>>: Digest for June 19, 2023

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Table of Contents

क्षेत्र : शिवाजी नगर , बिलाल मस्जिद , टाटा नगर , गुर्जर कॉलोनी , कल्पतरु शोपिंग सेंटर , रेलवे, पटेल नगर , सतीमाता मंदिर , पेंटर कॉलोनी, भगवती प्लाजा , बलाई बस्ती ,राणा कॉलोनी , शास्त्री नगर सर्किल एवं आस पास का प्रभावित क्षेत्र| समय : सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक

क्षेत्र : हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 5 , सुभाष नगर , धन जी पान वाला , राष्ट्रपति मैदान बाजोरिया स्कूल ,शास्त्री नगर सर्किल , शास्त्री नगर कब्रिस्तान , सिन्धु नगर ,मोहनदास चौक एवं आसपास का प्रभावित क्षेत्र |
समय : दोपहर 12 से दोपहर 2 तक

क्षेत्र : फिरदोस मस्जिद ,कब्रिस्तान ,90 फीट रोड, रूबी एन्टर प्राइजेज ,आर.के. रेस्टोरेंट,ग्रीन पार्क , गुजराती पार्क ,संजय नगर ,राजीव नगर ,भट्टा बस्ती , खान मेडिकल , पीर जी की चक्की ,भोम्या बस्ती हाउसिंग बोर्ड ,रामनगर थाना एवं आस पास का प्रभावित क्षेत्र |
समय : दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक

क्षेत्र : शिवाजी नगर , भट्टा बस्ती,सेक्टर 5, 90 फिट रोड , बिलाल मस्जिद एवं आस पास का प्रभावित क्षेत्र |
समय : शाम 4 से शाम 6 बजे तक

क्षेत्र : एपिप जोन में एच -27 से एफ -110 और उसके आस-पास के क्षेत्र में।

एपिप गारमेंट जोन में एफ-111 से एफ-139, एच-140 से ई-321, ई-322 से जी-360 और एच-774, एच-779, फायर ब्रिगेड कार्यालय और इसके आसपास
के क्षेत्र में।

फेज-1 में ई-1 से ई-9, जीनस, नफा नुक्सान, आईओसीएल, बीपीसीएल पेट्रोल पंप और इसके आस-पास का क्षेत्र।

फेज-1 में जी-147 से एच-325, लक्ष्मी भोग आटा यूनिट, शॉपिंग सेंटर, एसबीआई बैंक के पास, एफ-220 से जे-314, सेंट्रल वेयर हाउस, एच-326 से एच-345, अमोल फार्मास्यूटिकल्स, निफ्टी, स्वराज कॉलेज, जेसी एंटीक, कमल एंड कंपनी, जयपुर वूलन , ऑटो लाइट यूनिट, सतनाम मोटर्स, जी-545 से जी-557, एच-662 से एच-668, जैन अरिहंत कोल्ड स्टोरेज, ओम एनएमएच शिवाय यूनिट, जेनपेक्ट, टेलीपरफॉर्मेंस और इसका आसपास का क्षेत्र।

इलेक्ट्रॉनिक जोन में एच-374 से एच-518 और इसके आस-पास के क्षेत्र में।

जेएनआईटी फीडर में 132 जीएसएस कॉलोनी, गीता ग्लोबल स्कूल, जेएनआईटी कॉलेज, वाईआईटी कॉलेज, केदावत अस्पताल, चोखी ढाणी होटल, अंबर विलास, जसोदा देवी कॉलेज, साउथ वाटर पार्क और इसके आसपास के क्षेत्र में।

समय : सुबह 9.30 से शाम 6 बजे तक।

राजस्थान पेंशनर्स मंच ने प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ से मिलकर प्रदेश के सेवानिवृत्त कार्मिकों को निगम के होटलों में 50 फीसदी की छूट दिए जाने की मांग की। मंच के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश क्रांतिकारी और कार्यकारी अध्यक्ष सूरज प्रकाश टांक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल राठौड़ से मिला। राठौड़ ने उन्हें निगम के बोर्ड की आगामी बैठक में इस संबंध में उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में कजोद बेरवा, मुकुट बिहारी शर्मा, अनिल त्रिवेदी,महावीर सिंह चौहान, उदल सिंह राजावत, मोहमद उमर, फतेह बहादुर, बीडी टेकवानी, रामदास शर्मा, नानगराम चौधरी, मिठ्ठू लाल खींची, गोविन्द वल्लभ मिश्रा, आदित्य पारीक, छीतरमल पंवार, गजेंद्र टांक, अशोक राजपूत, हरीश वर्मा,रामसिंह राठौड़ आदि शामिल थे।

योग दिवस 21 को, एमएनआईटी में अभ्यास शुरू
जयपुर। विश्वभर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाएगा। जिसे लेकर एमएनआईटी जयपुर में योग सप्ताह समारोह मनाया जा रहा है। इस योग अभ्यास सत्र में संस्थान के विद्यार्थी, स्टाफ, फ़ैकल्टी भाग ले रहें हैं । 21 जूनको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस संस्थान के निदेशक प्रो एन पी पाढ़ी के नेतृत्व में मनाया जाएगा।
कोच सुश्री नमिता चौहान की देखरेख में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के सदस्यों और उनके परिवारों सहित सौ से अधिक प्रतिभागियों ने योग का अभ्यास कराया जा रहा है। ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, उत्कटासन, उष्ट्रासन वगैरह जैसे कई प्रभावी योगासनों का अभ्यास कराया जा रहा है। चौहान ने बताया कि योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसकी उत्पत्ति प्राचीन भारत में हुई थी और जो शक्ति, संतुलन तथा लचीलेपन के लिए उपयोगी होता है। जिसका उद्देश्य मानव कल्याण और समग्र विकास को बढ़ावा देना है।

Rajasthan Assemble Election 2023: जयपुर। भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने एक बार फिर गहलोत सरकार को घेरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 09 वर्ष के कार्यकाल को लेकर सिंह ने शनिवार को अजमेर जिले के पुष्कर स्थित कड़ेल गांव में संयुक्त मोर्चा सम्मेलन में राजस्थान सरकार पर जुबानी हमला बोला।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने साढ़े चार साल में राजस्थान को केवल जंगलराज, अपराधीकरण और भ्रष्टाचार प्रशासन देने का काम किया। प्रदेश की भ्रष्ट और कुशासन की मिसाल बन चुकी सरकार किसानों के कर्जा माफ करने में झांसा देकर सत्ता में आई। प्रदेश के लिए बड़े दुर्भाग्य की स्थिति है कि आज राजस्थान के किसान की जमीन नीलाम होने की स्थिति आ चुकी है, लेकिन गहलोत सरकार किसान कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा कर रही है। सिंह ने मोदी सरकार के 9 वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि पीएम मोदी ने जो कहा वह करके दिखाया।


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कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए

अरूण सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार गरीबों को मुफ्त सामग्री देने के नाम पर बरगला कर झूठे वादे कर सत्ता में आना चाहती है, लेकिन कांग्रेस भूल गई कि प्रदेश में युवाओं के साथ 16 बार पेपर लीक में छल हुआ। भ्रष्टाचार, अपराधीकरण, महिला अत्याचार से प्रदेश में जंगलराज स्थापित हुआ है। ऐसी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए। एकतरफ मोदी के नेतृत्व वाली सरकार है जो सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के विज़न से देश को आगे बढाने का काम कर रही है तो दूसरी तरफ गहलोत सरकार ने बेरोजगारों को भत्ता देने के नाम पर झांसा दिया।

Cyclone Biporjoy In Rajasthan: अरबसागर से उठा बिपरजाॅय तूफान गुजरात के रास्ते राजस्थान में प्रवेश कर चुका है। तूफान के असर से प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे में बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। 7 बजे से 10 बजे की बीच अधिकांश जगहों पर मध्यम से तेज बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। साथ ही एक या दो दौर भारी बारिश के भी हो सकते हैं।

पाली और जोधपुर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। साथ ही एक या दो दौर भारी बारिश के भी हो सकते हैं। जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनूं, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, दौसा, अलवर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

बाड़मेर के सीमावर्ती इलाकों में बिपरजाॅय तूफान का ज्यादा असर देखा जा रहा है। जिले में मौसम में बदलाव के कारण जनजीवन प्रभावित है। चौहटन के सीमावर्ती इलाकों में तूफानी बरसात से कई गांवों में जल भराव के हालात बन गए हैं। मूसलाधार बारिश से धनाऊ व बीसासर में बस्तियों के घरों में पानी घुस गया है। चौहटन व सेड़वा उपखण्ड क्षेत्र के सभी गांवों में लगातार तेज बारिश से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। बाखासर के बावरवाला से मावासरी गुजरात को जोड़ने वाली सड़क तूफानी बारिश में बह गई। धोरीमन्ना में जल भराव के कारण कई घर खाली करवाए गए हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का एक-एक पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है।

प्रस्ताव के अनुसार, बाड़मेर के 39, दौसा के 33, जयपुर-प्रथम के 25, सीकर के 25, अलवर के 23, जैसलमेर के 22, नागौर के 20, झुन्झूनूं के 20, भरतपुर के 19, अजमेर के 17, डूंगरपुर के 15, हनुमानगढ़ के 15, करौली के 14, चुरू के 14, जयपुर-द्वितीय के 14, बारां के 14, भीलवाड़ा के 12, जोधपुर के 12, टोंक के 12, राजसमंद के 10, कोटा के 9, बीकानेर के 9, धौलपुर के 6, बूंदी के 6, उदयपुर के 6, बांसवाड़ा के 5, चितौड़गढ़ के 5, सवाई माधोपुर के 5, गंगानगर के 5, सिरोही के 4, जालोर के 4 एवं पाली के 2 सहित कुल 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। उप स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन भवन निर्माण होने तक उपलब्ध राजकीय भवन अथवा किराए के भवन में किया जाएगा। साथ ही, प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र हेतु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का 1-1 पद (कुल 441 पद) सृजित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट 2023-24 में प्रदेश में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की थी। इस घोषणा की क्रियान्विति के क्रम में यह स्वीकृति दी गई है। गहलोत की इस मंजूरी से प्रदेश की गांव-ढाणी में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा तथा स्थानीय लोगों को क्षेत्र में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

जयपुर। राज्य सरकार ने एक बार फिर नौकरशाही में फेरबदल करते हुए 11 आईपीएस और 5 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद कार्मिक विभाग ने तबादला सूची जारी की है। तबादला सूची में तीन आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। एपीओ चल रहीं आईएएस अधिकारी आरुषि मलिक और एच. गुईटे को भी फील्ड पोस्टिंग दी गई है। आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची में सरकार ने नवगठित अनूपगढ़, दूदू और गंगापुर सिटी में तैनात विशेषाधिकारी बदल दिए हैं।

इन 5 आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले
राज्य सरकार ने जिन पांच आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं उनमें आरुषि मलिक -आयुक्त बाल अधिकारिता विभाग, एच. गुईटे-आयुक्त एवं संयुक्त शासन सचिव निशक्तजन, श्रुति भारद्वाज-राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान, अवधेश मीणा- संयुक्त शासन सचिव गृह विभाग और उत्साह चौधरी को अतिरिक्त आयुक्त वाणिज्य कर विभाग के पद पर लगाया गया है।

तीन आईएएस को अतिरिक्त कार्यभार

वहीं सरकार ने 3 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया है। भानूप्रकाश अटरू को गृह विभाग के शासन सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा जोधपुर के संभागीय आयुक्त कैलाश मीणा पाली संभाग के विशेषाधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार देखेंगे। उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट बांसवाड़ा संभाग के विशेषाधिकारी का कार्यभार देखेंगे।

11 आईपीएस अधिकारियों के तबादले

तबादला सूची में जिन 11 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं उनमें मालिनी अग्रवाल-एडीजी प्रशिक्षण जयपुर, सचिन मित्तल- एडीजी भर्ती पदोन्नति बोर्ड और साइबर क्राइम , विजय कुमार सिंह को एडीजी तकनीकी सेवा की जिम्मेदारी दी गई है। विजय कुमार सिंह से साइबर क्राइम वापस लेकर सचिन मित्तल को दिया गया है। गौरव श्रीवास्तव-आईजी कानून व्यवस्था , राजेंद्र सिंह-आईजी आरएसी , समीर कुमार सिंह- प्राचार्य राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र किशनगढ़, वंदिता राणा-पुलिस अधीक्षक दौसा, संजीव नैन-डीसीपी पश्चिम जयपुर के पद पर लगाया गया है। इसके अलावा राजेंद्र कुमार को विशेषाधिकारी अनूपगढ़, पूजा अवाना को दूदू और देवेंद्र कुमार विश्नोई को गंगापुर सिटी का विशेषाधिकारी नियुक्त किया गया है। हालांकि हैरानी वाली बात ये है नवगठित जिलों के अस्तित्व में आने से पूर्व यहां दूसरी बार तबादले किए गए हैं।

17 दिन में आईपीएस अधिकारियों की तीसरी तबादला सूची

वहीं 17 दिन के भीतर राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारियों के तबादले की तीसरी सूची जारी की है। इससे पहले 2 जून को 30 आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी की गई थी तो वहीं 7 जून को भी 18 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से शनिवार को मंत्रालयिक कर्मचारियों के प्रतिनिधिमण्डल ने उनके निवास पर मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने गहलोत को अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कर्मचारियों को उनकी मांगो का कार्मिक और वित्त विभाग से परीक्षण करवाकर नियमानुसार उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री गहलोत के आश्वासन के बाद मंत्रालयिक एकता मंच ने अपना क्रमिक अनशन समाप्त करने का फैसला किया।

इस अवसर पर कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव हेमंत गेरा, मंत्रालयिक एकता मंच कोर कमेटी के सदस्य गजेन्द्र सिंह राठौड़, सुरेश धाभाई एवं राजेश पारीक सहित मंत्रालयिक एकता मंच के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

5.50 करोड़ रूपए की लागत से होगा चौगान स्टेडियम का जीर्णोद्धार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर स्थित चौगान स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए 5.50 करोड़ रूपए के वित्तीय प्र्र्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। प्रस्ताव के अनुसार जयपुर के चौगान स्टेडियम में 5.50 करोड़ रूपए की लागत से जीर्णोद्धार कार्य करवाए जाएंगे। यह राशि राज्य सरकार की राज्यनिधि योजना में उपलब्ध प्रावधान में से वहन की जाएगी।

जयपुर। एआईएमआईएम के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी 2 जुलाई को जयपुर में बड़ी जनसभा करके चुनावी शंखनाद करेंगे। कर्बला मैदान में होने वाली जनसभा में पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से 1 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का दावा किया जा रहा है। रैली में जयपुर, दौसा, सीकर, झुंझुनूं, नागौर से लोगों के जयपुर आने की बात कही जा रही है। रैली को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही हैं। हालांकि ओवैसी पहले भी कई जिलों में जाकर जनसंपर्क और नुक्कड़ सभाएं कर चुके हैं।


प्रदेश कार्यकारिणी की भी होगी घोषणा
पार्टी नेताओं का कहना है कि जनसभा के दौरान ओवैसी प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा भी करेंगे। वहीं कई अन्य दलों के कार्यकर्ता भी पार्टी जॉइन करेंगे। इधर ओवैसी की प्रदेश में सक्रियता से कांग्रेस नेताओं की बेचैनी बढ़ी हुई है। कांग्रेस नेताओं को अंदेशा है कि ओवैसी कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओं में सेंधमारी कर सकते हैं और उसका नुकसान कांग्रेस को सकता है। एआईएमआईएम की नजर प्रदेश की अल्पसंख्यक बाहुल्य सीटों पर है। पार्टी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, जिनमें अल्पसंख्यक और आदिवासी बाहुल्य सीट हैं।

इन अल्पसंख्यक बाहुल्य सीटों पर नजर
प्रदेश में अल्पसंख्यक बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो आदर्श नगर, किशनपोल, हवामहल, टोंक, सवाई माधोपुर, धौलपुर, पुष्कर, मसूदा, अजमेर शहर, तिजारा, लक्ष्मणगढ़, रामगढ़, कामां, नगर, बीकानेर पूर्व, सरदार शहर, सूरसागर, शिव, पोकरण, मकराना, चूरू, फतेहपुर, धौलपुर, नागौर, मकराना, डीडवाना, मंडावा, नवलगढ़, नागौर, झंझुनूं, सीकर, दातारामगढ़ जैसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां लगातार औवेसी और उनकी पार्टी के समर्थक जनसंपर्क कर रहे हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी की अमरीकी यात्रा से पहले जो बाइडन सरकार ने ग्रीन कार्ड को लेकर कुछ शर्तों में ढील देने का फैसला लिया है। अमरीकी नागरिकता और आप्रवासन सेवा (यूएससीआइएस) ने ग्रीन कार्ड पात्रता से जुड़ी नई गाइडलाइन जारी की हैं। गाइडलाइन में आपात परिस्थितियों के दौरान इम्प्लॉयमेंट अथॉरिटी डॉक्यूमेंट (ईएडी) के लिए नए और रिन्यूअल आवेदन के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे अमरीका में काम करने और रहने के लिए ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीय आइटी पेशेवरों को राहत मिलेगी। इससे वीजा बैकलॉग या नौकरी जाने की स्थिति में अमरीका में फंसे भारतीयों के लिए ईएडी के लिए आवेदन का मौका मिल सकेगा।

ईएडी है सभी नियोक्ताओं के लिए जरूरी

अमरीका कानून के अनुसार एक एम्प्लॉयमेंट अथॉराइजेशन डॉक्यूमेंट होना यह साबित करता है कि आप एक विशिष्ट समय अवधि के लिए संयुक्त राज्य में काम करने के लिए अधिकृत हैं। अमरीकी नियोक्ताओं को यह सुनिश्चित करने के निर्दिष्ट किया गया है कि वह यह जांच करें कि उसके सभी कर्मचारी संयुक्त राज्य में काम करने के लिए अधिकृत हैं।

आपात हालात में ईएडी आवेदन के लिए योग्यता

यूएससीआइएस ने आपात स्थितियों में ईएडी के आवेदन के लिए कुछ पात्रताएं तय की हैं, जो कि इस प्रकार है।
1. आवेदक को फॉर्म आइ-140 का मुख्य सत्यापित लाभार्थी होना चाहिए।
2. ईएडी के लिए फॉर्म आई-765 भरते समय आवेदक के पास ई-3, एच-1बी, एच-1बी1, ओ-1 या एल-1 के अंतर्गत वैध गैर प्रवासी स्टेटस या अधिकृत ग्रेस पीरियड होना चाहिए। साथ ही आवेदक ने एडजस्टमेंट स्टेटस के लिए आवेदन नहीं किया हो।
3. आवेदक और आवेदक पर निर्भर लोगों को अपने बायोमीट्रिक उपलब्ध कराने होंगे
4. आवेदक या उसके आश्रितों को किसी गुंडागर्दी या अन्य किसी अपराध के लिए दोषी नहीं ठहराया गया हो।

आपात स्थिति के पेश करना होंगे दस्तावेजी सबूत

आपात स्थितियां कई प्रकार की हो सकती हैं। इनमें गंभीर बीमारी, विकलांगता, नियोक्ता विवाद, या नियोक्ता के लिए मुश्किल हालात पैदा हो जाना। आवेदकों को अपनी आपात परिस्थितियों की पुष्टि करने वाले साक्ष्य प्रदान करना होगा। साथ ही इसके अंतर्गत आवेदक, ओवरसब्सक्राइब श्रेणी में अनुमोदित आप्रवासी वीजा याचिका के दस्तावेज जैसे पंजीकरण रेकॉर्ड, गिरवी के दस्तावेज, रोजगार जाने से होने वाला नुकसान दिखाने के लिए लांग टर्म लीज एग्रीमेंट के दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं।
साक्ष्यों से पुष्ट आवेदन के आधार पर ही यूएससीआइएस यह निर्धारित करता है कि एम्प्लॉयमेंट अथॉराइजेशन डॉक्यूमेंट लिए बाध्यकारी परिस्थितियां मौजूद हैं या नहीं।

ग्रीन कार्ड देता है निवास की स्थायी गारंटी
अमरीका में रहने वाले कई भारतीय पेशेवर लंबे समय से ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। ग्रीन कार्ड एक ऐसा दस्तावेज होता है, जो सबूत होता है कि कोई भी व्यक्ति अमरीका का स्थायी निवासी है। लेकिन यह आसानी से नहीं मिलता। कोटा होने के कारण इसके लिए लंबी लाइन होती है।

वर्कफोर्स का 17 फीसदी हैं प्रवासी
आप्रवासन कानून के तहत हर साल लगभग 1,40,000 रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड जारी करने का प्रावधान है। लेकिन इसमें से किसी एक देश के लिए 7 प्रतिशत वीजा ही एक साल में जारी किए जा सकते हैं। एक अनुमान के अनुसार, अमरीका में प्रवासी कुल वर्कफोर्स का 17 फीसदी हैं और इसमें भी 4.4 प्रतिशत कामगर ऐसे हैं जिनके पास जरूरी दस्तावेज नहीं होते।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि खांसी की जहरीली दवाई दुनियाभर के लिए खतरा बनी हुई है। नाइजीरियाई की एजेंसी फॉर फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन एंड कंट्रोल ने 17 जून को एक नोटिफिकेशन में कहा कि मुंबई स्थित सिनकेयर द्वारा निर्मित ओरल पैरासिटामोल सस्पेंशन के एक बैच में जहरीले पदार्थ पाए गए हैं। मुंबई की कंपनी द्वारा निर्मित पैरा क्लियर सस्पेंशन 125 को बीवीएम फार्मास्युटिकल, लाइबेरिया द्वारा इंपोर्ट किया जाता है। जांच के बाद लाइबेरिया ने पैरा क्लियर के 250 कार्टन को जब्त कर लिया है, जिसमें जहरीले एथिलीन ग्लाइकॉल शामिल हैं। लाइबेरिया में दवा की जांच के लिए सुविधा नहीं है।

दुनिया भर के लिए खतरा बनी खांसी की दवाई
उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि जहरीली खांसी की दवाई दुनियाभर के लिए खतरा बनी हुई है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वह बच्चों की इस घातक दवा को ट्रैक करने के लिए छह और देशों के साथ काम कर रहा है। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने उन देशों का नाम बताने से इंकार किया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कई देश ऐसे हैं, जहां यह दवा बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकती है। गौरतलब है कि पिछले साल कई देशों में इस दवा से 300 से अधिक शिशुओं की मौत हो गई थी।

इंडियन मेड प्रोड्क्ट के लिए सेफ्टी अलर्ट
रॉयटर्स के अनुसार इस हफ्ते की शुरुआत में नाइजीरिया के रेगुलेटर ने लाइबेरिया में बेचे जाने वाले दूषित पेरासिटामोल सिरप के बारे में चेतावनी जारी की थी, हालांकि वहां कोई मौत नहीं हुई है। नाइजीरियाई रेगुलेटर उन सिरपों का परीक्षण कर रहा था, जो नाइजीरिया में नहीं बेचे गए क्योंकि लाइबेरिया में परीक्षण की कोई सुविधा नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने पिछले साल गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में और इस साल माइक्रोनेशिया और मार्शल आयलैंड समूह में भारतीय दवा उत्पादों के लिए सेफ्टी अलर्ट जारी किए थे।

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Rajasthan Weather Update: चक्रवाती तूफान Biparjoy कुछ कमजोर होकर कच्छ के रण से राजस्थान के रेगिस्तान तक पहुंच गया। बाड़मेर और जालोर के रास्ते आए बिपरजॉय ने जालोर जिले में सबसे ज्यादा नुकसान किया। नुकसान के बाद रात को जालोर प्रशासन ने सेना बुला ली। तूफान में तेज हवा से ज्यादा बरसात हुई।

बाड़मेर में शुक्रवार रात 2 बजे बाद तूफानी हवा शुरू हुई और साथ में बारिश की रिमझिम भी। यह सिलसिला शनिवार रात चलता रहा। बाड़मेर के सिवाना में तेज बरसात के चलते एनडीआरएफ की टीम मौके के लिए भेजी गई है। बाड़मेर के चौहटन में 10.31 इंच से अधिक बरसात दर्ज की गई। माउंट आबू में 9 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है, जबकि जालोर के रानीवाड़ा क्षेत्र में 5 इंच बारिश हुई। वहीं बाड़मेर में तापमान गिरकर 26.5 डिग्री पर पहुंच गया। जालोर के रानीवाड़ा क्षेत्र में सबसे ज्यादा तबाही हुई। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटे तक भारी से अति भारी बारिश और तूफानी हवा का दौर जारी रहने के आसार हैं। वहीं सिरोही और पाली में जगह-जगह जलभराव होने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
यह भी पढ़ें : IMD Weather Alert: अगले 3 घंटे में राजस्थान के इन जिलों में होगी भारी बारिश, तूफान के खतरे को दिखते हुए बाजार बंद


मौसम विभाग का Red Alert
बाडमेर, जालौर, सिरोही, पाली, जोधपुर, नागौर, जिलों में अधिकांश स्थानों पर मध्यम से तेज वर्षा का दौर आगामी 3-4 घंटों तक जारी रहने की संभावना और भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग के अनुसार 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से तेज हवाएं भी चल सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि कमजोर संरचनाएं कच्चे घरों, दीवारों, बिजली की लाइनों, पेड़ो आदि को नुकसान हो सकता हैं। निचले स्थानों पर जल भराव हो सकता है। ऐसे में मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें। बेवजह घर से बाहर ना निकलें और नदी नालों से दूर रहें।

 

इन जिलों में Orange Alert जारी
बीकानेर, अजमेर जिलों और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। विभाग के अनुसार 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से तेज हवाएं भी चल सकती है। मौसम विभाग ने कहा है कि कमजोर संरचनाएं,कच्चे घरों, दीवारों बिजली की लाइनों, पेड़ो आदि को नुकसान हो सकता हैं। ऐसे में सुरक्षित स्थान पर शरण लेवे, पेड़ों के नीचे शरण ना ले। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें। मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।
यह भी पढ़ें : राजस्थान में बिपरजॉय से तबाही का मंजर, देखें ये तस्वीरें...


Yellow Alert की दी चेतावनी
जैसलमेर,उदयपुर,राजसमंद, जयपुर, जयपुर शहर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, टोंक, बूंदी, कोटा जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से आंधी चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा है कि कमजोर संरचनाएं, हल्की व ढीली बंधी वस्तुएं, आदि को आंशिक नुकसान हो सकता हैं। ऐसे में मेघ गर्जन के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेवें, पेड़ों के नीचे शरण ना लेवें, मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।

Petrol Diesel Price Today : अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत एक बार फिर 75 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर आने से पेट्रोल और डीजल की महंगाई से राहत की उम्मीद कम हो गई है। ब्रेंट क्रूड का भाव बढ़कर 76.61 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। इससे पहले कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर के करीब आ गई थी, फिर लोगों को इस गिरावट का फायदा नहीं मिला। इस उतार-चढ़ाव के बीच सरकारी तेल कंपनियों ने रविवार को भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। देश में आखिरी बार पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव पिछले साल मई में हुआ था। उस समय केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए की एक्साइज ड्यूटी कम की थी। आखिरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमत में राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव 21, मई 2022 को किया गया था। तब केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए और डीजल पर 6 रुपए एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। जयपुर में अभी पेट्रोल के दाम 108.48 और डीजल के दाम 93.72 रुपए प्रति लीटर हैं।

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महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम

दिल्ली: पेट्रोल 96.72 और डीजल 89.62 रुपए प्रति लीटर

कोलकाता: पेट्रोल 106.03 और डीजल 92.76 रुपए प्रति लीटर

मुंबई: पेट्रोल 106.31 और डीजल 94.27 रुपए प्रति लीटर

चेन्नई: पेट्रोल 102.86 और डीजल 94.46 रुपए प्रति लीटर

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पिछले साल 9.45 रुपए महंगा हुआ था डीजल

पिछले साल सितंबर के बाद पेट्रोल के मुकाबले डीजल का बाजार ज्यादा तेज हुआ था। कारोबारी लिहाज से देखें तोए पेट्रोल के मुकाबले डीजल बनाना महंगा पड़ता हैए लेकिन भारत के खुले बाजार में पेट्रोल महंगा बिकता है और डीजल सस्ता बिकता है। बीते साल 24 सितंबर से यहां जो डीजल में आग लगनी शुरू हुई थी, वह उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद रुकी थी। सितंबर से दिवाली तक डीजल करीब 9.45 रुपए महंगा हो गया था।

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देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल

दिल्ली में पेट्रोल के दाम 96.72 रुपए व डीजल के दाम 89.62 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपए व डीजल के दाम 94.27 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपए और डीजल 92.76 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.65 रुपए और डीजल के दाम 94.25 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।

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Crime News: अमेरिका के कांस में एक महिला मरीजों के साथ रेप करने का आरोपी गिरफ्तार हुआ है। ये शख्स अस्पताल जाता था। ये उन महिला मरीजों को शिकार बनाता था, जो रूम में अकेले भर्ती होती थीं और पूरी तरह से होश में नहीं होती थीं। पुलिस ने अस्पताल से ही इसको गिरफ्तार किया है।


3 महिलाओं को बना चुका था शिकार
फोक्स न्यूज के मुताबिक, पुलिस के प्रवक्ता जुआन रेबोलेडो ने कहा शुक्रवार रात में 2 बजे 28 साल के इस शख्स को गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने 3 महिला मरीजों के साथ बलात्कार किया है। आरोपी को अस्पताल के गार्ड ने रोककर पूछताछ की तो सामने आया कि उसका कोई काम नहीं है फिर भी वो चक्कर लगा रहा है। इस पर सवाल हुआ तो वो गार्ड के साथ लड़ने लगा। इस पर गार्ड ने उसे रोक लिया और पुलिस को बुलाया। इसके बाद जांच में उसके 3 मरीजों के साथ रेप की बात सामने आई। पुलिस ने रेप केस का हवाला देते हुए रेप पीड़ितों की उम्र और दूसरी जानकारी देने से इनकार कर दिया।

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गोल्ड को हमेशा से ही भरोसेमंद साथी के रूप में देखा जाता रहा है। कई बार लोग अपनी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन का सहारा लेते है। क्योंकि, यह सबसे ज्यादा आसान और सबसे कम समय में मिलने वाला लोन है। लेकिन, यह बात चांदी पर लागू नहीं होती है। क्योंकि, गोल्ड लोन की तरह देश में अभी सिल्वर लोन की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इसका सबसे ज्यादा बोझ ग्रामीण लोगों और किसानों को उठाना पड़ता है। क्योंकि, चांदी के सबसे बड़े खरीदार ये ही लोग है। सिल्वर लोन की व्यवस्था नहीं होने के कारण मजबूरन अपनी फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने के लिए इनके पास चांदी को बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।

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क्या चाहते हैं ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर

सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का कहना है कि अगर सिल्वर लोन की शुरुआत होती है, तो बैंकों को तो फायदा होगा ही साथ ही, सिल्वर ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर के साथ—साथ किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा। अभी तक बहुत सारे किसान मजबूरी में फसल बुवाई के समय चांदी बेचते हैं और फसल कटाई के बाद दोबारा इसकी खरीद करते है, जिसमें इन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है।

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गहनों के अलावा यहां भी इस्तेमाल

मित्तल का कहना है कि चांदी भी अब सोने की तरह महंगी धातुओं की गिनती में आने लगी है। चांदी का आभूषणों के अलावा बड़े पैमाने पर औद्योगिक इस्तेमाल भी हो रहा है। चांदी के आभूषणों का विनिर्माण और उनका निर्यात वैसा ही है, जैसा सोने के गहनों का। ऐसे में अगर सेंट्रल बैंक कोई दिशानिर्देश तय करता है तो लोग नियमों का उल्लंघन नहीं कर पाएंगे।

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धीरे—धीरे बढ़ रही है मांग

सोने की तरह अब लोग चांदी को भी भरोसेमंद साथी के रूप में देखना चाहते है। बढ़ती जरूरतों को देखते हुए अब सिल्वर लोन के लिए भी लोगों ने आरबीआई और सरकार का दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया है। उनका कहना कि जिस तरह पढ़ाई और मेडिकल इमरजेंसी और अन्य आवश्यकताओं के लिए गोल्ड लोन लिया जा सकता हैं, ठीक उसी तरफ चांदी के बदले भी उन्हे सिल्वर लोन उपलब्ध करवाया जाए।

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Sheermal Recipe: भारत में पुरानी दिल्ली का शीरमाल बहुत ही मशहूर जिसका स्वाद लेने के लिए कई लोग आते हैं। ईद या किसी त्योहार के मौके पर घर में शीरमाल जरूर मंगवाया जाता है। लेकिन मार्केट से लाने की बजाए आप इसे घर पर ही आसानी से बना सकते हैं। ऐसे में आइए जानते इसें बनाने की आसान विधि-

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शीरमाल बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (Sheermal Ingredients)
मैदा- 2 कप (250 ग्राम)
यीस्ट- 1 छोटी चम्मच
दूध- 1/2 कप से थोड़ा ज़्यादा
चीनी पाउडर- 1/2 कप (70 ग्राम)
नमक- 1 पिंच
घी- 1/3 कप (70 ग्राम)

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शीरमाल बनाने की आसान विधि (Sheermal Recipe)
शीरमाल का आटा लगाने के लिए एक बाउल में 2 कप मैदा, यीस्ट, चीनी पाउडर, पिंच नमक, गरम दूध डालकर सख्त आटा गूंथ लीजिए। इसके बाद इसमें 1/3 कप घी डालकर एकबार थोड़ा और गूथ लीजिए। फिर आटे को 1 मिनट के लिए ढंककर सेट होने रख दें।

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ऐसे बेलें रोटी
इसके बाद आटे को हल्का मसलें और लोई तोड़ लीजिए। सभी लोई को अच्छी तरह गोल और थोड़ा मोटा बेल लीजिए। इसके बाद चम्मच की मदद से इसपर निशान बना दीजिए। सभी रोटियां इसी तरह तैयार कर लें। अब एक बेकिंग ट्रे लें, इसे हल्के से तेल से ग्रीस करें और रोटियों को रख दें।

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5 मिनट के लिए रोटियों को बेक करें
ओवन को 220 डिग्री पर प्रीहीट करने के लिए रख दें। फिर 5 मिनट के लिए रोटियों को बेक कर लीजिए। जब यह हल्की गुलाबी नजर आएं तो निकालकर चेक कर लीजिए। यदि कम सिकें हो तो 2 मिनट के लिए फिर बेक कर लीजिए। सभी शीरमाल को बेक करने के बाद प्लेट में निकाल लीजिए। इसके बाद शीरमाल लें और जाली पर रख दें। इसके बाद ब्रश की मदद से दोनों तरफ घी लगा दीजिए। इसी तरह सभी शीरमाल तैयार करें।

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जयपुर। राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कहर ढा रहा है। तूफान की वजह से जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। भारी बारिश के कारण जालोर जिले के सांचौर में बांध टूटने से कई इलाके डूब गए हैं। बांध टूटने से नर्मदा लिफ्ट कैनाल में पानी बढ़ने से वह भी टूट गई है। अब सबसे अधिक खतरा सांचौर शहर पर मंडरा रहा है। जालोर, सिरोही, बाड़मेर में बारिश का दौर जारी है।

इन इलाकों में लगातार आंधी के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। शनिवार को रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। बाड़मेर जिले की 174 ग्राम पंचायत के करीब 500 गांवों में ब्लैकआउट किया गया है। सिरोही जिले के माउंट आबू में बारिश को देखते हुए ट्रेकिंग, सनसेंट पॉइंट, ट्रेवर्स टैंक समेत ऊंचाई वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। तेज बारिश के कारण गुरु शिखर वाले रास्तों को भी बंद किया गया है। जोधपुर शहर की डर्बी कॉलोनी में पानी का भराव होने से एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है। प्रशासन पंप लगाकर पानी खाली करवा रहा है। बारिश के कारण डूंगरपुर जिले के 25 गांवों में बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है।

बीते 24 घंटे में बाड़मेर में 12 एमएम बारिश दर्ज की गई है। सिरोही में बीती रात से अब तक 27 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। जोधपुर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, अजमेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जैसलमेर, टोंक, राजसमंद समेत अन्य जिलों में भी एक से लेकर 30 मिमी तक बारिश मापी गई। मौसम विभाग ने बाड़मेर, जालोर, सिरोही और पाली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

आज और कल ऐसे रहेगा मौसम

मौसम केन्द्र जयपुर के मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक चक्रवात अगले 6 से 8 घंटे के दौरान यह जोधपुर, पाली सीमा के पास आकर कमजोर होकर डिप्रेशन में कन्वर्ट होगा। इसके रविवार दोपहर तक इसी तरह (डिप्रेशन के रूप में) बने रहने की संभावना है। रविवार को पाली, राजसमंद, अजमेर, भीलवाड़ा में अति भारी बारिश की आशंका जताते हुए यह रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि सिरोही, उदयपुर, चित्तौड़, टोंक नागौर और जोधपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 19 जून को सवाई माधोपुर, करौली और बारां जिलों में इस चक्रवात का असर तेज रहेगा और यहां भारी बारिश हो सकती है, जिसके कारण इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बूंदी, कोटा, दौसा, भरतपुर और धौलपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

बाड़मेर से गुजरने वाली 14 ट्रेनों को किया रद्द

रेलवे ने बाड़मेर से होकर गुजरने वाली 14 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। जोधपुर में एसडीआरएफ की दो टीमों को बुलाया गया है। ये टीम जोधपुर समेत पाली, सिरोही और आस-पास के जिलों में तैनात रहेंगी।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से हुए नुकसान और मानसून में देरी के कारण खरीफ फसलों की बुवाई में गिरावट आई है। बुवाई में गिरावट का असर उत्पादन पर पड़ेगा। अगर उत्पादन घटता है तो चुनावी साल में एक बार फिर खाद्य महंगाई सरकार की चिंता बढ़ा सकती है। अब तक पिछले सीजन से खरीफ फसलों की बुवाई में करीब 49 फीसदी कमी आई है। सबसे ज्यादा दलहन फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता का कहना है कि मानसून में देरी के कारण बुवाई में कमी आ रही है। वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में बुवाई काफी कम हुई है। हालांकि अभी खरीफ फसलों की बुवाई शुरुआती चरण में हैं। ऐसे में आगे अच्छी बारिश होने पर बुवाई में इजाफा होने की उम्मीद है।

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49 फीसदी घटी खरीफ फसलों की कुल बुवाई

गुप्ता ने बताया कि 16 जून तक करीब 49.48 लाख हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है। पिछली समान अवधि में यह आंकडा 97.84 लाख हेक्टेयर था। इस तरह खरीफ फसलों की बुवाई पिछले साल की तुलना में अब तक करीब 49 फीसदी कम हुई है। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान के रकबे में भी गिरावट दर्ज की गई है। अब तक करीब 5.32 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई हो चुकी है, जो 15 फीसदी कम है।

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दलहन में सबसे ज्यादा गिरावट

सबसे ज्यादा दलहन फसलों की बुवाई में कमी आई है। अब तक 1.80 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलों की बुवाई की जा चुकी हैं, जो पिछली समान अवधि के दलहन रकबा 4.22 लाख हेक्टेयर से 57 फीसदी कम है। दलहन फसलों में मूंग की बुवाई 80 फीसदी, अरहर की बुवाई 64 फीसदी और उड़द की बुवाई 33 फीसदी घटी है। गुप्ता ने कहा कि अब तक 12.43 लाख हेक्टेयर में अनाज की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले समान अवधि में हुई 7.57 लाख हेक्टेयर से 64 फीसदी अधिक है। अनाज की बुवाई में वृद्धि की प्रमुख वजह बाजरा की बुवाई कई गुना बढ़ना है। अब तक 6.27 लाख हेक्टेयर में बाजरा बोया जा चुका है।

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आज के समय में हर कोई व्यक्ति कई तरह से बनी हुई पनीर कि सब्जी खाता है। लेकिन क्या आपने कभी नवाबी पनीर के बारे में सुना है? यह सब्जी बहुत ही टेस्टी होती है और इसे बनाना भी बेहद आसान है। अगर आप भी पनीर की बेहद ही स्वादिष्ट सब्जी खाना चाहते हैं तो घर पर ही इसें बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं नवाबी पनीर की सब्जी बनाने की विधि।

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नवाबी पनीर की सब्जी बनाने के लिए सामग्री (Nawabi Paneer Sabji Ingredients)
पनीर क्यूब्स – 3 कप
काजू – 1/2 टेबलस्पून
बादाम – 1 /2टेबलस्पून
खसखस – 1 टेबलस्पून
प्याज – 3
तेजपत्ता – 1
काली मिर्च पाउडर – 1 /2टी स्पून
अदरक – 1 इंच टुकड़ा
दूध – 1/2 कप
लौंग – 1-2
जीरा – 1 टी स्पून
हरी मिर्च – 2
लहसुन – 1-2 कली
केसर – 1 चुटकी
मक्खन – 2 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

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नवाबी पनीर बनाने की विधि (Nawabi Paneer Sabji Recipe)
-नवाबी पनीर बनाने के लिए पहले पनीर को चोकोर टुकड़ों काट लें। फिर एक बर्तन में खसखस, बादाम और काजू को पानी में डालकर कुछ देर के लिए भिगो के रख दें। इसके बाद एक कटोरी में दूध लें और उसमें केसर के धागे डालकर रखें।

-फिर प्याज, लहसुन और अदरक के टुकड़े को काटकर फ्राई करें। साथ ही काजू, बादाम और खसखस को भी फ्राई करें और फिर उसे ठंडा करें और ठंडा होने के बाद मिक्सी में डालें और उन्हें पीसकर बारीक पेस्ट तैयार कर लें। अब तैयार पेस्ट को एक कटोरी में निकाल लें।

-इसके बाद एक कड़ाही में मक्खन डालकर गर्म करें। फिर उसमें तेजपत्ता, जीरा, लौंग को डालकर फ्राई करें। कुछ सेकंड तक फ्राई करने के बाद तेजपत्ता निकाल लें और कड़ाही में पेस्ट डालकर भूनें। इसमें स्वादानुसार नमक डालें।

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-फिर सभी चीजों को पकाने के बाद उसमें दूध डालें और ग्रेवी में उबाल आने दें। जब ग्रेवी में उबाल आ जाए तो उसमें पनीर के टुकड़े डालें और ग्रेवी के साथ अच्छे से मिक्स करें। अब इसमें काली मिर्च पाउडर डालकर सब्जी को 5 मिनट तक ढककर पकने दें।

-इसके बाद सब्जी में केसर का दूध डालकर मिलाएं। सब्जी 2 मिनट तक और पकाने के बाद गैस बंद कर दें। आपकी नवाबी पनीर बनकर तैयार हैं इसे चावल, रोटी, नान और परांठे के साथ सर्व करें।

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RPSC Paper Leak: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के तीन पेपर लीक हुए थे। एसओजी की पड़ताल में सामने आया कि 24 दिसम्बर की परीक्षा के दिन पकड़े गए आरोपियों के पास 21 और 22 दिसम्बर को हुई परीक्षा के पेपर भी मिले थे। इसके बाद आरपीएससी ने दो और पेपर निरस्त कर दिए। 8 लाख 25 हजार 16 अभ्यर्थियों को अब दोबारा परीक्षा देनी होगी। राजस्थान पत्रिका ने शनिवार के अंक में प्रकाशित खबर में खुलासा किया था कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने 60 दिन पहले ही पेपर लीक कर दिया था।

इसके बाद आरपीएससी जागा और पेपर निरस्त करने का निर्णय लिया। अब यह परीक्षा 30 जुलाई को दो पारियों में कराई जाएगी। आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने 24 दिसम्बर ही नहीं उससे पहले 21 व 22 दिसम्बर की परीक्षा का पेपर भी गिरोह को बेचा था। कटारा ने तीन परीक्षा के लिए दो-दो सैट तैयार कराए थे। एक परीक्षा के दो सैट में से कौन सा पेपर प्रिंट होगा, यह कटारा को पता नहीं था। इसलिए उसने तीनों परीक्षा के लिए तैयार सभी छह सैट साठ लाख रुपए लेकर आरोपी शेर सिंह मीणा को सौंप दिए थे। शेर सिंह की गिरफ्तारी के बाद एसओजी ने उसके मोबाइल से बरामद किए पर्चे को परीक्षा पेपर से मिलान किया तो तीनों परीक्षा के अस्सी प्रतिशत सवाल हू-ब-हू मिले।

क्रम बदला, दूसरे सवाल किए शामिल
आरोपियों ने अपने बचाव के लिए कई जुगत लगाई थी। इसी के तहत शेरसिंह अभ्यर्थियों को बेचने के लिए जो पेपर टाइप कराया उसमें मूल पेपर के सवाल के साथ कई और सवाल शामिल किए। इसके अलावा इन सवालों के क्रम भी बदल दिए। मिलान करने पर पुलिस ने पाया कि पेपर में आने वाले सवालों के क्रम भले ही बदले हुए मिले, लेकिन वे हू-ब-हू लिखे हुए थे।
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21 दिसम्बर के पेपर से 78 और 22 दिसम्बर के पेपर से 80 सवाल मिले
पुलिस ने पहले अभ्यर्थियों से भरी बस पकड़ी थी। उनके पास पर्चा मिला था। मूल पेपर से मिलान पर 80 सवाल हू-ब-हू मिले। इसके बाद मामले में भूपेन्द्र सारण, शेर सिंह व अन्य आरोपी गिफ्तार हुए। उनकी निशानदेही पर पर्चे बरामद किए थे। आरोपियों के पास मिले पर्चों का परीक्षा पेपर से मिलान कराया गया। इसमें चौकाने वाला खुलासा हुआ। 24 दिसम्बर की तरह 21 दिसम्बर के पेपर के 78 सवाल और 22 दिसम्बर के पेपर के 80 सवाल हू-ब-हू मिले।

एसओजी ने की थी निरस्त की अनुशंसा
पड़ताल में आए तथ्यों का हवाला देते हुए एसओजी ने पेपर निरस्त करने की अनुशंसा की थी। पत्र में लिखा कि इससे आम अभ्यर्थी का राज्य सरकार एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग में विश्वास बने रहेगा और सही अभ्यर्थियों के साथ न्याय होगा। साथ ही अनुचित साधनों से परीक्षा देने वालों और पेपर लीक करने वाले गिरोह का गठजोड़ भंग होगा।
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पेपरलीक के गुनहगार जेल में होने चाहिए और यूपीएससी की तर्ज पर आरपीएससी के सदस्यों व अध्यक्ष का चयन हो। - उपेन यादव, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ

कटारा ने लीक किए थे 480 सवाल
वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा (सामान्य ज्ञान) का एक पेपर सौ सवालों का था। इनमें से 80 सवाल सामान्य ज्ञान के थे व 20 सवाल मनोविज्ञान के थे। कटारा के पास जिम्मेदारी 80 सवालों को लेकर ही थी। एक परीक्षा के दो सैट तैयार हुए। इनमें से किसी एक पेपर का प्रिंट कराना था। अन्तिम निर्णय का जिम्मा उसके पास नहीं था। वह सभी छह सैट के पेपर घर ले गया और उनमें शामिल 480 सवाल भांजे से कागज पर लिखवा लिए। कटारा से पेपर खरीदने के बाद शेर सिंह ने गिरोह को सभी सवालों का पर्चा गिरोह के साथ कई अभ्यर्थियों को बेच दिया।

जयपुर. राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का आज तीसरा दिन है। इसके चलते प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई। वहीं जालोर, सिरोही और बाडमेर जिले में भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं। बाड़मेर, सिरोही, जालोर, जोधपुर और जैसलमेर में अब भी लगातार बारिश का दौर जारी है। मौसम का मिजाज बदलने से कई जगहों पर पेड़ गिरने के साथ बिजली चली गई। बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना और एसडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। रेलवे ने बाड़मेर से होकर गुजरने वाली 14 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। जोधपुर में एसडीआरएफ की दो टीमों को बुलाया है। ये टीम जोधपुर समेत पाली, सिरोही और आस-पास के जिलों में तैनात रहेंगी।


कई स्थानों पर जनजीवन अस्त व्यस्त
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का सबसे ज्यादा असर जालोर, बाड़मेर और सिरोही जिले में नजर आया। तूफानी बारिश से चौहटन की पहाडिय़ों और माउंट आबू में तेज झरने बहने लगे। कई स्थानों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने अलग-अलग जगहों के लिए अलर्ट जारी किया है। जालोर और सिरोही में कई बांध ओवरफ्लो हो गए। नदियों पर भी चादर चलने लगी।
बदलते मौसम को देखते हुए बाड़मेर जिले के सेड़वा, बाखासर, चौहटन, धनाऊ, धोरीमन्ना में नीचे इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बाड़मेर में लगातार तूफानी हवाएं चली, जिसके चलते लोग अपने घरों रेलवे ने बाड़मेर से होकर गुजरने वाली 14 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।

ऐसा रहेगा मौसम

मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक बाड़मेर, जालोर, पाली, सिरोही, जोधपुर और नागौर जिलों के लिए चक्रवात को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। बीकानेर, अजमेर, भीलवाड़ा, राजसमंद के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां हल्की से मध्यम बारिश होगी। जैसलमेर, उदयपुर, जयपुर, चित्तौड़, टोंक, बूंदी, कोटा, चूरू और सीकर में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

जयपुर। Law College: राजस्थान यूनिवर्सिटी के लॉ-कॉलेज में परीक्षार्थी की जगह डमी छात्र सीआरपीसी विधि तृतीय वर्ष का पेपर देने पहुंच गया। शक होने पर प्रवेश पत्र की जांच की गई तो फोटो गायब मिली। पूछताछ करने पर डमी छात्र ने बताया कि परीक्षार्थी महेन्द्र विश्नोई की जगह एग्जाम देने के लिए उसे फोन करके बुलाया गया है। थानाप्रभारी सुरेन्द्र यादव ने बताया कि इस संबंध में लॉ कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अंकिता यादव की ओर से गांधी नगर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।


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पुलिस ने बताया कि सांचौर जालोर हाल कटेवा नगर गुर्जर की थड़ी निवासी श्रवण कुमार बिश्नोई को परीक्षार्थी की जगह डमी छात्र बनकर परीक्षा देने पर गिरफ्तार किया गया। सीआरपीसी विधि तृतीय वर्ष का एग्जाम था।


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जूते में पर्चियां मिली
दूसरे मामले में एग्जाम के दौरान उड़नदस्ते ने नकल करते छात्र प्रियांशु वशिष्ठ को पकड़ा। तलाशी में उसके जूते में हाथ से लिखी पर्ची मिली। वह सीआरपीसी विधि तृतीय वर्ष का एग्जाम दे रहा था। प्रियांशु पर अनुचित तरीके से परीक्षा देने का केस बनाया गया है।

गर्मी में डाइटीशियन खानपान में सलाद की मात्रा बढ़ाने की सलाह देते हैं, ताकि शरीर में पानी की कमी ना रहे। सलाद में ककड़ी कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें कैल्शियम फास्फोरस, सोडियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है। जानते हैं इसके अन्य फायदों के बारे में।

 

रोजाना ककड़ी खाने से शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त बनी रहती है और गर्मी में डिहाइड्रेशन नहीं होता। चेहरे पर इसे कद्दूकस करके लगाने से टैनिंग दूर होती है। रोजाना ककड़ी खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और यह वजन घटाने में भी कारगर है।

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ककड़ी टॉक्सिन यानी विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल देती है। रोजाना ककड़ी खाने से पथरी में भी आराम मिलता है। हमें रोजाना जितने विटामिन की जरूरत होती है, ककड़ी उसे पूरा करती है। इसमें मौजूद ए, बी और सी विटामिन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।

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अन्य फायदे
हड्डियां होती है मजबूत
ककड़ी खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं। इसमें विटामिन-K बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इससे बोन डेंसिटी बढ़ती है और हड्डियां मजबूत हो सकती हैं।

स्किन चमकदार
ककड़ी स्किन और बालों के लिए अमृत के समान है। नियमिचत रूप से अगर ककड़ी खाई जाए तो बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। साथ ही, स्किन भी चमकदार होती है। ककड़ी का जूस पीने से दाग-धब्बे गायब होने लगते हैं।

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कब्ज से राहत
ककड़ी के नियमित सेवन से कब्ज़ की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही गैस और इनडाइजेशन को भी कम करने में मदद मिलती है।

वेट लॉस
ककड़ी खाने से वजन कम किया जा सकता है। क्योंकि ककड़ी में बहुत कम कैलोरी होती है। इसके अलावा इसमें वजन बढ़ाने वाला कोई तत्व नहीं होता। फाइबर में भी ये बहुत रिच है। इस वजह से इसे खाने के बाद पेट भरा रहता है और कुछ खाने का मन नहीं होता।

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किडनी समस्या से छुटकारा
हम सब जानते हैं कि ककड़ी में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। यह पोटेशियम के साथ मिलकर यूरिक एसिड और किडनी की अशुद्धियों को बॉडी से बाहर निकाल देता है।

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कम करता है कोलेस्ट्राल
ककड़ी खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी मेंटेन किया जा सकता है। इसमें एक तत्व होता है, जिसे हम स्टीरॉल कहते हैं। यह बॉडी में सही कोलेस्ट्रोल स्तर बनाकर रखता है।

 

बल्ड प्रेशर रहता है ठीक
ककड़ी खाने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें काफी मात्रा में पोटेशियम होता है जो रक्तचाप को सामान्य रखने में मदद करता है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। राज्य सरकार ने एक बार फिर नौकरशाही में फेरबदल करते हुए 11 आईपीएस और 5 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद कार्मिक विभाग ने तबादला सूची जारी की है। तबादला सूची में 3 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। एपीओ चल रहीं आईएएस अधिकारी आरुषि मलिक और एच. गुईटे को भी फील्ड पोस्टिंग दी गई है। आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची में सरकार ने नवगठित अनूपगढ़, दूदू और गंगापुर सिटी में तैनात विशेषाधिकारी बदल दिए हैं।

इन आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले
राज्य सरकार ने जिन 6 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं उनमें आरुषि मलिक को शासन सचिव और आयुक्त बाल अधिकारिता विभाग, एच. गुईटे को आयुक्त एवं संयुक्त शासन सचिव निशक्तजन जयपुर, श्रुति भारद्वाज को राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान राजस्थान शिक्षा परिषद और आयुक्त स्कूल शिक्षा, अवधेश मीणा को संयुक्त शासन सचिव गृह विभाग जयपुर, उत्साह चौधरी अतिरिक्त आयुक्त वाणिज्य कर विभाग जयपुर के पद पर लगाया गया है।

3 आईएएस को अतिरिक्त कार्यभार
वहीं सरकार ने 3 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया है। भानूप्रकाश अटरू को गृह विभाग के शासन सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा जोधपुर के संभागीय आयुक्त कैलाश मीणा पाली संभाग के विशेषाधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार देखेंगे। उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट बांसवाड़ा संभाग के विशेषाधिकारी का कार्यभार देखेंगे।

11 आईपीएस अधिकारियों के तबादले
तबादला सूची में जिन 11 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं उनमें मालिनी अग्रवाल को एडीजी प्रशिक्षण जयपुर, सचिन मित्तल को एडीजी भर्ती पदोन्नति बोर्ड और साइबर क्राइम जयपुर, विजय कुमार सिंह को एडीजी तकनीकी सेवाएं जयपुर, गौरव श्रीवास्तव को आईजी कानून व्यवस्था पुलिस हेड क्वार्टर जयपुर, राजेंद्र सिंह को आईजी आरएसी जयपुर, समीर कुमार सिंह को प्राचार्य राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र किशनगढ़, वंदिता राणा को पुलिस अधीक्षक दौसा, संजीव नैन को डीसीपी पश्चिम जयपुर के पद पर लगाया गया है। इसके अलावा राजेंद्र कुमार को विशेषाधिकारी अनूपगढ़, पूजा अवाना को दूदू और देवेंद्र कुमार विश्नोई को गंगापुर सिटी का विशेषाधिकारी नियुक्त किया गया है।

17 दिन में आईपीएस अधिकारियों की तीसरी तबादला सूची
वहीं 17 दिन के भीतर राज्य सरकार ने आईपीएस अधिकारियों के तबादले की तीसरी सूची जारी की है। इससे पहले 2 जून को 30 आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी की गई थी तो वहीं 7 जून को भी 18 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे।

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उड़ीसा के पुरी नगर में भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा एक बहुत बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है जिसका आयोजन भव्यता से किया जाता है। जगन्नाथ पुरी रथयात्रा Jagannath Rath Yatra के दौरान उड़ीसा के कण कण में बिखरा हवाओं में प्रभु श्री जगन्नाथ की आस्था का रंग घुला हुआ मिलेगा । जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा का एक सबसे आकर्षण भगवान को लगने वाला भोग (Bhagwan jagannath Bhog) भी होता है जो बाद में सभी भक्तों में महाप्रसाद के रूप में बांटा जाता है । यह महाप्रसाद भी दो तरह का होता हैं, एक सूखा और दूसरा गीला। सूखे प्रसाद में मीठाई आदि होते है तो दूसरे में नमकीन- मिक्स चावल, सब्जी, सागा भाज़ा (पालक फ्राई) और मालपुआ आदि होते हैं । ऐसे में आइए जानते हैं मालपुआ और सागा भाजा बनाने की विधि (Malpuwa Saga Bhaja Recipe) ।

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मालपुआ बनाने के लिए सामग्री (Malpuwa Ingrendients)
- 1 कप गेहूं का आटा या मैदा
- 1 कप मावा (कद्दूकस किया हुआ)
- आधा कप पानी
- एक चुटकी शुद्ध केसर
- तेल- एक कप
- काजू-पिस्ता और बादाम- सजाने के लिए (बारिक कटे हुए)
- शक्कर चासनी के लिए

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मालपुआ बनाने की विधि (Malpuwa Recipe)
1- सबसे पहले मावा में पानी डालकर उसका मोटा पेस्ट तैयार कर लें, फिर मैदे का मोटा घोल बनाकर दोनों को एक साथ मिला लें ।

2- अब एक पैन में घी डालकर गर्म करें, घी के गर्म होने पर यह मिश्रण डाल दें । एक तरफ से पक जाने के बाद मालपुए को पलट दें, मालपुआ जब किनारे से लाल रंग के हो जाए तो समझ ले कि आपके मालपुए बनकर तैयार हैं ।

3- इन मालपुओं को एक प्लेट में निकालकर शक्कर से बनी चाशनी में डुबोकर 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें, 10-15 मिनट बाद चाशनी से निकालकर मालपुओं के ऊपर बादाम, पिस्ता और केसर डालकर सजा लें, आपके मालपुआ तैयार है ।
अब इन मालपुएं और सागा भाजा का भोग भगवान श्री जगन्नाथ जी को लगाने के बाद सभी को महाप्रसाद रूप में अवश्य बांटे ।

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सागा भाजा बनाने के लिए सामग्री (Saga Bhaja Ingrendients)
- सागा भाजा पालक फ्राई को कहा जाता है जिसको आसानी से बनाया जा सकता हैं ।

- पालक- 500 ग्राम
- टमाटर- 2 नग
- तेल- 2 टेबल स्पून
- हरा धनिया- 2 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
- हरी मिर्च- 2 (बारीक कटी हुई)
- अदरक- 1 छोटी चम्मच (पेस्ट) या 1 इंच टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ)
- जीरा- ½ छोटी चम्मच
- हींग- 1 से 2 पिंच
- हल्दी पाउडर- ¼ छोटी चम्मच से कम (आप चाहे तो)
- लाल मिर्च पाउडर- ¼ छोटी चम्मच से कम
- नमक- ¾ छोटी चम्मच या स्वादानुसार

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सागा भाजा बनाने की विधि (Saga Bhaja Recipe)
- सबसे पहले पालक को काट कर कम से तीन बार धो लें, फिर एक कड़ाही में तेल गर्म करें, जब तेल गर्म हो जाए तो इसमें जीरा डालें, जीरे के बाद इसमें हींग, हरी मिर्च, अदरक और हल्दी पाउडर डालकर मसाले को हल्का सा भूनें ।

- भूनें हुए मशाले में पालक और टमाटर को चार टुकडों में काट कर डाल दें, जब पालक हल्के नर्म हो जाएं तो इसमें नमक और लाल मिर्च भी मिला दें, कुछ देर बाद जब पालक पानी छोड़ने लगे तो पालक को बिना ढ़के पूरा पानी सूखने तक पकने दें । जब पूरा पानी सूख जाए, मतलब आपका सागा भाजा (पालक फ्राई ) बनकर तैयार है ।

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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए सरकारें गिराने का मुद्दा उठाते हुए विधायकों को इसमें भागीदार नहीं बनने की नसीहत दी है। गहलोत ने कहा कि विधायक कई बार लोभ-लालच में दल- बदल कर लेते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए, होर्स ट्रेडिंग के जरिए सरकारें गिराना देश के लिए भी चिंता का विषय है। गहलोत ने शनिवार को मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि अगर हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए सरकारी गिराई जाएंगी तो फिर लोकतंत्र का क्या मतलब रह जाएगा?


सीएम गहलोत ने कहा कि विधायकों को किसी भी कीमत पर दल-बदल के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। लोकतंत्र में हमारी लड़ाई विचारधारा की होती है, सभी को अपनी विचारधारा के प्रति निष्ठावान होना चाहिए। इधर गहलोत भले ही देश भर से आए विधायकों को दल बदल नहीं करने की हिदायत दे रहे हों , लेकिन उनके दूसरे और तीसरे कार्यकाल में बसपा विधायक दल-बदल कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि जब मुख्यमंत्री गहलोत अपना संबोधन दे रहे थे, तब बसपा से कांग्रेस में आए कई विधायक भी सम्मेलन में मौजूद थे।

आजादी के 70 साल बाद भी हमारा लोकतंत्र मजबूत
गहलोत ने कहा कि आजादी के 75 साल के बाद भी हमारा लोकतंत्र मजबूत है, हमारे साथ ही पाकिस्तान भी अलग राष्ट्र बना था लेकिन वहां बार-बार सैनिक शासन लगते रहे हैं, लोकतंत्र की हत्या होती रही हैं लेकिन हमारे देश में आज भी लोकतंत्र मजबूत हैं, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी शहादत दे दी लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए।

गलत करने वालों का साथ नहीं दें जनप्रतिनिधि
गहलोत ने कहा कि विधायक-सांसद हो या अन्य जनप्रतिनिधि हो, उन्हें अन्याय, अत्याचार और उत्पीड़न करने वालों के साथ खड़े नहीं होना चाहिए न ही उनकी सिफारिश करनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि आज वैचारिक मतभेद दुश्मनी में बदल गए हैं, पक्ष-विपक्ष के बीच तनाव बढ़ रहा है, इसे कम करने के लिए सत्ता पक्ष को पहल करनी चाहिए, जहां जिस पार्टी की सरकार हो, वहां उसे पहल करनी चाहिए।

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जयपुर। दुनियाभर में 18 जून को ऑटिस्टिक प्राइड डे मनाया जाता है। ऑटिज्म एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जो सामान्य तौर पर बच्चे के तीन साल के होने से पहले ही शुरू होने लगता है। हर एक बच्चे में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। इससे प्रभावित बच्चा बार-बार एक ही काम को दोहराता है। ऑटिज्म से पीड़ित लगभग चालीस प्रतिशत बच्चे बोल भी नहीं पाते हैं, कुछ बच्चे समझदार होते हैं, तो वहीं कुछ बच्चों को सीखने और समझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऑटिज्म की परेशानी की वजह आनुवांशिक और पर्यावरण संबंधी भी हो सकती है।

ऑटिस्टिक प्राइड डे का इतिहास

ऑटिस्टिक प्राइड डे मनाने की शुरुआत ब्राजील से हुई थी। वर्ष 2005 में गैरीथ एंड एमी नेल्सन द्वारा बनाई गई एस्पिस फॉर फ्रीडम के द्वारा ब्राजील में पहली बार ऑटिस्टिक प्राइड डे मनाया गया था। जिसके बाद पूरे विश्व में इस दिन को मनाया जाने लगा।


आनुवांशिक और पर्यावरण संबंधी कारण हैं जिम्मेदार

जेके लोन के डॉक्टर अशोक गुप्ता ने बताया कि वर्तमान समय में आटिज्म की बात की जाए तो दस हजार में से करीब 100 बच्चे इस बीमारी के शिकार है। इसके लिए अब तक कोई ठोस कारण सामने नहीं आ सके है। इसके लिए पचास फीसदी आनुवांशिक कारणों को जिम्मेदार माना जाता है तो पचास फीसदी पर्यावरण संबंधी कारण माने जाते है। ऑटिज्म की समस्या का इलाज जितनी जल्दी शुरू हो जाए उतने अच्छे परिणाम मिलते हैं। ऑटिज्म एक ऐसी समस्या है, जिससे ग्रस्त बच्चों में व्यवहार से लेकर कई तरह की दिक्कतें होती हैं। ऑटिज्म के शुरुआती लक्षण 1-3 साल के बच्चों में नजर आ जाते हैं। 18 जून को ऑटिस्टिक प्राइड डे होता है जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को जागरुक करने के लिए मनाया जाता है।

क्या है ऑटिज्म..

यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जो बातचीत और दूसरे लोगों से व्यवहार करने की क्षमता को सीमित कर देता है। हर एक बच्चे में इसके अलग-अलग लक्षण होते हैं। कुछ बच्चे बहुत जीनियस होते हैं। कुछ को सीखने-समझने में भी परेशानी होती है। ये बच्चे बार-बार एक ही तरह का व्यवहार करते हैं। 40 प्रतिशत ऑटिस्टिक बच्चे बोल नहीं पाते। औसतन 68 में से 1 बच्चा ऑटिज्म का शिकार होता है, क्यों होता है पता नहीं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इंफेंक्शन, प्रेग्नेंसी के दौरान मां की डायट और जेनेटिक्स इसकी वजह हो सकती है।

क्या करें पैरंट्स..

- प्रेग्नेंसी में महिला को ऐल्कॉहॉल और तंबाकू से बचना चाहिए।

- ईएनटी के अलावा साइकायट्रिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट मददगार होते हैं।

- ऑटिस्टिक बच्चे धीरे-धीरे बात को समझते हैं। ऐसे में पहले उन्हें समझाएं फिर बाद में बोलना सिखाएं।

- ऑटिस्टिक बच्चे सोशल सर्कल में जाने से परेशान हो जाते हैं, लेकिन उन्हें आउटिंग पर जरूर ले जाएं।

- ऑटिस्टिक बच्चों से बातें करें और उन्हें किसी चर्चा का हिस्सा बनाएं।

- खेल में उन्हें नए शब्द सिखाने की कोशिश करें। जितना हो सके बच्चों को तनाव से दूर रखें।

क्या इसका उपचार संभव है...

अभी तक इसके लिए ऐसी कोई दवा नहीं बनी है, जो इसका उपचार कर सकें। परंतु इसके लक्षणों का उपचार किया जा सकता है। जैसे नींद न आना, भूख न लगना। इसमें बच्चे को व्यवहारिक थेरेपी भी दी जा सकती है, जिससे उसके लिए अपने दैनिक कार्यों को सीखना आसान हो सके। बस जरूरत है बहुत सारे प्यार और धैर्य की। ताकि परिवार के अन्य सदस्यों की मदद और सहयोग से उनके जीवन को थोड़ा और सम्मानजनक बनाया जा सके।

जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी में शनिवार को छात्रसंघ महासचिव कार्यालय के बाहर छात्रों के दो गुट भिड़ गए। छात्रों ने लाठी-डंडों से एक-दूसरे पर हमला किया। छात्रनेता राहुल महला के वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस दौरान छात्राओं से भी अभद्रता की गई। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राहुल महला के नेत़ृत्व में कुलपति सचिवालय पर प्रदर्शन किया। कुलपति चैंबर के ताला देख छात्र भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। राहुल महला ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को लिखित में शिकायत दी। प्रशासन ने शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज करने के लिए भेज दी। मामले में तीन छात्र गोपाल शर्मा, सुरेन्द्र जाट, हेमंत पुजारी को शांतिभंग करने पर गिरफ्तार किया है। वहीं, एनएसयूआई और एबीवीपी ने एक-दूसरे पर आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की है।


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यूनिवर्सिटी में चोरी, छेड़छाड़, तोड़फोड़, मारपीट की घटनाएं हो रही है। शिक्षा नजर नहीं आ रही। छात्र कुश शर्मा ने कहा कि कुलपति ने छात्रों से दूरी बना ली है, संवाद नहीं हो रहा। ऐसे हालात में कौन यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेगा।

 

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महासचिव अरविंद जाजड़ा के कार्यालय से निकले छात्रों ने एक गुट से गाड़ी की चाबी मांगी। मना करने पर हंगामा कर दिया और लाठी-डंडे लाकर वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। छात्राओं ने ऐसा करने को मना किया तो उनसे अभद्रता की। -राहुल महला, एनएसयूआई

एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़े थे। दोनों ने आपस में वाहनों में तोड़फोड़ कर ली। मेरे कार्यालय से झगड़े का कोई लेना-देना नहीं है। -अरविंद जाजड़, महासचिव

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खाली होंगे छात्रसंघ कार्यालय
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रसंघ कार्यालयों को खाली कराने के आदेश जारी कर दिए। डीएसडब्ल्यू नरेश मलिक ने कहा है कि सत्र खत्म होने के साथ ही कार्यालय खाली होने चाहिए। छात्रसंघ पदाधिकारियों को नोटिस के साथ ही 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।

जयपुर। हैरिटेज नगर निगम में आपदा प्रबंधन में भी 'चहेतों' को फायदा पहुंचाने का खेल चल रहा है। आपदा प्रबंधन के तहत बाढ़ राहत में संसाधन उपलब्ध कराने के काम में निगम प्रशासन ने ऐसी शर्त रख दी है, जिससे अन्य संवेदक विरोध में उतर आए। इस पर निगम प्रशासन ने शर्त हटाने और टेंडर का समय बढ़ाने के लिए नोटशीट चला दी है।

जानकारी के अनुसार, हर साल की तरह इस साल भी बारिश से पहले शहर में आपदा राहत के लिए जयपुर नगर निगम हेरिटेज की ओर से बाढ़ नियंत्रण कक्षों में आवश्यक व्यवस्था करने के लिए निविदा जारी की गई। इस प्रक्रिया में निगम के अधिकारियों ने ऐसी शर्त रख दी कि उसका विरोध शुरू हो गया। करीब 72.35 लाख रुपए की लागत वाले इस टेंडर की आवेदन प्रक्रिया सोमवार को समाप्त होने वाली है। इस बीच हैरिटेज सिटी कॉन्ट्रक्टर्स सोसायटी ही विरोध में उतर आई। इसे लेकर सोसायटी पदाधिकारियों ने निगम अफसरों के सामने विरोध दर्ज कराया है। इसे लेकर ज्ञापन भी दिया गया।

विरोध के बाद शर्त हटाने के लिए चलाई नोटशीट
संवेदकों के विरोध में उतरने के बाद निगम प्रशासन ने निविदा के बिड डाक्यूमेंट में एनेक्चर ए के बिन्दू संख्या 4 पर दर्ज शर्त को हटाने के लिए नोटशीट चला दी है। इसके लिए स्वीकृति निगम आयुक्त से मांगी गई है। हालांकि यह फाइल अतिरिक्त आयुक्त ने आयुक्त के पास भेज दी है। वहीं टेंडर की समय सोमवार तक बढ़ा दिया गया है,लेकिन शर्त हटाने पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है।

इस शर्त को लेकर विरोध
निविदा के बिड डाक्यूमेंट में एनेक्चर ए के बिन्दू संख्या 4 पर दर्ज शर्त 'संवेदक को राशि 50 लाख से अधिक समान प्रकृति का कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र कम से कम किन्हीं दो कार्य काल का लगाना आवश्यक होगा।

1.50 करोड़ के टेंडर पर ही लगा सकते हैं विशेष शर्त
सोसायटी के महामंत्री तरुण कुमार शर्मा का कहना है कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष मे संसाधन उपलब्ध कराने के टेंडर में ऐसी शर्त रख दी, जिससे अन्य संवेदक शामिल नहीं हो सकता। टेंडर में अधिक संवेदक शामिल होने से कम दर पर निविदा जारी होती है। एक ही संवेदक आने से अधिक दर पर टेंडर होंगे, जिससे निगम कोष को नुकसान होगा। शर्मा का कहना है कि 1.50 करोड़ से अधिक के टेंडर पर ही विशेष शर्त लगाई जा सकती है।

पिछले वर्षों में अधिक संवदेक आने से कम दर आई
जानकारों की मानें तो किसी भी काम के लिए अधिक संवेदक शामिल होते है तो कम दर पर टेंडर होते है। इससे निगम कोष को फायदा होता है। बाढ़ राहत में संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पिछले साल 28 प्रतिशत कम दर पर टेंडर हुआ, वहीं वर्ष 2021 में 14 प्रतिशत कम दर पर टेंडर हुआ। इस साल निगम ने अनुमानित लागत 73.82 लाख मानी थी, लेकिन टेंडर करीब 62 लाख रुपए में ही हो गया।

उच्च अधिकारी से स्वीकृति लेना जरूरी
नगर निगम जयपुर के सेवानिवृत्त आयुक्त ओ.पी. गुप्ता का कहना है कि अगर एकल निविदा आए तो उसकी सक्षम अधिकारी से उच्च अधिकारी से स्वीकृति लेना जरूरी है। एकल निविदा आने पर उसकी पूर्व की निविदाओं से तुलना करना जरूरी है, इसके साथ ही अन्य विभागों की निविदाओं से भी तुलना करना जरूरी हैं। एकल निविदा से निगम राजस्व को नुकसान होने की संभावना होती है।

निगम हित में शर्त— एक्सईएन
हैरिटेज निगम मुख्यालय एक्सईएन शेर सिंह का कहना है निश्चित अवधि में गुणवत्तापूर्ण काम कराने के लिए शर्त रखी गई हैं। यह निगम हित में भी है। ऐसी शर्तें पहले भी रही होगी। सक्षम लोग निविदा में आए, इसलिए कुछ ना कुछ बदलाव हर बार होता रहता है।

उड़ीसा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ (Bhagwan Jagnnath) की विश्व प्रसिद्ध पुरी रथ यात्रा (Puri Rath Yatra) एक बहुत बड़ा आयोजन होता है। यह उत्सव 9 दिनों तक चलता है। इस दौरान भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा को जगन्नाथ मंदिर (Puri Jagannath Temple) से बड़े लकड़ी के रथों में गुंडिचा मंदिर ले जाया जाता है, जहाँ वे 9 दिन तक रहते हैं। यह रथ यात्रा सिर्फ एक त्योंहार नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव भी है, जो भारत की सुंदरता और स्वाद का जश्न मनाता है। पुरी रथयात्रा के दौरान भी यही देखा जा सकता है, जहां हजारों भक्त रथ खींचते हैं और सर्वशक्तिमान होने का आशीर्वाद मांगते हैं।

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देवताओं को 56 तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं

रथ यात्रा उत्सव (Rath Yatra Festival) के दौरान पूजा अनुष्ठानों में देवताओं को 56 तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं, जिन्हें छप्पन भोग के नाम से जाना जाता है। ऐसे में हम आपको पुरी में परोसे जाने वाले पारंपरिक और लोकप्रिय व्यंजनों के बारे में बता रहे हैं जिनका देवताओं को भोग लगाने के बाद लोगों द्वारा खाया जाता है। ऐसे में आप भी इन टेस्टी व्यंजन को चखने का आनंद ले सकते हैं। आपको बता दें कि पुरी रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ को लगने वाले एक विशेष व्यंजन को पूर्व राष्ट्रपति APJ अब्दुल कलाम ने राष्ट्रपति के खाने (Indian President Foods Menu) के मेन्यू में शामिल कराया था।

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पोडा पिथा (Poda Pitha)
पौराणिक दस्तावेजों के अनुसार भगवान जगन्नाथ को मीठा बहुत पसंद है। उनके पसंदीदा इस व्यजन में में चावल के आटे, नारियल, काले चने, गुड़ और इलायची से बना एक पैनकेक जैसा पका हुआ व्यंजन पोडा पिठा शामिल है। ऐसे में आप भी इसें ट्राई कर सकते हैं।

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खेचड़ी (Kechadi)
यह खिचड़ी का ही उड़िया संस्करण है। शुद्ध देसी घी में दाल-चावल से बना यह व्यंजन भगवान जगन्नाथ को चढ़ाए जाने वाले 56 व्यंजनों में से एक है।

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दलमा (Dalma)
यह दाल और सब्जियों का मिश्रण है जिसको बिना तेल के बनाया जाता है। यह पुरी के विशेष आकर्षणों में से एक है और रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ को चढ़ाया जाता है। इसमें सबसे खास बात ये है कि दलमा को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के विशेष अनुरोध के बाद राष्ट्रपति के खाने के मेन्यू में भी शामिल किया गया था।

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Rajasthan weather update Today : चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के असर से राजस्थान के जालोर, सिरोही, पाली, बाड़मेर जिले अत्यधिक भारी हुई है। इससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। जालोर में बाढ़ के हालात पैदा हो गए तो साचौर शहर में बाढ़ का पानी लगातार आ रहा है और कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं जयपुर में सुबह से ही आसमान में बादल छा रहे। करीब 12 बजे शहर के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई। इसके अलावा अजमेर, धौलपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर सहित कई जगहों पर बारिश हुई है। मौसम विभाग के माने तो 18 जून यानी आज पाली, सिरोही, उदयपुर और राजसमंद जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं जालोर, नागौर, अजमेर, जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, टोंक, चित्तौड़गढ़ और डूंगरपुर में यलो अलर्ट जारी किया है।

टूटे बांध, खतरा मंडराया, सेना ने संभाला मोर्चा
भारी बारिश के चलते जालोर जिले में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। साचौर शहर में बाढ़ का पानी लगातार आ रहा है और कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ का पानी शहर में घुस गया। जिससे आधा दर्जन कॉलोनियां जलमग्न हो गई। इससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। इस दौरान श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई प्रशासन से पूर्ण मुस्तेदी से कार्य करने की अपील कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा एसडीआरएफ की टीमो को मौके पर तैनात कर दिया गया। रानीवाड़ा और भीनमाल क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से वणधर और लाखावास बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। वणधर बांध के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोधपुर से सेना की एक टुकड़ी बुलाई है। इस टुकड़ी में करीब 80 से 90 जवान रहेंगे। जो देर रात तक भीनमाल पहुंचेंगे। वहीं सांचौर से एनडीआरएफ की एक टीम को भी वणधर बुलाया गया है।

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तहसीलदार ने दिखाई हिम्मत, नदी से निकाले 6 लोग
पाली के देसूरी उपखंड क्षेत्र में करणवा नदी में टैक्टर सहित छह लोग फंस गए। सूचना मिलने पर देसूरी तहसीलदार मौके पर पहुंचे। डूबते हुए ट्रैक्टर को देख सवार लोग घबरा गए तभी तहसीलदार कैलाश ईनाणिया व नारलाई सरपंच शेखर मीणा ने खुद मोर्चा संभाला और ग्रामीणों की मदद से रस्सियों के सहारे 4 लोग,एक महिला व एक बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाल दिया।

कुंभलगढ़ में 8 इंच बारिश, गोमती नदी पूरे वेग से चली
राजसमंद में शनिवार सुबह से लेकर रविवार सुबह तक तेज हवा के साथ बारिश का दौर जारी है। कुंभलगढ़ उपखंड मुख्यालय पर लगे वर्षा मापी यंत्र के अनुसार 24 घंटे में 5 इंच और अब तक कुल 8 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। जहां राजसमंद झील को भरने वाला राम दरबार एनिकट रविवार सुबह 5 बजे छलक गया है। इसके बाद गोमती नदी पूरे वेग से राजसमंद की तरफ बढ़ रही है। अब तक गोमती नदी के आमेट से आगे निकल गई है। बारिश में कुंभलगढ़ दुर्ग मार्ग पर गिरी चट्टानों और पत्थरों को हटवाया जा रहा है।

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बीचे 24 घंटे में कहां कितनी बारिश दर्ज (एमएम)
अत्यधिक भारी बारिश
माउंट आबू (सिरोही) 360
चितलवाड़ा (जालोर) 336
रानीवाड़ा (जालोर) 317
जालोर 317
शिवगंज (सिरोही) 315
साचौर (जालोर) 296
जसवंतपुरा (जालोर) 291
सुमेरपुर (पाली) 270
चौहटन (बाड़मेर) 266
धोरीमन्ना (बाड़मेर) 256
रानी (पाली) 249
रेवदर (सिरोही) 243
बाली (पाली) 240
सिवाना (बाड़मेर) 236
बागोड़ा (जालोर) 232
जवाई बांध (पाली) 226

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खास देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए, उन्हें पौष्टिक तत्वों से भरपूर सब्जियों व फलों का सेवन करने की सलाह डॉक्टर के द्वारा दी जाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे सारे फलों का सेवन कर सकती हैं। ज्यादातर महिलाएं इस बात से अंजान होती है कि गर्भधारण करने के बाद कौन से फलों का सेवन करना चाहिए और कौन से फल नहीं खाना चाहिए। वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. सत्यमवदा पाण्डेय के अनुसार, कीवी, चेरी, आम, अमरूद, नाशपाती, सेब, चीकू, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, अनार, शरीफा, खरबूजा, संतरा, केला इत्यादि फल खा सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी फल है जिन्हें प्रेग्नेंसी के दौरान नहीं खाना चाहिए। जैसे कि अनानास, पपीता नहीं खाना चाहिए। इससे प्रेग्नेंसी में परेशानियां आ सकती है।

फलों के सेवन के फायदे
प्रेग्नेंसी में फलों का सेवन करने के कई सारे फायदे हैं।

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आयरन और फोलेट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा जारी महिलाओं के आहार से जुड़ी गाइडलाइन में बताया गया है कि फलों को फोलेट और आयरन के साथ अन्य कई मिनरल्स का अच्छा स्रोत माना जाता है, जो गर्भावस्था के दौरान होने वाली एनीमिया के जोखिम को कम करते हैं।

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विटामिन-सी की पूर्ति
मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को विटामिन-सी की जरूरत होती है। यह मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों को कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। शरीर में विटामिन-सी को एकत्रित नहीं किया जा सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को विटामिन-सी युक्त फलों का रोजाना सेवन करने की सलाह दी जाती है।

कब्ज से राहत
गर्भावस्था के दौरान 11 से 33 प्रतिशत महिलाओं को कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसलिए, कब्ज की समस्या से बचाव के लिए फलों का सेवन लाभकारी है।

प्रीक्लेम्पसिया से बचाव
प्रेग्नेंसी के 20 वें सप्ताह के बाद गर्भवती को प्रीक्लेम्पसिया यानी उच्च रक्तचाप का जोखिम अधिक होता है। इससे बचाव के लिए भी फाइबर युक्त आहार का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

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ये फल खाना है फायदेमंद
डॉक्टर के अनुसार, कीवी, चेरी, आम, अमरूद, नाशपाती, सेब, चीकू, स्ट्रॉबेरी, तरबूज, अनार, शरीफा, खरबूजा, संतरा, केला इत्यादि फल खाना चाहिए। फल खाने से शरीर में फोलिक एसिड, विटामिन, मिनरल, फाइबर, आयरन, विटामिन-सी, फाइटोऐस्ट्रोजेन, पॉलीफेनॉल, कैल्शियम, पोटेशियम, जिंक, कैल्शियम , विटामिन ए , कार्बोहाइड्रेट, एसेंशियल न्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ती होती है।

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कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए-

कच्चा पपीता

गर्भावस्था के दौरान कच्चा पपीता का सेवन गर्भपात होने के जोखिम को बढ़ा सकता है। चूहों पर किए गए एक शोध में साफतौर से बताया गया है कि कच्चे पपीते का सेवन गर्भावस्था के संकुचन को ट्रिगर कर सकता है, जो गर्भपात का कारण बन सकता है।

अनानास कच्चा पपीता
गर्भावस्था के दौरान अनानास का सेवन करने से भी बचना चाहिए। एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध में यह मालूम होता है कि प्रेगनेंसी में अनानास का सेवन कमर दर्द, प्रीमैच्योर डिलीवरी यानी समय से पहले प्रसव व गर्भपात का कारण बन सकता है। इसी वजह से डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को अनानास नहीं खाने के लिए कहते हैं।

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अंगूर
गर्भावती महिला को तीसरी तिमाही में अंगूर का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। इसके पीछे इसमें मौजूद रेस्वेराट्रोल नामक यौगिक को जिम्मेदार बताया गया है। शोध में साफतौर से बताया गया है कि रेस्वेराट्रोल में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो फेटल डक्टस अर्टीरियस फ्लो यानी मां से भ्रूण में होने वाले खून के प्रवाह में बाधा पैदा कर सकता है।

कितना खा सकते हैं फल
गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से सही मात्रा में फलों का सेवन फायदेमंद माना जा सकता है। डॉक्टर दिनभर में 3-4 बार फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। वहीं, एक शोध में फलों की प्रतिदिन तीन सर्विंग्स लेने की सलाह दी गई है।

 

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जयपुर. सरकारी जमीन पर जितना कब्जा, अब उतने का पट्टा मिलेगा। चुनाव नजदीक आते ही सरकार ने पोटली खोल दी है। इसके तहत सरकारी जमीन बसी कॉलोनियों में भूखंडधारी जितनी भी जमीन पर काबिज है, अब उसका नियमन हो जाएगा। नियमन दर भी केवल आवासीय आरक्षित दर या आवासीय डीएलसी दर दोनों में से जो कम दर होगी, उसकी 25 प्रतिशत दर तय की गई है। जबकि, अभी तक ऐसे मामलों में अधिकतम तीन सौ वर्गमीटर क्षेत्रफल तक का ही पट्टा देने की बाध्यता थी। सूत्रों के मुताबिक ऐसे निकायों में 2500 से ज्यादा आवेदन आए हुए हैं, जिनमें लोग पट्टा चाह रहे हैं। प्रशासन शहरों के संग अभियान में यह छूट प्रभावी होगी।

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जवाब मांगते सवाल
यह छूट वास्तव में जनहित में दी गई है या फिर किसी विशेष मामले में उपकृत करने के लिए। मौजूदा स्थितियों में सामान्य जन के लिए तीन सौ वर्गमीटर का भूखंड ही उससे की जरूरत से ज्यादा है। ऐसे में चिन्हित भूखंडारियों के लिए यह छूट कितनी जायज है।

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राजस्थान सरकार ने पर्यावरण स्वीकृति वाली माइंस व क्वारी लाइसेंस धारकों को राज्य स्तर पर दोबारा पर्यावरण स्वीकृति के निर्देश दिए हैं। 9 सितंबर 2013 से पहले के माइनिंग लीजधारकों व क्वारी पट्टाधारकों को स्टेट लेवल एन्वायरमेंट इंपेक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी में सीधे ही आवेदन करना होगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम, एमएसएमई व उद्योग वीनू गुप्ता ने कहा कि राज्य स्तर पर जयपुर की दो स्टेट लेवल एन्वायरमेंट अप्रेजल कमेटी के साथ ही जोधपुर और उदयपुर में एक— एक स्टेट लेवल एन्वायरमेंट अप्रेजल कमेटी के गठन पर विचार किया जा रहा है।

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एनजीटी के आदेश के बाद राज्य सरकार गंभीर

गुप्ता ने बताया कि एनजीटी के आदेश के बाद राज्य सरकार गंभीर है और इसके लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। 5 हैक्टेयर या इससे अधिक की माइनिंग व क्वारी लीजों की संख्या कम है और इनका कलस्टर बनाने का काम आरंभ करने के निर्देश दे दिए गए हैं, जबकि इनके अतिरिक्त डिस्ट्रीक्ट लेवल एन्वायरमेंट इंपेक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी से पर्यावरण स्वीकृति वाली लीजों के धारकों द्वारा सीधे ही आवेदन किया जाएगा और इनके प्रर्यावरण स्वीकृति की प्रक्रिया आसान होने और राज्य स्तर की जोधपुर और उदयपुर में कमेटी गठित होने से प्राथमिकता से पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त हो सकेगी।

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1300 माइनिंग लीज व लाइसेंस

निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि विभागीय अधिकारियों की ओर से 9 सितंबर 2013 के बाद की 5 हैक्टेयर या इससे अधिक की माइनिंग व क्वारी लीजों को राज्य स्तर से पर्यावरण स्वीकृति के लिए कलस्टर बनाने का काम आरंभ कर दिया गया है और इस माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इस तरह की करीब 1300 माइनिंग लीज व क्वारी लाइसेंस है।

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परिवार की पहली एथलीट बनीं पापा की लाडली
जर्मनी के हैमबर्ग में आयरनमैन प्रतियोगिता पूरी कर देश का नाम रोशन करने वाली शिवांगी अपने संयुक्त परिवार की पहली एथलीट हैं। विमल सारडा ने अपनी दोनों बेटियों को उनके हर निर्णय में सपोर्ट किया है। छह साल की उम्र से शिवांगी को स्पोट्र्स में हिस्सा दिलाने के लिए विमल एक शहर से दूसरे शहर जाते थे। कई बार ट्रकों में बैठकर सफर किया। हमेशा बेटी के साथ मजबूती से खड़े रहे। दोनों एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं।

पिता के अटूट हौसलों की उड़ान हैं ये बेटियां

पिता और ससुर के हौसले से जीता
शहर की थिएटर आर्टिस्ट और थिएटर थेरेपिस्ट डॉ. आरती अतुल माहेश्वरी (खटोड़) को हाल ही मुंबई में आयोजित हुए दादा साहेब फाल्के इंडियन टेलीविजन अवॉर्ड-2023 में उनके रंगमंच के क्षेत्र में किए कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। पेशे से रंगकर्मी, अभिनेत्री, शिक्षक, स्क्रिप्ट राइटर, डायरेक्टर आरती बीते 28 वर्षों से नाट्य कला जगत में काम कर रही हैं। वह नाटकों और थिएटर परफॉर्मेंस के जरिए झुग्गी झोपडिय़ों के बच्चों को अपने अनकहे जज्बात कहने का अवसर नाटक के जरिए देती हैं। अवॉर्ड शो में फैशन, फिल्म, टेलीविजन और थियेटर से 60 पार्टिसिपंट्स में से थिएटर कैटेगरी में आरती का चयन किया गया। आरती ने बताया कि उनके पिता गोविंद कोठारी ने उन्हें थियेटर में आने पर बहुत सपोर्ट किया। 1999 में उनकी कम्युनिटी में थिएटर के लिए लड़कियों को बहुत सपोर्ट नहीं किया जाता था। लेकिन उस दौर में भी उनके पिता ने उन्हें थिएटर करने में पूरा सपोर्ट किया। शादी के बाद उनके ससुर ने उनकी इस प्रैक्टिस को रोका नहीं बल्कि पीएचडी करने और थियेटर से जुड़े रहने को कहा। आरती का कहना है कि आज अगर वह थियेटर में अपनी पहचान बना सकी हैं, तो अपने पिता और ससुर के सपोर्ट से बना सकी हैं।

पिता के अटूट हौसलों की उड़ान हैं ये बेटियां

पापा ने कभी महसूस नहीं होने दिया कि बेटियां, बेटों से कम सक्षम हैं
अगस्त में देश और राजस्थान को कजाकिस्तान में रिप्रेजेंट करने जा रहीं बनस्थली विद्यापीठ की एनसीसी कैडेट कार्पोरल वेन्या गंगवानी का कहना है कि उनके पिता ने उन्हें हमेशा यह महसूस करवाया कि बेटियां भी बेटों जितना ही सक्षम होती हैं। जब मैंने 10वीं में पहली बार एनसीसी ज्वॉइन की, तो मेरे फादर को बहुत गर्व हुआ। उन्होंने आज भी मेरी एनसीसी ड्रेस में पहली फोटो अपने पास संभालकर रखी हुई है। वह सोशल मीडिया पर मेरे अचीवमेंट्स और फोटो शेयर कर हमेशा अपना गर्व बताकर मुझे हिम्मत देते रहते हैं। उन्होंने कभी अपनी इच्छाएं मुझपर नहीं थोपीं। आरडी परेड के लिए बेस्ट कैडेट बनने के मेरे लक्ष्य को पूरा करने के दौरान भी पापा ने बहुत सपोर्ट किया। कई बार जब मैं हिम्मत हार जाती, तो भी वह मुझे हिम्मत बंधाते थे। कैंप में मेरे लिए खाना लेकर आते थे। आज मेरे भाई को भी घर में मेरी मिसाल दी जाती है।

पिता के अटूट हौसलों की उड़ान हैं ये बेटियां

पेठा एक ऐसा फल जिसका हलवा बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है। इस हलवे को बनाने के लिए मुख्यतः पेठा और शक्कर की जरूरत पड़ेती है। आपको बता दें कि पेठे का यह हलवा विशेषतौर पर कर्नाटका के उडुपी शहर में बनाया जाता है। यहां के लोग अधिकतर त्योहार, उत्सव के दौरान पेठे का हलवा अपने घरों में बनाते हैं। यह हलवा वहां का सबसे स्वादिष्ट डिश माना जाता है। ये एक बहुत ही शाही रेसिपी है इसके स्वाद की तुलना करना नामुमकिन है। कर्नाटका में लोग खास तौर पर दोपहर के भोजन के साथ यह हलवा परोसते हैं। कई लोग इसे शाम या सुबह के वक्त भी खाना पसंद करते हैं। तो आइए जानते हैं पेठे का हलवा बनाने की आसान विधि-

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पेठे का हलवा बनाने के लिए मुख्य सामग्री (Petha Halwa Recipe)
1/2 किलोग्राम पेठा/सफेद कद्दू
1 कप चीनी
1 बड़ी चम्मच किशमिश
1 मुट्ठीभर काजू
जरूरत के अनुसार पिसी हुई काली इलाइची
3 छोटी चम्मच दूध
1 Pinch केसर

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पेठे का हलवा बनाने की विधि (Petha Halwa Recipe)
-सबसे पहले दूध को एक छोटी कटोरी में लेकर उसमें केसर डालें और इसे अच्छी तरह से भीगने दें। इससे हलवे का रंग और स्वाद दोनों ही बढ़ जाता है।

-इसके बाद पेठे को अच्छी तरह से धोकर इसका छिलका उतार लें। अब इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर फिर इसे कद्दूकस कर लें। से एक तरफ अलग रखें।

-इसके बाद एक पैन लें और उसमें कद्दूकस किया हुआ पेठा डालें। इसे गैस पर मध्यम आंच में तब तक पकाएं जब तक कि पेठे का पानी पूरी तरह से सूख ना जाए। पानी को पूरी तरह से सूखने के लिए 4 से 5 मिनट का समय लगता है। इसके बाद पैन में शक्कर डालें और इसे अच्छी तरह से मिला ले।

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-जब चीनी अच्छी तरह से मिल जाए तो इसमें दूध और केसर का मिश्रण डालें और अच्छी तरह से चम्मच चलाते हुए थोड़ी देर तक पका लें।

-इसके बाद दूसरा पहले पैन में 4 से 5 चम्मच घी डालकर इसे अच्छी तरह से गर्म करें। जब घी गर्म हो जाए तो इसमें काजू और किशमिश डालें और इसे 2 मिनट तक फ्राई कर लें। अब इन ड्राई फ्रूट्स को हलवे में डाले और इसे अच्छी तरह से मिला ले। इसके बाद सबसे आखरी में इलायची का पाउडर डालें और ऊपर से थोड़ा घी और डाले। सारी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला ले।आपका हलवा बनकर तैयार हो चुका है इसे गरमा-गरम या फिर ठंडा होने के बाद परोसे। गार्निश करने के लिए आप ड्राई फ्रूट्स के बारीक टुकड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं।तो देखा आपने कैसे थोड़े से समय में और बहुत ही थोड़ी सी सामग्रियों के साथ आप घर पर एक बेहतरीन डेजर्ट बना सकते हैं।

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जन्म के बाद कॉर्ड (गर्भनाल) काटने व बांधने के शुरुआती दो हफ्तों में बच्चे को इंफेक्शन का खतरा होता है। जानकारी के अभाव में विशेषकर गांवों और पहाड़ी क्षेत्रों में यह संक्रमण सबसे ज्यादा होता है, इसलिए नेपाल में नवी मलम (मिरेकल जैल) का प्रयोग किया जाता है। यह क्लोरेक्सिडाइन (सीएचएक्स सॉल्यूशन) से बना है। जिन ग्रामीण या पहाड़ी इलाकों में बच्चे घर पर दाई की मदद से होते हैं वहां नवी मलम काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

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नवी मलम जैल
नवी मलम का इस्तेमाल सबसे पहले नेपाल में शुरू हुआ। भारत में भी इसका प्रचार प्रसार हो रहा है। इसे डब्ल्यूएचओ ने भी बच्चों के लिए जरूरी मेडिसिन की अपनी मॉडल लिस्ट में जोड़ा है।

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कॉर्ड का इंफेक्शन
बच्चे के जन्म के बाद 2-3 इंच कॉर्ड बचाकर बाकी कॉर्ड तुरंत काट दी जाती है और उसे बांधा जाता है। इसके दो हफ्ते बाद बची हुई कॉर्ड अपने आप गिरती है। कॉर्ड काटने के लिए गांवों में दाइयां जंग लगा चाकू या फरड़ा इस्तेमाल कर लेती हैं। कई बार मांएं गर्भनाल पर हल्दी, सरसों या नारियल का तेल, गोबर, घी, राख या मिट्टी लगा देती हैं। इससे बच्चे की कॉर्ड लाल हो जाती है और सूजन के साथ मवाद निकलने लगता है, डॉक्टरी सलाह ना लेने पर बच्चे की जान भी जा सकती है।

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साफ-सफाई जरूरी
गर्भनाल काटते समय दाइयों को अपने हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। नाल काटने और बांधने के लिए प्रयोग की जाने वाली चीजों की सफाई भी जरूरी है। जे.के.लोन अस्पताल की बालरोग विशेषज्ञ डॉ. कुसुम देवपुरा के अनुसार कॉर्ड को इंफेक्शन से बचाने के लिए उसे खुला, सूखा और साफ रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा इस पर कुछ लगाने की जरूरत नहीं होती। मां को टिटनेस का टीका लगने से इसका खतरा नहीं होता।

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मम्मी ये करें
शुरुआती एक हफ्ते बच्चे को स्पंज से सिर्फ पोंछ दें। बच्चे को 2-3 हफ्ते टब में ना नहलाएं, इससे इंफेक्शन हो सकता है। बच्चा जब पेशाब करे तो, ध्यान दें कि उससे कॉर्ड गीली ना हो, मालिश करते वक्त कॉर्ड में तेल नहीं जाना चाहिए। कॉर्ड काटने के बाद अगर उसे बांधने के लिए धागे का इस्तेमाल हुआ है, तो दो-तीन घंटे बाद उसे चेक करें। हो सकता है, धागे की पकड़ ढीली हो गई हो और रक्तस्राव हो रहा हो।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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Vitamin B12 एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। विटामीन बी12 शरीर के कई फंक्शंस में मदद करता है। यदि शरीर में इसकी अगर कभी इसकी कमी हो जाए तो कमजोरी आ जाती है। आमतौर पर ये माना जाता है कि मीट, मछली और अंडे से विटामिन बी12 काफी ज्यादा मात्रा में प्राप्त होता है। लेकिन शाकाहारियों के लिए इन चीजों का सेवन करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन विटामिन बी12 आप दूसरी शाकाहारी चीजों से प्राप्त कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन फूड्स के बारे में।।।

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साबुत अनाज (Whole Grains)
अगर आप शरीर में विटामिन बी12 की भरपूर मात्रा बनाए रखना चाहते हैं तो ओट्स, दलिया समेत तमाम तरह के साबुत अनाज खाना शुरू कर दें। ये सामान्य अनाज से कहीं हेल्दी होते हैं।

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टोफू (Tofu)
यह दिखने में पनीर जैसा होता है जो एक सोया प्रोडक्ट है। इसें खाने से शरीर में Vitamin B12 की कमी नहीं होती। इसलिए आप इसे डेली डाइट में जरूर शामिल करें।

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सोया मिल्क (Soy Milk)
सोया मिल्क में विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए इसका सेवन नियमित तौर से करें। जो लोग शाकाहारी हैं और जानवरों का दूध पीना पसंद नहीं करते उनके लिए ये बेहतरीन ऑप्शन है।

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दूध (Milk)
वैसे तो दूध में तमाम तरह के पोषक तत्व होते हैं लेकिन यह विटामिन बी12 का भी एक अच्छा सोर्स हैं। इसलि आपको रोज सुबह और शाम एक ग्लास दूध जरूर पीना चाहिए।

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दही (Curd)
आमतौर पर दही इसलिए खाया जाता है क्योंकि हमारा पाचन तंत्र दुरुस्त रहे, लेकिन अगर आप विटामिन सी की कमी का सामना कर रहे हैं, तो ये मिल्क प्रोडक्ट आपके काफी काम आ सकता है।

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गर्मियां आते ही डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है। तेज गर्मी से कई बार लू भी लग जाती है। लेकिन प्रकृति ने हमें ऐसे कई फल उपहार में दिए हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देते। आइए जानते हैं इन रसीले फलों और उन्हें खाते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में।

गर्मी में राहत देगा तरबूज
तरबूज में पानी की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती। फाइबर होने से यह आसानी से पच भी जाता है और आपका वजन भी नहीं बढ़ता। फ्रिज में रखे हुए तरबूज को भी एक दिन में खा लेना चाहिए।

ध्यान रहे: 2-3 स्लाइस काफी। डायबिटीज में तरबूज ना खाएं।

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मोटापा घटाएगा खरबूजा
डॉ. विनोद गुप्ता के अनुसार खरबूजा रक्तचाप को भी नियंत्रित रखता है। इससे हृदय रोग की आशंका कम होती है। यदि सीने में दर्द की शिकायत हो तो वह भी ठीक हो जाती है। इससे मोटापा नहीं बढ़ता। चेहरे पर दाग, धब्बे हों, तो खरबूजे का रस लगाएं। लू लगने पर इसके बीजों को पीसकर माथे पर लेप करें।

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शेक, जूस से बढिय़ा ताजा आम
शेक, जूस या अमरस के बजाय आम को ताजा फल के रूप में ही खाएं क्योंकि इसमें शुगर भरपूर मात्रा में होती है, ऐसे में इसमें चीनी मिलाकर बनाए जाने वाले खाद्य और पेय पदार्थ सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। कच्चे आम के पने से गर्मी और लू से राहत मिलती है।
ध्यान रहे: एक आम काफी। डायबिटीज में ना खाएं।

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तनाव से बचाएगा संतरा
यह विटामिन सी से भरपूर होता है। इसमें मौजूद पोटेशियम व फोलिक एसिड, कोलेस्ट्रॉल व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं और दिमाग में ऑक्सीजन के संचार में सहायता करता है, जिससे तनाव दूर होता है। इससे हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं।

ध्यान रहे: एक संतरा काफी। किडनी रोगियों को संतरा नहीं खाना चाहिए।

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कब्ज दूर करेगा पपीता
पपीते में मौजूद फाइबर कब्ज नहीं होने देता। इसे खाने से पेट जल्दी भरता है और आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं। जिन्हें डायरिया की समस्या हो वे पपीता ना खाएं। डाइटीशियन डॉ. नमिता पनगडिय़ा के अनुसार बाजार की फू्रट चाट की बजाय घर पर फल धोकर व काटकर खाएं। फल खाने के कम से कम आधे घंटे बाद ही कुछ खाएं।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुर। आईआईटी गुवाहाटी ने देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड का परिणाम जारी कर दिया। एलन जयपुर के सेंटर हेड सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सीआर चौधरी ने बताया कि नीट के बाद जेईई एडवांस्ड के परिणामों में भी एलन जयपुर के स्टूडेंट्स ने श्रेष्ठता साबित की है।

छात्र पार्थ अग्रवाल ने आल इंडिया रैंक 113 हासिल की है। पार्थ ने जयपुर सिटी टॉप किया है। इसके साथ ही सूयश कपूर ने आल इंडिया रैंक- 148 प्राप्त की है। इसके साथ ही प्रखर गुप्ता आल इंडिया रैंक 154, प्रतुल कूलवाल ने आल इंडिया रैंक 174 प्राप्त की है। प्रखर गुप्ता ने जनरल ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी में आल इंडिया रैंक-8 प्राप्त की है, इसी तरह सक्षम सहरिया ने आल इंडिया रैंक 227 तथा ईडब्ल्यूएस जनरल में आल इंडिया रैंक 15 प्राप्त की है, वहीं देवांग टिबरेवाल ने आल इंडिया रैंक 284 तथा ईडब्ल्यूएस रैंक 20 प्राप्त की है। टॉप-1000 स्टूडेंट्स में एलन जयपुर के 24 स्टूडेंट्स ने स्थान प्राप्त किया है।

उन्होंने बताया कि नेशनल रिजल्ट में टॉप-10 में एलन के 4 स्टूडेंट्स शामिल हैं। इनमें क्लासरूम स्टूडेंट राघव गोयल ने आल इंडिया रैंक-4, क्लासरूम स्टूडेंट प्रभव खंडेलवाल ने आल इंडिया रैंक-6, क्लासरूम स्टूडेंट मलय केडिया ने आल इंडिया रैंक 8 और वहीं नागिरेड्डी बालाजी ने आल इंडिया रैंक 9 प्राप्त की है। इसके अलावा हर्षित कंसल ने आल इंडिया रैंक-18, मौलिक जिंदल ने आल इंडिया रैंक-19, समीर अरविन्द पाटिल ने आल इंडिया रैंक-20 देशांक प्रताप सिंह ने रैंक-22. जत्सया जरीवाला ने रैंक-24, मयंक सोनी ने रैंक-26 प्राप्त की है। टॉप-50 में 19 स्टूडेंट्स एलन से हैं। इसके साथ ही एलन के टॉप-100 में 37 स्टूडेंट्स रहे हैं, जिनमें 31 क्लासरूम कोर्स से तथा 6 स्टूडेंट्स दूरस्थ शिक्षा से एलन से जुड़े हुए हैं।

उम्मीदवारों के लिए कांउसलिंग कल से

जिन उम्मीदवारों को JEE एडवांस्ड 2023 के कट-ऑफ अंक के बराबर या उससे अधिक अंक मिले हैं, वे जोसा द्वारा आयोजित होने वाली आईआईटी प्रवेश काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस कल 19 जून से josaa.nic.in पर शुरू होगी।

आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ


यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

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ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक एक है जो एक और नौ के सहयोग से बना है। वहीं आज का भाग्य अंक पांच है जो एक और चार के सहयोग से बना है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में व्यवसायिक गत कार्यों के लिए पर्याप्त से अधिक ऊर्जा मौजूद है। जिन कार्यों और मुलाकातों के लिए पहले आंतरिक पर्याप्त साहस या दृढ़ता का अभाव था वह ऊर्जा आज के दिन में उपलब्ध है। पुराने पेमेंट विवादित विषयों और सभी प्रकार के उलझे हुए कार्यों को सुलझाने के लिए मंत्र ना करना आज लाभदायक रहेगा। शेयर मार्केट और ऐसे सभी कार्य जिनमें संभावनाओं पर आधारित व्यवसाय होता है भविष्य के लिए लाभान्वित हो सकते हैं। मूलांक 1, 3, 4, 5, 6, 7 के लिए थोड़े प्रयत्न में अधिक लाभ की संभावना रहेगी बाकी सभी को सकारात्मक रहना होगा।

टैरो कार्ड में आज का कार्ड द सन के साथ सेवन ऑफ बैंड्स है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में जिन चीजों को लेकर पहले क्लियर विजन नहीं था उन सभी सब्जेक्ट पर आप को सही दिशा मिल सकती है। किसी ऐसे व्यक्ति का सानिध्य मिल सकता है जो अपनी ग्रेटनेस से आपको एस्योर करें और आप अपने कार्यों को करने में सफलता की ओर अग्रसर होने का प्रयत्न करें। टैरो कार्ड आज संदेश देते हैं कि आप अपनी इच्छा पूर्ति के लिए पूरे मनोयोग से अगर प्रयत्न करेंगे तो आज आपको सफलता मिलना लगभग निश्चित है। प्रकृति आपका आंतरिक स्वभाव और आसपास के लोग आपका समर्थन कर सकते हैं।

सनसाइन के अनुसार आज का दिन बेहद तेज गति से कार्यों को पूरा होने और उनसे परिणाम निकालने के साथ नेतृत्व करने की क्षमता और सहयोगी लेने और देने से जुड़ा रहेगा। सभी लोग अपनी अपनी कार्यक्षमता और दक्षता के अनुसार परिणाम लेने में सफल रहेंगे। उच्चाधिकारियों के बीच आपस का तनाव या प्रतिस्पर्धा के कारण विजन में क्लेरिटी नहीं दिखाई देगी और इसका आंसर मध्यम क्रम के लोगों पर पड़ सकता है। कूटनीति और धन का प्रभाव व्यवस्था में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


मूनसाइन में आज का दिन भावनात्मक रूप से अपने साथी के प्रति समर्पित भाव और अतिरिक्त समर्पण दिखाने के कारण कम संतुलित दिखाई देगा। हो सकता है की भावुकता में कुछ ऐसे निर्णय हो जाएं जिनका बाद में काफी गहरा इंपैक्ट रहे। कुछ खास निर्णय में जिनमें सामूहिक रूप से लोग जुड़े हुए हैं। निर्णय की स्थिति का प्रभाव आपके भावनात्मक संबंधों पर भी पड़ सकता है।

कैसा रहेगा इस सप्ताह आपका दाम्पत्य राशिफल?
दांपत्य जीवन के लिहाज से आने वाला सप्ताह बहुत रोमांचकारी होने की संभावना है। जहां एक ओर आपसी संबंधों में गहराई आएगी वहीं दूसरों के कारण बहस या तनावपूर्ण स्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है। सप्ताह के पहले 2 दिन विशेष मधुरता रहने की संभावना है। सप्ताह का मध्य भाग किसी घटना की आशंका या तनाव के मध्य गुजर सकता है। सप्ताह के अंतिम 2 दिन कहीं बाहर जाने का प्रोग्राम या लोगों के साथ अतिथि सत्कार में बीतने की संभावना है।

प्रश्न: पूजा स्थल पर सबसे पहले कलश की स्थापना क्यों की जाती है?

उत्तर: पूजा स्थल पर सबसे पहले कलश की स्थापना सनातन संस्कृति में इसलिए की जाती है क्योंकि कलश को त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश का प्रतिनिधि मानकर और नवदुर्गा के साथ नवग्रह और समस्त देवताओं के प्रतीक पंचमहाभूतों के प्रतीक के रूप में पूजा स्थल पर स्थापित किया जाता है। इसमें भरा जल सभी पवित्र नदियों के जल के समान मानते हुए अशोक या आम के पत्तों को इसके ऊपर सजाते हुए, नारियल को इसके ऊपर रखने के बाद स्वास्तिक का निशान बनाने से ऐसा माना जाता है कि जो भी मंत्रोच्चार वहां हो रहा है और जो भी पूजा-अर्चना हो रही है, वह इस कलश में समाहित हो देवताओं का वास हो और बाद में इस कलश के जल को पूरे घर में चमकते हुए इसका आचमन करके, उस जो पूजा-पाठ या अनुष्ठान हुआ है उसके पुण्य फल के रूप में ग्रहण करते हैं। बाद में इस कलश को घर के ऐसे स्थल पर स्थापित करते हैं जहां हमेशा देवताओं का वास रहता है और इसकी उच्चस्तरीय एनर्जी से पूरा घर सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है। एक तरह से संपूर्ण ब्रह्मांड में उपस्थित हर एक चीज का प्रतिनिधित्व यह कलश करता है और इसकी स्थापना एवं पूजा में करते हैं। तो ब्रह्मांड की हर एक तत्व की पूजा कर रहे होते हैं और पूजा के उपरांत इसे जब घर में पूजा स्थल पर रखा जाता है तो इसका अर्थ यह है कि जो हमने पूजा-अर्चना या जो हमने अनुष्ठान किया है उसकी सकारात्मक ऊर्जा हमेशा हमें मिलती रहेगी।

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आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष:- आपकी लोकप्रियता से शत्रु परास्त होंगे। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी मान-प्रतिष्ठा तथा लाभ के योग मजबूत होंगे। वाहन खरीदने के लिए समय उपयुक्त है। सम्पति के विवाद समाप्त होंगे।

वृषभ:- अपने आहार व्यवहार में तालमेल बनाये रखें। आर्थिक मामलों में सावधानी रखें, लाभ होगा। परिवार में शांति बनाए रखेगा। उदर रोग से पीड़ित रहेंगे। दिन मध्यम है।

मिथुन:- समय की अनुकूलता का आभास होगा। लंबे समय से अटके मामलों में आज गती आएगी।व्यापारिक व्यस्यता बढ़ेगी। स्वास्थ्य नरम रहेगा। खर्च बढ़ेंगे। यात्रा के योग टालें।

कर्क:- आज स्त्री पक्ष से लाभ के योग बनते हैं। संतान के स्वास्थ में सुधार होगा सोच के परे काम हो रहे हैं। लाभ से हानि का अनुपात कम होगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कॅरियर में बदलाव आएगा।

सिंह:- आज किसी दूर के मित्र से मुलाकात हो सकती है। नए अनुबंध फायदेमंद साबित होगी। आज धनलाभ होगा। शत्रु वर्ग सक्रिय रहेगा। कार्य की अधिकता रहेगी।

कन्या:- समय की अनुकूलता का आभास होगा। व्यापार बदलने की जल्दबाजी न करें। खर्च की जगह लाभ होगा। निराशा कम होगी। स्वास्थ्य ठीक रहने के आसार हैं।

तुला:- सोचते कुछ हैं होता कुछ है। जीवनसाथी की लापरवाही से बड़ा नुकसान हो सकता है। बिना योजना बनाए लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। खर्च बढ़ेंगे।

वृश्चिक:- आपकी मेहनत और व्यवहार कुशलता से यश तथा लाभ में वृद्धि होगी।
आपके प्रभाव से शत्रु शांत होंगे। पारिवारिक शांति, सुख-चैन रहेगा। निजी संबंधो में मधुरता आएगी।

धनु:- लंबे समय से चली आ रही चिंता दूर होगी। सफलता से यश में वृद्धि होगी। विदेश जाने के योग बनते हैं। भय बना रहेगा। संतान के व्यवहार से नाखुश होंगे।

मकर:- सोचने समझने की शक्ति में कमी आएगी। माता पिता के साथ समय व्यतीत होगा ।धनलाभ के शुभ अवसर बनेंगे। विवादों में कमी होगी। विरोधी काम बिगाड़ सकते हैं।

कुम्भ:- परिवार में बुजुर्गों का स्वास्थ्य बिगड़ेगा। आप के कार्यस्थल पर विवादों को बढ़ावा मिलेगा सैयंम से काम लें। आज मौन ही लाभदायक होगा।

मीन:- समय के उतार चढ़ाव से निराश होंगे। जीवनसाथी से मनमुटाव हो सकता है आज पुराने रोग उभरने की संभावना है। दिनचर्या नियमित बनाए रखने से लाभ होगा। धैर्य आवश्यक है।

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ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम : पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु.मास: जिल्काद-29
अयन: उत्तरायण
ऋतु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: शुक्ल


शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज आद्र्रा नक्षत्र में व्रत बन्ध, अक्षरारम्भ व विद्यारम्भ आदि के यथाआवश्यक शुभ मुहूर्त हैं। प्रतिपदा नन्दा संज्ञक तिथि पूर्वाह्न 11-26 बजे तक, तदन्तर द्वितीया भद्रा संज्ञक शुभ तिथि है। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा में देवीकार्य व नवरात्रा सम्बन्धी कार्य शुभ होते हैं। मांगलिक कार्यादि शुभ नहीं हैं, पर द्वितीया तिथि में समस्त शुभ व मांगलिक कार्यादि शुभ व सिद्ध होते हैं।

श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज सूर्योदय से प्रात: 07-20 बजे तक अमृत, प्रात: 09-03 बजे से पूर्वाह्न 10-45 बजे तक शुभ तथा दोपहर बाद 02-11 बजे से सूर्यास्त तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-00 बजे से दोपहर 12-55 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।

दिशाशूल: सोमवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज पश्चिम दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद रहेगी।

राहुकाल: प्रात: 7-30 बजे से प्रात: 7-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।


चंद्रमा: चंद्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मिथुन राशि में रहेगा।

नक्षत्र: आद्र्रा ''तीक्ष्ण व ऊध्र्वमुख'' संज्ञक नक्षत्र रात्रि 07-11 बजे तक, तदन्तर पुनर्वसु ''चर व तिङर््यंमुख'' संज्ञक नक्षत्र है। आद्र्रा नक्षत्र में यथाआवश्यक बन्धन, छेदन, लड़ाई, मारण, विष, अग्नि, विद्यारम्भ, व्रत बन्ध और अक्षरारम्भ आदि कार्य करने योग्य हैं।

योग: वृद्धि नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि 01-14 बजे तक, तदन्तर ध्रुव नामक नैसर्गिक शुभ योग है।

करण: बव नामकरण पूर्वाह्न 11-26 बजे तक, तदन्तर बालव आदि करण रहेंगे।


व्रतोत्सव : आज चन्द्रदर्शन 15 मु. उत्तर शृंगोन्नत, गुप्त नवरात्र प्रारम्भ तथा मनोरथ द्वितीया व्रत (बंगाल) में।

आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (घ, ङ, छ, के, को) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मिथुन है। मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। इनक जन्म रजतपाद से है, जो शुभ है। सामान्यत: ये जातक नम्र स्वभाव, साहसी, बुद्धिमान, धन-दौलत का सुख सामान्य होता है। इनकी अच्छे कामों में रुचि रहती है। इनको कुछ मानसिक विचलन रहता है। थोड़े क्षुद्र विचार वाले भी होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 25 वर्ष की आयु तक होता है। मिथुन राशि वाले जातकों के राज-समाज में मान-सम्मान मिलेगा। राजनैतिक लोगों से सम्पर्क बढ़ेगा। सन्तान सुख व आर्थिक प्रगति के योग हैं।

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Rajasthan Assembly Election 2023 जयपुर। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के राज में प्रदेश में शहीदों की वीरांगनाएं तक सुरक्षित नहीं है। मंजू जाट पत्नी शहीद रोहिताश लाम्बा, मधुबाला मीणा पत्नी शहीद हेमराज मीणा और सुंदरी देवी पत्नी शहीद जीतराम गुर्जर ने जब सरकार से वादे को पूरा करने की मांग को लेकर धरना दिया तो सरकार ने ना केवल उनके साथ दुर्व्यवहार किया। यहीं नहीं संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में वीरांगनाओं के नाते पर जाने की शर्मनाक बात तक कह डाली। राठौड़ रविवार को झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में शहीद अजय कुमावत के मूर्ति अनावरण एवं वीरांगनाओं के सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

राठौड़ ने कहा कि विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर के जवाब में सरकार ने स्वीकारा है कि 3 साल में 34 शहीदों के प्रकरण में 11 मामले ऐसे हैं, जिसमें कलेक्टर के पास 45 लाख की सहायता राशि लंबित है। 28 प्रकरणों में अनुकम्पा नियुक्ति नहीं व विद्यालय का नामकरण नहीं हुआ और 11 प्रकरणों में शहीदों के माता-पिता को देय 5 लाख की सहायता राशि नहीं मिली है। जब भाजपा सरकार सत्ता में आएगी तो शहीद परिजनों की लंबित सहायता राशि, अनुकम्पा नियुक्ति व विद्यालय के नामकरण के प्रकरणों की शीघ्र निस्तारण कर उनके सम्मान को बढ़ाने का काम करेगी।

शहीदों को अपमानित करने की राजनीति

राठौड़ ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस सरकार है जो शहीदों के परिजनों को अपमानित करने की राजनीति कर रही है वहीं दूसरी ओर केन्द्र सरकार है जो शहीदों के शौर्य व पराक्रम के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं कर रही है। भाजपा सरकार ने वन रैंक वन पेंशन को लागू किया और पूर्व सैनिकों को एरियर भी दिया। यही नहीं मोदी सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत विदेशी उपकरणों पर निर्भरता कम की है और स्वदेशी उपकरणों को बढ़ावा दिया जिसका ही नतीजा है कि अब हमारे देश में ही रक्षा उपकरण निर्मित होने लगे हैं।


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चीनी सैनिकों को दिया मुंहतोड़ जवाब

राठौड़ ने कहा कि जब हिन्दुस्तान ने दुश्मन देशों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक व एयर स्ट्राइक की और अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिकों को घुसपैठ कर मुंहतोड़ जवाब दिया, तब राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने सैनिकों की वीरता को हतोत्साहित करते हुए सबूत मांगकर निकृष्ट राजनीति का परिचय दिया।

सोडियम और पोटेशियम शरीर के सबसे महत्वपूर्ण खनिज तत्व हैं क्योंकि केवल इन्हीं से शरीर की कई महत्वपूर्ण मेटाबॉलिज्म क्रियाएं संपन्न होती है। शरीर की हर कोशिका के अंदर और बाहर इन दोनों की सही मात्रा सेहत ही नहीं, बल्कि हर एक क्रिया के लिए जरूरी है। विशेष रूप से गर्मियों में इन दोनों के बीच में संतुलन रहना जरूरी होता है।

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यह है सोडियम-पोटेशियम
ये ब्लड में होते हैं, इन्हें इलेक्ट्रोलाइट्स कहते हैं। ये हृदय, मांसपेशियों व दिमाग की कार्यप्रणाली में मदद करते हैं। इनके लेवल को किडनी कंट्रोल करती है। सोडियम हमें नमक से मिलता है, पोटेशियम फलों व सब्जियों से।

 

कमी और अधिकता
सोडियम की कमी को हाइपोनेट्रीमिया कहा जाता है और पोटेशियम की कमी को हाइपोकैलीमिया कहते हैं। इसी तरह सोडियम की अधिकता को हाइपरनेट्रीमिया कहते हैं जबकि पोटेशियम ज्यादा होने की स्थिति हाइपरकैलीमिया कहलाती है। शरीर में सोडियम की सामान्य मात्रा 136-140 मिलिग्राम इक्वीलेंट प्रति लिटर और पोटेशियम 3.5-5.0 मिलिग्राम इक्वीलेंट प्रति लिटर होनी चाहिए।

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ब्लड टेस्ट
कमी या अधिकता होने पर डॉक्टर ब्लड जांच करवाते हैं, जिसे सीरम इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट कहते हैं। इसका खर्च लगभग 200 रुपए होता है।

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पुराने लोग ज्यादा जागरूक
इंटरनल मेडिसिन नामक जर्नल के पुराने संदर्भों से पता चला है कि हमारे पूर्वज अपने आहार में सोडियम की तुलना में 16 गुना ज्यादा पोटेशियम लेते थे। लेकिन नए दौर के लोग इसका उल्टा करते हैं। हमारे आहार में सोडियम भरपूर है और पोटेशियम कम। यही कारण है कि कार्डियोवस्क्यूलर यानी दिल की बीमारियां बढ़ रही है।

 

शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए विज्ञान की जटिल बातें समझना भी बेहद जरूरी है। इसी कड़ी में बात करते हैं सोडियम और पोटेशियम के संतुलन की। गर्मियों के दिनों में अत्यधिक पसीने और उल्टी व दस्त के कारण सोडियम और पोटेशियम संतुलन गड़बड़ा जाए तो किडनी और हृदय पर घातक असर पड़ सकता है।

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दिल के मामले में
डॉ. मनीष मोटवानी के अनुसार हृदय के मामले में सोडियम और पोटेशियम एक-दूसरे के विरोधी हैं। जब हम ज्यादा नमक वाली चीजें खाते हैं, तो शरीर में सोडियम की मात्रा बढऩे से ब्लड प्रेशर और रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है। जबकि यदि पोटेशियम की मात्रा ज्यादा ली जाए तो ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और रक्त वाहिकाओं को आराम मिलता है। पोटेशियम शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड रसायन को सक्रिय करता है, जिससे धमनियों में दबाव और रक्तचाप घटता है।

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नमक की सही मात्रा जरूरी
लंबे समय तक नमक की अधिक मात्रा लेने से ब्लड प्रेशर, हृदय और किडनी के मरीजों को काफी नुकसान हो सकता है, इसलिए एक दिन में 6 ग्राम से ज्यादा नमक ना खाएं। टेबल सॉल्ट यानी खाने में ऊपर से नमक डालना बंद कर दें। पापड़, चटनी, अचार, प्रिजर्व और फास्ट फूड आदि ना खाएं। चपाती बनाते समय उसमें नमक ना डालें और दाल व सब्जी में भी कम ही प्रयोग करें। हरी पत्तेदार सब्जियां, केला, मौसमी, आलू, आलूबुखारा, तरबूज, खरबूजा आदि फलों में भरपूर पोटेशियम होता है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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जयपुरः राजस्थान (Rajasthan) में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) कहर बरपा रहा है। पाली, बाड़मेर, जालोर, जोधपुर और राजसमंद समेत कई जिलों में बारिश (Rain) का दौर जारी है। बरसात की वजह से जगह-जगह नदी-नाले उफान पर हैं। कई बांधों में पानी की आवक अच्छी होने के कारण ओवर फ्लो हो गए हैं। बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालत बन गए है। कई गांवों का मुख्यमार्गों से संपर्क टूट गया है, आवागमन बाधित है। जगह-जगह फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा। बारिश को देखते हुए एनडीआरएफ (NDRF)-एसडीआरएफ (SDRF) और सेना (ARMY) की भी मदद ली जा रही है।

जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, सिरोही, जालौर, पाली और बाड़मेर जिलों में भारी से अति भारी बारिश और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। 18 जून सुबह 8:30 बजे तक सिरोही के माउंट आबू तहसील में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई। माउंट आबू तहसील में 360mm, जालोर के चितलवाना में 336mm, रानीवाड़ा में 317mm, जालोर में 317mm, सिरोही के शिवगंज 315mm, जालोर के सांचौर में 296mm और जसवंतपुरा में 291mm, पाली के सुमेरपुर 270mm, बाड़मेर के चौटन 266mm और धोरीमन्ना 256mm, पाली के रानी में 249mm, सिरोही के रेवदर में 243mm, पाली के बाली में 240mm, बाड़मेर के सीवान में 236mm, जालोर के बागोदा में 232mm और पाली के जवाई डैम में 226mm बारिश दर्ज की गई।

जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, राजस्थान के दक्षिणी और पूर्वी भागों में कहीं-कहीं भारी से अत्यंत भारी बारिश का दौर आगामी चौबीस घंटों तक जारी रहने की प्रबल संभावना है। 18 जून को राजस्थान के चार जिलों पाली, सिरोही, राजसमंद और उदयपुर के लिए रेड अलर्ट (RED ALERT) जारी किया गया है। जालोर, नागौर, जयपुर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी और चित्तौड़गढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट (ORANGE ALERT) जारी किया है। वहीं, जोधपुर, बाड़मेर, सवाई माधोपुर, कोटा, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के लिए यलो अलर्ट (YELLOW ALERT) जारी किया गया है।

जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक, 18 जून को राज्य के पाली, सिरोही, उदयपुर, राजसमंद जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और कहीं- कहीं पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। जोधपुर, अजमेर, जयपुर, कोटा संभाग में कहीं-कहीं पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 18 जून दोपहर 4 बजे के डॉप्लर रडार पिक्चर के अनुसार, डिप्रेशन सिस्टम पूर्वी राजस्थान के अजमेर की आगे बढ़ रहा है। जयपुर, अजमेर, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश का दौर जारी है।

दिल्ली IMD वैज्ञानिक डॉ नरेश कुमार ने बताया कि चक्रवात अभी दक्षिणी राजस्थान के मध्य में है। आज शाम तक इसका प्रभाव रहेगा। दक्षिणी राजस्थान में रविवार को अति भारी बारिश हो सकती है। सोमवार को मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश की संभावना है। उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में 2-3 दिनों में बारिश होगी। अरब सागर से आने वाली हवाओं के कारण दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश हो रही है। पूर्वी भारत में 2-3 दिनों में मानसून आने की संभावना है।

Late Night Hunger: रात को डिनर के बाद सही वक्त पर सो जाना अच्छी बात होती है, लेकिन कुछ लोग ऑफिस के काम या देर रात तक पढ़ाई करने की वजह से रात को देर तक सो पाते हैं। इस वजह से आधी रात को भूख लगती है। ऐसा होने पर कई लोग स्नैक्स अथवाकोई मीठी चीजें खा लेते हैं। हालांकि, इससे भूख तो मिट जाती है लेकिन ये अच्छी आदत नहीं। क्योंकि हमें हमेशा हेल्दी फूड ही खाना चाहिए नहीं तो सेहत को नुकसान हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि देर रात में भूखने पर कौन-कौन सी चीजें खानी चाहिए जिनसें हेल्थ को नुकसान की बजाए फायदा हो।

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फल (Fruits)
यदि रात के समय अचानक से भूख लगे तो फल खाएं क्योंकि ये काफी हेल्दी होते हैं। हालांकि, इस बात का ख्याल रखें कि सर्दी के दिनों में फ्रिज से तुरंत निकालकर फल नहीं खाएं, बल्कि इसको सामान्य तापमान में आने का इंतजार करें। ये भी ध्यान रखें की ज्यादा मीठे फल नहीं खाएं नहीं तो ब्लड शुगर स्पाइक हो सकता है।

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सूप (Soup)
यदि आपको लेट नाइट भूख लगे तो घर में हेल्दी सूप तैयार कर लें, इसको आसानी से तैयार कर सकते हैं। यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। सूप को पीना भी मुश्किल नहीं और भूख भी जल्दी शांत हो जाती है।

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ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits)
ड्राई फ्रूट्स में न्यूट्रीशनल वैल्यू काफी ज्यादा होती है जिस वजह से ज्यादातर डाइटीशियन इसे खाने की सलाह देते हैं। इसमें प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसलिए यदि आप इसे रात के वक्त खाएंगे तो पेट जल्दी भर जाएगा और काफी देर तक भूख नहीं लगेगी, ऐसें में आपका वजन भी कंट्रोल में रहेगा। इसके लिए आप बादाम, पिस्ता, काजू और अखरोट जरूर खाएं।

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जयपुर। जवाहर सर्कल पुलिस ने मंदिर में चोरी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी सुरेंद्र सैनी ने बताया गिरफ्तार आरोपित शाहिद (20) और महेंद्र (25) मनोहरपुरा कच्ची बस्ती, जगतपुरा के रहने वाले हैं। आरोपी गत दिनों मंदिर में सेंध लगा कर दानपात्र चुरा ले गए थे, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि आरोपी अब तक कितनी वारदातों को अंजाम दे चुके है।

अंधेरे का फायदा उठाकर करते थे वारदात
पुलिस ने बताया कि आरोपी रात के दौरान मंदिर में जाकर अंधेरे का फायदा उठाकर सरियों से ताला तोड़कर चोरी करते है। चोरी करने के बाद आरोपी दानपात्र में रखे रुपयों को आपस में बांट लेते हैं। इस पूरे मामले में कांस्टेबल पुष्पेन्द्र सिंह और करण सिंह की विशेष भूमिका रही है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित नशेड़ी किस्म के युवक है, जो नशापूर्ति के लिए वारदात करते हैं।

मच्छरों को भगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कॉइल बीड़ी और सिगरेट जितनाी हानिकारक होती है। यह आपके फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। हाल ही में मलेशिया में हुए एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।

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नुकसान: कॉइल का धुंआ लगातार फेफड़ों में जाने से अस्थमा की शिकायत, सीओपीडी (फेफड़ों संबंधी रोग), आंखों में मोतियाबिंद व कान, नाक, गले संबंधित रोग हो सकते हैं। इसके अलावा अगर कमरा छोटा हो और हवा निकलने की ठीक व्यवस्था ना हो, तो ऑक्सीजन की कमी और कार्बन मोनो ऑक्साइड की अधिकता के कारण दम भी घुट सकता है।

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ऐसे करें इस्तेमाल
इन्हें खतरा ज्यादा: कॉइल के धुएं से सबसे ज्यादा नुकसान गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को हो सकता है।
ये करें: कॉइल जलाते समय खिड़की-दरवाजे खोल दें या इसे जलाकर कमरे को बंद कर बाहर चले जाएं और आधे घंटे बाद खिड़की व दरवाजे खोलकर पंखा चला दें।

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कॉइल कैसे करता है काम
डॉक्टर के मुताबिक, मॉस्किटो रिपेलेंट्स में इस तरह के केमिकल होते हैं, जो कॉइल या अगरबत्ती को धीरे-धीरे जलाते हैं। ये दो तरह से काम करते हैं। इनमें जो कीटनाशक होते हैं, वे मच्छरों का सफाया कर देते हैं। वहीं, अगरबत्ती का सुगंधित पदार्थ मच्छरों को भगा देता है। अगर आप लिक्विड लगाते हैं तो यह भी सेफ नहीं है। इसमें एलेथ्रिन और एरोसोल पाया जाता है। यह कीटनाशी होने के साथ फेपड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसमें एक काले रंग की इलेक्ट्रोड रॉड लगी होती है, जो गर्म होने के बाद धुआं निकालती है। इससे फेफड़े प्रभावित होते हैं।

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क्या मच्छर वाली क्रीम है सही
एक्सपर्ट के मुताबिक, कई लोग खुद को या बच्चों को मच्छरों से बचाने के लिए क्रीम का इस्तेमाल करते हैं। यह भी पूरी तरह सेफ नहीं है। इससे कई नुकसान हो सकते हैं। इस क्रीम के ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा का प्राकृतिक रंग बदल सकता है। इससे स्किन एलर्जी, रैशेज और खुजली की समस्या हो सकती है।

 

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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गर्मी के इस मौसम में 1-5 साल के बच्चों में उल्टी व दस्त की शिकायत ज्यादा होने लगती है। ऐसा ज्यादातर फूड पॉइजनिंग के कारण होता है, विस्तार से जानते हैं इसकी वजह और सावधानियों के बारे में।

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ये हैं वजह
गर्मी में खाने-पीने की चीजों में बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग होती है।

बाजार में बिकने वाली फू्रट चाट या पहले से पड़ा हुआ जूस।

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इस मौसम में मक्खियां ज्यादा बढ़ जाती हैं, जो गंदगी पर बैठकर खाने को दूषित कर देती हैं। जब हम उस भोजन को खाते हैं, तो कीटाणु हमारे शरीर में चले जाते हैं।

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बाजार में बर्फ के गोले या जूस में बर्फ की सिल्ली को तोड़कर प्रयोग किया जाता है, जो साफ पानी से तैयार नहीं की जाती और उसमें ई-कोली नामक कीटाणु पाया जाता है। जब इस दूषित बर्फ से तैयार चीजों को बच्चे खाते या पीते हैं, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से वे जल्दी बीमार हो जाते हैं।

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नुकसान है ज्यादा
बड़ों की तुलना में बच्चों को दस्त या उल्टी होने पर डिहाइड्रेशन की समस्या ज्यादा हो जाती है।

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वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर. के. गुप्ता के अनुसार बच्चे को हमेशा ताजा फल व ताजा खाना खिलाएं। खाने-पीने की चीजों को ढंककर रखें। बच्चे को कुछ भी खिलाने से पहले उनके हाथ जरूर धुलवाएं। बाजार का जूस या बर्फ का गोला आदि बच्चे को ना दें। टिफिन में बच्चे को कटे फल ना दें क्योंकि 4-5 घंटे में इनमें बैक्टीरिया पनपने का डर रहता है। स्कूल के लिए पानी की बोतल घर से भरकर दें।

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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के तीन स्थानों पर वन्य जीव संरक्षण के लिए 9 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।

इस राशि से पालीघाट सवाई माधोपुर (राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल अभयारण्य) में घड़ियालों के सरंक्षण के लिए 2 करोड़ रुपए, खींचन जोधपुर में कुरजां सरंक्षण के लिए 2 करोड़ रुपए एवं राष्ट्रीय मरू उद्यान में गोड़ावन संरक्षण के लिए 5 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए जाएंगे।
गौरतलब है कि गहलोत ने इस संबंध में राज्य बजट 2023-24 में घोषणा की थी।

ऋण दस्तावेजों पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट की अवधि बढ़ी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दिए जाने वाले ऋण के दस्तावेजों पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट की अवधि 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दी है। पहले यह अवधि 31 मार्च, 2023 तक थी। गौरतलब है कि इस योजना के तहत स्ट्रीट वेण्डर्स तथा अनौपचारिक क्षेत्र में आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करवाने वाले लोगों को 50 हजार रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवाया जाता है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को राजस्थान किसान महोत्सव के समापन समारोह में एक बार फिर भाजपा और मोदी सरकार को अपने निशाने पर लिया। उन्होंने समापन समारोह के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि, मोदी जी काम कम करते हैं मार्केटिंग अधिक करते हैं जबकि कांग्रेस सरकार काम अधिक करती हैं मार्केटिंग कम। उनका कहना था कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। भाजपा गौमाता के नाम पर वोट मांगती है, जबकि धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। पीएम किसानों से किया एक भी वादा पूरा नहीं कर पाए, भाजपा के राज्य स्तरीय नेता भी उनका ही अनुसरण करते हैं लेकिन हमारी सरकार ने 21 लाख किसानों का 15 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफ किया। उन्होंने राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज की माफी के लिए भी केंद्र सरकार को पत्र लिखा, मगर इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।गहलोत ने कहा कि पीएम ने उद्योगपतियों का हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं कर रही। किसानों के लिए उनकी मंशा ठीक नहीं है जबकि आज किसानों की मेहनत से देश आत्मनिर्भर हुआ है, पहले गेंहू के लिए भी अमेरिका से भीख मांगते थे। इतिहास गवाह है कि आजादी के बाद कांग्रेस सरकार ने क्या कुछ नहीं किया। देश के विकास के लिए, हमने सरकार बनते ही एग्रो प्रोसेसिंग की पॉलिसी बनाई। .

भाजपा ने किया किसानों को गुमराह-आंजनामहोत्सव में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने किसानों से नारे लगवाते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने जितना काम किसानों के लिए किया उतना कोई भी नहीं कर पाया है। 2014 और 2019 में किसानों को गुमराह किया गया, जहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है नारे लगाए जा रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार जहां होगी वहां विकास होगा। कांग्रेस सरकार ने जो बूस्ट किसान को दिया वह कहीं नहीं है। आज किसान चैन की नींद सो रहा है। विपक्ष जो आंदोलन चला रहा है प्रदेश में किसान उसके साथ नहीं हैं।

भाजपा गाय के नाम पर मांग रही वोट- प्रताप सिंहखाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने महोत्सव को लेकर किसानों से सवाल करते हुए पूछा कि उन्हें इसमें मजा आया या नहीं। साथ ही कहा कि अब हमको और सीएम गहलोत को भी चुनाव नतीजों में मजा आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ,भाजपा गाय के नाम पर वोट मांगने का काम करती है लेकिन वर्तमान सरकार ने लम्पी पीडि़त गोपालकों को बचाने का काम किया है। अब की बार तय हो गया है कि फैसला इस आधार पर होना चाहिए कि कौन काम करने में माहिर है। वहीं रामेश्वर डूडी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समझते हैं कि यदि किसान सशक्त मजबूत होगा तो राजस्थान विकसित होगा। साढ़े चार में उन्होंने किसानों की जरूरत को समझा, उनकी भावनाओं की कद्र की और आखिरी छोर तक मौजूद गरीब किसानों के लिए योजनाएं लेकर आए।

प्रगतिशील किसान हुए सम्मानितइस अवसर पर आत्मा योजना के तहत कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार करने वाले प्रगतिशील 10 किसानों और पशुपालकों को राज्य स्तरीय कृषक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हर किसान को 50 हजार रुपए की राशि दी गई। इनमें जयपुर जिले से रूकमा देवी, टोंक से भूरी देवी मीणा, बाड़मेर से धर्माराम,डूंगरपुर से नारायण, भीलवाड़ा से कमला देवी, श्रीगंगानगर से पुनीत चौधरी, जैसलमेर से खुशालाराम, राजसमंद से बालूसिंह, धौलपुर से नीरज कुमार त्यागी और टोंक स भरत राम शामिल रहे। इस दौरान कृषक कल्याण को समर्पित 4 वर्ष विषय और राजस्थान किसान एप पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया।

जयपुर। राज्य सरकार के महंगाई राहत कैम्प में लाभान्वित परिवारों का आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है। शनिवार शाम तक इन कैम्पों के माध्यम से 1.63 करोड़ परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है, जबकि 7.13 करोड़ से अधिक गारंटी कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शनिवार शाम तक इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना में 52.85 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क घरेलू बिजली योजना में 88.46 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क कृषि बिजली योजना में 10.67 लाख, मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में 99.24 लाख गारंटी कार्ड वितरित हुए है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में 63.55 लाख एवं इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 4.27 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इसी प्रकार सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में 49.09 लाख, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 97.97 लाख, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1.23 करोड़ एवं मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 1.23 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। यह कैंप 24 अप्रेल से शुरू हुए थे और तीस जून तक चलेंगे।

जयपुर। मुख्यमंत्री जी, मैं दिव्यांशु हूं। मेरी उम्र पांच साल है। मैं ब्रेन ट्यूमर बीमारी से ग्रस्त हूं। जेके लोन अस्पताल में मौत से लड़ रहा हूं। मेरी इच्छा है कि यह(18 जून) जन्मदिन आपके साथ मनाऊं। इसलिए मैं नन्ही पलको से आपका इंतजार करूंगा...।

दिव्यांशु का यह भावुक पत्र पढ़कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उससे मिलने के लिए रविवार को जेके लोन अस्पताल पहुंच गए। उन्हें देखकर बच्चे के परिजन भावुक हो गए। वहीं, अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री ने दिव्यांशु के पिता से बातचीत की और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। उसका इलाज सरकार करवाएगी।

खंडेला तहसी़ल के रानीपुरा गांव निवासी बच्चे के पिता राजेंद्र कुड़ी ने बताया कि दुल्हेपुरा में 9 जून को राहत शिविर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे थे। उस वक्त मेरे बड़े भाई ने उनको दिव्यांशु का पत्र सौंपा था। जिसमें दिव्यांशु ने जन्मदिन पर मिलने की मंशा जताई थी और मदद की गुहार की थी। क्योंकि राजेंद्र ई-मित्र ऑपरेटर है। वह दिव्यांशु का इलाज कराने में सक्षम नहीं है। रविवार को दिव्यांशु के जन्मदिन था। ऐसे में शाम को मुख्यमंत्री गहलोत उससे मिलने अचानक अस्पताल में पहुंच गए। यहां वे करीब दस मिनट तक आइसीयू में रूके और उसकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

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अब तक खर्च हो चुके चार लाख रुपए
-पिता राजेंद्र ने बताया कि 5 मई को दिव्यांशु को कैंसर होने का पता चला। अगले दिन उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी ब्रेन और सांस नली की सर्जरी हुई थी। उसमें करीब 4 लाख रुपए खर्च हो गए थे। चिरंजीवी से महज 80 हजार की मदद मिली थी। आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर उसे यहां भर्ती कराया है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. कैलाश मीणा ने बताया कि दिव्यांशु आइसीयू में भर्ती है। 22 मई को उसे यहां भर्ती कराया गया था।


BJP Vasundhra Raje Rajasthan : विधानसभा चुनाव की रंगत अब राजस्थान पर चढ़ने लगी है। प्रदेश में अब बखानों और बयानों का स्तर बीसलपुर बांध की तरह बढ़ने लगा है। भारतीय जनता पार्टी की बात हो या फिर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी दोनों के अपने अपने दावे हैं। इस बीच एक ऐसे राजनीतिक शख्स ने भारतीय जनता पार्टी के ही खिलाफ मोर्चो खोल दिया है जो कि उनकी तरफ से कई राज्यों का राज्यपाल नियुक्त किया गया। धारा 370 में तब्दीली लाने में अहम रोल रहा। बात कर रहे हैं पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की।

सत्यपाल मलिक ने अलवर में राजस्थान की राजनीति पर बात करते हुए साफ कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को आगे नहीं बढ़ाएगी लेकिन यह बात भी साफ है कि बिना वसुंधरा के भारतीय जनता पार्टी का भी काम नहीं चलने वाला है। कांग्रेस में चल रहे विवाद को लेकर मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को ये विवाद जल्द ही निपटा लेना चाहिए।

पूर्व राज्यपाल मलिक जाट जनचेतना के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने पहलवानों के मामले पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि ये पहलवान बेटियां जब देश के लिए जीत कर आती हैं तो प्रधानमंत्री इन्हें चाय पर बुलाते हैं लेकिन जब अन्याय होता है तो वह बोलते भी नहीं हैं। यही बेटियां अगर राजस्थान आकर 4-5 मीटिंग कर देंगी तो केंद्र सरकार को नाक रगड़नी पड़ेगी।

मलिक यहीं नहीं रूके। उन्होंने मणिपुर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मणिपुर जल रहा है। यहां के लोग जल रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री का बयान तक नहीं आया। वह अमरीका घूम रहे हैं। उन्होंने पुलवामा अटैक पर कहा कि भाजपा ने सैनिकों की लाशों पर राजनीति की है। इसकी आज तक जांच तक नहीं कराई गई लेकिन हम काबिल हुए तो इन मामलों की जांच कराएंगे।

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जयपुर। राजधानी जयपुर में वेनरेशन 23 का पोस्टर विमोचन कार्यक्रम शनिवार को शुरू हुआ। जिसका समापन रविवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान पर्यटन निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़ रहे। जयपुर वी द वूमेन ऑफ राजस्थान की ओर से एस्टीरिया रेस्ट रूम पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

संस्था की निदेशक दीक्षा गुप्ता ने बताया कि विदा वूमेन ऑफ राजस्थान यह आयोजन 10 वर्षों से निरंतर कर रहा है। जिसके तहत इंडिया की महिलाओं का चयन किया जाता है। जो महिलाएं विभिन्न विद्याओं में अपने स्तर पर बढ़िया काम कर रही हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। गुप्ता ने कहा कि हमारा निरंतर प्रयास है कि हर क्षेत्र के लोगों को इस कार्यक्रम में सम्मिलित किया जा सके।

गुप्ता ने बताया कि यह सीजन तीन है इससे पहले सीजन वन में प्रिंसेस दीया कुमारी, अपर्णा राजावत, रूमा देवी, कीर्ति कुलहरी व अन्य ने भाग लिया। सीजन 3 में गुलाबो कोरियोग्राफर, लेखा प्रजापत, नमन कंदोई, रिचा जैन, रेखा जैन, राज खान, डॉक्टर सारा सुल्ताना, संगीता गिरा आदि को सम्मानित किया जाएगा।

 

 

 

 

जयपुर। झोटवाड़ा स्थित ग्राम पंचायत पीथावास में रविवार को दो दिवसीय दस्तावेज मेगा शिविर का समापन हुआ। समापन समारोह में पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत व जिला प्रमुख रमा चौपड़ा मौजूद रहे। शिविर में सरपंच संतोष यादव ने अतिथियों का स्वागत किया।

शिविर में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओ से जुड़े कई तरह के दस्तावेज बनाए गए। जिनमें मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र, चिरंजीवी बीमा, जन आधार कार्ड, आधार कार्ड आदि दस्तावेज बनाए गए। साथ ही शिविर में नए राशन कार्ड, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत नए गैस कनेक्शन वितरित करना, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन आदि के लिए दस्तावेज प्रक्रिया पूरी की गई।

इस अवसर पर सरपंच संतोष यादव ने कहा कि की बेटियों के लिए नई पहल ग्राम पंचायत पीथावास की ओर से की जाएगी। ग्राम पंचायत में निवासरत परिवार की बेटियों का प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सरपंच के निजी सहयोग से प्रथम किस्त जमा करवा कर बेटियों के खाते खुलवाए जाएंगे।

सीताराम यादव ने बताया कि यह दो दिवसीय शिविर 17 व 18 जून को आयोजित हुआ। इसमें लोगों को सरकारी योजनाओं से होने वाले लाभ को लेकर जानकारी दी गई।

शिविर में वार्ड पंच लालाराम शर्मा, वार्ड पंच शंकर लाल यादव, झोटवाड़ा भाजपा मंडल अध्यक्ष शंकर लाल यादव, कालवाड मंडल अध्यक्ष मदनलाल कुड़ी, महिला मोर्चा सुनीता पाराशर, कांता शर्मा, संतोष चौधरी, पूर्व पार्षद ममता बाखड़ीवाल, पार्षद मुकेश रेगर, बाबूलाल यादव, रणजीत सिंह राठौड़, फूलचंद दादरवाल, धर्म सिंह तोमर, प्रभात वर्मा, तेजपाल सिंह, बजरंग शर्मा, लाला खांडल रामस्वरूप यादव व अन्य उपस्थित रहे।

जयपुर। विश्व एलर्जी सप्ताह 2023 के दौरान एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के सह-अस्तित्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए स्टॉप स्नीज टू व्हीज़ पहल शुरू की है। अल्केम लेबोरेटरीज लिमिटेड की ओर से यह पहल की गई है। इन बीमारियों से लाखों लोग प्रभावित हैं। पहल का उद्देश्य इन स्थितियों से जूझ रहे मरीजों के लिए प्रारंभिक निदान, प्रभावी प्रबंधन और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के महत्व पर जोर देना है।

अल्केम लेबोरेटरीज लिमिटेड के प्रेसिडेंट सुदीप्तो रॉय ने कहा कि सामान्य आबादी में अस्थमा और एलर्जिक राइनाइटिस के मामले बढ़ रहे हैं। जिनमें नए निदान किए गए। मरीजों की काफी संख्या ऊपरी और निचले दोनों वायुमार्ग के लक्षणों का अनुभव कर रही है। हाल के अनुमानों से पता चलता है कि लगभग 60-78 प्रतिशत लोगों में जिनमें अस्थमा का निदान किया गया है, उन्हें समवर्ती एलर्जिक राइनाइटिस भी है।"

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की इस गंभीर चिंता को दूर करने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के सहयोग से, जागरूकता अभियान, शिविरों और क्लीनिकों की एक श्रृंखला के माध्यम से "स्टॉप स्नीज़ टू व्हीज़" पहल के भाग के रूप में जनता और मरीजों को शिक्षित करने के लिए एक व्यापक जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। जिसमें मरीज लगातार नाक से संबंधित लक्षणों या बार-बार होने वाले श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए चिकित्सा सलाह ले सकते हैं।

एलर्जिक राइनाइटिस, जिसे आमतौर पर हे फीवर के रूप में जाना जाता है, यह नसिका मार्ग को प्रभावित करने वाली एक स्थिति है, जिसमें सूजन होती है। जो पराग, धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी और मोल्ड बीजाणुओं जैसे एर्लजन से ट्रिगर होती है। यदि उचित उपचार न कराया जाए, तो यह अस्थमा में बदल सकता है, एक दीर्धकालिक श्वसन स्थिति है जिसमें वायुमार्ग की सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं और ट्रिगर्स के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है।

एलर्जिक राइनाइटिस और अस्थमा के सह-अस्तित्व के परिणामस्वरूप लोगों को अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि ये स्थितियां परस्पर क्रिया करती हैं और एक दूसरे के लक्षणों की गंभीरता बढ़ा देती हैं। एलर्जिक राइनाइटिस अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है, जबकि अनियंत्रित अस्थमा एलर्जिक राइनाइटिस के लक्षणों को और तेज कर सकता है, जो श्वसन संबंधी समस्याओं के एक संकटपूर्ण चक्र का कारण बन सकता है जिससे किसी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित होती है।

सामान्य ट्रिगर्स को पहचानना, निर्धारित उपचार योजनाओं का पालन करना, शुरुआती चेतावनी के संकेतों के बारे में जानकारी होना, विशेष एलर्जन की पहचान करने के लिए एलर्जी परीक्षण पर विचार कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन शैली अपना सकते हैं। ये अभ्यास प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और लक्षणों की गंभीरता को कम करने में सहायता कर सकते हैं।

गुब्बारा जासूसी कांड के बाद तनाव पूर्ण माहौल में चीन की यात्रा स्थगित करने वाले अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन चीन की पहली यात्रा पर पहुंच गए हैं। जो बाइडन प्रशासन की ओर से चीन की यात्रा करने वाले ब्लिंकन शीर्ष अधिकारी हैं। यहां उनकी मुलाकात चीन के विदेश मंत्री चिन गैंग से हुई है। रिश्तों में सुधार की बेहद हल्की उम्मीदों के बीच दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात से पहले चीन के सहायक विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग ने अहम बयान दिया है। हुआ ने क्लोज-डोर मीटिंग से पहले ट्वीट किया, उम्मीद है कि यह बैठक बाली में दोनों राष्ट्रपतियों के बीच बनी सहमति के अनुसार संबंधों को वापस पटरी पर ला सकेगी।

तनाव के तीन मुख्य कारण
दुनिया की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों में लंबे समय से बढ़ते जा रहे तनाव के मुख्य रूप तीन मौजूदा कारण हैं। तनाव के ये मुद्दे हैं ताइवान की स्वायत्ता पर दोनों देशों के परस्पर विपरीत दृष्टिकोण, चीन को उन्नत चिप निर्यात पर अमरीकी प्रतिबंध और यूक्रेन युद्ध में चीन का रूस के साथ खड़ा होना।

बातचीत की तीन प्राथमिकताएं

तनाव के बीच पांच साल बाद किसी अमरीकी विदेश मंत्री की चीन यात्रा पर पूरी दुनिया की नजर है। माना जा रहा है कि इस यात्रा के कम से कम तीन परिणाम हो सकते हैं।
1. संवादः दोनों देशों में शीर्ष राजनयिक स्तर पर बातचीत की शुरुआत होना अपने आप में अहम है। ब्लिंकन की यात्रा इसका पहला कदम है। यात्रा से पहले हिंद प्रशांत क्षेत्र के राष्ट्रपति बाइडन के समन्वयक कर्ट कैंपबेल ने कहा कि दोनों देशों के बीच असहमतियां वैश्विक प्राथमिकताओं पर साथ काम करने में बाधक नहीं बनना चाहिए।
2. कारोबार रिशतों में सुधारः बाइडन से पहले ट्रंप प्रशासन ने चीनी सामान पर कई टैक्स लगाए थे, जिन्हें हटाने के बाइडन इच्छुक नहीं थे। ऐसे में बाइडन के पद संभालने के वक्त से ही दोनों मुल्कों के रिश्ते तनावपूर्ण हो चुके थे। बल्कि ट्रंप से एक कदम आगे बढ़ते हुए बाइडन ने चीन को होने वाले अमरीकी कंप्यूटर चिप्स के निर्यात पर पाबंदियां लगा दीं और सहयोगियों देशों को भी ऐसा करने को कहा।
3. टकराव को रोकनाः हाल में विएना बैठक के दौरान अमरीका ने कहा था कि अगर चीन रूस को सैन्य या फिर आर्थिक मदद देता है तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। एक मुद्दा ताइवान खाड़ी और दक्षिण चीन सागर का भी है। चीन इन इलाकों पर अपना दावा करता है, जबकि अमरीका का कहना है कि ये अंतरराष्ट्रीय समुद्री रास्ते हैं।

आशंकाएं
दूसरी तरफ आशंका ये भी है कि अमरीका चीन के साथ दशकों पुराने यूएस-चीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी समझौता रद्द कर दे। वाशिंगटन में इसको लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। फिलहाल दोनों देशों के बीच सहयोग का बड़ा आधार यही समझौता है।

अमरीकी कूटनीति
ब्लिंकन की चीन यात्रा अमरीका की पूरी एशिया नीति से जुड़ी है। अमरीका एक साथ इन दिनों इस क्षेत्र की तीन अहम ताकतों के साथ बातचीत कर रहा है। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी 21 जून से अमरीका की राजकीय यात्रा पर हैं। 16 जून को अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलविन जापान और फिलीपीन्स के साथ पहली संयुक्त वार्ता करके लौटे हैं। इस तरह अमरीका तीनों अहम एशियाई देशों के साथ अलग-अलग संबंध स्थापित कर रहा है।

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शो डायरेक्टर रचना चौधरी ने बताया कि फिनाले में 20 शहरों से आईं 17 से 27 एज ग्रुप की 30 फाइनलिस्ट मॉडल्स ने चार डिजाइनर फैशन सीक्वेंस में रैंप वॉक कर जूरी को इम्प्रेस किया और स्टाइलिश पोज दिए। उन्होंने बताया कि इस पेजेन्ट की विनर को वर्क कॉन्ट्रेक्ट, गिफ्ट वाउचर, फिल्म व म्यूजिक वीडियो में आने का मौका दिया जाएगा। मॉडल्स ने स्माइल के साथ स्टाइलिश पोज़ दिए।

20 शहरों की 30 मॉडल्स ने रैंप पर बिखेरी अदाएं

मॉडल्स ने रैंप वाक कर जजेज़ के सवालों के स्मार्ट जवाब दिए। साथ ही 4 लेटेस्ट डिज़ाइनर्स आऊटफिट भी शोकेस किये। रैंप वॉक के दौरान मॉडल्स का कॉन्फिडेंस देखते ही बनता था। सभी मॉडल्स ने ब्यूटी पेजेंट जीतने के लिए अपनी और से पूरी कोशिश की है। अब ग्रैंड फिनाले में ही पता चलेगा कि ताज किसके सर सजता है। इस पांच दिन के फैशन इवेंट में फिनाले से पहले ग्रूमिंग सेशन, सैश सेरेमनी, ट्री प्लांटेशन, हवन फॉर पर्यावरण, टैलेंट राउंड और पोर्टफोलियो शूट जैसी लर्निंग एक्टिविटीज का आयोजन किया गया था।

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