>>: Digest for August 10, 2023

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Table of Contents

राज्य के नए जिलों में एससी-एसटी एक्ट की जांच के लिए डिप्टी एसपी की अध्यक्षता में सैल बनेगी। इसके साथ ही महिला व बाल अपराधों के लिए एडिशनल एसपी की अध्यक्षता में सिकाउ यूनिट का गठन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंगलवार को सीएमआर में अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत गठित राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक में यह फैसले हुए। गहलोत ने कहा कि एससी-एसटी अत्याचार के मामलों में पुलिस बिना किसी दबाव व
भयमुक्त होकर त्वरित अनुसंधान कर उन्हें न्याय दिलाना सुनिश्चित करें।

यह भी हुए फैसले:
एससी-एसटी एक्ट के प्रकरणों के निस्तारण का समय वर्ष 2017 में 197 दिन था। अब यह समय 64 दिन रह गया है। इसे 60 दिन से भी कम करने के प्रयास किए जाएंगे।
एससी-एसटी एक्ट के मामलों में पीड़ित प्रतिकर सहायता का भुगतान समयबद्ध तरीके से हो। केंद्र सरकार से मिलने वाला राशि में विलम्ब होने पर केंद्र सरकार से पत्राचार किया जाएगा।
एससी-एसटी एक्ट की एफआईआर के साथ ही पीड़ित को पीड़ित प्रतिकर योजना का लाभ देने के लिए जरूरी जानकारियां भी पुलिस सुनिश्चित करेगी।

Rajasthan Police Constable Recruitment 2023 : राजस्थान पुलिस ने कांस्टेबल के 3578 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है और अभ्यर्थी 27 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थियों का चयन पीईटी/पीएसटी, कम्प्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी), प्रवीणता परीक्षा, दस्तावेज सत्यापन और मेडिकल परीक्षण के आधार पर किया जाएगा। आज हम आपको बताएंगे कि राजस्थान पुलिस में चयनित अभ्यर्थियों को कितनी सैलेरी, भत्ते और क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं।

राजस्थान पुलिस कांस्टेबल सैलेरी स्ट्रक्चर 2023
राजस्थान पुलिस कांस्टेबल वेतन संरचना में ग्रेड वेतन, वेतनमान, इन-हैंड वेतन, सकल वेतन, शुद्ध वेतन, भत्ते, कटौती आदि शामिल हैं। नवीनतम अपडेट के अनुसार, राजस्थान पुलिस कांस्टेबल (जीडी), कांस्टेबल (पीटीसी) और कांस्टेबल (ड्राइवर) का वेतनमान 5200 से 20,200 रुपए के बीच होती है। ग्रेड पे 2400 रुपए होती है। कांस्टेबल को इन हैंड मिलने वाली सैलेरी 24000 से 27000 रुपए के बीच होती है। इसके अलावा उन्हें प्रोविडेंट फंड, चिकित्सा सुविधा, ग्रेच्युटी, पेंशन और एचआरए जैसी अन्य सुविधएं भी मिलती है।

प्रोबेशन
कांस्टेबल पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों को 2 साल की अवधि के लिए प्रोबेशन से गुजरना होता है। प्रोबेशन ट्रेनी अवधि के दौरान, कांस्टेबलों का मूल्यांकन उनके कार्य प्रदर्शन, नैतिक ता और पेशेवर व्यवहार के आधार पर किया जाएगा। प्रोबेशन पीरियड सफलतापूर्वक करने के बाद, उन्हें पद पर लागू विभिन्न भत्ते मिलेंगे।

कॅरियर ग्रोथ
राजस्थान पुलिस कांस्टेबल (Rajasthan Police Constable) पद के लिए नियुक्त उम्मीदवार अपने कार्य प्रदर्शन, वरिष्ठता और कार्य अनुभव के आधार पर पदोन्नति के पात्र होंगे। राजस्थान पुलिस कांस्टेबल जॉब प्रोफाइल के लिए कॅरियर ग्रोथ और जॉब स्कियुरिटी की अपार संभावनाएं हैं। 9 साल की सेवा पूरी करने पर वे पहली पदोन्नति के पात्र होंगे। उन्हें 18 साल की सेवा के बाद दूसरी पदोन्नति, 27 साल की सेवा के बाद तीसरी पदोन्नति और 36 साल की सेवा के बाद अंतिम पदोन्नति मिलेगी। राजस्थान पुलिस कांस्टेबल के लिए पदोन्नति पदानुक्रम नीचे साझा किया गया है :

-वरिष्ठ कांस्टेबल

-हेड कांस्टेबल

-सहायक उपनिरीक्षक

-उप निरीक्षक

-निरीक्षक

राज्य सरकार की ओर से राजस्थान प्राकृत भाषा एवं साहित्य अकादमी का गठन किया जाएगा। यह अकादमी जैन धर्म के लोक साहित्य के प्रकाशन एवं जैन समुदाय की पुरातात्विक धरोहरों एवं मंदिरों के पुररूद्धार व संरक्षण के लिए काम करेगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अकादमी के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। इसके द्वारा प्राकृत एवं जैन भाषा के साहित्य का संरक्षण, संवर्धन तथा अभिवृद्धि के लिए अनेक कार्य किए जाएंगे। इनमें उच्च स्तरीय ग्रन्थों, पाण्डुलिपियों, साहित्य कोष, शब्दावली एवं ग्रन्थ की निर्देशिका तैयार करना, प्राकृत भाषा का भारतीय भाषाओं में अनुवाद करना, साहित्य सम्मेलन, विचार-गोष्ठियां, परिसंवाद, कवि सम्मेलन, भाषण मालाएं, शिविर, प्रदर्शनियां एवं प्रचार-प्रसार संबंधी समस्त गतिविधियां आयोजित करना, साहित्यकारों को उनकी उत्कृष्ट रचनाओं के लिए सम्मानित करना आदि कार्य शामिल हैं। साथ ही, यह अकादमी पुस्तकालय, वाचनालय तथा अध्ययन एवं विचार-विमर्श केन्द्र स्थापित करने, प्राकृत भाषा एवं साहित्य के उत्थान के लिए योजनाएं तैयार करने तथा अकादमी के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कार्य करेगी। अकादमी में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष तथा सचिव सहित 4 अधिकारी होंगे।

जयपुर. हरमाड़ा थाना इलाके में लगातार दो दिन एक व्यापारी के बेटे का अपहरण करने का प्रयास किया गया। छठवीं कक्षा में पढऩे वाले 12 वर्षीय सौरभ ने दोनों बार अपनी सूझबूझ से अपहरणकर्ताओं की साजिश को नाकाम कर दिया। मामला दर्ज करवाने आए ताऊ गोपीचंद कुमावत ने बताया कि घर वाले रिश्तेदार की मौत के कारण शहर से बाहर थे। भतीजा सौरभ कुमावत चार अगस्त को स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रहा था। तभी दौरान त्रिवेणी नगर में बाइक सवार नकाबपोश दो युवकों ने उसका रास्ता रोक लिया। युवकों ने सौरभ से कहा तुम्हारी मां अस्पताल में है और तुम्हें बुला रही है। तुम हमारे साथ जल्द चलो। सौरभ को कुछ गड़बड़ लगी तो जाने से मना कर वहां से भाग गया। सौरभ ने पूरी घटना परिजनों को बताई मगर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। सौरभ के पिता दिनेश मुंबई में होटल का व्यवसाय करते हैं।

ऐसे नाकाम की अपहरणकर्ताओं की साजिश
अगले दिन 5 अगस्त को फिर से इसी तरह की घटना हुई। स्कूल से लौटते समय दो बाइक सवार नकाबपोश रास्ते में खड़े मिले। इस बार बदमाशों ने सौरभ का हाथ पकडऩे का प्रयास किया। इस पर सौरभ रास्ते में पड़े पत्थर अपहरणकर्ताओं पर बरसाने लगा और वहां से भाग गया। घर पहुंचते ही बड़े भाई अमित को घटना की जानकारी दी। दोनों भाइयों ने घर के सभी दरवाजे व खिड़कियां बंद कर परिजन को सूचना दी।

जांच में जुटी पुलिस
पुलिस घटना की तस्दीक कर रही है। अपहरण के प्रयास की घटना पांच अगस्त की बताई गई है। बच्चे ने पूरी घटना का विवरण बताया है। अभी तक जांच में फिरौती जैसा कोई प्रकरण सामने नहीं आया है।
- मनीष, थानाधिकारी, हरमाडा

जयपुर। ब्यावर जिला बनने के बाद मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ पहली कार्रवाई पुलिस मुख्यालय क्राइम ब्रांच की टीम की सूचना पर की गई। मंगलवार को एक प्राइवेट ट्रैवल्स बस से पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से एक किलो अफीम बरामद की है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी जोधपुर में मजदूरी करने वाली लोगों को सप्लाई करने जा रहा था।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि संगठित अपराधों के खिलाफ स्टेट क्राइम ब्रांच की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। हेड कांस्टेबल महेश की सूचना पर मंगलवार को ब्यावर जिले की सदर थाना पुलिस की टीम ने एक प्राइवेट ट्रैवल्स कंपनी की स्लीपर कोच बस से जोधपुर जा रहे तस्कर शंभू सिंह पुत्र तेज सिंह निवासी गोविंदपुरा थाना पिड़ावा जिला झालावाड़ को गिरफ्तार कर एक किलो उच्च कोटि की अफीम जब्त की।
पूछताछ में आरोपी ने अफीम गांव के ही रहने वाले गोवर्धन राजपूत से लाकर जोधपुर में मजदूरी करने वाले लोगों को देने जाना बताया। फिलहाल थाना पुलिस आरोपी से मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त एवं इनके नेटवर्क के संबंध में गहनता से पूछताछ करने में जुटी है। एडीजी ने बताया कि इस कार्रवाई को सफल बनाने में सीआईडी क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा, कमल सिंह, रामनिवास एवं कांस्टेबल देवेंद्र व चालक विश्राम की विशेष भूमिका रही।

जयपुर। चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी के द्वारा राजस्थान पुलिस के प्रति अमर्यादित और आपत्तिजनक शब्दों के दिए गए बयान की राजस्थान पुलिस सेवा परिषद ने कड़े शब्दों में निंदा की है। राजस्थान पुलिस सेवा परिषद की ओर से पुलिस महानिदेशक को मंगलवार को ज्ञापन दिया गया। जिसमें बताया कि 5 अगस्त को कोटडी भीलवाड़ा में प्रदर्शन के दौरान सीपी जोशी का भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इससे पुलिस की छवि खराब हुई है। राजस्थान पुलिस सेवा परिषद के अध्यक्ष रघुवीर सैनी ने बताया कि आमजन की जान माल की सुरक्षा, अपराधियों पर नियंत्रण और कानून व्यवस्था को स्थापित करने के लिए दिन रात तत्पर रहने वाले पुलिस के लिए सीपी जोशी ने अमर्यादित भाषा को प्रयोग किया है। इसे कतई उचित नहीं कहा जा सकता। उनके अर्मयादित अन्यथा शब्दों एवं भाव से लाखों पुलिसकर्मियों, उनके परिवार के लोगों की ना केवल भावनाएं आहत हुई है, बल्कि रक्षक की भूमिका निभा रही राजस्थान पुलिस के अधिकारियों, कार्मिको के सम्मान, इकबाल और छवि को भारी ठेस पहुंची है। एक जिम्मेदार पद पर आसानी जनप्रतिनिधि से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती। यदि कोई पुलिसकर्मी गलत-दोषी हो तो वह दण्ड का भागी है, लेकिन पूरे पुलिस परिवार के लिए इस तरह बोलना उचित नही है। इस दौरान राजस्थान पुलिस सेवा परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरोत्तम लाल, उपाध्यक्ष बजरंग सिंह शेखावत, महासचिव सुलेश चौधरी सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

जयपुर। राजस्थान पत्रिका का तीन दिवसीय प्रॉपर्टी एक्सपो प्रोपेक्स 4.0 चौड़ा रास्ता स्थित रामलीला मैदान में आयोजित होगा। 11 से 13 अगस्त तक चलने वाले इस एक्सपो में शहरवासी आकर अपने सपने का घर तलाश कर सकेंगे।

एक्सपो की खास बात यह है कि शहर की हर लोकेशन के प्रोजेक्ट्स को इसमें शामिल किया गया है। ऐसे में जो ग्राहक यहां ड्रीम होम की सोचकर आएंगे, वे बिना डील फाइनल किए वापस नहीं जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 9828473938 और 9928015903 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

रियल एस्टेट मार्केट में अभी सकारात्मक माहौल है। विला और प्लॉट की डिमांड है। राजस्थान पत्रिका के इस प्रोपेक्स में शहरवासियों को कई विकल्प मिलेंगे। -अजय कृष्ण मोदी, निदेशक, ओके प्लस ग्रुप

तीन दिवसीय एक्सपो में डवलपर्स अपने प्रोजेक्ट्स के साथ हिस्सा ले रहे हैं। एक्सपो में आने वाले सभी विजिटर्स को एक ही जगह पर सभी प्रोजेक्ट्स की जानकारी मिल जाएगी। -राजेश जैन, निदेशक, केजीके रियल्टी

एक्सपो में इस बार भी जयपुर और बाहर के सभी ग्राहकों के लिए एक ही जगह मकान, विला और फ्लैट मिल सकेंगे। प्रोपेक्स का अनुभव हमेशा ही बेहतर रहा है। -अशोक शर्मा, एमडी, शुभम ग्रुप

इस एक्सपो में विशेषकर राजकीय और केंद्रीय कर्मचारियों, आर्मी पर्सन के लिए विकसित प्रोजेक्ट मिलेंगे। निवेश करने के लिए यह सही समय है। -एसपी भारद्वाज, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एयरफोर्स नेवल हाउसिंग ग्रुप

एक्सपो में ग्राहकों को कई विकल्प मिलेंगे। एक ही परिसर में फ्लैट और विला के ऑप्शन उपलब्ध होंगे। इससे ग्राहकों को फायदा होगा। आकर्षक उपहार भी दिए जाएंगे। -सी के मित्तल, चेयरमैन, टीम आरआरसी

प्रोपेक्स में ग्राहकों को प्लॉट, फ्लैट और विला के ऑप्शन मिलेंगे। डील फाइलन करने पर विशेष ऑफर भी ग्राहकों को दिए जाएंगे। -अंकुर सिंघल, एडमी, गोल्डन ग्लोब एडवाइजरी प्रा. लिमिटेड

घर खरीदना हर व्यक्ति का सपना होता है। एक्सपो में आकर उनका सपना पूरा होगा। यहां आकर ग्राहक को ढेर सारे विकल्प मिलेंगे। हर एरिया में प्रोजेक्ट की जानकारी मिलेगी। -जेके जाजू, चेयरमैन, सुभाषीश ग्रुप

त्योहारी सीजन से पहले पत्रिका का यह प्रयास सराहनीय है। घर के अलावा ऑफिस, दुकान और शोरूम के विकल्प भी एक्सपो में ग्राहकों को मिलेंगे। -एन के गुप्ता, चेयरमैन, मंगलम ग्रुप

एक्सपो में लग्जरी फ्लैट और विला ग्राहकों को शहर की हर लोकेशन पर मिल सकेंगे। त्योहारी सीजन से पहले यह एक्सपो ग्राहकों का ड्रीम होम का सपना जरूर पूरा करेगा। -वरुण अग्रवाल, निदेशक, आशीष ग्रुप

ग्राहकों के लिए प्रॉपर्टी खरीदने का यह शानदार मौका है। नए घर और निवेश के बारे में एक्सपो में सही जानकारी मिलेगी। -चरण सिंह खंगारोत, एमडी, एफ एस रियल्टी

जयपुर. चुनावी साल में जेडीए में गड़बड़झाले भी शुरू हो गए हैं। जेडीए ने रिक्रेएशनल के लिए आरक्षित जमीन पर आवासीय कॉलोनी की स्वीकृति दे दी। जबकि, जेडीए टाउन प्लानिंग के अधिकारी मानते हैं कि रिक्रेएशनल की जमीन पर फॉर्म हाउस, पार्क, खेल मैदान विकसित किए जा सकते हैं। रिक्रेएशनल में आने वाली जमीन का लैंड यूज भी नहीं बदला जा सकता है।

जोन 12 के माचवा में जिस जमीन को जेडीए ने आवासीय अनुमति दी है, अब इस पर कॉलोनी सृजित करने की तैयार की जा रही है। तीन खसरों की 1.98 हेक्टेयर जमीन की 90-ए (गैर कृषि उपयोग के लिए) की गई है।

तीन बार हो चुकी है कार्रवाई

जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने पिछले वर्ष मई-जून में तीन बार उक्त जमीन पर कार्रवाई की थी। पहले निर्माणकर्ता इस कॉलोनी को 30 बीघा और 18 बीघा में विकसित कर रहे थे।

यदि जमीन पूरी रिक्रेएशनल में आरक्षित है तो वहां आवासीय की अनुमति नहीं मिल सकती। यह जमीन पार्क, खेल मैदान से लेकर फॉर्म हाउस के लिए आरक्षित है।

-विनय कुमार दलेला, निदेशक टाउन प्लानिंग

मेरे ज्वॉइन करने से पहले 90 ए की प्रक्रिया चल रही थी। टाउन प्लानिंग ने जो रिपोर्ट दी है, उसके आधार पर ही कार्रवाई की है।

-प्रवीण कुमार, जोन उपायुक्त

प्रभु की जमीन पर भू माफिया की नजर, रात में हो रहा अवैध निर्माण

जयपुर. चौमूं, टांटियावास टोल के पास बेशकीमती मंदिर माफी की जमीन पर भूमाफिया कब्जा करने में लगे हैं। सीकर हाईवे से लगे रामपुरा डाबड़ी में मंदिर माफी की जमीन पर अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। रातों रात भूखंडों पर दीवारें और पिलर खड़े किए जा रहे हैं। उक्त जमीन मंदिर श्री गोपाल जी के नाम दर्ज है। 16 बीघा सात बिस्वा इस जमीन की बाजार में कीमत 120 करोड़ रुपए के आस-पास है। मंदिर के पुजारी कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि भूमाफिया धमका रहे हैं, चौमूं थाना पुलिस में शिकायत की, लेकिन वहां कोई सुनने को तैयार नहीं है।

पहले भी इस जमीन को लेकर हुआ था विवाद

-16 बीघा सात बिस्वा इस जमीन को लेकर वर्ष 2021 में भी विवाद हुआ था। तत्कालीन तहसीलदार ने मंदिर माफी रिफरेंस नोट हटाकर काश्तकारों के नाम कर दी थी। बाद में कलक्टर ने कार्रवाई की थी।

जयपुर। काइरोप्रैक्टिक एक ऐसी विधा, जिससे पश्चिमी देशों के लोग शायद अब मुखातिब हुए हैं, लेकिन भारत में यह विधा लंबे समय से प्रचलित है। पूर्व में इस विधा के जानकारों को आम बोलचाल में 'पहलवान' कहा जाता था। हालांकि, वे इलाज अनुभव के आधार पर करते थे और अब इसके लिए डिप्लोमा से लेकर डिग्री कोर्सेज होते हैं। हालांकि, ये कोर्स फिलहाल भारत में उपलब्ध नहीं हैं। काइरोप्रैक्टिक में हड्डियों से संबंधित समस्याओं को दूर किया जाता है। बशर्तें, बीमारी ऐसी स्टेज में न हो, जिसमें ऑपरेशन ही एकमात्र उपचार बचा हो। इस विधा की सक्सेस रेट अन्य किसी भी चिकित्सा पद्धति से काफी ज्यादा (70-80%) है। काइरोप्रैक्टिक से मेरुदंड (स्पाइनल कोर्ड) में उत्पन्न हुए विकारों को दूर किया जाता है। काइरोप्रैक्टिक भारत में अब विदेशों की तरह अपनी जड़ें जमा रही है।

किन बीमारियों में है कारगर

- Slip disk

- सर्वाइकल

- अर्थेराइटिस

- स्पाइनल कोर्ड से जुड़ी बीमारियों

किस उम्र के मरीज ज्यादा

यूं तो ३५ साल से ऊपर की महिलाओं में हड्डियों से संबंधित बीमारियां अधिक होती हैं, लेकिन वर्तमान में लगातार कम्प्यूटर पर काम करने, गलत पॉश्चर में बैठने आदि के कारण कम उम्र के मरीज भी सामने आ रहे हैं। इनमें आइटी कंपनी, कॉलसेंटर जैसी जगहों पर काम करने वाले काफी हैं। इनमें कमर के निचले हिस्से दर्द और सर्वाइकल की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। गलत दिनचर्या बढ़ा रही है समस्याएं वर्तमान दौर में काम के चलते युवाओं को घंटे कम्प्यूटर के सामने बैठे रहना पड़ता है। ऐसे में स्पाइनल कोर्ड में धीरे-धीरे समस्याएं आना शुरू हो जाती है। घंटों लगातार बैठने के कारण सर्वाइकल और कमर के निचले हिस्से में दर्द रहने सहित अन्य परेशानियां ज्यादा बढ़ जाती हैं। साथ ही, गलत दिनचर्या और व्यायाम की कमी के चलते भी हड्डियों से जुड़ी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
शरीर के अंगों का बैठाया जाता है अलाइनमेंट

शरीर को सही रखने के लिए स्पाइनल कोर्ड का अलाइनमेंट होना बहुत जरूरी है। काइरोप्रैक्टिक में मेरुदंड से लेकर अन्य अंगों के अलाइनमेंट बैठाया जाता है। इस पद्धति में किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। देश में इसकी पढ़ाई नहीं होने के कारण फिजिशियन विदेशों से इस विधा में डिप्लोमा या डिग्री कर रहे हैं।

- डॉ. आशुतोष शर्मा, काइरोप्रैक्टिशनर एवं एसोसिएट प्रोफेसर जेएनयू अस्पताल और मेडिकल कॉलेज

मुंबई. क्रेसंडा सॉल्यूशंस लिमिटेड ने चंद्र प्रकाश शर्मा, अरुण कुमार त्यागी, विजय सोलंकी और राजकुमार मसलिया को 7 अगस्त, 2023 से निदेशक मंडल में शामिल करने की घोषणा की। अरुण कुमार त्यागी क्रेसंडा सॉल्यूशंस लिमिटेड में संयुक्त प्रबंध निदेशक और कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल हुए हैं। वह अपने साथ मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में समृद्ध अनुभव लेकर आए हैं, जिसमें कंपनियों को शीर्ष और निचले स्तर पर मजबूत करने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। नया कंपनी बोर्ड नवाचार के युग की शुरुआत करता है, जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से नई परियोजनाओं को चलाने के लिए तैयार है। चंद्र प्रकाश शर्मा क्रेसंडा सॉल्यूशंस लिमिटेड में कंपनी के स्वतंत्र निदेशक और अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए हैं। भारत सरकार के पूर्व कार्यकारी के रूप में शानदार पृष्ठभूमि वाले सी.पी. शर्मा के पास भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव के रूप में सेवानिवृत्त होने का प्रतिष्ठित पदवी है। विशेष रूप से, उन्होंने परामर्श क्षमता में युफ्लेक्स इंडिया और जापानी बहुराष्ट्रीय कंपनी पैडको जैसी प्रमुख संस्थाओं के लिए सलाहकार के रूप में भी काम किया है।

जयपुर. एंटरप्रेन्योर के पास नए आइडिया होते हैं उनके आइडिया आम आदमी से बिल्कुल अलग होते हैं। वह नौकरी नहीं करते बल्कि नौकरियां पैदा करते हैं। यह बात
राजस्थान स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कही। वे मंगलवार को 22 गोदाम स्थित होटल होलीडे इन में एफएम तडक़ा की ओर से आयोजित 'एंटरप्रेन्योर अवॉर्ड 2023' सेरेमनी में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। गेस्ट ऑफ ऑनर जयपुर ग्रेटर की महापौर सौम्या गुर्जर थी। अवॉर्ड सेरेमनी में रियल स्टेट और नॉन रियल स्टेट में उत्कृष्ट योगदान के लिए 35 एंटरप्रेन्योर को सम्मानित किया गया। इस दौरान एंटरप्रेन्योर्स का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।

बहुत विश्वसनीयता है इस सम्मान में
अरोड़ा ने अवॉर्ड विनर्स को बधाई देते हुए कहा कि राजस्थान पत्रिका के एफएम तडक़ा के सम्मान में बहुत विश्वसनीयता है। एंटरप्रेन्योर्स, नई चीजें सोचते है, नए लोगों को रोजगार देते हैं। उन्होंने एंटरप्रेन्योर्स से राजस्थान की इकॉनोमी बढ़ाने और लोगों को रोजगार देने के लिए प्रेरित किया। अपनी जर्नी साझा करते हुए अवॉर्ड विनर्स से कहा कि आप ऐसे शहर में रहते हो जो अपने आप में एक ब्रांड है। आज दुनिया ग्लोबल विलेज बन गई है।
कार्यक्रम में मंच का संचालन आरजे सूफी और आरजे शिवांगी ने किया।

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मुंबई. भारत की अग्रणी पशु स्वास्थ्य कंपनियों में से एक हेस्टर बायोसाइंसेज लिमिटेड ने जून 2023 को समाप्त वित्त वर्ष 2024 के पहली तिमाही में रु. 6.71 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि वित्त वर्ष 2023 के पहली तिमाही में रु. 3.56 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ था, जो 88% की वृद्धि है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के पहली तिमाही के लिए परिचालन से रु. 87.85 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो कि वित्त वर्ष 2023 के पहली तिमाही में रु. 50.70 करोड़ के राजस्व की तुलना में साल-दर-साल 73% की वृद्धि है। जून 2023 को समाप्त वित्त वर्ष 2024 के पहली तिमाही के दौरान परिचालन लाभ रु. 14.36 करोड़ दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2023 के पहली तिमाही में रु. 7.43 करोड़ से 93% की वृद्धि है। वित्त वर्ष 2024 के पहली तिमाही के लिए ईपीएस रु. 7.89 प्रति शेयर बताई गई। समेकित परिणामों में नेपाल और तंजानिया की सहायक कंपनियों का संचालन शामिल है। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही के दौरान हेस्टर नेपाल का कारोबार मुख्य रूप से टीकों के निर्यात से रु. 6.54 करोड़ और कुल शुद्ध लाभ रु. 3.67 करोड़ था।

Symptoms of high cholesterol:शरीर में बढ़ गया हैं ज्यादा मात्रा में कोलेस्ट्रॉल तो जल्द ही करें ये बदलाव

यदि आपके शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा ज्यादा हो गई है तो अभी सचेत हो जाए नही तो आपको भारी मात्रा में इसका नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। उच्च मात्रा में कोलेस्ट्रोल बढ़ जाने पर आपको स्वास्थ संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। जैसे दिल की बीमारी, पैरालिसिस स्ट्रोक , रक्त कोशिकाओं में खून की रुकावट और शरीर का आलसी होना आदि।

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हाई कोलेस्ट्रोल को कम करने के लिए सबसे पहला काम आपको अपने खाने की चीजों को लेकर करना होगा। एक हेल्थी और स्वस्थ आहार का चयन करें। फैटी और ऑयली भोजन न करें। इसके साथ ही अपनी दिनचर्या में बदलाव करें।

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हम कैसे अपनी दिनचर्या में बदलाव करके कोलेस्ट्रोल को कम कर सकते हैं।

1. ज्यादा तनाव में न रहें:
ऐसा देखने को मिलता हैं की जो लोग ज्यादा तनाव लेते हैं। उनका कोलेस्ट्रोल बढ़ने लगता हैं। जिससे की आपको दिल से संबंधित बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती हैं। तो कोशिश करें आपको तनाव न हो। जिससे की आपका कोलेस्ट्रोल लेवल कंट्रोल में रहे।

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2. रोज व्यायाम वर्जिश करें:
कसरत करने से हमारा शरीर एक दम स्वस्थ और तरो ताजा रहता है। कसरत से आप अपना कोलेस्ट्रोल लेवल काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।

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3. रात की नींद पूरी होना:
यदि आप रोज भरपुर नींद लेंगे तो इससे आपके हृदय को बहुत से फायदे होंगे। और आपका मस्तिष्क अच्छे से काम करेगा। एक अच्छी नींद आपके कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। नए जिलाें में भूमाफिया और रसूखदारों का जमीन खरीद-फरोख्त का खेल रोकने के लिए आवश्यक होने पर भू-रूपान्तरण रोका जाएगा। कलक्ट्रेट कहां बनेगी इसका निर्णय भी अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी। राजस्थान पत्रिका के नए जिलों में अचानक जमीन खरीद-फरोख्त बढ़ने का मुद्दा उठाने के बाद राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। साथ ही, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नए जिलो को शीघ्र ही पूरी तरह क्रियाशील बनाने के दिशानिर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार देर रात उनके राजकीय आवास पर नए जिलों की स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए। बैठक में कहा गया कि अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय कमेटी मिनी सचिवालय-कलक्ट्रेट के लिए भूमि के चयन को अंतिम रूप देगी। कमेटी जमीन को लेकर पूर्व में प्राप्त प्रस्तावों की समीक्षा भी करेगी। नगर नियोजन अधिकारियों की कमेटी मौके पर जाकर मिनी सचिवालय/जिला कलेक्ट्रेट के लिए चिन्हित भूमि की उपयुक्तता का परीक्षण करेगी, जिसकी रिपोर्ट राज्य स्तरीय कमेटी तक जाएगी। प्रस्तावित कार्यालय के पास भूमाफिया एवं अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों के भूमि की खरीद फरोख्त कर लेने पर उस क्षेत्र में भू-रूपांतरण पर रोक लगाई जाएगी।
ये किए महत्वपूर्ण निर्णय
- जिन नए जिला मुख्यालयों पर नगर पालिका है, वहां नगर परिषद बनाई जाएगी।
-टाउन प्लानिंग विशेषज्ञों की कमेटी नए जिले के मास्टर प्लान की समीक्षा कर विकास का प्लान तैयार कराएगी।
- जिला परिषदों का गठन-निर्वाचन होने तक अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद सृजित किया जाएगा।
- विभिन्न जिला स्तरीय समितियों के लिए शीघ्र ही गैर सरकारी सदस्यों का मनोनयन किया जाएगा।

नए जिलों में प्रमुख कार्यालय प्रारंभ
बैठक में बताया कि समस्त नए जिलो में कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय प्रारंभ हो चुके हैं। पुलिस विभाग द्वारा प्रत्येक नए जिले के लिए 50 का अतिरिक्त जाब्ता आरक्षित कर नए पदों पर पदस्थापन किया जा चुका है। प्रत्येक नए जिले में प्रशासनिक आवश्यकता पूरी करने के लिए 1 करोड़ एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के लिए 60 लाख रुपए का आवंटन किया जा चुका है। नए जिला मुख्यालयों पर सर्किट हाउस सहित सभी जिला स्तरीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी। नए जिलों में जिला एवं सत्र न्यायालयों की स्थापना भी की जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव हाईकोर्ट को भेजे जाएंगे।
स्वतंत्रता दिवस पर होंगे 2 दिवसीय भव्य आयोजन
मुख्यमंत्री ने नए जिला मुख्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस का 2 दिवसीय भव्य कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। 14 अगस्त को पर्यटन विभाग द्वारा सांस्कृतिक संध्या, सजावटी लाईटिंग व आतिशबाजी की जाएगी तथा 15 अगस्त को जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, यह महत्वपूर्ण उपलब्धि
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने 17 मार्च 2023 को नए जिले व संभागों की घोषणा की, जो 5 माह में क्रियाशील हो चुके हैं। यह अपने आप में एक उपलब्धि है।

Fast hair growth: ये चमत्कारी चीजें करें अपनी डाइट में शामिल, कुछ दिनों में ही तेजी से उगने लगेंगे बाल

Diet for fast hair growth: बालों की ग्रोथ के लिए अगर सबसे जरुरी है तो वह हमारी हेल्दी डाइट। हेल्दी डाइट लेने से न केवल हमारे बाल झड़ने से रुक जाएंगे बल्कि दोबारा तेजी से उगने लगेंगे।

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Healthy food for hair growth:
चेहरे पर लहराते हुए बाल आपकी खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। एक अच्छी हेयर ग्रोथ डाइट हम उसे बोल सकते हैं। जो एंटीऑक्सिडेंट , माइनरल्स , फाइबर और विटामिंस से भरपूर हो। अच्छी हेयर ग्रोथ डाइट हमारे बालों को मजबूत बनाने में , बालों को लंबा , घना और चमकदार बनाने में मदद करती है।

विटामिंस और मिनिरल्स हमारी पूरी हेल्थ को मैनेज करने का काम करते हैं । विटामिन बी आपके सुगर लेवल को बैलेंस करके बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मददगार होती है।

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बालों की ग्रोथ को बूस्टअप करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण फल और सब्जियां:

खट्टे फलों का सेवन करें:

नींबू , मौसमी , संतरा और अंगूर विटामिन सी से भरपूर होते हैं। इन फलों का सेवन अगर आप डेली करें तो आपके शरीर में कोलेजन का प्रोडक्शन बढ़ेगा। कोलेजन बालों को मजबूती प्रदान करता है और बालों की ग्रोथ को फास्ट करने के लिए स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है। विटामिन सी आपके शरीर से फ्री रेडिकल्स को भी बाहर निकाल देता है।

गाजर का सेवन करें:

गाजर को एक सुपर फूड के रुप में भी जाना जाता है। गाजर सब्जियों में सबसे ज्यादा पौष्टिक सब्ज़ी के लिए जाना जाता है। इसमें फाइबर और पानी की मात्रा अधिक पाई जाती है। और खास बात ये है की इसमें कैलोरी की मात्रा सबसे कम होती है। यह उन लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद है जो लोग जिम करते हैं।और डाइट चार्ट फॉलो करते हैं। गाजर में विटामिन ए बालों की ग्रोथ को तेजी से बूस्ट करने में मदद करता है।

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ऐवोकाडो का सेवन करें:

ऐवोकाडो में मौजूद फैटी एसिड , ओमेगा 3 , प्रोटीन , विटामिन सी , फाइबर विटामिन सी और विटामिन ई से भरपूर होता है। ऐवोकाडो बालों को पोषण देने के साथ साथ मजबूती भी प्रदान करता है। ऐवोकाडो की मदद से आप बालों में गजब की शाइन और वॉल्यूम को भी बढ़ा सकते हैं।

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पालक का सेवन करें:
पालक सिर्फ गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जी नहीं है बल्कि ये विटामिन सी , विटामिन ए और बिटा केरोटीन , फॉलेट और आयरन जैसे अद्भुत पोषण तत्वों का एक स्रोत के रूप में जाना जाता है। पालक में मौजूद ये सभी पोषक तत्त्व आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर आपकी स्कैल्प को मजबूती प्रदान करते हैं। आपको बता दें की पालक को कच्चा खाने से आप उसमे मौजूद पोषक तत्त्वों को लेने का सबसे बेहतरीन तारिक है। आप बालों को मजबूत , हाइड्रेटेड और स्मूथ बनाने लिए पालक बना जूस भी पी हैं।

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शिमला मिर्ची का सेवन करें:

शिमला मिर्ची एंटीऑक्सीडेंटस और विटामिन सी की मात्रा भरपूर पाई है। शिमला मिर्ची में पाया जाने वाला विटामिन सी कोलेजन को बढ़ाकर बालों को मजबूती प्रदान करता है। शिमला मिर्ची आपकी बॉडी से फ्री रेडिकल्स को निकालकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बालों को सुरक्षा प्रदान करता है।

कच्चे प्याज का सेवन करें:

कच्चा प्याज आयरन, जिंक और बायोटिन का भंडार है। प्याज में मौजूद ये सभी पोषक तत्व बालों की ग्रोथ के लिए बूस्टर का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त ये सभी पोशाक तत्व बालों को असमय सफेद होने से रोकने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।


डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। Weather Forecast: प्रदेश में 3-4 दिन से चल रहा मानसून पर ब्रेक अभी और जारी रहेगा। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन औसत से उत्तर की ओर (हिमालय की ओर) शिफ्ट हो चुकी है। जिसके कारण मानसून कमजोर हुआ है। अब अगले एक सप्ताह तक मानसून पर ब्रेक जारी रहेगा।

अगले 3-4 दिन ज्यादातर जिलों में अपेक्षाकृत तेज दक्षिण-पश्चिमी हवा 25 से 35 किलोमीटर प्रतिघंटे चलेंगी। इस दौरान जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, जयपुर संभाग के अधिकांश भागों में मौसम शुष्क रहेगा। वहीं भरतपुर संभाग व शेखावाटी क्षेत्र के कुछ स्थान पर 10 और 11 अगस्त को हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा शेष भागों में मौसम शुष्क रहेगा।

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मौसम विभाग के मुताबिक 17 अगस्त से बारिश का अगला चरण शुरू होने की संभावना है। इसके पहले भरतपुर, उदयपुर और शेखावाटी के कुछ इलाकों में रिमझिम बारिश हो सकती है। दक्षिण पश्चिमी मानसून की ट्रफ लाइन औसत लाइन से उत्तर की ओर यानी हिमालय में चली गई है। मानसून की स्थितियां राजस्थान में कमजोर हो गई है।

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सुविचार

समझदार इंसान खुद की कमी देखता हैं, जबकि नासमझ दूसरों में कमी देखता

 

आज क्या खास

- कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज आदिवासी दिवस बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम आएंगे, राजस्थान, के आदवासियों की सभा को संबोधित करेंगे, सीएम अशोक गहलोत व पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी करेंगे सभा को संबोधित
- विश्व आदिवासी दिवस पर आज राजस्थान के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश, आदेश न मानने वाले स्कूलों पर होगी कार्रवाई
- आज़ादी के अमृत महोत्सव के राष्ट्रव्यापी अभियान 'मेरी माटी, मेरा देश' अभियान के आज से शुरू होंगे कार्यक्रम, जयपुर के जलमहल चौपाटी पर आयोजित होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम
- स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन राजस्थान की ओर से आज जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर 'सत्याग्रह', अन्य राज्यों में स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों की तर्ज पर राजस्थान में भी सुविधाएं देने की मांग
- लोकसभा में आज भी जारी रहेगी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की क्लस्टर मीटिंग आज नई दिल्ली में, प्रधानमंत्री मोदी होंगे शामिल
- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से समाजवादी पार्टी आज से निकलेगी 'साइकिल यात्रा', केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की विफलताओं को आमजन तक पहुंचाने का है मकसद
- पूर्वोत्तर राज्यों के भाजपा अध्यक्षों की बैठक आज मेघालय के तुरा में, आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर होगी चर्चा
- भारत की अध्यक्षता में G20 भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह की तीन दिवसीय तीसरी और अंतिम बैठक आज से कोलकाता में होगी शुरू, 10 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 150 से अधिक प्रतिनिधि होंगे शामिल
- महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली की स्थानीय अदालत में सुनवाई आज, भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपों पर सुनी जाएंगी दलीलें
- मणिपुर हिंसा मामले में केंद्र के साथ शांति वार्ता की मांग पर यूनाइटेड नागा काउंसिल आज मणिपुर राज्य में जगह-जगह निकालेगी रैलियां
- दिल्ली में आज से खुलेगा देश का पहला ओपन म्यूज़ियम पार्क, 'वेस्ट टू वंडर' थीम पर 15 करोड़ की लागत से हुआ है तैयार, राष्ट्र की धरोहरों और संस्कृतियों को कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया गया
- हरियाणा के हिंसा पीड़ित नूंह में आज सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू में ढील, इंटरनेट सेवाएं 11 अगस्त तक रहेंगी स्थगित
- 5 साल की संसदीय अवधि पूरी होने से तीन दिन पहले ही आज भंग हो जाएगी पाकिस्तान की नेशनल असेंबली, पीएम शहबाज शरीफ देंगे इस्तीफा
- एशियाई हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में आज भारत का सामना चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान से रात साढ़े 8 बजे से, वहीं जापान बनाम चीन और मलेशिया बनाम कोरिया के भी मुकाबले
- विश्व आदिवासी दिवस, विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस और नागासाकी दिवस आज

 

खबरें आपके काम की

- राजस्थान सरकार निजी अस्पतालों की हड़ताल के दौरान इलाज कराने वाले आरजीएचएस कार्डधारकों को खर्च का करेगी पुनर्भुगतान
- नागौर जिले के नराधना गांव के शहीद महेंद्रपाल की विधवा माता को पेंशन का 30 फीसदी हिस्सा मिलेगा, पेंशन के वीरांगना और सास में बंटवारे का पहला मामला, बनेगा नजीर
- जयपुर हेरिटोज नगर निगम की निलंबित महापौर मुनेश गुर्जर ने निलंबन को राजस्थान हाईकोर्ट में दी चुनौती, मेयर के पति सुशील को भेजा गया न्यायिक हिरासत में
- भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी की भीलवाड़ा में पुलिस के पर की गई टिप्पणी को लेकर राजस्थान पुलिस सेवा परिषद ने जताया आक्रोश, डीजीपी को दिया ज्ञापन
- जयपुर के कालवाड़ इलाके में कार के एसी में शॉर्ट सर्किट से भड़की आग, कार में सवार लेखाधिकारी जिंदा जला
- राजसमंद जिले में बजरी माफिया से मिलीभगत के आरोप में कांकरोली पुलिस थाने के दो कांस्टेबल निलंबित
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद सदस्यता की बहाली के बाद फिर से मिला 12 तुगलक रोड का सरकारी बंगला, 108 दिन मां सोनिया गांधी के साथ रहे दस जनपथ रोड बंगले पर
- देश की तीनों सेनाओं के एकीकरण की दिशा में बड़ा कदम, अंतर सेवा संगठन विधेयक संसद में पारित
- उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव 5 सिंतबंर को, कल अधिसूचना जारी होगी, 17 अगस्त तक भरे जाएंगे नामांकन पत्र
- मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बावजूद नौकरी न मिलने से आक्रोशित युवाओं ने सिर मुंडा कर जताया विरोध
- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने भेजा समन, मनीलॉन्ड्रिंग मामले में 14 अगस्त को पूछताछ के लिए दिल्ली में पेश होने का आदेश
- महाराष्ट्र की किंजवाड़े ग्राम पंचायत का अनुकरणीय फैसला, नव दंपती को दो पेड़ लगाते हुए फोटो लाने पर ही मिलेगा विवाह प्रमाण-पत्र
- विमान अपहरण के आरोप में एनआईए कोर्ट से उम्रकैद और 5 करोड़ रुपए जुर्माने की सजा से दंडित मुंबई के कारोबारी को गुजरात हाईकोर्ट ने किया बरी, जुर्माना लौटाने का आदेश
- अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म "OMG 2" को एडल्ट सर्टिफिकेट मिलने के कारण उज्जैन के महाकाल मंदिर के पुजारियों की ओर से लीगल नोटिस
- गीतकार जावेद अख्तर की याचिका पर अभिनेत्री कंगना रनौत को अदालत से नोटिस, जवाब तलब
- लगातार दो हार के बाद भारत की वेस्टइंडीज पर तीसरे टी- 20 में सात विकेट से धमाकेदार जीत, अर्ध्दशतक लगा कर सूर्य कुमार रहा जीत का हीरो
- कल से नया सिस्टम सक्रिय होने से राजस्थान के शेखावाटी और भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में हल्की वर्षा सी संभावना

- शिक्षक दिवस पांच सितंबर को राज्य के 1272 शिक्षाकों का सम्मान होगा, 15 अगस्त तक मांगे आवेदन, राज्य, जिला व ब्ल़ॉक स्तर पर होंगे आयोजन
- राजस्थान लोक सेवा आयोग की आरएएस- 2023 की प्रारंभिक परीक्षा 1 अक्टूबर को, कुल 905 पदों के लिए 6 लाख 97 हजार 51 आवेदन ऑनलाइन आए
- राजस्थान शिक्षा विभाग ने विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ा कर 21 अगस्त की
- राजस्थान में 5वीं और 8वीं बोर्ड की पूरक परीक्षाएं कल 10 अगस्त से शुरू होगी
- डिजिटल शिक्षा एवं रोजगार संस्थान में कंटेट राइटर के 462 और ऑफिस असिस्टेंट 86 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 28 अगस्त तक
- राजस्थान पुलसि में कांस्टेबल के 3578 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 27 अगस्त तक
- नैनीताल बैंक ने मैनेजमेंट ट्रेनी व क्लर्क के 110 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 27 अगस्त तक मांगे
- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने लैब असिस्टेट के 107 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 25 अगस्त तक मांगे
- एनएलसी इंडिया में तकनीशियन अप्रेंटिस समेत 481 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन 23 अगस्त तक

जयपुर. सामाजिक विकास और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत नवतेज फाउंडेशन की ओर से विद्याश्रम स्कूल के महाराणा प्रताप सभागार में राजस्थान होनहार प्रतिभा सम्मान समारोह 2023 "हौसलों को सलाम-सीजन 2" का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कक्षा 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले 35 मेधावी विद्यार्थियों का अभिनंदन किया गया। आनंदम धाम वृंदावन से पधारे सदगुरु रितेश्वर एवं संतअवधेश दास के सान्निध्य में हुए इस समारोह में केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहुरकर, उत्तरप्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह, पूर्व राज्यमंत्री पं. सुनील भराला, भारत सरकार की एनसीबीसी के पूर्व वाइस चेयरमैन लोकेश प्रजापति, शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता, नवतेज फाउंडेशन के चेयरमैन राजकुमार सैनी, नेशनल कन्वीनर मधु धाकड़, नेशनल कॉर्डिनेटर विष्णु दत्ता, रोहित तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता बी.एल. बिश्नोई, ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं के अलावा समाज उत्थान में उल्लेखनीय योगदान करने वाले 10 विशिष्ठजनों को साफा व माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर ट्रॉफी भेंट कर सम्मानित किया गया।

समारोह में आईएनए के डायरेक्टर अखिलेश कुमार जैन, आचार्य मनीष, वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे समारोह के दौरान मिशन मुस्कान के तहत वीडियो लॉन्च और वेदांग गुरुकुलम के लोगो का अनावरण भी किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही विद्यार्थियों को प्रेरणा देने वाली सॉल्विन (आस्क टू बी हैप्पी) मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च की गई।

हौसलों को सलाम की श्रृंखला में समाज में उल्लेखनीय योगदान करने वाली 10 विशिष्ट हस्तियों में आरयूएचएस के वाइस चांसलर डॉ. सुधीर भंडारी, अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह, ट्रैफिक अवेयरनेस इंचार्ज प्रवीण कुमार, अपनी पाठशाला के फाउंडर धर्मवीर जाखड़, राजस्थानी लोक नर्तक अजीत सिंह तंवर को सम्मानित किया।

CM Ashok Gehlot : राजस्थान के नए जिले क्रियाशील हो गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षकों को बेहतर प्रशासनिक सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। गहलोत ने कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास तथा जनभावनाओं का सम्मान करते हुए राज्य सरकार ने नवीन जिलों तथा संभागों का सृजन किया है। इससे विकेन्द्रीकरण से प्रशासन की क्षमताएं बढ़ेंगी और कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

60 साल में सात जिले
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले 60 वर्षों में मात्र सात नवीन जिलों का गठन हुआ था जबकि जनसंख्या में तीन गुना बढ़ गई। जुलाई 2006 में प्रतापगढ़ जिला घोषित हुआ था जो 2008 में क्रियाशील हुआ। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमने 17 मार्च 2023 को नवीन जिले तथा संभाग के सृजन की घोषणा किया और अब पांच माह में ही सभी क्रियाशील हैं।

नवीन जिला अधिकारी कार्यालय को एक करोड़
नवीन जिलों में जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालयों के सुचारू संचालन के लिए प्रत्येक जिला कलेक्ट्रेट के लिए एक करोड़ रुपए एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के लिए 60 लाख रुपए का आवंटन किया जा चुका है। पुलिस विभाग द्वारा प्रत्येक नवीन जिले के लिए 50 का अतिरिक्त जाबता आरक्षित करते हुए नवीन पदों पर पदस्थापन किया जा चुका है। इसके साथ ही सभी जिलों में मिनी सचिवालय बनाए जाएंगे।

हर जिला में होगा जिला न्यायालय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि नवीन जिला मुख्यालयों पर सर्किट हाउस सहित समस्त जिला स्तरीय सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। सभी नवीन जिलों में जिला एवं सत्र न्यायालयों की स्थापना भी की जाएगी। इस बाबत् आवश्यक प्रस्ताव माननीय उच्च न्यायालय को सहमति हेतु प्रेषित किये जाएंगे।

कलेक्ट्रेट के आसपास खरीदी जमीन तो नहीं होगा भूरूपांतरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिनी सचिवालय/जिला कलेक्ट्रेट के लिए चिह्नित भूमि का परीक्षण किया जाकर राज्य स्तरीय समिति को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। समिति द्वारा यह भी ध्यान रखा जाएगा कि यदि भूमाफियाओं और प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा भूमि की खरीद फरोक्त की गई है तो आवश्यक होने पर मिनी सचिवालय/जिला कलेक्ट्रेट हेतु चिह्नितत भूमि एवं आसपास के क्षेत्र में भू-रूपांतरण पर रोक भी लगाई जा सकेगी।

जयपुर @ Emergency Messages: पत्रिका.बारिश, बाढ़, भूकम्प, सुनामी, तूफान सहित अन्य आपातकालीन स्थितियों की जानकारी अब मोबाइल स्क्रीन पर देखने को मिलेगी। जनता को खतरे की जानकारी तत्काल मिले और जनहानि से बचाया जा सके। इसके लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण काम कर रहा है। प्राधिकरण की प्लानिंग के आधार पर दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने ट्रायल शुरू कर दिया है।

अभी बीएसएनएल भेज रहा संदेश
अभी बीएसएनएल के उपभोक्ताओं को मोबाइल पर परीक्षण के तहत अलर्ट संदेश भेजे जा रहे हैं। संदेश पहुंचते ही मोबाइल में एक विशेष तरह की चेतावनी भरी रिंगटोन बजती है। चेतावनी के साथ संदेश भी आता है। लोग इस मैसेज को समझ नहीं पा रहे और घबराहट में बीएसएनएल व दूरसंचार विभाग में फोन कर जानकारी ले रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ऐसा मैसेज आने पर ओके का विकल्प दबाते ही मैसेज स्वतः बंद हो जाएगा।
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इस तरह होगा एक्टिवेट...
आपातकालीन संदेश को मोबाइल में एक्टिवेट करने के लिए मोबाइल की सेटिंग में जाकर वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट विकल्प चुनना होगा। इसके बाद अलर्ट के सभी विकल्प जैसे वाइब्रेशन, टोन को एक्टिव करने पर यह सेवा शुरू हो जाएगी।
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यह सेवा अभी परीक्षण स्तर पर है और जल्द ही आपदा प्रबंधन विभाग के जरिए देशव्यापी शुरू की जाएगी। आपातकालीन स्थिति में ही इस तरह से संदेश पहुंचेगा। संदेश केवल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को ही भेजा जाएगा।
-सिद्धार्थ पोखरना, अपर महानिदेशक, दूरसंचार विभाग

monsoon : राजस्थान में मानसून के बाद बिजली कमी की आशंका बन रही है। इसे देखते हुए ऊर्जा विकास निगम एक बार फिर उधारी बिजली से संकट टालने में जुट गया है। तमिलनाडू से 4235 लाख यूनिट बिजली उधार (बैंकिंग) लेने का अनुबंध कर लिया गया है। इसके बदले 4446 लाख यूनिट बिजली लौटनी होगी, यानि 211 लाख यूनिट ज्यादा। इसके अलावा उत्तरप्रदेश और कर्नाटक से भी करीब 2000 मेगावाट बिजली मांगी जा रही है। हालांकि, उत्तरप्रदेश की शर्तों ने उलझा रखा है, जिसमें वह राहत के समय वापिस बिजली चाह रहा है।

उधार की बिजली अक्टूबर से फरवरी तक सुबह 8 से दोपहर 3 बजे के बीच अलग-अलग स्लॉट में ली जाएगी। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश सौर ऊर्जा में सिरमौर है। यहां 17500 मेगावाट क्षमता के प्लांट हैं, लेकिन प्रदेशवासियों को केवल 4500 मेगावाट ही मिल रही है। इसी कारण महंगी और उधार की बिजली लेनी पड़ रही है। रबी बुवाई सीजन में बिजली डिमांड अधिकतम 18 हजार मेगावाट पहुंचने का आकलन किया गया है।

किस राज्य से कितनी बिजली लेंगे...

तमिलनाडू- 500 मेगावाट

उत्तरप्रदेश-1500 मेगावाट

कर्नाटक- 400 मेगावाट

(उत्तरप्रदेश और कर्नाटक से बैंकिंग प्रस्तावित हैं। उत्तरप्रदेश विद्युत निगम अप्रेल से जून के दौरान रात के समय बिजली वापिस चाहते हैं, जबकि राजस्थान की डिमांड भी रात को ही रहती है। इसलिए अभी मंथन चल रहा है)

अब 3100 लाख यूनिट पहुंची डिमांड

मानसून के दौरान ही प्रदेश में एक दिन में बिजली डिमांड 3100 लाख यूनिट तक पहुंच गई है। इस डिमांड को पूरी करने के लिए फिर से एक्सचेंज से बिजली खरीदी जा रही है। जबकि, कुछ दिन पहले तक यह डिमांड 300 से 400 यूनिट तक कम थी।

अभी पवन ऊर्जा से राहत: 596 लाख यूनिट मिली

अभी पवन ऊर्जा के कारण कुछ राहत मिली हुई है। एक दिन में अधिकतम 596 लाख यूनिट पवन ऊर्जा मिली है, जो लगभग अधिकतम है।

बढ़ गई है मांग
बिजली की डिमांड देशभर में बढ़ रही है। मानसून के बाद रबी सीजन आएगा और उस समय की डिमांड पूरी करने के लिए दूसरे राज्यों से बैंकिंग कर रहे हैं। बैंकिंग के अलावा दूसरे मॉडल पर भी होमवर्क कर रहे हैं, जहां आसानी से बिजली मिल सके।

-भास्कर ए. सावंत, प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा विभाग

कभी-कभी हमारा शरीर कुछ खास चीजों जैसे धूल, धुआं, परफ्यूम, किसी खास तरह की खुशबू, दवा आदि को लेकर अधिक संवेदनशील हो जाता है व रोग प्रतिरोधक तंत्र इसे स्वीकार नहीं कर पाता है।

नीता स्वस्थ है लेकिन जब भी उसके घर में साफ-सफाई होती है तो धूल के कारण उसकी आंख-नाक से पानी आता है व हार्ट बीट भी घटती-बढ़ती है। नीता की तरह और भी कई लोग हैं जिन्हें किसी न किसी चीज से एलर्जी है। कभी-कभी हमारा शरीर कुछ खास चीजों जैसे धूल, धुआं, परफ्यूम, किसी खास तरह की खुशबू, दवा आदि को लेकर अधिक संवेदनशील हो जाता है व रोग प्रतिरोधक तंत्र इसे स्वीकार नहीं कर पाता है। ऐसे में खासकर त्वचा पर इसका प्रभाव रिएक्शन के रूप में दिखता है। जैसे त्वचा पर लाल-चकत्ते, आंख व नाक से पानी आना, सांस तेज चलना, बुखार आदि। इन्हें लंबे समय तक नजरअंदाज करना स्थिति को गंभीर करता है। इसलिए एलर्जी के कारकों से दूरी बनाएं-

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कारण :
अलग-अलग लोगों में एलर्जी के कारक भिन्न होते हैं। जैसे-
धूल: इसमें मौजूद सूक्ष्मजीवी एलर्जी का कारण बनते हैं। जिससे व्यक्ति को छींक, आंख व नाक से पानी आने की शिकायत होती है।
खानपान : कुछ लोगों को अंडा, मूंगफली, दूध आदि से भी एलर्जी होती है। इन्हें खाने के बाद अक्सर त्वचा पर लाल दाने दिखते हैं।
गंध : एलर्जी से पीड़ित लोगों में सबसे ज्यादा परेशानी गंध को लेकर होती है। इसके मामले ज्यादा आते हैं। रोगी को सिरदर्द, उल्टी जैसी दिक्कत होती है।

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पालतू जानवर : घर के पालतू जानवर भी एलर्जी का कारण बनते हैं। इनके बाल व मुंह से निकली लार से ज्यादा परेशानी होती है।
मौसम में बदलाव : कुछ लोगों को मौसम में बदलाव (फरवरी-मार्च) की शुरुआत व आसपास फैले परागकण से एलर्जी होती है।
दवा: खास तरह की दवा जैसे दर्दनिवारक आदि लोगोंं में एलर्जी का कारण बनती है।


साफ-सफाई रखें -
बच्चों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फल-सब्जियां अधिक खिलाएं। उन्हें धूल-धूप में खेलने दें और वहां से आने के बाद उनके हाथ-पैर अच्छे से धोएं। यदि धूल व धुएं से दिक्कत है तो नाक पर रुमाल बांधकर या मास्क लगाकर बाहर निकलें। ठंड से समस्या है तो आइसक्रीम, इमली जैसी ठंडी-खट्टी चीजें न खाएं। गंदगी से एलर्जी होने पर बेडशीट, कवर, पर्दे बदलते रहें। वहीं दवा से परेशानी हो तो उसे लेना बंद करें। खिड़कियों में जाली लगवाएं ताकि बाहर की ताजी हवा अंदर आ सके व धूल या परागकण न आएं। कई बार दीवारों पर लगी फफूंद से भी दिक्कत होती है। साफ-सफाई रखें। बारिश के मौसम में फूल वाले पौधे घर के अंदर न रखें।

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ऐसे होती जांच -
स्थिति स्पष्ट करने के लिए दो टैस्ट कराए जाते हैं -
स्किन पैच टैस्ट : जिन चीजों से एलर्जी की आशंका होती है उसका नमूना स्किन पर पैच के जरिए लगाते हैं। इसके नतीजे सटीक होते हैं। इसे कराने का खर्च 8 से 10 हजार रुपए आता है। टैस्ट से 60 तरह की एलर्जी की जानकारी मिलती है।
ब्लड टैस्ट : कुछ मामलों में पैच टैस्ट के अलावा ब्लड टैस्ट से भी एलर्जन्स की पहचान की जाती है।
इलाज : दवाओं के अलावा मरीज को इम्यूनोथैरेपी भी दी जाती है।

किन्हें ज्यादा खतरा -
युवाओं के मुकाबले बच्चों व अधिक उम्र के लोगों में यह समस्या ज्यादा होती है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में छींक, लाल चकत्ते, बुखार जैसे लक्षण दिखते हैं। एलर्जी का कारण आनुवांशिक भी हो सकता है। यदि पेरेंट्स को धूल या किसी अन्य चीज से एलर्जी हो तो बच्चों में इसकी आशंका दोगुनी रहती है। 60 प्रतिशत मामलों में एलर्जी के कारक खानपान व धूल-धुआं हैं ।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर।

प्रदेश में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए कमर कस ली है। कांग्रेस चुनाव का बिगुल बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में फूंकेगी। इस जगह पर बड़ी सभा आयोजित कर कांग्रेस राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश की आदिवासी बाहुल्य सीटों पर भी असर डालने की तैयारी कर रही है।

 

गौरतलब है कि वागड में पिछली बार कांग्रेस और भाजपा की बराबर सीटे रही थी। इन दोनों के वोट बैंक में बीटीपी ने सेंध लगाई थी। इसको देखते हुए कांग्रेस और भाजपा लगातार वागड क्षेत्र पर फोकस कर रहे हैं। इस कड़ी में वर्तमान सरकार ने बांसवाड़ा को अलग संभाग बनाकर क्षेत्र के लोगों को अपने से जोड़ने की कोशिश की है।

 

आज आएंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता बुधवार को मानगढ़ धाम पर आएंगे। यहां होने वाली सभी को लेकर पार्टी नेता व कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हैं। आदिवासियों के बीच में विश्व आदिवासी दिवस मनाने को लेकर कांग्रेस ने पूरी तैयारी की है। केंद्रीय आला नेताओं के अतिरिक्त मानगढ़ धाम पर होने वाली सभा में प्रदेश के कई मंत्री व नेता सम्मिलित होंगे।

 

कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा, राष्ट्रीय सचिव निजामुद्दीन काजी बांसवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी मंगलवार को बांसवाड़ा आएंगे। मानगढ़ सभा की तैयारियों में जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया, जनजाति विकास राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, जिलाध्यक्ष रमेशचंद्र पंड्या के नेतृत्व में पूरी पार्टी जुटी है।

 

राजस्थान के साथ एमपी पर भी असर
कांग्रेस ने खुद को आदिवासियों का हितचिंतक निरूपित किया है। ऐसे में राजस्थान व मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और अन्य दलों को पटकनी देने और परम्परागत आदिवासी वोट बैंक को बनाए रखने के लिए इस सभा के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है।

 

आरक्षित सीटों पर है नजर
कांग्रेस की नजर बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग की सभी आरक्षित सीट और मध्य प्रदेश की 12 आरक्षित सीट पर है। प्रदेश में सरकार बनाने में वागड़-मेवाड़ की सीटों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती रही है। मुख्यमंत्री भी लगातार वागड़ अंचल के दौरे पर भी रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में अन्य पार्टियों ने कांग्रेस के वोटबैंक में सेंध जरूर लगाई है।

 

कांग्रेस और भाजपा रहे थे बराबर
गत विधानसभा चुनाव में बांसवाड़ा-डूंगरपुर की 9 विधानसभा में से कांग्रेस 3 सीट जीत पाई थी। राज्य सरकार की ओर से बांसवाड़ा को संभाग बनाने से इसमें प्रतापगढ़ जिला भी जुड़ गया है। ऐसे में बांसवाड़ा संभाग की 11 सीटों में से अभी कांग्रेस पांच पर काबिज है। कुशलगढ़ से निर्दलीय रमीला खड़िया ने भी सरकार को समर्थन दिया है। वहीं भाजपा तीन और बीटीपी का दो सीटों पर कब्जा है।

मेडिकली तिल्ली बढऩा एक रोग नहीं बल्कि कई रोगों के लक्षणों में से एक हैं। जानें इलाज-


तिल्ली यानी स्प्लीन पेट से जुड़ा एक अंग है जो पेट के बाईं ओर स्थित है। इसके तीन मुख्य काम हैं। लाल रक्त कोशिकाओं की गुणवत्ता बनाए रखना, खराब रक्त कोशिकाएं नष्ट करना व बैक्टीरिया आदि से लडऩे के लिए एंटीबॉडी बनाना। रोग से ग्रस्त होने पर तिल्ली इम्यूनिटी भी बढ़ाती है। सामान्य से ज्यादा आकार होना स्प्लीनोमेगेली कहलाता है। वहीं आकार 20 सेंटीमीटर से ज्यादा होने की स्थिति जानलेवा हो सकती है। मेडिकली तिल्ली बढऩा एक रोग नहीं बल्कि कई रोगों के लक्षणों में से एक हैं। जानें इलाज-

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प्रमुख कारण
स्प्लीन का कार्य बढऩे पर यानी किसी रोग के कारण जब शरीर की जरूरत बढ़ती है तो इसका आकार भी बढ़ जाता है। जैसे थैलेसीमिया सिंड्रोम, ब्लड कैंसर, ल्यूकीमिया जैसे रोगों में श्वेत रुधिर कणिकाओं की संख्या ज्यादा हो जाती है व इन्हें नष्ट करने के लिए तिल्ली को क्षमता से ज्यादा रक्त बनाना पड़ता है। मलेरिया, काला ज्वर, वायरल हेपेटाइटिस, ट्यूबरक्यूलोसिस जैसे संक्रमण में तिल्ली प्रभावित होने लगती है जिससे भी आकार बढ़ जाता है।
शरीर में ब्लड सप्लाई का काम स्प्लीन करता है। ऐसे में इस अंग से जब ब्लड जाने और आने वाली नलिकाओं में बाधा आती है जैसे किसी कारण से खून के थक्के जमने लग जाते हैं तो यह दिक्कत होती है। इस स्थिति में आकार बढऩे से कई बार तिल्ली फट जाती है।

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लक्षण और जांचें
पेट के बाएं हिस्से में ऊपरी तरफ हल्का दर्द होना। अंग का अपनी जगह से खिसकने जैसा अहसास होना।
अत्यधिक आकार बढऩे पर हाइपरस्प्लीनिज्म हो जाता है। इसमें रक्त की कोशिकाएं (आरबीसी, डब्ल्यूबीसी व प्लेटलेट) नष्ट होने लगती हैं और शरीर में इनकी संख्या घट जाती है। ऐसे में आरबीसी कम होने पर एनीमिया, डब्ल्यूबीसी कम होने पर कई तरह के इंफेक्शन का खतरा और प्लेटलेट्स घटने पर रक्त का थक्का नहीं जम पाता। अल्ट्रासाउंड और सीटीस्कैन करते हैं।

स्थाई रूप से बढ़ती तिल्ली
व्यक्ति को यदि बार-बार मलेरिया का संक्रमण और ट्यूबरक्यूलोसिस होता है तो स्थिति हाइपरस्प्लीनिज्म की बनने लगती है। ऐसे में तिल्ली का आकार स्थायी रूप से बढ़ा हुआ रहता है। इस दौरान तिल्ली समय से पहले और तेजी से रक्त कोशिकाओं को हटाने लगती है। ऐसे में मरीज को पेट के ऊपरी बाएं हिस्से में दर्द होता रहता है। इसलिए मसालेदार, तलाभुना, जंकफूड से परहेज करें। जरूरत से ज्यादा पानी न पीएं। शराब, तंबाकू व धूम्रपान से दूरी बनाएं।

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इनका रखें ध्यान
यदि किसी व्यक्तिको हेपेटाइटिस बी व सी का खतरा है या फिर इनसे पीडि़त है तो गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट से संपर्क कर पूरा इलाज लें। ये लीवर सिरोसिस का कारण है जो अप्रत्यक्ष रूप से तिल्ली पर असर करते हैं। स्प्लीनेक्टॉमी में अंग के बाहर निकालने से संबंधित कार्य नहीं हो पाता। वहीं यदि यह सर्जरी २० की उम्र के आसपास हुई है तो इम्यूनिटी कम होने से वायरल व बैक्टीरियल इंफेक्शन की आशंका बढ़ती है। बचाव के लिए टीके लगवाएं।


नुस्खे अपनाएं
रोहेड़ा पेड़ की छाल को कूटकर इसके चूर्ण को बड़ी हरड़ के चूर्ण के साथ २-४ ग्राम की मात्रा में लेने से फायदा होता है। पुनर्नवा, गिलोय और ग्वारपाठा का प्रयोग तिल्ली के आकार को बढऩे से रोकता है। जैसे ज्यादा सूजन होने पर पुनर्नवा देते हैं। वहीं दर्द हो तो ग्वारपाठा और संक्रमण होने की स्थिति में गिलोय देते हैं। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है।

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एलोपैथी
रोग की पहचान कर इलाज होता है। ल्यूकीमिया, रक्त का थक्का न जम पाना या अन्य कारण से यदि तिल्ली बढ़ी है तो स्प्लीनेक्टॉमी कर इसे बाहर निकाल देते हैं। एडवांस स्टेज में बाइपास सर्जरी या दूरबीन से ऑपरेशन करते हैं।

आयुर्वेद
जैसा कि यह बीमारी न होकर विभिन्न रोगों के लक्षण में से एक है, ऐसे में कौनसी औषधि काम में ली जाएगी उसे मरीज की स्थिति और गंभीरता को देखकर देते हैं। औषधि के अलावा विशेषज्ञ रक्तशोधन भी करते हैं। इस प्रक्रिया से तिल्ली को बाहर निकालने से बचाया जा सकता है।

होम्योपैथी
लीवर सिरोसिस के कारण यदि तिल्ली बढ़ी है तो क्योरेकस दवा देते हैं। अलग-अलग लक्षणों के अनुसार दवाएं व उनकी पोटेंसी तय की जाती हैं। इनसे १५ दिन से एक माह के बीच तिल्ली का आकार सामान्य हो जाता है। बाद में लंबे समय तक दवा देकर इम्यूनिटी बरकरार रखते हैं।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राजस्थान दौरे से पहले किसान कर्जमाफी का मुद्दा एक बार फिर गरमाने लगा है। इधर राहुल दौरे से ऐन पहले प्रदेश में किसानों के बकाया कृषि कर्ज में बकाया के हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। दरअसल, ये आंकड़े आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए हैं।

 

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने लोकसभा में दी जानकारी में बताया गया है कि राजस्थान के किसानों पर 1,47,538.62 करोड़ रुपए का कृषि कर्ज बकाया है। साथ ही ये भी स्पष्ट किया गया है कि केंद्र के पास किसान कर्ज माफी की कोई योजना फिलहाल नहीं है।

 

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) से प्राप्त सूचना के अनुसार 30 जून 2023 तक राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में किसानों पर बकाया कृषि कर्ज के आंकड़े बताए हैं।

 

ये है राजस्थान में कृषि कर्ज के बकाया की स्थिति
- वाणिज्यिक बैंकों में 1,08,761.67 करोड़
- सहकारी बैंकों में 15,337.04 करोड़
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में 23,439.90 करोड़
- किसानों पर कुल बकाया - 1,47,538.62 करोड़

 

अन्य राज्यों में किसान कृषि क़र्ज़ बकाया की स्थिति -
- तमिलनाडु - 3,47,217.73 करोड़
- आंध्र प्रदेश - 2,43,073.03 करोड़
- कर्नाटक - 1,80,986.97 करोड़
- महाराष्ट्र - 161471.09 करोड़
- उत्तर प्रदेश - 171510.92 करोड़
- हरियाणा - 76630.91 करोड़
- पंजाब - 73673.62 करोड़ का कृषि कर्ज बकाया है

 

'' राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी किसानों की सम्पूर्ण कर्ज माफी की पक्षधर है। देश में किसान कर्ज के बोझ तले आत्महत्या करने पर मजबूर है। सरकार जब धन्ना सेठों का कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी भी एक बार सरकार को करनी चाहिए।'' -- हनुमान बेनीवाल, आरएलपी सांसद

जयपुर। प्रदेश में फिर से 'बिजली संकट' खड़ा हो सकता है। वेतन विसंगति दूर करने और बजट घोषणा लागू करवाने को लेकर एकबार फिर तीनों बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंता आंदोलन की राह पर उतर आए है। इसे लेकर अभियंताओं ने जिलों में जिला कलेक्टरर्स को ज्ञापन सौंपा। अब अभियंताओं ने चेताया है कि अगर 20 अगस्त तक बजट घोषणा लागू नहीं की गई तो 21 अगस्त से अभियंता कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करेंगे। इससे बिजली आपूर्ति गड़बड़ा सकती है।

राज्य की बिजली कंपनियों (विद्युत वितरण, उत्पादन निगम और प्रसारण निगम) में कार्यरत कनिष्ठ अभियंताओं ने वेतन विसंगति दूर करने और बजट घोषणा एसीपी पर पदोन्नति पद के वेतनमान को लागू करने के लिए आंदोलन की राह पकड़ी है। पावर इंजीनियर एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के तत्वावधान में सभी जिलों में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिए जा रहे हैं।

संगठन के प्रदेश संयुक्त सचिव नितिन जोशी ने बताया कि राज्य सरकार ने इस बार बजट में एसीपी की जगह सलेक्शन ग्रेड की भांति सभी कार्मिकों को पदोन्नति पद का वेतनमान देने की घोषणा की, लेकिन आदेश जारी नहीं होने से अभियंताओं में आक्रोश है। सरकार जल्द ही वेतन और एसीपी विसंगति दूर करें। उन्होंने कहा कि 20 अगस्त तक बजट घोषणा पूरी नहीं होती है, तो प्रदेश के समस्त कनिष्ठ अभियंता 21 अगस्त से कार्य बहिष्कार कर जयपुर में धरना देंगे। प्रदेश संयुक्त सचिव नितिन जोशी ने बताया कि ऊर्जा विभाग कई बार वेतन व एसीपी विसंगति दूर करने की सिफारिश कर चुका है, लेकिन अतिआवश्यक और विषम परिस्थितियों की सेवा होने के बावजूद हर बार वित्त विभाग रोड़ा अटका रहा है।

जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
प्रदेश अध्यक्ष हेमंत कुमार व महासचिव राहुल वर्मा के नेतृत्व में एक दिन पहले जयपुर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान कई कनिष्ठ अभियंता मौजूद रहे। राजस्थान के डिग्रीधारी जेईएन अन्य सेवाओं की अपेक्षा सबसे कम वेतनमान पर काम कर रहे हैं।

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पहले भी कर चुके आंदोलन
वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर तीनों बिजली कंपनियों के कनिष्ठ अभियंताओं ने पिछले साल जून में कार्य बहिष्कार कर प्रदेशस्तरीय आंदोलन किया था। जोशी ने बताया कि पिछले साल जून में आंदोलन के दौरान ऊर्जा मंत्री ने 3 महीने का लिखित आश्वासन दिया, वर्तमान में भी सभी मंत्री विधायकों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी ग्रेड पे 4800 अथवा शुरुआती 10 वेतन वृद्धि और बजट घोषणा लागू करवाने के लिए सरकार को अवगत करवाया जा रहा है।

Piles treatment in Hindi : लगातार कब्ज रहने की वजह से पाइल्स (बवासीर) की समस्या होती है। इस रोग में मलद्वार के आंतरिक और बाहरी हिस्से पर सूजन व फुंसियां हो जाती हैं जो कई बार गंभीर रूप ले लेती हैं

अगर पाइल्स होने की वजह कब्ज है तो रोगी को उठने-बैठने में तकलीफ, दर्द और रक्तस्राव होता है। इसके लिए पेट साफ करने के लिए एस्क्यूलस दवा और ओइंटमेंट प्रयोग करने के लिए दिया जाता है। लगातार कब्ज रहने की वजह से पाइल्स (बवासीर) की समस्या होती है। इस रोग में मलद्वार के आंतरिक और बाहरी हिस्से पर सूजन व फुंसियां हो जाती हैं जो कई बार गंभीर रूप ले लेती हैं। आइए जानते हैं इसकी प्रमुख वजहों और होम्योपैथिक इलाज के बारे में।

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वजह : अनियमित दिनचर्या, लंबे समय से कब्ज रहना, दवाओं के दुष्प्रभाव, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव और जंकफूड की अधिकता से पाइल्स की समस्या होती है।

स्टेज : इस बीमारी की चार स्टेज होती हैं। पहली में इसका पता नहीं चलता। दूसरी स्टेज में थोड़ा रक्तस्राव होता है। इसकी पहली और दूसरी स्टेज का इलाज दवाओं से किया जाता है। तीसरी स्थिति में पाइल्स बढऩे लगती है और रक्तस्राव अधिक होता है। चौथी स्थिति में यह त्वचा से बाहर आने लगती है। तीसरी व चौथी स्टेज में सर्जरी व दवाओं से उपचार किया जाता है।

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इस बीमारी में अगर मरीज को मोशन के दौरान मलद्वार पर सुई जैसी चुभन व जलन और कभी-कभी रक्तस्राव होता है तो विशेषज्ञ एसिड नाइट्रिक दवा देते हैं।

अगर व्यक्ति चिड़चिड़ा या तनाव में रहने लगे तो उसे नक्सवोमिका दी जाती है।
इस रोग में अत्यधिक रक्तस्राव के साथ जलन, दर्द और चलने-फिरने में परेशानी होने पर हेमामिलिस दवा प्रयोग में ली जाती है।
महिलाओं में कब्ज की वजह से पाइल्स हो सकती है। ऐसे में मलद्वार पर खुजली, जलन, दर्द व रक्तस्राव के साथ पाइल्स त्वचा से बाहर आने लगती है। कोलिनसोनिया दवा से घबराहट और पेट में जकड़न से राहत मिलती है। इन सभी दवाओं का प्रयोग डॉक्टरी सलाह से ही करें।

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ध्यान रखें: पर्याप्त पानी पिएं व भरपूर नींद लें, हरी पत्तेदार सब्जियों और सलाद को खाने में शामिल करें। बेसन, चावल, बैंगन व आलू जैसी बादी वाली चीजों से दूर रहें। तले-भुने व मसालेदार खानपान से परहेज करें।


डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुए युद्ध को 17 महीने से भी ज़्यादा समय हो चुका है। इस युद्ध की वजह से यूक्रेन को अब तक जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। साथ ही यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच चुकी है। पर इन सब मुश्किलों के बावजूद यूक्रेनी आर्मी इस युद्ध में लगातार रुसी आर्मी का डटकर सामना कर रही है। लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेनी आर्मी का हौसला बना हुआ है। इसी वजह से इस युद्ध में रुसी आर्मी को भी अब तक काफी नुकसान हो चुका है। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर हमले किए जा रहे हैं और साथ ही कुछ हमलों को रोका भी जा रहा है। हाल ही में ऐसा ही कुछ रूस ने किया।


रूस ने मार गिराए दो कॉम्बैट ड्रोन्स

रूस की राजधानी मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन (Sergei Sobyanin) ने अपने टेलीग्राम पेज पर जानकारी देते हुए बताया कि देर रात दो कॉम्बैट ड्रोन्स को मॉस्को में घुसते हुए पाया गया। दोनों ड्रोन्स को रूस के एयर डिफेंस ने मार गिराया। एक ड्रोन को दोमोदेदोवो इलाके में और दूसरे को मिन्स्क हाईवे के पास मार गिराया। सोबयानिन ने यह भी बताया कि इन ड्रोन्स से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।


हमलावर का नाम नहीं किया उजागर

मॉस्को के मेयर सोबयानिन ने दोनों ड्रोन्स को मॉस्को में मार गिराने की जानकारी तो दे दी, पर यह नहीं बताया कि इस हमले के पीछे किसका हाथ था। हालांकि यह साफ़ है कि इस हमले के पीछे यूक्रेन का ही हाथ था।

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Detox Your Body: आजकल के गलत खानपान के कारण हमारे शरीर में कई सारी गंदगी जमने लगती है। ऐसे में अगर हम इसे क्लीन नहीं करते हैं तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हमारे शरीर में मोटापा, कब्ज, पीसीओडी, पीसीओएस। साथ ही स्किन में भी समस्या होने लगते हैं।

वहीं इसकी वजह से नींद न आने की समस्या भी हो सकती है। दिनभर थकान, कमजोरी जैसी समस्या भी हो सकती है। इसलिए आज इस लेख में हम लेकर आए हैं शरीर में जमा गंदगी को साफ करने का तरीका, जो सच में बहुत कारगर है।


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आज हम एक बॉडी डिटॉक्स ड्रिंक बनाएंगे। जिसके सेवन से आपके शरीर की गंदगी पूरी तरह साफ हो जाएगी। इस ड्रिंक में सबसे अच्छी बात यह है कि इसे महीने में सिर्फ दिन ही लेना है। उसके बाद इसके शानदार परिणाम आएंगे।

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बनाने के लिए सामग्री
पानी-एक कप
तुलसी के पत्ते-4-5
लौंग-2
दाल चीनी-एक टुकड़ा
हल्दी-दो चुटकी

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बनाने की विधि

इसको बनाने के लिए सबसे पहले एक कप पानी को एक बर्तन में गैस पर गर्म करेंगे। अब उसमें 4-5 तुलसी के पत्ते डालेंगे। इसके बाद उसमें दो लौंग, दाल चीनी का एक टुकड़ा डालेंगे फिर अंत में दो चुटकी हल्दी पाउडर डालेंगे। जब पानी अच्छी तरह उबल जाए तो इसे छानकर गुनगुना पी लेंगे।

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इसे रात को सोने से 5 मिनट पहले पीना है। ऐसे करने से आपके शरीर की गंद साफ हो जाएगी। साथ ही मोटापा, कब्ज, पीसीओडी, पीसीओएस, स्किन की समस्या, नींद न आने की समस्या भी धीरे-धीरे कम होने लगेगा। साथ ही थकान, कमजोरी में भी लाभकारी है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर/पत्रिका न्यूज नेटवर्क. राजधानी में बेटियां दिन में कैब चला रही हैं और रात में पढ़ाई कर अपने सपनों को उड़ान दे रही है। कार चलाकर ये महीने में 50 से 60 हजार रुपए तक कमा कर अपनी व परिवार की जरूरतों को पूरा कर रही हैं। इनसे बातचीत में सामने आया कि इन्होंने स्वयं सेवी संस्थाओं से जुड़कर ड्राइविंग तो सीखी ही, साथ ही पढ़ाई करने का फिर से मौका भी मिला। ये महिलाएं कार, बाइक और हूपर चलाकर कुछ कर गुजरने की मिसाल कायम कर रही है।

23 वर्षीय सुमित्रा 3 वर्ष से स्कूल वैन, कैब और आउट ऑफ स्टेशन भी कार चलाती है। सुमित्रा अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी, ताकि वो आगे की पढ़ाई जारी रख सके। अभी वो ड्राइविंग और कॉलेज की पढ़ाई दोनों एक साथ कर रही है। साथ ही ऑनलाइन क्लासेज से सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रही है। सुमित्रा अपनी पढ़ाई का पूरा खर्चा स्वयं उठा रही है। सुमित्रा महीने का 50 हजार रुपए तक कमा रही है। इस सफर में उनके पापा बहुत सपोर्टिव रहे, वो कहते हैं कि बेटों से बढ़कर बेटियां हैं।

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31 वर्षीय पूजा तीन वर्ष से कैब स्कूटर चला रही हैं। इसके साथ ही मार्केटिंग और होम डिलेवरी का काम भी करती हैं। वर्ष 2015 में शादी के बाद पढ़ाई छूट गई। आठवीं तक ही पढ़ाई कर पाई थी। पति की कमाई कम थी तो एक संस्थान से जुड़ी, जो महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ड्राइविंग सिखाती है। लेकिन अब परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी पूरी करने के साथ ही पढ़ाई भी वापस शुरू की है। हाल ही में उन्होंने दसवी की परीक्षा दी है।

21 वर्षीय मोना डेढ़ वर्ष से एयरपोर्ट पर कार चला रही हैं। मोना महीने का 50 से 60 हजार रुपए तक कमा लेती हैं। वह जॉब और पढ़ाई दोनों एक साथ कर रही है। परीक्षा के समय में काम से छुट्टी ले लेती है। मोना आत्मनिर्भर बनना चाहती थी और उन्हें कार चलाने का शौक भी है तो उन्होंने इसे ही अपना कॅरियर बनाया। आज वो अपनी पढ़ाई का खर्चा और अपनी सभी जरूरत को पूरा करने के लिए किसी पर निर्भर नहीं है।

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जयपुर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम भले ही बेरोजगारों को रोजगार देने में पीछे हैं, लेकिन यहां प्रतिनियुक्ति पर लगे अधिकारियों का खूब विकास हो रहा है। निगम में राज्य और दूसरे राज्यों से अधिकारी प्रतिनियुक्ति ले रहे हैं। आलम यह है कि पांच साल से अधिक समय होने के बाद भी अधिकारियों से निगम का मोह नहीं छूट रहा है। हैरानी की बात है कि इन अधिकारियों का बुलावा मूल विभाग से भी आ चुका है, लेकिन अधिकारी निगम में जमे हैं। निगम में मैनेजर के पद पर कार्यरत अवधेश सिंह का मूल विभाग कलकत्ता स्थित दामोदर घाटी निगम है। उनके मूल विभाग की ओर से आरएसएलडीसी को पत्र भी भेजा जा चुका है। इसके बाद भी निगम ने उन्हें अभी तक वापस मूल विभाग में नहीं भेजा।

पहले रिलीव किया फिर वापस लगाया
निगम में ही उपमहाप्रबंधक पद पर कार्यरत अनुराधा यादव आरएसएलडीसी ने पहले निगम से रिलीव कर मूल विभाग जाने के निर्देश जारी कर दिए। लेकिन निगम आयुक्त बदलने के बाद वापस निगम ने ही यादव की प्रतिनियुक्ति यथावत रख दी।

निगम में जो भी प्रतिनियुक्ति पर अधिकारी लगे हैं, उनके कामकाज को देखा जा रहा है, खामियां पाई गई तो उन्हें रिलीव कर दिया जाएगा। उनकी जो भी शिकायतें आ रही हैं उनकी जांच करा रहे हैं।
पीसी किशन, शासन सचिव
कौशल नियोजन एवं उद्यमिता विभाग

teeth grinding Symptoms कई बच्चे नींद में दांत पीसते हैं, डॉक्टरी भाषा में इस आदत को ब्रक्सिज्म कहते हैं। जानिए क्या है इसका कारण और कैसे करें इलाज

कई बच्चे नींद में दांत पीसते हैं, डॉक्टरी भाषा में इस आदत को ब्रक्सिज्म कहते हैं।

इसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं -
ऊपर और नीचे के दांत एक-दूसरे पर ठीक से सेट न हो पाना, दांत निकलने वाले हों या बच्चे के कान में दर्द हो रहा हो, बच्चा किसी तनाव या गुस्से में हो, बच्चा घुटन महसूस करता हो या किसी दवा विशेष के साइड इफेक्ट के कारण भी बच्चे मे दांत किटकिटाने या दांत पीसने की समस्या हो सकती है।

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दुष्प्रभाव -

दांत पीसने से बच्चे के दांतों की इनैमल लेयर या दांतों को नुकसान पहुंच सकता है। गाल या जीभ कट सकती है, जबड़ों के जोड़, मसूड़ों या चेहरे में दर्द हो सकता है। जोर से दांत पीसने पर दांत टूट कर सांस नली में अटक सकता है।

इलाज -
- बच्चे के साथ प्यार से बातें करें और उसे मन की बातें खुलकर कहने दें।
- बच्चे को ज्यादा डरा-धमकाकर न रखें उसे रिलैक्स मूड में रहने दें।
- उसके सोने का समय निर्धारित करें और सोते वक्त उसे ऐसी चीजें न खिलाएं जिनमें कैफीन हो।
- किसी दंत रोग विशेषज्ञ से चेकअप करवाएं।

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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर।

राजस्थान में चुनाव से पहले अब गहलोत सरकार प्रदेश के सभी विधायकों को सौगात देने जा रही है। दरअसल, सरकार की ओर से पूर्व घोषित 'विधायक आवास परियोजना' के तहत जयपुर में नवनिर्मित फ्लैट्स बनने का काम पूरा हो गया है। अब 12 अगस्त को इसकी लॉन्चिंग की तारीख़ जारी की गई है।

 

जानकारी के अनुसार राजस्थान आवासन मंडल की ओर से निर्मित 'विधायक आवास परियोजना' का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 12 अगस्त को शाम साढ़े 6 बजे आयोजित एक समारोह में लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी करेंगे, जबकि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। इनके अलावा सभी विधायकों, सांसदों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है।

 

आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि यह परियोजना अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इस परियोजना में जी+8 के 6 बहुमंजिले टावर बनाए गए हैं। 3 हजार 200 स्क्वायर फीट में कुल 160 अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त आवास बनाए गए हैं।

 

विधायक आवास प्रोजेक्ट : खास-खास

— जी प्लस 8 के 6 बहुमंजिले टावर

— 4 बेडरूम के अलावा हर फ्लैट में 1 ड्राइंग रूम, 1 डाइनिंग रूम, एक बड़ी रसोई, एक एंट्री लॉबी, एक स्टोर और अटैच बाथरूम समेत एक घरेलू सहायक का कमरा

— चार टावर में 32-32, दो टावर में 16-16 फ्लैट

— हर टावर में विजिटर एरिया, विधायक कर सकेंगे जनसुनवाई

— अत्याधुनिक क्लब हाउस, 12 कमरों का गेस्ट हाउस

— 1,200 वाहनों की क्षमता की दो मंजिला भूमिगत पार्किंग

— एक स्विमिंग पूल, इनडोर गेम्स व आउटडोर गेम्स की सुविधाएं भी

— हर टावर में ग्राउंड फ्लोर पर आगुंतकों के लिए लॉबी एरिया और मीटिंग हॉल

— सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सीसीटीवी सर्विलेंस, अंडर व्हीकल स्कैनर सिस्टम, बैगेज स्कैनर, पेरीफेरियल इंटुडर एलर्ट सिस्टम, अनाउंसमेंट सिस्टम भी लगा है

— रेजिडेंट के लिए एंट्री विधानसभा के ठीक सामने से, दूसरी ओर से विजिटर्स एंट्री

— बेसमेंट के ऊपर गार्डन, मॉर्निंग वॉक के लिए ट्रैक म्यूजिक सिस्टम, जिसमें इंस्ट्रुमेंटल म्यूजिक प्ले, पोलार्ड लाइट भी

— फसाड़ एलईडी लाइटिंग, वाईफाई, एटीएम, जनरल स्टोर, मेडिकल स्टोर

— बीसलपुर पाइप लाइन से जलापूर्ति, दो जीएसएस से बिजली आपूर्ति

— स्मार्ट पार्किंग सिस्टम, इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की सुविधा

जयपुर। राजस्थान में सरकारी योजनाओं की जानकारी एवं उनके प्रति लोगों को जागरूक करने तथा उनका वास्तविक लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए शुरू की गई 'जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट' को आगामी पांच सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर कहा कि जनता की उत्सुकतापूर्ण भागीदारी, रुचि एवं उत्साह के दृष्टिगत जनता की भावना के सम्मान में 'जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट' को पांच सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।

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मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आप सभी इस मौके का लाभ लेते हुए रचनात्मक वीडियो बनाएं और रोज आकर्षक इनाम पाएं। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा आमजन को जन हितैषी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी देने तथा योजनाओं का वास्तविक लाभ आमजन को सम्मानपूर्वक सुनिश्चित रूप से प्रदान करने के लिए गत सात जुलाई से छह अगस्त तक सोशल मीडिया पर ऑनलाइन वीडियो प्रतियोगिता 'जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट' आयोजित की गई और अशोक गहलोत ने सात जुलाई को इसकी शुरुआत की थी।

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इसमें विजेताओं को प्रतिदिन प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये की राशि दी जा रही है। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन 1000 रुपये के 100 प्रेरणा पुरस्कार भी दिये जा रहे हैं। इससे लोगों में इसके प्रति भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।

अरविन्द सिंह शक्तावत

जयपुर. राज्य विधानसभा में प्रमुख सचिव पद के लिए राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय किया है। इस पद पर अब सेवारत ही नहीं, सेवानिवृत्त जजों को भी लगाया जा सकेगा। विधानसभा के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अब सेवानिवृत्त जज को पांच साल के लिए विधानसभा के प्रमुख सचिव पद पर नियुक्त किया जा सकेगा। राज्य सरकार ने इस संशोधन को लेकर गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने राजस्थान विधानसभा सचिवालय (भर्ती तथा सेवा की शर्तें ) नियम में संशोधन किया है। संशोधन के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष को यह शक्ति दी गई है कि यदि वे चाहें तो जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्तर के सेवानिवृत्त अधिकारी, जो सुपर टाइम स्केल प्राप्त कर चुका हो। उसके पास विधानसभा या फिर संसदीय कार्य विभाग में कार्य करने का अनुभव हो। उस सेवानिवृत्त न्यायाधीश को प्रमुख सचिव के पद पर नियुक्त किया जा सकेगा। यह नियुक्ति अधिकतम पांच साल या फिर 70 साल की आयु होने तक की जा सकेगी।

वर्तमान में सेवानिवृत्त जज ही प्रमुख सचिव
विधानसभा में वर्तमान में प्रमुख सचिव के पद पर सेवानिवृत्त जज महावीर शर्मा कार्यरत हैं। शर्मा प्रमुख विधि सचिव के पद भी काम कर चुके हैं। शर्मा को 2021 में सचिव पद पर नियुक्त किया गया था। बाद में इस पद को प्रमोट कर प्रमुख सचिव का पद किया गया। विधानसभा अध्यक्ष रह चुके कैलाश मेघवाल ने सेवानिवृत्त जज पृथ्वीराज को भी एक साल के लिए सचिव पद पर नियुक्त किया था। अब सरकार ने सेवानिवृत्त जज की नियुक्ति के आधिकारिक रास्ते खोल दिए हैं।

सेवारत जज को लगाने की यह है प्रक्रिया
यदि विधानसभा में सेवारत जज को लगाया जाता है तो उसकी एक प्रक्रिया है। इसके तहत विधानसभा एक पत्र हाईकोर्ट को लिखता है। हाईकोर्ट या तो तीन जिला जज का पैनल भेजता है या किसी एक का नाम विधानसभा सचिवालय को भेजा जाता है। विधानसभा अध्यक्ष प्रमुख सचिव के लिए आने वाले पैनल में से किसी एक नाम पर सहमति जताते हैं। फिर प्रमुख सचिव पद पर जज की नियुक्ति होती है।

Health news and health tips : Spinal cord injury: 72 घंटे चोट लगने के बाद अहम होते हैं। इसमें रिकवरी न होना बुरा संकेत है। 80 % बेहोशी में रहने वाले रोगी की रिकवरी कम ही हो पाती है।

रीढ़ की हड्डी (Spinal cord injury) शरीर का सपोर्ट सिस्टम है जिसमें शरीर के हर अंग को चलाने के लिए नसों का गुच्छा होता है। किसी कारण इस हड्डी पर चोट लगने से जब नसों पर दबाव बढ़ता है तो दिक्कतें होती हैं। इस हड्डी में शरीर को चलाने वाले तार होते हैं जिससे दिमाग तक सिग्नल जाता है और हमारा शरीर काम करता है।

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इस कारण दिक्कत : तंत्रिका की कोशिकाओं पर चोट लगने से नस पर बन रहे दबाव से परेशानी होती है। ऊंचाई से गिरने पर सीवियर स्पाइन इंजरी होती है। यह स्थिति आंशिक लकवे की होती है जिसमें रोगी को 4-5 माह आराम करना होता है।

लक्षण : गर्दन व कमर में दर्द का समय के साथ बढ़ना, हाथ व पैर में कमजोरी महसूस होना, यूरिन व स्टूल करने पर नियंत्रण खत्म होना, हाथ-पैर में सुन्नपन व झनझनाहट होना, चलने में परेशानी और कंपन होना।

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सावधानी बरतें-
यदि बैठकर भारी वजन उठाना है तो संतुलन के साथ उठाएं। कंप्यूटर पर काम करते या ड्राइविंग के समय सीधे बैठें। छोटे बच्चे को गोद में उठाने के लिए बैठ जाएं, फोन का प्रयोग करते समय गर्दन न झुकाएं, कंधे के बजाय पीठ पर बैग टांगें।


सड़क हादसे में खतरा-
सड़क हादसे में रोगी को इंजरी के बाद अस्पताल पहुंचाने में जल्दबाजी करने से उसकी चोट गंभीर हो जाती है। उसे उठाते समय सिर, कमर व पैर के नीचे हाथ लगाकर सीधे उठाएं व क्रैश कार्ट, लकड़ी का पट्टा या हार्ड कार्ड बोर्ड प्रयोग में लेें। रीढ़ की हड्डी सीधी रहेगी व अंदरूनी नसों को नुकसान नहीं होगा।

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ऐसे होगा इलाज-
एमआरआई, सीटी स्कैन जांच से रीढ़ की हड्डी (Spinal cord injury) में चोट का पता लगाते हैं। चोट के बाद फ्रैक्चर के दौरान हुए टुकड़ों को फिक्स कर जोड़ते हैं। गंभीर स्थिति में सर्जरी करते हैं। इलाज के कुछ दिन बाद से रिकवरी के लिए फिजियोथैरेपी देते हैं। मेडिकल जगत में इलाज के लिए स्टेम सेल थैरेपी भी ले सकते हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Netflix TV Gaming App : स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स ने ऐप्पल ऐप स्टोर पर एक नया एप्लिकेशन लॉन्च किया है जो यूजर्स को अपने टीवी पर गेम खेलने की अनुमति देगा। ऐप के डिस्क्रिप्शन के अनुसार, नया 'नेटफ्लिक्स गेम कंट्रोलर' ऐप आपके टीवी के साथ जुड़ जाता है और आपको अपने फोन या मोबाइल डिवाइस का उपयोग कर नेटफ्लिक्स पर गेम खेलने की अनुमति देता है। इसमें आगे कहा गया है, "जल्द ही नेटफ्लिक्स पर आ रहा है।"

नेटफ्लिक्स के कौन से गेम को बड़ी स्क्रीन पर लाया जाएगा, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में गेमिंग के नेटफ्लिक्स वीपी माइक वर्दु ने कहा था कि कंपनी क्लाउड गेमिंग पेशकश की खोज कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी दक्षिणी कैलिफोर्निया में एक नया गेमिंग स्टूडियो खोलेगी, जिसका नेतृत्व ब्लिजार्ड एंटरटेनमेंट में ओवरवॉच के पूर्व कार्यकारी निर्माता चाको सोनी करेंगे।

वर्दु ने यह भी दावा किया कि वह नेटफ्लिक्स (Netflix) को प्लेस्टेशन (Playstation) या एक्सबॉक्स (XBox) के कंपटीटर के रूप में नहीं देखता है। मई में, नेटफ्लिक्स में एक्सटर्नल गेम्स के वीपी लीन लूम्बे ने क्लाउड गेमिंग के लिए कंपनी की योजनाओं के बारे में बात की थी। 'हमारा मानना है कि क्लाउड गेमिंग हमें किसी भी स्क्रीन पर गेम को एक्सेस करने में सक्षम बनाएगा। हमारा विजन यह है कि हमारे मेंबर्स अपने पास मौजूद किसी भी नेटफ्लिक्स डिवाइस पर गेम खेल सकें।'

मार्च में, कंपनी को आईफोन-बेस्ड (iPhone) गेम कंट्रोलर पर काम करते हुए देखा गया था। जुलाई में, स्ट्रीमिंग जायंट ने एंड्रॉइड और आईओएस के लिए एक नया पर्सनलाइज़ टैब 'माई नेटफ्लिक्स' पेश किया था, यह एक वन-स्टॉप शॉप है जो आपके लिए आसान शॉर्टकट के साथ तैयार की गई है जो आपको यह चुनने में मदद करती है कि आप क्या देखना चाहते हैं।'

-आईएएनएस

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Prevention of eye flu: बरसात के दिन चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाते हैं और वातावरण में ताज़गी भर देते हैं। हालांकि, मानसून के आगमन के साथ विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियों का प्रसार बढ़ जाता है। इस मौसम के दौरान हवा में उच्च आर्द्रता और नमी के कारण हमें विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों के फैलने की कई समस्याएं होती हैं। बारिश के बाद आई फ्लू, जिसे आमतौर पर गुलाबी आंख के रूप में जाना जाता है, एक आंख का संक्रमण है जो बारिश के मौसम में आसानी से फैल सकता है।

 

आज हम इस लेख में आपकी आंखों को आई फ्लू से बचाने के लिए कुछ टिप्स देंगे। जिसका प्रयोग करके आप अपनी आंखों को फ्लू से बचा सकते हैं।


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अपनी आंखों को छूने से बचें
बारिश का पानी गंदगी, बैक्टीरिया और एलर्जी सहित विभिन्न प्रदूषकों को लेकर आता है। अपनी आंखों को रगड़ने या छूने की इच्छा से बचें, क्योंकि इससे हानिकारक पदार्थ आपकी आँखों में जा सकते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

 

सुरक्षात्मक चश्मे का प्रयोग करें
यदि आपको बारिश के दौरान बाहर रहना है, तो वाटरप्रूफ या रैप-अराउंड धूप का चश्मा पहनने पर विचार करें। वे एक ढाल के रूप में कार्य करते हैं, जो बारिश के पानी, मलबे और संभावित प्रदूषकों को आपकी आंखों के सीधे संपर्क में आने से रोकते हैं।


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हाथ और चेहरा साफ रखें
किसी भी जमा गंदगी या कीटाणुओं को हटाने के लिए नियमित रूप से अपने हाथों और चेहरे को साबुन और साफ पानी से धोएं। यह सरल अभ्यास संक्रमण की संभावना को काफी कम कर सकता है।

 

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व्यक्तिगत वस्तुएं साझा करने से बचें
यदि आपके घर या कार्यस्थल में किसी को आई फ्लू है, तो तौलिये, तकिए, या आंखों के मेकअप जैसी वस्तुओं को साझा करने से बचें। इससे दूसरों तक संक्रमण फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।

 

चिकित्सीय सावधानी बरतें
यदि आप लगातार आंखों की लालिमा, खुजली, डिस्चार्ज या दृष्टि संबंधी समस्याओं का अनुभव करते हैं, तो तुरंत किसी आंखों के डॉक्टर से परामर्श लें। शीघ्र पता लगाने और उपचार से स्थिति को बिगड़ने से रोका जा सकता है।


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स्व-दवा से बचें
यदि आपकी आंखें लाल हैं, खुजली है, सफेद पानी आ रहा है, सूजन है तो आई ड्रॉप, एंटीबायोटिक आई ड्रॉप, हर्बल आई ड्रॉप अपने आप से शुरू न करें। कई बार इसमें स्टेरॉयड का मिश्रण हो सकता है जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। कृपया पहले डॉक्टर से सलाह लें।

 

बच्चों की रक्षा करें
विद्यालय एक सामान्य स्थान है जो एक फैला हुआ मैदान है। यदि उनमें लक्षण हैं तो उन्हें स्कूल भेजने से बचें। यदि वे लक्षणों की शिकायत करते हैं तो उपेक्षा न करें और स्व-चिकित्सा करें। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

 

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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पाकिस्तान (Pakistan) की राजनीति में पिछले कई महीनों से सियासी घमासान चल रहा है। इमरान खान (Imran Khan) की प्रधानमंत्री पद से छुट्टी होने के बाद शहबाज़ शरीफ (Shehbaz Sharif) देश के नए पीएम बने। हालांकि उसके बाद भी देश का सियासी घमासान नहीं थमा। 2018 में पाकिस्तान की सरकार बनी थी और उसे 13 अगस्त को 5 साल पूरे होंगे। लेकिन सरकार का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही आज पाकिस्तान में कुछ ऐसा होने जा रहा है जिससे देश की सियासी तस्वीर में एक बड़ा बदलाव आएगा। आज पाकिस्तान की संसद भंग होगी।


शहबाज़ शरीफ आज करेंगे संसद भंग करने की सिफारिश पेश

पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ आज देश की संसद भंग करने की सिफारिश पेश करेंगे। इस बात की जानकारी कुछ समय पहले ही सामने आ गई थी। शहबाज़ पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Arif Alvi) के सामने संसद भंग करने की सिफारिश पेश करेंगे, जिस पर 48 घंटे में अल्वी अपनी मंजूरी देंगे।

पीएम पद से देंगे इस्तीफा

शहबाज़ आज पीएम पद से भी इस्तीफा देंगे। जानकारी के अनुसार बीती रात सेना मुख्यालय में शहबाज़ को पीएम पद से विदाई भी दे दी गई है। इसके बाद कार्यवाहक पीएम के नाम पर चर्चा होगी और कुछ दिन में ही उसके नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। अगले चुनाव तक कार्यवाहक पीएम ही पाकिस्तान ही सत्ता संभालेगा।

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समय से पहले संसद भंग करने के क्या हैं मायने?

अगर समय से पहले पाकिस्तान की संसद भंग की जाती है तो चुनाव कराने के लिए 90 दिन का समय मिलेगा। वहीं तय समय पर संसद भंग होने पर अगले 60 दिन के भीतर चुनाव कराने होंगे। ऐसे में तय समय से पहले पाकिस्तान की संसद भंग करने का फैसला शहबाज़ का एक सियासी दांव है जो उन्होंने बहुत ही सोच-समझकर लिया है। इससे न सिर्फ उन्हें चुनाव के लिए ज़्यादा समय मिलेगा, बल्कि इस समय का इस्तेमाल वह अगले चुनाव के लिए अपनी पार्टी को मज़बूत करने में भी कर सकेंगे। देश में इस समय इमरान की ज़बरदस्त पॉपुलैरिटी है। ऐसे में शहबाज़ उसे कम करना चाहेंगे और इसके लिए वह पूरा समय चाहते हैं।

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महिलाएं स्वभाव से अधिक संवेदनशील होती हैं और भावनाओं में बहकर अत्यधिक मानसिक तनाव (Mental stress) लेती हैं। इसलिए वे इस रोग की चपेट में ज्यादा आती हैं।


आज के दौर में इंसान, मशीन की तरह होता जा रहा है। गलत खानपान के कारण जहां उसे कई शारीरिक रोगों ने जकड़ लिया है, वहीं भागदौड़ वाली जीवनशैली की वजह से अपेक्षाओं और उपलब्धियों के बीच दूरी बढ़ने से वह मानसिक तनाव (Mental stress) के जाल में फंसता जा रहा है। यह तनाव विभिन्न शारीरिक विकारों के रूप में सामने आता है।

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मानसिक कारणों की वजह से होने वाले शारीरिक विकार के लक्षण हिस्टीरिया रोग की ओर संकेत करते हैं। यह रोग hysteria symptoms in female : स्त्री और पुरुष दोनों को होता है। लेकिन महिलाएं स्वभाव से अधिक संवेदनशील होती हैं और भावनाओं में बहकर अत्यधिक मानसिक तनाव लेती हैं। इसलिए वे इस रोग की चपेट में ज्यादा आती हैं।

Why does hysteria happen? क्यों होता है हिस्टीरिया -
लड़कियों की शादी में देरी, पति-पत्नी के बीच लड़ाई-झगड़े, पति की अवहेलना या दुव्र्यवहार, तलाक, मृत्यु, गंभीर आघात, धन हानि, मासिक धर्म विकार, संतान न होना, गर्भाशय के रोग आदि ऐसे कई कारण हैं जो इस बीमारी की वजह बनते हैं। जब घर में झगड़े हों, प्रेम में असफलता, अपच व कब्ज की शिकायत बनी रहे, रोगी के चेतन या अचेतन मन में चल रहे किसी तनाव का दबाव बहुत बढ़ जाए और उससे बाहर निकलने का जब कोई रास्ता न दिखे तो वह जिन भावों में व्यक्त होता है उसे हिस्टीरिया के नाम से जाना जाता है।

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Identify this disease - पहचानें इस रोग को -
शरीर के किसी अंग में ऐंठन, थरथराहट, बोलने की शक्ति का नष्ट होना, निगलने व सांस लेते समय दम घुटना, बहरापन, तेज-तेज चिल्लाना या खूब हंसना जैसे लक्षण सुनिश्चित करते हैं कि स्त्री हिस्टीरिया से ग्रसित है। रोग के लक्षण एकाएक प्रकट या लुप्त हो सकते हैं। लेकिन कभी-कभी लगातार हफ्तों या महीनों तक भी ये बने रह सकते हैं।

There is no seizure like epilepsy मिर्गी जैसे दौरे नहीं पड़ते -
अक्सर लोग हिस्टीरिया और मिर्गी के दौरे में अन्तर नहीं समझ पाते। मिर्गी में रोगी को अचानक दौरा पड़ता है। रोगी कहीं पर भी रास्ते में, बस में, घर पर गिर जाता है। उसके दांत भिच जाते हैं, जिससे उसके होंठ और जीभ भी दांतों के बीच में आ जाती है जबकि हिस्टीरिया रोग मे ऐसा नहीं होता। रोगी को हिस्टीरिया का दौरा पडऩे से पहले ही महसूस हो जाता है और वह कोई सुरक्षित स्थान देखकर वहां लेट सकता है। उसके दांत भिचने पर होंठ और जीभ दांतों के बीच में नहीं आती। दौरा पडऩे पर रोगी के कपड़े ढीले कर देने चाहिए और उसके शरीर को हवा लगने देनी चाहिए। जैसे-जैसे दौरा खत्म होता है, रोगी खुद ही खड़ा हो सकता है।

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According to Ayurveda आयुर्वेद के अनुसार -
आयुर्वेद के ग्रंथ 'माधव निदान' के परिशिष्ट में 'योषा अपस्मा' के नाम से इस रोग का वर्णन किया है। इस ग्रंथ के अनुसार यह रोग 12-50 वर्ष तक की आयु में होता है।

इन्हें अपनाएं -
पुराने घी का प्रयोग और पूरे शरीर पर इसकी मालिश फायदेमंद होती है। पुराने घी की दो बूंदें नाक में रोजाना डालने से भी लाभ मिलता है। दूध स्वभाव से ओज की वृद्धि करता है और ओज के बढ़ने से मन की क्षमता में इजाफा होने लगता है। काश्यप संहिता में लिखा है कि मानसिक रोगों को धृति, वीर्य, स्मृति ज्ञान तथा विज्ञान के द्वारा नष्ट किया जाता है। रसयुक्त और चिकने पदार्थों का सेवन करने वालों में सात्विक गुणों की वृद्धि होती है।

How to care कैसे करें देखभाल -
जिन कारणों से यह रोग हुआ है उन्हें दूर करके इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, यह रोग भी ठीक होता जाता है। ध्यान रहे कि इस रोग से पीडि़त व्यक्ति पर गुस्सा न करें क्योंकि इच्छाएं पूरी न होने की वजह से वह पहले ही किसी बात से परेशान होता है। इसलिए उसके साथ सौम्य स्वभाव के साथ बातचीत करें। उसकी बातों को ध्यान से सुनें और उसे बार-बार यह एहसास न दिलाएं कि वह किसी समस्या से पीडि़त है।

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मरीज को सकारात्मक सोच रखने के लिए प्रेरित करें। उसके अच्छे कामों के लिए उसे प्रोत्साहित करें। रोगी का स्वभाव बदलने के लिए उसे किसी जगह पर घुमाने के लिए भी ले जा सकते हैं। चरक संहिता के अनुसार मानसिक रोगों में सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा बुद्धि, धैर्य व आत्मज्ञान है। हितकर आहार-विहार, दान करने की भावना विकसित करें। क्षमाशीलता और अच्छा आचरण अपनाएं।

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जयपुर।

यदि आप आगामी दिनों में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले ट्रेनों में आरक्षण की स्थिति की जांच कर लें। क्योंकि इन दिनों जयपुर से जम्मू, हरिद्वार, देहरादून, वाराणसी, कोलकाता, गुवाहाटी, चेन्नई एवं पुरी समेत कई शहरों के लिए संचालित हो रही लंबी दूरी की ट्रेनें फुल चल रही है। ट्रेनों में यह स्थिति 15 अगस्त तक रहने वाली है। आगामी छुट्टियों में लोगों ने परिवार सहित कहीं न कहीं घूमने जाने के लिए एडवांस में टिकट बुक करा रखे हैं। जिसका नतीजा है कि अधिकांश ट्रेनों में वेटिंग 100 के पार पहुंच गई है। तत्काल का कोटा भी चंद मिनटों में भर रहा है।

 

जयपुर से गुजरने वाली ट्रेनों की स्थिति

जम्मूतवी: अजमेर-जम्मूतवी ट्रेन में थर्ड एसी में 11, 12 अगस्त को व स्लीपर क्लास में 11 से 15 अगस्त तक सीट उपलब्ध नहीं है।

हरिद्वार: योगा एक्सप्रेस के थर्ड एसी में 15 अगस्त व स्लीपर क्लास में 11 अगस्त की बुकिंग बंद हो गई जबकि अन्य दिनों वेटिंग 100 के पार चल रही है।

देहरादून: ओखा-देहरादून ट्रेन में 12 अगस्त की स्लीपर व सैकण्ड एसी क्लास की बुकिंग बंद हो गई हैं।

वाराणसी: मरुधर एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास में वेटिंग लिस्ट 17 अगस्त तक 167 तक पहुंच गई, जबकि एसी क्लास में 30 से 50 तक मिल रही है।

पुरी: 12 अगस्त को जयपुर से संचालित होने वाली जोधपुर-पुरी ट्रेन में भी स्लीपर क्लास में वेटिंग 150 के पार पहुंच गई है।

 

इसलिए बढ़ा यात्री भार

12-13 अगस्त को शनिवार, रविवार है और मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस है। केवल सोमवार की छुट्टी लेकर लोग चार दिन का टूर प्लान कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो रक्षा बंधन की बजाय इन छुट्टियों में घर जा रहे हैं।

 

अतिरिक्त कोच जोड़ रहे, स्पेशल ट्रेनें भी चलाएंगे

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रेनों में मारामारी को देखते हुए आगामी दिनों में स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। हालांकि अभी कई ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी जोड़े जा रहे हैं।

 

हवाई यात्रियों की संख्या भी बढ़ेगी

जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी छुट्टियों का असर देखा जा रहा है। आए दिन रद्द होने वाली फ्लाइट रोजाना संचालित हो रही है। एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार शुक्रवार से सोमवार तक यात्रीभार ज्यादा रहने की संभावना है।

Gang war in Rajasthan: दौसा जिले में स्थित मीणा हाईकोर्ट में आज आदिवासी समाज का बड़ा आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन में शामिल होने वाले मुख्य लोगों में सांसद किरोड़ी लाल मीणा समेत अन्य कई गणमान्य लोग शामिल हैं। लेकिन इस आयोजन से पहले दौसा जिले में हुई गैंगवार ने पुलिस के पसीने छुड़ा दिए हैं। पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए ऐडी से चोटी तक का जोर लगा दिया है। मामला आपसी रंजिश का बताया जा रहा है। दौसा जिले की मेंहदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

दरअसल बालाली थाने के एचएस निरंजन मीणा की हत्या कर दी गई। निरंजन मीणा उर्फ घंडा अचेत हालात में मीन भगवान मंदिर के सामने मिला था। वहां से गुजर रहे किसी राहगीर ने मंगलवार देर रात इस बारे में पुलिस को सूचना दी तो पुलिस एक्टिव हुई। मौके पर पहुंचकर पहले तो पुलिस को लगा कि यह हादसा हो सकता है, बाद में जब युवक चेहरा साफ किया गया तो पता चला कि वह थाने का एचएस निरंजन मीणा है। पुलिस ने तुरंत उसे नजदीक अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद उसकी जान चली गई।

पुलिस ने बताया कि निरंजन का सीताराम और यादराम बैरवा उर्फ रंगा से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। कल दोपहर ही निरंजन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था जिसमें वह कार में बैठा दिखाई दे रहा था। उसके पास एक रिवाल्वर और एक देसी कट्टा था। वह किसी सीताराम मीणा को धमका रहा था कि सोशल मीडिया पर आकर माफी मांग ले नहीं तो तेरे या तेरे बाप में बंदूक खाली कर दूंगा....। पुलिस का मानना है कि इन दोनो ने ही निरंजन को बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी जान चली गई।

दो अगस्त को निरंजन ने सीताराम और यादराम पर किया था हमला, कुल्हाड़ी लेकर पहुंचा था....
इससे पहले 2 अगस्त को भी निरंजन की सीताराम से कहासुनी हुई थी। जिसके बाद रात 10 बजे कस्बे की तायल धर्मशाला के पास बैठे सीताराम और यादाराम पर बाइक पर सवार होकर आए निरंजन ने 7 - 8 लोगों के साथ हमला कर दिया था। इस मामले में सीताराम ने थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया कि किसी तरह उन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। इसका भी एक वीडियो सामने आया है। पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर निरंजन पर विभिन्न थानों में 24 से ज्यादा मामले दर्ज है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। सीताराम और यादराम भी अपराधिक प्रवृति के बताए जा रहे हैं।

जयपुर. खरीफ फसलों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दालों की बुआई का हिस्सा घटा है। इसके असर से आने वाले दिनों में दालों के दाम में तेज इजाफा देखने को मिल सकता है। हालांकि विशेषज्ञों को लगता है कि सरकार विदेश से दालों का आयात बढ़ाकर दाम काबू में करने की कोशिश भी कर सकती है। दाल के बढ़ते दामों की वजह से थाली का भी स्वाद बिगड़ सकता है। पहले से ही टमाटर, अदरक और मसालों में जीरा, सौंफ, कालीमिर्च और अन्य मसालों के दाम बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही अब दाल के भाव बढऩे से थाली बेस्वाद हो सकती है।

इक्रा रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त में कमजोर के पूर्वानुमान के चलते खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के स्तर तक पहुंचने के आसार धूमिल हो गए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 28 जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक खरीफ की फसल पिछले साल के मुकाबले फिलहाल मामूली पीछे है।

पिछले साल के 75.5 फीसदी के मुकाबले इस साल 75.3 फीसदी हिस्से में फसल बोई गई है। हालांकि, इसमें आने वाले दिनों में और कमी की आशंका भी जताई जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक मौसम विभाग ने अगस्त महीने में सामान्य से कुछ कम मॉनसून का पूर्वानुमान जताया है।

खरीफ की कुल फसल में दालों का हिस्सा 11.3 फीसदी घटा है। वहीं, कपास की फसल एक फीसदी कम है। पिछले साल के मुकाबले बुआई 1.23 मिलियन हेक्टेयर में कम हुई है। राज्यों की बात की जाए तो यूपी, राजस्थान में बुआई बढ़ी है। वहीं, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में कमी आई है।

Monsoon : 15 अगस्त को राजस्थान की राजधानी जयपुर में बारिश होगी। भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने जानकारी दी है। IMDने बताया है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी और पश्चिमी राजस्थान जोधपुर और बीकानेर में सूखा रहेगा। एक दिन पहले भी बारिश का यही दौर रहेगा। मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह का ही अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने एक लंबे बारिश के दौर के बाद पूरी तरह से यूटर्न लिए हुए है।

इस समय मानसून टर्फलाइन अमृतसर, चंडीगढ़, नजीबाबाद, गोरखपुर, सुपौल, बेल्लूर घाट और मणिपुर होकर बह रही है। इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी समुद्र तल से करीब करीब छह किलोमीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। इसी ऊंचाई पर एक और भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके कारण किसी भी समय क्षोभमंडल में चक्रवात की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पहला विक्षोभ 74 डिग्री पूर्व अक्षांश और 32 डिग्री उत्तर देशांतर पर स्थिति है और दूसरा 60 डिग्री पूर्व अक्षांश और 32 डिग्री उत्तर देशांतर पर स्थिति है

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15 अगस्त तक heavy rain Alert

9 अगस्त—
पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी।
10 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी।
11 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी।
12 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान सूखा रहेगा।
13 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान सूखा रहेगा।
14 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान सूखा रहेगा।
15 अगस्त—पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग में कहीं कहीं बारिश होगी। पश्चिमी राजस्थान सूखा रहेगा।

जयपुर।

सवाईमानसिंह अस्पताल में दो वर्ष पहले अपनी लंबाई बढ़वाने के लिए सर्जरी करवाने वाली एनआरआई युवती की लंबाई 2 इंच बढ़ गई है। युवती फॉलोअप इलाज के लिए अमरीका से जयपुर आई हुई है। मंगलवार को ही उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई है। 31 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती ने वर्ष 2021 में सर्जरी करवाई थी। पहले उसकी लंबाई 5 फीट थी।

 

एसएमएस अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि युवती का कद आनुवांशिक तौर पर कम था। लेंथिंग ओवर नेल तकनीक से सर्जरी कर उसके पैरों की लंबाई को बढ़ाया गया है। राजस्थान पत्रिका से बातचीत में युवती ने बताया कि बचपन से ही वह अपनी लंबाई बढ़ाना चाहती थी। कद कम होने के कारण उसमें आत्मविश्वास की कमी थी। लोग उसका मजाक बनाते थे।

 

काफी रिसर्च करने के बाद वर्ष 2010 में उन्हें डॉ. डी.एस. मीणा की रिसर्च मिली। वर्ष 2011 में उन्होंने जांघ की हड्डी की सर्जरी करवाई, लेकिन पढ़ाई के लिए यूएसए जाना पड़ा और वहीं जॉब करने लगी। यूएसए में इस तरह के केस वहां नहीं मिले। उनके भाई ने भी एसएमएस में सर्जरी करवाकर अपनी लंबाई बढ़वाई थी।

 

70 हजार हुए खर्च

वर्ष 2021 में वो जयपुर आई और डॉ. मीणा की देखरेख में सर्जरी करवाई। सर्जरी के दौरान जो इंप्लांट डाले गए, उन्हें निकलवाने के लिए उन्होंने हाल ही में ऑपरेशन करवाया है। इस सर्जरी में उनका 70 हजार रुपए तक का खर्चा आया है।

दुनियाभर में भूकंप के मामलों में पिछले एक साल में तेज़ी से इजाफा हुआ है। हर दिन दुनिया में कहीं न कहीं भूकंप के नए मामले देखने को मिलते हैं और यह काफी सामान्य सी बात हो गई है। एक दिन में अलग-अलग जगहों पर कई भूकंप के मामले देखे जाते हैं। भूकंपों की लिस्ट में अब एक और भूकंप जुड़ गया है। यह भूकप टोंगा () में आया। रिक्टर स्केल पर टोंगा में आए भूकंप की तीव्रता 5.9 रही। भूकंप का समय भारतीय समयानुसार आज, बुधवार, 9 अगस्त को देर रात 12 बजकर 8 मिनट रहा और यह हिहीफो (Hihifo) गांव से 103 किलोमीटर साउथवेस्ट में आया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (United States Geological Survey - USGS) ने भी टोंगा में आए इस भूकंप की पुष्टि की है।


कितनी रही भूकंप की गहराई?

टोंगा के हिहीफो गांव से 103 किलोमीटर साउथवेस्ट में आए इस भूकंप की गहराई 58 किलोमीटर रही।


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नहीं हुआ नुकसान

टोंगा में आए भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि प्रभावित क्षेत्र और आसपास के इलाके में लोगों को भूकंप का झटका महसूस ज़रूर हुआ।

चिंताजनक है भूकंप के मामलों का बढ़ना

पिछले करीब एक साल में दुनियाभर में भूकंप के मामले बढ़े हैं। दुनियाभर में पिछले कुछ महीने से आए दिन किसी न किसी जगह भूकंप के मामले देखने को मिलते हैं। कुछ भूकंपों से किसी तरह का नुकसान नहीं होता है, पर पिछले कुछ महीनों में कुछ ऐसे भी भूंकप देखने को मिले हैं जिनसे भारी तबाही मची है। पिछले साल इंडोनेशिया (Indonesia) में आए भूकंप और इस साल तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) में आए भूकंप ने काफी तबाही मचाई थी। हालांकि सभी भूकंप तबाही नहीं मचाते, पर भूकंप के मामलों का बढ़ना चिंताजनक है। वहीं कोस्टल इलाकों में भूकंप आने से सुनामी की संभावना भी रहती है।

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जयपुर/पत्रिका न्यूज नेटवर्क। विधायकपुरी थाना इलाके में खासाकोठी स्थित एक होटल में स्विमिंग पूल पर एक विदेशी युवती का मोबाइल से फोटो खींचने का मामला सामने आया है। इस संबंध में विदेशी महिला ने होटल प्रबंधन की मदद से मामला दर्ज करवाया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

थानाधिकारी अमर सिंह ने बताया कि युवती परिवार सहित होटल में ठहरी हुई है। सोमवार को होटल में फाइनेंस डिपार्टमेंट के कर्मचारियों की कार्यशाला चल रही थी। दोपहर में लंच के समय कुछ कर्मचारी स्विमिंग पूल पर चले गए। पूल के पास चेयर पर विदेशी युवती लेटी हुई थी। कर्मचारी पूल पर खुद की फोटो व सेल्फी लेने लगे।

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इस पर युवती ने आपत्ति जताई। बाद में युवती ने होटल प्रबंधन की मदद से मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में युवती के 164 में बयान दर्ज करवाए। पुलिस ने फोटो खींचने वाले तीन लोगों के तीन मोबाइल जब्त किए और जांच के लिए एफएसएल भिजवाए हैं।

जयपुर।

एक छोटे से बच्चे ने अपहरण की बड़ी साजिश को अंजाम देने से नाकाम कर दिया। ये हैरान करने वाला वाकया हुआ राजधानी जयपुर के हरमाड़ा थाना इलाके में, जहां छठी क्लास में पढ़ने वाले 12 वर्षीय सौरभ ने एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार अपहरण को असफल करने का कारनामा कर दिखया है।

 

दरअसल सामने आया है कि अपहरणकर्ताओं ने इस बच्चे का दो बार अपहरण करने का प्रयास किया था। लेकिन दोनों बार सौरभ ने अपनी सूझबूझ से अपहरणकर्ताओं की साजिश को नाकाम कर दिया।

 

मामला दर्ज करवाने आए परिजन गोपीचंद कुमावत ने बताया कि घर वाले रिश्तेदार की मौत के कारण शहर से बाहर थे। भतीजा सौरभ कुमावत चार अगस्त को स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रहा था। तभी त्रिवेणी नगर में बाइक सवार नकाबपोश दो युवकों ने उसका रास्ता रोक लिया।

 

युवकों ने सौरभ से कहा तुम्हारी मां अस्पताल में है और तुम्हें बुला रही है। तुम हमारे साथ जल्द चलो। सौरभ को कुछ गड़बड़ लगी तो जाने से मना कर दिया और पत्थर मारकर अपहरण की साजिश को नाकाम किया। सौरभ ने पूरी घटना परिजन को बताई मगर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। सौरभ के पिता दिनेश मुंबई में होटल का व्यवसाय करते हैं।

 

पुलिस घटना की तस्दीक कर रही है। अपहरण के प्रयास की घटना पांच अगस्त की बताई गई है। बच्चे ने पूरी घटना का विवरण बताया है। अभी तक जांच में फिरौती जैसा कोई प्रकरण सामने नहीं आया है। - मनीष, थानाधिकारी, हरमाड़ा

एक्स (पूर्व में ट्विटर) (X) पर एक यूजर्स ने दो अलग-अलग फोन पर दो अलग-अलग राइड-हेलिंग ऐप्स के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए, जिसमें बेंगलुरु के एक ऑटो चालक ने एक ही समय में अलग-अलग स्थानों के लिए दो अलग-अलग सवारी स्वीकार की। यूजर्स ने अपने ट्वीट को कैप्शन दिया, 2 अलग-अलग स्थान, 2 अलग-अलग ऐप, 2 अलग-अलग फोन, एक ही ऑटो, एक ही ड्राइवर।

स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि नाम और गाड़ी नंबर दोनों ऐप में समान थे। एक सवारी दो मिनट की दूरी पर थी, जबकि दूसरी चार मिनट की दूरी पर थी, जैसा कि स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है। राइड एक्सेप्ट करने वाले ऑटो चालक का नाम 'दशरथ' था। यूजर ने आगे की पोस्ट में लिखा, 'दशरथ को वेतन वृद्धि की जरूरत है।'

पिछले हफ्ते, बेंगलुरु के एक निवासी ने ट्विटर (अब एक्स) पर राइड-हेलिंग ऐप रैपिडो का एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था, जिसमें केवल 45 मिनट की ऑटो-रिक्शा की सवारी के लिए 225 मिनट का इंतजार दिखाया गया था। यूजर्स ने ट्वीट किया, रैपिडो प्रतीक्षा समय हाथ से बाहर जा रहा है। 45 मिनट की यात्रा के लिए 3.7 घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना होगा।'

-आईएएनएस

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जयपुर/कालवाड़. कालवाड़ रोड चंपापुरा में जिस बोलेरो कार में आग लगी उसमें आग लगते ही अगर कोई आगे का शीशा तोड़ देता तो अकाउंट ऑफिसर राहुल चौधरी (35) को बचाया जा सकता था। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय किसी को सोचने समझने का मौका नहीं मिला। कार में जले शव को देखकर लोग सहम गए। कालवाड़ थानाधिकारी धर्मसिंह ने बताया कि एक बोलेरो गाड़ी जयपुर से कालवाड़ की तरफ आ रही थी। चंपापुरा गांव के पास अचानक गाड़ी में आग लग गई देखते देखते गाड़ी आग के गोले में तब्दील हो गई। अचानक लगी आग ने चालक को संभलने का मौका ही नहीं दिया।

आग के पास तक नहीं जा पाए लोग: चंपापुरा निवासी सीएलजी सदस्य सतपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि बोलेरो कर में लगी आग इतनी भीषण थी कि आस पास दूर खड़े किसी भी व्यक्ति की पास जाने की हिम्मत नहीं हुई। गौरतलब है कि जिस कार में आग लगी उसकी ड्राइविंग राहुल चौधरी खुद ही कर रहा था। पुलिस का कहना है कि अचानक कर में आग लगने के बाद राहुल ने कार को सड़क के किनारे पर उतार तो लिया लेकिन कार के गेट व आगे का शीशा नहीं टूटने से वह बाहर नहीं निकल सका और उसकी जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। आग लगने से वाहनों की लंबी कतार लग गई। यातायात पुलिस ने जाम हटवाया।


एसी में शार्ट सर्किट से लगी कार में आग
कार में लगी भीषण आग के कारणों का प्रथम दृष्टया यह पता चला है कि कार में आगे डेस्क बोर्ड के पास एसी में शार्ट सर्किट से आग लगी। एएसआई रामावतार सिंह ने बताया कि कार में डेस्क बोर्ड के पास एसी में लगी आग वायरिंग से कार के पीछे तक पहुंच गई और डीजल टैंक के पाइप को छू गई। जिससे आग ने कुछ ही सैकंड में कार को अपनी जद में ले लिया। जिस बोलेरो कार में आग लगी वह मृतक राहुल चौधरी के ससुर गणपत राम के नाम थी।

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बेसुध हुए परिजन गांव में किया अंतिम संस्कार
शव का देर शाम को नागौर जिले के निमोद गांव में अंतिम संस्कार किया गया। अपने इकलौते पुत्र की मौत के पश्चात माता-पिता बहने एवं पत्नी बेसुध हो गए। स्थानीय एवं आसपास के लोगों ने परिजनों को ढांढस बंधाया।

पत्नी को अस्पताल छोड़ कर आया था
पुलिस को परिजनों ने बताया कि राहुल सुबह अपनी पत्नी को निजी अस्पताल में छोड़कर बोलेरो कार लेकर कालवाड की तरफ आ रहा था। इसी बीच चंपापुरा के पास कार में आग लग गई जिससे उसकी मौत हो गई। मूलत: निमोद जिला नागौर निवासी मृतक राहुल चौधरी अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था और उसकी दो बड़ी बहन है। वह सरकारी सेवा में उपभोक्ता मामले के विभाग में लेखा अधिकारी के रूप में कार्यरत था, शादी के बाद अभी तक उसके कोई संतान नहीं थी। राहुल की दो बहनों की शादी हो चुकी है व दोनों ही अमेरिका में रहती थी। राहुल की वर्ष 2015 में शादी हुई थी। हादसे में जलने वाली बोलेरो भी उसे शादी में गिफ्ट के रूप में मिली थी। राहुल के पिता गोपाल चौधरी रेलवे में सीटीआई के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी थे।

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पुलिस ने दिखाई हिम्मत
कार से शव निकालने में काफी परेशानी हुई। थानाधिकारी धर्मसिंह, एएसआई रामावतार सिंह, विजय पूनिया, हैड कांस्टेबल मोहनलाल, कुंदन सिंह, कांस्टेबल हीरालाल, सीएलजी सदस्य सत्यवीर, सतपाल सिंह राठौड़ आदि ने शव बाहर निकाला

मनोहरपुर. ग्राम हनुतपुरा की डूंगरी की ढाणी निवासी शहीद बाबूलाल के निवास स्थान पर जहां एक और श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। हादसे के बाद वीरांगना कमलेश देवी चौधरी की नजर पति की तस्वीर से नहीं हट रही है। तस्वीर को सीने से लगा कहती नजर आती है कि इस हरी-भरी बगिया को क्यों वीरान छोड़ कर चले गए। शहीद बाबूलाल की 2 साल की सेवा बाकी थी। वह 2 साल बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। 4 अगस्त की सुबह हुई वार्ता में उन्होंने कहा कि मैं ऊपर जा रहा हूं, वहां मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिलता है। मैं या तो रात को या सुबह बात करूंगा।
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वहीं दोनों बेटे विशाल व विशेष सुबकते हुए कहा कि पिताजी का सपना हमें चिकित्सक के रूप में आमजन की सेवा करते देखना था। हम पिताजी के सपने को पूरा करने का पूरा प्रयास करेंगे। जयपुर ग्रामीण के मनोहरपुर के ग्राम हनुतपुरा के भारतीय सेना के 34वीं राष्ट्रीय राइफल में कार्यरत हवलदार बाबूलाल जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए। अब परिजन उनको याद कर रो पड़ते है।
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बेटे को तिरंगे में लिपटा देखा
पिता गुल्लाराम ने कहा कि आंखों का ऑपरेशन कराते समय शहीद बाबूलाल ने कहा था कि पिताजी ऑपरेशन के बाद आप अच्छी तरह से देख पाओंगे। मुझे क्या पता था कि मैं बेटे को इन आंखों से तिरंगे में लिपटा हुआ देखूंगा। बहन हीरा देवी व सजना देवी, बड़े भाई भैरूलाल सहित परिजनों का भी रो रो कर बुरा हाल है।

Translation Feature In Mobile Gmail App : गूगल ने जीमेल मोबाइल एप के भीतर ट्रांसलेशन इंटीग्रेशन की घोषणा की है। टेक दिग्गज ने मंगलवार को वर्कस्पेस अपडेट्स ब्लॉगपोस्ट में कहा, आज से जीमेल मोबाइल एप के भीतर एक नेटिव ट्रांसलेशन इंटीग्रेशन की घोषणा करते हुए हमें खुशी है। यह आपको विभिन्न भाषाओं में सहजता से संवाद करने में सक्षम बनाएगा। उसने कहा कि इस सुविधा के लिए काफी अनुरोध मिल रहे थे।

यह यूजर्स को किसी भी भाषा में बातचीत को पढऩे और समझने में मदद करेगी। मोबाइल पर संदेशों का अनुवाद करने के लिए यूजर्स को केवल बैनर पर "अनुवाद" विकल्‍प का चयन करना होगा और अपनी पसंदीदा भाषा चुननी होगी। गूगल ने बताया, यह बैनर तब दिखाई देता है जब किसी संदेश के कंटेंट की भाषा आपके अकाउंट सेटिंग्स में 'गूगलडॉटकॉम मेल डिस्प्ले भाषा' से अलग होती है। यूजर्स यह भी चुन सकते हैं कि जीमेल (Gmail) हमेशा विशिष्ट भाषाओं का अनुवाद करे या कभी भी विशिष्ट भाषाओं का अनुवाद न करे। इसके अलावा, फीचर में एडमिन कंट्रोल नहीं है।

-आईएएनएस

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत की दवा कंपनी को लेकर अलर्ट जारी किया है। डब्ल्यूएचओ ने फोर्ट्स (इंडिया) लेबोरेटरीज द्वारा निर्मित सिरप कोल्ड आउट (Cold Out Syrup) के एक बैच पर सवाल उठाया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद ही खतरनाक है और इससे आदमी की मौत भी हो सकती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कफ सिरप को निर्यात करने को लेकर दो महीने पहले ही नियमों में बदलाव कया गया था। अब बिना सरकारी लैब में जांच कराए कोई भी कंपनियां दवाओं को विदेश नहीं भेज सकेंगी।

 

गाम्बिया सहित दुनिया भर में 300 लोगों की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए भारत के 7 कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों को डब्ल्यूएचओ ने बैन कर दिया गया था। इन कफ सिरप से गाम्बिया में ही 66 बच्चों की मौत किडनी फेल होने की वजह से हो गई। इन मौतों का जिम्मेवार भारतीय कफ सिरप को ही ठहराया गया।

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बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने कई दवा कंपनियों के कफ-सिरप में डायथेलेन ग्लाईकोल और इथिलेन ग्लाईकोल की मात्रा अधिक होने पर बैन कर दिया था। इन कंपनियों के कंपाउंड की वजह से भारत में भी कुछ मौतें हुई हैं। लेकिन, भारत में इन कंपाउंड पर अभी तक बैन नहीं किया गया था। जिन कंपाउंड का जिक्र डब्ल्यूएचओ ने किया है, वे स्वाद तो बढ़ाते हीं साथ में मीठा भी होते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि डब्ल्यूएचओ ने जिस कंपाउंड का जिक्र किया है, वह कार्बन कंपाउंड है। ये मीठा होता है और इसलिए मिलाया जाता है ताकि बच्चे आसानी से पी सकें।

 

वहीं, कोल्ड आउट कफ सिरप की जांच में 2।1 प्रतिशत डायथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा अधिक पाई गई। यह सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक है और इससे मौत भी हो सकती है। इसका निर्माण तमिलनाडु स्थित फोर्ट्स लैबोरोट्रीज प्राइेट लिमिटेड ने महाराष्ट्र के डाबीलाइफ फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के लिए किया था।

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इन मौतों के बाद देश में 900 से अधिक कफ सिरप की जांच कर कंपनियों का विश्लेषण प्रमाण पत्र जारी किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर किसी भी तरह की खामियां आने पर राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण के सामने यह मामला उठाया जा सकता है।

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Menopause symptoms : रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज (Menopause) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जोकि हर महिला में 45-50 वर्ष की उम्र में आती ही है। इसके आने से माहवारी पूरी तरह से बंद हो जाती है। जब किसी महिला को लगातार 12 माह तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो उसे मेनोपॉज कहते हैं। यह प्रक्रिया तब होती है जब ओवरी अंडे रिलीज करना बंद कर देती है। इससे महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्ट्रॉन और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर भी घटने लगता है। इसके कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। जानते हैं मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे कम किया जा सकता है।

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Possible symptoms of menopause मेनोपॉज के संभावित लक्षण
कुछ महिलाओं में 40 साल की उम्र में भी मेनोपॉज जैसे लक्षण आते हैं, इसे प्रीमेच्योर मेनोपॉज कहते हैं। जब मेनोपॉज शुरू होता है तो इसमें हॉट फ्लैशेज की समस्या अधिक होती है। पसीना बहुत आता, शारीरिक ऊर्जा में कमी होती है, भावनात्मक रूप से नकारात्मकता आती है, इसके अलावा कई तरह की समस्याए आती हंै जैसे कि रात में पसीना ज्यादा आना, मूड का बदलाव, वजन बढऩा, रूखी त्वचा, बालों का अधिक गिरना, हार्ट बीट का बढऩा और सिरदर्द आदि।

कब डॉक्टर को दिखाएं : कई बार स्थिति गंभीर होने के बाद कोलोनोस्कोपी, मैमोग्राफी और ट्राइग्लिसराइड स्क्रीनिंग, थायरॉइड टेस्ट कराने की सलाह डॉक्टर दे सकता है।

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Stages of Menopause मेनोपॉज के स्टेज : इसके मुख्य रूप से तीन चरण होते हैं। प्रीमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्टमेनोपॉज। प्रीमेनोपॉज में पीरियड्स पूरी तरह बंद नहीं होते हैं। हॉट फ्लैशेज के लक्षण आते हैं लेकिन गर्भ धारण की संभावना रहती है, वहीं पोस्टमेनोपॉज में एक वर्ष से अधिक समय तक पीरियड्स न आया हो और उसके बाद वेजाइनल ब्लीडिंग हो तो ये नॉर्मल नहीं होता है। ऐसे में बिना देर किए डॉक्टर से मिलें।

Treatment of Menopause इलाज : सामान्य और हल्के लक्षण हैं तो सही डाइट, दिनचर्या से आराम आता है लेकिन समस्या गंभीर होने पर गोलियां, हार्मोन की दवाइयां और कुछ थैरेपी की भी जरूरत पड़ती है। लेकिन मन को शांत रखते हैं और पैनिक होने से बचें तो भी आराम मिलता है।

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How to ease the symptoms of menopause मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे कम करें
इसमें हैल्दी डाइट, नियमित व्यायाम-योग-ध्यान ज्यादा कारगर हैं। इसके साथ ही ज्यादा चाय-कॉफी लेने से बचें। कोई नशा न करें। अगर रात में ज्यादा पसीना आता है तो नहाकर सोएं। कमरे को ठंडा रखें। वजन नियंत्रित रखें। अच्छी नींद लेने से भी मूड अच्छा रहेगा।

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आप घर के सदस्यों, दोस्तों और अपनों से अपनी समस्या का जिक्र करें ताकि वे आपकी मदद कर सके। डाइट में कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन डी वाली चीजें लें। सोया, अलसी, मगज के बीज आदि ज्यादा लें। नियमित 30 मिनट ध्यान करती हैं तो भी आराम आता है। ज्यादा परेशानी है तो डॉक्टर को दिखाएं।

- डॉ. मेघा शास्त्री सांडिल्य,

स्त्री रोग विशेषज्ञ, जयपुर

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Weather forecast Rajasthan: अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून कमजोर रहा है। राजस्थान में इस दौरान कहीं भी अच्छी बारिश नहीं हुई। 12 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है। लेकिन आने वाले दिनों में मानसून की गतिविधि फिर से शुरू होने की संभावना है।

जून और जुलाई के दौरान राजस्थान में Heavy Rain हुई, लेकिन अगस्त अब तक सूखा रहा है। मौसम विभाग ने अगस्त के लिए अपने पूर्वानुमान में पहले ही कहा था कि जून और जुलाई की तुलना में अगस्त में मानसून की सक्रियता कम रहेगी।

जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में कुछ जगह हल्की बारिश दर्ज की गई। वहीं पश्चिमी राजस्थान शुष्क रहा। इस पूरे सप्ताह प्रदेश में कहीं भी भारी वर्षा की संभावना लगभग नगण्य है। वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन औसत से उत्तर की ओर शिफ्ट हो चुकी है इसी वजह से राज्य में कमजोर मानसून परिस्थितियां दर्ज की जा रही है।

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राजस्थान में इस साल मौसम का नया ट्रेंड देखने को मिला है। प्रदेश में जहां कम बरसात होती थी, वहां खूब झमाझम बारिश हुई और जहां हर साल अच्छी बारिश होती थी, वहां अभी अच्छी बारिश का इंतजार है। मानसून के दो महीने में 31 जुलाई तक सर्वाधिक बारिश पश्चिमी राजस्थान में हुई है।

 

पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को कुछ दिन पहले ही तोशाखाना मामले में दोषी करार देते हुए सज़ा सुनाई गई है। इस मामले में इमरान को 3 साल की जेल और 5 साल चुनाव लड़ने पर बैन की सज़ा भी मिली हैं। साथ ही इमरान पर 1 लाख पाकिस्तानी रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है और अगर इमरान इसका भुगतान नहीं करते तो उनकी जेल की सज़ा को 6 महीने तक बढ़ाया का सकता है। दोषी करार दिए जाने के बाद ही इमरान को गिरफ्तार भी कर लिया गया था। इमरान को इस समय अटक जेल में कैद रखा गया है। इमरान को निचली अदालत ने सज़ा सुनाई थी और सज़ा सुनाने के बाद ही ऐसा करने वाला जज भी चर्चा में आ गया। इमरान को सज़ा सुनाने वाले जज का नाम हुमायूं दिलावर है। हाल ही में हुमायूं के बारे में एक बड़ी जानकारी सामने आई है।


परिवार समेत लंदन गया हुमायूं

इमरान को सज़ा सुनाने के बाद हुमायूं अपने परिवार के साथ लंदन चला गया है। हाल ही में इस बात की जानकारी सामने आई है।

क्या है लंदन जाने की वजह?

हुमायूं ने लंदन जाने की कोई वजह खुद नहीं बताई है। पर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इमरान को सज़ा सुनाने के बाद उनके समर्थकों के गुस्से से बचने के लिए हुमायूं ने लंदन जाने का फैसला लिया और अपने परिवार को भी अपने साथ ले गया। वहीं कुछ लोग इसके पीछे दूसरी वजह बता रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि हुमायूं लंदन की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के सिलसिले में गया है और पढ़ाई लंबी चलने की वजह से अपने परिवार को भी अपने साथ ले गया।

लंदन एयरपोर्ट पर हुआ हुमायूं का विरोध

हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार हुमायूं लंदन पहुंच गया है। पर उसके लंदन आने की खबर पहले ही फ़ैल गई थी और एयरपोर्ट पर इमरान के कुछ समर्थक पहुंच गए। इमरान के समर्थकों ने लंदन एयरपोर्ट पर हुमायूं का विरोध भी किया।

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Eat thick grains: हमारे यहां सदियों से मोटे अनाज की खेती व खानपान की परंपरा रही है। मोटे अनाज के रूप में ज्वार, बाजरा, जौ, रागी (मडवा), मक्का, कांगनी शामिल है। इनके उत्पादन में पानी, उर्वरक आदि की अधिक आवश्यकता नहीं पड़ती, इसलिए इन्हें मोटा अनाज कहते हैं। इन्हें अधिक देखभाल की जरूरत भी नहीं रहती। कम उपजाऊ भूमि व बरसाती पानी की निर्भरता पर भी इन्हें आसानी से उगाया जा सकता है। इनमें कृत्रिम खाद (यूरिया व पेस्टिसाइड्स) नहीं डालने पड़ते हैं।

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पर्यावरण रक्षा के लिए सही
मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं, क्योंकि इनसे शरीर में यूरिया, पेस्टिसाइड जैसे टॉक्सिन की मात्रा नहीं जाती। मोटे अनाज में पोषक तत्त्व और फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद रहते हैं। ये पोषण के दृष्टिकोण से भी अधिक लाभदायक हैं। इनकी न्यूट्रिशन वैल्यू तालिका में समझाई गई है।

 

पोषक तत्त्वों की भरमार
जिंक, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस आदि माइक्रोन्यूट्रिएंट्स एवं एंटी-ऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं। ये सभी तत्त्व शरीर के लिए आवश्यक है। मोटे अनाजों से इनकी पूर्ति हो जाती है।

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जीवनशैली संबंधी रोगों से बचाव में उपयोगी
इतने गुणों के साथ मोटे अनाज वर्तमान में होने वाले जीवनशैली से संबंधित रोगों से बचाव के लिए भी उपयोगी हैं। मोटापा, हृदय रोग, कॉलेस्ट्रोल बढऩा, मधुमेह जैसे रोग नहीं होते, क्योंकि मोटे अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और वसा की मात्रा शून्य या बहुत ही नगण्य होती है। कई अन्य बीमारियों से बचाव होता है।

 

हर मौसम में खा सकते हैं लेकिन इनका ध्यान रखें
मोटा अनाज हर मौसम में खा सकते। जौ और जई गर्मी में और ज्वार, मक्का बाजरा सर्दी में अधिक खाने से चाहिए। ज्वार, बाजरा और मक्का भी गर्मी में खाएं लेकिन साथ में हरी सब्जियां, घी मौसमी फलों की मात्रा बढ़ा दें ताकि इनका पाचन अच्छा हो। साथ में दही और छाछ भी अधिक लें। इनसे पोषिकता अधिक होती है।

 

 

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खुद तैयार करवाएं तो ज्यादा अच्छा
यह मल्टीग्रेन आटे के रूप में बाजार में मिलता है। लेकिन कोशिश करें कि अपनी जरूरत के अनुसार इसको तैयार भी करवा सकते हैं। गर्मी के दिनों में इनमें रागी और कोदो भी मिलवा लें। इनकी प्रकृति गर्मी के अनुसार हो जाएगी।

 

आधा समय-आधा पानी
गेंहू व धान की अपेक्षा इनमें आधा समय व आधा पानी लगता है। मोटे अनाज 70-100 दिन में तो गेहूं-चावल 120-150 दिन में तैयार होते हैं। मोटे अनाज को 350-500 मिमी तो गेहूं-चावल को 600-1,200 मिमी पानी की जरूरत होती है।


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इनमें राहत देते मोटे अनाज
इसमें मौजूद में एंटीऑक्सीडेंट कैंसर से बचाव में सहायता करते हैं। इसमें मौजूद आयरन, एनीमिया के खतरे को कम करता है।
ज्वार की रोटी सीलिएक एलर्जी से बचाती है। इसमें अति आवश्यक विटामिन बी3 का एक प्रकार पाया जाता है, जिसे नियासिन कहते हैं।
नियासिन भोजन को ऊर्जा में रूपांतरित कर पूरे शरीर में पहुंचाता है। ज्वार में पाए जाने वाले दो प्रकार के खनिज, कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों के ऊतकों के समुचित विकास के महत्त्वपूर्ण घटक होते हैं, जो बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
इसमें मौजूद फाइबर भूख को नियंत्रित रखने का काम करता है। इसके कारण आपके खाने की मात्रा कम हो जाती है और काफी समय तक भूख का अहसास नहीं होता है। इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

 

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विकास जैन

जयपुर। सरकार का फोकस मरीजों को इलाज के भारी भरकम खर्च से मुक्ति दिलवाना है। इसीलिए राज्य के सरकारी अस्पतालों में निरोगी राजस्थान और सरकारी व निजी अस्पतालों में चिरंजीवी व आरजीएचएस जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं। लेकिन इस बीच जेनरिक दवा के नाम पर मरीजों से मनमानी कीमत वाले महंगे ब्रांड की दवाइयां थमाने के मामले भी सामने आ रहे हैं। राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के लिए जेनरिक दवा ही लिखने का नियम बनाया हुआ है। सरकारी या निजी डॉक्टर जेनरिक दवा लिखते हैं और मरीज अस्पताल के काउंटर के बजाय निजी दवा दुकान पर दवा लेने जाता है तो कुछ विक्रेता महंगे ब्रांड की दवा मरीज को थमा रहे हैं।

राजस्थान पत्रिका ने इसकी पड़ताल की तो मनमानी कीमतों की पोल खुलकर सामने आ गई। सामने आया कि अधिकांश मरीज इस खेल को नहीं समझ पा रहे और कैमिस्ट की थमाई दवा को लेकर ही कई गुना कीमत चुका रहे हैं।

इस तरह खुली पोल

संवाददाता ने एक मरीज के लिए निजी अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श लिया। डॉक्टर ने कुछ दवाइयां लिखी। दवा के लिए उसी अस्पताल में बने दवा स्टोर पर संपर्क किया। कैमिस्ट ने दवाइयां निकाली और उनकी कीमत करीब 325 रुपए बताई। संवाददाता कीमत चुकाने वाला ही था कि इसी दौरान वहां से निकल रहे डॉक्टर ने उनकी लिखी दवा ही देने की हिदायत कैमिस्ट को दी। इससे सकपकाए कैमिस्ट ने डॉक्टर के जाने के बाद कहा कि यह दवा यहां उपलब्ध नहीं है। संवाददाता हैरत में आया कि दवा निकालने और कीमत बताने के बाद दवा के लिए मना करने का कारण ? अंदर बने दूसरे स्टोर पर संपर्क कर दवा ली तो वही दवा 240 रुपए में उपलब्ध हो गई।

400 रुपए के इंजेक्शन के बताए 5 हजार

राजधानी के एक डॉक्टर ने मरीज को जेनरिक नाम से इंजेक्शन लिखा। वह पर्ची लेकर वह दवा दुकान पर गया तो उस इंजेक्शन के 5 हजार रुपए से अधिक बता दिए गए। मरीज के पास इतने पैसे नहीं थे, उसने वापस डॉक्टर से संपर्क किया तो वही दवा 400 रुपए में भी उपलब्ध हो गई।

इस तरह समझें खेल

- जेनरिक दवा जिस साल्ट से बनाई जाती है, उसे उसी साल्ट से जाना जाता है। ब्रांडेड दवा में भी वही साल्ट होता है, लेकिन दवा निर्माता कंपनियां उन्हें अपने-अपने अलग-अलग नाम से उन्हें बाजार में लाती हैं
- ब्रांडेड दवा निर्माता अपने ब्रांड की तमाम प्रमोशनल लागत और अपना मुनाफा भी उसमें जोड़ते जाते हैं, जिससे वह दवा जेनरिक की तुलना में कई गुना महंगी हो जाती है
- यह दवाइयां सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध होती हैं, लेकिन निजी बाजार में इनकी कीमत पर कोई नियंत्रण नहीं होता
- सरकार ने भी आज तक जेनरिक दवा लिखने पर ही जोर दिया, लेकिन दवा की वास्तविक या अधिकतम कीमतें आज भी कई जेनरिक दवा के लिए तय नहीं है
- कीमत अंकित करने पर नियंत्रण नहीं होने से विक्रेता भारी डिस्काउंट का लालच भी मरीज को देते हैं, जबकि वास्तव में इतने डिस्काउंट के बाद भी वे कई गुना दाम वसूल रहे होते हैं

35 प्रतिशत दवाइयां मूल्य नियंत्रण के दायरे में नहीं

अभी सरकार मरीजों को सस्ती दवाएं उपलब्ध करवाने के दावे भले ही करती हो, लेकिन अभी भी मरीजों को ब्रांडेड दवाओं के नाम पर जमकर लूटा जा रहा है। अभी भी देश में आवश्यक दवा सूची में शामिल 870 दवाइयों में से 651 ही मूल्य नियंत्रण के दायरे में हैं। 35 प्रतिशत दवाइयां मूल्य नियंत्रण के दायरे में नहीं है। दवा कीमत नीति में राज्य सरकार की दखलंदाजी नहीं होने का फायदा दवा कम्पनियां जमकर उठा रही हैं। ब्रांडेड दवा कम्पनियां धड़ल्ले से एक ही दवा की अलग-अलग कीमतें वसूल रही हैं। कई दवाइयों में तो हजारों रुपए तक का अंतर है। दवा के दामों में भारी अंतर का कारण सभी आवश्यक दवाइयों पर दवा कीमत नीति लागू नहीं होना है।

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केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन नेशनल प्राइज कंट्रोल अथॉरिटी दवाओं कीमतें नियंत्रित करती हैं। अभी 651 दवाइयां कीमत नियंत्रण के दायरे में हैं। अप्रेल माह में ही दवाओं की कीमतों में 6 प्रतिशत तक की कमी की गई है।
अजय फाटक, औष धि नियंत्रण, राजस्थान

Save listen ability: कम उम्र में ही सुनने की क्षमता प्रभावित हो रही है। स्मार्टफोन से लेकर म्यूजिक सिस्टम तक चारों ओर फैला शोर इसका प्रमुख कारण है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 47 करोड़ लोग इससे ग्रसित हैं। 2050 तक हर चार में से एक व्यक्ति कम सुनाई देने की समस्या से ग्रसित होगा। विश्व में 100 करोड़ युवा व किशोरों को यह परेशानी हो सकती है।

 

श्रवण शक्ति होती है प्रभावित
कान में सूक्ष्म संरचनाएं होती हैं जिनसे सुनाई देता है, लेकिन तेज आवाज से कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है और संवेदी कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।


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शुरुआती लक्षण
शुरुआत में कुछ घंटों तक कम सुनाई देना, सीटी की आवाज आना, ठीक से सुनाई न देना, गैजेट्स की आवाज तेज करने की जरुरत पडऩा, भीड़भाड़ वाली जगहों पर आवाज समझने में परेशानी होना, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द आदि।


85 डीबी, 8 घंटे तक सुरक्षित
आवाज का स्तर नापने के लिए डेसिबल यूनिट इस्तेमाल की जाती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 85 डेसिबल से कम आवाज अधिकतम 8 घंटे तक ही सुरक्षित मानी गई है। इसमें हर तीन डीबी बढ़ोतरी पर सुरक्षित रहने का समय आधा हो जाता है। 140 डीबी आवाज बहरा कर सकती है।

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बचाव के उपाय

तेज शोर वाली जगह जाने से बचें। मोबाइल या म्यूजिक सिस्टम कम काम लें व अनुकूल आवाज रखें।
तेज शोर के कारण हुए बहरेपन का फिलहाल बचाव ही इसका एकमात्र उपचार है।


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आवाज का स्तर
20 डेसिबल फुसफुसाना
60 डेसिबल सामान्य बातचीत
75 डेसिबल वैक्यूम क्लीनर, वॉशिंग मशीन या टॉयलेट फ्लश
85 डेसिबल ट्रैफिक का शोर
95 डेसिबल बाइक, ट्रक व हैंड ड्रिल
100 डेसिबल डिस्को, जहां म्यूजिक सिस्टम एक मीटर की दूरी पर हो
105 डेसिबल स्पोट्र्स इवेंट्स, स्टीरियो
110 डेसिबल रॉकबैंड, कान में चिल्लाना
140 डेसिबल जेट इंजन का टेक ऑफ होना, गन शॉट की आवाज आना और पटाखे या बम के धमाके की आवाज

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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केन्द्र सरकार ने उड़ान-5 योजना के तहत हाल ही में कुछ हवाई अड्डों से नई फ्लाइटों को अलग-अलग शहरों से कनेक्टिविटी के लिए मंजूरी दी है। इस योजना में किसी भी एयरलाइंस ने बीकानेर से अन्य शहरों के लिए भले ही उत्साह नहीं दिखाया हो, लेकिन सूरत और मुम्बई एयरपोर्ट से बीकानेर के लिए हवाई सेवा के लिए कम्पनियां आगे आई हैं।

एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, सूरत में बड़ी संख्या में बीकानेर के लोग कारोबार करते हैं। उनका यहां आना-जाना रहता है। इसे देखते हुए सूरत से बीकानेर के लिए फ्लाइट शुरू की जा सकती है। निजी एयरलाइंस कम्पनी ने सूरत से बीकानेर के लिए फ्लाइट शुरू करने के लिए आवेदन किया है। इसी तरह मुम्बई में भी प्रवासी राजस्थानी खूब हैं।
ऐसे में मुम्बई से भी निजी एयरलाइंस ने बीकानेर के लिए फ्लाइट शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। मुम्बई की फ्लाइट दिल्ली वाया मिलने पर बीकानेर फिर से राजधानी दिल्ली से जुड़ सकता है।

78 सीटर विमान सेवा
सूत्रों के मुताबिक, उड़ान योजना के तहत सूरत-बीकानेर के बीच 78 सीटर विमान की दैनिक फ्लाइट शुरू करने की तैयारी चल रही है। जिसका सूरत-बीकानेर-सूरत फ्लाइट नम्बर 5249 है। एयरलाइंस को चार महीने में हवाई सेवा शुरू करनी होगी। इसमें 2500 से 5200 रुपए यात्री किराया रहेगा।

हवाई सेवा से होगा विकास
बीकानेर एयरपोर्ट से अभी एक भी फ्लाइट नहीं है। यहां पर्यटन, उद्योग और होटल इंडस्ट्री की नब्ज हवाई सेवा है। सूरत और मुम्बई के लिए हवाई सेवा की तैयारी है। दोनों फ्लाइट शुरू होने से प्रवासी लोग यहां आकर निवेश भी करेंगे और कारोबार भी बढ़ेगा। इसी के साथ दिल्ली व जयपुर के लिए भी पहले की तरह दैनिक फ्लाइट शुरू करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार को प्रयास करने चाहिए।

jaggery benefits for children : बच्चों के शारीरिक और मासिक विकास के लिए सही पोषण बहुत जरूरी है। आप अपने बच्चे की डाइट में गुड़ शामिल कर सकते हैं। छोटे बच्चों के लिए गुड़ बहुत फायदेमंद होता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और मैग्नीज जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

benefits of jaggery for babies बच्चों के लिए गुड़ के फायदे

बढ़ते हुए बच्चों को आहार में थोड़ी मात्रा में गुड़ खिलाना अच्छा होता है। इसमें विटामिन ए, बी और सी होता है। कैल्शियम भी होता है। बच्चों के विकास के लिए जरूरी होता है। टिंडे में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल सही रखता है। इसमें फाइबर अधिक होता है जो पाचन के लिए भी ठीक है। इसमें कैरोटीन होता है जो चेहरों की झुर्रियों को कम करता है। पेट फूलने की समस्या है तो सौंठ, कालीमिर्च, काला नमक और अजवाइन को बराबर मात्रा में मिला लें और इस चूर्ण को छाछ में मिलाकर या गुनगुने पानी के साथ लेने से आराम मिलता है। जिनका कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है उनको नियमित पपीता खाने से आराम मिलता है।

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बच्चों को गुड़ खिलाने के फायदे - Jaggery Benefits For Babies In Hindi

Jaggery boosts immunity गुड़ इम्यूनिटी बूस्ट करता है

बढ़ते हुए बच्चों के लिए गुड़ एक बहुत ही शानदार फ़ूड है। गुड़ में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट होती हैबच्चों को मौसमी बीमारियों और इंफेक्शन से बचाने के लिए उनकी डाइट में गुड़ जरूर शामिल करें। बच्चों को गुड़ खिलाने से सर्दी-खांसी में भी फायदा मिलता है।

no blood loss खून की कमी नहीं होती

आजकल के बच्चे ठीक से खाना नहीं खाते हैं जिससे कारण उनका पोषण अधूरा रह जाता है। सही डाइट नहीं लेने से बच्चों में आयरन की कमी से एनीमिया की शिकायत रहती है। गुड़ बच्चों में खून की कमी को पूरा करता है। गुड़ का सेवन शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। बच्चो की डाइट में गुड़ जरूर शामिल करें।

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Get rid of constipation कब्ज की समस्या से छुटकारा

गुड़ कब्ज की समस्या के लिए बहुत अच्छा फ़ूड है। अक्सर देखा जाता है कि बच्चों को कब्ज की प्रॉब्लम रहती है। खाना ठीक तरह से चबाकर न खाने और जंक फूड के अधिक सेवन से बच्चों को पेट दर्द या कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में, गुड़ का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर होती है। गुड़ खाने से पाचन क्रिया बेहतर बनती है और खाना पचाने में मदद मिलती है। गुड़ खाने मल त्यागने में आसानी होती है।

keep liver healthy लिवर को स्वस्थ रखे
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए बच्चों के साथ -साथ बड़ों को भी गुड़ का सेवन करना चाहिए। आपको बता दें कि गुड़ में अनरिफाइन्ड शुगर होती है जो शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलती है।

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Bones will be strong हड्डियां होंगी मजबूत
बच्चों को गुड़ खिलाने से उनकी हड्डियां मजबूत होती है दरअसल, गुड़ में कैल्शियम, मिनरल्स और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होते है। बच्चों के बेहतर शारीरिक विकास के लिए उनकी डाइट में गुड़ जरूर शामिल करें।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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High blood pressure in pregnancy: गर्भावस्था में कई शारीरिक बदलावों के चलते हाइ बीपी भी होता है। इस दौरान रक्तचाप का बढऩा खतरे का निशान है। यह मां व गर्भस्थ शिशु के लिए जानलेवा हो सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी में समय-समय पर रक्तचाप की जांच अवश्य करवाएं। प्रेग्नेंसी इंड्यूस हाइपरटेंशन (पीआइएच) यानी गर्भावधि उच्चरक्तचाप की 14 में से एक गर्भवती को आशंका रहती है। ऐसा अक्सर 20 सप्ताह की प्रेग्नेंसी के बाद हो सकता है। सामान्य रूप से स्वस्थ व्यक्ति में सिस्टोलिक रक्तचाप 120 एमएम और डायस्टोलिक रक्तचाप 80 एमएम होता है।


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ऐसे समझें
गर्भावस्था के समय सिस्टोलिक रक्तचाप 140 एमएम और डायस्टोलिक रक्तचाप 90 से ज्यादा हो तो यह स्थिति हाइ बीपी कहलाती है। जब डायस्टोलिक रक्तचाप 100 एमएम तक रहे तो यह मॉडरेट हाइ बीपी और जब यह 110 एमएम से ज्यादा हो जाता है तो गंभीर हाइ बीपी होता है।

 

ऐसे होता है डायग्नोसिस
गर्भावस्था के दौरान नियमित रक्तचाप, वजन एवं यूरिन में प्रोटीन की जांच एवं कुछ खास जांचे भी करवाई जाती हैं। गर्भस्थ शिशु की हार्ट रेट मॉनिटर के लिए स्पेशल सोनोग्राफी की जाती है।

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ये लक्षण दिखें तो...
वजन जल्दी (5 दिन में 2.5 किग्रा तक) बढऩा, पैर, चेहरे व उंगलियों पर सूजन, हाथ-पैरों में सुन्नता, कानों में घंटियों की आवाज आना, पेटदर्द, धुंधला दिखना, शिशु की गतिशीलता कम महसूस होना व रक्तस्त्राव।

 

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इसलिए होता है पीआइएच
गर्भावस्था में रक्तचाप के कारणों को लेकर वैज्ञानिकों के अलग-अलग मत हैं। काफी हद तक यह वंशानुगत समस्या होती है। कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, यह समस्या शरीर में कैल्शियम की कमी या रासायनिक स्राव में परिवर्तन होने से भी हो सकती है। ऐसे भी पहचानें प्रेग्नेंसी में हाइ बीपी: हाथ-पैरों में सूजन, पेशाब में एल्बुमिन प्रोटीन निकलना आदि स्थितियां होना प्री एक्लैम्पसिया कहलाती है।

 

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ये है बचाव व उपचार
नियमित चेकअप करवाएं। कोई लक्षण दिखे तो अनदेखी न करें।
बाईं करवट लेकर आराम करें।
डॉक्टरी परामर्श के अनुसार रक्तचाप नियंत्रित करने वाली दवाइयां लें।
गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए हर 3 सप्ताह में अल्ट्रासाउंड और गर्भवती के रक्त की जांचें करवाएं।
रक्तचाप सामान्य होने तक वजन जांचें।
हर दूसरे दिन पेशाब में प्रोटीन और हर 4 घंटे पर रक्तचाप की जांच करवाएं।
पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम का सेवन करें।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

 

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Rahul Gandhi Rajasthan Visit: इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने फिर से सत्ता में आने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। इसके मद्देनजर पार्टी ने अपने परंपरागत आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज बांसवाड़ा के मानगढ़ के दौरे पर हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की नजर आदिवासी अंचल के तहत आने वाली 19 विधानसभा सीटों पर है। उल्लेखनीय है कि 19 में से 16 सीटें एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।

इसलिए, इस बेल्ट (बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और उदयपुर) के मतदाताओं को अपनी ओर बनाए रखने के लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ रही। मानगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने शुरुआती संबोधन में कहा कि 1942 में आज ही के दिन महात्मा गांधी ने अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया था और आज ही विश्व आदिवासी दिवस भी है। उन्होंने कहा हम इस क्षेत्र का विशेष ध्यान रख रहे हैं।

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आज के दिन को राजकीय अवकाश घोषित किया। उन्होंने कहा कि आदिवासियों का विकास हमारी प्राथमिकता है। हमने महंगाई को रोकने के लिए राहत कैंप लगाए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, आपने जो मांगा वो मैंने दिया। मैंने पहले कहा था कि आप लोग मांगते-मांगते थक जाओगे, लेकिन मैं देते-देते नहीं थकूंगा। बांगड़ इलाके का चहुमुखी विकास हमारा लक्ष्य है।। मणिपुर जल रहा है, लेकिन पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस मामले पर चुप हैं। पूरी दुनिया में मणिपुर के हालत पर हो रही चर्चा।

मणिपुर मामले पर राजनीति कर रहे पीएम मोदी

सीएम गहलोत ने कहा कि आदिवासी भाई-बहनों को नौकरी देने के लिए 2000 शिक्षकों का करेंगे ट्रांसफर करेंगे। मानगढ़ धाम स्मारक के तौर पर तैयार किया जाएगा। 35 करोड़ की लागत से यहां पुल बनेगा। केंद्र सरकार ने इसे बनाने का किया था वादा, लेकिन निभाया नहीं। अब राज्य सरकार इस काम को पूरा करेगी। हमनें मिनिमम गांरटी रोजगार नियम बनाया, पूरे देश सिर्फ राजस्थान में लागू है। जनता ने तय किया है कि राजस्थान में फिर से सरकार बनाएंगे।

पोलैंड (Poland) अपने आसपास के कई देशों से बॉर्डर शेयर करता है। इन्हीं देशों में से एक है बेलारूस (Belarus)। पोलैंड और बेलारूस की बॉर्डर आपस में कनेक्टेड है। ऐसे में अगर बेलारूस में कुछ होता है तो उसका असर पोलैंड पर पड़ने का खतरा भी रहता है। इस समय बेलारूस में कुछ ऐसा हो रहा है जिससे पोलैंड की चिंता बढ़ गई है। इसी वजह से पोलैंड ने बेलारूस से कनेक्टेड अपनी बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है।


बॉर्डर पर भेजे जाएंगे 2,000 अतिरिक्त सैनिक

हाल ही में पोलैंड की आर्मी ने अपने 2,000 अतिरिक्त सैनिक बेलारूस से कनेक्टेड अपनी बॉर्डर पर भेजने का फैसला लिया है। पोलैंड की आर्मी ने यह फैसला सरकार के कहने पर और बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए लिया है और जल्द ही 2,000 अतिरिक्त सैनिकों को बॉर्डर पर भेजा जाएगा। और इसकी वजह है वैगनर आर्मी (Wagner Army) और गैरकानूनी माइग्रेंट्स।


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वैगनर आर्मी क्यों है पोलैंड की चिंता का कारण?

रूस में शॉर्ट टर्म बगावत के बात वैगनर आर्मी का लीडर येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) के कहने पर बेलारूस आ गया था। कुछ समय बाद हज़ारों वैगनर लड़ाके भी बेलारूस पहुंच गए। लुकाशेंको चाहते हैं कि वैगनर आर्मी बेलारूस के लोगों को ट्रेनिंग दे जिससे उनकी सैन्य शक्ति बढ़े। पर वैगनर आर्मी का बेलारूस में होना पोलैंड के लिए खतरा है क्योंकि किराए की वैगनर आर्मी के लड़ाके काफी खूंखार हैं और पोलैंड में घुसपैठ भी कर सकते हैं। इसी वजह से पोलैंड ने बेलारूस से लगती अपनी बॉर्डर पर सुरक्षा के लिए पहले से ही आर्मी की एक टुकड़ी तैनात की हुई है और अब जल्द ही 2,000 अतिरिक्त सैनिक भी भेजने की तैयारी में है।

पोलैंड के राष्ट्रपति पहले ही जता चुके हैं चिंता

वैगनर आर्मी के लीडर प्रिगोझिन और साथ ही वैगनर आर्मी के हज़ारों की तादाद में लड़ाकों के बेलारूस पहुंचने पर पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज़ डूडा (Andrzej Duda) पहले ही चिंता जता चुके हैं।

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गैरकानूनी माइग्रेंट्स को रोकना भी है ज़रूरी

बेलारूस से कई गैरकानूनी माइग्रेंट्स बॉर्डर पार करके पोलैंड में घुस जाते हैं। ऐसे में पोलैंड गैरकानूनी माइग्रेशन को भी रोकना चाहता है और बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाकर ऐसा किया जा सकता है।

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Rajasthan Assembly Election 2023 : जयपुर। विश्व आदिवास दिवस पर राजस्थान में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बांसवाड़ा के मानगढ़ ( Rahul Gandhi Mangarh VIsit ) में सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि आज आदिवासी दिवस पर आपको बधाई देता हूं। राहुल ने पुराना किस्सा सुनाते हुए कहा जब में 6-7 साल का था, तब मेरी दादी इंदिरा जी ने मुझे किताब दी थी। उस किताब में आदिवासियों की जिंदगी को लेकर बताया गया था। इंदिरा जी आदिवासियों से बहुत प्यार करती थी, उनका गहरा रिश्ता था।

राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा आदिवासियों को आदिवासी नहीं वनवासी कहती है। यह आदिवासियों और भारत माता का अपमान है। उन्होंने कहा कि यह पूरा देश आपका है। हम चाहते हैं आप जहां पर रहे आप सफलता प्राप्त करें। आपके बच्चे कॉलेज जाएं, बिजनेस करें आपको हर क्षेत्र में मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस वाले चाहते है कि आप जंगल में रहो और यहां से बाहर नहीं निकले। आपके बच्चे पढ़ लिखकर बड़े बिजनेस, डॉक्टर और प्रोफेसर ना बने। वह आप पर वनवासी ठप्पा लगाना चाहते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि आपसे जंगल को छीनकर वन उद्योगपतियों को सौंप दिए। वह चाहते हैं कि आहिस्ता-आहिस्ता जंगल खत्म कर दें और आप कहीं के नहीं रहें। लेकिन हमने आपको जंगलों की जमीन, कानून, आदिवासी बिल दिया। ये लोग आपको दिए हक को एक के बाद एक रद्द कर दिए। लेकिन इतिहास को कोई बदल नहीं सकता। सच्चाई यह है की जमीन पहले आदिवासियों की थी आदिवासियों को हक मिलना चाहिए। आपको कोई भी सपना देखने का हक मिलना चाहिए।

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राहुल गांधी ने कहा मैंने आज संसद में दिए भाषण में कहा की हिंदुस्तान एक आवाज है। आदिवासियों, अल्पसंख्यक और महिलाओं की आवाज है। जहां भी बीजेपी के लोग जाते हैं, वहां हिंदुस्तान की आवाज को चुप करने की कोशिश करते हैं। बीजेपी की सोच ने मणिपुर में आग लगा दी। तीन-चार महीने से मणिपुर में आग जल रही है। लोग मारे जा रहे हैं। महिलाओं का बलात्कार हो रहा है। उन्होंने कहा कि संसद ने कहा कि मणिपुर में भारत माता की हत्या हुई।

राजस्थान सरकार की योजनाओं की तारीफ
राहुल गांधी ने राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जारी योजनाओं की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है। हम गरीबों के लिए सरकार चलाते हैं। आदिवासियों के लिए सरकार चलाते हैं।

बीजेपी की विचारधारा ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की विचारधारा से मणिपुर में भारत माता की हत्या की है। अगर प्रधानमंत्री चाए दो-तीन दिन में उसे आग को बुझा सकते हैं। अगर प्रधानमंत्री हिंदुस्तान की सेना को कहे तो हमारी सेना इस आग को दो दिन में बुझा देगी। मगर प्रधानमंत्री इस आग को जलाना चाहते हैं। ऐसा लगता है कि मणिपुर हिंदुस्तान का हिस्सा है ही नहीं है। प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं बोला। मैं वहां गया, राहत कैंप में बच्चों से महिलाओं से बात की। लेकिन प्रधानमंत्री वहां नहीं गए। आज तक कुछ नहीं बोला। जहां भी यह जाते हैं किसी को किसी ने लड़ा देते हैं।

Walking in sleep: नींद में बड़बड़ाने से न सिर्फ खुद की नींद टूट जाती है, बल्कि दूसरे लोग भी परेशान हो सकते हैं। नींद में बड़बड़ाना बीमारी तो नहीं लेकिन बीमारी जैसे ही है, इससे संबंधित व्यक्ति की सेहत गड़बड़ होने का पता चलता है। इसके कारण और उपायों पर यहां बात की जा रही है।

अधिकतम 30 सेकंड तक
नींद में बोलना ही बड़बड़ाना है, क्योंकि इस दौरान आधे-अधूरे या अस्पष्ट वाक्य बोल पाते हैं। यह एक तरह का पैरासोम्निया है। ऐसा अधिक से अधिक 30 सेकंड के लिए होता है। नींद में चलना, हाथ-पैर मारना, हंसना, गुस्सा होना भी इसी का हिस्सा हैं।

क्यों होता है ऐसा
पैरासोम्निया के साथ ही बुरे या डरावने सपने इसके कारण हो सकते हैं। कई बार हम जिस बारे में सोच रहे होते है वे ही चीजें सपनों में आने लगती है। यदि ऐसा बचपन से होता है तो दिक्कत नहीं है, लेकिन अधिक उम्र में होना दूसरे रोगों की ओर संकेत करता है।

अच्छी नींद का पैमाना

अच्छी नींद को इस तरह माप सकते हैं कि जागने के बाद किसी तरह का तनाव न हो। साथ ही नींद के दौरान रिलेक्स महसूस करें। शरीर में सुस्ती न रहे और दिल-दिमाग चुस्त रहे। इसके लिए तनावमुक्त रहें। योग-मेडिटेशन सहित शारीरिक व्यायाम व अच्छा खानपान इसके लिए उत्तरदायी हैं।

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10 साल तक के बच्चों में अधिक

यह समस्या तीन से दस साल तक के बच्चों में अधिक सामने आती है। एक स्टडी के अनुसार, 10 में से एक बच्चा सप्ताह में कई बार बड़बड़ाता है। हालांकि इस दौरान बच्चे अपनी अधूरी बातें पूरी करते हैं।

 

काउंसलिंग ले सकते हैं
नींद में बहुत ज्यादा बात करने की समस्या हो तो किसी साइकोथैरेपिस्ट से परामर्श ले सकते है। मेलाटोनिन की कमी भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। यदि किसी के साथ कमरा शेयर करते हैं तो उसे कहें कि आपके बड़बड़ाने पर वह आपको जगा दे, इससे आप ठीक ढंग से नींद ले पाएंगे।

 

आरईएम डिसऑर्डर
डिमेंशिया या पार्किंसन जैसी बीमारियों के साथ ही स्लीप बिहैवियर डिसऑर्डर आरईएम (रेपिड आइ मूवमेंट) में यह समस्या हो सकती है। इस दौरान इंसान सपने देखता है। दवाइओं का रिएक्शन, तनाव, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं आदि भी नींद में बड़बड़ाने की समस्या पैदा कर सकते हैं।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

 

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जयपुर.राष्ट्रीय हथकरघा दिवस उत्सव के मौके पर नारायणसिंह सर्किल स्थित अनंताया कोर्टयार्ड नारायण निवास में वी लव हैंडलूम कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में स्वदेशी उत्पादों की ओर रुख करने के लिए साडियों व अन्य वस्त्रों के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर एक प्रतियोगिता भी हुई। गीताजंलि कासलीवाल ने बताया कि बुनकरों, कलाकारों ने विचारों का आदान प्रदान किया। 100 से अधिक युवाओं ने भी हैंडलूम में रुचि बढ़ाने की शपथ ली। बुनकर राजेन्द्र वर्मा, सुनीता वर्मा, आशीष जैन, दुर्गाशंकर को सम्मानित किया। मुख्य अतिथि मधु शर्मा, धीरेन्द्र व कुसम मदान, पूजा शर्मा मौजूद रहे। मदान ने जयपुर में हस्तशिल्प ग्राम बनाने की घोषणा की।


गीताजंलि कासलीवाल ने बताया कि आर्टिजन्स, डिज़ाइनर, इण्डस्ट्री एवं इंस्टिट्यूशन्स का एकजुट प्रयास है। सीसीडब्लूयए, खाटू डिज़ाइनस, अनन्तया व ए.के.एफ.डी, रघुकुल ट्रस्ट, रंगोत्री एडीआईजी एसोसियेशन ऑफ डिजाइनरस् ऑफ जयपुर और शिल्पी संस्थान, स्पंदन वीवर्स क्राफ्ट्स की समेकित पहल में हेंडलूम को बढ़ावा देने से उद्देश्य से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सभी सामाजिक, अकादमिक संस्थानों, व्यावसायिक प्रतिनिधि संगठनों पदाधिकारियों ने अपने पहने हुए सुन्दर हैण्डलूम वस्त्रों के बारे में खुली चर्चा की। एक्सपर्टस ने हथकरघे की बारीकियों के बारे में जाना। इस अवसर पर प्रतिभागी 100 से अधिक युवाओं ने भी हैण्डलूम में रुचि बढ़ाने की शपथ ली। एक हेरिटेज और हैंडलूम क्विज का भी आयोजन किया गया जिससे लोगों मे जागरूकता बढ़ी।

हथकरघे के महत्व को समझाया
खाटू डिज़ाइन से मीनाक्षी सिंह ने विशेष हथकरघा कलेक्शन को प्रदर्शित किया व हथकरघे के महत्व को समझाया। शिल्पी संस्थान से डॉ. बृज बल्लभ ने हथकरघे के वर्तमान में प्रयोग पर प्रकाश डाला। एडीआई जयपुर के प्रतिनिधि कुलदीप पंवार ने सस्टेंबिलिटी और हथकरघे के बारे विस्तार समझाया। सीसीडब्ल्यू से वसुमित्र शंकर ने हथकरघा के नित्य प्रयोग में प्रोत्साहन, आई पी, हस्तशिल्पी व कारीगरों के बारे में विस्तारपूर्वक उनके जीवन पर प्रकाश डाला, और आगामी वर्ष 2024 में वी लव हैंडलूम को राष्ट्रीय स्तर के भव्य सप्ताह महोत्सव के उद्घोषणा भी की।
निवारा अकादमी व पोद्दार कॉलेज से फैक्लटी और युवाओं ने शिरकत की।

चाय में चीनी मिलाने के नुकसान के बारे में सभी को पता चल चुका है। अब अधिकतर लोग चाय में कम चीनी पीना चाहते हैं। जानते हैं चार नेचुरल स्वीटनर्स के बारे में जो कई दूसरे फायदे भी देते हैं।

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गुड़: अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं और चाय नहीं छोड़ सकते हैं तो आप गुड़ वाली चाय पीएं। गुड़ की मिठास चाय का स्वाद बदल जाता है और रंग भी। साथ ही गुड़ में काफी ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स भी होते मौजूद होते हैं और ये शरीर से केमिकल्स भी दूर करता है।

 

सौंफ की चाय: चाय में सौंफ मिला सकते हैं। सौफ सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। चाय पीने के बाद गैस होने की समस्या होती है तो आप चाय में सौंफ मिलाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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मुलेठी: आयुर्वेदिक औषधियों में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है। गले में दर्द से भी मुलेठी आराम दिला सकती है। इसे बनाने के लिए चाय में लौंग और दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह यह हर्बल चाय का काम करती है।

 

शहद: शहद सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। आप अपनी चाय में शहद मिला सकते हैं।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

 

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Eating spicy: बदलते मौसम में सांस व एलर्जी रोगियों में वातावरण में बढ़ते प्रदूषक तत्त्वों और एलर्जन्स के कारण समस्या बढऩे की आशंका रहती है। कुछ तरीके अपनाकर स्वस्थ रहा जा सकता है और इन समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।

डाइट में साबुत अनाज लें
संतुलित आहार व साबुत अनाज लें। पॉलीअनसैचुरेटेड फैट काम में लें यानी चिकनाई वाली चीजें कम खाएं। बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रू ट्स लें। हर्बल टी, सूप आदि लें। एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए बेरी, पालक, गाजर सहित हरी सब्जियां खाएं। गुनगुना पानी पीएं एवं नियमित भाप लेते रहें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। ठंडी व खट्टी चीजें का परहेज करें। दूध व इससे बने पदार्थ कम लें।

बचाव के लिए ये तरीके
सुबह जल्दी बाहर न निकलें।
नियमित रूप से मालिश करें।
इनहेलर हमेशा अपने साथ रखें।
तनाव वाले काम न करें, पर्याप्त नींद लें। तनाव से भी अटैक बढ़ते हैं।
विशेषज्ञ की देखरेख में ही व्यायाम करें व दवाइयां लें।
घर से बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं।

एलर्जी कारक से बचें
वे सभी आहार न लें जिनसे एलर्जी या सांस संबंधी समस्याएं होती हैं। स्मोकिंग से दूर रहें। यदि नियमित दवाइयां लेते हैं तो अस्थमा, सीओपीडी, एलर्जी सहित फेफड़ों के रोगों में लाभ मिलता है। सामान्य जीवन जी सकते हैं। बाहर निकलें तो नाक-मुंह ढककर रखें। सर्दी-जुकाम या कोविड से अपना बचाव करें। योग-व्यायाम जैसे अभ्यास अपनाकर फिट रहें।


दवाइयां खुद से बंद या शुरू न करें
नमक के गुनगुने पानी के गरारे करें। दवाइयां खुद से बंद न करें और बंद कर दी हों तो डॉक्टरी परामर्श के बाद ही शुरू करें।

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मौसम का मिज़ाज समझना आसान नहीं होता। कब बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। आजकल मौसम कभी भी पलटी मार सकता है और इसमें कई बदलाव भी होते रहते हैं। दुनिया में कहीं भी एक जैसा मौसम मिलना आसान नहीं होता। यहाँ तक कि एक देश में एक जगह अलग मौसम होता है तो दूसरी जगह ठीक उसके विपरीत। कई बार तो मौसम भी ऐसी करवट लेता है जिसके बारे में किसी ने भी सोचा नहीं होता। चीन (China) में भीऐसा ही देखने को मिल रहा है। चीन में कुछ समय पहले तक भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ था। चीन में कई जगहों पर अभी भी गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। पर चीन में कई जगह तेज़ बारिश और बाढ़ का कहर भी देखने को मिल रहा है। चीन में बाढ़ के कहर से सिचुआन (Sichuan) प्रांत का हाल भी खराब है।


बाढ़ से अब तक 7 लोगों की मौत

पिछले कुछ दिन से सिचुआन प्रांत में भारी बारिश देखने को मिल रही है और इस वजह से सिचुआन में बाढ़ आ गई है। बाढ़ का कहर इतना ज़्यादा है कि लोगों की जान पर बन आई है। चीन की स्टेट मीडिया ने जानकारी देते हुए बताया है कि बाढ़ की वजह से सिचुआन में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है।


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10 से ज़्यादा लोग लापता


सिचुआन प्रांत में बाढ़ की वजह से 10 से ज़्यादा लोग लापता हो गए हैं। लापता लोगों को ढूंढने के लिए बचाव अभियान जारी है।

कई घरों और बिल्डिंग्स में भरा पानी, यातायात व्यवस्था ठप्प

सिचुआन में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई घरों और बिल्डिंग्स में पानी भर गया है। साथ ही कई दुकानों, ऑफिसों और स्कूलों में भी पानी भर गया है। इतना ही नहीं, बाढ़ की वजह से सिचुआन में यातायात व्यवस्था भी ठप्प हो गई है। लोगों को कहीं भी आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही दूसरी कई मूलभूत ज़रूरतों और सेवाओं पर भी इस बाढ़ का असर पड़ रहा है।

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जयपुर। पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने स्कूल कॉलेज के आस-पास ड्रग्स बेचने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चार महिलाओं सहित 13 तस्करों को पकड़ा हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से स्मैक, अफीम, गांजा, प्रतिबंधित दवाईयां बरामद की हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से दुपहिया और चौपहिया वाहन भी बरामद किए हैं।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चन्द्र विश्नोई ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत स्कूल कॉलेजों के आस-पास मादक पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने विश्वकर्मा, मुरलीपुरा, झोटवाड़ा, मुहाना, मानसरोवर, महेश नगर, जयसिंहपुराखोर, गलता गेट और ट्रांसपोर्ट नगर में संयुक्त कार्रवाई करते हुए 11 प्रकरण दर्ज कर चार महिलाओं सहित 13 जनों को गिरफ्तार किया है। एडिशनल डीसीपी (क्राइम) रानू शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कमल कुमार शर्मा हरमाड़ा जयपुर, दौलत शर्मा करधनी, अतुल शर्मा मुरलीपुरा, पूनम सांसी जोटवाड़ा, पिंकी सांसी मुहाना, नितिन सैनी मानसरोवर, रामकिशोर मानसरोवर, राजेन्द्र छरंग मानसरोवर, संजू सांसी महेश नगर, कलावती जयसिंहपुरा खोर, सोनम सांसी जयसिंहपुरा खोर, नंद किशोर उर्फ बबलू गलता गेट और विनोद मोर्मय ट्रांसपोर्ट नगर का रहने वाला हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 49.91 ग्राम स्मैक, 40 ग्राम अफीम, 594.6 ग्राम गांजा और 6480 प्रतिबंधित दवाईयां और बिक्री की राशि 38890 रुपए और परिवहन के समय काम में लिए गए दो दुपहिया और एक चौपहिया वाहन बरामद किया हैं।

आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

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ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज

अंकगणित के अनुसार आज का मूलांक 1 और भाग्यांक 7 है। आज के दिन में सभी प्रकार के कार्यों को करने की बहुत उत्साहजनक ऊर्जा मौजूद रहेगी। वहीं दूसरी ओर समन्वय प्रेम कला और सौहार्द्र से परिपूर्ण सभी को साथ लेकर चलने वाली करुणा से प्रेरित भावना भी उपलब्ध रहेगी। आज का दिन जो लोग सकारात्मक रहेंगे उनके लिए बहुत अच्छा उतरने की संभावना रहेगी। नए रिश्ते बने और व्यवसाय में उन्नति के अच्छे अवसर आज के दिन में उपलब्ध है। मूलांक 1, 2, 3, 5, 7 और 9 वालों के लिए आज का दिन बेहतर है।

टैरोकार्ड के अनुसार आज का कार्ड द मैजिशियन के साथ फाइव ऑफ कप्स है। आज के दिन में एक्शन, कॉन्शियस, अवेयरनेस, कंसंट्रेशन और पावर जैसे शब्दों के साथ आज की ऊर्जा आपके लिए विशेष परिस्थितियों के साथ उपलब्ध रहेगी। वही आनंद और उत्साह से भरपूर आपके मित्र आपके साथ एक अच्छा समय बिताने के लिए आपका साथ चाहते हैं। टैरो कार्ड आपको सलाह देते हैं कि पहले अपने कार्यों पर आप फोकस करें। उसके बाद आनंद और उत्सव के माहौल के प्रस्ताव को स्वीकार करें।


वैदिक ज्योतिष (मूनसाइन—सनसाइन)

सनसाइन के अनुसार कार्य स्थल पर आज सभी का व्यवहार सहयोग वादी रहने की संभावना है। एक दूसरे को सहयोग करते हुए उच्च अधिकारियों के साथ समन्वय बनाते हुए किसी खास कार्य में विशेष ऊर्जा लगाते हुए आज का दिन बेहतर गुजरे इसकी पूरी संभावना है। नकारात्मक लोगों को आज के दिन परेशानी उठानी पड़ सकती है।

मूनसाइन के अनुसार आज का दिन भावनात्मक रूप से बहुत बेहतर दिन रहने की संभावना है। साथी के साथ कल्पनाओं को साकार करते हुए एक अच्छा दिन सामने है। विचारों के आदान-प्रदान से लेकर आर्थिक रूप से एक दूसरे को मजबूत करने और भविष्य के लिए अच्छी योजना बनाने के साथ आनंद और उल्लास के लिए भ्रमण आदि के प्रोग्राम भी बनने की संभावना रहेगी।

आपका सवाल

प्रश्न: मूलांक 4 वाले व्यक्तियों के लिए नौकरी या कारोबार में किस तरह की तरक्की मिल सकती है?

उत्तर: मूलांक 4 वाले लोगों के लिए अन्वेषण आत्मक कार्यों और तकनीकी और संचार माध्यमों के साथ परिवहन औद्योगिक संस्थान आदि में कार्य करने पर विशेष उन्नति के अवसर रहते हैं। मूलांक 4 वाले लोगों में किसी भी स्थिति का सही विश्लेषण करने और उसके अनुरूप प्रबंध करने की अद्भुत क्षमता विद्यमान होती है। सुरक्षा और निरीक्षण जैसे कार्यों में भी बेहद सफल होते हुए देखे गए हैं। इसलिए मूलांक 4 वाले लोगों को जब स्थितियां बहुत विपरीत होती हैं तो स्थितियों को नियंत्रण में लाने के लिए भी विशिष्ट प्रभार दिए जाते हैं। वे खुद ही ऐसी स्थितियों में अपने ऊपर जिम्मेदारी लेते हुए स्थितियों को सामान्य करने के बाद फिर से अपने सामान्य और शांत जीवन में वापस लौट जाते हैं। उन्हें बहुत ज्यादा बहस या आरोप-प्रत्यारोप पसंद नहीं और अपने निर्णय में दूसरों की दखलअंदाजी भी कम पसंद आती है। इसलिए सामान्यतया वे अपने आप को भीड़भाड़ से दूर रखना पसंद करते हैं।

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ज्यो पं चंदन श्यामनारायण व्यास पंचांगकर्ता


मेष:- आर्थिक मामलों में लापरवाही न करें। किसी विषय को को जानने की जिज्ञासा बढ़ेगी। संत समागम होगा।दिखावे एवं आडंबरों से बचें। पारिवारिक उलझनों से राहत मिलेगी। कर्ज लेने से बचें।


वृषभ:- नौकरी में पदोन्नति और तबादले के योग हैं। परिवार में सहयोग का वातावरण बना रहेगा। लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करेंं। परीक्षा में सफलता मिलेगी।

मिथुन:- अपने परिजनों से सामान व्यवहार करें। अपनी बुद्धिमानी से कई व्यापारिक रुके कार्य पूर्ण होंगे। लंबे समय के बाद प्रिय व्यक्ति से भेंट होगी। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी रखें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा।


कर्क:- अपने राजनितिक संबंधों का आज लाभ मिलेगा। नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण न होने से मब खिन्न रहेगा। पदोन्नति होने की संभावना है। सामाजिक कार्यों में खर्च होगा।

सिंह:- अपने बल बुते पर काम करें। दूसरों के भरोसे न रहें। कार्यस्थल पर व्यवहारकुशलता से अधिकारियों के संबंध मजबूत होंगे। अनायास धन प्राप्ति की संभावना बन रही है। पारिवारिक वातावरण अनुकूल रहेगा।

कन्या:- व्यापारिक नई योजनाओं का प्रारम्भ होगा। बड़े राजनजतिज्ञ लोगों से भेंट होगी। कलात्मक कार्य में रुचि बढ़ेगी। अधिक लोभ, लालच न करें अन्यथा बने काम हाथ से निकल सकते हैं।

तुला:- अपने आप पर विश्वास रखें और नकारात्मक सोच न रखें। आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें, सफलता अवश्य ही मिलेगी। जीवनसाथी की उन्नति सामाजिक सम्मान को बढ़ाएगी। प्रेम प्रसंग में सफल रहेंगे।

वृश्चिक:- अपनी रुचि के अनुसार काम न होने से कर्मचारियों से नाराज रहेंगे। आज व्यापारिक मामलों में जवाबदारी बढ़ने वाली है। संतान पर विशेष ध्यान दें। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

धनु:- बातें कम और काम ज्यादा करें। कार्यक्षेत्र में नए प्रस्ताव प्राप्त हो सकते है। परिवार में अनुरूप स्थिति बनेगी। वाहन क्रय करने के योग बन रहे है। व्यापार विस्तार में आर्थिक सहयोग लेना पड़ेगा।

मकर:- अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। कार्यस्थल पर योग्यता के अनुरूप कार्य करें। संतान की चिंता, व्याकुलता बढ़ेगी। आज भागदौड़ अधिक रहेगी।


कुम्भ:- आपके विरोधियों के कारण व्यापारिक बाधाएं आएंगी। परिश्रम की तुलना में सफलता कम मिलने से हताश होंगे। किसी के सहयोग से समस्या का समाधान होगा। वाहन सतर्कता से चलाएं।

मीन:- आपकी मेहनत से व्यापार में लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार में मांगलिक कार्यों की रूपरेखा बनेगी। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्य विस्तार के लिए उचित मार्गदर्शन लेना होगा।

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ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पं. घनश्यामलाल स्वर्णकार

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1445
मु. मास: मुहर्रम- 22
अयन: दक्षिणायण
ऋ तु: वर्षा
मास: द्वि.श्रावण (अधिक)
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज रोहिणी नक्षत्र में प्रसूतिस्नान, विपणि-व्यापारारम्भ, जलवा, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, शल्य चिकित्सा द्विरागमन, नामकरण, अन्नप्राशन व हलप्रवहण आदि के भद्रा पूर्व शुभ मुहूर्त है। दशमी पूर्णा संज्ञक तिथि अन्तरात सूर्योदय पूर्र्व प्रात: 05-07 बजे तक, तदन्तर एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि प्रारम्भ हो जायेगी। यदि समयादि शुद्ध हो तो दशमी तिथि में विवाह, गृहारम्भ, प्रवेश, यात्रा, वाहन, सवारी, अलंकार व अन्य मांगलिक कार्य करने योग्य हैं, पर अभी समय शुद्ध नहीं है। अत: मांगलिक कार्य वर्जित हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 07-38 बजे तक शुभ, पूर्वाह्न 10-54 बजे से अपराह्न 03-49 बजे तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा सायं 05-27 बजे से सूर्यास्त तक शुभ श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-06 बजे से दोपहर 12-58 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम है।


दिशाशूल: गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है, पर आज वृष राशि के चंद्रमा का वास दक्षिण दिशा की यात्रा में सम्मुख होगा। यात्रा में सम्मुख चंद्रमा को लाभदायक व शुभ माना जाता है।

राहुकाल: दोपहर बाद 01-30 बजे से दोपहर बाद 03-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

चंद्रमा: चंद्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि वृष राशि में है।

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नक्षत्र: रोहिणी ''ध्रुव व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र अन्तरात 04-01 बजे तक है। इसके बाद मृगशिर ''मृदु व तिङर््यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र हैं। रोहिणी नक्षत्र में समस्त स्थिर व मांगलिक, अलंकारादिक, उत्सव व घरेलू कार्यादि शुभ होते हैं, पर अभी अधिक मास में व शुक्र के अस्त में सभी शुभ व मांगलिक कार्य शुभ नहीं हैं।

योग: ध्रुव नामक नैसर्गिक शुभ योग अपराह्न 03-10 बजे तक, तदुपरान्त व्याघात नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। व्याघात नामक योग की प्रथम नौ घटी शुभकार्यों में त्याज्य हैं।

करण : वणिज नामकरण सायं 04-39 बजे तक , तदन्तर अन्तरात सूर्योदय पूर्व प्रात: 05-07 बजे तक भद्रा संज्ञक विष्टि नामकरण हैं।

व्रतोत्सव: आज रोहिणी व्रत (जैन) है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (ओ, वा, वी, वु, वे) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि वृष है। वृष राशि के स्वामी शुक्र हैं। इनका जन्म स्वर्णपाद से है।

सीकर जिले के ग्रामीण इलाके के लोगों के लिए अच्छी खबर है। गांव और ढाणियों तक सहकारिता को बढ़ावा देने की प्रमुख इकाई ग्राम सेवा सहकारी समितियों के आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाएगा। ग्राम सेवा सहकारी समितियों में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए आयुष विभाग की ओर आवेदन करने वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति को लाइसेंस दिए जाएंगे। केन्द्र खुलने से आस-पास के लोगों को कम दामों में बेहतर गुणवत्ता वाली दवाएं मिल सकेगी। खाद-बीज व उर्वरक के साथ अन्य कारोबार करने से समिति को कमीशन मिल सकेगा।

इन समितियों का किया चयन
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए सहकारी समितियों की ओर से लाइसेंस का आवेदन किया जाएगा। इसमें सीकर जिले में प्रथम चरण में पांच ग्राम सेवा सहकारी समितियों का चयन किया गया है। इनमें खाटू, पलसाना, ठीकरिया, अजीतगढ़ व सिरोही ग्राम सेवा सहकारी समिति शामिल है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक जनऔषधि केंद्रों पर 1800 प्रकार की दवाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।

इनका कहना है
सीकर जिले की पांच ग्राम सेवा सहकारी समितियों में जन औषिध केंद्र खोलने की योजना है। इससे सहकारी समितियां आत्म निर्भर हो सकेगी। लोगों को बेहतर सुविधा मिल पाएगी।

योगेश शर्मा, एमडी सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक

DSSSB Recruitment 2023 : दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) ने टीजीटी, पीजीटी, प्रयोगशाला सहायक और अन्य पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए कुल 1841 पद भरे जाएंगे। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू होगी और आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर (रात 11.59 बजे) है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट https://dsssbonline.nic.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इन पदों के लिए राजस्थान सहित सभी राज्यों के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। डीएसएसएसबी कर्मचारी भी इन पदों के लिए आवेदन करने के लिए पात्र हैं।

DSSSB Recruitment 2023 आवेदन शुल्क
सामान्य और ओबीसी श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपए भरने होंगे, जबकि एससी, एसटी, दिव्यांग, पूर्व सैनिक और महिला अभ्यर्थियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। चयन प्रक्रिया इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।

आयु सीमा
इन पदों के लिए अभ्यर्थियों की आयु 18 से 36 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी, दिव्यांग, पूर्व सैनिक अभ्यर्थियों को नियमानुसार आयु सीमा में छूट मिलेगी।

रियलमी ने भारत में 200MP कैमरा वाला स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने दमदार कैमरे के साथ जिस फोन को लॉन्च किया है वोह है Realme 11 Pro+ 5G । कंपनी के इस फोन के सामने महंगे कैमरे भी फेल हो जाएंगे। Realme 11 Pro+ 5G तीन रंगों - सनराइज बेज, ओएसिस ग्रीन और एस्ट्रल ब्लैक में आता है। इसमें दो स्टोरेज वेरिएंट मिलेंगे : 8GB+256GB, जिसकी कीमत 27,999 रुपए और 12GB+256GB, जिसकी कीमत 29,999 रुपए है।

REALME 11 PRO+ फीचर्स
Realme 11 Pro+ 5G ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइज़ेशन (OIS) और सुपरज़ूम के साथ 4X लॉसलेस ज़ूम वाले 200MP कैमरे के साथ आता है। यह 120Hz कव्र्ड विजऩ डिस्प्ले, 5000mAh की बड़ी बैटरी के साथ 100W SuperVOOC चार्जिंग और मीडियाटेक डाइमेंशन 7050 5G चिपसेट से लैस है।

कैमरा : Realme 11 Pro+ में पीछे की तरफ 200MP का मुख्य कैमरा, 8MP का अल्ट्रावाइड कैमरा और 2MP का मैक्रो शूटर है। वीडियो कॉल और सेल्फी के लिए, इसमें 32MP का फ्रंट कैमरा है।

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Rajasthan Assembly Election 2023 : जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने अपने दो और उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने करौली से रवीन्द्र मीणा और खेतड़ी से मनोज घुमरिया को टिकट दिया है। बसपा प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि इससे पहले धौलपुर, नगर और नदबई से पार्टी ने उम्मीदवार घोषित के किया था। बसपा सभी दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है, लेकिन अभी शुरुआत में बड़ी लिस्ट जारी नहीं कर रही है।

करौली से 2018 में बसपा के टिकट पर लाखन मीणा जीते थे जो बाद में कांग्रेस में चले गए। वहीं खेतड़ी से इस बार बसपा ने पूर्व विधायक पूरणमल सैनी का टिकट काट दिया है और मनोज घुमरिया को उम्मीदवार बनाया है।

बता दें कि बसपा ने पहले तीन प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर चुकी है। इनमें धौलपुर शहर, नगर और नदबई विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों नामों की घोषणा की थी। धौलपुर से रितेश शर्मा, नगर से खुर्शीद अहमद और नदबई से खेमकरण तौली को पार्टी टिकट दे चुकी है।

यह भी पढ़ें : Rajasthan Election: बसपा निकली आगे, तीन सीटाें पर प्रत्याशी घोषित किए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरूवार दोपहर बिड़ला सभागार में 'इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना' का शुभारम्भ करेंगे। मुख्यमंत्री चिरंजीवी परिवार की महिला मुखियाओं को स्मार्टफोन व इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ सिम वितरित करेंगे। साथ ही, 'डिजिटल सखी बुक' लॉन्च करने के बाद राज्य स्तरीय समारोह को सम्बोधित करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सभागार में उपस्थित तथा वी.सी. से जुड़ी लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे।

योजना में प्रथम चरण में 40 लाख महिला लाभार्थियों को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) से अधिकृत टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के माध्यम से स्मार्टफोन एवं सिम मय डेटा कनेक्टिविटी का वितरण किया जाएगा। लाभार्थी शिविरों में अपने पसंद के स्मार्टफोन चुन सकेंगे। इसके लिए लाभार्थियों को स्मार्टफोन व सिम के लिए 6800 रुपए डीबीटी के माध्यम से ई-वॉलेट में जमा किए जाएंगे।

प्रथम चरण में इन्हें मिलेंगे स्मार्टफोन

सरकारी विद्यालयों में 9वीं से 12वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्राएं
उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्राएं
विधवा/एकल नारी पेंशन प्राप्त कर रही महिलाएं
वर्ष 2022-23 में महात्मा गांधी नरेगा योजना में 100 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों की महिला मुखिया
वर्ष 2022-23 में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 50 कार्य दिवस पूर्ण करने वाले परिवारों की महिला मुखिया

वेबसाइट और टोल फ्री पर सम्पूर्ण जानकारी
योजना के अंतर्गत स्मार्टफोन वितरण संबंधित जानकारी जनसूचना पोर्टल और टोल फ्री नंबर 181 पर ली जा सकती है। साथ ही, अपनी पात्रता की जांच जनसूचना पोर्टल और ई-मित्र प्लस मशीन के जरिए की जा सकती है।

जयपुर. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) में आमजनन की पेयजल योजनाओं पर खर्च की जाने वाली राशि को अधिकारी घूस लेकर धराशाही कर रहे हैं। एसीबी की दो दिन पहले ठेकेदार व अधिकारियों के गठजोड़ का पर्दाफाश करने वाली पहली कार्रवाई नहीं है। पहले भी कई बार जलदाय विभाग में मोटे घोटाले पकड़े गए हैं। हालांकि सोमवार रात को एसीबी ने एक्सईएन माया लाल सैनी, एईएन राकेश चौहान, जेईएन प्रदीप, ठेकेदार पदम चंद जैन व ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी मलकेत सिंह व प्रवीण कुमार गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से पहले एसीबी गत माह से आरोपियों पर निगरानी रखे हुए थे। इसमें खुलाया हुआ कि टैंडर की शर्ते पूरी करने का दावा कर ठेकेदार करोड़ों रुपए के काम ले लेते हैं। फिर ठेकेदार उक्त कार्यों के संपादन में अनियमितताओं में अधिकारियों का अवैध संरक्षण, निविदा शर्तों के अनुरूप कार्य नहीं करने में सुलभता प्रदान किए जाने, अनुचित रूप से बिलों का भुगतान करने के लिए पदस्थापित अधिशाषी अभियंता व अन्य अधिकारियों के बीच मोटी रिश्वत का लेन-देन चलता है। इस दौरान एक्सईएन मायालाल सैनी ठेकेदार से बच्चे की कुछ बिलों के भुगतान के बदले रिश्वत के पूरे 2.70 लाख रुपए के साथ नया मोबाइल मांगता है। पीएचईडी में अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच चल रहे घूसकांड के संबंध में एफआइआर दर्ज की है। एफआइआर में खुलासा किया कि ठेकेदार पदमचंद जैन व महेश मित्तल की हरियाणा के इंजीनियरों से भी मिलीभगत थी। हरियाणा में चोरी किए गए माल को बाजार से 40 प्रतिशत कम रकम में खरीदने का सौदा करते हैं, वो भी कैश में। यानि हरियाणा के अधिकारी 60 प्रतिशत की राशि में सामान बेचने पर तैयार होते हैं।एसीबी ने मामले में एक्सईएन माया लाल सैनी, एईएन राकेश चौहान, जेईएन प्रदीप, ठेकेदार पदम चंद जैन व ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी मलकेत सिंह व प्रवीण कुमार को 2.20 लाख रुपए रिश्वत लेन-देन के आरोप में गिरफ्तार किया था। जबकि ठेकेदार महेश मित्तल व अन्य की तलाश है। एसीबी ने ठेकेदार पदमचंद जैन व महेश मित्तल के बीच बातचीत हुई, जिसे रिकॉर्ड किया तो यह हकीकत सामने आई। दोनों के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश:

21 मई 2023
महेश : महेन्द्रगढ़ के एसई के साथ मीटिंग हुई है, वो 60 प्रतिशत की राशि पर पाईप बेचेंगे, जिंदल वाले का माल है। एक साथ 20-20 गाड़ी दे देंगे, वहीं रास्ते में उतरवा देंगे
पदमचंद : अपने को मरना है क्या...इतना माल एक साथ लेकर। अपन तो थोड़ा-थोड़ा लेंगे और किसी को भनक नहीं लगनी चाहिए
महेश : सारा पैस कैश में देना होगा
पदमचंद : सहमति देता है


30 मई 2023
महेश : बेटे हेमंत (गोलू) को फोन करते हुए मायालाल सैनी आए हैं, बिलों के भुगतान संबंधित कमीशन 2.70 लाख रुपए मांग रहे हैं
हेमंत : 2.50 लाख रुपए दे दो
महेश : मायालाल से ही बात करवा देता हूं

मायालाल : कमीशन की राशि कम नहीं होगी, पूरे 2.70 लाख रुपए लगेेंगे
हेमंत : पिता को 2.70 लाख रुपए देने के लिए कहता है
मायालाल : 2.70 लाख रुपए और एक नया मोबाइल भी देने के लिए कहता है
3 जून को : तुमने अपने हाथ से लिफाफा दिया था

महेश : गोलू आपके सर्किल अलवर में मिला था, तब एसई को लिफाफा आपने अपने हाथ से दिया था
मायालाल : गोलू ने ही दिया था
महेश : बेटे से बात करवाता हूं
गोलू : (एसई को) आपके सामने ही तो दिए थे
मायालाल : हां, मेरे सामने ही दिए थेमहेश : अब वो एसई मना कर रहा है, मुझे नहीं दिए
मायालाल : समझाते हुए दी गई रिश्वत राशि में 8 कम थे, यह कह रहा है वो
महेश : 5 हजार के हिसाब से तो पूरे दिए थे

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15 जून 2023
पदमचंद : बहरोड वाले से बात कर लो मैं माल लेकर आउं या वह जयपुर में लेगा, मैं तुम्हे दे दूंगा एडवांस
उमेश : मेरे पास तो डीए का फोन आया, एक्सईएन का भी फोन आ गया, उन्होंने पूछा है कि कितने का बिल ला रहे हो
पदमचंद : कह दो कि दो सवा का तो कल लेकर आ रहा हूं और शेष दो दिन बाद लेकर आउंगा
उमेश : मैंने कह तो दिया कि प्राइस एक्सीलेशन वाला ला रहा हूं, आप थोड़ा प्रेशर लगा देना
पदमचंद : तुम समझते ही नहीं हो, तुम तो माल दिखाओ अगले को, इन्होंने तो पांच में ही करवाया है उससे, अपने 7-8 की बात करके करवा लाओ एक्सईएन से, एक्सईएन को बोलो कि आ रहे हो क्या शाम को, माल एडवांस में दे दूंगा, अलग से बात कर लो वीडियो कॉल करके कितना परसेंट लाउं और दो करोड़ वाला सोमवार को लाउंगा
उमेश : ठीक है

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के विस्तार के विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की है।

मुख्यमंत्री की स्वीकृति से 19 नवीन आईटीआई में एक व्यवसाय में एक यूनिट के लिए 38 पदों का सृजन किया जा रहा है। इनमें, हरसोली (खैरथल-तिजारा), पूगल (खाजूवाला), श्रीकोलायत, नैनवा, अणवाणा (औसियां), नोहर, धोद (सीकर), नीमका थाना, उमरैण, विजयपुर, लाखनपुर, रामगढ़ पचवारा (लालसोट), मोहनगढ़ (जैसलमेर), साहडोली (रामगढ़), नाहरगढ़ (बारां), फूलवारा (भरतपुर), रामसागड़ा (डूंगरपुर), भटेवर (उदयपुर), गागरिया (शिव-बाड़मेर) में अधीक्षक और व्यवसाय अनुदेशक के एक-एक स्वीकृत किए गए हैं।
माइनिंग और इलेक्ट्रिक ट्रेड होंगे शुरू
गहलोत ने विभिन्न आईटीआई में माइनिंग और इलेक्ट्रिक ट्रेड में पदों के सृजन और मशीनरी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इनमें आईटीआई किशनगढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, जालौर, सिरोही में माइनिंग ट्रेड के लिए 9.28 करोड़ रुपए लागत से मशीन और उपकरण खरीदे जाएंगे। इनमें व्यवसाय अनुदेशक के 8 पदों का सृजन किया गया है।इसके साथ ही महिला आईटीआई अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, उदयपुर, टोंक, आरआई केंद्र जयपुर, बेसिक ट्रेनिंग सेंटर कोटा में मशीनरी, साज सामान एवं उपकरण खरीद के लिए 1.47 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। व्यवसाय अनुदेशक के 7 पद सृजित किए गए हैं।

मानगढ़ (बांसवाड़ा)। राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में में सत्ताधारी कांग्रेस जहां फिर से सत्ता में वापस आने की पूरी कोशिश कर रही है। विश्व आदिवासी दिवस पर कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बांसवाड़ा के मानगढ़ आए थे। इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी वहीं मौजूद थे। सभा को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की मंशा है कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए और हम भी चाहते हैं कि यह जनगणना राजस्थान से शुरू हो और जिसका जितना अधिकार हो, उसे उतना अधिकार मिलना चाहिए।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में राहुल गांधी ने मणिपुर को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी पर साधा निशाना, पढ़ें भाषण की बड़ी बातें

मुख्यमंत्री गहलोत ने ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) को लेकर भी एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने अपने भाषण में ओबीसी का आरक्षण 21 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने और मूल ओबीसी को अलग से 6 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की इस घोषणा ने राजनैतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। चुनावी साल होने के चलते माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने बड़ा दांव खेलकर ओबीसी वोटबैंक को साधने की कोशिश की है।

Rajasthan Rain Update : जयपुर। राजस्थान में 4-5 दिन से मानसून पर ब्रेक लगा हुआ है। बरसात नहीं होने के बाद भी तापमान में खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। दरअसल, 20-25 किमी की रफ्तार से चल रही हवा ने पारे को थामा हुआ है। ज्यादातर जिलों में तापमान 35 डिग्री से नीचे बना हुआ है। बुधवार को केवल तीन स्थान पर अधिकतम तापमान 35 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। बीकानेर में 36.5 डिग्री, श्रीगंगानगर में 36.7 व चूरू में 35.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।

वहीं दो जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री से भी नीचे रहा। सिरोही में 28.4 डिग्री व डूंगरपुर में 29.7 डिग्री तापमान रहा। जयपुर में अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम केंद्र जयपुर अनुसार मानसून पर अगले एक सप्ताह तक मानसून पर ब्रेक जारी रहेगा। गुरुवार व शुक्रवार को भरतपुर संभाग व शेखावाटी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर हल्की बरसात हो सकती है। शेष सभी जगह मौसम शुष्क रहेगा।

यह भी पढ़ें : भारी बारिश को लेकर अब आई ये खबर, जानिए 12 अगस्त तक कैसा रहेगा मौसम

जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में कुछ जगह हल्की बारिश दर्ज की गई। वहीं पश्चिमी राजस्थान शुष्क रहा। इस पूरे सप्ताह प्रदेश में कहीं भी भारी वर्षा की संभावना लगभग नगण्य है। वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन औसत से उत्तर की ओर शिफ्ट हो चुकी है इसी वजह से राज्य में कमजोर मानसून परिस्थितियां दर्ज की जा रही है।

जयपुर। नर्सिंग कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। नर्सिंग कर्मचारियों की ओर से गुरुवार को सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 11 सूत्री मांग पत्र के समर्थन में राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर नर्सिंग कर्मियों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। जिला संयोजक अनेश सैनी ने कहा कि नर्सेज कर्मी लंबे समय से सरकार के समक्ष अपनी मांगें रख रहें है। लेकिन अब तक नर्सेज कर्मियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। नर्सेज कर्मियों की सरकार की ओर से उपेक्षा की गई है। जिसे अब तक बर्दास्त किया गया, लेकिन अब नहीं किया जाएगा। अब नर्सेज को उनका हक मिलना ही चाहिए। इसे लेकर नर्सेज अपनी ताकत सरकार को दिखाएगी।

सैनी ने कहा कि धरने का आज 23 वां दिन है। मंगलवार को जयपुर में जमवारामगढ ब्लॉक के नर्सिंग कर्मी धरने पर बैठे। सांगानेर ब्लॉक के नर्सिंग कर्मियों ने किया 2 घंटे कार्य बहिष्कार किया। आज आमेर ब्लाक की नर्सेज की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।


10 अगस्त को सभी जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन होगा। 16 अगस्त से 22 अगस्त तक जिले के सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में रोजाना 8 से 10 बजे तक दो घंटे का बहिष्कार होगा। 23 अगस्त को नर्सिंग कर्मी सामूहिक अवकाश लेकर जयपुर में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

जयपुर। यातायात पुलिस यातायात संचालन के साथ अपराध नियंत्रण पर भी काम कर रही है। यातायात पुलिस की मुस्तैदी से अपराधी पकड़े जा रहे है। गर्वमेंट हॉस्टल चौराहे पर सहायक उप निरीक्षक रामदेव, हैड कांस्टेबल हाकिम सिंह, कांस्टेबल कैलाश चंद सहित अन्य यातायात संचालन करवा रहे थे। बुधवार को एक युवक यातायात पुलिसकर्मियों के पास आया और एमआईरोड की तरफ भागते हुए एक संदिग्ध युवक की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह मेरा मोबाइल चुराकर भाग रहा है। इस सूचना पर तैनात पुलिसकर्मियों ने संदिग्ध युवक को पीछा कर पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान संदिग्ध के पास से चोरी किया गया मोबाइल बरामद कर लिया। यातायात पुलिस ने आरोपी को विधायकपुरी की चेतक को आवश्यक कार्यवाही के लिए सुपुर्द कर दिया। डीसीपी यातायात प्रहलाद कृष्णियां ने उनके इस सराहनीय कार्य के लिए जाप्ते को शाबासी दी और जाप्ते के उत्साहवर्धन के लिए रिवार्डरोल का निर्णय लिया हैं।


सुबह शाम सुगम यातायात व्यवस्था के दिए निर्देश
जयपुर पुलिस सुगम यातायात व्यवस्था के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने पीक हॉवर्स सुबह 8 से 12 बजे तक एवं शाम को 4 से 9 बजे तक सुगम यातायात व्यवस्था के लिए यातायात पुलिस को विशेष निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त की ओर से दिए गए निर्देशों की अनुपालना में न्यू सांगानेर रोड सहित भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में यातायात में वाधित थड़ी ठेलों को रोड से उचित दूरी पर लगवाया गया। इसके साथ ही ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा, बस स्टैण्ड पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहन चालकों को व्यवस्थित रुप से यातायात संचालित करने के लिए समझाया गया। इसी प्रकार रास्ते में बेतरतीब तरीके से खड़े वाहनों को सुव्यवस्थित लगवा कर जाम लगने की स्थिति से निजात दिलाई। उन्होंने अपील की है कि आमजन के हित में रास्ते को बाधित नहीं करें। यातायात के नियमों का पालन करते हुए अपने वाहन निर्धारित पार्किंग में ही खडे करे।

पांडे ने कहा कि वर्ष अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन हो या कोई और आन्दोलन, उसके असली नायक देश की जनता होती है। कोई भी आन्दोलन उनकी सक्रिय भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अगस्त क्रांति हो या आजादी का आन्दोलन, अगुवाई करने में गांधी, नेहरू और पटेल जैसे नाम हो सकते हैं लेकिन महत्वपूर्ण वे लोग हैं जिनकी वे अगुवाई कर रहे थे। 9 अगस्त, 1942 के दिन महात्मा गांधी ने 'अंग्रेजों भारत छोड़ो] का नारा दिया था, जो आंदोलन 1947 तक चला। आज गांधी जी के विचारों को अपनाने की बहुत जरूरत है। आजादी की लड़ाई सांप्रदायिकता का विरोध और जातिवाद का विरोध जैसे मूल्यों पर टिकी हुई थी, जिन पर बाद में हमारे लोकतंत्र की स्थापना हुई, उन मूल्यों पर आज लगातार हमले हो रहे हैं। इस पूरे आंदोलन में सिर्फ नायक ही नहीं बल्कि जनता की जो भागीदारी थी, उसे भी जेहन में याद रखे जाने की जरूरत है।' सुबह 11 बजे शुरू हुए कार्यक्रम में पांडे ने गांधी, आजादी के नायकों, संविधान और वर्तमान राजनीतिक परिवेश के संदर्भ में महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भारत में जनता ही असली नायक है। जनता ही भारत के सामाजिक, साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए पहल करती है। इसमें दलित, आदिवासी महिलाएं सभी शामिल हैं। संविधान सबके सम्मान, अधिकार पर केन्द्रित है, तभी देश किसी एक का नहीं बल्कि सबका है। इतिहास की समझ केवल अतीत को जानने की नहीं, बल्कि भविष्य को बुनने के लिए भी आवश्यक है। इतिहास कब्रिस्तान की सैर नहीं है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सेवा संस्थान के सचिव जी एस बाफना और महात्मा गांधी इंस्टीटूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज के निदेशक डॉ. बी.एम. शर्मा थे।

युवा ही नहीं सभी को गांधी दर्शन समझने की जरूरत
मुझे लगता है कि सिर्फ युवाओं को नहीं, बल्कि समाज के हर हिस्से को गांधी के विचारों को आत्मसात करना चाहिए। सिर्फ गांधी को नहीं, बल्कि अम्बेडकर, पटेल और नेहरू को भी पढऩा चाहिए। हमें अपना इतिहास सही संदर्भों में जानना बहुत जरूरी है। ऐसा नहीं हो सकता कि आप गांधी को पढ़ें, लेकिन पटेल को या अम्बेडकर को छोड़ दें। क्योंकि इन लोगों ने अपने से पहले जो कुछ भी बेहतरीन साहित्य और इतिहास लिखा गया था, उसे गहराई से पढ़ा था। उसके सार को ग्रहण किया और अपने समय और भविष्य के लिए कुछ बेहतरीन सिद्धांत बनाए। हमारा भी यही फर्ज बनता है कि हम भी अपने पुरखों की किताबों को पढ़ें। यही ऐसा तरीका है जिससे हम आगे बढ़ सकते हैं। इसलिए युवा अपने दिमाग की खिड़कियां खुली रखें और हर तरफ के विचारों को ग्रहण करें और उनमें से चुनें कि एक न्यायसंगत समाज बनाने के लिए कौन सा विचार उपयुक्त रहेगा।

सेंट्रल पार्क में म्यूजियम हुआ तैयार, बहेगी गांधी जी के विचारों की बयार
गांधी के दर्शन को प्रदर्शित करने वाला देश का पहला म्यूजियम
गांधी के विचारों को पूरे देश में प्रसारित करने के लिए शहर के सेंट्रल पार्क में गांधी म्यूजियम बनकर लगभग तैयार है। सेंट्रल पार्क के प्रवेश द्वार नंबर 5 पर स्थित महात्मा गांधी इंस्टीटूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज के निदेशक बी.एम. शर्मा ने बताया कि म्यूजियम का निर्माण गांधी दर्शन से आज की पीढ़ी को अवगत कराने के लिए किया गया है। इसके लिए पहली बार 'शांति एवं अहिंसा निदेशालय' की स्थापना भी की गई है।

गांधी जी का 'वैचारिक म्यूजियम'
'गांधी म्यूजियम' में उनके जीवन के सभी पहलुओं को दिखाया जाएगा। म्यूजियम की जिम्मेदारी गांधी पीस फाउंडेशन, दिल्ली के चेयरमैन कुमार प्रशांत संभाल रहे हैं। प्लस से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया, 'गांधी जी पर देशभर में बहुत म्यूजियम हैं। इसलिए इस म्यूजियम को बनाते समय मेरा फोकस इस बात पर रहा कि यह म्यूजियम अन्य संग्रहालयों से अलग हो। इस म्यूजियम में हमने गांधी जी के राजस्थान से जुड़ाव, उन्होंने यहां क्या-क्या काम किया और उनके काम को किन लोगों ने बाद में आगे बढ़ाया, इन सभी बातों को संग्रहालय में दर्शाया गया है। यहां डिस्प्ले होने वाली फोटो गांधी जी के विचारों को दर्शाएंगी। यह एक तरह से गांधी जी का 'वैचारिक म्यूजियम होगा।'

हिटलर को लिखा खत और आखिरी 'वसीयत'
प्रशांत ने बताया कि पूरा म्यूजियम गांधी जी के विचारों का परिचय होगा। करीब 850 फोटो में गांधी जी के भारत आने से पहले, स्वाधीनता संग्राम से जुडऩे के बाद और उनके विचारों में भविष्य का भारत कैसा होगा, इन बातों को दिखाया जाएगा। उनकी हत्या से पहले 29 जनवरी, 1948 की रात को उन्होंने जो आखिरी दस्तावेज लिखा था, उसे भी डिस्प्ले किया जाएगा। इसका जिक्र भी किसी म्यूजियम में नहीं किया जाता है। इसे गांधी जी की 'वसीयत' के रूप में देखा जाता है। इसके अलावा जो खत उन्होंने जर्मन तानाशाह हिटलर को लिखा था, वह भी म्यूजियम का खास आकर्षण होगा। यह गांधी जी के विचारों को प्रदर्शित करने वाला देश का पहला म्यूजियम होगा।

तीन खंडों में बंटा है म्यूजियम
यह म्यूजियम तीन अलग-अलग सेक्शन में बंटा हुआ है। म्यूजियम में प्रवेश करते ही नीचे स्थित पहले सेक्शन में देश के परतंत्र होने से जुड़े तात्कालिक कारणों को दिखाया गया है। दूसरे सेक्शन में गांधी जी के भारत आकर स्वाधीनता संग्राम से जुडऩे और तीसरे भाग में उनके उनकी कल्पना के भारत को शब्दों और चित्रों के माध्यम से हिंद स्वराज को दिखाया गया है। हर पैनल में एक सूत का धागा है, जो इस बात का प्रतीक है कि यहां रखी हर वस्तु आपस में जुड़ी हुई है। यह धागा प्रवेश द्वार से लेकर निकास तक है। यहां एक लाइब्रेरी और गांधी आश्रम के सामने मेडिटेशन कॉर्नर भी रखा गया है। नमक सत्याग्रह पर उस समय के वायसराय को खत लिखकर जो नमक का अर्थशास्त्र समझाया, वह भी यहां डिस्प्ले किया जाएगा। यह बहुत ही ऐतिहासिक है। वायसराय का उस खत का जवाब भी यहां प्रदर्शित किया गया है।

फैक्ट फाइल
-100 करोड़ का बजट इस म्यूजियम के लिए दिया गया है
-इसकी आधी लागत में म्यूजियम को बनाया गया है, क्योंकि गांधी जी फिजूलखर्ची के विरुद्ध थे
-850 से ज्यादा दुर्लभ तस्वीरें यहां प्रदर्शित की जाएंगी
-30 अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है

आजादी की लड़ाई हो या और कोई, जनता ही होती हीरो

जयपुर। बूंदी के बाद कोटा के लिए खुशखबरी आई। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore Tiger Reserve) से बुधवार को एक बाघिन मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukundra Hills Tiger Reserve) में रवाना किया गया। यह बाघिन मुकुंदरा में विचरण कर रहे बाघ एमटी 5 की जोड़ीदार बनेगी। अर्से से बाघिन लाने की मांग उठ रही थी।

वन विभाग की टीम ने बुधवार दोपहर 2:30 बजे फलौदी रेंज में टी-2301 को सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइज कर उसे मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के लिए रवाना कर दिया। टीम बाघिन को लेकर देर रात मुकुंदरा पहुंचेगी। यह ऑपरेशन फील्ड डायरेक्टर, रणथंभौर टाइगर रिजर्व, सवाई माधोपुर के निर्देशन एवं डब्ल्यूआईआई के एक्सपर्ट, पशु चिकित्सक तथा मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की टीम ने किया।

नया घर बसाएंगे

मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के कार्यवाहक मुख्य वन संरक्षक बीजो जॉय ने बताया कि बाघिन को सेल्ज़र क्षेत्र में छोड़ा जाएगा। नवंबर 22 में बाघ एमटी- 5 को रणथम्भौर से लाकर मुकुन्दरा में शिफ्ट किया गया था।

शर्मीली है बाघिन

रणथंभौर के नेचर गाइड शाकिर अली के अनुसार, बाघिन टी2301 बाघिन टी114 की पहली संतान है। पिता बाघ टी-108 है। मां की मौत गत वर्ष दिसंबर में हो गई थी। बाघिन का जन्म फरवरी 2021 में हुआ था। इस बाघिन का बसेरा देवपुरा बांध फलौदी डोलड़ा गांव, डागरवाड़ा वन क्षेत्र बना हुआ था। गैर पर्यटन क्षेत्र की बाघिन होने के कारण यह काफी शर्मीली है। रणथंभौर टाइगर रिजर्व की बुजुर्ग बाघिन में से एक नूर इसकी मौसी है।

जयपुर. सिंधीकैंप बस स्टैंड (Sindhicamp Bus Stand) पर प्लान व इंजीनियरिंग के विपरीत बने नए टर्मिनल में कई खामियां सामने आ रही हैं। नए टर्मिनल में पार्किंग से ऊपर चढऩे के लिए एस्केलेटर हैं, लेकिन नीचे उतरने के लिए नहीं हैं। अभी टर्मिनल का केवल ग्राउंड फ्लोर काम में आ रहा है, लेकिन पहली मंजिल पर फूड कोर्ट सहित अन्य सुविधाएं शुरू होनी हैं। यात्री एस्केलेटर की मदद से ऊपर तो चढ़ जाएगा, मगर नीचे उतरने के सीढिय़ां खोजनी पड़ेंगी। जिम्मेदार नीचे उतरने के लिए एस्केलेटर लगाना ही भूल गए।

ये कमियां भी सामने आईं

  • पानी की निकासी की सही व्यवस्था नहीं है।
  • जनरेटर सेट की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
  • 50-60 फीसदी सीसीटीवी कैमरे पार्किंग में ही लगे हुए हैं। बाहरी हिस्से पर कैमरों की संख्या कम है, जबकि भीड़ सर्वाधिक वहीं रहती है।

आपातकालीन स्थिति में निकलने का इंतजाम ही नहीं

टर्मिनल में दो सीढिय़ां हैं, दोनों ही टर्मिनल के भीतर ही उतरती हैं। एक ग्राउंड फ्लोर पर तो दूसरी पार्किंग में। आपातकालीन स्थिति में टर्मिनल से सीधे बाहर निकलने का कोई इंतजाम नहीं है। इन खामियों के कारण टर्मिनल का केवल ग्राउंड फ्लोर ही काम में आ पा रहा है।

आरोप की जांच जूनियर अधिकारी को

सिंधीकैंप बस अड्डे के नए निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारी हनुमान सहाय भारद्वाज ने रोडवेज प्रशासन पर टर्मिनल के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शिकायत सीएमओ तक पहुंची तो रोडवेज एमडी को जांच के आदेश दिए। रोडवेज एमडी ने शिकायत की जांच लेखाधिकारी को दे दी, जबकि उनसे कई सीनियर अधिकारी रोडवेज में मौजूद हैं। ऐसे में जांच पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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