>>: Digest for July 10, 2021

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भरतपुर . अस्पताल में चिकित्सकों को दिखाने के लिए लाइनों में आहत होते मरीज एवं तीमारदारों को राहत देने के लिए लुपिन संस्था ने ई-मित्रों के माध्यम से ओपीडी रजिस्ट्रेशन स्लिप बनाने का सुझाव दिया है। ऐसी व्यवस्था पड़ोसी जिले धौलपुर में चल रही है, जो काफी सफल है।
लुपिन संस्था का कहना है कि प्रतिदिन जिला अस्पताल में दिखाने वाले मरीजों और उनके परिजनों की संख्या बहुत ज्यादा होती है, जिन्हें अस्पताल में आकर सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। इसके लिए कई काफी लंबी लाइन होती है। कतार लगने की स्थिति में महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। कई बार ऐसा होता है कि मरीज खड़े-खड़े चक्कर खाकर गिर जाते हैं। इस समस्या से मरीजों और उनके परिजनों को आरएमआरएस ई-मित्रों के माध्यम से काफी हद तक राहत दी जा सकती है। इस व्यवस्था से ओपीडी काउंटर, दवा की दुकान एवं लैब में लाइन के दवाब को काफी हद तक कम किया जा सकता है। लुपिन का कहना है कि हम छोटी सी पहल करके लोगों को सुकून दे सकते हैं। सभी जगह ई-मित्र की व्यवस्था होने से इसमें लागत लगाने की भी जरूरत नहीं है। यदि पड़ोस में अच्छा हो रहा है तो उसे हमें अपनाना चाहिए।
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यह दिए हैं लुपिन संस्था ने सुझाव
- अस्पताल के आसपास और शहर के प्रमुख चौराहों, बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन के आसपास कुछ ई-मित्रों का चयन किया जाए।
- चयनित ई-मित्रों के साथ एमओयू कर प्रशिक्षण देकर डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर और प्रिंट पेपर उपलब्ध कराए जाएं।
- अस्पताल में बनने वलाी ओपीडी रजिस्ट्रेशन स्लिप के पूरे फॉर्मेट आईएचएमएस सॉफ्टवेयर के जरिए ई-मित्रों पर इंस्टॉल किया जाए।
ई-मित्रों द्वारा मरीजों या उनके परिजनों से लिया जाने वाला ओपीडी रजिस्ट्रेशन शुल्क भी सरकार की ओर से आरएमआरएस द्वारा निर्धारित शुल्क के हिसाब से लिया जाए।
- स्लिप को सात दिन तक की मान्यता दी जाए।
- शहर या कस्बे के किसी भी हिस्से से यह ओपीडी रजिस्ट्रेशन स्लिप ई-मित्र खुलने के दौरान कभी भी बनाई जा सके।
- ई मित्रों को मरीज या उनके परिजनों से लिए जाने वाले शुल्क में से प्रति मरीज 5 रुपए कमशीन दिया जाना चाहिए। प्रत्येक माह अपना कमीशन काटकर शेष पैसा जमा करया जाए।
- सरकार की ओर से विभिन्न प्रकार की योजनाओं में दी गई छूट वाले मरीजों का पैसा आरएमआरएस द्वारा ई-मित्र को फार्मेट के कलर कोडिंग के अनुसार दिया जाए।
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लुपिन ने यह लिखी चि_ी
लुपिन ओर से जिला कलक्टर को लिखी गई चि_ी में कहा है कि राजकीय जनाना एवं आरबीएम अस्पताल में आने वाले रोगियों को चिकित्सकीय परामर्श व इलाज के लिए परेशानी होती है। पर्चा प्राप्त करने में अत्यधिक समय लगने से समय पर इलाज नहीं मिल पाता। इससे बीमारी जटिल होने की आशंका रहती है। ई-मित्र के माध्यम से इस समस्या का हल किया जा सकता है।
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इनका कहना है
पड़ोसी जिले धौलपुर में यह प्रयोग सफल रहा है। यहां भी मरीजों को इस तरह की राहत दी जा सकती है। इसके लिए मैंने जिला कलक्टर को सुझाव दिया है। साथ ही चिकित्सा राज्यमंत्री से भी इस संबंध में दरख्वास्त की है। यदि संस्था के लायक मदद होगी तो संस्था पहल करेगी।
- सीताराम गुप्ता, अधिशासी निदेशक लुपिन संस्था भरतपुर

भरतपुर. स्थानीय स्तर पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से परिवादियों की सुनवाई नहीं की जा रही है। खुद राज्यमंत्री तक बैठक में इस बात को उठा चुके हैं। इसका एक और नया मामला गुरुवार को सामने आया। बयाना के गांव समोगर से आए प्रतिनिधिमंडल ने एसपी ऑफिस में पड़ाव डाल दिया। करीब पांच घंटे तक एसपी से मुलाकात नहीं होने पर भीषण गर्मी में उनका दर्द छलक पड़ा। बिलखते हुए महिलाओं ने आरोप लगाया कि थाने में मामला दर्ज कराने के बाद एक माह गुजरने पर भी कार्रवाई नहीं हुई। अब दुबारा मारपीट की घटना हुई है। पुलिस भी आरोपी पक्ष के साथ मिली हुई है।
जानकारी के अनुसार समोगर निवासी महेंद्र नानगा ने बताया कि उसके चाचा के लड़के पप्पू, अतर सिंह व अन्य ने एक माह पहले मारपीट की थी। जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। मामला दर्ज कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो आरोपी पक्ष के हौसले बुलंद हो गए। हाल में ही दुबारा से मारपीट की गई। ऐसे में करीब एक दर्जन महिलाएं एसपी कार्यालय पहुंची। जहां दोपहर एक बजे से लेकर शाम तक इंतजार करती रही। अंत में एसपी ऑफिस में ही ज्ञापन देकर वापस गांव लौट गई।

17 हजार रुपए लौटाए वापस

पहाड़ी. पहाड़ी केनरा बैंक के एटीएम से गुरुवार को निकली राशि को छोड़कर गए उपभोक्ता को एक युवक ने राशि वापस लौटाई। एसएचओ सुनील कु मार गुप्ता ने बताया कि पहाड़ी के केनरा बैंक के एटीएम मशीन पर पथराली निवासी ई-मित्र संचालक साहिल पुत्र आलमदीन रकम निकालने आया। इसने 40 हजार रुपए निकाल लिए। दूसरी बार 17 हजार रुपए निकाले तो राशि उठाना भूल गया। उसके बाद पहाड़ी निवासी लालसिंह पुत्र भुल्ली लोधा रकम निकालने पहुंचा। इसे एटीएम में 17 हजार रुपए मिले। जो अपने घर लौट गया। उसके बाद याद आने पर ई मित्र संचालक बैंक पहुचा। इसने बैंक प्रबंधक व पुलिस को सूचना दी। जानकारी करने पर लाल सिंह के पास पहुंचे तो 17 हजार रुपए लौटा दिए। ऐसे में उसने ईमानदारी का परिचय दिया।

भरतपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार को यहां जनाना अस्पताल में कार्रवाई कर संविदा पर लगे कम्प्यूटर ऑपरेटर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते धरदबोचा। जबकि रिश्वत की मांग करने वाला आरोपी स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक कार्रवाई की जानकारी होने पर अस्पताल से भाग निकला। चिकित्सक ने एक महिला के बच्चेदानी का ऑपरेशन करने की एवज में संविदा कर्मी कम्प्यूटर ऑपरेटर के जरिए रिश्वत की मांग की थी।


एसीबी के एएसपी महेश मीणा ने बताया कि बरौली रान निवासी परिवादी यादराम की पत्नी चमेली का शहर के जनाना अस्पताल में बच्चेदानी का ऑपरेशन होना था। महिला का ऑपरेशन अस्पताल के डॉ.शिशुरोग विशेज्ञज्ञ सुनील मीणा को करना था। लेकिन वह कई दिनों से ऑपरेशन के नाम पर महिला मरीज और उसके परिजनों को चक्कर कटवा रहे थे। बाद में चिकित्सक सुनील ने जनाना अस्पताल में कार्यरत संविदाकर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर सहदेव के जरिए से मरीज के परिजन से ऑपरेशन करने की एवज में 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। जिसकी शिकायत पीडि़त ने एसीबी में की। एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया जिसमें उसकी पुष्टि हुई। टीम ने शुक्रवार दोपहर जनाना अस्पताल पहुंच गई। यहां कंप्यूटर ऑपरेटर सहदेव ने परिवादी से चिकित्सक के कहने पर 5 हजार की रिश्वत ले ली जिसके बाद एसीबी टीम ने कंप्यूटर ऑपरेटर को मौके पर ही रंगे हाथ पकड़ लिया और रिश्वत राशि 5 हजार रुपए बरामद कर लिए। इस दौरान मौका देखकर आरोपी डॉ. सुनील मीणा अस्पताल से भाग निकला। एसीबी टीम आरोपी चिकित्सक की तलाश में जुटी है। सीओ परमेश्वरलाल ने बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा है जबकि मांग करने वाला डॉक्टर मौके से भाग निकला। उसकी तलाश की जा रही है।

भरतपुर. उच्चैन क्षेत्र के गांव जयचौली में शुक्रवार सुबह बाइक पर फल बेचने वाले के साथ कार सवार तीन अज्ञात जनों ने मारपीट कर दी और हवा में दो से तीन फायर कर कार सवार अज्ञात जने भाग निकले। घटना से गांव में दहशत फैल गई। हवाई फायर के दौरान एक गोली पास के एक मकान की दीवार में जा लगी। सूचना पर एएसआई महेन्द्रसिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंचे लेकिन आरोपी पहले ही भाग निकले। उधर, वारदात का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
पुलिस ने बताया कि हरीसिंह पुत्र साधूराम जाटव निवासी खरैरा अपनी बाइक को रास्ते में खड़ी कर गांव जयचौली में फल बेच रहा था। बाइक हटाने को लेकर कार सवार और फल विक्रेता में आपसी वाद विवाद हो गया था। ग्रामीणों को कहना था उक्त बदमाशों ने फल वाले के साथ मारपीट कर दो-तीन हवाई फायर कर दिए। इसमें एक फायर पास के मकान में दीवार में जा लगी। वहीं, आसपास खड़े लोग बाल-बाल बच गए। फायरिंग करने के बाद कार सवार अज्ञात युवक भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की गांव तेहरा ब्राहमण, धौर नगला, पार, खरैरा सहित आदि गांवों में तलाश किया लेकिन वह हाथ नहीं लगे। उधर, फल विक्रेता हरीसिंह ने पुलिस में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मारपीट करने की तहरीर दी गई।


अज्ञात जनों ने दिनदहाड़े दुकान पर बैठे युवक में मारी गोली

नदबई. क्षेत्र में अपराधियों के हौसले बुलंद बने हुए हैं। अपराधी बेलगाम होकर अपराध को अंजाम देते हुए खाकी को लगातार खुली चुनौती दे रहे हैं। शुक्रवार सुबह करीब 9.15 बजे थाना क्षेत्र के नदबई से डहरा रोड़ मार्ग पर स्थित बुढवारी खुर्द गांव में सड़क किनारे संचालित खोखे पर बैठे युवक पर कार सवार अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग कर दी जिसमें वह गंभीर घायल हो गया। हमले के बाद बदमाश कार से भाग निकले। इनकी संख्या करीब चार बताई जा रही है।

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