भीलवाड़ा।
कृषि विज्ञान केन्द्र भीलवाड़ा एवं अरणिया घोड़ा शाहपुरा की ओर से गांधीनगर स्थित प्रशिक्षण केन्द्र पर राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस का आयोजन किया गया। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सीएम यादव ने बताया कि देश में कुल कृषि निर्यात का 17 प्रतिशत मछली पालन और मछली उत्पाद होता है। भारत के महान वैज्ञानिक प्रोफेसर हीरालाल चौधरी की ओर से प्रेरित प्रजनन तकनीक की सफलता के लिए १0 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। डॉ. यादव ने मछली पालन के लिए अनकूल दशाएं मछली की प्रजातियां, बीज की उपलब्धता, भण्ड़ारण एवं विपणन की तकनीकी जानकारी दी।
शस्य वैज्ञानिक डॉ. केसी नागर ने बताया कि मछली पालन के क्षेत्र में विकास के लिए देश में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना चलाई जा रही है जो आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। कृषि महाविद्यालय भीलवाड़ा के शस्य वैज्ञानिक डॉ रामावतार ने बताया कि किसान खेती के साथ मछली पालन करके अपनी कमाई बढ़ा सकते है। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. हीरालाल बुगालिया, मैनेजर महेन्द्र सिंह चुण्ड़ावत व गोपाल लाल टेपन ने विचार व्यक्त किए।