानसून पूर्व बारिश का दौर सक्रिय होने पर फिर से पारे में गिरावट दर्ज होने का पूर्वानुमान है।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन से फिर अंधड़- बारिश
प्रदेश में इस बार जून में भी लू का दौर थमा रहा है। अंधड़- बारिश होने पर झुलसाने वाली गर्मी से अभी आंशिक राहत मिल रही है। बीते 24 घंटे में ओडिशा के पास बने सर्कुलेशन सिस्टम और बंगाल की खाड़ी से आ रही नर्म हवा से राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में मौसम ने पलटा खाया। देर रात तेज हवा संग बारिश की बौछारों से रात के तापमान में आंशिक गिरावट भी दर्ज हुई।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी दिनों में भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में धूलभरी हवा चलने और छिटपुट बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।

कई जिलों में आज भी अंधड़- बारिश का दौर
जयपुर मौसम केंद्र ने आज जयपुर समेत टोंक,सीकर, चूरू, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर और भरतपुर जिले में 30-40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से धूलभरी हवा चलने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है।

बीते 24 घंटे में वनस्थली में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री रेकॉर्ड हुआ। वहीं चूरू में भी पारा 42 डिग्री दर्ज किया गया। कोटा 43, धौलपुर 42.3, श्रीगंगानगर 41.9, अलवर 41, भीलवाड़ा 40.7 पिलानी 41.1 और बारां में दिन में पारा 41.7 डिग्री दर्ज किया गया।
राजधानी जयपुर में दिन का तापमान 39.8 डिग्री रहा वहीं बीती रात शहर का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जोधपुर, फलोदी और कोटा जिले में रात का तापमान 30 डिग्री से ज्यादा रहा। बीते 24 घंटे में अजमेर में 16, करौली में 15 मिमी बारिश मापी गई। जयपुर, पिलानी और डूंगरपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई।

टेक्नोलॉजी की दुनिया में इस समय जो चीज़ सबसे ज़्यादा छाई हुई है, वो है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कि एआई (Artificial Intelligence - AI)। दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पॉपुलैरिटी तेज़ी से बढ़ी है। एआई पर बेस्ड चैटबॉट चैटजीपीटी (ChatGPT) के आने के बाद से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डंका दुनियाभर में बज गया। हालांकि एआई के विरोध में भी लोग हैं, पर इसके समर्थन में बड़ी तादाद में लोग हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग विचार भी देखने को मिलते हैं। बात अगर अमरीका (United States Of Amercica) की करें, तो हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के अनुसार अमरीकी कांग्रेस (U.S. Congress) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दो नए बिल पर विचार कर रही है।


किन दो बिल पर कर रही है अमरीकी कांग्रेस विचार?

हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार अमरीकी कांग्रेस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जिन दो बिल पर विचार कर रही है, वो इस प्रकार हैं :-

1) पहले बिल में अमरीकी अमरीकी सरकार को लोगों से बातचीत करने के लिए एआई का इस्तेमाल करते समय पारदर्शी होने की ज़रूरत होगी।

2) दूसरे बिल के अनुसार अमरीका नई टेक्नोलॉजी की पर्तिस्पर्धा में बना हुआ है या नहीं, यह निर्धारित करने के लिए एक कार्यालय स्थापित किया जाएगा।


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क्यों है नए नियमों की ज़रूरत?


अमरीकी लॉमेकर्स का मानना है कि अमरीका में एआई के लिए नए नियमों की ज़रूरत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अमरीकी कांग्रेस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दो नए बिल पर विचार कर रही है और इन्हें जल्द ही पेश करके पारित किया जा सकता है।

अमरीकी लॉमेकर्स के अनुसार देश के साथ ही दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बढ़ती पॉपुलैरिटी और इन्हें इस्तेमाल करने वाले लोगों की बढ़ती संख्या के चलते दो नए बिल पर विचार किया जा रहा है। इन बिल के ज़रिए न केवल एआई के प्रति अमरीकी सरकार की पारदर्शिता पर ध्यान दिया जाएगा, पर नई टेक्नोलॉजी के इस दौर में अमरीका को आगे बढ़ाने पर भी फोकस किया जाएगा।

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गहरी नींद में सोए हैं और लगता है कि मोबाइल फोन बज रहा है। हम हड़बड़ाकर उठ जाते हैं। पता चलता है कि फोन नहीं अलार्म बज रहा था। ऐसा भी होता है कि हम देर रात तक किसी से बात करते हैं लेकिन दूसरे दिन हमें याद नहीं रहता। विशेषज्ञों के अनुसार हर सात में से एक व्यक्ति के साथ ऐसा होता है।

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नींद का नशा Deep sleep
न्यूरोलॉजी जर्नल के अनुसार यह 'स्लीप ड्रंकननेस डिसऑर्डर' (नींद का नशा) है। इसे भ्रामक उत्तेजना भी कहते हैं। गहरी नींद से जागने पर जब हम कंफ्यूज होते हैं तो यह समस्या होती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ के अनुसार ऐसा तब होता है, जब हमें नॉन रेपिड आई मूवमेंट स्लीप यानी गहरी नींद से जबरन उठा दिया जाए।

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इतनी नींद जरूरी
खानपान की तरह नींद भी जरूरी है। बच्चे को जन्म से लेकर एक साल की उम्र तक करीब 15-16 घंटे सोना जरूरी है। प्रेग्नेंट महिला को रात में 7 घंटे के अलावा दिन में एक से डेढ़ घंटे सोना चाहिए। वयस्कों को 6-8 घंटे सोना चाहिए। बढ़ती उम्र में मेलाटोनिन जैसे हार्मोन कम निकलते हैं, इसलिए बुजुर्गों को नींद ना आने की समस्या होती है, फिर भी उनके
लिए 9 घंटे सोना जरूरी होता है।

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विशेषज्ञ की राय
डॉ. श्रीकांत शर्मा के अनुसार, पीडि़त जल्दबाजी नहीं करें। उठने के बाद थोड़ा टाइम लें। हो सके तो करीब उठने के आधा घंटा बाद अपने रूटीन के अनुसार काम करें।

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उठने के बाद लें टाइम
जिन लोगों को नींद के नशे से उबरने में ज्यादा समय लगता है, उन्हें डॉक्टरी परामर्श लेना चाहिए। इस भ्रामक उत्तेजना के दौरान लोगों को हिंसक होते देखा गया है। ड्राइवर व पायलट जैसे पेशे से संबंधित लोगों को अगर नींद से अचानक उठा दिया जाए तो उन्हें ड्यूटी संभालने के लिए कम से कम 15 मिनट इंतजार करना चाहिए वर्ना उनकी असावधानी से अनजाने में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। अच्छी नींद लेना चाहते हैं तो तनाव न लें। सोने से पहले दिनभर की चिंताओं को छोड़ दें और गैजेट्स से दूरी बनाएं। कॉफी या अल्कोहल ना लें। योगा, संगीत या डांस क्लास से भी नींद की समस्या में सुधार होता है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर. प्रदेश में इस बार गर्मी के मौसम में लू का असर कम रहने वाला है। बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रहे चक्रवाती तंत्र से प्रदेश तक पहुंच रही समुद्री हवाओं ने गर्मी के तेवर नरम कर दिए हैं। वहीं माना जा रहा है कि आगामी दिनों में भी प्रदेश के कई इलाकों में अंधड़ चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। ऐसे में पारे की बढ़ती रफ्तार भी इस बार गर्मी में सुस्त रहने वाली है।

लू बेअसर, पारे में उतार-चढ़ाव

मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदेश में अब तक दर्जनभर से ज्यादा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए हैं। बंगाल की खाड़ी की ओर से आ रही समुद्री हवा से आर्द्रता मिलने पर प्रदेश में बारिश- अंधड़ का दौर सक्रिय रहा है। हवा में नमी बढऩे पर दिन और रात के तापमान भी सामान्य या उसके आस पास ही दर्ज हो रहा है। अंधड़- बारिश के चलते इस बार प्रदेश में लू का दौर सुस्त है। हालांकि माना जा रहा है कि अगले पखवाड़े में एक दो बार अधिकतम तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच रहने की आशंका है। लेकिन मानसून पूर्व बारिश का दौर सक्रिय होने पर फिर से पारे में गिरावट दर्ज होने का पूर्वानुमान है।

साइक्लोनिक सर्कुलेशन से फिर अंधड़- बारिश
प्रदेश में इस बार जून में भी लू का दौर थमा रहा है। अंधड़- बारिश होने पर झुलसाने वाली गर्मी से अभी आंशिक राहत मिल रही है। बीते 24 घंटे में ओडिशा के पास बने सर्कुलेशन सिस्टम और बंगाल की खा?ी से आ रही नर्म हवा से राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में मौसम ने पलटा खाया। देर रात तेज हवा संग बारिश की बौछारों से रात के तापमान में आंशिक गिरावट भी दर्ज हुई।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी दिनों में भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में धूलभरी हवा चलने और छिटपुट बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।

कई जिलों में आज भी अंधड़- बारिश का दौर
जयपुर मौसम केंद्र ने आज जयपुर समेत टोंक,सीकर, चूरू, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर और भरतपुर जिले में 30-40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से धूलभरी हवा चलने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है।

सलाउद्दीन कुरैशी/ जोबनेर (जयपुर)। अभावों के बीच संघर्षों की बेड़ियां तोड़कर सफलता विरले ही लोग पाते हैं। ऐसी ही कहानी है जयपुर जिले की तीन बेटियों की जिन्होंने आर्थिक रूप से डगमगाए घर में अपने हौंसलों को नहीं डिगने दिया और सफलता की सीढ़ियों पर चढ़कर मुकाम हासिल किया और कृषि कॉलेज में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेट) परीक्षा में अपने-अपने वर्ग में शीर्ष पायदान पर जगह बनाई।

राजस्थान में कृषि महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में अपने-अपने वर्ग में पूरे प्रदेश में अव्वल रहकर छात्राओं ने नजीर पेश की। समीपवर्ती गांव रोजड़ी निवासी ममता गुर्जर ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पूरे प्रदेश में एमबीसी वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। ममता के संघर्ष की कहानी इसलिए भी रोचक है कि ममता के पिता रामलाल गुर्जर दिहाड़ी मजदूर हैं और 12वीं तक पढ़े हैं जबकि मां निरक्षर है। ममता 11 साल की थी तो 2013 में उसकी शादी हो गई।

ममता पढ़ना चाहती थी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उसने पढ़ाई का प्रण कर लिया। माता-पिता ने भी साथ दिया। ममता के ससुराल वालों ने भी कहा कि अगर ममता पढ़ना चाहती है तो उन्हें आपत्ति नहीं है। ममता ने दसवीं तक गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाई की। पढ़ाई के साथ-साथ खेत पर भी काम किया। भैसों का दूध दुहने के बाद रोज डेयरी पहुंचाती थी। रात के समय देर तक पढ़ाई करती। लेकिन गाइड करने वाला कोई नहीं था। ऐसे में केमिस्ट्री और बायोलॉजी के शिक्षक उसके मेंटोर गिरधारी ढकरवाल ने कृषि शिक्षा के बारे में बताया। जोबनेर के श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विवि. में पढ़ने की इच्छा थी। शिक्षक गिरधारी ने गाइड किया और अपनी मेहनत के बलबूते ममता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

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पिता की चप्पल जूते की दुकान... बेटी ने पाया मुकाम
एससी वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली शालू कुमारी ने भी विपरीत परिस्थितियों में अध्ययन कर पूरे राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। शालू के पिता हेमंत कुमार की जूते चप्पल की दुकान है। माता-पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं लेकिन शालू ने बचपन से ही कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा का सपना देखा जो पूरा किया। तीनों छात्राओं ने मेंटोर के मार्गदर्शन को सफलता श्रेय दिया।

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पिता के जाने के बाद मां ने मनरेगा में काम कर पढ़ाया... छूआ आसमां
समीपवर्ती गांव डेहरा निवासी छात्रा सोनम वर्मा ने एससी वर्ग में चौथा स्थान प्राप्त किया है। सोनम के पिता सेवाराम वर्मा का कैंसर के चलते 2017 में निधन हो गया। सोनम के सामने आगे पढ़ाई का संकट हो गया लेकिन सोनम ने हिम्मत नहीं हारी उसने 12वीं तक की शिक्षा राउमावि. डेहरा से की। पिता की मृत्यु के बाद एक बार तो पढ़ाई छोड़ने के हालात बने लेकिन मां ने साथ दिया और मनरेगा में मजदूरी कर बच्चों को पढ़ाया। मां मजदूरी करने जाती तो वह घर को संभालती थी लेकिन कृषि महाविद्यालय में एडमिशन का सपना जिंदा रखा और आखिरकार वह सफल हुई। सोनम ने बताया कि उसकी मंजिल अधूरी है, वह आईएएस बनना चाहती है। सोनम ने बताया कि आर्थिक परेशानी के चलते वह जंगल में बकरियां चराने भी जाती थी।

जयपुर/ मौजमाबाद। विवाह समारोह में बेटों की तरह ही अब बेटियों को भी घुड़चढ़ी की रस्म निभाने की परंपरा ट्रेंड कर रही है। ऐसा ही नजारा मौजमाबाद के लोरडी गांव में देखने को मिला। शांतिलाल गंगवाल ने शादी से पहले अपनी दो बेटियों को बेटे की तरह घोड़ी पर बैठकर धूमधाम से बिंदौरी निकाली।

वर्तमान में बेटियों के प्रति समाज में जागृति आई हैं। अब बेटियों को भी बेटों के समान समझा जाने लगा हैं। जो देश व समाज के लिए अभिनव पहल हैं। ऐसा ही बेटा-बेटी समानता का सन्देश कस्बे के गंगवाल परिवार ने दिया। जिसमें सीमा और पूजा गंगवाल को घोड़ी पर बैठाकर गाजे-बाजे के साथ बिंदोरी निकाली।

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भाई सोनू ने बताया कि बिटिया की बिंदोरी निकालने का एक मात्र उद्देश्य समाज में बेटा-बेटी के भेद को मिटाकर समानता का सन्देश देना हैं। बिंदोरी में सहेलियों, भाई बहनों, परिवारजनों सहित रिश्तेदारों ने नाचकर खुशियां मनाई। इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में जागृति आती हैं, और बेटा-बेटी समानता के वातावरण का निर्माण होता हैं। इस दौरान कई जनप्रतिनिधि और अधिकारियों समेत समाज के लोग मौजूद रहे।

जयपुर।

राजस्थान में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ चौतरफा हमले करने तेज़ कर दिए हैं। पेपर लीक प्रकरण और सरकारी विभाग में कैश-सोना बरामदगी मामले को पुरज़ोर तरीके से उठाने के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और पुत्रवधू से जुड़े कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया गया है। इस बार भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की अगुवाई राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा कर रहे हैं।

 

सांसद डॉ मीणा ने जहां गुरुवार को जयपुर में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सीएम गहलोत और उनके पुत्र व पुत्रवधू को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे, वहीं शुक्रवार को इसकी शिकायत लेकर वे प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गए। सांसद ने यहां ईडी के आला अफसरों से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। साथ ही आरोपों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ भी सबूत के तौर पर जमा कराये।

 

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सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने ईडी अफसरों से कहा कि मुख्यमंत्री और पुत्र-पुत्रवधू ने होटल व्यवसाय में करोड़ों रुपए का कथित बेनामी निवेश किया है, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इस निवेश में करोड़ों रुपए के लेन-देन गलत तरीके से हुआ है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी ज़रूरी है। डॉ मीणा ने अपनी शिकायत दर्ज करने के साथ ही ईडी से इस मामले में हस्तक्षेप करके जांच करने और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।

 

करोड़ों का बेनामी निवेश- 7 बड़े आरोप

भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने सीएम और उनके पुत्र, पुत्रवधू पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इनमें प्रमुख रूप से बताया गया है कि-


- होटल व्यवसाय में करोड़ों रुपए का कथित बेनामी निवेश हुआ

- कालेधन को हवाला के माध्यम से बाहर भेजा गया

- फिर शैल कम्पनियो के माध्यम से होटलों में लगाया गया

- पांच सितारा एंव हैरिटेज होटल व्यवसाय में फेक और डमी कंपनियां बनाई गई

- हजारों करोड़ के अवैध निवेश किए गए

- होटलों का गैरकानूनी ढंग से भूमि रूपांतरण किया गया

- जयपुर, उदयपुर, माउंट आबू सहित प्रदेश के चार बड़े होटलों में गलत तरीके से निवेश हुआ

 

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''शैल कंपनियों के माध्यम से निवेश''

सांसद डॉ मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जयपुर में दिल्ली रोड स्थित पांच सितारा होटल में एक शैल और फर्जी कम्पनी के नाम पर 96 करोड़ 75 लाख रुपए निवेश किए गए। यह पैसा हवाला के जरिए पहले मॉरिशस भेजा गया, फिर शैल कम्पनी के माध्यम से होटल में निवेश किया गया।

 

''जांच हो तो सीएम सबसे धनी नेता निकलें''

मीणा ने कहा कि इस मामले में जोधपुर के एक डॉक्टर शामिल हैं, जो लंदन में रहते हैं। यदि पूरे मामले की जांच हो गई तो यह सामने आ जाएगा कि मुख्यमंत्री इस देश के सबसे धनी नेता है।

चाय (Tea) एक ऐसा पेय पदार्थ है जो भारत में नंबर वन पर आता है और लगभग प्रत्येक में इसें बनाकर पीया जाता है। वर्तमान समय में जो चाय घर या होटल्स पर बनाई आती है वो दूध वाली चाय ही होती है। दूध वाली चाय पीने के फायदों के साथ ही कई सारे नुकसान भी हैं जो बॉडी पर काफी गहरा प्रभाव डालते हैं। हालांकि, आपको चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि हम आपको यहां दूध वाली चाय (Milk Tea) के विकल्प के तौर पर कई तरह की चायों के बारे में बता रहे हैं। इन चाय (Herbal Tea) को बनाने के तरीके भी आसान होने के साथ ही पीने के जबरदस्त फायदे हैं। तो जानिए

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नींबू के पत्तों की चाय (Nimbu Ki Chai)
नींबू के 8-10 पत्तों को पानी में चाय पत्ती के साथ उबालें, इसमें हल्की चीनी मिलाकर पिएं। इससे एनर्जी मिलने के साथ ही पेट की परेशानियों में भी आराम मिलेगा।

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अदरक, काली मिर्च और लौंग की चाय (Adrak Ki Chai)
थोड़ा अदरक, 4 काली मिर्च और दो लौंग उबालने के बाद इसमें हल्का काला नमक मिला लें। चाहें तो इसमें चीनी भी मिला सकते हैं। इससे टॉन्सिल, सिरदर्द और जुकाम में आराम मिलता है।

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तुलसी की चाय (Tulsi Ki Chai)
तुलसी के 3-4 पत्तों को पानी में उबालने के बाद इसमें चीनी और चुटकीभर इलायची पाउडर मिलाकर पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

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Gadar: Ek Prem Katha: बॉलीवुड एक्टर सनी देओल जयपुर पहुंचे। जयपुर एयरपोर्ट पर सनी देओल को देखने के फैंस की भीड़ उमड़ी और फैंस उनके साथ सेल्फी लेने के लिए बेताब दिखे।दरअसल फिल्म 'गदर 2' बनकर तैयार है और 11 अगस्त को सिनेमोघरों में इसे रिलीज करने की प्लानिंग भी है। बॉलीवुड के सुपरस्टार सनी देओल और अमीषा पटेल के करियर की ये सबसे हिट फिल्म बड़े पर्दे पर फिर रिलीज होने जा रही है।

फिल्म रिलीज़ होने से पहले सनी अपनी 22 साल पुरानी फिल्म 'गदर 1' को देशभर में रिलीज कर रहे हैं और लोगों के बीच इसे देखने का प्लान बना चुके है, इसी मकसद से सनी जयपुर पहुंचे और राजमंदिर में इसका प्रीमियर री-रिलीज किया गया। इसी प्रीमियर में सनी देओल ने शिरकत की। जयपुर के अलावा दिल्ली और मुंबई में इसका प्रीमियर रखा गया है। 9 जून को सकीना यानि अमीषा पटेल का जन्मदिन है, इसलिए मेकर्स ने उनके जन्मदिन के मौके पर फैंस को यह तोहफा देने का फैसला किया था।
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प्रीमियर डिटेल्स
- जयपुर - राज मंदिर सिनेमा, 9 जून दोपहर 2:30 बजे
- दिल्ली आईनॉक्स, 9 जून सुबह 11:30 बजे
- मुंबई - पीवीआर डायनामिक्स मॉल, 9 जून रात 8 बजे
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2001 की सुपरहिट फिल्म
गदर फिल्म साल 2001 में रिलीज हुई और उस समय की ये सुपरहिट फिल्म रही। जिसमें सनी देओल और अमीषा पटेल ने लीड रोल निभाया था। अनिल शर्मा के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने रिकोर्ड तोड़ कमाई की थी। ये तारा सिंह (सनी देओल) और सकीना (अमीषा पटेल) की प्रेम कहानी थी। फिल्म की कहानी भारत के विभाजन के दौरान हो रहे दंगे-फसाद से शुरू होती है और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर हिट रही। 19 करोड़ की लागत में बनी इस फिल्म की कमाई लागत से लगभग चार गुना थी।

Foods For Diabetic Patients : डायबिटीज के मरीजों के लिए हैल्दी फूड (Healthy Food) बहुत ही जरूरी है। डायबिटीज के मरीजों की अनुचित आहार लेने से न केवल सेहत बिगड़ती है बल्कि अन्य रोग होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। इसलिए आहार में ऐसे चीजों को शामिल करें जो फायदेमंद हो। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. आशा शर्मा के अनुसार ज्यादा Diabetic होने पर गेहूं, चना व जौ के आटे से बनी रोटी सुबह व शाम खाएं। इसे दही के साथ खाने से ज्यादा लाभ होता है।

ये उपाय भी है कारगर
- करेले को छीलकर तैयार किया गया आधा गिलास जूस भोजन से आधा घंटा पहले लें।
- रात में 10 ग्राम दानामेथी भिगोकर सुबह में चबाएं व पानी को फेंकने की बजाय पी लें।

ये चीजें भी उपयोगी
पनीर के फूल, जामुन की गुठली, करेला व दानामेथी, सभी के चूर्ण को 1-3 ग्राम की मात्रा में गर्म पानी के साथ भोजन से आधा घंटा पहले लें। इससे इंसुलिन की कमी दूर होती है। साथ ही अंकुरित चीजें खाएं।

ये चीजें भूलकर भी नहीं खाएं
डायबिटीज के मरीज को आलू, शकरकंदी और शहद से परहेज करना चाहिए।

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हमारी किचन में मौजूद आलू एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर घर में रोज इस्तेमाल किया जाता है। आलू को सब्‍जियों का राजा कहा जाता है। बता दें कि आलू में फाइबर, जिंक, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा आलू में कैरोटीनॉयड्स, फ्लेवनॉयजड्स और फिनोलिक एसिड जैसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। जो आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन आलू का ज्यादा सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।

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आलू के फायदे
आयुर्वेद के अनुसार आलू ठंडा और पचने में भारी होता है। इसे खाने से कम समय में ज्यादा ऊर्जा मिलती है। स्पेन के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि जो लोग रोजाना आलू खाते हैं, उनमें रोगों से लडऩे की क्षमता में वृद्धि होती है।

 

आलू में विटामिन सी, बी कॉम्पलेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैंगनीज और फॉस्फोरस जैसे तत्त्व होते हैं।
100 ग्राम आलू में 1.6 प्रतिशत प्रोटीन, 22.6 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 0.1 प्रतिशत वसा, 0.4 प्रतिशत खनिज और 97 प्रतिशत कैलोरी होती है।

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जलने पर कच्चा आलू कद्दूकस करके लगाने से जलन में आराम मिलता है।
कच्चे आलू का रस रोजाना पीने से एसिडिटी में लाभ होता है।

आलू के रस में नीबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर होते हैं।

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ब्रेस्ट फीड कराने वाली मांओं को आलू रोजाना खाना चाहिए। इसके टुकड़ों को गर्दन और कोहनियों पर रगडऩे से कालापन दूर होता है व त्वचा मुलायम होती है।

आलू को हमेशा छिलके समेत पकाना चाहिए क्योंकि इसका सबसे अधिक पौष्टिक भाग छिलके के एकदम नीचे होता है, जो प्रोटीन और खनिज से भरपूर होता है।
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आलू को तलने या भूनने की बजाय उबालकर खाएं। इसके स्लाइस आंखों पर रखने से आंखों को आराम मिलता है।

 

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आलू खाने के नुकसान
मोटापा
आलू का ज्यादा सेवन से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। आलू कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है और कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा कैलोरी बढ़ा सकती है, जो मोटापे का कारण बन सकता है।

गठिया
गठिया के मरीजों के लिए आलू का ज्यादा सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आलू में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट गठिया के दर्द को बढ़ाने का काम कर सकता है।


ब्लड प्रेशर
अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो आलू का ज्यादा सेवन ना करें ये आपकी समस्या को और बढ़ा सकता है। आलू का ज्यादा सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

डायबिटीज
डायबिटीज आज के समय की एक गंभीर समस्या में से एक है। डायबिटीज रोगियों को बहुत सी खाने पीने की चीजें मना होती हैं आलू का ज्यादा सेवन डायबिटीज की समस्या को बढ़ा सकता है।

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एलर्जी
नीले रंग के या अंकुरित आलू खाने से भी शरीर को कई नुकसान हो सकते हैं। इससे आपके शरीर में एलर्जी की समस्या हो सकती है। यहां तक कि नीले और अंकुरित आलू जहरीले हो जाते हैं, जिनके सेवन से इंसान की मौत तक हो सकती है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Weather Update : बीते दिनों मौसमी बदलाव में हवाओं के दौर और बरसात से तापमान में गिरावट आई थी, लेकिन मौसम खुला रहने पर तेज गर्मी का अहसास हो रहा है। राजस्थान में 15 जिलों का तापमान 40 डिग्री पार कर गया। मौसम विभाग तापमान में 2 डिग्री तक बढ़ोतरी की बात कर रहा है। ऐसे में तापमान 45 डिग्री को छू सकता है। तापमान में बढो़तरी से गर्मी के तेवर भी तेज हो गए है। हालांकि 11 जून से मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। वहीं दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने केरल में धमाकेदार एंट्री कर दी है। देरी से ही सही लेकिन मानसून दस्तक के साथ राजस्थान में मानसून के आगमन का इंतजार शुरू हो गया। चक्रवाती तूफान थमने के बाद राजस्थान की तरफ रूख करेगा मानसून।

प्रदेश में तेज अंधड़ की आशंका
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार राजस्थान में किसी भी समय 80 किलोमीटर की रफ्तार से धूलभरी आंधी शुरू हो सकती है। आंधी का जोर सवाई माधोपुर और बारां पर ज्यादा रहेगा। उधर, जयपुर शहर, अजमेर, नागौर, टोंक, सीकर, दौसा, भरतपुर, करौली, बूंदी, अलवर, झालावाड़, झुंझुनू ,बारां, धौलपुर, सवाई माधोपुर, बीकानेर, चूरू आदि जिलों में तेज अंधड़ के साथ बारिश हो सकती है।

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दो दिन तक आंधी की चेतावनी
मौसम केन्द्र जयपुर की मानें तो राजस्थान में चक्रवाती तूफान का असर अभी दिखाई नहीं देगा। लेकिन प्रदेश में अंधड़- तूफ़ान का दौर अगले दो दिन जारी रह सकता है। आंधी-बारिश की गतिविधियां राजस्थान के उत्तरी भागों में दो दिन तक असर दिखा सकती हैं।

अभी 6 दिन रहेगा साइक्लोन
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आरएस शर्मा ने बताया कि मानसून ने केरल में दस्तक दी है और अरब सागर में चक्रवाती तूफान बना हुआ है। साइक्लोन की स्थिति अगले छह दिन तक रह सकती है। ऐसे में राजस्थान में मानसून के प्रवेश को लेकर कुछ कहना जल्दबाजी होगा। साइक्लोन की स्थिति शांत होने के बाद ही कुछ अनुमान लगाया जा सकेगा। बहरहाल सामान्य स्थिति रही तो अगले 20 दिन के भीतर राजस्थान में मानसून की एंट्री हो सकती है।

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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी, 2022 से चल रहे युद्ध को एक साल से भी ज़्यादा समय बीत चुका है। 15 महीने से ज़्यादा समय से चल रहे इस युद्ध की वजह से यूक्रेन में अब तक जान-माल का भारी नुकसान हो चुका है। पर इन सबके बावजूद यूक्रेनी आर्मी अभी भी इस युद्ध में रुसी आर्मी का डटकर सामना कर रही है। इस युद्ध में अब तक कई मोड़ आ चुके है। पर इस युद्ध में 3 मई को कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के क्रेमलिन निवास पर इसी दिन ड्रोन अटैक हुआ। रूस ने इस हमले के लिए यूक्रेन को ज़िम्मेदार ठहराया और इस हमले को पुतिन की हत्या करने की साजिश बताया। हालांकि यूक्रेन ने इस ड्रोन अटैक में भूमिका को नकार दिया। पर रूस पर इस दिन हुआ ड्रोन अटैक आखिरी ड्रोन अटैक नहीं था और अलग-अलग मौकों पर कुछ अन्य ड्रोन अटैक के मामले भी सामने आए। आज इसी तरह का एक और मामला सामने आया है।


रूस में एक और ड्रोन अटैक

रूस में आज, शुक्रवार, 9 मई को एक और ड्रोन अटैक का मामला सामने आया है। यह ड्रोन अटैक रूस के साउथर्न शहर वोरोनेझ (Voronejh) में देखने को मिला। शहर के गवर्नर एलेक्ज़ेंडर गुसेव (Alexander Gusev) ने अपने टेलीग्राम चैनल पर जानकारी देते हुए बताया कि ड्रोन एक बिल्डिंग से टकराया। वोरोनेझ की बेलिंस्की स्ट्रीट में यह घटना घटित हुई है।


दो लोग हुए घायल

वोरोनेझ के गवर्नर एलेक्ज़ेंडर गुसेव ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ड्रोन अटैक में दो लोग घायल हुए। हालांकि दोनों लोगों को ज़्यादा चोटें नहीं आई और वो खतरे की स्थिति में नहीं है। हालांकि बिल्डिंग की कई खिड़कियाँ टूट गई और दीवार का उतना हिस्सा भी इस हमले की वजह से काला पड़ गया।

यूक्रेन पर हमले का शक

पिछले कुछ समय में रूस में एक से ज़्यादा ड्रोन अटैक देखने को मिले हैं। इन हमलों की ज़िम्मेदारी किसी ने आधिकारिक रूप से नहीं ली, पर इन हमलों का शक यूक्रेन पर किया जा रहा है।

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Reliance Jio New Prepaid Plan: संगीत प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। Reliance Jio ने अपने म्यूजिक स्ट्रीमिंग ऐप JioSaavn Pro सब्सक्रिप्शन वाले 5 नए प्रीपेड रिचार्ज प्‍लान बाजार में उतारे है। कंपनी ने ये प्लान ग्राहकों की मोबाइल कनेक्टिविटी और म्यूजिक सब्सक्रिप्शन की जरूरतों को देखते हुए बाजार में पेश किए हैं। इनमें डेटा, कॉल और JioSaavn का फ्री सब्सक्रिप्शन मिलेगा। खास बात है कि इन प्लान में विज्ञापन से भी छुटकारा मिलेगा।

रिलायंस जियो का JioSaavn Pro बंडल्ड डेटा प्लान 269 रुपए से शुरू होता है। इनमें से तीन प्लान प्रतिदिन 1.5 GB डेटा प्रदान करते हैं, जबकि दो प्लान प्रति दिन 2 GB डेटा प्रदान करते हैं। ये प्लान यूजर्स को बिना किसी अतिरिक्त कीमत चुकाए JioSaavn Pro सब्सक्रिप्शन ऑफर करते हैं। ग्राहक विज्ञापन-मुक्त संगीत, Unlimited डाउनलोड, असीमित JioTunes और उच्च-गुणवत्ता वाले ऑफलाइन संगीत सहित कई सुविधाओं का आनंद इसमें ले सकते हैं। जियो की ओर से कहा गया है कि जियो सावन प्रो सब्सक्रिप्शन प्लान का फायदा नए और पुराने दोनों ग्राहको को मिलेगा।

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सबसे कम कीमत का प्लान 269 रुपए का है। इसमें 28 दिन की वैलिडिटी के साथ प्रतिदिन 1.5 GB डेटा मिलेगा। दूसरा प्लान 529 रुपए में आएगा। इसमें 56 दिन की वैलिडिटी और 1.5 GB डेटा प्रतिदिन मिलेगा। तीसरे प्लान की कीमत 589 रुपए रखी गई है। इसमें 56 दिन की वैलिडिटी और 2 GB डेटा प्रतिदिन मिलेगा। चौथे प्लान की कीमत 739 रुपए रखी गई है। इसमें 84 दिन की वैलिडिटी और 1.5 GB डेटा प्रतिदिन मिलेगा। 5वां प्लान 789 रुपए में मिलेगा। 84 दिनों की वैलिडिटी वाले इस प्लान में 2 GB डेटा प्रतिदिन मिलेगा।

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SECR Recruitment 2023 : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (South East Central Railway) (एसईसीआर) (SECR) ने नागपुर मंडल और मोतीबाग वर्कशॉप के लिए फिटर, कारपेंटर, पेंटर, स्टेनोग्राफर (English)/सचिवालय सहायक, प्लंबर सहित विभिन्न अप्रेंटिस पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह भर्ती वर्ष 2023-2024 के लिए निकाली गई है। इस भर्ती के जरिए कुल 772 पदों को भरा जाएगा। इनमें से नागपुर मंडल और मोतीबाग वर्कशॉप के लिए क्रमश: 708 और 64 पद हैं। कुल पदों में से दिव्यांग और पूर्व सैनिकों के लिए क्रमश: 27 और 75 पद हैं।

आयु सीमा
6 जून, 2023 तक अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 15 से कम, जबकि 24 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। एससी/एसटी, दिव्यांग, ओबीसी, पूर्व सैनिक अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट मिलेगी।

शैक्षणिक योग्यता
इन पदों के लिए आवेदन करने के इच्छुक अभ्यर्थियों ने न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ 10वीं उत्तीर्ण कर रखी हो। साथ ही संबंधित ट्रेड में आइटीआइ सर्टिफिकेट हासिल कर रखा हो। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।

चयन प्रक्रिया
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन 10वीं और आइटीआइ में मिले अंकों के आधार पर तैयार मेरिट सूची के आधार पर किया जाएगा।

ऐसे करना होगा आवेदन
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों को आधिकारिक वेबसाइट secr.indianrailways.gov.in पर लॉगिन कर 7 जुलाई (रात 11.59 बजे) तक आवेदन कर सकते हैं।

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बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के मौके पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खंडवा के हरसूद पहुंचे हैं। इस दौरान कमलनाथ ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला और मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान को ' झूठ की मशीन' बताया। कमलनाथ ने हरसूद के लोगों से विकास का वादा किया और अफसरों को चेताया कि वे सावधान रहें क्योंकि कल के बाद परसों भी आने वाला है।

कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर जुबानी हमला करते हुए कहा, 'शिवराज झूठ की मशीन हैं और यह मशीन अब डबल स्पीड से काम कर रही है। क्योंकि इनके पास 5 महीने ही बचे हैं।' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ' इनके पाप का घड़ा भर गया है। पैसा और प्रशासन के दम पर ये दंभ भर रहे हैं। इनके पास विकास का कोई दृष्टिकोण नहीं है। विकास टेलीविजन से नहीं होता है। बीजेपी के लोग धोखे और गुमराह करने की राजनीति करते हैं।'

कमलनाथ ने कहा, ' सब कान खोलकर सुन लो डराने, धमकाने की राजनीति नहीं चलेगी। पुलिस, पैसा और प्रशासन सिर्फ 5 महीने के लिए है।' बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने विकास यात्रा को टारगेट किया। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा में 230 में से 160 सीटों पर इनका विरोध हुआ। शिवराज सिंह जी अब समय आ गया है। कमलनाथ ने कहा, 'शिवराज सिंह सरकार की 70% योजनाएं खोखली हैं।'

कांग्रेस नेता ने कहा, 'शिवराज 18 साल से मुख्यमंत्री है। लेकिन, अब इन्हें बहनें याद आ रही हैं। हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। खंडवा में 57 हजार 600 किसानों का 2.70 करोड़ माफ किया।' कमलनाथ ने तमिलनाडु में हिंदी का विवाद, खालिस्तान के नारे लगने और मणिपुर में आदिवासी व गैर आदिवासी की हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में भारत जैसी विविधता किसी देश में नहीं है और यहां की संस्कृति में भी विविधता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि संस्कृति पर हमला हो रहा है। इसे बचाने की जिम्मेदारी भी हम ही पर है। कैसा प्रदेश व देश देना चाहते हैं।

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GYM Guidance : स्वस्थ शरीर के लिए वर्कआउट के साथ उचित खानपान भी जरूरी है। ज्यादातर लोग वर्कआउट के बाद लगने वाली भूख को कंट्रोल नहीं कर पाते और न चाहते हुए भी ओवरईटिंग कर लेते हैं। यहां कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप इस आदत पर काबू पा सकते हैं।

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एंजॉय करें (Enjoy Gym)
अगर आप वर्कआउट (Workkout) से बोर हो गए हैं तो एक्सरसाइज की एक नई फॉर्म अपनाएं ताकि बोरियत ना हो।

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जरूरी है कार्ब-प्रोटीन
अल्पाहार में ऐसी चीजें शामिल करें जिनमें कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन हो। मूंगफली, बटर या जैम सैंडविच स्वस्थ विकल्प हो सकते हैं। वर्कआउट के दौरान पसीने से निकलने वाले फ्लूड को पानी पीकर पूरा किया जा सकता है। वर्कआउट के बाद तुरंत कुछ खाने की बजाय 15-20 मिनट रुककर खाएं।

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दूध है जरूरी (Milk For gym going)
कुछ हल्का खाने की बजाय कम फैट वाला दूध पीना बेहतर है। प्रोटीन होने से आपको एनर्जी मिलेगी और वर्कआउट के बाद लगने वाली भूख भी कम होगी।

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खाने से पहले वर्कआउट (Workout Before Eating)
Workout वर्कआउट करने के तुरंत बाद भूख लगने पर ज्यादातर लोग फास्ट फूड पर टूट पड़ते हैं, जो हैल्थ के लिए सही नहीं रहता। ऐसे फूड से बचने के लिए अपने वर्कआउट के समय को थोड़ा बदल सकते हैं। वर्कआउट का समय खाना खाने के आसपास ही रखें ताकि एक्सरसाइज करने के 15-20 मिनट बाद आप सीधा खाना ही खा सकें।

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जल्दी न जाएं जिम (Gym going right age)
बच्चों को 16 साल की उम्र से पहले जिम (GYM) नहीं जाना चाहिए। इससे पहले वे आउटडोर गेम्स खेलें। जल्दी जिम जाने व स्टेरॉयड्स लेने से दिमाग की नसों को नुकसान होता है। साथ ही हड्डियों की ग्रोथ प्लेट्स भारी वजन उठाने से नष्ट हो सकती हैं।

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डॉक्टर अब केवल सांस के पैटर्न (breath patterns) की जांच करके (diagnose gastric disorders) विभिन्न गैस्ट्रिक विकारों का निदान कर सकेंगे। सांस के पैटर्न को पहचानने की एक नव-विकसित गैर-इनवेसिव विधि अपच, गैस्ट्राइटिस और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) जैसे विकारों के निदान और वर्गीकरण की सिर्फ एक-चरणीय प्रक्रिया प्रदान कर सकती है।

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भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत एस.एन. बोस नेशनल सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज, कोलकाता में प्रो. माणिक प्रधान और उनकी शोध टीम द्वारा पैटर्न-मान्यता आधारित क्लस्टरिंग दृष्टिकोण का उपयोग किया गया था।

यह दृष्टिकोण पेप्टिक अल्सर और अन्य गैस्ट्रिक स्थितियों (gastric disorders) की सांस को स्वस्थ व्यक्तियों से चुनिंदा रूप से अलग कर सकता है। टीम ने मशीन लर्निंग (एमएल) प्रोटोकॉल का इस्तेमाल किया ताकि सांस के विश्लेषण से उत्पन्न बड़े जटिल ब्रीथोमिक्स डेटा सेट से सही जानकारी निकाली जा सके।

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निष्कर्ष मास स्पेक्ट्रोस्कोपी के यूरोपीय जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं। अध्ययन ने अद्वितीय सांस पैटर्न, श्वासग्राम और सांस के निशान पैटर्न को पहचानने के लिए क्लस्टरिंग दृष्टिकोण को लागू किया। वैज्ञानिकों ने पायरो-ब्रीथ नामक एक प्रोटोटाइप डिवाइस भी विकसित किया।

विचार के पीछे मौलिक अवधारणा इस तथ्य पर आधारित थी कि विभिन्न जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं और विभिन्न गैस्ट्रिक फेनोटाइप के रोगजनन से जुड़े इंट्रासेल्युलर / बाह्य प्रक्रियाओं द्वारा अंतर्जात रूप से उत्पादित यौगिकों का समग्र प्रभाव सांस के निशान के विशिष्ट द्रव्यमान में परिलक्षित होता है। इसलिए, विधि पेप्टिक अल्सर के निदान और वर्गीकरण के लिए साँस छोड़ते हुए आणविक प्रजातियों की पहचान करती है।

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वर्तमान में पेप्टिक अल्सर रोग (peptic ulcer disease) एक महत्वपूर्ण चिकित्सा-सामाजिक समस्या है जो हेलिकोबैक्टर पाइलोरी जीवाणु संक्रमण के कारण होता है। पारंपरिक दर्दनाक और आक्रामक एंडोस्कोपिक (endoscopic) प्रक्रियाएं इस विकार के समय पर निदान और जांच के लिए इसे जटिल बनाती हैं।

इसके अलावा पारंपरिक एंडोस्कोपिक (endoscopic) पद्धति सामान्य आबादी की स्क्रीनिंग के लिए उपयुक्त नहीं है। यही कारण है कि जटिल गैस्ट्रिक फेनोटाइप वाले कई आम लोगों का पता नहीं चल पाता है।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। Jaipur Airport Gold Smuggling:जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कस्टम अधिकारी सोना बरामद कर रहे हैं और तस्कर नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। हाल ही में कस्टम ऑफिसर ने बैंकॉक से आई फ्लाइट में दो महिलाओं से 700 ग्राम सोना जब्त किया है।

लगातार बढ़ रही घटनाओं के चलते एयर इंटेलिजेंस विंग भी सोने की तस्करी पर नजर रख रही है। जयपुर एयरपोर्ट पर खाड़ी देशों से सीधी फ्लाइट्स आती-जाती हैं। इन फ्लाइट्स में लोग सोना ले आते हैं। पिछले कुछ दिनों के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो जयपुर एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने करोड़ रुपए का सोना जब्त किया है।


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7 जून को पकड़ा 43 लाख का सोना
जयपुर एयरपोर्ट पर बुधवार को बैंकॉक से आई फ्लाइट में कस्टम विभाग ने दो महिलाओं के पास से 700 ग्राम सोना जब्त किया गया। दोनों महिलाएं इस सोने को अपने रेक्टम में छिपाकर लाई थीं। सोने की कीमत करीब 43 लाख रुपए है। कस्टम अधिकारियों ने बताया कि इन महिलाओं ने शुरू में किसी भी तरह का सोना होने से इनकार किया, जिसके बाद विभाग ने महिलाओं को अदालत में पेश किया और एक्स-रे की अनुमति मांगी। डॉक्टरों ने जब एक्स-रे किया तो उनके मलाशय में 700 ग्राम सोने की दो गोलियां मिलीं। गुरुवार सुबह उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

 

Gold smuggling in Rajasthan


26 मई को पकड़ा 1.40 करोड़ का सोना

जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक ही दिन में सोने की तस्करी के दो मामले सामने आए। 26 मई शुक्रवार की सुबह विभाग ने करीब 2 किलो 200 ग्राम सोना जब्त किया, जिसकी कीमत 1.40 करोड़ रुपये बताई। वहीं, शाम को फिर से 1 किलो 114 ग्राम सोना पकड़ा गया, जिसकी बाजार कीमत करीब 70.69 लाख रुपये बताई। रविवार को फिर से विभाग द्वारा 583 ग्राम सोना जब्त किया, जिसकी कीमत 35 लाख रुपये बताई। इसके बाद डीआरआई की टीम ने 648 ग्राम सोना पकड़ा, जिसकी कीमत 40 लाख बताई।


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27 मई को पकड़ा 70 लाख का सोना
27 मई को कस्टम अधिकारियों ने जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक यात्री के पास से 1 किलो 144 ग्राम सोना बरामद किया। जब्त किए गए इस सोने की बाजार कीमत 70 लाख 69 हजार 920 रुपए बताई। कस्टम अधिकारियों ने बताया कि यह सोना एयर अरेबिया के विमान से जयपुर लाया जा रहा था। आरोपी तस्कर मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। उन्होंने कई विदेश यात्राएं भी की हैं।

 

 

Gold smuggling in Rajasthan


23 जनवरी को पकड़ा 55 लाख का सोना
इससे पहले 23 जनवरी को जयपुर एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की टीम ने शारजाह से आए दो यात्रियों के पास से करीब 55 लाख का सोना जब्त किया। शारजाह से फ्लाइट से जयपुर पहुंचे यात्री से पेस्ट के रूप में 380 ग्राम सोना बरामद किया। इसकी कीमत 22.23 लाख रुपए बताई। उसी दिन एक अन्य तस्कर फ्लाइट से जयपुर पहुंचा। उसने सोने को 576 ग्राम सोने के पेस्ट के रूप में सिलिकॉन रबर के दो कैप्सूल में लपेटकर अपने अंडरवियर में छिपा रखा था। इसकी कीमत 33.69 लाख रुपये बताई।

जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर सक्रिय नजर आ रही हैं। पार्टी आलाकमान ने उन्हें झारखंड की 4 लाेकसभा सीटाें का जिम्मा मिला है। राजे यहां सभा भी कर सकती हैं। राजे की सक्रियता को आने वाले विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। राजे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय है। उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर गहलोत सरकार को घेरा।

सोशल मीडिया पर राजे ने लिखा कि राज्य में जिस पार्टी की सरकार है, उसके नगर अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हर कोई स्तब्ध है, सरकार मौन है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब राजस्थान में सत्ताधारी पार्टी के पदाधिकारी ही सुरक्षित नहीं है, तो फिर आम आदमी की सुरक्षा का जिम्मा कौन उठाएगा ? आखिर कब तक यह सरकार प्रदेश के जंगलराज पर अपने थोथे दावों का मुखौटा लगाकर घूमेगी ? सरकार जिंदा है तो जिंदा होने का एहसास कराएं।

आपको बता दें कि बारां कांग्रेस नगर अध्यक्ष और नगर परिषद के पूर्व उपसभापति गौरव शर्मा को जमीन विवाद में गोली मार दी गई थी। उनके सिर में गोली मारी गई थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कांग्रेस के ही दो नेताओं पर उनकी हत्या का आरोप लगा है। इसी मामले को लेकर राजे ने सरकार को घेरा है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) ने 28 मई को देश के नए और बेहतरीन संसद भवन के लोकार्पण के साथ कुछ पड़ोसी देशो की चिंता भी बढ़ा दी थी। इसकी वजह थी नए संसद भवन में लगे एक म्यूरल आर्ट। दरअसल नए संसद भवन में 'अखंड भारत' के नक्शेनुमा म्यूरल आर्ट को लगाया गया है। इस वजह से नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और पाकिस्तान की टेंशन तो बढ़ी थी ही, साथ ही इनकी नाराज़गी भी। नए संसद भवन में 'अखंड भारत' (Akhand Bharat) का म्यूरल आर्ट देखकर ये देश भड़क भी गए। इसी के चलते अब काठमांडू के मेयर ने एक बड़ा कदम उठाया है।


भारत के इलाके पर ठोका दावा

'अखंड भारत' के म्यूरल आर्ट से भड़ककर काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने एक कदम उठाया है। बालेंद्र ने अपने ऑफिस में 'ग्रेटर नेपाल' के नक्शे को तस्वीर लगाईं है। इसमें पूर्वी तीस्ता से लेकर पश्चिम कांगड़ा तक के इलाके, जो भारत का हिस्सा है, को नेपाल में दिखाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार इस नक्शे में उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों को भी दिखाया गया है। नेपाल सरकार की तरफ से अब तक काठमांडू के मेयर के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

क्या है नेपाल के भड़कने का कारण?

भारत के नए संसद भवन में लगे अखंड भारत के म्यूरल आर्ट में प्राचीनकाल में भारत के नक्शे को दर्शाया गया है। अखंड भारत के इस नक्शे में वर्तमान का पाकिस्तान, नेपाल अफगानिस्तान, मालदीव, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश दिखाए गए हैं, जो तत्कालीन समय में भारत का ही हिस्सा थे। ऐसे में कुछ पडोसी देश इसे भारत की विस्तारवादी मानसिकता मान रहे हैं और इससे भविष्य को लेकर चिंतित हो रहे हैं। साथ ही भड़क भी रहे हैं। सबसे ज़्यादा इस मामले को पाकिस्तान और नेपाल में कुछ राजनीतिक दलों के सदस्य खींच रहे हैं।

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Moong Dal Roti : स्वस्थ रहने का बेहतरीन फॉर्मूला है संयमित और अनुशासित भोजन। हैल्दी शरीर के लिए भोजन करते समय मन, वचन और शरीर को मर्यादित रखना चाहिए। प्राचीन इतिहास और वर्तमान में मेडिकल साइंस भी यही कहता है कि मनुष्य को मर्यादित (संयमित), मौनपूर्वक, बैठकर और एकांत में भोजन करना चाहिए।

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सात्विक भोजन यानी अच्छी हैल्थ
सात्विक भोजन मनुष्य के शरीर के लिए पौष्टिक और गुणकारी होने के साथ शरीर में होने वाले कीटाणुओं और रोगों से लडऩे की ताकत देता है। अधिक मिर्च-मसाले से बना भोजन स्वादिष्ट तो हो सकता है पर शक्तिवर्धक नहीं। बीमार व्यक्ति को डॉक्टर दवाई के साथ सलाह देते हैं कि अधिक मात्रा में घी, शक्कर, तेल, मिर्च आदि का प्रयोग नहीं करें। मूंग की दाल रोटी (Moong Dal Roti), खिचड़ी, हरी सब्जी ज्यादा मात्रा में लें। सात्विक-संयमित भोजन नहीं करने से मोटापा, शुगर, अपच, हृदय रोग, कैंसर जैसे रोग पैदा होने लगते हैं।

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मौनपूर्वक भोजन बनाएगा फिट
मौनपूर्वक भोजन पाचक होता है। जिससे गुस्सा शांत होता है और व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। साथ ही मन, वचन और काया स्थिर रहती है।

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बैठकर भोजन करने के लाभ
बैठकर भोजन करने से व्यक्ति को मोटापा नहीं आता और आंतों में सूजन नहीं होती। भोजन करते समय रक्त का प्रवाह अधिक होता है। बैठकर भोजन करने से खून का प्रवाह शरीर में समान रूप से प्रवाहित होता है। बैठकर भोजन करने से भोजन शरीर के अनुपात मात्रा में जाता है और पचने में भी आसानी होती है। इससे शरीर को थकान महसूस नहीं होती, जिससे लोग खाने को आराम से चबाकर खा सकते है।

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एकांत में भोजन देता है मानसिक शांति
दीर्घायु पाने के लिए हमेशा एकांत में और शांत होकर भोजन करना चाहिए। ज्यादा लोगों के साथ सामूहिक भोज में अनेक व्यक्ति एक साथ भोजन करते हैं, जिनके विचार भी अलग-अलग होते हैं। उन सब विचारों का असर भोजन और भोजन करने वाले व्यक्ति पर पड़ता है। किसी का तरीका हमें अच्छा तो किसी का बुरा भी लग सकता है। एकांत में भोजन की गुणवत्ता बढ़ जाती है। प्राचीन आचार्य-मुनियों के अनुसार भोजन की सात्विकता मनुष्य के शरीर को स्वस्थ और दीर्घ जीवन प्रदान करती है व स्वभाव को सरल, सहज, संयमित रखती है। जो मनुष्य जीवन को आनन्द से जीना चाहते हैं तो उनको सात्विक भोजन के साथ मौन, संयमित, एकांत और बैठकर भोजन करना चाहिए।

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मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने भारत निर्वाचन आयोग के आगामी 15 एवं 16 जून के प्रस्तावित दौरे के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। गुप्ता ने सभी को निर्देश दिए है कि वे राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में प्राथमिकता से काम पूरा करें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने विभागों को प्रभावी सहयोग और कन्वर्जेन्स के लिए राज्य और जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, वित्त, राजस्व, गृह, परिवहन, उर्जा, कार्मिक, सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास एवं आवासन, शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। गुप्ता ने कहा कि सभी विभाग अपेक्षित कार्यों को अविलम्ब निस्तारित करें, ताकि भारत निर्वाचन आयोग के दल के समक्ष आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियां के संबंध में अवगत कराया जा सके।

उन्होंने कहा कि कुछ विभागों ने नोडल अधिकारी नियुक्त कर लिए हैं। शेष विभाग भी इस दिशा में जल्द प्रगति लाएं। गुप्ता ने मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को पेयजल, विद्युत, दिव्यांगजनों के लिए रैम्प और व्हील चेयर, वाहनों के अधिग्रहण इत्यादि से संबंधित कार्यों को शीघ्र करने के दिशा-निर्देश भी दिए।

जब हमारे पेट में सामान्य से ज्यादा एसिड बनने लगे तो उसे 'एसिड रिफ्लेक्स' कहते हैं। इस दौरान एसिड, फूड पाइप से होता हुआ गले तक आ जाता है और समस्या गंभीर होने पर खट्टी डकारें भी आने लगती हैं। परेशानी लंबे समय तक बनी रहने पर मरीज को खांसी और अस्थमा की तकलीफ भी हो सकती है। हाल ही अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी एसिड रिफ्लेक्स की समस्या हुई थी।

 

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प्रमुख कारण
खाली पेट रहना
जरूरत से ज्यादा खाना
असमय भोजन करना
जंकफूड
रात का भोजन भारी लेना
खाते ही लेट जाना
धूम्रपान व शराब का सेवन
मोटापा और गरिष्ठ भोजन

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लक्षण
सीने के मध्य जलन और दर्द होना
पेट फूलना
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
जी घबराना
कभी-कभी सीने में दर्द होना
चक्कर आना

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एसिड रिफ्लक्स से होने वाली अन्य बीमारियां
एसिड रिफ्लक्स देखने और सुनने में एक आम बीमारी लगती है लेकिन यह हमारे पाचन तंत्र के लिए काफी खराब है। इसकी वजह से हमारा भोजन ठीक से पच नहीं पाता और इससे हमारा स्वास्थ्य खराब होने लगता है। एसिड रिफ्लक्स सिर्फ हमारी पाचन क्रिया को ही नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि यह यह कई अन्य बीमारियों की वजह भी बन सकती है। इसके कारण अस्थमा, खांसी, फेफड़ों में सूजन और जलन और बोलने की समस्या हो सकती है।

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इलाज
गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. मुनेश अग्रवाल के अनुसार, इस रोग में डॉक्टर मरीज को दवाओं के साथ-साथ खानपान और दिनचर्या सुधारने के लिए कहते हैं। इसमें रोगी को पनीर, छोले, चना, राजमा, अचार, गर्म-मसाले, फास्टफूड, डेयरी प्रोडक्ट जैसी बादी करने वाली चीजों से परहेज व वजन पर नियंत्रण रखना चाहिए। अल्कोहल, सिगरेट और तंबाकू आदि का सेवन न करें। चाय या कॉफी से एसिडिटी की समस्या हो तो इनकी मात्रा कम ही लें।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। महंगाई राहत कैम्प में लाभान्वित परिवारों का आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। गुरुवार शाम तक इन कैम्पों के माध्यम से 1.51 करोड़ परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है, जबकि 6.74 करोड़ से अधिक गारंटी कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद भी लगातार इन कैंपों के दौरे कर रहे है।

प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गुरुवार शाम तक इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 50.51 लाख, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली योजना में 84.08 लाख, मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना में 9.96 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में 94.51 लाख, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 60.07 लाख एवं इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 4.16 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इसी प्रकार सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 46.95 लाख, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 90.05 लाख, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1.16 करोड़ एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 1.16 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं।

अपच, एसिडिटी, बच्चों के पेट में कीड़े, किडनी में पथरी, अल्सर और कई मामलों में अपेंडिक्स की वजह से पेटदर्द हो सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और वयस्कों को अलग-अलग कारणों से इस दर्द की शिकायत हो सकती है। आइए जानते हैं उनके बारे में।

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बच्चों के लिए
दूध न पचने, पेट न भरने, पेट साफ न होने, संक्रमण या कीड़े होने, जंकफूड और तला-भुना भोजन ज्यादा खाने से बच्चों को पेटदर्द की समस्या हो सकती है।

 

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वृद्धों की तकलीफ
बुजुर्गों को कब्ज और यूरिन इंफेक्शन की वजह से पेटदर्द हो सकता है। कई बार ज्यादा तला-भुना खाने से भी तकलीफ हो सकती है।

जब वयस्क हों परेशान
ऐसे लोग जिन्हें बचपन से ही कब्ज की शिकायत रही हो, उन्हें आगे चलकर पेट संबंधी समस्याएं जैसे दर्द, अपच, मरोड़, एसिडिटी की तकलीफ रहने लगती है।

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एहतियात जरूरी
यूरिन इंफेक्शन की शिकायत होने पर दिन में 3-4 लीटर पानी पिएं और पेशाब को रोककर न रखें। तनाव कम लें और बच्चों को घर का बना हुआ खाना ही दें। व्रत या उपवास करने पर फलाहार करें, कई बार खाली पेट रहने से भी पेटदर्द हो सकता है।

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लक्षणों के अनुसार इलाज
पेट में भारीपन लगने पर पल्सेटिला दवा देते हैं। खट्टी डकारों में लाइकोपोडियम, खाली पेट एसिडिटी बनने पर एनाकार्डियम दवा या खाने के दुष्प्रभाव से दर्द होने पर नक्सवोमिका दी जाती है। पेट में कीड़े होने पर सिना व पथरी के दर्द में लाइकोपोडियम, बरबरिफ वल्गेरिस व सारसापरिला दवाएं दी जाती है। अपेंडिक्स में इच्निशिया, आइरिश टेनक्स देते हैं। इन दवाओं को विशेषज्ञ मरीज के लक्षणों के अनुसार देते हैं इसलिए इनका प्रयोग स्वयं न करें। डॉ.नमीता राजवंशी, होम्योपैथी विशेषज्ञ

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अवसाद में आए व्यक्ति की कोई अगर सबसे पहले मदद कर सकता है तो वे हैं उसके परिजन। यदि आपका कोई नजदीकी तनाव में रहे और असामान्य व्यवहार करने लगे तो सतर्क हो जाएं। उसकी निगरानी करें। यदि लगे कि वह अवसाद में पहुंचने लगा है तो उसके साथ अपना व्यवहार बदलें। ऐसा करके आप उसके सबसे बड़े मददगार हो सकते हैं।

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मनोस्थिति गड़बड़ाने से अवसाद होता है, जिसे हम डिप्रेशन कहते हैं। अतीत की घटनाओं व यादों में उलझने और भविष्य में होने वाली घटनाओं के दुष्परिणाम से डरकर पुरुष या महिला पहले निराशावादी हो जाते हैं, जो डिप्रेशन की शुरुआत है। इस प्रारंभिक अवस्था में से कुछ लोग शेष बची मानसिक दृढ़ता से खुद उबर जाते हैं लेकिन कुछ तनाव का शिकार हो जाते हैं। डिप्रेशन के कई लक्षण हैं जैसे अकेले रहना, नींद न आना, सामाजिक मेल-मिलाप से बचना, काम में मन न लगना, चिड़चिड़ा होना, शंका-आशंका के साथ उठना-बैठना और काम करना, किसी से कुछ शेयर नहीं करना और उदास रहना। तनाव की चरम अवस्था है, जीने की चाह खत्म हो जाना। अक्सर पढऩे में भी आता है कि आत्महत्या करने वाला अमुक शख्स कई दिनों से गुमसुम था और तनाव में डूबा रहता था।

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तनाव दे सकता है कई बीमारियां
लगातार तनाव में रहने से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। अवसादग्रस्त लोगों में सिरदर्द सामान्य लक्षण है। अगर तनावग्रस्त व्यक्ति माइग्रेन से पीडि़त है तो अवसाद के कारण इसके लक्षण और भी बुरे हो सकते हैं। इससे सीने में जलन, दर्द और असहजता भी महसूस हो सकती है। साथ ही हमारी पाचन प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए तनाव में रह रहे व्यक्तिके लिए जरूरी है कि वह धूम्रपान और शराब के नशे से बचे। ऐसा कोई काम न करें जिससे आपको चिड़ हो। रेगुलर व्यायाम करें। योगा और ध्यान से भी तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए रोजाना 10-15 मिनट का ध्यान भी किया जा सकता है। फिर भी समस्या में सुधार न हो तो मनोचिकित्सक से संपर्क कर उन्हें अपनी समस्या विस्तार से बताएं और उनके द्वारा बताई गई सलाहों का पूरी तरह से पालन करें। साथ ही अपना आत्मविश्वास बनाए रखें।

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इन बातों का ध्यान रखना जरूरी

1. उसे उपदेश न दें। ऐसे में पीडि़त को आपकी कही हुई हर बात उपदेश और ज्ञान लगती है। ऐसे में उससेे जरूरी बातें ही करें।
2. उससे बहस न करें। किसी भी मुद्दे पर उससे बातचीत करना, उसके गुस्से को बढ़ा सकता है या फिर चिड़चिड़ा बना सकता है।
3. उसके अकारण गुस्से होने पर झगड़ा न करें। यह मानें कि उसका गुस्सा किसी बीमारी की वजह से है, लिहाजा उसे सहन करने की आदत डालें।
4. उसे बताए बिना अवसाद के कारण खोजें और बिना बताए ही दूर कर दें।
5. मित्र-परिजन को आगाह कर दें कि उससे मेल-मिलाप बढ़ाएं, उसे हर बार यह अहसास न कराएं कि वह एक मानसिक रोगी है।
6. अवसादग्रस्त शख्स को अकेला न रहने दें लेकिन उसे यह अहसास भी न होने दें कि उसकी निगरानी हो रही है।

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7. उसे वह हर काम करने दें जो उसका पसंदीदा हो जैसे पेंटिंग करना, डांस, म्यूजिक सुनना और किताबें पढऩा आदि।
8. उससे घर-परिवार या दफ्तर की कोई समस्या शेयर न करें।
9. नींद न आ रही हो तो उस पर सोने का दबाव न डालें बल्कि ऐसा माहौल बना दें कि वह सो जाए।
10. उसके जीवन के निराशावादी क्षण या पराजय की घटनाएं उसे याद न दिलाएं। उसकी उपलब्धियां दोहराएं ताकि उसे पॉजिटिव एनर्जी मिलती रहे।
11. जानकारी के बिना उसे मनो-चिकित्सक से मिलवाएं।
12. अवसादग्रस्त व्यक्ति को घुमाने लेकर जाएं।
13. मनोचिकित्सक का परामर्श जरूरी हो जाए तो पहले बिना उसकी उपस्थिति के आप मनोचिकित्सक से मिलें और उन्हें विस्तार से लक्षण ही नहीं, अवसाद के कारण भी बताएं।
14. अवसाद मानसिक रोग है, शारीरिक नहीं। इसलिए ऐसे शख्स को घरेलू कामकाज से दूर न करें, बल्कि उसकी रुचि वाले छोटे-मोटे काम अवश्य करवाएं। अवसादग्रस्त व्यक्ति जो पसंद नहीं करता, वह करने के लिए उसे बाध्य न करें।
15. सामाजिक समारोहों में उसे ले जाने से परहेज न करें लेकिन उसे अकेला न छोड़ें। ऐसे लोगों से उसे दूर ही रखें जो उसका मजाक उड़ाते हों।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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15 महीने से ज़्यादा समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) में तीन दिन पहले कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) को पिछले काफी समय से अंदेशा था। रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर कब्ज़ा करने के इरादे से रुसी आर्मी ने यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए हमला कर दिया था। तब से यह युद्ध जारी है और इस वजह से यूक्रेन में अब तक भीषण तबाही मच चुकी है। पर तीन दिन पहले रुसी हमले की वजह से यूक्रेन का सबसे बड़ा काखोवका बांध (Kakhovka Dam) तबाह हो गया। इसके तबाह होने से काफी ज़्यादा मात्रा में पानी ज़मीन पर आ गया और आस-पास के इलाकों में घुस गया। इससे आस-पास बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ की वजह से जान-माल का नुकसान भी हो रहा है।


अब तक 8 लोगों की मौत

काखोवका बांध के तबाह होने से आस-पास के गांवों में काफी ज़्यादा पानी घुस गया है। रिपोर्ट के अनुसार इस बाढ़ की वजह से साउथ यूक्रेन में अगले 10 दिन तक पानी का लेवल बढ़ सकता है। एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार इस बाढ़ की वजह से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।


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अब तक करीब 13 लोग लापता


यूक्रेन में काखोवका बांध के आस-पास के इलाकों में बाढ़ की वजह से अब तक करीब 13 लोग लापता हैं।

रेस्क्यू ऑपेरशन जारी

बाढ़ के बाद से ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत लोगों को बचाने के साथ ही उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम किया जा रहा है।

हज़ारों लोगों को छोड़ना पड़ा अपना घर

बाढ़ की वजह से कई लोगों के घरों में पानी घुस चुका है। इससे उन लोगों के घरों को नुकसान भी पहुंचा है। बाढ़ की वजह से अब तक प्रभावित इलाकों से हज़ारों लोगों को अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। अभी भी लोगों के सुरक्षित स्थानों पर जाने की प्रोसेस जारी है।

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Rajasthan election 2023 : राजस्थान में विधानसभा चुनाव द्वार पर है। यहां भाजपा के दो दिग्गज उत्तरप्रदेश और झारंखड़ में लोकसभा की चुनावी तैयारी में लगा दिए गए हैं। भाजपा की रणनीति है कि लोकसभा की तैयारी करो उसी में विधानसभा चुनाव जीत लिए जाएंगे। पार्टी ने सभी लोकसभा सीटों को चार कलस्टर में बांट दिया है। इस कलस्टर में सभी दिग्गज नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलिब्धयों को घर घर पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धि को घर घर पहुंचाने का जिम्मा राजस्थान की प्रमुख भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी सौंपा गया है। वह यह कार्य झारखंड के चार लोकसभा क्षेत्रों में संपन्न करेंगी। इसके लिए वह यहां पर 13 से 15 जून के बीच सभाएं भी कर सकती हैं। वहीं राजे के विरोधी खेमें में माने जाने वाले पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनियां को उत्तरप्रदेश में जिम्मेंदारी दी गई है। पार्टी अध्यक्ष सीपी जोशी का दावा है कि विधानसभा चुनाव की जीत तय हैं ऐसे में हम लोकसभा की तैयारी कर रहे हैं।

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इसी बीच वसुंधरा राजे की भाजपा महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात ने राजजस्थान की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि उन्हें प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किया जा सकता है तो वहीं युवा मोर्चा अध्यक्ष को भी हटाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जून को 10 लाख बूथ पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करेंगे।

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जयपुर। सांगानेर थाना पुलिस ने हत्या के मामले में फरार चल रहे इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक साल से फरार चल रहा था। पुलिस इस मामले में पूर्व में चार लोगों मनोज पारीक, संजय उर्फ बाबा, महेन्द्र उर्फ डब्बू छीपा और कानाराम गुर्जर को गिरफ्तार कर चुकी हैं।


डीसीपी (पूर्व) ज्ञानचन्द यादव ने बताया कि 19 फरवरी 2022 को परिवादी रमेश कुमार बैरवा ने थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि संजय उर्फ बाबा और अक्षय चौधरी सहित छह सात लोगों ने मिलकर उसके भाई का अपहरण करके ले गए और उसके भाई की हत्या कर बीलवा के पास पटक गए। वारदात के बाद आरोपी फरार चल रहा था।

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इस तरह पकड़ा आरोपी
आरोपी को पकड़ने के लिए थानाप्रभारी हैड कांस्टेबल सूरज, कांस्टेबल केदारमल और मुकेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। टीम ने अक्षय चौधरी की तलाश कर उसे दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी अक्षय चौधरी टीबा की ढाणी रुपवास चाकसू का रहने वाला है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 2500 रुपए का इनाम घोषित था।

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Gulab Kothari Article शरीर ही ब्रह्माण्ड: "शरीर स्वयं में ब्रह्माण्ड है। वही ढांचा, वही सब नियम कायदे। जिस प्रकार पंच महाभूतों से, अधिदैव और अध्यात्म से ब्रह्माण्ड बनता है, वही स्वरूप हमारे शरीर का है। भीतर के बड़े आकाश में भिन्न-भिन्न पिण्ड तो हैं ही, अनन्तानन्त कोशिकाएं भी हैं। इन्हीं सूक्ष्म आत्माओं से निर्मित हमारा शरीर है जो बाहर से ठोस दिखाई पड़ता है। भीतर कोशिकाओं का मधुमक्खियों के छत्ते की तरह निर्मित संघटक स्वरूप है। ये कोशिकाएं सभी स्वतंत्र आत्माएं होती हैं।"
पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की बहुचर्चित आलेखमाला है - शरीर ही ब्रह्माण्ड। इसमें विभिन्न बिंदुओं/विषयों की आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से व्याख्या प्रस्तुत की जाती है। गुलाब कोठारी को वैदिक अध्ययन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्हें 2002 में नीदरलैन्ड के इन्टर्कल्चर विश्वविद्यालय ने फिलोसोफी में डी.लिट की उपाधि से सम्मानित किया था। उन्हें 2011 में उनकी पुस्तक मैं ही राधा, मैं ही कृष्ण के लिए मूर्ति देवी पुरस्कार और वर्ष 2009 में राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान से सम्मानित किया गया था। 'शरीर ही ब्रह्माण्ड' शृंखला में प्रकाशित विशेष लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें नीचे दिए लिंक्स पर -

नारी का स्त्रैण भाव अग्नि है
आसक्ति मुक्त होना ही लीनता
कर्म के पांच कारण
कामना ही जननी है
कामना मुक्ति से आत्म प्रकाश
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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

Aaj Ka Rashifal 10 june : क्या कहते हैं आपके सितारे बता रहे हैं तीन ज्यो​तिषाचार्य

ज्योतिषाचार्य पं. मुकेश भारद्वाज

अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक एक है जो एक और शून्य के प्रभाव से बना है। वहीं आज का भाग्य अंक पांच है जो एक और 4 अंक से बना है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में जहां एक ओर बेहतर प्रबंध की क्षमताओं के साथ कार्य करने वालों को उच्च स्तर के लाभ मिलने की संभावना रहेगी। वहीं थोड़ी भी निराशा या संशय होने पर परिणाम संदिग्ध हो सकते हैं। ऐसे में अपने कार्यों को करते समय अच्छे सलाहकारों से राय लेकर उचित गाइडेंस के साथ आगे बढ़ना ही फायदेमंद रहेगा। कैलकुलेटिव रिस्क फायदा दिलाएगी और इनट्यूशन पर भरोसा करके आगे बढ़ना नुकसानदायक हो सकता है। मूलांक 1, 4, 3, 5, 7 वाले फायदे में रह सकते हैं। वहीं मूलांक 2 ,6 ,8 और 9 वालों को संभल कर चलने की आवश्यकता रहेगी।

टैरो कार्ड में आज का कार्ड द जस्टिस के साथ थ्री ऑफ वैंड्स है। इसके मायने हैं कि आज के दिन में कुछ महत्वपूर्ण विषय पर निर्णायक बातचीत हो सकती है। जिम्मेदारी के साथ कार्यों का विभाजन और उन पर पूर्ण नियंत्रण के लिए एक साथ कई लोग प्रयास कर सकते हैं। टैरो कार्ड्स आपको संदेश देते हैं की आप अपने विचारों और कार्यों के बीच सही संतुलन बनाएं और धैर्य के साथ अपने पर विश्वास करें।

सनसाइन के अनुसार आज का दिन कार्यस्थल पर बहुत भागदौड़ वाला रह सकता है। आकस्मिक घटनाक्रम या सूचनाएं पूरे तंत्र की कार्य स्थिति या मानसिक विचार पर प्रभाव डाल सकती हैं। काफी समय मंत्रणा में खर्च हो सकता है। वहीं कुछ लोग तेज गति के कार्य में सम्मिलित हो सकते हैं। एरीज, टौरस, लियो, स्कॉर्पियंस, सेजीटेरियन्स, एक्वेरियस फ्रंट लाइन पर कार्य संभालते हुए और बाकी लोग पीछे से बैकअप देते हुए दिखाई देंगे। टीम वर्क में किया गया कार्य आज अच्छी सफलता देगा।

मूनसाइन के अनुसार आज भावनात्मक तौर पर बहुत अच्छी स्थिति दिखाई दे रही है। जहां एक ओर आपसी रिश्तों में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने के लिए विचार-विमर्श हो सकता है। वहीं छोटे मुद्दों को साइड में रख कर नए तरह से संबंधों में स्नेह और प्रेम के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्धताएं निर्धारित हो सकती हैं। आपस में आर्थिक व्यवहार करने से बचें।

कैसा रहेगा इस सप्ताह आपका स्वास्थय राशिफल?
स्वास्थ्य के लिहाज से यह सप्ताह मिले-जुले असर वाला रहेगा। मौसम का लगातार परिवर्तन कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को स्वास्थ्य की समस्याएं आ सकती हैं। वहीं यात्रा और पर्यटन में भी स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता रहेगी। वीक का प्रथम भाग जहां खान-पान से जुड़ी समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में पुराने रोग उबर कर के आ सकते हैं। सप्ताह का अंत बेहतर रहने की उम्मीद है।

आपका सवाल

प्रश्न: शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने का क्या महत्व है?
उत्तर: भगवान शिव पर बेलपत्र चढ़ाने का बहुत पुण्य लाभ मिलता है। ऐसा हमारी सनातन संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण तरीके से उल्लेखित है। भगवान शिव पर बेलपत्र सृजन, पालन और विनाश तीनों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके साथ ही सत्व, रज और तम तीनों तरह की प्रवृत्तियों को भी बील पत्र के माध्यम से भगवान शिव से जोड़ते हैं। ऐसा माना जाता है की बेलपत्र भगवान शिव के तीन नेत्रों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। कुछ लोग इसे भगवान शिव के त्रिशूल से भी जोड़ते हैं और भूत भविष्य और वर्तमान तीनों कालों पर नियंत्रण और उनमें राहत प्रदान करने की भगवान शिव की शक्ति से भी बेलपत्र जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन के समय विषपान किया था उस समय उनके शरीर में बहुत अधिक उष्णता हो गई थी जिसे उन पर जलाभिषेक करके और बिल्व पत्र का लेप करके अग्नि को शांत किया गया। उसी परिपेक्ष में यह माना जाता है कि भगवान शिव को बेलपत्र बहुत प्रिय है और जो भक्तगण बेलपत्र को भगवान शिव को अर्पित करते हैं वे उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।

Aaj Ka Rashifal 10 june : क्या कहते हैं आपके सितारे बता रहे हैं तीन ज्यो​तिषाचार्य

आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष- कार्य स्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा। क्रोध की अधिकता रहेगी। आय के नए स्त्रोत स्थापित होंगे। अपने कर्मचारियों के कारण परेशान होंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। धार्मिक कार्यों में धन लगेगा।

वृषभ- स्वास्थ में सुधार होगा। अपने आगामी भविष्य को ले कर चिंतित रहेंगे। मन में कई विचार आएंगे। व्यवसाय में उन्नति होगी। भूमि भवन सम्बंधित मामले पक्ष में हल होंगे। प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जाएंगे। यात्रा संभव।

मिथुन- अपनी संतान से विवाद हो सकता है। आजीविका को ले कर आप चिंतित हैं। विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है। कारोबार विस्तार करने का मन होगा। वाहन सुख की प्राप्ति संभव है।

कर्क- अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुक्सान आप का ही है। सुख सुविधा की वस्तुओं पर धन खर्च होगा। आप की उन्नति से विरोधी नाखुश होंगे। अपने वाक् चातुर्य से अधिकारी प्रभावित होंगे। विदेश जाने के योग बन रहे है।

सिंह- मित्रों के सहयोग से कोई जरूरी कार्य होगा। अपनों से संबंधो में मजबूती आएगी। आलस की अधिकता से कार्य में रूचि नहीं रहेगी। आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होगे। राजीनति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे।

कन्या- किसी विशेष व्यक्ति का जीवन में प्रवेश तोर तरीके बदल देगा। आकस्मिक धन लाभ होगा। विरोधी आप को निचा दिखाने के हर संभव प्रयास करेंगे। मन की बात अपनों को बता दें रास्ता मिल जाएगा।

तुला- जरूरत से ज्यादा किसी से घनिष्ठता संबंधों को कमजोर कर देगी। आप सहने की शक्ति रखें। जल्द ही आप क्रोध से भर जाते हैं। स्वयं पर काबू रखें। व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है। उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेगी।

वृश्चिक- समय के साथ स्वयं को भी बदलें। अपने व्यवहार में नम्रता लाएं। कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करने में लगे रहेंगे। भूमि सम्वंधित विवाद के चलते चिंता रहेगी।

धनु- अपने विवेक से हर कार्य सफल कर लेंगे। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी। आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा। माता पिता के स्वास्थ में सुधार होगा। किसी विशेष जन से सम्बन्ध बनेंगे।

मकर- व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी। जीवन साथी का साथ आप को आगे बढ़ने में मदद करेगा। संतान के विवाह सम्बंधित समस्या से परेशान रहेंगे। भवन परिवर्तन के योग हैं। वाहन का प्रयोग सावधानी से करें।

कुम्भ- अपनों से धोखा मिलेगा। राजनीति से जुड़े लोगो को पद मिल सकता है। पारिवारिक जनों की सहायता करनी होगी। आजीविका के स्त्रोत में वृद्धि होगी। पिता के साथ ताल मेल स्थापित न होने से तनाव हो सकता है।

मीन- भविष्य के प्रति चिंतित होंगे। मन में बुरे विचारों को न आने दें। स्वयं पर नियंत्रण रखें। नकारात्मक सोच के कारण ही आप पीछे हैं। पारिवारिक माहोल सामान्य रहेगा। मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा। नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव है।

Aaj Ka Rashifal 10 june : क्या कहते हैं आपके सितारे बता रहे हैं तीन ज्यो​तिषाचार्य

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-20
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि वार, नक्षत्र व योगानुसार आज गृहारम्भ अ.आ. में (शनि युति व केतु वेध दोष युक्त) व रामसुर प्रतिष्ठा दोनों शतभिषा नक्षत्र में तथा सगाई का पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में शुभ मुहूर्त हैं। सप्तमी भद्रा संज्ञक तिथि दोपहर बाद 02-02 बजे तक है। इसके बाद अष्टमी जया संज्ञक तिथि प्रारम्भ हो जायेगी। सप्तमी तिथि में यात्रा, सवारी, विवाहादि मांगलिक कार्य, नाचना-गाना, वस्त्र, अलंकार व प्रवेश आदि विषयक कार्य और अष्टमी तिथि में नाचना, स्त्री, रत्न, वास्तु, विवाह व शस्त्र धारण आदि कार्य करने योग्य हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज प्रात: 7-19 बजे से प्रात: 9-01 बजे तक शुभ, तथा दोपहर 12-26 बजे से सायं 5-33 बजे तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-58 बजे से दोपहर 12-53 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त हैं, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।


दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज पश्चिम दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।

राहुकाल: प्रात: 9-00 बजे से प्रात: 10-30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

चंद्रमा: चंद्रमा कुम्भ राशि में रहेगा।

नक्षत्र: शतभिषा ''चर व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र अपराह्न ०३-३९ तक, तदन्तर पूर्वाभाद्रपद ''उग्र व अधोमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। शतभिषा नक्षत्र में सवारी, यात्रा, वाहन, वास्तु, उपनयन, विद्या व शस्त्र सम्बन्धी कार्य और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में कारीगरी, विद्या, जनेऊ, सगाई व जल यन्त्र सम्बन्धी कार्य करने योग्य हैं।

Aaj Ka Rashifal 10 june : क्या कहते हैं आपके सितारे बता रहे हैं तीन ज्यो​तिषाचार्य

योग: विष्कुम्भ नामक नैसर्गिक अशुभ योग दोपहर 12-49 बजे तक, तदन्तर प्रीति नामक नैसर्गिक शुभ योग है।

विशिष्ट योग: रवियोग नामक दोष समूह नाशक शक्तिशाली शुभ योग अपराह्न 03-39 बजे तक है।

करण: बव नामकरण दोपहर बाद 02-02 बजे तक तदुपरान्त बालव व कौलव आदि करण क्रमश: हैं।

व्रतोत्सव : आज कालाष्टमी और पंचक सम्पूर्ण दिवारात्रि है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे:

आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (सी, सू, से, सो, द) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि कुम्भ है। कुम्भ राशि के स्वामी शनिदेव हैं। अपराह्न 03-39 बजे तक जन्मे जातकों का जन्म ताम्रपाद से व इसके बाद जन्मे जातकों का जन्म लोहपाद से है। सामान्यत: ये जातक धनी, सत्यप्रिय, दानी, प्रसिद्ध, बुद्धिमान, होशियार, सफल, शत्रुजित, सुन्दर व विद्वान होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 28 वर्ष की आयु तक होता है। कुम्भ राशि वाले जातकों का शुभकार्यों पर व्यय होगा। व्यापार-व्यवसाय सामान्य, मित्रों के सहयोग से समस्याओं का समाधान निकलेगा।

UPSSSC Jobs 2023 : उत्तरप्रदेश अधीनस्त सेवा चयन आयोग (Uttar Pradesh Subordinate Service Selection Commission) (यूपीएसएससी) (UPSSSC) ने एक्स-रे तकनीशियन पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इस भर्ती के जरिए कुल 382 पदों को भरा जाएगा। इनमें से सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों के लिए क्रमश: 153, 80, 8, 103 और 38 पद हैं। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 15 जून से शुरू होगी।

पात्रता मापदंड
जो अभ्यर्थी इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उनके पास एक्स-रे में डिप्लोमा होना चाहिए। वहीं, अभ्यर्थियों की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षण का लाभ और आयु सीमा में छूट उत्तरप्रदेश के आरक्षित श्रेणी के मूल निवासियों को ही मिलेगी। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।

आवेदन शुल्क
सभी श्रेणी के अभ्यर्थियों को ऑनलाइन प्रक्रिया शुल्क के तहत 25 रुपए भरने होंगे।

UPSSSC Recruitment 2023 : ऐसे करना होगा आवेदन
अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर लॉगिन कर 5 जुलाई तक इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन फॉर्म में त्रुटि सुधार 12 जुलाई तक किए जा सकेंगे।

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Rajasthan weather update : जयपुर। राजस्थान के भरतपुर-अलवर में शुक्रवार को आंधी-बरसात हुई। झालावाड़ जिले में गुरुवार रात अंधड़ ने तबाही मचाई। इससे कई क्षेत्रों में विद्युत पोल व भारी भरकम पेड़ धराशाही हो गए। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान कोटा में 43.4 डिग्री दर्ज किया गया। जयपुर समेत 15 स्थानों पर तापमान 40 डिग्री व उससे अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार आंधी व हल्की बरसात की स्थिति दो दिन और रह सकती है।

60-70 किमी की रफ्तार में उड़े टिन-टप्पर, पेड़ गिरे
भरतपुर में दोपहर के समय अंधड़, बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं तूफान सरीखी बारिश ने टिन-टप्पर उड़ा दिए तो कहीं पेड़ों को धाराशायी कर दिया। शहर के ऑडिटोरियम में चल रहे कार्यक्रम के दौरान टिनशेड़ उड़ गई। इससे बड़ा हादसा टल गया। इस दौरान दो बच्चों को चोट लग गई। पक्काबाग में दुकान निर्माण कार्य के दौरान एक मजदूर घायल हो गया। जिले में अन्य कई जगह भी खूब नुकसान हुआ। बारिश के बीच 60 से 70 किमी प्रति घंटे की चली रफ्तार ने एकबारगी सब कुछ हिला दिया। दस मिनट में शहर का मंजर बदला नजर आया।

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झालावाड़ में देर रात अंधड़ ने मचाई तबाही
झालावाड़ जिले में गुरुवार रात अंधड़ ने तबाही मचाई। इससे कई क्षेत्रों में विद्युत पोल व भारी भरकम पेड़ धराशाही हो गए। कई मकानों के टिन-टप्पर उड़ गए। जिले में सुनेल में 17 पोल, दो ट्रांसफार्मर, भवानीमंडी में 13 पोल, एक ट्रांसफार्मर, खानपुर में 9 पोल एक ट्रांसफार्मर, सारोला में चार पोल, दो ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए है। ऐसे में विद्युत विभाग को करीब साढ़े चार लाख रुपए का नुकसान हुआ। पेड़ गिरने से दूल्हे की कार व बैंडबाजे की गाड़ी दब गई। एक युवक घायल हो गया। झालावाड़ जिले में शुक्रवार को भीषण गर्मी का दौर रहा।

दो दिन तक आंधी की चेतावनी
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में आंधी-बारिश की गतिविधियां राजस्थान के उत्तरी भागों में दो दिन तक रहेगा। इस दौरान सीकर, चूरू, झुंझुनूं, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, कोटा, बारां, अधिकतम 50 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी की आशंका है।

जयपुर। हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के चुनाव 26 जून को होंगे। इसकी तैयारियों को लेकर हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को आयोजित हुई। इसमें सभी प्रदेशों के सर्विसेज़ व रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के प्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने की। एशियन हैंडबॉल फेडरेशन के महासचिव मोहम्मद शफ़ीक़ ऑनलाइन जुड़े। इस अवसर पर एसोसिएशन के महासचिव जगन मोहन राव, कोषाध्यक्ष डा. तेजराज सिंह, कार्यकारी निदेशक डा. आनन्देश्वर पांडे, जैसलमेर विधायक डा. रूपाराम धनदेव भी मौजूद थे।

हैंडबॉल एसोसिएशन इंडिया के कार्यकारी निदेशक डा. आनन्देश्वर पांडे ने बैठक के निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें एसोसिएशन के संशोधित संविधान को सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके अलावा एसोसिएशन के चार साल के लिये चुनाव 26 जून को जयपुर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इन चुनावों के लिये रिटायर्ड जज डीके श्रीवास्तव को निष्पक्ष चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।

'गदर 2' देखने की अपील
लंबे इंतजार के बाद चार्टर्ड प्लेन से जयपुर एयरपोर्ट और फिर राजमंदिर सिनेमाहॉल पहुंचे सनी ने फैंस से 11 अगस्त को रिलीज हो रही 'गदर 2: द कथा कंटीन्यूज' को देखने और उसे भी 'गदर' जितना प्यार देने की अपील की। 'गदर' के प्रीमियर के लिए अंदर पहुंचने पर उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा यकीन है कि आप लोग 'गदर 2' जरूर देखेंगे। आप लोग मेरी इस फिल्म को देखेंगे न? मुझे यकीन है कि आपको यह फिल्म भी जरूर पसंद आएगी।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस फिल्म में भी उन्होंने अपने स्टंट खुद किए हैं। इसके बाद फैंस ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। निर्माताओं ने इस बार नई पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए अधिक प्रासंगिक बनाने के लिए तकनीकी बदलाव भी किए हैं। 'गदर: एक प्रेम कथा' 9 जून को पूरे देश में दोबारा रिलीज हुई है।

'तारा' देखने 'धूप' में खड़े रहे फैंस, डायलॉग्स से गूंजा सिनेमाहॉल

सनी के जाते ही मची अफरा-तफरी
अपने पसंदीदा सुपरस्टार को देखने के लिए फैंस की उत्सुकता इतनी थी कि लोग मंच के पास एकत्र हो गए। सनी की एक फोटो, वीडियो और सेल्फी लेने के लिए फैंस भीड़ में मौके ढूंढते रहे। इस बीच मीडियाकर्मियों को कुर्सी पर खड़े होकर फोटो-वीडियो लेनी पड़ी। इस अफरा-तफरी में प्रतापनगर से आए अजीत चौधरी को चोट भी गल गई। वह सनी को मातारानी की एक तस्वीर भेंट करना चाहते थे। मंच से सनी जैसे ही लौटने लगे, अजीत को सुरक्षाकर्मियों ने पीछे हटा दिया, तस्वीर पर लगे कांच के टूटने से उनके हाथ में चोट आ गई। फिल्म के संवाद आज भी दर्शकों के बीच गूंजते है और प्रेमए बलिदान और देशभक्ति की इस महाकाव्य गाथा को दर्शक बार बार देखना चाहते हैं। अनिल शर्मा निर्देशित 'गदर: एक प्रेम कथा' आज 9 जून को ही देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।

'तारा' देखने 'धूप' में खड़े रहे फैंस, डायलॉग्स से गूंजा सिनेमाहॉल
'तारा' देखने 'धूप' में खड़े रहे फैंस, डायलॉग्स से गूंजा सिनेमाहॉल'तारा' देखने 'धूप' में खड़े रहे फैंस, डायलॉग्स से गूंजा सिनेमाहॉल

जयपुर. भारत में पर्यावरण के प्रति सजग होटल चेन द फर्न होटल्‍स एंड रेसोर्ट्स ने अपनी नवीनतम प्रॉपर्टी द फर्न-एन इकोटल होटल, अलवर-सरिस्‍का के शुभारंभ की घोषणा की है। राजस्‍थान के शहर अलवर में खुला यह नया होटल यहां आने वाले अतिथियों को अनूठे और सस्‍टेनेबल हॉस्‍पीटेलिटी अनुभव प्रदान करेगा। यह राजस्‍थान में कंपनी का 11वां होटल है, अन्‍य होटल जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, सवाई माधोपुर (रणथंबौर) और अजमेर में पहले से हैं।
सुहैल कन्‍नमपिल्‍ली, मैनेजिंग डायरेक्‍टर, द फर्न होटल्‍स एंड रेसोर्ट्स ने कहा, द फर्न में हम सस्‍टेनेबिलिटी और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमें इन्‍हीं मूल्‍यों पर आधारित अपना नया होटल अलवर में खोलते हुए खुशी है। यहां आने वाले हमारे मेहमानों को मिलेगा अनूठा और सस्‍टेनेबल हॉस्‍पीटेलिटी का अनुभव और साथ ही, वे पर्यावरण संरक्षण के लिए भी योगदान करेंगे। मोहत शरद, एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट-सेल्‍स एंड मार्केटिंग (नॉर्थ एंड ईस्‍ट इंडिया) ने कहा, हमें पूरा यकीन है कि द फर्न-एन इकोटल होटल, अलवर-सरिस्‍का हमारे मेहमानों के लिए लग्‍जऱी से भरपूर विकल्‍प साबित होगा और यहां भव्‍य डेस्टिनेशन वैडिंग्‍स, कार्पोरेट ऑफसाइट्स तथा अन्‍य इवेन्‍ट्स आयोजित किए जा सकते हैं। लॉन्‍च के बारे में, दिनेश चंद शर्मा, प्रबंध निदेशक एवं दीक्षांत शर्मा, डायरेक्‍टर, द फर्न-एन इकोटल होटल, अलवर-सरिस्‍का ने कहा, हम अपने आगे के सफर को लेकर उत्‍सुक हैं।

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