>>: Digest for June 13, 2023

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रतन दवे/पाली. Rajasthan Assembly Election 2023: बाड़मेर से पाली तक का सफर... मौसम पल-पल रंग बदल रहा था। चिलचिलाती धूप में बाड़मेर से रवाना हुआ। बीच रास्ते जोधपुर तक आंधियों ने घेरा तो सफर के समापन पर पाली-सुमेरपुर-तखतगढ़ में तूफानी बारिश और ओलों के साथ...देर रात तक चलना पड़ा। पाली के मंडिया रोड पर कपड़े के कारखाने हैं। यहां सडक़ की हालत खस्ता है, दिनभर के वाहनभार ने कागज के टुकड़ों की तरह सडक़ को बिखेर दिया है। पाली-भीलवाड़ा-बालोतरा ये तीनों एक दूसरे से जुड़े है, लेकिन इन दिनों मंदी की मार ने व्यापार को अस्त-व्यस्त कर दिया है। टैक्सटाइल व्यवसायी राजूभाई फोन पर यही चर्चा कर रहे थे कि भीलवाड़ा में आज कितनी मंदी है, पूछा तो बोले, हालत खराब है। मंदी ने मार दिया है। उनका कहना था कि ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 75 प्रतिशत राशि सरकार दे और 25 फीसदी व्यापारी, तभी प्रदूषण का संकट खत्म हो सकता है। पॉवरलूम के लिए महाराष्ट्र की तर्ज पर सब्सिडी भी मिले। टैक्सटाइल उद्योग में विपुल संभावनाएं है।

आगे बढकऱ कलेक्ट्रट पहुंचे, पाली अभी संभाग बना है। कलेक्ट्रेट में चहल-पहल कम थी, सारा प्रशासन मुख्यमंत्री की यात्रा के चलते राहत कैम्प में व्यस्त था। फिर भी, कुछ लोग यहां अफसरों का अता-पता पूछ रहे थे। यहां मिले दीपक नाग बोले, पाली को संभाग बनाने की खुशी है, अब यह मेट्रो की तर्ज पर विकसित होना चाहिए। रोजगार के और अवसर मिलें तो यह खुशी उपलब्धि में बदलेगी।
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जाडन : मजदूरी, गैस-बिजली और क्या चाहिए...
जाडन पहुंचे यहां स्टेशन पर कुल्फी का स्वाद ले रही कीर्तिका बैठी थी, तो पास में ही दोपहर की तेज धूप में मिर्चीबड़े-कचौरी भी तले जा रहे थे। मारवाड़ में भरपूर गर्मी में मिर्चीबड़े-कचौरी खूब खाए जाते है, वो भी गर्मागर्म। खैर, कीर्तिका बोली मनरेगा में मजदूरी मिली, गैस कनेक्शन मिला, बिजली मुफ्त और क्या चाहिए। पास में बैठे राणावास के नवरतन भाई बोले, बीपीएल की सूची वापस बने तो गैस कनेक्शन मिल जाए। निकट बैठे खाहड़ी के श्रवणपुरी को शिकायत है कि सरकार ने योजनाएं खूब चलाई, लेकिन पटवारी-ग्रामसेवक स्तर पर सुनवाई नहीं होती। कैमरे पर नहीं बोलूंगा, लेकिन बतात हूं... हाथ जोडकऱ जमीन पर बैठे-बैठे कमर टूट जाती है, पटवारीजी जवाब ही नहीं देते। बालाराम नायक सामने सडक़ की ओर इशारा करके बोले, सुख तो हाईवे का हुआ है। इसने दूरी कम कर दी है।

मारवाड़ जंक्शन : खारची इलाका यानी खारा पानी
दोपहर बाद यहां पहुंचा....खारची इलाका, यानी यहां पानी खारा है। रेलवे ओवरब्रिज नहीं होने से कस्बा दो भागों में बंटा है। सीसी सडक़ बन रही है, इसलिए रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और सरकारी कार्यालयों का रोड जाम है। यहां गणपत चौधरी मिले, जो ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं। वे बताते है करीब 100 किसानों का समूह बन गया है। खाद से जमीन खराब हो रही है, इसे लोग समझ रहे हैं। जवाई का मीठा पानी पूरा नहीं मिलता। लोग यहां 250-300 रुपए में पानी का टैंकर डलवाते है। गेहूं, अरण्डी और सरसों की फसल हो रही है। मेहंदी के भी खेत हैं। पानी का प्रबंध हो तो हालात सुधरें। यहां रेलवे कॉरिडोर बना है। मुम्बई, दिल्ली से डबलडेकर मालगाडिय़ां आती हैं। इससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ी हैं। मारवाड़ की बड़ी समस्या डोडा-पोस्त तस्करी का रूट बन जाना है। इससे यहां कानून व्यवस्था को लेकर भय खत्म ही नहीं होता। जरूरत डिप्टी कार्यालय की है।
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स्मैक...न कोई रोकने वाला न टोकने वाला
जाते-जाते एक शख्स ने नाम बताने से इनकार करते हुए कहा, डोडा पोस्त नहीं अब तो स्मैक का जमाना आ गया है। न तो कोई रोकने वाला है न टोकने वाला। अंतिम वाक्य... वाकई सोचने पर मजबूर कर रहा था कि बाड़मेर,जालोर, पाली, सिरोही सभी जगह स्मैक का नशा परिवारों को तबाह कर रहा है।


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सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों को एक जुलाई से रोजाना दूध पिलाया जाएगा। मिल्क पाउडर से तैयार किए जाने वाले इस दूध को वितरित किए जाने से पहले स्कूल के शिक्षक, अभिभावक या विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्य चखेंगे। दूध को दो जनों के चखने के बाद उसकी गुणवत्ता ठीक होने पर ही विद्यार्थियों को पिलाया जाएगा। विद्यार्थियों को पिलाए जाने वाले पाउडर मिल्क की मात्रा का अंकन विद्यालय की दीवार पर किया जाएगा। जिससे हर किसी को पता लग सके कि कितना दूध विद्याथीZ को दिया जा रहा है। इसके आदेश आयुक्त मिड-डे-मील की ओर से जारी किए गए हैं। दूध वितरण का भौतिक सत्यापन जिला व उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों से भी करवाया जाएगा। जिला कलक्टर दूध वितरण व भंडारण की सूचना मिड-डे-मील आयुक्त को देंगे।
मिड-डे-मील की भी रोजाना करेंगे जांच

विद्यार्थियों को स्कूलों में रोजाना मिड-डे-मील परोसा जाता है। यह अब तक कुक कम हेल्पर आदि की ओर से बनाए जाने पर विद्यार्थियों को परोस दिया जाता था, लेकिन इसे भी नए सत्र में दो बड़े व्यक्ति, जिसमें एक अभिभावक व एक विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य चखेंगे। चखने वालों का नाम रजिस्टर में लिखा जाएगा। इसके लिए एक अध्यापक को जिम्मेदारी दी जाएगी।
चखकर वितरित करेंगे पोषाहार व दूध

दूध व मिड-डे-मील की गुणवत्ता जांचने के लिए उसे रोजाना चखने के बाद ही विद्यार्थियों में वितरित किया जाएगा। इससे यह तय होगा कि भोजन व दूध पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारिम्भक, मुख्यालय, पाली

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हर सप्ताह पोषाहार में यह रहेगा मैन्यू

सोमवार: रोटी, सब्जी व दाल
मंगलवार: चावल व दाल या सब्जी

बुधवार: रोटी व दाल
गुरुवार: खिचड़ी (दाल, चावल, सब्जी वाली)

शुक्रवार: रोटी व दाल
शनिवार: रोटी, सब्जी व दाल

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इतना दिया जाएगा दूध

बाल वाटिका से पांचवीं कक्षा तक: हर विद्याथीZ के लिए 15 ग्राम दूध पाउडर से 150 मिलीग्राम दूध बनाया जाएगा। उसमे 8.4 ग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।
कक्षा छह से आठवीं तक: हर विद्याथीZ को 20 ग्राम मिल्ड पाउडर से 200 मिलीग्राम दूध बनाकर दिया जाएगा। इसमे 10.2 मिलीग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।

निशुल्क एवं बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के तहत अभिभावकों की ओर से आवेदन किए गए थे। जिसमे अभिभावक संशोधन सोमवार तक करवा सकते हैं। आरटीई को लेकर यदि अभिभावकों की कोई समस्या या शिकायत है वह घर बैठे ही दर्ज करवा सकते हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से अभिभावकों की सुविधा के लिए वाट्सएप नम्बर जारी कर ये नई पहल की गई है। परिषद की ओर से जारी वाट्सएप नम्बर या हैल्प लाइन नम्बर पर अभिभावक शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
ये नम्बर किए गए है जारी

अभिभावकों की सुविधा के लिए स्कूल शिक्षा सचिव नवीन जैन ने नम्बर जारी किए है। अभिभावक वॉट्सएप नम्बर 7014812375 और 7014878012 पर शिकायत कर सकते हैं। वॉट्सएप पर शिकायत मिलने के बाद स्कूल शिक्षा परिषद स्तर पर अधिकरियों की समिति की ओर से जांच कर उसका निस्तारण किया जाएगा। शिकायत व समस्या के लिए हैल्पलाइन नम्बर 0141-2719073 और 0151-222140 जारी किए गए है।
19 मई को निकाली गई थी लॉटरी
प्रदेश में आरटीई के तहत गैर सरकारी विद्यालयों में निशुल्क प्रवेश के लिए 19 मई को लॉटरी निकाली थी। अभिभावकों की ओर से विद्यालय चयन के लिए 2 जून तक ऑनलाइन रिर्पोटिंग की गई। लॉटरी में प्रथम चयनित निजी विद्यालयों की ओर से 6 जून तक आवेदन पत्रों की जांच की गई। अभिभावक सोमवार तक इन दस्तावेजों में संशोधन करवा सकते है। वहीं 23 जून तक सीबीईओ (मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) संबंधित निजी विद्यालयों की रिक्वेस्ट, बालक-बालिकाओं के दस्तावेज रि-अपलोड नहीं करने या संशोधन दर्ज करने के बारे में जांच करेंगे। इसके बाद राज्य स्तर पर एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) की ओर से 26 जून को शेष आवेदनों को ऑटो वैरिफाई किया जाएगा। पोर्टल पर उपलब्ध आरटीई सीटों पर चयन 28 जून से 30 सितम्बर तक किया जाएगा।

जारी किए गए नम्बर

आरटीई को लेकर कई अभिभावकों की ओर से शिकायत दर्ज करवाई जाती है। उनकी सुविधा के लिए नम्बर जारी किए गए है।
पालाराम मेवाता, संयुक्त निदेशक, शिक्षा मंडल, पाली

आपके फेसबुक या मैसेंजर वॉल पर किसी दोस्त की आईडी से संदिग्ध मैसेज मिले, तो उसे गलती से भी ना खोलें, क्योंकि ये आपके पर्सनल डेटा को लूटने के लिए साइबर ठगों का एक जाल हो सकता हैं। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑस्ट्रेलिया के बाद भारत में द्मलुक हू जस्ट डाइडद्य नाम से नया स्कैम चला है। इसमें साइबर ठग इस मैसेज की आड़ में फिशिंग सॉफ्टवेयर को भेज रहे हैं, जो लोग इस मैसेज को ओपन कर रहे हैं। उनकी पर्सनल जानकारी साइबर ठगों के पास चली जा रही है। डेटा से यदि ठगों को आपके बैंक अकाउंट का एक्सेस मिल जाता है। तो वे उसे भी खाली कर देते हैं। उत्तरप्रदेश और बिहार में इस तरह से ठगी होने की घटना सामने आने के बाद सेंट्रल साइबर लैब ने अलर्ट जारी किया है।

पाली : रोजाना तीन लोग ठगी के शिकार
पुलिस के लगातार प्रयास के बाद भी जिले में साइबर ठगी की घटनाएं हो रही हैं। लोग लालच में आकर गलती करके अपनी पूंजी गंवा रहे हैं। वर्ष 2022 से अब तक जिले में साइबर ठगी की 2,214 प्रकरण हुए हैं। प्रतिदिन तीन से ज्यादा लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।

सजग रहें... इस तरह मैसेज भेजकर सोशल मीडिया यूजर को बनाते हैं शिकार
पहले आपको आपके ही किसी फ्रेंड का फेक अकाउंट बना कर मैसेंजर पर मैसेज मिलेगा। भेजे गए मैसेज में लिखा होता है, कि देखिए किसकी मौत हो गई। आमतौर पर इस तरह के मैसेज देखकर आम आदमी में जिज्ञासा जाग जाती है। इसमें एक न्यूज आर्टिकल का लिंक भी होता है। इसमें ऐसे किसी व्यक्ति को भी मेंशन कर दिया जाता है, जिसे आप जानते हों।

टॉपिक एक्सपर्ट
सोशल मीडिया में अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचना चाहिए। हमेशा सिक्योरिटी ऑथंटिकेशन ऑप्शन को ऑन रखना चाहिए। फेसबुक वॉल या मैसेजर में आने वाले लिंकनुमा मैसेज को खोलने से बचना चाहिए। जिस व्यक्ति ने मैसेज भेजा है, उससे तत्काल संपर्क करना चाहिए। यदि यूजर को आईडी हैक होने का अंदेशा है, तो तत्काल पुलिस की मदद लेनी चाहिए। साइबर ठग रोजाना नए-नए पैटर्न ला रहे है। जागरूक रहकर ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
यशपाल चौधरी, साइबर एक्सपर्ट, पाली

World Child Labor Prohibition Day 2023 : पाली में अस्तु फाउंडेशन और सेपियन्ट इंटरनेशनल स्कूल की ओर से बाल श्रम निषेध दिवस पर रैली का आयोजन किया गया। रैली को महाराणा प्रताप चौराहा से मुकेश गोस्वामी, सहकारी समिति के ऑडिट ऑफिसर विश्वजीतसिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

स्कूल डायरेक्टर एलआर चौधरी ने बताया कि रैली में 200 से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। रैली में बच्चे हाथों में तख्तियां लिए बाल श्रम के खिलाफ नारे लगाते मुख्य मार्ग से निकले। इस मौके पर अस्तु फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश पंवार, यक्षिका गुर्जर, दीपिका, प्रथमा, प्रियंका राजपुत, मीना राजपूत, जोगेंद्रसिंह, प्रीत सोलंकी, ज्योति, विक्रम विश्नोई, हेमंत चौहान, प्रकाश देवड़ा, निखिल धंजा, गोविंद बंजारा, कपिल बरेशा आदि मौजूद रहे।

गांवों में दी बाल श्रम की जानकारी
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस को लेकर बाल श्रम के विरूद्ध आमजन को जागरूक करने के लिए जिले में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें पैरालीगल वोलेन्टियर्स ने ग्राम पंचायत एवं अधीनस्थ गांवों में जाकर आमजन को जागरूक किया।

पीएलवी रेणु कला सिंह ने गुडलाई गांव के आंगनवाडी केन्द्र एक व दो में बाल श्रमिकों को श्रम मूक्त करवाकर शिक्षा से जोड़ने की जानकारी दी। शिविर में बाल श्रम नही करवाने तथा किसी होटल, ईंट भट्टे, औद्योगिक इकाई आदि जगह बाल श्रम होने पर श्रम विभाग, मानव तस्करी विरोधी यूनिट, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण ईकाई एवं चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 पर सूचित करने के बारे में जानकारी दी गई।

Red Alert of Cyclone : राजस्थान में चक्रवाती तूफान का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसका असर 15 से 17 जून तक दिखाई देगा। तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होगी और तापमान में 10 डिग्री तक गिरावट की संभावना जताई जा रही है। अभी गर्म हवाओं के झुलस रहे राजस्थानवासियों को आगामी दिनों में दिन के सम ठंही हवाओं के झोंके नसीब हो सकते हैं। उधर, मानसून को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में जून के अंतिम सप्ताह तक प्रवेश कर सकता है।

तूफान अभी अरब सागर में

मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान अभी अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है जो 15 जून को पाकिस्तान से टकराएगा और उसके बाद उत्तर-पूर्व राजस्थान की तरफ आगे बढ़ेगा। टकराने के साथ ही यह कमजोर होगा और राजस्थान में डिप्रेशन के साथ कम दबाव का क्षेत्र बनाएगा। जिसके चलते तीन से चार दिन तक मौसम में भारी बादलाव दिखाई देगा। राजस्थान के चार संभागों में भारी बारिश और तेज हवाओं का जोर रहेगा। साथ ही गर्मी से निजात मिल सकेगी।

15 जून से दिखाई देगा असर
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान का असर राजस्थान पर 15 जून की शाम से ही दिखाई देगा। जोधपुर और उदयपुर संभाग में भारी बारिश का दौर शुरू होगा। बताया जा रहा है कि भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर 16 व 17 जून को रहेगा। 16 जून को जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर और आसपास के इलाकों में 45 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जबकि इन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में एक बार फिर से तूफानी बारिश मारवाड़ में तबाही मचा सकती है।

किसानों की चिंता बढ़ी
मारवाड़ में पिछले दिनों मौसम की मार झेल चुके किसानों से अब खेतों का रुख कर लिया है। बेमौसम की बारिश में बरसे पानी के बाद किसान खेतों को जोतने लगे हैं। लेकिन उन्हें फिर से चिंता सता रही है कि आगामी दिनों में चक्रवाती तूफान के साथ आने वाली भारी बारिश की चेतावनी काम बिगाड़ सकती है। सिरोही, जालोर और पाली के किसान ज्यादा चिंतित हैं।

तापमान आएगा 30 डिग्री पर
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान राजस्थान में मौसम तो बदलेगा साथ ही तापमान में भारी गिरावट भी दर्ज करवाएगा। राजस्थान में 40-42 डिग्री तापमान चल रहा है, जो 15 से 17 जून के बीच 30 से 35 डिग्री के बीच आ सकता है। वैसे भी गर्मी की मार झेल रहे लोगों को अब प्री मानसून का इंतजार होने लगा है।

प्री मानसून की बारिश नहीं
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि चक्रवाती तूफान के हाथ होने वाली भारी बारिश को किसी भी रूप में प्री मानसून के साथ जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। मानसून अभी धीमी रफ्तार से चल रहा है और प्री मानसून की मेहर राजस्थान पर कब बरसेगी अभी कहा नहीं जा सकता।

socialwork : जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी यानी जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं। गांव की माटी में वो महक है, जो सात समंदर पार बैठे लोगों को भी यहां खींच लाती है। व्यापार के सिलसिले में कई लोगों ने अपने गांव-शहर को छोड़कर विदेशों को अपनी कर्मभूमि बना दिया। लेकिन, गांव की यादें उन्हें फिर से खींच ही लाती है। ऐसे ही एक इंसान हैं पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन तहसील के निम्बली माण्डा गांव के तेजसिंह पुत्र भंवरसिंह कुम्पावत। इनका साउथ अफ्रीका सहित अन्य देशों में व्यापार हैं। लेकिन, अपने गांव की माटी के लिए कुछ करने का जज्बा उन्हें गांव ला रहा है। अपने पूर्वजों की बातों को यादों में संजोए यह शख्स गांव में किसी भी मानव या पशु पर संकट या विपदा आती है तो उनकी सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।

अब मौसमी आफत से बच सकेंगे परिंदे
कानसिंह भाटी ने बताया कि गर्मी के दिनों में पक्षियों के लिए तो परिंडे लगाए गए, लेकिन बेमौसम बारिश व आंधी-तूफान ने हजारों पक्षियों के घरोंदों को बिखेर दिया। तब पक्षियों के लिए भी फ्लैट बनाने का ठान लिया। पक्षियों के लिए पक्के फ्लैट बनाने को लेकर तेजसिंह ने आस-पास के पांच गांवों का चयन किया है, जहां निर्माण भी शुरू हो गया है।

गोवंश के लिए हर माह एक लाख, पशु चिकित्सक के लिए एक्टिवा
तेजसिंह गांव की गुरु गणेश गोशाला में प्रति माह एक लाख 11 हजार रुपए का योगदान कर रहे हैं। गोवंश के लिए कृष्ण गौशाला माण्डा को पशु एम्बुलेंस सुपुर्द कर ली। गोवंश के इलाज में देरी नहीं हो, इसके लिए पशु चिकित्सक को गायों के इलाज के लिए एक्टिवा तक मुहैया करा दी।

दादा से मिली प्रेरणा
तेजसिंह का कहना है कि दादा शंभूसिंह से प्रेरणा मिली, जो कि पूर्व सरपंच भी रह चुके है। उन्हीं के पदचिन्हों पर चलकर तेजसिंह अपनी कमाई का एक हिस्सा गांव के विकास में खर्च कर रहे हैं।

अस्पताल में एम्बुलेंस दी
ग्रामीणों को मेडिकल में असुविधा की जानकारी मिली तो उन्होंने वातानुकूलित एम्बुलेंस की सुविधा करा ली। इसकी देखरेख ग्राम पंचायत कर रही है। एम्बुलेंस प्रसव, दुर्घटना, जरूरतमंद, असहाय लोगों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध रहती है।

असहाय बेटियों का उठा रहे खर्च
निंबली गांव में एक परिवार के मुखिया के निधन पर उनकी बेटी की परवरिश कर रहे हैं। जिनके माता-पिता नहीं हैं, ऐसी बेटियों को शिक्षा से जोड उनकी शादी करवा रहे है। इस पहल में इनका सहयोग गांव के बुजुर्ग व युवा टीम कर रही है।

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