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नीलगाय का शिकार, गर्भ में पल रहे दो बछड़ों को पेट से बाहर निकाल फैंका Friday 16 June 2023 05:29 PM UTC+00 हनुमानगढ़. पीलीबंगा क्षेत्र के गांव हरदयालपुरा की रोही में बीती रात्रि को अज्ञात शिकारियों ने निर्ममता की सारी हदें पार करते हुए पहले तो गर्भवती नीलगाय का शिकार किया तथा उसके बाद नीलगाय को बेरहमी से काट कर गर्भ में पल रहे दो बछड़ों को बाहर निकालकर फेंक दिया। वन विभाग और पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया है। अज्ञात जनों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार गांव हरदयालपुरा की रोही के चक 31 जेआरके में बीते गुरुवार की रात्रि को अज्ञात शिकारियों ने एक नीलगाय का गोली मारकर शिकार कर लिया। ग्रामीणों ने बताया कि अज्ञात शिकारियों द्वारा नीलगाय को गोली मारने के बाद वह तड़पती हुई नजदीक ही पानी से भरे एक कच्चे खाले में जा गिरी। नील गाय के कच्चे खाले में गिरने से पानी से भरा खाला नील गाय के बह रहे खून से रक्तरंजित हो गया। दो से तीन की संख्या में शिकारियों द्वारा पानी में तड़प रही नीलगाय को बाहर निकालकर पहले उसको निर्ममता काटा गया फिर पेट फाड़कर गर्भ में पल रहे दो बछड़ों को बाहर निकाल कर फैंक दिया गया। इसके बाद शिकारी नील गाय के शरीर का मांस नोच कर ले गए। इस दौरान घटना स्थल के नजदीक खेत की रखवाली कर रहे किसान सुभाष बिश्रोई ने अपने भाई को नीलगाय के शिकार की जानकारी देकर मौके पर बुलाया। कार की लाइटों को नजदीक आते देखकर अज्ञात शिकारी नील गाय का मांस लेकर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। इस दौरान मौके पर प्लास्टिक का कट्टे सहित अन्य सामान घटनास्थल पर ही गिर गया। घटना की सूचना मिलने पर जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा प्रदेश संस्था के महामंत्री अनिल बिश्नोई, जीव रक्षा तहसील अध्यक्ष शिवकुमार धारणिया सहित अन्य जीव प्रेमियों ने पहुंचकर वन विभाग के अधिकारियों तथा पुलिस को सूचना दी। वन विभाग के कार्यवाहक क्षेत्रीय वन अधिकारी वीरेंद्र ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए नील गाय के क्षत विक्षत शरीर व दो बछड़ों के शवों को कब्जे में लेकर वन विभाग कार्यालय में पहुंचाया तथा पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवा कर अवशेषों को दफना दिया। नहीं थम रही वन्यजीवों के शिकार की घटना वन्यजीव प्रेमियों ने वन विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाते हुए बताया कि विभाग के अधिकारियों को वन्यजीवों के शिकार की सूचना देने पर फौरी तौर पर कार्रवाई कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली जाती है। वन विभाग के अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली के चलते हौसले बुलंद हो चुके अज्ञात शिकारियों द्वारा सरेआम नीलगाय व हिरणों का शिकार किया जा रहा है। वन्य जीवों के शिकार की घटनाओं को लेकर विभाग की ओर से अधिकतर मामले दर्ज ही नहीं किए जाते हैं। जीवों को बचाने को लेकर वनजीव बाहुल्य क्षेत्र में जीव प्रेमी ठीकरी पहरा लगाकर सुरक्षा करने में जुटे हुए है। जीव प्रेमी साहबराम बिश्नोई, कमलेश बिश्नोई, प्रेम, सुशील, प्रवीण, इंद्रजीत, महावीर बिश्नोई, सुरेंद्र आदि युवाओं की टीम द्वारा रात्रि पहरा लगाकर मूक वन्य जीवों को बचाने में जुटी है, लेकिन क्षेत्र बड़ा होने व वन विभाग की लचर कार्यप्रणाली के चलते शिकार की घटनाओं में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। रात्रि में खेतों की रखवाली कर रहे किसानों ने भी जताई अनहोनी की आशंका |
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