>>: रैन बसेरों का पुन: औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं में रही कमी तो संख्या भी दिखी कम

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष पूरण कुमार शर्मा के निर्देशन में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुनील कुमार बिश्नोई ने नगरपरिषद जैसलमेर की ओर से शहर में संचालित रैन बसेरों का सोमवार रात्रि को पुन: औचक निरीक्षण किया।सचिव ने जैसलमेर शहर में हनुमान चौराहा, रेलवे स्टेशन के पास, ग्रामीण बस स्टैंड डेडानसर रोड पर स्थित रैन बसेरों का निरीक्षण किया। हनुमान चौराहा पर स्थित रैन बसेरे के निरीक्षण के समय महिलाओं व पुरुषों के रहने के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं नहीं पाई गई तथा रैन बसेरे के नाम का बोर्ड अस्पष्ट पाया गया। रेलवे स्टेशन पर स्थित रैन बसेरे में रुकने वाले व्यक्तियों की संख्या बहुत कम पाई गई एवं पर्याप्त प्रचार-प्रसार की आवश्यकता महसूस की गई। डेडानसर रोड ग्रामीण बस स्टैण्ड पर स्थित रैन बसेरे में बिस्तर साफ-सुथरे धुले हुए नहीं पाए गए तथा यहां पर रैन बसेरा होने की जानकरी का सहज दृश्य स्थलों पर बोर्ड नहीं पाया गया। रैन बसेरे में भी ठहरने वाले व्यक्तियों की संख्या नगण्य पाई गई। सचिव ने बताया कि रैन बसेरों का पर्याप्त प्रचार-प्रसार करने व पाई गई कमियों व व्यवस्थाओं में सुधार के लिए नगरपरिषद आयुक्त को निर्देशित किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान सचिव तथा प्राधिकरण के कर्मचारी फुटपाथ व अन्य खुले स्थानों पर सो रहे व्यक्तियों के बीच भी पहुंचे व उनसे बातचीत कर उन्हें शहर में स्थित रैन बसेरों के स्थानों के बारे में जानकारी दी। उन्हें यह बताया कि यह रैन बसेरे राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जा रहे है, जहां पर रात्रि में विश्राम करने अथवा ठहरने के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। वहां पर बिस्तर, शौचालय, पीने के पानी, रोशनी, चिकित्सा व सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था है एवं उसमें उपलब्ध सभी सुविधाओं का उपयोग व उपभोग करने के लिए पहचान पत्र दिखाए जाने की भी बाध्यता नहीं है। व्यक्तियों को भीषण सर्दी से बचने के लिए रैन बसेरों में रहने व सुविधा का लाभ लेने के लिए समझाइश की गई तथा भविष्य के लिए भी यह नसीहत दी कि वे फुटपाथ अथवा खुले स्थानों पर रात्रि में नहीं रहे।

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