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सिणधरी। आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले नौनिहालों के लिए खुशखबरी है। इनमें पढ़ने वाले नौनिहालों को अब सरकार दो तैयार नि:शुल्क ड्रेस उपलब्ध करवाई जाएगी। बाड़मेर- बालोतरा जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 3 से 6 वर्षीय नामांकित बालकों को आंगनवाड़ी ड्रेस मिलेगी। विभाग ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर ड्रेस पहुंचाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इस पर बाड़मेर- बालोतरा जिले के सीडीपीओ कार्यालय में ड्रेस पहुंचनी शुरू हो गई है। इसके बाद प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर ड्रेस वितरित की जाएगी। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर नौनिहालों को दो टी-शर्ट- दो पेंट दी जाएगी।

विद्यालय में ड्रेस कोड, अब आंगनबाड़ी केंद्र भी पीछे नहीं-ध्यान रहे की सरकार ने सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर रखा है। इस पर प्रत्येक दिन विद्यालय में विद्यार्थी यूनिफॉर्म में पहुंचते हैं। लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर नौनिहाल घर में पहनने वाले कपड़े पहन ही पहुंचते हैं। इस पर सरकार ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अब नौनिहालों को दो- शर्ट, दो-पेंट नि:शुल्क उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। इससे कि यह भी छात्र जैसे दिखाई दें।


3 से 6 साल के नामांकित बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र पर ड्रेस उपलब्ध करवाई जाएगी। निदेशालय ने सप्लाई उपलब्ध करवाई है। उसके अनुसार सीडीपीओ कार्यालयों में ड्रेस पहुंचाई जा रही है। इसके बाद आगे सीडीपीओ की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित करवाई जाएगी। वहां से कार्यकर्ता बच्चों को वितरण करेगी।
-सोमेश्वर देवड़ा, उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग बाड़मेर

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सोमवार को बाड़मेर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने महावीर नगर में विद्याभारती के आदर्श विद्या मंदिर भवन का शिलान्यास किया। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने घुमंतु छात्रावास में पहुंच बच्चों के बातचीत की तथा सवायत्त शासन मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने नगर परिषद की ओर से इंदिरा सर्किल पर चालीस लाख से बनी दुकानों का का उद्घाटन किया। शाम को करीब पांच बने शिक्षा मंत्री ने जिला परिषद के सभागार में शिक्षा विभाग तथा पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें उन्होंने शिक्षा को बेहतर बनाने तथा स्वच्छता को पहली प्राथमिकता मानने की बात कही।

विद्या मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम
शिक्षा मंत्री ने आदर्श विद्या मंदिर भवन महावीर नगर के शिलान्यास के दौरान कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य सुनागरिक बनाना है। समाज में शिक्षक पूजनीय है, लेकिन जिन शिक्षकों ने बच्चियों के साथ गलत काम किया है, वे राक्षस हैं। ऐसे दुराचारियों की कुंडली तैयार कर रहे हैं। इनकी जितनी अवैध सम्पत्ति तथा कमाई है, उसे नेस्तनाबूद करेंगे। इनकी े सिफारिश करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। चाहे वह किसी मंत्री का भाई ही क्यों नहीं हो। पुलिस और शिक्षा विभाग को इसके निर्देश दे दिए हैं।

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नहीं पढ़ाएंगे अकबर
दिलावर ने कहा कि वीर सावरकर ने अपने जीवन के 10 साल सजा के तौर पर काट दिए। दु:ख होता है कि देश में स्वदेशी सरकार बनने के बाद भी कुछ लोगों ने उन्हें अंग्रेजों का एजेंट बताया। ऐसे लोग देश के दुश्मन हैं। हमें पढ़ाया गया कि अकबर महान था। जबकि हकीकत में अकबर मीना बाजार से माताओं-बहनों को ले जाकर उनके साथ बलात्कार करता था। हम ऐसे आक्रांता को महान नहीं बता सकते। निकृष्ट मानसिकता ने चंद्रशेखर आजाद, भगतसिंह,शिवाजी पर गलत जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग तथा पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी कार्यालयों में स्वदेशी सामान का ही उपयोग होगा।

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  • विभाग जुटा पानी के प्रबंध में, स्टोरेज की तैयारी

राजस्थान में नहरबंदी को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। अभियंता अलर्ट मोड पर है। जलस्रोतों को भरने का काम शुरू कर दिया है। जिससे नहरबंदी के दौरान जलापूर्ति को सुचारू रखा जा सके। जो नहरें वरीयता से चल रही हैं वहां से अतिरिक्त पानी लेकर जलस्त्रोत भरे जा रहे है। विभिन्न स्थानों पर पानी के स्टोरेज के निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा जा रहा है। बाड़मेर में नहरबंदी 21 मार्च से शुरू होगी, जो अगले दो महीने तक चलेगी।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने मंगलवार को परियोजना और नियमित खण्ड के अधिकारियों के साथ जैसलमेर के मोहनगढ़ हैडवक्र्स, भागू का गांव प्रोजेक्ट के पम्प हाउस, इंदिरा गांधी नहर परियोजना के शुरुआती छोर की विजि़ट कर व्यवस्थाओं को जांचा। जैन ने बताया कि इंदिरा गांधी नहर क्लोजर के दौरान जलापूर्ति को बरकरार रखने के लिए जलदाय विभाग अपने विभिन्न स्टोरेज और स्रोतों में पानी एकत्रित कर रहा है। यहां से बाड़मेर में जलापूर्ति की जा सकती है। इसके अलावा मुख्य नहर के किनारे बनी डिग्गी को भी पूरा भरा जाएगा। वहीं मुख्य नहर में भी पानी को रोक कर रखा जाएगा। इस पानी को सही तरीके से काम में लेकर क्लोजर की अवधि के दौरान उपयोग किया जाएगा।

पीने के पानी के लिए संरक्षित स्रोतों से ही काम चलेगा

निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता के साथ विभाग बाड़मेर खण्ड के अधिशासी अभियंता महेश शर्मा, मोहनगढ़ के अधिशासी अभियंता और मोहनगढ़ संधारण कम्पनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि नहरबंदी खत्म होने तक पीने के पानी के लिए संरक्षित स्रोतों से ही काम चलेगा। बाड़मेर-जैसलमेर समेत जिलों ने समय पर पानी एकत्र नहरबंदी के दौरान होने वाली दिक्कत को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।

कितने जिलों को मिलता है नहरी पानी

चार जिलों में केवल पीने के लिए

-झुंझुंनू, सीकर, नागौर व बाड़मेर

कृषि के लिए भी

-गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, चूरू व जैसलमेर

  • बालोतरा जिले में संचालित है शराब की 96 दुकानें
  • हाइवे के होटल, ढाबों व किराणा दुकानों पर मिलती है शराब
  • आबकारी विभाग की सुस्ती से नहीं रूक रही शराब की अवैध रूप से बिक्री

बालोतरा जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में आबकारी विभाग की ओर से आवंटित शराब दुकानों की संख्या से 4 गुणा अवैध शराब ब्रांचों का संचालन बेरोकटोक तरीके आबकारी विभाग व पुलिस के संरक्षण में हो रहा है। शराब के कारोबार से जुड़े लोग शराब दुकानों की आड़ में गांवों में शराब की दुकानों का अवैध व मनमाने तरीके से संचालन कर रहे है, हर किसी को अवैध होने की भनक नहीं लगे, इसके लिए अवैध शराब दुकान को "ब्रांच" नाम दे रखा है। अवैध तरीके से संचालित इन ब्रांचों पर शराब बिक्री के कोई नियम कायदे भी लागू नहीं है, यहां पर 24 घंटे नियम विरूद्ध शराब की बिक्री की जाती है। इन ब्रांचों की आबकारी विभाग के कारिंदों को जानकारी होने के बावजूद उन्हें संरक्षण देने के लिए अनभिज्ञ बने हुए है।

इसलिए ब्रांचों पर बरत रहे है मेहरबानी
- आबकारी विभाग की ओर से शराब ठेकेदारों को शराब बिक्री का लक्ष्य आवंटित किया जाता है। शराब बिक्री का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर शराब ठेकेदारों पर भारी-भरकम जुर्माने का प्रावधान है। जुर्मान से बचने व शराब बिक्री के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ठेकेदार एक शराब दुकान की आड़ में आसपास के गांवों में शराब ब्रांचों का संचालन करवा रहे है। इससे जहां ठेकेदार जुर्माने से बच जाता है तो आबकारी विभाग का शराब बिक्री का लक्ष्य भी पूरा हो जाता है। ऐसे में शराब की अवैध बिक्री के लिए संचालित ब्रांचें शराब ठेकेदारों व आबकारी विभाग दोनों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है।
हर गांव में है अवैध शराब की ब्रांच
बालोतरा जिले में 96 सरकारी शराब की दुकाने संचालित हो रही है। इनमें बालोतरा शहर व ग्रामीण इलाकों की दुकानें शामिल है। इन दुकानों के आसपास के गांवों में शराब ठेकदारों ने पुलिस व आबकारी विभाग के जिम्मेदारों से सांठगांठ कर अवैध शराब की ब्रांचे खोल दी है। बालोतरा व जसोल के औद्योगिक क्षेत्र के साथ पचपदरा कस्बे और रिफाइनरी से सटे क्षेत्र में दर्जनों शराब की ब्रांचों पर बेरोकटोक हर वक्त शराब की खुलेआम बिक्री की जाती है।

जिम्मेदार अनभिज्ञ बन गए
शराब दुकानों की आड़ में अवैध शराब बिक्री के ठिकानों (ब्रांचों) को लेकर जब आबकारी निरीक्षक वीणा वैष्णव से बात की तो उन्होंने हाल ही के दिनों में कार्यभार संभालने का जिक्र करते हुए शराब ब्रांचों के संचालन से अनभिज्ञ बन कहा कि पता करवाया जाएगा।

सिवाना कस्बे के जलदाय विभाग कार्यालय लंबे समय से राम भरोसे संचालित हो रहा है। सहायक अभियंता का पद रिक्त होने व कार्यवाहक अधिकारी के भरोसे अन्य कई कार्यालयों का कामकाज होने से व्यवस्था पूरी तरह से चौपट बनी हुई है। इस पर बिगड़ी व्यवस्था को लेकर हर दिन ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है।
कस्बे के जलदाय विभाग कार्यालय में सहायक अभियंता का पद लंबे समय से रिक्त है। कार्यवाहक सहायक अभियंता के जिम्मे सिवाना के अलावा पचपदरा, कल्याणपुर कार्यालय का भी कामकाज है। इस पर विभागीय व योजनाओं का कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो रखा है। जल वितरण कार्य की मॉनिटरिंग सही नहीं होने से बिगड़ी व्यवस्था को लेकर हर दिन हजारों ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है।

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लोगों को परेशानी
विभागीय काम समय पर नहीं होने से लोगों को कई तरह की दिक्कतें उठानी पड़ती है। इनके अलावा एकमात्र कनिष्ठ अभियंता कार्यरत है। रिक्त पद नहीं भरने से प्रभावित जल वितरण व्यवस्था व कामकाज पर आमजन में रोष है।

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तीन जगह का जिम्मा
सिवाना के अलावा मेरे पास कल्याणपुर, पचपदरा के सहायक अभियंता का भी जिम्मा है। इसके बावजूद विभाग के कामकाज को सुचारू बनाए रखने को लेकर पूरे प्रयास किए जाते हैं।
दीपक सिंह कार्यवाहक सहायक अभियंता सिवाना

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