>>: होली पर खूब छलके जाम...अलवरवासी पी गए 5 करोड़ की शराब

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अलवर. रंगों के पर्व होली पर 'सुरा का रंग' भी अलवरवासियों के सिर चढ़कर बोला। सुरा प्रेमियों ने रंग-गुलाल के साथ खूब जाम छलकाए और कई करोड़ रुपए की शराब गटक गए। वित्तीय वर्ष-2023-24 के आखिरी दिनों में होली पर शराब की भारी बिक्री के चलते आबकारी के खजाने में करोड़ों रुपए का राजस्व जमा हुआ।

पुराने अलवर जिले की बात करें तो यहां देशी और अंग्रेजी शराब की 293 दुकानें हैं। वहीं, 20 से ज्यादा शराब फैक्ट्रियां हैं। होली और धुलंडी की दो दिन सुराप्रेमियों ने खूब शराब गटकी, जिसके चलते आबकारी विभाग की शराब की बिक्री भी बढ़ गई। 24 मार्च को अलवर जिले में करीब 2 करोड़ 58 लाख रुपए की शराब की बिक्री हुई। रविवार को बैंकों की छुट्टी के कारण ठेकेदारों के राशि के चालान जमा नहीं हो सके, इस कारण 25 मार्च को आबकारी के गोदामों से माल का उठाव नहीं हो सका। 26 मार्च को आबकारी के गोदामों से करीब 2 करोड़ 43 लाख रुपए का देशी और अंग्रेजी शराब का माल ठेकेदारों ने उठाया। होली के त्योहार को देखते हुए शराब ठेकेदारों ने एक-दो दिन पहले से माल का स्टॉक शुरू कर दिया था। होली से एक-दो दिन पहले भी रोजाना सवा दो करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब ठेकेदारों द्वारा आबकारी के गोदामों से उठाया गया।
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845 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य
राज्य सरकार की ओर से अलवर आबकारी विभाग को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 845 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य दिया है। वित्तीय वर्ष के अंतिम महीने में आबकारी विभाग लक्ष्य की पूर्ति के लिए जुटा हुआ है। विभाग की ओर से अब तक 793.56 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य पूरा कर लिया है। शेष चार दिन में विभाग के 800 करोड़ आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।

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राज्य सरकार की ओर से आवंटित राजस्व लक्ष्यों की पूर्ति के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि 800 करोड़ से ज्यादा का राजस्व अर्जित कर लिया जाएगा। होली के दिन 24 मार्च को 2.58 करोड़ रुपए की देशी-अंग्रेजी शराब के माल ठेकेदारों की ओर से उठाव किया गया।

- सुरेश यादव, जिला आबकारी अधिकारी, अलवर।

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