>>: Digest for August 21, 2021

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पाली। दक्षिण-पश्चिमी मानसून की लाइन परिवर्तित होने के कारण पश्चिमी राजस्थान खासकर जोधपुर संभाग के कई जिले अच्छी बारिश को तरस रहे हैं। बारिश के अभाव में पेयजल को लेकर सर्वाधिक संवेदनशील पाली जिले में अब तक औसत की 40 फीसदी वर्षा भी नहीं हो पाई है। यह हालत तब है, जब जिले के बड़े पेयजल स्रोतों में महज 8 फीसदी पानी बचा है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की लाइन चेंज हो रही है। जो अब उत्तर-पूर्वी हिमालय क्षेत्र से धीरे-धीरे नीचे आ रही है। मानसून लाइन अपनी सामान्य अवस्था से उत्तर दिशा में शिफ्ट होने और पश्चिमी हवा का प्रभाव बढऩे के कारण राज्य में मानसून कमजोर पड़ गया था। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून के दूसरे सीजन का असर भी पूर्वी राजस्थान में ही ज्यादा रहेगा। पश्चिमी राजस्थान में अभी भी बारिश का दौर कम दर्ज किया जाएगा। इस लिहाज से आगामी दिनों में पाली जिले में पेयजल का संकट खड़ा होना तय है। मानसून के लिहाज से जोधपुर संभाग अन्य संभागों में सबसे पीछे है। संभाग के सूखे बांधों को बारिश का इंतजार है। संभाग के बांधों में कुल भराव क्षमता का मात्र 5.3 प्रतिशत ही पानी बचा है। जबकि, पिछले मानसून में संभाग के बांधों में 12 अगस्त तक 8 प्रतिशत से अधिक पानी था। संभाग के 123 बांधों की कुल भराव क्षमता 976.90 एमक्यूएम है और अब तक 51.89 एमक्यूएम पानी है। यानि 5.3 प्रतिशत पानी ही है।

यह है पाली की स्थिति
पाली जिले में 18 अगस्त तक सबसे कम बारिश सुमेरपुर तहसील क्षेत्र में औसत की 12 फीसदी हुई है। बाली में 32, पाली व रायपुर में 52-52, सोजत में 35, मारवाड़ जंक्शन में 62, रानी में 38, रोहट में 30, देसूरी में 35 तथा जैतारण तहसील क्षेत्र में 58 फीसदी बारिश ही हो पाई है। जिले में वर्षा का औसत 508.1 प्रतिशत हैं। जबकि अब तक दसों इलाकों में 202.2 प्रतिशत बारिश ही हो सकी है। इन इलाकों के 52 बड़े पेयजलस्रोतों की क्षमता 549.83 एमक्यूएम हैं। जिनमें अभी 43.77 एमक्यूएम पानी शेष है। जो क्षमता का महज 8 फीसदी है।

राज्य की यह है हालत
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार कुल 33 में से 11 जिले कम वर्षा की श्रेणी में हैं। 13 जिले सामान्य वर्षा की श्रेणी में है। जबकि 5 जिलों में 1 जून से 15 अगस्त तक अत्यधिक बारिश हुई है। जोधपुर संभाग में सामान्य से कम वर्षा हुई है। कम वर्षा वाले जिलों 20 से 0.59 प्रतिशत में बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, गंगानगर, जालोर, जोधपुर, पाली, राजसमंद, सिरोही और उदयपुर है।

पाली। 'थैंक्यू मीलॉड...देश की सरहद ही हमारी मंजिल है। आपने हमारे हौसले को मजबूती दी। सपनों को परवाज दी। अब हम सरहद की हिफाजत करने का ख्वाब पूरा कर पाएंगी। आपने हमारा गौरव लौटाया। सम्मान, स्वाभिमान और हमारी ताकत भी पहचानी, इसके लिए धन्यवाद।' यह कहना है उन सैकड़ों बेटियों का, जो राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के जरिए सेना में शामिल होकर अपना और देश का भविष्य ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आतुर है।

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक अहम फैसला देकर बेटियों को एनडीए की परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दी है। इस फैसले से बेटियों में उत्साह का संचार हुआ है। वे अब एनडीए की तैयारी की में जुट गई है। खासतौर से एनसीसी प्रशिक्षित बालिकाओं को अपना भविष्य सुनहरा नजर आने लगा है। बांगड़ कॉलेज में एनसीसी प्रभारी जसवंतसिंह का कहना है कि यहां 30 से ज्यादा छात्राएं एनसीसी में है। इन्हें सेना में भर्ती होने का अवसर मिला है। इससे वे अत्यंत प्रसन्न है।

अब मैं भी जोइन करूंगी एनडीए
सुप्रीम कोर्ट ने हमारा भरोसा और विश्वास मजबूत किया है। एनडीए परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलने से हजारों बेटियों का देश सेवा का सपना पूरा हो सकेगा। मेरा भी सपना है कि मैं एनडीए जोइन करूं। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। -यामिनी राठौड़, अंडर ऑफिसर, एनसीसी, बांगड़ कॉलेज, पाली

देश सेवा को आतुर हैं बेटियां
लड़कियों के लिए देश की सेवा करने का यह सुनहरा अवसर मिला है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में यह ऐतिहासिक फैसला है। सेना में कॅरियर बनाने के लिए हम भी आतुर हैं। मैं सीडीएस की तैयारी कर रही हूं। देश की सेवा ही मेरी मंजिल है। इसे हर हाल में हासिल करूंगी। -रजनीबाला चौधरी, एक्स अंडर ऑफिसर, एनसीसी, बांगड़ कॉलेज, पाली

लड़कियों के लिए शानदार तोहफा
लड़कियों के लिए यह शानदार तोहफा है। लड़कियां हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है। सेना में जाने का भी पूरा अवसर मिलना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने लड़कियों के हौसले का मजबूती दी है। मैं भी सेना में जाने की तैयारी कर रही हूं। -तनवी राजपुरोहित, एनसीसी कैडेट, बांगड़ कॉलेज पाली

पाली। बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में निजी अस्पताल से बेहतर सुविधाएं देने के लिए दानदाता उसकी काया पलट रहे हैं। वार्डों का नवीनीकरण कराने के साथ उनमें एसी तक लगवा दिए और अभी तक यह क्रम जारी है। दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन बिजली तक की व्यवस्था करने में नाकाम साबित हो रहा है। अस्पताल में गुरुवार सुबह 8.30 बजे बिजली गुल हो गई। जनरेटर शुरू ही नहीं हो सका। इस कारण अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीज और उनके परिजन गर्मी से बेहाल हो गए। अस्पताल प्रशासन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि बिजली डिस्कॉम की ओर से काटी गई है। हालात यह रहे कि अस्पताल में लगाए सिलकोसिस के शिविर में दूर-दराज से आए मरीजों को भी बिना जांच के बैरंग लौटना पड़ा।

पुराना जनरेटर नहीं उठा सकता लोड
बांगड़ चिकित्सालय में बिजली गुल होने पर जनरेटर की व्यवस्था है। वहां लगा पुराना जनरेटर अस्पताल की बिजली का लोड नहीं उठा सका। जबकि नए जनरेटर में खराबी आ गई थी। जिस पर अस्पताल प्रशासन ने समय पर ध्यान नहीं दिया। जब गुरुवार को बिजली गुल हुई और जनरेटर नहीं चला तो मिस्त्री को बुलाकर दिखाया गया। इसके बाद उसे ठीक करने की कवायद शुरू की गई।

अस्पताल में नहीं हो सकी जांचें
अस्पताल में तकनीकी कारणों से लाइट गुल हो जाने के कारण मरीजों की जांच हो के लिए एक्स रे मशीन व सोनोग्राफी सहित अन्य जांचें नहीं हो पाई। अस्पताल के अंदर गैलरी में लोग बगैर पंखे के पसीने से तरबतर होते नजर आए। लोगों ने बताया कि सुबह 8.30 बजे से बैठे हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला भी नहीं है। लाइट कब आएगी इसका भी कोई पता नहीं। ऐसे में वापस अपने गांव व शहर जाने के लिए देर होने का भी सामना करना पड़ेगा।

नए जनरेटर को ठीक करवाया
बिजली सप्लाई बंद हो गई थी। नया जनरेटर लगाया है। उसके उपकरण जल गए है। पुराना अधिक लोड उठा नहीं सकता है। हमने नए जनरेटर को ठीक करवाया है। -डॉ. रफीक कुरैशी, पीएमओ, बांगड़ अस्पताल, पाली

नहीं हो सकी जांच
सिलिकोसिस शिविर में जांच के लिए आया था। यहां बिजली नहीं होने के कारण एक्सरे आदि की जांच नहीं हो सकी। आज की मजदूरी भी खराब हो गई। -गफूर, निवासी चांग गांव

अब फिर आना होगा जांच के लिए
सिलिकोसिस की जांच के लिए बांगड़ अस्पताल आया था। यहां लाइट नहीं होने के कारण जांच नहीं हो सकी। अब एक दिन फिर खराब कर वापस जांच के लिए आना पड़ेगा। -बीजाराम, निवासी रामवास, जैतारण

पाली/बर मारवाड़। जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के फोरलेन पर शुक्रवार को दोपहर एक बजे दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में दोनों बाइक चालक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि पीछे बैठे युवक को आई गंभीर चोटे आई। हादसे के बाद पेट्रोल पंप संचालक जगदीश सामरिया व अशोक नायक ने घायल हुए तीनों युवकों को निजी जीप से रायपुर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद ब्यावर व जोधपुर रैफर कर दिया।

पुलिस के अनुसार रायपुर निवासी राजूसिंह पुत्र किशोर सिंह रावणा राजपूत रायपुर से बर की तरफ जा रहा था। सूरज सोनी पुत्र भैरूलाल सोनी बर की तरफ से आ रहा था। फोरलेन पर आरएमबी पेट्रोल पंप के पास दोनों मोटरसाइकिलें भिड़ गई। हादसे में सूरज व राजूसिंह गंभीर घायल हो गए। सूरज की बाइक पर पीछे सवार मोहन पुत्र जयराम भी गंभीर घायल हो गया। तीनों की हालत गंभीर है।

नहीं पहुंची एम्बुलेंस 108, घायल युवक तड़पते रहे सडक़ पर
हादसा होने के बाद हादसे में घायल तीनों युवक करीब आधा घंटा सडक़ पर तड़पते रहे। मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। आमजन ने एम्बुलेंस 108 को सूचित किया, लेकिन एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंची।

पाली/फालना। पाली जिले के फालना थाना क्षेत्र निवासी एक युवक ने बैंक ऋण से परेशान होकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। फालना थानाधिकारी ओमप्रकाश कासनिया ने बताया कि थाना क्षेत्र के बेडल निवासी समाराम (45) पुत्र नवाराम जणवा चौधरी ने गुरुवार रात को घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह परिजनों को जानकारी हुई तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

बैंक नोटिस से था परेशान
समाराम ने अपनी कृषि भूमि पर बैंक से ऋण ले रखा था। गत 10 अगस्त 2021 को समाराम को बैंक से बकाया राशि चुकाने का नोटिस मिला। जिसमें 2 लाख 26 हजार रुपए का बकाया ऋण की राशि जमा करवाने की बात लिखी हुई थी। बैंक से नोटिस मिलने के बाद से वह डिप्रेशन में था।

लॉकडाउन से पहले वह मुम्बई कमाने भी गया, लेकिन लॉकडाउन लगने से वापस आ गया, इस आर्थिक स्थिति को लेकर वह परेशान था, उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। उसके दो संतानें है।

पाली. आशापुरा नगर स्थित ज्योति विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को कोविड वैक्सीन शिविर लगाया गया। इसमें शहरवासियों ने जवाई में जल कम होने व बरसात नहीं होने के कारण जल संरक्षण की शपथ ली। कार्यक्रम में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के दिनेश पुरोहित ने कहा कि पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर पानी की किल्लत का सामना अधिक करना होगा। सहायक प्रशासनिक अधिकारी सुरेश कुमार बोहरा ने कहा कि जल है तो जीवन है। पानी का उपयोग उतना ही करें जितनी आवश्यकता है। बाया उदेश ने कहा पानी है तो सब कुछ है। अखिल भारतीय साहित्य परिषद पाली विभाग संयोजक पवन पाण्डेय ने कहा कि वर्षा की कमी के कारण जवाई बांध रीत गया है। इस कारण अभी जल संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। प्रधानाध्यापिका तृप्ति पाण्डेय ने कहा सामान्य जीवन जीना है तो टीकाकरण कराने के साथ पानी बचाना जरूरी है। पार्षद फू लीदेवी बलवंत पटेल के नेतृत्व में महिलाओं ने बरसात के लिए पूजन किया। इस मौके चिकित्सा विभाग के कैलाश राजपुरोहित, महेन्द्र पटेल, जगदीश परिहार, रिजवान, मोनिका चावला, पंजीयन टीम के ताराचंद सेजू, ढगलाराम चौरडिय़ा, शंकरलाल सोनल, किशोर कुमार, रतन उदेश, सह संयोजक नरेन्द्र पटेल आदि ने सहयोग किया।

पाली. मुस्लिम समाज की ओर से शुक्रवार को मातमी पर्व मोहर्रम गमगीन महौल में मनाया गया। पाली जिला मुस्लिम समाज सदर मोहम्मद हकीम व पाली शहर मोहर्रम इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष शकील अहमद नागौरी ने बताया कि मोहर्रम शहादत के रूप में मनाया गया। हजरत इमाम हुसैन ने जुल्म और सितम को खत्म करने और इंसानियत को जिंदा रखने के लिए अपने जीवन को कुर्बान कर दिया था। इस्लाम को नई ऊंचाई दी थी।

कोरोना के कारण पीठ का मोहर्रम केरिया दरवाजा इमाम बाड़ा में लाइसेन्सदार हाजी मोहम्मद उमर लोहार, मोहर्रम चूड़ीगरान लाइसेंसदार मोहम्मद शाहिद पिनू, पलटन मोहर्रम लाइसेंसदार मोहम्मद इल्यास कुरैशी, मोहर्रम खरादियान लाइसेंसदार मोहम्मद इकबाल खरादी व जूनी पाली मोहर्रम लाइसेंसदार मोहम्मद यूसुफ पठान के नेतृत्व में इमाम बाड़ो में मुकाम पर रहे। मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला गया। मोहर्रम के मुकामों के पास ही ढोल-नगाड़ों, जांज-ताशों के साथ शहनाई की मातमी धुन बजा कर कर्बला के शहीद हजरत इमाम हुसैन व अब्बास अलमदार की शहादत को याद किया गया।

पाली। बलात्कार का मामला दर्ज करवाकर कोर्ट में बयान बदलना एक युवती को भारी पड़ गया, पोक्सो न्यायालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए युवती के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के आदेश दिए है।

पोक्सो कोर्ट संख्या-3 के लोक अभियोजक खीमाराम पटेल ने बताया कि रोहट थाने में एक युवती ने वर्ष 2019 में मामला दर्ज करवाया था कि गोविंद पुत्र कपाराम नाम का युवक उसे बहला फुसलाकर बाइक पर ले गया। खेत में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसे अहमदाबाद, जयपुर ले गया। रोहट पुलिस ने बलात्कार व अपहरण का मामला दर्ज कर न्यायालय ने में चालान पेश किया।

पोक्सो न्यायालय संख्या तीन में न्यायाधीश बरकत अली के सामने युवती ने अपने बयान बदलते हुए कहा कि उसके साथ न तो बलात्कार हुआ, न ही उसे कोई अपहरण कर ले गया। युवती द्वारा शपथ लेने के बावजूद न्यायालय में बयान बदलने को न्यायालय ने गंभीरता से लिया। न्यायाधीश बरकत अली ने युवती के खिलाफ धारा 193 आईपीसी में न्यायालय में मुकदमा दर्ज करवाने का आदेश दिया है।

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