>>: सेन्ट्रल जेल अजमेर: भाई को प्रताडि़त करने पर बहन ने लगाई 'रक्षा' की गुहार

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अजमेर. सेन्ट्रल जेल अजमेर एकबारगी फिर कथिततौर पर अवैध वसूली को लेकर सुर्खियों में है। यहां जेल में कैद भाई को प्रताडि़त किए जाने की फरियाद लेकर छोटी बहन ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। उसने आरोप लगाया कि जेल में जेलर, सिपाही समेत दो बंदी उसको भाई को अवैध वसूली के लिए प्रताडि़त कर रहे है। प्रताडऩा से परेशान होकर उसका भाई चार दिन से भूख हड़ताल पर बैठा है।
ब्यावर कुमावत कॉलोनी निवासी आरती कुमावत पत्नी हरीश कुमावत ने जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई हर्ष कुमावत छह साल से अजमेर सेन्ट्रल जेल में सजायाफ्ता कैदी है। बीते एक साल से सेन्ट्रल जेल में उसके साथ मारपीट की जा रही है। जेल की एसटीडी सेवा से उसके भाई हर्ष ने कॉल कर बताया कि उसे जेल में प्रताडि़त किया जा रहा है। उस पर जेल में अवैध धंधा करने व दूसरे कैदियों से वसूली करने को लेकर प्रताडि़त किया जा रहा है। पीडि़ता ने उसकी रिपोर्ट दर्जकर मामले में कार्रवाई की मांग की।
जेलर, सिपाही, दो बंदी पर आरोप
आरती ने आरोप लगाया कि सेन्ट्रल जेल में जेलर राजेश योगी, सिपाही लोकेश, बंदी राजकुमार सोनी, आकाश उर्फ जगदीश ने उसके भाई के साथ मारपीट की और पैसों की डिमांड की। पैसा नहीं देने पर उसे जान से मारे की धमकी दी जा रही है। प्रताडऩा से परेशान हर्ष चार दिन से भूख हड़ताल पर बैठा है। इसके विरोध में उससे फिर मारपीट की गई है।
पैसों के लिए प्रताडऩा
आरती ने बताया कि उसके भाई हर्ष के साथ जानवरों की तरह मारपीट की जा रही है। केवल पैसों के लिए उसके भाई को प्रताडि़त कर भूखा रखा जा रहा है। उसने कलक्टर से उसके भाई की जान बचाने की गुहार लगाते हुए दोषी जेल कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
...कभी 5 तो कभी दस हजार
आरती ने आरोप लगाया कि उसके भाई से कभी 5 हजार तो कभी दस हजार रुपए की डिमांड की जाती है। उन्होंने पहले जेल कर्मियों की 5 हजार, दस हजार और बीस हजार रुपए तक की डिमांड को पूरा किया लेकिन उनकी बात नहीं मानने पर उसके भाई को प्रताडि़त किया जाता है। हर्ष 2012 से पोक्सो एक्ट में जेल में है। उसको 2017 में प्रकरण में सजा हुई थी।
बंदी वसूली प्रकरण
अजमेर सेन्ट्रल जेल में 2017 में बंदियों से अवैध वसूली का मामला सामने आया था। जिस पर एसीबी 2019 में जेल में बंदियों से चल रहे वसूली प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए जेल अधिकारियों, जेल कर्मियों सजायाफ्ता बंदियों के बीच में बने संगठित गिरोह को उजागर किया था। मामले में अब तक 13 जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि जेल अधीक्षक प्रीति चौधरी की तैनाती के बाद से तमाम व्यवस्था पर काफी हद तक अंकुश लगाने के साथ व्यवस्था में सुधार किया जा चुका है।

इनका कहना है...
सजायाफ्ता बंदी हर्ष कुमावत आदतन बदमाश है। पहले भी जेल के अन्दर से अपनी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर चुका है। उसके खिलाफ पूर्व में भी रपट व दंडित किया जा चुका है। आए दिन कुछ न कुछ हरकते करता रहा है। रिपोर्ट आई है उचित स्तर पर प्रकरण की जांच की जाएगी।
प्रीति चौधरी, जेल अधीक्षक सेन्ट्रल जेल

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