>>: Digest for July 08, 2021

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Table of Contents

झालावाड़. राज्य सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर राजकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानांतरण पर लगाए गए प्रतिबंध में 14 जुलाई से 14 अगस्त तक छूट प्रदान की है। इसके साथ ही सरकारी विभागों में तबादलों को लेकर हलचल शुरू हो गई है। अब कर्मचारी और अधिकारी सत्ता पक्ष के नेताओं के यहां अर्जियां लेकर पहुंचने लग जाएंगे। हालांकि इस बार तबादलों के लिए अर्जियां ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएगी। लेकिन कर्मचारी अर्जी डिजायर के साथ लगाना चाहते हैं। इसलिए नेताओं से सिफारिशी पत्र लिखवा रहे हैं। आदेश के अनुसार इस अवधि में राज्य में कोविड.19 की स्थिति को मद्देनजर रखते हुए स्थानांतरण के लिये आवेदक का प्रार्थना पत्र संबंधित विभाग की वेबसाइट अथवा पोर्टल पर ऑनलाइन ही स्वीकार किया जाएगा। इसके लिए कोई भी आवेदक कार्यालय आदि में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं होगा और न ही कोई विभाग कागजी आवेदन पत्र पर विचार करेगा। यह आदेश राज्य के निगमों एवं मण्डलों तथा स्वायत्तशासी संस्थाओं पर भी लागू होगा। सरकार की ओर से तबादलों पर रोक हटाने का आदेश जारी होने पर मंगलवार दोपहर बाद सरकारी विभागों में हलचल तेज हो गई है। झालावाड़ जिले में सबसे अधिक तबादलों की कतार में शिक्षक है। जिले में ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थापित शिक्षक शहर में आना चाहते हैं। इसके लिए डिजायन भी लिखवाने का जुगाड़ कर रहे हैं। इसके अलावा राजस्व, पुलिस, जल संसाधन, कृषि, स्थानीय निकाय, जलदाय, चिकित्सा, रसद आदि विभागों के बड़ी संख्या में कर्मचारी व अधिकारी भी तबादलों की कतार में है। जानकारों का कहना है कि ज्यादातर विभागों के मुखिया भी बदले जाएंगे। झालावाड़ में भी कांग्रेस के नेता कई अधिकारियों की कार्य शैली को लेकर सरकार तक शिकायत कर चुके हैं। सरकार के स्तर पर आश्वासन दिया जाता था कि तबादलों पर रोक हटने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों को बदल दिया जाएगा। अब नेता भी अपनी पसंद के कर्मचारियों और अधिकारियों को यहां लगाने के लिए जतन में जुट गए हैं।

झालावाड़, झालरापाटन. रसोई गैस के बढ़ते दामों के चलते कई परिवारों ने सिलेंडर भरवाने बंद कर दिए है और इन्हे कोने में रख दिया है। उज्जवला योजना में कइ परिवारों ने जब कनेक्शन लिए थे तो रसोई के दाम ज्यादा नहीं थे, लेकिन बढ़ते दामों के चलते स्थिति यह हो गई है कि मेहनत मजदूरी करके परिवार चलाने वालों के लिए सिलेंडर भरवाना भारी पडऩे लगा है। ऐसे में अब कई परिवारों की रसोई फिर से चूल्हे पर लकड़ी से बनने लगी है। रसोई का धुआं फिर से पूरे घर में भरने लगा है। शहर के संजय कॉलोनी व कुछ गांवो में उज्जवला योजना की हकीकत जानी तो यहां पर कई परिवार ऐसे सामने आए, जो सिलेंडर नहीं भरवा पा रहे हैं। परिवारों का कहना है कि दाम इतने अधिक बढ़ गए है कि इससे कम में लकड़ी और उपलों से काम चल जाता है। एक साथ सिलेंडर के इतने पैसे देना उनके बूते के बाहर है। जिलेभर में उज्जवला योजना में गैस सिलेंडर लेने वाले करीब 1 लाख 10 हजार से अधिक परिवारों को सिलेंडर भरवाने में खासी परेशानी आ रही है, ऐसे में ज्यादातर के सिलेंडर खाली ही पड़े हुए है। जिले में उज्जवला योजना के तहत 1 लाख 10 हजार रसोई गैस कनेक्शन निशुल्क उपलब्ध करवाए गए थे। सब्सिडी बंद होने के साथ ही इनके दाम लगातार बढऩे और अब 860 रूपए हो जाने से करीब 75 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने रिफिलिंग करवाना बंद कर दिया है। जिससे इन उपभोक्ताओं को सरकार की निशुल्क योजना का लाभ कोरा सपना बनता जा रहा है। बाकी बचे 25 प्रतिशत उपभोक्ता भी भारी मन से सिलेंडर की रिफिलिंग करवा रहे है। कोरोना संक्रमण के बाद हर चीज महंगी हो गई है। खाने पीने का सामान पहले ही मंहगा था और अब उससे भी ज्यादा महंगा खरीदना पड़ रहा है। पहले जो सिलेंडर 450 रूपए में आ जाता था, उसे अब 860 रूपए में लेना पड़ रहा है। दुगुने दाम पर सिलेंडर खरीदने से घर का बजट बिगड़ गया है। मंहगाई के कारण दो वक्त की रोटी जुटाने में मुश्किलों को झेल रहे परिवारों के लिए कोरोना महामारी ने और परेशानियां खड़ी कर दी है। काम-धंध छूट गया और कईयों को जहंा काम करते थे, वहां से निकाल दिया गया। अब घर में बैठे लोग कइ महीनों से बेरोजगार है। लोग बताते है कि कोरोना ने सब कुछछीन लिया। परिवार को पालना मुश्किल हो गया। ऐसे में गैस सिलेंडर कहां से भरवाएं। जिले में उज्जवला योजना के तहत गरीब परिवारों को गैस सिलेंडर दिए गए थे, लेकिन रसोई गैस के दाम अधिक होने से गरीब परिवार अब सिलेंडर नहीं भरवा पा रहे हैं। जिले में ऐसे उज्जवला के गैस कनेक्शनधारी 184058 परिवार है जिन्हे आर्थिक परेशानी के चलते गैस भरवाने में खासी परेशानी आ रही है।
मनोहर बाई गैस सिलेंडर के लगातार बढ़ रहे दामों के कारण गरीब तबके को उज्जवला योजना के अंतर्गत निशुल्क मिले सिलेंडर भरवाना मील का पत्थर लग रहा है। गांव की महिलाओं ने तो फिर से मिट्टी वाले चूल्हे की बाट देख ली है। अब सुबह व शाम खाना चूल्हों पर ही बन रहा है। कंडे और लकड़ी वाले कच्चे चूल्हों से उठने वाले धुंए से निजात दिलाने के लिए केन्द्र सरकार ने उज्जवला योजना के तहत घर घर निशुल्क गैस कनेक्शन दिए थे। जो अब सिर्फ घरों की शोभा बढ़ाते ही दिखाई दे रहे है। रथ बाई सरकार ने भले ही सिलेंडर महंगा कर दिया है, लेकिन पहले की भांति राशि सब्सिडी के रूप में खाते में दी जानी चाहिए। ताकि महंगे हुए सिलेंडर का बोझ आमलोगों पर न पड़े। 860 रूपए का सिलेंडर हर महीने खरीदेंगे तो घर कैसे चलाएंगे। सोनम गुप्ता कोरोना संक्रमण ने पहले ही सारे धंधे चौपट कर दिए है। जिससे सभी लोग परेशान है। जैसे तैसे लोग संभलने की कोशिश कर रहे है। तो महंगाई ने सभी को परेशान कर डाला। उसमें गैस सिलेंडर का महंगा होना भी घर की अर्थ व्यवस्था को बिगाडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

कोटा. देश में कोरोना का संक्रमण कम हो गया है। अब मानसून के साथ परीक्षाओं का मौसम आने वाला है। इंजीनियरिंग के अलावा राजस्थान विवि व कॉलेजों की परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों के शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने के प्रयास में एनटीए व अन्य संस्थानों ने प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिए हैं। इन कार्यक्रमों ने विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को पसोपेश में डाल दिया है।

एक के बाद एक
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम की घोषित तिथियों का आलम यह है कि 16 जुलाई से लेकर 6 अगस्त तक इक्का-दुक्का दिन छोड़कर लगातार विभिन्न इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन तय है। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 16 जुलाई से 6 अगस्त तक राष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का टाइम शेड्यूल जारी हुआ है। परीक्षा केंद्र अलग-अलग शहरों में होने के कारण इन सभी प्रवेश परीक्षाओं में सम्मिलित होना विद्यार्थियों के लिए कठिन चुनौती होगी।

ऐसे रहेगा परीक्षाओं का टाइम शेड्यूल
16 जुलाई: ट्रिपल आईटी, हैदराबाद द्वारा आयोजित अंडर ग्रेजुएट एंट्रेंस एग्जामिनेशन यूजीईई
17 जुलाई: वेस्ट बंगाल इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन, डब्ल्यूबी जेईई
18 जुलाई: इंडियन स्टेटिसटिकल इंस्टीट्यूट आईएसआई कोलकाता
20 से 25 जुलाई: जेईई मेन अप्रेल अटेम्प्ट
27 जुलाई से 2 अगस्त: जेईई मेन मई अटेम्प्ट
3 अगस्त से 6 अगस्त: बिट्स पिलानी गोवा तथा हैदराबाद के लिए प्रवेश परीक्षा बिटसेट

कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के तीसरे व चौथे अटेम्प्ट के लिए एक बार फि र प्रक्रिया शुरू हो गई है। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने 20 से 25 जुलाई को तीसरे व 27 जुलाई से 2 अगस्त तक चौथे अटेम्प्ट की घोषणा करने के साथ ही परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया फि र शुरू हो गई। बड़ी संख्या में विद्यार्थी आवेदन भी कर रहे हैं।


एक ही दिन के अंतराल में दोनों परीक्षाओं के आयोजन से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल रिजल्ट को लेकर है। अब तक हर अटेम्प्ट के बाद पहले रिजल्ट आता है और उसके बाद अगले अटेम्प्ट की परीक्षा के लिए आवेदन लिए जाते हैं, फि र परीक्षा होती है, लेकिन इस बार सिर्फ एक ही दिन के अंतराल में परीक्षा है। ऐसे में न तो विद्यार्थियों के पास आवेदन के लिए समय है और ना ही परीक्षा का आयोजन कर रही एनटीए के पास रिजल्ट जारी करने का समय है। ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि तीसरे व चौथे अटेम्प्ट के बाद सीधे ही ऑल इंडिया रैंक जारी की जाएगी। इसमें तीसरे व चौथे अटेम्प्ट के परिणाम भी शामिल होंगे।

गौरतलब है कि रिजल्ट प्रक्रिया के लिए पहले एनटीए ने प्रोविजनल आंसर-की जारी की जाती, फि र उसे चैलेंज करने के लिए भी समय दिया जाता है। इसके बाद फ ाइनल आंसर-की जारी कर परिणाम घोषित किया जाता है। ऐसे में मात्र एक दिन के अंतराल में यह प्रक्रिया संभव नहीं है।

तीसरे अटेम्प्ट के आवेदन 8 जुलाई तक
तीसरे अटेम्प्ट के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 8 जुलाई रात 9 बजे तक है। साथ ही, 20 से 25 जुलाई के बीच होने जा रहे तीसरे अटेम्प्ट की परीक्षा के लिए अब तक 70 हजार से अधिक नए विद्यार्थी आवेदन कर चुके हैं। विद्यार्थियों को दिए गए समय में कैटेगिरी बदलने का अंतिम अवसर दिया गया है। विद्यार्थी सामान्य से आरक्षित कैटेगिरी, आरक्षित कैटेगिरी से सामान्य कैटेगिरी में बदलाव कर सकते हैं। जिन विद्यार्थियों ने कैटेगिरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने पर पहले अण्डरटेकिंग दी है और अब कैटेगिरी दस्तावेज उपलब्ध हो चुका है तो वे अपने कैटेगिरी दस्तावेज को अपलोड कर सकते हैं। ऐसे विद्यार्थी जिनके पास अभी भी कैटेगिरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं तो वे काउंसलिंग के समय अपने कैटेगिरी दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं।

जिन विद्यार्थियों न पूर्व में चारों अटेम्प्ट के लिए आवेदन किया हुआ है, वे दी गई करेक्शन विण्डो पर अपनी सभी प्रविष्ठियों के साथ-साथ परीक्षा केन्द्र भी बदल सकते हैं। करेक्शन के दौरान विद्यार्थी स्वयं का नाम, माता-पिता का नाम, जन्म दिनांक, फ ोटो एवं सिग्नेचर में बदलाव नहीं कर सकेंगे।

झालावाड़. झालरापाटन. दो पक्षों के बीच आपसी रंजिश के चलते हुए जानलेवा हमले में एक युवक की मौत के बाद जिलेभर में आक्रोश फैल गया है। मृतक युवक का बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच गमगीन माहौल में अंत्येष्टि की गई। हत्याकाण्ड के विरोध में बुधवार को झालरापाटन, खानपुर व पनवाड़ कस्बा शांतिपूर्ण बंद रहे। हालांकि एहतियात के तौर पर जिलेभर में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। आला अधिकारियों ने घटनाक्रम पर नजर बनाए रखी।
एक जुलाई को जानलेवा हमले में कृष्णा वाल्मिकी गंभीर रूप से घायल हो गया था, उसकी मंगलवार को उपचार के दौरान जयपुर में मृत्यु हो गई थी। युवक की मौत की सूचना आने के बाद से यहां पर हालात संवेदनशील हो गए। झालरापाटन में जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। बुधवार सुबह से ही मृतक के घर के बाहर लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। शव यात्रा में बड़ी संख्या में समाज व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। शवयात्रा में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस कर्मी चल रहे थे। इस दौरान मार्ग में सभी मकानों की छतों पर हालात पर निगाह रखने व सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मी तैनात थे।

कोटा.
अब भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल- BSNL) के लैंडलाइन उपभोक्ता अपने टेलीफ ोन नम्बर को बदले बिना ऑप्टिकल फाइबर (OFC) के माध्यम से हाई स्पीड इंटरनेट सेवा के साथ नि:शुल्क असीमित वॉइस कॉल (Voice Call ) सेवा का भी लाभ उठा सकेंगे।

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बीएसएनएल के महाप्रबंधक गोविंद गुप्ता ने बताया कि वर्तमान एक्स्चेंज को एनजीएन ( नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क ) टेक्नोलॉजी में अपग्रेड करने से यह संभव हो पाया है। अभी यह सुविधा कोटा शहर के लैंडलाइन (Landline ) उपभोक्ताओं के लिए ही उपलब्ध रहेगी।

गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में बीएसएनएल ने फाइबर इंटरनेट सेवा (भारत फाइबर ) कोटा, बारां, रावतभाटा, सांगोद, बपावर, अन्ता, इटावा, सुल्तानपुर, कैथून, छबड़ा, छीपाबड़ौद और केलवाड़ा में शुरू कर दी है।

बीएसएनएल भारत फाइबर सेवा का प्लान 449, 599, 799, 999, 1499 में उपलब्ध है। इसमें 30, 60, 100, 200 और 300 एमबीचीएस तक डाटा स्पीड मिलेगी। उक्त स्पीड प्रतिमाह 3300 जीबी डाटा उपभोग तक सीमित रहेगी।

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