शहर में 24 घंटे जलापूर्ति की पाइप लाइन तो करोडलों रुपए लगाकर बिछा दी गई, लेकिन उससे पानी की समस्या खत्म होने के बजाय बढ़ गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और एलएण्डटी कम्पनी के बीच शहरवासी पीस रहे है। हालात यह है कि शहर के किसी भी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति का कोई समय नहीं है। पानी के लीकेज महीनों तक शिकायत के बावजूद ठीक नहीं किए जाते और पानी व्यर्थ बहता रहता है। पानी के बिल भी समय पर नहीं दिए जाते और बाद में एक साथ बड़ी राशि का बिल उपभोक्ता को थमा दिया जाता है। शहर के कई क्षेत्रों में मार्च 2023 से बिलों का वितरण नहीं किया गया है। जबकि मार्च 2024 आने में भी अब डेढ़ माह का ही समय शेष है।
शिकायत भी बेअसर
एलएण्डटी कम्पनी के पास पानी वितरण की व्यवस्था जाने के बाद से ही पानी आपूर्ति व बिल वितरण के साथ मीटर रीडिंग में भी गफलत चल रही है। पीएचइडी के पास कार्य होने पर लोगों के करीब न्यूनतम 250 से 300 रुपए बिल आता था। जो अब रीडिंग के नाम पर देकर हजारों रुपए का कर भेजा जा रहा है। लोग हवा से मीटर चलने व मीटर की रीडिंग गलत होने की शिकायत करने पहुंचते हैं तो कम्पनी के कर्मचारी बिल तो भरने की बात कहकर लौटा देते हैं। बिल नहीं भरने पर कनेक्शन काटने तक का कहते हैं।
कहीं बिल बांटे, कहीं नहीं
बिजली के बिल शहर के कई क्षेत्रों में सितम्बर व अक्टूबर में दिए गए थे। वहीं कई क्षेत्रों के मार्च से ही शेष है। ऐसा किस कारण हो रहा है, इसका जवाब पूछने पर कम्पनी के अधिकारी कहते हैं हमारे पास पूरा कार्य नहीं आया है। पीएचइडी का कहना है कि बिल बनाना व बांटना कम्पनी का कार्य है। हालात तो यह है कि कम्पनी की ओर से अभी तक पूरे शहर में जल कनेक्शन व पाइप लाइन का कार्य ही पूरा नहीं हुआ है। भटवाड़ा, मानपुरा भाखरी, मंडली आदि क्षेत्रों में कार्य शेष पड़ा है।
बिल को लेकर ये कार्य बताए जा रहे कम्पनी के
-उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग लेना
-उपभोक्ताओं के बिल तैयार करना
-उपभोक्ताओंं के बिल वितरित करना
इनका कहना है
बिजली उपभोक्ताओं को बिल 10 जनवरी से ही जारी किए जा रहे हैं। बिल वितरण का कार्य एलएण्डटी कम्पनी के पास है। जो बिल देरी से वितरित हो रहे हैं। उनका विलम्ब शुल्क नहीं लिया जाएगा।
कानसिंह राणावत, अधिशासी अभियंता, पीएचइडी, पाली
रेवेन्यू विभाग से जारी होता शेड्यूल
बिल जारी करने का शेड्यूल रेवेन्यू विभाग की ओर से जारी किया जाता है। मार्च से जहां बिल नहीं गए है, वे सभी पीएचइडी के पास के है। सभी के पास बिल 24 जनवरी तक आ जाएंगे।
ईश्वरसिंह शेखावत, प्रोजेक्ट मैनेजर, एलएण्डटी कम्पनी, पाली
जिले में जल कनेक्शनों की िस्थति
-52 हजार करीब बिल है पूरे शहर में
-47 हजार करीब उपभोक्ताओं को दिया जाना होता है बिल हर दो माह में
-5 हजार करीब डीसी कनेक्शन व अन्य है, जिनका बिल नहीं बनता है