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भरतपुर में सुलगी आरक्षण की आग में हाइवे जाम, इंटरनेट बंद, पथराव, दागे गए आंसू गैस के गोले Saturday 22 April 2023 03:18 AM UTC+00 राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में एक बार फिर से आरक्षण की आग फिर सुलग पड़ी है। माली, कुशवाह, शाक्य और मौर्य समाज के लोगों ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर आगरा-बीकानेर हाइवे जाम कर दिया है। भरतपुर जिला प्रशासन ने गंभीर स्थिति को देखते हुए जिले के नदबई, वैर और भुसावर में इंटरनेट बंद कर दिया है।
आंदोलनकारियों ने शुक्रवार शाम करीब सवा सात बजे गांव अरौंदा के पास पुलिस बल पर पथराव भी किया। शुक्रवार दोपहर को जाम करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े व बलपूर्वक खदेड़ा। हलैना-वैर मार्ग पर गांव रमासपुर के पास भी पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हो गए। इस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
प्रदर्शनकारी भुसावर क्षेत्र के बल्लभगढ़ पहुंच गए और पुलिस गाड़ी का घेराव कर कांच तोड़ दिए। लोग हाथों में लाठियां लेकर खड़े थे। ऐसे में स्थिति को देखते हुए राजस्थान पुलिस को यहां से बैरंग लौटना पड़ा। इधर, दूसरी ओर समाज के दूसरे धड़े ने प्रमुख शासन सचिव समित शर्मा से मुलाकात की।
माली, कुशवाह, शाक्य और मौर्य समाज के लोगों ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर जिस अरौंदा गांव के पास हाइवे पर बैठे हैं। यह इन जातियों का गढ़ है। यहां से इन जातियों के वर्चस्व वाली तीन विधानसभा आती है। इसमें भरतपुर की दो सीट नदबई और वैर है तो दौसा की महवा विधानसभा। इन तीनों ही विधानसभा में यह अपना बड़ा वोट बैंक रखते हैं। यही वजह है कि आंदोलन के लिए यह जगह चुनी गई। इससे पहले 12 जून 2022 को भी इन लोगो ने आंदोलन किया था जो कि नौ दिन चला था। मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने आश्वासन पर मामला निपटाया था।
रात में हाइवे किया कब्जा
तीन मांगों के लिए हो रहा आंदोलन |
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