>>: Digest for June 14, 2023

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Table of Contents

जयपुर। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्रेया गुहा ने कहा कि किसान को खेत पर आवास पर निर्माण के लिए सहकार ग्राम आवास योजना जारी कर दी गई है।

इस योजना में केन्द्रीय सहकारी बैंकों की ओर से किसानों को 50 लाख रूपए तक का ऋण तीन किश्तों में उपलब्ध कराया जाएगा। समय पर ऋण चुकाने वाले किसानों को 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान मिलेगा। इस प्रकार किसान को 6 प्रतिशत ब्याज देना होगा। यह ऋण दीर्घकालीन अवधि (15 वर्ष) का होगा।

गुहा सोमवार को अपेक्स बैंक में केन्द्रीय सहकारी बैंकों के प्रबंध निदेशकों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि खेत पर आवास के लिए बैंकों को 72.70 करोड़ रूपए का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि मंहगाई राहत कैम्प में आवेदनकर्ताओं के प्राप्त पात्र आवेदनों को शीघ्र ही ऋण वितरण किया जाए।

प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि राजस्थान ग्रामीण परिवार आजीविका ऋण योजना के अन्तर्गत 1500 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया जाना है। अभी तक 2.34 लाख आवेदन प्राप्त हुए है। उन्होंने निर्देश दिए कि राजीविका से संबंधित आवेदनों पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर ऋण वितरण की प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई, 2023 तक आवेदनों का निस्तारण सुनिश्चित करें।

अगर कोई रक्त दान करना चाहता हैं तो उनके लिए यह जानना जरुरी है कि रक्तदान के लिए वह डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित नियमों को जानें। यदि रक्त किसी ऐसे व्यक्ति से लिया जाता है जो इसे देने के लिए अयोग्य है, तो यह उस व्यक्ति के स्वास्थ्य को और खराब कर सकता है जिसे रक्त दिया जा रहा है। इसलिए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि कौन रक्तदान कर सकता है और कौन नहीं कर सकता है।

हाल ही में रक्तदान किया (Recent Blood Dontion)
व्यक्ति 2 महीने में या 56 दिनों में केवल एक बार रक्तदान कर सकता हैं। रक्तदान के बीच में यह समय इसीलिए दिया जाता हैं ताकि रक्तदाता का स्वास्थ्य सही रहें।

गर्भवती (Pregnant)
गर्भवती महिलाऐं रक्तदान करने के योग्य नहीं होती हैं। एनीमिया महिलाओं में सबसे आम बीमारी है जिससे गर्भवती महिलाऐं पीड़ित हो सकती हैं। गर्भवती महिलाऐं अगर रक्तदान करती हैं तो उन्हें बाद में खून की भी कमी हो सकती हैं।

नई पियर्सिंग(New Piercing)
यदि आपने 3 महीनों में कोई पियर्सिंग करवाई हैं तो आप तीन महीने तक रक्तदान करने के योग्य नहीं है।

बुखार या सर्दी (Fever & Cold)
यदि आप सर्दी-बुखार से पीड़ित हैं, तो आप रक्तदान नहीं कर सकते।

टैटू (Tattoo)
बॉडी पियर्सिंग की तरह, अगर आपने पिछले 3 महीनों में टैटू बनवाया है, तो आपको रक्तदान करने से बचना चाहिए।

वजन(Weight)
यदि आपका वजन 50 किलो से कम है, तो आपको रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। ऐसे में रक्तदान करना डोनर के लिए हानिकारक हो सकता है।

आयु (Age)
केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के लोग रक्तदान करने के योग्य होते हैं। हालांकि रक्तदान के लिए अधिकतम आयु को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है जब तक कि आप किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित न हों।

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हाई या लो बीपी (High & l Low BP)
यदि आपको लो बीपी या हाई बीपी की समस्या है, तो आप रक्तदान करने के योग्य नहीं हैं। लो बीपी वाले लोग डोनेशन के बाद अस्वस्थ महसूस कर सकते हैं।

एड्स (AIDS)
टीबी की तरह, एड्स भी डोनर के शरीर से रिसीवर में स्थानांतरित हो सकता है। इसीलिए एड्स से पीड़ित व्यक्ति भी रक्त दान नहीं कर सकते है।

रक्तदान करते समय, व्यक्तियों को राष्ट्रीय योग्यता आवश्यकताओं का पालन करना चाहिए। कृपया राष्ट्रीय/स्थानीय रक्त सेवाओं में जानकारी के लिए रिसर्च करें ताकि यह पता चल सके कि क्या कोई चिकित्सा समस्या, ड्रग्स, व्यवसाय, या यात्रा इतिहास रक्तदान करने की आपकी क्षमता पर प्रभाव डाल सकता है।

आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ


यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ


अंकगणित
अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक चार है जो एक और तीन के सहयोग से बना है। वही आज का भाग्य अंक 8 है इसके मायने यह है कि आज के दिन में अच्छे मैनेजमेंट के साथ पर्याप्त धन का प्रवाह उपलब्ध रहेगा। वहीं थोड़ी नकारात्मकता के साथ रॉन्ग इनट्यूशन से परिस्थितियों के गलत आकलन के कारण कुछ फैसले नकारात्मक भी हो सकते हैं। तथ्यों पर भरोसा करें ना कि कल्पना शक्ति पर। आज का दिन उन सभी के लिए बेहतर हो सकता है जो परिश्रम और सूचनाओं का सही आकलन कर पाएंगे। मूलांक 1 2 3 4 5 8 और 9 वाले अपनी स्थिति को बेहतर बना पाएंगे मूलांक 6 और 7 वालों को सावधानी की आवश्यकता है।

टैरो कार्ड
टैरो कार्ड में आज का कार्ड द टावर के साथ पेज ऑफ कप्स है इसके मायने हैं आज के दिन में पहले से निर्धारित कार्यक्रमों की अपेक्षा अचानक नए कार्यक्रमों पर काम करना पड़ सकता है। आकस्मिक बदलाव के साथ आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत छोटे बजट को स्वीकार करने की बाध्यता आ सकती है ना चाहते हुए भी दूसरों के हस्तक्षेप को स्वीकार करने की स्थिति बनती दिखाई दे रही है। इन सब परिस्थितियों में अपने कार्य और आर्थिक व्यवस्थाओं को संचालित करना थोड़ा मुश्किल रह सकता है।

टैरो कार्ड आपको संदेश देते हैं कि आप ऐसे लोगों की सलाह या सहायता ले सकते हैं जो अपने कार्यों को बहुत गुप्त रूप से कुशलता और कूटनीति से करते हो।

वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)

सनसाइन के अनुसार कार्यस्थल पर आज अपने अपने विचार एक दूसरे पर थूकने के कारण स्थिति बड़ी जटिल हो सकती है। कोई भी किसी का प्रभाव स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होगा ऐसे में विवाद होने की संभावना अधिक है। जो लोग केवल अपने काम पर ही फोकस करेंगे आज के दिन ज्यादा लाभान्वित हो पाएंगे साथी कर्मियों और अधिकारियों से आज वार्तालाप टालना ठीक रहेगा। अत्यावश्यक होने पर लिखित वार्तालाप बेहतर रहेगा जिसे बाद में नकारा ना जा सके।

मूनसाइन के अनुसार आज भावनात्मक संबंधों में नकारात्मक दृष्टिकोण से जुड़े विचार और व्यवहार ज्यादा दृष्टिगत होगा। एक दूसरे की कमियां ज्यादा दिखाई दे सकती हैं। टू द प्वाइंट बात करना लाभकारी रहेगा । कमियों पर सुधार के लिए बातचीत फिर कभी के लिए टालै ऐसा करना गंभीर विवाद से बचा पाएगा।

कैसा रहेगा विद्यार्थियों का साप्ताहिक राशिफल
विद्यार्थियों के लिए आने वाला सप्ताह बहुत सारे नए फीचर्स के साथ है जिसने संघर्ष यात्रा नई खोज नई मित्रता गहरी नींद और आराम या नए संघर्ष की तैयारी सब शामिल है। हर किसी की डेस्टिनी उसे अलग-अलग मुकाम पर ले जाने के लिए प्रयासरत रहेगी। यही वह समय है जब आप नए संघर्ष और नया सीखने के लिए अपने आप को प्रस्तुत कर सकते हैं। मित्रों के साथ मनोरंजन और यात्राओं अपने आप को डाल सकते हैं । सप्ताह के प्रथम 2 दिन विशेष रूप से गतिमान रहने की स्थिति रहेगी सप्ताह का मध्य भाग किसी खास प्रयोजन पर काम करते हुए निकलने की संभावना है। सप्ताह का अंत किसी अच्छे परिणाम के साथ हो सकता है जो पिछले परिश्रम पर निर्भर करेगा।

वेद और ग्रंथ को घर में पढ़ने का क्या महत्व है?
आध्यात्मिक साहित्य का घर में लगातार पठन-पाठन होते रहने से घर के आस-पास के वातावरण में आध्यात्मिक चेतना जागृत हो जाती है जिससे घर के लोगों का चिंतन सकारात्मक हो जाता है। इसका प्रभाव न केवल घर के सदस्यों पर बल्कि घर के संपर्क में आने वाले सभी लोगों पर पड़ता है। जिस घर में आध्यात्मिक ग्रंथों का नियमित पाठ होता है, वहां के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा तो होती ही है। साथ में वहां रहने वाले लोगों के विचारों में भी सकारात्मक बदलाव देखे जा सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि वेदों की ऋचाऔ के पाठ में इतनी साउंड एनर्जी है कि न केवल मनुष्य बल्कि पशु पक्षी और वनस्पति भी अपना व्यवहार बदलते हैं। स्नेह प्रेम करुणा ज्ञान के लिए जिज्ञासा और उच्चतम मानवीय व्यवहार स्वयमेव ही आचरण में आ जाता है।

Aaj Ka Rashifal  13 जून : जानिए आज क्या कहता है आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्‍योतिषाचार्य

आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष- पारिवारिक माहौल सामान्य रहेगा। मित्रों के साथ समय व्यतीत होगा। नौकरी में स्थान परिवर्तन संभव।

वृषभ- कार्य स्थल पर सहकर्मियों से मन मुटाव होगा। क्रोध की अधिकता रहेगी। आय के नए स्रोत स्थापित होंगे।

मिथुन- व्यवसाय में उन्नति होगी। भूमि भवन सम्बंधित मामले पक्ष में हल होंगे। प्रशासन से जुड़े कार्य सहज हो जाएंगे।

कर्क- विवाह योग्य जातकों के लिए समय उपयुक्त है। कारोबार विस्तार करने का मन होगा। वाहन सुख की प्राप्ति संभव है।

सिंह- अपने मन की बात हर किसी को बताने से नुकसान आप का ही है। सुख-सुविधा की वस्तुओं और धन खर्च होगा।

कन्या- अपनों से संबंधों में मजबूती आएगी। आर्थिक मामले आज पक्ष में हल होंगे। राजनीति से जुड़े लोग सम्मान प्राप्त करेंगे।

तुला- आकस्मिक धन लाभ होगा। विरोधी आप को नीचा दिखाने के हर संभव प्रयास करेंगे। मन की बात अपनों को बता दें।

वृश्चिक- अपने क्रोध पर काबू रखें। व्यवसाय स्थल पर विवाद हो सकता है। उधार दिया पैसा न आने से मुश्किलें बढ़ेंगी।

धनु- समय के साथ स्वयं को भी बदलें। अपने व्यवहार में नम्रता लाएं। कारोबार विस्तार के लिए धन एकत्रित करेंगे।

मकर- मित्रों के साथ यात्रा आनंदप्रद रहेगी। आजीविका के लिए भटकना पड़ेगा। माता पिता के स्वास्थ में सुधार होगा।

कुम्भ- व्यवसाय में नई योजना लाभदायक रहेगी। जीवन साथी का साथ आप को आगे बढऩे में मदद करेगा।

मीन- राजनीति से जुड़े लोगों को पद मिल सकता है। पारिवारिक जनों की सहायता करनी होगी। आजीविका के स्रोत बढ़ेंगे।

Aaj Ka Rashifal  13 जून : जानिए आज क्या कहता है आपका भाग्य बता रहे हैं तीन ज्‍योतिषाचार्य

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-23
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: आज रेवती नक्षत्र में प्रसूति स्नान, सगाई-रोका, मुण्डन, हलप्रवहण, आठवां, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन आदि के शुभ तथा विवाह का अतिआवश्यकता में (राहु युति व मृत्यु बाण दोष) अश्विनी नक्षत्र में मुहूर्त है। दशमी पूर्णा संज्ञक तिथि प्रात: 09-29 तक, तदन्तर एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि है। द्वादशी तिथि में विवाहादि मांगलिक कार्य, गृहारम्भ, गृह-प्रवेश, यात्रा, अलंकार, सवारी और इसी प्रकार एकादशी तिथि में यज्ञोपवीत, विवाहादि मांगलिक कार्य, चित्रकारी, देवोत्सव, यात्रा, प्रवेश व व्रतोपवास आदि कार्य शुभ होते हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज प्रात: 09-02 से पूर्वाह्न 10-44 तक चर, प्रात: 10-44 से दोपहर बाद 02-09 तक लाभ व अमृत तथा अपराह्न 03-52 से सायं 05-34 तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-59 से दोपहर 12-54 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। दिशाशूल: मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति में अनुसार आज उत्तर-पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभ प्रद रहेगी। राहुकाल: अपराह्न 3.00 बजे से सायं 4-30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है। चंद्रमा: चंद्रमा दोपहर बाद 01-32 तक मीन राशि में, तदुपरान्त मेष राशि में रहेगा। नक्षत्र: रेवती ''मृदु व तिङर््यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 01-32 तक, तदन्तर अश्विनी ''क्षिप्र व तिङर््यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। रेवती व अश्विनी दोनों ही गंडान्त मूल संज्ञक नक्षत्र भी हैं। रेवती नक्षत्र में विवाह, घर, देव-मन्दिर अलंकार जनेऊ व जल व स्थल सम्बन्धी सभी कार्य करने योग्य हैं।

योग: सौभाग्य नामक नैसर्गिक शुभ योग प्रात: 05-55 तक, तदन्तर अन्तरात 04-18 तक शोभन नामक नैसर्गिक शुभ योग है। तदुपरान्त अतिगण्ड नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि नामक शुभ योग दोपहर बाद 01-32 से अगले दिन सूर्योदय तक तथा कुमार योग नामक शुभ योग दिन के 01-32 से है। करण: भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण प्रात: 09-29 तक, तदन्तर बव व बालवादि करण हैं। व्रतोत्सव : आज मुनि नमीनाथ जयन्ती (जैन), पंचक दोपहर बाद 1-32 तक तथा गंडमूल सम्पूर्ण दिवारात्रि है।


आज जन्म लेने वाले बच्चे आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (चा, ची, चू, चे, चो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। दोपहर बाद 01-32 तक जन्मे जातकों की जन्म राशि मीन व इसके बाद जन्मे जातकों की जन्म राशि मेष है। मीन राशि के स्वामी बृहस्पति व मेष राशि के स्वामी मंगल है। इनका जन्म स्वर्णपाद से है। सामान्यत: ये जातक बुद्धिमान, स्वास्थ्य की दृष्टि से पुष्ट, निरोगी, मेधावी, सलाहकार, लेखक, पत्रकार और सर्वगुण सम्पन्न होते हैं। इनका भाग्योदय 27-28 वर्ष की आयु तक होता है। मीन राशि वाले जातकों के कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी। वक्री शनि की गुरु पर विशेष दृष्टि है। अत: किसी प्रकार के विवादादि से बचकर चलें।

जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बांसवाड़ा में हम बनाएंगे मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक की घोषणा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केंद्र में आपकी सरकार आजादी के बाद से कई वर्षों तक रही। आप खुद 1980 से सांसद, केंद्र सरकार में मंत्री और प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। आज तक आपको मानगढ़ और वहां के जनजातीय लोगों के बलिदान की कभी इतनी फिक्र नहीं हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मानगढ़ और आदिवासियों का मान बढ़ाने के बाद यहाँ आकर घोषणाएं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जनजाति का सम्मान केंद्र की मोदी सरकार ने बढ़ाया है। आज देश की राष्ट्रपति एक जन जातीय महिला है। केंद्र सरकार जनजातीय लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है। इस क्षेत्र में जितनी भी विकास की योजनाएं चल रही है वे अधिकतर केंद्र सरकार की हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहली बार जनजातीय मंत्रालय बनाकर जनजाति क्षेत्र के विकास को गति दी। बेहतर शिक्षा के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल दिए। भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार जनजातीय क्षेत्र के लोगों को विशेष आरक्षण देकर सरपंच, प्रधान, जिला प्रमुख बनाकर अधिकार दिए।

सीएम गहलोत घोषणावीर

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जी आप सिर्फ घोषणावीर हैं, जिनका कार्य बड़ी-बड़ी घोषणाएं करना है। आप ने जनजाति के लोगों के लिए क्या किया, इसका जवाब दे ? बांसवाड़ा से रतलाम की रेल लाइन का शिलान्यास आपने किया था, फिर 4-5 साल बीत गए, आपने इस पर कोई कार्य क्यों नहीं किया ? मुख्यमंत्रीजी आप बताएं कि आपने जनजाति क्षेत्र के लिए पिछले साढे 4 वर्षों में कितने विकास कार्य किए हैं, कितनी योजनाएं चल रही हैं।

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चिश्ती का बयान निंदनीय

जोशी ने अजमेर में खादिम संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सरवर चिश्ती के महिलाओं पर दिए बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की भूमि महिलाओं के सम्मान और रानी पद्मावती के सतित्व की है। चिश्ती का बयान अत्यधिक निंदनीय है। प्रशासन एवं खादिम संस्था को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सीनियर अकाउंटेंट धर्म सिंह मीणा व ठेकेदार जयनारायण मीणा को सोमवार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। एसीबी की कार्रवाई करने वाली टीम ने बताया कि आरोपी सीनियर अकाउंटेंट धर्म सिंह रिश्वत की राशि लेने सिविल लाइंस (सरकार के दर) फाटक तक पहुंच गया। यहां पर ठेकेदार से जैसे ही रिश्वत के 50 हजार रुपए लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

दिव्यांगों को भी नहीं छोड़ते

कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि करीब डेढ़ माह पहले सूचना मिली कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में दिव्यांगों को दी जाने वाली सुख सुविधा (शेल्टर होम, परिवहन, अस्पताल में इलाज करवाने सहित कई कार्यों के लिए केयर टेकर व अन्य संसाधन) के लिए ठेकेदार जयनारायण मीणा को एक वर्ष की बजाय दो वर्ष का एक साथ टेंडर 19 मई को दिया गया है। एक वर्ष का टेंडर 2.10 करोड़ रुपए का था, लेकिन एक साथ दो वर्ष के लिए 4.20 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया। इसमें रिश्वत का खेल चलता है। मामले की जांच एएसपी बजरंग सिंह शेखावत को सौंपी गई। शेखावत की टीम ने बताया कि सूचना देने वाले ने कहा कि इस विभाग में दिव्यांगों को भी नहीं छोड़ा है। अनुसंधान के दौरान कई बार टीम ठेकेदार पर निगरानी रखी। सीनियर अकाउंटेंट धर्म सिंह आरोपी ठेकेदार जयनारायण मीणा से एक लाख रुपए रिश्वत मांग रहा था।

कई बाद दिया गच्चा, फिर बिना बताए पहुंचा

एसीबी सूत्रों के मुताबिक आरोपी ठेकेदार सीनियर अकाउंटेंट को आज कल में रुपए देने की कहकर कई बार गच्चा दिया। आरोपी पर एसीबी की निगरानी थी। आरोपी ठेकेदार सोमवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के पास सिविल लाइंस फाटक पर पहुंच गया। यहां से सीनियर अकाउंटेंड से संपर्क कर कहा कि 50 हजार रुपए लेकर आया है और दफ्तर में आने के लिए कहता है। लेकिन आरोपी सीनियर अकाउंटेंड ने उसे दफ्तर में आने से रोक दिया और खुद ही रिश्वत के रुपए लेने पहुंच गया।

टेंडर देने का क्या प्रोसेसर

- एसीबी जांच करेगी की एक वर्ष का टेंडर एक साथ दो वर्ष के लिए कैसे जारी किया गया

- टेंडर जारी करने का प्रोसेसर क्या है, रिश्वत में और किसकी मिलीभगत है

जयपुर। अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 64 दिन से आंदोलनरत मंत्रालयिक कर्मचारियों का सब्र अब जवाब देने लगा है। अपनी मांगों की अनदेखी से नाराज से मंत्रालयिक कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते हुए सोमवार को सैंकड़ों की तादाद में मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ कूच किया।

हालांकि भाजपा मुख्यालय के पास राजमहल चौराहे पर पुलिस ने कर्मचारियों को रोक लिया, जहां आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे मंत्रालयिक कर्मचारियों की पुलिस के साथ काफी देर तक धक्का मुक्की भी होती रही। धक्का-मुक्की के चलते कई कर्मचारी सड़क पर गिर गए। पुलिस की ओर से रोके जाने से नाराज मंत्रालयिक कर्मचारी सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक राजमहल चौराहे पर ही प्रदर्शन करते रहे।

इसके बाद मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए सचिवालय लाया गया, जहां उनकी मुख्य सचिव उषा शर्मा ने वार्ता हुई। इससे पहले मंत्रालयिक कर्मचारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना चाहते थे लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत के जयपुर में मौजूद नहीं होने के चलते उन्होंने बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव करने का फैसला लिया। जिसके चलते सुबह 11 बजे से मंत्रालयिक कर्मचारी राजमहल चौराहे पर जुटना शुरू हो गए थे और उसके बाद जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ कूच करने लगे तो पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया।
इधर मंत्रालयिक कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले 64 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं,अंधड़ और बरसात में भी मानसरोवर के शिप्रा पथ ग्राउंड में महापड़ाव डाले हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार को 2 दिन का समय दिया गया लेकिन उसके बावजूद सरकार ने कर्मचारियों की सुध नहीं ली जिसके चलते सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय का घेराव का फैसला लेना पड़ा।

कार्मिक और वित्त विभाग के प्रमुख अधिकारियों के समक्ष भी रखीं मांगें
वहीं मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में मुख्य सचिव उषा शर्मा के बाद कार्मिक और वित्त विभाग के भी प्रमुख अधिकारियों के साथ भी अपनी मांगों को उनके समक्ष रखा।

मंत्रालयिक कर्मचारियों की हड़ताल से विभागों में कामकाज प्रभावित
मंत्रालयिक कर्मचारियों की लंबी हड़ताल और सामूहिक अवकाश के चलते विभागों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। सूत्रों की माने तो सरकार की 10 प्रमुख योजनाओं को लेकर चलाए जा रहे महंगाई राहत शिविरों में इसका असर देखने को मिल रहा है।

वीडियो देखेंः- Sachin Pilot क्यों नहीं बन पाए CM बाबा ने बताई पूरी बात | Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot

जयपुर। प्रदेश में महंगाई राहत शिविर जारी है। महंगाई राहत कैंप में जयपुर जिले में 10 लाख से भी ज्यादा परिवारों ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना योजना के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।

कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि 24 अप्रैल से आयोजित हो रहे महंगाई राहत कैंपों में अब तक 13 लाख 14 हजार 682 परिवारों को 51 लाख 80 हजार 979 मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड जारी किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत 7 लाख 33 हजार 589, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 10 लाख 327, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख 327, मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना में 81 हजार 236, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली योजना में 8 लाख 44 हजार 562 लाभार्थियों को गारंटी कार्ड जारी हुए हैं।

वहीं, महंगाई राहत कैंप में मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 6 लाख 21 हजार 471, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 2 लाख 66 हजार 978, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 3 लाख 79 हजार 860, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 2 लाख 25 हजार 575, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 27 हजार 34 लाभार्थियों ने पंजीकरण करवाया है।

सोमवार को वितरित किये गए 40 हजार से ज्यादा गारंटी कार्ड
उन्होंने बताया कि सोमवार को 40 हजार 25 गारंटी कार्ड जारी किये गए। जिसमें से अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत 4 हजार 453, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 7 हजार 516, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 7 हजार 516, मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना में 631, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली योजना में 8 हजार 539 लाभार्थियों को गारंटी कार्ड जारी हुए हैं।

वहीं,मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 6 हजार 626, इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 1 हजार 164, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 2 हजार 301, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 1 हजार 190, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 89 लाभार्थियों ने पंजीकरण करवाया है।

जयपुर। प्रदेश की जनता को महंगाई से राहत देने के लिए राज्य सरकार की ओर से 24 अप्रेल से शुरू किए गए महंगाई राहत शिविरों में लाभान्वित परिवारों का आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकार की दस लोककल्याणकारी योजनाओं में रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। सोमवार शाम तक इन कैम्पों के माध्यम से 1.57 करोड़ परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है, जबकि 6.92 करोड़ से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन किए जा चुके हैं।


प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सोमवार शाम तक इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 51.59 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क घरेलू बिजली योजना में लगभग 86 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क कृषि बिजली योजना में 10.29 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में 96.78 लाख, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 61.66 लाख एवं इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 4.21 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इसी प्रकार सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 47.99 लाख, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 93.63 लाख, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1.20 करोड़ एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 1.20 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं।

10.80 करोड़ रुपए की लागत से होंगे पर्यटक स्थलों पर विकास कार्य
प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पर्यटक स्थलों का जीर्णोद्वार एवं उन्नयन कार्य करवाये जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन विकास कोष से 10.80 करोड़ रुपये की राशि के विकास कार्य करवाए जाने की मंजूरी दी है।


इसमें कोटा चम्बल के ठाकुर जी मंदिर ढ़ीपरी में 3.83 करोड़ रुपए, पीपलदा स्थित प्राचीन शिव मंदिर में 2.48 करोड़ रुपए, राजसमंद के सिंहाड़ के प्राचीन चारभुजा मंदिर में 1.45 करोड़ एवं बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ स्थित बिग्गाजी धाम में 3.03 करोड़ रुपए की राशि से विकास कार्य करवाए जाएंगे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2023-24 के बजट में इस संबंध में घोषणा की थी।

वीडियो देखेंः- किस 'वादे' की बात की सीएम ने ? | Ashok Gehlot | Rajasthan Government List Of Scheme

जयपुर व्यापार महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त और प्रशासन राहुल प्रकाश का पद भार संभालने पर अभिनंदन करते हुए उनके समक्ष अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया।

जिसमें चारदीवारी के बाजारों में रोडकट बंद होने से वाहनों को एक ओर से दूसरी ओर जाने में होने वाली परेशानी के चलते रोडकट खोले जाने की मांग की गई। बाजारों में चौपहिया वाहनों के लिए अधिकतम दो घंटे की पार्किंग का नियम सख्ती से लागू करवाए जाने,ई-रिक्शा से होने वाली समस्या के साथ ऑटो रिक्शा को मीटर से चलने के लिए पाबंद किए जाने की मांग की गई। इसके साथ ही चारदीवारी के बाजार से अस्थाई अतिक्रमण हटाने की पुख्ता व्यवस्था करने की भी मांग की गई। जिससे पर्यटकों, स्थानीय नागरिकों को पैदल आवागमन की सुविधा मिल सके। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में बड़ी चौपड़ पर मेट्रो स्टेशन के साथ जुड़े ख़ाली भूमिगत स्थान पर चारपहिया व दोपहिया वाहन पार्किंग बनाए जाने की मांग की। उनका कहना था कि इससेे ज़ौहरी बाज़ार, त्रिपोलिया बाज़ार, रामगंज बाज़ार,हवामहल बाज़ार पर पार्किंग का दबाव कम हो सकेगा।

उनका कहना था कि पुलिस की हेल्पलाइन अधिकतर व्यस्त आती है इसे व्यवस्थित किया जाए। इस अवसर पर कमिश्रर यातायात मुस्तफ़ा अली ज़ैदी, एसीपी नोर्थ हरि शंकर शर्मा के साथ

जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल, महामंत्री सुरेन्द्र बज, कार्यकारी अध्यक्ष हरीश केडिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश सैन,ी उपाध्यक्ष प्रकाश सिंह,कैलाश मित्तल,मनीष खूटेटा, संजय बाज़ार महामंत्री विष्णु दत्त शमा,गणगोरी बाज़ार अध्यक्ष अमित जोशी उपस्थित थे। इंद्रा बाज़ार अध्यक्ष कमल कुमार आसवानी,चाँदी की टकसाल महामंत्री जहीर अहमद,लाल कोठी वाणिज्य समिति महामंत्री अशोक कुमार कुमावत खज़़ाने वालों का रास्ता अध्यक्ष आनंद राठी ,भिंडो का रास्ता के अध्यक्ष विश्व राज शर्मा, स्टेशन रोड व्यापार मंडल के अशोक शर्मा ,सिंधी कैम्प व्यापार मण्डल के अध्यक्ष गजानंन्द शर्मा और टोंक रोड व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग लाल शर्मा ने अपनी अपनी समस्याएं रखीं।

कौशल प्रशिक्षण से मिलेगा रोजगार
एफएलओ मेंबर्स ने बताया कि नामांकित महिलाओं को स्कूल, अस्पताल और कारखानों जैसे रोजगार विकल्पों से भी जोड़ेंगे। दो माह में 30 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूर्व चेयरपर्सन श्वेता चोपड़ा और विन्नी कक्कड़ भी इस मौके पर उपस्थित रहीं।एफएलओ सदस्य-निधि तोशनीवाल, श्रद्धा, शरद, शिवली और शालिनी सेठिया इस कारण का समर्थन करने के लिए उपस्थित थे।एफएलओ ग्रुप की महिलाओं का कहना है की इस प्रयास के ज़रिये वह महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने और उन्हें अपनी क्षमता का एहसास कराने का काम कर रही हैं ताकि मजबूत और सक्षम महिलाओं को आगे लाया जा सके जो समाज और परिवार में अपना योगदान दे सकें।फिक्की फ्लो ग्रुप इस तरह के सामाजिक कार्यों के ज़रिये ज़रूरतमंद महिलाओं की मदद करता आया है।महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के उद्द्येश्य से एफएलओ की महिला सदस्यों की और से यह प्रयास किया गया है।कौशल प्रशिक्षण के ज़रिये महिलाओं को रोज़गारपरक कौशल सिखाया जायेगा

30 महिलाओं को बनाएंगे आत्मनिर्भर30 महिलाओं को बनाएंगे आत्मनिर्भर30 महिलाओं को बनाएंगे आत्मनिर्भर

जयपुर. राजस्थान ललित कला अकादमी की ओर से सोमवार 12 जून से राज्य स्तरीय युवा चित्रकार प्रोत्साहन कला शिविर की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि राज. युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा थे। अकादमी के चेयरमैन मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास ने बताया कि अकादमी में आयोजित तीन दिवसीय आर्ट कैंप में प्रदेशभर के 50 कलाकार लाइव पेंटिंग बना रहे हैं। जिसमें कलाकार अपनी भावनाओं को कैनवास पर उकेर रहे हैं। अकादमी सचिव रजनीश हर्ष ने बताया कि कैंप का उद्देश्य ऐसे कलाकारों को सामने लाना है जिन्हें प्रतिभा होने के बाद भी मंच नहीं मिला रहा। कला वार्ता में मुख्य वक्ता कलाविद् चिन्मय मेहता व वरिष्ठ फ्रेस्को आर्टिस्ट राधाकृष्ण कुमावत ने फ्रेस्को आर्ट की बारे में बताया। कैंप के संयोजक अमित हारित और सह-संयोजक निखत अंसारी है।

मां की ममता: एक हाथ में पेंटिंग ब्रश तो दूसरे में 'बेटी'

बेटी की वजह से नहीं कर पाई कई कैंप
कैंप में उदयपुर की कुमुदिनी भरावा, 40 डिग्री टेंपेरेचर में 18 माह की बेटी चित्रांशा को गोद में लिए पेंटिंग करती नजर आई। कुमुदिनी ने बताया कि दिल नहीं मानता की बेटी को दूसरी जगह छोडक़र पेंटिंग करने जाऊं। पेंटिंग बनाने का जूनून था तो साथ ले आई। बेटी को संभालना और पेंटिंग करना थोड़ा मुश्किल रहता है, लेकिन मैनेज कर रही हूं। कैंप में पति सूरज सोनी भी साथ आए है। जब वो पेंटिंग करते हैं तो मैं बेटी को संभालती हूं और जब मैं पेंटिंग करती हूं तो वो बेटी को संभालते हैं। जब वो किसी काम से बाहर चले जाते हैं, तो मैं ही दोनों काम करती हूं। उन्होंने बताया कि कई कैंप में सिलेक्शन होने के बाद भी बेटी छोटी होने की वजह से जॉइन नहीं कर पाई। कई बार बेटी मेरे को देखकर पेंटिंग करने लग जाती है। अभी विजुअल आर्ट से पीएचडी कर रही हूं। ललित कला अकादमी से स्टेट अवॉर्ड भी मिल चुका है।

बोल और सुन नहीं सकते लेकिन उकेर सकते है
जयपुर के विकास मीणा ने भी कैंप में हिस्सा लिया है। जो बचपन से बोल और सुन नहीं सकते। विकास के गाइड लोकेश ने बताया कि ये पिछले पांच साल से पेंटिंग कर रहे हैं। ये नेचर की खूबसूरती को अपने तरीके से कैनवास पर उकेर कर अपनी भावनाएं प्रदर्शित करते हैं। अब तक 100 से अधिक पेंटिंग बना चुके हैं। ललित कला अकादमी की ओर से इन्हें कला मेले में बेस्ट पेंटिंग का अवॉर्ड मिला था। विकास इसी फील्ड में कॅरियर बनना चाहते हैं।

मां की ममता: एक हाथ में पेंटिंग ब्रश तो दूसरे में 'बेटी'

Biporjoy Cyclone, Storm Effect On Rajasthan: बिपरजॉय तूफान तेजी से बढ़ रहा है। गुजरात और आसपास के राज्यों में तो हालात चिंतानजक होते जा रहे हैं। गुजरात में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। आज सवेरे तक पोरबंदर से करीब तीन सौ पचास किलोमीटर से भी ज्यादा दूर था बिपरजॉय तूफान.....। लेकिन समुद्र में इसका असर देखने को मिलने लगा है। कांडला इलाके को खाली करा दिया गया है गुजरात में और हालात ऐसे हैं कि पीएम ने समीक्षा बैठक ली है और हालात जाने हैं।

इस बीच गुजरात के अलावा अन्य राज्यों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। गुजरात में बुधवार और गुरुवार यानि 14 और 15 जून को राजकोट में स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी कर दी गई है। मौसम के कारण अन्य राज्यों से आने वाली और गुजरात से होकर गुजरने वाली करीब 67 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है।

अब बात राजस्थान की करें तो राजस्थान में गुजरात की तरह हालात नहीं रहेंगे लेकिन उसके बाद भी हालात परेशानी पैदा कर सकते हैं। अब तूफान के कारण अब कल यानि चौदह जून से करीब सात दिन के लिए आंधी अंधड़ और बारिश का दौर प्रदेश के अधिकतर जिलों में रहने वाला है। सोलह और 17 जून को बीकानेर और जोधपुर जिले मंे भारी बारिश हो सकती है।

यह बारिश मानूसन के दौरान होने वाली बारिश की तुलना में भी ज्यादा देर तक हो सकती है। इस बारिश के दौरान करीब पचास किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से आंधी ओर ओले गिर सकते हैं। हालात परेशानी पैदा कर सकते हैं।

आज का सुविचार -
''जिस व्यक्ति में अहंकार और अति आत्मविश्वास होता है, उनके निर्णय में गलती होने की संभावना अधिक होती है।''

आज क्या ख़ास

- राजस्थान में गहलोत सरकार के खिलाफ भाजपा का राज्यव्यापी विरोध आज, जयपुर में होगा सचिवालय घेराव, सरकारी योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार का है विरोध

- राजस्थान के जेलकर्मी आज से आगामी 7 दिन तक बांह पर काली पट्टी बांधकर करेंगे ड्यूटी, वेतन विसंगति को लेकर जताएंगे विरोध

- पीएम नरेंद्र मोदी आज रोजगार मेले के तहत 70 हजार युवाओं को देंगे नियुक्ति-पत्र, सुबह साढ़े 10 बजे रहेगा वर्चुअल संबोधन, देश में 46 जगहों पर लगेगा रोजगार मेला

- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज नई दिल्ली में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों के साथ करेंगे बैठक

- मध्य प्रदेश के राजगढ़ में 'किसान कल्याण महाकुंभ' आज, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह होंगे मुख्य अतिथि, तो सीएम शिवराज सिंह चौहान करेंगे अध्यक्षता

- अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन आज से भारत की दो दिवसीय यात्रा पर, पीएम नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल से करेंगे मुलाक़ात

- तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सांसद अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज करेगा पूछताछ, शिक्षक भर्ती में कथित घोटाले से जुड़ा है मामला

- UGC NET परीक्षा 2023 आज से शुरू, 83 विषयों के लिए कंप्यूटर आधारित परीक्षा 17 जून तक रहेगी जारी

- अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मियामी में संघीय अदालत के सामने होंगे पेश, गुप्त दस्तावेजों को गलत तरीके से संभालने का है संगीन आरोप

- 6 दिवसीय राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप (पुरुष) आज से सिक्किम के गंगटोक में हो रही शुरू

- 5 दिवसीय विश्व कप स्क्वैश चैंपियनशिप आज से चेन्नई में हो रही शुरू, हांगकांग, जापान, मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य प्रतिद्वंदियों के साथ भारत भी दिखायेगा दमखम

- ICC मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप क्वालीफायर 2023 का वार्म-अप मैच आज ज़िम्बाब्वे के हरारे स्पोर्ट्स क्लब में होंगे शुरू

काम की खबरें

- गहलोत सरकार की 'मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना' में अब फ़ूड पैकेट वितरण के बजाये लाभार्थियों के खाते में जमा होगी राशि, करीब पांच हज़ार करोड़ के खर्च का अनुमान

- परमाणु हथियारों की होड़ में चीन सबसे आगे, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में खुलासा, भारत और पाकिस्तान में भी बढ़ी परमाणु हथियारों की संख्या

- 3.75 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 5वें स्थान पर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी जानकारी

- गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने 15 साल में पहली बार स्टॉक लिमिट लागू की- मार्च तक रहेगी व्यवस्था, पहले चरण में केंद्रीय पूल से थोक उपभोक्ताओं और व्यापारियों को 15 लाख तन गेहूं बेचने का भी लिया गया फैसला

- कोविन पोर्टल के देता टेलीग्राम के ज़रिए लीक होने के दावे को केंद्र सरकार ने किया खारिज, कहा- स्वास्थ्य मंत्रालय का कोविन पोर्टल पूरी तरह से है सुरक्षित

- अरब सागर से उठा बिपरजॉय चक्रवात को लेकर सौराष्ट्र और कच्छ के सात बंदरगाहों में अलर्ट, आठ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ रहा चक्रवात, प्रधानमंत्री मोदी ने भी ली समीक्षा बैठक

- बिपरजॉय तूफान से रेल सेवा प्रभावित, पश्चिम रेलवे ने तूफान के कारण रद्द की 67 ट्रेनें, तो गुजरात के राजकोट में 14 और 15 जून को सभी स्कूलों में की गई छुट्टी

- UPSC की लोकसेवा परीक्षा 2023 प्रारंभिक के परिणाम घोषित, 14 हज़ार 624 उम्मीदवार पास, सफल उम्मीदवारों के नाम यूपीएससी वेबसाइट पर किए गए अपलोड upsc.gov.in

- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह से की बात, आग बुझाने के लिए वायु सेना की ली जा रही मदद

- चंद्रयान-3 मिशन 12 से 19 जुलाई के बीच लॉन्च होगा लॉन्च, ISRO प्रमुख ने दी जानकारी

Biporjoy cyclone effect on rajasthan : गुजरात और आसपास के राज्यों के अलावा बिपरजॉय राजस्थान पर भी बिफर रहा है। राजस्थान में 15 जून से सात दिन के लिए मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है। इन सात दिनों में करीब चालीस फीसदी राजस्थान में लोगों को परेशानी का सामना करना पड सकता है। प्रदेश के करीब 15 जिलों में पारा तीस डिग्री से नीचे तो जाएगा ही.... साथ ही तेज हवा की रफ्तार से बारिश और ओलों का फोरकास्ट किया जा रहा है।

मौसम विभाग के अनुसार 15 और सोलह जून को बांसवाड़ा, बांरा, कोटा, बूंदी झालावाड़, जयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर, बाडमेर, जोधपुर, पाली, जैसलमेर और जालोर के लिए तो अलर्ट जारी कर दिया गया हैं । इसके अलावा जोधपुर और बीकानेर में भारी बारिश और ओले गिरने बताए गए हैं।

तूफान के कारण अब कल यानि चौदह जून से करीब सात दिन के लिए आंधी अंधड़ और बारिश का दौर प्रदेश के अधिकतर जिलों में रहने वाला है। सोलह और 17 जून को बीकानेर और जोधपुर जिले मंे भारी बारिश हो सकती है। यह बारिश मानूसन के दौरान होने वाली बारिश की तुलना में भी ज्यादा देर तक हो सकती है। इस बारिश के दौरान करीब पचास किलोमीटर प्रति घंटा की रफतार से आंधी ओर ओले गिर सकते हैं।

हालात परेशानी पैदा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस साल राजस्थान से होकर जितने भी तूफान गुजरे हैं, उनमें ये सबसे ज्यादा घातक रहने वाला है। पिछले एक महीने में ही प्रदेश में करीब तीस से ज्यादा लोगों की आंधी और बारिश की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। अब सात दिन का यह तूफान मौतों और नुकसान के आंकलन को बढ़ा सकता है।

Petrol Diesel Price Today : कच्चे तेल की कीमत में गिरावट का सिलसिला जारी है। आज इसके दाम घटकर 72 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए है। कच्चे तेल की कीमत में कमी कमजोर मांग के कारण आ रही है। हालांकि इस उतार—चढ़ाव के बीच सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार को भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। देश में आखिरी बार पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव पिछले साल मई में हुआ था। उस समय केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए की एक्साइज ड्यूटी कम की थी। आखिरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमत में राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव 21, मई 2022 को किया गया था। तब केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। जयपुर में अभी पेट्रोल के दाम 108.48 और डीजल के दाम 93.72 रुपए प्रति लीटर हैं।

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पिछले साल 9.45 रुपए महंगा हुआ था डीजल

पिछले साल सितंबर के बाद पेट्रोल के मुकाबले डीजल का बाजार ज्यादा तेज हुआ था। कारोबारी लिहाज से देखें तोए पेट्रोल के मुकाबले डीजल बनाना महंगा पड़ता हैए लेकिन भारत के खुले बाजार में पेट्रोल महंगा बिकता है और डीजल सस्ता बिकता है। बीते साल 24 सितंबर से यहां जो डीजल में आग लगनी शुरू हुई थी, वह उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद रुकी थी। सितंबर से दिवाली तक डीजल करीब 9.45 रुपए महंगा हो गया था।

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देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल

दिल्ली में पेट्रोल के दाम 96.72 रुपए व डीजल के दाम 89.62 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपए व डीजल के दाम 94.27 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपए और डीजल 92.76 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.65 रुपए और डीजल के दाम 94.25 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।

जयपुर। चुनावी साल में बीजेपी आज भ्रष्टाचार व कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर सचिवालय का घेराव करेंगी। इससे पहले सुबह करीब 11 बजे बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर सभा होगी, इसमें प्रदेश प्रभारी से लेकर कार्यकर्ता तक जुटेंगे। वहीं प्रदेश पदाधिकारी गहलोत सरकार पर निशाना साधेंगे। इसके बाद पैदल मार्च करते हुए सचिवालय के लिए कूच करेंगे। कार्यकर्ताओं को सुबह 10 बजे ही बीजेपी मुख्यालय बुलाया गया।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की अगुवाई में सचिवालय का घेराव किया जा रहा है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पुनिया बाहर होने से सचिवालय घेराव में शामिल नहीं हो पाएंगे। इस प्रदर्शन के बाद बीजेपी आगे की रणनीति तय करेगी। भाजपा प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि भाजपा की ओर से गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था, जंगलराज, बढते अपराध और संस्थागत भ्रष्टाचार के खिलाफ सचिवालय घेराव किया जाएगा। सुबह दस बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय पर सभी भाजपा कार्यकर्ता एकत्रित होंगे। इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगें। उसके बाद कार्यकर्ता गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सचिवालय घेराव के लिए कूच करेंगे। पैदल मार्च के रूप में कार्यकर्ता सरदार पटेल मार्ग, चौमूं हाउस सर्किल, पृथ्वीराज रोड होते हुए स्टेच्यू सर्किल पहुंचेंगे। शर्मा ने बताया कि सचिवालय घेराव कार्यक्रम में जयपुर के हजारों कार्यकर्ता प्रदेश सरकार के खिलाफ आवाज बुलन्द करेंगे।

चुनावी साल में बीजेपी मुखर
चुनावी साल में बीजेपी नेता प्रदेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर मुखर है। केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने के बीच ही कांग्रेस की गहलोत सरकार को घेरने को लेकर भी जुटे गए। आज सचिवालय घेराव में बीजेपी नेताओं ने पार्टी के कार्यकताओं को बड़ी संख्या में लोगों को लाने के निर्देश दिए। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एमएलए, मेयर, पार्षद, पार्षद प्रत्याशियों के साथ मोर्चा के पदाधिकारियों को 100—100 लोगों को लाने का टारगेट दिया गया।

प्रदेशाध्यक्ष समेत पदाधिकारी भी होंगे शामिल
सचिवालय घेराव में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा सहित पार्टी के बड़े नेता भी शामिल हो रहे है। इनके साथ मेयर, डिप्टी मेयर और बीजेपी के पार्षदों के साथ बूथ, मंडल और विधानसभा स्तर के सभी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हो रहे है।

शैली शर्मा/जयपुर. Body Dysmorphic Disorder: आज कल ज्यादातर महिलाएं सोशल मीडिया पर एक्टिव है। सोशल मीडिया पर वे कई प्रकार की महिलाओं को देखती है जो स्लिम ,फिट होती है ऐसे में उनके मन में खुद को लेकर कई प्रकार के सवाल पैदा होते है जिस कारण वे बॉडी दिसमोर्फिक डिसऑर्डर की शिकार हो जाती है। उन्हें खुद में कई कमियां दिखने लग जाती है जिसका असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। महिलाओं में तुलनात्मक भावना विकसित होने लग जाती है। ना दिखने वाली छोटी -छोटी कमी भी उन्हें काफी बड़ी लगने लगती है। अच्छे ना दिखने के डर से वे समाज से ,लोगों से दूर रहने लगती है। उनके दिमाग में हमेशा नकारत्मक ख्याल आने लागते है। कई महिलाएं जिनका वजन काफी ज्यादा है ,वे कई प्रकार की डाइट फॉलो कर रही है लेकिन उस से उनके शरीर में न्यूट्रिशन की कमी हो रही है साथ ही शरीर में कई प्रकार के दुष्प्रभाव हो रहे है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार बॉडी दिसमोर्फिक डिसऑर्डर 1.9 - 2.2 % सामान्य आबादी के लोगों को प्रभावित कर रहा है।

पियर प्रेशर के कारण ज्यादा हो रहा है तनाव ,बॉडी शमिंग के चक्कर में गलत फैट डाइट लेती है महिलाएं , रोजाना 5 से 6 केस आ रहे है सामने
कई बार महिलाओं पर सोसाइटी का पियर प्रेशर बन जाता है। उन्हें यही डर लगा रहता है कि यदि हम खूबसूरत नहीं दिखेंगे तो लोग क्या कहेंगे। अगर हम स्लिम फिट नहीं होंगे तो लोग हमारा मजाक बनाएंगे इसी सोच के कारण वे जल्दी नतीजे पाने के चक्कर में गलत डाइट लेती है। बहुत बार ऐसा होता है की कुछ समय में गलत डाइट के कारण वजन तो कम हो जाता है लेकिन थोड़े समय बाद दुगनी रफ्तार से बढ़ जाता है।गलत डाइट लेने के कारण महिलाएं कई समस्याएं जैसे - क्रोनिक डिजीज ,हार्मोनल डिस्बैलेंस ,न्यूट्रिशन डेफिशेंसी ,हाथ -पैरों में दर्द , हड्डियां कमजोर होना ,विटामिन -मिनरल की कमी की शिकार हो सकती है। कई महिलाएं बिना डायटीशियन ,नूट्रिशियनिस्ट से परामर्श लिए जल्दी नतीजों के चक्कर में अपने अनुसार डाइट लेना शुरू कर देती है।
डॉ सुरभि पारीक (डाइटीशियन )
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एंजाइटी डिसऑर्डर के होते है शिकार
व्यक्ति जब खुद की बनावट से खुश नहीं होता है तब उसके मन में हमेशा एक चिंता ,डर बना रहता है जिस कारण उन्हें एंजाइटी डिसऑर्डर हो जाता है। व्यक्ति के डिप्रेशन में जाने की आशंका बढ़ जाती है। जब व्यक्ति को दूसरों की बातें बहुत ज्यादा प्रभावित करती है , अक्सर वह सोशल मीडिया पर खुद की तुलना दूसरों से करने लगता है , व्यक्ति खुद से प्यार करना छोड़ देता है। यह खूबसूरत दिखने की अनावश्यक चाह व्यक्ति को मानसिक रोगी बना देता है। राजधानी में भी ऐसे कई मामलें सामने आ रहे हैं।
डॉ आलोक त्यागी (मनोरोग विशेषज्ञ )
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ऐसे केस आ रहे है सामने
केस 1 : अत्यधिक वजन और जल्दी नतीजें पाने की होड़ में खाना -पीना कर दिया बिलकुल कम ,हेयर फॉल की हुई शिकार
मिलाप नगर निवासी 38 वर्षीय महिला बताती है कि कई सालों से वे अपने वजन को लेकर ना खुश थी। उनका आत्मविश्वास भी पूरी तरह से खत्म हो चूका था। उन्हें खुद की बनावट बिलकुल पसंद नहीं आती थी। वजन कम करने के लिए उन्होंने रोटी खाना बिलकुल बंद कर दिया। धीरे -धीरे शरीर में कार्ब्स की कमी होने से चेहरे की चमक चली गई ,हाथ -पैरों में दर्द रेहनेव लगा और हेयर फॉल की दिक्कत शुरू हो गई।

केस 2: गोपालपुरा निवासी 25 वर्षीय युवती ने बताया कि उन्हें अपने चेहरे की बनावट बिलकुल पसंद नहीं थी। उन्हें शुरू से लगता था की वे सुंदर नहीं। उनके दिमाग में हमेशा नकारत्मक ख्याल आते थे। कई बार उन्होंने प्लास्टिक सर्जरी करवाने का भी सोचा। मनोरोग विशेषज्ञ से परमर्श लेने के बाद पता चला की उन्हें बॉडी दिसमोर्फिक डिसऑर्डर (बीडीडी )है। फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।

राजस्थान के उदयपुर, चित्तौड़गढ़, सीकर, जयपुर के पांच मेजर मिनरल ब्लॉकों की ई—पोर्टल पर नीलामी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया में 21 जून तक बोली लगाई जा सकती हैं। निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि उदयपुर के हरियाव जसपुरा के 94.62 हैक्टयर क्षेत्रफल के लाइम स्टोन के ब्लॉक की माइनिंग लीज के लिए नीलामी की जा रही है। इसमें 74 मिलियन टन से अधिक के लाइमस्टोन भण्डार संभावित है। इसी तरह से आयरन ओर के सीकर व जयपुर के एक-एक ब्लाकों की कंपोजिट लाइसेंस के लिए नीलामी की जा रही है।

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नीलामी प्रक्रिया 17 मई से है जारी

नायक ने बताया कि इन सभी पांचों ब्लॉकों की नीलामी प्रक्रिया 17 मई से जारी है। नायक ने अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि भारत सरकार के पोर्टल के माध्यम से ब्लॉकों की चरणवद्ध तरीके से नीलामी की कार्यवाही जारी रखी जा सके। इन ब्लॉकों में सीकर जिले के न्योराना - धान्डेला आयरन ओर का 16.775 हैक्टेयर क्षेत्रफल, जयपुर—शाहपुरा के बासरी गणेशपुरा में आयरन ओर के 38 हैक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल, उदयपुर के लदाना के बेसमेटल के 300 हैक्टेयर के ब्लॉक के साथ ही चित्तौड़गढ़ के भाभरिया का खेडा बेसमेटल व एसोसिएटेड मिनरल के 970 हैक्टेयर क्षेत्रफल के ब्लॉक की ई—नीलामी प्रक्रिया जारी है।

जयपुर। देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2023 की पहली ट्रेन बुधवार को रामेश्वरम् के लिए रवाना होगी। इस ट्रेन में प्रदेश के तीन जिलों से 970 यात्री रामेश्वरम् के लिए जाएंगे। यह ट्रेन दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से शाम 4 बजे रवाना होगी, हांलाकि यात्रियों को सुबह 11 बजे तक रेलवे स्टेशन पर पहुंचना होगा। इसे लेकर विभाग ने सभी यात्रियों को सूचनाएं भेज दी है।

तीर्थ यात्रा योजना की पहली ट्रेन में जयपुर से दौसा जिले के 410 यात्री और झुंझुनूं जिले के 220 यात्री रवाना होंगे। वहीं इसी ट्रेन में कोटा रेलवे स्टेशन से बूंदी जिले के 340 यात्री जाएंगे। ऐसे में पहली ट्रेन से 970 यात्री रामेश्वरम् के लिए रवाना होंगे। देवस्थान विभाग आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि पहली ट्रेन के 970 यात्रियों को दोनों रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के लिए निर्देशित किया गया है। ताकि समस्त प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके, जयपुर रेलवे स्टेशन पर सुबह 11 बजे तक और कोटा रेलवे स्टेशन पर दोपहर 1 बजे तक यात्रियों को रिपोर्ट करनी है। पहली ट्रेन के सभी चयनित तीर्थ यात्रियों को व्यक्तिगत दूरभाष और संदेश माध्यम से सूचित कर दिया गया है। यात्रियों को अपने साथ ऑनलाइन भरे गए आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी, चिकित्सा प्रमाण पत्र, जनाधार, आधार कार्ड और दो पासपोर्ट फोटो लेकर आना अनिवार्य है।

इस बार 40 हजार यात्री करेंगे विभिन्न तीर्थ स्थानों की यात्रा
आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत इस बार 40 हजार वरिष्ठ नागरिक विभिन्न तीर्थ स्थानों की धार्मिक यात्रा करेंगे। इसमें 36 हजार तीर्थ यात्री इस बार ट्रेन से विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाएंगे। जबकि 4 हजार यात्री हवाई जहाज से पशुपतिनाथ-काठमांडू की यात्रा करेंगे।

1.3 लाख वरिष्ठ नागरिकों को सरकारी तीर्थ यात्रा का लक्ष्य
प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने करीब एक लाख 3 हजार वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न धार्मिक स्थलों की तीर्थ यात्रा करवाने का लक्ष्य तय किया है। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत प्रदेशभर से 83 हजार आवेदन आए थे, जिसमें लॉटरी के माध्यम से तीर्थ यात्रियों का चयन किया गया। इसमें से 20 हजार 067 यात्रियों को पिछले साल तक विभिन्न धार्मिक स्थलों की तीर्थ यात्रा करवाई जा चुकी है। इस बार 40 हजार यात्रियों को तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है।

इन स्थानों की करवाई जा रही तीर्थ यात्रा
आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि तीर्थयात्रियों को पशुपतिनाथ-काठमांडू की यात्रा हवाई जहाज से करवाई जाएगी। वहीं ट्रेन से रामेश्वरम-मदुरैई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णोदेवी-अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन- बरसाना, सम्मेदशिखर-पावापुरी, उज्जैन-ओमकारेश्वर-त्रयम्बकेश्वर (नासिक), गंगासागर (कोलकत्ता), कामाख्या (गुवाहटी), हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या, बिहार शरीफ एवं वेलनकानी चर्च (तमिलनाडु) की यात्रा करवाई जाएगी।

जयपुर। ACB Raid: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को आंधी में गिरदावर और तीन दलालों को पांच लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। गिरदावर रामकिशन मीणा, दलाल गिर्राज मीणा, केदार प्रसाद दर्जी और महेश कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपी कृषि भूमि की पत्थरगढ़ी व सीमांकन करवाने की एवज में रिश्वत मांग रहे थे।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी को इस संबंध में शिकायत मिली थी कि परिवादी से पत्थरगढ़ी व सीमांकन की करवाने के नाम पर दलाल गिर्राज मीणा व अन्य 15 लाख रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। एसीबी ने कार्रवाई करते हुए डीआईजी रवि व एडिशनल एसपी हिमांशु के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया। इसके बाद सोमवार शाम 5 बजे गिरदावर व तीनों दलालों को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। आरोपी आंधी तहसीलदार के नाम से रिश्वत ले रहे थे।

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एसीबी ने बताया कि आरोपी गिर्राज मीणा रिश्वत के रुपए लेने के लिए पीड़ित के घर हीरापुरा आया था। उसके साथ केदार और महेश भी थे। तीनों को हीरापुरा से गिरफ्तार किया। वहीं, गिरदावर रामकिशन मीणा को आंधी तहसील से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने पीड़ित से पहले ही 3.50 लाख रुपए रिश्वत के ले लिए थे। मामले में तहसीलदार की भूमिका की जांच की जा रही है।

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पहले दी थी अपहरण की सूचना :
एसीबी टीम निजी कार में गिरदावर को ले गई तो आनन-फानन में आंधी तहसीलदार ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी। बाद में आंधी थाना पुलिस ने जानकारी ली तो एसीबी के ट्रैप का खुलासा हुआ।

जयपुर। जेडीए ने मंगलवार को सुबह सांगानेर में मालपुरा गेट के पास भैरव कॉलोनी में मुख्य सड़क पर निर्माणाधीन 4 मंजिला इमारत को सील कर दिया।

मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि ज़ोन 8 क्षेत्राधिकार में गैर अनुमोदित आवासीय योजना भैरव कॉलोनी में 40 वर्ग गज पर जेडीए की बिना स्वीकृति के जीरों सेटबेक्स पर बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बेसमेंट सहित 3 मंजिला इमारत का निर्माण कर लिया। इसके ऊपर चौथी मंजिल बनाने के लिए पीलर निकाल कर निर्माण किया जा रहा था। इस पर जेडीए प्रवर्तन दस्ते ने इमारत को सील कर दिया।

 

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ईटों की दीवार चुनावा कर सीलिंग की
मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि इस अवैध व्यावसायिक बिल्डिंग के निर्माण की जानकारी मिलने पर पिछले साल अक्टूबर में जेडीए एक्ट की धारा 32,33 के नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने के लिए पाबंद किया गया था, लेकिन निर्माणाधीन अवैध बिल्डिंग को व्यावसायिक गतिविधियों के चालू होने की प्रबल संभावनाओं को देखते हुए ज़ोन की इंजीनियरिंग टीम की सहायता से प्रवेश द्वारों को ईटों की दीवार चुनावा कर सीलिंग की कार्रवाई की गई।

Unique wedding in Barmer District: राजस्थान की शादियां अक्सर चर्चा में रहती हैं। कहीं करोड़ों का मायरा भरा जाता है तो कहीं पर एक ही पांडाल मे ढाई हजार शादियां हो रही है और इन शादियों का विश्व रिकॉर्ड बन रहा है। ऐसे में फिर से एक शादी की चर्चा हो रही है पिछले दो तीन दिन से। शादी राजस्थान के बाडमेर जिले में हुई है और किसान के बेटे की इस आलीशान शादी को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। दूल्हा इतनी सारी गाड़ियां लेकर पहुंचा कि एक किलोमीटर तक तो बारात ही जारी रही। सोशल मीडिया पर इस शादी के फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं।

दरअसल बाडमेर जिले सेवनियाला गांव निवासी 22 साल के किसान राधेश्याम की शादी बोड़वा निवासी कमला के साथ आठ जून को हुईं दूल्हा अपनी दुल्हन लाने के लिए गाजे - बाजे और बारातियों के साथ 51 ट्रैक्टरों पर सवार होकर रवाना हुआ। उसकी ससुराल उसके गांव से 15 किलोमीटर दूर है। राधेश्याम की बारात में शामिल 51 ट्रैक्टरों काफिला करीब 1 किलोमीटर लंबा था। पंद्रह किलोमीटर की दूरी पहले हाइवे से तय की गई। हाइवे पर एक ही कतार मेें इतने सारे ट्रैक्टर चल रहे थे तो लोग फोटो लेने लगे। उसके बाद जब गांव की गलियों में एक ही कतार में ट्रैक्टर गुजरे तो गांव वाले घरों के बाहर आ गए।

जब दुल्हन के घर दूल्हा पहुंचा तो स्वागत सत्कार भी तगड़ा हुआ। उसके बाद जब ट्रैक्टर पार्क करने की जगह तलाशी गई तो जगह ही छोटी पड़ गई। बाद में गांव में अन्य जगहों पर ट्रैक्टर पार्क किए गए। राधेश्याम के पिता ने बताया कि उनकी बारात एक ट्रैक्टर पर गई थी। उनके पिता की बारात कई ऊंटों पर गई थी। अब बेटे की बारात 51 ट्रैक्टर पर आई है। उधर दुल्हन के परिजनों का कहना है कि इस तरह से गांव में पहली बार कोई बारात आई है। समधी पक्ष ने परिवार की शोभा बढ़ा दी गांव में।

Moong Dal Badi Recipe: मूंग दाल की बड़ी एक ऐसी सब्जी है जिसका स्वाद बेहद शानदार होता है। इसके लिए पहले मूंगदाल को भिगोकर रखा जाता है फिर इसका पेस्ट तैयार किया जाता है। इसके बाद इस पेस्ट से बड़ी बनाकर सुखाई जाती हैं। गौरतलब है कि बारिश के मौसम में अक्सर मार्केट जाकर सब्जी लेकर आना मुश्किल हो जाता है। इसलिए लोग घर में बारिश के मौसम से पहले ही ये बड़ी बनाकर स्टोर करते हैं। इसके बाद जब मन करे तब बड़ी की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। अब जल्द ही बारिश का मौसम शुरू होने वाला है ऐसे में आप अभी समय रहते मूंग दाल की बड़ी बनाकर स्टोर करके रख सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे बनाएं मूंग दाल की बड़ी।

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मूंग दाल की बड़ी बनाने के लिए सामग्री (Moong Dal Badi Ingredients)
मूंग दाल - 1 कप (बिना छिलके वाली)
तेल - 2 छोटी चम्मच
हींग - 1 पिंच

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मूंग दाल बड़ी बनाने की विधि (How to make moong dal badi)
इसके लिए एसबसे पहले दाल को साफ पानी में अच्छी तरह से धो लें। इसके बाद एक बाउल में पानी भरकर दाल को 2-3 घंटे के लिए भिगो दें। तय समय में दाल को छन्नी से छान लें। छने हुए पानी का 1 कप निकालकर रख दें। अब दाल को मिक्सर जार में डालें और ऊपर से 1 कप जार में डाल दें बाकी पानी फेंक दें। इस दाल को बिल्कुल बारीक ना पीसें, हल्का सा दरदरा रहने दें।

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अब पिसी हुई दाल के पोस्ट को एक बाउल में निकालकर चम्मच से अच्छी तरह फेंट लीजिए ताकि इसमें हवा भर जाए। इसके बाद आपका दाल का पेस्ट तैयार है। अब एक बड़ी थाली को तेल से चिकना कर लीजिए। इसके बाद उंगलियों की मदद से थोड़ा थोड़ा दाल का पेस्ट थाली पर गिराइए। सभी बड़ियों के बीच में दूरी रखें। इसी तरह सारी दाल की बड़ियां थाली में तैयार कर लीजिए। अब इन थालियों को धूप में रख दीजिए ताकि बड़ियां सूख जाएं। अगर आप बड़ियों को तेज धूप में सुबह सुखा रहे हैं तो शाम तक यह सूखकर तैयार हो जाएंगी। जब दाल की बड़ियां सूख जाए उसके बाद इन्हं एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करके रख लीजिए। इसके बाद जब मनचाहे आप इनकी सब्जी बना सकते हैं।

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जयपुर। पिछले दिनों बारां में कांग्रेस नेता गौरव शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद सोमवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने सोमवार को कांग्रेस नेता के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और परिजनों को अपराधियों को सजा दिलाने में साथ देने का भरोसा दिलाया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता की हत्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस सरकार में सत्ताधारी संगठन के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आमजन सरकार से क्या उम्मीद करे? पालीवाल ने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस कई योजनाओं की गारंटी देने की बात कर रही है। लेकिन लोगों की जान की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं देती। आज प्रदेश में जनता की जान की कोई अहमियत नहीं रह गई है जिधर देखों लूट, हत्या, फिरौती, अपहरण जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। रविवार को ही दौसा से जयपुर के कोचिंग संचालक का दिन दहाड़े अपहरण कर लिया गया, जबकि दौसा में ही रविवार को प्रदेश सरकार के कई मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए थे , जिसको लेकर जिला प्रशासन भी एक्टिव था । बावजूद इसके जिले में ऐसी घटना ये दर्शाती है कि अपराधियों को प्रशासन का कोई डर नहीं है।

नवीन पालीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश भर के 6 हज़ार पदाधिकारी 18 जून को श्रीगंगानगर में होने वाली अरविंद केजरीवाल की महारैली के लिए जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। पालीवाल ने कहा कि महारैली को सफल बनाने के लिए प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा भी लगातार लोगों के बीच जाकर वार्ता कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की रैली इस बात की गारंटी है कि जैसा काम दिल्ली में पार्टी कर रही है उसी तरह राजस्थान का विकास भी किया जाएगा। जहां जनता की सरकार होगी और उसे अपने किसी काम के लिए सरकारी कार्यालयों में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही प्रदेश की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को अच्छा और सुदृढ़ किया जाएगा। प्रदेश के बेरोज़गार युवाओं को अधिक से अधिक रोज़गार देकर उनका भविष्य सुनहरा बनाया जाएगा। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार को भी खत्म कर जनता को राहत दिलाएगी।

जयपुर। Medical Students: बार-बार फेल होने वाले एमबीबीएस विद्यार्थियों के लिए अब डॉक्टर बनने की राह में बाधा खड़ी हो सकती है। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के लिए अधिकतम समय सीमा 9 वर्ष कर दी है। यानी इस अवधि तक भी साढ़े चार वर्ष में पूरा होने वाला कोर्स पूरा नहीं हुआ तो डॉक्टर बनने का सपना छोड़ना होगा। अभी न्यूनतम साढ़े चार वर्ष के अलावा एक वर्ष इंटर्नशिप के लिए मिलता है।


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एनएमसी ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। पाठ्यक्रम में प्रवेश की तिथि से नौ वर्ष माने जाएंगे। नए नियम सत्र 2023 से ही लागू होंगे। गौरतलब है कि एनएमसी ने पिछले माह वर्ष 2020 सत्र में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष में चार बार फेल होने के बाद भी पांचवें प्रयास की अनुमति दी थी। हालांकि यह नियम सिर्फ एक सत्र के लिए ही लागू माना गया है। अधिसूचना के अनुसार भविष्य में नीट यूजी का संचालन एनएमसी या एनएमसी की ओर से नामित किसी एजेंसी या प्राधिकरण से करवाया जाएगा।


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प्रवेश के लिएकॉमन काउंसलिंग
चिकित्सा के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनएमसी की ओर से प्रदान की गई सीट मैट्रिक्स पर आधार पर देशभर में कॉमन काउंसलिंग होगी। काउंसलिंग के लिए आवश्यकतानुसार कई चरण आयोजित किए जा सकते हैं। अंडर-ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (यूजीएमईबी) कॉमन काउंसलिंग के लिए दिशा निर्देश जारी करेगा। सरकार काउंसलिंग के लिए एक नामित प्राधिकरण नियुक्त करेगी।

ओमप्रकाश शर्मा

जयपुर. मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत फूड पैकेट वितरण की योजना में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। अब पैकेट वितरण के बजाय इसकी कीमत सीधे लाभार्थियों के खाते में जमा कराई जाएगी। विभाग ने यह यू-टर्न फूड पैकेट वितरण के लिए टेंडर प्रक्रिया को सहकारिता मंत्री से अनुमोदन कराने के बाद लिया है। सहकारी विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा है। सूत्रों के अनुसार उच्च स्तर पर इसकी सहमती हो चुकी है, लेकिन अभी फाइल अंकित नहीं होने से वित्त विभाग ने सक्षम स्तर से अनुमोदन की आवश्यकता जताई है।
सरकार ने योजना की घोषणा के समय वितरण शुरू करने का समय 25 मई तय किया था। योजना के लिए खाद्य विभाग के बजाय जिम्मा सहकारी विभाग को दिया गया। टेंडर में देरी होने से तय समय निकल गया। विभाग की तेरह सदस्यीय कमेटी ने तीन बार टेंडर प्रक्रिया तय की, लेकिन शीर्ष स्तर पर इसे मंजूरी नहीं मिली। करीब पांच हजार करोड़ की इस योजना को सरकार चुनाव आचार संहिता से पहले शुरू करना चाह रही है। समय की कमी को देखते हुए टेंडर प्रक्रिया के बजाय अब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(डीबीटी) की तैयारी की जा रही है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पंजीकृत 1 करोड़ पांच लाख लाभार्थियों के खाते में पैकेट के रुपए जमा कराए जाएंगे।
पहले टेंडर और अगले ही दिन पहुंचा डीबीटी का प्रस्ताव
वितरण का काम कॉनफेड को दिया गया था। इसमें देरी के चलते विभाग के अधिकारियों पर गाज गिरी है। पहले कॉनफेड के एमडी दिनेश कुमार एपीओ किए गए। इसके बाद एक और अधिकारी पर एपीओ होने की तलवार लटकी हुई है। इस बीच विभागीय कमेटी ने टेंडर प्रक्रिया को अन्तिम रूप दे दिया। विभाग ने इसे 7 जून को अनुमोदन के लिए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को भेज दिया। उन्होंने इसे मंजूर भी कर लिया। इसके बाद अगले ही दिन डीबीटी का प्रस्ताव पहुंच गया।

इस खाद्य सामग्री के स्थान पर मिलेंगे करीब 370 रुपए
फूड पैकेट वितरण में एक किलो सोयाबीन तेल, एक किलो नमक, एक किलो चीनी, एक किलो दाल, सौ ग्राम मिर्च पाउडर, सौ ग्राम धनिया तथा पचास ग्राम हल्दी पाउडर शामिल किया गया था। वित्त विभाग ने टेंडर के लिए इसकी कीमत करीब 370 रुपए बताई थी। ऐसे में डीबीटी लागू भी होती है तो लाभार्थियों को हर माह 370 रुपए मिलेंगे।


जयपुर@ पत्रिका. प्रदेश में चार साल में मंदिर में चोरी सहित सम्पत्ति को नुकसान और पुजारियों के विरुद्ध अत्याचार की 104 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से 48 में पुलिस ने एफआर लगाकर अपनी ओर से मामला बंद कर दिया है, जबकि 10 में अभी अनुसंधान पेंडिंग है।

भाजपा विधायक नरपत सिंह रांजवी ने बजट सत्र में मंदिरों, उनकी संपत्तियों व पुजारियों पर अत्याचार को लेकर सवाल पूछा, जिस पर गृह विभाग की ओर से विधानसभा में यह जवाब आया है। जवाब के साथ पेश सूची की पड़ताल से सामने आया कि 104 घटनाओं में से 10 पुजारियों की हत्या से जुड़ी हैं, तो कई घटनाएं चोरी व जमीन विवाद से जुड़ी हुई हैं। विधानसभा में पेश जवाब में यह भी बताया गया है कि 46 मामलों में पुलिस ने अनुसंधान पूरा कर चालान पेश कर दिया है, जबकि 48 में एफआर पेश कर दी है।

राजवी के एक अन्य सवाल में सरकार ने बताया कि श्री कैलादेवी झील मंदिर भरतपुर के संचालन एवं अंशकालीन पुजारी के संबंध में विधायक नरपत सिंह राजवी की ही शिकायत प्राप्त हुई है। उक्त शिकायत की प्रबंधक से जांच कराई गई थी। प्रबंधक ने शिकायत में वर्णित कृत्य मौके पर प्रतीत नहीं होना बताया है। जवाब में यह भी बताया गया कि देवस्थान विभाग स्तर से उक्त मंदिर के विकास के लिए किसी भी समिति का निर्माण नहीं हुआ है। मंदिर का प्रबंधन विभागीय स्तर से ही किया जा रहा है।

पांच पुजारियों ने की आत्महत्या

गृह विभाग ने जवाब में यह भी बताया है कि चार साल में 5 पुजारियों की आत्महत्या के मामले भी दर्ज हुए हैं।

जयपुर। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव है। जिसे लेकर गहलोत सरकार पूरी तरीके से मैदान में उतर चुके हैं। वही ब्यूरोक्रेसी भी मैदान में है। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह मंगलवार सुबह जयपुर से बीकानेर संभाग के लिए रवाना हुई। आईएएस शुभ्रा सिंह मंगलवार को बीकानेर संभाग के दौरे पर रहेगी। मंगलवार सुबह एसीएस शुभ्रा सिंह, स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर रवि प्रकाश माथुर जयपुर से रवाना हुए। सुबह करीब 9 बजे अधिकारी सीकर जिले के रींगस में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे। जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखा। अस्पताल में मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, निशुल्क जांच योजना सहित अन्य योजनाओं का फीडबैक लिया। इसके साथ ही मौके पर डॉक्टर्स को देखा। प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात की। मरीजों से पूछा कि उनको किसी तरीके से कोई परेशानी का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है। मरीजों से मिले जवाब के आधार पर अधिकारियों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को सराहा। इसके बाद शुभ्रा सिंह ने महंगाई राहत कैंप का दौरा किया। बीकानेर में अस्पतालों की व्यवस्थाओं को देखा जाएगा। सरकार की जोड़ी योजनाओं लोगों को किस तरीके से लाभ मिल रहा है, इसका फीडबैक लिया जाएगा।

Amino acid that could help slow aging : हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के साथ ही बीमारियों और कुपोषण से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। उन्हीं पोषक तत्वों में से एक अमीनो एसिड भी है। मानव शरीर का बीस प्रतिशत भाग प्रोटीन से बना होता है। लगभग सभी जैविक प्रक्रियाओं में प्रोटीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अमीनो एसिड इसके निर्माण कार्य में मदद करता हैं। टॉरिन एक एमिनो एसिड (Taurine may slow ageing process,) है जो मानव शरीर में उत्पन्न होता है और कुछ खाद्य पदार्थों में चूहों और बंदरों में उम्र बढ़ने (slow aging) को धीमा करने से जुड़ा होता है।

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एक नए अध्ययन का दावा है कि सेमी-एसेंशियल अमीनो एसिड टॉरिन (Taurine may slow ageing process) उम्र बढ़ने को धीमा कर सकता है। जबकि तत्व मनुष्यों में मौजूद है। अध्ययन जानवरों पर किया गया था और यह शारीरिक परिवर्तनों से जुड़ा है। टॉरिन मानव शरीर में और मांस, डेयरी और मछली जैसे कुछ खाद्य पदार्थों में उत्पन्न होता है।

जर्नल साइंस में प्रकाशित लीड रिसर्चर विजय यादव, कोलंबिया यूनिवर्सिटी वैगेलोस कॉलेज ऑफ फिजिशियन एंड सर्जन, यूएस में जेनेटिक्स एंड डेवलपमेंट के सहायक प्रोफेसर ने कहा कि टॉरिन का प्रशासन बाहरी रूप से चूहों और बंदरों में उम्र बढ़ने को धीमा कर देता है और उनके स्वास्थ्य में भी वृद्धि करता है।

लेखकों ने सुझाव दिया कि टॉरिन के पूरक (Taurine may slow ageing process) ने उम्र बढ़ने के प्रमुख मार्करों को धीमा कर दिया जैसे कि डीएनए की क्षति में वृद्धि, डीएनए की क्षति की वृद्धि, टेलोमेरेस की कमी, बिगड़ा हुआ माइटोकॉन्ड्रियल फ़ंक्शन और सेलुलर सेनेसेंस।

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टॉरिन की खुराक प्राप्त करने वाले चूहों पर प्रयोग करने के एक साल बाद, शोधकर्ताओं ने पाया कि इस अमीनो एसिड ने मादा चूहों में औसत जीवनकाल में 12 प्रतिशत और नर चूहों में 10 प्रतिशत (सात से आठ मानव वर्ष) की वृद्धि की।

उन्होंने पाया कि दोनों लिंगों के टॉरिन-खिलाए गए चूहे नियंत्रण चूहों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहे। इसके अलावा, टॉरिन पूरकता के कारण, टीम ने हड्डी, मांसपेशियों, अग्न्याशय, मस्तिष्क, वसा, आंत और प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में सुधार पाया।

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रीसस बंदरों में टीम ने पाया कि टॉरिन ने वजन बढ़ने से रोका, रीढ़ और पैरों में हड्डियों का घनत्व बढ़ाया और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य में सुधार किया।

जबकि मनुष्यों में टॉरिन (Taurine Amino Acids) की खुराक का प्रभाव अभी भी अज्ञात है। शोधकर्ताओं ने कहा कि उनके द्वारा किए गए दो प्रयोगों के परिणामों ने वृद्धावस्था को धीमा करने के लिए टॉरिन की क्षमता को दिखाया।

पहले प्रयोग में 60 वर्ष की आयु के 12,000 यूरोपीय वयस्कों में लगभग 50 स्वास्थ्य पैरामीटर थे। उन्होंने टाइप 2 मधुमेह के कम मामलों और मोटापा, उच्च रक्तचाप और सूजन के कम स्तर के साथ उच्च टॉरिन स्तर को बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ा पाया।

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विजय यादव ने कहा, "परिणाम इस संभावना के अनुरूप हैं कि टॉरिन की कमी मानव उम्र बढ़ने में योगदान करती है।

शोधकर्ताओं ने कहा कि यह परीक्षण करने के लिए कि क्या टॉरिन (Taurine Amino Acids) की कमी मनुष्यों में उम्र बढ़ने का एक चालक है। दीर्घकालिक अच्छी तरह से नियंत्रित टॉरिन पूरकता परीक्षण जो स्वास्थ्य अवधि और जीवन काल को मापते हैं की आवश्यकता होती है।

मानव शरीर में अमीनो एसिड के कार्य functions of amino acids in the human body
एमिनो एसिड (Taurine Amino Acids)का इस्तेमाल आपके शरीर के हर कोशिका में किया जाता है ताकी आप जीवित रह सके। सभी जीवों को कुछ प्रोटीन की आवश्यकता होती है, चाहे वे मांसपेशियां हो या फिर कोशिका। हमारे कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों का एक बड़ा हिस्सा अमीनो एसिड का ही बना होता है, जिसका अर्थ है कि वे कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को पूरा करते हैं।

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अमीनो एसिड के कार्य functions of amino acids
- ये प्रोटीन्स की एकलकी इकाइयों (monomeric units) का काम करते हैं.
- इनकी पार्श्व श्रंखलाओं (R समूहों) पर प्रोटीन्स की आक्रति, प्रक्रति, लोच और दृढ़ता, स्थिरता, रसायनिक अभिक्रियाशीलता, आदि निर्भर करती हैं.
- आवश्यकतानुसार प्रोटीन्स (H+) को देकर या लेकर ये अम्ल-क्षार संतुलन बनाए रखते हैं।

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अमीनो एसिड की कमी होने के कारण – Causes of Amino Acids Deficiency
- गंभीर बीमारी या चोट जैसी स्थितियों के दौरान नॉन एसेंशिअल अमीनो एसिड की कमी हो सकती है।
- अल्पपोषण की वजह से अमीनो एसिड की कमी हो सकती है।
- अमीनो एसिड और प्रोटीन से भरपूर आहार का कम सेवन करना।
- शरीर में प्रोटीन का अवशोषित न हो पाना।
- पाचन तंत्र के द्वारा अमीनो एसिड का सही तरह उपयोग न कर पाना।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Oats Dosa Recipe: गर्मियों के मौसम में लोगों के लिए लाइट और हेल्दी खाना बहुत ही जरूरी हो जाता है। चाहे नाश्ता हो या स्नैक्स, लोग हेल्दी और कम ऑयली खाना खाते हैं। ऐसे में यदि आप सोच रहे हैं कि नाश्ते में क्या बनाया जाए तो ओट्स का क्रंची डोसा आप ट्राई कर सकते हैं। फैट फ्री डाइट में ज्यादातर लोग ओट्स खाना पसंद करते हैं क्योंकि यह फाइबर, विटामिन और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसको सुबह नाश्ते में खाने से बॉडी को ढेरों फायदे मिलते हैं। आप ओट्स का डोसा आसानी से बनाकर खा सकते हैं। तोआइए जानते हैं कैसे बनाएं-

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ओट्स डोसा बनाने के लिए सामग्री (Oats Dosa ingredients)
ओट्स - ½ कप
पानी - ½ कप
उड़द की दाल (बिना छिलका) - 1½ बड़ा चम्मच
मेथी दाना भिगोया हुआ - ¼ छोटा चम्मच
हरी मिर्च कटी हुई - 1
प्याज़ कटा हुआ - ¼ कप
करी पत्ता - एक मुट्ठी
अदरक कटा हुआ - 2 छोटा चम्मच
जीरा (वैकल्पिक) - 1 छोटा चम्मच
नमक स्वाद अनुसार
चीनी - 1 छोटा चम्मच

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ओट्स डोसा बनाने की विधि (oats dosa recipe)
सबसे पहले ओट्स को पानी से धो लें। इसके बाद इन्हें बाउल में 2 कप पानी के साथ भिगोकर रख दें ताकि इनका चिपचिपापन दूर हो जाए। यह करना जरूरी है इससे डोसा आसानी से फैलेगा और कुरकुरा भी बनेगा। इसके बाद उड़द की दाल को हल्का भून लें।

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इसके बाद गैस पर पैन गर्म करें और इसमें उड़द की दाल को 5-6 मिनट के लिए भून लें। जब दाल हल्की भुन जाए तो गैस बंद करके इसे ठंडा करे लें। इसके बाद भुनी हुई दाल को मिक्सर में डालकर पाउडर बना लें। अब बाउल में भिगोए हुए ओट्स का पानी फेंक देगें, फिर ताजा पानी डालकर धो लेंगे। अब इन ओट्स को मिक्सर में डाल दें, ऊपर से मेथी दाना, प्याज, करी पत्ता, अदरक डालकर पेस्ट बना लेंगे। पेस्ट को न ज्यादा पतला और न ही ज्यादा गाढ़ा रखें।

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अब इसे बैटर में स्वादानुसार नमक, चुटकी भर चीनी और उड़द दाल का पाउडर डालकर मिक्स कर दें। अब एक नॉनस्टिक पैन को तेल से गर्म करके गैस पर रखेंगे। तेल गर्म होने के बाद इसमें बैटर का एक चम्मच लेकर चारों तरफ फैला दें। जब एक तरफ से सिक जाए तो पलटकर दूसरी तरफ से सेंक लें। इसके बाद ओट्स डोसा को हरी चटनी के साथ सर्व करें।

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जयपुर।

बॉलीवुड फिल्मों में हीरो की एन्ट्री अक्सर अलग ही अंदाज़ में देखने को मिलती है। कभी उसे हेलीकॉप्टर से उतारा जाता है, कभी शानदार कार या बाइक से तो कभी स्लो-मो एक्शन सीन के साथ धमाकेदार और प्रभावशाली तरीके से एंट्री करवाई जाती है। हीरो की यही दमदार एन्ट्री फिल्म में भी समां बाँध देती है। लेकिन किसी राजनीतिक आयोजन में किसी नेता की स्टाइलिश एन्ट्री कम ही देखने को मिलती है।

 

बहरहाल किसी राजनेता की फ़िल्मी स्टाइल से एन्ट्री का नज़ारा सोमवार को नागौर में देखने को मिला। यहां राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने पार्टी के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कुछ इस अंदाज़ में एन्ट्री मारी की लोग देखते ही रह गए। फिलहाल सांसद बेनीवाल की इस अनूठी एन्ट्री का वीडियो शोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा है।

 

जेसीबी से फूल बरसाकर हुआ स्वागत
दरअसल, आरएलपी पार्टी की ओर से नागौर के रियां बड़ी में बजरी माफिया के खिलाफ हल्लाबोल कार्यक्रम रखा गया था। इसी कार्यक्रम में सभा स्थल तक पहुंचे सांसद हनुमान बेनीवाल का कार्यकर्ताओं ने अलग अंदाज़ में भव्य स्वागत किया। इसमें सड़क के दोनों ओर जेसीबी का कारवां खड़ा करके कार्यकर्ताओं ने फूल बरसाए। ये नज़ारा जिसने भी देखा वो देखते ही रह गया।

 

वीडियो होने लगा वायरल
राजस्थान की राजनीति में अब तक इस अंदाज़ से किसी नेता की एन्ट्री नहीं हुई है। यही वजह है कि आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल की फ़िल्मी आज़ाद में एन्ट्री का ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। आरएलपी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल प्लेटफॉर्म्स पर इस वीडियो को शेयर किया है।

 

यूज़र्स के आ रहे गज़ब कमेंट्स
- ''इस दृश्य को देखकर हृदय बड़ा ही प्रफुल्लित हुआ और एक आनंद की प्राप्ति हुई कि लोगों का कितना प्यार और प्रेम नेताजी के प्रति है। इस दृश्य को देखकर आरएलपी के हर एक कार्यकर्ता को गर्व हुआ होगा कि जिस नेता के लिए वह कुछ भी कर गुजरने का जज्बा रखते हैं वह कितना लोकप्रिय है।'' - मुकेश कुमार बिजारणिया

- ''हो सकता है अब कई नेता इस चीज को कॉपी करने की कोशिश करेंगे।'' - रामनिवास भाम्भू

- ''हनुमान बेनीवाल जैसी पब्लिसिटी हर कोई पाना चाहता होगा, सत्ता का सुख कोई भी भोग ले लेकिन असली सुख जनता के प्यार से ही मिलता है।'' - अशोक चौधरी

- ''In jcb or fulo ka kharcha kisne uthata medta walo'' - दिलीप सिंह

- ''एक बार बाबा योगी आदित्यनाथ की गवर्नमेंट आजाये राजस्थान में तो इन बुलडोजर को सही जगह इस्तेमाल किया जायेगा.... गुंडागर्दी और शहनशाही सब निकल जाएगी... बुलडोजर बाबा.. नाम तो सुना ही होगा....'' - हंसराज जोशी

- ''ऐसा प्रेम ऐसा स्वागत सत्कार व आम जनता के दिलो में ऐसा राज हर किसी नेता को नसीब नही होता है जनता के लिए संघर्ष मेहनत समर्पण त्याग तर्पण व खुद को अर्पण करना पड़ता है तब जाके सरकार झुकाई जाती है और ऐसा पूरे देश प्रदेश में सिर्फ़ हनुमान बेनीवाल ही है। - महेंद्र गोदारा

दुनियाभर में शांति की बात करने में सभी देश आगे रहते हैं, पर इसके बावजूद भी हथियारों को जमा करने और नए हथियार बनाने के मामले में सभी देश आगे रहना चाहते हैं। देश के डिफेंस को मज़बूत करने के लिए ज़रूरी है कि आपके पास लेटेस्ट हथियार हो। पर हथियारों की होड़ विश्व-शांति के लिए अच्छी बात नहीं है। और बात अगर परमाणु हथियारों की हो, तो खतरा और भी बढ़ जाता है। इसकी वजह है परमाणु हथियारों का असर, जो बेहद ही खतरनाक होता है। परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से विनाश आ सकता है। पर इसके बावजूद दुनियाभर के कई देशों के पास परमाणु हथियारों का भंडार है। और कई देश तो इन्हें बढ़ाने से भी पीछे नहीं हटते।


कई देशों ने एक साल में किया परमाणु हथियाओं में इजाफा

पिछले एक साल की बात करें, तो दुनिया के कई ऐसे देश हैं जिन्होंने अपने परमाणु हथियारों की संख्या में इजाफा किया है। आइए नज़र डालते हैं कि पिछले एक साल में परमाणु हथियारों के मामले में टॉप 9 देशों के भंडार में बदलाव हुआ या नहीं, और अगर हुआ तो कितना हुआ।

देश 2022 में परमाणु हथियार 2023 में परमाणु हथियार इजाफा
रूस 4,477 4,489 12
अमरीका 3,708 3,708 0
चीन 350 410 60
फ्रांस 290 290 0
ब्रिटेन 225 225 0
पाकिस्तान 165 170 5
भारत 160 164 4
इज़रायल 90 90 0
उत्तर कोरिया 25 30 5


सबसे ज़्यादा चीन ने किया इजाफा

पिछले एक साल में चीन ने सबसे ज़्यादा 60 नए परमाणु हथियार बनाए हैं। वहीं रूस, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान ने 5 और भारत ने 4 नए परमाणु हथियार बनाए हैं। अमरीका, फ्रांस, ब्रिटेन और इज़रायल ने पिछले एक साल में एक भी नया परमाणु हथियार नहीं बनाया है।

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Mango Launji : गर्मियों के मौसम में सबसे अधिकता में आने वाला फल आम ही है। आम से बहुत सारी स्वादिष्ट डिश बनाई जाती है। इस मौसम में आम पन्ना, आम रस, आम की लौंजी अचार लेना लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं Mango Launji Recipe। जी हां, इस विधि से आप कच्चे आम की लौंजी आसानी से बना सकते हैं।

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कच्चे आम की लौंजी बनाने के लिए सामग्री- (mango launji Ingredients)
-कच्चे आम - 3 (500 ग्राम)
-गुड़ -3/4 कप (200 ग्राम)
-तेल - 2 टेबल स्पून
-जीरा - 1/2 छोटी चम्मच
-मेथी दाना- 1/2 छोटी चम्मच
-सौंफ - 1 छोटी चम्मच
-नमक - 3/4 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
-काला नमक - 1 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
-हल्दी पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच
-लाल मिर्च पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच
-गरम मसाला - 1/2 छोटी चम्मच

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ऐसे बनाएं कच्चे आम की लौंजी (mango launji recipe)
-आम की लौंजी बनाने के लिए कच्चे आम को अच्छी तरह से धो लें। इसके बाद छिलके निकाल लीजिए। फिर आमों की गुठली निकालकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए। फिर आम का पानी अच्छी तरह सुखा लें।

-इसके बाद गैस पर पैन चढ़ाएं और तेल डालकर गर्म करें। तेल के गर्म होने पर सामग्री अनुसार मेथी दाना, सौंफ डालकर भून लीजिए। अब इसमें हल्दी पाउडर डालिए फिर कटे हुए आम के टुकड़े डालकर थोड़ी देर पकाइए। इसके बाद 1 कप पानी डालकर अच्छे से मिक्स कर लीजिए।

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-इसके बाद नमक, काला नमक और लाल मिर्च पाउडर डालकर मिक्स कर दीजिए। अब मिश्रण को 5-6 मिनट तक पकने दीजिए। थोड़ी ही देर में आम के टुकड़े नरम हो जाएंगे।

-कच्चे आम के टुकड़ों में बारीक़ किया हुआ गुड़ और गरम मसाला डालकर अच्छे से मिलने तक मिक्स कर लीजिए। लौंजी को गुड़ के पूरी तरह से घुल जाने तक पका लीजिए। इसके बाद 10 से 15 मिनट में आपकी आम की लौंजी बनकर तैयार हो जाएगी।

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Rajasthan Assembly Election 2023: जयपुर। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के ताजा बयान ने राजस्थान की सियासत को फिर गर्मा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलतियों के कारण कई लोगों को ओबीसी आरक्षण से वंचित होना पड़ रहा है। यादव ने अपने ट्विटर पर भी मामले का वीडियो जारी किया है। यादव ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, लेकिन आठ जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और पाली में ओबीसी आरक्षण शून्य है। केंद्र सरकार की सेवाओं के लिए राजस्थान सरकार द्वारा ओबीसी नॉन क्रीमिलेयर प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। इसे लेकर कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है। इस बारे में सीएम अशोक गहलोत को सोचना चाहिए।

 

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उन्होंने कहा कि राजस्थान का जो मेवाड़ क्षेत्र है। खासकर सिरोही में देवासी समाज के लोग रहते हैं, वहां इस तरह की शिकायतें आ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हाल ही में ओबीसी कमीशन ने राजस्थान की मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। जिसमें यह कहा कि ओबीसी के क्रीमिलेयर की आय की गणना है, उसमें कृषि आय को नहीं जोड़ा जाना चाहिए। इस तरह की कार्रवाई अशोक गहलोत की सरकार में चल रही है। इस आय की गणना से हजारों हजार छात्र ओबीसी में अपने अधिकार से वंचित हैं, जिसकी दोषी राजस्थान सरकार है। उन्होंने अपने बयान में राजस्थान में भर्ती घोटाले का भी उल्लेख किया है।

Diabetes in India : ICMR report के अनुसार, 2019 में 70 मिलियन लोगों की तुलना में अब भारत में 101 मिलियन से अधिक लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। कम से कम 136 मिलियन लोगों (जनसंख्या का 15.3 प्रतिशत) को प्रीडायबिटीज है, और 315 मिलियन से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-इंडिया डायबिटीज (ICMR-INDIAB) के वैज्ञानिकों ने एक क्रॉस-सेक्शनल जनसंख्या-आधारित सर्वेक्षण किया जो लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुआ था।

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अध्ययन जिसे ICMR और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित (funded by the ICMR and Health Ministry) किया गया था। देश के विभिन्न हिस्सों के 31 विशेषज्ञ और 15 वर्षों में पूरा अध्ययन किया गया था।

इस Metabolic health report card से यह स्पष्ट है कि देश भर में एनसीडी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और यह लोगों को अपनी जीवन शैली बदलने के लिए प्रोत्साहित करने सहित सरल उपायों के साथ हस्तक्षेप करने के लिए कार्रवाई के आह्वान का संकेत देता है।
डॉ आरएम अंजना, अध्यक्ष, मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन (एमडीआरएफ)

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गौरतलब है कि भारत को पहले से ही मधुमेह (Diabetes in India) के लिए राजधानी देश कहा जाता है। इस गैर-संचारी रोग (एनसीडी) की जनसंख्या में वृद्धि खतरे की घंटी बजाती है। अध्ययन के विविध निष्कर्षों से पता चला है कि उच्च रक्तचाप (hypertension) , सामान्यीकृत मोटापा (generalised obesity) , पेट का मोटापा (abdominal obesity) और हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (hypercholesterolemia) जैसे अन्य एनसीडी का देश में भी उच्च प्रसार था।

अध्ययन से पता चला है कि गोवा में मधुमेह रोगियों की अधिकतम आबादी 26.4 प्रतिशत से अधिक है और उत्तर प्रदेश में सबसे कम प्रसार 4.8 प्रतिशत से अधिक है।

मधुमेह पर निष्कर्ष भी मानव विकास संकेतकों के अनुरूप थे केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, पंजाब और चंडीगढ़ में मधुमेह के उच्च प्रसार को देखते हुए।

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18 अक्टूबर, 2008 और 17 दिसंबर, 2020 के बीच ICMR-INDIAB अध्ययन में कुल 1,13,043 व्यक्तियों (ग्रामीण क्षेत्रों से 79,506 और शहरी क्षेत्रों से 33,537) ने भाग लिया। शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रीडायबिटीज को छोड़कर सभी मेटाबोलिक एनसीडी ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक पाए गए।

कम मानव विकास सूचकांक वाले कई राज्यों में मधुमेह और पूर्व मधुमेह का अनुपात 1 से कम था। यह निष्कर्ष निकाला गया कि भारत में मधुमेह और अन्य चयापचय एनसीडी का प्रसार पहले के अनुमान की तुलना में काफी अधिक है।

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हालाँकि मधुमेह एक महामारी है फिर भी विकसित देशों में स्थिर हो रही है अन्य राज्यों में यह अभी भी बढ़ रही है।

अध्ययन के एक वरिष्ठ लेखक डॉ वी मोहन के अनुसार, भारत में राज्य सरकारें, जो मुख्य रूप से अपने संबंधित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के प्रभारी हैं, एनसीडी पर विस्तृत राज्य-स्तरीय डेटा में विशेष रूप से रुचि रखने की संभावना है।

इससे उन्हें एनसीडी की प्रगति को सफलतापूर्वक रोकने और उनकी जटिलताओं का प्रबंधन करने के लिए साक्ष्य-आधारित हस्तक्षेप विकसित करने में मदद मिल सकती है।

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पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम होने की बजाय बढ़ ही रही हैं। जब से उनकी पीएम पद की कुर्सी छिनी है, तभी से उनकी मुश्किलें भी शुरू हो गई। पीएम पद की कुर्सी छिनने के बाद से ही इमरान ने देश के नए प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ (Shehbaz Sharif) और सेना के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। इससे सेना के साथ ही देश की सरकार भी पूरी तरह उनके खिलाफ हो गई। पाकिस्तान में सेना से खिलाफत करना किसी के लिए सही नहीं रहा। भले ही इमरान को सुप्रीम कोर्ट से रिहाई और इस्लामाबाद हाई कोर्ट से तोशखाना मामले और अल कादिर ट्रस्ट मामले में राहत दे दी, पर इसके बावजूद इमरान की मुश्किलें कम नहीं हुई और जल्द ही ये और भी बढ़ सकती हैं।


पाकिस्तान की संसद में पास हुआ नया प्रस्ताव

इमरान की मुश्किलों के जल्द बढ़ने का कारण है हाल ही में पाकिस्तान की संसद में पास हुआ नया प्रस्ताव। इस प्रस्ताव के अनुसार देश में 9 मई को हुई हिंसा के में शामिल राजनीतिक दल, उसके नेता और उन सभी लोगों के खिलाफ आर्मी के कानून के तहत कार्रवाई की मांग की थी जो इसमें शामिल थे। पाकिस्तान की संसद में यह प्रस्ताव बहुमत से पास हो गया है।

क्या है 9 मई की हिंसा का मामला?

इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में 9 मई को उनके समर्थकों ने देश में कई जगहों पर हिंसा करते हुए अपना विरोध प्रदर्शित किया। इस दौरान इमरान के समर्थकों ने लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित 20 से ज़्यादा सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी भवनों पर हमला किया था। पाकिस्तान की संसद में इसे देश के शासन तंत्र को खतरे में डालना बताया गया और प्रस्ताव पेश करते हुए कार्रवाई की माँग की गई और इस प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई है।

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इमरान को मिल सकती है सख्त सज़ा

पाकिस्तान की संसद में इस प्रस्ताव के पास होने के बाद इमरान की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं और उन्हें सख्त सज़ा मिल सकती है। देश की आर्मी अपने कानून के तहत इमरान पर कार्रवाई कर सकती है। इमरान पर देश छोड़ने से भी बैन लग चुका है। इमरान पहले ही इस बात का अंदेशा जाता चुके हैं कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। ऐसे में अब पाकिस्तान की संसद में इस प्रस्ताव के पास होने के बाद इमरान के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें सख्त सज़ा दी जा सकती है। इसमें सज़ा-ए-मौत की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

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हममें से अधिकांश लोग योग को जागरूकता और ध्यान से संबंधित मानते हैं। कोई भी योग को वजन घटाने की विधि के रूप में नहीं सोचता। लेकिन ऐसा नहीं है। अगर सही तरीके से और लगातार योगाभ्यास किया जाए तो परिणाम तुरंत देखे जा सकते हैं। यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर महसूस करने में मदद करता है और जल्दी से कैलोरी बर्न करता है।

सुबह योगाभ्यास आपके चयापचय को तेज करने और वजन घटाने को प्रोत्साहित करने के लिए एक शानदार तकनीक है। निम्नलिखित पांच सुबह के योग आसन (पोज) आपको वजन कम करने में मदद करेंगे।

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सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार कई योग का एक समूह है जिसका उपयोग शरीर को गर्म करने, लचीलेपन में सुधार करने और ताकत विकसित करने के लिए किया जाता है। वे कैलोरी जलाने में सहायता कर सकते हैं और कई मांसपेशी समूहों को शामिल कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार आपके मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है।

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नाव मुद्रा (नवासना)
बोट पोज पेट की मांसपेशियों के साथ-साथ अन्य कोर की मांसपेशियों पर भी काम करता है। यह पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और बेली टोनिंग में सहायता करता है। अपने पैरों को फैलाकर फर्श पर बैठते हुए थोड़ा पीछे झुकें, एक सीधी रेखा बनाए रखते हुए अपने पैरों को ऊपर उठाएं। अपनी बाहों को आगे बढ़ाते हुए अपना वजन अपनी बैठी हुई हड्डियों पर डालें।

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वीरभद्रासन द्वितीय
वारियर II (वीरभद्रासन II) के रूप में जाना जाने वाला शक्तिशाली स्थायी आसन पैरों, कूल्हों और कोर में मांसपेशियों का उपयोग करता है। अपने पैरों को चौड़ा रखते हुए और अपने दाहिने घुटने को मोड़ते हुए अपने दाहिने पैर को बाहर की ओर मोड़ें। अपनी भुजाओं को फैलाते हुए और अपने दाहिने हाथ पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थिति को बनाए रखें। विपरीत दिशा में, दोहराएँ।

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सेतु बंधासन
ब्रिज पोज़ (सेतु बंधासन) पीठ के निचले हिस्से, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स पर केंद्रित है। घुटने मुड़े और पैर फर्श पर सपाट, अपनी पीठ के बल लेटें। अपने पैरों से जमीन पर दबाव डालें, अपने ग्लूट्स को टाइट करें और अपने कूल्हों को सतह से ऊपर उठाएं। अपनी छाती को ऊंचा उठाने के लिए, अपने हाथों को अपने धड़ के नीचे रखें और अपनी बाहों को जमीन से लगा दें।

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काष्ठफलक
यह पूरे शरीर का व्यायाम पैर, हाथ, कंधे और कोर का काम करता है। अपने कंधों के ठीक नीचे अपने हाथों से पुश-अप्स करते हुए शुरुआत करें। जब तक आप अपने कोर को उलझाकर और अपने शरीर को एक सीधी रेखा में रख सकते हैं, तब तक मुद्रा को बनाए रखें। जैसे ही आप ताकत हासिल करते हैं, धीरे-धीरे अवधि बढ़ाएं।

 

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Boondi Laddu Recipe: मंगलवार को हनुमान जी का वार माना जाता है। इस दिन हनुमान भक्त पूजा-अर्चना करने के साथ उन्हें बूंदी के लड्डू का भोग लगाते हैं. ऐसे में मंगलवार के दिन आप अपने हाथों से बने बूंदी के लड्डूओं भोग लगा सकते हैं. तो आइए जानते हैं बूंदी के लड्डू बनाने की आसान विधि।

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बूंदी के लड्डू बनाने की विधि: (Boondi Laddu Ingredients)
बेसन - 1 कप
चीनी - 1 1/2 कप
छोटी इलाइची - 6
पिस्ते - 1 टेबल स्पून (यदि आप चाहें)
तेल - 1 टेबल स्पून, बेसन के घोल में डालने के लिये
देशी घी - बूंदी तलने के लिये

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ऐसे बनाएं चाशनी
बूंदी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले चाशनी बनाएं। इसके लिए एक बाउल में चीनी और 1 कप पानी डालकर मिक्स करें। चीनी और पानी को चमचे से घोल लीजिए. इसके बाद पैन को गैस पर चढ़ाएं और इस मिश्रण को इसमें डालकर पकाना शुरू कीजिए. लो फ्लेम पर चम्मच से चलाते हुए पकाइए. जब यह हल्की गाढ़ी हो जाए तो गैस बंद कर दीजिए. अब चाशनी में कुटी इलायची और पिस्ता को बारीक काटकर डाल दीजिए. इस तरह आपके लड्डू के लिए चाशनी तैयार है.

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ऐसे बनाएं बूंदी
एक चौड़ी कढ़ाही में घी/रिफाइंड तेल डालकर गर्म होने के लिए रखें. जब तेल या घी अच्छी तरह गर्म हो जाए तो इसमें घोल की एक बूंद डालकर पता लगाएं कि यह गर्म हुआ है या नहीं. बूंदी बनाने की छलनी को कढ़ाही के ऊपर रखें और बेसन के घोल के 2 बड़े चम्मच इसके ऊपर डालकर बूंदी छानें. हाथ से छलनी को थोड़ा-थोड़ा हिलाते जाएं, जिससे घोल छलनी से होकर कढ़ाही में गिरता जाए. बूंदी का हल्का सा रंग बदलने और कुरकुरे होने पर झर से बूंदी को निकाल लें.

इसके बाद बूंदी को निकालकर चाशनी में डालें और हल्का सा दबाते जाएं. 1-2 मिनट के बाद बूंदी चाशनी से निकाल लें. इसके बाद आप चाहें तो इसके लड्डू भी बना सकते हैं. इस बूंदी को 3-4 हफ्ते तक कंटेनर में रख सकते हैं.

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ऐसे बनाएं बूंदी के लड्डू
एकबार बूंदी बनने के बाद उसके ठंडा होने पर एक प्लेट में निकाल लीजिए इसके बाद हाथों से गोल-गोल लडेडू बनाकर थाली में रखते जाइए. आपके लड्डू तैयार हैं. इन लड्डूओं का अपने प्रिय हनुमानजी को लगाएं भोग और करें प्रसन्न।

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अपने दिन की शुरुआत एक कप चाय या कॉफी के साथ करना आपको अच्छा लग सकता है, लेकिन इससे एसिडिटी सहित कुछ परेशानी हो सकती है। इसके बजाय, एक वैकल्पिक पेय है जो न केवल अम्लता को रोकने में सहायक होता है बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बढ़ाता है। अपने सुबह के पेय के रूप में चाय या कॉफी को हर्बल चाय से बदलकर, जी हां, ऐसा करके हम कई तरह के सकारात्मक बदलावों को अनलॉक कर सकते हैं। आयुर्वेद चिकित्सक एक हर्बल चाय नुस्खा साझा करती हैं जो एसिडिटी, माइग्रेन, मतली, सिरदर्द, जीईआरडी, पीसीओएस, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकती है।

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"जब आप आंत और हार्मोनल मुद्दों से पीड़ित होते हैं, तो सुबह सबसे पहले कैफीन लेने से पहले से सूजन वाली आंत में अधिक सूजन हो जाती है। यह आपके आंत के अस्तर को परेशान करता है और वात के साथ पित्त को बढ़ाता है जिससे अधिक हार्मोनल असंतुलन, सूजन, कब्ज और पित्त (गर्मी) की समस्या होती है।

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सामग्री
1 गिलास पानी (300 मिली)
15 करी पत्ते
15 पुदीने के पत्ते
1 बड़ा चम्मच सौंफ के बीज
2 बड़े चम्मच धनिया के बीज

निर्देश
एक बर्तन लें और उसमें पानी डालें।
पानी में करी पत्ते, पुदीने के पत्ते, सौंफ और धनिया के बीज डालें।
मध्यम तापमान पर गर्म करें।
5-7 मिनट के लिए मिश्रण को उबलने दें, एक सौम्य उबाल सुनिश्चित करें।
उबलने के बाद, सॉसपैन को आंच से उतार लें और चाय को एक कप या मग में छान लें।
सुबह सबसे पहले इस हर्बल चाय की चुस्की लें।

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आयुर्वेदिक विशेषज्ञ का कहना है कि हार्मोनल और पित्त संबंधी समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए कैफीन के सेवन से परहेज करने की सलाह दी जाती है। दिन की शुरुआत कैफीन के साथ करने की आदत को छोड़ना इसकी लत के कारण चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यदि तुरंत रुकना मुश्किल लगता है, तो हानिकारक प्रभावों को कम करने का एक वैकल्पिक तरीका है। अपनी चाय या कॉफी में आधा चम्मच देसी घी या एक चम्मच नारियल का तेल मिलाने से आपकी आंत को होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिल सकती है।

 

इस तरीके को अपनाकर आप अपने पाचन तंत्र की रक्षा करते हुए कैफीन का सेवन धीरे-धीरे कम कर सकते हैं।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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इस साल सोयाबीन की पेराई भले ही कम हुई हो, लेकिन अक्टूबर 2022 से मई 2023 के दौरान कुल पेराई में इजाफा हुआ है। मई तक 77 लाख टन सोयाबीन की पेराई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में हुई 55.75 लाख टन सोयाबीन की पेराई से करीब 38 फीसदी अधिक है। इस साल कैरीओवर स्टॉक, उत्पादन व आयात मिलाकर सोयाबीन की कुल उपलब्धता 154.26 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 113.27 लाख टन था। राजस्थान में बाजरे के अलावा सोयाबीन खरीफ की सबसे बड़ी फसलों में से एक है। प्रदेश के बारां और बूंदी जिलों में सोयाबीन की अच्छी फसल होती है।

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अप्रेल महीने तक 9 लाख टन पेराई

सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानि सोपा के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल मई महीने में 6.50 लाख टन सोयाबीन की पेराई हुई, जबकि इस साल अप्रेल महीने तक 9 लाख टन सोयाबीन की पेराई हो चुकी है, हालांकि वर्तमान में यह रफ्तार अब कम हो चुकी है। अप्रेल महीने की तुलना में मई महीने की पेराई में करीब 28 फीसदी कमी दर्ज की गई। इस साल मई से पहले 8 लाख टन से अधिक पेराई हर माह हो रही थी। तेल कारोबारी अनिल चतर का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय व घरेलू कारकों से खाद्य तेलों के दाम काफी गिर चुके हैं। सोयाबीन तेल भी काफी सस्ता हुआ है, जिससे सोयाबीन की पेराई में तेल मिलों को फायदा नहीं हो रहा है। इसलिए पेराई में कमी आने लगी है।

जयपुर. राजस्थान में चक्रवाती तूफान का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसका असर 15 से 17 जून तक दिखाई देगा। तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होगी। उधर, मानसून को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में जून के अंतिम सप्ताह तक प्रवेश कर सकता है।

तूफान अभी अरब सागर में
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान अभी अरब सागर की खाड़ी में बना हुआ है जो 15 जून को पाकिस्तान से टकराएगा और उसके बाद उत्तर-पूर्व राजस्थान की तरफ आगे बढ़ेगा। टकराने के साथ ही यह कमजोर होगा और राजस्थान में डिप्रेशन के साथ कम दबाव का क्षेत्र बनाएगा। जिसके चलते तीन से चार दिन तक मौसम में भारी बादलाव दिखाई देगा। राजस्थान के चार संभागों में भारी बारिश और तेज हवाओं का जोर रहेगा। साथ ही गर्मी से निजात मिल सकेगी।

15 जून से दिखाई देगा असर
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान का असर राजस्थान पर 15 जून की शाम से ही दिखाई देगा। जोधपुर और उदयपुर संभाग में भारी बारिश का दौर शुरू होगा। बताया जा रहा है कि भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर 16 व 17 जून को रहेगा। 16 जून को जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर और आसपास के इलाकों में 45 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जबकि इन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में एक बार फिर से तूफानी बारिश मारवाड़ में तबाही मचा सकती है।

तापमान आएगा 30 डिग्री पर
मौसम केन्द्र जयपुर की माने तो चक्रवाती तूफान राजस्थान में मौसम तो बदलेगा साथ ही तापमान में भारी गिरावट भी दर्ज करवाएगा। राजस्थान में 40-42 डिग्री तापमान चल रहा है, जो 15 से 17 जून के बीच ३0 से ३5 डिग्री के बीच आ सकता है। वैसे भी गर्मी की मार झेल रहे लोगों को अब प्री मानसून का इंतजार होने लगा है।

जयपुर में गिरेगा तापमान
पिछले तीन दिन से भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे राजधानी जयपुर के निवासियों को फिलहाल इससे राहत मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि सोमवार के मुकाबले मंगलवार को दिन के तापमान में दो से तीन दिन की गिरावट आने की संभावना है। लेकिन बुधवार को फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी। मंगलवार को सुबह भी तीखी गर्मी ने आमजन को झुलसा दिया। मौसम विभाग ने आज राजधानी में दिन का तापमान ३9 डिग्री और रात का तापमान 28 डिग्री रहने की संंभावना जताई है।

प्री मानसून की बारिश नहीं
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि चक्रवाती तूफान के हाथ होने वाली भारी बारिश को किसी भी रूप में प्री मानसून के साथ जोडक़र नहीं देखा जा सकता है। मानसून अभी धीमी रफ्तार से चल रहा है और प्री मानसून की मेहर राजस्थान पर कब बरसेगी अभी कहा नहीं जा सकता।

उदयपुर/ जयपुर।


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि राजस्थान में हर पांच साल सरकार बदलने की परंपरा ख़त्म होगी और कांग्रेस सरकार रिपीट होगी। उदयपुर दौरे के दौरान हुई प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कुछ इसी तरह के इरादे एक बार फिर ज़ाहिर किये। उन्होंने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के साथ ही केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को लेकर जमकर निशाना साधा।

 

सरकार के काम से जनता खुश है: गहलोत

प्रेस कांफ्रेंस में सीएम गहलोत ने कहा कि आज राजस्थान में कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। सरकार की योजनाओं से जनता खुश है। प्रदेशवासियों की दुआएं मेरे साथ है।

 

'राजस्थान की योजनाएं देश में रोल मॉडल'

मुख्यमंत्री ने आमजन को राहत पहुंचाने की सरकारी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा कि राजस्थान अपनी योजनाओं के दम पर देश में रोल मॉडल बन गया है।आज देश में ऐसा कोई राज्य नहीं है जो 25 लाख रुपए तक फ्री इलाज दे रहा है। हम 500 रुपए में गैस सिलेंडर दे रहे हैं, गौशालाओं को लेकर अनुदान भी दिया जा रहा है। महंगाई राहत शिविर की देश भर में चर्चा हो रही है। हमारा वित्तीय प्रबंधन शानदार रहा है।

 

उन्होंने कहा कि सरकार बिजली के उत्पादन से लेकर पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा सोशल सिक्योरिटी के ज़रिये एक करोड़ लोगों को पेंशन पहुंचाई जा रही है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की बेसिक जरूरतें पूरी होनी चाहिए जिसे लेकर सरकार का फोकस है। हमने बिना टैक्स के बजट पेश किए, हर साल 500 बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेज रहे हैं, अनुप्रति योजना के तहत बच्चों को प्रतिष्ठित संस्थानों में कोचिंग करा रहे हैं। वहीं लम्पी वायरस से गाय की मौत पर गोपालक को ₹40 हज़ार सरकार दे रही है।

 

मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में सरकार की भूमिका का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना काल के दौरान ना ऑक्सीजन की कमी आने दी, और ना ही किसी को भूखा ही सोने दिया। विभिन्न संगठनों ने भी सरकार का साथ दिया।

 

निशाने पर रहे मोदी और केंद्र सरकार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशाने पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रहे। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। राजस्थान में ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है, लेकिन यहां धर्म के नाम पर होने वाली राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने रिफाइनरी के काम को बंद करवा दिया, हमारी योजनाओं के नाम बदले जा रहे हैं। ERCP को लेकर भी केंद्र सरकार कोई रुचि नहीं दिखा रही है। लेकिन इन सब बातों के बीच हम अपने काम और जनता की सेवा के दम पर चुनाव लड़ेंगे।

 

4 साल में खुले 303 कॉलेज

मुख्यमंत्री ने कहा कि हैप्पीनेस इंडेक्स के मामले में वैसे मिजोरम देश में पहला राज्य है। लेकिन राजस्थान की बात करें तो यहां शिक्षा का जाल बिछाया गया है। जिसका अंदाज़ा इस बात से लगा सकते हैं कि 17 साल में ढाई सौ कॉलेज खुले हैं। इनमें से पिछले 4 साल में तीन सौ तीन कॉलेज खोल दिए गए हैं। इसी तरह से 103 गर्ल्स कॉलेज खोले गए हैं।

 

ये भी रहे मौजूद

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उदयपुर प्रवास पर प्रभारी मंत्री रामलाल जाट, मंत्री उदयलाल आंजना, कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य रघुवीर सिंह मीणा, देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, दिनेश खोड़निया और पीसीसी प्रवक्ता पंकज शर्मा मौजूद रहे।

'रक्तदान' को हमेशा से ही सबसे बड़ा दान कहा गया है। ऐसा कहा जाता है कि बल्ड डोनेशन से आप सिर्फ दूसरों की जान ही नहीं बचाते हैं बल्कि आप अपनी सेहत को भी फायदा पहुंचाते हैं। ब्लड डोनेट करने के कई फायदे हैं। इससे आपका स्ट्रेस कम होता है। आप इमोशनली फिट रहते हैं। साथ ही आपको किसी भी तरह की नेगेटिव फीलिंग्स नहीं आती है। सबसे अच्छी बात यह है कि ब्लड डोनेटे करने से हार्ट अटैक का खतरा भी टला रहता है साथ दिल से जुड़ी बीमारी आपसे कोसों दूर रहेगी। एक सबसे शानदार और अच्छी बात यह है कि ब्लड डोनेट करने से आपका खून गाढ़ा नहीं होता क्योंकि खून गाढ़ा होना ही किसी भी बीमारी की शुरुआत है।

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लोगों में ब्लड डोनेट करने को लेकर ऐसी मानसिकता बनी हुई है कि लोग रक्तदान करने के बाद कमजोर हो जाते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होता। डॉक्टर के अनुसार ब्लड डोनेट करने से किसी भी तरह का नुकसान तो नहीं है बल्कि फायदे बहुत हैं। इससे हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। डॉक्टर के मुताबिक 18-55 साल के उम्र वाले कोई भी हेल्दी व्यक्ति ब्लड डोनेट कर सकता है। इसके कोई भी साइडइफेक्ट्स नहीं है। जैसे ही आप ब्लड डोनेट करते हैं। कुछ घंटों के अंदर ही शरीर नया ब्लड बना लेती है। तो इस तरह से आपके शरीर में नया ब्लड भी बन जाता है और बल्ड गाढ़ा होने से भी बचा रहता है। हालांकि यह भी सच है कि रेड ब्लड सेल्स बनने में 3-6 महीने का समय लग जाता है। इसलिए हर 6 महीने पर ही ब्लड डोनेट करना चाहिए।

 

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कार्डियोवैस्कुलर रहता है ठीक
डॉक्टर के मुताबिक जो व्यक्ति हर 6 महीने पर ब्लड डोनेट करते हैं उन्हें दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा बेहद कम रहता है। डॉक्टर के मुताबिक ब्लड डोनेट करने से कार्डियोवैस्कुलर एकदम ठीक रहता है। खासकर कोई भी पुरुष अगर साल में एक से 2 बार भी ब्लड डोनेट करता है तो उनके बल्ड में आयरन की मात्रा कम करने में मदद मिलती है। जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम होता है।

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खून होता है पतला
ब्लड डोनेट करने से खून का गाढ़ापन कम होता है। साथ ही दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा भी कम हो जाता है। साल 2013 की स्टडी के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति रेग्युलर ब्लड डोनेट करता है तो उसके शरीर में कॉलेस्ट्रोल और लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रोल का लेवल कम होता है। जिससे कार्डियोवस्क्युलर डिजीज यानी दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बेहद कम हो जाता है। जो व्यक्ति आदमी या औरत साल में एक या दो बार ब्लड डोनेट करते हैं तो उनका खून भी गाढा नहीं होता जिससे दूसरी बीमारी नहीं पनप पाती है।

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जयपुर। अमूमन अधिकारों को लेकर आपने अधिकारियों के बीच लड़ाई होती देखी होगी। मगर शहरी निकायों में मामला उलट नजर आ रहा है। सरकार ने 12 मई को एक आदेश निकालकर निकायों के प्राधिकृत अधिकारियों के अधिकार बढ़ाए थे, इसके बाद भी अधिकारी इनका प्रयोग नहीं कर रहे हैं, जिसके चलते नगरीय विकास, आवासन व स्वायत्त शासन विभाग को दोबारा आदेश जारी करने पड़े हैं।

दरअसल, 12 मई को विभाग ने आदेश जारी किए थे। जिसके तहत निकायों को अधिक आकार के पट्टे जारी करने का अधिकार दिया गया था। इस तरह के मामलों में सरकार से स्वीकृति लेने की जरूरत नहीं थी। इसके बाद भी अधिकारी इनका प्रयोग नहीं कर रहे थे और सरकार को स्वीकृति के लिए मामले भेजे जा रहे थे। जिसके चलते विभाग ने दोबारा आदेश जारी कर सख्ती दिखाई है। सरकार ने साफ कर दिया है कि तय सीमा के आकार के पट्टे निकाय अपने स्तर पर ही जारी करें।

आदेश में यह लिखा था

आदेश के मुताबिक समस्त विकास प्राधिकरण और नगर विकास न्यास के प्राधिकृत अधिकारी को आवासीय, फॉर्म हाउस और रिसोर्ट के 25 हजार वर्गमीटर और गैर आवासीय के 15 हजार वर्गमीटर आकार तक के पट्टे जारी करने का अधिकार दिया गया था। इसी तरह अन्य समस्त स्थानीय अधिकारियों को आवासीय, फॉर्म हाउस और रिसोर्ट के 15 हजार वर्गमीटर और गैर आवासीय के 5 हजार वर्गमीटर आकार तक के पट्टे जारी करने का अधिकार दिया गया था।

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अधिकार बढ़ाने की यह थी वजह

सरकार की एक ही मंशा थी कि लोगों को समय पर पट्टे मिल सकें। पहले प्रक्रिया जटिल थी, जिसमें निकाय से मंजूरी के बाद फाइल सरकार के पास जाती थी और वहां से मंजूरी के बाद ही पट्टा जारी होता था, इस प्रक्रिया में कई महीनों का समय लगता था, जिसकी वजह से बड़े आकार के भूखंडों का पट्टा देने का अधिकार निकायों को दिया गया था।

यूके (UK) में हाल ही में एक महिला के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे उसने सोचा भी नहीं होगा। सोमवार को यूके के एक कोर्ट ने एक महिला को सज़ा दी। यह सज़ा कोई छोटी-मोटी सज़ा नहीं, बल्कि 28 महीने की जेल की सज़ा है। ऐसे में मन में यह सवाल आना लाज़िमी है कि आखिर उस महिला ने ऐसा क्या किया जो उसे दो साल और चार महीने की जेल की सज़ा दी गई। वजह जानकार आपको हैरानी हो सकती है, क्योंकि महिला ने ऐसा कोई जुर्म नहीं किया था जिसके लिए उसे इतनी सख्त सज़ा मिली।


गर्भपात कराने पर मिली सज़ा

यूके में रहने वाली 44 वर्षीय कार्ला फोस्टर (Carla Foster) नाम की महिला 3 बच्चों की माँ है। उसे हाल ही में 28 महीने के लिए जेल की सज़ा मिली है। कार्ला को दिसंबर 2019 में पता चला कि वह गर्भवती है। उसके कुछ समय बाद कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लग गया। कार्ला चौथा बच्चा नहीं चाहती थी, इसलिए उसने गर्भपात का रास्ता चुना। लॉकडाउन की वजह से वह डॉक्टर के पास जाकर गर्भपात नहीं करा सकी। ऐसे में उसने गर्भपात के लिए कैप्सूल ली और घर पर ही गर्भपात कर लिया। पर इसी वजह से उसे सज़ा मिल गई।

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कार्ला को क्यों मिली सज़ा?


कार्ला को कानूनी सीमा खत्म होने के बाद गर्भपात की वजह से सज़ा मिली है। दरअसल इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में गर्भधारण के बाद सिर्फ 24 हफ्ते तक ही गर्भपात कराया जा सकता है। वही कैप्सूल के ज़रिए सिर्फ 10 हफ्ते तक ही घर पर गर्भपात किया जा सकता है। लोकल पुलिस के अनुसार कार्ला ने कहा था कि वह 10 हफ्ते से भी कम समय से गर्भवती थी, पर रिपोर्ट में पाया गया कि वह 32-34 हफ्ते से गर्भवती थी। इसके लिए यूके में 162 साल पुराना कानून है, जिसके तहत कार्ला को सज़ा दी गई।

यूके में सिर्फ आयरलैंड में ही गर्भपात के लिए कानून है, जो लोगों के वोट के बाद 2018 में बना था।

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Sattu Paratha Recipe: मंगलवार को ज्यादातर लोग व्रत रखते हैं जिसमें पूरे दिन भूखे रहना होता है। पेट खाली रहने की वजह से बॉडी में ताकत भी कम हो जाती है और कमजोरी महसूस होने लगती है। लेकिन यदि आप मंगलवार का व्रत दही के साथ सत्तू का पराठा खाकर खालते हैं तो बॉडी में ठंडक बनी रहने के साथ ही ताकत भी तुरंत वापस आ जाएगी। क्योंकि सत्तू में मिनरल्स, आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस पाया जाता है, जो शरीर की थकान मिटाकर इंस्टेंट एनर्जी देने का काम करता है। ऐसे में आइए जानते हैं सत्तू का पराठा बनाने की आसान विधि।

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सत्तू का परांठा बनाने के लिए सामग्री (Sattu Paratha Ingredients)
गेहूं का आटा- 3 कप
सत्तू- 2 कप
प्याज बारीक कटे- 2
लहसुन कलिया पिसी- 5
अदरक कद्दूकस- 1 टी स्पून
अजवाइन- 1/2 टी स्पून
हरी मिर्च कटी- 3
नींबू रस- 1 टेबलस्पून
अमचूर- 1 टी स्पून
हरा धनिया कटा- 1 टेबलस्पून
घी- 2 टी स्पून
तेल— आवश्यकतानुसार
नमक- स्वादानुसार

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सत्तू का पराठा बनाने की आसान विधि (sattu paratha recipe)
सत्तू का पराठा बनाने के लिए सबसे पहले इसका आटा तैयार करें. इसके लिए एक बाउल में गेहूं का आटा छानें। अब इसमें घी डालकर हाथों से मसलें। इसके बाद थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालते हुए सॉफ्ट आटा गूंथें।

इसके बाद दूसरे बाउल में सत्तू का आटा, लहसुन का पेस्ट, अदरक का पेस्ट, बारीक कटी प्याज, नींबू का रस, अमचूर पाउडर, बारीक कटी हरी मिर्च, अजवाइन और नमक डालकर अच्छी तरह मिक्स करें. आपका सत्तू का मिश्रण तैयार है. इसमें 1-2 चम्मच पानी भी मिला लें.

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यह मिश्रण तैयार करने के बाद तैयार किए हुए गेहूं के आटे को एक बार फिर से दोबारा हाथों से मसल लें और इसकी लोइयां बनाकर रख लें. अब एक लोई को थोड़ा बेलें फिर इसमें सत्तू के मिश्रण की 1 चम्मच भरकर पराठा बेल लें. गैस पर पैन रखकर गर्म करें और पराठा डाल दें. जब पराठा दोनों तरफ से सुनहरा हो जाए तो तेल लगाकर सेंक लें. लो जी तैयार है सत्तू का पंराठा।

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अक्सर इस दुनिया में हर कोई फिट रहना चाहता है। और जब बात लम्बाई की तो हर महिला को लंबे मर्द ही अच्छे लगते हैं। कई स्टडी में भी इसके सबूत मिल चुके हैं। लेकिन क्‍या आप भी जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा देश है जहां के पुरुष सबसे लंबे कद वाले होते हैं। और लम्बे कद के साथ वो इतने हैंडसम और स्मार्ट होते हैं कि लड़कियां देखते ही फ़िदा हो जाएं। आइए जानते हैं।

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इस दुनिया में सबसे लम्बे आदमी के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा। उसका नाम "सुल्तान कोसेन" (Sultan Kösen) है, जिनकी लंबाई 8 फीट 3 इंच है। उसका जन्म तुर्की (Turkey) के एक किसान परिवार में हुआ था। वो केवल अपनी लंबाई की वजह से पूरी दुनिया में फेमस हैं। यह तो सिर्फ एक उदाहरण है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां के मर्द सबसे लंबे होते हैं? और अगर बात करें भारतीय (India) और पाकिस्तान (Pakistan) की तो उनका नंबर लंबाई के मामले में कहां आता है? इसके बारे में भी जानते हैं।

इस देश के आदमी होते हैं सबसे लंबे

अगर बात करे लंबाई कि तो यूरोपीय देशों में पुरुषों की लंबाई सबसे अधिक होती है। नीदरलैंड, जो दुनियाभर में ट्यूल‍िप गार्डन (Tulip Garden) और पवन चक्‍क‍ियों (Pawan Chakki) के लिए फेमस है, पर यहां हर घर में लंबे पुरुष रहते हैं। पूरी दुनिया में 195 देशों में वैज्ञानिको द्वारा किये गए शोध में पता चला हैं कि यहां जन्मे आदमियों का 1996 के बाद औसत कद 182.54 सेंटीमीटर है। अगर अनुमान लगाया जाए तो यहां हर व्यक्ति लगभग 6 फीट से बड़ा है। और एक हैरान करने वाली बात यह भी है कि 1914 में अगर औसत कद देखा जाए, तो वो 169.4 सेंटीमीटर हुआ करता था। यानी 100 साल का अनुमान लगाए तो यहां हर व्यक्ति का कद 13 सेंटीमीटर बढ़ गया।

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दुनिया में भारतीयों की लंबाई

दुनिया में ज्यादातर मुल्कों में भारतीयों की लंबाई में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार अमरीका के लोगों की औसत लंबाई 1914 में 171.08 सेंटीमीटर थी जो अब बढ़ कर 177.13 सेमी हो गई। इसी तरह से ब्रिटेन (Britain) में औसत कद 166.8 सेंटीमीटर हुआ करता था, लेकिन अब 177.49 सेमी यानी लगभग 5 फीट 10 इंच हो गया है। अगर हम बात करें भारत के पडोसी देशों की, तो पाकिस्तान भी कद के मामले में लगभग बराबर ही है जो 100 साल पहले था। उस समय उनका कद 165.68 था और अब 166.96 सेंटीमीटर है। लेकिन भारतीयों की लंबाई में काफी इजाफा हुआ है। जो 100 साल पहले 161.96 सेंटीमीटर था, अब बढ़कर 164.95 हो गया है। यानी कि करीबन 5 फीट 4 इंच का इजाफा।

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दुनिया के सबसे कम हाईट वाले मर्द

अगर दूसरी और बात करें तो सबसे छोटे कद वाले देशों में पूर्वी तिमोर सबसे शीर्ष पर आता हैं। यहां पर पुरुषों की लगभग लंबाई सिर्फ 159.79 सेमी यानी 5 फीट 2 इंच है। इसके बाद यमन जहां 159.89 सेमी, लाओस में 160.52 सेमी, मेडागास्कर में 161.55 सेमी और मलावी में 162.23 सेमी। अगर बात करें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Record) की तो दुनिया का सबसे लंबा आदमी रॉबर्ट वाडलो, (Robert Wadlow) जिसकी लंबाई 272 सेमी यानी कि 8 फीट 11 इंच थी। और दुनिया का सबसे छोटा आदमी जिनका नाम अफशीन ग़दरज़ादेह (Afshin Ghaderzadeh) है, जिसकी लंबाई 65.24 सेमी यानी 2 फीट 2 इंच है। अफशीन आज भी जीवित है।

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वैश्विक बाजारों में सोने के दाम दो महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। आस्ट्रेलिया और कनाडा में अचानक ब्याज दरें बढ़ने से सोने के दामों दबाव में आ गया है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर में मजबूती और ट्रेजरी यील्ड्स बढ़ने का असर भी सोने पर पड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में सोने की मांग में 9 फीसदी तक कमी आने की उम्मीद है। दरअसल, केंद्रीय बैंकों ने गोल्ड की खरीदारी घटा दी है। 2022 में उन्होंने गोल्ड की रिकॉर्ड खरीदारी की थी। दूसरी तरफ, औद्योगिक मांग के बने होने के कारण चांदी के दामों में तेजी का रूख देखा गया।

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13 दिन में सोना 350 रुपए गिरा

विदेशी बाजारों में नरमी से जयपुर सर्राफा बाजार में सोने के दाम पिछले 13 दिनों में 350 रुपए टूटकर 61,400 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए है। मई के मध्य से सोने की कीमतें 1930 से 1980 डॉलर प्रति औंस के बीच रही हैं।

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चांदी में 1800 रुपए का उछाल

जयपुर सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने कहा कि औद्योगिक मांग बने होने के कारण चांदी के दामों में तेजी बनी हुई है। ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि सोने के दाम टूट रहे हो और चांदी के दामों में तेजी बनी हुई है। ग्रीन एनर्जी में उपयोग बढ़ने से चांदी की औद्योगिक मांग 10 फीसदी तक बढ़ गई है। फोटोवोल्टिक के लिए खरीद बढ़ने से चांदी की औद्योगिक मांग रिकॉर्ड स्तर पर होगी। इसके अलावा पावर ग्रिड और 5जी नेटवर्क में निवेश से भी चांदी की औद्योगिक मांग को बूस्ट मिलेगा।

Causes of pain, swelling and stiffness in the feet: पैरों में दर्द, ऐंठन या क्रैम्प्स अगर आपको लगातार हो रहा तो समझ लें आपका शरीर 6 में से किसी एक बीमारी का शिकार हो रहा है। पैरों में दर्द से आप अपनी बीमारी को पहचान सकते हैं।

पैर का दर्द होना बहुत आम बात है, लेकिन ये दर्द अगर रोज होने लगे या इस दर्द से आपका चलना-फिरना या डेली का काम प्रभावित होने लगे तो समझ लें, यह किसी बीमारी का संकेत है। छह तरह की बीमारियों का लक्षण पैर दर्द के साथ सामने आता है। इस दर्द अलग-अलग होता है।

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पैर या मांसपेशियों में थकान के कारण भी दर्द होता है, लेकिन ये कभी-कभी हो तो सामान्य है, लेकिन बार-बार होने लगे तो इसे असामान्य मानना चाहिए। इसलिए पैर के दर्द को कभी नरजअंदाज न करें और दर्द के आधार पर बीमारी के संकेत को पहचानें और इलाज कराएं।

क्या होते हैं लेग क्रैम्प्स? What are leg cramps?
सबसे पहले तो पैर के दर्द और क्रैम्प में फर्क समझना जरूरी है। पैर के दर्द में पूरे पैर, खासकर जांघो के हिस्से में दर्द होता है, जबकि वहीं, क्रैम्प में काफ मसल्स में दर्द होता है। क्रैम्प का दर्द चुभता नहीं, बल्कि ऐंठन या फटन सा महसूस होता है। क्रैम्प का कारण थकी हुई मांसपेशियां या शरीर मे पानी की कमी होना होना भी हो सकता है। लेकिन लगातार क्रैंप या ऐठन रहना सही नहीं है।

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पैरों में दर्द की हैं ये कुछ गंभीर कारण

डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) Deep Vein Thrombosis (DVT)
शरीर में जब कोई खून का थक्का जमने लगता है, तब डीप वेन थ्रोम्बोसिस की समस्या होती है। यह थक्का शरीर में कहीं भी बन सकता है। लेकिन जब लोअर बॉडी में यह ब्लड क्लॉट पड़ता है, तो खून पहुंचना कम या बन्द हो जाता है। लम्बे समय तक बेड रेस्ट करना इसका मुख्य कारण है। ऐसे में पैर में सूजन और क्रैम्प होते हैं।

हडि्डयों में इंफेक्शन bone infection
हड्डी या टिश्यू में इन्फेक्शन भी पैर दर्द का कारण बन सकता है। यह दर्द सिर्फ संक्रमित हिस्से में ही होता है और उस हिस्से में सूजन और लालामी आ जाती है। यह दर्द एक दर्दनाक घाव की तरह ही होता है।

नी बर्साइटिस knee bursitis
घुटनों में दर्द का एक कारण नी बर्साइटिस भी हो सकता है। नी बर्साइटिस में घुटने के पीछे का एक गांठ बन जाती है जिसमें फ्लूइड भर जाता है। इसे बरसा कहते हैं। इसके इंफ्लामेशन के कारण आपको घुटने के चारों ओर भयंकर दर्द होता है और अकड़न बनी रहती है।

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अथेरोसेलेरोसिस atherosclerosis
अथेरोसेलेरोसिस वो समस्या है जो आर्टरी फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा होने से होता है। आर्टरी शरीर में ब्लड के साथ ऑक्सीजन पहुंचाती है। लेकिन ब्लाकेज के कारण शरीर मे ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। अधिकतर ये ब्लाकेज लोअर बॉडी में होता है। जिसके कारण पैरों को ठीक से ऑक्सीजन नहीं पहुंता और नतीजा दर्द होता है। इसेस पूरे पैर में दर्द होता है, खासकर काफ मसल्स में। यह दर्द ऐसा होता है जैसे हथौड़े चल रहे हों।

टेंडिंटिस tendinitis
टेंडिंटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें पैंर में स्थित टेंडन में सूजन आ जाती है। टेंडन वह टिश्यू होता हैं जो हड्डियों को मांसपेशियों से जोड़े रखता है। लेकिन जब इस टेंडन में सूजन आती है तो ये हडि्डयों से अलग होने लगता है। इससे जोड़ प्रभावित होते हैं और टेंडिंटिस का दर्द या पैरों में हैमस्ट्रिंग या एड़ी की हड्डी के पास दर्द महसूस होता है।

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SlipDisc
स्पाइन की एक Disc का अपनी जगह से खिसक जाना ही SlipDisc होता है। कई बार यह खिसकी हुई Slip Disc स्पाइनल कॉर्ड की किसी नस को दबा देती है। इससे समस्या और भी गंभीर हो सकती है। SlipDisc का दर्द आपको पीठ के निचले हिस्से से लेकर पैरों और कई बार कमर में भी महसूस होता है।
SlipDisc के कई कारण हैं, लेकिन प्रमुख कारण अत्यधिक भारी वजन गलत तरह से उठाना ही होता है।
ये 6 ऐसे कारण हैं, जो भविष्य में बड़ी बीमारी का कारण बन सकते हैं। अगर आपको पैर में निरंतर दर्द महसूस होता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना ही उचित है। कई बार यह दर्द किसी ट्यूमर या कैंसर का संकेत भी हो सकता है। इसलिए जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना ही सबसे अच्छा विकल्प है।

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जयपुर। राजस्थान में चुनावी सरगर्मियां तेज हो चली हैं। आने वाले दिनों में यह और बढ़ेंगी। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है। राजस्थान के 113 विधायक मायानगरी यानि मुंबई जा रहे हैं। चुनाव से पहले इतनी बड़ी संख्या में विधायकों का मुंबई जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।

दरअसल मुंबई में 15 से 17 जून तक राष्‍ट्रीय विधायक सम्‍मेलन होगा। इस सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए राजस्‍थान से 113 विधायकों ने पंजीकरण कराया है। सम्‍मेलन में विधायक लोकतंत्र को मजबूत बनाने और सुशासन के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेगें। इस सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए राजस्‍थान विधान सभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी 14 जून को मुम्‍बई जाएंगे। उनके साथ विधान सभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी रहेंगे। जोशी ने बताया कि देश के सभी राज्‍यों के विधायकों का सम्‍मेलन पहली बार हो रहा है। इस सम्‍मेलन में दो हजार से अधिक विधायक शामिल होंगे। विधानसभाओं की परम्‍पराओं, नियम प्रक्रियाओं के अलावा जनहित से जुड़े मुद्दों पर सत्र होंगे।

ओम बिरला भी लेंगे हिस्सा
सम्‍मेलन में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला, पूर्व लोकसभा अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन, डॉ. मीरा कुमार, डॉ. मनोहर जोशी और शिवराज पाटिल मौजूद रहेंगे। एमआईटी स्‍कूल ऑफ गवर्नमेन्‍ट, भारतीय छात्र संसद और अतुल्‍य भारत निर्माण फाउण्‍डेशन की ओर से सम्‍मेलन का आयोजन किया जा रहा है।



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कई विषयों पर होंगे सत्र, बढ़ेगी कौशल क्षमता

विधायकों के इस तीन दिवसीय सम्‍मेलन में 80 से अधिक विषयगत सत्रों का आयोजन होगा। देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में विधायी प्रतिनिधियों और विधायकों के कौशल और क्षमता को बढ़ाना इस सम्मेलन का असली मकसद है, ताकि उनकी प्रभावशीलता, कानून बनाने और नीति निर्माण की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया जा सके। राज्य विधानसभाओं और विचारकों की आपसी बातचीत में सुधार करना, आपसी सहयोग को बढ़ावा देना और विधायी भाषण की गुणवत्ता को बढ़ाना सम्मेलन का उद्देश्य है।

Rajasthan Local Self Govt Sweeper Recruitment 2023: स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान, जयपुर (Local Self Govt Rajasthan) ने 176 नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारियों के कुल 13184 रिक्त पड़ें पदों पर सीधी भर्ती के लिए इच्छुक और योग्य अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 20 जून से शुरू होगी। कुल पदों में से 3670 पद जयपुर ग्रेटर नगरीय निकाय के लिए है। राजस्थान के मूल निवासी ही इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही, अभ्यर्थियों के पास सक्षम अधिकारी द्वारा जारी न्यूनतम एक वर्ष का कार्य अनुभव भी होना चाहिए। आवेदन जनाधार कार्ड के माध्यम से लिए जाएंगे। इसलिए, अभ्यर्थी अपना जनाधार कार्ड अपडेट रखें। अनुसूचित क्षेत्र के उक्त रिक्त पदों के लिए केवल राजस्थान के अनुसूचित क्षेत्र के स्थानीय निवासी ही आवेदन कर सकेंगे। राज्य के भूतपूर्व सैनिक भी आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थियों को चरित्र प्रमाण पत्र भी पेश करना होगा।

आयु सीमा
1 जनवरी, 2024 तक अभ्यर्थियों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से कम, जबकि 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। एससी, एसटी, ओबीसी, अति पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर पुरुष अभ्यर्थियों और सामान्य वर्ग की महिला अभ्यर्थियों को आयु सीमा में 5-5 वर्ष की छूट प्रदान की जाएगी। एससी, एसटी, ओबीसी, अति पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर महिला अभ्यर्थियों को 10 वर्ष की छूट प्रदान की जाएगी। विधवा और तलाकशुदा महिला के मामने में कोई आयु सीमा नहीं होगी। अधिक जानकारी के लिए नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।

चयन प्रक्रिया
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन साक्षात्कार और प्रायोगिक परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।

आवेदन शुल्क
सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 600, जबकि आरक्षित श्रेणी और दिव्यांग अभ्यर्थियों को 400-400 रुपए आवेदन शुल्क के रूप में भरने होंगे।

ऐसे करना होगा आवेदन
अभ्यर्थी 20 जून से 19 जुलाई (रात 11.59 बजे) तक विभाग की वेबसाइट lsg.urban.rajasthan.gov.in या एसएसओ पोर्टल https://sso.rajasthan.gov.in पर लॉगिन कर आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, एसएसओ पोर्टल पर आवेदन करने से पहले अभ्यर्थियों को पहले वन टाइम रजिस्ट्रेशन (one time registration) (ओटीआर) करना होगा।

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जयपुर।

गहलोत सरकार में कथित भ्रष्टाचार और बिगड़ी क़ानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा आज एक बार फिर 'हल्ला बोल' करने सड़कों पर उतरी। राजधानी जयपुर में 'सचिवालय घेराव' के दौरान स्थिति उस वक्त गरमा गई जब प्रदर्शन में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का सामना पुलिस से हो गया। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक जमकर धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का सहारा लिया। पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।

 

 

इससे पहले भाजपा कार्यकर्ता आज पूर्व निर्धारित 'सचिवालय घेराव' के लिए सिविल लाइंस स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में एकत्रित हुए। यहां हुई सभा को प्रदेश भाजपा के तमाम सीनियर नेताओं ने संबोधित किया। वक्ताओं ने अपने भाषण में गहलोत सरकार, सरकार की नीतियों और इस कार्यकाल के दौरान सामने आए भ्रष्टाचार के मामलों और बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को लेकर जमकर निशाना साधा।

 

 

सभा के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने सचिवालय घेराव पैदल मार्च निकाला। इधर घेराव रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही अलग-अलग स्तर पर बैरिकेडिंग कर रखी थी। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।

 

 

इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच आमना-सामना और झड़प हुई। पुलिस ने भी पहले हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। लेकिन जब वो नहीं माने तब वाटर कैनन की मदद ली गई। पानी की बौछार करके कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोका गया।

जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं और कुछ पुलिस के जवानों को चोटें आई हैं। प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे झारखंड और उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया यूपी प्रवास के कारण प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके।

 

भ्रष्टाचार छिपा रही सरकार : राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि योजना भवन की एक अलमारी में 2.31 करोड़ की नकदी और सोना पाया जाता है, जिसके बाद सरकार ने अपने संस्थागत भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश करते हुए महज एक अधिकारी को मोहरा बनाया। उच्च अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। राठौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त प्रदेश सरकार की जब जांच होती है, तब मुख्यमंत्री गहलोत ईडी जैसी संवैधानिक एजेंसियों पर बेजा सवाल खडा करते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।

 

पनप रहा संस्थागत भ्रष्टाचार: डॉ किरोड़ी मीणा
राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने सरकार पर भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाया और कहा कि भ्रष्टाचार से संबंधित दस्तावेज व सबूत ईडी के अधिकारियों को सौंप दिए हैं। सरकार के विभिन्न विभागों में संस्थागत भ्रष्टाचार पनप रहा है।

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए राज्य में सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ जहां भाजपा सत्तारूढ़ गहलोत सरकार को घेरने और चुनावी रणनीतियों में व्यस्त है तो दूसरी ओर तमाम प्रयासों के बावजूद कांग्रेस अंदरूनी कलह से जूझती नजर आ रही है। यह तब है जब राजस्थान कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति को सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ बैठक की थी। लेकिन राजस्थान कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेताओं के बीच खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही।

एक बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ सीएम गहलोत के बांसवाड़ा दौरे के दौरान। यहां सीएम अशोक गहलोत ने बिना किसी का नाम लेते हुए हॉर्स ट्रेडिंग का जिक्र किया बल्कि विपक्षी दल भाजपा पर जमकर हमला भी बोला। सीएम गहलोत ने मगरदा गांव में कहा कि एक आदिवासी महिला विधायक के कारण उनकी सरकार बची। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुशलगढ़ की निर्दलीय विधायक रमीला खड़िया की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वो नहीं होती तो आज मैं आपके सामने सीएम के रूप में खड़ा नहीं होता। इन्होंने हमारी सरकार बचाई, बड़ी हिम्मत का काम किया।

सीएम अशोक गहलोत ने कहा, पैसे उनकी कार की डिक्‍की में रख भी दिए थे, मगर विधायक रमीला खड़िया ने उन पैसों को हाथ तक नहीं लगाया। मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में सरकार चली गई, लेकिन राजस्थान में रमीला खड़िया ने सरकार बचाई। ये सरकार से जो मांगेंगी, मना नहीं किया जा सकता। आपको बता दें कि रमीला खड़िया ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कुशलगढ़ विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार भीमा भाई को हराया था।

कठोर व्यायाम करते समय आपने कितनी बार गलती से अपनी कलाई घायल हो गई या टखने मुड़ गए। आपको लगता है कि आपने गलत योग मुद्रा अपनाई इसलिए ऐसा हुआ। सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण के लिए मजबूत हड्डियों और जोड़ों को विकसित करना और बनाए रखना आवश्यक है। आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और उम्र बढ़ने के साथ-साथ फ्रैक्चर और अन्य चोटों का खतरा बढ़ सकता है। आपका पूरा शरीर सिर्फ एक जोड़ में तकलीफ से पीड़ित हो सकता है। उदाहरण के लिए, गले में खराश आपके लिए अपने सिर को ठीक से मोड़ना मुश्किल बना सकती है, जिससे आपके कंधों पर दबाव पड़ता है। घुटने में कष्टदायी दर्द के कारण आपके चलने के तरीके के कारण आपके कूल्हे, पीठ और पैर सभी पीड़ित हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम या तो डॉक्टर से इसका इलाज करवाएं या घर पर ही कुछ कदम उठाएं।

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गठिया फाउंडेशन की ओर से जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय बताए गए हैं।

गर्दन के दर्द के मामले में, मांसपेशियों को आराम देने में सहायता के लिए हम उसे सेक या मालिश कर सकते हैं। इसके अलावा, चिंता को कम करने के लिए सर्वाइकल तकिए के साथ या बिना किसी तकिए के सो सकते हैं।

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जबड़े के दर्द को दूर करने के लिए, एक कपड़े या मालिश पैड के साथ क्षेत्र में नम गर्मी, ठंड, या दोनों के संयोजन को लागू किया जा सकता है। ऐसे आसन से बचें जो दर्द को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि अपने दांतों को भींचना, अपने कान और गर्दन के बीच फोन रखना या अपनी ठुड्डी को अपनी हथेली पर रखना। तनाव को और दूर करने के लिए गर्दन और सिर की मांसपेशियों की मालिश करें।

यदि आप कोहनी के दर्द का सामना करते हैं और तनावग्रस्त मांसपेशियों को शांत करना चाहते हैं, तो हीटिंग पैड का उपयोग करें या गर्म स्नान या शॉवर लें। आइस पैक भी सूजन को कम करने में कारगर होते हैं।

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यदि आप कलाई के दर्द से परेशान हैं, तो फाउंडेशन दैनिक गतिविधियों को करते समय कार्यात्मक स्प्लिंट पहनने का सुझाव देता है, और रात में आराम करने वाला स्प्लिंट अतिरिक्त सहायता प्रदान करता है।

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अगर आपको घुटने में दर्द हो रहा है तो आपको अपने घुटने को सीधा करके आराम करना चाहिए और अपनी एड़ी को ऊपर उठाना चाहिए। चलते समय, विशेष रूप से असमान सतहों पर या सीढ़ियां चढ़ते समय, घायल पैर के विपरीत हाथ में बेंत का उपयोग करें।

कूल्हे के जोड़ों का दर्द आपकी सीट से हिलना भी मुश्किल बना सकता है, लचीलेपन को बनाए रखने, बेचैनी से राहत देने और अतिरिक्त चोट के जोखिम को कम करने के लिए स्ट्रेचिंग व्यायाम नियमित रूप से किया जाना चाहिए। व्यायाम को सरल बनाया जा सकता है और साथ ही गर्म स्नान करके दर्द और जकड़न को कम किया जा सकता है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Causes, symptoms and treatment of dizziness: सबसे पहले जानते हैं,चक्कर आना क्या होता है?

चक्कर आना यानी सिर तेजी से घूमना, सर में दर्द होना या सिर का गोल-गोल घूमना। चक्कर आने के पीछे कई सारे कारण (reasons behind dizziness) हो सकते हैं जैसे कि ब्लड प्रेशर लो (low blood pressure) रहना,आपकी लाइफस्टाइल, खाना पीना का सेवन या नींद के कमी के कारण भी चक्कर आ सकते हैं। इसमें व्यक्ति को कुछ भी समझ नहीं आता है, वे सही से खड़ा भी नहीं हो पाता। सिर के तेजी से घूमने के कारण उसे लगता है कि वे गिर सकता है। बहुत सारे लोगों को सुबह उठते ही चक्कर से आने लगते हैं,ये शरीर में बीमारी का संकेत हैं जिसको हमें अनदेखा नहीं करना चाहिए। वरना शरीर में दिल की बीमारी या डिप्रेशन जैसी दिक्कतें हो सकती है।

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चक्कर आने का कारण cause dizziness
- डिप्रेशन या स्ट्रेस में रहना
- माइग्रेन की समस्या होना Migraine problem
- ज्यादा तेल मसाले वाली चीजें खाना
- नींद न पूरी ले पाना -बॉडी में इम्युनिटी का कमजोर होना
- शरीर में विटामिन बी की कमी होना Vitamin B deficiency
- कमजोरी बने रहना

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और भी बहुत सारी वजहें हैं जिनके कारण चक्कर आ सकते हैं।

कैसे काबू में करें सिर के दर्द को how to control headache
यदि आप सिरदर्द ,चक्कर आने से परेशान हैं तो अपनी लाइफस्टाइल को चेंज करने की जरूरत है। जैसे कि नींद को प्रॉपर लेना, रोजाना 8-10 ग्लास पानी का सेवन करना,व्यायाम करना और नाश्ते में फ्रूट्स को जरूर शामिल करना। तनाव को अपने ऊपर हावी न होने देना। इसके साथ ही समय-समय पर अपने बॉडी को रेस्ट देते रहना। ऐसा करने से आप फिट भी रहोगे, अत्यधिक चिंताओं से मुक्त रहोगे और सिर दर्द जैसी गंभीर बीमारी आपसे दूर रहेगी।

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आइए जानते हैं और भी कुछ खास बातों को

-फास्ट फ़ूड ज्यादा न खाना, इसके बजाय अपने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करना, इम्युनिटी को स्ट्रांग करने वाले फूड्स का सेवन करना।
-यदि बॉडी में पानी की मात्रा कम है तो भी चक्कर आ सकते हैं। इसलिए रोजाना 8-10 ग्लास पानी जरूर पिएं और ऐसे फ्रूट्स का सेवन करें जो आपकी बॉडी को हाइड्रेट रखे।
-सिर के दर्द से बचने के लिए रोजाना व्यायाम करें और टहलें।

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जयपुर। भ्रष्टाचार व कानून व्यवस्था को लेकर राजस्‍थान भाजपा ने मंगलवार को सचिवालय के लिए कूच किया। स्‍टेच्‍यू सर्कल पर भाजपा कार्यकर्ताओं काेे पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इस पर थोड़ी देर कुछ गहमागहमी भी हुई। तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने केे लिए पानी की बौछार कर दी। जिससे कार्यकर्ताओं में भगदड़़ मच गई। पानी की बौछार से कई कार्यकर्ता सड़क पर गिर गए। वहीं कुछ के कपड़े भी फट गए।

इससे पहले बड़ी संख्‍या में कार्यकर्ता सुबह से ही प्रदेश कार्यालय पर एकत्र होना शुरू हो गए। यहां सभा के बाद कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च शुरू किया। कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने माकूल व्‍यवस्‍था कर रखी है। पुलिस की ओर से जगह-जगह बेरीकेडिंंग लगाई गई।

भ्रष्टाचार को लेकर मुखर
चुनावी साल में बीजेपी नेता प्रदेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर मुखर है। केन्द्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने के बीच ही कांग्रेस की गहलोत सरकार को घेरने को लेकर भी जुटे गए। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एमएलए, मेयर, पार्षद, पार्षद प्रत्याशियों के साथ मोर्चा के पदाधिकारियों को 100—100 लोगों को लाने का टारगेट दिया गया।

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Lauki Raita Recipe: आमतौर पर कई लोग लौकी खाना पसंद नहीं करते हैं। कुछ लोगों को लौकी का स्वाद पसंद नहीं होता। वहीं, कुछ लोगों को इसें खाने से होने वाले फायदों का अंदाजा नहीं होता और वो इसें खाने से बचते हैं. लेकिन, आपको बता दें कि लौकी पाचन क्रिया को सुधारने का काम करती है। ऐसे में गर्मियों के मौसम में अपने खाने की थाली में लौकी का रायता जरूर शामिल करें ताकि आपकी बॉडी कूल—कूल हो जाए. तो आइए जानते हैं लौकी का रायता बनाने की विधि.

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लौकी का रायता बनाने के लिए सामग्री (Lauki Raita Ingredients)
लौकी (छोटी) – 1
दही – 2 कप
जीरा – 1/2 टी स्पून
हींग – 1 चुटकी
हरी मिर्च – 1
हरा धनिया – 1 टेबलस्पून
देसी घी – 1 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार

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लौकी का रायता बनाने की विधि (lauki raita recipe)
लौकी का रायता बनाने के लिए सबसे पहले लौकी को अच्छे से धो लें. फिर पीलर की मदद से लौकी के छिलके उतार लें. इसके बाद लौकी को ग्रेट करें, इसके लिए लौकी को पहले बीच से 2 भागों में काट दें फिर कद्दूकस पर रखकर घिसें.

गैस पर पैन चढा़एं और इसमें 2 गिलास पानी डालकर गर्म करें. पानी के गर्म होने पर इसमें लौकी डाल दें. 7-8 मिनट तक लो फ्लेम पर लौकी को उबालें. कुछ समय बाद पानी छानकर लौकी को छन्नी में रख दें. जब यह थोड़ी ठंडी हो जाए तो इसे प्लेट में निकालकर फैला लें.

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रायते का तड़का ऐसे करें तैयार
इसके बाद अब एक बाउल में दही लें और थोड़ा सा पानी डालकर अच्छी तरह फेंट लें. दही फेंटने के बाद रायते के लिए छौंक बनाएं. इसके लिए एक कढ़ाही में 2-3 चम्मच घी डालकर गर्म करें. घी के गर्म होने पर हींग और जीरा डालकर तड़काएं. इसमें फेंटा हुआ दही डाल दें. अब दही को लगातार चलाते हुए पकाएं फिर इसमें कद्दूकस की हुई लौकी, धनिया पत्ती, हरी मिर्च और स्वादानुसार नमक डालकर मिक्स कर दें. इसके बाद 2-3 मिनट में आपका स्वादिष्ट लौकी का रायता बनकर तैयार हो जाएगा.

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सुसाइड, यानी कि आत्महत्या। जब कोई इंसान खुद की ही जान ले लेता है, उसे सुसाइड कहते हैं। सुसाइड के कई कारण हो सकते हैं। दुनियाभर में सुसाइड के कई मामले देखने को मिलते हैं। अक्सर ही कहीं न कहीं सुसाइड के मामले देखने को मिलते रहते हैं। एशिया (Asia) के देश नॉर्थ कोरिया (North Korea) की बात करें, तो पिछले कुछ समय में नॉर्थ कोरिया में सुसाइड के मामलों में इजाफा देखने को मिला है। एक रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया में सुसाइड के मामलों में पिछले साल के मुकाबले इस साल करीब 40% इजाफा देखने को मिला है।


किम जोंग उन हुए चिंतित

नॉर्थ कोरिया में तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) का राज चलता है। देश की जनता भी किम से परेशान है। किम को भी देश की जनता की चिंता नहीं रहती। पर अपने देश में सुसाइड के बढ़ते मामलों से किम भी चिंतित हो गए हैं।

बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

नॉर्थ कोरिया में सुसाइड के बढ़ते मामलों ने किम की चिंता बढ़ा दी है। इस मीटिंग में नॉर्थ कोरिया के कई बड़े नेता और अधिकारी शामिल हुए, जिनके साथ किम ने मामले की गंभीरता पर बातचीत की।

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जारी किया सीक्रेट ऑर्डर


रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया में सुसाइड के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए किम ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में किम ने नॉर्थ कोरिया में सुसाइड को 'समाजवाद के खिलाफ देशद्रोह' करार दिया। साथ ही एक सीक्रेट ऑर्डर जारी करते हुए सुसाइड के मामलों को रोकने के लिए सभी क्षेत्र अधिकारियों को खास ध्यान देने के लिए कहा। किसी भी इलाके में सुसाइड होने पर उस इलाके के संबंधित अधिकारी को जवाबदेह माना जाएगा।

क्या है सुसाइड की मुख्य वजहें?

रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ कोरिया में सुसाइड के बढ़ते मामलों की मुख्य वजहें गरीबी और भुखमरी हैं। पर देश में सुसाइड के बढ़ते मामलों की वजहें सिर्फ इन दोनों तक ही सीमित नहीं हैं। देश में सुसाइड के बढ़ते मामलों की दूसरी वजहें भी हैं, पर गरीबी और भुखमरी इनमें सबसे ऊपर हैं।

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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी, 2022 से चल रहे युद्ध को 15 महीने से भी ज़्यादा समय बीत चुका है। रुसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) के यूक्रेन पर कब्ज़ा करने की इच्छा के चलते उन्हीं के आदेश पर रुस की आर्मी ने यूक्रेन में घुसपैठ करते हुए जंग की शुरुआत की थी। जिस युद्ध को पुतिन कुछ दिन में ही खत्म करना चाहते थे उसके खत्म होने के आसार अभी भी नज़र नहीं आ रहे हैं। इस जंग की वजह से यूक्रेन में अब तक जान-माल का भारी नुकसान हो चुका है और साथ ही कई शहर भी बुरी तरह तबाह हो गए हैं। इसके बावजूद यूक्रेनी आर्मी अभी भी इस युद्ध में रुसी आर्मी का डटकर सामना कर रही है। इस युद्ध में अब तक कई मोड़ आ चुके है। अब इस युद्ध में एक नया मोड़ आया है और यूक्रेनी आर्मी को एक बड़ी कामयाबी मिली है।


दुश्मन सेना को तीन गांवों से बाहर खदेड़ा

जानकारी के अनुसार यूक्रेनी आर्मी ने अपने देश के तीन गांवों को रूस के कब्ज़े से छुड़ाते हुए दुश्मन सेना को बाहर खदेड़ दिया है। डोनेटस्क (Donetsk) के पूर्वी क्षेत्र के तीन गांवों को यूक्रेनी आर्मी ने रुसी आर्मी के चंगुल से छुड़ा लिया है। इससे डोनेटस्क क्षेत्र का नेस्कुचने (Neskuchne) फिर से यूक्रेन के अधिकार में आ गया है। यूक्रेन के सैनिकों ने इसके बाद अपने देश का झंडा फहराते हुए इस कामयाबी का जश्न मनाया।

इतना ही नहीं, कुछ समय पहले ही यूक्रेन की आर्मी ने ब्लागोदात्ने (Blahodatne) के उत्तर पश्चिम के गांव माकारविका को भी वापस अपने अधिकार में ले लिया है।

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ज़ेलेन्स्की ने की आर्मी की तारीफ

यूक्रेन की आर्मी के डोनेटस्क के पूर्वी क्षेत्र के तीन गांवों से रुस की आर्मी को बाहर खदेड़ते हुए वापस अपने अधिकार में लेने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की काफी खुश नज़र आए। साथ ही उन्होंने अपनी आर्मी की बहादुरी की तारीफ भी की।

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Rajasthan Assembly Election 2023 जयपुर। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के सचिवालय घेराव को केवल दिखावा करार दिया। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि खराब कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर बीजेपी का घेराव जनता को दिखाने के लिए था, क्योंकि कांग्रेस सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान बीजेपी नेताओं को भ्रष्टाचार और ख़राब कानून व्यवस्था की याद नहीं आई, लेकिन अब जब प्रदेश में चुनाव का समय नज़दीक आ रहा है तो बीजेपी को अचानक से प्रदेश में भ्रष्टाचार और खस्ताहाल कानून व्यवस्था की चिंता सताने लगी। सरकार से मिलीभगत के कारण बीजेपी का महाघेराव फ्लॉप शो साबित हुआ। इससे अब बीजेपी को भी समझ जाना चाहिए कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती।

पालीवाल ने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने से भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं और तो और हाल ही में योजना भवन से बड़ी मात्रा में कैश मिलने पर भी बीजेपी ने सिर्फ फॉर्मेलिटी के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इतिश्री कर ली। इसीलिए आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जो अपनी सुविधा के हिसाब से एक दूसरे के खिलाफ जनता में दिखावा करते रहते हैं। यह जनता के साथ धोखा है।

कांग्रेस को वॉकओवर देने का काम किया

उन्होंने कहा कि जितनी सक्रियता बीजेपी चुनाव को लेकर दिखा रही है उतनी सक्रियता अगर जनहित के मुद्दों को लेकर दिखाती और हर मुश्किल घड़ी में जनता के साथ खड़ी होती, तो सचिवालय का घेराव करके दिखावा करने की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन बीजेपी ने हर मुद्दे पर कांग्रेस को वॉकओवर देने का काम किया। सिर्फ आम आदमी पार्टी ही सड़क पर उतरकर जनहित से जड़े हर मुद्दे पर सरकार को घेरने का काम कर रही है।

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अपराधों से जनता सहमी, मगर सीएम नहीं करते चर्चा

पालीवाल ने कहा कि प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण जैसी घटनाओं से जनता सहमी हुई है, लेकिन प्रदेश के सीएम के सियासी दौरों में कमी नहीं आई, वो चुनाव को अपना लक्ष्य मानकर लगातार दौरे कर रहे हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए क्या किया इस पर चर्चा भी नहीं करते। जनता ये जान गई है कि बीजेपी और कांग्रेस नहीं चाहती कि प्रदेश के युवा पढ़ लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर बने।

नई दिल्ली। कुछ खास फल-सब्जियां ऐसे हैं जो हर मौसम में आते हैं। उनमें से एक चुकंदर है जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं। सर्दी चुकंदर के ढ़ेरों लाभ हैं जो आपको उठा लेने चाहिए। यह खून बढ़ाता है और आयरन की कमी को भी दूर करता है। बड़ों के साथ ही बच्‍चों के लिए भी चुकंदर बहुत फायदेमंद होता है। हो सकता है कि बच्‍चों को चुकंदर का टेस्‍ट पसंद न आए इसलिए आप उन्‍हें इसे किसी अलग या टेस्‍टी स्‍टाइल में बनाकर खिला सकती हैं। यहां हम आपको बच्‍चों के लिए चुकंदर का हलवा बनाने की रेसिपी बता रहे हैं जो बच्‍चों को जरूर पसंद आएगा। इसके साथ ही शिशुओं और बच्‍चों के लिए चुकंदर से मिलने वाले फायदों के बारे में भी जानते हैं।

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चुकंदर का हलवा बनाने के लिए सामग्री (Chukandar Halwa Ingredients)
चुकंदर का हलवा बनाने के लिए एक मध्‍यम आकार का चुकंदर, एक चम्‍मच पिसा हुआ गुड़ और एक चम्‍मच घी की जरूरत होती है।

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चुकंदर का हलवा बनाने की विधि (Chukandar Halwa Recipe)
चुकंदर का छिलका उतार कर उसे धो लें।
अब चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
फिर कुकर में चुकंदर के साथ पानी डालकर, इसे उबालना है।
जब चुकंदर पक जाए तो गैस बंद कर के कुकर खोलें और चुकंदर को मैश कर के इसकी प्‍यूरी बना लें।
अब एक कढ़ाई लें और उसे गैस पर रखें।
इसमें एक चम्‍मच घी डालकर उसे गर्म करें।
फिर इसमें चुकंदर की प्‍यूरी डालें और उसे भूनना शुरू करें।
अगर आपका बच्‍चा एक साल से बड़ा है, तो आप इसमें गुड़ डाल सकती हैं।
इसके बाद एक चुटकी इलायची पाउडर डालकर इसे मिक्‍स करें और भूनें।
जब तक हलवा घी न छोड़ने लगे, इसे भूनते रहें।
चुकंदर का हलवा तैयार है।

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इस उम्र के शिशु को खिलाएं चुकंदर का हलवा (Chukandar Halwa beneftis for children)
आप 8 से 10 महीने के होने के बाद बेबी को चुकंदर खिलाना शुरू कर सकते हैं। इतने छोटे बच्‍चे को पहले एक या दो चम्‍मच ही खिलाएं क्‍योंकि इसमें नाइट्रेट होता है, जिसे पचाने में बच्‍चे को दिक्‍कत हो सकती है।

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चुकंदर का हलवा खाने के फायदे (Chukandar Halwa benefits)
आपको बता दें कि चुकंदर आयरन से भरपूर होता है जिससे बच्‍चे में एनीमिया का खतरा कम होता है। आयरन लाल रक्‍त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ावा देता है, शरीर के अलग-अलग अंगों तक ऑक्‍सीजन पहुंचाता है और बच्‍चे के मस्तिष्‍क के विकास में भी बढ़ावा देता है। चुकंदर फाइबर से भरपूर होता है जिससे बच्‍चों को कब्‍ज की परेशानी नहीं होती है।

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Google New Editing Feature: गूगल ने वेब पर गूगल वन (क्लाउड स्टोरेज सर्विस) सब्सक्राइबर्स के लिए पोर्ट्रेट लाइट, पोर्ट्रेट ब्लर और डायनामिक सहित फोटो शेयरिंग और स्टोरेज सर्विस 'गूगल फोटोज' में नए एडिटिंग फीचर जोड़े हैं। कंपनी ने सोमवार को अपने 'गूगल फोटोज' अकाउंट से ट्वीट किया, अभी जारी किया गया है! पोर्ट्रेट लाइट, पोर्ट्रेट ब्लर, डायनामिक, कलर पॉप, एचडीआर और स्काई सुझाव अब वेब पर गूगल वन मेंबर्स के लिए उपलब्ध हैं, ताकि आप सीधे अपने कंप्यूटर से अपनी फोटोज को आसानी से एडिट कर सकें।

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कंपनी के सपोर्ट पेज के मुताबिक, 'पोर्ट्रेट लाइट' फीचर पोजिशन और ब्राइटनेस को किसी व्यक्ति के पोर्ट्रेट के हिसाब से एडजस्ट करेगा, वहीं 'पोर्ट्रेट ब्लर' बैकग्राउंड ब्लर को एडजस्ट करेगा। कई पैलेट से चुनने के लिए स्काई पर क्लिक करें और स्काई में कलर और कंट्रास्ट को एडजस्ट करें। दूसरी ओर, एचडीआर ऑप्शन बैलेंस फोटो के लिए इमेज में ब्राइटनेस और कंट्रास्ट को बढ़ाएगा।

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इस बीच, इस साल मार्च में, कंपनी ने घोषणा की थी कि मैजिक इरेजर अब सभी पिक्सेल फोन और आईओएस सहित किसी भी गूगल वन सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध है। मैजिक इरेजर टूल तस्वीरों में डिस्ट्रैक्शन का पता लगाता है, जैसे फोटो बॉम्बर्स या पावर लाइन्स, ताकि यूजर्स उन्हें आसानी से हटा सकें।

(आईएएनएस)

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जयपुर। गहलोत सरकार में कथित भ्रष्टाचार और बिगड़ी क़ानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा आज एक बार फिर 'हल्ला बोल' करने सड़कों पर उतरी। राजधानी जयपुर में 'सचिवालय महा जनघेराव' के दौरान स्थिति उस वक्त गरमा गई जब प्रदर्शन में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का सामना पुलिस से हो गया। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक जमकर धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का सहारा लिया।

ऐसे में काफी देर तक यातायात अस्त व्यस्त हो गया। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई घंटों तक लोग यातायात में फंसे रहे।

प्रदर्शन से जनता परेशान
बीजेपी का सचिवालय 'महा जन घेराव' ने जनता को परेशानी में डाल दिया। सचिवालय के चारों ओर के रास्ते बंद करने से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई। कई मार्गों पर लंबा जाम लग गया। लोगों को 4 से 5 किलोमीटर का अधिक चक्कर लगाकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।

जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं और कुछ पुलिस के जवानों को चोटें आई हैं। प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे झारखंड और उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया यूपी प्रवास के कारण प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके।

Digital University Admission : डिजिटल यूनिवर्सिटी केरल (Digital University Kerala) ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों में स्नातकोत्तर और पीएचडी कोर्सेज में एडमिशन के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। भावी पीजी छात्रों (एमबीए को छोड़कर) को सीयूईटी-पीजी या डीयूएटी (डिजिटल यूनिवर्सिटी एप्टीट्यूड टेस्ट) (Digital University Aptitude Test) परीक्षा देनी होगी। गेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रवेश परीक्षा से छूट दी गई है। भावी एमबीए छात्रों के पास एक वैध CAT/ KMAT/ CMAT/ NMAT/ GRE स्कोर होना चाहिए। वहीं, पीएचडी छात्रों के पास संबंधित स्ट्रीम में जेआरएफ उत्तीर्ण होना चाहिए या डिजिटल यूनिवर्सिटी रिसर्च एप्टीट्यूड टेस्ट (Digital University Research Aptitude) (डीआरएटी) (DRT) उत्तीर्ण होना चाहिए। उम्मीदवार पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज एमबीए, एमएससी और एमटेक में कर सकेंगे।


15 जून तक करना होगा आवेदन
अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट https://duk.ac.in/ पर लॉगिन कर इन कोर्सेज के लिए आवेदन कर सकते हैं। डिजिटल यूनिवर्सिटी एप्टीट्यूड टेस्ट और डिजिटल यूनिवर्सिटी रिसर्च एप्टीट्यूड टेस्ट क्रमश: 24 और 25 जून को आयोजित किए जाएंगे।

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नीलामी में अक्सर ऎसी चीज़ भी मिल जाती है जो भले ही दिखने में खराब हों, लेकिन जब उनकी बोली लाखों-करोड़ों रुपये में लगती है, तो बात ही क्या.... ऐसा ही एक अजीबोगरीब वाक्या अमरीका के एक शख्स के साथ हुआ, जिसको यह अंदाजा नहीं था कि एक 4,000 रुपए कि कुर्सी उसकी किस्मत बदल देगी। हैरान करने वाली बात है कि अमरीका निवासी जिस व्यक्ति ने मात्र 4000 रूपए में जिसको ख़रीदा वो पुरानी चमड़े की कुर्सी 82 लाख से अधिक रुपए में नीलाम हुई।

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अमरीका के इस शख्स ने महज 4 हजार में एक पुरानी टूटी-फूटी कुर्सी खरीदी, तब उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इस कुर्सी से उसकी किस्मत ही बदल जाएगी। जब उस कुर्सी की नीलामी हुई तो उस व्यक्ति के पैरों के नीचे से जमीन ही ख़िसक गयी। लेकिन जब उसने इसको ख़रीदा तब ही वो पहचान गया था कि यह कुर्सी ऐसी-वैसी नहीं है। उसको इतना अंदाजा तो हो ही गया था कि इस कुर्सी से वो अपनी जिंदगी बदल सकता है।

अक्सर बहुत बार ऐसा होता हैं कि हम किसी चीज़ को समझ नहीं पाते, लेकिन अगर सही मायने में देखा जाए तो उसकी असली वैल्यू कुछ और ही होती है। और ऐसे में एक कहावत काफी मशहूर है, "हीरे की पहचान सिर्फ जौहरी ही कर सकता है" और यहाँ भी यही कहावत एक दम सटीक फिट होती है। कुछ ऐसा ही एक अमरीका के शख्स के साथ हुआ, जिसको मामूली पैसे के बदले कई लाख रूपए की लॉटरी लग गई।

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आखिर कैसे हाथ लगी यह बेशकीमती कुर्सी?

कहते हैं ना अगर किसी व्यक्ति की किस्मत में लक्ष्मी बैठी हो तो वो उसके घर भी पहुँच जाती है। ऐसा ही अमरीका के लॉस एंजेलिस (Los Angeles) में रहने वाले जस्टिन मिलर (Justin Miller) के साथ हुआ है। वह अपने घर के लिए ऑनलाइन थोड़े अनोखे फर्नीचर खरीद रहा था। तभी उसकी नजर फेसबुक के मार्केट प्लेस कम्युनिटी (Facebook MarketPlace Communities) पर एक साधारण चेयर पर पड़ी। लेकिन वो दिखने में ज्यादा अच्छी नहीं थी। फिर भी जस्टिन ने उसको फटाफट ऑर्डर कर दिया। लेकिन उसको भी नहीं पता था कि वो कुर्सी उसके जीवन में खुशियां लेकर आएगी और उसकी ज़िंदगी ही बदल देगी।

कुर्सी नहीं, लॉटरी का टिकट निकली मामूली सी दिखने वाली कुर्सी

मिलर का घर अमरीका के बेवर्ले हिल्स में है। इसी घर में रखने के लिए उसने इस कुर्सी को फेसबुक से ऑनलाइन (Online Facebook) मंगवाया था। दिखने में तो यह कुर्सी कोई ज्यादा खास नहीं थी। लेकिन जब जस्टिन ने इस पर पेंट करवाया तब कुर्सी थोड़ी अच्छी लगने लग गयी। जस्टिन ने इस बात को टिकटॉक (Tiktok) पर भी शेयर किया। उसने कहा कि जब मैं इसको रिपेयर करवाने गया तो लगा कि कुर्सी की वैल्यू बढ़ जाएगी। थोड़े टाइम बाद जस्टिन ने मशहूर ऑक्शन हाउस Sotheby's से संपर्क किया, ताकि कुर्सी की असली कीमत का पता चल सके।

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82 लाख में बिकी 4,000 की कुर्सी

जब इस कुर्सी को ऑक्शन हाउस में दिया, तब वहाँ से कन्फर्म हुआ कि यह कुर्सी कोई आम कुर्सियों में से नहीं है। इसकी डिज़ाइन लगभग 50 डिज़ाइनों में से एक है। उन्होंने सबसे पहले इसके चमड़े को देखकर इसकी कीमत 22 लाख रूपए रखी, लेकिन जब इसकी नीलामी की बोली लगी, तब यह जाकर लगभग 82 लाख के आसपास रुकी। उम्मीद 45 लाख तक ही की गयी थी, लेकिन जस्टिन को भी नहीं पता था की यह कुर्सी उनके लिए सोना साबित होगी। और वैसे भी यह डील उसके लिए काफी अच्छी थी। क्योंकि उसकी जेब से केवल 4,000 रूपए के साथ सिर्फ रिपेयरिंग का मामूली खर्च लगा। बाकी तो सारा पैसा उसके लिए प्रॉफिट ही था और वो भी लाखों में।

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14 fixed dose combination drugs including paracetamol banned: भारत सरकार ने 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) दवाओं पर यह कहते हुए प्रतिबंध लगा दिया है कि इन दवाओं के लिए कोई चिकित्सीय औचित्य नहीं है। फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) निश्चित डोज कॉम्बिनेशन में दो या दो से अधिक दवाओं का संयोजन है। यदि इसे पहली बार संयोजित किया गया होता तो यह एक नई दवा की परिभाषा के अंतर्गत आता।

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, ऐसी कई दवाएं थीं जो मिश्रित खुराक संयोजन के रूप में बेची जा रही थीं, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए अनुकूल या सहायक नहीं थीं।

सीडीएससीओ (सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन) के कामकाज पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की संसदीय स्थाई समिति ने अपनी 59वीं रिपोर्ट में कहा था कि कुछ राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरणों ने बिना किसी पूर्व सूचना के बहुत बड़ी संख्या में एफडीसी के लिए विनिर्माण लाइसेंस जारी किए थे।

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इसके परिणामस्वरूप बाजार में कई एफडीसी की उपलब्धता हुई है जिनकी प्रभावकारिता और सुरक्षा के लिए परीक्षण नहीं किया गया था और जो रोगियों को जोखिम में डालते थे।

सीडीएससीओ ने सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के दवा नियंत्रकों से अनुरोध किया कि वे अपने राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के संबंधित निर्माताओं से 18 महीने की अवधि के भीतर सीडीएससीओ के समक्ष ऐसे एफडीसी की सुरक्षा और प्रभावकारिता को साबित करने के लिए कहें जिसमें विफल रहने पर ऐसे एफडीसी को निर्माण के लिए प्रतिबंधित माना जाएगा।

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सीडीएससीओ को बड़ी संख्या में ऐसे आवेदन प्राप्त हुए हैं और इतनी बड़ी संख्या में आवेदनों की जांच करने के लिए प्रो. सी.के. कोकाटे।
तदनुसार, समिति ने ऐसे एफडीसी के आवेदनों की जांच की और समय-समय पर स्वास्थ्य मंत्रालय को विभिन्न रिपोर्ट सौंपी।

जिन एफडीसी आवेदनों पर विचार किया जाना आवश्यक है, उन्हें निम्नलिखित ए, बी, सी और डी में वर्गीकृत किया गया था।

श्रेणी ए - एफडीसी जिन्हें तर्कहीन माना जाता था।
श्रेणी बी - एफडीसी जिन पर विशेषज्ञों के साथ और विचार-विमर्श की आवश्यकता है
श्रेणी सी - एफडीसी जिन्हें तर्कसंगत माना जाता है
श्रेणी डी - एफडीसी जो तर्कसंगत हैं लेकिन डेटा के उत्पादन की भी आवश्यकता होती है

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यहाँ पूरी सूची है

Nimesulide + Paracetamol dispersible tablets

- Paracetamol + Phenylephrine + Caffeine

- Amoxicillin + Bromhexine

- Pholcodine + Promethazine

- Imipramine + Diazepam

- Chlorpheniramine maleate+ Dextromethorphan+Dextromethorphan + Guaifenesin + Ammonium
Menthol

- Chlorpheniramine Maleate +Codeine Syrup

- Ammonium Chloride + Bromhexine + Dextromethorph

- Bromhexine +Dextromethorphan +Ammonium Chloride + Menthol

- Dextromethorphan +Chlorpheniramine + Guaifenesin+ Ammonium Chloride

- Caffeine + Paracetamol + Phenylephrine + Chlorpheniramine

- Paracetamol + Bromhexine +Phenylephrine +Chlorpheniramine+Guaifenesin

- Salbutamol + Bromhexine

- Chlorpheniramine +Codeine phosphate + Menthol

- Phenytoin + Phenobarbitone sodium

- Paracetamol + Propyphenazone + Caffeine

- Ammonium Chloride + Sodium Citrate + Chlorpheniramine Maleate + Menthol

- Salbutamol + Hydroxyethyltheophylline (Etofylline) + Bromhexine

- Chlorpheniramine Maleate + Ammonium Chloride + Sodium Citrate

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चूंकि ये दवाएं 1988 से पहले बेची गई थीं, इसलिए इन पर एकमुश्त प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। इनमें से कुछ संयोजनों के लिए, डेटा का परीक्षण किया जा रहा है और परिणाम प्रतीक्षित हैं।

जबकि Imipramine + Diazepam and Chlorpheniramine Maleate + Ammonium Chloride + Sodium Citrate जैसे संयोजनों को विशेषज्ञ समिति द्वारा तर्कसंगत उपयोग के लिए स्वीकार किया गया है।

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WhatsApp Edit Feature: मेटा-स्वामित्व वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप विंडोज बीटा पर एक मैसेज एडिटिंग फीचर शुरू कर रहा है। डब्ल्यूएबीटा इंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीटा यूजर्स अब मैसेज मेन्यू में एक एडिट एक्शन देखेंगे, जो उन्हें टेक्स्ट मैसेज को एडिट करने की अनुमति देगा।

हालांकि, यूजर्स मैसेज भेजने के 15 मिनट के भीतर ही उसे एडिट कर सकते हैं। साथ ही, किसी अलग डिवाइस से भेजे गए मैसेज को एडिट करना संभव नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मैसेज को एडिट करने की क्षमता वर्तमान में कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है, जो विंडोज अपडेट के लिए लेटेस्ट व्हाट्सएप बीटा इंस्टॉल करते हैं।

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उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह फीचर और अधिक यूजर्स के लिए रोल आउट हो जाएगी। मेटा के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पिछले महीने इस मैसेज एडिटिंग फीचर की घोषणा की थी। इस बीच, पिछले हफ्ते यह बताया गया कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म विंडोज बीटा में ड्राइंग एडिटर के लिए एक नया क्रॉप टूल रोल आउट कर रहा है। टूल यूजर्स को ऐप के भीतर ही अपनी इमेज को क्रॉप करने में मदद करता है, जिससे उनके लिए एडिट करना आसान हो जाता है।

(आईएएनएस)

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जयपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत मोदी सरकार किसानों को हर साल छह हजार रुपए की सहायता कर रही है। तीन किस्तों में दी जाने वाली इस राशि की 13 किश्त जारी हो चुकी है और जल्द ही 14वीं किश्त जारी होने की संभावना है। लेकिन यह किश्त उन किसानों को ही मिलेगी, जो ई-केवाईसी (PM Kisan E-KYC) करवाएंगे। ई-केवाईसी के लिए भारत सरकार ने "PMKISAN GOI" के नाम से मोबाइल एप बनाया है। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इस एप के जरिए किसान चेहरे की पहचान तकनीक से ई-केवाईसी करा सकते है।

मोबाइल एप के अलावा CSC पर भी किसान ई-केवाईसी करा सकते है। किसानों को अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करने और डीबीटी के लिए सक्षम करवाने के लिए इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक में खाता खुलवाने की सुविधा दी गई है। इसके लिए लाभार्थी कृषक नजदीकी पोस्ट ऑफिस या पोस्टमैन के सहयोग से नया खाता खुलवा कर आधार से लिंकिंग का कार्य करवा सकता है।

यह काम किया जरूरी

सहकारिता रजिस्ट्रार और स्टेट नोडल अधिकारी (पीएम-किसान) मेघराज सिंह रतनू ने बताया कि पीएम-किसान योजना के लाभार्थियों को आगामी किश्त के लिए ई-केवाईसी, भूमि विवरण का पोर्टल पर अपलोड कराना, बैंक खाते को आधार से लिंक कराना एवं बैंक खाते को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के लिए सक्षम कराना अनिवार्य किया गया है। इस संबंध में भारत सरकार द्वारा निर्देश दिए गए है।

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महंगाई राहत कैम्प में भी सुविधा

रतनू ने बताया कि किसानों की सुविधा के लिए महंगाई राहत कैम्पों के अतिरिक्त CSC और इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स के द्वारा भी कैम्प आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि यह काम जल्द से जल्द पूरा कराएं नहीं तो आगामी किश्त अटक जाएगी।

दुनिया में हर एक व्यक्ति अपने जीवन में स्वस्थ और तंदुरुस्त रहना चाहता है। और अगर पुरुष की बात करें, तो स्लिम और स्मार्ट। लेकिन एक देश ऐसा भी हैं, जहां पुरुष के सौंदर्य का पता उसके मोटे पेट से लगाया जाता है। जी हां, हम आज बात कर रहे हैं आज ऐसे ही एक देश की जिसका नाम यूथोपिया है। जहां एक खास प्रकार की आदिवासी जनजाति पाई जाती है। यहां पर पुरुष के आकर्षण का अंदाज़ा उसके चेहरे से नहीं लगाकर बल्कि उसके पेट से लगाया जाता है। जिसका जितना मोटा पेट होता है, उसको उतना आकर्षक माना जाता है। आज हम आपको इस लेख में यही सब कुछ बताने वाले हैं।

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अगर दूसरे देशों कि बात करें, तो इसका उल्टा होता है। अगर आपका पेट निकला है, तो आपको जरूर घर, परिवार में या फिर दोस्तों ने मिलकर ताना जरुर मारा होगा। और आप कही भी जाते होंगे, तो अपने आप को लज्जित महसूस करते होंगे। क्योंकि भारत और पूरी दुनिया में एक ओर जहां फिट और स्लिम बॉडी (Slim Body) को सुंदरता का पैमाना माना जाता है, तो वही दुनिया में एक ऐसा अनोखा देश है जहां पर उन आदमियों को बेहद आकर्षक माना जाता है जिनका सबसे ज्यादा पैमाने पर पेट बाहर निकल हुआ हो। इस देश के पुरुष अपना पेट निकालने के लिए अलग-अलग प्रकार की डाइट लेते हैं। कोई तो पेट निकालने के लिए पेय पदार्थ में खून और दूध का इस्तेमाल भी करता है। ऐसा माना जाता है कि जो जितना दूध और खून पीता है, उसका उतना ही ज्यादा पेट निकलता हैं।

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आकर्षण का पैमाना, बड़ी तोंद वाला

यूथोपिया (Ethiopias) की बोडी और मीन आदिवासी जनजाति में यह एक अनोखा पैमाना है। इस देश में एक प्रतियोगिता भी आयोजित होती है, जहां केवल पुरष ही भाग लेते हैं। यहां जीतने के लिए उनके पेट को मापा जाता है। जिस भी पुरुष का पेट सबसे ज्यादा बड़ा होता है उसे सबसे ज्यादा आकर्षक माना जाता है। यहां भी नंबर के आधार पर इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को पूरी ज़िंदगी कबीले में एक नायक के तौर पर देखा जाता है।

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खून और दूध पीकर करते हैं मोटा पेट

यहां की जनजाति के आदमियों का काम केवल अपने पेट को मोटा करना होता हैं। अपने पेट को मोटा करने के लिए ये लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसके लिए वो एक खास पेय पदार्थ (खून और दूध) का सेवन करते हैं। वो अपने पेट के लिए एक दम शांत जगह पर चले जाते हैं। वहां जाकर गाय के खून और दूध से बने उस खास पेय पदार्थ को पीते हैं। इसका सेवन करने से उनका पेट इतना मोटा हो जाता है कि उनके पूरे शरीर में केवल पेट ही दिखाई देता है।

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जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में एक ऐसी सरकार बनानी है, जो खुद का नहीं, देश का विकास करे। जो खुद का नहीं, लोगों का पेट भरे। जो खुद के लिए नहीं, देश की जनता के लिए सोचे। जो खुद का नहीं, देश का भला करे और ये सिर्फ़ नरेंद्र मोदी की एनडीए सरकार ही कर सकती है। राजे मंगलवार को झारखंड के देवघर शहर में मोदी सरकार के 9 साल के उपलक्ष्य में आयोजित महा जनसम्पर्क अभियान में बोल रही थी।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की चर्चा देश में ही नहीं विदेशों में भी हो रही है। पीएम मोदी भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में सबसे ताकतवर और लोकप्रिय नेता के रूप में उभरें हैं। जिस ग़रीबी के नारे से कांग्रेस लगातार सत्ता प्राप्त करती आ रही थी, उस ग़रीबी को हटाने का यदि सच्चे मन से किसी ने प्रयास किया है, तो वह है नरेंद्र मोदी।

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जनधन, उज्ज्वला, कोरोना में बिना वक्त गंवाए देशव्‍यापी लॉकडाउन, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण, पीएम किसान समृद्धि, अनुच्‍छेद 370 की समाप्ति और अयोध्‍या में श्रीराम मंदिर निर्माण का अदालती फैसला भी मोदी की बड़ी उपलब्धियां है। राजे ने कहा कि पीएम मोदी ने तो देश के लिए जो अच्छे से अच्छा करना था वह कर दिया। अब हमारी बारी है।हम भी देश के लिए कुछ करें। मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाएं और देश को और आगे बढ़ाएं।

ओमप्रकाश शर्मा
जयपुर। मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत फूड पैकेट वितरण की योजना में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। अब पैकेट वितरण के बजाय इसकी कीमत सीधे लाभार्थियों के खाते में जमा कराई जाएगी।

विभाग ने यह यू-टर्न फूड पैकेट वितरण के लिए टेंडर प्रक्रिया को सहकारिता मंत्री से अनुमोदन कराने के बाद लिया है। सहकारी विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा है। सूत्रों के अनुसार उच्च स्तर पर इसकी सहमति हो चुकी है, लेकिन अभी फाइल अंकित नहीं होने से वित्त विभाग ने सक्षम स्तर से अनुमोदन की आवश्यकता जताई है। सरकार ने योजना की घोषणा के समय वितरण का समय 25 मई तय किया था। योजना के लिए खाद्य विभाग के बजाय जिम्मा सहकारी विभाग को दिया गया। टेंडर में देरी होने से तय समय निकल गया।

स्मार्ट फोन योजना में भी पैसे देने के संकेत
स्मार्ट फोन योजना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही संकेत दे चुके हैं कि पसंद का मोबाइल लेने के लिए महिलाओं के खाते में राशि डाली जाएगी। यह संकेत मिलते ही अधिकारी बजट के आकलन और योजना का नया प्रस्ताव तैयार करने में जुट गए हैं।

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इस खाद्य सामग्री के स्थान पर मिलेंगे करीब 350 रुपए
फूड पैकेट में एक किलो सोयाबीन तेल, एक किलो नमक, एक किलो चीनी, एक किलो दाल, सौ ग्राम मिर्च पाउडर, सौ ग्राम धनिया तथा पचास ग्राम हल्दी पाउडर शामिल था। वित्त विभाग ने टेंडर के लिए इसकी कीमत करीब 350 रुपए बताई थी। ऐसे में डीबीटी लागू भी होती है तो लाभार्थियों को हर माह 350 रुपए मिलेंगे।

चुनाव नजदीक इसलिए बदला तरीका
विभाग की 13 सदस्यीय कमेटी ने 3 बार टेंडर प्रक्रिया तय की, शीर्ष स्तर पर इसे मंजूरी नहीं मिली। करीब पांच हजार करोड़ की इस योजना को सरकार चुनाव आचार संहिता से पहले शुरू करना चाह रही है। समय की कमी को देखते हुए टेंडर के बजाय अब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर(डीबीटी) की तैयारी है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पंजीकृत 1 करोड़ पांच लाख लाभार्थियों के खाते में पैकेट के रुपए जमा कराए जाएंगे।

मंत्री के पास पहले टेंडर और अगले ही दिन पहुंचा डीबीटी का प्रस्ताव
वितरण का काम कॉनफेड को दिया गया था। इसमें देरी के चलते विभाग के अधिकारियों पर गाज गिरी है। पहले कॉनफेड के एमडी दिनेश कुमार एपीओ किए गए। इसके बाद एक और अधिकारी पर एपीओ होने की तलवार लटकी हुई है। इस बीच विभागीय कमेटी ने टेंडर प्रक्रिया को अन्तिम रूप दे दिया। विभाग ने इसे 7 जून को अनुमोदन के लिए सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को भेज दिया। उन्होंने इसे मंजूर भी कर लिया। इसके बाद अगले ही दिन डीबीटी का प्रस्ताव पहुंच गया।

IRCON Recruitment 2023 : रेलवे मंत्रालय (Indian Railways) के अधीन इरकॉन इंटरनेशल लिमिटेड (IRCON International Limited) ने इंजीनियर (सिविल) पदों पर भर्ती के लिए इच्छुक और योग्य अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह भर्ती 30 पदों के लिए निकाली गई है। इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चालू है और अभ्यर्थी 25 जून तक आवेदन कर सकते हैं।

आयु सीमा
1 मई, 2023 तक अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु 32 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षण का लाभ और आयु सीमा में छूट के लिए अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे नोटिफिकेशन अवश्य पढ़ें।

शैक्षणिक योग्यता
इन पदों के लिए आवेदन करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के पास कम से कम सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री होनी चाहिए। साथ ही, निर्माण पर्यवेक्षक के क्षेत्र में कम से कम 2 साल का कार्य अनुभव भी होना चाहिए।

आवेदन शुल्क
सामान्य/ओबीसी अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 600 रुपए (टैक्स अतिरिक्त, अगर लागू हो तो), जबकि ईडब्ल्यूएस, दिव्यांग और एससी/एसटी अभ्यर्थियों को 300 रुपए भरने होंगे।

ऐसे करें आवेदन
अभ्यर्थी ऑफिशियल वेबसाइट https://www.rites.com/ पर लॉगिन कर 25 जून तक इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। पूर्ण रूप से जमा ऑनलाइन फॉर्म का प्रिंट आउट भी ले लें।

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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ


यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

अंकगणित
अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक 5 है, जो एक और चार के सहयोग से बना है। वही आज का भाग्य अंक नंबर है, जो एक और 8 के सहयोग से बना है। इसके मायने यह हैं कि आज के दिन में जहां एक और नेतृत्व, साहस प्रबंधन और सत्य निष्ठा के साथ आगे बढ़ने की ऊर्जा मौजूद है। वही थोड़ा संशय या नकारात्मकता आने पर तनावपूर्ण स्थिति होने का डर भी समाहित है। छोटी बात पर एग्रेसिव होने पर बने बनाए काम में लोगों की नकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आ सकती है। वहीं वह सभी कार्य जिनमें साहस या उत्साह के अभाव में आगे बढ़ने की प्रेरणा नहीं मिल पा रही थी आज के दिन में करने पर सफलता की संभावना भरपूर रहेगी। व्यवसाय में आर्थिक लेनदेन में और भविष्य के सौदे करने में पर्याप्त उत्साह और मानसिक दृढ़ता लाभकारी रहने की संभावना है। मूलांक 1, 4, 5, 6, 7, 8 और नौ वालों के लिए आज का दिन बेहतर है वहीं मूलांक 2, 3 वालों के लिए संभल के चलने का दिन है।

टैरोकार्ड
टैरो कार्ड - आज का कार्ड द जजमेंट के साथ क्वीन ऑफ पेंटाकल्स है। इसके मायने हैं कि आपको कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़ सकते हैं जो आपके व्यवसाय कार्य भावनात्मक स्थिति और आसपास के लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकते हो। साथ में नए सृजन और आंतरिक शक्ति के साथ प्रयोग - धर्मी होते हुए कुछ विशिष्ट लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एकांतवास के लिए भी प्रेरित हो सकते हैं। आसपास के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए दिखाई देंगे।
टैरो कार्ड आपको संदेश देते हैं की आप सहयोग और परस्पर विश्वास की भावना के साथ आगे बढ़े।

वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)

सनसाइन
सनसाइन के अनुसार आज का दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण हो सकता है। कार्यस्थल पर एक से अधिक प्रकार कार्यों का प्रबंधन करने के कारण सभी लोग बहुत व्यस्त हो सकते हैं। कुछ आर्थिक सूचनाएं नकारात्मक होने का प्रभाव भी व्यक्तियों के मन पर पड़ सकता है। आकस्मिक घटना क्रम में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कुछ ऐसे फैसले लिए जा सकते हैं जो सामूहिक तौर पर थोड़े कठोर दिखाई देते हुए पर व्यवस्था को दुरुस्त करने की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हों। जो लोग इन निर्णय के साथ रहेंगे, बेहतर स्थिति में रहेंगे और इन निर्णय के विरुद्ध कार्य करने वाले या विचार रखने वाले लोगों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

मूनसाइन
मून साइन के अनुसार आज का दिन भावनात्मक रूप से एक दूसरे की प्रतिभा को संरक्षण और सहयोग देते हुए आगे बढ़ाने की प्रवृत्ति के साथ कार्य करने का रह सकता है। भावनात्मक तौर पर यह स्थिति लंबे समय के लिए बहुत सकारात्मक ऊर्जा देने वाली रहेगी। संबंधों को मजबूत बनाते हुए तनाव रहित वातावरण में एक दूसरे के साथ भविष्य की योजना बनाने का अवसर भी मिलेगा।

व्यापार राशिफल
व्यापार के लिहाज से आने वाला सप्ताह उतार चढ़ाव वाला रह सकता है। सप्ताह के प्रथम हिस्से में जहां थोड़ा सकारात्मक रुख अच्छे व्यापार की आशा बनाता दिखेगा वहीं सप्ताह का मध्य भाग निराशाजनक स्थिति को दर्शा रहा है। सप्ताह का अंत आशा जनक सूचनाओं के कारण फिर सामान्य स्थिति की ओर लौटता हुआ दिखाई दे रहा है। अति उत्साह या ज्यादा निराशा में भविष्य के सौदे करना नुकसानदायक हो सकता है। सहज रहकर अनुभवी लोगों की सलाह से आगे बढ़ने का समय है।

आपका सवाल
गर्भधान संस्कार करवाने के पीछे क्या कारण है?
गर्भाधान संस्कार सनातन संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण संस्कार है। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाता है कि आने वाली संतान बहुत ज्ञानवान, चरित्रवान और ईश्वर का विशेष आशीर्वाद लिए हुए हो। विशिष्ट ज्ञानी व्यक्तियों के देखरेख में सही दिन का चुनाव करके इस संस्कार को किया जाता है। संस्कार में दिन का विशेष महत्व है जो ज्योतिष की गणना करके नक्षत्रों सितारों के अनुसार इस दिन को निर्धारित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि ग्रहों की स्थिति ही आने वाले जीवन के पूरे चरित्र को निर्धारित करती है तो ऐसे में दिन के चयन का बहुत महत्व हो जाता है।
वैज्ञानिक रूप से देखें तो कुछ वैज्ञानिकों का यह कहना है कि कुछ खास दिनों में कंसीव किए गए बच्चे सकारात्मक या नकारात्मक सोच लिए हो सकते हैं। इसका कारण माता-पिता की मानसिक स्थिति का पड़ने वाला प्रभाव होता है। ऐसा माना जाता है कि फुल मून या जीरो मून के दिन भावनात्मक रूप से लो या हाई होना बहुत सारी स्टडीज में सही पाया गया है। ऐसे में सही दिन का चुनाव वैज्ञानिक कारणों से भी आजकल चर्चा में है, लेकिन सनातन संस्कृति में हजारों साल पूर्व इस बात को बहुत महत्व दिया गया कि कंसीव करने का दिल अगर अनुकूल होता है तो आने वाले जीवन पर इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसीलिए सनातन संस्कृति में गर्भाधान संस्कार का बहुत महत्व है।

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आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष: आपके कार्यों से समाज में प्रशंसा होगी। जीवनसाथी के साथ यात्रा होगी। यश, उत्साह बढ़ेगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। प्रेम प्रसंग में न उलझें।


वृषभ: रोजगार में बदलाव आने की उम्मीद है। आय के नए स्रोत प्राप्त होने के योग है। अटका पैसा मिलेगा। सुख-समृद्धि बढ़ेगी। बुद्धिमानी से समस्या का समाधान संभव है। मेहमानों का आगमन होगा।


मिथुन: अनजाने में हुई गलती से नुकसान होगा। व्यापार में आ रही परेशानी से तनाव बढ़ सकता है। नई योजनाएं क्रियान्वित होंगी। श्रेष्ठजनों से मेल होगा। परिवार की उलझन खत्म होगी।


कर्क: अपने धन का कुछ अंश परोपकार कार्य में लगाए। नौकरी में कार्य का विस्तार होगा। शुभ एवं अनुकूल समाचार प्राप्त हो सकते हैं। रिश्तेदारों से संबंध प्रगाढ़ होंगे। विरोधियों से सावधान रहें।


सिंह: परिजन पर व्यर्थ में संदेह नहीं करें। आर्थिक लाभ होगा। अपनो के महत्व को भूलें नहीं, किस व्यक्ति से क्या बात करनी है विशेष ध्यान रखें। व्यापारिक निर्णय समय पर लेने से लाभ होगा।


कन्या: समय पर काम करना सीखें। अपने विचारों पर नियंत्रण रखें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। खर्च बढ़ने से बजट बिगड़ सकता है। व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। धर्म में रुचि बढ़ेगी।


तुला: आज का दिन परिवार के लिए महत्वपूर्ण है। कारोबार में भागदौड़ अधिक होने से थकान हो सकती है। कामकाज में इच्छानुरूप परिणाम मिलेंगे। वाहन क्रय करने का मन होगा। नए सम्बन्ध बनेंगे।


वृश्चिक: विपरीत परिस्थिति में आत्मविश्वास बनाए रखें। आप जल्द दूसरों पर विश्वास कर लेते हैं।व्यर्थ विवादों से दूर रहें। लंबे समय से अधूरे पड़े कार्य पूर्ण होने की संभावना है। नए वस्त्रो की प्राप्ति होगी।


धनु: आज दिन की शुरुआत से ही व्यस्तता रहेगी। दिनचर्या प्रभावित होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्य की सफलता के लिए प्रयत्नशील रहेंगे।


मकर: दिन अनुकूल है। परिवार एवं आवास की समस्या हल हो सकती है। समाज में आपका प्रभाव बढ़ने से शत्रु परास्त होंगे। यात्रा में अपनी वस्तुएं संभालकर रखें। नए सम्बन्ध लाभप्रद रहेंगे।


कुम्भ: संतो के दर्शन होंगे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संबंधों का लाभ मिलेगा।आपकी कीर्ति में वृद्धि होगी। कार्यों को टालने का प्रयास नहीं करें। आर्थिक मामलों में लापरवाही न करें।


मीन: समय रहते जरूरी कागजातों को टटोल लें। संतान के कार्यों से चिंतित रहेंगे। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे। व्यक्तिगत कार्यों में लापरवाही कर रहे हैं। कार्यस्थल में उन्नति की संभावना है।आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।

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ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ


शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-24
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण


शुभ मुहूर्त: आज अश्विनी नक्षत्र में विवाह अति आवश्यकता में (राहु युति व मृत्यु बाण दोष), वधू प्रवेश, नामकरण, चौल, मुंडन, कर्णवेध, अक्षरारम्भ, विद्यारम्भ, कूपारम्भ, हलप्रवहण व जलाशय रामसर प्रतिष्ठा आदि के शुभ मुहूर्त हैं। एकादशी नंदा संज्ञक तिथि प्रात: 8-49 बजे तक, तदन्तर द्वादशी भद्रा संज्ञक तिथि है। एकादशी तिथि में यज्ञोपवीत, विवाहादि मांगलिक कार्य, देवकार्य, चित्रकारी, गृहारम्भ, गृहप्रवेश, देवोत्सव और व्रतोपवास आदि कार्य करने योग्य हैं तथा द्वादशी तिथि में सभी चर-स्थिर कार्य, विवाह, जनेऊ आदि सभी कार्य शुभ होते हैं।


श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 9-02 बजे तक लाभ व अमृत, पूर्वाह्न 10-44 बजे से दोपहर 12-27 बजे तक शुभ तथा अपराह्न 3-52 बजे से सूर्यास्त तक चर व लाभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं, जो आवश्यक शुभ कार्यारम्भ के लिए अत्त्युत्तम है। बुधवार को अभिजित नामक मुहूर्त शुभ कार्यों में वर्जित माना गया है।

दिशाशूल: बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। राहुकाल: दोपहर 12-00 बजे से दोपहर बाद 1-30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

चंद्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मेष राशि में है।

नक्षत्र: अश्विनी "क्षिप्र व तिङर््यंमुख" संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 1-40 बजे तक, तदन्तर भरणी "उग्र व अधोमुख" संज्ञक नक्षत्र है। अश्विनी नक्षत्र में यात्रा, दवा ग्रहण, अलंकार, विद्या, चित्रकारी, कला व विवाहांगादिक कार्य करने योग्य है। भरणी नक्षत्र में साहस, शत्रुवध, बंधन आदि कार्य सिद्ध होते हैं।

योग: अतिगण्ड नैसर्गिक अशुभ योग अंतरात 3-00 बजे तक, तदुपरांत सुकर्मा नामक नैसर्गिक शुभ योग है।

विशिष्ट योग: कुमार योग नामक शुभ योग प्रात: 8-49 बजे तक तथा राजयोग नामक शुभ योग सूर्योदय से दोपहर बाद 1-40 बजे तक है।

करण: बालव नामकरण प्रात: 8-49 बजे तक, तदुपरांत कौलव व तैतिल आदि करण क्रमश: हैं।

व्रतोत्सव : आज योगिनी एकादशी व्रत सबका तथा गंडमूल दोपहर बाद 1-40 बजे तक।

आज जन्म लेने वाले बच्चे : आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (चो, ला, लि, लू, ले) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मेष है। मेष राशि के स्वामी मंगल है। इनका जन्म स्वर्णपाद से है। सामान्यत: ये जातक धनी, हंसमुख, सुन्दर, बुद्धिमान, यशस्वी, सत्यप्रिय और विपरीत लिंगियों के प्रति आसक्त होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 25 वर्ष की आयु के बाद ही होता है। मेष राशि वाले जातकों को धन-धान्य तथा अन्य सभी प्रकार की भौतिक सुख सुविधाएं प्राप्त होंगी। आर्थिक विकास भी होगा।

जयपुर। तेज गर्मी और तपती दोपहरी में पैदल मार्च ने हाल किया बेहाल। ऐसे में जब वाटर कैनन से पानी की बौछार आई तो कार्यकर्ताओं को राहत मिली। वहीं कई कार्यकर्ता इस बौछार में नाचते और झूमते नजर आए। ऐसा ही नजारा देखने को मिला भाजपा के प्रदर्शन में।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर सी पी जोशी की नियुक्ति के बाद पार्टी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ पहला प्रदर्शन किया। भाजपा ने सभी कार्यकर्ताओं को पहले प्रदेश कार्यालय बुलाया। यहां सरकार के खिलाफ जमकर भाषण हुए। इसके बाद स्टेच्यू सर्किल पर प्रदर्शन किया गया। जिससे तेज गर्मी से कार्यकर्ताओं के हाल खराब हो गए। सचिवालय का घेराव करने आ रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने स्टेच्यू सर्किल पर ही रोक दिया। यहां करीब डेढ घंटे तक भाजपा ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। स्टेच्यू सर्किल पर पुलिस ने वाटर कैनन चला कर भीड़ को इधर-उधर कर दिया। जिसकी बौछार से कार्यकर्ताओं ने राहत की सांस ली।

नहीं दिखी भीड़

तेज गर्मी के चलते भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर तो ठीक-ठाक भीड़ नजर आई, लेकिन स्टेच्यू सर्किल पर ऐसा नजारा नहीं दिख सका। एक समय तो ऐसा आया जब स्टेच्यू सर्किल पर भाजपा कार्यकर्ताओं से ज्यादा पुलिस की भीड़ नजर आई।


बाल विवाह एक ऐसी कुप्रथा है जिसका खामियाजा उन बच्चों को भुगतना पड़ता है जिन्हें इस बंधन में जबरन बांध दिया जाता है। खासतौर पर लड़कियों को। कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा राजस्थानी वेबसीरीज 'वकील साहिबा' में, जो इसी माह ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रही है। निर्देशक और पटकथा लेखक गजेंद्र क्षोत्रिय ने बताया कि वेबसीरीज बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों को बताने के साथ एक संदेश भी देने का प्रयास किया है। राजधानी जयपुर और आसपास के इलाके में शूट की गई इस वेबसीरीज की कहानी एक ऐसी लडक़ी की है, जिसका बाल विवाह कर दिया जाता है। उसकी पढ़ाई छूट जाती है, बड़े होने पर पति के जीवन में दूसरी लडक़ी आ जाती है और उसे घर छोडऩा पड़ता है। इसके बाद भी लडक़ी हिम्मत नहीं हारती, वह अपने माता पिता के घर आती है और अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर वकील बनती है। वहीं दूसरी ओर उसका पति एक हत्या के केस में फंस जाता है, तब ससुराल पक्ष लडक़ी की मदद लेता है और वह अपने पति का केस लड़ती है। क्षोत्रिय ने बताया कि वेबसीरीज में ना केवल बाल विवाह से होने वाले नुकसान को दर्शाया गया है बल्कि एक संदेश देने का प्रयास भी किया गया है कि बेटियों को बोझ नहीं समझा जाए, उन्हें मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि वह अपनी प्रतिभा से समाज में अपना मुकाम बना सकती है।
क्षोत्रिय के मुताबिक आठ एपिसोड की इस वेबसीरीज में अपूर्व चतुर्वेदी, संवाद भट्ट, रमन आत्रे के साथ जयपुर रंगमंच से जुड़े कलाकारों तपन भट्ट, विषा पाराशर, आकाश जोशी, मनीष कसाना, अमित मेहरा, जया पांडे, अंजलि त्रिपाठी आदि ने अभिनय किया। संगीत राजीव थानवी का है,जबकि सिनेमेटोग्राफी पुनीत धनकड़ की है। वेबसीरीज का साउंड विजय शेखावत ने डिजाइन किया है जबकि पटकथा गजेंद्र सिंह क्षोत्रिय ने लिखा है।

जयपुर। महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता, देशभक्ति और कर्तव्य परायणता का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड का गठन किया जाएगा। इस बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बोर्ड के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।

बोर्ड में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा 7 अन्य सदस्य होंगे। बोर्ड में सचिव एवं कार्यकारी स्टाफ अलग से होगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने उदयपुर में 22 मई को कालजयी योद्धा महाराणा प्रताप की स्मृति में बोर्ड गठित करने की घोषणा की थी।

बोर्ड यह करेगा काम :
इस बोर्ड के गठन का उद्देश्य नई पीढ़ी को महाराणा प्रताप के महान चरित्र का अनुगामी बनाना, उन पर आधारित पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षण एवं नव-निर्माण, भारत की विभिन्न भाषाओं में रचित प्राचीन साहित्य के संकलन, संरक्षण, शोध, प्रकाशन एवं प्रचार-प्रसार, सम्बन्धित पाठ्यक्रम सामग्री का निर्धारण-समावेशन करना है। साथ ही, उनके नाम से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों की शुरूआत करना, उन पर आधारित मेलों, प्रदर्शनी, समारोह, सम्मेलन, फिल्मों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगोष्ठियों तथा कवि सम्मेलनों का आयोजन करना एवं देश-विदेश में उनके विचारों का प्रचार-प्रसार का कार्य भी बोर्ड करेगा।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी 15 से 17 जून तक मुम्‍बई में आयोजित हो रहे राष्‍ट्रीय विधायक सम्‍मेलन में भाग लेंगे। वे सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14 जून को मुम्‍बई रवाना होंगे। विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी उनके साथ मुम्‍बई जाएंगे।

विधायकों के इस तीन दिवसीय सम्‍मेलन में 80 से अधिक विषयगत सत्रों का आयोजन होगा। सम्‍मेलन में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला, लोकसभा पूर्व अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन, डॉ. मीरा कुमार, डॉ. मनोहर जोशी और शिवराज पाटील मौजूद रहेंगे।

जोशी ने बताया कि सभी राज्‍यों के विधायकों का सम्‍मेलन पहली बार हो रहा है। इस सम्‍मेलन में दो हजार से अधिक विधायक शामिल होंगे। इसमें विधानसभाओं की परम्‍पराओं, नियम प्रक्रियाओं के अलावा जनहित से जुडे मुद्दों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन भी होगा। इसमें भाग लेने के लिए राजस्‍थान से 113 विधायकों ने पंजीकरण कराया है। सम्‍मेलन में देश के विभिन्‍न राज्‍यों के विधायक लोकतंत्र को मजबूत बनाने और सुशासन के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधायी प्रतिनिधियों और विधायकों के कौशल और क्षमता को बढ़ाना इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है, ताकि उनकी कानून बनाने और नीति निर्माण की प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया जा सके। आपसी सहयोग को बढ़ावा देना और विधायी भाषण की गुणवत्ता में सुधार भी सम्मेलन का ध्येय है।

अब्दुल बारी/जयपुर. प्रदेश में कई जगह छात्राओं के दुपट्टे के साथ परीक्षा देने के मामले में विवाद सामने आ रहे हैं। हालात यह है कि दुपट्टा न होने की सख्ती के चलते छात्राएं परीक्षा से भी वंचित हो रही हैं। इस मामले को लेकर सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मांग की गई है कि नारी सम्मान को देखते हुए परीक्षा के दौरान दुपट्टा पहनने की स्पष्ट अनुमति दी जाए। सोशल मीडिया पर भी सरकार से दुपट्टों और हिजाब के मामले में शिथिलता देने की मांग की जा रही है।

छात्राओं का कहना है कि दुपट्टा हमारी आबरू है। जिसे हम किसी भी स्थिति में खुद से जुदा नहीं कर सकते। वहीं कुछ छात्राएं हिजाब की अनुमति देने की भी मांग कर रही हैं। राजधानी के सांगानेर में एक परीक्षा सेंटर पर स्टेट ओपन की 12वीं के परीक्षा के दौरान भी हिजाब और दुपट्टा साथ रखने की मांग पर कई छात्राएं परीक्षा चेकिंग टीम से टकराव की स्थिति में देखी गईं।

इनका कहना है...

समाजसेवी फरहीन खान का कहना है कि उन्होंने पत्र भेजकर सीएम अशोक गहलोत से मांग की है कि परीक्षा के दौरान छात्राओं को दुपट्टा साथ रखने की इजाजत मिले। चेकिंग के नाम पर उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए। उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है कि इनदिनों कई छात्राएं दुपट्टा और हिजाब पहनने की जिद पर परीक्षा छोड़ रही हैं। जो काफी गलत है। हां, परीक्षा में चेकिंग के लिए हम सहमत हैं। महिला अधिकारी छात्राओं की ठीक से चेकिंग करे। अच्छा सिस्टम फॉलो करने में हमें कोई आपत्ति नहीं है।

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पिछले एक माह में सामने आए कई मामले...

छात्राओं का आरोप, दुपट्टा उतारने का दबाव था, हमने परीक्षा छोड़ी

21 मई को डॉ. अम्बेडकर कॉलेज में मेरा पीटीईटी का एग्जाम था। चेकिंग वालों के कहने पर मैंने हिजाब, अंगुठियां आदि उतार दिए। लेकिन उन्होंने दुपट्टे के बिना ही एंट्री करने की शर्त रख दी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी मेरा पक्ष लेकर एंट्री देने की गुहार लगाई, लेकिन मौके पर मौजूद चेकिंग वाले नहीं माने। आखिर मैंने परीक्षा ही नहीं दी।

मनतशा नसीम, टोंक

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हम तीन लड़कियों का भविष्य खराब, सलवार सूट के साथ दुपट्टा क्यों नहीं

26 मार्च को आरयू में हमारी सेट की परीक्षा (उर्दू) थी। मुझ समेत अलवर की मुस्कान, दौसा की यास्मीन हम तीन लड़कियों को दुपट्टा उतारने के लिए कहा गया। हम हिजाब उतारने पर राजी हो गए। लेकिन दुपट्टा उतारने को तैयार नहीं हुए। ऐसे में हम तीनों को एंट्री नहीं मिली। सीकर के एक छात्र ने भी हमारी बेबसी देखते हुए दुखी होकर स्वेच्छा से परीक्षा नहीं दी। हम चार लोगों का भविष्य खराब हुआ है। साड़ी के साथ पल्लु को अनुमति है तो सलवार सूट के साथ दुपट्टा क्यों नहीं। हिजाब और दुपट्टे की अनुमति मिलनी चाहिए।

यास्मीन, प्रतापनगर

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प्रतीकात्मक तस्वीर

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जयपुर। भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर भाजपा की ओर से सचिवालय घेराव को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तंज कसा है। डोटासरा ने भाजपा के घेराव को फ्लॉप शो बताते हुए कहा कि बमुश्किल 1300 लोग ही जुटे जबकि 30 हजार लोगों के जुटने का दावा किया गया था।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा के घेराव को जनता का समर्थन नहीं मिला और उनका घेराव पूरी तरीके से फेल साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा के घेराव में ही एकजुटता का अभाव दिखाई दिया है। घेराव में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नजर नहीं आई और न ही सतीश पूनिया और ना ही मंच पर कोई ओबीसी का नेता नजर आया, इससे साफ है कि बीजेपी में गुटबाजी अभी भी हावी है और मतभेद ही नहीं मनभेद भी हैं।

साढ़े 4 साल विपक्ष की भूमिका निभाने में नाकाम
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा साढ़े 4 साल विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरह से नाकाम रही है और अब झूठ बोलकर लोगों को बरगलाने का काम किया जा रहा है। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पारदर्शिता के साथ काम करती है, सचिवालय के पास एक इमारत में नकदी और गोल्ड मिला तो तुरंत उस मामले को एसीबी को सौंप दिया गया और एसीबी इस मामले में जांच कर रही है। वहीं आरपीएससी के एक सदस्य के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।


प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से बीजेपी के तमाम नेता ईडी आने की बात कर रहे थे। ईडी आ भी गई है और जांच कर रही है, जिसने जो गलत काम किए होंगे मनी लॉन्ड्रिंग की होगी उसे सजा मिले। डोटासरा ने कहा कि बीजेपी हर जगह कहती है कि प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ेंगे लेकिन आरएएस ही अब प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा की ओर से मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर सचिवालय घेराव किया गया था। हालांकि उम्मीद के मुताबिक घेराव में भीड़ नहीं जुट पाई।

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जयपुर। राजस्थान को जल्द ही 16 आईएएस अधिकारी मिलेंगे। राजस्थान प्रशासनिक सेवा(आरएएस) से आईएएस में पदोन्नति पाने वाले 16 आरएएस अफसरों के नामों पर मंगलवार को दिल्ली में हुई यूपीएससी की बैठक में अनुमोदन कर दिया गया है। संघ लोक सेवा आयोग में सुबह 11 बजे लेकर दोपहर एक बजे तक हुई बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा, एसीएस वीनू गुप्ता और कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव हेमंत गेरा मौजूद रहे।

बैठक के दौरान तीनों अधिकारियों ने आरएएस अधिकारियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट रख नामों पर संभावित नामों पर चर्चा की, जिसके बाद नामों का अनुमोदन कर दिया गया है। अब जल्द ही डीओपीटी नामों को अंतिम रूप देने के लिए राज्य सरकार को भेजेगा।

सरकार की मंजूरी के बाद आरएएस से आईएएस में प्रमोशन पाने वाले अधिकारियों की सूची जारी कर दी जाएगी। जिन संभावित 16 आरएएस अधिकारियों को आईएएस में प्रमोशन मिल सकता है उनमें राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 1996 बैच के 9 और 1997 बैच के 7 अधिकारी बताए जा रहे हैं।

बताया जाता है कि आरएएस से आईएएस में चयनित होने के बाद यूपीएससी की ओर से कैडर भी अलॉट किया जाएगा। हालांकि राजस्थान प्रशासनिक सेवा से आईएएस में पदोन्नति पाने के चलते सभी 16 अधिकारियों को राजस्थान कैडर ही मिलेगा

ये 16 आरएएस अधिकारी हैं प्रमुख दावेदार
बताया जाता है कि आरएएस से आईएएस में जिन संभावित 16 प्रमुख दावेदारों के नाम हैं उनमें 1996 बैच की प्रियंका गोस्वामी, जगजीत मोंगा, रामनिवास मेहता, अरुण गर्ग, राजेंद्र वर्मा, अल्पा चौधरी, संचिता विश्नोई, हर्ष सावन सुखा, आशुतोष गुप्ता हैं। इसके अलावा 1997 बैच के बाबूलाल गोयल, बालमुकुंद असावा, नारायण सिंह, किशोर कुमार, हनुमान मल ढाका, बचनेश अग्रवाल और वासुदेव मालावत हैं।

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पाकिस्तान (Pakistan) में सिर्फ राजनीतिक उथल-पुथल ही नहीं, आर्थिक उथल-पुथल भी चल रही है। पाकिस्तान इस समय कर्ज़ में बुरी तरह डूबा हुआ है। पाकिस्तान पर कर्ज़ इतना ज़्यादा बढ़ गया है कि देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है। देश में आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। पाकिस्तान में महंगाई दर बहुत बढ़ गई है जिससे वहाँ के लोग भी बहुत परेशान हैं। कर्ज़ चुकाने की पाकिस्तान की तरफ से हर कोशिश की जा रही है, पर कोई भी कोशिश काम नहीं कर रही। इससे पाकिस्तान पर डिफॉल्टर होने का खतरा भी मंडरा रहा है। पर मुश्किल हालात के बावजूद पाकिस्तान ने कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से हर कोई हैरान है।


2022 में पाकिस्तान ने बनाए 5 नए परमाणु हथियार

हाल ही में दुनिया भर के देशों के परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली संस्था द स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में पिछले साल सभी देशों के बनाए नए परमाणु हथियारों के नंबर की लिस्ट शेयर की गई है। लिस्ट के अनुसार पिछले साल चीन (China) ने सबसे ज़्यादा 60 नए परमाणु हथियार बनाए। पर यह जानकार हैरानी नहीं होती। हैरानी तो इस लिस्ट में पाकिस्तान का नाम देखकर होती है। लिस्ट के अनुसार पाकिस्तान ने 2022 में 5 नए परमाणु हथियार बनाए।

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भारत से भी ज़्यादा नए परमाणु हथियार


2022 में नए परमाणु हथियार बनाने वाले देशों में भारत (India) का नाम भी शामिल है। भारत ने पिछले साल 4 नए परमाणु हथियार बनाए। पाकिस्तान ने भारत से ज़्यादा नए परमाणु हथियार बनाए। ओवरऑल परमाणु हथियारों पर गौर करें, तो इस मामले में भी पाकिस्तान आगे है। पाकिस्तान के पास अब कुल 170 परमाणु हथियार हो गए हैं। वहीं भारत के पास इस समय कुल 164 परमाणु हथियार ही हैं।

आखिर कैसे?

पाकिस्तान के पिछले साल 5 नए परमाणु हथियार बनाने की बात जानकार मन मे एक सवाल आता है। आखिर कैसे?

यह जगजाहिर है कि पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर है। पिछले एक साल में देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि देश की जनता परेशान हो रही है। लोगों को बढ़ती महंगाई की वजह से काफी तकलीफ हो रही है। पाकिस्तान पर कर्ज़ इतना बढ़ गया है कि डिफॉल्टर होने का खतरा पैदा हो गया है। पाकिस्तान को IMF से नया कर्ज़ भी नहीं मिल रहा है। इतने मुश्किल हालात के बावजूद भी पाकिस्तान ने पिछले साल 5 नए परमाणु हथियार बना लिए, जो सभी को हैरान करता है।

सोचने वाली बात यह है कि इसके लिए पैसा कहाँ से आया? क्या पाकिस्तानी आर्मी और खुफिया एजेंसी ISI के पास इतना पैसा है कि उन्होंने 5 नए परमाणु हथियार बना लिए? और अगर उनके पास इतना पैसा है तो उसका इस्तेमाल पाकिस्तान को आर्थिक संकट से निकालने के लिए क्यों नहीं किया जा रहा है? सवाल तो कई हैं, पर उनके जवाब नहीं।

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जयपुर। अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त गिरधर और गंगापुर के विशेषाधिकारी सुशील कुमार विश्नोई (आईपीएस) ने कुछ लोगों के साथ मिलकर गेगल थाना क्षेत्र में एक होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट की। रविवार रात हुई इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद राज्य सरकार ने आईपीएस और आईएएस के साथ मारपीट में शामिल टोंक के चार कर्मचारियों को भी निलम्बित कर दिया। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।

मामले में डीजी उमेश मिश्रा ने आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए है। निलम्बन काल में विश्नोई को पुलिस मुख्यालय व गिरधर को शासन सचिवालय में अपनी उपस्थिति देंगे। इसके अलावा टोंक के दाखिया के पटवारी नरेन्द्रसिंह दहिया, टोंक कलक्ट्रेट के कनिष्ट लिपिक हनुमान प्रसाद चौधरी और एसडीएम टोंक के गनमैन मुकेश कुमार चौधरी को निलम्बित किया गया है। मामले में टोंक तहसीलदार रामधन गुर्जर भी नामजद है। खबर लिखे जाने तक गुर्जर के निलम्बन आदेश की पुष्टि नहीं हो सकी।

गौरतलब है कि अजमेर हाईवे स्थित होटल मकराना राज में रविवार रात करीब दो बजे आईपीएस सुशील ने अपनी मित्र मंडली के साथ महफिल जमा रखी थी। तभी होटलकर्मियों से विवाद हो गया। गिरधर पहले टोंक में पदस्थापित थे। टोंक के कर्मचारी उन्हीं के साथ आए थे। विवाद होने पर अधिकारी कार में सवार होकर रवाना हो गए। वे थोड़ी देर बाद पुलिस के साथ लौटे और होटल में उपस्थित कर्मचारियों की जबरदस्त पिटाई की। मारपीट में पुलिसकर्मी भी शामिल थे। गेगल थाना पुलिस ने प्रकरण में पांच आरोपियों को नामजद कर शांतिभंग में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।

अजमेर पुलिस ने दबाया मामला

अजमेर पुलिस के उच्चाधिकारियों को रविवार रात ही जानकारी मिल गई थी। इसके बाद भी मामला दबाए रखा। बताया जा रहा है कि होटल संचालक एसपी चूनाराम जाट से भी मिला था। बावजूद इसके सोमवार तक सरकार के पास मामले की पूरी जानकारी नहीं पहुंची। इस बीच मंगलवार को सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गए।


आइपीएस पर था बलात्कार का आरोप, एफआर लगी
आइपीएस सुशील कुमार बिश्नोई के खिलाफ जोधपुर के पुलिस स्टेशन देवनगर में दिसम्बर 2019 में बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था। पीडि़ता भी प्रशिक्षु आइपीएस थी और ट्रेनिंग के दौरान हैदराबाद में बलात्कार करने के साथ ही 40 ग्राम सोना व करीब आठ लाख रुपए ऐंठने का आरोप लगाया गया था। जांच के बाद पुलिस ने एफआर लगा दी थी।

जयपुर। रणथम्भौर अभयारण्य (Ranthambore Sanctuary) में कैरेकल यानि सियागोश (Caracal means Siagosh) ब्रीडिंग सेंटर शुरू होगा। इसके लिए वन अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भिजवाए हैं। वनाधिकारियों ने बताया कि पांच से दस सियागोश की ब्रीडिंग कराई जाएगी। वर्तमान में रणथम्भौर में 35 से अधिक सियागोश हैं। कैरेकल मध्यम आकार की जंगली बिल्ली होती है। इसकी ऊंची छलांग लगाने की क्षमता काफी अधिक होती है। यह अधिकतर मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, सेंट्रल एशिया के जंगलों में अधिक पाई जाती है।

वन विभाग की ओर से रणथम्भौर में 2020 में तत्कालीन सीसीएफ मनोज पाराशर व उपवन संरक्षक मुकेश सैनी ने कई माह तक विशेष अभियान चलाकर सियागोश को खोजा था। इसके लिए वन विभाग की ओर से रणथम्भौर के जंगल में 215 जगहों पर फोटो ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। उस समय रणथम्भौर में करीब 35 सियागोश होने की पुष्टि वन विभाग की ओर से की गई थी। प्रदेश के अन्य किसी भी टाइगर रिजर्व या अभयारण्य में सियागोश नहीं है। ऐसे में इस दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली के रणथम्भौर में इतनी संख्या में होना भी एक रिकॉर्ड माना जा रहा है। गौरतलब है कि रणथम्भौर में वर्तमान में 7 प्रजाति के वन बिलाव (वाइल्ड कैट) पाए जाते हैं।

फिल्म 'वीर सावरकर' में नजर आएंगे 'बांछाराम'
गौरव ने बताया, 'मैं बीते दस वर्षों से रंगमंच और मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हूं। अब तक 100 से ज्यादा धारावाहिकों में छोटी लेकिन अहम भूमिकाएं निभा चुका हूं। अलग-अलग धरावाहिकों के करीब 400 एपिसोड्स में नजर आ चुका हूं। हाल ही रणदीप हुड्डा की डेब्यू निर्देशकीय फिल्म 'वीर सावरकर' के लिए अंडमान निकोबार में सेल्युलर जेल में शूटिंग कर के आया हूं। रणदीप हुड्डा के साथ काम कर काफी कुछ सीखने को मिला। फिल्म में मैं एक भारतीय ब्रिटिश पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रहा हूं, जो वीर सावरकर को जर्मनी से गिरफ्तार कर सेल्युलर जेल लाता है। गौरव ने बताया कि वह हाल ही एक वेब सीरीज के लिए भी शॉर्ट लिस्ट हुए हैं, जो 1919 के जलियांवाला बाग गोलीकांड पर आधारित है। इरफान खान जी और अमिताभ बच्चन जी के साथ भी विज्ञापन में काम कर चुका हूं।

रणदीप हुड्डा संग 'वीर सावरकर' में नज़र आएंगे बांछाराम बने गौरव

रोल के लिए डेढ़ महीने की मेहनत
बांछाराम बनने के लिए मैंने डेढ़ महीने रिहर्सल की है। खुद को एक कमरे में बंदकर मैं एक 80 साल के बूढ़े किसान की मानसिकता और बॉडी लैंग्वेज को समझने की कोशिश करता रहा। बतौर कलाकार मैं उस कहानी को अपने जीवन में उतारकर सोचता हूं कि इस किरदार पर क्या बीती होगी। इस प्ले को मैं पहले मुंबई में भी कर चुका हूं, जहां हमें बहुत अच्छा रेस्पॉन्स मिला।

बगिया हड़पने में जुटा हर किरदार
नाटक में दिखाया गया है कि बूढ़े बांछाराम ने बड़ी मेहनत से एक बगिया बनाई है, जिस पर गांव के लालची जमींदार से लेकर उसके अपने दोहिते और नाते-रिश्तेदारों की भी नीयत खराब है। सब कैसे भी कर के बांछाराम को रास्ते से हटाकर उसकी बगिया और जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। आखिर में बांछाराम को अपनी बगिया मिल जाती है और लालची लोग अपने अंजाम को पहुंच जाते हैं।

रणदीप हुड्डा संग 'वीर सावरकर' में नज़र आएंगे बांछाराम बने गौरव
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