>>: Digest for January 10, 2024

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

जयपुर। काशी और वाराणसी के बाद अब राजस्थान में भी 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन को लेकर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग उठने लगी हैं। इसे लेकर व्यापारिक व सामाजिक संगठन मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को पत्र लिख आग्रह कर चुके है।

राजस्थान ब्राह्माण महासभा के साथ जयपुर व्यापार महासंघ सहित कई सामाजिक संगठनों ने ने प्रदेश सरकार से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। सनातन संस्कृति रक्षक संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष पारासर का कहना है कि अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के भव्य आयोजन के एक-एक क्षण को उत्सव की तरह मनाने के लिए राजस्थान भी बहुत उत्साहित हैं। इसलिए इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए। इसके लिए हमने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा केा पत्र लिखकर आग्रह किया है।

गौरव व सम्मान का दिन
जयपुर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल व कोषाध्यक्ष सौभागमल अग्रवाल ने बताया कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर देशभर में उल्लास है। भगवान रामलला अयोध्या में विराजमान होने वाले हैं। यह दिन संपूर्ण भारत के लिए बहुत गौरव और सम्मान का हैं। इसलिए इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए।

प्राण प्रतिष्ठा के पल का साक्षी बनना चाहते हैं लोग
अखिल भारतीय नाटाणी परिवार समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताराचन्द नाटाणी व उपाध्यक्ष विनोद नाटाणी आदि ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिख आग्रह किया है कि 22 जनवरी को राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए, ताकि प्रदेश का आमजन भी इस एतिहासिक पल को देख सके। साथ ही प्रदेश के प्रत्येक नागरिक में मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम के आदर्शो व संस्कारों का सींचन हो सके। समिति के गोविंद नाटाणी ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पल को प्रत्येक भारतवासी साक्षी बनने की चाह रखता है।

 

यह भी पढ़ें : मेयर ठाठर योजना पहुंची तो चलती मिली धागा फैक्ट्री, एक मकान में मिला पटाखा गोदाम

 

संतों ने लिखा केन्द्र को पत्र
काशी के संतों ने भारत सरकार को पत्र लिखकर पहले ही इस 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की हैं। अखिल भारतीय संत समिति ने लिखा कि 500 वर्षों का हमारा संघर्ष रहा है। बरसों इस दिन के लिए तपस्या की हैं। अब जब यह दिन निकट ही हैं तब इसे उत्साह के साथ मनाने के लिए अवकाश भी घोषित किया जाए।

जयपुर। ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने सोमवार को शासन सचिवालय के मंत्रालय भवन स्थित अपने कक्ष में विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण किया। उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने पुष्पगुच्छ भेंट कर ऊर्जा मंत्री का स्वागत किया।

इस दौरान नागर ने कहा कि ऊर्जा विभाग हर वर्ग से जुड़ा हुआ विभाग है। एक प्रदेश की आर्थिक तरक्की उसकी ऊर्जा उपलब्धता, उत्पादन और सुदृढ़ वितरण तंत्र पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रबंधन से डिस्कॉम्स को आर्थिक रूप से मजबूत बनाकर उपभोक्ताओं को किफ़ायती एवं पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना तथा प्रदेश में बिजली घरों के लिए कोयले की पर्याप्त आपूर्ति उनकी प्राथमिकता रहेगी।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा किसानों को दिन के समय विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने की सभी संभावनाओं पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाए मौजूद हैं अतः इस दिशा में विभाग द्वारा बेहतर रणनीति से प्रयास कर प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और अग्रणी राज्य बनाएंगे।

यह भी पढ़ें : भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, सेवानिवृत्त अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवा समाप्त

नागर ने कहा कि राज्य की ऊर्जा जरूरतों और नई संभावनाओं को देखते हुए विभाग के अधिकारियों को संवेदनशीलता और बेहतर कार्य योजना के साथ कार्य करने के निर्देश दिए जाएंगे, जिससे प्रदेश में ऊर्जा की निर्बाध आपूर्ति हो सके। इस दौरान उपस्थित परिजनों और विभागीय अधिकारियों ने उन्हे कार्यभार संभालने की बधाई दी।

जयपुर। इस बार मकर संक्रांति दो दिन मनाई जाएगी। पौष शुक्ल तृतीया पर 14 जनवरी को पतंगबाजी होगी, वहीं दूसरे दिन 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्यकाल रहेगा। ऐसे में इस बार मकर संक्रांति का उल्लास दो दिन रहेगा। वहीं इस बार मकर संक्रांति अश्व पर सवार होकर आ रही है, जो सुख—समृद्धि लेकर आ रही है।

सूर्यदेव इस बार 14 जनवरी को मध्यरात्रि बाद रात 2 बजकर 44 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, इसी के साथ सूर्यदेव उत्तरायण हो जाएंगे। ऐसे में मकर संक्रांति का पुण्यकाल अगले दिन 15 जनवरी को सूर्योदय के साथ शुरू हो जाएगा। 15 जनवरी को पुण्यकाल सूर्योदय के साथ सुबह 7 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो सूर्यास्त तक शाम 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इस बीच दिनभर संक्रान्ति के निमित्त व्रत-दान आदि किए जाएंगे। दान—पुण्य के लिए 10 घंटे 29 मिनट का समय मिलेगा। इस दिन लोग गायों को हरा चारा खिलाएंगे, वहीं तिल के बने व्यंजनों का दान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गलता स्नान के लिए भी अलसुबह से ही लोग गलता तीर्थ में उमड़ेंगे।

ये बन रहे योग
ज्योतिषाचार्य पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि 15 जनवरी को सुबह 8.07 बजे तक रवि योग रहेगा, इसके बाद सुबह 8 बजकर 7 मिनट पर कुमार योग शुरू हो जाएगा। इसदिन सोमवार होने के साथ सतभिषा व पूर्वाभाद्र नक्षत्र का संयोग भी रहेगा। ऐसे में इस दिन दान—पुण्य का विशेष फल मिलेगा।

संक्रांति का फल
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति अश्व पर सवार होकर आ रही है, जो धोबी के घर में प्रवेश कर रही हैं। वहीं उपवाहन सिंह रहेगा। ब्राह्मण जाति की यह संक्रांति शरीर पर मार्जारमद (बिलाव का पसीना) का लेप लगाकर काले रंग के वस्त्र और दूर्वा की माला धारण कर हाथ में भाला (बरछी) लेकर पत्र के बर्तन में खिचड़ी का भोजन करती हुई प्रवेश कर रही है। संक्रांति बैठी हुई स्थिति में तथा वृद्धावस्था में रात्रि में तृतीय याम यानी तीसरे प्रहर में प्रवेश कर रही है। ऐसे में यह संक्रांति व्यापारियों के लिए सुख—समृद्धिदायक होगी। वहीं अनाज आदि के भावों में तेजी रहेगी।

मकर संक्रांति पर पुण्यकाल के शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि मकर संक्रांति पर दान—पुण्य का श्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 07:15 बजे से सुबह 9 बजे तक है। यह महापुण्य काल 1 घंटा 45 मिनट तक है। हालांकि पुण्यकाल में भी मकर संक्रांति का स्नान दान होगा।

मांगलिक कार्य भी शुरू
ज्योतिषाचार्य पंडित दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही धनु मलमास समाप्त हो जाएगा। ऐसे में 15 जनवरी के बाद फिर से विवाह, उपनयन आदि मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाएंगे।

अलग—अलग नाम से मनाते पर्व
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता है। मकर संक्रांति को गुजरात में उत्तरायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और दक्षिण भारत में इस दिन को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन के मौके पर मनाया जाता है। धनुर्मास की संक्रांति समाप्त होते ही मकर राशि में सूर्य प्रवेश करते हैं।

 

यह भी पढ़ें : काशी के बाद राजस्थान में भी उठी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग, सीएम को लिखा पत्र

 

यह मिलता फायदा
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि मकर संक्रांति महापर्व में चावल, मूंग की दाल, काली तिल्ली, गुड, ताम्र कलश, स्वर्ण का दान, ऊनी वस्त्र आदि का दान करने से सूर्य की अनुकूलता, पितरों के साथ भगवान की कृपा होती है। यह दान जन्म कुंडली के नकारात्मक प्रभाव को भी दूर करता है और धन-धान्य की वृद्धि करता है।

अमेरिका में शोधकर्ताओं ने बैक्टीरिया के संक्रमण से बचने के लिए एक नया कैथेटर बनाया है! ये कैथेटर किसी जादू की छड़ी की तरह बैक्टीरिया को रोक सकता है, वो भी एंटीबायोटिक के बगैर!

कैथेटर पतली नलियाँ होती हैं, जिन्हें अस्पतालों में मरीजों के शरीर में विभिन्न तरल पदार्थ निकालने के लिए डाला जाता है। परेशानी ये है कि ये बैक्टीरिया के लिए सुपर हाईवे बन जाते हैं, जो इन नलियों के ज़रिए मरीज के शरीर में घुसपैठ कर देते हैं. सिर्फ अमेरिका में ही हर साल, इस वजह से 30 करोड़ डॉलर का नुकसान होता है!

कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Caltech) के वैज्ञानिकों ने एक शानदार जुगाड़ निकाला है. उन्होंने कैथेटर के अंदर त्रिकोण के आकार के छोटे-छोटे पंख लगा दिए हैं. ये पंख शार्क के फिन की तरह काम करते हैं. जब बैक्टीरिया इन पंखों के पास से गुजरते हैं, तो ये उन्हें नली के बीच की तरफ धकेल देते हैं, जहां तेज़ रफ्तार का बहाव उन्हें वापस नीचे की ओर ले जाता है. ये पंख एक छोटा बवंडर भी बनाते हैं, जो बैक्टीरिया की रफ्तार और कम कर देता है.

वैज्ञानिकों ने 3D प्रिंटेड कैथेटर और हाई-स्पीड कैमरों की मदद से ये सारी बातें देखीं. नतीजे चौंकाने वाले थे! इन खास कैथेटर ने बैक्टीरिया के ऊपर की ओर जाने की गति को 100 गुना कम कर दिया!

इसके बाद वैज्ञानिकों ने ये पता लगाने के लिए सिमुलेशन किए कि बैक्टीरिया को रोकने के लिए सबसे अच्छा त्रिकोणीय आकार कौन सा होगा. उन्होंने फिर से छोटे नल बनाए, जो असली कैथेटर की तरह थे, और उनमें ये नए त्रिकोण लगाए. फिर उन्होंने देखा कि ई. कोलाई बैक्टीरिया अलग-अलग परिस्थितियों में कैसे तैरते हैं. असली प्रयोग के नतीजे सिमुलेशन के नतीजों से बिल्कुल मेल खाते थे!

ये कमाल का काम नहीं हुआ होता, अगर वैज्ञानिकों ने न्यूरल ऑपरेटर्स नाम के एक नए तरह के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल न किया होता. इस तकनीक ने कैथेटर के डिजाइन को बनाने में कई दिनों का समय नहीं, बल्कि कुछ मिनट ही लगाए!

न्यूरल ऑपरेटर्स ने त्रिकोणों के आकार में थोड़ा बदलाव करने का सुझाव दिया, जिससे बैक्टीरिया को और भी कम मौका मिले ऊपर की ओर जाने का. ये बदलाव सिमुलेशन में त्रिकोणों की रोकने की शक्ति को और 5% बढ़ा देता है!

ये नया कैथेटर भविष्य में लाखों मरीजों को बैक्टीरिया के संक्रमण से बचा सकता है. ये वाकई में चिकित्सा जगत में एक क्रांतिकारी आविष्कार है!

(आईएएनएस)

Tags:
  • health

Weather Update : मौसम का लगातार मिजाज बदल रहा है। राजस्थान में इस वक्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पर इस वक्त राजस्थान में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय है। जिस वजह से राजस्थान में कल मंगलवार 9 जनवरी को मौसम अचानक करवट बदलेगा। 9 जनवरी को लेकर मौसम विभाग का Prediction है कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के पूर्वी हिस्से में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश व आकाशीय बिजली के गिरने की संभावना है। कहीं-कहीं घना कोहरा छाया रहेगा। वहीं दूसरी तरफ पूर्वी राजस्थान में अजमेर, कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश, आकाशीय बिजली के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। जयपुर में 9 जनवरी को मौसम कैसा रहेगा। तो मौसम विज्ञानियों के अनुसार मंगलवार को जयपुर में बारिश होने की पूरी संभावना है।

जयपुर का कल का अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। सोमवार को जयपुर में मौसम बेहद ठंडा है। ठंडी सर्द हवाएं जनता को कंपकंपा रही है। जैसे रात करीब आएगी तो जयपुर में ठंड और कोहरा अधिक गढ़ जाएगा।



माउंट आबू में सबसे कम तापमान

मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राजस्थान में सबसे कम न्यूनतम तापमान माउंट आबू में 1 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अतिरिक्त 6 शहरों में रात का पारा पांच डिग्री से कम दर्ज किया गया। भरतपुर में रात का पारा 3.7 डिग्री और अलवर में 3.8 डिग्री पर आ गया।

यह भी पढ़ें - Weather Update : कोहरे और सर्दी पर बड़ा UPDATE, 10 जिलों में Cold Day का ALERT

चार से पांच दिन घने कोहरे का Weather Alert

मौसम विभाग के अनुसार चार से पांच दिन तक घना कोहरा छाया रहेगा। इसके अलावा विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम हो सकती है। आगामी 24 घंटों में राज्य के कुछ भागों में अधिकतम तापमान औसत से 3 से 7 डिग्री तक नीचे जाने की संभावना है। राज्य के कई शहरों में Cold Day दर्ज किया जा सकता है।

श्रीगंगानगर : सीजन का सबसे कम तापमान

श्रीगंगानगर में इन दिनों कड़ाके की सर्दी से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रविवार को एक ही दिन अधिकतम तापमान 2.1 डिग्री लुढ़ककर 10.6 डिग्री सेल्सियस रह गया। यह सीजन का सबसे कम तापमान है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि बारिश से मौसम में बदलाव आएगा।

यह भी पढ़ें - मौसम विभाग का नया Prediction, 23 जिलों में होगी झमाझम बारिश और ओलावृष्टि

जयपुर। राजधानी जयपुर में पति के दोस्त का कारनामा सामने आया है। आरोपी दोस्त ने पति की गैरमौजूदगी में घर आकर बच्चों को मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। अश्लील वीडियो से ब्लैकमेल कर देहशोषण कर गहने-कैश ऐंठ लिए। गलता गेट थाने में पीडि़ता ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि रामगंज निवासी 31 साल की महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वह पति और बच्चों के साथ रहती है।

यह भी पढ़ें : Metaverse Rape: ऑनलाइन मेटावर्स में 16 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म, क्या होता है मेटावर्स गैंगरेप

आरोपी जुनैदर्रहमान के पति के दोस्त होने के कारण घर पर आना-जाना था। आरोपी जुनैदर्रहमान उसके ऊपर गलत नजर रखता था। साल 2023 में पति की गैरमौजूदगी में आरोपी उसके घर आया। घर में अकेला पाकर बच्चों का मारने की धमकी देकर रेप किया। दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो भी बना लिया। अश्लील वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर देहशोषण करने लगा। ब्लैकमेल कर सोने-चांदी के गहने और 50 हजार रुपए कैश भी ऐंठ लिए। ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर पीडि़ता ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

जयपुर जिले में जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का 'कनेक्शन' जग जाहिर है। अब शहर में इंजीनियर और ठेकेदार की मिलीभगत से हो रहे जल कनेक्शन इन दिनों चर्चा में हैं। कहने को तो जल कनेक्शन के लिए आवेदन की व्यवस्था ऑनलाइन है, लेकिन सच्चाई यह है कि कनेक्शन के लिए ठेकेदार और इंजीनियर आठ से दस हजार रुपए की ऑफलाइन 'दक्षिणा' ले रहे हैं। सांगानेर अधिशासी अभियंता के अधीन पृथ्वीराज नगर के सुमेर नगर-।। के लोग इससे खासे परेशान हैं। पैसा मांगने की शिकायत शीर्ष स्तर पर भी पहुंची, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।

 

पत्रिका को बताई व्यथा-आवेदन पहले स्टेज से भी आगे नहीं बढ़ा

जल कनेक्शन के लिए पैसा मांगने की शिकायतों के बाद पत्रिका संवाददाता ने सुमेर नगर पहुंच कर स्थानीय लोगों से बात की तो उनका दर्द फूट पड़ा। लोगों ने कहा कि आवेदन ऑनलाइन लिए जा रहे हैं, लेकिन जिनकी 'दक्षिणा' ठेकेदार तक नहीं पहुंची उनके आवेदन ऑनलाइन सिस्टम में महीनों से पहली स्टेज पार नहीं कर सके। सहायक अभियंता कार्यालय में जाकर पूछताछ करने पर ठेकेदार से मिलने की बात कही जाती है।

 

सात दिन में जारी होता है कनेक्शन

नियमानुसार ऑनलाइन आवेदन के सात दिन में जल कनेक्शन जारी होता है। जिन्होंने ठेकेदार की बात नहीं मानी उनके कनेक्शन पेंडिंग हैं। बाद में आवेदन करने वाले उपभोक्ताओं को हाथों हाथ जल कनेक्शन जारी कर दिए गए।

 

शहर में 35 हजार जल कनेक्शन पेंडिंगराजधानी में 35 हजार से ज्यादा जल कनेक्शन के आवेदन महीनों से पेंडिंग हैं। ऐसे में लोग अवैध तरीके से जल कनेक्शन करवा रहे हैं। इससे सरकार को हर महीने लाखों रुपए का नुकसान होता है।

 

ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी ठेकेदार जल कनेक्शन के आठ से दस हजार रुपए मांग रहा है। ऐसे हालात में हमारे लिए तो बीसलपुर का पानी सपना ही रहेगा।

- प्रिंस यादव, सुमेर नगर

 

जल कनेक्शन जारी करने में सहायक अभियंता और ठेकेदार जम कर धांधली कर रहे हैं। ऑनलाइन आवेदन तब ही आगे बढ़ता है जब ठेकेदार को रकम दो।

- प्रेम नारायण कुमावत

Tanakpur to Khatipura Jaipur Train Time Table: रेल यात्रियों के लिए गुड न्यूज है। राजस्थान की राजधानी जयपुर के दूसरे सबसे बड़े रेलवे स्टेशन खातीपुरा से टनकपुर के लिए स्पेशल ट्रेन 9 जनवरी से चलेगी। इस ट्रेन से आप उत्तराखंड के टनकपुर हिल स्टेशन घूमने जा सकते हैं। टनकपुर भारत और नेपाल के बॉर्डर पर है, इसलिए भी यह जगह सैलानियों के बीच लोकप्रिय है।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार गाड़ी संख्या 05097, टनकपुर-खातीपुरा (जयपुर) त्रि-साप्ताहिक स्पेशल रेलसेवा 8 से 24 जनवरी तक (8 ट्रिप) टनकपुर से प्रत्येक सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को शाम 6 बजकर 25 मिनट पर रवाना होकर अगले दिन 10.20 बजे खातीपुरा पहुंचेगी।

इसी प्रकार गाड़ी संख्या 05098, खातीपुरा (जयपुर)-टनकपुर त्रि-साप्ताहिक स्पेशल रेलसेवा 9 से 25 जनवरी तक खातीपुरा से प्रत्येक मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को शाम 6 बजकर 30 मिनट पर रवाना होकर अगले दिन सुबह 9.35 बजे टनकपुर पहुंचेगी। यह ट्रेन जयपुर के खातीपुरा से टकनपुरा के बीच करीब 18 स्टेशनों पर ठहरेगी।

tanakpur_to_khatipura_train.jpg

ट्रेन का खटीमा, पीलीभीत, भोजीपुरा, इज्जतनगर, बरेली सिटी, बरेली जंक्शन, चन्दौसी, मुरादाबाद, गाजियाबाद, दिल्ली जंक्शन, दिल्ली कैंट, गुड़गांव, रेवाड़ी, खैरथल, अलवर, राजगढ़, बांदीकुई और दौसा स्टेशनों पर ठहराव होगा। टनकपुर में घूमने की जगह नंधौर वन्यजीव अभयारण्य, शारदा घाट, देवी पूर्णागिरि मंदिर घूमने के साथ-साथ आप ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर ट्रैकिंग भी कर सकते हैं। टनकपुर में बनबसा बैराज आदि भी घूमने के लिए एक बेस्ट जगह है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में डेजर्ट सफारी का अलग ही है मजा, जानें घूमने का सबसे सही समय


DG-IG conference: जयपुर. प्रधानमंत्री ने पुलिस की छवि बदलने की जरूरत बताई। उन्होंने आमजन व पुलिस के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए खेल आयोजन जैसे कार्यक्रम करने का सुझाव दिया। पुलिस जनता के साथ मेलजोल बढ़ाएगी तो सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर शिकायत की सुनवाई और क्विक रिप्लाई होनी चाहिए। पुलिसकर्मियों की फिटनेस को लेकर बोले कि योग करें। मैं पचास साल से योग कर रहा हूं। गारंटी देता हूं आपकी तनाव भरी नौकरी में योग काफी मददगार साबित होगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों व सभी राज्यों के डीजीपी को कहा है कि उन संगठनों पर नजर रखें जो प्रतिबंध के बाद रूप बदलकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। कई ऐसे संगठन हैं जो नाम से सामान्य प्रतीत होते हैं, लेकिन विकास या देश के खिलाफ काम करते हैं या आतंक से जुड़ाव रखने वालों की मदद करते हैं। उनकी पहचान कर उन्हें खत्म करने पर काम करें। मोदी रविवार को जयपुर में तीन दिवसीय 58वें महानिदेशक एवं महानिरीक्षक सम्मेलन (डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस) में देशभर से पहुंचे अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया। समापन सत्र में प्रधानमंत्री ने विशिष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि डीजी-आईजी सम्मेलन में तय किए गए मुद्दों की पालना जरूरी है। इसके फीडबैक केलिए कमेटी बने। जो पहले राज्यों और फिर जिलों से फीडबैक ले।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नए आपराधिक कानून 'नागरिक पहले, गरिमा पहले और न्याय पहले' की भावना के साथ बनाए हैं। यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं निडर होकर 'कभी भी और कहीं भी' काम कर सकें। उन्हें यह पता होना चाहिए कि नए कानून में उनके लिए क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं। नए कानून को लेकर जानकारी परख वीडियो बनाकर प्रचारित भी किया जाने चाहिए। पुलिस को अब 'डंडा' के साथ काम करने के बजाय 'डेटा' के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय पुलिस को 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए एक आधुनिक और विश्व स्तरीय पुलिस बल में बदलना होगा।

भारत में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी, यहां कोई परेशानी नहींप्रधानमंत्री ने एक सत्र में कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। सभी धर्मों को यहां सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी भारत में रहती है। फिर भी यहां किसी को परेशानी नहीं हैं। कानून सबको समान अधिकार देता है। यही भारत की खूबी है।

स्कूली शिक्षा जरूरी

एक सत्र के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि मदरसों के साथ स्कूली शिक्षा जरूरी है। उन्होंने श्रीनगर की एक छात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पहले यह छात्रा सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं में आगे रहती थी। उसे चिह्नित कर उसकी स्कूली शिक्षा की व्यवस्था की। खेलकूद में उसकी रुचि थी। मौका मिला तो उसने नेशनल लेवल पर मेडल भी जीता। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि इस तरह के बच्चों पर नजर रखकर उन्हें सही रास्तों पर लाना है।

सीमा क्षेत्र में हो स्मार्ट विलेज का चयन

प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा क्षेत्र के गांवों में पुलिस अधिकारियों को दौरे करने चाहिए। वहां स्मार्ट विलेज चिन्हित किए जाएं। कभी ये देश के पहले गांव हुआ करते थे। सीमा क्षेत्र के गावों में इस तरह के गतिविधियां हों कि वहां के निवासी राष्ट्र के विकास में भी भागीदारी निभा सकें।

तैयार करें साइबर कमांडो

प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में एआइ, डीपफेक, चेट जीटीपी जैसे नए बदलाव पुलिस के लिए चुनौती हैं। पुलिस व अन्य एजेंसियों को अपनी बात हर आदमी तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर उनको अपनी रीच बढ़ानी होगी। समाज में साइबर सुरक्षा के लिए साइबर कमांडो बनाएं। समाज में कई ऐसे लोग हैं, जो साइबर अपराध के खिलाफ सक्रिय हैं। उनकी तलाश करें और उन्हें ट्रेनिंग दें।

नौसेना व वैज्ञानिकों को बधाई

मोदी ने भारत के पहले सौर मिशन-आदित्य-एल1 की सफलता और भारतीय नौसेना द्वारा अरब सागर में अपहृत जहाज से 21 चालक दल के सदस्यों को बचाने वाली घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसी उपलब्धियां दिखाती हैं कि भारत दुनिया में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर रहा है। आदित्य-एल1 की सफलता चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के समान है। उन्होंने भारतीय नौसेना के सफल ऑपरेशन पर भी गर्व जताया।

प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग ने आदेश जारी कर मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानान्तरण पर 8 फरवरी तक प्रतिबन्ध लगाया है।

प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग की विशिष्ट शासन सचिव अनुप्रेरणा सिंह कुन्तल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 6 जनवरी से 8 फरवरी तक निर्धारित है। इस पुनरीक्षण कार्यक्रम से जुड़े जिला निर्वाचन अधिकारियों (जिला कलक्टर), उप जिला निर्वाचन अधिकारियों (अति. जिला कलक्टर), निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं इस पुनरीक्षण कार्यक्रम में नियुक्त किए गए बीएलओ, सुपरवाईजरों एवं अन्य कार्मिक के स्थानान्तरणों पर नियत अवधि के लिए रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान अति-आवश्यक मामलों में आयोग या मुख्य निर्वाचन अधिकारी की पूर्व अनुमति से ही संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्थानान्तरण या पदस्थापन के प्रस्ताव राज्य सरकार को प्रस्तुत किए जा सकेंगे।

गौरतलब है कि सभी मतदान केन्द्रों पर दावे एवं आपत्तियां प्राप्त करने के लिए अब 21 जनवरी को विशेष अभियान चलाया जाएगा। संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों द्वारा एकीकृत मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन के उपरांत दावे एवं आपत्तियां 22 जनवरी तक प्राप्त किए जाएंगे। 2 फरवरी तक दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा एवं मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 8 फरवरी 2024 को किया जाएगा।

जयपुर। करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर को निर्वाचित किया गया हैं। सोमवार को हुई वोटों की गिनती में मतदाताओं की ओर से रोचक जनादेश का परिणाम देखने को मिला। कुन्नर ने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी भाजपा प्रत्याशी और राज्य में राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दी। वहीं इस चुनाव में एक प्रत्याशी चर्चा में रहा। वो 78 साल के तीतर सिंह। दरअसल, तीतर सिंह लोकसभा से लेकर सरंपच तक के चुनाव में 31 हार के बावजूद वो 32वीं बार करणपुर विधानसभा से चुनाव लड़ा। लेकिन तीतर सिंह इस बार भी हार का मुंह देखना पड़ा।

तीतर सिंह को मिले 1223 वोट
तीतर सिंह की हर बार जमानत जब्त हुई लेकिन उन पर चुनाव लड़ने का जुनून सवार रहा। इस बार तीतर सिंह को 1223 वोट मिले। वो चौथे स्थान पर रहे। कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर को 94950 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी 83667 वोट मिले। तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पृथीपाल सिंह संधू को 11940 वोट मिले।

यह भी पढ़ें : करणपुर विधानसभा सीट के रिजल्ट ने चौंकाया, भजनलाल सरकार के मंत्री हारे, कांग्रेस के रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर विजयी

पहली बार 1985 में लड़ा चुनाव
श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव 25 एफ गुलाबेवाला निवासी तीतर सिंह पुत्र सौदागर सिंह मजहबी सिख दिहाड़ी मजदूरी से जुड़े हैं। पहली बार 1985 में विधानसभा चुनाव में पहला नामांकन दाखिल किया था। इसके बाद उन्होंने हर विधानसभा व लोकसभा चुनाव के साथ सरपंच व पंचायत समिति सदस्य के लिए नामांकन-पत्र दाखिल किया।

पांचवीं तक की पढ़ाई
तीतर सिंह केवल पांचवीं तक पढ़ाई की लेकिन उम्र बीतने के साथ अब वह पढऩा-लिखना भूल गया है लेकिन हस्ताक्षर कर लेते है। विधानसभा चुनाव-2013 में तितर सिंह को 427 तथा विधानसभा चुनाव-2018 में उसे 653 वोट मिले थे।

राजस्थान में पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए बनी एसआइटी ने विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक करने के मामले में वांटेड चल रहे आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में वांटेड भागे हुए हैं और उनके नामों की सूची फाइलों में दबी है। एसओजी सूत्रों के मुताबिक एसआइटी के एडीजी वीके सिंह ने सभी पेपर लीक प्रकरणों से संबंधित फाइलों में वांटेड आरोपियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद एसओजी में फाइलों पर जमी धूल हटने लगी है। एक टीम वांटेड आरोपियों की सूची तैयार कर रही है, जिसमें पेपर लीक कराने वाले वांटेड, डमी अभ्यर्थी व मूल अभ्यर्थी, परीक्षा से पहले पेपर लेकर परीक्षा देने वाले सहित पेपर लीक व नकल में मदद करने वाले लोग शामिल है। एडीजी सिंह ने सख्त निर्देश दिए हैं कि वांटेड आरोपियों की धरपकड़ के लिए जरूरत पडऩे पर स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जाए।

इन परीक्षाओं के वांटेड हुए गिरफ्तार

- कनिष्ठ अभियंता भर्ती - 2020 के पेपर लीक प्रकरण में जोबनेर के भोजपुरा निवासी वांटेड यशपाल चौधरी को गिरफ्तार किया।

- कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2017 की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में नकल करवाने में मदद करने वाले डीडवाना के चितावा निवासी वांटेड मुलाराम जाट को गिरफ्तार किया।

- स्कूल व्याख्याता परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में व्याख्याता अशोक कुमार, व्याख्याता अर्जुन कुमार विश्नोई, परीक्षार्थी लाखाराम

- आरएएस प्री परीक्षा 2014 के पेपर लीक प्रकरण में हिंडौन सिटी के मोहन नगर निवासी फिजियोथेरेपिस्ट कपिल कुमार भारद्वाज को गिरफ्तार किया।

- आरएएस प्री परीक्षा 2013 के पेपर लीक प्रकरण में करौली के सिकरोदा निवासी आशुतोश मीणा व झुंझुनूं के मुकंदगढ़ निवासी बाबूलाल सोनी को गिरफ्तार किया।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक ली। उन्होंने पहली ही बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत वर्ष 2022-2023 में विज्ञापित संविदा नर्स, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सीएचओ के पदों में 2713 पदों की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। अब कुल 9890 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को भिजवाया जाएगा।

चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 में विज्ञापित संविदा नर्स के 1588 पदों में 750 पद बढ़ाकर 2338 पद, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 2058 पदों में 1000 पद बढ़ाकर 3058 पद कर दिये गये हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के 3531 पदों में 963 पद बढ़ाकर 4494 पद कर दिये गये हैं। अब 7177 पदों के स्थान पर 9890 पदों पर भर्ती के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को प्रस्ताव भिजवाये जाएंगे।

इसके लिए जल्द ही बोर्ड की ओर से संशोधित विज्ञप्ति जारी की जाएगी। चिकित्सा मंत्री ने करीब 6 घंटे तक चली बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों, निर्माणाधीन भवनों एवं अन्य परियोजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

Nurse, CHO Posts Increased In Rajasthan : जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत वर्ष 2022 एवं 2023 में विज्ञापित संविदा नर्स, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सीएचओ के पदों में 2713 पदों की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। सिंह ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक ली। उन्होंने पहली ही बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसके साथ ही अब कुल 9890 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को भिजवाया जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने अवगत कराया कि वर्ष 2023 में विज्ञापित संविदा नर्स के 1588 पदों में 750 पद बढ़ाकर कुल 2338 पद, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 2058 पदों में 1000 पदों को बढ़ाकर कुल 3058 पद कर दिए गए हैं। साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के 3531 पदों में 963 पदों को बढ़ाकर कुल 4494 पद कर दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें : 2024 में नौकरियों की बहार: पहले हफ्ते में 7 हजार से ज्यादा सरकारी पदों पर निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

इस प्रकार पूर्व में विज्ञापित 7177 पदों के स्थान पर अब 9890 पदों पर भर्ती हेतु राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को प्रस्ताव भिजवाए जाएंगे। जल्द ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा संशोधित विज्ञप्ति जारी की जाएगी। चिकित्सा मंत्री ने करीब छह घंटे तक चली बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों, निर्माणाधीन भवनों एवं अन्य परियोजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

जयपुर। विधानसभा चुनाव में मिली हार से उभरते हुए प्रदेश कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में गठित प्रदेश चुनाव समिति की अब जल्द ही बैठक होने वाली है। इसमें लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन होगा। प्रदेश कांग्रेस को पिछले दो लोकसभा चुनाव से सभी 25 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में इस बार पार्टी के सामने हार का क्रम तोड़ने की बड़ी चुनौती है।

विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस सत्ता में वापसी नहीं कर पाई, लेकिन सम्मानजनक विपक्ष की भूमिका में जरूर वापसी की है। कांग्रेस विधानसभा में 69 सीटों पर जीती है। विधानसभा चुनाव की परफॉर्मेंस के आधार पर ही पार्टी करीब एक दर्जन लोकसभा सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत मानकर चल रही है।

इन सीटों पर मान रहे मजबूत स्थिति
पार्टी नेताओं की मानें तो जिन सीटों पर कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत मानकर चल रही है। इनमें टोंक-सवाई माधोपुर, दौसा, करौली-धौलपुर, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, कोटा, डूंगरपुर-बांसवाड़ा, जयपुर ग्रामीण सीट बताई जा रही हैं। इन लोकसभा सीटों के अधीन आने वाली विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की स्थिति ठीक रही है। इस वजह से कांग्रेस ने इन सीटों को लेकर चुनाव तैयारी का रोडमैप तैयार कर लिया है।

लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की विधानसभा सीटों की स्थिति
- टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली 8 विधानसभा सीटों में से चार पर कांग्रेस का कब्जा है। इनमें टोंक, देवली उनियारा, बामनवास और गंगापुर है।
- दौसा लोकसभा क्षेत्र की बस्सी, थानागाजी और दौसा में कांग्रेस का कब्जा है।
- सीकर लोकसभा क्षेत्र की 8 सीटों में सीकर, लक्ष्मणगढ़, दांतारामगढ़, नीमकाथाना और चौमूं में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
- झंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली 8 विधानसभा सीटों में से 5 विधानसभा सूरजगढ़, झुंझुनूं, फतेहपुर, उदयपुरवाटी और मंडावा में जीती है।
- नागौर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से मकराना, लाडनूं, नागौर और परबतसर चार सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है।
- कोटा लोकसभा क्षेत्र की भी 8 विधानसभा सीटों में से चार सीटों केशोरायपाटन, बूंदी, पीपल्दा और कोटा उत्तर में कांग्रेस जीती है।
- डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की 5 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। इनमें कुशलगढ़, डूंगरपुर, बागीदौरा, बांसवाड़ा, घाटोल हैं।
- जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत मानकर चल रही है। यहां 8 में से तीन सीटों पर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इनमें आमेर, फुलेरा और शाहपुरा हैं।

वीडियो देखेंः- जयपुर में मंथन के बाद दिल्ली लौटे पीएम मोदी | PM Modi Jaipur Visit | Rajasthan Patrika

जयपुर। जयपुर समेत पूरे राजस्थान में जनवरी माह में कड़ाके की सर्दी का सितम जारी है। मंगलवार से प्रदेश में दो दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर अधिक प्रभावी होने से ज्यादातर जिलों में मेघ बरसने के साथ ही ओलावृष्टि के आसार हैं। इधर, सोमवार को सुबह से ही सर्दी के तेवर तीखे रहे। इस बीच कोहरा छाने से जनजीवन भी अस्त व्यस्त रहा। दोपहर बाद धूप निकलने से सूर्यदेव ने दर्शन दिए। माउंट आबू की वादियों में सर्द हवाओं ने लोगों को झकझोरे रखा। न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वाहनों की छतों, सोलार प्लेटों, पेड़ पौधों के पत्तों, उद्यानों, खुले मैदानों, काश्तकारों के खेतों में पाला जमने से बर्फ जमी देखी गई। भरतपुर का न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री, अलवर का तीन डिग्री, सीकर का पांच, फतेहपुर का 3.5, भीलवाड़ा का 9.4, उदयपुर का 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर प्रतापगढ़ में शीतलहर जारी रहने से बच्चों के अवकाश में 13 जनवरी तक बढ़ाया है।

इन जिलों में येलो-ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में प्रदेश के कई जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश, ओलावृष्टि और शीत दिन का येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मंगलवार-बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है। हालांकि सोमवार को भी बारिश होने के लिए अलर्ट जारी किया गया था। लेकिन कोहरा छाया रहा। अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर जिले में ओलावृष्टि और मेघ गर्जन के साथ बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अलवर, भरतपुर, दोसा, धौलपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, सीकर, चूरू, हनुमानगढ़, जालोर, नागौर, पाली, श्रीगंगानगर जिले में मेघ गर्जन के साथ बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

हवाई और रेल सेवाएं प्रभावित
जयपुर, उदयपुर एयरपोर्ट पर कम दृश्यता होने से हवाईसेवाएं प्रभावित रही। उदयपुर में जयपुर, हैदराबाद, बेंगलुरू, इंदौर, मुंबई की उड़ानें एक से दो घंटे देरी से पहुंची। जयपुर से सुबह 7.25 बजे कोलकाता जाने वाली इंडिगो एयरलाइन कंपनी की उड़ान दोपहर 12.40 बजे रवाना हुई। इस दौरान कई यात्रियों को काफी परेशानी हुई। कई यात्रियों की कोलकाता से गुवाहाटी, जोरहट,पटना समेत कई शहरों की कनेक्टिंग उड़ान भी छूट गई। हैदराबाद से जयपुर आने वाली उड़ान भी अहमदाबाद डायवर्ट हुई। उसके अलावा जयपुर से अहमदाबाद, देहरादून, वाराणसी, दिल्ली, लखनऊ समेत कई शहरों की उड़ान दो से तीन घंटे देरी से रवाना हुई।

दस घंटे देरी से पहुंची जम्मूतवी- अजमेर ट्रेन
जम्मूतवी- अजमेर ट्रेन दस घंटे व मरूधर एक्सप्रेस ट्रेन सात घंटे की देरी से जयपुर पहुंची। इसी प्रकार जम्मूतवी- बाड़मेर ट्रेन दो घंटे 17 मिनट, आला हजरत एक्सप्रेस, पोरबंदर एक्सप्रेस ट्रेन 2 घंटे, जोधपुर- भोपाल ट्रेन 1 घंटे 36 मिनट, कोटा- श्रीगंगानगर ट्रेन 1 घंटे, बीकानेर - शिऱडी ट्रेन 1 घंटे 23 मिनट देरी से जयपुर पहुंची।

जयपुर। श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को करीब 11 हजार से अधिक मतों से हरा दिया है। इस सीट पर जीत के बाद कांग्रेस में जश्न का माहौल है। कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। पीसीसी मुख्यालय के बाहर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की। दिलचस्प बात तो ये भी है कि चुनाव प्रचार के दौरान ही भाजपा सरकार में टीटी को राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गई थी, इसके बावजूद भी टीटी को हार का सामना करना पड़ा। सियासी गलियारों में चर्चा यही है कि मतदाताओं ने मंत्री पद को नकारते हुए सहानुभूति कार्ड पर अपनी मुहर लगाई है।


दरअसल कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह कुन्नर के पिता गुरमीत सिंह कुन्नर को विधानसभा चुनाव में करणपुर से प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन उस दौरान उनका निधन हो गया था, इसके चलते इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। विधानसभा चुनाव का परिणाम जारी होने के बाद करणपुर सीट पर चुनाव हुआ है। इधर करणपुर सीट पर जीत दर्ज करने के बाद अब कांग्रेस के विधायकों की संख्या 70 पहुंच गई है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 69 विधायक चुनकर आए थे।

पिछली बार खूब चला सहानुभूति कार्ड
इधर पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय भी विधानसभा उपचुनावों में सहानुभूति कार्ड खूब चला था। सुजानगढ़, सहाड़ा, वल्लभनगर में कांग्रेस ने सहानुभूति कार्ड खेलकर इन सीटों पर उपचुनाव जीते थे तो वहीं भाजपा ने भी राजसमंद सीट पर सहानुभूति कार्ड के जरिए जीत दर्ज की थी।

गहलोत-पायलट दी जीत की बधाई
करणपुर सीट पर जीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कांग्रेस प्रत्याशी कुन्नर को जीत की बधाई दी है। गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस प्रत्याशी कुन्नर को को जीत की बधाई देते हुए लिखा कि ये भाजपा के अभिमान की हार है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने खूब सबक सिखाया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी पार्टी के जीत पर खुशी जाहिर करते हुए लिखा कि करणपुर की जनता ने कांग्रेस के रीति-नीति, विचारधारा में विश्वास व्यक्त किया है और अब अपने सुरक्षित भविष्य को चुना है।

वीडियो देखेंः- जयपुर में हुआ पीएम मोदी का स्वागत,तीन दिन पिंकसिटी में ही रहेंगे पीएम

RRC NWR Recruitment 2024 : रेलवे में नौकरी की तैयारी कर रहे 10वीं और आईटीआई उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे, जयपुर रेलवे भर्ती सेल ने नोटिफिकेशन जारी कर पेंटर (इंजीनियरिंग), कारपेंटर (इंजीनियरिंग), डीजल मैकेनिक सहित अप्रेंटिस के बंपर पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया 10 जनवरी (सुबह 10 बजे) से शुरू होगी। स्वस्थ्य अभ्यर्थी 10 फरवरी (रात 11.59 बजे) तक इन पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि, कुछ पद दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए भी आरक्षित हैं। इसके लिए अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करने से पहले आधिकारिक नोटिफिकेशन अच्छे से पढ़ लें। कुल 1646 पदों के लिए भर्ती निकाली गई है।

चयन प्रक्रिया
नोटिफिकेशन के अनुसार, इन पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन दस्तावेज सत्यापन, 10वीं और संबंधित आईटीआई ट्रेड में मिले अंकों के आधार पर किया जाएगा। अभ्यर्थियों ने न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ 10वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण कर रखी हो। दो अभ्यर्थियों के अंक समान होने की स्थिति में अधिक आयु वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। यदि जन्मतिथि भी समान है, तो पहले मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार को चयन में प्रमुखता दी जाएगी।

आयु सीमा
10 फरवरी, 2024 के अनुसार, अभ्यर्थियों 15 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और पूर्व सैनिक अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी।

आवेदन शुल्क
एससी, एसटी, दिव्यांग और महिला अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा, जबकि अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपए भरने होंगे। शुल्क ऑनलाइन भरना होगा।

ऐसे करना होगा आवेदन
अभ्यर्थी आरआरसी जयपुर की आधिकारिक वेबसाइट https://rrcjaipur.in/ पर लॉगिन कर 10 फरवरी तक आवेदन कर सकेंगे। अभ्यर्थी एक ही यूनिट के लिए आवेदन कर सकेंगे।

जयपुर. खुले आसमान के नीचे ठंड से सिकुड़ रहे लोग उस समय भावुक हो गए जब अचानक चुपके से किसी ने आकर उन्हें कंबल उड़ा दिया। यह नजारा देखने को मिला शहर की सड़कों पर जब पत्रिका के 'हम साथ हैं अभियान' के तहत सामाजिक संगठनों की ओर से जरूरतमंद लोगों को कंबल ओढ़ाए और वितरित किए गए।

meem.jpg

मीम टीम ने बढ़ाए हाथ, ओढ़ाए कंबल

मीम टीम की ओर से जेएलएन मार्ग समेत परकोटे के विभिन्न इलाकों में सर्द रात में नाकाफी कपड़े ओढ़कर सो रहे लोगों को कंबल ओढ़ाए गए। आकिब खान लब्बैक ने कहा कि इस कड़कड़ाती सर्दी में सभी लोग अपने आसपास जरूतमंदों का ध्यान रखें। इस दौरान हाफिज अब्दुल रऊफ, अहसान, शहजाद खान, अब्दुल अलीम समेत अन्य मौजूद रहे।

मदद सेवा संगठन.jpg

'जरुरतमंदों की परेशानी दूर करने से खुदा खुश होता है'

वहीं दूसरी ओर मदद सेवा संगठन की ओर से रेलवे स्टेशन, एसएमएस हॉस्पिटल, सिंधी कैंप और चांदपोल इलाके में कंबल वितरित किए गए। संंगठन के अध्यक्ष बिलाल अहमद ने कहा कि 'हम साथ हैं अभियान' असहाय लोगों को सहारा देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों की परेशानी दूर करने से खुदा हमसे खुश होता है। इस दौरान राशिद शम्सी, फिरोज अब्बासी, नबी हसन और मोहम्मद आदिल समेत अन्य मौजूद रहे।

मदद सेवा संगठन .jpg

Surendra Pal Singh TT Resigns : जयपुर। राजस्थान के कृषि विपणन, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने सोमवार को करणपुर विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा अग्रेषित राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के त्यागपत्र को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि सोलहवीं विधानसभा के लिए गत 25 नवंबर को हुए चुनाव में करणपुर विधानसभा सीट पर भाजपा ने टीटी को पार्टी प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण यहां चुनाव स्थगित हो गए थे। चुनाव आयोग ने पांच जनवरी को चुनाव कराने की घोषणा की थी। पांच जनवरी को हुए चुनाव में कांग्रेस ने गुरमीत सिंह कुन्नर के पुत्र रुपिंदर सिंह कुन्नर को अपना उम्मीदवार बनाया और उन्होंने इस चुनाव में टीटी को करीब बारह हजार मतों से हरा दिया। टीटी ने चुनाव से पूर्व गत 30 दिसंबर को ही मंत्री पद की शपथ ली थी।

कांग्रेस उत्साहित, भाजपा कर रही समीक्षा
करणपुर सीट पर जीत ने जहां कांग्रेस में जान फूंकने का काम किया, वहीं हार ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करे बैकफुट पर धकेल दिया है। भाजपा ने चुनाव से पहले टीटी को कैबिनेट में शामिल कर बड़ा दाव खेला था, लेकिन जनता ने कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष मतदान कर भाजपा को झटका दिया है। इस सीट पर जीत से जहां कांग्रेस में उत्साह है, वहीं भाजपा हार के कारणों की समीक्षा कर रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व करणपुर सीट पर मिली जीत ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है। उधर भाजपा नेताओं का कहना है कि करणपुर सीट पर मिली हार का लोकसभा चुनाव में कोई फर्क नहीं पडऩे वाला है। चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा।

कांग्रेस में अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज
करणपुर सीट पर मिली जीत के बाद अब कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। जल्द ही पार्टी में बूथ, ब्लॉक और जिला स्तर पर तैयारियों को लेकर संगठनात्मक बैठकों का दौर शुरू होगा। पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिली हार से सबक लेते हुए इस बार कांग्रेस प्रत्याशी चयन में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। जिताऊ चेहरों को ही इस बार लोकसभा सीटों पर उतारने की रणनीति तैयार की जा रही है। एआईसीसी की ओर से सभी 25 लोकसभा सीटों पर लगाए गए कॉर्डिनेटर भी प्रत्याशी चयन में जमीनी फीडबैक लेकर अपनी रिपोर्ट देंगे। पार्टी की ओर से भी जिताऊ चेहरों की तलाश के लिए सर्वे कराए जाएंगे।

मोदी की योजनाओं से जनता को जोडऩे पर काम, प्रत्याशी चयन पर रहेगा फोकस
करणपुर में मिली हार से भाजपा सकते में जरूर है, लेकिन पदाधिकारी इसके पीछे कांग्रेस प्रत्याशी को सहानुभूति के वोट मिलने की बात कहकर खुद को दिलासा दे रहे हैं। पार्टी का मानना है कि करणपुर चुनाव के परिणाम से लोकसभा चुनाव की रणनीति में किसी तरह का बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक विधानसभा सीट के परिणाम से दूसरी सीटों पर असर नहीं पड़ेगा। पदाधिकारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा। मोदी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इसलिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए हर पात्र व्यक्ति से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। सभी 25 लोकसभा सीट के लिए एक-एक मीडिया संयोजक व सह संयोजक बनाने का काम अंतिम दौर में है।

Weather Update : प्रदेश में जनवरी माह में कड़ाके की सर्दी अब जनजीवन को प्रभावित करने लगी है। मंगलवार से प्रदेश में दो दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर अधिक प्रभावी होने से ज्यादातर जिलों में मेघ बरसने के साथ ही ओलावृष्टि के आसार हैं। कड़ाके की सर्दी के चलते लोग भी बाहर सफर करने से बच रहे है। बादल भी छाए रहे। सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। सर्द हवा से गलन का असर रहा। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में प्रदेश के कई जिलों में पश्चिमी बारिश, ओलावृष्टि और शीत दिन का डबल अलर्ट जारी किया है।

एक सप्ताह से नहीं खिली धूप
नए साल की शुरुआत से ही शुरू हुई गलन धीरे-धीरे बढ़ ही रही है। मौसम नहीं खुलने से तेज धूप नहीं खिल रही है। इससे गलन कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।

यह भी पढ़ें : Weather Update Today: कोहरा देखकर लोगों के उड़े होश, मौसम विभाग का बड़ा अलर्ट

एक सप्ताह से नहीं खिली धूप
नए साल की शुरुआत से ही शुरू हुई गलन धीरे-धीरे बढ़ ही रही है। मौसम नहीं खुलने से तेज धूप नहीं खिल रही है। इससे गलन कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।

 

 

इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी (Orange Alert)
प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को तीन घंटे का ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए कोटा, बारां, भरतपुर मे मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा तथा इन जिलों और आसपास के क्षेत्रों में ओलावृष्टि की भी प्रबल संभावना है। विभाग का कहना है कि कमजोर संरचनाएं, कच्चे घरों, दीवारों, हल्की व ढीली बंधी वस्तुएं, बिजली की लाइनों, पेड़ो आदि को नुकसान हो सकता हैं। मेघगर्जन के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेवे, पेड़ों के नीचे शरण ना ले । इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें। मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में जोर पकड़ेगी सर्दी, कल से इन जिलों में होगी बारिश और ओलावृष्टि, IMD ने जारी किया अलर्ट

इन जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert)
वहीं करौली, सवाईमाधोपुर, धौलपुर, बूंदी जिलों में येलो अलर्ट जारी करते हुए मेघगर्जन के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना जताई है। बुधवार को भीप्रदेश के कई जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह उर्फ रूबी कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दे दी। टीटी को विभाग तो मिल चुका है, लेकिन उन्होंने अभी तक सचिवालय में पदभार ग्रहण नहीं किया। टीटी को मुख्य भवन में कमरा आवंटित हुआ है। टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। टीटी का हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनो को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनो मिलकर पास नहीं कर सके। श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर चुनाव हारने के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।


करणपुर से पूर्व विधायक तथा कांग्रेस प्रत्याशी रहे गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया था। चुनाव की घोषणा के बाद उनके बेटे रुपिन्द्र सिंह रूबी कुन्नर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाकर सहानुभूति का कार्ड खेला, वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को न केवल प्रत्याशी बनाया बल्कि मतदान से पहले राज्य में नवगठित भजनलाल शर्मा की सरकार में राज्यमंत्री बनाकर बड़ा राजनीतिक दांव खेला, लेकिन सोमवार को हुई मतगणना में राज्य मंत्री टीटी को हार का सामना करना पड़ा।

पहले राउंड में जोश, दूसरे राउंड से छाई मायूसी
भाजपा प्रत्याशी टीटी को पहले राउंड में 724 वोटों की बढ़त मिली तो भाजपाइयों और टीटी समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ आई। मतगणना स्थल पर काउटिंग एजेंटों ने जयश्रीराम के जयघोष लगा दिए। यह खुशी अगले राउंड में उड़न छू हो गई। दूसरे राउंड में कांग्रेस के कुन्नर ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए टीटी की बढ़त को रोकते हुए 184 वोटों की बढ़त हासिल कर ली। कुल 18 राउंड की गिनती में पहले और पन्द्रहवें राउंड के अलावा एक भी राउंड ऐसा नहीं था, जिसमें टीटी को बढ़त मिली। 18 में से 16 राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी ही आगे रहे। अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

पोस्टल बैल्ट वोट में भी आगे रहे कुन्नर
कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर पोस्टल बैल्ट पेपर वोटो में भी भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी से बीस वोटों से आगे रहे। कुन्नर को जहां 189 वोट मिले, वहीं टीटी के खाते में 167 वोट ही गए। आम आदमी पार्टी के पृथीपाल सिंह संधू को सिर्फ 28 वोट प्राप्त हुए।

यह भी पढ़ें : संजीवनी सोसाइटी केस में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश, जानें पूरा मामला

किसे कितने वोट मिले
रुपिन्द्र सिंह कुन्नर, कांग्रेस- 94 हजार 950
सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी, भाजपा- 83 हजार 667
पृथीपाल सिंह संधू, आप- 11 हजार 912

टीटी के इस्तीफा देने के बाद 6 सीटें हो जाएंगी रिक्त
वर्तमान भजनललाल सरकार में मंत्रिमंडल की तीस में से 25 सीटें भरी हुई है। एक सीएम, दो डिप्टी सीएम, 12 केबिनेट मंत्री, 5 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, पांच राज्यमंत्री शपथ लेकर काम कर रहे हैं। सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को तीस दिसम्बर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलवाई गई थी। मतदान वाले दिन पांच जनवरी को शाम को टीटी को कृषि विपणन, कृषि सिचिंत क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। टीटी के इस्तीफा देने के बाद मंत्रिमंडल की एक सीट रिक्त हो जाएगी। इसके बाद मंत्रिमंडल की संख्या 24 रह जाएगी और छह सीटें खाली रहेंगी।

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी ने पुलिस अफसरों को जयपुर में बताया 'एक्शन प्लान', जानें क्या-क्या दिए महत्वपूर्ण टिप्स?

इन नेताओं ने संभाली थी प्रचार की कमान
भाजपा- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत,अर्जुन लाल मेघवाल,राजेन्द्र राठौड़, सतीश पूनिया।

कांग्रेस - पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सुखविंदरसिंह रंधावा, सचिन पायलट, गोविंदसिंह डोटासरा।

इनका कहना है
- जब देश की संवैधानिक संस्थाएं अपना दायित्व भूल जाएं, तब जनता की अदालत में न्याय होता है। सरकार मंत्री बना सकती है, लेकिन विधायक नहीं
गोविन्द सिंह डोटासरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

- हार के कारणों की समीक्षा करेंगे और बहुत जल्दी आपको बताएंगे
सी पी जोशी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में पिछले 24 घंटों में 605 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं और चार लोगों की मौत हुई है।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल, कर्नाटक और त्रिपुरा से चार नए मौत के मामले सामने आए हैं। रविवार को महाराष्ट्र, केरल और जम्मू और कश्मीर से कुल पांच मौतें हुई थीं।

इस बीच, सक्रिय मामलों की कुल संख्या रविवार के 4,049 से घटकर 4,002 हो गई है।

अब तक, जनवरी 2020 में प्रारंभिक प्रकोप के बाद से भारत में कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 4,50,18,739 तक पहुंच गई है, जबकि कुल मृत्यु दर 5,33,396 हो गई है।

नया JN.1 उप-रूप ओमिक्रोन उप-रूप BA.2.86 या पिरोला का वंशज है, केरल पहला राज्य है जिसने इसका मामला दर्ज किया है।

भारतीय सार्स-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार, देश भर के 12 राज्यों से 6 जनवरी तक JN.1 के कुल 682 मामले सामने आए हैं।

केरल, कर्नाटक में JN.1 वैरिएंट के मामले देखे गए, जबकि दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, राजस्थान, तेलंगाना, ओडिशा और हरियाणा भी प्रभावित हुए।

डेटा बताता है कि JN.1 वैरिएंट नए मामलों या अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु दर में उल्लेखनीय वृद्धि का कारण नहीं बन रहा है।

कर्नाटक में 199 मामले दर्ज किए गए, केरल में 148, महाराष्ट्र में 139, गोवा में 47, गुजरात से 36, आंध्र प्रदेश और राजस्थान से 30-30, तमिलनाडु में 26, नई दिल्ली में 21, ओडिशा में 3, तेलंगाना में 2 और हरियाणा में 1 मामले दर्ज किए गए।

INSACOG के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर 2023 में 239 और नवंबर 2023 में 24 कोविड मामलों में JN.1 वैरिएंट की उपस्थिति थी।

कोविड से कुल स्वस्थ्य लाभ 4.4 करोड़ से अधिक व्यक्तियों तक पहुंच गया है, जो 98.81 प्रतिशत की राष्ट्रीय रिकवरी दर को दर्शाता है।

उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश ने कोविड वैक्सीन की कुल 220.67 करोड़ खुराकें दी हैं।

कुछ प्रमुख बिंदु:
भारत में पिछले 24 घंटों में 605 नए कोविड मामले दर्ज किए गए हैं।
केरल, कर्नाटक और त्रिपुरा में चार लोगों की मौत हुई।
सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 4,002 हो गई है।
JN.1 उप-रूप का देश के 12 राज्यों में पता चला है।
कुल 220.67 करोड़ कोविड वैक्सीन खुराकें दी गई हैं।

(आईएएनएस)

Tags:
  • health

Rajasthan News: क्या ये संभव है कि कोई महिला या युवती गर्भवती हो इसका अंदाजा तक किसी को नहीं लगे। हालात और भी ज्यादा विकट तब हैं जब गर्भवती होने वाली की उम्र सिर्फ बारह साल हो.....। ऐसे ही कई सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश राजस्थान के सिरोही जिले की आबूरोड शहर थाना पुलिस कर रही है। शनिवार को वहां पर सातवीं में पढ़ने वाली एक बच्ची ने नवजात बच्चे को जन्म दिया है। करीब साढ़े आठ महीने के बाद बच्चे ने जन्म लिया है और उसका वजन करीब तीन किलो बताया जा रहा है। हांलाकि इस पूरे घटनाक्रम के बारे में फिलहाल पुलिस किसी भी तरह की जानकारी देने से बच रही है।

दरअसल आबू रोड शहर थाना इलाके में रहने वाली सातवीं कक्षा की बच्ची को शनिवार दोपहर स्कूल से ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्ची क्लास में तेजी से रोने लगी, टीचर ने पूछा तो उसने बताया कि पेट दर्द है। वह बच्ची को नजदीक ही एक निजी अस्पताल ले गए। वहां ले जाकर जांच की गई तो पता चला कि बच्ची को पेट दर्द नहीं प्रसव पीडा है। उसके परिजनों को तुरंत बुलाया गया और बाद में पुलिस को सूचना दी गई। इस बीच बच्ची ने नवजात को जन्म दिया।

उधर इस घटना के बाद पुलिस पहुंची। पता चला कि नजदीक ही रहने वाले साठ वर्षीय एक व्यक्ति पर परिजनों को शक है। बच्ची का इलाज फिलहाल निजी अस्पताल में चल रहा है। मामला बेहद गंभीर होने से पुलिस भी जानकारी देने से बच रही है। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि बच्ची के गर्भ धारण का पता किसी को क्यों नहीं चला...? अगर पता भी चला तो पुलिस को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई...? ऐसे कई सारे सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है और साथ ही आरोपी की तलाश भी कर रही है।

Karanpur Election Result : करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह उर्फ रूबी कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दी। हारने के बाद टीटी ने देर शाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपना इस्तीफा भेज दिया। टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। टीटी की हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनों को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर पास नहीं कर सके।


भाजपा की हार की ये रही बड़ी वजह
सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को मतदान से पहले राज्य मंत्री बनाना और विभिन्न विभाग तक आवंटित करने से जनता में संदेश गया कि अब टीटी को वोटों की जरूरत नहीं है।
- मंत्री बनने के बाद टीटी समर्थकों ने मुकाबले को गंभीरता से नहीं लिया और अति उत्साह में धरातल पर वोटरों से संपर्क नहीं कर पाए।
- विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा ने सर्वे कराया था, इसमें टीटी को कमजोर प्रत्याशी बताया गया था लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।

कांग्रेस की जीत के सूत्र
- सरदार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद वोट मांगने के दौरान भी उनकी फोटो लगे पोस्टर लगाए गए। ऐसे में जनता में सहानुभूति मिली।
- टीटी को मतदान से पहले मंत्री बनाने का कार्ड भाजपा ने खेला, कांग्रेस ने इसे चुनावी हथियार बनाया। ऐसा मु़द्दा ऐसा वायरल हुआ कि भाजपा इसका जवाब तक नहीं दे पाई।

यह भी पढ़ें- हार के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टी टी ने भजनलाल कैबिनेट से दिया इस्तीफा, मिले थे 4 अहम मंत्रालय


- जातिगत तरीके से वोटरों को साधने का प्रयास किया। इसका असर परिणाम में सामने आया।

यह भी पढ़ें- संजीवनी सोसाइटी केस में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश, जानें पूरा मामला

आज का सुविचार

सबका सम्मान करना हमारा संस्कार है, इसी तरह से अपने स्वयं के आत्मसम्मान का ध्यान रखना, हमारा अधिकार है


आज क्या खास

- केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनावों में एकजुट चुनौती पेश करने की कोशिशों में जुटे विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेताओं की महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आज दिल्ली में

- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का उदयपुर-राजसमंद दौरा आज, विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविरों का करेंगे अवलोकन

- नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक आज, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे अध्यक्षता, लोकसभा चुनाव को लेकर बनेगी रणनीति

- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा आज, राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों और स्थानीय संतों से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर करेंगे चर्चा

- गुजरात के अहमदाबाद में कल से शुरू होगा 'वाइब्रेंट गुजरात समिट', पीएम नरेंद्र मोदी आज समिट से पूर्व के कार्यक्रमों में होंगे शामिल

- तमिलनाडु में सरकारी बसों के ड्राइवर आज रहेंगे हड़ताल पर, विभिन्न मांगों पर सरकार से बातचीत नाकाम होने के बाद लिया फैसला

- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच महिला टी- 20 की तीन मैच की सीरीज का आखिरी मुा़काबला आज मुंबई में, दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर है

- राजस्थान में आज से शुरू होगा बर्फीली हवाओं का ठिठुराने वाला दौर, पश्चिमी विक्षोभ के असर से दो दिन तक 20 से ज्यादा जिलों में ओलावृष्टि और बारिश के आसार. बारिश-ओलावृष्टि संभव

 

खबरें आपके काम की

राजस्थान
- श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से हार के बाद राजस्थान की भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी का इस्तीफा

- डेढ़ साल से इंतजार कर रही राजस्थान की करीब 7 लाख स्कूली बालिकाओं को फ्री साइकिलें इसी सप्ताह से मिलनी शुरू हो जाएंगी

- राजस्थान में नवनिर्मित विधायक आवास (फ्लैट्स) के आवंटन के लिए स्पीकर वासुदेव देवनानी ने गठित की 14 सदस्यीय कमेटी

- 15वीं विधानसभा के समय कांग्रेस से जुड़े 81 विधायकों के सामूहिक इस्तीफे से संबंधित मामले में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई 16 जनवरी तक टली

- बहुचर्चित संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले से संबंधित मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की गिरफ्तारी और कोर्ट की अनुमति के बिना आरोप-पत्र दाखिल करने पर रोक 11 मार्च तक बढ़ी

- राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक युवती को उसकी इच्छा पर ट्रांसजेंडर के साथ रहने की अनुमति दे दी, युवती को उसके परिजनों ने बंधक बना रखा था, अदालत का उसे ट्रांसजेंडर के साथ जाने देने का अहम आदेश

- राजस्थान के कार्यवाहक राज्यपाल और हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रहे नवरंग लाल टिबरेवाल का निधन, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जताया शोक

- जयपुर के नाहरगढ़ जैविक उद्यान में बीमार मादा पैंथर ने तोड़ा दम, अजबगढ़ से गत 16 मई को बीमार हालत में रेस्क्यू सेंटर में लाया गया था

- अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज के 812वें उर्स का झंडा बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया, बड़े पीर की पहाड़ी से दी गई 25 तोपों की सलामी

- बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव 12 जनवरी से शुरू होगा

 

देश-दुनिया

- मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति समिति से देश के प्रधान न्यायाधीश को अलग करने के बाद अब न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने याचिका दायर की, सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को राजी

- खराब मौसम के अनुमान के कारण केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जम्मू यात्रा स्थगित, वे 9 जनवरी की सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए जम्मू जाने वाले थे

- हरियाणा के सिरसा महिला कॉलेज की 500 छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाया यौन शोषण का आरोप, प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखा पत्र

- पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में बीएसएफ ने सरहद पार से आया चीन निर्मित पाकिस्तानी ड्रोन बरामद किया

- गोल्डन ग्लोब्स अवार्ड समारोह में हॉलीवुड की फिल्म ओपनहाइमर की धूम, पांच खिताब किए अपने नाम

- सुप्रीम कोर्ट ने पुणे लोकसभा सीट के उपचुनाव तुरंत कराने के आदेश पर लगाई रोक, बॉम्बे हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को दिया था ये आदेश, यह सीट सांसद गिरीश बापट के निधन के बाद 29 मार्च 2023 से रिक्त है

- पटना हाईकोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा है कि सिर्फ बेटा होना पिता की संपत्ति पर हक जताने का आधार नहीं, बेटे को दिया माता-पिता को किराया चुकाने का आदेश

- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर के पखांजूर इलाके में भाजपा नेता असीम राय की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर की हत्या

- हरियाणा के यमुनानगर में चार दिन की पूछताछ के बाद ईडी ने इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक दिलबाग सिंह को किया गिरफ्तार

- केरल की गायिका सुचेता सतीश ने 140 भाषाओं में गाने गाकर गिनीज बुक वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया

- अमरीका में एपल कंपनी ने अपने पुराने मोबाइल हैंडसेट को धीमा करने के मामले में हर्जाना राशि का भुगतान किया शुरू

 

रोज़गार/ नौकरियां

- राजस्थान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एनएचएम के तहत 9880 पदों पर होगी भर्ती, चिकित्सा मंत्री गजेंद्रसिंह ने पहली ही बैठक में एनएचएम के तहत वर्ष 2022-23 में संविदा नर्स, महिला स्वास्थ्य कार्य़कर्ता और सीएचओ के 2713 पद बढ़ाने की दी मंजूरी

- राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से चार प्रतियोगी परीक्षाएं जून-जुलाई में आयोजित की जाएगी, खोज एवं उत्खनन अधिकारी भर्ती परीक्षा तथा संग्रहालय अध्यक्ष परीक्षा 16 जून को, भूजल विभाग में सहायक अभियंता यांत्रिकी परीक्षा 30 जून और विधि रचनाकार परीक्षा 14 जुलाई को होगी

- ऑल इंडिया मैनेजमेट एसोसिएशन की ओर से वर्ष 2024 की फरवरी सत्र की परीक्षा का शेड्यूल जारी, आवेदन की अंतिम तारीख 20 फरवरी

- अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में फैकल्टी के 140 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 31 जनवरी

- नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में 421 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 30 जनवरी

- भारतीय नौसेना में एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के 35 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तारीख 20 जनवरी

एक अध्ययन के अनुसार, कुछ प्रकार के ई-सिगरेट में पाया जाने वाला निकोटीन दूसरों की तुलना में अधिक हानिकारक हो सकता है, जिससे अनियमित दिल की धड़कन या हृदय अतालता का खतरा बढ़ सकता है।

एक आम दावा है कि ई-सिगरेट में निकोटीन अपेक्षाकृत हानिरहित है, जबकि परंपरागत सिगरेट के नुकसान के लिए एडिटिव्स और दहन उत्पाद मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।

अध्ययन में, विभिन्न प्रकार और निकोटीन की खुराक के साथ ई-सिगरेट के प्रभावों का परीक्षण किया गया। यह रिसर्च जर्नल निकोटीन एंड टोबैको रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।

शोधकर्ताओं ने चूहों में हृदय गति और हृदय गति परिवर्तनशीलता की तुलना की, जो वेप एरोसोल के संपर्क में थे जिनमें विभिन्न प्रकार के निकोटीन थे।

एरोसोल में या तो फ्रीबेस निकोटीन, पुराने प्रकार के ई-सिगरेट में इस्तेमाल किया जाता है; जूल और अन्य पॉड-आधारित ई-सिगरेट में इस्तेमाल किए जाने वाले निकोटीन साल्ट; या रेसमिक फ्रीबेस निकोटीन, हाल ही में लोकप्रिय सिंथेटिक निकोटीन का अनुकरण करते हैं; और उनके प्रभावों की तुलना निकोटीन-मुक्त ई-सिगरेट एरोसोल या हवा से की गई।

इसके अलावा, शोध दल ने समय के साथ निकोटीन की बढ़ती सांद्रता दी, 1% से 2.5% तक 5% तक।

निकोटीन साल्ट ने फ्रीबेस निकोटीन की तुलना में हृदय अतालता को अधिक शक्तिशाली रूप से प्रेरित किया, और हृदय अतालता निकोटीन की उच्च सांद्रता के साथ बढ़ गई।

लुइसविले विश्वविद्यालय (यूओएल) में शरीर विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर एलेक्स कार्ल ने कहा, "यह सुझाव देता है कि निकोटीन हृदय के लिए हानिकारक है और इस लोकप्रिय दावे का खंडन करता है कि निकोटीन स्वयं हानिरहित है।"

उन्होंने कहा, "हमारे निष्कर्ष नए सबूत प्रदान करते हैं कि निकोटीन प्रकार और सांद्रता ई-सिगरेट एरोसोल के प्रतिकूल हृदय संबंधी प्रभावों को संशोधित करते हैं, जिनके महत्वपूर्ण नियामक निहितार्थ हो सकते हैं।"

अध्ययन से यह भी पता चला है कि उच्च स्तर के निकोटीन साल्ट ने सहानुभूति तंत्रिका तंत्र गतिविधि में वृद्धि की, जिसे फाइट-या-फ्लाइट प्रतिक्रिया के रूप में भी जाना जाता है, उसी रिसेप्टर को उत्तेजित करके जिसे बीटा-ब्लॉकर्स द्वारा रोका जाता है, हृदय दवाएं जो हृदय अतालता का इलाज करती हैं।

स्वायत्त तंत्रिका तंत्र में, सहानुभूति प्रमुखता हृदय गति सहित शारीरिक कार्यों में लड़ाई-या-उड़ान प्रतिक्रिया को बढ़ाती है।

कार्ल ने कहा, "ई-सिगरेट में निकोटीन अनियमित दिल की धड़कन (अतालता) का कारण बनता है जो खुराक-निर्भर तरीके से होता है, उसी रिसेप्टर को उत्तेजित करके जिसे कई हृदय दवाएं रोकने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।"

निष्कर्ष बताते हैं कि ई-सिगरेट में नमक युक्त ई-लिक्विड से एरोसोल के साँस लेने से सहानुभूति प्रमुखता और हृदय अतालता को प्रेरित करके हृदय संबंधी जोखिम बढ़ सकता है।

शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि यदि ये परिणाम मनुष्यों में पुष्टि की जाती हैं,
(आईएएनएस)

Tags:
  • health

Rajasthan News: उप चुनाव में हार के बाद अब चार विभागों के मंत्री बने सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी ने बड़ा कदम उठाया है। कानून के हिसाब से वे छह महीने तक बिना विधायक बने भी मंत्री रह सकते थे लेकिन उन्होनें हार की जिम्मेदारी लेते हुए कल रात ही अपना इस्तीफा सीएम भजन लाल के जरिए राज्यपाल तक पहुंचा दिया है और वह मंजूर भी हो गया हैं। इस बड़ी हार के बाद अब फिलहाल भारतीय जनता पार्टी इस हार का मंथन कर रही है।

उधर कांग्रेस खेमे में जीत की लहर चल रही है। हार के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने राज्य मंत्री... स्वतंत्र प्रभार, पद से इस्तीफा दे दिया है। मंत्री पद की शपथ लेने और विभागों का बंटवारा होने के बाद से अब तक अधिकतर मंत्रियों ने अपना पद संभाल लिया है लेकिन सुरेन्द्र पाल सिंह को चुनाव परिणाम का इंतजार था। चुनाव परिणाम आने के बाद वे मंत्री पद ग्रहण करने की तैयारी कर रहे थे लेकिन जनता ने उन्हें विधायक तक नहीं बनने दिया।

उप चुनाव में वे कांग्रेस उम्मीदवार रूपिंदर सिंह से 11000 से ज्यादा वोटों से हार चुके हैं। उसके बाद उन्होनें मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को आए इन नतीजों के बाद अब उनके पास जो चार विभाग हैं उनका क्या होगा, यह फिलहाल तय नहीं किया गया है। उनके पास चार महत्वपूर्ण विभाग हैं। उधर इस जीत के बाद कांग्रेस खेमा खुशी से झूम रहा है। बड़े नेताओं के बयान आ रहे हैं। सभी जनादेश का स्वागत कर रहे हैं।

एक अध्ययन के मुताबिक़, लगभग 79% अमेरिकी मानते हैं कि मोटापे के इलाज के लिए ऑपरेशन सिर्फ आखिरी रास्ता होना चाहिए। ऑरलैंडो हेल्थ द्वारा किए गए एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में ये आंकड़े सामने आए हैं।

उसी अध्ययन में 60% लोगों ने इस बात से सहमति जताई कि मोटापे का ऑपरेशन (बेरियाट्रिक सर्जरी) सिर्फ जल्दी और आसानी से वजन कम करने का तरीका है। जबकि अमेरिका में हर दो में से पांच वयस्क मोटापे से ग्रस्त हैं, और ये समस्या लगातार बढ़ती जा रही है।

हालांकि मोटापे का ऑपरेशन बहुत ही कारगर इलाज है, लेकिन अध्ययन ये बताता है कि इससे जुड़े आम भ्रम और नकारात्मक धारणाएं लोगों को इस जरूरी इलाज से रोक देती हैं।

ऑरलैंडो हेल्थ वेट लॉस एंड बेरियाट्रिक सर्जरी इंस्टिट्यूट के मेडिकल डायरेक्टर और बेरियाट्रिक सर्जन आंद्रे टेक्सेइरा कहते हैं, "मोटापे का इलाज हर मरीज के लिए अलग-अलग होता है। इसमें बॉडी मास इंडेक्स और पहले से मौजूद बीमारियों को ध्यान में रखा जाता है, और इलाज के विकल्पों में दवाएं, जीवनशैली में बदलाव, काउंसलिंग और बेरियाट्रिक सर्जरी शामिल हो सकते हैं।"

वह आगे कहते हैं, "इस व्यक्तिगत तरीके से हम मोटापे से होने वाली समस्याओं, जैसे डायबिटीज और हृदय रोग, को सफलतापूर्वक ठीक कर पाते हैं। लेकिन अगर किसी का फैसला उन लोगों से प्रभावित होता है जो सोचते हैं कि उन्हें सर्जरी की जरूरत नहीं है या सर्जरी करवाना हार मानने जैसा है, तो इससे उनका वजन कम करने और लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने की संभावना कम हो जाती है।"

लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी तकनीकों में बढ़ोतरी के कारण अब मोटापे का ऑपरेशन पहले से कम जख्म वाला और ज्यादा सुरक्षित हो गया है। फिर भी, जो लोग चिकित्सकीय रूप से इस ऑपरेशन के लिए उपयुक्त हैं, उनमें से केवल 1% ही ये प्रक्रिया करवाते हैं।

सर्वेक्षण में ये भी पाया गया कि 61% लोगों का मानना है कि सिर्फ व्यायाम और डायट का सहारा लेना ही काफी है।

ऑरलैंडो हेल्थ वेट लॉस एंड बेरियाट्रिक सर्जरी इंस्टिट्यूट के एक अन्य बेरियाट्रिक सर्जन मुहम्मद घानम कहते हैं, "मोटापे और उसके ऑपरेशन को लेकर नकारात्मक धारणाएं आम हैं, इसलिए मेरे कई मरीज खुद से वजन कम न कर पाने पर हार मान लेते हैं।"

वह आगे कहते हैं, "लेकिन जब मैं उन्हें बताता हूं कि मोटापा एक बीमारी है और उसके कई कारण उनके नियंत्रण से बाहर हैं, तो ये देखकर अच्छा लगता है कि उन्हें राहत मिलती है। अक्सर उनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं क्योंकि वे सालों से अपने वजन के साथ संघर्ष कर रहे होते हैं और आखिरकार उन्हें कुछ उम्मीद दिखाई देती है।"

(आईएएनएस)

Tags:
  • health

Petrol and Diesel price : सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार 9 जनवरी को देश में पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी कर दी है। राजस्थान के अधिकतर शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई फेरबदल दर्ज नहीं किया गया। हालांकि आज पाली में पेट्रोल 59 पैसे महंगा होकर 109.42 और डीजल 54 पैसे महंगा होकर 94.58 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। राजधानी जयपुर की बात करें तो आज यहां पेट्रोल और डीजल की कीमतें क्रमशः 108.48 और 93.72 रुपए प्रति लीटर रही। यहां कीमतों में कोई उतार चढ़ाव दर्ज नहीं किया गया।

प्रदेश के इन शहरों में महंगा और सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल
मंगलवार को प्रदेश के चित्तौड़गढ़, कोटा, नागौर, पाली और सीकर में पेट्रोल और डीजल महंगा हुआ है। वहीं भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, झालावाड़ और करौली में पेट्रोल और डीजल मामूली सस्ता हुआ है। इसके अलावा प्रदेश के सभी शहरों में आज कीमतें यथावत रहीं।

जानिए पेट्रोल डीजल की कीमत
अजमेर- 108.20- 93.47
अलवर - 109.23- 94.37
बांसवाड़ा- 109.65- 94.78
बारां- 109.49- 94.62
बाड़मेर- 110.54- 95.59
भरतपुर- 108.15- 93.40
भीलवाड़ा- 108.51- 93.76
बीकानेर- 111.08- 96.08
बूंदी- 108.70- 93.91
चित्तौड़गढ़- 108.27- 93.53
चूरू- 110.36- 95.42
दौसा - 109.20- 94.35
धौलपुर - 108.95- 94.12
डुंगरपुर- 110.36- 95.42
गंगानगर- 113.48- 98.24
हनुमानगढ़- 112.06- 96.95
जयपुर - 108.48- 93.72
जैसलमेर- 110.83- 95.86
जालौर- 109.41- 94.57
झालावाड़- 109.10- 94.27
झुंझुनूं- 109.93- 95.03
जोधपुर - 108.94- 94.15
करौली- 108.75- 93.94
कोटा- 108.69- 93.90
नागौर- 109.44- 94.60
पाली- 109.42- 94.58
प्रतापगढ़- 109.53- 94.68
राजसमंद- 109.20- 94.38
सवाईमाधोपुर - 109.63- 94.74
सीकर - 109.53- 94.67
सिरोही - 110.76- 95.78
टोंक - 109.21- 94.38
उदयपुर - 109.27- 94.44
(नोट- कीमतें प्रति लीटर में...)

यह भी पढ़ें- संजीवनी सोसाइटी केस में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश, जानें पूरा मामला

हर रोज सुबह तय होते हैं रेट
सभी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों IOC, BPCL और HPCL के पेट्रोल-डीजल की कीमत हर दिन घटती-बढ़ती रहती हैं। पेट्रोल-डीजल का नया दाम रोजाना सुबह 6 बजे अपडेट होता है। सुबह छह बजे से नई दरें लागू हो जाती हैं। जिसमें एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़कर पेट्रोल डीजल का दाम लगभग दोगुना हो जाता है।

यह भी पढ़ें- हार के बाद सुरेंद्र पाल सिंह टी टी ने भजनलाल कैबिनेट से दिया इस्तीफा, मिले थे 4 अहम मंत्रालय

वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया की दुनिया में 35 नई प्रजातियों को खोज निकाला है, जिनमें से कुछ इंसानों में संक्रमण भी फैला सकती हैं। स्विट्जरलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ़ बेसल और यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल बेसल के वैज्ञानिकों की टीम 2014 से ऐसे ही अज्ञात बैक्टीरिया के नमूनों का संग्रह और विश्लेषण कर रही है।

अब तक, टीम ने मरीजों के रक्त और ऊतक के नमूनों में पाए गए 61 अज्ञात बैक्टीरिया का विश्लेषण किया है। इन नमूनों में मरीजों को कई तरह की बीमारियां थीं। परंपरागत प्रयोगशाला के तरीकों, जैसे मास स्पेक्ट्रोस्कोपी या बैक्टीरिया के जीनोम के एक छोटे हिस्से का अनुक्रमण, इन सभी नमूनों के लिए परिणाम देने में असफल रहे थे।

इसलिए, शोधकर्ताओं ने बैक्टीरिया के पूरे आनुवंशिक पदार्थ का अनुक्रमण किया, जिसके लिए कुछ ही साल पहले एक नया तरीका आया है। फिर उन्होंने पहचाने गए जीनोम अनुक्रमों की तुलना ऑनलाइन टूल में मौजूद ज्ञात प्रजातियों से की।

61 विश्लेषण किए गए बैक्टीरिया में से 35 पहले अज्ञात थे। शोधकर्ताओं ने बाकी 26 प्रजातियों को पहचानने में मुश्किल के रूप में वर्गीकृत किया। इसका कारण या तो उनका जीनोम अनुक्रम हाल ही में डेटाबेस में जोड़ा गया था या उनके लिए सही वर्गीकरण का विवरण बहुत कम समय पहले बनाया गया था।

मरीजों के आंकड़ों के मूल्यांकन से पता चला कि इन 35 नए प्रजातियों में से सात चिकित्सकीय रूप से प्रासंगिक थीं, जिसका अर्थ है कि वे मनुष्यों में जीवाणु संक्रमण का कारण बन सकती हैं।

बैक्टीरिया विज्ञानी डॉ. डैनियल गोल्डेनबर्गर ने कहा, "नव पहचानी गई बैक्टीरिया प्रजातियों और उनकी चिकित्सकीय प्रासंगिकता के बीच ऐसा सीधा संबंध अतीत में बहुत कम प्रकाशित हुआ है।"

नव पहचानी गई प्रजातियों में से अधिकांश कोरिनेबैक्टीरियम और शालिया जीनस से संबंधित हैं, दोनों ही ग्राम-पॉजिटिव बेसिली हैं।

गोल्डेनबर्गर ने कहा, "इन दोनों जीनस की कई प्रजातियां प्राकृतिक मानव त्वचा के माइक्रोबायोम और म्यूकोसा में पाई जाती हैं। इसीलिए उन्हें अक्सर कम करके आंका जाता है, और उन पर शोध कम होता है।"

हालांकि, ये संक्रमण का कारण भी बन सकती हैं, जब वे किसी ट्यूमर के कारण रक्तप्रवाह में प्रवेश करती हैं।

यदि बीमारी का कारण पता हो तो जीवाणु संक्रमण का इलाज अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। ज्यादातर मामलों में, एक रोगज़नक को पहचानने के लिए बस एक मेडिकल प्रयोगशाला में विश्लेषण की आवश्यकता होती है।

हालांकि, कभी-कभी मानक तरीके अपर्याप्त होते हैं, उदाहरण के लिए, यदि बैक्टीरिया की प्रजाति को अभी तक वर्गीकृत नहीं किया गया है या इसे उगाना विशेष रूप से कठिन है।

(आईएएनएस)

Tags:
  • health

Rajasthan News : एसओजी ने कनिष्ठ अभियंता भर्ती 2020 व वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा 2022 के मामले में वांटेड चल रहे दो आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि दौसा के बैजूपाड़ा स्थित अलीपुर निवासी रामहंस व हरियाणा के चरखी दादरी स्थित झोझू कला निवासी सचिन शर्मा (32) को गिरफ्तार किया है। आरोपी रामहंस मीना ने परीक्षार्थी सत्यप्रकाश मीना के स्थान पर डमी अभ्यर्थी बैठाकर सामान्य ज्ञान व विज्ञान विषय की परीक्षा दिलवाई थी। इसके लिए अभ्यर्थी से 22 लाख रुपए में सौदा तय किया था। अभ्यर्थी सत्यनारायण का वरिष्ठ अध्यापक के पद पर चयन भी हो गया था। आरोपी रामहंस सत्यप्रकाश मीना से अब तक 17 लाख रुपए ले चुका है। अब तक दोनों प्रकरणों में कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका।

 

राजहंस ने कुछ वर्षों में बना ली सम्पत्ति
आरोपी राजहंस रेलवे में टेक्नीशियन पद पर भर्ती हुआ था और डमी अभ्यर्थी उपलब्ध करवाने के ठेके लेने लगा था। कुछ वर्षों में ही उसने काफी सम्पत्ति जुटा ली।

यह भी पढ़ें : भजनलाल सरकार की पहली कैबिनेट बैठक जल्द, सीएम ले सकते हैं कई बड़े फैसले

 

ऐसे खुला था मामला
परीक्षा में चयन होने के बाद अभ्यर्थी सत्यप्रकाश मीना दस्तावेज सत्यापन के लिए आरपीएस पहुंचा। वहां पर पता चला कि परीक्षा किसी और ने दी थी और सत्यापन करवाने कोई और आया है। तब मामले का खुलासा हुआ था।

यह भी पढ़ें : संजीवनी सोसाइटी केस में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश, जानें पूरा मामला

 

यहां 15-15 लाख में सौदा तय किया
आरोपी सचिन ने वर्ष 2020 में जेईएन भर्ती परीक्षा में गिरफ्तार हो चुके पंकज बगडि़या से पेपर उपलब्ध करवाने के नाम पर 15-15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी सौदा किया था। आरोपी सचिन को जयपुर की सांगानेर थाना पुलिस भी गिरफ्तार कर चुकी।

How To Check Your Name In Voter List : राजस्थान विधानसभा चुनाव वाली मतदाता सूची में प्रदेश में 3 लाख 67 हजार 504 नाम जोड़े गए हैं और 94805 नाम कट गए हैं। नाम कटने के लिहाज से निर्वाचन जिलों में जयपुर और विधानसभा क्षेत्रों में गंगानगर सबसे आगे हैं। चुनाव के समय मतदाता सूचियों से नाम कटने की बहुत अधिक शिकायतें आती हैं, ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय आने वाली परेशानी से बचने के लिए आप भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की वेबसाइट के माध्यम से मतदाता सूची में अपना नाम चैक कर सकते हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदाता सूचियों का ड्राफ्ट 6 जनवरी को जारी कर दिया है। इन मतदाता सूचियों के लिए 22 जनवरी तक आपत्तियां व दावे स्वीकार किए जाएंगे। इनका दो फरवरी तक निस्तारण कर 8 फरवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। मतदाता सूचियों के ड्राफ्ट में प्रदेशभर में 2,74,98,671 पुरुष एवं 2,52,14,172 महिला मतदाताओं सहित कुल 5,27,12,843 मतदाता पंजीकृत हैं। इन सूचियों के अनुसार कुल पंजीकृत मतदाताओं में 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं का प्रतिशत 4.32% है।

यह भी पढ़ें : Video: करणपुर चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर कही बड़ी बात, देखें वीडियो

नाम कटने और जुड़ने के आधार पर तैयार मतदाता सूचियों के ड्राफ्ट के अनुसार विधानसभा चुनाव के बाद मतदाताओं की संख्या में 272699 (0.52%) वृद्धि हुई है। इस तरह कुल मतदाताओं की संख्या 5,27,71004 पहुंच गई है।

ड्राफ्ट मतदाता सूचियों के अनुसार....
- सबसे अधिक 71913 नाम जुड़े जयपुर निर्वाचन जिले में, सबसे अधिक 11963 नाम कटने वाले जिलों में भी जयपुर का ही नाम।
- सबसे कम 3104 नाम जुड़े सिरोही जिले में, सबसे कम 680 नाम प्रतापगढ़ जिले में हटाए गए हैं।
- विधानसभा क्षेत्र के अनुसार सबसे अधिक 1680 नाम गंगानगर व सबसे कम 56 नाम डेगाना विधानसभा क्षेत्र में काटे गए हैं।

यह भी पढ़ें : Rajasthan CM Udaipur Visit: सीएम बनने के बाद भजनलाल का पहला उदयपुर दौरा, जानें कार्यक्रम

ऐसे देखें वोटर लिस्ट में अपना नाम
अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में है या कट गया है तो सबसे पहले अपने फोन या लैपटॉप के ब्राउजर में www.nvsp.in टाइप करें और ओके पर क्लिक करें। अब आपके सामने राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल खुल जायेगा। इसके बाद सर्च बॉक्स पर क्लिक करें जिससे एक नया पेज (http://electoralsearch.in) खुलेगा। अब यहां से आप दो तरह से अपना नाम चेक कर सकते हैं। पहले तरीके में अपनी पूरी जानकारी जैसे अपना नाम, पिता या पति का नाम, उम्र, राज्य, लिंग, जिला, विधानसभा क्षेत्र आदि दर्ज करें। दूसरा तरीका वोटर आईडी कार्ड सीरियल नंबर से खोजना है। इसके लिए आपको इस पेज पर विकल्प मिलेगा।

जैसे ही सर्दी का मौसम आता है, हमारे शरीर में कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. सर्दी-जुकाम के अलावा, दिल से जुड़ी समस्याएं भी इस मौसम में बढ़ जाती हैं. खासकर हार्ट अटैक के मामले सर्दियों में काफी बढ़ जाते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है और हम इन खतरों से कैसे बच सकते हैं.

ठंड में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ती हैं, बढ़ता है ब्लड प्रेशर:

जब तापमान गिरता है, तो हमारा शरीर गर्मी बचाने के लिए रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ लेता है. यह प्रक्रिया "वैसोकॉन्स्ट्रिक्शन" कहलाती है. हालांकि, यह शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद तो करता है, लेकिन साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ाता है और दिल पर अतिरिक्त भार डालता है. डॉ. संजय चिवाने, मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम के कार्डियोलॉजी डायरेक्टर बताते हैं कि एनजाइना (हृदय में रक्त के प्रवाह में कमी के कारण होने वाला सीने में दर्द) के मरीजों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है.

ठंड में खून भी गाढ़ा हो जाता है:

डॉ. कहते हैं, "ठंड में खून गाढ़ा और चिपचिपा हो जाता है, जिससे क्लॉट्स बनने की संभावना बढ़ जाती है. ये क्लॉट्स हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं."

जीवनशैली में बदलाव भी बढ़ाते हैं खतरा:

सर्दियों में अक्सर हमारी जीवनशैली में बदलाव आते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं. एक्टिविटी का स्तर कम हो जाता है, क्योंकि हम ठंड से बचने के लिए घर के अंदर रहना पसंद करते हैं. इसके अलावा, ठंड के मौसम में हम अक्सर हाई-फैट वाला खाना खाते हैं और शराब का सेवन भी बढ़ जाता है.

कार्डियोलॉजी के डॉक्टर कहते हैं, "सर्दियों में खराब जीवनशैली की आदतें बढ़ जाती हैं, जिससे वजन बढ़ता है, जो हार्ट अटैक का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है. ठंड के मौसम में एक्टिविटी कम होने से यह समस्या और बढ़ जाती है. इस मौसम में धूम्रपान और शराब का सेवन भी बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को और बढ़ा देते हैं."

हार्ट अटैक के खतरे से कैसे बचें?:

- गर्म कपड़े पहनें और खुद को गर्म रखें.
- शराब का सेवन सीमित करें.
- लंबे समय तक मेहनत करने वाली गतिविधियों से बचें.
- दिल के लिए स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें.
- बार-बार हाथ धोएं ताकि श्वसन संक्रमण से बचा जा सके.

हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानें. इनमें तेज सीने में दर्द, जी मिचलाना, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ, जबड़े, पीठ, गर्दन या कंधों में सुन्नता या झुनझुनी, ठंडा पसीना, जलन की अनुभूति और अचानक थकान शामिल हो सकते हैं

ठंडी हवाओं ने जैसे ही दस्तक दी है, वैसे ही दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल अकेले दिल के दौरे के मामलों में 12.5% की बढ़ोतरी हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि सर्दियों में कुछ गलत आदतें और शरीर में होने वाले बदलाव मिलकर दिल के लिए मुसीबत खड़ी कर देते हैं.

ठंड में दिल पर क्यों पड़ता है जोर?

रक्त वाहिकाएं सिकुड़ती हैं: ठंड से बचने के लिए शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ता है और दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
रक्त गाढ़ा होता है: ठंड में खून भी गाढ़ा हो जाता है, जिससे थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है. ये थक्के रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा कर दिल का दौरा या स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं.
शारीरिक गतिविधि कम होती है: ठंड में लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं, जिससे शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है. इससे वजन बढ़ने, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल बढ़ने का खतरा होता है, जो दिल के लिए हानिकारक हैं.
दिल की सुरक्षा के लिए क्या करें?

गर्म कपड़े पहनें: ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और खुद को ढक कर रखें. बाहर निकलते समय परत-दर-परत कपड़े पहनना बेहतर होता है.
शराब का सेवन सीमित करें: शराब रक्तचाप बढ़ाती है और दिल पर बोझ डालती है. सर्दियों में शराब का सेवन कम करें या बिल्कुल ना करें.
नियमित व्यायाम करें: हल्का-फुल्का व्यायाम रक्त संचार को बढ़ाता है और दिल को मजबूत बनाता है. सर्दियों में भी कम से कम 30 मिनट रोजाना व्यायाम करने की कोशिश करें.
पौष्टिक आहार लें: दिल के लिए अच्छा आहार लें. हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और कम वसा वाले प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें. वसायुक्त, तले-भुने खाद्य पदार्थों से बचें.
डॉक्टर की सलाह मानें: अगर आपको पहले से कोई दिल की बीमारी है, तो डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां लें और नियमित रूप से जांच कराते रहें.

हृदय रोग के लक्षणों को पहचानें:

तेज सीने में दर्द
सांस लेने में तकलीफ
चक्कर आना
पसीना आना
थकान महसूस होना
जबड़े, पीठ, गर्दन या कंधों में झनझनाहट
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. सर्दियों में दिल का खास ख्याल रखें और स्वस्थ रहें!

Tags:
  • health

अगर आपको लगता है कि कोविड-19 होने के बाद पहले की तुलना में जल्दी थकान महसूस होती है, तो एक नए अध्ययन ने इस बदलाव के पीछे का जैविक कारण बताया है.

एम्स्टर्डम यूएमसी और व्रेजे यूनिवर्सिटेट एम्स्टर्डम (वीयू) के शोधकर्ताओं ने लॉन्ग-कोविड मरीजों में लगातार थकान के जैविक कारण की पहचान की है: उनकी मांसपेशियों की कोशिकाओं में माइटोकॉन्ड्रिया स्वस्थ व्यक्तियों की तुलना में कम ऊर्जा पैदा करते हैं.

नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित इस अध्ययन में 25 लॉन्ग-कोविड मरीजों और 21 स्वस्थ प्रतिभागियों को शामिल किया गया, जिन्होंने पंद्रह मिनट का साइकलिंग टेस्ट लिया.

इस टेस्ट ने लॉन्ग-कोविड मरीजों में पोस्ट-एक्सरशनल मालाइज (पीईएम) को ट्रिगर किया, जिससे लक्षणों का लंबे समय तक बिगड़ना हुआ.

एम्स्टर्डम यूएमसी में आंतरिक चिकित्सा के प्रोफेसर, मिशेल वैन वुग्ट ने एक बयान में कहा, "हम इन रोगियों की मांसपेशियों में स्पष्ट बदलाव देख रहे हैं."

शोध में साइकलिंग टेस्ट के एक हफ्ते पहले और एक दिन बाद रक्त और मांसपेशियों के ऊतकों की जांच की गई. वीयू यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर, रॉब वुस्ट ने बताया, "सेलुलर स्तर पर, हमने मांसपेशियों के ऊतकों में असामान्यताएं देखीं, खासकर माइटोकॉन्ड्रिया में, जो कोशिका के ऊर्जा कारखाने हैं. वे कम कुशलता से काम कर रहे थे, कम ऊर्जा पैदा कर रहे थे."

यह निष्कर्ष थकान के जैविक उत्पत्ति का सुझाव देते हैं, जिसमें संभावित उपचारों के लिए निहितार्थ हैं.

लगातार कोरोनावायरस कणों के सिद्धांतों के बावजूद, शोधकर्ताओं ने मांसपेशियों में इसका कोई संकेत नहीं पाया. अध्ययन ने लॉन्ग-कोविड रोगियों में हृदय और फेफड़ों के अच्छे कामकाज की भी पुष्टि की, इन क्षेत्रों में असामान्यताओं को स्थायी फिटनेस प्रभाव के कारण के रूप में खारिज कर दिया.

लॉन्ग-कोविड रोगियों के लिए, व्यक्तिगत सीमाओं के भीतर व्यायाम करने की सलाह दी जाती है. एम्स्टर्डम यूएमसी के एक शोधकर्ता, ब्रेंट एपेलमैन ने सतर्क रहने और शारीरिक सीमाओं से अधिक नहीं जाने की सिफारिश की.

उन्होंने किसी व्यक्ति की विशिष्ट सीमा के अनुसार कुछ शारीरिक स्थिति बनाए रखने के लिए चलने या इलेक्ट्रिक बाइक का उपयोग करने जैसी गतिविधियों का सुझाव दिया.

हालांकि, वैन वुग्ट ने एक चेतावनी भरा नोट जोड़ा, जिसमें कहा गया है कि कुछ पारंपरिक पुनर्वास और फिजियोथेरेपी दृष्टिकोण इन रोगियों के लिए उल्टा हो सकते हैं, क्योंकि परिश्रम के बाद संभावित लक्षण तेज हो सकते हैं.

SARS-CoV-2 संक्रमण के इतिहास वाले लगभग आठ में से एक व्यक्ति को प्रभावित करने वाला लॉन्ग-कोविड, गंभीर संज्ञानात्मक समस्याओं (ब्रेन फॉग), थकान, व्यायाम असहिष्णुता, स्वायत्त डिसरेगुलेशन, पॉस्चुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (POTS) और PEM के बाद लक्षणों के बिगड़ने के रूप में प्रकट होता है.

माइटोकॉन्ड्रियल डिसफंक्शन की खोज भविष्य के शोध और लंबे-कोविड रोगियों के लिए संभावित उपचारों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक बिंदु प्रदान करती है.

Tags:
  • health

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने एक युवती की इच्छा पर उसे ट्रांसजेंडर के साथ रहने की अनुमति दी है। इस युवती को परिजन ने बंधक बना लिया था, जिस पर कोर्ट ने कहा कि युवती को सुरक्षित तरीके से ट्रांसजेंडर याचिकाकर्ता के साथ जाने दिया जाए।


न्यायाधीश पंकज भंडारी और न्यायाधीश भुवन गोयल की खंडपीठ ने सोमवार को ट्रांसजेंडर की बंदी प्रत्यक्षीकारण याचिका का निस्तारण करते हुए यह आदेश दिया। युवती को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने युवती से उसकी इच्छा पूछी, जिस पर युवती ने कहा कि वह याचिकाकर्ता के साथ रहना चाहती है।


इस पर कोर्ट ने अतिरिक्त महाधिवक्ता को निर्देश दिया कि युवती और ट्रांसजेंडर याचिकाकर्ता को सुरक्षित उनके इच्छित स्थान पर पहुंचाया जाए। प्रार्थीपक्ष की ओर से अधिवक्ता नमन माहेश्वरी ने कोर्ट को बताया कि युवती के घर छोड़कर चले जाने पर उसके परिजन ने अक्टूबर, 2023 में चंदवाजी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने उसे परिजन को सौंप दिया।


इसके बाद परिजन ने युवती को बंधक बना लिया। इसके बाद ट्रांसजेंडर ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर युवती को पेश कराने की गुहार की। कोर्ट के आदेश पर सोमवार को पुलिस ने युवती को पेश किया, जिसने कहा कि उसे परिजन ने बंधक बना लिया था।


यह भी पढ़ें : राजस्थान की बेटी तान्या सिंह लंदन से पढ़ेगी बिजनेस मैनेजमेंट

ओडिशा हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में राज्य के सभी डॉक्टरों, निजी अस्पतालों और मेडिकल सेंटरों को निर्देश दिया है कि वे अब से सभी प्रिस्क्रिप्शन, पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट और मेडिको-लीगल दस्तावेज स्पष्ट और सुपाठ हस्तलेखन या कैपिटल लेटर में लिखें।

जस्टिस एसके पानिग्रही ने मुख्य सचिव को इस आदेश की प्रति सभी मेडिकल सेंटरों, निजी क्लीनिकों और मेडिकल कॉलेजों को भेजने का निर्देश दिया है ताकि जजों और जनता दोनों के लिए दस्तावेज पढ़ने में आसानी हो।

यह आदेश देनकनाल जिले के हिंदोल के रसानंद भोई द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई के बाद आया है, जिसमें उनके बड़े बेटे, सौवग्य रंजन भोई की सांप के काटने से हुई मौत के बाद दायर किया गया था। आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि प्रिस्क्रिप्शन लिखते समय स्पष्ट हस्तलेखन का उपयोग किया जाना चाहिए ताकि दवाओं के नामों में कोई अस्पष्टता न रहे।

हाईकोर्ट ने कहा, "कई मामलों में, पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट लिखते समय अधिकांश डॉक्टरों का लापरवाही भरा रवैया मेडिको-लीगल दस्तावेजों की समझ को बुरी तरह प्रभावित करता है और न्याय प्रणाली को उन पत्रों को पढ़ने और एक निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचने में बहुत कठिनाई होती है।"

अदालत ने कहा कि डॉक्टरों के बीच "ज़िग-ज़ैग" हस्तलेखन का चलन बन गया है, जिससे आम आदमी और न्यायपालिका के लिए इन दस्तावेजों को पढ़ना मुश्किल हो जाता है।

2020 में भी ओडिशा हाईकोर्ट ने डॉक्टरों के हस्तलेखन को लेकर एक समान आदेश पारित किया था। उस समय, जज ने कहा था कि एक मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन में किसी भी तरह की अनिश्चितता या व्याख्या की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। यह आदेश तब आया था जब जज को एक कैदी द्वारा एक महीने के लिए अंतरिम जमानत लेने के लिए जमा किए गए एक प्रिस्क्रिप्शन को पढ़ने में कठिनाई हुई थी, जो वह अपनी बीमार पत्नी की देखभाल के लिए चाहता था।

हाईकोर्ट के इस नए आदेश से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है और यह सुनिश्चित करेगा कि दस्तावेजों को पढ़ना और समझना आसान हो, जिससे गलतफहमी और त्रुटियों की संभावना कम हो जाएगी।

Tags:
  • health

Jail News: आर्म्स एक्ट यानी अवैध हथियार रखने के मामले में जेल लाया गया बंदी मोबाइल फोन निगल गया। विचाराधीन बंदी की तबियत बिगड़ने लगी तो उसे पहले जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां जांच के दौरान पेट में कुछ संदिग्ध दिखा तो एसएमएस अस्पताल लाया गया। वहां पर सर्जरी कर फोन निकाला गया। अब लालकोठी थाने में केस दर्ज कराया गया है। दर्ज रिपोर्ट के आधार पर जानकारी मिली कि बंदी फज्जू खान को रामगंज पुलिस ने पकड़ा था।

उसके खिलाफ रामगंज थाने में आर्म्स एक्ट का केस दर्ज था। गिरफ्तारी के बाद जब जे हुई तो जेल में उसका व्यवहार संदिग्ध पाया गया। जेल में रूटीन जांच के दौरान जब जेल प्रहरी ने उसकी जांच की तो वह कुछ नहीं बोला। उस पर शक हुआ तो अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। अधिकारियों ने सख्ती की लेकिन वह भी काम नहीं आई। बाद में उसे जेल परिसर में स्थित मेडिकल वार्ड में ले जाया गया। वहां जाकर जांच में पता चला कि उसके पेट में मोबाइलनुमा वस्तु हो सकती है।

उसकी एसएमएस अस्पताल में सर्जरी हुई तो पेट से फोन निकला। इस फोन को फिलहाल कांच के जार में सीलबंद कर दिया गया है और जांच में ले लिया गया है। फज्जू खान पर पहले ही आर्म्स एक्ट का केस दर्ज था और अब उस पर जेल प्रशासन ने प्रिजनर्स एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस और दर्ज कराया है। जेल में अक्सर बंदियों की तलाशी की जाती है। तलाशी के दौरान मोबाइल फोन, सिम या अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं मिलती हैं। अक्सर सिम को तो कई बार बंदी निगल जाते हैं।

राजस्थान राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार 10 जनवरी 2024 को जयपुर जिले में पंचायतीराज संस्थाओं के सरपंच, उपसरपंच एवं वार्ड पंचों के रिक्त पदों के लिए उपचुनाव होंगें। जिला निर्वाचन अधिकारी, जयपुर ग्रामीण प्रकाश राजपुरोहित ने एक आदेश जारी कर पंचायतीराज संस्थाओं के उप चुनाव के लिए मतदान दिवस को संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में स्थित कार्यालयों में पराक्राम्य लिखित अधिनियम 1881 के तहत मतदान दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।

जिला निर्वाचन अधिकारी, जयपुर ग्रामीण प्रकाश राजपुरोहित के आदेश के तहत जयपुर जिला ग्रामीण की पंचायत समिति झोटवाडा की ग्राम पंचायत भम्भौरी के सरपंच निर्वाचन क्षेत्र, पंचायत समिति तूंगा की ग्राम पंचायत खिजूरिया ब्राहम्णान के सरपंच निर्वाचन क्षेत्र, पंचायत समिति किशनगढ़ की ग्राम पंचायत रामजीपुरा कलां के वार्ड संख्या 02 एवं पंचायत समिति विराटनगर की ग्राम पंचायत गोविंदपुरा धाबाई के वार्ड संख्या 08 के मतदान दिवस 10 जनवरी, 2023 को संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में स्थित कार्यालयों में एवं संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में स्थित औद्योगिक वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत कामगारों (आकस्मिक कामगारों सहित) को मतदान दिवस पर सवैतनिक अवकाश देय होगा।

यह भी पढ़ें - करणपुर चुनाव में भाजपा प्रत्याशी और मंत्री की हार पर गोविन्द सिंह डोटासरा ने ली चुटकी, कहीं ये बड़ी बात

यह भी पढ़ें - भरतपुर में महिला विधायक ने कड़ाके की सर्दी में रात में की खेत की सिंचाई, MLA को देखकर चौंके किसान

राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आए आज पूरे एक महीना 5 दिन बीत गए हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान यहां नेता प्रतिपक्ष का चयन अब तक नहीं कर पाया है। ऐसे में साफ़ है कि या तो विधानसभा के इस महत्वपूर्ण पद पर चयन को लेकर आलाकमान कई वजहों से पसोपेश में है या फिर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्तता के चलते हाल-फिलहाल इसे लेकर ज़्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही है।

वजह कुछ भी हो, लेकिन नेता प्रतिपक्ष के चयन में हो रही देरी ना सिर्फ कांग्रेस पार्टी सहित राजनीतिक गलियारों में ही चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इस बारे में लोग रिएक्ट करने लगे हैं।

सिर्फ राजस्थान को लेकर असमंजस

विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी को तीन हिंदी पट्टी राज्यों में करारी हार का सामना करना पड़ा था। विपक्ष की भूमिका में आने के कुछ ही दिन बाद कांग्रेस आलाकमान ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़े बदलाव किए। दोनों राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष भी बदला तो नेता प्रतिपक्ष का भी चयन कर दिया। लेकिन राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष पद पर बदलाव या नेता प्रतिपक्ष चयन को लेकर आलाकमान अब तक कन्फ्यूज़न की स्थिति में है।

 


ये भी पढ़ें : कार की छत पर चढ़कर गोविंद सिंह डोटासरा का ज़बरदस्त डांस, जानें ये VIDEO क्यों हो रहा VIRAL?

 


दौड़ से बाहर हुए सचिन पायलट!

नेता प्रतिपक्ष पद पर प्रबल दावेदारों में करीब दर्जन भर नेताओं के नामों की चर्चा है, जिसमें पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा था। लेकिन पिछले दिनों पायलट को छत्तीसगढ़ राज्य का प्रभारी बनाये जाने के बाद उनके इस पद पर चयन की संभावना फीकी पड़ती दिख रही है।

 


पायलट नहीं, तो फिर कौन?

सदन में सत्तारूढ़ 115 सदस्यीय भाजपा विधायक दल के सामने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की अगुवाई करने वाले नेता प्रतिपक्ष पद पर कई दावेदारों के नाम चर्चा में हैं। सचिन पायलट को अलावा इस दौड़ में शांति धारीवाल, हरीश चौधरी, डॉ रघु शर्मा, महेंद्र जीत सिंह मालवीय और मुरारी लाल मीणा जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम चर्चा में हैं।

ये भी पढ़ें : रफ़्तार पकड़ रहा 'मिशन लोकसभा', 25 सीटों पर BJP V/S Congress की ये आई लेटेस्ट अपडेट

डोटासरा की भूमिका को लेकर 'सुगबुगाहट'

सत्तारूढ़ दल पर हमलावर रहने वाले नेताओं में वरिष्ठ विधायक के तौर पर गोविंद सिंह डोटासरा भी उपयुक्त माने जाते रहे हैं। लेकिन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष होने के कारण डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष की दोहरी ज़िम्मेदारी दिए जाने की संभावनाएं बेहद कम हैं। हालांकि डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की संभावना तब ज़रूर बन सकती हैं, यदि आलाकमान प्रदेशाध्यक्ष पद पर बदलाव का बड़ा कदम उठाती है।

चौंका सकता है नया नाम

राजस्थान में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों के चयन में नए और युवा चेहरों को मौक़ा देकर जिस तरह से भाजपा आलाकमान ने सभी को चौंका दिया है, ठीक इसी तरह से अगर कांग्रेस भी कदम बढ़ाती है, तो कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम भी नेता प्रतिपक्ष पद पर प्रबल दावेदार माने जा सकते हैं।

नए और युवा नामों की फहरिस्त में तीसरी बार विधायक बने पूर्व मंत्री अशोक चांदना का नाम नेता प्रतिपक्ष संभावितों में टॉप पर है। पायलट की तरह गुर्जर समाज से आने वाले चांदना इस बार भाजपा के दिग्गज नेता प्रभुलाल सैनी को हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। वे अशोक गहलोत से लेकर राहुल गांधी तक की पसंद भी बताये जाते हैं।

इसी तरह से पूर्व मंत्री टीकाराम जूली का नाम भी नए और युवा संभावित नामों की चर्चा में है। जूली ने इस बार का चुनाव अलवर ग्रामीण सीट से प्रतिद्वंदी भाजपा प्रत्याशी जयराम जाटव को 27 हज़ार से ज़्यादा वोटों के अंतर से हराया है।

आलाकमान पर छोड़ा था फैसला

राजस्थान विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद नेता प्रतिपक्ष चयन को लेकर प्रदेश कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक जयपुर में पिछले वर्ष 5 दिसंबर को बुलाई गई थी। इसमें पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से लेकर पर्यवेक्षक के तौर पर भूपिंदर सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक और मधुसूदन मिस्त्री सरीखे वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।

इस विशेष बैठक में सभी जीते विधायकों के साथ घंटों तक मंथन चला। लेकिन आखिर में एक लाइन का नतीजा ये निकला कि नेता प्रतिपक्ष चयन पर फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। तब से लेकर अभी तक इस पद के लिए सभी की नज़रें आलाकमान पर ही टिकी हुई हैं।

जयपुर। प्रदेश के कई जिले शीतलहर के चलते कड़ाके की सर्दी की मार झेल रहे हैं। वहीं आज और कल 20 से ज्यादा जिलों में मौसम का मिजाज बिगड़ने और मावठ संग कुछ इलाकों में ओलावृष्टि को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आधा दर्जन जिलों में तड़के हुई मावठ से सर्दी के तेवर और तीखे हो गए हैं। जयपुर में सुबह कोहरा छंटते ही बर्फीली हवा धूजणी छुड़ा रही है।

आधा दर्जन जिलों में मावठ
प्रदेश के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में तड़के से मावठ का दौर रहा। शीतलहर और बर्फीली हवाएं नश्तर की तरह चुभती रही जिसके चलते लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित रही। हालांकि रात के तापमान में पारा सामान्य से अधिक रहा लेकिन सर्दी के तीखे तेवर कायम रहे। कोटा, बारां, धौलपुर, पाली,करौली में तड़के से लेकर सूर्योदय के बाद तक बौछारों का दौर जारी रहा।

10 जिलों में रात में उछला पारा, दिन सर्द
राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के करीब 10 से ज्यादा जिलों में बीती रात पारा औसत से अधिक रहा। जयपुर में बीती रात 3 डिग्री से ज्यादा तापमान में बढ़ोतरी हुई और न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री रहा जो इस बार जनवरी माह में सर्वाधिक रहा है। डबोक में न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। कोटा 12.1, डूंगरपुर 16.1, अजमेर 10.3, भीलवाड़ा 15.3, अंता बारां 12.8, करौली 10.4, धौलपुर 10.4 और जालोर में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

मैदानी इलाकों में बर्फीली हवा का डेरा
पहाड़ों से उतरकर मैदानों तक पहुंची बर्फीली हवा से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। पारे में वृद्धि के बावजूद कड़ाके की सर्दी लोगों को महसूस हो रही है। सीकर में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री रहा। बाड़मेर 7.7, जैसलमेर 7.0, जोधपुर 9.5, बीकानेर 7.7, फलोदी 7.8, पिलानी 8.0 और सिरोही में बीती रात पारा 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में बादल छाए रहने और बारिश व ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। अगले दो दिन बाद मौसम के मिजाज में बदलाव होने पर सर्दी से आंशिक राहत मिलने की उम्मीद है।

जयपुर। ग्रेटर नगर निगम के सभी सफाईकर्मी अब रिफ्लेक्टर जैकेट पहनेंगे। इसके साथ ही सफाई व्यवस्था से जुड़े अफसर भी रिफ्लेक्टर जैकेट पहनकर ही दौरा करेंगे। कुर्सी संभालने के दूसरे ही दिन ग्रेटर नगर निगम की पहली महिला आयुक्त रुक्मणि रियार आज अलसुबह फील्ड में उतरी। उन्होंने सांगानेर जोन क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। करीब दो घंटे तक सांगानेर कस्बे सहित आसपास का दौरा कर लोगों से संवाद किया। वहीं सफाई कर्मचारियों को रिफ्लेक्टर जैकेट पहनने के निर्देश दिए।

आयुक्त रुक्मणि रियार ने सांगानेर फ्लाईओवर से सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण शुरू किया। इसके बाद वे नामदेव कॉलोनी पहुंची और स्थानीय निवासियों से सफाई व्यवस्था का फीडबैक लिया। आयुक्त करीब दो घंटे तक जोन कार्यालय के आसपास, सांगानेर कस्बा, मालपुरा रोड, 80 फीट रोड घूमी और सफाई व्यवस्था का जाजया लिया। इस दौरान हाजिरीगाह पहुंच, सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति चैक की। हूपर चालकों से हर घर कचरा लेने के निर्देश दिए। इस बीच आयुक्त ने सफाई कर्मचारियों को रिफ्लेक्टर जैकेट पहनने और सफाई व्यवस्था से जुड़े अफसरों को भी रिफ्लेक्टर जैकेट पहनने के निर्देश दिए।

ये भी दिए निर्देश
आयुक्त रुक्मणि रियार ने दौरे के जगह—जगह कचरा डिपो मिलने और खुल मैनहॉल मिलने पर अफसरों को शहर को कचरा डिपो फ्री करने निर्देश दिए। साथ ही जहां से कचरा उठ जाता है, वहां सफाई करने के भी निर्देश दिए। वहीं सड़क किनारे जगह—जगह पड़े कचरे को उठाने, डिवाइडर को सुंदर बनाने के भी अफसरों को निर्देश दिए। दौरे के दौरान स्वास्थ्य उपायुक्त नवीन भारद्वाज, सांगानेर जोन उपायुक्त संदीप दाधिच, उपायुक्त पशु प्रबंधन हरेन्द्र सिंह चिराणा सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।

सिंगलयूज प्लास्टिक पर रोक
आयुक्त रुक्मणि रियार को दौरे के दौरान ही लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करते नजर आए, इस पर आयुक्त ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर सख्ती से पाबंदी लगाने के निर्देश दिए।

 

यह भी पढ़ें : कक्षा 6 में हो गई थी फेल, अपनी मेहनत के दम पर बनी UPSC टॉपर, कलेक्‍टर पति से गजब का संयोग

 

ट्रांसफार्मर्स के लगेंगे जाल
आयुक्त रुक्मणि रियार ने खुले पड़े ट्रांसफार्मर के जालियां लगवाने के लिए जयपुर डिस्कॉम को पत्र लिखने के निर्देश दिए। वहीं जलदाय विभाग के खुले पड़े मैनहॉल को भी ठीक करने के लिए जलदाय विभाग को पत्र लिखने के निर्देश दिए।

श्रीकरणपुर की हार से एक बार फिर साबित हो गया है कि उप चुनाव में भाजपा फिसड्डी है। सहानुभूति को नहीं भांप पाना भाजपा को भारी पड़ा और मंत्री बनाने के बावजूद टीटी को हार का सामना करना पड़ा है। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय प्रदेश की 7 सीटों पर उप चुनाव हुआ, लेकिन भाजपा को छह सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस ने 5, भाजपा-रालोपा ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की। यही हाल वसुंधरा सरकार के समय भी रहा। 2013 से 2018 तक वसुंधरा सरकार के समय भाजपा को 8 उपचुनाव में से 6 उपचुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। सत्ता और विपक्ष में रहने के बावजूद बीजेपी के लिए उपचुनाव के नतीजे हमेशा परेशानी लेकर ही आए। राजे सरकार के समय मोदी लहर के बावजूद जब अलवर और अजमेर सीट पर उप चुनाव हुआ तो दोनों जगहों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत मिली थी।

21 सीटों पर सिमटी थी कांग्रेस, मगर उप चुनाव जीते

2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रचंड मोदी लहर के चलते कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी। साथ में 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को सभी 25 लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इसके बाद हुए विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए राहत भरी खबर लेकर आए।

तीनों सीटों पर चखा था जीत का स्वाद

2013 के विधानसभा चुनाव में नसीराबाद से सांवरलाल जाट, सूरतगढ़ से संतोष अहलावत, वैर से बहादुर कोली और कोटा दक्षिण से चुनाव जीते ओम बिरला को 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने टिकट देकर लोकसभा चुनाव लड़ाया। सांवरलाल जाट अजमेर, संतोष अहलावत झुंझुनूं, बहादुल कोली भरतपुर और ओम बिरला कोटा से लोकसभा का चुनाव जीत गए। इसके 5 महीने बाद 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए नसीराबाद, सूरजगढ़ और वैर में जीत दर्ज की। बीजेपी को केवल कोटा दक्षिण में ही जीत हासिल हो सकी। साल 2017 में धौलपुर से बसपा विधायक रहे बी.एल. कुशवाह की विधायकी रद्द होने के बाद बीजेपी ने उनकी पत्नी को धौलपुर सीट पर भाजपा का टिकट देकर चुनाव लड़ाया जहां पर बीजेपी को जीत मिल पाई।

2 लोकसभा और 1 विधानसभा उप चुनाव भी जीती कांग्रेस

साल 2018 की जनवरी की शुरुआत में ही सत्तारूढ़ बीजेपी को उस वक्त बड़े झटके लगे थे, जब दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के रघु शर्मा अजमेर और डॉ. करण सिंह यादव अलवर लोकसभा सीट का उप चुनाव जीते। मांडलगढ़ विधानसभा में उपचुनाव में विवेक धाकड़ ने चुनाव जीता।

विपक्ष में रहते हुए भी बीजेपी पांच उपचुनाव हारी

सत्तारूढ़ पार्टी की एंटी इनकंबेंसी का फायदा उपचुनावों में विपक्षी पार्टियों को मिलता है, विपक्ष में रहने के बावजूद बीजेपी 7 में से 5 उप चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।धरियावद और मंडावा सीट पर 2018 में भाजपा के खाते में आई थी। लेकिन जब उप चुनाव हुए तो दोनों सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली। कांग्रेस ने जहां मंडावा, सुजानगढ़, सहाड़ा, वल्लभनगर, धरियावद सीटों पर जीत दर्ज की तो वहीं बीजेपी केवल राजसमंद सीट पर ही अपना कब्जा बरकरार रख पाई। खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने अपना कब्जा बरकरार रखा।

2014 से 2018 तक हुए उपचुनावों का परिणाम

नसीराबाद-कांग्रेस
सूरजगढ़-कांग्रेस
वैर-कांग्रेस
कोटा दक्षिण-भाजपा
धौलपुर-भाजपा
मांडलगढ़-कांग्रेस
अजमेर लोकसभा-कांग्रेस
अलवर लोकसभा-कांग्रेस

2019 से 2021 तक हुए 7 उपचुनावों का परिणाम

मंडावा-कांग्रेस
खींवसर-रालोपा
सुजानगढ़-कांग्रेस
सहाड़ा-कांग्रेस
वल्लभगनगर-कांग्रेस
राजसमंद-भाजपा
धरियावद-कांग्रेस

 

यह भी पढ़ें:-Congress Loksabha Election Committee: कांग्रेस ने दिए संकेत, गोविंद डोटासरा बने रहेंगे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

जयपुर। अयोध्या के श्रीराम मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर देशभर में उत्साह है। श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 21 व 22 जनवरी को जयपुर के बाजार दिवाली के जैसे रोशनी से जगमग होंगे। बाजारों में श्रीरामजी के दर्शन होते नजर आएंगे। इसे लेकर जयपुर व्यापार महासंघ ने आज बैठक बुलाई है, इसमें 22 जनवरी को बाजारों में सजावट करने के साथ इस दिन भव्य उत्सव मनाने को लेकर चर्चा की जाएगी।

रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जयपुर के परकोटे से सभी बड़े बाजारों में दिवाली के जैसे रोशनी को लेकर व्यापारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। देा दिन जयपुर के बाजार दीपावली के जैसे रोशनी से जगमग होंगे। इस बीच बाजारों में जगह—जगह श्रीरामजी के झांकी के भी दर्शन होंगे। बाजारों में श्रीरामजी की झांकी के गेट बनाए जाएंगे। व्यापारियों की मानें तो बाजारों में 21 व 22 जनवरी को रोशनी की जाएगी।

रामनिवास बाग में जलेंगे 111000 दीपक
रामनिवास बाग में 22 जनवरी को अयोध्या नगरी साकार होती नजर आएगी। यहां अयोध्या के जैसा श्रीराम मंदिर साकार होगा। रामनिवास बाग को अयोध्या की तर्ज पर सजाया जाएगा, यहां बनने वाले श्रीराम मंदिर के चार द्वार होंगे। वहीं इस दिन यहां एक लाख 11 हजार दीपक जलाए जाएंगे। इसे लेकर पूरी तैयारी कर ली है। वहीं शोभायात्रा में निकाली जाएगी, जिस पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। यहां 15 फीट ऊंचे रामलला के दर्शन भी होंगे। इसमें शहर भर से लोग रामलला के दर्शन करने पहुंचे। शाम 4 बजे बाद भव्य आतिशबाजी होगी, वहीं शाम होते ही यह अयोध्या नगरी एक लाख 11 हजार दीपकों से जगमग हो उठेगी। इसके बाद भजन संध्या होगी। इसे लेकर भी बैठक में चर्चा होगी।

शहर में सजावट
जयपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुभाष गोयल का कहना है कि श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सभी में उत्साह है। सभी व्यापारियों का मानस है कि इसदिन बाजारों में भव्य रोशनी की जाए। बाजारों को दिवाली से भी अधिक सजाया जाए। इसे लेकर आज सभी व्यापारियों से चर्चा कर रहे है।

गायत्री परिवार मनाएगा दीप महोत्सव
अयोध्या के श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से विविध आयोजन किए जाएंगे। शक्तिपीठ-चेतना केन्द्रों पर दीप महोत्सव होगा। गायत्री परिवार के कार्यकर्ता 22 जनवरी को सुबह दस बजे से प्रेरणाप्रद गीत, भजन-संगीत के साथ आयोजन से जुड़ेंगे। शाम 6:15 बजे घरों, गायत्री शक्तिपीठों, गायत्री प्रज्ञापीठों, गायत्री जन-जागरण केंद्रों में दीपक प्रज्जवलित कर दीप महोत्सव मनाया जाएगा।

 

यह भी पढ़ें : कुर्सी संभालने के दूसरे ही दिन अलसुबह फील्ड में उतरी आयुक्त रियार, अब सफाईकर्मी पहनेंगे रिफ्लेक्टर जैकेट



घर-घर जाकर बांटे पीले चावल
निवारू रोड झोटवाड़ा की बालाजी विहार एन कॉलोनी में अयोध्या धाम से आए पूजित पीले चावल वितरित कर धर्म प्रेमियों को श्रीराम लला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया। बड़ी संख्या में मातृ शक्ति ने भी भाग लिया। कॉलोनी के बच्चे भगवान राम, सीता, लक्ष्मण एवं बालाजी का स्वरूप धारण किए हुए थे।

प्रशासन शहरों के संग अभियान को दोबारा शुरू होने में अभी वक्त लग सकता है। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा पहले अभियान का रिव्यू करेंगे। उसके बाद ही इसे दोबारा शुरू किया जाएगा। अभियान के तहत पूर्ववर्ती सरकार ने 10 लाख पट्टे जारी करने का लक्ष्य रखा गया था। निकायों ने 9 लाख 33 हजार 258 पट्टे जारी किए गए हैं। इनमें प्राधिकरण व नगर सुधार न्यासों ने 2 लाख 97 हजार 498 और नगर निगम, पालिका व परिषदों ने 6 लाख 35 हजार 760 पट्टे जारी किए गए हैं।

स्वायत्त शासन विभाग की 100 दिन की कार्ययोजना में भी अभियान को शामिल किया गया है। ऐसे में मंत्री के रिव्यू के बाद इसे जल्द शुरू किया जाएगा। अभी अभियान की अवधि 31 मार्च, 2024 है। ऐसे में रिव्यू के बाद इस अवधि को और बढ़ाया जा सकता है। गौरतलब है कि प्रदेश भर में पट्टों के पचास हजार से अधिक प्रकरण लंबित चल रहे हैं।

सरकार की छूटों पर होगा मंथन

बताया जा रहा है कि मंत्री की ओर से अभियान के दौरान दी जा रही छूट पर मंथन किया जाएगा। ये देखा जाएगा कि पूर्ववर्ती सरकार ने अपनों को उपकृत करने के लिए तो किसी तरह की कोई छूट नहीं दी है। साथ ही अगर आवश्यक हुआ तो कुछ नई छूट भी दी जा सकती है। मंत्री ने पहले ही साफ कर दिया है कि जनहित से जुड़े कामों में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

पट्टों पर आएगी नए सीएम की फोटो

अब अभियान की दौरान जो पट्टे दिए जाएंगे, उसमें सीएम भजन लाल शर्मा का फोटो लगेगा। अभी नया प्रारूप बना नहीं है, जिसकी वजह से पट्टे के काम में लगातार देरी हो रही है। मगर निकाय अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि इसी महीने में अभियान दोबारा शुरू हो जाएगा।

 

यह भी पढ़ें:-Loksabha Election 2024: राजस्थान विधानसभा चुनाव का यह सक्सेस पैटर्न पूरे देश में अपनाएगी भाजपा

अश्विनी भदौरिया, हर्षित जैन
केंद्र सरकार ने दो हजार के नोट बंद कर दिए तो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के बाहर नोट बदलने वाली गैंग सक्रिय हो गई। गैंग के सदस्य दो हजार के नोट पर तीन सौ रुपए कमीशन लेकर नोट बदल रहे हैं। यानी दो हजार के नोट के बदले एक हजार सात सौ रुपए तुरंत देने को तैयार हैं। बेरोजगारों को बुलाकर कतार में लगाया जाता है। इसके लिए प्रतिदिन इन लोगों को एक हजार रुपए दिए जाते हैं। इतना ही नहीं, रकम ऑनलाइन चाहिए तो उसकी व्यवस्था भी गैंग कर देता है। हैरानी की बात यह है कि दो हजार का नोट बदलवाने के लिए पहचान पत्र भी नहीं मांगा जाता। पत्रिका टीम सोमवार को रामबाग सर्कल स्थित आरबीआइ कार्यालय के बाहर पहुंची। यहां कुछ लोग दो-दो हजार के नोट जमा करते हुए मिले। बैंक के गेट के बाहर समूह में पांच लोग खड़े थे। बातचीत में इन लोगों ने कहा कि आपको कतार में लगने की जरूरत नहीं है। बस, दो हजार का नोट दीजिए और नोट बदलने के बाद 1700 रुपए ले जाइए।

ऐसे कर रहे काम
- बातचीत में इन लोगों ने कहा कि बड़ी रकम है तो पैसे सुबह 9:40 बजे तक दे देना।
- जो लड़के कतार में लगते हैं, उन्हें एक हजार रुपए प्रतिदिन देते हैं। नहीं आओगे तो ये पैसे मुझे अपनी जेब से देने पड़ेंगे।
यह भी पढ़ें : Rajasthan News: 10 जनवरी को यहां रहेगा सार्वजनिक अवकाश, जारी हुए आदेश


करवा देंगे ऑनलाइन की व्यवस्था
रिपोर्टर: दो हजार का नोट बदलवाना है ?
व्यक्ति: बदल जाएगा, कितने हैं?
रिपोर्टर: 10 नोट हैं।
व्यक्ति: 300 रुपए प्रति नोट के हिसाब से दे देना।
रिपोर्टर: रकम ऑनलाइन मिल जाएगी क्या?
व्यक्ति: यदि आपको चाहिए तो ये व्यवस्था भी करवा दूंगा।
यह भी पढ़ें : भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, सेवानिवृत्त अधिकारियों-कर्मचारियों की सेवा समाप्त

आप नम्बर ले लो और बता देना
बाचतीत के दौरान यह व्यक्ति रिपोर्टर को सड़क पार करा दूसरी ओर ले गया।
रिपोर्टर: अपने पास 10 नोट के अलावा कुछ और साथियों के पास भी नोट हैं।
व्यक्ति: 300 रुपए के हिसाब से बदलवा दूंगा। पैसे कब दोगे ?
रिपोर्टर: एक-दो दिन में सभी से लेकर करवा दूंगा।
व्यक्ति: जब हो जाए तो बता देना, मेरा फोन नंबर ले लो।

यह जानना भी जरूरी
-पिछले वर्ष मई में केंद्र सरकार ने दो हजार का नोट वापस लेने की घोषणा की थी।
-अब किसी भी डाकघर या आरबीआइ के 19 कार्यालयों में जाकर बदला सकते हैं दो हजार के नोट।
-10 नोट (20 हजार) तक एक आदमी बदलवा सकता है एक बार में।
-दोपहर दो बजे तक ही बदले जा रहे हैं अभी आरबीआइ में नोट।

अभी यह प्रक्रिया
-आरबीआइ में जाकर एक फॉर्म भरना होता है। इसमें नाम और नोटों की संख्या लिखनी होती है। पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड देना होता है।

Rajasthan Roadways: रोडवेज बेड़े में नई बसें शामिल होंगी। जल्द ही इसकी वित्तीय स्वीकृति मिलेगी। उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने परिवहन और सड़क सुरक्षा विभाग की बैठक में यह बात कही। सोमवार को शासन सचिवालय में बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आमजन को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 100 दिन की कार्य योजना को धरातल पर उतारें।

उन्होंने वाहन फिटनेस प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने, प्रदूषण जांच केंद्रों को और अधिक पारदर्शी बनाने, महिलाओं को व्यावसायिक वाहन चलाने के लिए प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने की बात कही। परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा ने वाहन पंजीयन, लाइसेंस प्रक्रिया, प्रदूषण नियंत्रण और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए किए जा रहे नवाचारों पर प्रजेंटेशन दिया।

यह भी पढ़ें : भजनलाल सरकार के मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह का इस्तीफा, राज्यपाल ने भी किया मंज़ूर , जानिए बड़ी वजह

बैठक में रोडवेज के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल ने बसों की वृद्धि के लिए वित्तीय आवश्यकता, वाहनों की स्थिति और रोडवेज बसों में विभिन्न श्रेणियों को दी जा रहीं रियायतों के बारे में जानकारी दी।

यह भी पढ़ें : संजीवनी सोसाइटी केस में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश, जानें पूरा मामला

Adulteration in Saras milk: राजस्थान के लाखों घरों में हर रोज सरस दूध की सप्लाई होती है। यही कारण है कि दूध में मिलावट का खेल हो रहा है। सरस दूध में एक बार फिर से मिलावट का खेल सामने आया है। इस बार अलवर जिले में मिलावट पकड़ी गई है। हजारों लीटर दूध को नालियों में बहा दिया गया है। इससे पहले जयपुर में भी मिलावटी दूध का टैंकर पकड़ा था और जयपुर में भी हजारों लीटर दूध नाली में बहा दिया गया था।

अलवर सरस डेयरी प्रबंधन ने बताया कि काफी समय से मिलावट वाला दूध होने के बारे में शिकायतें आ रही थी। क्वालिटी कंट्रोल टेस्ट करने वाली टीम और ज्यादा सख्ती से काम करने लगी। जांच में एक टैंकर में मिलावट पाई गई। उसमें छह हजार लीटर से भी ज्यादा दूध था। प्रबंधन को इसकी सूचना दी गई और बाद में पूरे दूध को नाले में बहा दिया गया।

जो टैंकर चालक दूध भरकर लाया था वह अस्थायी तौर पर काम कर रहा था। दूध को वह मुंडावर क्षेत्र से भरकर लाया था। इससे पहले भी नकली और मिलावटी दूध मिलने पर डेयरी प्रशासन बारह लाख रुपए से भी ज्यादा का जुर्माना लगाया है। अब जो छह हजार लीटर दूध नष्ट किया गया है। उसे लाने वाले टैंकर मालिक के खिलाफ भी एक्शन लेने की तैयारी है। साथ ही टैंकर चालक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। भारी पैनल्टी लगाने की तैयारी की जा रही है। जो दूध नष्ट किया गया है वह मानकों पर खरा नहीं उतरा है।

राजस्थान सरकार में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी कांग्रेस प्रत्याशी रूपिन्दर सिंह कुन्नर से करणपुर विधानसभा चुनाव हार गए। इसके बाद राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह के भेजे इस्तीफे को राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वीकार कर लिया है। मतदान वाले दिन पांच जनवरी की शाम को सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को को कृषि विपणन, कृषि सिचिंत क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। उनके पास चार विभाग थे। अब सवाल है कि ये विभाग किसे मिलेंगे। मंत्रिमंडल की 6 सीटें अभी भी खाली हैं। वर्तमान भजनलाल सरकार में मंत्रिमंडल की तीस में से 25 सीटें भरी हुई हैं। एक सीएम, दो डिप्टी सीएम, 12 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, पांच राज्यमंत्री शपथ लेकर काम कर रहे हैं। सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को तीस दिसम्बर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलवाई गई थी।

सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी का इस्तीफा मंजूर

करणपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रूपिन्दर सिंह कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और मंत्री बनाए गए सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दी। हारने के बाद सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी ने देर शाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपना इस्तीफा भेज दिया। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद में राज्यपाल कलराज मिश्र ने टीटी के त्यागपत्र को स्वीकार कर लिया है।

यह भी पढ़ें - रुपिन्दर सिंह कुन्नर की जीत से अशोक गहलोत खुश, बोले - जनता ने भाजपा को सिखाया सबक

भाजपा सरकार और संगठन को बड़ा झटका

सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी की हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनों को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर पास नहीं कर सके।

यह भी पढ़ें - करणपुर विधानसभा सीट के रिजल्ट ने चौंकाया, भजनलाल सरकार के मंत्री हारे, कांग्रेस के रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर विजयी

करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रूपिन्दर सिंह उर्फ रूबी कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दी। हारने के बाद टीटी ने देर शाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपना इस्तीफा भेज दिया। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद में राज्यपाल कलराज मिश्र ने टीटी के त्यागपत्र को स्वीकार कर लिया है। टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। टीटी की हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनों को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर पास नहीं कर सके।

करणपुर से पूर्व विधायक तथा कांग्रेस प्रत्याशी रहे गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया था। चुनाव की घोषणा के बाद उनके बेटे रूपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाकर सहानुभूति का कार्ड खेला। वहीं, भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया।
बल्कि मतदान से पहले राज्य में नवगठित भजनलाल शर्मा की सरकार में राज्यमंत्री बनाकर बड़ा राजनीतिक दांव खेला, लेकिन सोमवार को हुई मतगणना में राज्य मंत्री टीटी को हार का सामना करना पड़ा।

पहले राउंड में जोश, दूसरे राउंड से छाई मायूसी
भाजपा प्रत्याशी टीटी को पहले राउंड में 724 वोटों की बढ़त मिली तो भाजपाइयों और टीटी समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। मतगणना स्थल पर काउंटिंग एजेंटों ने जयश्रीराम के जयघोष लगा दिए। यह खुशी अगले राउंड में उड़न छू हो गई। दूसरे राउंड में कांग्रेस के कुन्नर ने 184 वोटों की बढ़त हासिल कर ली। कुल 18 राउंड की गिनती में पहले राउंड के अलावा एक भी राउंड ऐसा नहीं था, जिसमें टीटी को बढ़त मिली। 18 में से 17 राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी ही आगे रहे। अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

पोस्टल वोट में भी आगे रहे कुन्नर
कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर पोस्टल बेलेटपेपर वोटों में भी भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी से बीस वोटों से आगे रहे। कुन्नर को जहां 189 वोट मिले, वहीं टीटी के खाते में 167 वोट ही गए। आम आदमी पार्टी के पृथीपाल सिंह संधू को सिर्फ 28 वोट प्राप्त हुए।

राजस्थान विधानसभा की नई तस्वीर

भाजपा 115

कांग्रेस 70

निर्दलीय 08

बीएपी 03

बसपा 02

आरएलपी 01

आरएलडी 01

कुल 200

मंत्रिमंडल की 6 सीटें खाली
वर्तमान भजनलाल सरकार में मंत्रिमंडल की तीस में से 25 सीटें भरी हुई हैं। एक सीएम, दो डिप्टी सीएम, 12 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार, पांच राज्यमंत्री शपथ लेकर काम कर रहे हैं। सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को तीस दिसम्बर को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलवाई गई थी। मतदान वाले दिन पांच जनवरी को शाम को टीटी को कृषि विपणन, कृषि सिचिंत क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता, इंदिरा गांधी नहर, अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। उनके इस्तीफा देने के बाद विभाग किस मंत्री को दिए जाएंगे, यह तय नहीं हो पाया है। अब मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 24 रह गई है और 6 सीटें खाली हैं।


जीत—हार पर ये बोले नेता
जब देश की संवैधानिक संस्थाएं अपना दायित्व भूल जाएं, तब जनता की अदालत में न्याय होता है। गोविन्द सिंह डोटासरा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

हार की समीक्षा करेंगे और जल्दी आपको बताएंगे। सीपी जोशी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष


श्रीगंगानगर की करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड रहे भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी को जिताने के लिए भाजपा ने उन्हें मंत्री बना दिया। आचार संहिता लागू थी, लेकिन नियम कायदों का हवाला देकर टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलवा दी गई। इसके बावजूद भाजपा उन्हेें जिताने में नाकामयाब रही। अब हर तरफ एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर क्या कारण रहे कि टीटी को मंत्री बनाने के बावजूद वे चुनाव हार गए। इस बारे में स्थानीय नेताओं ने कई कारण बताए। हम आपको बता रहे हैं कि आखिर क्या कारण रहे कि कांग्रेस चुनाव जीत गई और भाजपा चुनाव हार गई।

क्यों जीती कांग्रेस
सरदार गुरमीत सिंह कुन्नर की छवि को कायम रखने के लिए वोट मांगने के दौरान उनकी फोटो लगे पोस्टर लगाए गए। ऐसे में जनता की सहानुभूति मिली।

टीटी को मतदान से पहले मंत्री बनाने का कार्ड भाजपा ने खेला, कांग्रेस ने इसे चुनावी हथियार बनाया। आप प्रत्याशी पृथीपाल संधू के वोट भी कुन्नर के पक्ष में गए।

कुन्नर के साथ रहने वाले रामस्वरूप मांझू, शंकर पन्नू जैसे मंझे हुए नेताओं ने ग्रामीण क्षेत्र में दिवगंत कुन्नर की ओर से किए गए कार्यों का बखान कर वोट जुटाए।

पदमपुर में सचिन पायलट की जनसभा ने युवाओं को आकर्षित किया। कांग्रेसियों में एकाएक उत्साह नजर आया। मतदान होने तक यह जोश बना रहा।

क्यों हारी भाजपा
सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को मतदान से पहले राज्य मंत्री बनाना और विभाग आवंटित करने से जनता में संदेश गया कि अब टीटी को वोटों की जरूरत नहीं।

मंत्री बनने के बाद टीटी के समर्थकों ने चुनावी मुकाबले को गंभीरता से नहीं लिया, जनता से मिलने के बजाय सेल्फी खिंचवाने तक ही सीमित रहे।

भाजपा आलाकमान ने पूरी फौज करणपुर विधानसभा क्षेत्र में खड़ी कर दी। ऐसे में वोटर प्रभावित होने की बजाय कांग्रेस के प्रति लामबंद हो गए, जिसको भाजपा समझ नहीं पाई।

विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के सर्वे ने टीटी को कमजोर प्रत्याशी बताया था लेकिन पार्टी हाइकमान ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।


सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के नव निर्वाचित सदस्यों के लिए विधानसभा में 16 जनवरी को एक दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड होंगे। समापन समारोह के मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे। दोनों कार्यक्रमों की अध्यक्षता विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी करेंगे । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस एक दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से सोलहवीं विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित विधायकों को राजस्थान विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञ जानकारी देंगे, जिससे विधायकों को उनके संसदीय दायित्वों के निर्वहन में सुविधा हो सके। इस एक दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में 6 सत्र रखे गए हैं। संसदीय समितियों एवं उनके कार्यकरण पर पूर्व विधान सभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी प्रक्रिया एंव कार्य संचालन नियम और सदन में आचरण तथा संसदीय परम्पगराएं विषय पर विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड प्रशिक्षण देंगे।
संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल प्रश्न काल एवं शून्यकाल के बारे में बतायेंगे। राज्यसभा सदस्य धनश्याम तिवाडी संसदीय विशेषाधिकार एवं विधेयक पारण प्रक्रिया की जानकारी देगे। संसदीय प्रस्‍ताव (स्थगन प्रस्ताव, विशेष उल्लेख के प्रस्ताव, अविलम्‍बनीय लोक महत्व के विषय इत्यादि) पर लोकसभा के अधिकारियों द्वारा तथा बजट प्रबंधन एवं कटौती प्रस्तावों पर पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्‍तुतीकरण दिया जाएगा।

प्रदेश के कई जिले शीतलहर के चलते कड़ाके की सर्दी की मार झेल रहे हैं। वहीं आज और कल 20 से ज्यादा जिलों में मौसम का मिजाज बिगडऩे और मावठ संग कुछ इलाकों में ओलावृष्टि को लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आधा दर्जन जिलों में तडक़े हुई मावठ से सर्दी के तेवर और तीखे हो गए हैं। जयपुर में सुबह कोहरा छंटते ही बर्फीली हवा धूजणी छुड़ा रही है।

यह भी पढ़ें: मौसम विभाग की चेतावनी के बीच राजस्थान में शुरू हुआ बारिश का दौर, देखें वीडियो

आधा दर्जन जिलों में मावठ



प्रदेश के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में तडक़े से मावठ का दौर रहा। शीतलहर और बर्फीली हवाएं नश्तर की तरह चुभती रही जिसके चलते लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित रही। हालांकि रात के तापमान में पारा सामान्य से अधिक रहा लेकिन, सर्दी के तीखे तेवर कायम रहे। कोटा, बारां, धौलपुर, पाली, करौली में तडक़े से लेकर सूर्योदय के बाद तक बौछारों का दौर जारी रहा।

राजस्थान की ताजा खबरें: Rajasthan Hindi Current News

10 जिलों में रात में उछला पारा, दिन सर्द



राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के करीब 10 से ज्यादा जिलों में बीती रात पारा औसत से अधिक रहा। जयपुर में बीती रात 3 डिग्री से ज्यादा तापमान में बढ़ोतरी हुई और न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री रहा जो इस बार जनवरी माह में सर्वाधिक रहा है। डबोक में न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। कोटा 12.1, डूंगरपुर 16.1, अजमेर 10.3, भीलवा?ा 15.3, अंता बारां 12.8, करौली 10.4, धौलपुर 10.4 और जालोर में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

मैदानी इलाकों में बर्फीली हवा का डेरा



पहाड़ों से उतरकर मैदानों तक पहुंची बर्फीली हवा से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा दी है। पारे में वृद्धि के बावजूद कड़ाके की सर्दी लोगों को महसूस हो रही है। सीकर में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री रहा। बाडमेर 7.7, जैसलमेर 7.0, जोधपुर 9.5, बीकानेर 7.7, फलोदी 7.8, पिलानी 8.0 और सिरोही में बीती रात पारा 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने आज और कल प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में बादल छाए रहने और बारिश व ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। अगले दो दिन बाद मौसम के मिजाज में बदलाव होने पर सर्दी से आंशिक राहत मिलने की उम्मीद है।

केंद्र सरकार ने दो हजार के नोट बंद कर दिए तो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के बाहर नोट बदलने वाली गैंग सक्रिय हो गई। गैंग के सदस्य दो हजार के नोट पर तीन सौ रुपए कमीशन लेकर नोट बदल रहे हैं। यानी दो हजार के नोट के बदले एक हजार सात सौ रुपए तुरंत देने को तैयार हैं। बेरोजगारों को बुलाकर कतार में लगाया जाता है। इसके लिए प्रतिदिन इन लोगों को एक हजार रुपए दिए जाते हैं। इतना ही नहीं, रकम ऑनलाइन चाहिए तो उसकी व्यवस्था भी गैंग कर देता है। हैरानी की बात यह है कि दो हजार का नोट बदलवाने के लिए पहचान पत्र भी नहीं मांगा जाता। पत्रिका टीम सोमवार को रामबाग सर्कल स्थित आरबीआइ कार्यालय के बाहर पहुंची। यहां कुछ लोग दो-दो हजार के नोट जमा करते हुए मिले। बैंक के गेट के बाहर समूह में पांच लोग खड़े थे। बातचीत में इन लोगों ने कहा कि आपको कतार में लगने की जरूरत नहीं है। बस, दो हजार का नोट दीजिए और नोट बदलने के बाद 1700 रुपए ले जाइए।


ऐसे कर रहे काम
- बातचीत में इन लोगों ने कहा कि बड़ी रकम है तो पैसे सुबह 9:40 बजे तक दे देना।
- जो लड़के कतार में लगते हैं, उन्हें एक हजार रुपए प्रतिदिन देते हैं। नहीं आओगे तो ये पैसे मुझे अपनी जेब से देने पड़ेंगे।

करवा देंगे ऑनलाइन की व्यवस्था
रिपोर्टर:
दो हजार का नोट बदलवाना है ?
व्यक्ति: बदल जाएगा, कितने हैं?
रिपोर्टर: 10 नोट हैं।
व्यक्ति: 300 रुपए प्रति नोट के हिसाब से दे देना।
रिपोर्टर: रकम ऑनलाइन मिल जाएगी क्या?
व्यक्ति:
यदि आपको चाहिए तो ये व्यवस्था भी करवा दूंगा।

आप नम्बर ले लो और बता देना
बाचतीत के दौरान यह व्यक्ति रिपोर्टर को सड़क पार करा दूसरी ओर ले गया।रिपोर्टर: अपने पास 10 नोट के अलावा कुछ और साथियों के पास भी नोट हैं।
व्यक्ति: 300 रुपए के हिसाब से बदलवा दूंगा। पैसे कब दोगे ?
रिपोर्टर: एक-दो दिन में सभी से लेकर करवा दूंगा।
व्यक्ति: जब हो जाए तो बता देना, मेरा फोन नंबर ले लो।

यह जानना भी जरूरी
-पिछले वर्ष मई में केंद्र सरकार ने दो हजार का नोट वापस लेने की घोषणा की थी।
-अब किसी भी डाकघर या आरबीआइ के 19 कार्यालयों में जाकर बदला सकते हैं दो हजार के नोट।
-10 नोट (20 हजार) तक एक आदमी बदलवा सकता है एक बार में।
-दोपहर दो बजे तक ही बदले जा रहे हैं अभी आरबीआइ में नोट।

अभी यह प्रक्रिया
-आरबीआइ में जाकर एक फॉर्म भरना होता है। इसमें नाम और नोटों की संख्या लिखनी होती है। पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड देना होता है।

करणपुर विधानसभा चुनाव का नतीजा सत्तारूढ़ भाजपा के लिए चौंकाने वाला रहा। आमतौर पर होता आया है कि जब भी विधानसभा चुनाव के दौरान किसी सीट पर चुनाव स्थगित होता है और इस बीच किसी दल की सरकार बन जाती है तब उसके बाद उस सीट को सत्तारूढ़ दल ही जीतता आया है। पिछले दो बार के चुनाव के नतीजे ऐसे ही रहे हैं। इस बार परिपाटी बदली और नतीजा सत्तारूढ़ भाजपा को झटका देने वाला आया।

मंत्री बनाने पर भी नहीं पड़ी पार
इस बार करणपुर सीट पर भजनलाल सरकार ने सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी की जीत को पक्का करने के लिए उन्हें राज्यमंत्री बनाया था। टीटी को कृषि विपणन और अन्य विभाग दे दिए थे, लेकिन वे चुनाव नहीं जीत सके। टीटी को चुनाव के दौरान मंत्री बनाने पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग के सामने आपत्ति भी जताई थी और इसे आचार संहिता का खुला उल्लंघन भी बताया था। आयोग की ओर से कोई एक्शन नहीं हुआ था।

सत्तारूढ़ दल को यों मिलता आया फायदा
ऐसे चुनाव में जनता सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी को इसलिए चुनाव जिताकर भेजती है ताकि वह विधानसभा क्षेत्र में अच्छे से विकास करवा सकता है। इस बार तो भाजपा ने अपने प्रत्याशी को मंत्री तक बना दिया, लेकिन कोई फायदा नहीं मिल सका।


ये रहा था दो चुनावों में परिणाम
— वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का निधन हो गया था। इस कारण पिछली बार भी राजस्थान में 199 सीटों पर ही चुनाव हुआ था। कांग्रेस ने यहां से सफिया जुबेर खान और भाजपा ने सुखवंत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था। बाद में राज्य में कांग्रेस सरकार बन गई। इसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सफिया जीती थी।

— वर्ष 2013 में भी प्रदेश में 199 सीटों पर चुनाव हुए थे, क्योंकि चुनाव के दौरान चूरू से बसपा के प्रत्याशी का निधन हो गया था। इस बीच राजस्थान में भाजपा को बंपर बहुमत मिला था और उसकी सरकार बनी। इसके बाद चूरू सीट पर चुनाव हुआ तो भाजपा के राजेन्द्र राठौड़ विधायक बन गए थे। उन्हें जीतने के बाद मंत्री बनाया गया था।

राजस्थान की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी रहे राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी की हार चर्चा का विषय बनी हुई है। नतीजे आने के फ़ौरन बाद जहां कांग्रेस नेता भाजपा पर आक्रामक रहे, वहीं भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया नदारद रही। हालांकि नतीजे का दिन ख़त्म होते-होते मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस सीट पर मिली हार पर प्रतिक्रिया जारी की।

सीएम भजन लाल शर्मा की चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया देर रात 9 बजकर 36 मिनट पर जारी हुई। इसमें उन्होंने प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के जनादेश स्वीकारने से लेकर उनके त्यागपत्र और श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए काम करते रहने तक की बात कही।

विकास कार्यों में समर्पित रहेंगे सुरेंद्र पाल: भजनलाल

सीएम भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया के ज़रिए जारी प्रतिक्रिया में लिखा, 'करणपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने जनादेश को सहर्ष स्वीकार करते हुए मंत्री पद से त्यागपत्र दिया है। आप पुनः करणपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों मे समर्पित रहेंगे।'

भाग्य ने साथ नहीं दिया: सुरेंद्र पाल सिंह

श्रीकरणपुर सीट पर हार के बाद भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी की भी प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि जनता का निर्णय स्वीकार है। उन्होंने कहा कि जनता के रुझान को देखते हुए वे जीत के लिए आश्वस्त थे, लेकिन भाग्य ने साथ नहीं दिया। फैसला आने के बाद मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया है।

गौरतलब है कि करणपुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रूपिन्दर सिंह उर्फ रूबी कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और हाल ही में मंत्री बनाए गए सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को हरा दिया है। कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11 हजार 283 वोटों के अंतर से मात दी। हारने के बाद टीटी ने देर शाम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपना इस्तीफा भेज दिया। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद में राज्यपाल कलराज मिश्र ने टीटी के त्यागपत्र को स्वीकार कर लिया है।

बिना विधायक बने थे मंत्री

टीटी संभवत: ऐसे पहले मंत्री हैं, जो विधायक बने बिना मंत्री बने और मंत्री पद की शपथ लेने के बाद चुनाव हार गए। टीटी की हार से भाजपा सरकार और संगठन दोनों को बड़ा झटका लगा है। सरकार बनने के बाद भाजपा की यह पहली सियासी परीक्षा थी, जिसे सत्ता और संगठन दोनों मिलकर पास नहीं कर सके।

करणपुर से पूर्व विधायक तथा कांग्रेस प्रत्याशी रहे गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया था। चुनाव की घोषणा के बाद उनके बेटे रूपिन्दर सिंह रूबी कुन्नर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाकर सहानुभूति का कार्ड खेला। वहीं, भाजपा ने पूर्व विधायक सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को प्रत्याशी बनाया।

राजस्थान फार्मेसी काउंसिल में फर्जी दस्तावेज के जरिये पंजीकरण के मामले सामने आने के बाद अब फार्मासिस्ट भर्ती परीक्षा निरस्त कर इसे लिखित रूप में कराने के लिए संशोधित विज्ञप्ति जारी करने की मांग शुरू हो गई है। वर्ष 2018 में भाजपा सरकार के समय निकली इस भर्ती परीक्षा के लिए पांच बार तारीखें जारी गई थीं, लेकिन उसे निरस्त कर वन टाइम मेरिट से भर्ती का निर्णय कर लिया गया। फर्जी डिप्लोमा की भरमार के कारण यह भर्ती पूरी नहीं हो पाई।

अब अभ्यर्थियों का कहना है कि फ्रेशर और संविदा में समानता लाने के लिए चयनित सीटों का बंटवारा मध्यप्रदेश की तरह 80:20 के अनुपात में किया जाना चाहिए। इस समय राज्य में फार्मेसी के मात्र दो सरकारी कॉलेज हैं। राज्य के बाहर के विश्वविद्यालय से तो काफी अधिक प्रतिशत की अंकतालिकाएं बनी होती हैं।


कांग्रेस सरकार में नियम बदले


भाजपा सरकार ने फार्मासिस्ट भर्ती-2018 को परीक्षा से कराने का निर्णय लिया था। जिसे कांग्रेस सरकार के आने के बाद नियम बदलकर मेरिट आधारित करवा दिया गया। इसके बाद फर्जी पंजीकरण के मामले सामने आने के कारण भर्ती अटक गई।

2012 में परीक्षा से हुई थी भर्ती


वर्ष 2012 की फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया परीक्षा से थी जिसमें कोई समस्या सामने नहीं आई। अब अनुभव वालों को बतौर बोनस 30 नंबर तक दिए जा रहे हैं। उन्हें परीक्षा में मात्र 30-35 नंबर लाने होते हैं, जबकि फ्रेशर फार्मासिस्ट को 70 में से 60-65 अंक लाने होते हैं। अनुभव और फ्रेशर दोनों को मौका मिलता है।

संविदा भर्ती लिखित परीक्षा के आधार पर

पिछले कई समय से राजस्थान नर्सिंग ऑफिसर (पूर्व नाम नर्स ग्रेड-2) की स्थायी भर्ती लिखित परीक्षा की बजाय नर्सिंग डिग्री में प्राप्त प्रतिशत अंकों के आधार पर होती आ रही है। इससे बड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि यदि कोई अभ्यर्थी कॉलेज डिग्री में अच्छे प्रतिशत नहीं ला पाया तो उसके लिए सरकारी नौकरी पाना मुश्किल है। भर्ती लिखित परीक्षा के माध्यम से होने पर अभ्यर्थी के पास सरकारी नौकरी पाने का एक मौका रहता है। वर्तमान में नर्सिंग ऑफिसर भर्ती-2023 भी प्रतिशत अंकों के आधार पर कराई गई। जबकि फरवरी 2024 में प्रस्तावित संविदा भर्ती लिखित परीक्षा के आधार पर करवाई जा रही है।

न्यूयॉर्क: छोटे बच्चों के लिए टीवी और वीडियो देखना नुकसानदेह हो सकता है! हाल ही के एक शोध में पता चला है कि ज्यादा स्क्रीन टाइम के कारण बच्चे अजीब से तरीके से उत्तेजना महसूस कर सकते हैं। उन्हें या तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता या फिर वे ज्यादा उत्तेजना ढूंढते रहते हैं। तेज आवाज या चमकदार रोशनी उन्हें परेशान करती है।

ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिन बच्चों को 2 साल तक ज्यादा टीवी दिखाई जाती है, उनमें 33 महीने तक पहुंचते-पहुंचते अजीब तरह की उत्तेजना महसूस करने के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण दो तरह के हो सकते हैं - या तो बच्चे ज्यादा उत्तेजना ढूंढते रहते हैं या फिर उन्हें बहुत जल्दी किसी चीज से परेशानी होती है।

इस शोध के नतीजे बताते हैं कि ज्यादा स्क्रीन टाइम से बच्चों के विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे भाषा में देरी, आत्मकेंद्रित विकार (ऑटिज्म), व्यवहार संबंधी समस्याएं, नींद न आना, ध्यान न लगा पाना और समस्याएं सुलझाने में परेशानी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

शोध की प्रमुख लेखिका डॉ. करेन हेफलर का कहना है, "इस अध्ययन के नतीजे ध्यान घाट विकार (ADHD) और आत्मकेंद्रित विकार के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि इन बच्चों में अजीब तरह से उत्तेजना महसूस करना ज्यादा आम होता है।"

उन्होंने आगे बताया, "आत्मकेंद्रित विकार में दिखने वाला दोहराव वाला व्यवहार भी अजीब तरह से उत्तेजना महसूस करने से जुड़ा हुआ है। भविष्य के शोध में यह पता लगाया जा सकता है कि क्या बचपन में ज्यादा स्क्रीन टाइम आत्मकेंद्रित विकार में देखी जाने वाली मस्तिष्क की अतिसंवेदनशीलता को बढ़ावा देता है।"

यह शोध JAMA Pediatrics जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें 2011-2014 के आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें 12, 18 और 24 महीने के बच्चों के टीवी या डीवीडी देखने के समय का डेटा शामिल है।

शोध के नतीजे बताते हैं कि 12 महीने में किसी भी तरह का स्क्रीन टाइम न होने की तुलना में स्क्रीन टाइम होने से 33 महीने में बच्चे के कम संवेदनशील होने की संभावना 105% ज्यादा हो जाती है।

18 महीने में हर दिन के एक घंटे ज्यादा स्क्रीन टाइम से 33 महीने में बाद में संवेदनशीलता से बचने और कम संवेदनशील होने से जुड़े "उच्च" संवेदनात्मक व्यवहारों की संभावना 23% बढ़ जाती है।

24 महीने में हर दिन के एक घंटे ज्यादा स्क्रीन टाइम से 33 महीने में "उच्च" संवेदनशीलता, संवेदनशीलता और संवेदनशीलता से बचने की संभावना 20% बढ़ जाती है।

डॉ. हेफलर का कहना है, "स्क्रीन टाइम और विकास संबंधी समस्याओं के बीच इस लिंक को देखते हुए, ऐसे बच्चों को स्क्रीन टाइम कम करने और ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट द्वारा दिए गए संवेदनशीलता प्रसंस्करण अभ्यासों का पालन करने से फायदा हो सकता है।"

इस तरह से इस लेख को हिंदी में एक अलग शैली में फिर से लिखा गया है। इसमें जटिल शब्दों का उपयोग कम किया गया है और जानकारी को अधिक सरल और समझने में आसान बनाया गया है। साथ ही, इस लेख में बच्चों के लिए टीवी और वीडियो के नुकसान पर जोर दिया गया है।

Tags:
  • health

Bikaner Camel Festival 2024 : हर साल की तरह इस बार भी अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव मनाया जाएगा। अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का आगाज 12 जनवरी से होगा, जो कि 14 जनवरी तक चलेगा। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने उत्सव की तारीखों की घोषणा की। पहली बार धरणीधर मैदान में आयोजित होने वाले इस उत्सव की थीम आइकन्स ऑफ बीकानेर रखी गई है। इस उत्सव में हेरिटेज वॉक,बीकानेर कार्निवल, क्लासिकल फॉर्म्स ऑफ़ आर्ट्स पर आधारित कई कार्यक्रम होंगे। साथ ही स्थानीय कला, संस्कृति और कंटेंपरेरी आर्ट का फ्यूजन शो, सेलिब्रिटी नाइट और अग्नि नृत्य आकर्षण का केंद्र रहेगा। फेस्टिवल की तैयारियां शुरू हो गई हैं । देशी-विदेशी सैलानी भी इसमें शामिल होने के लिए बीकानेर पहुचेंगे। वहीं ऊंट उत्सव के दौरान ऊंट फर कटिंग का भी आयोजन होता है,जिसमें विदेशी पर्यटक भी हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचते है।

 

यह भी पढ़ें : उद्यमियों ने कचरे से निकाला उन्नति का रास्ता, पुरानी बोतलों को क्रैश कर बना रहे फायबर, फिर बन रहा कपड़ा
पहले दिन रामपुरिया हवेली से बीकाजी टेकरी तक हैरिटेज वॉक होगी। जिसमें रंग-बिरंगे परिधानों और बीकानेर की स्थानीय कला और संस्कृति के रंगों से सराबोर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रंगोली व मेहंदी प्रतियोगिता भी होगी। इसी दिन बीकानेर कार्निवल, फैशन शो, राजस्थानी लाफ्टर शो, क्लासिकल म्यूजिक और डांस शो आदि होंगे। 13 जनवरी को उष्ट्र अनुसंधान केंद्र में ऊंट नृत्य, फर कटिंग, शृंगार, ऊंट दौड़, हॉर्स शो और लाफ्टर शो होगा। इसी दिन डॉ करणी सिंह स्टेडियम में शाम को फैशन वॉक और फोक नाइट- रॉयल्स का आयोजन होगा। जिसमें विख्यात कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी।उत्सव का समापन रायसर के धोरों में होगा। इस आयोजन के लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों को विशेष कोरियाग्राफर के माध्यम से तैयारी करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें : आरपीएससी ने नए साल में युवाओं को दिया गिफ्ट, इन 4 बड़ी भर्ती परीक्षाओं की तारीख घोषित


14 जनवरी को होगी सेलिब्रिटी नाइट
उपनिदेशक पर्यटन अनिल राठौड़ ने बताया कि ऊंट उत्सव के दौरान 14 जनवरी को रायसर में सेलिब्रिटी नाइट होगी। इसमें अग्नि नृत्य के साथ-साथ एक विशेष सेलिब्रिटी को प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया जाएगा। पर्यटकों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। दिन में खो-खो, कबड्डी, साफा बांधने की प्रतियोगिता, मटका दौड़, टग आफ वॉर, जैसी रोमांचक प्रतियोगिताएं होंगी। सैंड आर्ट एग्जिबिशन, हॉट एयर बैलून, कैमल सफारी जैसी गतिविधियां भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी।

 

 

 

 

 

श्रीगंगानगर ज़िले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर सामने आए चुनाव नतीजों में भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी की हार ने सभी को हैरान कर दिया। विधायक बने बगैर ही मौजूदा भजनलाल सरकार में मंत्री बनाए गए सुरेंद्र पाल सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह कुन्नर 'रूबी' ने 11 हज़ार से भी ज़्यादा वोटों से करार शिकस्त दी।

 

पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल की इस हार ने भाजपा संगठन से लेकर 'डबल इंजन' की सरकार तक को झटका देने का काम कर दिया। इधर, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी की हालिया हार से कुछ दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं।

 

अनलकी साबित हुआ नंबर 8

चुनाव से पूर्व ही मंत्री बनाए गए सुरेंद्र पाल सिंह टीटी की हार 8 जनवरी को आए चुनाव परिणाम के दिन हुई है। 8 के अंक को लेकर उनका अतीत अच्छा नहीं रहा है। वर्ष 1998, वर्ष 2008 और वर्ष 2018 के चुनाव के दौरान हर बार उनके हिस्से हार ही आई है। इस बार भी मतगणना 8 जनवरी को हुई और यह अंक उनके लिए अनलकी साबित हुआ।

 

ये भी पढ़ें : श्रीकरणपुर में शानदार जीत के बाद रुपिन्दर सिंह कुन्नर का पहला इंटरव्यू, 'पत्रिका' के सवाल - दिए ये जवाब

लकी है नंबर तीन

अनलकी नंबर 8 से उलट नंबर 3 सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के लिए लकी साबित हुआ है। दरअसल, वर्ष 2003 और वर्ष 2013 में उन्होंने न केवल जीत हासिल की बल्कि दोनों बार वे मंत्री भी बने। वर्ष 2023 में भी वे बिना जीते ही मंत्री बन गए लेकिन परिणाम उनके अनुकूल नहीं आया।

ये भी पढ़ें : श्रीकरणपुर चुनाव में हार पर टूटी सुरेंद्र पाल सिंह से लेकर सीएम भजनलाल तक की चुप्पी, जानें क्या किया रिएक्ट?

जब मंत्री रहे, तभी हारे

यह भी संयोग रहा है कि सुरेंद्र पाल सिंह टीटी जिस कार्यकाल में मंत्री रहे, उसके बाद अगले चुनाव में वे हारे ज़रूर हैं। वर्ष 2003 में वे मंत्री थे लेकिन वर्ष 2008 का चुनाव वे हार गए। इसी तरह से वर्ष 2013 में जीतकर वह फिर मंत्री बने लेकिन ठीक उसके बाद वर्ष 2018 का चुनाव हार गए।

 

इस बार तो बिना चुनाव जीते ही मंत्री बना दिए गए, तब से ही क्षेत्र में चर्चा जोरों पर थी। टीटी मंत्री रहते हुए हारते हैं, आखिरकार मतगणना के बाद चर्चा एक बार फिर सही साबित हुई।


जयपुर। झालाना में स्थित भारत का एकमात्र विश्व वानिकी वृक्ष उद्यान में बनाई गई नर्सरी में राजस्थान के विभिन्न प्रजाती के लुप्त हो रहे पेड़ पौधों का संरक्षण का कार्य किया जा रहा हैं। वृक्ष उधान में एक विशेष रेड हाऊस बनाया गया है, जिसमें पेड़-पौधों का संरक्षण किया जाता हैं। इसके अलावा इस विश्व वानिकी वृक्ष उद्यान में 40 से भी ज्यादा तरह-तरह के पक्षी पाएं जाते हैं। गार्डन में एक विशेष प्रकार का बोगनविला गार्डन बनाया गया जहां विभिन्न प्रकार के फूल वाले पौधों को उगाया जाता है

 

संरक्षण के लिए बनाया विशेष हाउस:

विश्व वानिकी वृक्ष उद्यान में बनाए गए रेड हाऊस में 15 से भी ज्यादा पेड़-पौधों का संरक्षण किया जा रहा हैं। इनके संरक्षण के लिए एक विशेष प्रकार का हाऊस बनाया गया जिसमें यह पौधे लगाए गए है। कुछ पौधों में ऐसी गुणकारी औषधी है जो मानव शरीर की बीमारियों को ठीक कर सकते हैं।

 

 

विश्व वानिकी वृक्ष उद्यान को 1986 में राष्ट्र को किया गया था समर्पित:
180 हेक्टेयर में फैले विश्व वानिकी उद्यान को पूर्व मुख्यमंत्री हरीदेव जोशी द्वारा 5 जून 1986 को राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इस उद्यान में विश्व भर से 45से अधिक देशों के पौधे लगाया गए थे। लेकिन कुछ पौधे वातावरण सहन नहीं कर पाने के कारण वन से समाप्त हो गए। यह उद्यान जयपुर के प्रदूषण को कम करने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। यहां पर ऐसे भी पेड़ और पौधे मौजूद है जो प्रदुषण काफी हद तक कम करते हैं।

 

कम दर पर पेड़ों का किया जाता है वितरण:

फॉरेस्ट गार्ड राष्ट्रीय प्रभारी जितेंद्र सिंह नेगी बताते है कि यहां पर विभिन्न प्रकार के पौधों के संरक्षण के साथ लोगों को कम दर पर पौधों का वितरण भी किया जाता हैं। बरसात के दिनों से ही पौधों का वितरण शुरू कर दिया जाता हैं। प्रत्येक पौधें को 5 अथवा 8 रूपए में लोगों को वितरीत किया जाता हैं। पिछले साल हमने 60 हजार से ज्यादा पौधें लोगों को वितरीत किया था।

 

इन 16 पौधों का हो रहा है संरक्षण :

1.गुग्गुल
2.चित्रक
3.अर्जून
4.तनस
5.पीला ढाक
6. गुड़मार
7.सर्प गंधा
8.इन्द्रोक
9.पाडल
10. मालकाँगनी
11.नौ पत्ती
12.सिंदूरी
13.श्योनाक
14.कैंथ
15.रोहिड़ा
16.खिरनी

 

 

 

 

 

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2023 के तहत आज 9 जनवरी को साल 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। राजस्थान की एक खिलाड़ी को अर्जुन अवार्ड दिया गया है। जयपुर की दिव्यकृति ने आज इतिहास रच दिया है। जयपुर की दिव्यकृति सिंह राठौड़ को घुड़सवारी ड्रेसेज में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दिव्यकृति अर्जुन पुरस्कार पाने वाली पहली महिला घुड़सवार हैं। दिव्यकृति सिंह राठौड़ ने देश को घुड़सवारी में 41 साल के लंबे इंतजार के बाद गोल्ड मेडल दिलाया। भारतीय घुड़सवार ड्रेसेज टीम की सदस्य दिव्यकृति सिंह राजस्थान की बेटी हैं। देश के लिए गोल्ड लाने वाली दिव्यकृति सिंह अर्जुन अवॉर्ड पानी वाली पहली महिला घुड़सवार हैं। उनकी ड्रेसेज टीम में दिव्यकीर्ति के साथ हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल, सुदीप्ति हजेला भी शामिल थी। दिव्यकृति सिंह राठौड़ ने एशियाई खेल-2023 में ड्रेसेज टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

जयपुर में हुआ था दिव्यकृति का जन्म

दिव्यकृति सिंह राठौड़ एक बेहतरीन घुड़सवार हैं। ये खेल उन्हें विरासत में मिला है। पिता विक्रम सिंह राठौड़ भी इस खेल में अच्छी खासी पहचान रखते हैं। वो राजस्थान पोलो संघ से जुड़े हैं। अंतरराष्ट्रीय ड्रेसेज राइडर दिव्यकृति (23 वर्ष) का जन्म जयपुर में हुआ था।

यह भी पढ़ें - देश की पहली महिला घुड़सवार दिव्यकृति सिंह को मिला अर्जुन अवार्ड

हर साल दिया जाता है राष्ट्रीय खेल पुरस्कार

हर साल खेल की दुनिया में भारत का नाम ऊंचा करने वाले खिलाड़ियों को युवा मामले और खेल मंत्रालय राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2023 देता है।

यह भी पढ़ें - Video : खिलाड़ी दिव्यकृति सिंह को CM Bhajan Lal Sharma ने क्यों किया फोन, चौंक जाएंगे

divyakriti_singh_1.jpg

सिडनी: ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने एक ऐसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रणाली विकसित की है जो चेस्ट एक्स-रे से कोविड-19 की तेजी से पहचान कर सकती है! इसकी सटीकता 98% से भी ज्यादा है, और यह वर्तमान में इस्तेमाल होने वाले RT-PCR टेस्ट से भी ज्यादा फायदेमंद हो सकती है।

यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी सिडनी (UTS) डेटा साइंस इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर अमीर एच गंदोमी के मुताबिक, सार्वजनिक स्वास्थ्य और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 के गंभीर प्रभाव को देखते हुए, इस वायरस का पता लगाने के लिए प्रभावी ऑटोमेटेड टूल्स की सख्त जरूरत थी।

उन्होंने कहा, "कोविड-19 के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला टेस्ट, रियल-टाइम पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (PCR) धीमा और महंगा हो सकता है, और गलत निगेटिव रिजल्ट भी दे सकता है। एक निदान की पुष्टि करने के लिए, रेडियोलॉजिस्ट को मैन्युअल रूप से सीटी स्कैन या एक्स-रे की जांच करनी होती है, जो समय लेने वाला और गलतियों से भरा हो सकता है।"

उन्होंने आगे कहा, "नई AI प्रणाली उन देशों में विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती है जहां कोविड-19 का स्तर बहुत ज्यादा है और रेडियोलॉजिस्ट की कमी है। चेस्ट एक्स-रे पोर्टेबल, व्यापक रूप से उपलब्ध हैं और सीटी स्कैन की तुलना में आयनकारी विकिरण के जोखिम को कम करते हैं।"

कोविड-19 के आम लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई और गले में खराश शामिल हैं, लेकिन कोविड-19 को फ्लू और अन्य प्रकार के निमोनिया से अलग करना मुश्किल हो सकता है।

नई AI प्रणाली, जो कि "साइंटिफिक रिपोर्ट्स" जर्नल में प्रकाशित एक पेपर में विस्तृत है, एक गहन शिक्षण-आधारित एल्गोरिद्म का उपयोग करती है जिसे कस्टम कनवोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क (कस्टम-CNN) कहा जाता है। यह एल्गोरिदम एक्स-रे छवियों में कोविड-19 के मामलों, सामान्य मामलों और निमोनिया के बीच जल्दी और सटीक रूप से अंतर करने में सक्षम है।

प्रोफेसर गंदोमी ने कहा, "गहन शिक्षण एक एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करता है, जिससे बायोमार्करों की मैन्युअल खोज की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। कस्टम-CNN मॉडल पता लगाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है, जिससे कोविड-19 का तेज और अधिक सटीक निदान किया जा सकता है।"

उन्होंने आगे कहा, "यदि कम संवेदनशीलता के कारण पीसीआर टेस्ट या रैपिड एंटीजन टेस्ट एक नकारात्मक या अनिर्णायक परिणाम दिखाता है, तो वायरस की उपस्थिति की पुष्टि या उसे खारिज करने के लिए रोगियों को रेडियोलॉजिकल इमेजिंग के माध्यम से आगे की जांच की आवश्यकता हो सकती है। इस स्थिति में, नई AI प्रणाली फायदेमंद साबित हो सकती है।"

कस्टम-CNN मॉडल का मूल्यांकन एक व्यापक तुलनात्मक विश्लेषण के माध्यम से किया गया था, जिसमें प्रदर्शन मानदंड के रूप में सटीकता का उपयोग किया गया था। टीम ने बताया कि परिणामों से पता चलता है कि नया मॉडल अन्य AI डायग्नोस्टिक मॉडल से बेहतर

Tags:
  • health

सविता व्यास
जयपुर। फैशन शो का नाम सुनते ही जेहन में रैंप पर कैटवॉक करती मॉडल्स का चेहरा सामने आता है। इन सबसे अलग जयपुर में पिछले कुछ समय से अनोखा फैशन शो हो रहा है, जिसमें रैंप पर दिव्यांग या फिर कहें शारीरिक तौर पर अक्षम लोग अपनी प्रतिभा दिखाते हैं। राजस्थान में इस फैशन शो की शुरुआत तीन साल पहले जयपुर की रितु अग्रवाल ने की थी। रितु का कहना है कि तीन साल पहले सोशल मीडिया पर दिल्ली में आयोजित प्रोफेशनल दिव्यांगजनों का फैशन शो देखा। इसके बाद उन्होंने आम दिव्यांग जनों को भी मंच उपलब्ध कराने ठानी। 2021 में 150 दिव्यांगजनों के साथ फैशन शो का आयोजन किया। मंच पर उनका आत्मविश्वास देखकर जो खुशी मिली उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अब देशभर से दिव्यांग फैशन शो का हिस्सा बन रहे हैं। उनमें आत्मविश्वास आया है। वे दिव्यांगों में छिपी प्रतिभा को समाज के सामने लाना चाहती हैं।

मां से मिली प्रेरणा
रितु के मुताबिक मां ने समाजसेवा का जज्बा पैदा किया। जब वह 19 साल की थी तब मां को कैंसर हुआ। तीन साल बाद उनका निधन हो गया। शादी के बाद ससुराल में मिले सपोर्ट के कारण होममेकर से सोशल वर्कर बनने की शुरुआत हुई। साल 2007 में श्री बाबा बालकनाथ सेवा संस्थान की नींव रखी। इसके जरिए जरूरतमंद लोगों और एकल महिलाओं की मदद की। रितु क्रेडाई राजस्थान की सीएसआर डायरेक्टर भी हैं।

देह निर्माण में देवों की भूमिका

Tuesday 09 January 2024 10:21 AM UTC+00 | Tags: opinion

कलयुग को युगान्त कहा है। इस युग में आसुरी भाव चरम पर है। दिव्यता सुप्त दिखाई पड़ रही है। दिव्यता दैवी शक्ति में होती है, पुरुष को तो अर्जित करनी पड़ती है। विष्णु की दिव्यता लक्ष्मी से है, तो ब्रह्मा की सरस्वती से। स्वयं तो तत्त्व रूप हैं। मूल में अग्नि और सोम का दाम्पत्य सम्बन्ध है, अकेले कभी नहीं रहते। स्त्री में पुरुष भी है, पुरुष में स्त्री भी है। अग्नि को जीवित रहने के लिए सोम-अन्न चाहिए। अन्न को आहूत होने के लिए अन्नाद (अग्नि) की आवश्यकता रहती है। सोम निराकार तत्त्व है, अग्नि साकार। जैसे हमारा शरीर अग्नि है- 37 डिग्री सेन्टिग्रेड। इसके चारों ओर वायुमण्डल का सोम इसके स्वरूप को स्थायी रखता है।
अग्नि में सोम की आहुति भी निमित्त मात्र होती है। वास्तव में यह चिति (चयन) कर्म है। सूर्य सभी पदार्थों के अधिपति हैं। वे ही देवताओं को बुलाने में, चितिकर्म में रक्षा करते हैं। उनके आशीर्वाद से ही आहुति स्वाहुत होती है-प्रतिष्ठायाम् अस्याम् चित्त्याम् अस्याम् आकूत्याम् अस्याम् आशिष्यस्यां देवहूत्यां स्वाहा। (अथर्व 5-5-1)।
अथर्ववैदिक ऋषि प्रार्थना करते हैं कि अग्नि, द्यावापृथिवी, वरुण, मित्र, मरुद्गण, सोम, वायु, सूर्य, चन्द्रमा, इन्द्र, यम, सात पीढ़ी से ऊपर जाकर मिलने वाले पितर, मरे हुए पितर (सपिण्ड), मृतक पितर आदि सभी देव इस वेदोक्त यज्ञ कर्म में, प्रतिष्ठा में, चिति में, संकल्प में, आशीर्वादात्मक कर्म में मेरी रक्षा करें। इस प्रकार प्रजनन यज्ञ कहने को स्थूल क्रिया मात्र है, किन्तु सभी देव, पितर, ऋषि प्राण रूप में सम्मिलित होते हैं। ब्रह्मा सृष्टि रूप में गर्भस्थ होने को, अवतरित होने को उन्मुख हो रहे हैं।
हमारे कायिक, वाचिक, मानसिक सभी तरह के व्यापारों (कत्र्तव्य कर्मों) में एक प्रेरक शक्ति कार्य करती है। यही शक्ति प्राण कहलाती है। प्राण ही देवता है-प्राणो वै देवता। हमारे शरीर में रुधिरादि का संचार करने की प्रेरणा देने वाला प्राण सविता है। वकृत्व शक्ति प्रदाता प्राण सरस्वती, शरीर के रूप बनाने वाला प्राण त्वष्टा, शरीर को बल देने वाला प्राण पूषा है। इस प्रकार शरीर के विभिन्न अंग-प्रत्यंगों के निर्माण तथा संचालन में विविध देव शक्तियों का योग होता है। यहां तत्-तत् देव विशेषों से उनकी शक्तियों को गर्भस्थ शिशु में स्थापित करवाने के लिए प्रार्थना की गई है। पितरों के तीन प्रकार हैं-सात पीढ़ी से ऊपर जाकर मिलने वाले पितर, मरे हुए पितर (सपिण्ड) और मृतक पितर। सात पीढिय़ों के पितृांशों से समन्वित होकर जीव शरीर धारण करता है। यहां पिता तथा उनकी पूर्वज परम्परा के पितृांश ही मूलत: जीव के साथ जुड़ते है, ये मरे हुए पितर (सपिण्ड) हैं। सात पीढिय़ों से पूर्व के पितर भी वंश परम्परा मेें होने से पितर कहे जाते हैं, हालांकि वे प्रत्यक्षत: जीव के साथ नहीं जुड़ते। पुन: परिवार के अन्य संबंधी जैसे चाचा, मामा, ताऊ, आदि भी पितर श्रेणी में गिने जाते हैं। ये मृतक पितर हैं।
इस प्रजनन यज्ञ में देवताओं की भूमिका को बताते हुए अथर्ववेद के पांचवें काण्ड में कहा गया है कि सरस्वती और अश्विनी कुमार तुम्हारे गर्भ को पुष्ट करें। विष्णु देवता योनि को समर्थ करें। त्वष्टा देवता रूपों को बनाएं, प्रजापति गर्भ का सिंचन करें। धाता गर्भ का पोषण करें। अग्निदेव! आप औषधियों, वनस्पतियों और सम्पूर्ण भूतों के गर्भ में हैं, आप यहां मेरे गर्भ को पुष्ट करिए। यजुर्वेद के मंत्र और समिधाओं को जानने वाले अग्नि देव इस यज्ञ में संयुक्त हों। विद्वान सूर्यदेव इस यज्ञ में युक्त होवें। विद्वान इन्द्रदेव इस यज्ञ में संयुक्त हों। भगवान विष्णु तपों के फल को यज्ञ के लिए संयुक्त करें। त्वष्टा देव भली प्रकार ठीक किए रूपों को यज्ञ में संयुक्त करे। सोम देव यज्ञ में संयुक्त होने वाले जलों को संयुक्त करें। चन्द्र देव यज्ञ के अनुरूप वीर्यों को संयुक्त करें।
इस प्रकार इतना तो स्पष्ट है ही कि मानव की देह का निर्माण एक असाधारण प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें सृष्टि के सभी तत्त्व शामिल रहते हैं। चूंकि यज्ञ से ही आधिदेविक और अध्यात्म का योग होता है, अत: जो भी प्रक्रिया आत्मा के निर्माण में काम आती है, ठीक वैसी ही प्रक्रिया शरीर-आत्मा और शरीर निर्माण में भी काम आती है। मूल में तो यह क्रम 'प्राण' का ही विवर्त है। ब्रह्म का प्रथम आवरित स्वरूप अव्यय पुरुष कहलाता है। यही मूल प्राण है जो समस्त विश्व में व्याप्त रहता है। चेतन प्राणियों में यह अध्यात्म कहलाता है। जड़ पदार्थों में वह अधिभूत कहा जाता है और देवताओं अर्थात् इन्द्रिय आदि में रहने वाला अव्यय पुरुष का अंश अधिदेव कहलाता है। देवता और भूत दोनों के उत्पादक प्रजापति में जो अव्यय व्याप्त है वह अधियज्ञ कहा जाता है। गीता में कृष्ण स्वयं को अधियज्ञ कहते हैं-
अधिभूतं क्षरो भाव: पुरुषश्चाधिदैवतम्।
अधियज्ञोऽहमेवात्र देहे देहभृतां वर।। (8.4)
अर्थात्-हे देहधारियों में श्रेष्ठ अर्जुन! क्षर भाव अर्थात् नाशवान् पदार्थ को अधिभूत कहते हैं। पुरुष अर्थात् हिरण्यगर्भ अधिदेव हैं और इस देह में अन्तर्यामी रूप से मैं ही अधियज्ञ हूं।
आधिदेविक प्राणों से जिस प्रकार अध्यात्म पुरुष उत्पन्न होता है, उसी प्रकार अग्निष्टोम आदि वैधयज्ञ द्वारा यजमान को देवात्मा स्वरूप में स्थापित किया जाता है। स्वयंभू, परमेष्ठी, सूर्य, चन्द्रमा, पृथ्वी इस पंचपर्वात्मक विश्व के जो प्राण हमारे में आते हैं, उनसे क्रमश: अव्यक्तात्मा, महानात्मा, विज्ञानात्मा, प्रज्ञानात्मा, भूतात्मा इन पांच आत्माओं का स्वरूप बनता है। भूतात्मा शरीर है। प्रज्ञानात्मा सर्वेन्द्रिय नाम का इन्द्रियों का अधिष्ठाता मन है। भूतात्मा पृथ्वी है। प्रज्ञानात्मा चन्द्रमा है। विज्ञानात्मा सूर्य है। महानात्मा परमेष्ठी है। अव्यक्तात्मा स्वयम्भू है। इन पांचों यज्ञात्माओं में से सूर्य, चन्द्रमा तथा पृथ्वी से सम्बद्ध विज्ञानात्मा, प्रज्ञानात्मा और भूतात्मा का ही अध्यात्म में (यानी हमारे शरीर में) प्रत्यक्षत: अनुभव किया जाता हैं। भूतात्मा पार्थिवप्राण है। प्रज्ञानात्मा चान्द्रप्राण है। विज्ञानात्मा सौरप्राण है। इनमें पार्थिव और सौरप्राण दोनों आग्नेय हैं एवं चान्द्रप्राण सौम्य है। पार्थिवप्राण सूर्य की वस्तु है, किन्तु पृथ्वी में व्याप्त रहने के कारण यह पृथ्वी की ही वस्तु कहलाने लगता है। पृथ्वी से निकलने वाले इसी अग्नि को 'अंगिराग्नि' कहते हैं। सूर्य से पृथ्वी की ओर आने वाला सौर अग्नि 'सावित्राग्नि' कहलाता है। इन दोनों प्राणों से अध्यात्म का निर्माण होता है। तीसरा है आन्तरिक्ष्य चान्द्ररस, यह पार्थिव प्राणयुक्त अन्न में प्रविष्ट होकर रस, रक्तादि आठ अवस्थाओं से शुक्ररूप में परिणत होता हुआ आत्मनिर्माण में उपयुक्त होता है। अन्न में पार्थिव आग्नेय प्राण भी है और चान्द्र सोम भी है। इसी अन्न से शुक्र बनता है। शुक्र ही अध्यात्म का उपादान (आरम्भक) है। इस शुक्र में प्राणरूप से प्रविष्ट पार्थिव और चान्द्ररस से जिस क्षर-आत्मा का स्वरूप बनता है, उसे ही 'प्रज्ञानात्मा' कहते हैं। 'प्रज्ञानात्मा' में प्रज्ञाभाग चान्द्ररस है और 'प्राण' पार्थिव-आग्नेय रस है। इस प्रकार प्रज्ञा और प्राण दोनों के समन्वय से प्रज्ञानात्मा का स्वरूप बनता है। यही कर्मफल भोगता है। जो भोगता है, उसे देवता कहते हैं। जो भोगा जाता है, अन्न है, वह पशु है।
अध्यात्म यज्ञ में आत्मा के प्रज्ञानात्मा-शरीरआत्मा-शरीर तीन भेद होते हैं। इन तीनों ही आत्मा का गर्भाधान यज्ञ में आधान किया जाता है। अध्यात्म में ३३ प्राण हैं-10-10 हाथों-पैरों की अंगुलियां, 2 कान, 2 नाक, 2 आंखें, एक मुख, उपस्थ, गुदा और नाभि। ये 30 प्राण हैं। द्युलोक-अन्तरिक्ष-पृथ्वी से भी एक-एक प्राण आता है। जो सूर्य से आता है वह-प्राण, पृथ्वी से आने वाला प्राण- उदान, अन्तरिक्ष से आने वाला प्राण- व्यान है। ये तीन प्राण ही अध्यात्म का निर्माण करते हैं। जो 33 प्राण इस पुरुष-पशु में हैं, वे ही प्राण मध्यम (अश्व-गजादि) तथा अपर वृक्ष-जड़ आदि में भी रहते हैं। प्रत्येक आत्मा के 11-11 पशु (33) पशु प्राण होते हैं। अत: अध्यात्म यज्ञ की तरह वैधयज्ञ में भी 11 प्रयाज, 11 अनुयाज, 11 उपयाज किए जाते हैं। जो प्राण आत्मा की गति में अनुगत (सहायक) होकर आत्मा का अन्न बनते हैं, उन्हें प्रयाज कहते हैं। जो प्राण शरीरआत्मा की गति में सहायक होकर शरीरआत्मा का अन्न बनते हैं, उन्हें अनुयाज कहते हैं। जो प्राण शरीर की गति में अनुगत होकर शरीर के अन्न बनते हैं, वे उपयाज कहलाते हैं।

क्रमश:

Tags:
  • opinion

करणपुर विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के पैर आसमान में हैं। सभी खुशी से चहक रहे हैं। यह जीत कांग्रेस को राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए तैयार की जा रही रणनीति बनाने में मददगार होगी। करणपुर चुनाव जीतने के बाद तो अशोक गहलोत ने तंज कसा तो गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा की चुटकी ली। इधर सचिन पायलट ने जीते विधायक और विधानसभा की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी। आज 9 जनवरी को दिल्ली से जयपुर जाते दौसा में सचिन पायलट ने कहाकि भाजपा घबराई हुई है कि अगर विपक्ष एक साथ आता है और चुनाव लड़ता है तो क्या होगा?।

जल्द ही सीटों का बंटवारा होगा

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, 14 जनवरी से राहुल गांधी मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह यात्रा सभी को प्रोत्साहित करेगी। पर भाजपा घबराई हुई है कि अगर विपक्ष एक साथ आता है और चुनाव लड़ता है तो क्या होगा?। साथ ही उनके लिए चुनौती है। मुझे विश्वास है कि भारत गठबंधन अच्छा प्रदर्शन करेगा। जल्द ही सीटों का बंटवारा भी हो जाएगा।

यह भी पढ़ें - Rajasthan : जयपुर में 10 जनवरी को रहेगा सार्वजनिक अवकाश, निर्वाचन अधिकारी ने जारी किया आदेश

हम सब राहुल गांधी के साथ जाएंगे मणिपुर

सचिन पायलट मौजूदा समय AICC के महासचिव और छत्तीसगढ़ के प्रभारी है। आज सचिन पायलट दिल्ली से जयपुर जाते समय दौसा में रुके। जहां सचिन पायलट का कांग्रेसियों ने गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर पायलट ने कहा हम सब राहुल गांधी के साथ वहां जाएंगे और यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इस यात्रा से देश में जो हकीकत है उसे देखने और समझने का मौका मिलेगा। साथ ही लोगों से मिलकर न्याय दिलाने की जो मुहिम राहुल गांधी ने छेड़ी है उसे पूरा कर सकेंगे। लोकसभा चुनाव को लेकर पायलट ने कहा इंडिया अलाइंस मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगा।

यह भी पढ़ें - Rajasthan : मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी का इस्तीफा मंजूर, अब किसे मिलेंगे उनके 4 विभाग, जानें

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि विधानसभा में शीघ्र ही हेल्प डेस्क की स्थापना होगी, जो राजस्थान के प्रत्येक विधायक को पेपरलेस प्रक्रिया का प्रशिक्षण देगी। विधानसभा को पेपरलेस बनाये जाने के लिए विधानसभा के सूचना तकनीक से जुडे अधिकारियों की एक बैठक में मंगलवार को देवनानी ने कहा कि आज के जमाने में डिजिटल सुरक्षा आवश्यक है।
उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्थान विधानसभा को साइबर खतरों से बचाने के लिए सभी सुरक्षात्मक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में टेक्नीकल और डिजिटल अपग्रेड टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाए। राजस्थान विधानसभा की गतिविधियों की जानकारी आमजन को तुरन्त मिल सके, इसके लिए संसद टीवी की तरह राजस्थान विधानसभा का भी टीवी चैनल और वॉटसअप चैनल बनाया जावेगा। राजस्थान विधानसभा को आमजन से जोड़ने के लिए अद्धतन सूचना तकनीक का उपयोग किया जाएगा। राजस्थान विधानसभा की कार्यप्रणाली को पेपरलेस बनाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आईटी एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्य करें, ताकि साइबर खतरों से विधानसभा सुरक्षित रह सके।

विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने कहा कि आज का जमाना आमजन तक जल्द से जल्द सूचना पहुँचाने का है। उन्होंने कहा कि विधानसभा की सोशल मीडिया की सभी एप्लीकेशन्स को तुरन्त अपग्रेडेशन करें, सूचनाओं को अपडेट रखें। विधानसभा के यूटयूब चैनल को अधिक प्रभावी बनाने के लिए नई सोच और अद्धतन सूचना तकनीक के साथ कार्य करने के लिए भी निर्देश दिए।

राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने आज विभागीय अफसरों संग बैठक करने के बाद मीडिया के सामने पूर्व अशोक गहलोत सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़े। यह सुनकर मीडिया हैरान रह गया। पर जब कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने इसका खुलासा करते हुए कहा अलग से कृषि बजट पेश करने की परंपरा ठीक हैं। क्योंकि प्रदेश में एक बड़ा तबका है, जो खेती से जुड़ा है। अलग से कृषि बजट पेश करने से उन्हें ज्यादा फायदा मिल सकता है। हम भी कोशिश करेंगे कि कैसे किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का कोई तुक नहीं है। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने पदभार संभालने के बाद पहली बार पंत कृषि भवन पहुंचे और विभागीय अफसरों के साथ बैठक की। बैठक में कृषि मंत्री ने विभागीय योजनाओं को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए।

पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं की समीक्षा होगी

कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा पिछली सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो भी योजनाएं चलाई थी, उसे आगे भी जारी रखने का प्रयास किया जाएगा। लेकिन इन योजनाओं ने धरातल पर कितना असर पैदा किया है, इसकी समीक्षा होगी।

यह भी पढ़ें - Rajasthan : मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी का इस्तीफा मंजूर, अब किसे मिलेंगे उनके 4 विभाग, जानें

किसानहित में नवाचार किए जाएंगे

कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने आगे कहा किसानहित में क्या नवाचार किए जा सकते हैं, इस पर भी विचार किया जाएगा। किसानों की समस्याओं और मांगों पर गंभीरता से गौर किया जाएगा।

बिचौलियों को खत्म करने की योजना

हॉर्टिकल्चर की योजनाओं में बिचौलियों की वजह से किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा, किसी भी योजना में मीडिएटर खत्म हो, इसके लिए हर योजना को ऑनलाइन किया जाएगा। इससे सीधा फायदा किसानों को मिलने लगेगा और बिचौलिए खत्म होंगे।

यह भी पढ़ें - सचिन पायलट का बड़ा बयान - घबराई हुई है भाजपा, जानें ऐसा क्यों कहा

Rajasthan Crime News: जयपुर के जवाहर सर्किल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। रूम मेट के पति ने पत्नी का सामान लेने के बहाने से कमरे में घुसकर युवती से रेप किया। बताया जा रहा है कि 25 साल की युवती ने जवाहर सर्किल थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। जिसकी जांच जवाहर सर्किल थाने के थाना प्रभारी दलबीर सिंह कर रहे है।

दर्ज रिपोर्ट के अनुसार युवती मालवीय नगर निवासी है जो अपनी दोस्त के साथ एक रुम में रहती थी। युवती 14 नवंबर को अपने गांव से लौटकर आई तो उसे कमरे का दरवाजा खुला मिला अंदर आने पर रूममेट का पति बैठा था। दरवाजा खुले होने कि बात पूछने पर व्यक्ति ने माफी मांगते हुए बताया कि वह पत्नी का सामान लेने आया था और रात को रुकने की रिक्वेस्ट की। रात को देरी होने के कारण युवती ने उसे रात को रुकने दिया। जिसके बाद व्यक्ति ने सो रही युवती के मुंह पर कपड़ा बांधकर रेप किया और फिर बदनाम करने की धमकी देकर चला गया। बाद में ब्लैकमेल करके शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव दाल, जिससे परेशान होकर युवती ने मामला दर्ज कराया।
यह भी पढ़ें : Rajasthan News: 10 जनवरी को यहां रहेगा सार्वजनिक अवकाश, जारी हुए आदेश


पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और युवती और आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले में युवती पर भी शक जताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस आरोप की पुष्टि में जुटी है।

जयपुर। सोशल मीडिया की दुनिया में नए विधायक रविन्द्र सिंह भाटी राजस्थान के कई दिग्गज नेताओं की बराबरी कर रहे हैं। इंस्टाग्राम पर पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत व वसुन्धरा राजे से भी आगे इन दिनों भाटी चल रहे हैं। हालांकि फेसबुक व एक्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अब भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का ही राज चल रहा है।

राठौड़ व दिया कुमारी भी टॉप फाइव में:
सोशल मीडिया के प्रमुख प्लेटफार्म फेसबुक, इंस्टाग्राम व एक्स पर राजस्थान के नए चुने गए विधायकों के फॉलोवर्स की जानकारी ली। इसमें टॉप फाइव सूची में जहां फेसबुक व एक्स पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे टॉप पर है, तो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दूसरे और सचिन पायलट तीसरे नम्बर पर बने हुए हैं।
इधर पूर्व सांसद व झोटवाड़ा के विधायक राज्यवर्धन सिंह राठौड़ फेसबुक व एक्स पर टॉप फाइव में जमे हुए हैं। इधर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी इंस्टा पर टॉप फाइव में पांचवे पायदान पर हैं।

फेसबुक:
1. वसुंधरा राजे: 10 मिलियन

2.अशोक गहलोत: 4.1 मिलियन

3.सचिन पायलट: 2.8 मिलियन

4.राजवर्धन सिंह राठौर: 1.8 मिलियन

5.रविंद्र सिंह भाटी: 901 हजार


इंस्टाग्राम

1.रवींद्र सिंह भाटी: 1.5 मिलियन

2.वसुंधरा राजे: 1.1 मिलियन

3.अशोक गहलोत: 1 मिलियन

4.सचिन पायलट: 768 हजार

5.दिया कुमारी: 455 हजार

एक्स

1.वसुंधरा राजे: 5 मिलियन

2.अशोक गहलोत: 4.9 मिलियन

3.सचिन पायलट: 4.6 मिलियन

4.राजवर्धन सिंह राठौर:1.7 मिलियन

5.गोविंद सिंह डोटासरा: 1.5 मिलियन

नए सीएम के रोजाना बढ़ रहे फॉलोवर्स

नए सीएम भजनलाल शर्मा के रोजाना फॉलोवर्स की संख्या बढ़ रही है:

वर्तमान में नए सीएम के फेसबुक पर 447 हजार फॉलोवर्स, एक्स पर 183.8 हजार फॉलोवर्स हैं। इसी तरह इंस्टाग्राम पर 361 फॉलोवर्स हैं। इधर सीएम बनते ही भजनलाल के नाम से सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फर्जी अकाउंट्स की भी बाढ़ आ गई हैं। इसके चलते अब साइबर क्राइम सेल ऐसे फर्जी अकाउंट्स पर कार्रवाई कर रहा है।

ICAI Results 2023 : इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) फाइनल और इंटरमीडिएट नवंबर 2023 के नतीजे आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं। अभ्यर्थी icai.nic.in पर लॉगिन कर अपने रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए रिजल्ट चेक कर सकेंगे। जयपुर के मधुर जैन ने 77.38 फीसदी अंक हासिल कर पहली रैंक हासिल की है। आईसीएआई की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, मधुर ने 800 में से 619 अंक हासिल किए हैं।

टिकेंद्र कुमार सिंघल और ऋषि मल्होत्रा ने 73.75 फीसदी अंकों के साथ संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। तीसरे स्थान पर रहने वाले दोनों उम्मीदवारों ने 800 में से 590 अंक प्राप्त किए हैं और दोनों ही जयपुर के रहने वाले हैं।

ऐसे चेक करें रिजल्ट
-आधिकारिक वेबसाइट icai.nic.in पर लॉगिन करें

-होमपेज खुलने पर रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें

-रोल नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर और कैपचा कोड डालकर लॉगिन करें

-लॉगिन होने के बाद अपनी डिटेल्स डालकर सबमिट करें। स्क्रीन पर रिजल्ट डिस्पले हो जाएगा। भविष्य के संदर्भ के लिए रिजल्ट को डाउनलोड कर उसका प्रिंट आउट ले लें।

कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा एक्शन मोड पर आ गए हैं। मीणा ने मंगलवार को पंत कृषि भवन पहुंचकर बैठक ली और कृषि योजनाओं की जानकारी जुटाई। साथ ही अफसरों को 100 दिन की कार्य योजना तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ किया कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचे, यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक कदम की सराहना भी की।

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार की ओर से अलग से कृषि बजट पेश करने का फैसला सही था। कृषि बजट अलग से पेश करने की परंपरा ठीक है, क्योंकि प्रदेश में एक बड़ा तबका है, जो खेती से जुड़ा है। अलग से कृषि बजट पेश करने से उन्हें ज्यादा फायदा मिल सकता है। उन्होंने पिछली सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो योजनाएं चलाई थी, वह आगे भी जारी रहनी चाहिए, लेकिन वो योजनाएं धरातल पर कितनी उतरी, इसकी समीक्षा की जाएगी।

बजट की स्थिति को देखेंगे

मीणा ने कहा कि किसानों के हितों के लिए कई नवाचार भी किए जाएंगे और नवाचारों को कैसे अमलीजामा पहनाया जाए, इस पर भी विचार किया जा रहा है। जो भी योजनाएं पिछली सरकार ने लागू की थी। अगर वह किसानों के हित में हैं तो उन्हें बंद करने का कोई तुक नहीं है। यह जरूर देखा जाएगा कि बजट की क्या स्थिति है। यह देखा जाएगा कि कैसे बजट जारी कर किसानों को फायदा पहुंचाया जा सकता है।

बिचौलियों को खत्म करने की योजना

हॉर्टिकल्चर की योजनाओं में बिचौलियों के कारण किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में मीडिएटर खत्म करने के लिए उस ऑनलाइन किया जाएगा। इससे सीधा फायदा किसानों को मिलने लगेगा और बिचौलिए खत्म होंगे। ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से फसल खराब होने पर नुकसान के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोटा व पूर्वी राजस्थान के अन्य इलाकों में हाल ही में हुई बारिश से हुए नुकसान को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है और किसानों की हर संभव मदद की जाएगी।

 

यह भी पढ़ें:-उप चुनाव का ट्रैक रिकॉर्ड खराब, चाहे सत्ता में हो या विपक्ष में भाजपा को मिलती रही है हार

उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने निर्देश दिए है कि केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं के प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, अस्पताल एवं अन्य निर्माण कार्य जो आरएसआरडीसीसी द्वारा करवाएं जा रहे हैं, उन्हें गुणवत्तापूर्ण तरीके से समय पर पूरा करें। उप मुख्यमंत्री मंगलवार को राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (आरएसआरडीसीसी) कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रही थी।

उन्होंने कहा कि आमजन से जुडे़ इन महत्पूर्ण कामों सहीत अन्य कामों को भी समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें ताकि आमजन को जल्दी से जल्दी सुविधाओं का लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि यह विभाग आमजन से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। इसलिए हमारे कामों का असर भी दिखना चाहिए। हमारा विभाग जितना अच्छा काम करेगा तो जनता को सुविधाओं का उतना ही बेहतर लाभ मिलेंगा। उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि पूरे राज्य में सड़कों के ऐसे क्षेत्र जो अनसेफ हो चुके है और दुर्घटना का कारण बन सकते हैं, उन्हें चिन्हित कर तत्काल ठीक करवाएं। इस दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया, आरएसआरडीसीसी के एमडी सुधीर माथुर एवं सचिव संजीव माथुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

क्वालिटी कन्ट्रोल की सुविधा का पूरा उपयोग करें

इस दौरान उन्होने आरएसआरडीसीसी कार्यालय में स्थापित केन्द्रीय गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। सम्बंधित अधिकारियों ने निर्माण कार्या की गुणवत्ता जंच में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों कि जानकारी उप मुख्यमंत्री को दी एवं उनका अवलोकन करवाया। निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सेन्ट्रल लैब के साथ जिलों एवं निर्माण स्थलों पर स्थापित लैबों का पूरा सदउपयोग सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि हमारी लैब्स अन्य विभागों एवं लोगों के भी काम आ सके और राजस्व उत्पादन का कार्य भी कर सके।

 

यह भी पढ़ें:-किरोड़ी लाल मीणा ने क्यों की पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस कदम की तारीफ

जयपुर। भाजपा के जालोर से पांच बार के विधायक जोगेश्वर गर्ग सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के नए सरकारी मुख्य सचेतक होंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अनुशंसा के बाद विधानसभा ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर दिए। गर्ग को केबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा।

जोगेश्वर गर्ग सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री के साथ मिलकर फ्लोर मैनेजमेंट संभालेंगे। सदन के कामकाज में मुख्य सचेतक की अहम भूमिका होती है। कार्य सलाहकार समिति की बैठक, सदन में कौन-कौन बोलेगा। इसकी सूचना देने का जिम्मा भी मुख्य सचेतक के पास ही होता है। जोगेश्वर गर्ग भैरों सिंह शेखावत सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। पिछली बार भाजपा जब विपक्ष में थी, तब भी गर्ग विपक्ष के सचेतक की भूमिका में ही थे। गर्ग को संघ पृष्ठभूमि का माना जाता है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी संघ का ही बड़ा चेहरा हैं।

यह भी पढ़ें : किरोड़ीलाल मीणा ने अशोक गहलोत की योजनाओं की तारीफ की, वजह जानकर हर कोई चौंका

तालमेल से चलाएंगे सदन
जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि पक्ष-विपक्षी विधायकों से भी मेरे अच्छे संबंध है। तालमेल से सदन चलाएंगे। सदन की बैठकें ज्यादा से ज्यादा हो। इसके लिए भी कोशिश करेंगे।

यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने मंगलवार को शासन सचिवालय में विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होनें जेडीसी को निर्देश दिए कि गत 5 वर्षो में भूमि के बदले भूमि के कितने प्रकरण आए हैं, उनकी सूची एक सप्ताह में तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होनें यह निर्देश भी दिए कि भूमि के बदले भूमि से संबंधित प्रकरणों में भविष्य में कोई भी कार्रवाई ना करें जो प्रकरण जिस स्थिति में है, आगामी आदेशों तक उसे वहीं रोका जाए। सभी प्रकरणों की पूर्ण समीक्षा के बाद ही आगामी कार्रवाई की जा सकेगी। उन्होनें यू-1, यू-2, यू-3, इकोलॉजिकल क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में चल रही किसी भी प्रकार की अनधिकृत गतिविधियां को तुरंत प्रभाव से रोकने के निर्देश भी दिए।

उन्होनें बैठक में पूछा कि मुख्यमंत्री जन आवास योजना से संबंधित कितने प्रोजेक्ट वर्तमान में लंबित हैं एवं किस कारण अब तक पूर्ण नहीं किए जा सके है। ऐसे प्रोजेक्ट्स को किस प्रकार निर्धारित अवधि में पूर्ण किया जा सके। इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत की जाए। उन्होनें यह निर्देश भी दिए कि गत 4 वर्षों में नगरीय विकास आवासन एवं स्वायत्त शासन विभााग द्वारा प्रदेश में किस-किस संस्था अथवा व्यक्ति को किस उद्देश्य से भूमि आवंटित की गई है। इसकी पूर्ण जानकारी सूची सहित प्रस्तुुत करें। उन्होनें भू—उपयोग परिवर्तन से संबंधित की गई कार्रवाईयों की सूची तैयार कर प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। उन्होनें जयपुर विकास प्राधिकरण में 90 ए की कार्रवाई के बाद ले-आउट अनुमोदन से संबंधित कितने प्रकरण किस-किस जोन में कितने दिनों से लंबित है एवं किस वजह से लंबित हैं, की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये। खर्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 100 दिन की कार्य योजना इस तरह तैयार की जाए कि धरातल पर काम नजर आए। उन्होनें नाराजगी व्यक्त की कि हेरिटेज नगर निगम जयपुर क्षेत्र में जो स्थाई एवं अस्थाई अनाधिकृत अतिक्रमण हुए हैं, उनका चिन्हिकरण कर उनकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ?बैठक में आयुक्त जयपुर विकास प्राधिकरण डाॅ जोगाराम, आयुक्त राजस्थान आवासन मंडल कुमार पाल गौतम, निदेशक स्वायत्त शासन विभाग हृदेश कुमार शर्मा, आयुक्त नगर निगम हैरिटेज अभिषेक सुराना, आयुक्त नगर निगम ग्रेटर रूकमणि रियार, संयुक्त सचिव नगरीय विकास विभाग, सचिव जेडीए सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सुविधा क्षेत्र के कितने भूखंड सृजित किए, सूची पेश करो

उन्होनें कहा कि सुविधा क्षेत्रों में अब तक कितने भूखण्ड सृजित कर भूमि बेची गई है उनकी सूची तैयार की जाए तथा ऐसे प्रकरणों की आवश्यक जांच कर की गई कार्रवाई से अविलम्ब अवगत कराया जाए। उन्होनें 90 बी प्रक्रिया के पश्चात् प्रस्तुत मानचित्रों में किस कारण से परिवर्तन किए गए, इसकी जानकारी भी अधिकारियों से चाही। उन्होनें कहा कि ऐसे प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों द्वारा क्या-क्या कार्रवाई की गई है, इसकी सूची तैयार कर प्रस्तुत की जाए।

भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, हर काम आॅनलाइन हो

उन्होनें बैठक में दो टूक बात कही। भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। अधिकारी जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करें, जिससे कार्य प्रणाली को और अधिक पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार रहित बनाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों में 31 जनवरी 2024 के बाद समस्त कार्य ऑनलाइन ही संपादित किए जाएं। उन्होनें कहा कि कई नगरीय निकाय क्षेत्रों में निर्मित सीसी सड़कें निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप नहीं बनाई गई है, उसके लिए जिम्मेदारी तय करते हुए उनमें व्यापक सुधार करवाया जाए।

प्रोजेक्ट्स की जानकारी भी मांगी

उन्होनें आयुक्त जेडीसी से कहा कि द्रव्यवती नदी परियोजना में शेष रहे कार्यो की सूची पेश करें और यह भी बताएं कि परियोजना में साफ पानी नहीं आने के लिए कौन-कौन जिम्मेदार हैं ?उन्होनें पूछा कि एसएमएस अस्पताल में निर्माणाधीन आईपीडी टावर के संबंध में कितनी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उनका तीन दिवस में संक्षिप्त विवरण तैयार कर प्रस्तुत करें।

कर्मचारी का वेतन रोको

उन्होनें कहा कि जो सफाई कर्मचारी अन्य कार्य कर रहे हैं, ऐसे कर्मचारियों को 15 दिन के भीतर पुनः सफाई कार्यों में लगाएं। यदि कोई सफाई कर्मचारी सफाई अन्य कार्यों में लगा हो तो उसका मासिक वेतन रोका जाये एवं उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होनें निदेशक स्वायत्त शासन विभाग को निर्देश दिए कि प्रदेश की नगरीय निकायों में अनियमितताओं की शिकायत है तो उसकी जांच कर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

 

यह भी पढ़ें:-केंद्र के सहयोग से चल रही योजनाएं समय पर पूरी हो, लेकिन गुणवत्ता से नहीं हो समझौता-दिया कुमारी

 

यह भी अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी

—अवाप्तशुदा भूमि के संबंध में न्यायालयों में कितने वाद लंबित है, उन पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है। उनका यथाशीघ्र निस्तारण करने के लिए प्रभावी पैरवी की जाए। इस संबंध में विस्तृत नोट प्रस्तुत करें।
—जेडीए द्वारा 176 पाक विस्थापितों को गोविंदपुरा में भूखण्डों का आवंटन किया गया था लेकिन अन्य व्यक्तियों द्वारा भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है। क्या पाक विस्थापितों को कब्जा संभलवाया गया है, इसकी विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें।
—डीएलबी को किसी भी परिवादी का जायज कार्य रोके।
—नगर पालिका क्षेत्र में नियम विरुद्ध जारी पट्टों की सूची दें।
—कचरा संग्रहण पर कितना पैसा व्यय हो रहा हैं और तीन सालों में कितना पैसा खर्च हुआ। इसकी रिपोर्ट 15 दिवस में प्रस्तुत करें।
—तीन वर्षों में नगर निगम क्षेत्रों में किस-किस कंपनी से कितनी स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई। उसका कितना भुगतान किया गया है उसकी सम्पूर्ण जानकारी प्रस्तुत करें।
—नगरीय क्षेत्रों में कितनी नर्सरी, बाग-बगीचों को नष्ट कर दूसरी गतिविधियां संचालित की जा रही है, इसकी जानकारी दें।

जयपुर। पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने मालवीय नगर, सांगानेर सदर, भांकरोटा और मुहाना में कार्रवाई करते हुए एक महिला सहित चार तस्करों को पकड़ा हैं। पुलिस ने उनके पास से स्मैक और गांजा बरामद किया हैं।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राज सत्तावन बामनवास सवाईमाधोपुर, शिवराज सांसी कृष्णा विहार कॉलोनी सांगानेर, गोविन्द शर्मा न्यू खारडा कॉलोनी भांकरोटा और मंजू देवी मदरामपुरा मुहाना की रहने वाली हैं। सीएसटी टीम ने पहली कार्रवाई मालवीय नगर में करते हुए तस्कर राज सत्तावन मीणा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10 ग्राम स्मैक और परिवहन के लिए काम में ली गई कार बरामद कर ली। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह स्मैक जहाजपुर से एक व्यक्ति से 27 हजार रुपए में 10 ग्राम लेकर आया था। जिसे वह छोटी छोटी पुड़ियां बनाकर बेचता है। पुलिस ने दूसरी कार्रवाई सांगानेर सदर में करते हुए तस्कर शिवराज सांसी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से 4 किलो 950 ग्राम गांजा और एक्टिवा स्कूटी बरामद की हैं।

पुलिस ने तीसरी कार्रवाई भांकरोटा में करते हुए तस्कर गोविन्द शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके पास से 48 ग्राम 590 मिलीग्राम गांजा बरामद किया है। इसी तरह पुलिस ने मुहाना में कार्रवाई करते गांजा तस्करी करने वाली मंजू देवी को गिरफ्तार कर उसके पास से 48.50 ग्राम गांजा बरामद किया हैं।

जयपुर।
जयपुर सेन्ट्रल जेल में तलाशी के दौरान एक बंदी ने मोबाइल निगल लिया। शक होने पर उसे जेल अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से उसे एसएमएस अस्पताल के लिए रैफर किया गया। जहां डॉक्टरों ने एक्सरे करने के बाद एंडोस्कोपी कर उसके पेट से मोबाइल बाहर निकाल लिया। जेल अधीक्षक ओमप्रकाश ने बताया कि बंदी ने बताया कि उसे मोबाइल बाथरूम में मिला था। फोन बाथरूम में किस तरह आया। जेल प्रशासन इसकी जांच में जुट गया है।
पुलिस के मुताबिक 8 जनवरी को जेल प्रशासन ने लालकोठी थाने में मामला दर्ज करवाया है। जिसमें बताया कि जेल में विचाराधीन बंदी फज्जू काली का भट्‌टा नाग तलाई घाटगेट का रहने वाला है। रामगंज थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर उसे 8 अगस्त को जेल में दाखिल करवाया था।

तलाशी के दौरान निगल गया फोन
प्रहरी राम नरेश और मुख्य प्रहरी सुरेश कुमार हल्का 5 जनवरी को बैरक नम्बर एक में तलाशी के लिए पहुंचे। उन्हें देख फज्जू ने कुछ निगल लिया। प्रहरी ने उसे टोका तो कुछ नहीं बोला। वे फज्जू को जेल अस्पताल ले गए। जेल के डॉक्टर ने जांच के बाद बंदी को एसएमएस हॉस्पिटल रैफर कर दिया। एसएमएस अस्पताल में फज्जू का एक्सरे किया गया जिसमें मोबाइल फोन दिखाई दिया। इसके बाद डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी से मोबाइल को निकाला।

पहले निगले थे कंचे
बंदी ने जेल प्रशासन को बताया कि वह पहले कंचे निगल चुका है। मोबाइल छोटा होने की वजह से निगलते समय उसे कोई परेशानी नहीं हुई। लालकोठी थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

CM Bhajan Lal Udaipur Tour : जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने विकसित भारत का निर्माण राज्य सरकार का संकल्प बताते हुए कहा है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से हम मिलकर भारत के सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करेंगे और प्रदेशवासियों से संकल्प पत्र में किए गए वादों को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया गया है। शर्मा मंगलवार को उदयपुर की ग्राम पंचायत नाई में 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के शिविर का अवलोकन कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा से भारत में विकास के नए क्षितिज का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों से संकल्प पत्र में जो वादे किए गए है, उनकी शुरुआत गत एक जनवरी से 450 रुपए में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने से हो चुकी है। इससे लगभग 73 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।

उन्होंने केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करने के बाद जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा 'हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से योजनाओं का पूरा लाभ अंतिम पंक्ति तक पहुंचाना है। यह हम सभी की अहम जिम्मेदारी भी है।'

देश में पहले स्थान पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प यात्रा भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक जन आंदोलन का रूप ले रही है। यात्रा शिविरों को लेकर राजस्थान कई मामलों में देशभर में अव्वल स्थान पर है। इनमें पीएम उज्ज्वला योजना में पंजीकरण और स्वास्थ्य कैम्पों में 28.62 लाख लोगों की टीबी जांच और 47.40 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच कर प्रथम स्थान पर है। साथ ही पीएम सुरक्षा बीमा में भी राज्य तीसरे स्थान पर हैं। अब तक शिविरों में एक करोड़ छह लाख से अधिक लोग हिस्सा ले चुके हैं। शिविरों में तीन लाख 51 हजार से अधिक किसान के्रडिट कार्ड का लाभ किसानों तक पहुंचाया जा चुका है।

नहीं टूटने देंगे विश्वास को
शर्मा ने कहा 'हमारी सरकार युवाओं के विश्वास को टूटने नहीं देगी। सरकार बनते ही पेपरलीक मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक स्तर से भर्ती परीक्षा की मॉनिटरिंग के निर्देश प्रदान किए गए हैं। पेपरलीक एवं नकल दोषियों के खिलाफ केस ऑफिसर स्कीम के तहत ट्रायल किया जाएगा। संगठित अपराधों के उन्मूलन के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

बढ़ाया भोजन का वजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा रसोई योजना की खामियों को दूर कर अन्नपूर्णा रसोई योजना संचालित की जा रही है। इसमें समुचित पौष्टिकता के लिए भोजन सामग्री का वजन 450 ग्राम से बढ़ाकर 600 ग्राम कर दिया है। भोजन में अन्न जैसे बाजरा, ज्वार, रागी आदि शामिल किए हैं। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि योजना ऐसे स्थानों पर संचालित हो जहां अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले।

भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
शर्मा ने कहा कि गत सरकार ने भ्रष्टाचार के मामलों को संरक्षण देने के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो को अनुसंधान के लिए दी गई सामान्य सहमति का निर्णय वापस ले लिया था। इससे कई प्रकरणों के अनुसंधान में विलम्ब एवं अपराध के साक्ष्य के नष्ट होने की आशंका बनी रहती थी। हमनें भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस के मूलमंत्र का पालन करते हुए फिर से सहमति दे दी है। सीएम ने आगे कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच करवाएंगे। इन मामलों में जो भी दोषी पाया जाएगा, हमारी सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत लगे शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के स्टॉल पर पहुंचकर सम्पूर्ण जानकारी ली। उन्होंने लाभार्थियों से संवाद भी किया। साथ ही, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर और विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थियों को चैक वितरित किए। इससे पूर्व उन्होंने स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने के लिए आमजन को शपथ दिलाई।

जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सोमवार को आरएएस प्री 2013 में हुए पेपर लीक मामले में वांटेड चल रहे आरोपी को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी अजीत सिंह सहरिया (43) गंगापुर सिटी का रहने वाला हैं। आरोपी वर्तमान में परियोजना प्रबंधक राजीविका (राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद) सवाई माधोपुर के पद पर लगा हुआ है।
एसआईटी प्रभारी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि आरोपी अजीत सिंह ने आरएएस प्री 2013 में परीक्षा से पहले सरगना अमृतलाल मीणा से जगतपुरा में पेपर लिया था। पेपर लेने के बाद आरोपी अजीत सिंह सभी प्रश्नों के उत्तर यादकर परीक्षा देने गया था। लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द हो गई। एडीजी सिंह ने बताया कि वर्ष 2013 वाली परीक्षा रद्द होने के बाद दुबारा आरएएस परीक्षा दी। उक्त परीक्षा में आरोपी अलायड सर्विस में चयन हो गया। इस प्रकरण में एसओजी द्वारा अब तक 35 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है।
एसआईटी 12 दिन में 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

Hum Saath Hai Campaign Of Patrika : जयपुर। पत्रिका के 'हम साथ हैं अभियान' से प्रेरणा लेकर लगातार सामाजिक संगठन जरूरतमंदों को कंबल और गर्म वस्त्र वितरित करने का कार्य कर रहे हैं। पत्रिका के आह्वान पर मित्राय बी ह्यूमन (इंडिया) फाउंडेशन बुधवार से असहाय वर्ग को कंबल वितरण कार्यक्रम शुरू करेगा। इस मौके पर सोमवार को एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (जयपुर शहर तृतीय) हिंमाशु कुलदीप ने झालाना स्थित कार्यालय में संस्था के पोस्टर का विमोचन किया।

उन्होंने कहा कि कड़कड़ाती ठंड में जरूरतमंद लोगों तक गर्म कपड़े पहुंचाने का जो काम पत्रिका कर रहा है, वह बेमिसाल है। हम सभी को कमजोर वर्ग की पीड़ा समझने और उसे दूर करने की जरूरत है। उपाधीक्षक सुरेश स्वामी ने कहा कि ठंड की मार झेल रहे असहाय लोगों की मदद करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में हिम्मत सिंह, डॉ. संजय सिंह, श्याम सिंह समेत अन्य मौजूद रहे। फाउंडर विनीत शर्मा ने बताया कि बुधवार को सुबह 10 बजे गणगौरी अस्पताल परिसर में कंबल वितरित किए जाएंगे।

सड़को पर सो रहे लोगों को वितरित किए कंबल
इधर, मेहर फाउंडेशन की ओर से आमेर, दिल्ली रोड और जवाहर नगर इलाके में रात में सड़को पर सो रहे लोगों को कम्बल वितरित किए गए। फाउंडर परवीन खान ने बताया कि इस दौरान आदिल खान, इमरान खान, दीपेंद्र सिंह, अजमत, और रफीक खान समेत अन्य मौजूद रहे।

जयपुर। सर्वाइकल कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। हर साल जनवरी के महीने को सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक करना है। साथ ही, इस बीमारी से बचने के लिए सर्वाइकल कैंसर और एचपीवी वैक्सीन के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
यह जानकारी विशेषज्ञों ने सर्वाइकल कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में दी। मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. ताराचंद गुप्ता ने बताया कि महिलाओं में इस कैंसर का जोखिम बना रहता है। यह कैंसर यूट्रस के निचले हिस्से से जुड़ा होता है। यह बीमारी 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं में होती है। वर्ष 2024 में सर्वाइकल कैंसर अवेयरनेस मंथ की थीम सीखना, बचना और जांच करवाना है। इस थीम का मतलब है कि इस कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए नियमित जांच करवाना जरूर है। इस कैंसर से बचने के लिए एचपीवी वैक्सीन जरूर लगानी चाहिए। कैंसर के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें। इससे बचने के लिए शराब और धूम्रपान से भी परहेज करना चाहिए।

मुंबई. संमित इंफ्रा लिमिटेड अल्टरनेटिव्स टुवार्ड्स अफोर्डेबल ट्रान्सपोर्टेशन स्कीम (एसएटीएटी) के तहत बायो सीएनजी संयंत्र स्थापित करने की योजना बना रही है। बोर्ड ओफ डिरेक्टर्स ने बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और कंपनी को जल्द ही इस पर काम शुरू करने की उम्मीद है। यह परियोजना व्यवसाय संचालन में कई विस्तार का हिस्सा है जिसे कंपनी अगले 2-3 वर्षों में योजना बना रही है। वित्त वर्ष 2024 के दूसरी तिमाही के लिए कंपनी ने रु. 18.91 करोड़ की कुल आय पर रु. 1.05 करोड़ का शुद्ध लाभ और रु. 1.97 करोड़ रुपए का एबिटा दर्ज किया। 1965 में स्थापित, संमित इंफ्रा लिमिटेड बायोमेडिकल वेस्ट के निपटान, पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति और रियल एस्टेट परियोजनाओं के निर्माण में लगी हुई है। कंपनी ने 1994 में रियल एस्टेट में विविधता लाई और माहिम, कर्जत और नवी मुंबई में आगामी विकास के साथ मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य शहरों में परियोजनाओं को सफलतापूर्वक निष्पादित किया। पेट्रोलियम में कंपनी बिटुमेन, लुब्रिकेंट्स, लाइट डीजल, बेस ऑयल जैसे उत्पादों की आपूर्ति करती है।

मुंबई. क्रेसंडा रेलवे सॉल्यूशंस ने एसवाईएन डेवलपर्स (एसवाईएनडी) में बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक शेयर खरीद समझौता (एसपीए) करने की घोषणा की है। एसवाईएनडी वर्तमान में पश्चिम बंगाल के 25 गांवों में 2 लाख आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के तहत पश्चिम बंगाल में एक जल आपूर्ति परियोजना लागू कर रहा है। क्रेसंडा रेलवे सॉल्यूशंस के प्रबंध निदेशक अरुण त्यागी ने कहा, पूर्वी भारत हमारे लिए एक बड़ा बाजार है। हमने पहले पूर्वी रेलवे की 500 से अधिक ट्रेनों के लिए विज्ञापन और कंसीयज सर्विस अधिकार और कोलकाता मेट्रो से डिजिटल विज्ञापन अधिकार हासिल किए हैं। पश्चिम बंगाल में अपने पदचिह्न को और अधिक विस्तारित करने के लिए, हमने अब एसवाईएन डेवलपर्स के साथ बिक्री खरीद समझौता किया है। यह एसपीए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हम प्रत्येक भारतीय घर को स्वच्छ और सुरक्षित पानी उपलब्ध कराने की दिशा में हमारे माननीय प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप होंगे। हम भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में सार्थक योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

नई दिल्ली. कौसर इंडिया गहन मूल्यांकन और रणनीतिक योजना के बाद नई प्रबंधन टीम के साथ घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कृषि व्यापार के गतिशील क्षेत्र में ले जाने के लिए तैयार है। यह रणनीतिक कदम समृद्ध कृषि व्यापार क्षेत्र में अवसरों को अपनाने के लिए कौसर की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। कंपनी ने सितंबर तिमाही में अच्छे परिणामो की घोषणा की है। कंपनी ने रु. 10.26 करोड़ के राजस्व के मुकाबले रु. 77 लाख का शुद्ध लाभ दर्ज किया है।

कौसर के कृषि व्यापार में अपना कदम रखने के साथ, नया प्रबंधन इस क्षेत्र की पूरी क्षमता को अनलॉक करने के लिए समर्पित है। कृषि उत्पादों की वैश्विक मांग एक विशाल अवसर प्रस्तुत करती है और कौसर इस मांग को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए अपने संसाधनों और नेटवर्क का लाभ उठाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है। एग्रो ट्रेडिंग पर रणनीतिक फोकस व्यापक उद्योग रुझानों के साथ संरेखित होता है और कौसर को विकसित कृषि परिदृश्य में एक प्रमुख कंपनी के रूप में स्थापित करता है।

मुंबई. वीरहेल्थ केयर लिमिटेड ने अमेरिकी बाजार के लिए क्वालिफिकेशन और वेलिडेशन पर लगातार काम करने के बाद एक कॉन्ट्रेक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं और यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में शीर्ष संस्थागत आपूर्तिकर्ता कंपनी में से एक को ओरल केयर उत्पादों का निर्माण और आपूर्ति करने के लिए 50,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग रु. 41.50 लाख) का प्रिलिमिनरी सैम्पल एक्सपोर्ट ऑर्डर हासिल किया है। इस पूरे ऑर्डर को वित्त वर्ष 2023-34 के चौथी तिमाही में पूरा करने की योजना है। एक बार जब यह प्रिलिमिनरी सैम्पल ऑर्डर तय समय के अनुसार पूरा हो जाता है तो कंपनी लगातार दोहराए जाने वाले ऑर्डर की उम्मीद कर रही है। अमेरिकी बाजार में शुरुआत के साथ, कंपनी उसी बाजार में अन्य बोडी केयर और स्किन केयर उत्पादों के साथ बाजार में प्रवेश करने का लक्ष्य बना रही है। कंपनी पूर्वी अफ्रीकी देशों में विभिन्न प्रकार के ओरल केयर उत्पादों का सफलतापूर्वक निर्माण और निर्यात कर रही है और अब कंपनी यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के बाजार में प्रवेश करेगी, जिससे ओरल केयर उत्पादों के निर्माण और आपूर्ति के लिए दुनिया भर में अन्य बाजार खुल जाएंगे। कंपनी भारत में आयुर्वेदिक और कॉस्मेटिक ग्रेड टूथपेस्ट की अग्रणी निर्माताओं में से एक है।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.