>>: Digest for August 19, 2021

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Table of Contents

सीकर. राजस्थान में बरसात की उम्मीद फिर फिसलती जा रही है। प्रदेश में 17-18 अगस्त से मानसून सक्रीय होने की बात कहने वाले मौसम विभाग ने भी यूटर्न ले लिया है। पहले विभाग ने बंगाल की खाड़ी में नया दबाव क्षेत्र बनने की बात कहते हुए प्रदेश में फिर से बरसात का दौर शुरू होने की बात कही थी। पर अब फिर बरसात की संभावना से इन्कार कर दिया है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट ने भी बुधवार को प्रदेश में बरसात नहीं होने की संभावना जताई है। हालांकि पूर्वी राजस्थान के कुछेक इलाकों में मेघ गर्जन के साथ छिटपुट बरसात हो सकती है।

ये कहता है मौसम विज्ञान केंद्र
पूर्वी राजस्थान में 17 व 18 अगस्त को मानसून सक्रीय होने के साथ कुछ इलाकों में भारी बरसात की संभावना जताने वाले मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने अब उदयपुर व कोटा संभाग के कुछ इलाकों में हल्की बरसात की संभावना ही जताई है। केंद्र के अनुसार बुधवार को प्रदेश के झालावाड़, चित्तोडगढ़़, प्रतापगढ़ व बांसवाड़ा जिलों में एक- दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ हल्की बरसात हो सकती है।


स्काईमेट रिपोर्ट का भी इन्कार
इधर, स्काई मेट वेदर रिपोर्ट ने भी प्रदेश में बरसात की संभावना जाहिर नहीं की है। रिपोर्ट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और दक्षिण गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, उत्तर प्रदेश के मध्य भाग और उत्तराखंड में हल्की बारिश संभव है।

सीकर/रींगस. राजस्थान के सीकर जिले के रींगस कस्बे में बीती रात एक कपड़े के शोरूम में भीषण आग लग गई। हादसे में शोरूम के एसी व एलईडी सहित लाखों के रेडिमेड कपड़े जलकर खाक हो गए। सूचना पर पहुंची दमकल ने बड़ी मशक्कत से आग को काबू में किया। गनीमत से शोरूम में रखे इन्वर्टर व बेट्री तक आग नहीं पहुंची। वरना धमाके के साथ बड़ा हादसा हो सकता था। लाखनी निवासी महावीर बाजिया के सानिया रेडिमेड गारमेंट्स एवं फुटवियर शोरूम में आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।

धुंआ उठते देख मची अफरा तफरी
घटना रात करीब साढ़े नौ बजे की है। जब शोरूम बंद कर संचालक घर लौट गए थे। इसी दौरान शोरूम से अचानक धुंआ उठने लगा। जिसे देख मौके पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। लोग घबरा गए। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना दमकल विभाग तक पहुंचाई। सूचना पर दमकल की टीम कुछ देर में ही मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद करीब पौन घंटे में आग को काबू कर लिया गया। लेकिन, तब तक शोरूम में लगा एसी, सीसीटीवी कैमरे, एलईडी सहित लाखों का सामान जल गया।

टला बड़ा हादसा
आग को समय रहते काबू करने पर बड़ा हादसा टल गया। फायरमैन कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि शोरूम में इन्वर्टर व बेट्री रखे हुए थे। जिन तक आग पहुंचने पर धमाके के साथ आसपास की दुकानों व मकानों में भी नुकसान हो सकता था। आग भी नजदीकी दुकानों को नुकसान पहुंचा सकती थी।


मौके पर जमा हुई भीड़, पुलिस ने भी लिया जायजा
आग की तरह ही उसकी सूचना भी कस्बे में आग की तरह ही फैल गई। जिसके चलते मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने अपने स्तर पर भी आग बुझाने की कोशिश की। हादसे की सूचना पर रींगस थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची व घटनास्थल का जायजा लिया।

सीकर. प्रदेश में पिछले दो साल में सैंकंडरी और सीनियर सैकंडरी में क्रमोन्नत हुए स्कूल के करीब ढाई हजार शिक्षक 'कर्म कहीं और फल कहीं और'से प्राप्त कर रहे हैं। क्रमोन्नति के आदेश के बावजूद इन स्कूलों में पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं होने की वजह से ऐसा हो रहा है। जिसके चलते सीकर जिले में नियुक्त शिक्षकों को ही बाड़मेर व बांसवाड़ा तक के खाली पदों वाले स्कूल के स्वीकृत पदों से वेतन जारी किया जा रहा है। चूंकि एक से दूसरे स्थान पर वेतन व्यवस्था की ये प्रक्रिया लंबी भी है। ऐसे में बहुत से शिक्षकों को वेतन समय पर नहीं मिलने की परेशानी भी झेलनी पड़ रही है।

300 स्कूल क्रमोन्नत, सेंकड़ों में नए संकाय
वेतन की ये समस्या खासतौर पर सत्र 2020-21 व 2021-22 में क्रमोन्नत व नए संकाय खुलने वाले स्कूल के शिक्षकों की है। इन दो साल में प्रदेश में करीब 300 स्कूल सैकंडरी व सीनियर सैकंडरी स्कूल में क्रमोन्नत हुए हैं। वहीं, सैंकड़ों में कला, वाणिज्य व विज्ञान नए संकाय के रूप में शुरू किए गए। शिक्षण के लिए यहां अन्य स्थानों से प्रधानाचार्य, व्याख्याता, प्रधानाध्यापक व वरिष्ठ शिक्षक तो नियुक्त कर दिए गए। लेकिन, वित्तीय स्वीकृति नहीं होने की वजह से इन स्कूलों से उनका वेतन जारी नहीं हो पा रहा। लिहाजा ऐसे शिक्षकों के वेतन के लिए पहले जिले के रिक्त पदों से वेतन व्यवस्था की गई। फिर भी शेष रहने पर सैंकड़ों शिक्षकों को दूसरे जिलों के खाली पदों का शिक्षक दिखाते हुए वेतन जारी किया जा रहा है।

पांच महीनों से अटका वेतन
दूसरे जिलों के खाली पदों के विरुद्ध वेतन की यह प्रक्रिया शिक्षकों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बनी हुई है। क्योंकि वेतन के लिए हर महीने शिक्षक को प्रधानाचार्य को खाली पद से संबंधित जानकारी देनी होती है। जो सीबीईओ के जरिये निदेशालय तक जाती है। इसके बाद वहां से दूसरे जिले की स्कूल के पद विरुद्ध वेतन आहरित करने का आदेश होता है। प्रक्रिया लंबी होने के साथ इसमें कई बार उलझन भी पैदा हो जाती है। जिससे शिक्षकों को समय पर वेतन भी नहीं मिल रहा। आलम ये है कि जिले में ही कई शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें अब तक चार से पांच महीने तक का वेतन नहीं मिल पाया है।

इनका कहना है:
सरकार ने दो साल में स्कूल तो खूब क्रमोन्नत किए। पर उनके लिए पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी नहीं करने पर शिक्षकों का वेतन बड़ी समस्या बन गया है। कई शिक्षकों को चार - पांच महीने से वेतन नहीं मिल रहा। समस्या को लेकर शिक्षा मंत्री को भी अवगत करवाया है।सरकार को जल्द ही सभी स्कूलों में पदों की वित्तीय स्वीकृति जारी करनी चाहिए।जिससे शिक्षकों और सरकारी मशीनरी को परेशानी से निजात मिल सके।
उपेन्द्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत।

दो साल में क्रमोन्नत स्कूल व पद
2020-21:
सैकंडरी में क्रमोन्नत : 112
सीनियर सैकंडरी में क्रमोन्नत: 82
2021-22:
सैं. में क्रमोन्नत स्कूल: 71
सी.सै में क्रमोन्नत: 65
कुल सै.क्रमोन्नत: 183
कुल सी.सै. क्रमोन्नत:147
कुल क्रमोन्नत स्कूल: 330
सीकर में दो साल में क्रमोन्नत: 42
सैकंडरी में स्वीकृत पद: 7
सीनियर सैकंडरी में स्वीकृत पद: 4
अतिरिक्त संकाय: 100 से ज्यादा स्कूल

सीकर. शेखावाटी की पहली दुरंतो ट्रेन बुधवार को सीकर रेलवे स्टेशन पहुंची। समय से 20 मिनट पहले दोपहर 3 बजकर 25 मिनट पर पहुंची ट्रेन यहां करीब छह मिनट तक रुकी। जिसके स्वागत में झुंझुनूं सांसद नरेन्द्र बुडानियां, सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया व उत्तर पश्चिम जयपुर रेलवे सलाहकार समिति सदस्यों के अलावा कई शहरवासी भी रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस दौरान लोगों ने सांसद व विधायक के साथ ट्रेन चालकों व गार्ड का साफा व माला पहनाकर अभिनंदन किया। मिठाई बांटकर भी ट्रेन संचालन की खुशी जाहिर की। बाद में सांसद ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को हिसार के लिए रवाना किया। इस दौरान रेलवे सलाहकार समिति सदस्य सुरेश अग्रवाल, महावीर पुरोहित, एडवोकेट नरेश व विनोद नायक, ललित झाझुका, नरेश बगडिया, रामजीवन झाझुका, प्रमोद झाझुका व जितेन्द्र शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे। गौरतलब है कि मुंबई से जयपुर तक चलने वाली दुरंतो ट्रेन का विस्तार सीकर-झुंझुनूं होते हुए हिसार तक किया गया है। जिसका संचालन बुधवार से ही शुरू हुआ है।

सूरत रोकने व वरिष्ठ नागरिकों को रियायत की मांग
रेलवे सलाहकार समिति ने शेखावाटी में दुरंतों के संचालन को लेकर सांसद बुडानिया व सरकार का आभार जताया। साथ ही ट्रेन का सूरत में भी ठहराव करने व वरिष्ठ नागरिकों को किराये में रियायत की मांग का ज्ञापन भी दिया। इस पर सांसद ने रेल मंत्री से इस बारे में बात करने का आश्वासन भी दिया।

सप्ताह में दो दिन चलेगी, 17 घंटे में पहुंचाएगी मुंबई
दुरंतो का संचालन सप्ताह में दो दिन होगा। मंगलवार व रविवार को यह ट्रेन मुंबई से रवाना होगी। जो सीकर में बुधवार व सोमवार को दोपहर 3 बजकर 45 मिनट पर पहुंचेगी। हिसार से वापसी के बाद यहां से गुरुवार व मंगलवार को ट्रेन वापस मुंबई के लिए 2 बजकर 45 मिनट पर आकर पांच मिनट बाद ही रवाना होगी। ट्रेन के संचालन से शेखावाटी के लोग अब महज 17 घंटे में मुंबई पहुंच सकेंगे। इसकी वजह इसके कम स्टोपेज व तेज गति है। जयपुर और हिसार के बीच यह ट्रेन रींगस, सीकर, झुंझुनूं और सादुलपुर में रुकेगी। जबकि जयपुर और मुंबई के बीच भी सवाईमाधोपुर, रतलाम और बड़ोदरा स्टेशन पर ही इसका ठहराव तय किया गया है।

तेज गति से बिना रुके चलती है दुरंतो
दुरंतो भारतीय रेल सेवा की कम स्टॉपेज व ज्यादा रफ्तार वाली ट्रेन है। जो ए ग्रेड की श्रेणी में मानी जाती है। यह ट्रेन लंबी दूरी के सफर पर ही चलती है। एक्सप्रेस होने की वजह से इसमें खाने-पीने की सारी व्यवस्थाएं होती है। देश में फिलहाल 26 जोड़ी यानी 52 दुरंतो ट्रेन संचालित है।

सीकर/नीमकाथाना. राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना कस्बे में मानवता दिवस के ठीक पहले दिन मानवता को मसलकर फेंक दिया गया। कस्बे के भूदोली गांव में चंद घंटों पहले ही गर्भ से बाहर आई नवजात को अखबार में लपेट कर जंगल की कंटीली झाडिय़ों में फेंक दिया गया। जिसे चींटों का दर्दनाक दल नौंच रहा था। मासूम को पहली बार देखने वाला चरवाहा भी एकबारगी तो वह मंजर देख चीख उठा। पर उसे फेंकने वाले हैवानों के हाथ नहीं कांपे। चरवाहे की सूचना पर बाद में मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर मृत मासूम का पोस्टमार्टम करवाया।

बकरी चराते समय पड़ी नजर
घटना नीमकाथाना के सदर थाना इलाके के भूदोली गांव स्थित बांध के पास की है। जो सुनसान व झाडिय़ों वाला इलाका है। यहां जब राजेंद्र योगी बांध के पास बकरी चरा रहा था तो उसी दौरान उसकी नजर झाडिय़ों में पड़ी। जहां उसे अखबार में कुछ लिपटा हुआ दिखा। जब उसने पास जाकर देखा तो उसमें नवजात कन्या दिखी। जो मृत थी और उसे चींटे नोंच रहे थे।। नजारा देख राजेन्द्र एकबार तो जोर से चिल्लाया। बाद में उसने दौड़कर यह सूचना दूसरों तक पहुंचाई। सूचना सरपंच दिनेश जांगिड़ व पुलिस तक पहुंची तो वे भी घटना स्थल पर पहुंचे। जहां मौका मुआयना कर पुलिस ने नवजात को कब्जे में ले लिया। जिसके बाद उसे राजकीय कपिल अस्पताल ले जाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद दफनाने के लिए ग्राम पंचायत को सुपुर्द किया गया। मामले में ग्राम पंचायत की ओर से पुलिस थाने मेें रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

सात महीने की नवजात, पोस्टमार्टम से होगा खुलासा
चिकित्सकों के अनुसार मृतक नवजात करीब सात महीने की थी। जिसका जन्म 24 घंटे के भीतर ही हुआ था। किसी अस्पताल की कारस्तानी भी इसमें शामिल मानी जा रही है। हालांकि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही ये पता लगेगा कि मासूम की मौत जन्म से पहले ही गर्भ में हुई या जन्म के बाद उसकी मौत हुई है। फिलहाल पुलिस मामले में घटना स्थल के नजदीकी लोगों व अस्पतालों से जानकारी जुटा रही है।

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