-वितरण व्यवस्था को बहाल करने के लिए विभाग ने लगाई 88 अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम
- लगातार प्रयास के बाद भी 85 प्रतिशत में आई बिजली, शेष क्षेत्रों में चल रहा काम
नागौर. गत 28 मई से 30 मई तक आए तेज अंधड़ व बारिश के बाद बिगड़ी व्यवस्था को पटरी पर लाने में डिस्कॉम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम जुटी हुई है। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि विभाग की ओर से व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की सात दर्जन से टीमें लगी हुई हैं। अथक प्रयासों के बाद विभाग की ओर से सात हजार से ज्यादा पोलों को बदलने के साथ ही डेमेज हुए 11 बिजली के ट्रांसफार्मरों को बदलने के बाद भी 85 प्रतिशत क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था सुचारु हो पाई है। अधिकारियों की माने तो इसी सप्ताह में अभियान स्तर पर काम कर शेष 15 प्रतिशत क्षेत्रों में भी बिजली की व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
गत 28 एवं 30 मई को महज थोड़ी ही देर आए तेज अंधड़ ने जिले केा अंधेरे में डूबा दिया था। जिले के शतप्रतिशत क्षेत्रों में हर ओर अंधेरा ही छाया हुआ था। इस दौरान दस हजार से ज्यादा बिजली के पोलों को ध्वस्त करने के साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा पॉवर ट्रांसफार्मर भी डेमेेज हो गए। इससे पटरी से विद्युत व्यवस्था को सुचारु करने के लिए जिले के खींवसर, नागौर, जायल, डेह, परबतसर, नावां, रोल एवं डेगाना आदि सहित अन्य क्षेत्रों में विभाग की ओर से 88 टीमें लगाई गई। टीम ने अब तक नागौर में 530, मूण्डवा में 363, खींवसर में 1032, डेह में 137, मेड़ता में 154, गोटन में 106, रियाबड़ी में 50, मकराना में 275, परबतसर में 91, बागोट में 60, गच्छीपुरा में 73, कुचामन में 383, नावां में 379, चितावा में 315, डीडवाना में 465, मौलासर में 950, जायल में 177, छोटीखाटू में 181, रोल में 102, डेगाना में 77, सांजू में 179, भैरूंदा में 58, लाडनू में 257, निंबीजोधा में 209 बिजली के पोल बदले जा चुके हैं। बदले जा चुके हैं।
अब तक इतने बदले जा चुके हैं पोल
33 केवी लाइन 11 केवी लाइन एलटी लाइन
327 4090 2186
डिस्कॉम के अनुसार जिले में कुल 33 केवी लाइन, 11 केवी लाइन एवं एलटी लाइन सहित कुल 7100 बिजली के पोलों को बदला जा चुका है। सिंगल फेज के ट्रांसफार्मरों में 85 और थ्री फेज के 230 ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं। इस तरह से कुल 315 ट्रांसफार्मरों को पूरी तरह से बदल दिया गया है। इसके चलते खींवसर, जायल, परबसर, नागौर, लाडनू एवं निंबीजोधा सहित लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्रों में व्यवस्था सुचारु की जा चुकी है। इसमें भी दुर्गम क्षेत्रों में आने वाली ढाणियों की बिजली व्यवस्था को सुचारु करने के लिए विभाग की ओर से अलग टीमें लगाई गई है।
इनका कहना है...
जिले में गत 28 एवं 30 मई को आए तेज अंधड़ के बाद बिगड़ी व्यवस्था को सुचारु करने के लिए 80 से ज्यादा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीमें लगाई गई है। लगातार युद्धस्तर पर काम करने के कारण तकरीबन 85 प्रतिशत क्षेत्रों में व्यवस्था सुचारु कर दी गई है। शेष पंद्रह प्रतिशत क्षेत्रों में भी व्यवस्था बहाल करने के लिए टीमें लगी हुई है।
एफ. आर. मीणा, अधीक्षण अभियंता अजमेर डिस्कॉम-नागौर