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Table of Contents
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लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू, एक महीने बाद होगा मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन Monday 08 January 2024 05:57 AM UTC+00 भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार फोटो युक्त मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के पर्यवेक्षण के लिए रविवार को कलक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलक्टर डॉ. अमित यादव ने रोल पर्यवेक्षकों की नियुक्ति संबंधी दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान कलक्टर यादव ने बताया कि 6 जनवरी को एकीकृत मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन किया गया है। अब 22 जनवरी तक दावे एवं आपत्ति प्राप्त करने की अवधि रहेगी। उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को मतदाता सूचियों से संबंधित विभाग की प्रविष्टियों का ग्राम सभा, स्थानीय निकाय एवं आवासीय वेलफेयर सोसायटी के साथ बैठक आयोजित कर पठन किया जाएगा तथा वहीं पर इन सूचियों का सत्यापन भी करना होगा। 21 जनवरी को राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय अभिकर्ताओं के साथ दावे एवं आपत्तियों के आवेदन पत्र प्राप्त किए जाएंगे तथा 2 फरवरी को इन दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 8 फरवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। इस दौरान नागौर जिले के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिन्हें जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाता सूचियों की सॉफ्ट कॉपी वितरित की। वेबसाइट पर देख सकते हैं मतदाता सूची यह है वर्तमान मतदाताओं की संख्या नाम जुड़वाने और संशोधन के लिए भरने होंगे अलग-अलग फॉर्म |
मादक पदार्थ या बरामद माल की जगह नहीं बची थानों में, दूसरे ठिकाने तलाश रही पुलिस Monday 08 January 2024 06:49 AM UTC+00 नागौर में मादक पदार्थ हो या फिर अन्य कोई बरामद माल, कार्रवाई के बाद पुलिस इन्हें अपने यहां रख तो लेती है, लेकिन मामले का निस्तारण करने में लगने वाला समय अब पुलिस को तकलीफ देने लगा है। पुलिस की तकलीफ का पीछले दस - बारह बरसों से कोई निस्तारण नहीं हो रहा है , बरामद माल पुलिस के पास ही पड़ा है। नागौर (डीडवाना - कुचामन) जिलेभर के अधिकांश थानों का हाल यह है कि मालखाने में जगह नहीं बची है, तो थाने तक में वाहन हो या फिर अन्य कोई जब्त माल, रखना मुश्किल हो रहा है। माल चोरी का हो या डकैती का, पुलिस के पास इसे सहेजने तक के साधन-संसाधन खत्म हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि कई थानों में तो जब्त माल को रखे सालों-साल हो गए। मामले का निस्तारण हो तब माल छूटे ना। कोतवाली ही नहीं कमोबेश अधिकतर थानों का यही हाल है। मालखाने में चोरी का बरामद माल हो या फिर अन्य अपराध का, थाना पुलिस इन्हें जमा करते - करते उकता सी गई है। कई थानों में तो यह माल अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर रखा जा रहा है। यही नहीं चोरी का बरामद माल बाइक हो या अन्य, उसे तक छुड़ाने कोई नहीं आ रहा। लिहाजा पुलिस पर इसकी जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है। जसवंतगढ़ थाने का ही मामला देखिए, चुनाव के दौरान करीब चार ट्रक शराब यहां पकड़ी गई, अब इन्हें रखने की मुश्किल आन पड़ी। अब करते भी तो क्या लिहाजा खुले में ही इनको रखवा दिया गया, ऊपर तिरपाल ढक दिया गया। बताते हैं कि मामले का निस्तारण होने के बाद काफी कुछ माल यहां से ले जाया गया। अब पुलिस को चैन मिला है। सूत्र बताते हैं कि असल में विभिन्न थानों में चोरी की ही बरामद बाइक की संख्या करीब पांच सौ से अधिक है। बावजूद इसके कोई इनको लेने नहीं आ रहा। ऐसे मामलों में बाइक का मालिक कुछ समय बाद इंश्योरेंस कम्पनी से बाइक की कीमत उठा लेता है। तो आखिर वो इसे लेने आएगा भी क्यों? और तो और पुलिस भी ऐसे वाहनों के लिए ना तो वाहन मालिकों को लिख रही है ना ही इंश्योरेंस कम्पनियों को। ऐसी केवल बाइक ही नहीं कार/जीप समेत कुछ अन्य गाडिय़ां भी हैं जो पड़े-पड़े कबाड़ बनती जा रही हैं।
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स्लीपर बस में 252.600 किलो डोडा पोस्त बरामद, दो गिरफ्तार Monday 08 January 2024 10:40 AM UTC+00 नागौर जिले की मेड़ता सिटी पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम को लेकर रविवार को कार्रवाई करते हुए स्लीपर वोल्वो बस से 252.600 किलोग्राम डोडा पोस्त जब्त किया। वहीं बस को जब्त करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। |
VIDEO...रामदेव पशु मेला में परंपरागत भारतीय खेलों की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आते थे विदेशी सैलानी....... Monday 08 January 2024 03:26 PM UTC+00 -कोविड के दौरान बंद हुई तो फिर दोबारा अब तक चालू नहीं हो पाई, मेला प्रशासन ने भी नहीं ली दिलचस्पी |
जब्त माल की ठौर नहीं बची थानों में, दूसरे ठिकाने तलाश रही पुलिस Monday 08 January 2024 03:55 PM UTC+00 केस-1 जसवंतगढ़ थाने में चुनाव के दौरान पकड़ी गई शराब काफी दिनों तक खुले में पड़ी रही। तिरपाल से ढक तो दी गई, लेकिन उस पर निगरानी तक के लिए पुलिसकर्मी अलग मेहनत करते दिखे। केस-2 हाल ही में चुनाव से पहले बिस्कुट की आड़ में करीब पांच करोड़ का डोडा-पोस्त पकड़ा गया। अब माल खाना तो पहले से ही ठसाठस है था, सो सिपाहियों के रहने वाले हॉल में इसे रखवा दिया गया है। केस-3 करीब तीन महीने अवैध शराब से भरा ट्रक पकड़ा गया था। थाने में इसे रखने की जगह नहीं थी, अब इसे अन्यत्र रखवाने की व्यवस्था की गई है। नागौर. मादक पदार्थ हो या फिर अन्य कोई बरामद माल, कार्रवाई के बाद पुलिस इन्हें अपने यहां रख तो लेती है, लेकिन मामले का निस्तारण करने में लगने वाला समय अब पुलिस को तकलीफ देने लगा है। नागौर (डीडवाना-कुचामन) जिलेभर के अधिकांश थानों का हाल यह है कि मालखाने में जगह नहीं बची है, तो थाने तक में वाहन हो या फिर अन्य कोई जब्त माल, रखना मुश्किल हो रहा है। माल चोरी का हो या डकैती का, पुलिस के पास इसे सहेजने तक के साधन-संसाधन खत्म हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि कई थानों में तो जब्त माल को रखे सालों-साल हो गए। मामले का निस्तारण हो तब माल छूटे ना । कोतवाली ही नहीं कमोबेश अधिकतर थानों का यही हाल है। मालखाने में चोरी का बरामद माल हो या फिर अन्य अपराध का, थाना पुलिस इन्हें जमा करते-करते उकता सी गई है। कई थानों में तो यह माल अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर रखा जा रहा है। यही नहीं चोरी का बरामद माल बाइक हो या अन्य, उसे तक छुड़ाने कोई नहीं आ रहा। लिहाजा पुलिस पर इसकी जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है। जसवंतगढ़ थाने का ही मामला देखिए, चुनाव के दौरान करीब चार ट्रक शराब यहां पकड़ी गई, अब इन्हें रखने की मुश्किल आन पड़ी। अब करते भी तो क्या लिहाजा खुले में ही इनको रखवा दिया गया, ऊपर तिरपाल ढक दिया गया। बताते हैं कि मामले का निस्तारण होने के बाद काफी कुछ माल यहां से ले जाया गया। अब पुलिस को चैन मिला है। सूत्र बताते हैं कि असल में विभिन्न थानों में चोरी की ही बरामद बाइक की संख्या करीब पांच सौ से अधिक है। बावजूद इसके कोई इनको लेने नहीं आ रहा। ऐसे मामलों में बाइक का मालिक कुछ समय बाद इंश्योरेंस कम्पनी से बाइक की कीमत उठा लेता है। तो आखिर वो इसे लेने आएगा भी क्यों? और तो और पुलिस भी ऐसे वाहनों के लिए ना तो वाहन मालिकों को लिख रही है ना ही इंश्योरेंस कम्पनियों को। ऐसी केवल बाइक ही नहीं कार/जीप समेत कुछ अन्य गाडिय़ां भी हैं जो पड़े-पड़े कबाड़ बनती जा रही हैं। जुर्माना माफ फिर भी नहीं ले जा रहे वाहन सूत्रों के अनुसार लोक अदालत ने पिछले साल एक फैसले में कहा था कि अगस्त-2022 से पहले के ट्रेफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले सभी वाहन-लाइसेंस बिना जुर्माने के देने के आदेश दिए गए थे। इस आदेश को हुए एक साल होने को आया, लेकिन दस फीसदी लोग भी अपना वाहन उठाने नहीं आए।नागौर के ट्रेफिक थाने में वाहनों का अंबार यह बताने के लिए काफी है बिना चोरी के केवल जुर्माने से दण्डित हैं, उन सभी को राहत मिल चुकी है, इसके बाद भी वाहन कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। ट्रेफिक सीओ रविंद्र बोथरा के निर्देश पर हैड कांस्टेबल शिवदेवाराम सहित टीम ने इसके लिए मशक्कत भी की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। नहीं पता लगा थाने से जब्त माल की चोरी का सूत्रों का कहना है कि करीब छह माह पूर्व पांचौड़ी थाने के भीतर खड़े कंटेनर के ताले तोड़कर चोर दो कट्टों में भरा 27 किलो डोडा-पोस्त ले गए। चोर दो नए ताले चाबी के साथ लाए थे, ताकि वारदात के बाद वो इन्हें कंटनेर में लगा जाएं और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगे। करीब पौने पांच साल पहले कोतवाली थाने के मालखाने में रखा करीब एक किंवटल से अधिक डोडा-पोस्त गायब हुआ था, जिसका अब तक पता नहीं चल पाया है। कोतवाली थाने में करीब पांच साल पहले कोतवाली थाने के मालखाने में रखा करीब एक क्विंटल से अधिक डोडा-पोस्त गायब हो गया। डोडा-पोस्त से भरे चोरी के चार बोरों का अब तक खुलासा नहीं हो सका है। इस मामले में तीन कांस्टेबल निलम्बित किए गए थे। मुश्किलें कई और भी सूत्र बताते हैं कि बरामद मादक पदार्थ व गाड़ी भले ही पुलिस की कस्टडी में हो, लेकिन इस मामले का निस्तारण संबंधित विभाग ही करता है। यही हाल शराब सहित अन्य वस्तुओं का है। पूर्व एसपी राममूर्ति जोशी ने कबाड़ बनते वाहनों को नीलाम करने की कवायद भी शुरू की थी। असल में जब्त/बरामद माल के मामले निस्तारण अथवा चोरी के माल को संबंधित तक पहुंचने के नियम और कड़े होने चाहिएं। वैसे पुलिस भी वाहनों के लिहाज से एक बड़ी जगह की तलाश कर रही है। इनका कहना कानूनी निस्तारण के बाद ही इस तरह का माल थानों से हल्का हो सकता है। कुछ थानों में ही यह दिक्कत ज्यादा है, बाकी तो सब ठीक है। -नारायण टोगस, एसपी नागौर |
VIDEO...कलश शोभायात्रा के साथ शुरू हुई भागवत कथा Monday 08 January 2024 04:05 PM UTC+00 नागौर. रामपोल सत्संग भवन में सोमवार को कलश शोभायात्रा के साथ भागवत कथा शुरू हुई। कलश शोभायात्रा सुबह करीब दस बजे महंत मुरलीराम महाराज के सानिध्य में बंशीवाला से शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए रामपोल सत्संग भवन पहुंची। शोभायात्रा में देवी-देवताओं की सजीव झांकियां आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इसके बाद विधि विधान से भागवत कथा की शुरुआत हुई। पहले दिन यानि की सोमवार को शुरू हुई भागवत कथा का वाचन करते हुए संत रामनिवास शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण करने मात्र से व्यक्ति जीवन मुक्त बन जाता है। भागवत मोह व भय का नाश करती है। कलयुग में मनुष्य कठिन तपस्या नहीं कर सकते हैं। इसलिए सहज भाव से भगवत भक्ति के लिए भागवत कथा ेको श्रवण का माध्यम बनाया है। ताकि मनुष्य के भय का नाश करने के साथ उसको आत्मिक-अध्यात्मिक ज्ञान की रोशनी मिल सके। इसे श्रवण कर व्यक्ति चिताओं से मुक्त हो जाता है। सत्संग करने से ही मनुष्य को विवेक की प्राप्ति होती है। इससे अच्छे एवं बुरे का ज्ञान होता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा से व्यक्ति ज्ञान एवं वैराग्य की वृद्धि होती है। धुंधकारी जैसे महा पापी का भी कल्याण भागवत कथा श्रवण से हुआ। इस दौरान संत श्रवणराम महाराज, साध्वी मोहनी बाई, नंदकिशोर बजाज, राजाराम चाण्डक, नंदलाल प्रजापत, मनोज प्रजापत, जितेन्द्र, गिरधारी गोदारा, दिनेश टाक, पंडित जोगराज शर्मा व कैलाश शर्मा आदि मौजूद थे। |
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