एमबी में कोरोना से होने वाली मौतों पर पर्दा डाल रहा प्रबन्धन

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. कोरोना से होने वाली मौतों पर अब महाराणा भूपाल हॉस्पिटल ने पर्दा डालना शुरू कर दिया है। नियमित रूप से सूची उपलब्ध करवाने को लेकर प्रबन्धन अब पीछे हटने लगा है। इससे पहले प्रतिदिन सूची जारी कर कोरोना से होने वाली मौतों की जानकारी दी जाती रही है, लेकिन अब जैसे-जैसे कोरोना में मौतों की संख्या बढ़ रही है, प्रबन्धन इसकी जानकारी देने से भी कन्नी काटने लगा है। अन्दरखाने चर्चा यहां तक है कि बढ़ती मौतों से प्रबन्धन सकते में है और खुद की कमियां सामने नहीं आए इसके लिए इन मौतों पर पर्दा डाला जा रहा है।

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एमबी प्रबन्धन ने अब तय कर लिया है कि नियमित होने वाली मौतों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी। आम तौर पर सरकार ने हर स्तर पर कोरोना में पारदर्शिता अपनाने में पहल की है, लेकिन इस तरह मौतों की जानकारी छुपाने से क्या एमबी की कमियां या कमजोरिया दब जाएगी, बड़ा सवाल ये है।

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पिछले दिनों लगातार मौतों के कारण स्थितियां बिगडऩे लगी है, उपचार को लेकर इएसआईसी की क्या स्थितियां है, वह भी किसी से छुपी नहीं है। एक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मौतों की संख्या 46 बताते हुए स्पष्ट कर रहे है कि इसे मेडिकल कॉलेज स्तर पर ऑडिट के बाद जारी किया गया है।

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24 सितम्बर तक कुल 189 और 87 उदयपुर की उदयपुर में उपचाररत 24 सितम्बर तक 189 लोग कोरोना की भेंट चढ़ चुके हैं, तो 87 उदयपुर निवासी है। 189 मृतकों में उदयपुर में उपचार करवाने पहुंचे चित्तौडगढ़़, राजसमन्द, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, नीमच, मन्दसौर व अन्य क्षेत्रों के मृतक शामिल हैं। 24 सितम्बर के बाद से हॉस्पिटल प्रशासन ने मौतों की जानकारी छुपानी शुरू कर दी है।

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तो इसमें छिपाने का क्या ...- यदि कोई मरीज इएसआईसी में भर्ती है, जिसे खास तौर पर केवल कोरोना मरीजों के लिए अधिग्रहित किया गया है, वहां किसी भी मरीज की मौत होती है, तो उसे कोरोना से मौत होना ही माना जाएगा, अब ये बात दीगर है कि कमेटी उसमें चिकित्सालय की खाल बचाने के लिए कुछ इधर-उधर करें तो बात समझ से परे है। - आखिर कोई व्यक्ति जिसकी मौत कोरोना पॉजिटिव होने के बाद हुई है तो पहले से ही ये बताया जाता रहा है कि इस मरीज को कई प्रकार की बीमारियां है, कई समस्याएं है, इसके बाद उसकी मौत हुई है, यानी हॉस्पिटल प्रशासन खुलकर कोरोना से मौत होना स्वीकारने से घबराता रहा है। - चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए सभी लोग इस बात को जानते है कि कई बार नेगेटिव रिपोर्ट होने के बाद भी कोरोना मरीज पॉजिटिव हो सकता है, ऐसे में यदि किसी नेगेटिव रिपोर्ट वाले मरीज की मौत होती है तो उसे किस श्रेणी में शामिल किया जाएगा, क्या वह पॉजिटिव माना जाएगा या नेगेटिव इसका जवाब किसी के पास नहीं।

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फिलहाल होने वाली मौतों पर जब तक कोरोना से मौत होना स्पष्ट नहीं होता, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती है।

डॉ आरएल सुमन, अधीक्षक एमबी हॉस्पिटल उदयपुर



October 07, 2020 at 06:33AM