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Table of Contents
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उदयपुर के इस तालाब को बना रहे क्रेशर गिट्टी के वेस्ट का डम्पिंग यार्ड Tuesday 06 July 2021 05:11 PM UTC+00 मुकेश हिंगड़ / उदयपुर. शहर से सटे डाकनकोटड़ा में बोर का तालाब को बर्बाद किया जा रहा है। तालाब के अंदर बड़ी मात्रा में क्रेशर गिट्टी का वेस्ट डाला जा रहा है। अब तो स्थिति यह हो गई कि तालाब का कई भाग चिकनी स्लरी में बदल गया है। रविवार को वहां पर एक भैंस फंस गई जिसको क्रेन मंगवाकर निकाला गया और दूसरी भैंस अभी तक मिली नहीं है। अब तक करीब पांच जानवरों की मौत हो चुकी है। इस क्षेत्र में संचालित क्रेशर के संचालकों की ओर से वेस्ट तालाब में डाला जा रहा है। इनका कहना है.... वहां पर क्रेशर के वेस्ट का नाला सीधे तालाब में छोड़ दिया। ऐसे में तालाब में ये वेस्ट समाहित हो रहा। आए दिन मवेशी फंस रहे है, पूर्व में करीब पांच जानवरों की तो मौत हो चुकी है। तालाब का पानी भी खराब हो रहा है और वातावरण प्रदूषित हो रहा है। क्रेशर संचालकों को प्लांट के पास वेस्ट का डम्पिंग यार्ड बनाना चाहिए। |
सुनो सरकार, उदयपुर जिले में 15 में से 10 तहसीलदार नहीं Tuesday 06 July 2021 05:19 PM UTC+00 मुकेश हिंगड़ उदयपुर. जिले में तहसीलों के हाल खराब है। तहसीलदार की कुर्सी खाली पड़ी है। आम आदमी हो या किसान राजस्व के काम अटके पड़े है। उदयपुर जिले में 15 में से 10 तहसीलों में तहसीलदार ही नहीं है। नायब तहसीलदार काम के बोझ से दबे पड़े हैं। हालात ऐसे हो गए है कि जिला प्रशासन के पास आए दिन तहसीलदार के खाली पदों से होने वाली समस्याएं आ रही है लेकिन अभी तक राज्य सरकार ने इन पदों पर तहसीलदार नहीं लगाए है। तहसीलदार व नायब तहसीलदार दोनों के होने से उनके पास उस तहसील के आधे-आधे पटवार मंडल बंटे रहते हंै। अब तहसीलदार नहीं है तो सारा काम नायब तहसीलदार के पास होते हैं। वे वैसे ही काम के बोझ से दबे और ऊपर से दूसरे पटवार मंडल भी उनके पास। सरकारी मीटिंगों और मौका निरीक्षण में जाते तो तहसील में नहीं मिलेंगे और तहसीलदार की सीट खाली। प्रशासनिक प्रबंधन में परेशानियां बढ़ी गिर्वा
बडग़ांव तहसीलों को लेकर खास बातें |
मुफ्त की 'पुलिसगिरी' नहीं करना चाहते गांव के लोग Wednesday 07 July 2021 03:24 AM UTC+00 उदयपुर. राजस्थान पुलिस ने जनता से तालमेल बनाने को लेकर पहले सीएलजी, पुलिस मित्र और फिर ग्राम रक्षक की नियुक्ति तय की। प्रत्येक गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच सामन्जस्य बनाना ग्राम रक्षकों की जिम्मेदारी है। इसे लेकर उदयपुर जिले सहित प्रदेशभर में प्रक्रिया चल रही है। हालांकि उदयपुर जिले में गांवों की कुल संख्या की तुलना में लगभग 50 फीसदी ग्राम रक्षक ही नियुक्त किए जा सके हैं। पुलिस मुख्यालय की मदद के लिए ग्राम रक्षक अवैतनिक स्वयंसेवक के रूप में 2 वर्ष के लिए बनाए गए हैं। इसके लिए 40 वर्ष से 55 वर्ष तक की आयु के ग्रामीणों का चयन किया गया है। ग्रामरक्षकों को पुलिस की मदद किस तरह करनी है, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। आवेदन के विरुद्ध थाने में किसी भी तरह का केस नहीं हो। यह है ग्रामरक्षक की जिम्मेदारी - पुलिस कार्रवाई के दौरान लोगों की ओर से बाधा पहुंचाने से रोकने में मदद। - गांव में अपराध संबंधित मामलों पर ग्राम पंचायत से संपर्क बनाए रखना। - गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सामान्य चौकसी रखना। - अवैध हथियार मिलने पर व्यक्ति की गिरफ्तारी में पुलिस की मदद करना। जिलेवार सूचीबद्ध ग्रामरक्षक अजमेर - 1121 भिवाड़ी - 842 बारां - 1084 भरतपुर - 1127 बीकानेर - 595 चित्तौडग़ढ़ - 848 दौसा - 961 डूंगरपुर - 876 जयपुर ग्रामीण - 1127 जयपुर पश्चिम - 244 जयपुर दक्षिण - 272 जालोर - 647 झुंझुनंू - 990 जोधपुर पूर्व - 143 करौली - 812 कोटा शहर - 25 पाली - 913 राजसमंद - 999 सीकर - 1079 श्रीगंगानगर - 1486 उदयपुर - 1754 |
कैमरा ट्रेप से लेकर सारे ताम-झाम किए लेकिन पैंथर भी शातिर, मूंमेंट ही बदल दिया Wednesday 07 July 2021 03:58 AM UTC+00 मुकेश हिंगड़ उदयपुर. इंसानों पर हमले और जनहानि करने वाले पैंथर को पकडऩे के लिए वन विभाग ने सारे ताम-झाम कर दिए लेकिन पैंथर इतना शातिर निकला कि वहं ऐसे स्थानों पर अभी तक दिखा भी नहीं। पैंथर का मूंमेंट नहीं होने से चिंता बढ़ी है क्योंकि पैंथर तक पहुंचने के लिए सारे प्रयास किए गए लेकिन वह दिख ही नहीं रहा है। विशेषज्ञ भी मानते है कि पैंथर का मूमेंट भी दूसरी तरफ हो गया है इसलिए अभी तक नजर नहीं आया। इधर, जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और पूरे हालात की जानकारी ली। मंगलवार को अतिरिक्त जिला कलक्टर ओपी बुनकर भी वहां पहुंचे, उन्होंने जिन स्थानों पर दो महिलाओं की मौत हुई वहां भी गए और इसके अलावा आसपास के क्षेत्र का दौरा किया। वहां पैंथर को पकडऩे के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी ली। उनके साथ सराड़ा एसडीएम सुभाष हेमानी, तहसीलदार रवीन्द्र सिंह, सहायक वन संरक्षक कन्हैयालाल शर्मा, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह आदि साथ थे। जयपुर से आकर वापस लौटे वरिष्ठ चिकित्सक अरविंद माथुर बताते है कि वहां पूरे प्रबंध किए गए लेकिन पैंथर अभी कैमरा ट्रेप में ही नहीं आया। वे बताते है कि पैंथर का मूमेंट इस जंगल में दूसरी जगह भी हो सकता है। वे कहते है कि जब तक पैंथर दिखेगा नहीं और पकड़ में नहीं आएगा तब तक कुछ कह नहीं सकते है। 10 पिंजरे लगा रखे खेत की बाड़ में फंसा पैंथर इधर, मावली क्षेत्र के रानी कला गांव में एक पैंथर को रेस्क्यू किया गया। पैंथर के खेत की बाड़ में फंसे होने की सूचना वन विभाग को मिली। उप वन संरक्षक अजीत ऊंचोई ने वन्यजीव की रेस्क्यू टीम भेजी। उडऩदस्ता प्रभारी लालसिंह सोलंकी, शूटर डीपी शर्मा, शैलेन्द्र सिंह की मदद से पैंथर को वहां से रस्क्यू किया। बाद में उसका उसको जंगल में छोड़ दिया गया। इधर, मोड़ी में फिर आ गया पैंथर |
बरसों से जमे संभागीय आयुक्त व कलक्टरों के निजी स्टाफ को बदला जाए Wednesday 07 July 2021 04:10 AM UTC+00 मुकेश हिंगड़ राजस्व मंडल के इस आदेश के बाद से सभी विभागों में ऐसे कार्मिकों को चिन्ह्ति करना शुरू कर दिया गया है। उदयपुर जिला मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त, कलक्ट्री कार्यालय के निजी स्टाफ के साथ ही कलक्ट्री, उपखंड, तहसील व नायब तहसील कार्यालय में कार्यरत पीए, रीडर, बाबू व अन्य स्टाफ जो बरसों से ही स्थान पर कार्यरत है उनको बदला जाए। राजस्व विभाग ने माना कि यह प्रशासनिक दृष्टि से भी कतई उचित नहीं है। राजस्व विभाग के प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार के इस आदेश में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि जिला कलक्टर, संभागीय आयुक्त के निजी स्टाफ में कार्यरत कुछ स्टाफ जिला कलक्टर कार्यालय संवर्ग का है तथा अन्य स्टाफ राजस्व मंडल संवर्ग की समयावधि में सुनिश्चित किया जाए। इसका मतलब यह है कि जिन्हें पांच वर्ष पूर्ण हो गए है उन्हें कार्यालय संवर्ग के कर्मचारियों का स्थानांतरण क्रमश: जिला कलक्टर तथा संभागीय आयुक्त करें एवं राजस्व मंडल संवर्ग के कार्मिकों का स्थानांतरण राजस्व मंडल अजमेर की ओर से किया जाए। आनंद कुमार ने राजस्व मंडल, संभागीय आयुक्त एवं कलक्टरों से इसकी पालना रिपोर्ट भी मांगी है।
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कश्मीर की आजादी के लिए अंतिम क्षणों तक संघर्ष किया मुखर्जी ने : श्रीमाली Wednesday 07 July 2021 04:20 AM UTC+00 उदयपुर. भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा शहर जिला की ओर से जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर शहर में सोमवार को आयोजन हुए। इसमें पौधरोपण करते हुए मुखर्जी को याद किया गया। |
चारों ब्लॉकों में एक भी तहसीलदार नियुक्त नहीं Wednesday 07 July 2021 11:56 AM UTC+00 भीण्डर.(उदयपुर). प्रदेश की एकमात्र वल्लभनगर विधानसभा, जिसमें चार तहसीलें भीण्डर, कानोड़, वल्लभनगर व कुराबड़ है। लेकिन चारों तहसीलों में सरकार ने एक भी तहसीलदार नियुक्त नहीं कर रखा है। वहीं उपतहसीलदार भी केवल भीण्डर व कुराबड़ में कार्यरत हैं। ऐसे में लोगों के नियमित कार्यों में भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रिक्त पदों को भरने के लिए जनता सेना संरक्षक व पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर ने जयपुर में राजस्व सचिव से मुलाकात करके पदों को जल्द भरने की मांग की है। |
किसानों के साथ अन्याय कर रही सरकार Wednesday 07 July 2021 12:10 PM UTC+00 मेनार. (उदयपुर). क्षेत्र के अफीम काश्तकारों ने उपखंड अधिकारी, आबकारी अधिकारी को ज्ञापन देकर डोडा-चूरा का नष्टीकरण नहीं कर मुआवजा दिलाने की मांग की है। वल्लभनगर मावली के किसानों ने ज्ञापन में बताया कि विगत दो साल से अफीम डोडा-चूरा नष्टीकरण के बजाए 1 हजार दो सौ रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। वही बताया कि अन्य तहसीलों व जिलों में 5 साल से डोडा-चूरा नष्ट नहीं किया है। मावली व वल्लभनगर के किसानों के साथ सरकार अन्याय कर रही है। किसानों ने बताया कि यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ तो धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा। ज्ञापन देने के दौरान किसान यूनियन के बाबू लाल गाडरी, पार्षद रामेश्वर खटीक, शंकर प्रसाद गाडरी नान्दोली खुर्द, इंटाली सरपंच प्रतिनिधि भरत मेनारिया, गंगाराम जणवा, उदय लाल मेनारिया, ओंकार लाल, गोपीलाल, पन्ना लाल पुष्करणा, कमलाशंकर मेनारिया, नारायण पुष्करणा, भेरू लाल जोशी, विनोद मेनारिया सहित अनेक किसान मौजूद थे। |
चार माह बाधित रहता है आवागमन, अब तो पुलिया बनाओ Wednesday 07 July 2021 12:26 PM UTC+00 पारसोला (उदयपुर). पारसोला कस्बे से जिला बांसवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर की सीमा लगी हुई है। पूर्व समय में पारसोला कस्बा उदयपुर जिले के अन्तर्गत आता था लेकिन वर्ष २००७-०८ में प्रतापगढ़ जिला बनने से पारसोला प्रतापगढ़ में चला गया। कस्बेवासी राजकीय कार्यों के लिए प्रतापगढ़ जाते हैं लेकिन व्यापारिक एवं चिकित्सा सुविधा के लिए आज भी उदयपुर जाते रहते है। ऐसे में पारसोला से उदयपुर वाया साबला कि दूरी १४० किमी है जबकी पारसोला से देवला-लोहागढ़ होते हुए सलुम्बर, उदयपुर की दूरी मात्र ११० किमी है। कस्बेवासी इस ही मार्ग से आना-जाना करते हैं लेकिन बरसात के समय में पारसोला से ५ किमी दूर धोलीमंगरी से बहने वाली जाखम नदी की पुलिया छोटी रपट जैसी होने से चार माह तक पुलिये के ऊपर से पानी बहता है। इस मार्ग में ग्राम पंचायत लोहागढ, अम्बाव, देवला सहित करीब २०-२५ गांवों का सम्पर्क पारसोला कस्बे से चार माह के लिए टूट जाता है। बरसात के मौसम में लगातार पुलिया पर पानी बहने से प्रतिवर्ष क्षतिग्रस्त हो जाती है। सार्वजनिक निर्माण विभाग बरसात के बाद पुलिये कि मरम्मत करता है और बरसात में पुलिया उखड़ कर बह जाती है। बीते वर्ष लॉकडाउन के चलते आवाजाही कम होने कि वजह से विभाग ने पुलिये कि मरम्मत के नाम पर महज भराव डालकर कार्य को विराम दे दिया। |
बड़ा हादसा टला Wednesday 07 July 2021 12:43 PM UTC+00 घासा/मावली(उदयपुर) तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत घासा में सोमवार देर रात्रि को एक कार चालक ने ट्रांसफॉर्मर को टक्कर मार दी। जिससे पूरे गांव में बिजली बंद हो गई। जानकारी के अनुसार पलाना की ओर से आ रही एक कार ने देर रात्रि ट्रांसफॉर्मर को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रांसफॉर्मर का खंभा टूटकर गिर गया। हादसे में कार का आगे का हिस्सा भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कार चालक को भी मामूली चोटें आई। कार की टक्कर से ट्रांसफॉर्मर के साथ 3 से 4 खंभे व तार टूटकर गिर गए। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर एवं खंभे टूटकर सड़क मार्ग पर गिर गए। जिससे लगभग 1 घण्टा जाम लगा रहा। तत्पश्चात् ग्रामीणों ने ट्रांसफॉर्मर के तार तोड़कर खंभों को सड़क से दूर किया। इधर, जैसे ही ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुआ, पूरे घासा गांव में बिजली सप्लाई बंद हो गई। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के कर्मचारियों को इस सम्बंध में सम्पर्क किया। मगर, विभाग के कर्मचारी प्रात:काल मौके पर पहुंचे। मंगलवार देर शाम तक विद्युत लाइन एवं ट्रांसफॉर्मर के दुरस्तीकरण का कार्य जारी रहा। विद्युत सप्लाई बंद होने के कारण ग्रामीणों को गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं गांव सहित क्षेत्र में विद्युत सम्बंधी आवश्यक कार्य भी प्रभावित हुए। देर शाम को सूचना को लगभग 23 घण्टे बाद विद्युत सप्लाई सुचारू हुई। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। |
पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं Wednesday 07 July 2021 01:00 PM UTC+00 बड़ावली. (उदयपुर). आचार्य सुनील सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा समाज बड़ावली द्वारा दूसरे दिन मंगलवार को भक्तामर विधान किया गया। सुबह ससंघ का भक्ति पूर्वक गांव के चौके में आहार विधि हुई। पूरे गांव में से स्वामिन नमोस्तु आहर जल शुद्ध जल की ध्वनि से गुंजायमान हुआ। इस अवसर पर मंगलवार को प्रात: स्थानीय चन्द्रप्रभु मन्दिर में मूलनायक चन्दप्रभु भगवान एवं आदिनाथ भगवान का अभिषेक एवं शान्तिधारा आचार्य के मंत्र उच्चारण के साथ हुई। बाद में दिनेश झूठावत एवं प्रभुलाल मेहता द्वारा की गई मध्यान्ह में आयोजित भक्तामर महामण्डल विधान के तहत इन्द्र इन्द्राणियों के समूह द्वारा प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया के मंत्रोच्चारण के साथ भक्तामर विधान मंडल पर प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान को अष्ट द्रव्य श्रीफल युक्त 48अर्ध समर्पित किये गये। दोपहर की सभा में आचार्य ने कहा कि इस धरा का, इस धरा पर, धरा ही रह जायेगा, जिंदगी भर का, कमाया साथ में क्या जाएगा, यह सुअवसर खोदिया तो अंत में पछताएगा। ज्ञानियों, आत्मार्थियों, सावधान हो जाइये। पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि भावनाएं हमें खींचती हैं, जैसी भावना करोगे, वैसा ही भाव बनेगा। और जैसा भाव बनने वैसा ही होगा। |
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