>>: Digest for August 21, 2021

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Table of Contents

सीकर. जिदंगी में असफलताओं से भी सामना होता है। लेकिन असफलता से हारकर मैदान छोडऩे वाले कभी अपने लक्ष्य पर नहीं पहुंच सकते हैं। लक्ष्य पर पहुंचने के लिए असफलता के बाद भी मैदान मेंं चट्टान की तरह डटकर खड़े रहना होगा। यह कहना है नड़ा का बालाजी सीकर निवासी सरोज गोरा का। उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित संस्कृत शिक्षा राजनीति विज्ञान व्याख्याता के परिणाम में तीसरी रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह व्याख्याता परीक्षा में काफी कम अंकों से चुक गई थी। लेकिन मन में सफलता हासिल करने का जुनून था। इसके लिए वह लगातार डटी रही। इस बार मेहनत को किस्मत का सहारा मिला तो पूरे राजस्थान में सीकर का कद बढ़ा दिया।
2006 में पुलिस में नौकरी, नहीं किया कार्यग्रहण
गोरा ने बताया कि वर्ष 2006 में राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल के पद पर चयन हुआ। लेकिन परिजनों के साथ शिक्षकों ने कहा कि आप अच्छा कर सकते हो। इसलिए पुलिस में जाने का मन नहीं बनाया। वर्ष 2007 में शादी होने के बाद पढ़ाई से थोड़ी दूरी हो गई। इस दौरान उन्होंने बीएड की पढ़ाई भी कर ली।
2016 से फिर जुटी तैयारी में
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से वर्ष 2016 में प्रथम श्रेणी व्याख्याता भर्ती का विज्ञापन आया। इसके लिए तैयारी से जुट गई। शिक्षक रघुवीर सिंह ने काफी आत्मविश्वास बढ़ाया। लेकिन इस परीक्षा में आठ अंकों से चूक गई। लेकिन हार मानने के बजाय फिर से तैयारी में जुट गई। दुबारा 2018 में विज्ञप्ति आई फिर तैयारी की लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बार काफी करीबी अंकों से हार मिली।
शुरूआत से ही शिक्षक बनने का सपना
सरोज ने बताया कि बचपन से ही शिक्षक बनने का सपना था। उन्होंने सफला का श्रेय शिक्षक रघुवीर सिंह, अरविंद भास्कर, पिता गोविंद सिंह गोरा, ससुर डालूराम, शिक्षक जितेन्द्र फेनिन, राजीव बगडिय़ा, गंगाधर ढाका, मनफूल भास्कर, मुकेश गढ़वाल व भागीरथ सोहू को दिया है। विभिन्न संगठनों की ओर से होनहार का स्वागत किया गया।

सीकर. बनने के बाद से ही अपने लिए जमीन तलाश रही सीकर की यूआईटी की पहली ही बड़ी योजना विवादों में आ गई है। 358 हैक्टेयर (तीन सौ बीगा) जमीन का अधिग्रहण कर आवासीय कॉलोनी विकसित करने के प्रस्ताव पर चार गांवों के लोग विरोध में खड़े हो गए है।
गांव दुजोद, सांवली, सालमसिंह की ढाणी व चंदपुरा के सैकड़ों लोगों ने बुधवार को रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। यूआईटी सचिव और कलक्टर को ज्ञापन देकर प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी है कि किसान किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नहीं जाने देंगे। जमीन को बचाने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए वह तैयार है।
कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, रास्ता रोकने का प्रयास
यूआटी कार्यालय से किसान रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां पर प्रदर्शन कर प्रस्ताव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसान सड़क पर बैठ गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया। इसके बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने इस प्रस्ताव के खिलाफ भूमि अधिग्रहण विरोध किसान संघर्ष समिति भी गठित कर ली है। अब आंदोलन की दिशा यह समिति ही तय करेगी।
यूआईटी के फायदों से नहीं है सरोकार
किसान सुबह यूआईटी कार्यालय पहुंचे। वहां पर सचिव इंद्रजीत सिंह के समक्ष विरोध जताया। इस दौरान सचिव ने उन्हें अधिग्रहण से किसानों को होने वाले फायदे गिनाए तो किसान तैस में आ गए। किसानों का कहना था कि यूआईटी ने दुजोद के 234 खसरों की 248.67, सांवली के 63 खसरों की 102.30,सालम सिंह की ढाणी के 14 खसरों की 4.10 और चंदपुरा के 14 खसरों की 3.28 हैक्टेयर भूमि खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया है। इस भूमि से दस हजार लोग रोजगार से जुड़े हुए हैं। यह बहु फसलीय भूमि है। यहां पर किसान रबी व खरीफ की मुख्य फसलों के अलावा सब्जी भी उगाते हैं। सीकर शहर में सप्लाई होने वाले दूध, सब्जियों व अनाज में इस क्षेत्र की प्रमुख भूमिका है। किसान अपने खेतों में पक्के मकान बनाकर रहते हैं। यूआईटी ने किसानों से बिना बातचीत किए ही पशुधन और किसानों को उजाडऩे का यह प्रस्ताव धनाढ्य लोगों को बसाने के लिए तैयार किया है। किसान अपनी फसल और जमीन को बचाने के लिए जान देने से भी पीछे नहीं हटेगा।
ग्राम सभा और पंचायतों में विरोध में प्रस्ताव
यूआईटी की इस योजना के विरोध में क्षेत्र की ग्राम पंचायतें भी उतर आई है। दुजोद ग्राम पंचायत की ग्राम सभा में अधिग्रहण के विरोध में प्रस्ताव लिया गया है। पंचायत के प्रस्ताव की प्रतिलिपि जिला कलक्टर को भेजी गई है। पंचायत की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि भूमि अधिग्रहण के विरोध में हुई ग्राम सभा में सभी ने भूमि अधिग्रहण के लिए यूआईटी की ओर से लिए गए प्रस्ताव का विरोध किया है। भविष्य में दुजोद में इस प्रकार का कोई भी प्लान नहीं बनाया जाए।

सीकर. राजस्थान के सीकर शहर के मोहल्ला बियासयतियान में छह अगस्त को गैस सिलेंडर में आग से झुलसे मां व बेटी के बाद आखिरकार पिता भी जिंदगी की जंग हार गया। 12 दिन में ही तीन मौत से परिवार सहित पूरे मोहल्ले में मातम का माहौल छा गया। मौत के बाद जयपुर से शव आने के बाद गुरुवार रात को ही शव सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। गौरतलब है गैस सिलेंडर में आग लगने से हुए हादसे में मदिना (50) की पहले ही दिन उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिसके बाद बेटी सबीना ने भी गुरुवार को दम तोड़ दिया था। परिवार दो मौतों के सदमे से उबर भी नहीं पाया कि गुरुवार को फिर जमील की मौत का समाचार आ गया।


मुआवजे की मांग
परिवार में तीन मौत के बाद परिजनों व मोहल्लेवासियों ने मुआवजे की मांग की है। कॉलोनी के अबरार का कहना है कि प्रशासन इस मामले में मूक दर्शक बना हुआ है। तीन मौतों के बाद भी इस परिवार को कोई सरकारी राहत नहीं दी गई है। सबीना की मौत होने पर समाज के लोगों ने जिला कलक्टर से मुलाकात कर इस परिवार को सरकारी राहत देने का आग्रह किया था। लेकिन अभी तक प्रशासन और गैस एजेंसी की तरफ से कोई सहायता उपलब्ध नहीं करवाई गई है।


खाना बनाते समय लगी थ्ीा आग
मोहल्ला बिसायतियान में छह अगस्त की शाम को मोहम्मद जमील (55 ) अपनी पत्नी मदीना (50) व बेटी सबीना (22) के साथ रसोई में था। इसी दौरान खाना बनाते समय नोजल से गैस लीक होने पर सिलेंडर ने आग पकड़ ली। जिसकी चपेट में आने से रसोई में मौजूद तीनों जने झुलस गए। विस्फोट व चीख की आवाज सुनकर नजदीकी लोग मौके पर पहुंचे और आग को काबू में करने की कोशिश की। जो कड़ी मशक्कत के बाद काबू में आई। इसी बीच सूचना पर एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। जिसकी मदद से तीनों को एसके अस्पताल ले जाया गया। जहां हालत गंभीर जान चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को जयपुर रैफर कर दिया।घटना के दौरान घर में पांच सदस्य थे। जमील का बेटा युसुफ व बहु भी घर पर ही थे। जो गनीमत से बाहर कमरे में होने की वजह से हादसे का शिकार होने से बच गए।

सीकर. राजस्थान के शेखावाटी सहित कई इलाकों में आज बरसात की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने भविष्यवाणी की है। केंद्र के अनुसार शुक्रवार व शनिवार को पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के जिलों में भी दो दिन कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ बारिश हो सकती है। इसी तरह जोधपुर संभाग में केवल छुटपुट स्थानों पर शनिवार व रविवार को हल्की बरसात देखने को मिल सकती है।

आज यहंा बरसात की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भरतपुर जिले में एक दो स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है। जबकि अलवर, भरतपुर, दौसा, धोलपुर, करौली, सीकर, जयपुर, झुंझुनूं, जयपुर, बारां, कोटा, बूंदी, चित्तोडगढ़़, झालावाड़, उदयपुर, डूंगरपुर में एक दो स्थानों पर मेघगर्जन व बिजली चमकने के साथ बरसात की संभावना है।

पश्चिमी राजस्थान में औसत से ज्यादा बरसात
मौसम विज्ञान केंद्र ने इस सप्ताह पूर्वी के मुकाबले पश्चिमी राजस्थान में अच्छी बरसात के संकेत दिए हैं। केंद्र के अनुसार सप्ताह के दौरान पूर्वी राजस्थान में सामान्य और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। हालांकि दूसरे सप्ताह में यानी 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच बरसात फिर सामान्य से कम बरसात होने के आसार हैं।

स्काईमेट ने ये बताई संभावना
इधर, स्काईमेट वेदर रिपोर्ट ने भी दक्षिण पूर्व व पूर्वी राजस्थान में बरसात की संभावना जाहिर की है। रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पूर्व और पूर्वी राजस्थान के अलावा, झारखंड, तेलंगाना के शेष हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड के हिस्से, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों,मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह झारखंड, तेलंगाना के शेष हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात क्षेत्र, दक्षिण-पूर्व और पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम व जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश की संभावना है।

सीकर/फतेहपुर. राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में बीती रात एक ढाबे के पास खड़े दो युवकों को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना ट्रक के तेज रफ्तार में ओवरटेक करते समय हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां आज सुबह पोस्टमार्टम की कवायद शुरू हुई।

सामान लेने आए दो युवक
फतेहपुर शहर कोतवाल उदय सिंह ने बताया कि फतेहपुर के वार्ड 33 स्थित भातरा बगीची के पास के निवासी सन्दीप कुमावत उर्फ बच्चिया पुत्र कालूराम प्रजापत व सुधीर माहीच श्री दो जांटी बालाजी मन्दिर के नजदीक पैंत्तालीसा धर्मशाला के पास स्थित एक ढाबे पर आए थे। जो बाइक लेकर ढाबे के सामने सड़क किनारे खड़े थे। इसी दौरान तेज गति से ओवर टेक करते हुए एक ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। इसके बाद दोनो के शव को राजकीय धानुका अस्पताल की मोर्चरी मे रखवाया गया। जहां शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम की कवायद की गई। घटना के दौरान मौके पर काफी लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाने में भी मदद की।

मिट्टी के बर्तन बेचता था संदीप
दोनों युवक मेहनत मजदूरी करने वाले बताए जा रहे हैं। इनमें मृतक सन्दीप आशाराम मन्दिर के पास मिट्टी के बर्तन व पैड़— पौधे बेचने का काम करता था।

सीकर. जिले के ग्रामीण इलाके की 23 वर्षीय विवाहिता के साथ जयपुर के एक मंदिर में पुजारी द्वारा बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। 23 वर्षीय विवाहिता की चार साल पहले ही शादी हुई थी। जिसके बाद वह पति व पिता के साथ मंदिर में जात देने गई थी। जहां आरोपी पुजारी ने हवन के बहाने उसे रोककर उसे अपनी हवस का शिकार बना लिया। विवाहिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी पुजारी को गिरफï्तार कर लिया है।

चार दिन से पहाडिय़ों में छुपा
पुजारी ने नशीला पदार्थ खिलाकर विवाहिता के साथ ज्यादती की। घटना के बाद वह फरार हो गया। चार दिन तक फरार पुजारी विराट नगर मैड़ में पहाडिय़ों में जाकर छुप गया। जिसे जयपुर व सीकर की टीम ने बड़ी मशक्कत से गिरफ्तार किया।

चार बच्चों का पिता है आरोपी
पुलिस के मुताबिक आरोपी खुद चार बच्चों का पिता है। उसके तीन बेटियां व एक बेटा है। जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भैरूजी मन्दिर का पुजारी है। जो पीडि़ता की ताई का रिश्ते में भाई भी है।

पति व पिता को चौराहे पर भेज पीछे से की ज्यादती
महिला की रिपोर्ट के अनुसार वह अपने पति और पिता के साथ 15 अगस्त की शाम को जयपुर स्थित भैरूंजी के मन्दिर में शादी की जात देने गई थी। जहां आरोपी ने हवन के बहाने उन सभी को रात को मंदिर में ही रोक लिया। इसके बाद पुजारी ने महिला के पति व पिता को एक चौराहे का काम बताकर भेज दिया। फिर पीछे से अकेली रही पीडि़ता को देर रात नशीला पदार्थ खिलाकर उसका बलात्कार किया। होश में आने पर उसने पीडि़ता को बदनामी का डर दिखाकर चुप करवा दिया और अगले दिन अपनी कार में ही तीनों को सीकर छोडऩे भी आ गया।

पति को बताने पर भागा आरोपी
रिपोर्ट के अनुसार पीडि़ता ने सीकर पहुंचते ही पति को घटना की जानकारी दे दी। बवाल होता देख पुजारी कार छोड़कर ही फरार हो गया। इसके बाद परिजनों के साथ पीडि़ता ने जयपुर के ग्रामीण इलाके में आरोपी पुजारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।

सीकर. प्रदेश के छह जिलों में होने वाले पंचायत चुनाव में श्रीमाधोपुर निवासी एक बेटी जबरदस्त सुर्खियां बटोर रही है। श्रीमाधोपुर की नाथुसर गांव निवासी बेटी रुपाली नागर जयपुर के मोजमाबाद के वार्ड 13 से पंचायत समिति का चुनाव लड़ रही है। जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर होने के साथ करोड़पति है। बीएमडब्ल्यू कार की मालकिन के तौर पर अपनी अलग पहचान बना चुकी रुपाली इंजीनियर पति विकास नागर के साथ राजनीति में प्रवेश कर रही है। जो वार्ड 13 से जिला परिषद का चुनाव लड़ रहे हैं। विकास भी शपथ पत्र में तीन करोड़ की सपंति का जिक्र करने पर लेकर चर्चा में हैं।

शपथ पत्र में बीएमडब्ल्यू का जिक्र, पति ने बताई 3 करोड़ संपति
चुनाव शपथ पत्र में रूपाली नागर ने अपने पास 23.25 लाख रुपए के गहने व बीएमडब्ल्यू कार होने की बात लिखी है। वहीं, 85 हजार रुपए नकद राशि के अलावा बैंक में 78 हजार रुपए व 54 हजार रुपए की पॉलिसी का जिक्र किया है। जबकि पति विकास नागर में तीन करोड़ रुपए की संपति होने का शपथ पत्र चुनाव शाखा में जमा करवाया है।

तीन बार विधायक रह चुके दादा व चार बार ससुर
रुपाली अपने दादा व ससुर की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही है। दरअसल रुपाली पूर्व मंत्री व जयपुर के दूदू विधायक बाबूलाल नागर की पुत्रवधू हैं। जो चार बार विधायक रह चुके हैं। जबकि दादा मालाराम गंगवाल भी दिल्ली के मादीपुर से तीन बार विधायक रह चुके हैं। ऐसे में वह पति के साथ अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना चाहती है। गौरतलब है कि सिविल इंजीनियरिंग के साथ विकास एलएलबी कर ऑल इंडिया बार काउंसलिंग की परीक्षा भी पास कर चुके हैं और राजनीति के साथ क्रिमिनल लॉयर के तौर पर भी जन सेवा करना चाहते हैं।

प्रधान की दावेदार, महिला सशक्तीकरण का विजन

राजनीतिक पृष्ठभूमि, शिक्षा व सक्रीयता को देखते हुए रुपाली को प्रधान पद का महत्वपूर्ण दावेदार भी माना जा रहा है। बकौल रुपाली चुनाव जीतकर वह पंचायत समिति क्षेत्र का चहुंमुखी विकास करने के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए विशेष कार्य करना चाहती है। कांग्रेस सरकार है कड़ी से कड़ी जोड़कर।

नाथूसर में बीता बचपन, दिल्ली में पढ़ाई

रुपाली का पीहर नाथूसर में है। परिवार दिल्ली में रहने पर भी खेतीबाड़ी गांव में होने पर रुपाली अपना काफी बचपन परिवार के साथ यहां बिता चुकी है। हालांकि शिक्षा नोएडा में ही हासिल की।


छह जिलों में है चुनाव

गौरतलब है कि प्रदेश के जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर व सिरोही जिलों में तीन चरणों में पंचायत चुनाव है। जिसके लिए नामांकन पत्र भरे जा चुके हैं। 26 अगस्त से मतदान शुरू होने के साथ 4 सितम्बर को चुनाव परिणाम घोषित होंगे।

सीकर/खाटूश्यामजी. राजस्थान के सीकर जिले में खाटूश्यामजी के नजदीकी बाज्यावास गांव में शुक्रवार दोपहर एक खदान में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई। मृतक स्थानीय निवासी वीरेन्द्र व राजेन्द्र सिंह है, जो दोपहर में खदान में नहाने आए थे। लेकिन, पानी में उतरने के बाद वापस नहीं लौटे। सूचना पर पहुंची सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम को वीरेन्द्र का शव मिला है। जबकि राजेन्द्र की तलाश अब भी जारी है।

राहगीर को कपड़े व मोबाइल दिखने पर हुआ संदेह
जानकारी के मुताबिक वीरेन्द्र सिंह व राजेन्द्र सिंह दोपहर करीब दो बजे खदान में नहाने आए थे। यहां पानी के पास ही कपड़े, जूते व मोबाइल रखकर दोनेां पानी में नहाने उतर गए थे। जो वापस नहीं आए। इसी बीच वहां से गुजर रहे राहगीर ने जब उनके कपड़े व अन्य सामान घटना स्थल के पास देखा तो संदेह होने पर उसने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। जिसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर उपखंड अधिकारी राजेश मीणा व दांतारामगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किा गया।

पहले स्थानीय लोगों ने की कोशिश
दोनों युवकों को निकालने के लिए पहले स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। पर काफी देर तक सफलता नहीं मिलने पर सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया गया। जो करीब छह बजे घटना स्थल पहुंची। इसके बाद एसडीआरएफ के पांच गोताखोरों ने दोनों की तलाश शुरू की। करीब 15 मिनट की कोशिश पर वीरेन्द्र का शव तो मिल गया, लेकिन राजेन्द्र का शव अब तक नहीं मिल पाया है।

मजदूरी करते थे युवक, कई दिनों से जा रहे थे नहाने
जानकारी के अनुसार दोनों युवक दोस्त थे। जो मजदूरी करते थे। पिछले कुछ दिनों से वे रोजाना बंद पड़ी खदान में नहाने आ रहे थे। लेकिन, आज जब वह नहाने पानी में उतरे तो फिर वापस नहीं लौटे।

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