>>: करोड़ों खर्च कर बनाई नई सड़क, फिर भी पुरानी सड़क पर लग रहा जाम

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जोधपुर। शहर में पर्यटन का मुख्य केन्द्र मेहरानगढ़ किले तक जाने वाला रास्ता संकरा होने पर जेडीए ने करोड़ों रुपए खर्च कर नया मार्ग तो बना दिया, लेकिन उसका सदुपयोग नहीं होने से आज भी नागोरीगेट रोड पर जाम की स्थिति बनी रहने के साथ वाहनों को रेंग रेंग कर चलना पड़ता है। इसका मुख्य कारण यातायात पुलिस की नाकामी है, जो शहर के बाहर से आने वाले वाहनों को नागोरीगेट पर नहीं रोकती है। वर्तमान में नागोरीगेट से किले तक जाने वाला मार्ग बहुत संकरा है। जिससे पर्यटन सीजन में इस मार्ग पर जाम लगना आम बात है। इसके स्थाई समाधान के लिए करीब एक दशक बाद घोड़ा घाटी से मेहरानगढ़ किले तक 10.5 करोड़ रुपए की लागत से 2.4 किलोमीटर लंबा नया राव जोधा वैकल्पिक मार्ग बनाया गया। लेकिन आज भी पर्यटकों के वाहन नागोरीगेट रोड से ही मेहरानगढ़ किले आ रहे है। ऐसे में नागोरीगेट से लेकर कलाल कॉलोनी तक वाहनों का लंबा जाम लगा रहता है।

प्रतिदिन पांच सौ से अधिक वाहनों की आवाजाही
मेहरानगढ़ पार्किंग में लगे एक व्यक्ति ने बताया कि पर्यटन सीजन चलने से प्रतिदिन पांच सौ से अधिक बड़े वाहनों की आवाजाही मेहरानगढ़ तक हो रही है। इनमें अधिकतर बसें, कारें, जीप सहित टूरिस्ट मिनी बसें भी है। वहीं मैसूर से पर्यटकों को लेकर आयी एक बस के चालक श्यामदास ने बताया कि उन्हें पुराने मार्ग की ही जानकारी थी और वहां से आने के दौरान किसी ने नहीं रोका। अगर यातायात पुलिस की और से हमें नए मार्ग की जानकारी दी जाती तो वहीं से आते। उन्होंने बताया कि पुराने मार्ग पर खड्ढ़े और जाम की स्थिति रहने से मेहरानगढ़ पहुंचने में भी काफी समय लगा है।

पार्किंग के आ रही काम
घोडाघाटी से मेहरानगढ़ तक बनी नई रोड पार्किंग के काम ज्यादा आ रही है। इस रोड के किनारे ऑटो रिक्शा सहित छोटे बड़े चार पहिया वाहन खड़े नजर आए।ऑटोरिक्शा चालक सलीम ने बताया कि मेहरानगढ़ प्रशासन की और से पार्किंग की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन शुल्क लगने से ऑटोरिक्शा चालकों के साथ-साथ ज्यादातर शहर के लोगों और बसों के संचालकों की और से वाहन को नई रोड के किनारे लगाए जा रहे है।

नए मार्ग का नहीं मिला फायदा
नागोरी गेट किला रोड निवासी मोहम्मद हारून ने बताया कि नई सड़क बनने के बाजवूद किले जाने वाले लोग यहीं से जाते है। इससे क्षेत्रवासियों को कोई फायदा नहीं हुआ है। आज भी हमारे दुपहिया वाहन घर के बाहर नहीं लगा पाते है। वहीं घर के आगे वाहनों का जाम लगा रहने से बच्चों को बाहर नहीं भेज सकते और दिनभर वाहनों का धुंआ और डस्ट घर में आने से दरवाजे भी बंद करके रखने को मजबूर हो रखे है।

ग्राहकों का आना हो रहा मुश्किल
किला रोड स्थित एक सैलून संचालक धर्मेंद्र सेन ने बताया कि दुकान के आगे वाहनों का जाम लगा रहने से ग्राहकों का आना मुश्किल हो गया है। वहीं यातायात पुलिस भी इस और ध्यान नहीं देती। ग्राहक अपने वाहन पार्क करने की जगह नहीं मिलने से दुकान में आना तक पसंद नहीं कर रहे है। ऐसे में इस जाम की वजह से धंधा ही चौपट हो रहा है।

इनका कहना है -
'यातायात दबाव अधिक होने व परिस्थिति के मुताबिक बस व मिनी बसों को राव जोधा मार्ग से निकाला जाता है। किला रोड पर यातायात दबाव अधिक होने की वजह से ट्रैफिक पुलिस के दो अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं।'
भोपाल सिंह लखावत, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (यातायात) जोधपुर।

फैक्ट फाइल
- 10.5 करोड़ रुपए की लागत से बनी नई सड़क
- 2.4 किमी सड़क की लम्बाई
- 1960 मीटर सड़क वन भूमि क्षेत्र से निकली
- 5000 से अधिक पर्यटक आते प्रतिदिन
- 500 से अधिक वाहन आते मेहरानगढ़
- 0.5 किमी तक लगता वाहनों का जाम

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