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Sunday 29 August 2021 07:32 AM UTC+00 नागौर. कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम को लेकर नागौर जिले में मिशन अंगेस्ट कोरोना की टीम के लिए शनिवार का दिन राहतभरी खबर लेकर आया। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में काम कर रही टीम हैल्थ नागौर ने आखिरकार कोरोना को मात दे दी। जिले में अब तक का अंतिम कोरोना पॉजिटिव मरीज भी शनिवार को स्वस्थ हो गया। अब नागौर जिला कोरोना मुक्त हो चुका है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान एक अप्रेल से लेकर 28 अगस्त 2021 के बीच जिले में कुल एक लाख 77 हजार 862 लोगों के सैम्पल लिए गए, जिनमें से 7 हजार 222 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। अब जिले में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं है। जिले में अब तक का अंतिम कोरोना पॉजिटिव मरीज डीडवाना के मौलासर क्षेत्र का निवासी है, जो बेहत्तर चिकित्सीय उपचार व परामर्श के चलते बिल्कुल स्वस्थ हो चुका है। सीएमएचओ डॉ. महिया ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. सोनी के मार्गदर्शन में संचालित किए जा रहे मिशन अंगेंस्ट कोरोना के तहत जिले के राजकीय चिकित्सा संस्थानों में 243 ऑक्सीजन बैड, निजी अस्पतालों में 55 ऑक्सीजन बैड, कोविड हैल्थ केयर सेंटर्स पर 236 ऑक्सीजन बैड की सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध है। वहीं जिले में सरकारी चिकित्सा संस्थान स्तर पर 28 आईसीयू वेटिंलेटर बैड तथा निजी चिकित्सा संस्थानों में दो आईसीयू वेटिंलेटर बैड की सुविधा विशेष रूप से कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए हर समय उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि कोविड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ही जिले में सरकारी चिकित्सा संस्थानों के आईसीयू में 14 बैड तथा निजी अस्पतालों की आईसीयू में 11 बैड की सुविधा कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए हर समय उपलब्ध है। |
Sunday 29 August 2021 07:45 AM UTC+00 नागौर. जिले के रसद विभाग की टीम ने जन आधार ऑनलाइन सीडिंग के काम में पूरे राज्य में परचम फहराया है। जन आधार कार्ड की सीडिंग के काम में प्रथम चरण के बाद द्वितीय चरण में भी नागौर जिले ने राज्य भर में प्रथम स्थान हासिल किया है। जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में रसद विभाग की टीम ने आर्थिंक एवं सांख्यिकी विभाग तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से जन आधार कार्ड की सीडिंग का 99.99 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया है। इस निर्धारित लक्ष्य के आधार पर तय की गई रैकिंग में नागौर जिले का नाम राज्य सूची में सबसे ऊपर है। गर्व की बात यह है कि रसद विभाग के राज्य मुख्यालय से जनआधार सीडिंग को लेकर निर्धारित और प्राप्त लक्ष्यों के आधार पर बनाई गई ब्लॉकवार सूची में भी नागौर जिले के ही चार ब्लॉक अव्वल रहे हैं। कुचामन टॉप पर जिला रसद अधिकारी ने बताया कि जिले के कुचामन, रियांबड़ी, खींवसर तथा नावां ब्लॉक ने राज्य सूची में क्रमश: प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा चतुर्थ स्थान हासिल किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की पालना में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के समस्त लाभ आशार्थी को जन आधार कार्ड के माध्यम से दिए जाने हैं। उक्त कार्य के लिए जिले के 50 हजार 279 राशन कार्ड की जन आधार योजना में सीडिंग की गई है। प्रमुख शासन सचिव ने की नागौर टीम की प्रशंसा रसद विभाग के प्रमुख शासन सचिव नवीन जैन ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनआधार सीडिंग कार्य की समीक्षा बैठक ली थी। उक्त बैठक में प्रमुख शासन सचिव जैन ने जन आधार सीडिंग की लक्ष्य प्राप्ति में अव्वल रहने पर नागौर के जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी व उनकी टीम की प्रशंसा की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सहायक निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग भंवरलाल निम्बड़, संयुक्त निदेशक डीओआईटी कुम्भाराम, प्रवर्तन अधिकारी रामजीवन बेनीवाल, देवाराम सारण, प्रवर्तन निरीक्षक रामावतार पूनिया, शिवराम चौधरी, वीरेन्द्र सिंह व दिव्या विश्नोई, रामलाल शामिल हुए। |
Sunday 29 August 2021 02:18 PM UTC+00 मेड़ता सिटी. भक्त शिरोमणि मीरा बाई भक्तिकाल की ऐसी संत है, जिनका सबकुछ भगवान श्रीकृष्ण के लिए समर्पित था। इसी वजह से आज पूरे विश्व में मेड़ता को मीरा नगरी के रूप में जाना जाता है। आज जन्माष्टमी पर्व पर हम आपके लिए लेकर आए है कृष्ण भक्त मीराबाई के जीवन के कुछ रोचक किस्से...। कृष्ण भक्ति में मीरा बाई अमर हो गई और आज भी मेड़ता के चारभुजानाथ मंदिर में रोजाना भगवान चतुर्भुज के सबसे पहले दर्शन मीरा बाई को ही होते हैं। मीरा तब भी कृष्ण भक्ति में लीन थी और आज भी लीन है और हमेशा रहेगी, क्योंकि मीरा तो मीरा कृष्ण भक्ति में अमर है। इसीलिए चारभुजानाथ मंदिर में चतुर्भुजनाथ भगवान के सामने ही मीरा बाई की मूर्ति स्थापित करवाई गई। मंदिर परिसर में गर्भगृह के बाहर चौक के सामने मीरा मंदिर है और इसी वजह से रोजाना सुबह पट खुलते ही उनके आराध्य चारभुजानाथ के पहले दर्शन मीरा बाई को ही होते हैं। चारभुजानाथ के साथ मीरा बाई की भी आरती होती है। 78 साल पहले मीरा बाई की प्रतिमा की हुई स्थापना मंदिर में चारभुजानाथ भगवान की मूर्ति के सामने करीब 100 फीट की दूरी पर ठीक सामने करीब 78 साल पहले मीरा बाई की मूर्ति की स्थापना की गई थी। मीरा बाई की मूर्ति को कुछ इस तरह से स्थापित किया गया है कि जैसे ही सुबह 5 बजे मंगला आरती के समय मंदिर गर्भगृह के पट खुलते हैं तो भगवान चारभुजानाथ के पहले दर्शन मीरा बाई को ही होते हैं। इसके साथ ही मीरा के आराध्य चारभुजा की आरती के समय प्रतिदिन मीरा बाई की भी आरती होती है। चारभुजानाथ मंदिर पुजारी भगवतीलाल अबोटी ने बताया कि मंदिर परिसर में मीरा बाई की जो मूर्ति स्थापित है, उसे बनाने में मूर्तिकार को 6 महीने का समय लगा था। कृष्ण को ही सबकुछ माना, उन्हीं में समा गई मीराबाई के बालमन में कृष्ण की ऐसी छवि बसी थी कि किशोरावस्था से लेकर मृत्यु तक उन्होंने कृष्ण को ही अपना सब कुछ मान लिया। राव दूदा के पुत्र रतनसिंह की इकलौती पुत्री मीराबाई का जन्म सोलहवीं शताब्दी में हुआ था। मीरा बाई का लालन-पालन मेड़ता सिटी में ही हुआ। बचपन से ही वह कृष्ण-भक्ति में रम गई थीं। मीरा बाई के बचपन के समय की एक कहावत के अनुसार एक दिन उनके महल के बाहर से एक बारात निकल रही थी। मीरा बाई भी परिवार के साथ झरोखे से बारात देख रही थीं। बारात को देख मीरा ने अपनी माता से पूछा कि मेरा दूल्हा कौन है? इस पर उनकी माता ने कृष्ण की मूर्ति की ओर इशारा करके कह दिया कि यही तुम्हारे दूल्हा हैं। तब से मीरा बाई भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो गई और अंत में उन्हीं में समा कर अमर हो गई। |
Sunday 29 August 2021 04:38 PM UTC+00 नागौर. रामपोल सत्संग भवन में चल रही भागवत कथा में कथावाचक संत रमताराम ने कहा कि ईश्वर में लीन होने के लिए खुद को समर्पित करना होगा। समर्पित होने का अर्थ समझाते हुए कहा कि सांसारिक विषयों को हर क्षण सोचने वाले ईश्वर की भक्ति में लीन कैसे हो सकते हैं। समर्पण भाव का आशय यह है कि खुद के अस्तित्व को शून्य मानते हुए भगवान के भाव में समाहित करना होता है। भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न प्रसंगों का जीवंत मंचन किया गया। इसमें दर्शाया गया कि भगवान के पैदा होते ही जेल के कपाट खुले तो वसुदेव आकाषवाणी को सुनकर नन्हें श्रीकृष्ण को लेकर उफनती यमुना में लेकर रवाना हुए। इस दृश्य को देख रहे श्रद्धालुओं में मंचन के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के बजते भजनों के साथ आंखों से अश्रु भी गिरते रहे। कथा में बाल संत रामगोपाल, साध्वी मोहिनीबाई नंदलाल प्रजापत, सुरेशचंद, मनु सैन कांतिलाल कंसारा, जगदीश राठी, मांगीलाल लोहिया, राजाराम तोषनीवाल, आनंद आदि मौजूद थे। राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता के लिए करेंगे चयन नागौर. करौली में सात सितंबर से प्रारंभ होने वाली राज्य स्तरीय अंडर 23 कुश्ती प्रतियोगिता के लिए नागौर जिले की टीम के चयन के लिए प्रतियोगिता 31 अगस्त को होगी । नागौर जिला कुश्ती संघ के सह सचिव परमेश्वर लाल सारण ने बताया कि इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए नागौर जिले की टीम के चयन के लिए बाराणी गांव खेल मैदान में यह प्रतियोगिता होगी । इसमें पुरुष वर्ग के लिए फ्री स्टाइल व ग्रीको रोमन दोनों प्रतियोगिताएं होगी तथा महिला के लिए फ्री स्टाइल ?/पुरुष वर्ग की फ्री स्टाइल के निमित्त वजन 57, 61, 65, 70, 74, 79, 86, 92, 97 व 125 किलो ग्राम है । ग्रीको रोमन 55, 60, 63, 67, 72, 77, 82, 87, 97व 130 किलो में होगी । महिला वर्ग की प्रतियोगिता 50, 53, 55, 57, 59, 62, 65, 68, 72 व 76 किलो में होगी । नागौर जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष भागीरथ गोरचिया ने बताया कि बारानी में सुबह 9 बजे से होने वाली इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पहलवानों का जन्म वर्ष 1998 से 2002 का होना चाहिए । वर्ष 2003 में जन्मे पहलवानों को भाग लेने के लिए मेडिकल प्रमाण पत्र साथ लाना होगा तथा आयु प्रमाण पत्र के लिए पासपोर्ट ओरिजिनल व आधार कार्ड एवं दो पासपोर्ट साइज की फोटो साथ लाना आवश्यक है । कुश्ती संघ के सचिव हरलाल सिंह डूकिया ने बताया कि पहलवानों के वजन में 1 किलो की छूट रहेगी । |
Sunday 29 August 2021 05:02 PM UTC+00 नागौर. मारवाणी युवा मंच एवं जिला साइकिल संघ के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को साईकिल रैली सुबह सात बजे कलक्ट्रेट से रवाना हुई। रैली को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरा लाल मीणा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इनके साथ अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के जिला अध्यक्ष तुलसीराम कुलरिया व राजस्थान अधीनस्थ राजस्व लेखा सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष बंकटलाल जांगिड़ भी थे। साइकिल रैली कलक्ट्रेट से गाँधी चौक, दिल्ली दरवाजा, मूण्डवा चौराहा होकर नागौर स्टेडियम पहुंची। रैली गुजरने वाले रास्तों पर यातायात व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया था। पूरे रास्ते रैली में शामिल प्रतिभागियों के चेहरों पर उत्साह नजर आ रहा था। रैली में कुल 276 प्रतिभागी शािमल होने के लिए पहुंचे थे। स्टेडियम पहुंचने पर रैली का समापन हुआ। इस दौरान हुए कार्यक्रम में इसमें शामिल सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए गए। मुख्य अतिथि के और पर आए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए। अध्यक्षता जिला साइकिलिंग संघ के अध्यक्ष तिलोक देवड़ा ने की। विशिष्ट अतिथि जिला खेल अधिकारी भंवराराम सियाग व जिला साइकिलिंग संघ के सचिव मनीष पारीक थे। संचालन शरद जोशी ने किया। मंच के कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण प्रकल्प के प्रदेश संयोजक पवन सारस्वत ने आभार जताया। इसमें मारवाड़ी युवा मंच के साईकल रैली संयोजक वरुण पालडिय़ा, मंच के योग संयोजक केसरी नन्दन सोनी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संयोजक नीलू खड़लोया, डॉ कैलाश ताडा, वीरेन्द्र पुरोहित जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के जिला प्रचार मंत्री महेश कांगसिया, राधेश्याम पालडिय़ा, पूनमचंद कुलरिया, संजय कांगसिया, कानी राम जांगिड़, लूणकरण कांगसिया आदि मौजूद थे। प्रतिभागियों को रैली से पहले रिस्ट बैंड और कैप दिए गए। समापन पर जल और फलाहार की व्यवस्था भी की गई।कार्यक्रम के समापन पर स्टेडियम में मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरा लाल मीणा के मुख्य आतिथ्य और जिला साइक्लिंग संघ के अध्यक्ष तिलोक देवड़ा की अध्यक्षता में आयोजित प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी दिए गए, कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में जिला खेल अधिकारी भंवरा राम सियाग व जिला साइक्लिंग संघ के सचिव मनीष पारीक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शरद जोशी ने किया। सत्कर्म करने में विलंब नहीं करना चाहिए नागौर. रामद्वारा केशवदास महाराज बगीची बख्तसागर में भागवत कथा पर प्रवचन करते हुए महंत जानकी दास ने भागवत कथा का सार समझाया। उन्होंने कहा कि सत्कर्म करने में विलंब नहीं करना चाहिए। विद्वानों ने इस शरीर को जल के बुलबुले की भांति क्षणभंगुर एवं नाशवान बतलाया है। मनुष्य को चाहिए कि वह निरंतर चिंतन करते रहना चाहिए। सत्कर्म तुरन्त करना चाहिए। इसे कल पर नहीं डालना चाहिए। मन अत्यंत चंचल होता है। यह प्रतिक्षण बदलता रहता है। इसलिए भविष्य में यह करूंगा आदि की अपेक्षा तत्काल करने का कर्म करना चाहिए। मृत्यु का कोई भरोसा नहीं रहता है। इसलिए प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करना चाहिए। इस दौरान अक्षय कुमार ,कालूराम पूर्व पार्षद, दयाराम तेली ,बाबूलाल तेली ,रामेश्वर परिहार, मोहनराम सांखला ,माणक चंद गहलोत ,सत्यनारायण सेन, सत्यनारायण माहेश्वरी ,सोहनलाल कच्छावा ,सत्यनारायण सांखला आदि मौजूद थे। एक क्षण जो विचार आता है दूसरे ही क्षण बदल जाता है अत: जिस समय अच्छा विचार बने उसे उस शिक्षण कार्य रूप में परिणत करने का यथाशक्ति प्रयत्न करना चाहिए इसी आशय को भागवत कथा में व्यक्त किया गया है। संत ने बताया कि मृत्यु के साथ जिसकी मित्रता हो और जिसने अमृत पान कर अमृता प्राप्त कर ली हो वही व्यक्ति यह कह सकता है कि यह मैं कल करूंगा यह वस्तु मुझे कल प्राप्त होगी ऐसा कोई व्यक्ति जीवन में मिलता नहीं है इसलिए हमारा प्रतिक्षण विनाश प्राप्त हो रहा है जीवन के प्रत्येक क्षण का हमें सदुपयोग करना चाहिए । अवसर पर व माताये बहनें उपस्थित रही । संगीत का कराया अभ्यास नागौर. जिला मुख्यालय स्थित केशवदास महाराज की बगीची में रविवार को दिव्यांग बालकों संगीत का अभ्यास कराया गया। रामद्वारा के महंत जानकीदास ने बताया कि पिछले छह माह से प्रत्येक रविवार को बच्चों को शिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। ताकी बच्चे संगीत में निपुण हो सकें। को निशुल्क संगीत की शिक्षा देने का क्रम पिछले 6 महीने से जारी है द्य रामद्वारा के महंत जानकी दास महाराज ने बताया कि संगीत शिक्षक नरोत्तम पाठक के द्वारा दिव्यांग जनों हेतु प्रत्येक रविवार को रामद्वारा परिसर में संगीत शिक्षा का निशुल्क अभ्यास करवाया जाता है इसका उद्देश्य यह कि दिव्यांग बालकों को भी संगीत का अच्छा अभ्यास रहे ताकि वे जीवन कि किसी भी गतिविधि में भाग ले करके अपनी प्रतिभा को प्रकट कर सकें इसी क्रम में आज रविवार को संगीत का अभ्यास दिव्यांग जनों को करवाया गया द्यद्य अमरपुरा स्मारक स्थल का किया दर्शन नागौर. जसनगर के सैनिक क्षत्रिय माली समाज के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने अमरपुरा स्थित स्मारक स्थल का दर्शन किया। यह सभी पैदल करते हुए स्मारक स्थल पर पहुंचे। इनमें जसनगर के सरपंच अशोक सांखला , धन्नाराम पंवार , दिनेश सांखला , दशरथ सांखला , धर्माराम गहलोत , धारूराम सांखला , बाबूराम चौहान , भंवर लाल चौहान , बुधराज बागड़ी , जयप्रकाश सांखला , हीरालाल , धर्माराम गहलोत आदि शामिल थे। इनके भक्ति भाव की सराहना करते हुए कहा गया कि संत समाज के प्रति आस्था की भावना से पाप का नाश एवं पुण्य का संवर्धन होता है। इस दौरान संत शिरोमणि श्रीलिखमीदासजी महाराज स्मारक विकास संस्थान अमरपुरा के महामंत्री राधाकिशन तंवर , कोषाध्यक्ष कमल भाटी व कार्यकारिणी सदस्य धर्मेंद्र सोलंकी तथा नथमल मिस्त्री व कृपाराम गहलोत, बालकिशन भाटी , मोहन सिंह भाटी , रामकुमार भाटी व मंगा राम मेघवाल आदि मौजूद थे। क्रियाकलापों के माध्यम से बताया पढ़ाने का तरीका नागौर. जिला मुख्यालय स्थित शारदा बाल निकेतन विद्यालय में विद्या भारती की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति विशेषज्ञ प्रशिक्षण वर्ग के तीसरे दिन रविवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों को क्रियाकलापों के माध्यम से शिक्षा देने का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें प्रांत प्रमुख राजकुमार बंसल व गंगा विष्णु ने कला शाला, कार्यशाला, चित्र प्रदर्शनी, रंगमंच, तरणताल, चिडिय़ाघर, क्रीड़ांगन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया । विद्या भारती राजस्थान के प्रशिक्षण प्रमुख राम मनोहर शर्मा ने प्रत्येक आचार्य एवं अभिभावकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की अच्छाइयों व विशेषताओं से अवगत कराया। प्रशिक्षक भगवत दान बालोतरा ने इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया। इसमें लक्काराम, अजय गुप्ता, चंदन सिंह राजपुरोहित, किसनाराम विश्नोई, देरामाराम,मिश्रीलाल आदि मौजूद थे। |
Sunday 29 August 2021 05:14 PM UTC+00 नागौर. जयमल जैन पौषधशाला में रविवार को साध्वी बिंदुप्रभा ने प्रवचन में कहा कि किसी भी कार्य की सफलता की प्राप्ति के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। समस्याओं का मूल कारक अधीरता होती है। मनुष्य की अधीरता ही उसके कार्यों की सफलता में बाधक बनकर सामने आ जाती है। भगवान महावीर में शूरता के साथ ही गंभीरता भी थी। धैर्य के अभाव में समस्त कार्य बिगड़ जाते हैं। जल्दबाजी एवं शीघ्रता की प्रवृति से लक्ष्य के प्रति मानव स्थिर भी नहीं रह पाता है। परिस्थिति नहीं बदल सकती है तो फिर मनस्थिति बदल दीजिए। लक्ष्य के प्रति खुद को समर्पित करना पड़ता है। धैर्य के साथ लक्ष्य के प्रति निरंतर प्रयास करने रहने की प्रवृति ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है। प्रवचन प्रश्नों के उत्तर ज्ञानचंद माली, प्रिंस बोहरा, कल्पना ललवानी एवं पुष्पा ललवानी ने दिए। प्रश्नोत्तरी विजेताओं को सूरजदेवी, मदनलाल सुराणा की ओर से पुरस्कृत किया गया। आगंतुकों के भोजन का लाभ कमलचंद, हर्षित ललवानी ने लिया।
एथलेटिक्स में प्रतिभागियों ने किया शक्ति का प्रदर्शन नागौर. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती व खेल दिवस पर एथलेटिक व अन्य खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया र्। बाराणी गांव में विद्यार्थियों के लिए 800 व 1600 मीटर दौड़ में गोगेलाव , बालवा , भदवासी , बाराणी , गोगानाडा व कृष्णपुरा गांव ने बताया कि प्रतियोगिता में सोलह सौ मीटर में गोगेलाव के अनिल ने 4 मिनट व 59 सेकंड लेकर प्रथम व मुराद अली ने द्वितीय, बालवा के पृथ्वीसिंह तृतीय स्थान पर रहे। 800 मीटर दौड़ में गोगेलाव के प्रहलाद प्रथम विजेता बने। बाराणी के राकेश गोदारा द्वितीय व बालवा के रामविलास तीसरे पर रहे। इसमें मुख्य अतिथि शारीरिक शिक्षक हनुमानसिंह देवड़ा ने पढ़ाई के साथ ही खेल के प्रति भी ध्यान देने पर बल दिया। खिलाडिय़ों को भारत विकास परिषद की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके पर विद्यालय बाराणी में भी स्टाफ कर्मियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में शिक्षिका रंजना चौधरी के दल ने प्रथम , अनीता सिंवर के दल ने द्वितीय व प्रतिभा चौधरी के दल ने तृतीय स्थान अर्जित किया। इसमें बाराणी सरपंच प्रतिनिधि धूड़ाराम सारण , प्रधानाचार्य मगनाराम गोदारा , ग्राम विकास अधिकारी भंवराराम गोदारा अतिथि रहे । इस अवसर पर पूरबाराम बाना , गणेशाराम सारण , भंवराराम सारण , केशाराम गोदारा , मोहनराम सारण , सत्यनारायण , गजेसिंह चंद्रावत , मांगूदान चारण आदि मौजूद थे। |
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