>>: Digest for August 19, 2021

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श्रीगंगानगर. पुरानी आबादी थाना पुलिस ने नोट दोगुने करने की मशीन दिलाने के बहाने एक व्यक्ति से चार लाख रुपए हड़पने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से ऊपर नीचे पांच-पांच सौ के नोट व बीच में कागज लगी गड्डियां बरामद की गई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में अन्य ठगी की वारदात का भी खुलासा होने की उम्मीद है।

पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि 17 अगस्त को अग्रसेन नगर वार्ड नंबर दो निवासी मोहित कुमार पुत्र महेन्द्र सोनी ने पुरानी आबादी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 14 अगस्त को करणपुर चुंगी के पास भिंदा नाम का व्यक्ति मिला। जिसने उसको बताया कि नोट दोगुने करने की एक मशीन आती है। जिसके चार लाख रुपए लगते है। यदि मुझे दो लाख रुपए दे तो दो मैं मिलाकर मशीन ले आते हैं। इस पर मोहित ने उसको दो लाख रुपए नकद दे दिए। 15 अगस्त को आरोपी ने फोन किया कि उसके पास दो लाख रुपए का इंतजाम नहीं हो पाया है। यदि मोहित दो लाख रुपए और दे तो मैं मशीन ले आऊंगा। उसको फिर वहीं करणपुर चुंगी के पास ही दो लाख रुपए और दे दिए। 16 अगस्त को आरोपी को परिवादी ने फोन किया तो उसने आने की बात कही लेकिन वह नहीं आया। इस पर परिवादी को आरोपी पर धोखाधड़ी करने का संदेह हो गया। उसको दौबारा फोन किया तो उसने कहा कि मशीन वाला ज्यादा पैसे मांग रहा है। परिवादी ने उसको और रुपए देने का लालच दिया। आरोपी ने परिवादी को गांव 6 जी बुलाया। वहां गया तो आरोपी भिंदा एक घर में ले गया, जहां दो युवक बैठे हुए थे। जो आरोपी के साथ ही काम कर रहे थे। आरोपियों ने उसको नोट दोगुने करने का लालच देकर चार लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआई प्रमोद कुमार को सौंपी। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी रणजीत सिंह सेवदा के नेतृत्व में टीम गठित की गई। जांच व मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 48 जीजी श्रीनगर केसरीसिंहपुर निवासी भिंदासिंह उर्फ पिंदा सिंह पुत्र मोहनसिंह, 42 जीजी निवासी सुखा सिंह उर्फ सुखप्रीत सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह व कुंदनसिंह पुत्र जागेन्द्र सिंह को राउंडअप कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। जिनको गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में अन्य धोखाधड़ी के मामले भी खुलने की उम्मीद है। पुलिस टीम में एएसआई प्रमोद कुमार, कांस्टेबल राकेश, धर्मवीर, नरेन्द्र शामिल रहे।

कागज लगी मिली गड्डियां

- पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से पांच-पांच सौ रुपए के नोट आगे व पीछे लगी तीन गड्डियां मिली है। जिसमें एक नोट ऊपर व एक नीचे लगा है, शेष में कागज लगा हुआ है। इस कागज पर काले रंग का अदृश्य पदार्थ लगा हुआ है। वहीं आरोपियों की एक बिना नंबरी कार भी जब्त की गई है। यह नोटों की गड्डियां ठगी के जाल में फंसाने वाले व्यक्ति को दिखाई जाती थी। जिससे वह नोट देखकर जाल में फंस जाए।

लालच में फंस गया परिवादी

- पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परिवादी नोट दोगुने करने की मशीन का झांसे में आ गया और लालच में आकर उसने आरोपी को दो बार में चार लाख रुपए भी दे दिए। इस तरह ही लोग रुपयों के लालच में ठगी का शिकार हो रहे है। इसी तरह ऑनलाइन ठगी भी व्यक्ति को लालच में फंसाकर हो रही है लेकिन लोग लालच के आगे कुछ नहीं सोचते हैं और जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं।

श्रीगंगानगर. शहरी क्षेत्र में आएदिन होने वाली बाइक चोरी व राहगीरों से मोबाइल, नकदी व चेन छीनने की वारदातों में गिरफ्तार हुए आरोपियों ने बेरोजगारी के लिए नहीं, वरन नशे की पूर्ति के लिए वारदातों को अंजाम दिया। इन मामलों के जांच अधिकारियों की माने तो नशे की पूर्ति के लिए आरोपी इस तरह की वारदात कर रहे हैं।

जांच अधिकारियों का कहना है कि बाइक चोरी, मकान, दुकान आदि से छोटी मोटी चोरी, राहगीरों से नकदी, मोबाइल व चेन आदि छीनने की वारदात करने वाले आरोपियों को लगातार गिरफ्तार किया जा रहा है। इन आरोपियों से पूछताछ यह जानकारी सामने आई है, वे केवल अपने नशे की पूर्ति के लिए ही वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा उनको घर व परिवार वालों से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे आरोपी नशा व ऐश करने को ही वारदात करते हैं। जो कोई काम-धंधा करते नहीं और आसानी से उनको रुपए चाहिए। ऐसे युवक शहर में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

कई तरह का करते हैं नशा

- पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े जा रहे आरोपी कई तरह का नशा करते हैं। इनमें नशे की गोलियां, चिट्टा, शराब, सीरप आदि से नशा करने वाले शामिल हैं। जब इनको नशे की तलब लगती है और इधर-उधर से कोई जुगाड़ नहीं होता है तो फिर ये लोगों से छीना झपटी करते हैं। मोबाइल छीनकर उसको जिस रेट पर भी बिक जाए, बेच देते हैं और उससे मिले पैसे नशा करते हैं। ऐसे कई युवक यहां सक्रिय हैं। पुलिस इनके खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।

चाहिए इजी मनी

- पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चोरी, छीना झपटी करने वाले आरोपियों को इजी मनी चाहिए। जिसका सबसे आसान तरीका लोगों से छीना झपटी करना है। किसी की जेब से रुपए छीन ले जाते हैं तो किसी का मोबाइल और सोने की चेन मिल जाए तो वह ले जाते हैं। जिनको बेचकर ऐशो आराम व नशा करते हैं।

ये हैं उदाहरण

केस-एक- जवाहरनगर थाना पुलिस की ओर से मंगलवार दोपहर को एक महिला से मोबाइल छीनने के मामले में गिरफ्तार आरोपी मोहित व अक्षय से पूछताछ में यह जानकारी मिली। वे दोनों नशा करने के आदी है और नशे की पूर्ति के लिए छीना झपटी की वारदात करते हैं।

केस-दो- कोतवाली इलाके में संजय भाटिया को गोली मारकर लूटपाट करने के आरोपी भी नशा करने के आदी रहे हैं और छीना झपटी की वारदात करते थे। जो मोटा हाथ मारने के लिए हत्या व लूट की वारदात को अंजाम दिया। जिसमें आरोपी अभी फरार चल रहे हैं।

केस-तीन- पुरानी आबादी में दुकान से नकदी चोरी के मामले में गिरफ्तार आरोपी करण उर्फ लावा भी नशा करने का आदी है। नशे की पूर्ति के लिए ही अपने साथी के साथ मिलकर दुकानदार के गल्ले से सात-आठ हजार रुपए छीनकर ले गए थे।

केस-चार-सदर थाना इलाके में साहुवाला व कालिया में घरों में घुसकर लाखों की चोरी की वारदात में गिरफ्तार आरोपी भी नशा करने के आदी है और नशा पूर्ति व ऐशो आराम के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। नशे की पूर्ति व ऐशो आराम के लिए इन वारदातों को अंजाम दिया था।

इनका कहना है

- छीना-झपटी व लूटपाट की वारदातों में गिरफ्तार हो रहे आरोपी नशा करने के आदी है। जो नशे की पूर्ति के लिए छीना झपटी की वारदात को अंजाम देते हैं। इनको रोजगार आदि से कोई मतलब नहीं है। शाम को नशा मिल जाए। इसके लिए ही दिनभर इधर-उधर वारदात की फिराक में रहते हैं।

- गजेन्द्र सिंह जोधा, थाना प्रभारी कोतवाली

- वारदात करने वाले नशे के आदी है और कुछ कोरोना के बाद काम धंधा छूटने के बाद छीना झपटी की वारदात कर रहे हैं। शराब, गोलियां आदि का नशा करने के आदी है और नशे की पूर्ति के लिए वारदातों में लिप्त हो गए हैं।

- रणजीत सिंह सेवदा, थाना प्रभारी पुरानी आबादी

- मोबाइल व नकदी छीनने के आरोपी नशा करने के आदी है। जो नशे की पूर्ति के लिए इन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। मोबाइल आदि छीनकर औने-पौने दामों में बेचकर शराब, गोलियां आदि का नशा करते हैं।

-विश्वजीत सिंह, थाना प्रभारी जवाहरनगर

-नशे के आदी युवक ऐशो आराम व अय्यासी करने के लिए चोरी आदी की वारदात कर रहे हैं। पूछताछ में यह सामने आया है कि नशे के लिए वारदात की गई।

-हनुमानाराम बिश्नोई, थाना प्रभारी सदर थाना।

श्रीगंगानगर. इलाके में विधायक राजकुमार गौड़ और कांग्रेस नेता अशोक चांडक के बीच ढाई साल से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा चुनाव में एक दूसरे के खिलाफत करते हुए चुनावी मैदान में आ गए थे। लेकिन हार मिलने के बाद चांडक ने विधायक गौड़ की खिलाफत का सुर अब तक नहीं बदला है।

चांडक ने विधायक गौड़ को इलाके में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर कई बार कोसा है। वहीं गौड़ का कहना है कि उन्होंने कभी छिछोरी राजनीतिक नहीं की। बेवजह उनके नाम का इस्तेमाल कर चंद लोग अपनी राजनीति चमकाने में लगे है लेकिन हकीकत जनता जानती है। इन दोनों के आरोप प्रत्यारोप का आरोप पिछले ढाई साल से चल रहा है।

हालांकि नगर परिषद के चुनाव में गौड़ ने चांडक को एेन टाइम पर समर्थन देकर इलाके में नया राजनीति समीकरण बदलने का प्रयास किया था। लेकिन चांडक ने इस समर्थन में भी राजनीतिक पैंतरा बताकर फिर से गौड़ के खिलाफत मोर्चा खोल दिया है।

ताजा घटनाक्रम व्यापारी नेता और अरोड़वंश समाज के पूर्व अध्यक्ष जोगेन्द्र बजाज के बेटे दक्ष बजाज की ओर से स्वतंत्रता दिवस पर शहर में बैँक लूटपाट और फायरिंग की अफवाह फैलाने को लेकर हुआ है। पुलिस ने इस अफवाह फैलाने वाले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

इस गिरफ्तारी से भड़के कांग्रेस नेता अशोक चांडक, बिहाणी शिक्षा न्यास के जयदीप बिहाणी, संयुक्त व्यापार मंडल तरसेम गुप्ता आदि ने पुलिस अधीक्षक और कोतवाली सीआई से मिलकर नाजायज रूप से दक्ष बजाज को फंसाने का आरोप लगाया है

चांडक ने फिर से विधायक गौड़ और उनके भानजे सुनील पहलवान का नाम घसीट लिया है। इधर, विधायक गौड़ का कहना है कि वे ही लोग शफूगा छोड़ रहे थे कि इलाके की कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है।

यह अफवाह कौन फैला रहा था, इसकी जांच जब पुलिस ने सख्ती से शुरू की तो अब उन ही लोगों के पेट में दर्द हो रहा है कि यह कदम पुलिस गलत उठा रही है।

एक तरफ पुलिस को काम नहीं करने का ओलमा तो दूसरी ओर सख्त कार्रवाई पर भी शिकायतें, दोनों एक साथ नहीं चल सकते। विधायक गौड़ ने चांडक का नाम लिए बिना कहा कि चंद लोग शहर की छवि बिगाडऩे मे लगे है, इसे गंगानगर ही रहने दो बस।

उन्होंने केदारजी और राधेश्याम गंगानगर का नाम लेते हुए उदाहरण दिया कि एेसे राजनीतिक भी इलाके में हुए है जिन्होंने विरोधी होते हुए भी एक दूसरे को आदर सम्मान दिया।

इलाके का सौहार्द बिगडऩे नहीं दिया। यही माहौल हम देना चाहते है लेकिन चंद लोग जानबूझकर यह अफवाह फैलाकर माहौल खराब करना चाहते है। जनता सबकी हरकतें देख रही है कि कौन सही है या कौन गलत। उन्होंने एेसी घटिया मानसिकता वाली राजनीतिक से परहेज करने का आग्रह किया।

ज्ञात रहे कि अरोड़वंश समाज के पूर्व प्रधान जोगेन्द्र बजाज को दो साल पहले गैंगस्टरों की ओर से जान से मारने की धमकियां मिली थी, तब पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा भी दी गई।

यह मामला शांत होने के बाद वे चांडक खेमे में आ गए। पिछले सप्ताह चांडक ने नगर विकास न्यास के अध्यक्ष पद का मनोनयन करने के लिए सरकार से बजाज के नाम की सिफारिश करने की बात सार्वजनिक की थी। इस घोषणा से बजाज फिर से चर्चा में आ गए।

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