भीलवाड़ा।
शहर में डेंगू ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। शनिवार को शहर में एक ही दिन में आधा दर्जन नए रोगी मिले। ये सभी एलाइजा टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। जानकारों के अनुसार नए रोगियों का आंकड़ा अधिक है, लेकिन चिकित्सा विभाग केवल एलाइजा टेस्ट में पॉजिटिव आए मरीजों को ही डेंगू पीडि़त मानता है। पिछले माह जिले में एक भी डेंगू के मरीज नहीं थे, वहीं इस माह अब तक ४० मरीज मिल चुके हैं।
जिले के सबसे बड़े राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल में डेंगू के संदिग्ध मरीज बड़ी संख्या में आ रहे हैं। अस्पताल में करीब 40-50 कार्ड टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। निजी व सरकारी अस्पतालों में करीब एक दर्जन मरीज कार्ड टेस्ट डेंगू पॉजिटिव निकल रहे, लेकिन चिकित्सा विभाग कार्ड टेस्ट को अधिकृत नहीं मानता। इसका नुकसान यह है कि कार्ड में पॉजिटिव निकले मरीज के इलाके में डेंगू की रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग गंभीर प्रयास नहीं कर रहा।
चिकित्सा विभाग ने डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शहर में फोगिंग का कार्य शुरू कर दिया है। शहर में गली-मोहल्लों में सर्वे के लिए ८० नर्सिंग छात्राओं को लगाया गया है। विभाग ने ऑटोरिक्शा के माध्यम से बचाव के उपायों के बारे में प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है।
शहर में मिले रहे मरीज
शहर में शनिवार को हुई जांच में आधा दर्जन नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें बच्चे और वयस्क दोनों तरह के मरीज है। डिप्टी सीएमएचओ डां. घनश्याम चावला ने बताया कि जिले में डेंगू के केस बढऩा हमारे लिए चेतावनी है। पिछले एक सप्ताह से लगभग रोजाना मरीज सामने आ रहे हैं। ओपीडी में केस बढ़ गए हैं। कुछ मरीज अस्पताल में भर्ती भी हैं। एमजीएच में आने वाले अधिकांश मरीज बुखार और बदन दर्द की शिकायत लेकर भर्ती हो रहे हैं। चावला ने बताया कि बुखार के लक्षण दिखते ही डॉक्टर को दिखाएं। मरीज अपने घरों पर ही स्वयं इलाज ना करें। बुखार, प्लेटलेट कम होने, शरीर में लाल चकते होने, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द आदि होने पर बिना डॉक्टरी सलाह के कोई दवा ना लें।
शास्त्रीनगर में घर-घर सर्वे
शास्त्रीनगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चौपट होने से वायरल बुखार फैल रहा है। जगह-जगह पानी भरा होने व सड़कें टूटी होने से इस क्षेत्र में डेंगू रोगी की संभावना बढ़ गई है। इस बारे में पार्षद मंजू पोखरना ने उपखण्ड अधिकारी ओम प्रभा व डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला से चर्चा करके क्षेत्र में सर्वे की मांग की। इस पर चिकित्सा विभाग की टीम ने शास्त्रीनगर क्षेत्र में सर्वे किया। वही फोगिंग मशीन से दवा का छिड़काव भी शुरू कर दिया है।