>>: Digest for July 12, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

#sheeshram ola jhunjhunu

झुंझुनूं. केन्द्रीय मंत्री व पांच बार सांसद रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता शीशराम ओला के खिलाफ की गई टिप्पणी से उनके समर्थकों में उबाल है। पूरे झुंझुनूं जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता गुस्से में है। उनके समर्थक व कांगे्रस के नेता ट्वीटर, फेसबुक, टेलीग्राम व वाट्सएप के माध्यम से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया के खिलाफ आक्रोश जताकर माफी की मांग कर रहे हैं। ओला की पौत्रवधू आकांक्षा ओला ने भाटिया पर पलटवार करते हुए लिखा- बीजेपी के दलबदलू प्रवक्ता नहीं जानते 2009 में आडवाणी 81 की उम्र में पीएम की दावेदारी कर रहे थे, जिनका सपना मनमोहन की वापसी से चकनाचूर हो गया। 2004 तक वाजपेयी जी 80 की उम्र में पीएम थे, जिनका वापसी का सपना सोनिया ने चकनाचूर कर दिया। बड़ों की इज़्ज़त करना सीखो। नवलगढ़ विधायक डॉ राजकुमार शर्मा ने कहा कि

लोकप्रिय नेता पद्मश्री शीशराम ओला पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया द्वारा की गई टिप्पणी की मैं कड़ी निंदा करता हूं। यह राजस्थान का अपमान है भारत के हर एक किसान का अपमान है।भाजपा को इसके लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

#sheeshram ola jhunjhunu


भाजपा कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला के खिलाफ की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में जिला मुख्यालय स्थित भाजपा कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के झुंझुनूं प्रधान पुष्पा चाहर ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भाटिया को तुरंत हटाया जाए। क्योंकि उनका बयान लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। पदमश्री से सम्मानित किसान नेता शीशराम ओला का अपमान करना किसानों का अपमान है। भाटिया को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान खलील बुडाना, तैयब अली, उप सभापति राकेश झाझडिय़ा, जुल्फीकार खोखर, इकबाल मलवान, रामनारायण कुमावत, विमला बेनीवाल, अब्दुला अगवान, कृष्णकुमार, प्रदीप सैनी, अख्तर अली, मकबुल चेजारा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल हुए।
टिप्पणी की निंदा
पूर्व केंद्रीय मंत्री शीशराम ओला पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की ओर से की गई टिप्पणी की कांग्रेस सेवादल पदाधिकारियों, कांग्रेस पदाधिकारियों ने निंदा की है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शीशराम ओला की प्रशंसा की थी। ओला ने झुंझुनूं से नरेंद्र मोदी को चुनौती के रूप में चुनाव लडने को कहा था। विरोध करने वालों में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुमेर सिंह महला, सुनील महला, रजनीश धाभाई, हारुन लालपुर, राजपाल ग्रेट खेतड़ी, देवीलाल मेघवाल, रामोतार मेघवाल, लक्ष्मण जैदिया, बबलु सारवाण, राजेश खटाणा, बंटी जैदिया, गौरीशंकर बगड़ आदि
शामिल थे।

#sheeshram ola jhunjhunu
अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है 'शीशराम ओलाने 60 साल से अधिक समय तक सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में रहकर किसानों के हितों की रक्षा की। वे केंद्र और राज्य दोनों सरकारों में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे। 1968 में उन्हें समाजसेवा के लिए पद्मश्री सम्मान मिला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया की ओला पर की गई टिप्पणियों की मैं भत्र्सना करता हूं। इससे प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अविलंब राजस्थान की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
सचिन पायलट
सचिन पायलट ने लिखा है- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितैषी शीशराम ओला पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। देश-प्रदेश के विकास में शीशराम का बड़ा योगदान है। इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है।
रणदीप सुरजेवाला
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया है- चौधरी शीशराम ओला देश के किसानों के क़द्दावर नेता थे, जिनका ज़मीनी संघर्ष और जुड़ाव आज भी राजस्थान माटी में समाया है। मरणोपरांत उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग किसानों व राजस्थान के प्रति भाजपाई दुर्भावना को दिखाता है।
गोविंद सिंह डोटासरा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट किया है पद्मश्री से सम्मानित, किसानों के गौरव रहे शीशराम ओला के बारे में की गई यह टिप्पणी बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। सतीश पूनिया, क्या आप भी आपकी पार्टी के इन सज्जन महानुभाव के ऐसे घटिया विचारों से सहमत हैं? आखिर किसान कौम से इतनी नफरत क्यों है भाजपा को?

#sheeshram ola jhunjhunu
जानिए कौन थे शीशराम ओला
-झुंझुनूं जिले के अरडावता गांव में जन्मे शीशराम ओला सबसे पहले गांव के सरपंच बने।
-ओला कई साल तक जिला प्रमुख रहे।
-खेतड़ी, पिलानी व झुंझुनूं से कई बार विधायक व राजस्थान सरकार में मंत्री रहे।
-झुंझुनूं से पांच बार सांसद व केन्द्र में मंत्री रहे।
-उनके पुत्र बृजेन्द्र ओला जिला प्रमुख रह चुके। एक बार मंत्री व तीसरी बार विधायक हैं।
-पुत्रवधू राजबाला ओला भी जिला प्रमुख रह चुकी।
-महिला शिक्षा के लिए उनको पदमश्री का पुरस्कार मिला।
जन्म 30 जुलाई 1927
निधन 15 दिसम्बर 2013

झुंझुनूं. मंडावा-मुकुंदगढ़ रोड पर स्थित करीब 250 घरों के गांव दीनवा के ग्रामीणों ने फसल की खुले पशुओं की सुरक्षा तथा बेसहारा गायों की देखभाल करने के लिए सार्वजनिक चौपाल में निर्णय लेकर जनसहयोग से निराश्रित गायों के लिए गोशाला शुरू की है। श्री बालाजी गोशाला दीनवा का संचालन गत 16 फरवरी 2021 से जन सहयोग से किया जा रहा है। गोशाला कमेटी सदस्य गोपाल सिंह शेखावत, मोहन सिंह शेखावत, पूर्ण सिंह, नरपतसिंह, उपसरपंच राजेन्द्र सिंह, राजूसिंह, सुरेश कुमार हुड्डा, जुगल किशोर शर्मा व विकास कुमार ने बताया कि गायें खेतों में फसल को नुकसान पहुंचाती थी। साथ ही बेसहारा गायों की स्थिती भी दयनीय हो रही थी। दोनों समस्याओं के निराकरण करने लिए गांव के सभी लोगों ने गांव में जनसहयोग से गोशाला खोलने का निर्णय किया। अब गोशाला में छोटी बड़ी निराश्रित पचास गायों की देखभाल की जा रही है। गोशाला शुरू होने के पहले दिन चालीस हजार रूपए का जनसहयोग प्राप्त हुआ। उसके बाद अब करीब आठ लाख रुपए का जनसहयोग मिल गया। जिससे गायों के लिए टीन शेड, पानी की व्यवस्था व चारा की व्यवस्था की गई है। गोशाला में छोडऩे पर छोटी बछड़ी का 11 सौ रुपए तथा बड़ी गाय का 21 सौ रुपए शुल्क लिया जाता है। यह सुविधा सीर्फ दीनवा गांव के लिए ही है। अन्य गांवों की निराश्रित गायों के सुविधा नहीं है।

सुबह शाम सुनाते है गायों को मधुर भजन


गोशाला में सुबह व शाम दोनों समय 2 घंटा लॉउड स्पीकर से मधुर आवाज में भजन सुनाए जाते हैं। गांव के बाबूलाल सारवाज, मुकेश डोटासरा, राजेन्द्र हुड्डा ने बताया कि भजन सुनाने से गायों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साथ ही समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।

नि:स्वार्थ सेवा करते हैं पूर्णसिंह

पुलिस विभाग से सेवानिवृत पूर्ण सिंह दिन भर गायों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। वह सुबह शाम गायों को चारा खिलाना, पानी पिलाना सहित अनेक कार्य नि:शुल्क करते हैं। सहयोग के लिए एक मजदूर भी तीन हजार प्रति माह के वेतन पर गोशाला में कार्य करता है। ग्रामीण रविन्द्र सिंह, रोहन सिंह, रूपसिंह शेखावत व नरेश हुड्डा ने बताया कि प्रत्येक अमावस्या को गाय व बछड़ों को गुड़ व दळिया तथा प्रत्येक माह की ग्यारस को हरा चारा अवश्य खिलाया जाता है।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.