>>: Digest for August 13, 2021

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Table of Contents

पाणुन्द. (उदयपुर). क्षेत्र में खस्ताहाल हाल मार्ग से ग्रामीण व राहगीर परेशान है। खस्ताहाल मार्ग के कारण मंगलवार सुबह क्षेत्र में बड़ा हादसा होते-होते बचा।
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह पाणुन्द में भीण्डऱ चौराहे पर एक ट्रैक्टर ट्राली का पहिया मार्ग में हो रहे कीचड़ व गड्ढे में फंस गया। चालक ने ट्रैक्टर निकालने की कोशिश की। इस दौरान ट्रैक्टर आगे से खड़ा होकर एक बाइक सवार पर गिर गया। इसमें गनिमत रही कि बाइक सवार बाल-बाल बच गया। बीच ट्रैक्टर फंस जाने से मार्ग बाधित हो गया। जिससे जाम लग गया। बाद में दूसरा ट्रैक्टर मंगवा कर निकाला गया। उसके बाद मार्ग चालू हुआ।
करीब दो घंटे
मार्ग बाधित : ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में खस्ताहाल मार्ग से परेशानी हो रही है। इसकी वजह से आए दिन कोई न कोई गिरकर चोटिल होता है। क्षेत्र में भीण्डर-पाणुन्द मार्ग और पाणुन्द से उदयपुर जाने वाला मार्ग नाल का गुड़ा तक खस्ताहाल स्थिति में है। ग्रामीणों ने नाल का गुड़ा तक पेचवर्क करवाने की मांग की है।

उदयपुर. रक्षाबंधन का पर्व 22 अगस्त को मनाया जाएगा और पर्व नजदीक आते ही बाजारों में राखियों की बिक्री बढ़ चुकी है। वहीं, डाक विभाग की ओर से भी राखी स्पेशल लिफाफे आ चुके हैं। इनकी खासियत ये है कि ये वॉटरप्रूफ लिफाफे हैं, जिससे बारिश के दौरान भी इनमें रखी राखियां व पत्र सुरक्षित रहेंगे। इन लिफाफों की बिक्री भी होने लगी है। गौरतलब है कि पिछले साल लॉकडाउन के कारण कई बहनें अपने भाइयों को राखियां नहीं भेज पाई थीं। ऐसे में इस साल राखी भेजने का उत्साह है।

उदयपुर प्रधान डाकघर के उपाधीक्षक संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि उदयपुर मंडल में उदयपुर व राजसमंद जिले आते हैं, इसके लिए साढ़े तीन हजार लिफाफे आए हैं। ये सभी डाकघरों में उपलब्ध हैं। इनकी कीमत महज 10 रुपए है और ये बारिश में भी सुरक्षित तरीके से पहुंचेंगे। इसके लिए राखी वाले लिफाफे अलग बैग में भेजे जाएंगे।

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जनजाति बहनों की बनाई राखियां पहुंचेंगी सियाचिन व तवांग में तैनात सैनिकों तक

जनजाति बहनों की बनाई राखियां इस बार भी देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों तक पहुंचाई जाएंगी। दरअसल, राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद से प्रेरित जनजाति महिलाओं की कला के उन्नयन व आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से स्थापित नम्रता प्राइमरी वीमन मल्टीपरपज को-ऑपरेटिव सोसायटी की ओर से इस साल भी एक राखी सैनिक के नाम अभियान के तहत 1350 राखियां बॉर्डर पर देश की सुरक्षा में तैनात जवानों को भेजी जा रही है। कार्यक्रम में कर्नल महेश गांधी एवं कर्नल अभय लोढ़ा को ये राखियां समर्पित की गई। ये 1350 राखियां सियाचिन बॉर्डर तथा तवांग, अरुणाचल बॉर्डर के सैनिकों को भेजी जाएंगी। डॉ. राधिका ने बताया कि जनजाति बहनों द्वारा आकर्षक सजावटी सामग्री के निर्माण में किसी भी तरह के प्लास्टिक का उपयोग नहीं है।

उदयपुर. चार माह तक किए जाने वाले मंशा महादेव व्रत श्रावण शुक्ल पक्ष की चौथ से प्रारंभ होंगे। हालांकि सावन मास में सोमवार को महत्व होने से कई श्रद्धालुओं ने सोमवार को ही मंशा या मनसा महादेव का पहला व्रत रखा था। मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए चौथ से शिवालयों में सुबह से ही व्रतधारी व्रत संकल्प लेंगे। फिर सूत के महादेव बना पूजा अर्चना करते हैं। इसके बाद कथा सुनी जाती है।

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तक चार माह तक प्रति सोमवार को व्रतधारियों द्वारा उत्साह से व्रत के साथ पूजा-अर्चना भजन कीर्तन किया जाएगा। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को व्रत का उद्यापन किया जाएगा। मान्यता है कि व्रत के करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है। व्रत पूर्ण होने पर आटे गुड़ के लड्डू का प्रसाद तैयार कर उसके चार भाग किए जाते हैं। जिसमें एक भाग भगवान को भोग लगाया जाता है। एक भाग ब्राह्मण एक गाय को खिलाया जाता है। चौथे भाग का व्रतधारी अपने घर के सदस्यों में प्रसाद वितरित करता है।

नयागांव (उदयपुर). खेरवाड़ा उपखंड के ग्राम छाणी पंचायत में प्रशासन के आदेश पर चार दुकानें व दो मकानों को प्रशासन ने बुधवार को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया।
जानकारी के अनुसार प्रशासन ने पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर जाकर अतिक्रमण तोड़ा। खेरवाडा उपखंड में अतिक्रमण की बड़ी कार्रवाई होने से दिनभर चर्चा का विषय रहा। मौके पर सैकड़ों लोग जमा थे। सचिव सुशीला भील ने बताया कि प्रशासन से सुबह 10 बजे अतिक्रमण को हटाने को लेकर जानकारी दी गई। छाणी में हो रहे अवैध निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलक्टर उदयपुर, उपखण्ड अधिकारी खेरवाड़ा, तहसीलदार खेरवाड़ा, विकास अधिकारी नयागांव को शिकायत की गई थी। जिला कलक्टर ने अवैध निर्माण को हटाने को लेकर खेरवाड़ा उपखंड अधिकारी को निर्देशित किया गया। जिस पर उपखंड अधिकारी ने तहसीलदार व विकास अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई करने व अवैध निर्माण को हटाने के निर्देश दिए।

पंचायत ने नहीं की कार्रवाई
नयागांव विकास अधिकारी आरती गुप्ता ने ग्राम पंचायत छाणी के सरपंच व सचिव को नोटिस जारी कर अवैध निर्माण को हटाने को कहा। पंचायत द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर प्रशासन ने बुधवार को बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।

इनके टूटे अवैध निर्माण
सचिव सुशीला भील ने बताया कि पंचायत के बिना स्वीकृति व बिना पट्टे जारी किए हुए छाणी निवासी अरविन्द लौहार, नानी बेन पत्नी स्व. कान्तिलाल पटेल, हरीश चन्द पटेल, मणीदेवी पटेल, रमीला देवी पटेल, सग्रांम सिंह चौहान के मकानों को ध्वस्त किया गया। इसी लाइन में चांदनी भाटिया, सोमाराम पारगी, मरीयम पारगी, काली देवी पारगी के चार मकानों को पूर्व में पट्टे जारी किए गए हैं। उक्त जगह पर 10 मकानों का निर्माण जारी है। जिस में से 6 मकानों को पट्टे जारी नहीं हुए हैं।

कार्रवाई के दौरान ये रहे उपस्थित
अवैध निर्माण को हटाने को लेकर खेरवाड़ा तहसीलदार मोहनलाल भील, नयागांव विकास अधिकारी आरती गुप्ता, सहायक विकास अधिकारी चन्दुलाल खराड़ी, सचिव के.के सिंह, सुशीला भील, जयप्रकाश रावल, जेटीओ प्रदीप सेन, खेरवाड़ा थानाधिकारी श्याम सिंह मय पुलिस जाप्ते के साथ मौजूद रहे।

इनका कहना
जिला कलक्टर व उपखण्ड अधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार खेरवाड़ा के अगुवाई में कार्रवाई की गई है। पंचायत के द्वारा अवैध निर्माण कार्य करवाया गया है। स्टेट हाईव होने से पट्टे जारी नहीं किया जा सकते हैं। पंचायत को पूर्व में नोटिस जारी किए थे। जिस पर कार्रवाई नहीं करने पर उच्च अधिकारी के निर्देश पर अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई की गई।
आरती गुप्ता, विकास अधिकारी पंचायत समिति, नयागांव

उच्च अधिकारीयों के निर्देश पर अवैध निर्माण को हटाया गया है। पूर्व में विकास अधिकारी के द्वारा पंचायत को नोटिस जारी किए गए थे।
मोहनलाल भील तहसीलदार, खेरवाड़ा

मुकेश हिंगड़
उदयपुर. आखिर वनवासियों को वन अधिकार दावे खारिज करने और नए दावे को लेकर आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए अब प्रदेश में छह चरणों में अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत जनजाति विभाग ने पूरी कसावट के साथ कार्यक्रम बनाया है। चरणवार दावों पर काम होगा और इसके लिए सबकी जिम्मेदारी भी तय की गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदिवासी दिवस के दिन ही इन अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासियों को वन अधिकार दिलाने को लेकर अभियान चलाने की घोषणा की थी, इस पर उदयपुर में जनजाति विभाग ने अभियान का पूरा कार्यक्रम तैयार कर दिया है, इसके तहत कार्य होगा।

कार्यक्रम जारी करते हुए जनजाति विभाग की आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी ने बताया कि 9 अगस्त से 9 नवम्बर तक तीन माह का अभियान चलेगा। केवलरमानी का कहना है कि इस प्रक्रिया के होने से प्रदेश के अनुसूचित जनजातियों एवं अन्य परम्परागत वन निवासियों को अधिकार पत्र मिल जाएंगे, जिससे उनकी आजीविका में वृद्धि के लिए विभाग सहित अन्य विभागों की विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं, कार्यक्रमों से लाभान्वित किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त सामुदायिक वन अधिकार विकास योजना के तहत सामुदायिक अधिकार पत्र जारी होने वाले गांवों को लेकर भी निर्देश जारी किए है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 10 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। अभियान को लेकर अधिकारियों एवं कार्मिकों को भी धरातल पर अभियान में आ रही कठिनाइयों का त्वरित निराकरण करने को कहा है।

पत्रिका ने दावों की हकीकत रखी सामने

पत्रिका लगातार उठाता रहा मुद्दा
पत्रिका वन अधिकार को लेकर लगातार मुद्दे उठाता रहा है। इसमें 35 हजार दावे खारिज करने को लेकर जमीनी हकीकत भी पत्रिका ने सामने रखी। 17 जुलाई, 2021 को पत्रिका ने खारिज दावों पर रिपोर्ट प्रकाशित की, साथ ही 20 जुलाई 2021 को वनवासियों की ओर कब जाएगा प्रशासन शीर्षक से आदिवासियों की पीड़ा भी सरकार के समक्ष रखी थी।

पत्रिका ने दावों की स्थिति पर अपने ओपिनियन में सरकार को प्रशासन शहरों के संग शिविर की तरह अभियान चलाने पर जोर दिया था।

ऐसे क्रमवार चलेगा अभियान

पहला चरण
9 से 20 अगस्त तक दावे लिए जाएंगे

दावेदार ग्राम पंचायत स्तर, पंचायत समिति स्तर अथवा उपखंड स्तर पर अपने दावे प्रस्तुत कर सकेगा। साथ ही वह किसी भी ई-मित्र केन्द्र से अथवा स्वयं भी ऑनलाइन दावा प्रस्तुत कर सकेगा। इसके लिए ग्राम विकास अधिकारी, विकास अधिकारी एवं उपखंड अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है।

दूसरा चरण

16 से 23 अगस्त तक चलेगा
उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी तथा ऑनलाइन प्राप्त दावों को ग्राम पंचायत को प्रेषित करेंगे। साथ ही आवेदन पर ग्राम विकास अधिकारी द्वारा प्रपत्र की जांच कर राजस्व एवं वन विभाग को रिपोर्ट के लिए भेजा जाएगा। इस सम्बन्ध में ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षक एवं वन विभाग के कार्मिक को जिम्मेदारी सौपी गई है।

तीसरा चरण
23 से 31 अगस्त तक

राजस्व एवं वन विभाग आवेदनों पर रिपोर्ट तैयार कर पुन: ग्राम विकास अधिकारी को उपलब्ध करवाएंगे। इस संबंध में तहसीलदार, विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षक एवं वन विभाग के कार्मिक भी कार्य में सहयोग करेंगे।
चौथा चरण

1 से 17 सितम्बर तक
ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी, जो कि प्राप्त दावा प्रपत्रों पर समुचित निर्णय करेगी। सहयोग के लिए ग्राम विकास अधिकारी एवं वन अधिकार समिति गठित है। साथ ही दावा प्रपत्रों को ग्राम पंचायत स्तर से उपखंड स्तरीय समिति को भिजवाया जाएगा, जिसमें ग्राम विकास अधिकारी की महत्ती भूमिका रहेगी।

पांचवां चरण
20 से 30 सितम्बर तक

उपखण्ड स्तरीय समिति की बैठक होगी,जहां दावा प्रपत्र पर निर्णय प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उपखण्ड स्तर से प्राप्त दावों को जिला स्तरीय समिति के समक्ष रखा जाएगा, जिसमें उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वे उक्त प्रक्रिया को तय समय पर पूरा करें।
छठा चरण

1 से 29 अक्टूबर
जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित कर प्राप्त प्रकरणों पर निर्णय प्रक्रिया पूरी की जाएगी, इसमें जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपायुक्त, टीएडी एवं उप वन संरक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। साथ ही वन अधिकार पत्र तैयार कर जारी किए जाएंगे। उक्त जारी प्रपत्रों का राजस्व रिकार्ड में अंकन करते हुए पोर्टल पर प्रविष्टि का कार्य भी इनके द्वारा पूर्ण कराया जाएगा। इसके बाद वनाधिकार हक पत्र वितरण का कार्य किया जाएगा।

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
शहरवासियों को सस्ती व सुलभ परिवहन सेवा उपलब्ध करवाने के लिए शहर में शुरू की गई सिटी बसों में एक माह तक निशुल्क यात्रा के बाद किराया शुरू होते ही यात्री आधे रह गए। अब तक दो रूट पर संचालित दो बसों में एक माह में 1 लाख 58 हजार 125 यात्रियों को निशुल्क यात्रा की। अंतिम 10 दिनों में तो 84 हजार 796 यात्रियोंं ने सफर किया लेकिन किराया चालू करते ही बसों में यात्री भार घट गया। 2 अगस्त से किराया चालू होने पर 9 दिनों में 49148 लोगों बसों में बैठे।
उदयपुर सिटी ट्रासंपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड कंपनी जिला प्रशासन व नगर निगम के सहयोग से अभी रूट नम्बर 2 (बडग़ांव से तितरड़ी) पर 4 बसें व रूट नम्बर-3 (रामपुरा से डबोक चौराहे) तक 6 बसें संचालित कर रही है।
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निशुल्क यात्रा के दौरान इतना रहा यात्रा भार
2 जुलाई से 2 अगस्त तक
रूट नम्बर 2 बडग़ांव से तितरड़ी मार्ग पर 63558 यात्री
रूट नम्बर 3 रामपुरा से डबोक मार्ग पर 94567 यात्री
पूरे माह कुल - 1 लाख 58 हजार 125 यात्रियों ने किया सफर
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कोरोना कम होने पर निशुल्क में हर 10 दिन में बढ़ता गया यात्रीभार
- 2 जुलाई से 11 जुलाई रूट-2 - 8543, रूट-3-16133 - कुल- 24676
-12 जुलाई से 21 जुलाई रूट-2- 18807, रूट-3-29846 - कुल- 48653
- 22 जुलाई से 2 अगस्त रूट-2- 36208, रूट-3- 48588 - कुल- 84796
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सिटी बसों के संचालन व मार्गो पर चर्चा
उदयपुर सिटी ट्रासंपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड बोर्ड की बुधवार को चेयरमैन गोविन्द सिंह टांक की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में बोर्ड द्वारा उदयपुर सिटी ट्रासंपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड योजना में अब तक किए गए कार्य व प्रगति की समीक्षा के साथ ही शहर में सिटी बसों के संचालन एवं मार्गों पर चर्चा की गई। बैठक में जिला कलक्टर चेतन राम देवड़ा, एसपी राजीव पंचार,नगर निगम आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ, वरिष्ठ नगर नियोजक अरविन्द सिंह कानावत, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़, उदयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रभारी लखनलाल बैरवा आदि मौजूद थे।
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सिटी बसों के संचालन के समीक्षा की गई। नए रूट पर और बसें संचालित करने पर विचार किया गया।
गोविंद सिंह टांक, महापौर नगर निगम
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मोहम्मद इलियास/उदयपुर
जीवन के अंतिम पड़ाव में सेवा करने की बजाए अपनों ने 80 वर्षीय वृद्धा को दर-दर ठोकर खाने के लिए उसे सडक़ों पर छोड़ दिया। आमेट (राजसमंद) क्षेत्र से भटकती हुई वृद्धा जैसे-तैसे चार दिन पूर्व यहां बेदला क्षेत्र में पहुंची। यहां दो दिन उसे लोगों ने आश्रय दिया और बाद में बेदला उपप्रधान ने अथक प्रयास कर उसे भुवाणा में सखी महिला संस्थान में रखवाया गया। अपनों के दिए दर्द से अभी वृद्धा अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है वह महज बातचीत में ही अपनी आपबीति पर रो पड़ रही है।
वृद्धा महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर कार्यरत थी जो 20 साल पहले रिटायर्ड हो गई। वह चार दिन पहले भटकती हुई बेदला में अपने अफसर रहे किशनसिंह चौहान के मकान पर आ पहुंची। चौहान का निधन होने से उसके पुत्र शक्तिसिंह चौहान ने उन्हें संभाला। वृद्धा का कहना था कि वह चौहान के घर 25 साल पहले एक समारोह में आई थी इस कारण उसे यह घर थोड़ा याद था। बातचीत में उसे लडखड़़ाते हुए अपनों द्वारा घर से निकालने की दास्तां बताई। चौहान ने दो दिन अपने घर रखा। उसके बाद उपप्रधान प्रतापसिंह राठौड़ ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से वृद्धा को भुवाणा स्थित सखी महिला संस्थान में रखवाया। वृद्धा के पास एक थैले में कुछ कपड़े व एक बैंक की पासबुक मिली है।
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अपनों पर लगाया पैसे व जेवर लेने का आरोप
वृद्धा की पासबुक के अनुसार उसे खाते में 2200 रुपए जमा मिले। वृद्धा ने चांदपोल निवासी एक युवक को अपना खाताधारक बना रखा था। शक्तिसिंह चौहान ने युवक से सम्पर्क कर जानकारी जुटानी चाही तो उसने एक साल से वृद्धा से किसी तरह का सम्पर्क नहीं होना बताकर पल्ला झाड़ लिया। वृद्धा ने बातचीत में बताया कि उसकी मुहंबोली बेटी आमेट में रहती है। उसका शराबी पति उसे डराता धमकाता है। वृद्धा ने उन पर उसके पैसे व जेवर उनके पास होने के भी आरोप लगाए।
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मोहम्मद इलियास/उदयपुर

डाक विभाग ने भाई बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार के उपलक्ष्य में विशेष व्यवस्था प्रारंभ की है। डाक विभाग के उदयपुर मण्डल के प्रवर अधीक्षक ने बताया कि बहिनों की सहायता एवं सुलभता के लिए की गई इस व्यवस्था के तहत एक फोन कॉल पर संबंधित क्षेत्र के पोस्टमैन को घर बुलाकर डाक विभाग की स्पीड पोस्ट सेवा का लाभ उठा कर अपने परिजनों को राखी भेज सकते है। राखी की डाक को प्रेषित करने के लिए अलग से विशेष बैग भी बनाए गए है। राखी डाक के त्वरित वितरण की व्यवस्था की गई है। रक्षाबंधन के त्योहार पर उदयपुर शहर स्थित सभी डाकघरों को राखी के लिए वाटर पू्रफ लिफाफे भी उपलब्ध है, जिसे नजदीकी डाकघर से मात्र 10 रुपए देकर आसानी से खरीदा जा सकता है।
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टैगोरनगर में सीवर कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त सडक़ से दुर्घटनाएं
टैगोर नगर में सीवरेज कार्य के दौरान कई जगह पर सडक़ गड्ढे हो गए जिसे दुरस्तीकरण के बाद भी सडक़ का लेवल सही नहीं होने से आए दिन हादसे हो रहे है। क्षेत्रवासी प्रतापसिंह चौधरी ने बताया कि सडक़ के ऊपर नीचे वाली जगह के पूर्व में एक युवक की मौत हो गई थी तथा आए दिन लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है। वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कई जगह सीवरेज ढक्कन खुले पड़े है। इस संबंध में क्षेत्रवासियों ने इसकी शिकायत नगर निगम अधिकारियों से भी की लेकिन समाधान नहीं हो पाया।

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
राजस्थान हाईकोर्ट ने उदयपुर शहर में झीलों के संरक्षण को लेकर पूर्व में जारी आदेशों की पालना सुनिश्चित नहीं होने एवं चांदपोल से ब्रह्मपोल तक वैकल्पिक सडक़ के प्रस्ताव सहित पारिस्थितिकी को प्रभावित करने वाली प्रस्तावित योजनाओं को लेकर अब उदयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड से भी जवाब मांगा हैं। इससे पूर्व नगर निगम और नगर विकास न्यास को नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महांति व न्यायाधीश विनित कुमार माथुर की खंडपीठ में नगर निगम के अधिवक्ता ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चांदपोल से ब्रह्मपोल तक वैकल्पिक सडक़ का प्रस्ताव लिया गया है। इस पर खंडपीठ ने कंपनी को जरूरी पक्षकार मानते हुए नोटिस जारी किए हैं। गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी ने यहंा पर वैकल्पिक सडक़ के लिए तीन बाद टेंडर भी किए लेकिन कोई ठेकेेदार नहीं आया। हाईकोर्ट ने उदयपुर शहर में झीलों की बदहाल स्थिति को देखते हुए वर्ष 2014 में स्वप्रसंज्ञान के आधार पर जनहित याचिका दर्ज की थी। याचिका की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने दो न्याय मित्र नियुक्त किए, जिन्होंने समय-समय पर झीलों का निरीक्षण कर कोर्ट के सम्मुख वस्तुस्थिति रिपोर्ट पेश की। कोर्ट ने 2018 में जनहित याचिका निस्तारित करते हुए उदयपुर जिला कलक्टर की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने के आदेश दिए थे, जिसे हर तीन महीने में एक बार बैठक आयोजित कर झीलों के संरक्षण के लिए कदम उठाने थे।
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यहां नाले पर बना दी दुकान, सोते रहे जिम्मेदार
बेकनी पुलिया अतिक्रमण हटाने के बाद निगम को अब बैंक तिराहे पर श्रमजीवी कॉलेज के सामने एक दुकान पूरी नाले पर बनी मिली। नाले की सफाई के दौरान वहां पर एक बार काम रोक दिया गया। निगम अधिकारियों ने बताया कि बैंक तिराहे से बापू बाजार जाने वाले मार्ग पर कॉर्नर पर वहांं पर कुछ दुकानें नाले पर बनी मिली। एक दुकान तो पूरी नाले ही होना सामने आया। दुकान मालिक पूछताछ में एक बार कोई जवाब नहींं दे पाया। यहां पर नाले पर भी पानी के बहाव क्षेत्र में निर्माण किया गया है।

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत उदयपुर को सीवर व सफाई के 13 ऐसे वाहन मिले जिनकी यहां जरुरत ही नहीं है। मना करने के बावजूद 6 वाहन यहां पहुंच गए जो पिछले तीन माह से गेराज में धूल फांक रहे है। निगम के अधिकारियों ने 7 वाहनों को जयपुर मुख्यालय में ही रुकवाते हुए जरुरत के नए वाहनों की मांग की जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी।
राज्य सरकार ने नगर निगम को वर्ष 2020-21 की घोषणा के तहत ऐसे वाहन आवंटित किए जो निगम के पास पहले ही मौजूद है। आने वाले नए वाहन अधिकांश सीवर से जुड़े है, वह वाहन निगम के पास मौजूद है और वो वाहन भी आगामी दिनों में काम नहीं आने वाले है क्योंकि सीवर लाइन डालने वाली संबंधित फर्म ही आगामी 10 साल तक सीवर लाइन का मेटनेंस करेगी। उस दौरान वे स्वयं अपना वाहन काम में लेगें।
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डस्टबीन हटाने से कॉम्पेक्टर वाहनों की भी नहीं जरुरत
नगर निगम उदयपुर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के अंतर्गत बीन फ्री सिटी के लिए शहर के समस्त डस्टबीन हटा दिए गए है। निगम के पास 4 कॉम्पेक्टर चालू हालत में उपलब्ध है। जिनका भी उपयोग नहीं हो पा रहा है और नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य स्मार्ट सिटी एवं अमृत योजना में लगभग पूरा होने वाला है। कार्य पूरा होने पर दस साल तक संबंधित फर्म का ही साफ सफाई का ठेका है। ऐसी स्थिति में उपलब्ध होने वाले वाहनोंं की आवश्यकता नहीं रहेगी।
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राज्य सरकार ने ये वाहन किए आवंटित
सीवर सक्शन मशीन 2000 लीटर क्षमता - 4 वाहन
सीवर सक्शन कम जेङ्क्षटग 4500 लीटर क्षमता - 1 वाहन
ऑटो टिपर ट्वीन कम्पार्टमेंट 2 क्यूबिक मीटर क्षमता - 6 वाहन
रिफ्यूज कलेक्टर 14 घनमीटर क्षमता - 1 वाहन
वेक्यूम रोड स्वीपर - 1 वाहन
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इन वाहनों की जरूरत निगम को
वाहन विवरण संख्या
सीवर कम जेटिंग 4500 लीटर क्षमता - 2 वाहन
सीवर कम जेटिंग 8500 लीटर क्षमता - 1 वाहन
लॉडर (कचरा उठाने के लिए) - 5 वाहन
डम्पर (कचरा परिवहन के लिए) - 5 वाहन
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सरकार की ओर से उपलब्ध करवाए गए वाहनों की आवश्यकता नहीं होने पर जरुरत वाले वाहनों के लिए लिखा है। अब तक 6 वाहन मिले है जो गेराज में ही खड़े है। इन वाहनों की आवश्कता नहीं होने के बारे में भी सरकार को लिख चुके है।
मनोहर चौधरी, गेराज समिति अध्यक्ष
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बम्बोरा क्षेत्र में अगेती बोई मक्का में बनने लगा फल, कम बारिश से बिगड़ी रही फसल
गींगला. इस बार अभी तक मानसून की मेहरबानी क्षेत्र में अच्छी नहीं री है। इसका असर खेतों में बोई फ सलों में नजर आ रहा है। हालांकि ताऊते तूफ ान और उसके बाद हुई तेज बारिश से जिन क्षेत्र में खरीफ की फ सलें बो दी उसमें तो इन दिनों बढ़वार के बाद दाने बनने शुरू हो गए हैं लेकिन जहां कम बारिश हुई वहां फसलों में बढ़वार नहीं है। इसका ज्यादा असर मेवल क्षेत्र में पड़ा है।
कुराबड़ ब्लॉक के बम्बोरा क्षेत्र में तेज बारिश के दो-तीन चरण होने से बम्बोरा, फ ीला, सोमाखेड़ा, पातुखेड़ा, बोरी, सुलावास, गुडली आवरा, कलोडिय़ा , गुडेल, गींगला में अगेती मक्का की बुवाई कर दी। यहां खेतों में मक्का के मांजर फुर्सिंया आकर इन दिनों लहलहा रही है। वहीं गवार, ज्वार, तिल आदि की फ सल भी अच्छी है लेकिन जहां पछेती बुवाई हुई और बारिश भी कम है वहां सोयाबीन, मक्का आदि बुरी तरह प्रभावित है। वहीं कीट, फ ॉल वर्मी रोग लगने से भी नुकसान होने लगा है। सोयाबीन की फ सल पीली पडऩे लगी है तो करावली, माकड़सीमा, ईसरवास, गावड़ापाल आदि क्षेत्र में तो बिल्कुल कम बारिश से अभी तक बढ़वार ही नहीं हुई है। जिससे किसानों को खाद, बीज सहित हंकाई आदि को लेकर नुकसान की आशंका सता रही है।
खेतों में बनाए मचा

अगेती बाई फ सलों से किसानों को जानवरों से भी रक्षा करना भारी पड़ रहा है। कहीं बंदर तो कहीं ***** और कहीं नीलगाय, रोजडों की समस्या सता रही है। वही कुछ किसानों ने रात दिन रखवाली के लिए खेतों में मचान तक बनाए है।
किसानों की नजरें आसमां पर
क्षेत्र में अभी तक तेज बारिश के नहीं होने से हर समय नजरें आसमान की ओर रहने लगी है। क्योंकि अभी तक क्षेत्र के सभी जलाशय खाली पड़े है तो नदी, नालों में भी आवक नहीं हुई है। झामरी नदी सूखी पड़ी है तो गोमती में मामूली पानी आया है। केसर सागर, मूंगली तालाब, गुडेल तालाब, माकडसीमा तालाब अभी खाली है।

झाड़ोल (उदयपुर). कोविड का असर नवोदय की प्रवेश परीक्षा में भी देखने को मिला है। आदिवासी बाहुल्स उपखण्ड झाडोल के ब्लॉक झाडोल में हर वर्ष नवोदय परीक्षा में ९५ से ९९ प्रतिशत के बीच पंजीकृत परीक्षार्थी प्रवेश परीक्षा में बैठते थे लेकिन इस वर्ष महज ३३ प्रतिशत ही बैठे। झाड़ोल सीबीईओ कार्यालय के अनुसार १४३७ विद्यार्थियों ने नवोदय परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था। बुधवार को हुई परीक्षा में ४८३ परीक्षार्थिओं ने परीक्षा दी, जो कुल परीक्षार्थियों की तुलना में मात्र ३३ प्रतिशत ही है।
५१६ में से मात्र १८८ बच्चों ने दी नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा
सराडा. सराडा नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह की कमी देखी गई। 516 आवेदकों में मात्र 188 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। सराडा ब्लॉक में दो परीक्षा सेंटर बनाए गए, जिसमें सराडा सीनियर स्कूल में 276 बच्चों की बैठने की व्यवस्था की गई, जिसमें से मात्र 113 बच्चों ने परीक्षा में भाग लिया। साथ ही बालिका माध्यमिक विद्यालय में 240 बच्चों के बैठने की व्यवस्था की, जिसमें मात्र 75 बच्चों ने भाग लिया। परीक्षा को लेकर प्रशासन पूरी हरकत में नजर आया। सराडा उपखंड अधिकारी सुभाष चंद्र हेमानी, तहसीलदार, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व नोडल प्रभारी प्रभारी नाथूलाल बुनकर सहित अन्य अधिकारियों ने परीक्षा सेंटर का जायजा लिया। परीक्षा सेंटर पर सरकार की गाइड लाइन की पालना करते हुए नजर आए।
111 परीक्षार्थी बैठे
धरियावद. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बुधवार को कोविड गाइडलाईन की पालना में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा सम्पन्न हुई। प्रवेश परीक्षा में 216 के मुकाबले 111 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। प्राध्यापक रघुवीरसिंह राव के अनुसार कोविड प्रोटॉकाल एवं दो गज दूरी के चलते इस बार परीक्षा कक्ष की संख्या बढ़ाई गई, जिसके चलते 18 कक्षाकक्ष में परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था हुई। परीक्षा के दौरान अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षाधिकारी राममोहन मीणा, प्रतापगढ़ नवोदय विद्यालय प्रधानाचार्य वंदना कुलश्रेष्ठ एवं सदंर्भ प्रभारी प्रवीणसिंह भाटी ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया तथा केंद्र प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। केंद्राध्यक्ष वीरेंद्रसिंह शक्तावत, सीएलओ गीता नावरिया, कुदंनदास वैरागी, रघुवीरसिंह मुकेश, शिवसिंह ने सहयोग दिया।
लसाडिय़ा . राजकीय महातमा गांधी विद्यालय लसाडिय़ा में बुधवार को नवोदय विद्यालय की परीक्षा सुबह ११.१५ बजे से १.१५ तक आयोजित हुई। परीक्षा में ३०० छात्र उपस्थित थे।
फलासिया ब्लॉक सबसे आगे
झाडोल उपखण्ड क्षेत्र के फलासिया पंचायत समिति क्षेत्र से जिले में सबसे ज्यादा नवोदय के आवेदन १७६३ हुए थे। सीबीईओ डॉ. बाल गोपाल शर्मा ने बताया कि पंजीकृत विद्यार्थियों की तुलना में ८५९ विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। जो कुल आवेदन के ४८ प्रतिशत के करीब हैं। उल्लेखनीय है कि नवोदय में सबसे ज्यादा आवेदन फलासिया ब्लॉक से होने पर सीबीईओ डॉ. बाल गोपाल शर्मा का पूर्व में सम्मान भी किया था।

भीण्डर. (उदयपुर). नगर पालिका क्षेत्र में राज्य सरकार के मास्टर प्लान में सरकारी कार्यालय के लिए आरक्षित कर रखी जमीन पर भूमाफियाओं ने भूखण्ड काट दिए। इनमें कई भूखंडों को बेच भी दिया है। ऐसे मामले पहले भी हो चुके हैं और लोगों की जीवनभर की कमाई भूमाफियाओं के चंगुल फंसी हुई है। भीण्डर तहसील क्षेत्र के राजस्व गांव फोजवड़ली में आराजी नंबर 163, 164-165, 168, 170-171, 172, 173, 176, 223/1, 224, 225-226-227-228, 229/1, 274 की कुल 20 बीघा कृषि भूमि नगर पालिका के मास्टर प्लान 2010-2031 में आरक्षित कर रखी है। सरकार को अपने कार्यालय या अन्य सरकारी उपयोग के लिए जमीन लेनी होगी तो चिन्हित कर रखी निम्न जमीन को अवाप्त कर सकती है। दूसरी ओर भूमाफिया कृषि भूमि पर ही भूखण्ड काटकर लोगों से सौदेबाजी कर रहे हैं। अब सवाल यह उठता हैं कि जो जमीन बिना सरकार के अनुमति के भू-रूपांतरण नहीं हो सकती है, उस जमीन पर लोग कैसे अपने मकान बनाएंगे और मकान बना भी दिए तो उसकी गारंटी कौन देगा कि यह कभी सरकार ध्वस्त नहीं करेंगी।
पालिकाध्यक्ष ने कलक्टर से रजिस्ट्री पर रोक लगाने की मांग :
नगर पालिका अध्यक्ष निर्मला भोजावत के सामने जब इस जमीन का मामला गया तो उन्होंने तुरन्त मास्टर प्लान में जमीन का प्रायोजन जांचा, जिसमें सरकारी आरक्षित भूमि इंद्राज मिला। इस पर निर्मला भोजावत ने उदयपुर जिला कलक्टर को पत्र भेजकर मांग की हैं कि उक्त जमीन के मालिक अपने स्तर पर भूखण्ड काटकर बेच रहे हैं, जो कि नियमानुसार नहीं होकर मास्टर प्लान की अवहेलना की जा रही है। वहीं 90 ए की कार्यवाही बिना कृषि से अकृषि प्रयोजनार्थ भू-उपयोग किया जा रहा है। इसलिए इस मामले में संज्ञान लेते हुए तुरन्त भूखण्ड विक्रय की होने वाली रजिस्ट्री पर रोक लगाई जाए।
इनका कहना
& उदयपुर नगर नियोजन विभाग को पत्र भेजकर मास्टर प्लान को लेकर दिशा-निर्देश मांगे है। वहां से जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके अनुरूप आगामी कार्रवाई की जाएगी।
विजेश मंत्री,
ईओ नगर पालिका भीण्डर

नयागांव. (उदयपुर). खेरवाड़ा थाना पुलिस ने लड़की का अपहरण कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो महिलाओं समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। खेरवाड़ा थानाधिकारी श्याम सिंह ने बातया कि नेरी फलां सुवेरी निवासी निर्मल कुमार ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया कि उसकी पुत्री नवम्बर 2020 को घर पर बिना बताए चली गई। उसके आस पास व रिश्तेदारों में तलाश किया लेकिन वो नहीं मिली। हाल ही 5 अगस्त को मेरे पास फोन आया। फोन पर मेरी बेटी थी। उसने बताया कि मुझे अनिल मीणा निवासी मंसारो की ओबरी पीएस ऋषभदेव घर से भगाकर ले आया। मेरी दुदालय तहसील गंगधार जिला झालावाड़ में जबरन शादी करवा दी गई है। मुझे वहां से छुड़ा कर ले जाओ।
निर्मल कुमार की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक डॉ.राजीव प्रचार के निर्देश पर उप पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला, वृत्ताधिकारी विक्रम सिंह के निर्देश पर टीम थानाधिकारी श्यामसिंह, एएसआई करणवरसिंह, कांस्टेबल रणधीरसिंह, अकुंर शर्मा, महिला कांस्टेबल लीला, कांस्टेबल चन्द्र प्रकाश ने कार्रवाई करते हुए अनिल मीणा निवासी मसारो की ओबरी, शकंर अहारी निवासी गरनाला (ऋषभदेव), दिलीप जैन निवासी अरनावदा कोटड़ा (झालावाड़), नरेश भाई बारोट निवासी दावली, सरडोई जिला अरावली गुजरात, जशोदा डामोर निवासी उम्मेदरा, फलां शीशोद बीछिव$ाड़ा, लीला बेन निवासी दावली, सरडोई जिला अरावली गुजरात को डिटेन कर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अनिल व अन्य बिचोलियों द्वारा लड़की को डेढ़ लाख रुपए में बिना घर वालों की जानकारी के बेचने बताया। जिन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। साथ अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है।

वल्लभनगर. (उदयपुर). वल्लभनगर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत करणपुर के अंतर्गत आने वाले सरजणा बांध के पेटाकाश्त में स्थित समेलिया महादेव मंदिर के पास पानी में डूबने से वल्लभनगर निवासी दो युवकों की मौत हो गई। वल्लभनगर थाना अधिकारी भीमाराम ने बताया कि वल्लभनगर निवासी शोएब पुत्र अकरम खान, इनायत अली पुत्र बशीर खान सहित चार युवक समेलिया महादेव मंदिर के पास बांध के पानी में नहाने गए। इस दौरान शोएब व इनायत अत्यधिक गहराई में चले जाने से पानी में डूब गए। यह देख कर साथ में गए दो अन्य युवकों ने शोर मचाया तो आसपास के खेतों से ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े। सूचना पर वल्लभनगर सरपंच प्रतिनिधि राजकुमार गुर्जर, पूर्व पंचायत समिति सदस्य किशन लाल मेघवाल, देवेंद्र चौधरी के साथ वल्लभनगर पुलिस उप अधीक्षक बुद्धराज सहित थाने का जाब्ता भी पहुंच गया। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से दोनों युवकों को बाहर निकाला। लेकिन एक युवक की मौके पर मौत हो गई जबकि दूसरे की अस्पताल लाते समय रास्ते में मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने वल्लभनगर अस्पताल में दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
बांध के बीच में है महादेव मंदिर
ज्ञात रहे की समेलिया महादेव मंदिर वल्लभनगर के सरजणा बांध के बीचो बीच स्थित है। सरजणा बांध के भरने के कारण मंदिर के पास करीब आठ माह तक पानी भरा रहता है। वल्लभनगर अस्पताल में प्रधान देवीलाल नंगारची, पूर्व सरपंच रूप गिरी गोस्वामी सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने परिजनों को ढांढस बंधाया।

उदयपुर. उदयपुर से दिल्ली जाने वाली चेतक एक्सप्रेस का इंजन बुधवार शाम पांडोली में फेल हो गया। उदयपुर-जयपुर इंटरसिटी के अटकने के साथ ही उदयपुर से कोटा होकर दिल्ली जाने वाली मेवाड़ एक्सप्रेस को भी रोकना पड़ा। इससे चित्तौडग़ढ़-उदयपुर के बीच तीन ट्रेनें अटक गई।

चेतक एक्सप्रेस उदयपुर से निकलकर पांडोली पहुंची थी कि इंजन फेल हो गया। गाड़ी सिंगल लाइन पर ही रुक गई। इससे जयपुर से उदयपुर आ रही इंटरसिटी एक्सप्रेस डेढ़ घंटा घोसुंडा में ही अटक गई। इंटरसिटी में उदयपुर आ रहे यात्री और चेटक एक्सप्रेस में दिल्ली जा रहे यात्री बीच में अटककर परेशान हो गए। चेटक एक्सप्रेस के यात्रियों को तो इंजन फेल होने की जानकारी मिल गई, लेकिन इंटरसिटी के यात्री जानकारी के अभाव में परेशान होते रहे। वे उदयपुर में परिजनों को जानकारी देने के साथ ही रेलवे स्टेशन पर कॉल करके ट्रेन रुकी होने का कारण पूछते रहे। चेतक एक्सप्रेस का इंजन फेल होने से मेवाड़ एक्सप्रेस को भी आधे घंटे तक रोकना पड़ा। मेवाड़ एक्सप्रेस आधा घंटा देर से चली, वहीं जयपुर-उदयपुर इंटरसिटी डेढ़ घंटा देरी से उदयपुर पहुंची।

चित्तौडग़ढ़ से आया इंजन
चित्तौडग़ढ़ के स्टेशन मास्टर जीपी गुप्ता ने बताया कि इंजन फेल होने के बाद चित्तौडग़ढ़ और मावली दोनों जगह से बैकअप इंजन मंगवाए गए। घोसुंडा में चेतक एक्सप्रेस का इंजन बदला गया। दूसरे इंजन के आने पर चेतक एक्सप्रेस को घोसुंडा तक पहुंचाया गया। यहां एक लाइन से मेवाड़ एक्सप्रेस को गुजारा गया, वहीं दूसरी लाइन पर खड़ी जयपुर-उदयपुर इंटरसिटी को रवाना किया गया।

उदयपुर. प्रदेश में जहां सरकार बढ़ती विद्युत दरों पर नियंत्रण करने में विफल रही है, वहीं विद्युत वितरण कंपनियां करंट से होने वाले हादसे रोकने में नाकामयाब साबित हुई है। इन्हीं कंपनियों की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक प्रदेश में 2.75 लाख जगह ऐसी खतरे से भरी कमियां रही है, जहां करंट संबंधी हादसे हो सकते हैं। इन्हें एक माह में सुधारना था, लेकिन सात माह बीतने तक महज 71 हजार जगहों पर ही सुधारी गई। प्रदेश में अब भी दो लाख जगह करंट से मौत के खतरे बरकरार है। प्रदेश में बीते तीन साल में करंट की घटनाओं से 1200 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसों के पीडि़तों को बतौर मुआवज 23 करोड़ रुपए भुगतान करना पड़ा।

अफसर गिनाते हैं मजबूरियां

राज्य मानवाधिकार आयोग सदस्य एमके देवराजन की मौजूदगी में हाल ही में हुई चर्चा में चौंकने वाली स्थिति सामने आई है। सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर जवाब मांगा गया तो अधिकारी सीधा जवाब देने के बजाय मजबूरियां गिनाने लगे। आयोग ने विद्युत हादसों में मौत की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए बिजली अधिकारियों से हादसों की रोकथाम के लिए एक्शन प्लान बनाने को कहा। काफी संख्या में हादसों के कारण खोजे जाने के निर्देश दिए गए।

इन्होंने समझी जिम्मेदारी

समता पावर और आरएसइबी रिटायर्ड अभियन्ता एवं अधिकारी जन कल्याण ट्रस्ट जयपुर ने मानवाधिकार आयोग को याचिका दी थी। प्रदेश की विद्युत वितरण कम्पनियों की ओर से सुरक्षा नियमों की अवहेलना और हर रोज होती विद्युत दुर्घटनाओं से मौतों पर अंकुश के लिए आवाज उठाई। इसके लिए राजस्थान विद्युत नियामक आयोग सचिव, जयपुर विद्युत वितरण निगम एमडी, अजमेर विद्युत वितरण निगम एमडी, जोधपुर विद्युत वितरण निगम एमडी, विद्युत निरीक्षणालय के वरिष्ठ विद्युत निरीक्षक और राजस्थन सरकार के ऊर्जा सचिव को जिम्मेदार माना है।
इनका कहना
नियामक आयोग की ओर से जारी सुरक्षा सम्बन्धित निर्देशों की पालना नहीं होने की शिकायत हमने विद्युत अधिनियम-2003 की धारा 142 में की। जिसे आयोग ने याचिका का रूप देते हुए वितरण कम्पनियों को नोटिस जारी किया। उनके असंतोषपूर्ण जवाब पर यह सिद्ध हो गया की कम्पनियां सुरक्षा सम्बन्धित निर्देशों की पालना नहीं करने की दोषी है। इसके बावजूद नियामक आयोग ने इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
वाइके बोलिया, कोर कमेटी सदस्य, समता पावर
हम हाइकोर्ट में गए, जहां पीआईएल लगाई, नियामक आयोग में भी गए। सुरक्षा मानक तय किए गए हैं, जो विद्युत अधिनियम में आते हैं। इनकी पालना क्यों नहीं की जा रही है। यह हठधर्मिता है। सभ्य समाज में इससे बुरी स्थिति क्या हो सकती है। हाइकोर्ट में पीआईएल पर सुनवाई नहीं हो रही है, नियामक आयोग लाचार है और जिम्मेदार समझने को तैयार नहीं है। इंसानी जीवन अनमोल है, जिसे जिम्मेदार हल्के में ले रहे हैं।
डीपी चिरानिय, अध्यक्ष, आरएसइबी रिटयर्ड अभियन्ता-अधिकारी जनकल्याण ट्रस्ट
जब तब सामाजिक उत्तरदायित्व नहीं हो तब तक नतीजे बेहतर नहीं हो सकते हैं। करंट के खतरे मनुष्य की जान से जुड़ा मुद्दा है, जिनकी अनदेखी की जा रही है, जबकि बेवजह की बयानबाजी करने को उतारु रहते हैं। जो काम एक माह में करना था, उसे सात माह हो गए, लेकिन सुधार नहीं हुए। मानवाधिकार आयोग का भी कहना है कि करंट से हादसों के कारण जानकर सुधार किया जाना चाहिए।
बीएम सनाढ्य, निदेशक, समता पावर

उदयपुर. गोवर्धनविलास थाना क्षेत्र के काया स्थित राजेंद्र सूरी जैन मंदिर परिसर में एक जून की रात को चौकीदार की हत्या हो गई थी। पुलिस ने प्रत्येक नजरिये से छानबीन कर ली, लेकिन हत्यारे का सुराग नहीं लगा। घटना को सवा दो माह से अधिक समय होने के बाद भी खुलासा नहीं हो पाया है। इसी को लेकर राजपूत समाजजनों ने खुलासे की मांग को लेकर पुलिस उपअधीक्षक को ज्ञापन दिया।
काया चनबोरा जैन मंदिर में रोड सिंह की हत्या के मामले में आश्रित परिवारजनों को आर्थिक सहायता दिलाने और हत्यारे को पकडऩे की मांग को लेकर मेवाड़ क्षत्रिय राजपूत समाज संघ ने ज्ञापन दिया। जिलाध्यक्ष चंदन सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में समाजजन गिर्वा वृत्ताधिकारी प्रेम धणदे से मिले। मेवाड़ क्षत्रिय राजपूत समाज संघ उपाध्यक्ष झाड़ोल ब्लॉक के केसर सिंह, काया ब्लॉक के उदय सिंह, उपाध्यक्ष भभूत सिंह, बीरोटी ब्लॉक के महेंद्र सिंह, संरक्षक सोहन सिंह, भानु प्रताप सिंह, सुधीर शर्मा मौजूद थे।
परिसर की व्यवस्था पर सवाल
समाज के पदाधिकारियों ने ज्ञापन में कहा कि धर्मस्थल परिसर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन घटना के दिन कैमरे बंद पाए गए। यह मंदिर ट्रस्ट की लापरवाही है। रोडसिंह की मृत्यु के पास मंदिर ट्रस्ट को परिजनों की मदद के प्रयास करने चाहिए थे। मामले का खुलासा 15 दिन में नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई।
यह था मामला
गोवर्धनविलास थाना क्षेत्र के काया स्थित राजेंद्र सूरी जैन मंदिर परिसर में चौकीदार चणबोरा गांव निवासी रोडसिंह (60) पुत्र दुले सिंह राजपूत की गर्दन काटकर हत्या हो गई थी। वह मैदान में कुर्सी लगाकर बैठा था। एक कुर्सी पर बैठा, जबकि दूसरी कुर्सी पर पांव लम्बे कर रखे थे। आधे लेटे अवस्था में ही उसे नींद आ गई तब पीछे से गर्दन पर वार किया गया। वार एक बार ही इतना तेज किया कि आधी गर्दन कट गई। हत्या धारदार हथियार से की गई, जिससे चौकीदार जिस अवस्था में सोया था, वैसा ही पड़ा रह गया। प्रारंभिक तौर पर आपसी रंजिश की वजह से हत्या होना माना गया। सुबह परिसर में काम करने वाले अन्य लोगों ने शव पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी।

53 किलो डोडा चूरा जब्त

Thursday 12 August 2021 01:36 PM UTC+00

खेरोदा. (उदयपुर). भटेवर. खेरोदा थाना क्षेत्र के नेशनल हाइवे 76 पर भटेवर के पास मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने ५३ किलो डोडा चूरा जब्त किया। पुलिस को देख आरोपी गाड़ी छोड़ कर फरार हो गए।
पुलिस ने गाड़ी से डोडा चूरा बरामद किया। गाड़ी गुजरात नंबर की है। थाना अधिकारी मोहम्मद फारूक ने बताया कि गाड़ी की सीट के नीचे दो बोरों में डोडा चूरा बरामद किया गया। थाने पर तोल किया तो दोनों कट्टों में 53 किलो डोडा चूरा निकला।
पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर गाड़ी जप्त कर ली है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जांच वल्लभनगर थानाधिकारी श्यामसिंह रतनू को सौंपी है। कार्रवाई करने वाली टीम में एएसआई चतराराम, कांस्टेबल जगनप्रसाद, राजेन्द्र, रतनलाल जाट, दूदाराम आदि शामिल थे।
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आवरा में पहाड़ी पर भैरूजी मंदिर का ताला तोड़ा
गींगला. कुराबड़ थाना क्षेत्र के बोरी ग्राम पंचायत के आवरा गांव में पहाड़ी पर स्थित भैरूजी मंदिर के गेट का ताला मंगलवार रात अज्ञात चोरों ने तोड़ कर दानपात्र, अलमारी तोडऩे का नाकाम प्रयास किया। ग्रामीणों ने बताया कि चोर मुख्य गेट का ताला तोड़ कर अंदर घुसे और दानपात्र और अमलरी को भी तोडऩे का प्रयास किया गया लेकिन जाग होने पर तोड़ नहीं पाए। बाद में ग्रामीणों ने पड़ताल भी की लेकिन कुछ नहीं मिला।

उदयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की टीम ने पाली जिले के कुरना गांव में पटवारी को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसने जमीन का नामांतरण करने की एवज में रिश्वत मांगी थी।
एसीबी स्पेशल यूनिट के एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि पाली जिले में घाचियों का वास रूपावास निवासी पटवारी घेवर चंद पुत्र रूपाराम घाची को गिरफ्तार किया गया। वह बाला में पटवारी है, जबकि कुरना पटवार हल्के का अतिरिक्त चार्ज है। पटवारी ने परिवादी की खरीदी जमीन की पार्टनरशिप डीड का नामांतरण खोलने की एवज में 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी। बुधवार को रिश्वत मांगी जाने की पुष्टि होने पर गुरुवार को ट्रेप की कार्रवाई की गई। पटवारी ने अपने मूल पटवार मंडल में रिश्वत ली। ब्यूरो की टीम ने पटवारी घेवरचंद को 15 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। कार्रवाई में उपअधीक्षक प्रमेंद्र कुमार, हेडकांस्टेबल सुरेश कुमार, अजय कुमार, नन्दकिशोर पंड्या, राजेश कुमार, दिनेश कुमार की मौजूदगी रही।

गींगला. (उदयपुर). कुराबड़ ब्लॉक के वली गांव में स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र पर पिछले १० माह से एएनएम का पद रिक्त होने से इन दिनों ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि १० माह पूर्व यहां नियुक्त एएनएम सेवानिवृत्त हो जाने के बाद नई एएनम की नियुक्ति नहीं हो पाई। वर्तमान में खेड़ी स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम को अतिरिक्त चार्ज दे रखा है। वली केन्द्र से जुड़े वली, वेला, नेगडिया घाटी माला का गुडा छोटी वली क्षेत्र के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवा एवं उपचार के लिए परेशान होना पड़ता है तथा उन्हें दूर जगत या कुराबड़ तक की दौड़ करनी पड़ती है। कोरोना और मौसमी बीमारी के चलते लोगों को छोटी सी बीमारी पर भी गांव में सुविधा नहीं मिल पाने सेदूर जाना मजबूरी है। इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी सूचना दी लेकिन १० माह से पद भरने के इंतजार में ही है।

सिन्दु.(उदयपुर)माण्डुथल, डिगंरकिया, महुडा सहित आसपास के कई गंावों में इन दिनों पैंथर का आतंक बढऩे से ग्रामीण परेशान है। ग्रामीण अकेले खेत में जाने से डर रहे हैं। माण्डुंथल गांव के नोहरा बस्ती के यशपाल सिंह झाला ने बताया कि बीती रात को नोहरा बस्ती निवासी सरदार सिंहं झाला की गाय मृत मिली। जिसके शरीर के पीछे का कुछ हिस्सा खाया हुआ था। दो दिन पहले भी पैंथर ने दो कुत्तों व एक गाय के बछड़े को अपना निवाला बना लिया था लेकिन वनविभाग ने अभी तक पैंथर को पकडऩे के लिए न तो पिजंरा लगाया और न कोई अन्य प्रयास किए। ग्रामीण तेजसिंह, महेन्द्र सिंह व यशपाल सिंह झाला ने प्रशासन से पैंथर को पकडऩे के लिए पिजंरा लगाने की मंाग की है।
दो दिन में दो बछड़ी
का शिकार
गुड़ली. देबारी पावर हाऊस के निकट गोवला गांव में पैंथर के आंतक से ग्रामीण भयभीत हैं। पैंथर ने गत दो दिन में दो पशुओं का शिकार किया है। जानकारी के अनुसार गांव के मांगीलाल डांगी के मकान बाड़े में पैंथर मंगलवार रात दस फ ीट ऊंची दिवार फ ांदकर घुसा और बछड़ी का शिकार किया। इससे पहले सोमवार रात गणेशलाल डांगी के बाड़े में घुसकर एक बड़ी का शिकार कर दिया। पशुओं के आवाज करने पर मांगीलाल व उसके परिवार के लोग जाग गए। उस दोरान पैंथर भाग गया। सुचना पर बुधवार सुबह सरंपच प्रतिनिधि भीीमराज भील, उपसरपंच दुल्हेसिंह देवड़ा सहित ग्रामीणों ने वन अधिकाारियों को सूचना दी। ग्रामीणों ने गांंव में ङ्क्षपजरा लगाने की मांग की है।

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