>>: Digest for July 27, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

बाड़मेर.
सीमांत गांव गिराब में बारिश नहीं होने को लेकर एक अजीबोगरीब टोटका विवाद बन गया। यहां दलितों के श्मशानघाट में शव स्थल पर लाठियों से वार करने का विडियो वायरल होने के बाद दलित संगठनों ने इस कृत्य को निंदनीय और दलित विरोधी बताते हुए आक्रोश जताया है तो इधर पुलिस की प्रांरभिक पूछताछ में सामने आया है कि बारिश नहीं होने पर गांव के नाबालिगों ने यह टोटका किया और 11 नाबालिगों को संरक्षण में लेकर पूछताछ की जा रही है।


जिले के गिराब गांव का एक विडियो सोमवार को वायरल हुआ। इस विडियो में श्मशान के शव स्थल पर नाबालिगों की टोली लाठियों से वार करती नजर आ रही है। इस विडियो के वायरल होते ही दलित संगठनों ने सोशल मीडिया पर ऐतराज व आक्रोश जताना शुरू किया। मामले की गंभीरता को देखते गिराब थाना पुलिस ने तत्काल विडियो के आधार पर मामला दर्ज कर 11 नाबालिगों को संरक्षण में लिया।


दलित संगठन पहुंचे गिराब
विडियो वायरल होने के बाद दलित संगठनों के पदाधिकारी गिराब पहुंचे और इस घटना को शर्मनाक बताते हुए ऐतराज प्रारंभ किया। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि इस घटना की जांच की जाए। दलितों के श्मशानघाट पर बारिश के लिए इस तरह अभद्र कृत्य करना अपराधिक कृत्य है। यह दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। पुलिस जांच कर कार्यवाही करें। यह घटना एक-दो दिन पहले की बताई जा रही है। दफनाए शवों पर नमक, जूते व मृत पशुओं की हड्यिा भी फेंकने का आरोप है।


पुलिस ने मामला दर्ज किया है
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आईटी व एससी/एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। वीडियो के आधार पर कुछ नाबालिग को दस्तयाब किया है। पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि बारिश नहीं होने पर ऐसा कृत्य किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। - आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर

बाड़मेर. बाड़मेर में कोविड टीकाकरण की स्थिति यह है कि यहां पर सेंटर्स के ताले खुलने से पहले ही लोगों की कतारें लग रही है। यहां पर अब वैक्सीन का इंतजार लोगों के लिए भारी पड़ रहा है। बाड़मेर के लिए आने वाली वैक्सीन की डोज रविवार सुबह 8.30 तक तो जोधपुर पहुंची थी, वहीं यहां बाड़मेर शहर के सेंटर्स पर लोगों की सुबह 9 बजे ही कतारें लग जाती है। वैक्सीन के लिए लोगों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। यह एक-दो बार पिछले कुछ समय से लगातार हो रहा है।
कोविड टीके की खेत जितनी आ रही है, उतनी ही पूरी उसी दिन उपयोग की जा रही है। इसके कारण सेंटर्स पर लम्बी कतारें लग रही है। जबकि पहले टीकाकरण प्रतिदिन हो रहा था, लेकिन अब जिस दिन डोज बाड़मेर पहुंचती है, उसी दिन अधिकांश का टीकाकरण किया जा रहा है।
जोधपुर से बाड़मेर तक आते-आते लग जाते है 4 घंटे
वैक्सीन की खेप रविवार सुबह 8.30 जोधपुर पहुंची। वहां से वाहन से कार्मिक डोज लेकर रवाना हुआ और कल्याणपुर, बालोतरा में सप्लाई दी। इसके बाद रास्ते में बायतु आदि में वैक्सीन की डोज देने के बाद पूरे चार घंटे बाद वाहन बाड़मेर पहुंचा। इसके चलते दोपहर करीब 1 बजे यहां सेंटर्स तक डोज पहुंची।
टीकाकरण का समय निर्धारित नहीं
टीकाकरण का समय निर्धारित नहीं होने के कारण लोगों को लम्बा इंतजार करना पड़ राह है। वहीं बहुत अधिक लोगों के एकत्रित होने से अव्यवस्था बढ़ रही है। जबकि पूर्व में समय 9 बजे निर्धारित था। लेकिन अब विभाग की ओर से टीका कितने बजे लगना शुरू होगा, इसकी कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। इसके कारण लोग पहले 9 बजे का समय था, उसी के अनुसार सेटर्स पर पहुंच रहे हैं।
भारी गर्मी में इंतजार करना पड़ रहा भारी
भारी उमस और गर्मी के बीच खड़े रहकर लोगों के लिए चार घंटे तक कतारों में इंतजार करना भारी पड़ रहा है। कई स्थानों पर तो बैठने की जगह है। लेकिन गांधी चौक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आगे धूल-मिट्टी है, ऐसे में यहां पर लोगों को चार घंटे तक लाइन में खड़ा रहना मजबूरी बनी हुई है।
सुबह 8.30 बजे जोधपुर पहुंची थी वैक्सीन
बाड़मेर की वैक्सीन डोज रविवार सुबह 8.30 बजे जोधपुर पहुंची। बाड़मेर आते-आते करीब 12.30 तो बज ही जाएंगे। इसके बाद ही सेंटर्स पर वैक्सीनेशन शुरू होगा।
डॉ. प्रीत मोहिन्दरसिंह, आरसीएचओ बाड़मेर

बाड़मेर. सावन के पहले सोमवार को महादेव मंदिरों मेें सुबह से जैकारों की गूंज रही। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पूरे दिन आना-जाना जारी रहा। बाड़मेर शहर के शिव मंदिरों में अभिषेक और अनुष्ठान में बारिश की कामना के साथ कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की गई।
शहर के जसदेर धाम, सफेद आकड़ा, सांईधाम सहित शिव मंदिरों में भोले के दर्शन के लिए अल सुबह से लोग पहुंचने शुरू हो गए। जसदेर धाम में दोपहर तक तो मेले का माहौल नजर आया। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के चलते यहां भारी भीड़ नजर आई।
सोशल डिस्टेंस ना ही मास्क
मंदिरों में कहीं पर भी सोशल डिस्टेंस नहीं दिखा। साथ ही यहां पर रोकटोक करने वाला भी कोई नहीं था। जबकि नियमों के तहत कतारों में लगते हुए दर्शन करने है। लेकिन यहां भारी भीड़-भाड़ के चलते कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ। मास्क भी अधिकांश लोगों के मुहं पर नहीं दिखा।
सोमवार निकल गया सूखा
सावन शुरू होने के बाद ही थार को बरसात का इंतजार और बढ़ा है। लेकिन पहला सोमवार सूखा बीत गया। बाड़मेर शहर में पूरे दिन घटाटोप बादल छाएं। लेकिन बारिश नहीं हुई। इस बीच मंदिरों में भी बरसात के लिए विशेष अभिषेक और प्रार्थना का सिलसिला पूरे दिन चला।

बाड़मेर. कोरोना के कारण लॉकडाउन का असर लोगों की जेब पर भारी पड़ा है। घर का बजट कम हो गया है और जरूरत के अलावा अन्य वस्तुओं की खरीददारी बंद कर दी गई है। क्रय शक्ति कम हो गई है। इसके कारण बाजार में भी सुस्ती दिख रही है। दैनिक जरूरतों में बहुत ही अधिक आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी हो रही है।
महामारी के दूसरे दौर ने लोगों को आर्थिक रूप से खोखला कर दिया है। छोटी-मोटी जो बचत की गई थी लॉकडाउन में काम-धंधे बंद होने के कारण खर्च हो गई। अब स्थिति यह है कि फिर से काम की नई सिरे से तलाश करनी पड़ रही है। जीवन को पटरी पर लाना काफी मुश्किलों भरा हो गया है।
हर कोई लॉकडाउन से हुआ प्रभावित
कोविड के कारण लगे लॉकडाउन से हर कोई प्रभावित हुआ। कुछ काम धंधे चलते हुए दिखे, लेकिन व्यापारियों का मानना है कि उनकी भी सिर्फ रोजी-रोटी और रोटेशन ही चल रहा था। क्योंकि बड़े ऑर्डर तो पिछले एक साल से अधिक समय से बंद ही है। वहीं नौकरीपेशा व छोटे-मोटे काम धंधा करने वाले सबसे अधिक प्रभावित हुए। अब उन्हें घर का बजट कम करना पड़ा है।
शैम्पू, क्रीम व पाउडर कर दिए बंद
अधिकांश लोगों ने अपने महीने के बजट में कमी के कारण शैम्पू, क्रीम और पाउडर सहित कॉस्मिेटिक वस्तुएं बाहर कर दी है। उनका कहना है कि इनके बिना भी काम चलाया जा सकता है। इसका सीधा असर व्यापारियों पर पड़ रहा है। उनकी बिक्री गिर गई है। व्यापारी बताते हैं कि शैम्पू, क्रीम की खरीददारी बहुत की कम हो रही है। इसके कारण उन्होंने भी ऑर्डर देने बंद जैसे ही कर दिए हैं।
खाने की वस्तुओं में इनकी डिमांड ज्यादा
महामारी के पहले दौर से ही खाने की वस्तुओं में इंस्टेंट बनने वाली और फास्ट फूड जैसे पास्ता आदि की डिमांड बढ़ी है। लोग महंगी वस्तुओं से दूरी बना रहे हैं और खाने-पीने की वस्तुओं में भी जो सस्ती और बजट के भीतर आ रही है, उनको ही खरीद रहे हैं। जानकार बताते हैं कि करीब 70-80 फीसदी ग्राहक इसी श्रेणी में है।
पाउडर व शैम्पू की बिक्री नहीं जैसी
क्रीम, पाउडर व शैम्पू सहित कॉस्मेटिक वस्तुओं की बिक्री नहीं के बराबर है। अधिकांश ग्राहक खाने-पीने की वस्तुएं ही खरीदते हैं। जबकि नियमित रूप से आने वाले ग्राहक पहले महीने के सामान में सब कुछ ले जाते थे। लेकिन अब उन्हें पूछते हैं तो जवाब मिलता है कि इनके बिना भी काम चल सकता है। बहुत ही कम लोग जो ले जाते हैं वे अब बड़ा पैक नहीं छोटा से ही काम चला रहे हैं। कोविड के कारण लोगों की क्रय शक्ति काफी कम हुई है।
विक्रमसिंह, व्यापारी रेलवे स्टेशन के सामने बाड़मेर

बाड़मेर
पर्यावरण संरक्षण को लेकर राजस्थान पत्रिका के हरयाळो राजस्थान महाअभियान के तहत सावन के पहले दिन पुलिस लाइन पौधरोपण कर 300 पौधे रोपित किए गए। यहां पुलिस के जवानों व अधिकारियों ने उत्साह के साथ पौधरोपण कर उसकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया। पुलिस अधीक्षक के बेटे चिन्मय के हाथों से पौधारोपण कर कार्यक्रम का आगाज किया।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कहा कि पौधरोपण से ही हमारा और पर्यावरण का भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पत्रिका सामाजिक सरोकार में अहम भूमिका निभा रही है। आज सभी एक पौधा लगाए और व्यक्तिगत जिम्मेदारी के साथ रखवाली का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि बाड़मेर पुलिस लाइन सबसे बेस्ट है, यहां पदस्थापित स्टाफ के सहयोग से पेड़ पौधे लगाकर पालन कर रहे है। यह मेहनत पुलिस जवानों की है। उन्होंने कहा कि वाटिका में 300 से अधिक पौधे लगाए गए है।

समाजसेवी जोगेन्द्रसिंह चैहान ने कहा कि पत्रिका के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि जीवन में पौधरोपण कर उसकी सुरक्षा करना आवश्यक है। उन्होने कहा कि वर्तमान में कोरोना संगिमण के दौरान जिस प्रकार संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई। उससे प्रत्येक मनुष्य को इससे सबक लेते हुए एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होने कहा कि आज पुलिस लाइन में पौधारोपण कार्यक्रम को लेकर उत्साह आमजन के लिए वाकई प्रेरणादायक है।


कपूरचंद कूलिश उद्यान अनुपम उदाहरण
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह ने कहा कि राजस्थान पत्रिका का पर्यावरण व वृक्षारोपण के साथ पुराना इतिहास रहा है। जब हम ओटीएस में आरएएस की ट्रेनिग करते थे, उस समय ओटीएस के पास अमानी सा का नाला है, जहां एक जगह बंजर भूमि थी। जहां पर पत्रिका के संस्थापक कपूरचंद कूलिश साहब की स्मृति में पत्रिका ने वहां एक हराभरा वन लगा दिया है। कभी जयपुर जाओ तो देखकर आना। कपूरचंद कूलिश उप वन है, जो अच्छे पौधों से लदा हुआ है। उन्होने कहा कि जहां नाला व बंजर भूमि थी लेकिन पत्रिका ने अथक प्रयास करके हरे भरे उप वन में परिवर्तित कर दिया। जयपुर अपने आप में एक श्रेष्ठ उदारहण है।


छोटा प्रयास बदल देेगा तस्वीर
एएसपी नरपतसिंह ने कहा कि हमारा भी छोटा भी प्रयास है। प्रत्येक व्यक्ति अगर यह सोच लें कि प्रति वर्ष एक पौधा लगाएगें तो भारत में करोड़ो पौधें लग जाएंगे। उन्होने कहा किजयपुर पोस्टिंग थी तब वहां आरटीएस में क्वार्टर बने थे, जहां पर खाली जगह थी। वहां हमने पौधे लगाकर सुरक्षा का संकल्प लिया। आज उन वृक्षों के नीचे बच्चे खेलते है। आज 15 साल बाद जब भी जाता हूं, उन पौधो को देखकर आता हूं। पुलिस संचित निरीक्षक बाघसिंह खट्टू ने सभी का आभार व्यक्त किया।


पौधे पर लिखा जाएगा जवान का नाम
एसपी आनंद शर्मा के निर्देशन में पुलिस लाइन में अलग-अलग तीन स्थानों पर बड़े स्तर पर पौधारोपण किया गया। यहां पेड़ लगाने से ज्यादा उसकी सुरक्षा करना महत्वता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पौधे पर जवान का नाम लिखकर सुरक्षा का संकल्प दिलाया। साथ ही हर माह पुलिस अधीक्षक फीड बैक लेंगे। प्रदेश में अपनी पहचान बनाएगी वाटिकापत्रिका अभियान के तहत पुलिस लाइन में लगी वाटिका अपने आप में अनूठी पहल है। यहां पौधों की मॉनिटरिंग के लिए जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से एक टीम का गठन किया गया। ऐसे में आने वाले समय में यह वाटिका राज्य में अनूठी मिसाल पेश करेगी।


यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में बाड़मेर वृत्त डिप्टी आनंदसिंह राजपुरोहित, एससी एसटी सेल डिप्टी पुष्पेन्द्रसिंह, शहर कोतवाल उगमराज सोनी, सदर थानाधिकारी रामनिवास, ग्रामीण थानाधिकारी पर्बतसिंह, महिला उप निरीक्षक मीनाक्षी मालवीय सहित कई जवान व अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस लाइन संचित निरीक्षक बाघसिंह, एलओ दीपाराम, मेजर मांगीलाल, एलपी हवलदार मालाराम जाणी व दुर्जनसिंह का विशेष सहयोग रहा।

,बाड़मेर. राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम जिला शाखा बाड़मेर ने छगनसिंह लुणू के नेतृत्व में शिक्षक भर्ती 2013 के शिक्षकों को नोशनल परिलाभ दिलाने के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा मूलाराम चौधरी को ज्ञापन सौंपकर जल्द आदेश करने की मांग की।

जिला प्रवक्ता दामोदर आचार्य ने बताया कि आवेदन पत्र एवं समस्त कागजात जमा करवाने तथा पिछले 3 साल सें वंचित 170 शिक्षक जो शिक्षक भर्ती 2013 में चयनित हुए हैं, जिन्हें उच न्यायालय ने नोशनल परिलाभ के लिए आदेश किया लेकिन जिले के वंचित शिक्षक अभी भी वंचित है। नोशनल परिलाभ के आदेश नहीं होने से कई शिक्षकों को प्रत्येक माह हजारों रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा को निर्देषित किया कि तुरन्त शिक्षक भर्ती 2013 के समस्त शिक्षकों के नोशनल परिलाभ आदेशजारी करवाने के लिए निर्देशित करें।

जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा मूलाराम चौधरी व अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी रामाराम के साथ संघ के पदाधिकारियों ने बिन्दुवार वार्ता की।

चन्द्रवीरसिंह राव, मदनसिंह चूली, अनिल नागर, ओमप्रकाश मीणा, सुरज विजय, भलाराम, ज्योति, गणपतराम जांणी, गोकुल मीणा, प्रदीपकुमार, प्रवीण बानो प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे।

बाड़मेर. डिस्कॉम में निजीकरण के विरोध में कार्मिकों की बैठक सोमवार को जिला मुख्यालय पर हुई।

बैठक को संबोधित करते हुए राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने कहा कि निजीकरण् आज पूरे विद्युत विभाग को दीमक की तरह खाने में लगा है। केन्द्र व राज्य सरकारें विद्युत निगमों का निजीकरण कर कर्मचारियों एवं उपभोक्ताओं के हितों पर कुठाराघात कर रही हैं जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गुर्जर ने कहा कि कर्मचारियों को अपना भविष्य बचाना है तो निजीकरण रोकना अति आवश्यक है। कर्मचारियों की मुख्य मांग इंटरडिस्कॉम ट्रांसफर करने, तकनीकी कर्मचारियों के फिक्सेशन सहित अन्य मांगों के समाधान के लिए विद्युत भवन का 11 अगस्त को संगठन की ओर से घेराव किया जाएगा, जिसमें सभी कर्मचारियों की सहभागिता अति आवश्यक हैं।

प्रदेश प्रवक्ता रमेश पंवार ने कहा कि विद्युत विभाग में संगठन के प्रयासों से ही तकनीकी कर्मचारियों को नई पहचान व शोषण से मुक्ति मिली है। इसके बावजुद आज भी कई समस्याएं हैं जिनका समाधान विभाग स्तर पर नहीं होने के कारण कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसुस कर रहा है। करौली जिलाध्यक्ष कर्मप्रकाश मीणा ने कहा कि सभी कर्मचारियों को बिना किसी मतभेद के संगठन के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देना है।

जालोर जिलाध्यक्ष धनराज मीणा ने कहा कि कर्मचारियों को अपने हकों के लिए जागरूक होकर संघर्ष करना पड़ेगा। बाड़मेर जिलाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि जिले के कर्मचारी संगठन के आह्वाान पर हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं।

जिला उपाध्यक्ष लिखमाराम हुड्डा, चैनाराम चौधरी, जिला सह सचिव हरीराम सारण, जिला प्रचार मंत्री चुन्नीलाल, देवेन्द्र कुमार, अकरम खान, ललित कुमार, कुंजीलाल मीणा, अजय शर्मा, ठाकराराम प्रजापत, खीमाराम चौधरी आदि उपस्थित थे।


बाड़मेर. केयर्न वेदांता और लर्नेट स्किल्स के सहयोग से संचालित केयर्न उद्यमिता केंद्र में इलेक्ट्रीशियन बैच का विदाई समारोह सोमवार को संपन्न हुआ।

केयर्न के राहुल शर्मा ने कहा कि केयर्न सामाजिक सरोकारों के तहत बाड़मेर और जालोर जिले में कृषि, डेयरी, शिक्षा, नंदघर और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही है। हम वर्तमान में इन क्षेत्रों में नई टैक्नोलॉजी के साथ जिले के निवासियों को लाभान्वित कर रहे हैं।

डोमेन ट्रेनर दिग्विजयसिंह ने केयर्न एंटरप्राइज सेण्टर बाड़मेर में चल रही इस बैच की गतिविधियों को पीपीटी के माध्यम से बताते हुए कहा कि प्लेसमेंट लींकेज, मोबलाइजेशन, ट्रेनिंग, प्लेसमेंट और ट्रैकिंग के ट्रेनिंग प्रदान कर रहे हैं।

परियोजना प्रबंधक डॉ. उमाबिहारी ने कहा कि 2 माह के प्रशिक्षण में ग्रामीण युवाआें नई दिशा दी जाती है। सीएसआर हेड केयर्न ऑयल एंड गैंस वेदांता लिमिटेड हरमीत सेहरा ने सामाजिक सरोकार के कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि जब तक आप में स्किल नहीं होगी तब तक आप में परिवर्तन नहीं आएगा।

कार्यक्रम के दौरान पास आउट प्रशिक्षणार्थी रमेश कुमार और जुंजाराम सऊ ने अपने अनुभव साझा किए। केंद्र संचालक मदनलाल पंवार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। करण चौधरी, मनोहर लाल भादु उपस्थित रहे।

बाड़मेर. जैन जागृति मंच बाड़मेर की बैठक रविवार को कल्याणपुरा स्थित मंच कार्यालय शिवदान कन्या पाठशाला में मंच अध्यक्ष डॉ. प्रदीप पगारिया की अध्यक्षता में हुई।

डॉ. प्रदीप पगारिया ने बैठक के एजेण्डे से अवगत करवाया तथा आगे की गतिविधियों के लिए सुझाव आमंत्रित किए। मंच सचिव मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि कोविड-19 के चलते मंच की बन्द रही गतिविधियों को प्रशासन की गाइडलाइन के तहत पुन: प्रारम्भ करने को लेकर विस्तार चर्चा व विचार-विमर्श हुआ।

बैठक में उपस्थित सदस्यों ने अपनी राय देते हुए समय को देखते हुए सभी व्यवस्थाओं के साथ नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण एवं नि:शुल्क कम्प्यूटर कक्षाएं प्रारम्भ करने का निर्णय लिया। बैठक में मैडल सम्मान समारोह सहित जैन समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए उद्योगशाला शुरू करने पर भी मंथन हुआ। उन्होंने बताया कि नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण एवं नि:शुल्क कम्प्यूटर कक्षाओं के लिए आवेदन 27 जुलाई से प्रारम्भ होंगे जो मंच सचिव मुकेश बोहरा अमन, भूरचन्द बोहरा मारसा, मांगीलाल गोठी, चन्द्रप्रकाश छाजेड़, महेन्द्र हालावाला, कोषाध्यक्ष बंशीधर वड़ेरा सहित मंच सदस्यों के पास लिखवा सकते हैं।

नि:शुल्क कम्प्यूटर कक्षाओं में बेसिक एवं जीएसटी का प्रशिक्षण दिया जाएगा। बैठक में परामर्शदाता किशनलाल वडेरा, परामर्शदाता वीरचन्द वडेरा, सोहनलाल संखलेचा अरटी, उपाध्यक्ष मांगीलाल गोठी, कोषाध्यक्ष बंशीधर वडेरा, मनसुख पारख, रामलाल जैन, ओमप्रकाश संखलेचा, भूरचन्द बोहरा, महेन्द्र जैन हालावाला, जितेन्द्र बांठिया आदि उपस्थित रहे ।

चौहटन. भारत पाक युद्ध 1971 में भारत की स्वर्णिम विजय की 50वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए 16 दिसम्बर 2020 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से निकली विजय मशाल 23 जुलाई को बाड़मेर पहुंची है।

यह विजय मशाल बिसारणियां के वीर सपूत सेना मेडल से सम्मानित शहीद मूलाराम सेंवर के घर पहुंची।

शहीद के घर पहुंचकर सेना के जवानों ने सम्मान के साथ विजय मशाल को स्थापित कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

जवानों ने शहीद वीरागंना कमला देवी, पुत्र डूंगराराम एवं परिजनों को स्मृति चिन्ह और शाल ओढाकर का सम्मान किया गया।

इस दौरान ग्रामीणों एवं युवाओं ने विजय मशाल के साथ बिसारणिया पहुंचे सैनिक दल का गाजे बाजे के साथ अभिनंदन किया तथा वीरगाथाओं को लेकर चर्चा की।

सैनिकों का दल शहीद के घर की माटी को दिल्ली के वार मेमोरियल के लिए अपने साथ लेकर गया। इस मौके पर भोमाराम नेहरा, प्रेम चौधरी, चुनाराम जाखड़, प्रदीप तरड़, गोमाराम सेंवर, तगाराम सियाग सहित दर्जनों युवाओं एवं ग्रामीणों ने भारत माता की जय, शहीद मूलाराम अमर रहे के जयकारों से माहौल को देशभक्तिपूर्ण बना दिया।

बाड़मेर. राजस्थान प्रशासनिक सेवा 2018 में नव चयनित लक्ष्मी चौधरी का सम्मान सुरभि संस्थान की ओर से किया गया।

इस अवसर पर सचिव रजनीकांत शर्मा ने कहा कि व्यक्ति में कुछ कर लेने की दृढ़ इच्छा हो और अपने लक्ष्य की ओर हिम्मत तथा लगन के साथ आगे बढ़े तो कोई भी बाधा उसके लक्ष्य को असाध्य नही कर सकती। संस्थान संरक्षक ओमप्रकाश शर्मा, बंशीधर तातेड़ ने कहा कि यह हमारे गौरव का विषय है कि यहां की बेटियां अपनी मेहनत और काबीलियत के दम पर विपरीत परिस्थितियों में भी हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है।

संस्था के सदस्यों ने लक्ष्मी चौधरी का माला पहना व शॉल ओढ़ाकर बहुमान किया।

राठौड़ जिला सुरक्षा प्रमुख मनोनीत

बाड़मेर. अंतरराष्ट्रीय परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल प्रांत की बैठक जोधपुर में संपन्न हुई।

बैठक संगठन के केंद्रीय महामंत्री महावीर, प्रदेश अध्यक्ष भंवर लाल चौधरी, प्रांत महामंत्री अविनाश जांगिड़, प्रांत मंत्री महेश विश्नोई, राष्ट्रीय बजरंग दल अध्यक्ष राकेश राजगुरु, उपाध्यक्ष सुखदेव बजरंगी की उपस्थिति में हुई जिसमें साल भर किए गए कार्य एवं आगामी कार्यक्रम पर चर्चा की गई।

इस दौरान नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसमें बाड़मेर जिले के तनसिंह राठौड़ महाबार को जिला सुरक्षा प्रमुख पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।

महाबार ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए हर संभव अग्रसर रहूंगा।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajisthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.